लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
मुक्त
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

अक्षर कोडन

सूची अक्षर कोडन

अक्षर कूटन या संप्रतीक कूटन (character encoding) के अन्तर्गत किसी लेखन पद्धति में प्रयुक्त सभी अक्षरों एवं प्रतीकों के लिये अलग-अलग संख्याएँ निर्धारित कर दी जाती हैं। उदाहरण के लिये आस्की (ASCII) में लैटिन अक्षर A को निरूपित करने के लिये संख्या 65 निर्धारित की गयी है; B के लिये 66, C के लिये 67 आदि। इन्हीं संख्याओं को 'कूट' या 'संप्रतीक कूट' कहा जाता है। कम्प्युटर के अन्दर किसी टेक्स्ट को सहेजने या निरुपित करने के लिये इन्हीं संख्याओं का प्रयोग होता है। मोर्स कोड, आस्की और नवीनतम यूनिकोड, 'अक्षर कूटन' के कुछ प्रकार हैं। 'अक्षर कूटन' के स्थान पर 'संप्रतीक सेट', 'संप्रतीक मैप' और 'कूट पृष्ट' आदि शब्दों का प्रयोग भी किया जाता है। कभी-कभी 'अक्षर कूटन' से सीमित अर्थ लगाया जाता है। यूनिकोड के आने के बाद पुराने अक्षर कोडिंग को 'लिगेसी कोडिंग' कहा जाने लगा है। देवनागरी के लिये कृतिदेव, सुशा, चाणक्य आदि पुराने कोडिंग प्रयोग होते थे। .

14 संबंधों: देवनागरी, फॉण्ट परिवर्तक, मुद्रलिपि, मोर्स कोड, यूनानी, यूनिकोड, संख्या, सुशा (फॉण्ट), आस्की, आइट्राँस, इब्रानी भाषा, इस्की, कृतिदेव (फॉण्ट), अरबी

देवनागरी

'''देवनागरी''' में लिखी ऋग्वेद की पाण्डुलिपि देवनागरी एक लिपि है जिसमें अनेक भारतीय भाषाएँ तथा कई विदेशी भाषाएं लिखीं जाती हैं। यह बायें से दायें लिखी जाती है। इसकी पहचान एक क्षैतिज रेखा से है जिसे 'शिरिरेखा' कहते हैं। संस्कृत, पालि, हिन्दी, मराठी, कोंकणी, सिन्धी, कश्मीरी, डोगरी, नेपाली, नेपाल भाषा (तथा अन्य नेपाली उपभाषाएँ), तामाङ भाषा, गढ़वाली, बोडो, अंगिका, मगही, भोजपुरी, मैथिली, संथाली आदि भाषाएँ देवनागरी में लिखी जाती हैं। इसके अतिरिक्त कुछ स्थितियों में गुजराती, पंजाबी, बिष्णुपुरिया मणिपुरी, रोमानी और उर्दू भाषाएं भी देवनागरी में लिखी जाती हैं। देवनागरी विश्व में सर्वाधिक प्रयुक्त लिपियों में से एक है। मेलबर्न ऑस्ट्रेलिया की एक ट्राम पर देवनागरी लिपि .

नई!!: अक्षर कोडन और देवनागरी · और देखें »

फॉण्ट परिवर्तक

फॉण्ट परिवर्तक एक ऐसा सॉफ्टवेयर होता है जो कि एक फॉण्ट में लिखे टैक्स्ट को दूसरे फॉण्ट में बदलता है। वास्तव में यह 'फॉण्ट परिवर्तन' के बजाय 'इनकोडिंग परिवर्तन' करते हैं। उदाहरण के लिए कृतिदेव१० को यूनिकोद में बदलने वाला परिवर्तक कृतिदेव की लिगेसी इनकोडिंग को यूनिकोड में बदल देगा। यूनिकोड फॉण्टों को फॉण्ट परिवर्तक की आवश्यकता नहीं होती, पाठ सम्पादित्र में टैक्स्ट को सलैक्ट करके फॉण्ट बदलने से ही बदल जाता है। नॉन-यूनिकोड फॉण्टों को आपस में बदलने (एक नॉन-यूनिकोड फॉण्ट को दूसरे नॉन-यूनिकोड फॉण्ट में) अथवा नॉन-यूनिकोड फॉण्ट को यूनिकोड फॉण्ट में बदलने के लिये फॉण्ट परिवर्तक प्रयोग होता है। आजकल विभिन्न फाँट से यूनिकोड फाँट में या यूनिकोड को पुराने फॉण्ट (लिगेसी फांट) में परिवर्तित करने की सुविधा उपलब्ध है। .

नई!!: अक्षर कोडन और फॉण्ट परिवर्तक · और देखें »

मुद्रलिपि

फॉण्ट (मुद्रलिपि) या टाइप फ़ेस अक्षरों के लिखने की अलग अलग शैलियाँ हैं जो छापे की लिखावट को विभिन्नता और सौंदर्य प्रदान करते हैं। .

नई!!: अक्षर कोडन और मुद्रलिपि · और देखें »

मोर्स कोड

मोर्स कोड, सन्देश भेजने की एक पद्धति है। इसकी रचना सैमुएल मोर्स ने १८४० के दशक के आरम्भिक वर्षों में वैद्युत टेलीग्राफ के माध्यम से सन्देश भेजने के लिये की थी। बाद में १८९० के दशक से मोर्स कोड का उपयोग रेडियो संचार के आरम्भिक दिनों में भी हुआ। मोर्स कोड के अन्तर्गत एक लघु संकेत तथा दूसरा दीर्घ संकेत प्रयोग किये जाते हैं। इन दो संकेतों के पूर्व निर्धारित मानकीकृत समन्वय से किसी भी संदेश को अभिव्यक्त किया जा सकता है। कागज आदि पर मोर्स कोड में कुछ लिखने के लिये लघु संकेत के लिये डॉट का प्रयोग तथा दीर्घ संकेत के लिये डैश का प्रयोग किया जाता है। किन्तु मोर्स कोड के लघु और दीर्घ संकेतों के लिये अन्य रूप भी प्रयुक्त हो सकते हैं; जैसे - ध्वनि, पल्स या प्रकाश संकेत आदि अन्तर्राष्ट्रीय मार्स कोड के पाँच अवयव हैं: 1.

नई!!: अक्षर कोडन और मोर्स कोड · और देखें »

यूनानी

यूनानी का अर्थ यूनान-सम्बन्धी -- लोग, भाषा, संस्कृति अत्यदि। यूनानियों ने भारत को इंडिया कहा .

नई!!: अक्षर कोडन और यूनानी · और देखें »

यूनिकोड

यूनिकोड का प्रतीक-चिह्न यूनिकोड (Unicode), प्रत्येक अक्षर के लिए एक विशेष संख्या प्रदान करता है, चाहे कोई भी कम्प्यूटर प्लेटफॉर्म, प्रोग्राम अथवा कोई भी भाषा हो। यूनिकोड स्टैंडर्ड को एपल, एच.पी., आई.बी.एम., जस्ट सिस्टम, माइक्रोसॉफ्ट, ऑरेकल, सैप, सन, साईबेस, यूनिसिस जैसी उद्योग की प्रमुख कम्पनियों और कई अन्य ने अपनाया है। यूनिकोड की आवश्यकता आधुनिक मानदंडों, जैसे एक्स.एम.एल, जावा, एकमा स्क्रिप्ट (जावास्क्रिप्ट), एल.डी.ए.पी., कोर्बा 3.0, डब्ल्यू.एम.एल के लिए होती है और यह आई.एस.ओ/आई.ई.सी. 10646 को लागू करने का अधिकारिक तरीका है। यह कई संचालन प्रणालियों, सभी आधुनिक ब्राउजरों और कई अन्य उत्पादों में होता है। यूनिकोड स्टैंडर्ड की उत्पति और इसके सहायक उपकरणों की उपलब्धता, हाल ही के अति महत्वपूर्ण विश्वव्यापी सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी रुझानों में से हैं। यूनिकोड को ग्राहक-सर्वर अथवा बहु-आयामी उपकरणों और वेबसाइटों में शामिल करने से, परंपरागत उपकरणों के प्रयोग की अपेक्षा खर्च में अत्यधिक बचत होती है। यूनिकोड से एक ऐसा अकेला सॉफ्टवेयर उत्पाद अथवा अकेला वेबसाइट मिल जाता है, जिसे री-इंजीनियरिंग के बिना विभिन्न प्लेटफॉर्मों, भाषाओं और देशों में उपयोग किया जा सकता है। इससे आँकड़ों को बिना किसी बाधा के विभिन्न प्रणालियों से होकर ले जाया जा सकता है। .

नई!!: अक्षर कोडन और यूनिकोड · और देखें »

संख्या

समिश्र संख्याओं के उपसमुच्चय संख्याएं हमारे जीवन के ढर्रे को निर्धरित करती हैं। जीवन के कुछ ऐसे क्षेत्रों में भी संख्याओं की अहमियत है जो इतने आम नहीं माने जाते। किसी धावक के समय में 0.001 सैकिंड का अंतर भी उसे स्वर्ण दिला सकता है या उसे इससे वंचित कर सकता है। किसी पहिए के व्यास में एक सेंटीमीटर के हजारवें हिस्से जितना फर्क उसे किसी घड़ी के लिए बेकार कर सकता है। किसी व्यक्ति की पहचान के लिए उसका टेलीफोन नंबर, राशन कार्ड पर पड़ा नंबर, बैंक खाते का नंबर या परीक्षा का रोल नंबर मददगार होते हैं। .

नई!!: अक्षर कोडन और संख्या · और देखें »

सुशा (फॉण्ट)

सुशा एक नॉन-यूनिकोड हिन्दी ट्रू टाईप फॉन्ट है जो हर्ष कुमार ने मार्च 1997 में अंतर्जाल पर मुफ्त डाउनलोड के लिए उपलब्ध करवाया था। सुशा का प्रारंभिक बीटा संस्करण दिसंबर १९९५ में बना। इसे तीन फ़ॉन्टों के संगठित स्वरूप में तैयार किया गया था जिसका एक स्वरूप सामान्य और दो कलात्मक थे। इन्हें क्रमशः Shusha.ttf, Shusha02.ttf तथा Shusha05.ttf नाम दिया गया था। इसका प्रयोग माईक्रोसॉफ्ट ऑफिस पर हिन्दी, मराठी, नेपाली, संस्कृत तथा गुजराती लिखने तथा इंटरनेट पर भी किया जा सकता था। बाद में इसके पंजाबी और बंगाली संस्करण भी तैयार किए गए। सुशा फॉन्ट के मुफ़्त उपलब्ध होने से हिन्दी के अनेक जालस्थलों ने बड़ी सफलता के साथ इंटरनेट पर अपनी उपस्थिति दर्ज की। इसमें अनेक व्यक्तिगत जालघरों के अतिरिक्त कुछ साहित्यिक साइटें काफ़ी लोकप्रियता के साथ विकास में आईं जिनमें काव्यालय, बोलोजी, अभिव्यक्ति तथा अनुभूति प्रमुख थीं। इसके अतिरिक्त सुशा का इस्तेमाल डेस्कटॉप पब्लिशिंग (डीटीपी) में भी प्रचुरता से हुआ है। कालांतर में खोज इंजनों पर प्राथमिकता पाने की चाह व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा हेतु हिन्दी व अन्य भारतीय भाषाओं के जालघर अहिस्ता अहिस्ता यूनीकोड का उपयोग करने लगे हैं। विंडोज़ एक्सपी जैसे उपयुक्त आपरेटिंग सिस्टम व फाँट डाउनलोड करने के झंझट से मुक्ति के अलावा उपयोग में सरलता ट्रू टाईप फाँट्स से दुराव व यूनीकोड की और बढ़ने के कारण बने हैं। .

नई!!: अक्षर कोडन और सुशा (फॉण्ट) · और देखें »

आस्की

ASCII आस्की (अंग्रेजी:ASCII) या अमेरिकन स्टैण्डर्ड कोड फॉर इन्फॉर्मेशन इण्टरचेंज कम्प्यूटर में उपयोग करने के लिये वर्ण-इन्कोड करने का एक मानक है। यह अंग्रेजी वर्णमाला के क्रम के अनुसार व्यवस्थित है। आस्की के कोड वर्णों को एक कोड निर्धारित करता है जिसका उपयोग कम्प्यूटर में टेक्स्ट को निरूपित करने, संचार उपकरणों में, एवं टेक्स्ट का प्रयोग करने वाली अन्य युक्तियों (जैसे - सैल फोन) में होता है, आस्की में ऐसे 256 कोड हैं। मानक आस्की कोड का मान 0 से 127 होता है जबकि 128 से 256 तक कैरेक्टेर परिवर्धित (Extended) आस्की कैरेक्टेर सेट होते हैं। .

नई!!: अक्षर कोडन और आस्की · और देखें »

आइट्राँस

आइट्राँस, देवनागरी सहित भारत की अनेक लिपियों में लिखे पाठ को रोमन लिपि में लिप्यन्तरण की एक पद्धति है। आजकल अनेक कम्प्यूटर सॉफ्टवेयरों के उपलब्ध होने से आइट्रान्स में लिप्यन्तरण का कार्य अत्यन्त सरल, तेज और मशीनी हो गया है। इसका विकास अविनाश चोपड़े ने किया। आइट्राँस का नवीनतम् संस्करण 5.30 है जो 2001 के जुलाई में आया था। इसी संस्करण के बाद आइट्राँस को स्थिर कर दिया गया है। कुछ उदाहरण.

नई!!: अक्षर कोडन और आइट्राँस · और देखें »

इब्रानी भाषा

हिब्रूभाषी क्षेत्र हिब्रू (עִבְרִית, Ivrit) सामी-हामी भाषा-परिवार की सामी शाखा में आने वाली एक भाषा है। ये इस्राइल की मुख्य- और राष्ट्रभाषा है। इसका पुरातन रूप बिब्लिकल हिब्रू यहूदी धर्म की धर्मभाषा है और बाइबिल का पुराना नियम इसी में लिखा गया था। ये हिब्रू लिपि में लिखी जाती है ये दायें से बायें पढ़ी और लिखी जाती है। पश्चिम के विश्वविद्यालयों में आजकल इब्रानी का अध्ययन अपेक्षाकृत लोकप्रिय है। प्रथम महायुद्ध के बाद फिलिस्तीन (यहूदियों का इज़रायल नामक नया राज्य) की राजभाषा आधुनिक इब्रानी है। सन् १९२५ई.

नई!!: अक्षर कोडन और इब्रानी भाषा · और देखें »

इस्की

इस्की या 'सूचना अन्तरविनिमय के लिये भारतीय लिपि संहिता' (Indian Standard Code for Information Interchange (ISCII)) भारत में प्रचलिप्त विभिन्न लिपियों को कंप्यूटर पर (डिजिटल रूप में) निरूपित के लिये निर्मित एक मानक इनकोडिंग है। इसके द्वार समर्थित लिपियाँ हैं - असमिया, बांग्ला, देवनागरी, गुजराती, गुरुमुखी, कन्नड़, मलयालम, ओड़िया, तमिल तथा तेलुगू। .

नई!!: अक्षर कोडन और इस्की · और देखें »

कृतिदेव (फॉण्ट)

कृतिदेव एक नॉन-यूनिकोड भारतीय भाषायी फॉण्ट शृँखला है। यह डीटीपी तथा ग्राफिक्स के कार्य में बहुतायत में उपयोग होता है। कृतिदेव हिन्दी के अतिरिक्त गुरुमुखी, गुजराती, बांग्ला, तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम, ओड़िया आदि लिपियों हेतु उपलब्ध है। .

नई!!: अक्षर कोडन और कृतिदेव (फॉण्ट) · और देखें »

अरबी

अरबी बहुविकल्पी शब्द है जिस्का संबंध निम्नलिखित पृष्ठों से होता है। साहित्य और धर्म में-.

नई!!: अक्षर कोडन और अरबी · और देखें »

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »