लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
इंस्टॉल करें
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

२००८ के मुंबई हमले

सूची २००८ के मुंबई हमले

2008 के मुंबई हमले नवंबर 2008 में हुए आतंकवादी हमले के एक समूह थे, जब पाकिस्तान में स्थित एक इस्लामी आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के मुंबई में 10 सदस्य ने मुंबई में चार दिन तक चलने वाली 12 समन्वय शूटिंग और बम विस्फोट की एक श्रृंखला को अंजाम दिया। हमले जिनकी व्यापक रूप से वैश्विक निंदा की गई बुधवार, 26 नवंबर को शुरू हुए और शनिवार, 29 नवंबर 2008 तक चले, 164 लोगों की मौत हो गई और कम से कम 308 घायल हो गए। छत्तीपति शिवाजी टर्मिनस, ओबेरॉय ट्राइडेंट, ताज पैलेस एंड टॉवर, लियोपोल्ड कैफे, कामा अस्पताल, नरीमन हाउस यहूदी समुदाय केंद्र, मेट्रो सिनेमा और टाइम्स ऑफ इंडिया बिल्डिंग और सेंट जेवियर कॉलेज के पीछे एक लेन में आठ हमले हुए। मुंबई के बंदरगाह क्षेत्र में माजगाव में और विले पार्ले में एक टैक्सी में एक विस्फोट हुआ था। 28 नवंबर की सुबह तक, ताज होटल को छोड़कर सभी साइटों को मुंबई पुलिस विभाग और सुरक्षा बलों द्वारा सुरक्षित किया गया था। 29 नवंबर को, भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) ने शेष हमलावरों को फ्लश करने के लिए 'ऑपरेशन ब्लैक टोर्नेडो' का आयोजन किया; यह ताज होटल में अंतिम शेष हमलावरों की मौत के साथ समाप्त कर दिया। अजमल कसाब ने खुलासा किया कि हमलावर अन्य लोगों के बीच लश्कर-ए-तैयबा के सदस्य थे। भारत सरकार ने कहा कि हमलावर पाकिस्तान से आए और उनके नियंत्रक पाकिस्तान में थे। 7 जनवरी 2009 को, पाकिस्तान ने इस बात की पुष्टि की कि हमलों का एकमात्र जीवित अपराधी पाकिस्तानी नागरिक था। 9 अप्रैल 2015 को, हमले के अग्रणी षड्यंत्रकारी, जकीउर रहमान लखवी को पाकिस्तान में 200,000 (यूएस $ 1,900) की ज़मानत बांड पर जमानत दी गई थी। .

17 संबंधों: डेविड हेडली, तुकाराम ओम्बले, दि अटैक्स ऑफ 26/11, नवंबर 2015 पैरिस हमले, भारत का प्रधानमन्त्री, भारत के प्रधान मंत्रियों की सूची, राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण, संदीप उन्नीकृष्णन, हाफिज़ मुहम्मद सईद, हेमंत करकरे, होटल मुंबई, विजय सालस्कर, ओमेर्टा, अजमल क़साब, १८१८ (फिल्म), २०१७ अमरनाथ यात्रा आक्रमण, २६ नवम्बर

डेविड हेडली

डेविड कॉलमेन हेडली (जन्म दाऊद सैयद गिलानी ३० जून १९६०) जन्म से एक अमेरिकी नागरिक और पाकिस्तान से संबन्धित एक आतंकवादी है। लश्कर-ए-तैयबा के लिये काम करने वाले हेडली ने २००८ के मुंबई हमले की योजना बनाने और अंजाम देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उस पर कई बार पाकिस्तान जाकर लश्कर से प्रशिक्षण लेने के आरोप लगे जिसे उसने अमेरिकी अदालत में कबूला। उसने मुंबई के कई स्थानों के मानचित्र, चित्र लेने हमले की जगहों को चुनने में मदद करने व योजना बनाने की बात भी कबूली। मुंबई हमलों के लिये ५ से अधिक बार जासूसी करने जैसे ही काम उसने कोपेनहेगन में भी किये जहाँ उसे एक डेनिश समाचार पत्र जाइलान्ड्स पोस्टेन के कार्यालय पर हमले की योजना बनानी थी। इस समाचार पत्र ने पैगंबर मोहम्मद का चित्र बना के छापा था जो इस्लाम के नियमों के खिलाफ है। हेडली को २००९ में पाकिस्तान जाते हुए शिकागो के अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर गिरफ्तार कर लिया गया और मुंबई हमलों में भूमिका सिद्ध करने के लिये मुकदमा चलाया गया। इस मुकदमें में मौत की सजा से बचने के लिये वो सरकारी गवाह बन गया और अपना जुर्म कबूल लिया। मुकदमे की गवाही के दौरान उसने बताया कि मुंबई हमला पाकिस्तान की गुप्तचर संस्था इंटर सर्विसेज़ इंटेलीजेंस ने प्रायोजित किया था। सरकारी गवाह बनाने के बाद हेडली ने अमेरिकी व भारतीय जांच अधिकारियों के साथ सहयोग किया। मुंबई हमलों में संलिप्तता के मामले में २४ जनवरी २०१३ को एक अमेरिकी न्यायालय ने हेडली को ३५ वर्षों के कारावास की सजा सुनाई। .

नई!!: २००८ के मुंबई हमले और डेविड हेडली · और देखें »

तुकाराम ओम्बले

तुकाराम ओम्बले जो कि भारत के महाराष्ट्र मुम्बई में मुंबई पुलिस कार्यरत एक सहायक पुलिस इंस्पेक्टर थे। जिसकी मृत्यु आतंकवादी से लड़ते हुए २६ नवम्बर को २००८ के मुम्बई हमले में हुई थी, इन्होंने अजमल कसाब को जीवित पकड़ने में सफलता प्राप्त की थी लेकिन उसी वक़्त अजमल कसाब ने उन्हें गोलियों से भून दिया था इस कारण तुकाराम की मौके पर ही मौत हो गई थी। ओम्बले एक इस साहसपूर्ण कार्य के लिए भारत सरकार ने वीरता के लिए अशोक चक्र से नवाजा गया। .

नई!!: २००८ के मुंबई हमले और तुकाराम ओम्बले · और देखें »

दि अटैक्स ऑफ 26/11

दि अटैक्स ऑफ 26/11 2013 की हिन्दी वृत्त-चित्र नाटक फ़िल्म है जिसे रामगोपाल वर्मा ने निर्देशित किया है और २००८ के मुंबई हमले पर आधारित है। फ़िल्म कलाकार संजीव जायसवाल ने अपनी प्रथम फ़िल्म में कला निर्देशक उदय सिंह के साथ अजमल क़साब का अभिनय किया है। फ़िल्म में नाना पाटेकर केन्द्रिय भूमिका में हैं। इसका 7 मिनट का प्रोमो 23 नवम्बर 2012 को जारी किया गया। विश्वस्तर पर फ़िल्म 1 मार्च 2013 को जारी की गई। फ़िल्म का प्रहम दृश्य 17 जनवरी 2013 को जारी किया गया। केन्द्रिय फ़िल्म प्रमाणन बोर्ड ने फ़िल्म को 'केवल वयस्क' प्रमाण पत्र के साथ पारित किया। .

नई!!: २००८ के मुंबई हमले और दि अटैक्स ऑफ 26/11 · और देखें »

नवंबर 2015 पैरिस हमले

13 नवंबर 2015 की शाम को फ्रांस की राजधानी पेरिस और उसके उत्तरीय उपनगरीय इलाके सेंट डेनिस में आतंकी हमलों की एक श्रृंखला को अंजाम दिया गया जिसमें बड़े पैमाने पर गोलीबारी, आत्मघाती बम विस्फोट, और लोगों को बंधक बनाया गया। हमलों की शुरुआत 21:20 सीईटी (सेंट्रल यूरोपियन टाइम) में स्टेड डी फ्रांस के बाहर तीन आत्मघाती हमलों, बड़े पैमाने पर शूटिंग और मध्य पेरिस के पास चार स्थानों पर एक और आत्मघाती बम विस्फोट के साथ हुई। सबसे घातक हमला 14 नवंबर को 00:58 सीईट पर बाटाक्लेन थिएटर में हुआ जहाँ हमलावरों ने पुलिस के साथ उलझने से पहले लोगों को बंधक बनाया। हमलों में 129 लोग, मारे गए जिनमे से 89 की मृत्यु जिनमें से बाटाक्लेन थिएटर में ही हुई। 352 लोगों में से 80 गंभीर रूप से घायल होने के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया। पीड़ितों के अलावा, सात हमलावरों की भी मृत्यु हो गई, और अधिकारियों ने बड़े पैमाने पर अभी भी अन्य साथियों की खोज करने के लिए जारी रखा है। द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद फ्रांस पर यह सबसे घातक हमला था। फ्रांस में जनवरी 2015 के हमलों के बाद से हाई अलर्ट घोषित किया गया था उस हमले में नागरिकों और पुलिस अधिकारियों सहित 17 लोग मारे गए थे। जवाब में, 2005 के दंगों के बाद पहली बार आपातकाल घोषित किया गया और अस्थायी नियंत्रण देश की सीमाओं पर रखा गया है। लोगों और संगठनों ने अपनी एकजुटता को सोशल मीडिया के माध्यम से व्यक्त किया। 15 नवंबर को, फ्रांस के हमलों के प्रतिशोध में, अल-रक्का में आई एस आई एल के ठिकानों को लक्ष्य बनाकर आपरेशन चामल (Chammal), चलाया गया जो अभी तक का सबसे बड़ा हवाई हमला है। 18 नवंबर को, हमलों के मास्टरमाइंड संदिग्ध, बेल्जियम के अब्देल हामिद, को फ्रांसीसी पुलिस ने एक छापे में मार गिराया। .

नई!!: २००८ के मुंबई हमले और नवंबर 2015 पैरिस हमले · और देखें »

भारत का प्रधानमन्त्री

भारत गणराज्य के प्रधानमन्त्री (सामान्य वर्तनी:प्रधानमंत्री) का पद भारतीय संघ के शासन प्रमुख का पद है। भारतीय संविधान के अनुसार, प्रधानमन्त्री केंद्र सरकार के मंत्रिपरिषद् का प्रमुख और राष्ट्रपति का मुख्य सलाहकार होता है। वह भारत सरकार के कार्यपालिका का प्रमुख होता है और सरकार के कार्यों के प्रति संसद को जवाबदेह होता है। भारत की संसदीय राजनैतिक प्रणाली में राष्ट्रप्रमुख और शासनप्रमुख के पद को पूर्णतः विभक्त रखा गया है। सैद्धांतिकरूप में संविधान भारत के राष्ट्रपति को देश का राष्ट्रप्रमुख घोषित करता है और सैद्धांतिकरूप में, शासनतंत्र की सारी शक्तियों को राष्ट्रपति पर निहित करता है। तथा संविधान यह भी निर्दिष्ट करता है कि राष्ट्रपति इन अधिकारों का प्रयोग अपने अधीनस्थ अधकारियों की सलाह पर करेगा। संविधान द्वारा राष्ट्रपति के सारे कार्यकारी अधिकारों को प्रयोग करने की शक्ति, लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित, प्रधानमन्त्री को दी गयी है। संविधान अपने भाग ५ के विभिन्न अनुच्छेदों में प्रधानमन्त्रीपद के संवैधानिक अधिकारों और कर्तव्यों को निर्धारित करता है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद ७४ में स्पष्ट रूप से मंत्रिपरिषद की अध्यक्षता तथा संचालन हेतु प्रधानमन्त्री की उपस्थिति को आवश्यक माना गया है। उसकी मृत्यु या पदत्याग की दशा मे समस्त परिषद को पद छोडना पडता है। वह स्वेच्छा से ही मंत्रीपरिषद का गठन करता है। राष्ट्रपति मंत्रिगण की नियुक्ति उसकी सलाह से ही करते हैं। मंत्री गण के विभाग का निर्धारण भी वही करता है। कैबिनेट के कार्य का निर्धारण भी वही करता है। देश के प्रशासन को निर्देश भी वही देता है तथा सभी नीतिगत निर्णय भी वही लेता है। राष्ट्रपति तथा मंत्रीपरिषद के मध्य संपर्कसूत्र भी वही हैं। मंत्रिपरिषद का प्रधान प्रवक्ता भी वही है। वह सत्तापक्ष के नाम से लड़ी जाने वाली संसदीय बहसों का नेतृत्व करता है। संसद मे मंत्रिपरिषद के पक्ष मे लड़ी जा रही किसी भी बहस मे वह भाग ले सकता है। मन्त्रीगण के मध्य समन्वय भी वही करता है। वह किसी भी मंत्रालय से कोई भी सूचना आवश्यकतानुसार मंगवा सकता है। प्रधानमन्त्री, लोकसभा में बहुमत-धारी दल का नेता होता है, और उसकी नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति द्वारा लोकसभा में बहुमत सिद्ध करने पर होती है। इस पद पर किसी प्रकार की समय-सीमा निर्धारित नहीं की गई है परंतु एक व्यक्ति इस पद पर केवल तब तक रह सकता है जबतक लोकसभा में बहुमत उसके पक्ष में हो। संविधान, विशेष रूप से, प्रधानमन्त्री को केंद्रीय मंत्रिमण्डल पर पूर्ण नियंत्रण प्रदान करता है। इस पद के पदाधिकारी को सरकारी तंत्र पर दी गयी अत्यधिक नियंत्रणात्मक शक्ति, प्रधानमन्त्री को भारतीय गणराज्य का सबसे शक्तिशाली और प्रभावशाली व्यक्ति बनाती है। विश्व की सातवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, दूसरी सबसे बड़ी जनसंख्या, सबसे बड़े लोकतंत्र और विश्व की तीसरी सबसे बड़ी सैन्य बलों समेत एक परमाणु-शस्त्र राज्य के नेता होने के कारण भारतीय प्रधानमन्त्री को विश्व के सबसे शक्तिशाली और प्रभावशाली व्यक्तियों में गिना जाता है। वर्ष २०१० में फ़ोर्ब्स पत्रिका ने अपनी, विश्व के सबसे शक्तिशाली लोगों की, सूची में तत्कालीन प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह को १८वीं स्थान पर रखा था तथा २०१२ और २०१३ में उन्हें क्रमशः १९वें और २८वें स्थान पर रखा था। उनके उत्तराधिकारी, नरेंद्र मोदी को वर्ष २०१४ में १५वें स्थान पर तथा वर्ष २०१५ में विश्व का ९वाँ सबसे शक्तिशाली व्यक्ति नामित किया था। इस पद की स्थापना, वर्त्तमान कर्तव्यों और शक्तियों के साथ, २६ जनवरी १९४७ में, संविधान के परवर्तन के साथ हुई थी। उस समय से वर्त्तमान समय तक, इस पद पर कुल १५ पदाधिकारियों ने अपनी सेवा दी है। इस पद पर नियुक्त होने वाले पहले पदाधिकारी जवाहरलाल नेहरू थे जबकि भारत के वर्तमान प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी हैं, जिन्हें 26 मई 2014 को इस पद पर नियुक्त किया गया था। .

नई!!: २००८ के मुंबई हमले और भारत का प्रधानमन्त्री · और देखें »

भारत के प्रधान मंत्रियों की सूची

भारत के प्रधानमंत्री भारत गणराज्य की सरकार के मुखिया हैं। भारत के प्रधानमंत्री, का पद, भारत के शासनप्रमुख (शासनाध्यक्ष) का पद है। संविधान के अनुसार, वह भारत सरकार के मुखिया, भारत के राष्ट्रपति, का मुख्य सलाहकार, मंत्रिपरिषद का मुखिया, तथा लोकसभा में बहुमत वाले दल का नेता होता है। वह भारत सरकार के कार्यपालिका का नेतृत्व करता है। भारत की राजनैतिक प्रणाली में, प्रधानमंत्री, मंत्रिमंडल में का वरिष्ठ सदस्य होता है। .

नई!!: २००८ के मुंबई हमले और भारत के प्रधान मंत्रियों की सूची · और देखें »

राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण

राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (National Investigation Agency, एनआईए) भारत में आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए भारत सरकार द्वारा स्थापित एक संघीय जाँच एजेंसी है। यह केन्द्रीय आतंकवाद विरोधी कानून प्रवर्तन एजेंसी के रूप में कार्य करती है। एजेंसी राज्यों से विशेष अनुमति के बिना राज्यों में आतंक संबंधी अपराधों से निपटने के लिए सशक्त है। एजेंसी 31 दिसम्बर 2008 को भारत की संसद द्वारा पारित अधिनियम राष्ट्रीय जाँच एजेंसी विधेयक 2008 के लागू होने के साथ अस्तित्व में आई थी। राष्ट्रीय जाँच एजेंसी को 2008 के मुंबई हमले के पश्चात स्थापित किया गया, क्योंकि इस घटना के पश्चात आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए एक केंद्रीय एजेंसी की जरूरत महसूस की गई। इसके संस्थापक महानिदेशक राधा विनोद राजू थे जिनका कार्यकाल 31 जनवरी 2010 को समाप्त हुआ। इन के पश्चात यह कार्यभार शरद चंद्र सिन्हा ने संभाला। आतंकी हमलों की घटनाओं, आतंकवाद को धन उपलब्ध कराने एवं अन्य आतंक संबंधित अपराधों का अन्वेषण के लिए एनआईए का गठन किया गया जबकि सीबीआई आतंकवाद को छोड़ भ्रष्टाचार, आर्थिक अपराधों एवं गंभीर तथा संगठित अपराधों का अन्वेषण करती है। .

नई!!: २००८ के मुंबई हमले और राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण · और देखें »

संदीप उन्नीकृष्णन

संदीप उन्नीकृष्णन (സന്ദീപ് ഉണ്ണിക്കൃഷ്ണന്‍, ಸಂದೀಪ್ ಉನ್ನೀಕೃಷ್ಣನ್, संदीप उन्नीकृष्णन) (15 मार्च 1977 -28 नवम्बर 2008) भारतीय सेना में एक मेजर थे, जिन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड्स (एनएसजी) के कुलीन विशेष कार्य समूह में काम किया। वे नवम्बर 2008 में मुंबई के हमलों में आतंकवादियों से लड़ते हुए शहीद हुए। उनकी बहादुरी के लिए उन्हें 26 जनवरी 2009 को भारत के सर्वोच्च शांति समय बहादुरी पुरस्कार, अशोक चक्र से सम्मानित किया गया। "उपर मत आना, मैं उन्हें संभाल लूंगा", ये संभवतया ऑपरेशन ब्लैक टोरनेडो के दौरान उनके द्वारा आदमियों को कहे गए अंतिम शब्द थे। ऐसा कहते ही वे मुंबई के ताज होटल के अन्दर सशस्त्र आतंकवादियों की गोलियों का शिकार हो गए। बाद में, एनएसजी के सूत्रों ने स्पष्ट किया कि जब ऑपरेशन के दौरान एक कमांडो घायल हो गया, मेजर उन्नीकृष्णन ने उसे बाहर निकालने की व्यवस्था की और खुद ही आतंकवादियों से निपटना शुरू कर दिया.

नई!!: २००८ के मुंबई हमले और संदीप उन्नीकृष्णन · और देखें »

हाफिज़ मुहम्मद सईद

हाफिज मुहम्मद सईद (जन्म: 10 मार्च 1950) आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का संस्थापक और वर्तमान में जमात-उद-दावा से सम्बंधित है। यह भारत की सर्वाधिक वांछित अपराधियों की सूची में शामिल है। मुंबई के 26/11 हमले में उसका हाथ होने की बात सामने आई थी जिसमें छह अमेरिकी नागरिक समेत 166 लोग मारे गए थे। उस हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान से उसे सौंपने को कहा था। अमेरिकी सरकार की ‘रिवाडर्स फॉर जस्टिस’ कार्यक्रम की वेबसाइट पर बताया गया कि हाफिज़ सईद प्रतिबंधित संगठन जमात-उद-दावा का प्रमुख और चरमपंथी गुट लश्कर-ए-तैयबा का संस्थापक है। अमेरिका द्वारा जारी, दुनिया में 'आंतकवाद के लिए जिम्मेदार' लोगों की सूची में हाफिज सईद का भी नाम है। 2012 से इसके ऊपर अमेरिका ने एक हजार करोड़ डॉलर का इनाम घोषित कर रखा है। - दैनिक जागरण - 31 अगस्त 2015 .

नई!!: २००८ के मुंबई हमले और हाफिज़ मुहम्मद सईद · और देखें »

हेमंत करकरे

हेमंत करकरे (जन्म १९५४-२६ नवम्बर २००८) मुंबई के आतंक विरोधी दस्ते के प्रमुख थे। वे २६ नवम्बर २००८ को मुंबई में हुए श्रेणीबद्ध धमाकों और गोलीबारी का बहादुरी से सामना करते हुए शहीद हुए। हेमंत करकरे १९८२ बैच के आईपीएस अधिकारी थे। नागपुर के विश्वेश्वर रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज से इंजीनियरिंग की डिग्री लेने वाले करकरे ने डॉ॰ केपी रघुवंशी से मुंबई एटीएस के प्रमुख का पदभार ग्रहण किया था। करकरे ने चंद्रपुर के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में भी काम किया था। नॉरकोटिक्स विभाग में तैनाती के दौरान उन्होंने पहली बार विदेशी ड्रग्स माफिया को गिरगांव चौपाटी के पास मार गिराने का कारनामा कर दिखाया था। वे रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के लिए ऑस्ट्रिया में सात साल तक अपनी सेवाएँ देने के बाद इसी साल महाराष्ट्र कैडर में वापस लौटे थे। इसके तत्काल बाद ही जनवरी में उन्हें एटीएस प्रमुख बनाया गया था। वे इन दिनों २९ सितंबर ०८ को मालेगांव में हुए बम विस्फोट की गुत्थी सुलझाने में जुटे हुए थे। मुंबई पुलिस ने हेमंत करकरे के रूप में एक जांबाज और दिलेर अधिकारी खो दिया है। स्वभाव से बेहद शांत और संयमी करकरे पुलिस महकमे में अपनी ईमानदारी और निष्ठा के लिए जाने जाते थे। .

नई!!: २००८ के मुंबई हमले और हेमंत करकरे · और देखें »

होटल मुंबई

होटल मुंबई एक अमेरिकी-ऑस्ट्रेलियाई रोमांचकारी फ़िल्म है। जिसका निर्देशन एन्थोनी मैरास ने किया है। इस फिल्म की कहानी जॉन कोली और मारस ने लिखी है। यह फ़िल्म 2009 में बने वृत्तचित्र सर्विंग मुम्बई जोकि भारत में ताजमहल पैलेस एंड टॉवर, २००८ के मुंबई हमले पर आधारित है। इसके मुख्य किरदारों में देव पटेल, आर्मी हैमर, नजिनिन बोनीदी, अनुपम खेर, टिल्ड कोबाम-हैर्व्यू, जेसन इसाक, सुहैल नैय्येर और नताशा लियू बोर्डिसो ने अभिनव किया है। .

नई!!: २००८ के मुंबई हमले और होटल मुंबई · और देखें »

विजय सालस्कर

विजय सालस्कर मुंबई पुलिस में सेवारत एक वरिष्ठ पुलिस इंस्पेक्टर और एनकाउंटर स्पेशलिस्ट थे। इन्हें अलग अलग मुठभेड़ों में 75-80 अपराधियों को मार गिराने का श्रेय दिया जाता है - जिसमें से अधिकांश अरुण गवली गिरोह के सदस्य थे। सालस्कर नवंबर 2008 के मुंबई हमलों में आतंकवादियों से लड़ते हुए शहीद हुए।;विजय सालस्कर .

नई!!: २००८ के मुंबई हमले और विजय सालस्कर · और देखें »

ओमेर्टा

ओमेर्टा हंसल मेहता द्वारा निर्देशित एक 2018 भारतीय हिंदी अपराध नाटक फिल्म है। पाकिस्तानी मूल के ब्रिटिश आतंकवादी अहमद उमर सईद शेख़ की भूमिका में राजकुमार राव हैं। फिल्म ने भारत में पश्चिमी देशों के नागरिकों की 1994 के अपहरण की पड़ताल की, जिसके लिए उमर को गिरफ्तार कर लिया गया और 2002 में वाल स्ट्रीट जर्नल पत्रकार डेनियल पर्ल की हत्या की साजिश रची गई। इसे 2017 में टोरंटो अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म समारोह में विशेष प्रस्तुति अनुभाग में दिखाया गया था, मुंबई फिल्म महोत्सव, फ्लोरेंस फिल्म महोत्सव, हांगकांग अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव और बुसान अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह। ओमर्टा 2018 न्यूयॉर्क इंडियन फिल्म फेस्टिवल में समापन रात की फिल्म थी। पहला ट्रेलर 14 मार्च 2018 को जारी किया गया था जबकि दूसरा ट्रेलर 23 अप्रैल 2018 को जारी किया गया था। ओमर्टा को 4 मई, 2018 को रिलीज हुई। .

नई!!: २००८ के मुंबई हमले और ओमेर्टा · और देखें »

अजमल क़साब

अजमल क़साब (पाकिस्तानी आतंकवादी) अजमल क़साब (पूरा नाम: मुहम्मद अजमल आमिर क़साब, उर्दू: محمد اجمل امیر قصاب‎, जन्म: १३ जुलाई १९८७ ग्राम: फरीदकोट, पाकिस्तान - फांसी: २१ नवम्बर २०१२ यरवदा जेल, पुणे) २६/११/२००८ को ताज़ होटल मुंबई पर वीभत्स हमला करने वाला एक पाकिस्तानी आतंकवादी था। मुहम्मद आमिर क़साब उसके बाप का नाम था। वह कसाई जाति का मुसलमान था। "क़साब" (قصاب‎) शब्द अरबी भाषा का है जिसका हिन्दी में अर्थ कसाई या पशुओं की हत्या करने वाला होता है। साधारणतया लोगबाग उसे अजमल क़साब के नाम से ही जानते थे। क़साब पाकिस्तान में पंजाब प्रान्त के ओकरा जिला स्थित फरीदकोट गाँव का मूल निवासी था और पिछले कुछ साल से आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त था। हमलों के बाद चलाये गये सेना के एक अभियान के दौरान यही एक मात्र ऐसा आतंकी था जो जिन्दा पुलिस के हत्थे चढ़ गया। इस अभियान में इसके सभी नौ अन्य साथी मारे गये थे। इसने और इसके साथियों ने इन हमलों में कुल १६६ निहत्थे लोगों की बर्बरतापूर्ण हत्या कर दी थी। पाकिस्तान सरकार ने पहले तो इस बात से इनकार किया कि क़साब पाकिस्तानी नागरिक है किन्तु जब भारत सरकार द्वारा सबूत पेश किये गये तो जनवरी २००९ में उसने स्वीकार कर लिया कि हाँ वह पाकिस्तान का ही मूल निवासी है। ३ मई २०१० को भारतीय न्यायालय ने उसे सामूहिक ह्त्याओं, भारत के विरुद्ध युद्ध करने तथा विस्फोटक सामग्री रखने जैसे अनेक आरोपों का दोषी ठहराया। ६ मई २०१० को उसी न्यायालय ने साक्ष्यों के आधार पर मृत्यु दण्ड की सजा सुनायी। २६-११-२००८ को मुम्बई में ताज़ होटल पर हुए हमले में ९ आतंकवादियों के साथ कुल १६६ निरपराध लोगों की हत्या में उसके विरुद्ध एक मामले में ४ और दूसरे मामले में ५ हत्याओं का दोषी होना सिद्ध हुआ था। इसके अतिरिक्त नार्को टेस्ट में उसने ८० मामलों में अपनी संलिप्तता भी स्वीकार की थी। २१ फ़रवरी २०११ को मुम्बई उच्च न्यायालय ने उसकी फाँसी की सजा पर मोहर लगा दी। २९ अगस्त २०१२ को भारत के उच्चतम न्यायालय ने भी उसके मृत्यु दण्ड की पुष्टि कर दी। बाद में गृह मंत्रालय, भारत सरकार के माध्यम से उसकी दया याचिका राष्ट्रपति के पास भिजवायी गयी। राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी द्वारा उसे अस्वीकार करने के बाद पुणे की यरवदा केन्द्रीय कारागार में २१ नवम्बर २०१२ को प्रात: ७ बजकर ३० मिनट पर उसे फाँसी दे दी गयी। .

नई!!: २००८ के मुंबई हमले और अजमल क़साब · और देखें »

१८१८ (फिल्म)

1818 रिथुन सागर द्वारा निर्देशित एक आगामी भारतीय तमिल रोमांचकारी फ़िल्म है जो २००८ के मुंबई हमले की घटनाओं से प्रेरित है। फिल्म में तृषा कृष्णन मुख्य भूमिका में वहीँ ब्रह्मानन्दम और राजेंद्र प्रसाद (अभिनेता) सहायक भूमिकाओं में हैं। फ़िल्म का प्रोडक्शन मई 2015 में ही शुरू किया था, हालांकि 2017 में तृषा के फ़िल्म में शामिल होने पर, पटकथा पर दोबारा काम किया जा रहा है। .

नई!!: २००८ के मुंबई हमले और १८१८ (फिल्म) · और देखें »

२०१७ अमरनाथ यात्रा आक्रमण

उत्तर भारत के जम्मू एवं कश्मीर राज्य में स्थित हिन्दू तीर्थ गुफ़ा अमरनाथ की श्रावण यात्रा को जा रहे श्रद्धालुओं के जत्थे पर १० जुलाई २०१७ को आतंकवादियों ने आक्रमण (हमला) किया था। इस्लामी आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के द्वारा किये गये इस आतंकी आक्रमण (हमले) में ७ श्रद्धालुओं की मृत्यु हुई थी। भारत का आरोप है कि, इस आक्रमण में लश्कर ए तैयबा का आतंकी इस्माइल मुख्य आरोपी है। परन्तु पाकिस्तान में स्थित इस्लामिक आतंकवादी संगठन लश्कर ए तैयबा ने इस आक्रमण का दायित्व स्वीकार नहीं किया। १० जुलाई २०१७ दिनांक और तदनुसार श्रावण मास के प्रथम सोमवार को अनन्तनाग ज़िले में ये आक्रमण किया गया था। अमरनाथ भारत, नेपाल और दुनियाभर में निवास करने वालें हिन्दू धर्म के लोगों का प्रमुख यात्रा स्थल है। भारत में श्रावण मास के दिन और विशेषतः श्रावण के सोमवार के दिन हिन्दू धर्म में भगवान शिव जी के दर्शन करने का विशेष महत्त्व होता है। २०१७ में सोमवार के दिन ही श्रावण मास की शुरूआत हुई थी और प्रथम दिन ही यात्रियों पर ये आक्रमण किया गया था। .

नई!!: २००८ के मुंबई हमले और २०१७ अमरनाथ यात्रा आक्रमण · और देखें »

२६ नवम्बर

२६ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३३०वाँ (लीप वर्ष मे ३३१वाँ) दिन है। वर्ष मे अभी और ३५ दिन बाकी है। .

नई!!: २००८ के मुंबई हमले और २६ नवम्बर · और देखें »

यहां पुनर्निर्देश करता है:

2008 के मुंबई हमले, 26 नवंबर 2008 मुंबई में श्रेणीबद्ध गोलीबारी, मुम्बई 26/11 हमले, मुंबई में श्रेणीबद्ध गोलीबारी, मुंबई आतंकवादी हमला २६ नवंबर २००८, २००८ मुंबई हमला, २६ नवंबर २००८ मुंबई में श्रेणीबद्ध गोलीबारी

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »