लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
मुक्त
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

१९८९

सूची १९८९

१९८९ ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

244 संबंधों: चाँदनी (1989 फ़िल्म), चालबाज़ (1989 फ़िल्म), चाइल्ड्स प्ले (१९८८ फ़िल्म), चिन्तानदी, टॉम हैंक्स, एक दिन अचानक (1989 फ़िल्म), ऐशेज़ प्रसाद मित्रा, झारखण्ड के मुख्यमन्त्रियों की सूची, डैडी (1989 फ़िल्म), डेट्रॉयट पिस्टन्स, डॉ. जॉर्ज ग्रियर्सन पुरस्कार, तत्खवा पुन्सी–लैपुल, ताकतवर (1989 फ़िल्म), तुझे नहीं छोड़ूँगा (1989 फ़िल्म), त्रिदेव (फ़िल्म), तौहीन (1989 फ़िल्म), तेरे बिना क्या जीना (1989 फ़िल्म), तेज़ाब (फ़िल्म), द शैडो लाइन्स, द सिम्पसन्स, दाँव पेंच (1989 फ़िल्म), दाता (१९८९ फ़िल्म), दाना पानी (1989 फ़िल्म), दिल लगा के देखो (1989 फ़िल्म), देश के दुश्मन (1989 फ़िल्म), देशवासी (1989 फ़िल्म), दो कैदी (1989 फ़िल्म), दोस्त गरीबों का (1989 फ़िल्म), नफ़रत की आँधी (1989 फ़िल्म), नरिंदर सिंह रणधावा, नाइंसाफ़ी (1989 फ़िल्म), निर्मल वर्मा, निष़लान, निगाहें (1989 फ़िल्म), नई आरपारि, नेशनल बुक अवॉर्ड (संयुक्त राज्य), नोकिया के उत्पादों की सूची, नील नितिन मुकेश, पद्म भूषण, परिन्दा, पाप का अंत, पाब्लो एस्कोबार, पिकनिक (1989 फ़िल्म), पंकज कपूर, प्रतिभा देवीसिंह पाटिल, प्रतीक भारद्वाज, प्राकृतिक आपदा, प्रकाश नारायण टंडन, प्रेम प्रतिज्ञा (फ़िल्म), पेप्सी, ..., पॉल न्युमैन, फर्ज़ की जंग (1989 फ़िल्म), फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संगीतकार पुरस्कार, फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ गीतकार पुरस्कार, फ़ॉर्मूला वन, बटवारा (1989 फ़िल्म), बड़े घर की बेटी (१९८९ फ़िल्म), बर्लिन, बर्लिन की दीवार, बाहि जा वारिस, बाज़गोयी, बिल्लू बादशाह (1989 फ़िल्म), बिहार के मुख्यमंत्रियों की सूची, बिहार के राज्यपालों की सूची, बुन्देलखण्ड अभियांत्रिकी एवं प्रोद्योगिकी संस्थान, ब्लड डायमण्ड, बीसवीं शताब्दी, भारत निर्वाचन आयोग, भारत इम्युनोलॉजिकल्स एंड बायोलॉजिकल्स कार्पोरेशन लिमिटेड, बुलन्दशहर, भारत के प्रधान मंत्रियों की सूची, भारत के राजनीतिक दलों की सूची, भारत के अभयारण्य, भारत के उप प्रधानमंत्री, भारत-संयुक्त राज्य सम्बन्ध, भ्रष्टाचार (1989 फ़िल्म), भूकम्प, मणिप्रवाळमु, ममता की छाँव में (1989 फ़िल्म), महादेव (1989 फ़िल्म), महाराजाधिराज कामेश्वर सिंह कल्याणी फाउंडेशन, मानव जमीन, मास्को, माइकल डगलस, मिट्टी और सोना (1989 फ़िल्म), मिनेसोटा टिम्बरवॉल्वस, मिल गयी मंज़िल मुझे (1989 फ़िल्म), मिलान कुंदेरा, मज़बूर (1989 फ़िल्म), मंसूर ख़ान, मुरारी शर्मा, मुज़रिम (फ़िल्म), मुकुट बिहारी माथुर, मैरी पियर्स, मैं तेरा दुश्मन (1989 फ़िल्म), मैं आज़ाद हूँ (1989 फ़िल्म), मैंने प्यार किया, मूर्तिदेवी पुरस्कार, मेरी ज़बान (1989 फ़िल्म), मोहब्बत का पैगाम (1989 फ़िल्म), योशो सकुरांची, रसेल पीटर्स, राम लखन (फ़िल्म), राम जन्मभूमि, राज कुमार, राजीव गांधी, राख (1989 फ़िल्म), रिचर्ड क्राजिचेक, रखवाला (1989 फ़िल्म), रुहोल्ला खोमैनी, रोनाल्ड विलसन रीगन, लड़ाई (1989 फ़िल्म), लश्कर (1989 फ़िल्म), लव लव लव (1989 फ़िल्म), लक्ष्मण सिंह (स्काउटिंग), लॉर्ड फेनर ब्रोकवे, लॉस एंजेल्स लेकर्स, शमशेर बहादुर सिंह, शहज़ादे (1989 फ़िल्म), शाहरुख़ ख़ान, शिबू सोरेन, शिव-हरि, शिवा (1990 फ़िल्म), शिवकुमार शर्मा, शैलेश मटियानी, शीन ते वतपोद, शीला दीक्षित, सचिन तेंदुलकर, सच्चाई की ताकत (1989 फ़िल्म), सच्चे का बोलबाला (1989 फ़िल्म), सत्यपाल मलिक, सन्यासी विद्रोह, साँची का स्तूप, संतोष (1989 फ़िल्म), संप्रति, सुरेश शंकर नाडकर्णी, सौतन की बेटी, सूर्या (1989 फ़िल्म), सोध समुंदरें दी, सोनू वालिया, सोंशयाचे कान, हथियार (1989 फ़िल्म), हम भी इंसान हैं (1989 फ़िल्म), हरवलेले दिवस, हल्क होगन, हंसमुख धीरजलाल सांकलिया, हेपेटाइटिस सी, जमारो, ज़ख्म (1989 फ़िल्म), ज़ुर्रत (1989 फ़िल्म), जादूगर (1989 फ़िल्म), जायदाद (1989 फ़िल्म), जंगबाज़ (1989 फ़िल्म), जैसी करनी वैसी भरनी (1989 फ़िल्म), जूनिअस रिचर्ड जयवर्धने, जॉर्ज हर्बर्ट वॉकर बुश, जॉर्ज वॉकर बुश, जोशीले (1989 फ़िल्म), जीवाणु, ईचीरो मिज़ूकी, ईश्वर (1989 फ़िल्म), घराना (१९८९ फ़िल्म), वन्दे मातरम्, विद्याधर सूरजप्रसाद नैपाल, विश्व मुक्केबाजी प्रतियोगिता, विश्वनाथ प्रताप सिंह, वॉयेजर द्वितीय, वॉरेन बफे, खून भरी माँग, खोज (1989 फ़िल्म), गणशत्रु (१९८९ फ़िल्म), गरीबों का दाता (1989 फ़िल्म), गलियों का बादशाह (१९८९ फ़िल्म), गिरिलाल जैन, गिरिजा देवी, गुलाम मुस्तफ़ा जतोई, गुजरात के मुख्यमंत्रियों की सूची, ग्रैंड स्लैम टेनिस विजेताओं की सूची, ग्रेट एक्स्पेक्टैशन, गैर कानूनी (1989 फ़िल्म), गैलिलेयो (अंतरिक्ष यान), गोविन्द बल्लभ पन्त अभियान्त्रिकी महाविद्यालय, ओड़िशा का इतिहास, ओडिआ चलचित्र सूची, ओरलैंडो मैजिक, आत्मजयी, आसमान से ऊँचा (1989 फ़िल्म), आखिरी बाज़ी (1989 फ़िल्म), आखिरी गुलाम (१९८९ फ़िल्म), आग से खेलेंगे (1989 फ़िल्म), आग़ा (हास्य अभिनेता), आंगळियात, इलाका (फ़िल्म), कटिंगरी कृष्ण हेब्बर, कन्नड़ फिल्मों की सूची, कमला की मौत (1989 फ़िल्म), कर्ण–कुंती, कसम वर्दी की (1989 फ़िल्म), कहकशाँ, कानून का हर्ज़ (1989 फ़िल्म), कानून की आवाज़ (1989 फ़िल्म), कानून अपना अपना, काला बाज़ार (1989 फ़िल्म), कुम्भ मेला, कुर्अतुल ऐन हैदर, क्लर्क (1989 फ़िल्म), कैल्कटा इलेक्ट्रिक सप्लाई कार्पोरेशन, अनिल कपूर, अनजाने रिश्ते (1989 फ़िल्म), अन्तरजाल का इतिहास, अन्ना राजम मल्होत्रा, अफ़ज़ल अहसन रंधावा, अभिमन्यु (1989 फ़िल्म), अमेरिकी ओपन टेनिस के पुरुष एकल विजेताओं की सूची, अलेक्सान्द्र अब्रामोविच कबकोव, अली ख़ामेनेई, असम के राज्यपालों की सूची, असमिया जातीय जीवंत महापुरुषीय परंपरा, अजीत कौर, अकाल में सारस, उत्तर महाराष्ट्र विश्वविद्यालय, उस्ताद (1989 फ़िल्म), ११ जून, १३ दिसम्बर, १३ नवम्बर, १४ जनवरी, १९ जनवरी, २ दिसम्बर, २ जनवरी, २० नवंबर, २० जुलाई, २२ नवम्बर, २४ फ़रवरी, २४ जुलाई, २६ सितम्बर, २८ मार्च, २८ जनवरी, ३ दिसम्बर, ३ जुलाई, ५०० होम रन दल, ७ मार्च, ७ जून, ८ सितम्बर, ९ जनवरी, ९ अप्रैल सूचकांक विस्तार (194 अधिक) »

चाँदनी (1989 फ़िल्म)

चाँदनी 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और चाँदनी (1989 फ़िल्म) · और देखें »

चालबाज़ (1989 फ़िल्म)

चालबाज़ 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और चालबाज़ (1989 फ़िल्म) · और देखें »

चाइल्ड्स प्ले (१९८८ फ़िल्म)

चाइल्ड्स प्ले (अंग्रेज़ी: Child's Play) १९८८ अमेरिकन हॉरर फिल्म। फिल्म को जारी किया गया ९ नवंबर, १९८८ उत्तरी अमेरिका में और उदारवादी सफलता के साथ मुलाकात की। इसके बाद से हॉरर शैली के प्रशंसकों के बीच एक पंथ निम्नलिखित विकसित की है। यह फिल्म चाइल्ड्स प्ले फिल्म श्रृंखला में पहला है। .

नई!!: १९८९ और चाइल्ड्स प्ले (१९८८ फ़िल्म) · और देखें »

चिन्तानदी

चिन्तानदी तमिल भाषा के विख्यात साहित्यकार ला. स. रामामृतम् द्वारा रचित एक संस्मरण है जिसके लिये उन्हें सन् 1989 में तमिल भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९८९ और चिन्तानदी · और देखें »

टॉम हैंक्स

थॉमस जेफ्री "टॉम " हैंक्स (जन्म 9 जुलाई 1956) एक अमेरिकी अभिनेता, निर्माता, लेखक और निर्देशक हैं। एक नाटकीय अभिनेता के रूप में कई उल्लेखनीय भूमिका में सफलता प्राप्त करने के पूर्व हैंक्स ने एंड्रयू बेकेट की फिलाडेल्फिया, फॉरेस्ट गंप (Forrest Gump) में शीर्षक पात्र की भूमिका, अपोलो 13 में कमांडर जेम्स ए लवेल, सेविंग प्राइवेट रायन में कप्तान जॉन एच.

नई!!: १९८९ और टॉम हैंक्स · और देखें »

एक दिन अचानक (1989 फ़िल्म)

एक दिन अचानक 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और एक दिन अचानक (1989 फ़िल्म) · और देखें »

ऐशेज़ प्रसाद मित्रा

ऐशेज़ प्रसाद मित्रा को सन १९८९ में भारत सरकार द्वारा विज्ञान एवं अभियांत्रिकी के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये दिल्ली से हैं। मित्रा, ऐशेज़ प्रसाद.

नई!!: १९८९ और ऐशेज़ प्रसाद मित्रा · और देखें »

झारखण्ड के मुख्यमन्त्रियों की सूची

झारखण्ड पूर्वी भारत का एक राज्य है जिसकी स्थापना 15 नवम्बर 2000 को हुई और इसके प्रथमा मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी बने। .

नई!!: १९८९ और झारखण्ड के मुख्यमन्त्रियों की सूची · और देखें »

डैडी (1989 फ़िल्म)

डैडी 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और डैडी (1989 फ़िल्म) · और देखें »

डेट्रॉयट पिस्टन्स

श्रेणी:नेशनल बास्केटबॉल असोसिएशन.

नई!!: १९८९ और डेट्रॉयट पिस्टन्स · और देखें »

डॉ. जॉर्ज ग्रियर्सन पुरस्कार

डॉ॰ जॉर्ज ग्रियर्सन पुरस्कार केन्द्री हिन्दी संस्थान द्वारा किसी जाने माने विदेशी को उसकी हिन्दी सेवाओं के लिए प्रदान किया जाता है। इसे १९९४ में प्रारंभ किया गया था। अभी तक इसे प्राप्त करनेवाले प्रमुख हिन्दी विद्वान इस प्रकार हैं- .

नई!!: १९८९ और डॉ. जॉर्ज ग्रियर्सन पुरस्कार · और देखें »

तत्खवा पुन्सी–लैपुल

तत्खवा पुन्सी–लैपुल मणिपुरी भाषा के विख्यात साहित्यकार नीलवीर शर्मा शास्त्री द्वारा रचित एक कहानी–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1989 में मणिपुरी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९८९ और तत्खवा पुन्सी–लैपुल · और देखें »

ताकतवर (1989 फ़िल्म)

ताकतवर 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और ताकतवर (1989 फ़िल्म) · और देखें »

तुझे नहीं छोड़ूँगा (1989 फ़िल्म)

तुझे नहीं छोड़ूँगा 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और तुझे नहीं छोड़ूँगा (1989 फ़िल्म) · और देखें »

त्रिदेव (फ़िल्म)

त्रिदेव 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। राजीव राय द्वारा निर्देशित इस फ़िल्म को गुलशन राय द्वारा निर्मित किया गया है। नसीरुद्दीन शाह, सनी देओल, जैकी श्रॉफ, माधुरी दीक्षित, संगीता बिजलानी और सोनम प्रमुख भूमिकाओं में हैं। फ़िल्म बहुत बड़ी हिट साबित हुई। .

नई!!: १९८९ और त्रिदेव (फ़िल्म) · और देखें »

तौहीन (1989 फ़िल्म)

तौहीन 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और तौहीन (1989 फ़िल्म) · और देखें »

तेरे बिना क्या जीना (1989 फ़िल्म)

तेरे बिना क्या जीना 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और तेरे बिना क्या जीना (1989 फ़िल्म) · और देखें »

तेज़ाब (फ़िल्म)

तेज़ाब 1988 में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। एक्शन रूमानी इस फिल्म में अनिल कपूर और माधुरी दीक्षित मुख्य भूमिका में है। फिल्म ने चार फिल्मफेयर पुरस्कार जीते थे। गीत "एक दो तीन" से माधुरी बहुत लोकप्रिय हुई। फिल्म 1988 की सबसे सफल हिन्दी फिल्म भी थी। .

नई!!: १९८९ और तेज़ाब (फ़िल्म) · और देखें »

द शैडो लाइन्स

द शैडो लाइन्स अंग्रेज़ी भाषा के विख्यात साहित्यकार अमिताव घोष द्वारा रचित एक उपन्यास है जिसके लिये उन्हें सन् 1989 में अंग्रेज़ी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९८९ और द शैडो लाइन्स · और देखें »

द सिम्पसन्स

सिम्प्सोन्स एक १९८९ संयुक्त राज्य अमेरिका एनिमेशन दूरदर्शन प्रहसन कार्टून बनाया गया था जो मैट Groening के लिए FOX तक हुआ था। श्रृंखला एक काम करने का एक व्यंग्य भड़ौआ श्रेणी अमेरिकी eponymous अपने परिवार, जो होमर, हाशिया, Bart, लीज़ा और Maggie शामिल द्वारा epitomized जीवन शैली है। दिखाने के स्प्रिंगफील्ड के काल्पनिक शहर में स्थापित है और भड़ौआ अमेरिकी संस्कृति, समाज, टीवी और मानव की स्थिति के अनेक पहलुओं। परिवार Groening द्वारा शीघ्र ही निर्माता जेम्स एल ब्रूक्स के साथ एनिमेटेड शॉर्ट्स की एक श्रृंखला के लिए पिच से पहले गर्भवती हुई थी। Groening एक बेकार परिवार बनाया है और अपने परिवार के सदस्यों के बाद वर्ण का नाम, अपने नाम के लिए Bart प्रतिस्थापन। शॉर्ट्स १९ अप्रैल १९८७ को एक ट्रेसी Ullman दिखाएँ का हिस्सा बन गया। तीन रन के मौसम के बाद, स्केच एक आधे घंटे में प्राइम टाइम शो में विकसित किया गया और फॉक्स के लिए एक प्रारंभिक मारा गया था, पहले फॉक्स श्रृंखला के लिए एक मौसम (1989-१९९०) में शीर्ष ३० रेटिंग में देश बन गया। १७ दिसम्बर १९८९ शो है ३५५ एपिसोड और बीस प्रसारण पर अपनी शुरुआत के बाद से पहली सत्र २७ सितम्बर २००९ पर प्रसारण शुरू हुआ। सिम्प्सोन्स मूवी की, एक विशेषता लंबाई फिल्म, दुनिया भर में थिएटर में जुलाई २६ और २७ जुलाई २००७ को जारी किया गया था और अमेरिका के ५२७ करोड़ डॉलर की कमाई की दुनिया भर में। सिम्प्सोन्स पुरस्कार के दर्जनों के बाद से यह २५ सहित एक श्रृंखला, Primetime एमी पुरस्कार, २६ एनी पुरस्कार और एक Peabody पुरस्कार के रूप में शुरू हुआ जीता है। टाइम पत्रिका में ३१ दिसम्बर १९९९ मुद्दे नाम पर यह २० वीं सदी के सर्वश्रेष्ठ टीवी श्रृंखला और १४ जनवरी २००० सिम्पसन परिवार हॉलीवुड पर एक स्टार से सम्मानित किया गया वॉक ऑफ फेम.

नई!!: १९८९ और द सिम्पसन्स · और देखें »

दाँव पेंच (1989 फ़िल्म)

दाव पेच 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और दाँव पेंच (1989 फ़िल्म) · और देखें »

दाता (१९८९ फ़िल्म)

दाता 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और दाता (१९८९ फ़िल्म) · और देखें »

दाना पानी (1989 फ़िल्म)

दाना पानी 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और दाना पानी (1989 फ़िल्म) · और देखें »

दिल लगा के देखो (1989 फ़िल्म)

दिल लगा के देखो 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और दिल लगा के देखो (1989 फ़िल्म) · और देखें »

देश के दुश्मन (1989 फ़िल्म)

देश के दुश्मन 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और देश के दुश्मन (1989 फ़िल्म) · और देखें »

देशवासी (1989 फ़िल्म)

देशवासी 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और देशवासी (1989 फ़िल्म) · और देखें »

दो कैदी (1989 फ़िल्म)

दो कैदी 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और दो कैदी (1989 फ़िल्म) · और देखें »

दोस्त गरीबों का (1989 फ़िल्म)

दोस्त गरीबों का 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और दोस्त गरीबों का (1989 फ़िल्म) · और देखें »

नफ़रत की आँधी (1989 फ़िल्म)

नफ़रत की आँधी 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और नफ़रत की आँधी (1989 फ़िल्म) · और देखें »

नरिंदर सिंह रणधावा

नरिंदर सिंह रणधावा को सन १९८९ में भारत सरकार द्वारा विज्ञान एवं अभियांत्रिकी के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये दिल्ली से हैं। श्रेणी:१९८९ पद्म भूषण.

नई!!: १९८९ और नरिंदर सिंह रणधावा · और देखें »

नाइंसाफ़ी (1989 फ़िल्म)

नाइंसाफी 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और नाइंसाफ़ी (1989 फ़िल्म) · और देखें »

निर्मल वर्मा

निर्मल वर्मा निर्मल वर्मा (३ अप्रैल १९२९- २५ अक्तूबर २००५) हिन्दी के आधुनिक कथाकारों में एक मूर्धन्य कथाकार और पत्रकार थे। शिमला में जन्मे निर्मल वर्मा को मूर्तिदेवी पुरस्कार (१९९५), साहित्य अकादमी पुरस्कार (१९८५) उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान पुरस्कार और ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। परिंदे (१९५८) से प्रसिद्धि पाने वाले निर्मल वर्मा की कहानियां अभिव्यक्ति और शिल्प की दृष्टि से बेजोड़ समझी जाती हैं। ब्रिटिश भारत सरकार के रक्षा विभाग में एक उच्च पदाधिकारी श्री नंद कुमार वर्मा के घर जन्म लेने वाले आठ भाई बहनों में से पांचवें निर्मल वर्मा की संवेदनात्मक बुनावट पर हिमांचल की पहाड़ी छायाएं दूर तक पहचानी जा सकती हैं। हिन्दी कहानी में आधुनिक-बोध लाने वाले कहानीकारों में निर्मल वर्मा का अग्रणी स्थान है। उन्होंने कम लिखा है परंतु जितना लिखा है उतने से ही वे बहुत ख्याति पाने में सफल हुए हैं। उन्होंने कहानी की प्रचलित कला में तो संशोधन किया ही, प्रत्यक्ष यथार्थ को भेदकर उसके भीतर पहुंचने का भी प्रयत्न किया है। हिन्दी के महान साहित्यकारों में से अज्ञेय और निर्मल वर्मा जैसे कुछ ही साहित्यकार ऐसे रहे हैं जिन्होंने अपने प्रत्यक्ष अनुभवों के आधार पर भारतीय और पश्चिम की संस्कृतियों के अंतर्द्वन्द्व पर गहनता एवं व्यापकता से विचार किया है।। सृजन शिल्पी। ७ अक्टूबर २००६ .

नई!!: १९८९ और निर्मल वर्मा · और देखें »

निष़लान

निष़लान मलयालम भाषा के विख्यात साहित्यकार ओळप्पमण्ण सुब्रह्मण्यन नंपूतिरिपाद द्वारा रचित एक कविता–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1989 में मलयालम भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९८९ और निष़लान · और देखें »

निगाहें (1989 फ़िल्म)

निगाहें 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और निगाहें (1989 फ़िल्म) · और देखें »

नई आरपारि

नई आरपारि ओड़िया भाषा के विख्यात साहित्यकार भानुजी राव द्वारा रचित एक कविता–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1989 में ओड़िया भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९८९ और नई आरपारि · और देखें »

नेशनल बुक अवॉर्ड (संयुक्त राज्य)

अमेरिका का राष्ट्रिय पुस्तक पुरस्कार .

नई!!: १९८९ और नेशनल बुक अवॉर्ड (संयुक्त राज्य) · और देखें »

नोकिया के उत्पादों की सूची

नोकिया का लोगो यहां नोकिया के उत्पादों की आंशिक सूची दी जा रही है। यह सूची नोकिया के आधुनिक फ़ोन व मोबाइल उत्पादों पर केंद्रित है। नोकिया अन्य विधूत उपकरण जैसे की टेलीविजन वगरह भी बनाता है। .

नई!!: १९८९ और नोकिया के उत्पादों की सूची · और देखें »

नील नितिन मुकेश

नील नितिन मुकेश (हिन्दी: नील नितिन मुकेश, उच्चारण: जन्म / 15 जनवरी 1982) जो अपने जन्म नाम नील चंद माथुर से भी जाने जाते हैं, एक भारतीय अभिनेता हैं जो बॉलीवुड फिल्मों में नजर आते हैं। वह गायक नितिन मुकेश के बेटे और जानेमाने गायक स्वर्गीय मुकेश के पोते है। मुकेश चंद माथुर उनके दादा और भारतीय सिनेमा के महान पार्श्व गायक है। मुकेश ने 1946 में आर.डी. माथुर के निवासस्थान पर, कांदिवली में एक मंदिर में सरल त्रिवेदी रायचंद उर्फ बच्चीबेन से शादी की। सरल एक करोड़पति गुजराती ब्राह्मण की बेटी थी। .

नई!!: १९८९ और नील नितिन मुकेश · और देखें »

पद्म भूषण

पद्म भूषण सम्मान भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला तीसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, जो देश के लिये बहुमूल्य योगदान के लिये दिया जाता है। भारत सरकार द्वारा दिए जाने वाले अन्य प्रतिष्ठित पुरस्कारों में भारत रत्न, पद्म विभूषण और पद्मश्री का नाम लिया जा सकता है। पद्म भूषण रिबन .

नई!!: १९८९ और पद्म भूषण · और देखें »

परिन्दा

परिन्दा 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। इसको निर्मित और निर्देशित विधु विनोद चोपड़ा ने किया है। फिल्म में मुख्य भूमिकाओं में नाना पाटेकर, जैकी श्रॉफ, अनिल कपूर और माधुरी दीक्षित हैं, जबकि सहायक भूमिकाओं में सुरेश ओबेरॉय और टॉम आल्टर है। रिलीज होने पर परिन्दा को आलोचकों की प्रशंसा प्राप्त हुई। इस फिल्म को कई लोगों द्वारा हिंदी सिनेमा में यथार्थवाद की शुरुआत में एक महत्वपूर्ण मोड़ माना जाता है। परिन्दा ने दो राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और पांच फिल्मफेयर पुरस्कार भी जीते तथा 1990 में अकादमी पुरस्कार में विदेशी भाषा की सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिए उसे भारत की तरफ से आधिकरिक तौर पर भेजा गया था। .

नई!!: १९८९ और परिन्दा · और देखें »

पाप का अंत

पाप का अंत 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और पाप का अंत · और देखें »

पाब्लो एस्कोबार

पाब्लो एमिलियो एस्कोबार गैविरिया (1 दिसम्बर 1949 - 2 दिसम्बर 1993) एक कोलंबियाई ड्रग लॉर्ड था। कभी "दुनिया का सबसे बड़ा अपराधी" कहा जाने वाला पाब्लो एस्कोबार संभवतः कोकीन का अबतक का सबसे चालबाज सौदागर था।http://www.colombialink.com/01_INDEX/index_personajes/narcotrafico/escobar_gaviria_pablo_ing.html उसे विश्व इतिहास में सबसे अमीर और सबसे कामयाब अपराधी माना जाता है क्योंकि, वर्ष 1989 में, फ़ोर्ब्स पत्रिका ने एस्कोबार को दुनिया का सातवाँ सबसे अमीर व्यक्ति घोषित किया था, जिसकी अनुमानित व्यक्तिगत संपत्ति 25 बिलियन अमेरिकी डॉलर थी। उसके पास असंख्य लक्जरी आवास एवं गाड़ियां थीं और 1986 में उसने कोलंबिया की राजनीति में प्रवेश करने का प्रयास किया, यहाँ तक कि उसने देश के 10 बिलियन डॉलर के राष्ट्रीय कर्ज को चुका देने की पेशकश भी रखी.

नई!!: १९८९ और पाब्लो एस्कोबार · और देखें »

पिकनिक (1989 फ़िल्म)

पिकनिक 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और पिकनिक (1989 फ़िल्म) · और देखें »

पंकज कपूर

पंकज कपूर भारत के जानेमाने नाटककार तथा टीवी व फ़िल्म अभिनेता हैं। वे अनेकों टीवी धारावाहिकों तथा फ़िल्मों में अभिनय कर चुके हैं। .

नई!!: १९८९ और पंकज कपूर · और देखें »

प्रतिभा देवीसिंह पाटिल

प्रतिभा देवीसिंह पाटिल (जन्म १९ दिसंबर १९३४) स्वतन्त्र भारत के ६० साल के इतिहास में पहली महिला राष्ट्रपति तथा क्रमानुसार १२वीं राष्ट्रपति रही हैं। राष्ट्रपति चुनाव में प्रतिभा पाटिल ने अपने प्रतिद्वंदी भैरोंसिंह शेखावत को तीन लाख से ज़्यादा मतों से हराया था। प्रतिभा पाटिल को ६,३८,११६ मूल्य के मत मिले, जबकि भैरोंसिंह शेखावत को ३,३१,३०६ मत मिले। उन्होंने २५ जुलाई २०१२ को संसद के सेण्ट्रल हॉल में आयोजित समारोह में नव निर्वाचित राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को अपना कार्यभार सौंपते हुए राष्ट्रपति भवन से विदा ली। .

नई!!: १९८९ और प्रतिभा देवीसिंह पाटिल · और देखें »

प्रतीक भारद्वाज

प्रतीक भारद्वाज (जन्म: १५ जनवरी, १९८९) एक भारतीय उद्यमी हैं। वह संयुक्त रोजगार परीक्षा के पूर्व निदेशक एवं सचिव और लीडर्सप्रो लर्निंग नामक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं। .

नई!!: १९८९ और प्रतीक भारद्वाज · और देखें »

प्राकृतिक आपदा

एक प्राकृतिक आपदा एक प्राकृतिक जोखिम (natural hazard) का परिणाम है (जैसे की ज्वालामुखी विस्फोट (volcanic eruption), भूकंप, या भूस्खलन (landslide) जो कि मानव गतिविधियों को प्रभावित करता है। मानव दुर्बलताओं को उचित योजना और आपातकालीन प्रबंधन (emergency management) का आभाव और बढ़ा देता है, जिसकी वजह से आर्थिक, मानवीय और पर्यावरण को नुकसान पहुँचता है। परिणाम स्वरुप होने वाली हानि निर्भर करती है जनसँख्या की आपदा को बढ़ावा देने या विरोध करने की क्षमता पर, अर्थात उनके लचीलेपन पर। ये समझ केंद्रित है इस विचार में: "जब जोखिम और दुर्बलता (vulnerability) का मिलन होता है तब दुर्घटनाएं घटती हैं". जिन इलाकों में दुर्बलताएं निहित न हों वहां पर एक प्राकृतिक जोखिम कभी भी एक प्राकृतिक आपदा में तब्दील नहीं हो सकता है, उदहारण स्वरुप, निर्जन प्रदेश में एक प्रबल भूकंप का आना.बिना मानव की भागीदारी के घटनाएँ अपने आप जोखिम या आपदा नहीं बनती हैं, इसके फलस्वरूप प्राकृतिक शब्द को विवादित बताया गया है। .

नई!!: १९८९ और प्राकृतिक आपदा · और देखें »

प्रकाश नारायण टंडन

प्रकाश नारायण टंडन को सन १९८९ में भारत सरकार द्वारा चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र मंं पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये दिल्ली से हैं। श्रेणी:१९८९ पद्म भूषण.

नई!!: १९८९ और प्रकाश नारायण टंडन · और देखें »

प्रेम प्रतिज्ञा (फ़िल्म)

प्रेम प्रतिज्ञा 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। मिथुन चक्रवर्ती और माधुरी दीक्षित मुख्य भूमिकाओं में है। रंजीत, विनोद मेहरा और सतीश कौशिक सहायक भूमिकाओं में है। .

नई!!: १९८९ और प्रेम प्रतिज्ञा (फ़िल्म) · और देखें »

पेप्सी

पेप्सी बहुराष्ट्रीय कम्पनियों में से एक है, जो 1965 में अमेरिका में खोली गई थी, भारत मे ये कम्पनी 1988-1989 के दौरान आई।भारत में ये कम्पनी खाद्य पदार्थ कम्पनी "फ्री टोलेस" के साथ मिलकर काम कर रही है, जिनके कई उत्पाद जैसे, लेज़ चिप्स, ट्रोपिकाना जूस भारतीय बाजारों में उपलब्ध है। श्रेणी:पेय.

नई!!: १९८९ और पेप्सी · और देखें »

पॉल न्युमैन

पॉल लियोनार्ड न्युमैन (26 जनवरी 1925 - 26 सितंबर 2008) एक अमेरिकी अभिनेता, फिल्म निर्देशक, उद्यमी, मानवतावादी और ऑटो रेसिंग के शौक़ीन व्यक्ति थे। उन्होंने कई पुरस्कार जीते, जिनमें 1986 की मार्टिन स्कौर्सेसे की फिल्म द कलर ऑफ मनी में उनके अभिनय के लिए दिया गया सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का अकादमी पुरस्कार और आठ अन्य नामांकन, तीन गोल्डन ग्लोब पुरस्कार, एक बाफ्टा (BAFTA) पुरस्कार, एक स्क्रीन एक्टर्स गिल्ड पुरस्कार, एक कान फिल्म समारोह पुरस्कार, एक एमी पुरस्कार और कई मानद पुरस्कार शामिल थे। उन्होंने स्पोर्ट्स कार क्लब ऑफ अमेरिका की रोड रेसिंग में एक ड्राइवर के रूप में कई राष्ट्रीय चैंपियनशिप भी जीते और उनकी रेसिंग टीमों ने ओपन व्हील इंडीकार रेसिंग में कई प्रतियोगिताओं में जीत हासिल की। न्युमैन अपनी खुद की एक फ़ूड कंपनी के सह-संस्थापक भी थे, जहां से उन्होंने अपने समस्त कर पश्चात लाभ एवं रॉयल्टी चैरिटी को दान कर दिया। Newman's Own.com.

नई!!: १९८९ और पॉल न्युमैन · और देखें »

फर्ज़ की जंग (1989 फ़िल्म)

फर्ज़ की जंग 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और फर्ज़ की जंग (1989 फ़िल्म) · और देखें »

फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संगीतकार पुरस्कार

फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संगीतकार पुरस्कार फ़िल्मफ़ेयर पत्रिका द्वारा प्रति वर्ष दिया जाने वाला पुरस्कार है। .

नई!!: १९८९ और फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संगीतकार पुरस्कार · और देखें »

फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ गीतकार पुरस्कार

फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ गीतकार पुरस्कार फ़िल्मफ़ेयर पत्रिका द्वारा प्रति वर्ष दिया जाने वाला पुरस्कार है। .

नई!!: १९८९ और फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ गीतकार पुरस्कार · और देखें »

फ़ॉर्मूला वन

The formula was defined in 1946; the first Formula One race was in 1947; the first World Championship season was 1950.

नई!!: १९८९ और फ़ॉर्मूला वन · और देखें »

बटवारा (1989 फ़िल्म)

बटवारा 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और बटवारा (1989 फ़िल्म) · और देखें »

बड़े घर की बेटी (१९८९ फ़िल्म)

बड़े घर की बेटी 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और बड़े घर की बेटी (१९८९ फ़िल्म) · और देखें »

बर्लिन

ब्रांडेनबर्ग गेट, जर्मनी के एक मील का पत्थर बर्लिन टीवी टावर, शहर के लिए मील का पत्थर बर्लिन-मिटे के क्षितिज भालू मेरा साथी: बर् लन की शांती और स्वतंत्रता का प्रतीक बर्लिन जर्मनी की राजधानी और इसके 16 राज्यों में से एक है। यह बर्लिन-ब्रैन्डनबर्ग मेट्रोपोलिटन क्षेत्र के मध्य में, जर्मनी के उत्तर-पूर्वी भाग में स्थित है। इसकी जनसंख्या 34 लाख है। यह जर्मनी का सबसे बड़ा और यूरोपीय संघ का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। बर्लिन यूरोप की राजनीति, संस्कृति और विज्ञान का महत्त्वपूर्ण केन्द्र है। यूरोप के यातायात के लिए यह एक धुरी के समान है। यहाँ कई महत्त्वपूर्ण विश्वविद्यालय, संग्रहालय और शोध केन्द्र हैं। यह शहर बहुत तेजी से विकास कर रहा है और यहाँ के समारोह, उत्सव, अग्रणी कलाएँ, वास्तुशिल्प और रात्रि-जीवन काफी प्रसिद्ध हैं। बर्लिन 13वीं शताब्दी में स्थापित हुआ और इस क्षेत्र के कई राज्यों और साम्राज्यों की राजधानी रहा- प्रुशिया राज्य (1701 से), जर्मन साम्राज्य (1871-1918), वेइमार गणतंत्र (1919-1932) और तीसरी राइख (1933-1945).

नई!!: १९८९ और बर्लिन · और देखें »

बर्लिन की दीवार

''"Irgendwann fällt jede Mauer" - "अंततः हर दीवार गिरती है"'' बर्लिन की दीवार (जर्मन: Berliner Mauer बर्लीनर माउअर) पश्चिमी बर्लिन और जर्मन लोकतांत्रिक गणराज्य के बीच एक अवरोध थी जिसने 28 साल तक बर्लिन शहर को पूर्वी और पश्चिमी टुकड़ों में विभाजित करके रखा। इसका निर्माण 13 अगस्त 1961 को शुरु हुआ और 9 नवम्बर, 1989 के बाद के सप्ताहों में इसे तोड़ दिया गया। बर्लिन की दीवार अन्दरुनी जर्मन सीमा का सबसे प्रमुख भाग थी और शीत युद्ध का प्रमुख प्रतीक थी। बर्लिन की दीवार का एक भाग। बीच के "मृत्यु क्षेत्र" में बचकर भागने वाले प्रवासी सीमा रक्षकों के लिए सीधा निशाना बनते थे। दीवार के एक ओर भित्तिचित्र देखे जा सकते हैं। ये केवल पश्चिमी बर्लिन की तरफ बनाए जा सकते थे, पूर्वी बर्लिन की ओर ऐसा करना सख्त मना था। द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद जब जर्मनी का विभाजन हो गया, तो सैंकड़ों कारीगर और व्यवसायी प्रतिदिन पूर्वी बर्लिन को छोड़कर पश्चिमी बर्लिन जाने लगे। बहुत से लोग राजनैतिक कारणों से भी समाजवादी पूर्वी जर्मनी को छोड़कर पूँजीवादी पश्चिमी जर्मनी जाने लगे (जर्मन: Republikflucht)। इससे पूर्वी जर्मनी को आर्थिक और राजनैतिक रूप से बहुत हानि होने लगी। बर्लिन दीवार का उद्देश्य इसी प्रवासन को रोकना था। इस दीवार के विचार की कल्पना वाल्टर उल्ब्रिख़्त के प्रशासन ने की और सोवियत नेता निकिता ख्रुश्चेव ने इसे मंजूरी दी। बर्लिन की दीवार बनने से यह प्रवास बहुत कम हो गया - 1949 और 1962 के बीच में जहाँ 25 लाख लोगों ने प्रवास किया वहीं 1962 और 1989 के बीच केवल 5,000 लोगों ने। लेकिन इस दीवार का बनना समाजवादी गुट के प्रचार तंत्र के लिए बहुत बुरा साबित हुआ। पश्चिम के लोगों के लिए यह समाजवादी अत्याचार का प्रतीक बन गई, खास तौर पर जब बहुत से लोगों को सीमा पार करते हुए गोली मार दी गई। बहुत से लोगों ने सीमा पार करने के अनोखे तरीके खोजे - सुरंग बनाकर, गरम हवा के गुब्बारों से, दीवार के ऊपर गुजरती तारों पर खिसककर, या तेज रफ्तार गाड़ियों से सड़क अवरोधों को तोड़ते हुए। 1980 के दशक में सोवियत आधिपत्य के पतन होने से पूर्वी जर्मनी में राजनैतिक उदारीकरण शुरू हुआ और सीमा नियमों को ढीला किया गया। इससे पूर्वी जर्मनी में बहुत से प्रदर्शन हुए और अंततः सरकार का पतन हुआ। 9 नवम्बर 1989 को घोषणा की गई कि सीमा पर आवागमन पर से रोक हटा दी गई है। पूर्वी और पश्चिमा बर्लिन दोनों ओर से लोगों के बड़े बड़े समूह बर्लिन की दीवार को पारकर एक-दूसरे से मिले। अगले कुछ सप्ताहों में उल्लास का माहौल रहा और लोग धीरे-धीरे दीवार के टुकड़े तोड़कर यादगार के लिए ले गए। बाद में बड़े उपकरणों का प्रयोग करके इसे ढहा दिया गया। बर्लिन दीवार के गिरने से पूरे जर्मनी में राष्ट्रवाद का उदय हुआ और पूर्वी जर्मनी के लोगों ने जर्मनी के पुनरेकीकरण के लिए मंजूरी दे दी। 3 अक्टूबर 1990 को जर्मनी फिर से एक हो गया। .

