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अम्मीसाडुका की शुक्र पटलिका

सूची अम्मीसाडुका की शुक्र पटलिका

अम्मीसाडुका की शुक्र पटलिका (Venus tablet of Ammisaduqa) (एनिमा अनु एनलिल पटलिका 63), शुक्र के खगोलीय प्रेक्षण के अभिलेख को संदर्भित करता है जो प्रथम सहस्राब्दी ईसा पूर्व से अनगिनत अंकन चाक पटलिकाओं के रूप में संरक्षित हुई चली आ रही है। माना गया है कि यह खगोलीय अभिलेख पहली बार सम्राट अम्मीसाडुका के शासनकाल के दौरान संकलित किए गए जो हाम्मुरबी के बाद के चौथे शासक थे। इस प्रकार, इस पाठ के मूल शायद मध्य सत्रहवीं शताब्दी ईसा पूर्व के आसपास के लिए दिनांकित होने चाहिए। अभिलेख ने शुक्र के उदय के समयों तथा सूर्योदय व सूर्यास्त (शुक्र की सूर्य संबंधी उदयता और अस्तता) से पहले या बाद क्षितिज पर अपनी पहली और आखिरी दृश्यता को चंद्र तिथियों के रूप में दर्ज किया। ये प्रेक्षण 21 साल की अवधि के लिए दर्ज किए गए है। .

4 संबंधों: ब्रिटिश संग्रहालय, शुक्र, हाम्मुरबी, अंकन (लिपि)

ब्रिटिश संग्रहालय

ब्रिटिश संग्रहालय (British Museum, ब्रिटिश म्यूज़ियम), जो ब्रिटेन की राजधानी लंदन में स्थित है, दुनिया के सब से महान मानवीय इतिहास और सभ्यता के संग्रहालयों में से एक माना जाता है। इसके स्थाई संग्रह में ८० लाख से अधिक वस्तुएँ हैं जो हर महाद्वीप से लाई गई हैं और मनुष्य जाति की शुरुआत से आजतक की संस्कृति की झलकें दिखातीं हैं।,...

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शुक्र

शुक्र (Venus), सूर्य से दूसरा ग्रह है और प्रत्येक 224.7 पृथ्वी दिनों मे सूर्य परिक्रमा करता है। ग्रह का नामकरण प्रेम और सौंदर्य की रोमन देवी पर हुआ है। चंद्रमा के बाद यह रात्रि आकाश में सबसे चमकीली प्राकृतिक वस्तु है। इसका आभासी परिमाण -4.6 के स्तर तक पहुँच जाता है और यह छाया डालने के लिए पर्याप्त उज्जवलता है। चूँकि शुक्र एक अवर ग्रह है इसलिए पृथ्वी से देखने पर यह कभी सूर्य से दूर नज़र नहीं आता है: इसका प्रसरकोण 47.8 डिग्री के अधिकतम तक पहुँचता है। शुक्र सूर्योदय से पहले या सूर्यास्त के बाद केवल थोड़ी देर के लए ही अपनी अधिकतम चमक पर पहुँचता है। यहीं कारण है जिसके लिए यह प्राचीन संस्कृतियों के द्वारा सुबह का तारा या शाम का तारा के रूप में संदर्भित किया गया है। शुक्र एक स्थलीय ग्रह के रूप में वर्गीकृत है और समान आकार, गुरुत्वाकर्षण और संरचना के कारण कभी कभी उसे पृथ्वी का "बहन ग्रह" कहा गया है। शुक्र आकार और दूरी दोनों मे पृथ्वी के निकटतम है। हालांकि अन्य मामलों में यह पृथ्वी से एकदम अलग नज़र आता है। शुक्र सल्फ्यूरिक एसिड युक्त अत्यधिक परावर्तक बादलों की एक अपारदर्शी परत से ढँका हुआ है। जिसने इसकी सतह को दृश्य प्रकाश में अंतरिक्ष से निहारने से बचा रखा है। इसका वायुमंडल चार स्थलीय ग्रहों मे सघनतम है और अधिकाँशतः कार्बन डाईऑक्साइड से बना है। ग्रह की सतह पर वायुमंडलीय दबाव पृथ्वी की तुलना मे 92 गुना है। 735° K (462°C,863°F) के औसत सतही तापमान के साथ शुक्र सौर मंडल मे अब तक का सबसे तप्त ग्रह है। कार्बन को चट्टानों और सतही भूआकृतियों में वापस जकड़ने के लिए यहाँ कोई कार्बन चक्र मौजूद नही है और ना ही ज़ीवद्रव्य को इसमे अवशोषित करने के लिए कोई कार्बनिक जीवन यहाँ नज़र आता है। शुक्र पर अतीत में महासागर हो सकते हैलेकिन अनवरत ग्रीनहाउस प्रभाव के कारण बढ़ते तापमान के साथ वह वाष्पीकृत होते गये होंगे |B.M. Jakosky, "Atmospheres of the Terrestrial Planets", in Beatty, Petersen and Chaikin (eds), The New Solar System, 4th edition 1999, Sky Publishing Company (Boston) and Cambridge University Press (Cambridge), pp.

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हाम्मुरबी

खम्मूरब्बी बाबुल या हम्मूरब्बी (1810 ईसापूर्व - 1750 ईसापूर्व) बेबिलोनिया का एक राजा था। वह प्रथम बेबिलोनिया राजवंश का छठा राजा था। उसने १७९२ ईसापूर्व से १७५० ईसापूर्व तक शासन किया। इसका काल अभी तक पूर्णतया निश्चित नहीं हो पाया है। पहले इसका समय ईसापूर्व २१वीं शती माना जाता था किंतु नवीन शोधों के अनुसार उसका समय ईसापूर्व १९५० और १७०० के बीच किसी समय समझा जाता है। यह सामी (अमोरी) वंश का छठा शासक था। इसके शासन काल में बाबुल साम्राज्य उत्तर की ओर फारस की खाड़ी तक, पश्चिम की ओर दजला-फरात का काँठा, असुर तथा भूमध्य सागर के सामी तट तक फैला हुआ था। खम्मुरब्बी मुख्यत: सफल शासक और सैनिक था, उसकी ख्याति कानूनों को नियमबद्ध करने के कारण है। उसके बनाए हुए कानून १९०२ में शूषा में एक चट्टान पर अंकित पाए गए हैं। उसके कानून की अनेक धाराओं का संबंध वैयक्तिक संपत्ति, व्यापार, व्यापार-संबंध, परिवार, श्रम, वैयक्तिक आघात से है। उसका सिद्धांत था- 'आँख के बदले आँख'। खम्मुरब्बी के अधिकांश कानून सुमेरी कानूनों पर आधारित हैं और उनमें पारिवारिक अपराधों के लिए कठोर दंड के मूल में सामी प्रभाव झलकता है। उसके कानून में मानव जीवन से अधिक महत्व वैयक्तिक संपत्ति को दिया गया है, जो बाबुल के निस्सीम पूँजीवाद का प्रतीक है। .

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अंकन (लिपि)

२६शती ईसा पूर्व का सुमेरी अभिलेख अंकन लिपि, क्यूनिफार्म लिपि (Cuneiform script) या कीलाक्षर विश्व में लिखने की प्राचीनतम विधियों में से एक है। छठी-सातवीं सदी ई.पू.

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