नई!!: १९८९ और बर्लिन की दीवार · और देखें »

बाहि जा वारिस

बाहि जा वारिस सिन्धी भाषा के विख्यात साहित्यकार एम. कमल द्वारा रचित एक ग़ज़ल–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1989 में सिन्धी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९८९ और बाहि जा वारिस · और देखें »

बाज़गोयी

बाज़गोयी उर्दू भाषा के विख्यात साहित्यकार सुरिन्दर प्रकाश द्वारा रचित एक कहानी–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1989 में उर्दू भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९८९ और बाज़गोयी · और देखें »

बिल्लू बादशाह (1989 फ़िल्म)

बिल्लू बादशाह 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और बिल्लू बादशाह (1989 फ़िल्म) · और देखें »

बिहार के मुख्यमंत्रियों की सूची

कोई विवरण नहीं।

नई!!: १९८९ और बिहार के मुख्यमंत्रियों की सूची · और देखें »

बिहार के राज्यपालों की सूची

कोई विवरण नहीं।

नई!!: १९८९ और बिहार के राज्यपालों की सूची · और देखें »

बुन्देलखण्ड अभियांत्रिकी एवं प्रोद्योगिकी संस्थान

श्रेणी:झाँसी.

नई!!: १९८९ और बुन्देलखण्ड अभियांत्रिकी एवं प्रोद्योगिकी संस्थान · और देखें »

ब्लड डायमण्ड

सियरा लोन में ब्लड डायमंड की पैनिंग प्रक्रिया हीरा कई रंगों में मिलता है जिनमें लाल रंग के हीरे को ब्लड डायमंड कहा जाता है। इसकी प्राप्ति के पीछे होने वाले खून-खराबे के कारण ही इसे ब्लड डायमंड यानि खूनी हीरा कहा जाता है। इन्हीं कारणों से इसे भिड़न्त यानि कन्फ्लिक्ट डायमंड या वॉर डायमंड भी कहते हैं। यह अफ्रीका में सिएरा लियोन और लाइबेरिया में सबसे ज्यादा पाए जाते हैं। ब्लड डायमंड को कन्फ्लिक्ट डायमंड कहे जाने का एक बड़ा कारण है। १९८९ से २००१ तक इसके उत्पादक सिएरा लियोन और लाइबेरिया गृह युद्ध के शिकार थे। ऐसी स्थिति में लाइबेरियन राष्ट्रपति कारलोस जी.

नई!!: १९८९ और ब्लड डायमण्ड · और देखें »

बीसवीं शताब्दी

ग्रेगरी पंचांग (कलेंडर) के अनुसार ईसा की बीसवीं शताब्दी 1 जनवरी 1901 से 31 दिसम्बर 2000 तक मानी जाती है। कुछ इतिहासवेत्ता 1914 से 1992 तक को संक्षिप्त बीसवीं शती का नाम भी देते हैं। (उन्नीसवी शताब्दी - बीसवी शताब्दी - इक्कीसवी शताब्दी - और शताब्दियाँ) दशक: १९०० का दशक १९१० का दशक १९२० का दशक १९३० का दशक १९४० का दशक १९५० का दशक १९६० का दशक १९७० का दशक १९८० का दशक १९९० का दशक ---- समय के गुज़रने को रेकोर्ड करने के हिसाब से देखा जाये तो बीसवी शताब्दी वह शताब्दी थी जो १९०१ - २००० तक चली थी। मनुष्य जाति के जीवन का लगभग हर पहलू बीसवी शताब्दी में बदल गया।.

नई!!: १९८९ और बीसवीं शताब्दी · और देखें »

भारत निर्वाचन आयोग

भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) एक स्वायत्त एवं अर्ध-न्यायिक संस्थान है जिसका गठन भारत में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष रूप से विभिन्न से भारत के प्रातिनिधिक संस्थानों में प्रतिनिधि चुनने के लिए गया था। भारतीय चुनाव आयोग की स्थापना 25 जनवरी 1950 को की गयी थी। .

नई!!: १९८९ और भारत निर्वाचन आयोग · और देखें »

भारत इम्युनोलॉजिकल्स एंड बायोलॉजिकल्स कार्पोरेशन लिमिटेड, बुलन्दशहर

भारत इम्युनोलॉजिकल्स एंड बायोलॉजिकल्स कार्पोरेशन लिमिटेड (बिबकॉल) की स्थापना मार्च, 1989 में एक सार्वजनिक क्षेत्र की कम्पनी के रूप में गाँव चोला, जिला - बुलन्दशहर, उत्तरप्रदेश मे ओरल पोलियो वेक्सीन (ओ पी वी) तथा अन्य प्रतिरक्षात्मक सामग्री का उत्पादन करने के लिए की गई थी। यह एक अत्यंत आधुनिक विनिर्माण सुविधा है जो विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा यथानिर्दिष्ट तथा यू एस संघीय मानकों के अनुसार अच्छी विनिर्माण प्रक्रिया (जीएमपी) का अनुसरण करती है। .

नई!!: १९८९ और भारत इम्युनोलॉजिकल्स एंड बायोलॉजिकल्स कार्पोरेशन लिमिटेड, बुलन्दशहर · और देखें »

भारत के प्रधान मंत्रियों की सूची

भारत के प्रधानमंत्री भारत गणराज्य की सरकार के मुखिया हैं। भारत के प्रधानमंत्री, का पद, भारत के शासनप्रमुख (शासनाध्यक्ष) का पद है। संविधान के अनुसार, वह भारत सरकार के मुखिया, भारत के राष्ट्रपति, का मुख्य सलाहकार, मंत्रिपरिषद का मुखिया, तथा लोकसभा में बहुमत वाले दल का नेता होता है। वह भारत सरकार के कार्यपालिका का नेतृत्व करता है। भारत की राजनैतिक प्रणाली में, प्रधानमंत्री, मंत्रिमंडल में का वरिष्ठ सदस्य होता है। .

नई!!: १९८९ और भारत के प्रधान मंत्रियों की सूची · और देखें »

भारत के राजनीतिक दलों की सूची

भारत में बहुदलीय प्रणाली बहु-दलीय पार्टी व्यवस्था है जिसमें छोटे क्षेत्रीय दल अधिक प्रबल हैं। राष्ट्रीय पार्टियां वे हैं जो चार या अधिक राज्यों में मान्यता प्राप्त हैं। उन्हें यह अधिकार भारत के चुनाव आयोग द्वारा दिया जाता है, जो विभिन्न राज्यों में समय समय पर चुनाव परिणामों की समीक्षा करता है। इस मान्यता की सहायता से राजनीतिक दल कुछ पहचानों पर अपनी स्थिति की अगली समीक्षा तक विशिष्ट स्वामित्व का दावा कर सकते हैं जैसे की पार्टी चिन्ह.

नई!!: १९८९ और भारत के राजनीतिक दलों की सूची · और देखें »

भारत के अभयारण्य

भारत में 500 से अधिक प्राणी अभयारण्य हैं, जिन्हें वन्य जीवन अभयारण्य (IUCN श्रेणी IV सुरक्षित क्षेत्र) कहा जाता है। इनमें से 28 बाघ अभयारण्य बाघ परियोजना द्वारा संचालित हैं, जो बाघ-संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण हैं। कुछ वन्य अभयारण्यों को पक्षी-अभयारण्य कहा जाता रहा है, (जैसे केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान) जब तक कि उन्हें राष्ट्रीय उद्यान का दर्ज़ा नहीं मिल गया। कई राष्ट्रीय उद्यान पहले वन्य जीवन अभयारण्य ही थे। कुछ वन्य जीवन अभयारण्य संरक्षण हेतु राष्ट्रीय महत्व रखते हैं, अपनी कुछ मुख्य प्राणी प्रजातियों के कारण। अतः उन्हें राष्ट्रीय वन्य जीवन अभयारण्य कहा जाता है, जैसे.

नई!!: १९८९ और भारत के अभयारण्य · और देखें »

भारत के उप प्रधानमंत्री

भारत के उपप्रधानमंत्री का पद, तकनीकी रूप से एक एक संवैधानिक पद नहीं है, नाही संविधान में इसका कोई उल्लेख है। परंतु ऐतिहासिक रूप से, अनेक अवसरों पर विभिन्न सरकारों ने अपने किसी एक वरिष्ठ मंत्री को "उपप्रधानमंत्री" निर्दिष्ट किया है। इस पद को भरने की कोई संवैधानिक अनिवार्यता नहीं है, नाही यह पद किसी प्रकार की विशेष शक्तियाँ प्रदान करता हैं। आम तौर पर वित्तमंत्री या रक्षामंत्री जैसे वरिष्ठ कैबिनेट मंत्रियों को इस पद पर स्थापित किया जाता है, जिन्हें प्रधानमंत्री के बाद, सबसे वरिष्ठ माना जाता है। अमूमन इस पद का उपयोग, गठबंधन सरकारों में मज़बूती लाने हेतु किया जाता रहा है। इस पद के पहले धारक सरदार वल्लभभाई पटेल थे, जोकि जवाहरलाल नेहरू की कैबिनेट में गृहमंत्री थे। कई अवसरों पर ऐसा होता रहा है की प्रधानमंत्री की अनुपस्थिति में उपप्रधानमंत्री संसद या अन्य स्थानों पर उनके स्थान पर सर्कार का प्रतिनिधित्व करते हैं, एवं कैबिनेट की बैठकों की अध्यक्षता कर सकते हैं। भारत के उपप्रधानमंत्री भारतीय सरकार के मंत्रीमंडल के उपाध्यक्ष होते है। .

नई!!: १९८९ और भारत के उप प्रधानमंत्री · और देखें »

भारत-संयुक्त राज्य सम्बन्ध

भारत (हरा) तथा संयुक्त राज्य अमेरिका (केशरिया) भारत-संयुक्त राज्य सम्बन्ध से आशय भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच अन्तरराष्ट्रीय सम्बन्ध से है। यद्यपि भारत १९६१ में गुट निरपेक्ष आन्दोलन की स्थापना करने वाले देशों में प्रमुख था किन्तु शीत युद्ध के समय उसके अमेरिका के बजाय सोवियत संघ से बेहतर सम्बन्ध थे। .

नई!!: १९८९ और भारत-संयुक्त राज्य सम्बन्ध · और देखें »

भ्रष्टाचार (1989 फ़िल्म)

भ्रष्टाचार 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और भ्रष्टाचार (1989 फ़िल्म) · और देखें »

भूकम्प

भूकम्प या भूचाल पृथ्वी की सतह के हिलने को कहते हैं। यह पृथ्वी के स्थलमण्डल (लिथोस्फ़ीयर) में ऊर्जा के अचानक मुक्त हो जाने के कारण उत्पन्न होने वाली भूकम्पीय तरंगों की वजह से होता है। भूकम्प बहुत हिंसात्मक हो सकते हैं और कुछ ही क्षणों में लोगों को गिराकर चोट पहुँचाने से लेकर पूरे नगर को ध्वस्त कर सकने की इसमें क्षमता होती है। भूकंप का मापन भूकम्पमापी यंत्रों (सीस्मोमीटर) के साथ करा जाता है, जो सीस्मोग्राफ भी कहलाता है। एक भूकंप का आघूर्ण परिमाण मापक्रम पारंपरिक रूप से नापा जाता है, या सम्बंधित और अप्रचलित रिक्टर परिमाण लिया जाता है। ३ या उस से कम रिक्टर परिमाण की तीव्रता का भूकंप अक्सर अगोचर होता है, जबकि ७ रिक्टर की तीव्रता का भूकंप बड़े क्षेत्रों में गंभीर क्षति का कारण होता है। झटकों की तीव्रता का मापन विकसित मरकैली पैमाने पर किया जाता है। पृथ्वी की सतह पर, भूकंप अपने आप को, भूमि को हिलाकर या विस्थापित कर के प्रकट करता है। जब एक बड़ा भूकंप उपरिकेंद्र अपतटीय स्थति में होता है, यह समुद्र के किनारे पर पर्याप्त मात्रा में विस्थापन का कारण बनता है, जो सूनामी का कारण है। भूकंप के झटके कभी-कभी भूस्खलन और ज्वालामुखी गतिविधियों को भी पैदा कर सकते हैं। सर्वाधिक सामान्य अर्थ में, किसी भी सीस्मिक घटना का वर्णन करने के लिए भूकंप शब्द का प्रयोग किया जाता है, एक प्राकृतिक घटना) या मनुष्यों के कारण हुई कोई घटना -जो सीस्मिक तरंगों) को उत्पन्न करती है। अक्सर भूकंप भूगर्भीय दोषों के कारण आते हैं, भारी मात्रा में गैस प्रवास, पृथ्वी के भीतर मुख्यतः गहरी मीथेन, ज्वालामुखी, भूस्खलन और नाभिकीय परिक्षण ऐसे मुख्य दोष हैं। भूकंप के उत्पन्न होने का प्रारंभिक बिन्दु केन्द्र या हाईपो सेंटर कहलाता है। शब्द उपरिकेंद्र का अर्थ है, भूमि के स्तर पर ठीक इसके ऊपर का बिन्दु। San Andreas faultके मामले में, बहुत से भूकंप प्लेट सीमा से दूर उत्पन्न होते हैं और विरूपण के व्यापक क्षेत्र में विकसित तनाव से सम्बंधित होते हैं, यह विरूपण दोष क्षेत्र (उदा. “बिग बंद ” क्षेत्र) में प्रमुख अनियमितताओं के कारण होते हैं। Northridge भूकंप ऐसे ही एक क्षेत्र में अंध दबाव गति से सम्बंधित था। एक अन्य उदाहरण है अरब और यूरेशियन प्लेट के बीच तिर्यक अभिकेंद्रित प्लेट सीमा जहाँ यह ज़ाग्रोस पहाड़ों के पश्चिमोत्तर हिस्से से होकर जाती है। इस प्लेट सीमा से सम्बंधित विरूपण, एक बड़े पश्चिम-दक्षिण सीमा के लम्बवत लगभग शुद्ध दबाव गति तथा वास्तविक प्लेट सीमा के नजदीक हाल ही में हुए मुख्य दोष के किनारे हुए लगभग शुद्ध स्ट्रीक-स्लिप गति में विभाजित है। इसका प्रदर्शन भूकंप की केन्द्रीय क्रियाविधि के द्वारा किया जाता है। सभी टेक्टोनिक प्लेट्स में आंतरिक दबाव क्षेत्र होते हैं जो अपनी पड़ोसी प्लेटों के साथ अंतर्क्रिया के कारण या तलछटी लदान या उतराई के कारण होते हैं। (जैसे deglaciation).ये तनाव उपस्थित दोष सतहों के किनारे विफलता का पर्याप्त कारण हो सकते हैं, ये अन्तःप्लेट भूकंप को जन्म देते हैं। .

नई!!: १९८९ और भूकम्प · और देखें »

मणिप्रवाळमु

मणिप्रवाळमु तेलुगू भाषा के विख्यात साहित्यकार एस. वी. जोगाराव द्वारा रचित एक निबंध–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1989 में तेलुगू भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९८९ और मणिप्रवाळमु · और देखें »

ममता की छाँव में (1989 फ़िल्म)

ममता की छाँव में 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और ममता की छाँव में (1989 फ़िल्म) · और देखें »

महादेव (1989 फ़िल्म)

महादेव 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और महादेव (1989 फ़िल्म) · और देखें »

महाराजाधिराज कामेश्वर सिंह कल्याणी फाउंडेशन

यह 1989 में दरभंगा की महारानी काम सुंदरी देवी द्वारा स्थापित विरासत की वस्तुओं पर आधारित फाउंडेशन है। इसका उद्देश्य राज परिवार के इतिहास से जुड़ी चीजें संरक्षित करना है। फाउंडेशन के ट्रस्टी में पटना विश्वविद्यालय के प्राध्यापक प्रो॰ हेतुकर झा, प्रो॰ सुरेंद्र गोपाल और प्रो॰ जगन्नाथ ठाकुर के अलावा डोनर ट्रस्टी में स्वयं महारानी कामसुंदरी देवी हैं। श्रेणी:फाउंडेशन.

नई!!: १९८९ और महाराजाधिराज कामेश्वर सिंह कल्याणी फाउंडेशन · और देखें »

मानव जमीन

मानव जमीन बंगाली भाषा के विख्यात साहित्यकार शीर्षेन्दु मुखोपाध्याय द्वारा रचित एक उपन्यास है जिसके लिये उन्हें सन् 1989 में बंगाली भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९८९ और मानव जमीन · और देखें »

मास्को

thumb मास्को स्थित रेड स्केव्यर का एक दृश्य मास्को या मॉस्को (रूसी: Москва́ (मोस्कवा)), रूस की राजधानी एवं यूरोप का सबसे बडा शहर है, मॉस्को का शहरी क्षेत्र दुनिया के सबसे बडे शहरी क्षेत्रों में गिना जाता है। मास्को रूस की राजनैतिक, आर्थिक, धार्मिक, वित्तीय एवं शैक्षणिक गतिविधियों का केन्द्र माना जाता है। यह मोस्कवा नदी के तट पर बसा हुआ है। ऐतिहासिक रूप से यह पुराने सोवियत संघ एवं प्राचीन रूसी साम्राज्य की राजधानी भी रही है। मास्को को दुनिया के अरबपतियों का शहर भी कहा जाता है जहां दुनिया के सबसे ज्यादा अरबपति बसते हैं। २००७ में मास्को को लगातार दूसरी बार दुनिया का सबसे महंगा शहर भी घोषित किया गया था। .

नई!!: १९८९ और मास्को · और देखें »

माइकल डगलस

माइकल कर्क डगलस (जन्म 25 सितंबर 1944) मुख्यतः फिल्मों और टेलीविजिन के एक अमरीकी अभिनेता और निर्माता हैं। उन्हें एक एमी, एक गोल्डन ग्लोब और दो एकेडमी अवार्ड्स, पहला 1975 की सर्वश्रेष्ठ फिल्म वन फ़्लियु ओवर द कुकूज़ नेस्ट के निर्माता के रूप में और 1987 में वॉल स्ट्रीट में उनकी भूमिका के लिये सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के रूप में, से सम्मानित किया गया था। 2009 में डगलस ने AFI जीवन उपलब्धि पुरस्कार प्राप्त किया। .

नई!!: १९८९ और माइकल डगलस · और देखें »

मिट्टी और सोना (1989 फ़िल्म)

मिट्टी और सोना 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और मिट्टी और सोना (1989 फ़िल्म) · और देखें »

मिनेसोटा टिम्बरवॉल्वस

श्रेणी:नेशनल बास्केटबॉल असोसिएशन - उत्तर पश्चिमी डिवीज़न श्रेणी:नेशनल बास्केटबॉल असोसिएशन - पश्चिमी कांफ्रेंस श्रेणी:नेशनल बास्केटबॉल असोसिएशन.

नई!!: १९८९ और मिनेसोटा टिम्बरवॉल्वस · और देखें »

मिल गयी मंज़िल मुझे (1989 फ़िल्म)

मिल गयी मंज़िल मुझे 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और मिल गयी मंज़िल मुझे (1989 फ़िल्म) · और देखें »

मिलान कुंदेरा

मिलान कुंदेरा (जन्म 1 अप्रैल 1929) चेकोस्लोवाकिया के ब्रनो में जन्मे चर्चित उपन्यासकार हैं। उन्हें देशनिकाला मिलने के बाद 1975 में फ्रांस चले गए तथा 1981 में वहाँ के नागरिक बन गए। कुंदेरा ने चेक तथा फ्रांसीसी दोनों भाषाओं में लिखा है। उन्होंने स्वयं अपनी सभी पुस्तकों को फ्रांसीसी में रूपांतरित कर प्रकाशित कराया। इसलिए उनकी फ्रांसीसी की पुस्तकें भी अनुवाद के बजाय मूल रचना के रूप में ही स्वीकृत हैं। चेकोस्लोवाकिया की कम्युनिस्ट सरकार ने उनकी पुस्तकों पर प्रतिबंध लगा दिया था जो 1989 की बेलवित क्रांती के पश्चात कम्युनिस्ट सरकार के पतन होने तक जारी रहा। .

नई!!: १९८९ और मिलान कुंदेरा · और देखें »

मज़बूर (1989 फ़िल्म)

मज़बूर 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और मज़बूर (1989 फ़िल्म) · और देखें »

मंसूर ख़ान

मंसूर ख़ान हिन्दी फ़िल्मों के एक निर्देशक हैं। .

नई!!: १९८९ और मंसूर ख़ान · और देखें »

मुरारी शर्मा

मुरारी शर्मा (अंग्रेजी: Murari Sharma, जन्म: १ जनवरी १९०१, मृत्यु: २ अप्रैल १९८२) विश्वविख्यात काकोरी काण्ड में प्रत्यक्ष रूप से हिस्सा लेने वाले क्रान्तिकारी थे जिन्हें अन्त तक पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पायी। इनका वास्तविक नाम मुरारीलाल गुप्त था परन्तु मुरारी शर्मा के छद्म नाम से इन्होंने हिन्दुस्तान रिपब्लिकन ऐसोसिएशन की सदस्यता ली, काकोरी काण्ड में भाग लिया और फरार हो गये। यह रहस्योद्घाटन उनके यशस्वी पुत्र दामोदर स्वरूप 'विद्रोही' ने १९ जून १९९७ को हिन्दी अकादमी, दिल्ली द्वारा राजेन्द्र भवन दिल्ली में आयोजित "राम प्रसाद 'बिस्मिल' जयन्ती" समारोह में बोलते हुए किया था। मुरारीलाल जी कुछ दिनों दिल्ली जाकर छिपे रहे फिर शाहजहाँपुर जनपद स्थित अपने गाँव मुडिया पँवार चले गये। आप पक्के आर्य समाजी थे कभी भी रिक्शे पर नहीं बैठे। कहा करते थे इसे आदमी खींचता है मैं एक आदमी होकर एक आदमी से अपना बोझा उठवाऊँ यह नहीं हो सकता। २ अप्रैल १९८२ को आपने अपने घर पर स्वेच्छा से प्राण त्याग दिये। .

नई!!: १९८९ और मुरारी शर्मा · और देखें »

मुज़रिम (फ़िल्म)

मुज़रिम 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। इसका निर्देशन उमेश मेहरा ने किया है और मिथुन चक्रवर्ती, माधुरी दीक्षित और नूतन मुख्य भूमिकाओं में है। .

नई!!: १९८९ और मुज़रिम (फ़िल्म) · और देखें »

मुकुट बिहारी माथुर

मुकुट बिहारी माथुर को सन १९८९ में भारत सरकार द्वारा विज्ञान एवं अभियांत्रिकी के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये राजस्थान से हैं। श्रेणी:१९८९ पद्म भूषण.

नई!!: १९८९ और मुकुट बिहारी माथुर · और देखें »

मैरी पियर्स

श्रेणी:टेनिस खिलाड़ी श्रेणी:महिला टेनिस खिलाड़ी श्रेणी:फ़्रांस के लोग.

नई!!: १९८९ और मैरी पियर्स · और देखें »

मैं तेरा दुश्मन (1989 फ़िल्म)

मैं तेरा दुश्मन 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और मैं तेरा दुश्मन (1989 फ़िल्म) · और देखें »

मैं आज़ाद हूँ (1989 फ़िल्म)

मैं आज़ाद हूँ 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और मैं आज़ाद हूँ (1989 फ़िल्म) · और देखें »

मैंने प्यार किया

मैंने प्यार किया 1989 की सूरज बड़जात्या द्वारा निर्देशित हिन्दी भाषा की संगीतमय प्रेमकहानी फ़िल्म है। प्रमुख भूमिकाओं में सलमान खान और भाग्यश्री हैं। इसे राजश्री प्रोडक्शन्स द्वारा बनाया गया था। यह सूरज की निर्देशक के रूप में शुरुआत, सलमान की पहली प्रमुख भूमिका (पिछले वर्ष की बीवी हो तो ऐसी में सहायक भूमिका के बाद) और भाग्यश्री की फिल्म करियर की शुरुआत थी। यह 1989 वर्ष की शीर्ष कमाई करने वाली बॉलीवुड फिल्म थी और 1980 के दशक की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली भारतीय फिल्म थी। इस फिल्म का साउंडट्रैक एल्बम भी 1980 के दशक का सर्वश्रेष्ठ बिकने वाला बॉलीवुड संगीत एल्बम था। 35वें फिल्मफेयर पुरस्कार में, फिल्म ने सर्वश्रेष्ठ फिल्म सहित छह पुरस्कार जीते। .

नई!!: १९८९ और मैंने प्यार किया · और देखें »

मूर्तिदेवी पुरस्कार

मूर्तिदेवी पुरस्कार भारतीय ज्ञानपीठ समिति के द्वारा दिया जानेवाला प्रतिष्ठित साहित्य सम्मान है। पुरस्कार में दो लाख रूपए, प्रशस्ति पत्र, प्रतीक चिह्न और वाग्देवी की प्रतिमा दी जाती है। नीचे पुरस्कार प्राप्त करनेवालों की सूची है। इसके अतिरिक्त सी के नागराज राव, जयदेव तनेजा, कुबेरनाथ राय, शिवाजी सामन्त, श्यामाचरण दुबे, विद्यानिवास मिश्र, वीरेन्द्र जैन और विष्णु प्रभाकर को भी मूर्तिदेवी पुरस्कार प्रदान किया गया है। .

नई!!: १९८९ और मूर्तिदेवी पुरस्कार · और देखें »

मेरी ज़बान (1989 फ़िल्म)

मेरी ज़बान 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और मेरी ज़बान (1989 फ़िल्म) · और देखें »

मोहब्बत का पैगाम (1989 फ़िल्म)

मोहब्बत का पैगाम 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और मोहब्बत का पैगाम (1989 फ़िल्म) · और देखें »

योशो सकुरांची

योशो सकुरांची को सन १९८९ में भारत सरकार द्वारा सार्वजनिक उपक्रम के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये से हैं। श्रेणी:१९८९ पद्म भूषण.

नई!!: १९८९ और योशो सकुरांची · और देखें »

रसेल पीटर्स

रसेल डोमिनिक पीटर्स (जन्म 29 सितम्बर 1970) एक कनाडाई स्टेन्ड-अप हास्य कलाकार और अभिनेता हैं। .

नई!!: १९८९ और रसेल पीटर्स · और देखें »

राम लखन (फ़िल्म)

राम लखन 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। फिल्म सुभाष घई द्वारा निर्देशित है और अनिल कपूर, जैकी श्रॉफ, माधुरी दीक्षित, डिंपल कपाड़िया, राखी और अनुपम खेर ने इसमें मुख्य चरित्र निभाएँ हैं। लक्ष्मीकांत प्यारेलाल द्वारा दिये गए संगीत में निर्मित गाने काफी लोकप्रिय हुए थे। .

नई!!: १९८९ और राम लखन (फ़िल्म) · और देखें »

राम जन्मभूमि

हिन्दुओं की मान्यता है कि श्री राम का जन्म अयोध्या में हुआ था और उनके जन्मस्थान पर एक भव्य मन्दिर विराजमान था जिसे मुगल आक्रमणकारी बाबर ने तोड़कर वहाँ एक मसजिद बना दी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई में इस स्थान को मुक्त करने एवं वहाँ एक नया मन्दिर बनाने के लिये एक लम्बा आन्दोलन चला। ६ दिसम्बर सन् १९९२ को यह विवादित ढ़ांचा गिरा दिया गया और वहाँ श्री राम का एक अस्थायी मन्दिर निर्मित कर दिया गया। .

नई!!: १९८९ और राम जन्मभूमि · और देखें »

राज कुमार

राज कुमार (अंग्रेज़ी: Raaj Kumar, जन्म- 8 अक्तूबर 1926 बलूचिस्तान (अब पाकिस्तान में), मृत्यु- 3 जुलाई 1996 मुम्बई) हिन्दी फ़िल्मों में एक भारतीय अभिनेता थे। इनका नाम कुलभूषण पंडित था लेकिन फ़िल्मी दुनिया में ये अपने दूसरे नाम 'राज कुमार' के नाम से प्रसिद्ध हैं। पारम्परिक पारसी थियेटर की संवाद अदाइगी को इन्होंने अपनाया और यही उनकी विशेष पहचान बनी। इनके द्वारा अभिनीत प्रसिद्ध फ़िल्मों में पैग़ाम, वक़्त, नीलकमल, पाकीज़ा, मर्यादा, हीर रांझा, सौदाग़र आदि हैं। .

नई!!: १९८९ और राज कुमार · और देखें »

राजीव गांधी

राजीव गांधी (English-Rajiv Gandhi)२० अगस्त, १९४४ - २१ मई, १९९१), इन्दिरा गांधी के पुत्र और जवाहरलाल नेहरू के दौहित्र (नाती), भारत के सातवें प्रधान मंत्री थे। १९८४ में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद उनके पुत्र राजीव गांधी भारी बहुमत के साथ प्रधानमंत्री बने थे। उसके बाद १९८९ के आम चुनावों में कांग्रेस की हार हुई और पार्टी दो साल तक विपक्ष में रही। १९९१ के आम चुनाव में प्रचार के दौरान तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में एक भयंकर बम विस्फोट में राजीव गांधी की मौत हो गई थी। राजीव का विवाह एन्टोनिया माईनो से हुआ जो उस समय इटली की नागरिक थी। विवाहोपरान्त उनकी पत्नी ने नाम बदलकर सोनिया गांधी कर लिया। कहा जाता है कि राजीव गांधी से उनकी मुलाकात तब हुई जब राजीव कैम्ब्रिज में पढने गये थे। उनकी शादी 1968 में हुई जिसके बाद वे भारत में रहने लगी। राजीव व सोनिया की दो बच्चे हैं, पुत्र राहुल का जन्म 1970 और पुत्री प्रियंका का जन्म 1971 में हुआ। .

नई!!: १९८९ और राजीव गांधी · और देखें »

राख (1989 फ़िल्म)

राख 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और राख (1989 फ़िल्म) · और देखें »

रिचर्ड क्राजिचेक

श्रेणी:टेनिस खिलाड़ी श्रेणी:पुरुष टेनिस खिलाड़ी श्रेणी:टेनिस ग्रैंड स्लैम विजेता.

नई!!: १९८९ और रिचर्ड क्राजिचेक · और देखें »

रखवाला (1989 फ़िल्म)

रखवाला 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और रखवाला (1989 फ़िल्म) · और देखें »

रुहोल्ला खोमैनी

अयातोल्ला अल-उज़्मा सायद रुहोल्ला मोसावि खोमैनी (फ़ारसीروح الله موسوی خمینی), (24 सप्तम्बर, 1902 – 3 जून 1989) शिया मुसल्मान इमाम (अथवा मर्जा) थे। वे ईरान में जन्मे थे। ईरानी क्रान्ति के बाद, उन्होने ईरान में ग्यारह वर्ष शासन किया। वे 1979 से 1989 तक वे ईरान के रहबरे इंकिलाब रहे। उनको सन् १९७९ में टाइम पत्रिका ने साल के सबसे प्रभावशाली नेता के रूप में चुना था। भारतीय मूल के ब्रितानी लेखक सलमान रुश्दी के ख़िलाफ़ फतवा जारी करने और कई राजनैतिक क़ैदियों को मरवाने के आदेश भी उन्होंने ही दिए। .

नई!!: १९८९ और रुहोल्ला खोमैनी · और देखें »

रोनाल्ड विलसन रीगन

रोनाल्ड विलसन रीगन संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति थे। इनका कार्यकाल १९८१ से १९८९ तक था। ये रिपब्लिकन पार्टी से थे। श्रेणी:अमेरिका के राष्ट्रपति श्रेणी:अमेरिकी राजनीतिज्ञ श्रेणी:1911 में जन्मे लोग.

नई!!: १९८९ और रोनाल्ड विलसन रीगन · और देखें »

लड़ाई (1989 फ़िल्म)

लड़ाई 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और लड़ाई (1989 फ़िल्म) · और देखें »

लश्कर (1989 फ़िल्म)

लश्कर 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और लश्कर (1989 फ़िल्म) · और देखें »

लव लव लव (1989 फ़िल्म)

लव लव लव 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और लव लव लव (1989 फ़िल्म) · और देखें »

लक्ष्मण सिंह (स्काउटिंग)

लक्ष्मण सिंह को सन १९८९ में भारत सरकार द्वारा सार्वजनिक उपक्रम के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये महाराष्ट्र से हैं। श्रेणी:१९८९ पद्म भूषण श्रेणी:1910 में जन्मे लोग.

नई!!: १९८९ और लक्ष्मण सिंह (स्काउटिंग) · और देखें »

लॉर्ड फेनर ब्रोकवे

लॉर्ड फेनर ब्रोकवे को सन १९८९ में भारत सरकार द्वारा सार्वजनिक उपक्रम के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये संयुक्त राजशाही से हैं। श्रेणी:१९८९ पद्म भूषण.

नई!!: १९८९ और लॉर्ड फेनर ब्रोकवे · और देखें »

लॉस एंजेल्स लेकर्स

श्रेणी:नेशनल बास्केटबॉल असोसिएशन - पैसिफिक डिवीज़न श्रेणी:नेशनल बास्केटबॉल असोसिएशन - पश्चिमी कांफ्रेंस श्रेणी:नेशनल बास्केटबॉल असोसिएशन.

नई!!: १९८९ और लॉस एंजेल्स लेकर्स · और देखें »

शमशेर बहादुर सिंह

शमशेर बहादुर सिंह 13 जनवरी 1911- 12 मई 1993 आधुनिक हिंदी कविता की प्रगतिशील त्रयी के एक स्तंभ हैं। हिंदी कविता में अनूठे माँसल एंद्रीए बिंबों के रचयिता शमशेर आजीवन प्रगतिवादी विचारधारा से जुड़े रहे। तार सप्तक से शुरुआत कर चुका भी नहीं हूँ मैं के लिए साहित्य अकादमी सम्मान पाने वाले शमशेर ने कविता के अलावा डायरी लिखी और हिंदी उर्दू शब्दकोश का संपादन भी किया। .

नई!!: १९८९ और शमशेर बहादुर सिंह · और देखें »

शहज़ादे (1989 फ़िल्म)

शहज़ादे 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और शहज़ादे (1989 फ़िल्म) · और देखें »

शाहरुख़ ख़ान

शाहरुख़ ख़ान (उच्चारण; जन्म 2 नवम्बर 1965), जिन्हें अक्सर शाहरुख खान के रूप में श्रेय दिया जाता है और अनौपचारिक रूप में एसआरके नाम से सन्दर्भित किया जाता, एक भारतीय फ़िल्म अभिनेता है। अक्सर मीडिया में इन्हें "बॉलीवुड का बादशाह", "किंग खान", "रोमांस किंग" और किंग ऑफ़ बॉलीवुड नामों से पुकारा जाता है। खान ने रोमैंटिक नाटकों से लेकर ऐक्शन थ्रिलर जैसी शैलियों में 75 हिन्दी फ़िल्मों में अभिनय किया है। फिल्म उद्योग में उनके योगदान के लिये उन्होंने तीस नामांकनों में से चौदह फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार जीते हैं। वे और दिलीप कुमार ही ऐसे दो अभिनेता हैं जिन्होंने साथ फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार आठ बार जीता है। 2005 में भारत सरकार ने उन्हें भारतीय सिनेमा के प्रति उनके योगदान के लिए पद्म श्री से सम्मानित किया। अर्थशास्त्र में उपाधी ग्रहण करने के बाद इन्होने अपने करियर की शुरुआत १९८० में रंगमंचों व कई टेलिविज़न धारावाहिकों से की और १९९२ में व्यापारिक दृष्टी से सफल फ़िल्म दीवाना से फ़िल्म क्षेत्र में कदम रखा। इस फ़िल्म के लिए उन्हें फ़िल्मफ़ेयर प्रथम अभिनय पुरस्कार प्रदान किया गया। इसके पश्च्यात उन्होंने कई फ़िल्मों में नकारात्मक भूमिकाएं अदा की जिनमे डर (१९९३), बाज़ीगर (१९९३) और अंजाम (१९९४) शामिल है। वे कई प्रकार की भूमिकाओं में दिखे व भिन्न-भिन्न प्रकार की फ़िल्मों में कार्य किया जिनमे रोमांस फ़िल्में, हास्य फ़िल्में, खेल फ़िल्में व ऐतिहासिक ड्रामा शामिल है। उनके द्वारा अभिनीत ग्यारह फ़िल्मों ने विश्वभर में १ बिलियन का व्यवसाय किया है। खान की कुछ फ़िल्में जैसे दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे (१९९५), कुछ कुछ होता है (१९९८), ''देवदास'' (२००२), ''चक दे! इंडिया'' (२००७), ओम शांति ओम (२००७), रब ने बना दी जोड़ी (२००८) और रा.वन (२०११) अबतक की सबसे बड़ी हीट फ़िल्मों में रही है और कभी खुशी कभी ग़म (२००१), कल हो ना हो (२००३), वीर ज़ारा (२००६)। वेल्थ रिसर्च फर्म वैल्थ एक्स के मुताबिक किंग खान पहले सबसे अमीर भारतीय अभिनेता बन गए हैं। फर्म ने अभिनेता की कुल संपत्ति 3660 करोड़ रूपए आंकी थी लेकिन अब 4000 करोङ बताई जाती है। .

नई!!: १९८९ और शाहरुख़ ख़ान · और देखें »

शिबू सोरेन

शिबू सोरेन (जन्म ११ जनवरी, १९४४) एक भारतीय राजनेता है। वे झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष है। २००४ में मनमोहन सिंह की सरकार में वे कोयला मंत्री बने लेकिन चिरूडीह कांड जिसमें 11 लोगों की ह्त्या हुई थी के सिलसिले में गिरफ़्तारी का वारंट जारी होने के बाद उन्हें केन्द्रीय मंत्रीमंडल से 24 जुलाई 2004 को इस्तीफ़ा देना पड़ा। आजकल वे झारखंड के दुमका लोकसभा सीट से छठी बार सांसद चुने गये हैं। शिबू का जन्म पुराने बिहार के हजारीबाग जिले में नामरा गाँव में हुआ था। उनकी स्कूली शिक्षा भी यहीं हुई। स्कूली शिक्षा समाप्त करने के बाद ही उनका विवाह हो गया और उन्होंने पिता को खेती के काम में मदद करने का निर्णय लिया। उनके राजनैतिक जीवन की शुरुआत 1970 में हुई। उन्होंने 23 जनवरी, 1975 को उन्होंने तथाकथित रूप से जामताड़ा जिले के चिरूडीह गाँव में "बाहरी" लोगों (आदिवासी जिन्हें "दिकू" नाम से बुलाते हैं) को खदेड़ने के लिये एक हिंसक भीड़ का नेतृत्व किया था। इस घटना में 11 लोग मारे गये थे। उन्हें 68 अन्य लोगों के साथ हत्या का अभियुक्त बनाया गया। शिबू पहली बार 1977 में लोकसभा के लिये चुनाव में खड़े हुये लेकिन उन्हें पराजय का मुँह देखना पड़ा। उनका यह सपना 1986 में पूरा हुआ। इसके बाद क्रमश: 1986, 1989, 1991, 1996 में भी चुनाव जीते। 2002 वे भाजपा की सहायता से राज्यसभा के लिये चुने गये। 2004 में वे दुमका से लोकसभा के लिये चुने गये और राज्यसभा की सीट से त्यागपत्र दे दिया। सन 2005 में झारखंड विधानसभा चुनावों के पश्चात वे विवादस्पद तरीक़े से झारखंड के मुख्यमंत्री बने, परंतु बहुमत साबित न कर सकने के कारण कुछ दिन पश्चात ही उन्हें इस्तीफ़ा देना पड़ा। .

नई!!: १९८९ और शिबू सोरेन · और देखें »

शिव-हरि

शिव-हरि नाम से दो संगीतकारों की जोड़ी प्रसिद्ध है.

नई!!: १९८९ और शिव-हरि · और देखें »

शिवा (1990 फ़िल्म)

शिवा 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और शिवा (1990 फ़िल्म) · और देखें »

शिवकुमार शर्मा

पंडित शिवकुमार शर्मा (जन्म १३ जनवरी, १९३८, जम्मू, भारत) प्रख्यात भारतीय संतूर वादक हैं। संतूर एक कश्मीरी लोक वाद्य होता है। इनका जन्म जम्मू में गायक पंडित उमा दत्त शर्मा के घर हुआ था। १९९९ में रीडिफ.कॉम को दिये एक साक्षातकार में उन्होंने बताया कि इनके पिता ने इन्हें तबला और गायन की शिक्षा तब से आरंभ कर दी थी, जब ये मात्र पाँच वर्ष के थे। इनके पिता ने संतूर वाद्य पर अत्यधिक शोध किया और यह दृढ़ निश्चय किया कि शिवकुमार प्रथम भारतीय बनें जो भारतीय शास्त्रीय संगीत को संतूर पर बजायें। तब इन्होंने १३ वर्ष की आयु से ही संतूर बजाना आरंभ किया और आगे चलकर इनके पिता का स्वप्न पूरा हुआ। इन्होंने अपना पहला कार्यक्रम बंबई में १९५५ में किया था। १९८८ में वादन करते हुए शिवकुमार शर्मा संतूर के महारथी होने के साथ साथ एक अच्छे गायक भी हैं। एकमात्र इन्हें संतूर को लोकप्रिय शास्त्रीय वाद्य बनाने में पूरा श्रेय जाता है। इन्होंने संगीत साधना आरंभ करते समय कभी संतूर के विषय में सोचा भी नहीं था, इनके पिता ने ही निश्चय किया कि ये संतूर बजाया करें। इनका प्रथम एकल एल्बम १९६० में आया। १९६५ में इन्होंने निर्देशक वी शांताराम की नृत्य-संगीत के लिए प्रसिद्ध हिन्दी फिल्म झनक झनक पायल बाजे का संगीत दिया। १९६७ में इन्होंने प्रसिद्ध बांसुरी वादक पंडित हरिप्रसाद चौरसिया और पंडित बृजभूषण काबरा की संगत से एल्बम कॉल ऑफ द वैली बनाया, जो शास्त्रीय संगीत में बहुत ऊंचे स्थान पर गिना जाता है। इन्होंने पं.

नई!!: १९८९ और शिवकुमार शर्मा · और देखें »

शैलेश मटियानी

शैलेश मटियानी (१४ अक्टूबर १९३१ - २४ अप्रैल २००१) आधुनिक हिन्दी साहित्य-जगत् में नयी कहानी आन्दोलन के दौर के कहानीकार एवं प्रसिद्ध गद्यकार थे। उन्होंने 'बोरीवली से बोरीबन्दर' तथा 'मुठभेड़', जैसे उपन्यास, चील, अर्धांगिनी जैसी कहानियों के साथ ही अनेक निबंध तथा प्रेरणादायक संस्मरण भी लिखे हैं। उनके हिन्दी साहित्य के प्रति प्रेरणादायक समर्पण व उत्कृष्ट रचनाओं के फलस्वरूप आज भी उत्तराखण्ड सरकार द्वारा उत्तराखण्ड राज्य में पुरस्कार का वितरण होता है। .

नई!!: १९८९ और शैलेश मटियानी · और देखें »

शीन ते वतपोद

शीन ते वतपोद कश्मीरी भाषा के विख्यात साहित्यकार प्राण किशोर द्वारा रचित एक उपन्यास है जिसके लिये उन्हें सन् 1989 में कश्मीरी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९८९ और शीन ते वतपोद · और देखें »

शीला दीक्षित

श्रीमती शीला दीक्षित भारत के केरल राज्य की पूर्व राज्यपाल हैं। केरल के राज्‍यपाल श्री निखिल कुमार के त्‍यागपत्र देने के पश्चात् उनकी नियुक्ति इस पद पर की गई थी। इससे पूर्व वे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली राज्य की मुख्य मंत्री रह चुकी हैं। वे देश की पहली ऐसी महिला मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने लगातार तीन बार मुख्यमंत्री पद संभाला। इनको 17 दिसंबर,2008 में लगातार तीसरी बार दिल्ली विधान सभा के लिये चुना गया था। 2013 में हुए विधान सभा चुनाव में कांग्रेस को मिली हार के बाद उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। वे दिल्ली की दूसरी महिला मुख्य मंत्री थीं।2017 के उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में कांगेस पार्टी की मुख्यमंत्री पद लिये उम्मीदवार घोषित की गई है। .

नई!!: १९८९ और शीला दीक्षित · और देखें »

सचिन तेंदुलकर

सचिन रमेश तेंदुलकर (अंग्रेजी उच्चारण:, जन्म: २४ अप्रैल १९७३) क्रिकेट के इतिहास में विश्व के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ौं में गिने जाते हैं। भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित होने वाले वह सर्वप्रथम खिलाड़ी और सबसे कम उम्र के व्यक्ति हैं। राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित एकमात्र क्रिकेट खिलाड़ी हैं। सन् २००८ में वे पद्म विभूषण से भी पुरस्कृत किये जा चुके है। सन् १९८९ में अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण के पश्चात् वह बल्लेबाजी में कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं। उन्होंने टेस्ट व एक दिवसीय क्रिकेट, दोनों में सर्वाधिक शतक अर्जित किये हैं। वे टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ हैं। इसके साथ ही टेस्ट क्रिकेट में १४००० से अधिक रन बनाने वाले वह विश्व के एकमात्र खिलाड़ी हैं। एकदिवसीय मैचों में भी उन्हें कुल सर्वाधिक रन बनाने का कीर्तिमान प्राप्त है।    उन्होंने अपना पहला प्रथम श्रेणी क्रिकेट मैच मुम्बई के लिये १४ वर्ष की उम्र में खेला था। उनके अन्तर्राष्ट्रीय खेल जीवन की शुरुआत १९८९ में पाकिस्तान के खिलाफ कराची से हुई। सचिन क्रिकेट जगत के सर्वाधिक प्रायोजित खिलाड़ी हैं और विश्व भर में उनके अनेक प्रशंसक हैं। उनके प्रशंसक उन्हें प्यार से भिन्न-भिन्न नामों से पुकारते हैं जिनमें सबसे प्रचलित लिटिल मास्टर व मास्टर ब्लास्टर है। क्रिकेट के अलावा वह अपने ही नाम के एक सफल रेस्टोरेंट के मालिक भी हैं। तत्काल में वह राज्य सभा के सदस्य हैं, सन् २०१२ में उन्हें राज्य सभा के सदस्य के रूप में नामित किया गया था। क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर पर फिल्म ‘सचिन: ए बिलियन ड्रीम्स’ बनी। इस फ़िल्म का टीज़र भी बहुत रोमांचक हैं। टीजर में एक ऐसे इंसान को उसी की कहानी सुनाते हुए देखेंगे जो एक शरारती बच्चे से एक हीरो बनकर उभरता है। ख़ुद सचिन तेंदुलकर का भी ये मानना है कि क्रिकेट खेलने से अधिक चुनौतीपूर्ण अभिनय करना है।सचिन – ए बिलियन ड्रीम्स’ का निर्माण रवि भगचंदका ने किया है और इसका निर्देशन जेम्स अर्सकिन ने। .

नई!!: १९८९ और सचिन तेंदुलकर · और देखें »

सच्चाई की ताकत (1989 फ़िल्म)

सच्चाई की ताकत 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और सच्चाई की ताकत (1989 फ़िल्म) · और देखें »

सच्चे का बोलबाला (1989 फ़िल्म)

सच्चे का बोलबाला 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और सच्चे का बोलबाला (1989 फ़िल्म) · और देखें »

सत्यपाल मलिक

सत्यपाल मलिक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं। ३० सितम्बर २०१७ से बिहार राज्य के राज्यपाल हैं। इससे पहले अलीगढ़ सीट से १९८९ से १९९१ तक जनता दल की तरफ से सांसद रहे। १९९६ में समाजवादी पार्टी की तरफ से फिर चुनाव लड़े लेकिन हार गए। मेरठ के एक कॉलेज से उन्होंने पढ़ाई की है। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं। .

नई!!: १९८९ और सत्यपाल मलिक · और देखें »

सन्यासी विद्रोह

अट्ठारहवीँ शती के अन्तिम वर्षों में अंग्रेजी शासन के विरुद्ध तत्कालीन भारत के कुछ भागों में सन्यासियों ने बडे ही उग्र आन्दोलन किये थे जिसे इतिहास में सन्यासी विद्रोह कहा जाता है। यह आन्दोलन अधिकांशतः उस समय ब्रिटिश भारत के बंगाल प्रान्त में हुआ था। बांग्ला भाषा के सुप्रसिद्ध उपन्यासकार बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय का सन १८८२ में रचित उपन्यास आनन्द मठ इसी विद्रोह की घटना पर आधारित है। देशभक्ति से परिपूर्ण कालजयी रचना वन्दे मातरम् इसी उपन्यास की उपज है जो आगे चलकर भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम का मूलमन्त्र बनी। .

नई!!: १९८९ और सन्यासी विद्रोह · और देखें »

साँची का स्तूप

सांची भारत के मध्य प्रदेश राज्य के रायसेन जिले, में बेतवा नदी के तट स्थित एक छोटा सा गांव है। यह भोपाल से ४६ कि॰मी॰ पूर्वोत्तर में, तथा बेसनगर और विदिशा से १० कि॰मी॰ की दूरी पर मध्य प्रदेश के मध्य भाग में स्थित है। यहां कई बौद्ध स्मारक हैं, जो तीसरी शताब्दी ई.पू.

नई!!: १९८९ और साँची का स्तूप · और देखें »

संतोष (1989 फ़िल्म)

संतोष 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और संतोष (1989 फ़िल्म) · और देखें »

संप्रति

संप्रति कन्नड़ भाषा के विख्यात साहित्यकार हा. मा. नायक द्वारा रचित एक निबंध–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1989 में कन्नड़ भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९८९ और संप्रति · और देखें »

सुरेश शंकर नाडकर्णी

सुरेश शंकर नाडकर्णी को सन १९८९ में भारत सरकार द्वारा उद्योग एवं व्यापार के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये महाराष्ट्र से हैं। श्रेणी:१९८९ पद्म भूषण.

नई!!: १९८९ और सुरेश शंकर नाडकर्णी · और देखें »

सौतन की बेटी

श्रेणी:1989 में बनी हिन्दी फ़िल्म श्रेणी:कमलेश्वर.

नई!!: १९८९ और सौतन की बेटी · और देखें »

सूर्या (1989 फ़िल्म)

सूर्या 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और सूर्या (1989 फ़िल्म) · और देखें »

सोध समुंदरें दी

सोध समुंदरें दी डोगरी भाषा के विख्यात साहित्यकार मोहनलाल सपोलिया द्वारा रचित एक कविता–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1989 में डोगरी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९८९ और सोध समुंदरें दी · और देखें »

सोनू वालिया

सोनू वालिया हिन्दी फ़िल्मों की एक अभिनेत्री हैं। .

नई!!: १९८९ और सोनू वालिया · और देखें »

सोंशयाचे कान

सोंशयाचे कान कोंकणी भाषा के विख्यात साहित्यकार चा. फ्र. डि’ कोश्‍टा द्वारा रचित एक कविता–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1989 में कोंकणी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९८९ और सोंशयाचे कान · और देखें »

हथियार (1989 फ़िल्म)

हथियार 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और हथियार (1989 फ़िल्म) · और देखें »

हम भी इंसान हैं (1989 फ़िल्म)

हम भी इंसान हैं 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और हम भी इंसान हैं (1989 फ़िल्म) · और देखें »

हरवलेले दिवस

हरवलेले दिवस मराठी भाषा के विख्यात साहित्यकार प्रभाकर वामन ऊर्ध्वेरेषे द्वारा रचित एक आत्मकथा है जिसके लिये उन्हें सन् 1989 में मराठी भाषा के लिए मरणोपरांत साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९८९ और हरवलेले दिवस · और देखें »

हल्क होगन

टेरी ज़ीन बोलिआ (जन्म 11 अगस्त 1953), जो अपने रिंग नाम हल्क होगन द्वारा बेहतर जाने जाते हैं, एक पेशेवर पहलवान हैं, जो अभी टोटल नॉन स्टॉप ऐक्शन रेस्लिंग के साथ अनुबंधित हैं। होगन को 1980 के दशक के मध्य से 1990 के दशक के प्रारंभ तक वर्ल्ड रेस्लिंग फ़ेडरेशन (WWF-अब वर्ल्ड रेस्लिंग एन्टरटेन्मेंट) में संपूर्ण अमरीकी, श्रमजीवी समुदाय के नायक चरित्र हल्क होगन के रूप में अमरीकी मुख्यधारा में लोकप्रियता हासिल हुई और 1990 के दशक के मध्य-से-अंत तक वे केविन नैश और स्कॉट हॉल के साथ वर्ल्ड चैंपियनशिप रेस्लिंग (WCW) में "हॉलीवुड" होगन, खलनायक nWo नेता, के रूप में प्रसिद्ध थे। WCW की समाप्ति के बाद उन्होंने 2000 के दशक के प्रारंभ में अपनी दो सर्वाधिक प्रसिद्ध छवियों के तत्वों को संयोजित करके अपने वीरतापूर्ण चरित्र को दोहराते हुए WWE में एक संक्षिप्त वापसी की। बाद में 2005 में होगन को WWE के हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया और वे बारह बार विश्व हेवीवेट विजेता: छः बार WWF/E विजेता व छः बारWCW विश्व हेवीवेट विजेता और साथ ही एज के साथ पूर्व विश्व टैग टीम विजेता रहे हैं। वे 1990 और 1991 में रॉयल रम्बल के विजेता भी रहे हैं और वे लगातार दो रॉयल रम्बल जीतने वाले पहले व्यक्ति हैं। .

नई!!: १९८९ और हल्क होगन · और देखें »

हंसमुख धीरजलाल सांकलिया

हंसमुख धीरजलाल सांकलिया (सन १९४०) हंसमुख धीरजलाल सांकलिया (दिसंबर १०, १९०८, मुंबई - जनवरी २८, १९८९, पुणे) को प्रशासकीय सेवा के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा सन १९७४ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये महाराष्ट्र से हैं। श्रेणी:१९७४ पद्म भूषण श्रेणी:पुरातत्व वैज्ञानिक.

नई!!: १९८९ और हंसमुख धीरजलाल सांकलिया · और देखें »

हेपेटाइटिस सी

यकृतशोथ ग (हेपेटाइटिस सी) एक संक्रामक रोग है जो हेपेटाइटिस सी वायरस एचसीवी (HCV) की वजह से होता है और यकृत को प्रभावित करता है.

नई!!: १९८९ और हेपेटाइटिस सी · और देखें »

जमारो

जमारो राजस्थानी भाषा के विख्यात साहित्यकार यादवेन्द्र शर्मा ‘चंद्र’ द्वारा रचित एक कहानी–संकलन है जिसके लिये उन्हें सन् 1989 में राजस्थानी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९८९ और जमारो · और देखें »

ज़ख्म (1989 फ़िल्म)

ज़ख्म 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और ज़ख्म (1989 फ़िल्म) · और देखें »

ज़ुर्रत (1989 फ़िल्म)

ज़ुर्रत 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और ज़ुर्रत (1989 फ़िल्म) · और देखें »

जादूगर (1989 फ़िल्म)

जादूगर 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और जादूगर (1989 फ़िल्म) · और देखें »

जायदाद (1989 फ़िल्म)

जायदाद 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और जायदाद (1989 फ़िल्म) · और देखें »

जंगबाज़ (1989 फ़िल्म)

जंगबाज़ 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और जंगबाज़ (1989 फ़िल्म) · और देखें »

जैसी करनी वैसी भरनी (1989 फ़िल्म)

जैसी करनी वैसी भरनी 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और जैसी करनी वैसी भरनी (1989 फ़िल्म) · और देखें »

जूनिअस रिचर्ड जयवर्धने

जूनिअस रिचर्ड जयवर्धने (१७ सितंबर, १९०६, कोलंबो, - १ नवंबर, १९९६), ४ फरवरी, १९७८ से २ जनवरी, १९८९ तक श्रीलंका के राष्ट्रपति थे। जू.रि.

नई!!: १९८९ और जूनिअस रिचर्ड जयवर्धने · और देखें »

जॉर्ज हर्बर्ट वॉकर बुश

जॉर्ज हर्बर्ट वॉकर बुश संयुक्त राज्य अमरीका के राष्ट्रपति थे। इनका कार्यकाल १९८९ से १९९३ तक था। ये रिपब्लिकन पार्टी से थे। श्रेणी:अमेरिका के राष्ट्रपति श्रेणी:अमेरिकी राजनीतिज्ञ.

नई!!: १९८९ और जॉर्ज हर्बर्ट वॉकर बुश · और देखें »

जॉर्ज वॉकर बुश

6 जुलाई 1946 को जन्मे जॉर्ज वॉकर बुश अमरीका के 43वें राष्ट्रपति थे। उन्होंने अपना पदभार 20 जनवरी सन 2001 को ग्रहण किया था। 20 जनवरी, 2009 को उन्होंने डैमोक्रेटिक पार्टी के नव निर्वाचित बराक ओबामा को सत्ता सौंप दी। बुश को सन 2004 के राष्ट्रपति के चुनाव में चार वर्षों के लिये दोबारा चुन लिया गया था। राजनीति में प्रवेश करने से पहले श्री बुश एक व्यापारी थे। तेल और गैस का उत्पादन करने वाली कई कंपनियों से वे जुड़े रहे थे और 1989 से 1998 तक टेक्सस रेंजर्स बेसबाल क्लब के सह मालिकों में से एक थे। वे सन 1995 से सन 2000 तक टेक्सस राज्य के राज्यपाल भी रह चुके हैं। उनके परिवार के सभी सदस्य राजनीति में काफी घनिष्ठ रूप से जुड़े हुये हैं। श्री बुश के पिता जॉर्ज हर्बट वॉकर बुश स्वयं अमरीका के भूतपूर्व राष्ट्रपति हैं। श्री बुश के बड़े भाई जेब बुश फ्लोरिडा के वर्तमान राज्यपाल हैं। श्रेणी:अमेरिका के राष्ट्रपति.

नई!!: १९८९ और जॉर्ज वॉकर बुश · और देखें »

जोशीले (1989 फ़िल्म)

जोशीले 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और जोशीले (1989 फ़िल्म) · और देखें »

जीवाणु

जीवाणु जीवाणु एक एककोशिकीय जीव है। इसका आकार कुछ मिलिमीटर तक ही होता है। इनकी आकृति गोल या मुक्त-चक्राकार से लेकर छड़, आदि आकार की हो सकती है। ये अकेन्द्रिक, कोशिका भित्तियुक्त, एककोशकीय सरल जीव हैं जो प्रायः सर्वत्र पाये जाते हैं। ये पृथ्वी पर मिट्टी में, अम्लीय गर्म जल-धाराओं में, नाभिकीय पदार्थों में, जल में, भू-पपड़ी में, यहां तक की कार्बनिक पदार्थों में तथा पौधौं एवं जन्तुओं के शरीर के भीतर भी पाये जाते हैं। साधारणतः एक ग्राम मिट्टी में ४ करोड़ जीवाणु कोष तथा १ मिलीलीटर जल में १० लाख जीवाणु पाए जाते हैं। संपूर्ण पृथ्वी पर अनुमानतः लगभग ५X१०३० जीवाणु पाए जाते हैं। जो संसार के बायोमास का एक बहुत बड़ा भाग है। ये कई तत्वों के चक्र में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं, जैसे कि वायुमंडलीय नाइट्रोजन के स्थरीकरण में। हलाकि बहुत सारे वंश के जीवाणुओं का श्रेणी विभाजन भी नहीं हुआ है तथापि लगभग आधी प्रजातियों को किसी न किसी प्रयोगशाला में उगाया जा चुका है। जीवाणुओं का अध्ययन बैक्टिरियोलोजी के अन्तर्गत किया जाता है जो कि सूक्ष्म जैविकी की ही एक शाखा है। मानव शरीर में जितनी भी मानव कोशिकाएं है, उसकी लगभग १० गुणा संख्या तो जीवाणु कोष की ही है। इनमें से अधिकांश जीवाणु त्वचा तथा अहार-नाल में पाए जाते हैं। हानिकारक जीवाणु इम्यून तंत्र के रक्षक प्रभाव के कारण शरीर को नुकसान नहीं पहुंचा पाते। कुछ जीवाणु लाभदायक भी होते हैं। अनेक प्रकार के परजीवी जीवाणु कई रोग उत्पन्न करते हैं, जैसे - हैजा, मियादी बुखार, निमोनिया, तपेदिक या क्षयरोग, प्लेग इत्यादि.

नई!!: १९८९ और जीवाणु · और देखें »

ईचीरो मिज़ूकी

ईचीरो मिज़ूकी (चीनी: 水木一郎) (7 जनवरी 1948-) एक प्रसिद्ध जापान के गायक, संगीतकार और अभिनेता है। .

नई!!: १९८९ और ईचीरो मिज़ूकी · और देखें »

ईश्वर (1989 फ़िल्म)

ईश्वर 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और ईश्वर (1989 फ़िल्म) · और देखें »

घराना (१९८९ फ़िल्म)

घराना 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और घराना (१९८९ फ़िल्म) · और देखें »

वन्दे मातरम्

'''वन्दे मातरम्''' के रचयिता बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय वन्दे मातरम् (बाँग्ला: বন্দে মাতরম) अवनीन्द्रनाथ टैगोर द्वारा बनाया गया भारतमाता का चित्र बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय द्वारा संस्कृत बाँग्ला मिश्रित भाषा में रचित इस गीत का प्रकाशन सन् १८८२ में उनके उपन्यास आनन्द मठ में अन्तर्निहित गीत के रूप में हुआ था। इस उपन्यास में यह गीत भवानन्द नाम के संन्यासी द्वारा गाया गया है। इसकी धुन यदुनाथ भट्टाचार्य ने बनायी थी। सन् २००३ में, बीबीसी वर्ल्ड सर्विस द्वारा आयोजित एक अन्तरराष्ट्रीय सर्वेक्षण में, जिसमें उस समय तक के सबसे मशहूर दस गीतों का चयन करने के लिये दुनिया भर से लगभग ७,००० गीतों को चुना गया था और बी०बी०सी० के अनुसार १५५ देशों/द्वीप के लोगों ने इसमें मतदान किया था उसमें वन्दे मातरम् शीर्ष के १० गीतों में दूसरे स्थान पर था। .

नई!!: १९८९ और वन्दे मातरम् · और देखें »

विद्याधर सूरजप्रसाद नैपाल

वी एस नाइपॉल या विद्याधर सूरजप्रसाद नैपालका जन्म १७ अगस्त सन १९३२ को ट्रिनिडाड के चगवानस (Chaguanas) में हुआ। उनहे नुतन अंग्रेज़ी छंद का गुरु कहा जाता है। वे कई साहित्यिक पुरस्कार से सम्मानित किये जा चुके हे, इनमे जोन लिलवेलीन रीज पुरस्कार (१९५८), दी सोमरसेट मोगम अवाङँ (१९८०), दी होवथोरडन पुरस्कार (1964), दी डबलु एच स्मिथ साहित्यिक अवाङँ (१९६८), दी बुकर पुरस्कार (१९७१), तथा दी डेविड कोहेन पुरस्कार (१९९३) ब्रिटिश साहित्य मे जीवन परयंत कायँ के लिए, प्रमुख है। वी एस नैपाल को २००१ मे साहित्य मे नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। २००८ मे दी टाईम्स ने वी एस नैपाल को अपनी ५० महान ब्रिटिश साहित्यकारो की सुची मे सातवां स्थान दिया। .

नई!!: १९८९ और विद्याधर सूरजप्रसाद नैपाल · और देखें »

विश्व मुक्केबाजी प्रतियोगिता

विश्व एमेच्योर मुक्केबाजी प्रतियोगिता, मुक्केबाजी प्रतियोगिताओं में सबसे बड़ी होती है। इसका आयोजन AIBA द्वारा किया जाता है। इस प्रतियोहिता का प्रथम आयोजन क्यूबा में हवाना शहर में १७-३० अगस्त, १९७४ में किया गया था। वर्ष २००३ में भार श्रेणियां १२ से घटाकर ११ कर दी गयीं। यहां हल्के मध्यम भार श्रेणी (-७१ कि.ग्रा) को हटा दिया गया था। इस तरीके की महिला मुक्केबाजी प्रतियोगिता का प्रथम आयोजन २००१ में स्क्रैन्टन, संयुक्त राज्य में किया गया था। .

नई!!: १९८९ और विश्व मुक्केबाजी प्रतियोगिता · और देखें »

विश्वनाथ प्रताप सिंह

विश्वनाथ प्रताप सिंह भारत गणराज्य के आठवें प्रधानमंत्री थे और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके है। उनका शासन एक साल से कम चला, २ दिसम्बर १९८९ से १० नवम्बर १९९० तक। विश्वनाथ प्रताप सिंह (जन्म- 25 जून 1931 उत्तर प्रदेश; मृत्यु- 27 नवम्बर 2008, दिल्ली)। विश्वनाथ प्रताप सिंह भारत के आठवें प्रधानमंत्री थे। राजीव गांधी सरकार के पतन के कारण प्रधानमंत्री बने विश्वनाथ प्रताप सिंह ने आम चुनाव के माध्यम से 2 दिसम्बर 1989 को यह पद प्राप्त किया था। सिंह प्रधान मंत्री के रूप में भारत की पिछड़ी जातियों में सुधार करने की कोशिश के लिए जाने जाते हैं। .

नई!!: १९८९ और विश्वनाथ प्रताप सिंह · और देखें »

वॉयेजर द्वितीय

वायेजर द्वितीय एक अमरीकी मानव रहित अंतरग्रहीय शोध यान था जिसे वायेजर १ से पहले २० अगस्त १९७७ को अमरीकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा द्वारा प्रक्षेपित किया गया था। यह काफी कुछ अपने पूर्व संस्करण यान वायेजर १ के समान ही था, किन्तु उससे अलग इसका यात्रा पथ कुछ धीमा है। इसे धीमा रखने का कारण था इसका पथ युरेनस और नेपचून तक पहुंचने के लिये अनुकूल बनाना। इसके पथ में जब शनि ग्रह आया, तब उसके गुरुत्वाकर्षण के कारण यह युरेनस की ओर अग्रसर हुआ था और इस कारण यह भी वायेजर १ के समान ही बृहस्पति के चन्द्रमा टाईटन का अवलोकन नहीं कर पाया था। किन्तु फिर भी यह युरेनस और नेपच्युन तक पहुंचने वाला प्रथम यान था। इसकी यात्रा में एक विशेष ग्रहीय परिस्थिति का लाभ उठाया गया था जिसमे सभी ग्रह एक सरल रेखा मे आ जाते है। यह विशेष स्थिति प्रत्येक १७६ वर्ष पश्चात ही आती है। इस कारण इसकी ऊर्जा में बड़ी बचत हुई और इसने ग्रहों के गुरुत्व का प्रयोग किया था। .

नई!!: १९८९ और वॉयेजर द्वितीय · और देखें »

वॉरेन बफे

वॉरेन बफे | spouse .

नई!!: १९८९ और वॉरेन बफे · और देखें »

खून भरी माँग

खून भरी माँग 1988 में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। राकेश रोशन द्वारा निर्देशित और निर्मित यह फिल्म एक आलोचनात्मक और व्यावसायिक सफलता थी। .

नई!!: १९८९ और खून भरी माँग · और देखें »

खोज (1989 फ़िल्म)

खोज 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और खोज (1989 फ़िल्म) · और देखें »

गणशत्रु (१९८९ फ़िल्म)

गणशत्रु 1989 में बनी बांग्ला भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और गणशत्रु (१९८९ फ़िल्म) · और देखें »

गरीबों का दाता (1989 फ़िल्म)

गरीबों का दाता 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और गरीबों का दाता (1989 फ़िल्म) · और देखें »

गलियों का बादशाह (१९८९ फ़िल्म)

गलियों का बादशाह 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और गलियों का बादशाह (१९८९ फ़िल्म) · और देखें »

गिरिलाल जैन

गिरिलाल जैन (1924 – 19 जुलाई 1993) भारत के प्रसिद्ध पत्रकार थे। वे सन १९७८ से सन १९८८ तक टाइम्स ऑफ इण्डिया के सम्पादक थे। उनको सन १९८९ में भारत सरकार द्वारा साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। .

नई!!: १९८९ और गिरिलाल जैन · और देखें »

गिरिजा देवी

गिरिजा देवी (8 मई 1929 - 24 अक्टूबर 2017) सेनिया और बनारस घरानों की एक प्रसिद्ध भारतीय शास्त्रीय गायिका थीं। वे शास्त्रीय और उप-शास्त्रीय संगीत का गायन करतीं थीं। ठुमरी गायन को परिष्कृत करने तथा इसे लोकप्रिय बनाने में इनका बहुत बड़ा योगदान है। गिरिजा देवी को सन २०१६ में पद्म विभूषण एवं १९८९ में भारत सरकार द्वारा कला के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। .

नई!!: १९८९ और गिरिजा देवी · और देखें »

गुलाम मुस्तफ़ा जतोई

गुलाम मुस्तफा जितोय गुलाम मुस्तफा जतोई पाकिस्तान राजनीतिज्ञ और पूर्व कार्यवाहक प्रधानमंत्री, नेशनल पीपल्स पार्टी के प्रमुख और प्रसिद्ध राजनेता गुलाम मुस्तफा जितोई 14 अगस्त 1931 को सिंध के जिला नवाब शाह क्षेत्र न्यू जितोई में पैदा हुए और लम्बी बीमारी के बाद 78 साल की उम्र में 20 नवंबर 2009 को लंदन में निधन हुए। .

नई!!: १९८९ और गुलाम मुस्तफ़ा जतोई · और देखें »

गुजरात के मुख्यमंत्रियों की सूची

गुजरात के मुख्यमंत्रियों की क्रमवार सूची ** resumed office श्रेणी:गुजरात की राजनीति श्रेणी:गुजरात श्रेणी:मुख्यमंत्री श्रेणी:भारतीय राज्यों के मुख्यमंत्रियों की सूचियाँ.

नई!!: १९८९ और गुजरात के मुख्यमंत्रियों की सूची · और देखें »

ग्रैंड स्लैम टेनिस विजेताओं की सूची

List of Men's Singles Grand Slam tournaments tennis champions: .

नई!!: १९८९ और ग्रैंड स्लैम टेनिस विजेताओं की सूची · और देखें »

ग्रेट एक्स्पेक्टैशन

ग्रेट एक्स्पेक्टैशन चार्ल्स डिकेंस का एक उपन्यास है। इसे सबसे पहले 1 दिसम्बर 1860 से 3 अगस्त 1861 तक ऑल द इयर राउंड प्रकाशन की एक श्रृंखला के रूप में प्रकाशित किया गया। इसे 250 से अधिक बार स्टेज और स्क्रीन के लिए चुना गया है। ग्रेट एक्स्पेक्टैशन बिल्दुंग्सरोमन (bildungsroman) की शैली में लिखा गया है, जो अपनी परिपक्वता की खोज में किसी पुरुष या महिला की कहानी का अनुसरण करती है, आम तौर पर यह बचपन से शुरू होती है और अंततः मुख्य पात्र की वयस्कता में समाप्त होती है। ग्रेट एक्स्पेक्टैशन एक अनाथ पिप की कहानी है, जो उसके जीवन के बारे में लिखी गयी है, जो एक जेंटलमेन बनने का प्रयास कर रहा है। उपन्यास को डिकेंस की अर्द्ध-आत्मकथा भी माना जा सकता है, उनके अधिकांश काम की तरह वे इस उपन्यास में भी जीवन और लोगों के अनुभव का चित्रण कर रहे हैं। ग्रेट एक्स्पेक्टैशन का मुख्य कथानक 1812 के क्रिसमस की पूर्व संध्या से शुरू होता है, जब नायक लगभग सात साल का है (जो डिकेंस के जन्म का साल भी है) और यह 1840 की सर्दियों तक जाता है। .

नई!!: १९८९ और ग्रेट एक्स्पेक्टैशन · और देखें »

गैर कानूनी (1989 फ़िल्म)

गैर कानूनी 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और गैर कानूनी (1989 फ़िल्म) · और देखें »

गैलिलेयो (अंतरिक्ष यान)

गैलिलेयो यान निर्मित होते हुए गैलिलेयो (या गैलिलियो) एक अमेरिकी अंतरिक्ष अन्वेषण यान था जो कि बृहस्पति ग्रह का अन्वेषण करता था। गैलिलेयो (Galileo) अमेरिकी अंतरिक्ष अनुसंधान संस्था नासा द्वारा अंतरिक्ष शटल अटलांटिस से भेजा गया अंतरिक्ष यान था जो हमारे सौर मंडल के सबसे बड़े ग्रह बृहस्पति और उसके प्राकृतिक उपग्रहों का अध्ययन करने के लिए भेजा गया था। यह परिक्रमा करने वाले ऑर्बिटर प्रकार का था। .

नई!!: १९८९ और गैलिलेयो (अंतरिक्ष यान) · और देखें »

गोविन्द बल्लभ पन्त अभियान्त्रिकी महाविद्यालय

गोविन्द बल्लभ पंत अभियान्त्रिकी महाविद्यालय भारत के उत्तराखण्ड राज्य में उच्च तकनीकी शिक्षा का संस्थान है जिसका संचालन उत्तराखण्ड सरकार करती है। इसकी स्थापना १९८९ में महान स्वतन्त्रता सेनानी और पद्म रत्न श्री से सम्मानित गोविन्द बल्लभ पंत के सम्मानमें कि गई थी। यह महाविद्यालय गढ़वाल हिमालय में समुद्रतल से १,८०० मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। महाविद्यालय कुअल १६९ एकड़ में फैला हुआ है। महाविद्यालय का वातावरण शान्त, सौहार्दपूर्ण, पर्वतीय और प्रदूषण मुक्त है और मनोहारी दृश्य कैम्पस के चारों ओर से है। गर्मियाँ अधिकतम ३०० से॰ तापमान के साथ सुहावनी होती हैं और दो महीने तक रहती है और बाकि के दस महीनें मौसम ठण्डा रहता है। .

नई!!: १९८९ और गोविन्द बल्लभ पन्त अभियान्त्रिकी महाविद्यालय · और देखें »

ओड़िशा का इतिहास

प्राचीन काल से मध्यकाल तक ओडिशा राज्य को कलिंग, उत्कल, उत्करात, ओड्र, ओद्र, ओड्रदेश, ओड, ओड्रराष्ट्र, त्रिकलिंग, दक्षिण कोशल, कंगोद, तोषाली, छेदि तथा मत्स आदि नामों से जाना जाता था। परन्तु इनमें से कोई भी नाम सम्पूर्ण ओडिशा को इंगित नहीं करता था। अपितु यह नाम समय-समय पर ओडिशा राज्य के कुछ भाग को ही प्रस्तुत करते थे। वर्तमान नाम ओडिशा से पूर्व इस राज्य को मध्यकाल से 'उड़ीसा' नाम से जाना जाता था, जिसे अधिकारिक रूप से 04 नवम्बर, 2011 को 'ओडिशा' नाम में परिवर्तित कर दिया गया। ओडिशा नाम की उत्पत्ति संस्कृत के शब्द 'ओड्र' से हुई है। इस राज्य की स्थापना भागीरथ वंश के राजा ओड ने की थी, जिन्होने अपने नाम के आधार पर नवीन ओड-वंश व ओड्र राज्य की स्थापना की। समय विचरण के साथ तीसरी सदी ई०पू० से ओड्र राज्य पर महामेघवाहन वंश, माठर वंश, नल वंश, विग्रह एवं मुदगल वंश, शैलोदभव वंश, भौमकर वंश, नंदोद्भव वंश, सोम वंश, गंग वंश व सूर्य वंश आदि सल्तनतों का आधिपत्य भी रहा। प्राचीन काल में ओडिशा राज्य का वृहद भाग कलिंग नाम से जाना जाता था। सम्राट अशोक ने 261 ई०पू० कलिंग पर चढ़ाई कर विजय प्राप्त की। कर्मकाण्ड से क्षुब्द हो सम्राट अशोक ने युद्ध त्यागकर बौद्ध मत को अपनाया व उनका प्रचार व प्रसार किया। बौद्ध धर्म के साथ ही सम्राट अशोक ने विभिन्न स्थानों पर शिलालेख गुदवाये तथा धौली व जगौदा गुफाओं (ओडिशा) में धार्मिक सिद्धान्तों से सम्बन्धित लेखों को गुदवाया। सम्राट अशोक, कला के माध्यम से बौद्ध धर्म का प्रचार करना चाहते थे इसलिए सम्राट अशोक ने बौद्ध धर्म को और अधिक विकसित करने हेतु ललितगिरि, उदयगिरि, रत्नागिरि व लगुन्डी (ओडिशा) में बोधिसत्व व अवलोकेतेश्वर की मूर्तियाँ बहुतायत में बनवायीं। 232 ई०पू० सम्राट अशोक की मृत्यु के पश्चात् कुछ समय तक मौर्य साम्राज्य स्थापित रहा परन्तु 185 ई०पू० से कलिंग पर चेदि वंश का आधिपत्य हो गया था। चेदि वंश के तृतीय शासक राजा खारवेल 49 ई० में राजगद्दी पर बैठा तथा अपने शासन काल में जैन धर्म को विभिन्न माध्यमों से विस्तृत किया, जिसमें से एक ओडिशा की उदयगिरि व खण्डगिरि गुफाऐं भी हैं। इसमें जैन धर्म से सम्बन्धित मूर्तियाँ व शिलालेख प्राप्त हुए हैं। चेदि वंश के पश्चात् ओडिशा (कलिंग) पर सातवाहन राजाओं ने राज्य किया। 498 ई० में माठर वंश ने कलिंग पर अपना राज्य कर लिया था। माठर वंश के बाद 500 ई० में नल वंश का शासन आरम्भ हो गया। नल वंश के दौरान भगवान विष्णु को अधिक पूजा जाता था इसलिए नल वंश के राजा व विष्णुपूजक स्कन्दवर्मन ने ओडिशा में पोडागोड़ा स्थान पर विष्णुविहार का निर्माण करवाया। नल वंश के बाद विग्रह एवं मुदगल वंश, शैलोद्भव वंश और भौमकर वंश ने कलिंग पर राज्य किया। भौमकर वंश के सम्राट शिवाकर देव द्वितीय की रानी मोहिनी देवी ने भुवनेश्वर में मोहिनी मन्दिर का निर्माण करवाया। वहीं शिवाकर देव द्वितीय के भाई शान्तिकर प्रथम के शासन काल में उदयगिरी-खण्डगिरी पहाड़ियों पर स्थित गणेश गुफा (उदयगिरी) को पुनः निर्मित कराया गया तथा साथ ही धौलिगिरी पहाड़ियों पर अर्द्यकवर्ती मठ (बौद्ध मठ) को निर्मित करवाया। यही नहीं, राजा शान्तिकर प्रथम की रानी हीरा महादेवी द्वारा 8वीं ई० हीरापुर नामक स्थान पर चौंसठ योगनियों का मन्दिर निर्मित करवाया गया। 6वीं-7वीं शती कलिंग राज्य में स्थापत्य कला के लिए उत्कृष्ट मानी गयी। चूँकि इस सदी के दौरान राजाओं ने समय-समय पर स्वर्णाजलेश्वर, रामेश्वर, लक्ष्मणेश्वर, भरतेश्वर व शत्रुघनेश्वर मन्दिरों (6वीं सदी) व परशुरामेश्वर (7वीं सदी) में निर्माण करवाया। मध्यकाल के प्रारम्भ होने से कलिंग पर सोमवंशी राजा महाशिव गुप्त ययाति द्वितीय सन् 931 ई० में गद्दी पर बैठा तथा कलिंग के इतिहास को गौरवमयी बनाने हेतु ओडिशा में भगवान जगन्नाथ के मुक्तेश्वर, सिद्धेश्वर, वरूणेश्वर, केदारेश्वर, वेताल, सिसरेश्वर, मारकण्डेश्वर, बराही व खिच्चाकेश्वरी आदि मन्दिरों सहित कुल 38 मन्दिरों का निर्माण करवाया। 15वीं शती के अन्त तक जो गंग वंश हल्का पड़ने लगा था उसने सन् 1038 ई० में सोमवंशीयों को हराकर पुनः कलिंग पर वर्चस्व स्थापित कर लिया तथा 11वीं शती में लिंगराज मन्दिर, राजारानी मन्दिर, ब्रह्मेश्वर, लोकनाथ व गुन्डिचा सहित कई छोटे व बड़े मन्दिरों का निर्माण करवाया। गंग वंश ने तीन शताब्दियों तक कलिंग पर अपना राज्य किया तथा राजकाल के दौरान 12वीं-13वीं शती में भास्करेश्वर, मेघेश्वर, यमेश्वर, कोटी तीर्थेश्वर, सारी देउल, अनन्त वासुदेव, चित्रकर्णी, निआली माधव, सोभनेश्वर, दक्क्षा-प्रजापति, सोमनाथ, जगन्नाथ, सूर्य (काष्ठ मन्दिर) बिराजा आदि मन्दिरों को निर्मित करवाया जो कि वास्तव में कलिंग के स्थापत्य इतिहास में अहम भूमिका का निर्वाह करते हैं। गंग वंश के शासन काल पश्चात् 1361 ई० में तुगलक सुल्तान फिरोजशाह तुगलक ने कलिंग पर राज्य किया। यह वह दौर था जब कलिंग में कला का वर्चस्व कम होते-होते लगभग समाप्त ही हो चुका था। चूँकि तुगलक शासक कला-विरोधी रहे इसलिए किसी भी प्रकार के मन्दिर या मठ का निर्माण नहीं हुअा। 18वीं शती के आधुनिक काल में ईस्ट इण्डिया कम्पनी का सम्पूर्ण भारत पर अधिकार हो गया था परन्तु 20वीं शती के मध्य में अंग्रेजों के निगमन से भारत देश स्वतन्त्र हुआ। जिसके फलस्वरूप सम्पूर्ण भारत कई राज्यों में विभक्त हो गया, जिसमें से भारत के पूर्व में स्थित ओडिशा (पूर्व कलिंग) भी एक राज्य बना। .

नई!!: १९८९ और ओड़िशा का इतिहास · और देखें »

ओडिआ चलचित्र सूची

ओड़िआ चलचित्र की सारणी ओड़िआ भाषा .

नई!!: १९८९ और ओडिआ चलचित्र सूची · और देखें »

ओरलैंडो मैजिक

श्रेणी:नेशनल बास्केटबॉल असोसिएशन - दक्षिण पूर्व डिवीज़न श्रेणी:नेशनल बास्केटबॉल असोसिएशन – पूर्वी कांफ़्रेंस श्रेणी:नेशनल बास्केटबॉल असोसिएशन.

नई!!: १९८९ और ओरलैंडो मैजिक · और देखें »

आत्मजयी

'आत्मजयी' में मृत्यु सम्बंधी शाश्वत समस्या को कठोपनिषद का माध्यम बनाकर अद्भुत व्याख्या के साथ हमारे सामने रखा। इसमें नचिकेता अपने पिता की आज्ञा, 'मृत्य वे त्वा ददामीति' अर्थात मैं तुम्हें मृत्यु को देता हूँ, को शिरोधार्य करके यम के द्वार पर चला जाता है, जहाँ वह तीन दिन तक भूखा-प्यासा रहकर यमराज के घर लौटने की प्रतीक्षा करता है। उसकी इस साधना से प्रसन्न होकर यमराज उसे तीन वरदान माँगने की अनुमति देते हैं। नचिकेता इनमें से पहला वरदान यह माँगता है कि उसके पिता वाजश्रवा का क्रोध समाप्त हो जाए। पिछले पच्चीस वर्षों में कुँवर नारायण की कृति ‘आत्मजयी’ ने हिन्दी साहित्य के एक मानक प्रबन्ध-काव्य के रूप में अपनी एक खास जगह बनायी है और यह अखिल भारतीय स्तर पर प्रशंसित हुआ है। ‘आत्मजयी’ का मूल कथासूत्र कठोपनिषद् में नचिकेता के प्रसंग पर आधारित है। इस आख्यान के पुराकथात्मक पक्ष को कवि ने आज के मनुष्य की जटिल मनःस्थितियों को एक बेहतर अभिव्यक्ति देने का एक साधन बनाया है। जीवन के पूर्णानुभव के लिए किसी ऐसे मूल्य के लिए जीना आवश्यक है जो मनुष्य में जीवन की अनश्वरता का बोध कराए। वह सत्य कोई ऐसा जीवन-सत्य हो सकता है जो मरणधर्मा व्यक्तिगत जीवन से बड़ा, अधिक स्थायी या चिरस्थायी हो। यही मनुष्य को सांत्वना दे सकता है कि मर्त्य होते हुए भी वह किसी अमर अर्थ में जी सकता है। जब वह जीवन से केवल कुछ पाने की ही आशा पर चलने वाला असहाय प्राणी नहीं, जीवन को कुछ दे सकने वाला समर्थ मनुष्य होगा तब उसके लिए यह चिन्ता सहसा व्यर्थ हो जाएगी कि जीवन कितना असार है-उसकी मुख्य चिन्ता यह होगी कि वह जीवन को कितना सारपूर्ण बना सकता है। ‘आत्मजयी’ मूलतः मनुष्य की रचनात्मक सामर्थ्य में आस्था की पुनःप्राप्ति की कहानी है। इसमें आधुनिक मनुष्य की जटिल नियति से एक गहरा काव्यात्मक साक्षात्कार है। इतालवी भाषा में ‘नचिकेता’ के नाम से इस कृति का अनुवाद प्रकाशित और चर्चित हुआ है-यह इस बात का प्रमाण है कि कवि ने जिन समस्याओं और प्रश्नों से मुठभेड़ की है उनका सार्विक महत्त्व है। जिस दौर में आत्मजयी छप कर आई थी उस दौर की हिन्दी आलोचना को कविता के बाहर काव्य-सत्य पाने-जांचने में बड़ी दिलचस्पी थी। अकारण नहीं उसने इस कृति को निरे अस्तित्ववादी दार्शनिक शब्दावलियों में घटा कर अपने काम से छुट्टी पा ली थी। उम्मीद है बीते वर्षों में वह इतनी प्रौढ़ और जिम्मेदार हो चुकी है कि कविता को उसके अर्जित जैविक अनुभव और काव्य-गुण के आधार पर जांचने की जहमत उठाए। अन्यथा यह एक निर्विवाद तथ्य है कि उसकी तत्कालीन बंद सोच के बावजूद आत्मजयी आधुनिक हिन्दी कविता की एक उपलब्धि है। .

नई!!: १९८९ और आत्मजयी · और देखें »

आसमान से ऊँचा (1989 फ़िल्म)

आसमान से ऊँचा 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और आसमान से ऊँचा (1989 फ़िल्म) · और देखें »

आखिरी बाज़ी (1989 फ़िल्म)

आखिरी बाज़ी 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और आखिरी बाज़ी (1989 फ़िल्म) · और देखें »

आखिरी गुलाम (१९८९ फ़िल्म)

आखिरी गुलाम १९८९ में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और आखिरी गुलाम (१९८९ फ़िल्म) · और देखें »

आग से खेलेंगे (1989 फ़िल्म)

आग से खेलेंगे 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और आग से खेलेंगे (1989 फ़िल्म) · और देखें »

आग़ा (हास्य अभिनेता)

आग़ा एक भारतीय फिल्म हास्य अभिनेता थे जिन्होने बॉलीवुड फिल्मों में अपना फिल्म कैरियर 1937 में फिल्म दौलत के साथ शुरू किया था। वह हास्य भूमिकाओं के लिए जाने जाते थे और 1937 और 1989 के बीच पांच दशक में फैले अपने कॅरिअर में उन्होने 180 से अधिक हिन्दी फिल्मों में काम किया। उन्हें 1960 में फ़िल्म घूँघट के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता पुरस्कार के लिए नामित किया गया था। श्रेणी:हास्य अभिनेता.

नई!!: १९८९ और आग़ा (हास्य अभिनेता) · और देखें »

आंगळियात

आंगळियात गुजराती भाषा के विख्यात साहित्यकार जोसेफ़ मेकवान द्वारा रचित एक उपन्यास है जिसके लिये उन्हें सन् 1989 में गुजराती भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९८९ और आंगळियात · और देखें »

इलाका (फ़िल्म)

इलाका १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। यह दो दोस्तों की कहानी है जिसमे से एक तो मुंबई के इलाके का बदमाश है व दूसरा उसी जगह पद्दोनत हुआ पुलिस अधिकारी.

नई!!: १९८९ और इलाका (फ़िल्म) · और देखें »

कटिंगरी कृष्ण हेब्बर

कटिंगरी कृष्ण हेब्बर को सन १९८९ में भारत सरकार द्वारा कला के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये महाराष्ट्र से हैं। श्रेणी:१९८९ पद्म भूषण.

नई!!: १९८९ और कटिंगरी कृष्ण हेब्बर · और देखें »

कन्नड़ फिल्मों की सूची

The list of Kannada feature films released by the Kannada film Industry located in Bangalore, Karnataka.

नई!!: १९८९ और कन्नड़ फिल्मों की सूची · और देखें »

कमला की मौत (1989 फ़िल्म)

कमला की मौत 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और कमला की मौत (1989 फ़िल्म) · और देखें »

कर्ण–कुंती

कर्ण–कुंती नेपाली भाषा के विख्यात साहित्यकार तुलसी बहादुर क्षेत्री ‘अपतन’ द्वारा रचित एक महाकाव्य है जिसके लिये उन्हें सन् 1989 में नेपाली भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९८९ और कर्ण–कुंती · और देखें »

कसम वर्दी की (1989 फ़िल्म)

कसम वर्दी की 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और कसम वर्दी की (1989 फ़िल्म) · और देखें »

कहकशाँ

कहकशाँ पंजाबी भाषा के विख्यात साहित्यकार तारा सिंह कामिल द्वारा रचित एक कविता–संकलन है जिसके लिये उन्हें सन् 1989 में पंजाबी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९८९ और कहकशाँ · और देखें »

कानून का हर्ज़ (1989 फ़िल्म)

कानून का हर्ज़ 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और कानून का हर्ज़ (1989 फ़िल्म) · और देखें »

कानून की आवाज़ (1989 फ़िल्म)

कानून की आवाज़ 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और कानून की आवाज़ (1989 फ़िल्म) · और देखें »

कानून अपना अपना

कानून अपना अपना 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। दिलीप कुमार, संजय दत्त, नूतन और माधुरी दीक्षित प्रमुख भूमिकाओं में है। कादर खान द्वारा संवाद लिखें गए हैं। .

नई!!: १९८९ और कानून अपना अपना · और देखें »

काला बाज़ार (1989 फ़िल्म)

काला बाज़ार 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और काला बाज़ार (1989 फ़िल्म) · और देखें »

कुम्भ मेला

हरिद्वार के कुंभ मेले (2010) के दौरान गंगा किनारे स्नान घाट पर श्रद्धालु २००१ के प्रयाग कुम्भ मेले का दृष्य कुंभ पर्व हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिसमें करोड़ों श्रद्धालु कुंभ पर्व स्थल हरिद्वार, प्रयाग, उज्जैन और नासिक में स्नान करते हैं। इनमें से प्रत्येक स्थान पर प्रति बारहवें वर्ष और प्रयाग में दो कुंभ पर्वों के बीच छह वर्ष के अंतराल में अर्धकुंभ भी होता है। २०१३ का कुम्भ प्रयाग में हुआ था। खगोल गणनाओं के अनुसार यह मेला मकर संक्रांति के दिन प्रारम्भ होता है, जब सूर्य और चन्द्रमा, वृश्चिक राशी में और वृहस्पति, मेष राशी में प्रवेश करते हैं। मकर संक्रांति के होने वाले इस योग को "कुम्भ स्नान-योग" कहते हैं और इस दिन को विशेष मंगलिक माना जाता है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इस दिन पृथ्वी से उच्च लोकों के द्वार इस दिन खुलते हैं और इस प्रकार इस दिन स्नान करने से आत्मा को उच्च लोकों की प्राप्ति सहजता से हो जाती है। यहाँ स्नान करना साक्षात स्वर्ग दर्शन माना जाता है। .

नई!!: १९८९ और कुम्भ मेला · और देखें »

कुर्अतुल ऐन हैदर

ऐनी आपा के नाम से जानी जानी वाली क़ुर्रतुल ऐन हैदर (२० जनवरी १९२७ - २१ अगस्त २००७) प्रसिद्ध उपन्यासकार और लेखिका थीं। .

नई!!: १९८९ और कुर्अतुल ऐन हैदर · और देखें »

क्लर्क (1989 फ़िल्म)

क्लर्क 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और क्लर्क (1989 फ़िल्म) · और देखें »

कैल्कटा इलेक्ट्रिक सप्लाई कार्पोरेशन

कैल्कटा इलेक्ट्रिक सप्लाई कार्पोरेशन कोलकाता नगर निगम के क्षेत्रों को विद्युत आपूर्ति करता है। इसकी स्थापना ७ जनवरी, १७९७ में किल्बर्न एण्ड कंपनी के नाम से हुई थी। जल्दी ही इसका नाम बदल कर कैल्कटा इलेक्ट्रिक सप्लाई कार्पोरेशन कर दिया गया। इसने पहले पहल विद्युत उत्पादन स्टेशन १७ अप्रैल, १८९९ को प्रिंसेप घाट के निकट आरंभ किया था। १९०२ में कैल्कटा ट्रामवेज़ निगम ने घोड़ों से बदल कर विद्युत से ट्राम संचालन आरंब किया। तब १९०६ में तीन नये उत्पादन स्टेशन बने। १९३३ को कंपनी अपने वर्तमान कार्यालय धर्मतला (एस्प्लेनेड) में स्थानांतरित हो गयी। १९७८ में यह निगम लिमिटेड बनाया गया और १९८९ से इसे आर पी जी समूह को दिया गया। .

नई!!: १९८९ और कैल्कटा इलेक्ट्रिक सप्लाई कार्पोरेशन · और देखें »

अनिल कपूर

अनिल कपूर (जन्म: 24 दिसंबर, 1959) हिन्दी फ़िल्मों के एक प्रसिद्ध अभिनेता हैं। .

नई!!: १९८९ और अनिल कपूर · और देखें »

अनजाने रिश्ते (1989 फ़िल्म)

अनजाने रिश्ते 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और अनजाने रिश्ते (1989 फ़िल्म) · और देखें »

अन्तरजाल का इतिहास

muki don सर्वप्रथम १९६२ में विश्वविद्यालय के जे सी आर लिकलिडर ने अभिकलित्र जाल तैयार किया था। वे चाहते थे कि अभिकलित्र का एक एसा जाल हो, जिससे आंकड़ो, क्रमादेश और सूचनायें भेजी जा सके। 1966 में डारपा (मोर्चाबंदी प्रगति अनुसंधान परियोजना अभिकरण) (en:DARPA) ने आरपानेट के रूप में अभिकलित्र जाल बनाया। यह जाल चार स्थानो से जुडा था। बाद में इसमें भी कई परिवर्तन हुए और 1972 में बाँब काँहन ने अन्तर्राष्ट्रीय अभिकलित्र संचार सम्मेलन ने पहला सजीव प्रदर्शन किया। 1 जनवरी 1983 को आरपानेट (en:ARPANET) पुनर्स्थापित हुआ TCP-IP। इसी वर्ष एक्टीविटी बोर्ड (IAB) का गठन हुआ।नवंबर में पहली प्रक्षेत्र नाम सेवा (DNS) पॉल मोकपेट्रीज द्वारा सुझाई गई। अंतरजाल सैनिक और असैनिक भागों में बाँटा गया| हालाँकि 1971 में संचिका अन्तरण नियमावली (FTP) विकसित हुआ, जिससे संचिका अन्तरण करना आसान हो गया। 1990 में टिम बर्नर्स ली ने विश्व व्यापी वेब (WWW) से परिचित कराया अमरीकी सेना की सूचना और अनुसंधान संबंधी आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए 1973 में ``यू एस एडवांस रिसर्च प्र्रोजेक्ट एजेंसी´´ ने एक कार्यक्रम की शुरुआत की। उस कार्यक्रम का उद्देश्य था कम्प्यूटरों के द्वारा विभिन्न प्रकार की तकनीकी और प्रौद्योगिकी को एक-दूसरे से जोड़ा जाए और एक `नेटवर्क´ बनाया जाए। इसका उद्देश्य संचार संबंधी मूल बातों (कम्यूनिकेशन प्रोटोकॉल) को एक साथ एक ही समय में अनेक कम्प्यूटरों पर नेटवर्क के माध्यम से देखा और पढ़ा जा सके। इसे ``इन्टरनेटिंग प्रोजेक्ट´´ नाम दिया गया जो आगे चलकर `इंटरनेट´ के नाम से जाना जाने लगा। 1986 में अमरीका की ``नेशनल सांइस फांउडेशन´´ ने ``एनएसएफनेट´´ का विकास किया जो आज इंटरनेट पर संचार सेवाओं की रीढ़ है। एक सैकण्ड में 45 मेगाबाइट संचार सुविधा वाली इस प्रौद्योगिकी के कारण `एनएसएफनेट´ बारह अरब -12 बिलियन- सूचना पैकेट्स को एक महीने में अपने नेटवर्क पर आदान-प्रदान करने में सक्षम हो गया। इस प्रौद्योगिकी को और अधिक तेज गति देने के लिए `नासा´ और उर्जा विभाग ने अनुसंधान किया और ``एनएसआईनेट´´ और `ईएसनेट´ जैसी सुविधाओं को इसका आधार बनाया। इन्टरनेट हेतु `क्षेत्रीय´ सहायता कन्सर्टियम नेटवर्कों द्वारा तथा स्थानीय सहायता अनुसंधान व शिक्षा संस्थानों द्वारा उपलब्ध कराई जाती है। अमरीका में फेडरल तथा राज्य सरकारों की इसमें अहम भूमिका है परन्तु उद्योगों का भी इसमें काफी हाथ रहा है। यूरोप व अन्य देशों में पारस्परिक अन्तर्राष्ट्रीय सहयोग व राष्ट्रीय अनुसंधान संगठन भी इस कार्य में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। 1991 के अन्त तक इन्टरनेट इस कदर विकसित हुआ कि इसमें तीन दर्जन देशों के 5 हजार नेटवर्क शामिल हो गए, जिनकी पहुंच 7 लाख कम्प्यूटरों तक हो गई। इस प्रकार 4 करोड़ उपभोक्ताओं ने इससे लाभ उठाना शुरू किया। इन्टरनेट समुदाय को अमरीकी फेडरल सरकार की सहायता लगातार उपलब्ध होती रही क्योंकि मूल रूप से इन्टरनेट अमरीका के अनुसंधान कार्य का ही एक हिस्सा था। आज भी यह अमरीकी अनुसंधान कार्यशाला का महत्त्वपूर्ण अंग है किन्तु 1980 के दशक के अन्त में नेटवर्क सेवाओं व इन्टरनेट उपभोक्ताओं में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अभूतपूर्व वृद्धि हुई और इसका इस्तेमाल व्यापारिक गतिविधियों के लिये भी किया जाने लगा। सच तो ये है कि आज की इन्टरनेट प्रणाली का बहुत बड़ा हिस्सा शिक्षा व अनुसंधान संस्थानों एवं विश्व-स्तरीय निजी व सरकारी व्यापार संगठनों की निजी नेटवर्क सेवाओं से ही बना है। .

नई!!: १९८९ और अन्तरजाल का इतिहास · और देखें »

अन्ना राजम मल्होत्रा

अन्ना राजम मल्होत्रा (जन्म: 1927) भारतीय प्रशासनिक सेवा में शामिल होने वाली पहली भारतीय महिला हैं। वे 1951 बैच की आई॰ ए॰ एस॰ अधिकारी हैं। ये महाराष्ट्र से हैं। अन्ना का जन्म एर्नाकुलम में हुआ। पहले कालीकट और बाद में मद्रास में शिक्षा ग्रहण करने के पश्चात उन्होने 1951 में भारतीय सिविल सेवा की परीक्षा उत्तीर्ण की और भारतीय प्रशासनिक सेवा में शामिल होने वाली पहली भारतीय महिला बनीं। 1951 में संघ लोक सेवा आयोग द्वारा संचालित आर एन बनर्जी और चार आईसीएस अधिकारियों के शामिल साक्षात्कार बोर्ड में उन्हें काफी हतोत्साहित किया गया और उन्हें विदेश सेवा और केन्द्रीय सेवाओं को चुनने हेतु कहा गया, किन्तु उन्होने बिना हतोत्साहित हुये मद्रास काडर चुना और पहले प्रयास में ही उसी वर्ष उनका चयन हुआ। उनका प्रारंभिक नाम अन्ना जॉर्ज है। उन्हें १९८९ में भारत सरकार द्वारा प्रशासकीय सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य हेतु पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। .

नई!!: १९८९ और अन्ना राजम मल्होत्रा · और देखें »

अफ़ज़ल अहसन रंधावा

अफज़ल अहसन रंधावा एक पाकिस्तानी पंजाबी लेखक है जिसने दोआबा और सूरज ग्रहण जैसे नावल रचे। 1986 में इसे प्रो.

नई!!: १९८९ और अफ़ज़ल अहसन रंधावा · और देखें »

अभिमन्यु (1989 फ़िल्म)

अभिमन्यु 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और अभिमन्यु (1989 फ़िल्म) · और देखें »

अमेरिकी ओपन टेनिस के पुरुष एकल विजेताओं की सूची

* 1881 - रिचर्ड सीअर्स.

नई!!: १९८९ और अमेरिकी ओपन टेनिस के पुरुष एकल विजेताओं की सूची · और देखें »

अलेक्सान्द्र अब्रामोविच कबकोव

अलेक्सान्द्र अब्रामोविच कबकोव अलेक्सान्द्र कबकोव (रूसी: Кабаков, Александр Абрамович) - रूसी लेखक और पत्रकार हैं। उनका जन्म द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान १९४३ में नोवोसिबीर्स्क में हुआ, जहाँ सरकार ने उनकी माँ को युद्ध से बचाकर प्रसूति के लिए भेज दिया था। कबाकोव ने उक्राइना के द्नेप्रोपेत्रोव्स्क विश्वविद्यालय की मैकेनिकल-मैथमैटिक्स फ़ैकल्टी से एम.एससी.

नई!!: १९८९ और अलेक्सान्द्र अब्रामोविच कबकोव · और देखें »

अली ख़ामेनेई

आयतोल्लाह सय्यद अली होसैनी ख़ामेनेई (फ़ारसी: آیت‌الله سید علی حسینی خامنه‌ای; फ़ारसी उच्चारण: //) (जन्म १७ जुलई १९३९, मशहद, ईरान) ईरान के रहबरे इन्क़िलाब हैं। १९८१ से १९८९ तक ये ईरान के राष्ट्रपति थे। वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल अज़्मा सैयद अली ख़ामेनई का जन्म 1939 मं ईरान के पवित्र नगर मशहद एक धार्मिक परिवार में हुआ, आप के पिता हाज सैयद जवाद ख़ामनई मशहद के वरिष्ठ धर्म गुरुओं में से थे और आप की माता एक प्रसिद्ध धर्म गुरु हुज्जतुलइस्लाम सैयद हाशिम नजफ़ाबादी की सुपुत्री थीं। शिक्षा दीक्षा वरिष्ठ नेता सैयद अली ख़ामनई ने धार्मिक शिक्षा से अपनी शिक्षा आंरभ की और 14 वर्ष की आयु में एक प्रतिष्ठित धर्म शिक्षा केन्द्र से जुड़ गये किंतु इस के साथ ही आप ने आधुनिक शिक्षा का क्रम भी जारी रखा। बाद में ईरान के पवित्र नगर और विश्व में शीआ समूदाय की धार्मिक शिक्षा केन्द्र कुम आए जहॉ इमाम ख़ुमैनी सहित नामी गुरुओं से ज्ञान प्राप्त किया। यह वही काल था जब कुम में इस्लामी गणतंत्र ईरान के संस्थापक इमाम ख़ुमैनी राजशाही शासन के विरुद्ध अभियान का आरंभ कर रहे थे इस्लामी क्रांति आंदोलन जन्म ले रहा था। वरिष्ठ नेता इस पूरी प्रक्रिया में शामिल रहे। संघर्ष का आंरभ शाही सुरक्षा बलों द्वारा कुम के मदरसए फ़ैज़िया नामक शिक्षा संस्थान पर आक्रमण के बाद इमाम ख़ुमैनी ने वरिष्ठ नेता को मशहद जाकर जनता में जागरुकता उत्पन्न करने की जिम्मेदारी सौंपी। इमाम ख़ुमैनी ने पूरे ईरान में एक साथ जागरुकता आंदोलन छेड़ने की योजना बनाई थी। वरिष्ठ नेता ने ख़ुरासान प्रान्त के विभिन्न नगरों में जाकर इमाम खु़मैनी का यह संदेश पहुँचाया। वरिष्ठ नेता के लिए सरलता यह थी कि मोहर्रम का महीना आंरभ हो चुका था और लोग जगह जगह इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम का शोक मनाने के लिए सभाओं का आयोजन कर रहे थे। पहली गिरफतारी: तीन मोहर्रम से आप ने भीषण देना आंरभ किया 6 मोहर्रम तक विभिन्न विषयों पर चर्चा की और कार्यक्रमानुसार सात मोहर्रम से खुल कर शाही शासन के विरुद्ध भाषण देना आरंभ कर दिया। इस दौरान धार्मिक संस्थान फैज़िया पर आक्रमण की घटना भी आपने लोगों को बताई जिस से जनता में असंतोष की लहर दौड़ गयी भाषण को बीच ही में रोक का ईरानी शासक शाह के हरकारों ने आप को गिरफ़तार कर लिया। वरिष्ठ नेता की गिफ़तारी ने खुरासान प्रान्त की जनता में शाह विरोधी भावनाओं को और अधिक भड़का दिया। प्रथम गुव्त राजनीतिक संगठन की स्थापना: कई बार की गिरफ़तारियों के बाद वरिष्ठ नेता जब स्वंतत्र होकर कुम गयें तो वहॉ आप ने एक गुप्त राजनीतिक संस्था का गठन किया किंतु कुछ ही दिनों बाद शाही शासन को इस संस्था की भनक लग गयी और इस के कई सदस्य गिरफ़तार कर लिए गये। गिरफ़तारी आंरभ होने के बाद वरिष्ठ नेता एक वर्ष तक तेहरान में श्री हाशमी रफ़सन्जानी के घर में छिपे रहे शाही गुप्तचर सेवा को आप की खोज थी क्योंकि आप की लिखी हुई एक किताब ने भी ईरान के युवा वर्ग को अत्याधिक प्रभावित किया था। एक वर्ष की अवधि बीत जाने के पश्चात जब यह मामला कुछ ठंडा पड़ा और गिरफ़तार किए गये कई लोगों को स्वतंत्र कर दिया गया तो वरिष्ठ नेता मशहद चले गये जहॉ प्रान्त के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर आप ने लोगों को शाही शासन के अत्याचारों और भ्रष्टाचारों से अवगत कराना आंरभ कर दिया। आप की सक्रियता का दायरा बढ़ा और तेहरान में भी आप ने भाषण दिए जिस के बाद शाही शासन के विरुद्ध सशस्त्र कार्यवाही करने वाले संगठन एम के ओ ने आप से संबध स्थापित किया। एम के ओ ने 1969 से ही सशस्त्र कार्यवाही आंरभ कर दी थी। शाह की गुप्तचर संस्था सावाक ने वरिष्ठ नेता पर कड़ी नज़र रखी हुई थी क्योंकि उन्हें विश्वास था कि सशस्त्र कार्यवाहियों से वरिष्ठ नेता का संबध है इस आधार पर वरिष्ठ नेता को एक बार फिर गिरफ़तार कर लिया गया किंतु55 दिनों की कड़ी यातनाओं के बाद प्रमाण न होने के कारण आप को स्वतंत्र कर दिया गया किंतु आप की सक्रियता पर प्रतिबंध लगा दिया गया। जिस के कारण वरिष्ठ नेता ने गुप्त रूप से सक्रियता आंरभ की और सन1971 से 1974 तक यह स्थिति जारी रही। १९७२ से 1973 के दौरान आप ने अलवी आंदोलन का आरंभ किया जिसने पूरे ईरान को अपने प्रभाव में ले लिया इस के बाद सावाकी एजेन्टों ने एक बार फ़िर वरिष्ठ नेता को गिरफ़तार किया यह उन की छठी और सब से कठिन गिरफ़तारी थी। इस्लामी क्रांति की सफ़लता और जिम्मेदारियॉं इस्लामी गणतंत्र ईरान के संस्थापक इमाम खुमैनी के ज्येष्ठ पुत्र आयतुल्लाह हाज मुस्तफ़ा ख़ुमैनी की शहादत के बाद पूरे ईरान में शाही शासन के विरुद्ध आम रोष व्याप्त हुआ जनता में बेचैनी बढ़ी और सैनिकों ने छावनियों से भागना आंरभ कर दिया। इस्लामी क्रांति की सफ़लता का यह पहला चरण था। क्रांति की सफ़लता के बाद वरिष्ठ नेता को क्रांति की उच्य परिषद में सदस्यता मिली और फ़िर रक्षा मंत्रालय में क्रांति परिषद के प्रतिनिधि का पद संभाला। जिस के बाद आप ने क्रांति संरक्षक बल सिपाहे पासदारान की कमान संभाली रक्षा की उच्य परिषद के सदस्य हुए और तेहरान के इमाम जुमा बनाए गये। सन 1980 में चुनाव आंरभ होने के साथ ही वरिष्ठ नेता संसद सदस्य निर्वाचित हुए और इसी वर्ष इराक ने ईरान पर आक्रमण कर दिया और आठ वर्षीय थोपा गया युद्ध आंरभ हो गया। जिस के दौरान वरिष्ठ नेता ने विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय भूमिका निभाई सन 1981 में वरिष्ठ नेता पर एम के ओ ने घातक आक्रमण किया जिस में आप गंभीर रूप से घायल हुए इस विस्फोट में आप का दाहना हाथ निष्क्रिय हो गया। इसी वर्ष आप ने राष्टृपति चुनाव में प्रत्याशी के रूप में भाग लिया और बहुमत से इस्लामी गणतंत्र ईरान के राष्टृपति निर्वाचित हुए। जिस के बाद राष्टृपति के दूसरे काल में भी वरिष्ठ नेता राष्टृपति निर्वाचित हुए और दूसरा चरण समाप्त भी न होने पाया था कि इस्लामी गणतंण ईरान के संस्थापक इमाम ख़ुमैनी का एक लंबी बीमारी के बाद सवर्गवास गया और वरिष्ठ नेता को उन की सिफ़ारिश और तत्कालीन वरिष्ठ अधिकारियों के मतानुसार इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता के रूप में चुन लिया गया और इस प्रकार से ईरानी राष्टृ को इमाम ख़ुमैनी जैसे महान नेता को खो देने के बाद उन्हें के मार्ग पर अग्रसर एक दूसरा महान नेता मिल गया। वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली ख़ामनम उस समय से आज तक न केवल ईरान के वल्कि विश्व के अन्याचार ग्रस्त व पीड़ित राष्ट्रों के समर्थक के रूप में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं और निभाते रहेगें। ख़ामेनेई, अली.

नई!!: १९८९ और अली ख़ामेनेई · और देखें »

असम के राज्यपालों की सूची

असम के राज्यपालों की सूची नामक इस सूची में १९३७ से अब तक के राज्यपालों के नाम हैं। असम के राज्यपाल की नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति द्वारा की जाती है। असम के राज्यपाल का आधिकारिक आवास राजभवन है। .

नई!!: १९८९ और असम के राज्यपालों की सूची · और देखें »

असमिया जातीय जीवंत महापुरुषीय परंपरा

असमिया जातीय जीवंत महापुरुषीय परंपरा असमिया भाषा के विख्यात साहित्यकार हीरेन गोहार्इं द्वारा रचित एक समालोचना है जिसके लिये उन्हें सन् 1989 में असमिया भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९८९ और असमिया जातीय जीवंत महापुरुषीय परंपरा · और देखें »

अजीत कौर

अजीत कौर आजादी के बाद की पंजाबी की सबसे उल्लेखनीए साहित्यकार मानी जाती हैं। इनका लेखन जीवन के उहापोह को समझने और उसके यथार्थ को उकेरने की एक ईमानदार कोशिश है। इनकी रचनाओं में न केवल नारी का संघर्ष और उसके प्रति समाज का असंगत दृष्टिकोण रेखांकित होता है बल्कि सामाजिक और राजनीतिक विकृतियों और सत्ता के गलियारों में व्याप्त बेहया भ्रष्टाचार के विरुद्ध एक जोरदार मुहीम भी नजर आती है। पर्यावरण और सांस्कृतिक विरासत की रक्षा के लिए इन्होंने सर्वोच्च न्यायालय तक लड़ाइयाँ लड़ी है। इन्होंने दिल्ली में सार्क एकैडमी ऑफ आर्ट ऐंड कल्चर बनाया है। जहाँ आर्ट गैलरी भद्र जनों के साथ-साथ समाज के गरीब तबकों, झुग्गी के बच्चों और स्त्रियों के लिए भी खुली हैं। .

नई!!: १९८९ और अजीत कौर · और देखें »

अकाल में सारस

अकाल में सारस हिन्दी के विख्यात साहित्यकार केदारनाथ सिंह द्वारा रचित एक कविता–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1989 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९८९ और अकाल में सारस · और देखें »

उत्तर महाराष्ट्र विश्वविद्यालय

सी॰ विद्यासागर राव - उत्तर महाराष्ट्र विश्वविद्यालय के कुलपति। उत्तर महाराष्ट्र विश्वविद्यालय भारत के सबसे आशाजनक आगामी विश्वविद्यालयों में से एक है। यह विश्वविद्यालय पहले पुणे विश्वविद्यालय का भाग था, लेकिन यह उससे विलग हो गया और १५ अगस्त, १९८९ को इसकी स्थापना की गई। ४०४ एकड़ में फैला इसका प्राणंग बहुत विशाल और सुंदर बनाया गया है। विश्वविद्यालय प्राणंग में मिट्टी की प्राकृतिक सुंदरता को बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण कार्यकरम चलाया गया है। यहाँ छः स्नातकोत्तर विभाग हैं: रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान, गणितीय विज्ञान और तुलनात्मक भाषाएँ जिनके विभिन्न अनुभाग हैं: रसायन प्रौद्योगिकी, प्रबंधन शिक्षा, संगणक विज्ञान, सूचना प्रौद्योगिकी, पुस्तकालय और सूचना विज्ञान जो विश्वविद्यालय प्राणंग में ही स्थित हैं। इस सभी विभागों और अनुभागों की अध्यापक-मंडली अनुभवी है और सभी देश के प्रतिष्ठित संस्थानों और उद्योगों से आते हैं। वर्तमान में अध्यापक-मंडली की संख्या ६२ है। .

नई!!: १९८९ और उत्तर महाराष्ट्र विश्वविद्यालय · और देखें »

उस्ताद (1989 फ़िल्म)

उस्ताद 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८९ और उस्ताद (1989 फ़िल्म) · और देखें »

११ जून

11 जून ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 162वाँ (लीप वर्ष में 163 वाँ) दिन है। साल में अभी और 203 दिन बाकी हैं। .

नई!!: १९८९ और ११ जून · और देखें »

१३ दिसम्बर

13 दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 347वॉ (लीप वर्ष में 348 वॉ) दिन है। साल में अभी और 18 दिन बाकी है। .

नई!!: १९८९ और १३ दिसम्बर · और देखें »

१३ नवम्बर

१३ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३१७वॉ (लीप वर्ष मे ३१८ वॉ) दिन है। साल मे अभी और ४८ दिन बाकी है। .

नई!!: १९८९ और १३ नवम्बर · और देखें »

१४ जनवरी

१४ जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १४वाँ दिन है। वर्ष में अभी और ३५१ दिन बाकी है (लीप वर्ष में ३५२)। .

नई!!: १९८९ और १४ जनवरी · और देखें »

१९ जनवरी

19 जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 19वॉ दिन है। साल मे अभी और 346 दिन बाकी है (लीप वर्ष मे 347)। .

नई!!: १९८९ और १९ जनवरी · और देखें »

२ दिसम्बर

2 दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 336वॉ (लीप वर्ष मे 337 वॉ) दिन है। साल में अभी और 29 दिन बाकी है। .

नई!!: १९८९ और २ दिसम्बर · और देखें »

२ जनवरी

२ जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २रॉ दिन है। साल में अभी और ३६३ दिन बाकी हैं (लीप वर्ष में 364)। .

नई!!: १९८९ और २ जनवरी · और देखें »

२० नवंबर

२० नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३२४वॉ (लीप वर्ष मे ३२५ वॉ) दिन है। साल मे अभी और ४१ दिन बाकी है। .

नई!!: १९८९ और २० नवंबर · और देखें »

२० जुलाई

२० जुलाई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २०१वॉ (लीप वर्ष में २०२ वॉ) दिन है। साल में अभी और १६४ दिन बाकी है। .

नई!!: १९८९ और २० जुलाई · और देखें »

२२ नवम्बर

२२ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३२६वॉ (लीप वर्ष मे ३२७ वॉ) दिन है। साल मे अभी और ३९ दिन बाकी हैं। .

नई!!: १९८९ और २२ नवम्बर · और देखें »

२४ फ़रवरी

२४ फरवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ५५वॉ दिन है। वर्ष में अभी और ३१० दिन बाकी है (लीप वर्ष में ३११)। .

नई!!: १९८९ और २४ फ़रवरी · और देखें »

२४ जुलाई

२४ जुलाई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २०५वॉ (लीप वर्ष में २०६ वॉ) दिन है। साल में अभी और १६० दिन बाकी है। .

नई!!: १९८९ और २४ जुलाई · और देखें »

२६ सितम्बर

26 सितंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 269वॉ (लीप वर्ष में 270 वॉ) दिन है। साल में अभी और 96 दिन बाकी है। .

नई!!: १९८९ और २६ सितम्बर · और देखें »

२८ मार्च

28 मार्च ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 87वॉ (लीप वर्ष मे 88 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 278 दिन बाकी है। .

नई!!: १९८९ और २८ मार्च · और देखें »

२८ जनवरी

28 जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 28वाँ दिन है। साल में अभी और 337 दिन बाकी हैं (लीप वर्ष में 338)। .

नई!!: १९८९ और २८ जनवरी · और देखें »

३ दिसम्बर

3 दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 337वॉ (लीप वर्ष में 338 वॉ) दिन है। साल में अभी और 28 दिन बाकी है। १२३४५६७८९ .

नई!!: १९८९ और ३ दिसम्बर · और देखें »

३ जुलाई

३ जुलाई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १८४वॉ (लीप वर्ष में १८५वॉ) दिन है। वर्ष में अभी और १८१ दिन बाकी है। .

नई!!: १९८९ और ३ जुलाई · और देखें »

५०० होम रन दल

In मेजर लीग बेसबॉल, the ५०० होम रन क्लब is an informal term applied to the group of players who have hit 500 or more career home runs.

नई!!: १९८९ और ५०० होम रन दल · और देखें »

७ मार्च

7 मार्च ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 66वॉ (लीप वर्ष मे 67 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 299 दिन बाकी है। .

नई!!: १९८९ और ७ मार्च · और देखें »

७ जून

7 जून ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 158वाँ (लीप वर्ष में 159 वाँ) दिन है। साल में अभी और 207 दिन बाकी हैं। .

नई!!: १९८९ और ७ जून · और देखें »

८ सितम्बर

8 सितंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 251वॉ (लीप वर्ष मे 252 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 114 दिन बाकी है। .

नई!!: १९८९ और ८ सितम्बर · और देखें »

९ जनवरी

९ जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ९वाँ दिन है। वर्ष में अभी और ३५६ दिन बाकी हैं (लीप वर्ष में ३५७)।.

नई!!: १९८९ और ९ जनवरी · और देखें »

९ अप्रैल

9 अप्रैल ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 99वॉ (लीप वर्ष में 100 वॉ) दिन है। साल में अभी और 266 दिन बाकी है। .

नई!!: १९८९ और ९ अप्रैल · और देखें »

यहां पुनर्निर्देश करता है:

1989

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »