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१९८४

सूची १९८४

१९८४ ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

221 संबंधों: चाइना रेडियो इण्टरनैशनल, चौरंग, चेक्ला पाइखरबंदा, टिम बर्नर्स ली, टॉम हैंक्स, एमीलिया वेगा, एस्से, एक नया इतिहास (1984 फ़िल्म), एक नई पहेली (1984 फ़िल्म), डिवोर्स (1984 फ़िल्म), तनुश्री दत्ता, तमिल ईलम के मुक्ति बाघ, त्साघ्काद्ज़ोर, तेरी बाहों में (1984 फ़िल्म), तोहफ़ा (1984 फ़िल्म), द गोल्ड मैडल (1984 फ़िल्म), द कीपर ऑफ़ द डेड, दिलीप कुमार, दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संगठन, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति, दुनिया (1984 फ़िल्म), दीप सिद्धू, धर्म और कानून (1984 फ़िल्म), नया कदम (1984 फ़िल्म), नसीरुद्दीन शाह, नारायण चतुर्वेदी, नेहरू तारामंडल, दिल्ली, नोकिया के उत्पादों की सूची, पद्म भूषण, परोमा (1984 फ़िल्म), पार (1984 फ़िल्म), पार्टी (1984 फ़िल्म), पाखंडी (1984 फ़िल्म), पागल लोक, पाउला फर्नांडीस, पंकज कपूर, प्रवेश राणा, पैट कैश, पेट प्यार और पाप (1984 फ़िल्म), पॉल न्युमैन, फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संगीतकार पुरस्कार, फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ गीतकार पुरस्कार, फ़्राँस्वा त्रुफ़ो, फ़ॉर्मूला वन, बद और बदनाम (1984 फ़िल्म), बलदेव उपाध्याय, बहुजन समाज पार्टी, बजरंग दल, ब्रायन टीचर, ब्रिगेडियर कोट्ट सत्चिदानंद मूर्ति, ..., ब्रुनेई, ब्रेट हार्ट, बेनज़ीर भुट्टो, बॉक्सर (1984 फ़िल्म), बोरिस बेकर, बोइंग ७२७, बीसवीं शताब्दी, भारत रत्‍न, भारत के प्रधान मंत्रियों की सूची, भारत के अभयारण्य, भारत के उप प्रधानमंत्री, भारतीय चार्टर्ड वित्तीय विश्लेषक संस्थान, भारतीय वन प्रबंधन संस्थान, भारतीय गैस प्राधिकार लिमिटेड, भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, भावना (1984 फ़िल्म), भावेश चंद्र सान्याल, भोपाल, मरु–मंगल, मर्गेरित युर्स्नर्, मशाल (1984 फ़िल्म), माटी माँगे खून (1984 फ़िल्म), मान मर्यादा (1984 फ़िल्म), माइकल डगलस, माइकल फरेरा, मिलवॉकी बक्स, मिज़ूरी, मंज़िल मंज़िल (1984 फ़िल्म), मकसद (1984 फ़िल्म), मैनहटन, मैरी सेतों, मेरा दोस्त मेरा दुश्मन (1984 फ़िल्म), मेरा फैसला (1984 फ़िल्म), मेरी अदालत (1984 फ़िल्म), मेघरी, मेक्सिको का ध्वज, मोहन जोशी हाज़िर हो (1984 फ़िल्म), यह देश (१९८४ फ़िल्म), यादगार (1984 फ़िल्म), यूनियन कार्बाइड, ये इश्क नहीं आसां (1984 फ़िल्म), राम तेरा देश (1984 फ़िल्म), राज तिलक (1984 फ़िल्म), राज कुमार, राजा और राना (1984 फ़िल्म), राजीव गांधी, रिचर्ड गेयर, रंग पट्टिकाओं की सूची, रक्षा बंधन (1984 फ़िल्म), लाखों की बात (1984 फ़िल्म), लिनक्स, लव मैरिज (1984 फ़िल्म), लैला (1984 फ़िल्म), लॉस एंजेल्स लेकर्स, लोग भूल गए हैं, शबाना आज़मी, शराबी (1984 फ़िल्म), शरारा (1984 फ़िल्म), श्रीपाद पिनाकपाणि, श्रीलंकाई गृहयुद्ध का इतिहास, श्रीकांत वर्मा, सत्यजित राय, सनी (1984 फ़िल्म), समाज दर्पण, सारा पॉलिन, सारांश (1984 फ़िल्म), सिन्धु कन्या, सेंटर फॉर डवलेपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स, सोहणी महीवाल (1984 फ़िल्म), हनुमंतप्पा नर्सिंहैया, हम रहे ना हम (1984 फ़िल्म), होरेस एलेक्ज़ेंडर, होली (1984 फ़िल्म), जरनैल सिंह भिंडरांवाले, ज़मीन आसमान (1984 फ़िल्म), ज़िन्दगी जीने के लिये (1984 फ़िल्म), ज़ी यान, जाग उठा इंसान (1984 फ़िल्म), जागीर (1984 फ़िल्म), जंगम, ज्ञानप्रकाश घोष, जॉन जानी जनार्दन (1984 फ़िल्म), ईश्वरी प्रसाद, घर एक मन्दिर (1984 फ़िल्म), घरे बाइरे (1984 फ़िल्म), वाह जनाब, विद्याधर सूरजप्रसाद नैपाल, विल्लुपुरम चिन्नैया गणेशन, विशिष्ट अस्तित्वों की सूची जिन्हें अन्तरराष्ट्रीय समझौते द्वारा मान्यता प्राप्त हैं, विश्व के आश्चर्य, विजय तेंडुलकर, विवेचननी प्रक्रिया, विक्टर कोज़िन, वॉरेन बफे, खय्याम, गमले दे कैक्टस, गर्भरेशीम, गिद्ध (1984 फ़िल्म), गंडा सिंह, गंगवा (1984 फ़िल्म), ग्रैंड स्लैम टेनिस विजेताओं की सूची, गृहस्थी (1984 फ़िल्म), गोविंद निहलानी, ऑपरेशन ब्लू स्टार, ओड़िशा का इतिहास, ओडिआ चलचित्र सूची, ओरु कावेरियइ पोला, आनन्द और आनन्द (1984 फ़िल्म), आन्ध्र विश्वविद्यालय, आयुष्मान खुराना, आज का एम एल ए राम अवतार (1984 फ़िल्म), आवाज़ (1984 फ़िल्म), इन्दिरा गांधी, इन्कलाब के बाद (1984 फ़िल्म), इंसाफ कौन करेगा (1984 फ़िल्म), इंकलाब (1984 फ़िल्म), इक़बाल की नज़री–ओ–अमली शेरियात, कन्नड साहित्य सम्मेलन, कन्नड़ फिल्मों की सूची, कमला (1984 फ़िल्म), करण त्रिवेदी, कानून क्या करेगा (1984 फ़िल्म), कामयाब (1984 फ़िल्म), कालबेला, काव्यार्थ चिन्तन, कंधार (1984 फ़िल्म), कंवर नटवर सिंह, कुर्अतुल ऐन हैदर, कृष्णकुमार बिड़ला, कैदी (1984 फ़िल्म), कैरोल ग्रीडर, केविन ओ'ब्रायन (क्रिकेटर), कोणार्क सूर्य मंदिर, कोयला नगर, कोलकाता मेट्रो रेल, अन्तरजाल का इतिहास, अन्वेषणों की समय-रेखा, अनीता सार्कीज़ियन, अबोध, अभिशप्त गंधर्व, अमेरिकी ओपन टेनिस के पुरुष एकल विजेताओं की सूची, अय्यप्प पणिक्करुडे कृतिकळ 1969, अर्चना शर्मा, असम के राज्यपालों की सूची, अगम गीति, उत्सव (1984 फ़िल्म), उबैद सिद्दिकी, उहा शाम, १४ अगस्त, १५ जुलाई, १६ जनवरी, १६ जुलाई, १९ मार्च, १९२२, २ अक्तूबर, २० नवंबर, २०१०, २२ मई, २३ नवम्बर, २६ नवम्बर, २८ अगस्त, ३ दिसम्बर, ३१ अक्टूबर, ४ दिसम्बर, ५०० होम रन दल, ६ जनवरी, ६ जून, ७ सितम्बर, ९ मार्च, ९ जनवरी सूचकांक विस्तार (171 अधिक) »

चाइना रेडियो इण्टरनैशनल

चाइना रेडियो इण्टरनैशनल (सी॰आर॰आई या सीआरआई) (चीनी: 中国国际广播电台), जिसका पुराना नाम रेडियो पेकिंग है, की स्थापना ३ दिसम्बर, १९४१ को हुई थी। चीन के एक मात्र अन्तर्राष्ट्रीय रेडियो के रूप में सीआरआई की स्थापना चीन व दुनिया के अन्य देशों की जनता के बीच मैत्री व पारस्परिक समझ बढ़ाने के उद्देश्य से की गई थी। अपनी स्थापना के आरम्भिक दिनों में सीआरआई, जापानी भाषा में प्रतिदिन १५ मिनटों का कार्यक्रम प्रसारित करता था। पर आज ७० वर्षों के बाद यह ५७ विदेशी भाषाओं व चीनी मानक भाषा व ४ बोलियों में दुनिया भर में प्रतिदिन २११ घण्टों की प्रसारण सेवा प्रदान करता है। इसके कार्यक्रमों में समाचार, सामयिक टिप्पणी के साथ साथ आर्थिक, सांस्कृतिक और वैज्ञानिक व तकनीकी विषय सम्मिलित हैं। १९८४ से सीआरआई की घरेलू सेवा भी प्रारम्भ हुई। तब से सीआरआई अपने एफ़एम ८८.७ चैनल पर प्रति दिन ६ बजे से रात १२ बजे तक ९ भाषाओं में संगीत कार्यक्रम प्रसारित करता रहा है। और इस दौरान इसके एफफेम ९१.५ चैनल तथा एमडब्लू १२५१ किलोहर्ट्ज़ फ़्रीक्वेंसी पर अंग्रेज़ी भाषा के कार्यक्रम भी होते हैं। विदेशों में सीआरआई के २७ ब्यूरो खुले हैं और चीन के सभी प्रान्तों तथा हांगकांग व मकाउ समेत सभी बड़े नगरों में इसके कार्यालय काम कर रहे हैं। १९८७ से अब तक सीआरआई ने दुनिया के दस से अधिक रेडियो स्टेशनों के साथ सहयोग समझौता सम्पन्न किया है। इसके अतिरिक्त सीआरआई का बहुत से रेडियो व टीवी स्टेशनों के साथ कार्यक्रमों के आदान-प्रदान या अन्य सहयोग के लिये घनिष्ट सम्बन्ध भी हैं। सीआरआई को प्रतिवर्ष विभिन्न देशों के श्रोताओं से लाखों चिट्ठियां प्राप्त होती हैं। विदेशी लोगों में सीआरआई, चीन की जानकारी पाने का सब से सुगम और सुविधाजनक माध्यम होने के कारण भी प्रसिद्ध है। १९९८ में सीआरआई का आधिकारिक जालस्थल भी खोला गया। आज वह चीन के पांच मुख्य सरकारी प्रेस जालस्थलों सम्मिलित है। सीआरआई के अपने समाचारपत्र व टीवी कार्यक्रम भी हैं। .

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चौरंग

चौरंग कोंकणी भाषा के विख्यात साहित्यकार पुंडलीक नारायण नायक द्वारा रचित एक एकांकी है जिसके लिये उन्हें सन् 1984 में कोंकणी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

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चेक्ला पाइखरबंदा

चेक्ला पाइखरबंदा मणिपुरी भाषा के विख्यात साहित्यकार लमबम वीरमणि सिंह द्वारा रचित एक कहानी–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1984 में मणिपुरी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

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टिम बर्नर्स ली

टिम बर्नर्स ली टिम बर्नर्स ली (जन्म: 8 जून, 1955) विश्व व्यापी वेब के अविष्कारक, विश्व व्यापी वेब संघ के वर्तमान निर्देशक और एक शोधकर्त्ता है। .

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टॉम हैंक्स

थॉमस जेफ्री "टॉम " हैंक्स (जन्म 9 जुलाई 1956) एक अमेरिकी अभिनेता, निर्माता, लेखक और निर्देशक हैं। एक नाटकीय अभिनेता के रूप में कई उल्लेखनीय भूमिका में सफलता प्राप्त करने के पूर्व हैंक्स ने एंड्रयू बेकेट की फिलाडेल्फिया, फॉरेस्ट गंप (Forrest Gump) में शीर्षक पात्र की भूमिका, अपोलो 13 में कमांडर जेम्स ए लवेल, सेविंग प्राइवेट रायन में कप्तान जॉन एच.

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एमीलिया वेगा

एमीलिया वेगा (जन्म 7 नवंबर 1984) वर्ष २००३ की मिस यूनीवर्स थीं। .

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एस्से

एस्से कश्मीरी भाषा के विख्यात साहित्यकार मो. ज़मान आज़ुर्दा द्वारा रचित एक निबंध–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1984 में कश्मीरी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

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एक नया इतिहास (1984 फ़िल्म)

एक नया इतिहास १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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एक नई पहेली (1984 फ़िल्म)

एक नई पहेली १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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डिवोर्स (1984 फ़िल्म)

डिवोर्स १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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तनुश्री दत्ता

तनुश्री दत्ता तनुश्री दत्ता (जन्म: 19 मार्च, 1984) हिन्दी फ़िल्मों की एक अभिनेत्री हैं। .

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तमिल ईलम के मुक्ति बाघ

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त्साघ्काद्ज़ोर

आर्मेनिया का मानचित्र त्साघ्काद्ज़ोर आर्मेनिया का एक समुदाय है। यह कोटायक मर्ज़ (प्रांत) में आता है। इसकी स्थापना 1984 में हुई थी। यहां की जनसंख्या 1,430 है। श्रेणी:आर्मेनिया.

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तेरी बाहों में (1984 फ़िल्म)

तेरी बाहों में १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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तोहफ़ा (1984 फ़िल्म)

तोहफ़ा १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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द गोल्ड मैडल (1984 फ़िल्म)

द गोल्ड मैडल १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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द कीपर ऑफ़ द डेड

द कीपर ऑफ़ द डेड अंग्रेज़ी भाषा के विख्यात साहित्यकार केकी एन. दारुवाला द्वारा रचित एक कविता–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1984 में अंग्रेज़ी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

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दिलीप कुमार

दिलीप कुमार (जन्म 11 दिसंबर, 1922; जन्म का नाम: यूसुफ़ ख़ान), हिन्दी फ़िल्मों के एक प्रसिद्ध और लोकप्रिय अभिनेता है जो भारतीय संसद के उच्च सदन राज्य सभा के सदस्य रह चुके है। दिलीप कुमार को उनके दौर का बेहतरीन अभिनेता माना जाता है, त्रासद या दु:खद भूमिकाओं के लिए मशहूर होने के कारण उन्हे 'ट्रेजिडी किंग' भी कहा जाता था। उन्हें भारतीय फ़िल्मों के सर्वोच्च सम्मान दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, इसके अलावा दिलीप कुमार को पाकिस्तान का सर्वोच्च नागरिक सम्मान निशान-ए-इम्तियाज़ से भी सम्मानित किया गया है। .

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दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संगठन

दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संगठन (अंग्रेज़ी:एसोसिएशन ऑफ साउथ ईस्ट एशियन नेशंस, लघु:आसियान) दस दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों का समूह है, जो आपस में आर्थिक विकास और समृद्धि को बढ़ावा देने और क्षेत्र में शांति और स्थिरता कायम करने के लिए भी कार्य करते हैं। इसका मुख्यालय इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में है। आसियान की स्थापना ८ अगस्त, १९६७ को थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में की गई थी। इसके संस्थापक सदस्य थाईलैंड, इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलिपींस और सिंगापुर थे। ब्रूनेई इस संगठन में १९८४ में शामिल हुआ और १९९५ में वियतनाम। इनके बाद १९९७ में लाओस और बर्मा इसके सदस्य बने। १९७६ में आसियान की पहली बैठक में बंधुत्व और सहयोग की संधि पर हस्ताक्षर किए गए। १९९४ में आसियान ने एशियाई क्षेत्रीय फोरम (एशियन रीजनल फोरम) (एआरएफ) की स्थापना की गई, जिसका उद्देश्य सुरक्षा को बढ़ावा देना था। अमेरिका, रूस, भारत, चीन, जापान और उत्तरी कोरिया सहित एआरएफ के २३ सदस्य हैं। अपने चार्टर में आसियान के उद्देश्य के बारे में बताया गया है। पहला उद्देश्य सदस्य देशों की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और स्वतंत्रता को कायम रखा जाए, इसके साथ ही झगड़ों का शांतिपूर्ण निपटारा हो। सेक्रेट्री जनरल, आसियान द्वारा पारित किए प्रस्तावों को लागू करवाने और कार्य में सहयोग प्रदान करने का काम करता है। इसका कार्यकाल पांच वर्ष का होता है। वर्तमान में थाईलैंड के सूरिन पिट्स्वान इसके सेक्रेट्री जनरल है। आसियान की निर्णायक बॉडी में राज्यों के प्रमुख होते हैं, इसकी वर्ष में एक बार बैठक होती है। भारत आसियान देशों से सहयोग करने और संपर्क रखने का सदा ही इच्छुक रहा है। हाल ही में १३ अगस्त,२००९को भारत ने आसियन के संग बैंगकॉक में सम्मेलन किया, जिसमें कई महत्त्वपूर्ण समझौते हुए थे। भारतीय अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेला 2008, नई दिल्ली में आसियान मुख्य केन्द्र बिन्दु रहा था। नई व्यापार ब्लॉक के तहत दस देशों की कंपनियों और कारोबारियों ने मेले में भाग लिया था। थाइलैंड, इंडोनेशिया, मलेशिया, म्यांमार, वियतनाम, फिलिपींस, ब्रुनेई, कंबोडिया और लाओस आसियान के सदस्य देश हैं, जिनके उत्पाद व्यापार मेले में खूब दिखे थे। आसियान भारत का चौथा सबसे बडा व्यापारिक भागीदार है। दोनों पक्षों के बीच २००८ में ४७ अरब डॉलर का व्यापार हुआ था। फिक्की के महासचिव अमित मित्रा के अनुसार भारत और आसियान के बीच हुआ समझौता दोनों पक्षों के लिए उत्तम होगा। समझौता जनवरी २००९ से लागू हुआ था। .

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दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति

यह सूची दक्षिण अफ़्रीका के १९६१ से वर्तमान राष्ट्रपतियों की है:- .

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दुनिया (1984 फ़िल्म)

दुनिया १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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दीप सिद्धू

दीप सिद्धू (जन्म: 02 अप्रैल, 1984) हिन्दी फ़िल्मों के एक भारतीय अभिनेता हैं। वह पंजाबी में भी सक्रिय है। दीप सिद्धू ने अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत पंजाबी फ़िल्म रमता जोगी से की थी जिसके निर्माता जाने माने अभिनेता एवं निर्माता धर्मेन्द्र थे। .

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धर्म और कानून (1984 फ़िल्म)

धर्म और कानून १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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नया कदम (1984 फ़िल्म)

नया कदम १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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नसीरुद्दीन शाह

नसीरुद्दीन शाह हिन्दी फ़िल्मों के एक प्रसिद्ध अभिनेता हैं। नसीरुद्दीन शाह, जिन्हें हिंदी फ़िल्म उद्योग में अदाकारी का एक पैमाना कहा जाए तो शायद ही किसी को एतराज हो। नसीर की काबिलियत का सबसे बड़ा सुबूत है, सिनेमा की दोनों धाराओं में उनकी कामयाबी। नसीर का नाम अगर पैरेलल सिनेमा के सबसे बेहतरीन अभिनेताओं की सूची में शामिल हुआ तो बॉलीवुड की मुख्य धारा या व्यापारिक फ़िल्मों में भी उन्होंने बड़ी कामयाबी हासिल की है। नसीर अपने शानदार अंदाज से मुख्य धारा के चहेते सितारे बन गए, ऐसा सितारा जिसने हर तरह के किरदार को बेहतरीन अभिनय से जिंदा कर दिया। ये सितार जब भी स्क्रीन पर आया देखने वाले के दिल पर उस किरदार की यादगार छाप छोड़ गया। उसकी कॉमेडी ने पब्लिक को खूब गुदगुदाया तो एक्शन में भी उसका अलग ही अंदाज नजर आया। मुख्य धारा सिनेमा में नसीरुद्दीन शाह के सफर की शुरुआत 1980 में आई फ़िल्म 'हम पांच' से हुई। फ़िल्म भले ही व्यापारिक थी, लेकिन इसमें नसीर के अभिनय की गहराई समानांतर सिनेमा वाली फ़िल्मों से कम नहीं थी। गुलामी को अपनी तकदीर मान चुके एक गांव में विद्रोह की आवाज बुलंद करते नौजवान के किरदार में नसीर ने जान फूंक दी। हालांकि फ़िल्म बॉक्स ऑफिस पर कामयाब नहीं रही और एक व्यापारिक एक्टर के तौर पर सफलता साबित करने के लिए नसीर को टिकट खिड़की पर भी बिकाऊ बनने की जरूरत थी। और उनके लिए ये काम किया 'जाने भी दो यारों' ने। बॉलीवुड की ऑल टाइम बेस्ट कॉमेडी फ़िल्मों में शुमार 'जाने भी दो यारों' में रवि वासवानी और नसीर की जोड़ी ने बेजोड़ कॉमिक टाइमिंग दिखाई और फ़िल्म बेहद कामयाब रही। लेकिन कमर्शियल सिनेमा में नसीर की सबसे बड़ी कामयाबी बनी 'मासूम'। बाप और बेटे के रिश्तों को उकेरती 'मासूम' में नसीर ने कमाल की अदाकारी से ना केवल खूब वाहवाही बटोरी बल्कि फ़िल्म भी सुपरहिट हुई और नसीर को एक स्टार का दर्जा मिल गया। नसीर के इस स्टार स्टेटस को और मजबूत किया 1986 में आई सुभाष घई की मल्टीस्टारर मेगाबजट फ़िल्म 'कर्मा' ने। फ़िल्म में नसीर के लिए अपनी छाप छोड़ना आसान नहीं था क्योंकि वहां अभिनय सम्राट "दिलीप कुमार भी थे। और उस दौर के नए नवेले सितारे जैकी श्रॉफ और अनिल कपूर भी थे। 1987 में गुलजार की 'इजाजत' नसीर के लिए कामयाबी का एक और जरिया बन कर आई। एक जज्बाती कहानी, बेहतरीन निर्देशन, शानदार अभिनय और यादगार संगीत। 'इजाजत' ने बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त कामयाबी हासिल की और बतौर व्यापारिक एक्टर नसीर का रुतबा और बढ़ गया। 'त्रिदेव' जैसी सुपरहिट फ़िल्म देकर, 90 का दशक आते-आते नसीर ने व्यापारिक फ़िल्मों में भी अपनी अलग पहचान बना ली थी। 2003 में आई हॉलीवुड फ़िल्म 'द लीग ऑफ एक्सट्रा ऑर्डिनरी जेंटलमेन' में नसीरुद्दीन ने कैप्टन नीमो का किरदार निभाया तो दूसरी तरफ पाकिस्तानी फ़िल्म 'खुदा के लिए' में भी उन्होंने शानदार काम किया। देश से लेकर परदेस तक, नसीरुद्दीन शाह ने अपनी अदाकारी का लोहा सारी दुनिया में मनवाया है। लेकिन नसीर अपनी काबिलियत को खुशकिस्मती का नाम देते हैं। वो कहते हैं, 'मैं खुद को खुशकिस्मत मानता हूं कि मुझे इतने मौके मिले, लेकिन मैं व्यापारिक फ़िल्मों से अभी संतुष्ट नहीं हूँ।' 2008 में आई 'अ वेडनेसडे' ने नसीर की कमाल की अदाकारी का एक और नजराना पेश किया तो 'इश्किया', 'राजनीति', 'सात खून माफ' और 'डर्टी पिक्चर' जैसी फ़िल्मों के जरिए नसीरुद्दीन ने बार-बार ये साबित किया कि एक सच्चे कलाकार को उम्र बांध नहीं सकती। हाल ही में रिलीज हुई फ़िल्म 'मैक्सिमम' में भी नसीर की जोरदार एक्टिंग ने दर्शकों का खूब मनोरंजन किया है। आज के नसीरुद्दीन शाह की बात करें तो शायद ही ऐसा कोई रोल है जो उनपर फिट नहीं बैठे। आखिर वो एक्टर ही ऐसे हैं कि हर रोल के मुताबिक खुद को ढाल लेते हैं। लेकिन एक समय था जब नसीर को दो रोल करने की इच्छा थी जो उस समय उन्हें नहीं मिले। लेकिन बाद 'मिर्जा गालिब', दूरदर्शन धारावाहिक में उन्हें दो रोल मिले जिसमें उन्होंने ग़ालिब का वास्तविक चित्र उभारने की कोशिश की। लेकिन आप जानकर हैरान रह जाएंगे कि गालिब बनने की नसीर की तमन्ना उनके दिल में एक अधूरे ख्वाब की तरह अटकी हुई थी। 1988 में सीरियल बनाने से सालों पहले गुलजार साहब गालिब पर एक फ़िल्म बनाना चाहते थे और उस फ़िल्म में गालिब के तौर पर उनकी दिली इच्छा संजीव कुमार को लेने की थी। नसीर साहब ने इस बारे में बताते हुए कहा, 'मैंने गुलजार भाई को चिठ्ठी लिखी और अपनी फोटोग्राफ्स भेजी, मैंने लिखा कि ये क्या कर रहे हैं, इस फ़िल्म में आपको मुझे लेना चाहिए।' लेकिन संजीव कुमार को दिल का दौरा पड़ गया था और सेहत उनका साथ नहीं दे रही थी। फिर उसके बाद गुलजार साहब के दिल में उस रोल के लिए अमिताभ के नाम का खयाल आया। लेकिन वहां भी बात नहीं बनी और आखिरकार गालिब पर फ़िल्म बनाने का प्लान ही ठंडे बस्ते में पड़ गया। शायद उस वक्त गुलजार को भी नहीं मालूम होगा कि इस किरदार पर तो तकदीर ने किसी और का नाम लिख दिया है। कई साल बाद गुलजार साहब ने एक दिन नसीर को फोन लगाया। नसीर ने बताया, 'एक दिन मुझे गुलजार भाई का फोन आया कि सीरियल में काम करोगे। मैंने पूछा कौन सा सीरियल तो उन्होंने बताया गालिब पर है। मैंने बिना कुछ सोचे फौरन हां कह दिया।' साल 1982 में 'गांधी' के रिलीज होने के अट्ठारह साल बाद कमल हासन ने 'हे राम' बनाई, जिसने नसीर साहब की गांधी बनने की तमन्ना को भी पूरा कर दिया। सधी हुई अदाकरी और बेजोड़ अंदाज से उन्होंने ना केवल गांधी के किरदार में जान डाल दी। बेजोड़ एक्टिंग और गजब की क्षमता से हर तरह के किरदार निभाने वाले नसीर ने अपनी छाप नकारात्मक भूमिकाओं में भी छोड़ी। समानांतर सिनेमा का ये हीरो कमर्शियल फ़िल्मों में एक ख़तरनाक विलेन के तौर पर भी हमेशा याद किया जाता रहेगा। हिन्दी सिनेमा में विलेन का ये नया चेहरा था, खूंखार और अजीबोगरीब शक्ल वाला कोई गुंडा नहीं बल्कि सोफेस्टिकेटेड इंसान जिसके दिमाग में सिर्फ जहर ही जहर था। विलेन का ये किरदार जितना संजीदा था उससे भी ज्यादा संजीदगी से उसे निभाया था नसीरुद्दीन शाह ने। वैसे खलनायक के तौर पर उनकी एक दो फ़िल्में नहीं थीं। 'मोहरा' में उन्होंने दिखाया विलेन का वो चेहरा जो किसी के भी दिल में खौफ पैदा कर सकता है। अंधा होने का नाटक करने वाला एक शिकारी, लेकिन ये नसीर की असली पहचान नहीं थी। नसीर की असली पहचान समानांतर सिनेमा था। सिनेमा की वो धारा जिसमें एक स्टार के लिए कम और एक्टर के लिए गुंजाइश ज्यादा होती है। और ये बात किसी से छुपी नहीं कि नसीर एक एक्टर पहले और स्टार बाद में हैं। समानांतर सिनेमा के इस सितारे ने स्मिता पाटिल, शबाना आजमी, अमरीश पुरी और ओम पुरी जैसे माहिर कलाकारों के साथ मिलकर आर्ट फ़िल्मों को एक नई पहचान दी। 'निशान्त' जैसी सेंसेटिव फ़िल्म से अभिनय का सफर शुरू करने वाले नसीर ने 'आक्रोश', 'स्पर्श', 'मिर्च मसाला', 'भवनी भवाई', 'अर्धसत्य', 'मंडी' और 'चक्र' जैसी फ़िल्मों में अभिनय की नई मिसाल पेश कर दी। .

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नारायण चतुर्वेदी

नारायण चतुर्वेदी को भारत सरकार द्वारा सन १९८४ में साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये उत्तर प्रदेश राज्य से हैं। श्रेणी:१९८४ पद्म भूषण.

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नेहरू तारामंडल, दिल्ली

300px नेहरू तारामंडल तीन मूर्ति भवन में वह जगह है जहां जाकर ब्रह्मांड, तारों, सितारों और खगोलीय घटनाओं से जुड़ी जिज्ञासा को शांत कर सकते हैं। भारत के अन्य शहरों के तारामंडलों की अपेक्षा इस तारामंडल के पास बहुत ज्यादा सुविधाएं नहीं हैं तो भी वह लोगों को इस रहस्यमय दुनिया की झलक दिखाता है। नेहरू तारामंडल की कल्पना एवं योजना पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने बनायी थी। वे चाहती थीं कि बच्चों में विज्ञान को बढ़ावा दिया जाए। जवाहर लाल नेहरू का साइंस और बच्चों में रुझान था। इसी को देखते हुए इंदिरा गांधी ने सोचा कि उन्हीं के नाम पर कुछ ऐसा किया जाए जिसमें बच्चों और साइंस दोनों को लाभ हो। सो, इस तरह नेहरू तारामंडल अस्तित्व में आया। तारामंडल जवाहर लाल नेहरू मेमोरियल फंड के पैसे से बनाया गया था पर आज इसे नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी चलाती है। तारामंडल को बनाने की शुरुआत सन् १९८२ में हुई थी और सन् १९८४ में इसका पहला प्रोग्राम शुरू कर दिया गया था। इसका उद्घाटन भी खुद इंदिरा गांधी ने किया था। पहले शो का नाम था अवर कॉस्मिक हेरिटेज। इस शो में ब्रह्मांड के बनने के बारे में अब तक मान्य सिद्घांत बिग बैंग के जरिए ग्रहों, उपग्रहों और आकाशगंगा के अस्तित्व में आने की कहानी बताई गई थी। तारामंडल के पहले डायरेक्टर कर्नल सिंह थे। उनके बाद डॉ॰ निरुपमा राघवन आईं और आज इसकी डायरेक्टर हैं डॉ॰ एन.

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नोकिया के उत्पादों की सूची

नोकिया का लोगो यहां नोकिया के उत्पादों की आंशिक सूची दी जा रही है। यह सूची नोकिया के आधुनिक फ़ोन व मोबाइल उत्पादों पर केंद्रित है। नोकिया अन्य विधूत उपकरण जैसे की टेलीविजन वगरह भी बनाता है। .

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पद्म भूषण

पद्म भूषण सम्मान भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला तीसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, जो देश के लिये बहुमूल्य योगदान के लिये दिया जाता है। भारत सरकार द्वारा दिए जाने वाले अन्य प्रतिष्ठित पुरस्कारों में भारत रत्न, पद्म विभूषण और पद्मश्री का नाम लिया जा सकता है। पद्म भूषण रिबन .

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परोमा (1984 फ़िल्म)

परोमा १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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पार (1984 फ़िल्म)

पार १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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पार्टी (1984 फ़िल्म)

पार्टी १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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पाखंडी (1984 फ़िल्म)

पाखंडी १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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पागल लोक

पागल लोक पंजाबी भाषा के विख्यात साहित्यकार कपूर सिंह घुम्मन द्वारा रचित एक नाटक है जिसके लिये उन्हें सन् 1984 में पंजाबी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

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पाउला फर्नांडीस

पाउला फर्नांडीस पाउला फर्नांडीस डी सूजा जन्म २८ अगस्त, १९८४ एक ब्राज़ीलियाई देश की गायिका-गीतकार.

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पंकज कपूर

पंकज कपूर भारत के जानेमाने नाटककार तथा टीवी व फ़िल्म अभिनेता हैं। वे अनेकों टीवी धारावाहिकों तथा फ़िल्मों में अभिनय कर चुके हैं। .

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प्रवेश राणा

प्रवेश राणा एक पुरुष मॉडल और मिस्टर इण्डिया २००८ और रिएलिटी टीवी शो प्रतिभागी हैं। २००९ में उन्होंने एक रिएलिटी टीवी श्रृंखला, बिग बॉस में अपूर्वानुमेय प्रविष्टि पाई थी। .

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पैट कैश

श्रेणी:टेनिस खिलाड़ी श्रेणी:पुरुष टेनिस खिलाड़ी श्रेणी:टेनिस ग्रैंड स्लैम विजेता.

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पेट प्यार और पाप (1984 फ़िल्म)

पेट प्यार और पाप १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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पॉल न्युमैन

पॉल लियोनार्ड न्युमैन (26 जनवरी 1925 - 26 सितंबर 2008) एक अमेरिकी अभिनेता, फिल्म निर्देशक, उद्यमी, मानवतावादी और ऑटो रेसिंग के शौक़ीन व्यक्ति थे। उन्होंने कई पुरस्कार जीते, जिनमें 1986 की मार्टिन स्कौर्सेसे की फिल्म द कलर ऑफ मनी में उनके अभिनय के लिए दिया गया सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का अकादमी पुरस्कार और आठ अन्य नामांकन, तीन गोल्डन ग्लोब पुरस्कार, एक बाफ्टा (BAFTA) पुरस्कार, एक स्क्रीन एक्टर्स गिल्ड पुरस्कार, एक कान फिल्म समारोह पुरस्कार, एक एमी पुरस्कार और कई मानद पुरस्कार शामिल थे। उन्होंने स्पोर्ट्स कार क्लब ऑफ अमेरिका की रोड रेसिंग में एक ड्राइवर के रूप में कई राष्ट्रीय चैंपियनशिप भी जीते और उनकी रेसिंग टीमों ने ओपन व्हील इंडीकार रेसिंग में कई प्रतियोगिताओं में जीत हासिल की। न्युमैन अपनी खुद की एक फ़ूड कंपनी के सह-संस्थापक भी थे, जहां से उन्होंने अपने समस्त कर पश्चात लाभ एवं रॉयल्टी चैरिटी को दान कर दिया। Newman's Own.com.

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फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संगीतकार पुरस्कार

फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संगीतकार पुरस्कार फ़िल्मफ़ेयर पत्रिका द्वारा प्रति वर्ष दिया जाने वाला पुरस्कार है। .

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फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ गीतकार पुरस्कार

फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ गीतकार पुरस्कार फ़िल्मफ़ेयर पत्रिका द्वारा प्रति वर्ष दिया जाने वाला पुरस्कार है। .

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फ़्राँस्वा त्रुफ़ो

फ़्राँस्वा रोनाल्द त्रुफ़ो (फ़्रांसिसी: François Truffaut, अन्तर्राष्ट्रीय ध्वन्यात्मक लिपि) (6 फ़रवरी 1932 – 21 अक्टूबर 1984) फ़्रांसिसी सिनेमा में नव तरंग के प्रवर्तकों में से एक थे। पचीस साल से कुछ अधिक लंबे अपने कार्यकाल में उन्होंने पटकथा लेखन, निर्माता, निर्देशक और अभिनेता के रूप में पचीस से अधिक फ़िल्मों में काम किया। श्रेणी:फ़िल्म श्रेणी:फ़्रांसिसी फ़िल्म निर्देशक.

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फ़ॉर्मूला वन

The formula was defined in 1946; the first Formula One race was in 1947; the first World Championship season was 1950.

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बद और बदनाम (1984 फ़िल्म)

बद और बदनाम १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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बलदेव उपाध्याय

आचार्य बलदेव उपाध्याय (१० अक्टूबर १८९९ - १० अगस्त १९९९) हिन्दी और संस्कृत के सुप्रसिद्ध विद्वान, साहित्येतिहासकार, निबन्धकार तथा समालोचक थे। उन्होने अनेकों ग्रन्थों की रचना की, निबन्धों का संग्रह प्रकाशित किया तथा संस्कृत वाङ्मय का इतिहास लिखा। वे संस्कृत साहित्य की हिन्दी में चर्चा के लिए जाने जाते हैं। उनके पूर्व संस्कृत साहित्य से सम्बन्धित अधिकांश पुस्तकें संस्कृत में हैं या अंग्रेजी में। आचार्य बलदेव उपाध्याय को भारत सरकार द्वारा सन १९८४ में साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। .

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बहुजन समाज पार्टी

बहुजन समाज पार्टी (अंग्रेजी: Bahujan Samaj Party) सार्वभौमिक न्याय, स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे के सर्वोच्च सिद्धांतों की सोच वाला, भारत का एक राष्ट्रीय राजनीतिक दल है। इसका गठन मुख्यत: एक क्रांतिकारी सामाजिक और आर्थिक आंदोलन के रूप में काम करने के लिए किया गया है जो भारत को एक सम्पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न, समाजवादी, पंथनिरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए तथा उसके समस्त नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतन्त्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समानता दिलाने, उनमें व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता और अखण्डता सुनिश्चित करने वाली बंधुता बढाने के लिए कार्य करती है जैसा भारतीय संविधान की प्रस्तावना में वर्णित है। इसका गठन मुख्यत: भारतीय जाति व्यवस्था के अन्तर्गत सबसे नीचे माने जाने वाले बहुजन, जिसमें अन्य पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अल्पसंख्यक शामिल हैं, ऐसे समाज का प्रतिनिधित्व करने के लिए किया गया था, जिनकी जनसंख्या भारत देश में 85% है। दल का दर्शन बाबा साहेब अम्बेडकर के मानवतावादी बौद्ध दर्शन से प्रेरित है। .

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बजरंग दल

धरना पर बैठे बजरंग दल के सदस्य बजरंग दल, संघ परिवार और विश्व हिंदू परिषद की कड़ी का युवा चेहरा है। इसकी शुरुआत 1 अक्टूबर 1984 में सबसे पहले भारत के उत्तर प्रदेश प्रान्त से हुई जिसका बाद में पूरे भारत में विस्तार हुआ। हिंदुत्व इस परिवार का मुख्य दर्शन है। बजरंग दल का दावा है कि अभी इसके 1,300,000 सदस्य हैं जिनमें 850,000 कार्यकर्ता शामिल हैं। संघ की तरह शाखा की तरह अखाड़े चलाती है जिनकी सँख्या लगभग ढाई हजार के आस पास है। बजरंग दल का सूत्रवाक्य "सेवा, सुरक्षा और संस्कृति" है। इनके प्रमुख मनोज वर्मा है। हिंदू युवा शक्ति को समाज के प्रति संस्कारयुक्त सकारात्मक भूमिका की ओर प्रेरित करना भी बजरंग दल का मुख्य कार्य है l अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को "राष्ट्रवादी संघठन" श्रेणी में रखा है एवं विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल को धार्मिक उग्रवादी संगठन बताया है,जिसका देश भर में तीव्र विरोध चल रहा है सीआईए द्वारा जारी वर्ल्ड फैक्ट बुक में विहिप और बजरंग दल को 'राजनीतिक दवाब समूह' की श्रेणी में शामिल किया गया हैl .

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ब्रायन टीचर

ब्रायन टीचर (जन्म: 23 दिसम्बर, 1954) अमेरिकी टेनिस खिलाड़ी एवं भूतपूर्व ऑस्ट्रेलियाई ओपन पुरुष एकल विजेता हैं। .

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ब्रिगेडियर कोट्ट सत्चिदानंद मूर्ति

ब्रिगेडियर कोट्ट सत्चिदानंद मूर्ति को भारत सरकार द्वारा सन १९८४ में साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये आंध्र प्रदेश राज्य से हैं। श्रेणी:१९८४ पद्म भूषण.

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ब्रुनेई

ब्रुनेई (मलय: برني دارالسلام नेगारा ब्रुनेई दारुस्सलाम) जंबुद्वीप में स्थित एक देश है। ये इंडोनेशिया के पास स्थित है। ये एक राजतन्त्र (सल्तनत) है। ब्रुनेई पूर्व में एक समृद्ध मुस्लिम सल्तनत थी, जिसका प्रभाव संपूर्ण बोर्नियो तथा फिलीपिन्स के कुछ भागों तक था। १८८८ में यह ब्रिटिश संरक्षण में आ गया। १९४१ में जापानियों ने यहां अधिकार कर लिया। १९४५ में ब्रिटेन ने इसे मुक्त करवाकर पुन: अपने संरक्षण में ले लिया। १९७१ में ब्रुनेई को आंतरिक स्वशासन का अधिकार मिला। १९८४ में इसे पूर्ण स्वतंत्रता प्राप्त हुई। .

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ब्रेट हार्ट

ब्रेट सार्जेंट हार्ट (जन्म 2 जुलाई 1957) एक कनाडाई पेशेवर तथा शौकिया पहलवान और लेखक हैं, जिन्होंने वर्तमान में रॉ (Raw) ब्रैंड पर आकर वर्ल्ड रेसलिंग एंटर्टेनमेंट (डबल्यू डबल्यू ई (WWE)) को साइन किया है। अमेरिका में अपने करियर के दौरान उन्होंने ब्रेट “हिटमैन” हार्ट के रूप में कुश्तियां लड़ीं.

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बेनज़ीर भुट्टो

बेनज़ीर भुट्टो(उर्दू: بینظیر بھٹو) (जन्म 21 जून 1953,कराची- मृत्यु 27 दिसम्बर 2007,रावलपिंडी) पाकिस्तान की १२वीं (1988 में) व १६वीं (1993 में) प्रधानमंत्री थीं। रावलपिंडी में एक राजनैतिक रैली के बाद आत्मघाती बम और गोलीबारी से दोहरा अक्रमण कर, उनकी हत्या कर दी गई। पूरब की बेटी के नाम से जानी जाने वाली बेनज़ीर किसी भी मुसलिम देश की पहली महिला प्रधानमंत्री तथा दो बार चुनी जाने वाली पाकिस्तान की पहली प्रधानमंत्री थीं। वे पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की प्रतिनिधि तथा मुसलिम धर्म की शिया शाखा की अनुयायी थीं। .

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बॉक्सर (1984 फ़िल्म)

बॉक्सर १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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बोरिस बेकर

बोरिस बेकर 1990 के दशक के एक प्रमुख टेनिस खिलाड़ी थे। जर्मनी में जन्मे बेकर ने टेनिस जगत की चार सबसे बड़ी सालाना स्पर्धाओं (ग्रैंड स्लेम) में कुल 6 विजय प्राप्त की और अपने करिअर में कुल 49 प्रतियोगिताओं का फाइनल जीता। बेकर ने अपना पहला विंबलडन ख़िताब 1985 में 17 वर्ष की उम्र में जीता और इस तरह ये ख़िताब जीतने वाले वे सबसे युवा खिलाड़ी बने। .

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बोइंग ७२७

बोइंग ७२७ का एक विमान। बोइंग ७२७ एक मध्यम आकार का वायुयान है जिसे उत्तर अमेरिका की एक जानी मानी कंपनी बोइंग ने बनाया था। इसका निर्माण १९६३ से १९८४ के मध्य हुआ था। अब तक इस प्रतिमान के १,८३२ यान बन चुके हैं। प्रथम वायुयान ने १ फरवरी, १९६३ को उड़ान भरी थी। .

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बीसवीं शताब्दी

ग्रेगरी पंचांग (कलेंडर) के अनुसार ईसा की बीसवीं शताब्दी 1 जनवरी 1901 से 31 दिसम्बर 2000 तक मानी जाती है। कुछ इतिहासवेत्ता 1914 से 1992 तक को संक्षिप्त बीसवीं शती का नाम भी देते हैं। (उन्नीसवी शताब्दी - बीसवी शताब्दी - इक्कीसवी शताब्दी - और शताब्दियाँ) दशक: १९०० का दशक १९१० का दशक १९२० का दशक १९३० का दशक १९४० का दशक १९५० का दशक १९६० का दशक १९७० का दशक १९८० का दशक १९९० का दशक ---- समय के गुज़रने को रेकोर्ड करने के हिसाब से देखा जाये तो बीसवी शताब्दी वह शताब्दी थी जो १९०१ - २००० तक चली थी। मनुष्य जाति के जीवन का लगभग हर पहलू बीसवी शताब्दी में बदल गया।.

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भारत रत्‍न

भारत रत्न भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। यह सम्मान राष्ट्रीय सेवा के लिए दिया जाता है। इन सेवाओं में कला, साहित्य, विज्ञान, सार्वजनिक सेवा और खेल शामिल है। इस सम्मान की स्थापना 2 जनवरी 1954 में भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति श्री राजेंद्र प्रसाद द्वारा की गई थी। अन्य अलंकरणों के समान इस सम्मान को भी नाम के साथ पदवी के रूप में प्रयुक्त नहीं किया जा सकता। प्रारम्भ में इस सम्मान को मरणोपरांत देने का प्रावधान नहीं था, यह प्रावधान 1955 में बाद में जोड़ा गया। तत्पश्चात् 13 व्यक्तियों को यह सम्मान मरणोपरांत प्रदान किया गया। सुभाष चन्द्र बोस को घोषित सम्मान वापस लिए जाने के उपरान्त मरणोपरान्त सम्मान पाने वालों की संख्या 12 मानी जा सकती है। एक वर्ष में अधिकतम तीन व्यक्तियों को ही भारत रत्न दिया जा सकता है। उल्लेखनीय योगदान के लिए भारत सरकार द्वारा दिए जाने वाले सम्मानों में भारत रत्न के पश्चात् क्रमशः पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री हैं। .

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भारत के प्रधान मंत्रियों की सूची

भारत के प्रधानमंत्री भारत गणराज्य की सरकार के मुखिया हैं। भारत के प्रधानमंत्री, का पद, भारत के शासनप्रमुख (शासनाध्यक्ष) का पद है। संविधान के अनुसार, वह भारत सरकार के मुखिया, भारत के राष्ट्रपति, का मुख्य सलाहकार, मंत्रिपरिषद का मुखिया, तथा लोकसभा में बहुमत वाले दल का नेता होता है। वह भारत सरकार के कार्यपालिका का नेतृत्व करता है। भारत की राजनैतिक प्रणाली में, प्रधानमंत्री, मंत्रिमंडल में का वरिष्ठ सदस्य होता है। .

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भारत के अभयारण्य

भारत में 500 से अधिक प्राणी अभयारण्य हैं, जिन्हें वन्य जीवन अभयारण्य (IUCN श्रेणी IV सुरक्षित क्षेत्र) कहा जाता है। इनमें से 28 बाघ अभयारण्य बाघ परियोजना द्वारा संचालित हैं, जो बाघ-संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण हैं। कुछ वन्य अभयारण्यों को पक्षी-अभयारण्य कहा जाता रहा है, (जैसे केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान) जब तक कि उन्हें राष्ट्रीय उद्यान का दर्ज़ा नहीं मिल गया। कई राष्ट्रीय उद्यान पहले वन्य जीवन अभयारण्य ही थे। कुछ वन्य जीवन अभयारण्य संरक्षण हेतु राष्ट्रीय महत्व रखते हैं, अपनी कुछ मुख्य प्राणी प्रजातियों के कारण। अतः उन्हें राष्ट्रीय वन्य जीवन अभयारण्य कहा जाता है, जैसे.

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भारत के उप प्रधानमंत्री

भारत के उपप्रधानमंत्री का पद, तकनीकी रूप से एक एक संवैधानिक पद नहीं है, नाही संविधान में इसका कोई उल्लेख है। परंतु ऐतिहासिक रूप से, अनेक अवसरों पर विभिन्न सरकारों ने अपने किसी एक वरिष्ठ मंत्री को "उपप्रधानमंत्री" निर्दिष्ट किया है। इस पद को भरने की कोई संवैधानिक अनिवार्यता नहीं है, नाही यह पद किसी प्रकार की विशेष शक्तियाँ प्रदान करता हैं। आम तौर पर वित्तमंत्री या रक्षामंत्री जैसे वरिष्ठ कैबिनेट मंत्रियों को इस पद पर स्थापित किया जाता है, जिन्हें प्रधानमंत्री के बाद, सबसे वरिष्ठ माना जाता है। अमूमन इस पद का उपयोग, गठबंधन सरकारों में मज़बूती लाने हेतु किया जाता रहा है। इस पद के पहले धारक सरदार वल्लभभाई पटेल थे, जोकि जवाहरलाल नेहरू की कैबिनेट में गृहमंत्री थे। कई अवसरों पर ऐसा होता रहा है की प्रधानमंत्री की अनुपस्थिति में उपप्रधानमंत्री संसद या अन्य स्थानों पर उनके स्थान पर सर्कार का प्रतिनिधित्व करते हैं, एवं कैबिनेट की बैठकों की अध्यक्षता कर सकते हैं। भारत के उपप्रधानमंत्री भारतीय सरकार के मंत्रीमंडल के उपाध्यक्ष होते है। .

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भारतीय चार्टर्ड वित्तीय विश्लेषक संस्थान

भारतीय चार्टर्ड वित्तीय विश्लेषक संस्थान की स्थापना १९८४ में छात्रों, कामकाज़ी इग्ज़ेक्यटिवों और व्यवसायियों को वित्त और प्रबन्धन में उच्च गुणवत्ता शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से खोला गया था। यह विश्वविद्यालय उत्तराखण्ड, त्रिपुरा, सिक्किम, मेघालय, मिज़ोरम, नागालैण्ड और झारखण्ड राज्यों में क्रमशः विधायिकाओं के अधीन है। राजस्थान, पंजाब और छत्तीसगढ़ की राज्य सरकारों ने विश्वविद्यालय को अपने राज्यों में इसकी शाखाएँ खोलने के लिए इच्छा पत्र जारी किए हैं। प्रत्येक राज्य का विश्वविद्यालय पृथक और स्वतन्त्र वैध संस्था है। श्रेणी:उत्तराखण्ड के विश्वविद्यालय.

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भारतीय वन प्रबंधन संस्थान

भोपाल स्थित भारतीय वन प्रबंधन संस्थान सन 1984 में भारतीय प्रबंधन संस्थान, अहमदाबाद के सहयोग से स्थापित किया गया था। सन 1988 से यहाँ वन प्रबंधन में दो वर्षीय पाठ्यक्रम स्नातकोत्तर डिप्लोमा (Post Graduate Diploma in Forest Management) की शुरुआत की गई। पता: .

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भारतीय गैस प्राधिकार लिमिटेड

भारतीय गैस प्राधिकार लिमिटेड (संक्षेप में गेल GAIL) भारत में गैस उत्खनन करने वाली शीर्ष तकनीकी संस्था है। गेल की स्थापना १९८४ में हुई तथा इसका मुख्यालय नई दिल्ली में बनाया गया। गेल द्वारा भारत के साथ साथ विदेशों में भी कई परियोजनाएँ संचालित की जा रही हैं। म्यांमार, वेनेजुएला व ईरान में जारी परियोजनाएँ आर्थिक तथा सामरिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। .

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भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम

भारतीय अन्तरिक्ष कार्यक्रम डॉ विक्रम साराभाई की संकल्पना है, जिन्हें भारतीय अन्तरिक्ष कार्यक्रम का जनक कहा गया है। वे वैज्ञानिक कल्पना एवं राष्ट्र-नायक के रूप में जाने गए। वर्तमान प्रारूप में इस कार्यक्रम की कमान भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के हाथों में है। .

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भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, (संक्षेप में- इसरो) (Indian Space Research Organisation, ISRO) भारत का राष्ट्रीय अंतरिक्ष संस्थान है जिसका मुख्यालय बेंगलुरू कर्नाटक में है। संस्थान में लगभग सत्रह हजार कर्मचारी एवं वैज्ञानिक कार्यरत हैं। संस्थान का मुख्य कार्य भारत के लिये अंतरिक्ष संबधी तकनीक उपलब्ध करवाना है। अन्तरिक्ष कार्यक्रम के मुख्य उद्देश्यों में उपग्रहों, प्रमोचक यानों, परिज्ञापी राकेटों और भू-प्रणालियों का विकास शामिल है। 1969 में स्थापित, इसरो अंतरिक्ष अनुसंधान के लिए तत्कालीन भारतीय राष्ट्रीय समिति (INCOSPAR) स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और उनके करीबी सहयोगी और वैज्ञानिक विक्रम साराभाई के प्रयासों से 1962 में स्थापित किया गया। भारत का पहला उपग्रह, आर्यभट्ट, जो 19 अप्रैल 1975 सोवियत संघ द्वारा शुरू किया गया था यह गणितज्ञ आर्यभट्ट के नाम पर रखा गया था बनाया।इसने 5 दिन बाद काम करना बंद कर दिया था। लेकिन ये अपने आप में भारत के लिये एक बड़ी उपलब्धि थी। 7 जून 1979 को भारत ने दूसरा उपग्रह भास्कर 445 किलो का था, पृथ्वी की कक्षा में स्थापित किया गया। 1980 में रोहिणी उपग्रह पहला भारतीय-निर्मित प्रक्षेपण यान एसएलवी -3 बन गया जिस्से कक्षा में स्थापित किया गया। इसरो ने बाद में दो अन्य रॉकेट विकसित किये। ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान उपग्रहों शुरू करने के लिए ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी),भूस्थिर कक्षा में उपग्रहों को रखने के लिए ध्रुवीय कक्षाओं और भूस्थिर उपग्रह प्रक्षेपण यान (जीएसएलवी) भूस्थिर उपग्रह प्रक्षेपण यान। ये रॉकेट कई संचार उपग्रहों और पृथ्वी अवलोकन गगन और आईआरएनएसएस तरह सैटेलाइट नेविगेशन सिस्टम तैनात किया उपग्रह का शुभारंभ किया।जनवरी 2014 में इसरो सफलतापूर्वक जीसैट -14 का एक जीएसएलवी-डी 5 प्रक्षेपण में एक स्वदेशी क्रायोजेनिक इंजन का इस्तेमाल किया गया। इसरो के वर्तमान निदेशक ए एस किरण कुमार हैं। आज भारत न सिर्फ अपने अंतरिक्ष संबंधी आवश्यकताओं की पूर्ति करने में सक्षम है बल्कि दुनिया के बहुत से देशों को अपनी अंतरिक्ष क्षमता से व्यापारिक और अन्य स्तरों पर सहयोग कर रहा है। इसरो एक चंद्रमा की परिक्रमा, चंद्रयान -1 भेजा, 22 अक्टूबर 2008 और एक मंगल ग्रह की परिक्रमा, मंगलयान (मंगल आर्बिटर मिशन) है, जो सफलतापूर्वक मंगल ग्रह की कक्षा में प्रवेश पर 24 सितंबर 2014 को भारत ने अपने पहले ही प्रयास में सफल होने के लिए पहला राष्ट्र बना। दुनिया के साथ ही एशिया में पहली बार अंतरिक्ष एजेंसी में एजेंसी को सफलतापूर्वक मंगल ग्रह की कक्षा तक पहुंचने के लिए इसरो चौथे स्थान पर रहा। भविष्य की योजनाओं मे शामिल जीएसएलवी एमके III के विकास (भारी उपग्रहों के प्रक्षेपण के लिए) ULV, एक पुन: प्रयोज्य प्रक्षेपण यान, मानव अंतरिक्ष, आगे चंद्र अन्वेषण, ग्रहों के बीच जांच, एक सौर मिशन अंतरिक्ष यान के विकास आदि। इसरो को शांति, निरस्त्रीकरण और विकास के लिए साल 2014 के इंदिरा गांधी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। मंगलयान के सफल प्रक्षेपण के लगभग एक वर्ष बाद इसने 29 सितंबर 2015 को एस्ट्रोसैट के रूप में भारत की पहली अंतरिक्ष वेधशाला स्थापित किया। जून 2016 तक इसरो लगभग 20 अलग-अलग देशों के 57 उपग्रहों को लॉन्च कर चुका है, और इसके द्वारा उसने अब तक 10 करोड़ अमेरिकी डॉलर कमाए हैं।http://khabar.ndtv.com/news/file-facts/in-record-launch-isro-flies-20-satellites-into-space-10-facts-1421899?pfrom.

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भावना (1984 फ़िल्म)

भावना १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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भावेश चंद्र सान्याल

भावेश चंद्र सान्याल को भारत सरकार द्वारा सन १९८४ में कला के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये मध्य प्रदेश राज्य से हैं। श्रेणी:१९८४ पद्म भूषण.

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भोपाल

भोपाल भारत देश में मध्य प्रदेश राज्य की राजधानी है और भोपाल ज़िले का प्रशासनिक मुख्यालय भी है। भोपाल को झीलों की नगरी भी कहा जाता है,क्योंकि यहाँ कई छोटे-बड़े ताल हैं। यह शहर अचानक सुर्ख़ियों में तब आ गया जब १९८४ में अमरीकी कंपनी, यूनियन कार्बाइड से मिथाइल आइसोसाइनेट गैस के रिसाव से लगभग बीस हजार लोग मारे गये थे। भोपाल गैस कांड का कुप्रभाव आज तक वायु प्रदूषण, भूमि प्रदूषण, जल प्रदूषण के अलावा जैविक विकलांगता एवं अन्य रूपों में आज भी जारी है। इस वजह से भोपाल शहर कई आंदोलनों का केंद्र है। भोपाल में भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) का एक कारखाना है। हाल ही में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र ने अपना दूसरा 'मास्टर कंट्रोल फ़ैसिलटी' स्थापित की है। भोपाल में ही भारतीय वन प्रबंधन संस्थान भी है जो भारत में वन प्रबंधन का एकमात्र संस्थान है। साथ ही भोपाल उन छह नगरों में से एक है जिनमे २००३ में भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान खोलने का निर्णय लिया गया था तथा वर्ष २०१५ से यह कार्यशील है। इसके अतिरिक्त यहाँ अनेक विश्वविद्यालय जैसे राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय,बरकतउल्लाह विश्वविद्यालय,अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय,मध्य प्रदेश भोज मुक्त विश्वविद्यालय,माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय,भारतीय राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय। इसके अतिरिक्त अनेक राष्ट्रीय संस्थान जैसे अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान,भारतीय वन प्रबंधन संस्थान,भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान,राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान मानित विश्वविद्यालय भोपाल इंजीनियरिंग महाविद्यालय,गाँधी चिकित्सा महाविद्यालय तथा अनेक शासकीय एवं पब्लिक स्कूल हैं। .

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मरु–मंगल

मरु–मंगल राजस्थानी भाषा के विख्यात साहित्यकार सुमेर सिंह शेखावत द्वारा रचित एक कविता–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1984 में राजस्थानी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

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मर्गेरित युर्स्नर्

मर्गेरित युर्स्नर् (फ़्रांसीसी भाषा,Marguerite Cleenewerck de Crayencour, Marguerite Yourcenar, बेल्जियम, ८ जून १९०३-संयुक्त राज्य अमेरिका, १७ दिसंबर १९८७) बेल्जियम के लेखक.

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मशाल (1984 फ़िल्म)

मशाल १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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माटी माँगे खून (1984 फ़िल्म)

माटी माँगे खून १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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मान मर्यादा (1984 फ़िल्म)

मान मर्यादा १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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माइकल डगलस

माइकल कर्क डगलस (जन्म 25 सितंबर 1944) मुख्यतः फिल्मों और टेलीविजिन के एक अमरीकी अभिनेता और निर्माता हैं। उन्हें एक एमी, एक गोल्डन ग्लोब और दो एकेडमी अवार्ड्स, पहला 1975 की सर्वश्रेष्ठ फिल्म वन फ़्लियु ओवर द कुकूज़ नेस्ट के निर्माता के रूप में और 1987 में वॉल स्ट्रीट में उनकी भूमिका के लिये सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के रूप में, से सम्मानित किया गया था। 2009 में डगलस ने AFI जीवन उपलब्धि पुरस्कार प्राप्त किया। .

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माइकल फरेरा

माइकल फरेरा को भारत सरकार द्वारा सन १९८४ में खेल के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये महाराष्ट्र राज्य से हैं। श्रेणी:१९८४ पद्म भूषण.

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मिलवॉकी बक्स

श्रेणी:नेशनल बास्केटबॉल असोसिएशन.

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मिज़ूरी

अमेरिका के मानचित्र पर मिज़ूरी (Missouri) आयोवा, इलिनॉय, केन्टकी, टेनेसी, अर्कन्सास, ओक्लाहोमा, केन्सास और नेब्रास्का से घिरा संयुक्त राज्य अमेरिका के मध्य-पश्चिम क्षेत्र का एक राज्य है। मिसौरी सबसे अधिक जनसंख्या वाला 18वां राज्य है जिसकी 2009 में अनुमानित जनसंख्या 5,987,580 थी। यह 114 प्रान्तों और एक स्वतंत्र शहर से मिलकर बना है। मिसौरी की राजधानी जेफ़रसन शहर है। तीन सबसे बड़े शहरी क्षेत्र सेंट लुई, कन्सास शहर और स्प्रिंगफील्ड हैं। मिसौरी को मूल रूप से लुइसियाना खरीद के भाग के रूप में फ्रांस से अधिग्रहण किया गया था। मिसौरी राज्य क्षेत्र के भाग को 10 अगस्त 1821 में 24वें राज्य के रूप में संघ में शामिल कर लिया गया। मिसौरी में राष्ट्र के जनसांख्यिकीय, आर्थिक और राजनैतिक क्षेत्र में शहरी और ग्रामीण संस्कृति का मिश्रण देखने को मिलता है। इसे लंबे समय से एक राजनीतिक कसौटी राज्य माना जाता रहा है। 1956 और 2008 को छोड़कर, मिसौरी के U.S. राष्ट्रपति के पद के चुनाव के परिणाम ने 1904 से प्रत्येक चुनाव में संयुक्त राज्य अमेरिका के अगले राष्ट्रपति की सही-सही भविष्यवाणी की है। यह मध्य पश्चिमी और दक्षिणी दोनों संस्कृतियों से प्रभावित है और अपने इतिहास में एक सीमा राज्य के रूप में प्रदर्शित है। यह पूर्वी और पश्चिमी संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच एक अवस्थांतर भी है क्योंकि सेंट लुई को अक्सर "सुदूर-पश्चिमी पूर्वी शहर" और कन्सास शहर को "सुदूर-पूर्वी पश्चिमी शहर" कहते हैं। मिसौरी के भूगोल में अत्यधिक विविधता है। राज्य का उत्तरी भाग विच्छेदित गोल मैदानों में पड़ता है जबकि दक्षिणी भाग ओज़ार्क पर्वतों (विच्छेदित पठार) में पड़ता है जिसे मिसोरी नदी दो भागों में बांटती है। मिसिसिपी और मिसौरी नदियों का संगम सेंट लुई के पास स्थित है। .

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मंज़िल मंज़िल (1984 फ़िल्म)

मंज़िल मंज़िल १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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मकसद (1984 फ़िल्म)

मकसद १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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मैनहटन

न्यू जर्सी के हैमिल्टन पार्क से मैनहटन. मैनहटन न्यूयॉर्क शहर के नगरों में से एक है। हडसन नदी के मुंहाने पर मुख्य रूप से मैनहटन द्वीप पर स्थित, इस नगर की सीमाएं न्यूयॉर्क राज्य के न्यूयॉर्क प्रान्त नामक एक मूल प्रान्त की सीमाओं के समान हैं। इसमें मैनहटन द्वीप और कई छोटे-छोटे समीपवर्ती द्वीप: रूज़वेल्ट द्वीप, रंडाल्स द्वीप, वार्ड्स द्वीप, गवर्नर्स द्वीप, लिबर्टी द्वीप, एलिस द्वीप, 523 यू.एस.

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मैरी सेतों

मैरी सेतों को भारत सरकार द्वारा सन १९८४ में साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये संयुक्त राजशाही राज्य से हैं। श्रेणी:१९८४ पद्म भूषण.

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मेरा दोस्त मेरा दुश्मन (1984 फ़िल्म)

मेरा दोस्त मेरा दुश्मन १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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मेरा फैसला (1984 फ़िल्म)

मेरा फैसला १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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मेरी अदालत (1984 फ़िल्म)

मेरी अदालत १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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मेघरी

आर्मेनिया का मानचित्र मेघरी आर्मेनिया का एक समुदाय है। यह स्यूनिक मर्ज़ (प्रांत) में आता है। इसकी स्थापना 1984 में हुई थी। यहां की जनसंख्या 4,997 है। श्रेणी:आर्मेनिया.

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मेक्सिको का ध्वज

संयुक्त मेक्सिकी राज्यों या मेक्सिको का ध्वज उत्तर अमेरिकी देश मेक्सिको का राष्ट्रीय ध्वज है जो तिरंगा है और हरे, सफ़ेद और लाल रंगों से बना है और ध्वज के मध्य में सफ़ेद पट्टी पर उड़ान के लिए तैयार चील है। समय के साथ इन रंगों के अर्थ में भी परिवर्तन आया है। ये रंग मेक्सिको द्वारा स्पेन से अपनी स्वतन्त्रता की लड़ाई के दौरान अपनाए गए थे। वर्तमान ध्वज १९६८ में अपनाया गया था, लेकिन डिज़ाइन १८२१ से उपयोग में है। वर्तमान राष्ट्रीय चिन्ह का कानून, राष्ट्रीय शस्त्रास्त्र, धव्ज और गान का कानून जो राष्ट्र धव्ज के उपयोग का नियामन करता है, १९८४ में बना था। लाल, सफ़ेद और हरा मेक्सिको की राष्ट्रीय मुक्ति सेना के रंग हैं। केन्द्र में जो प्रतीक चिन्ह है वह प्राचीन एज़टेक नगर टेनोच्टिलन (वर्तमान मेक्सिको नगर) का है, जो उनके साम्राज्य की राजधानी था। यह एक अनुश्रुति का स्मरण कराता है जिसने एज़टेक लोगों को एक झील-द्वीप पर बसने के के लिए प्रेरित किया। राज्य-चिह्न की आकृति सबसे अन्त में, १९६८ में संशोधित की गई थी। एज़टेक की दन्तकथा के अनुसार उनका नगर उस स्थान पर मिलेगा, जहाँ पर एक चील कैक्टस पर साँप को खा रही होगी। राष्ट्रीय रंगों में रिबन राज्य-चिह्न के नीचे है। .

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मोहन जोशी हाज़िर हो (1984 फ़िल्म)

मोहन जोशी हाज़िर हो १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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यह देश (१९८४ फ़िल्म)

श्रेणी:1984 में बनी हिन्दी फ़िल्म श्रेणी:कमलेश्वर.

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यादगार (1984 फ़िल्म)

यादगार १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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यूनियन कार्बाइड

यूनियन कार्बाइड कॉर्पोरेशन (यूनियन कार्बाइड) संयुक्त राज्य अमेरिका की रसायन और बहुलक बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है और वर्तमान में कम्पनी में 3,800 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं। 1984 में कम्पनी के भारत के राज्य मध्य प्रदेश के शहर भोपाल स्थित संयंत्र से मिथाइल आइसोसाइनेट नामक गैस के रिसाव को अब तक की सबसे बड़ी औद्योगिक दुर्घटना माना जाता है, जिसने कम्पनी को इसकी अब तक की सबसे बड़ी बदनामी दी है। यूनियन कार्बाइड को इस त्रासदी के लिए जिम्मेदार पाया गया, लेकिन कम्पनी ने इस त्रासदी के लिए खुद को जिम्मेदार मानने से साफ इंकार कर दिया जिसके परिणामस्वरूप लगभग 15000 लोगों की मृत्यु हो गयी और लगभग 500000 व्यक्ति इससे प्रभावित हुए। 6 फ़रवरी 2001 को यूनियन कार्बाइड, डाउ केमिकल कंपनी की एक पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी बन गयी। इसी वर्ष कम्पनी के गैस पीड़ितों के साथ हुए एक समझौते और भोपाल मेमोरियल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के शुरुआत के साथ भारत में इसका अध्याय समाप्त हो गया। यूनियन कार्बाइड अपने उत्पादों का अधिकांश डाउ केमिकल को बेचती है। यह डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज का एक पूर्व घटक भी है। सन 1920 में, इसके शोधकर्ताओं ने प्राकृतिक गैस द्रवों जैसे कि इथेन और प्रोपेन से इथिलीन बनाने की एक किफायती विधि विकसित की जिसने आधुनिक पेट्रोरसायन उद्योग को जन्म दिया। आज, यूनियन कार्बाइड के पास इस उद्योग से जुड़ी सबसे उन्नत प्रक्रियायें और उत्प्रेरक प्रौद्योगिकियां हैं और यह विश्व की कुछ सबसे किफायती और बड़े पैमाने की उत्पादन सुविधाओं का प्रचालन करती है। विनिवेश से पहले विभिन्न उत्पाद जैसे कि एवरेडी और एनर्जाइज़र बैटरीज़, ग्लैड बैग्स एंड रैप्स, सिमोनिज़ कार वैक्स और प्रेस्टोन एंटीफ्रीज़ आदि कम्पनी के स्वामित्व के आधीन थे। डाउ केमिकल कंपनी द्वारा कम्पनी के अधिगहण से पहले इसके इलेक्ट्रॉनिक रसायन, पॉलीयूरेथेन इंटरमीडिएट औद्योगिक गैसों और कार्बन उत्पादों जैसे व्यवसायों का विनिवेश किया गया। .

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ये इश्क नहीं आसां (1984 फ़िल्म)

ये इश्क नहीं आसां १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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राम तेरा देश (1984 फ़िल्म)

राम तेरा देश १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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राज तिलक (1984 फ़िल्म)

राज तिलक १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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राज कुमार

राज कुमार (अंग्रेज़ी: Raaj Kumar, जन्म- 8 अक्तूबर 1926 बलूचिस्तान (अब पाकिस्तान में), मृत्यु- 3 जुलाई 1996 मुम्बई) हिन्दी फ़िल्मों में एक भारतीय अभिनेता थे। इनका नाम कुलभूषण पंडित था लेकिन फ़िल्मी दुनिया में ये अपने दूसरे नाम 'राज कुमार' के नाम से प्रसिद्ध हैं। पारम्परिक पारसी थियेटर की संवाद अदाइगी को इन्होंने अपनाया और यही उनकी विशेष पहचान बनी। इनके द्वारा अभिनीत प्रसिद्ध फ़िल्मों में पैग़ाम, वक़्त, नीलकमल, पाकीज़ा, मर्यादा, हीर रांझा, सौदाग़र आदि हैं। .

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राजा और राना (1984 फ़िल्म)

राजा और राना १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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राजीव गांधी

राजीव गांधी (English-Rajiv Gandhi)२० अगस्त, १९४४ - २१ मई, १९९१), इन्दिरा गांधी के पुत्र और जवाहरलाल नेहरू के दौहित्र (नाती), भारत के सातवें प्रधान मंत्री थे। १९८४ में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद उनके पुत्र राजीव गांधी भारी बहुमत के साथ प्रधानमंत्री बने थे। उसके बाद १९८९ के आम चुनावों में कांग्रेस की हार हुई और पार्टी दो साल तक विपक्ष में रही। १९९१ के आम चुनाव में प्रचार के दौरान तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में एक भयंकर बम विस्फोट में राजीव गांधी की मौत हो गई थी। राजीव का विवाह एन्टोनिया माईनो से हुआ जो उस समय इटली की नागरिक थी। विवाहोपरान्त उनकी पत्नी ने नाम बदलकर सोनिया गांधी कर लिया। कहा जाता है कि राजीव गांधी से उनकी मुलाकात तब हुई जब राजीव कैम्ब्रिज में पढने गये थे। उनकी शादी 1968 में हुई जिसके बाद वे भारत में रहने लगी। राजीव व सोनिया की दो बच्चे हैं, पुत्र राहुल का जन्म 1970 और पुत्री प्रियंका का जन्म 1971 में हुआ। .

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रिचर्ड गेयर

रिचर्ड टिफेनी गेयर (जन्म - 31 अगस्त,1949) एक अमेरिकी अभिनेता हैं। उन्होंने अपने अभिनय की शुरुआत 1970 के दशक में की और अमेरिकन जिगोलो ' नामक फ़िल्म में अपने किरदार से 1980 में वे प्रमुखता में आये, जिसने उन्हें एक अग्रणी अभिनेता और एक यौन प्रतीक के रूप में स्थापित किया। इसके बाद उन्होंने ऍन ऑफिसर एंड अ जेंटलमैन, प्रीटी वुमन, प्राइमल फियर तथा शिकागो आदि कई सफल फ़िल्मों में अभिनय किया, जिनके लिए उन्होंने सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के रूप में एक गोल्डेन ग्लोब अवार्ड तथा साथ ही सर्वश्रेष्ठ कास्ट के हिस्से के रूप में स्क्रीन एक्टर्स गिल्ड अवार्ड जीता.

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रंग पट्टिकाओं की सूची

यह एक लेख है, जो कम्प्यूटर ग्राफिक्स्, टर्मिनल एवं वीडियो गेम्स के प्रदर्शकों हेतु बना है। रंग पट्टिका, जिसे रंग पैलेट भी कहते हैं, उसका केवल मात्र एक एक नमूना ही यहाँ दिया है। नमूना परिक्षण सारणी, दी गई है। |- || चित्र:RGB 24bits palette sample image.jpg || चित्र:RGB 24bits palette color test chart.png | .

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रक्षा बंधन (1984 फ़िल्म)

रक्षा बंधन १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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लाखों की बात (1984 फ़िल्म)

लाखों की बात १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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लिनक्स

लिनक्स यूनिक्स जैसा एक ऑपरेटिंग सिस्टम है। यह ओपेन सोर्स सॉफ्टवेयर अथवा मुक्त स्रोत सॉफ्टवेयर का सबसे कामयाब तथा सबसे लोकप्रिय सॉफ्टवेयर है। यह जीपीएल v 2 लाइसेंस के अन्तर्गत सर्व साधारण के उपयोग हेतु उपलब्ध है और इसका कुछ भाग यूनिक्स से प्रेरित है।मूलतः यह मिनिक्स का विकास कर बनाया गया है। यूनिक्स का विकास, 1960 के दशक में ऐ.टी.&टी. की बेल प्रयोगशाला के द्वारा किया गया। उस समय ऐ.टी.&टी.

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लव मैरिज (1984 फ़िल्म)

लव मैरिज १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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लैला (1984 फ़िल्म)

श्रेणी:1984 में बनी हिन्दी फ़िल्म श्रेणी:कमलेश्वर.

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लॉस एंजेल्स लेकर्स

श्रेणी:नेशनल बास्केटबॉल असोसिएशन - पैसिफिक डिवीज़न श्रेणी:नेशनल बास्केटबॉल असोसिएशन - पश्चिमी कांफ्रेंस श्रेणी:नेशनल बास्केटबॉल असोसिएशन.

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लोग भूल गए हैं

लोग भूल गए हैं हिन्दी के विख्यात साहित्यकार रघुवीर सहाय द्वारा रचित एक कविता–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1984 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

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शबाना आज़मी

शबाना आज़मी (जन्म: 18 सितंबर, 1950) हिन्दी फ़िल्मों की एक अभिनेत्री हैं। .

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शराबी (1984 फ़िल्म)

शराबी १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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शरारा (1984 फ़िल्म)

शरारा १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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श्रीपाद पिनाकपाणि

श्रीपाद पिनाकपाणि को भारत सरकार द्वारा सन १९८४ में कला के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये आंध्र प्रदेश राज्य से हैं। श्रेणी:१९८४ पद्म भूषण श्रेणी:1913 में जन्मे लोग.

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श्रीलंकाई गृहयुद्ध का इतिहास

श्रीलंकाई गृहयुद्ध श्रीलंका में बहुसंख्यक सिंहला और अल्पसंख्यक तमिलो के बीच २३ जुलाई, १९८३ से आरंभ हुआ गृहयुद्ध है। मुख्यतः यह श्रीलंकाई सरकार और अलगाववादी गुट लिट्टे के बीच लड़ा जाने वाला युद्ध है। ३० महीनों के सैन्य अभियान के बाद मई २००९ में श्रीलंकाई सरकार ने लिट्टे को परास्त कर दिया। लगभग २५ वर्षों तक चले इस गृहयुद्ध में दोनों ओर से बड़ी संख्या में लोग मारे गए और यह युद्ध द्वीपीय राष्ट्र की अर्थव्यस्था और पर्यावरण के लिए घातक सिद्ध हुआ। लिट्टे द्वारा अपनाई गई युद्ध-नीतियों के चलते ३२ देशों ने इसे आतंकवादी गुटो की श्रेणी में रखा जिनमें भारत, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, यूरोपीय संघ के बहुत से सदस्य राष्ट्र और अन्य कई देश हैं। एक-चौथाई सदी तक चले इस जातीय संघर्ष में सरकारी आँकड़ों के अनुसार ही लगभग ८०,००० लोग मारे गए हैं। .

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श्रीकांत वर्मा

श्रीकांत वर्मा (Shrikant verma) (१८ नवंबर १९३१- १९८६) का जन्म बिलासपुर (bilaspur), मध्य प्रदेश में हुआ। वे गीतकार, कथाकार तथा समीक्षक के रूप में जाने जाते हैं। ये राजनीति से भी जुडे थे तथा लोकसभा के सदस्य रहे। १९५७ में प्रकाशित भटका मेघ, १९६७ में प्रकाशित मायादर्पण और दिनारम्भ, १९७३ में प्रकाशित जलसाघर और १९८४ में प्रकाशित मगध इनकी काव्य-कृतियाँ हैं। 'झाडियाँ तथा 'संवाद इनके कहानी-संग्रह है। 'बीसवीं शताब्दी के अंधेरे में एक आलोचनात्मक ग्रंथ है। उनकी प्रारंभिक शिक्षा बिलासपुर(bilaspur) तथा रायपुर(raipur) में हुई तथा नागपुर विश्वविद्यालय से १९५६ में उन्होंने हिन्दी साहित्य में स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त की। इसके बाद वे दिल्ली चले गए और वहाँ विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में लगभग एक दशक तक पत्रकार के रूप में कार्य किया। १९६६ से १९७७ तक वे दिनमान के विशेष संवाददाता रहे। १९७६ में काँग्रेस के के टिकट पर चुनाव जीतकर वे राज्य सभा के सदस्य बने। और सत्तरवें दशक के उत्तरार्ध से ८०वें दशक के पूर्वार्ध तक पार्टी के प्रवक्ता के रूप में कार्य करते रहे। १९८० में वे इंदिरा गांधी के राष्ट्रीय चुनाव अभियान के प्रमुख प्रबंधक रहे और १९८४ में राजीव गांधी के परामर्शदाता तथा राजनीतिक विश्लेषक के रूप में कार्य करते रहे। कांग्रेस को अपना "गरीबी हटाओ" का अमर स्लोगन दिया.

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सत्यजित राय

सत्यजित राय (बंगाली: शॉत्तोजित् राय्) (२ मई १९२१–२३ अप्रैल १९९२) एक भारतीय फ़िल्म निर्देशक थे, जिन्हें २०वीं शताब्दी के सर्वोत्तम फ़िल्म निर्देशकों में गिना जाता है। इनका जन्म कला और साहित्य के जगत में जाने-माने कोलकाता (तब कलकत्ता) के एक बंगाली परिवार में हुआ था। इनकी शिक्षा प्रेसिडेंसी कॉलेज और विश्व-भारती विश्वविद्यालय में हुई। इन्होने अपने कैरियर की शुरुआत पेशेवर चित्रकार की तरह की। फ़्रांसिसी फ़िल्म निर्देशक ज़ाँ रन्वार से मिलने पर और लंदन में इतालवी फ़िल्म लाद्री दी बिसिक्लेत (Ladri di biciclette, बाइसिकल चोर) देखने के बाद फ़िल्म निर्देशन की ओर इनका रुझान हुआ। राय ने अपने जीवन में ३७ फ़िल्मों का निर्देशन किया, जिनमें फ़ीचर फ़िल्में, वृत्त चित्र और लघु फ़िल्में शामिल हैं। इनकी पहली फ़िल्म पथेर पांचाली (পথের পাঁচালী, पथ का गीत) को कान फ़िल्मोत्सव में मिले “सर्वोत्तम मानवीय प्रलेख” पुरस्कार को मिलाकर कुल ग्यारह अन्तरराष्ट्रीय पुरस्कार मिले। यह फ़िल्म अपराजितो (অপরাজিত) और अपुर संसार (অপুর সংসার, अपु का संसार) के साथ इनकी प्रसिद्ध अपु त्रयी में शामिल है। राय फ़िल्म निर्माण से सम्बन्धित कई काम ख़ुद ही करते थे — पटकथा लिखना, अभिनेता ढूंढना, पार्श्व संगीत लिखना, चलचित्रण, कला निर्देशन, संपादन और प्रचार सामग्री की रचना करना। फ़िल्में बनाने के अतिरिक्त वे कहानीकार, प्रकाशक, चित्रकार और फ़िल्म आलोचक भी थे। राय को जीवन में कई पुरस्कार मिले जिनमें अकादमी मानद पुरस्कार और भारत रत्न शामिल हैं। .

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सनी (1984 फ़िल्म)

सनी १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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समाज दर्पण

समाज दर्पण नेपाली भाषा के विख्यात साहित्यकार रामचंद्र गिरि द्वारा रचित एक महाकाव्य है जिसके लिये उन्हें सन् 1984 में नेपाली भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

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सारा पॉलिन

सारा लुईस पॉलिन (पूर्वकुलनाम - हीथ; जन्म - 11 फ़रवरी 1964) एक अमेरिकी राजनेत्री, लेखिका, वक्ता और राजनीतिक समाचारों की भाष्यकार हैं जो अलास्का की गवर्नर निर्वाचित होने वाली अब तक की सबसे युवा व्यक्ति और पहली महिला थी। उन्होंने 2006 से 2009 में इस्तीफ़ा देने तक गवर्नर के रूप में अपनी सेवा प्रदान की। अगस्त 2008 के राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के प्रार्थी जॉन मैककेन द्वारा उसी वर्ष के राष्ट्रपति पद के चुनाव में उनके साथी उम्मीदवार के रूप में चुनी जाने वाली पॉलिन एक बहुमत पार्टी के राष्ट्रीय टिकट की पहली अलास्कन उमीदवार के साथ-साथ रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से उप-राष्ट्रपति पद की पहली महिला उम्मीदवार थी। 3 जुलाई 2009 को पॉलिन ने घोषणा की कि वह गवर्नर के रूप में फिर से निर्वाचित होने की मांग नहीं करेगी और साथ में यह भी कहा कि अपने कार्यकाल के पूरे होने से अठारह महीने पहले 26 जुलाई 2009 को प्रभावी रूप से इस्तीफ़ा देने वाली है। उन्होंने नैतिकता की शिकायतों का उदाहरण प्रस्तुत किया जिसे जॉन मैककेन की साथी उम्मीदवार के रूप में उनके चुने जाने के बाद दायर किया गया था जो उनकी इस्तीफ़ा के कई कारणों में से एक कारण था, उन्होंने कहा कि राज्य का शासन-कार्य करने की उनकी क्षमता पर इस परिणामी जांच-पड़ताल का काफी असर पड़ा था। 2008 में मैककेन-पॉलिन टिकट की हार से पहले यह अटकलबाज़ी शुरू हो गई थी कि वह रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से 2012 में राष्ट्रपति पद के नामांकन के लिए खड़ी होगी। फरवरी 2010 में उन्होंने अपने बयान में कहा कि वह इसकी सम्भावना का विकल्प खुला रखेंगी.

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सारांश (1984 फ़िल्म)

सारांश १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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सिन्धु कन्या

सिन्धु कन्या विख्यात संस्कृत साहित्यकार श्रीनाथ एस. हसूरकर द्वारा रचित एक ऐतिहासिक उपन्यास है जिसके लिये उन्हें सन् 1984 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

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सेंटर फॉर डवलेपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स

सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमेटिक्स (सी-डॉट) भारत सरकार का दूरसंचार प्रौद्योगिकी विकास केंद्र है। इसकी स्थापना एक स्वायत्त संस्था के रूप में अगस्त 1984 में की गयी थी। इसे भारतीय दूरसंचार नेटवर्क की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अत्याधुनिक दूर संचार प्रौद्योगिकी विकसित करने का संपूर्ण अधिकार तथा पूर्ण स्वतंत्रता दी गयी। इसका मुख्य उद्देश्य दूर संचार प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उत्कृष्ट केंद्र की स्थापना करना है। 1984 में सी-डॉट का काम प्रारंभ में मुख्य रूप से डिजिटल एक्सचेंजों की डिजाइनिंग और विकास करना तथा भारतीय उद्योग द्वारा इसके व्यापक स्तरीय विनिर्माण को सुकर बनाना था। बाद में, 1989 में संचार उपकरणों का विकास भी इसके कार्य क्षेत्र में जोड़ दिया गया। .

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सोहणी महीवाल (1984 फ़िल्म)

सोनी महिवाल १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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हनुमंतप्पा नर्सिंहैया

हनुमंतप्पा नर्सिंहैया को भारत सरकार द्वारा सन १९८४ में साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये कर्नाटक राज्य से हैं। श्रेणी:१९८४ पद्म भूषण.

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हम रहे ना हम (1984 फ़िल्म)

हम रहे ना हम १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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होरेस एलेक्ज़ेंडर

होरेस एलेक्ज़ेंडर को भारत सरकार द्वारा सन १९८४ में साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये संयुक्त राज्य अमेरिका राज्य से हैं। श्रेणी:१९८४ पद्म भूषण.

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होली (1984 फ़िल्म)

होली १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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जरनैल सिंह भिंडरांवाले

जरनैल सिंह भिंडरांवाले (ਜਰਨੈਲ ਸਿੰਘ ਭਿੰਡਰਾਂਵਾਲੇ, जन्म का नाम जरनैल सिंह बराड़ (ਜਰਨੈਲ ਸਿੰਘ ਬਰਾੜ, 12 फ़रवरी 1947 - 6 जून 1984) भारतीय पंजाब में सिखों के धार्मिक समूह दमदमी टकसाल का प्रमुख लीडर था। इसने आनंदपुर साहिब प्रस्ताव का समर्थन किया। इसने सिखो को कट्टरपंथी बनने के लिए मजबूर किया । इसने सिख नौजवानों को केश काटने की निषिद्धता की। इस भारतीय संविधान के अनुच्छेद 25 की सख़्त हिंसक स्वरूप मे विरोध किया और सिख आतंकवाद की शुुुरु की गई । जिसके अनुसार सिक्ख पंथ के अनुयायी को कम संख्या कहा गया और हिन्दू धर्म का एक हिस्सा कहा गया। अगस्त 1982 में भिंडरांवाले और अकाली दल ने 'धर्म युद्ध मोर्चा' शुरू किया। इसका उद्देश्य आनंदपुर प्रसाव में व्यक्त किए गए उद्देश्यों को पाना था। .

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ज़मीन आसमान (1984 फ़िल्म)

ज़मीन आसमान १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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ज़िन्दगी जीने के लिये (1984 फ़िल्म)

ज़िन्दगी जीने के लिये १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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ज़ी यान

यान ज़ी, (जन्म: 12 नवंबर, 1984 सिचुआन), चीन की एक महिला टेनिस खिलाड़ी हैं। श्रेणी:टेनिस खिलाड़ी श्रेणी:चीन की महिला टेनिस खिलाड़ी श्रेणी:महिला टेनिस खिलाड़ी.

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जाग उठा इंसान (1984 फ़िल्म)

जाग उठा इंसान १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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जागीर (1984 फ़िल्म)

जागीर १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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जंगम

जंगम असमिया भाषा के विख्यात साहित्यकार देवेन्द्रनाथ आचार्य द्वारा रचित एक उपन्यास है जिसके लिये उन्हें सन् 1984 में असमिया भाषा के लिए मरणोपरांत साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

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ज्ञानप्रकाश घोष

पंडित ज्ञानप्रकाश घोष को भारत सरकार द्वारा सन १९८४ में कला के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल राज्य से हैं। श्रेणी:१९८४ पद्म भूषण.

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जॉन जानी जनार्दन (1984 फ़िल्म)

जॉन जानी जनार्दन १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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ईश्वरी प्रसाद

ईश्वरी प्रसाद को भारत सरकार द्वारा सन १९८४ में साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये उत्तर प्रदेश राज्य से हैं। श्रेणी:१९८४ पद्म भूषण.

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घर एक मन्दिर (1984 फ़िल्म)

घर एक मन्दिर १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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घरे बाइरे (1984 फ़िल्म)

घरे बाइरे 1984 में बनी बांग्ला भाषा की फिल्म है। .

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वाह जनाब

वाह जनाब 1984 में दूरदर्शन पर प्रसारित एक लोकप्रिय धारावाहिक था। चन्न परदेसी नामक लोकप्रिय पंजाबी फिल्म से प्रसिद्ध होनेवाले चित्रार्थ ने इस धारावाहिक को निर्देशित किया था। फिल्म तथा टीवी अभिनेता व सूत्रधार शेखर सुमन का टीवी पर यह पहला कार्यक्रम था। इसमें उन्होंने हमेशा पान चबाते रहने वाले लखनवी छोटे नवाब का किरदार निभाया था। इस धारावाहिक में किरन जुनेजा और शेखर के लंगोटिया यार के रूप में शैलेंद्र गोयल ने मुख्य भूमिकायें निभाईं थीं। इस धारावाहिक के लेखक थे शरद जोशी जिन्होंने इसे रतन नाथ के उपन्यास फसाना-ए-आज़ाद को आधारित कर लिखा। .

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विद्याधर सूरजप्रसाद नैपाल

वी एस नाइपॉल या विद्याधर सूरजप्रसाद नैपालका जन्म १७ अगस्त सन १९३२ को ट्रिनिडाड के चगवानस (Chaguanas) में हुआ। उनहे नुतन अंग्रेज़ी छंद का गुरु कहा जाता है। वे कई साहित्यिक पुरस्कार से सम्मानित किये जा चुके हे, इनमे जोन लिलवेलीन रीज पुरस्कार (१९५८), दी सोमरसेट मोगम अवाङँ (१९८०), दी होवथोरडन पुरस्कार (1964), दी डबलु एच स्मिथ साहित्यिक अवाङँ (१९६८), दी बुकर पुरस्कार (१९७१), तथा दी डेविड कोहेन पुरस्कार (१९९३) ब्रिटिश साहित्य मे जीवन परयंत कायँ के लिए, प्रमुख है। वी एस नैपाल को २००१ मे साहित्य मे नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। २००८ मे दी टाईम्स ने वी एस नैपाल को अपनी ५० महान ब्रिटिश साहित्यकारो की सुची मे सातवां स्थान दिया। .

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विल्लुपुरम चिन्नैया गणेशन

शिवाजी गणेशन (சிவாஜி கணேசன்) (जन्म:विल्लुपुरम चिन्नैया पिल्लई गणेशन, १ अक्टूबर, १९२८ - २१ जुलाई, २००१)) एक भारतीय फिल्म अभिनेता थे। ये बीसवीं शताब्दी के परार्ध में सक्रिय रहे। इनको भारत सरकार द्वारा सन १९८४ में कला के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये तमिलनाडु राज्य से हैं। .

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विशिष्ट अस्तित्वों की सूची जिन्हें अन्तरराष्ट्रीय समझौते द्वारा मान्यता प्राप्त हैं

अनेकों राजनैतिक अस्तित्वों की एक विशिष्ट अवस्थिति है, जो कि अन्तरराष्ट्रीय समझौतों, संधियों या सहमतियों द्वारा मान्यता प्राप्त हैं। जैसे अंडोरा, ऑलैंड - फिनलैंड में, मोनाको, स्वालबार्ड - नोर्वे में, कोसोवो - सर्बिया में, वैटिकन शहर, फिलिस्तीनी क्षेत्र एवं हाँगकाँग जो की चीन में विशिष्ट प्रशासनिक क्षेत्र हेइ, व कई अन्य भी हैं। .

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विश्व के आश्चर्य

समय-समय पर विश्व के आश्चर्य सबसे शानदार मानव निर्मित निर्माण और दुनिया में प्राकृतिक धरोहर की सूची को सदियों से संकलित किया गया है। प्राचीन विश्व के सात आश्चर्य,प्राचीन पुरातनता के सबसे उल्लेखनीय मानव निर्मित कृतियों की पहली ज्ञात सूची है, और उनपर किताबें यूनानी दृष्टि-संत के बीच लोकप्रिय आधारित था और केवल भूमध्य के आसपास स्थित निर्माण शामिल है। जो सात की संख्या में चुना गया था क्योंकि यूनानियों ने इसे माना और बहुतो द्वारा इसे प्रतिनिधित्व किया गाया। इसी तरह के कई सूचियाँ मध्ययुगीन दुनिया और आधुनिक दुनिया के लिए बनायीं गयीं है .

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विजय तेंडुलकर

विजय तेंडुलकर विजय तेंडुलकर (६ जनवरी १९२८ - १९ मई २००८) प्रसिद्ध मराठी नाटककार, लेखक, निबंधकार, फिल्म व टीवी पठकथालेखक, राजनैतिक पत्रकार और सामाजिक टीपकार थे। भारतीय नाट्य व साहित्य जगत में उनका उच्च स्थान रहा है। वे सिनेमा और टेलीविजन की दुनिया में पटकथा लेखक के रूप में भी पहचाने जाते हैं। .

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विवेचननी प्रक्रिया

विवेचननी प्रक्रिया गुजराती भाषा के विख्यात साहित्यकार रमणलाल जोशी द्वारा रचित एक समालोचना है जिसके लिये उन्हें सन् 1984 में गुजराती भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

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विक्टर कोज़िन

विक्टर पक्की सड़क सम्पादन तकनीकी विज्ञान के उम्मीदवार (के.टी. पता) 1984 डिजाइन और जहाजों के निर्माण, विक्टर फ़ुटपाथ तकनीकी विज्ञान के डॉक्टर (डीटी n) 1994 विरूप्य ठोस यांत्रिकी.

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वॉरेन बफे

वॉरेन बफे | spouse .

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खय्याम

मोहम्मद ज़हुर "खय्याम" हाशमी भारतीय फ़िल्मों के प्रसिद्ध संगीतकार हैं। .

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गमले दे कैक्टस

गमले दे कैक्टस डोगरी भाषा के विख्यात साहित्यकार शिवराम दीप द्वारा रचित एक कविता–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1984 में डोगरी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

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गर्भरेशीम

गर्भरेशीम मराठी भाषा के विख्यात साहित्यकार इंदिरा संत द्वारा रचित एक कविता–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1984 में मराठी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

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गिद्ध (1984 फ़िल्म)

गिद्ध १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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गंडा सिंह

गंडा सिंह गदर पार्टी के प्रमुख नेता थे। उन्होने कुछ समय चीन के हन्काउ में भी बिताया और १९२६ में चियांग काई-शेक से तथा १९२७ में मानवेंद्र नाथ राय से मिले। उन्हे भारत सरकार द्वारा सन १९८४ में साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। उनका जन्म फिरोजपुर (पंजाब) में हुआ था। श्रेणी:१९८४ पद्म भूषण.

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गंगवा (1984 फ़िल्म)

गंगवा १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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ग्रैंड स्लैम टेनिस विजेताओं की सूची

List of Men's Singles Grand Slam tournaments tennis champions: .

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गृहस्थी (1984 फ़िल्म)

गृहस्थी १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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गोविंद निहलानी

गोविंद निहलानी (जन्म: 19 अगस्त, 1940) हिन्दी फ़िल्मों के एक निर्देशक हैं। .

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ऑपरेशन ब्लू स्टार

आपरेशन ब्लू स्टार भारतीय सेना द्वारा 3 से 6 जून 1984 को अमृतसर (पंजाब, भारत) स्थित हरिमंदिर साहिब परिसर को ख़ालिस्तान समर्थक जनरैल सिंह भिंडरावाले और उनके समर्थकों से मुक्त कराने के लिए चलाया गया अभियान था। पंजाब में भिंडरावाले के नेतृत्व में अलगाववादी ताकतें सशक्त हो रही थीं जिन्हें पाकिस्तान से समर्थन मिल रहा था। .

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ओड़िशा का इतिहास

प्राचीन काल से मध्यकाल तक ओडिशा राज्य को कलिंग, उत्कल, उत्करात, ओड्र, ओद्र, ओड्रदेश, ओड, ओड्रराष्ट्र, त्रिकलिंग, दक्षिण कोशल, कंगोद, तोषाली, छेदि तथा मत्स आदि नामों से जाना जाता था। परन्तु इनमें से कोई भी नाम सम्पूर्ण ओडिशा को इंगित नहीं करता था। अपितु यह नाम समय-समय पर ओडिशा राज्य के कुछ भाग को ही प्रस्तुत करते थे। वर्तमान नाम ओडिशा से पूर्व इस राज्य को मध्यकाल से 'उड़ीसा' नाम से जाना जाता था, जिसे अधिकारिक रूप से 04 नवम्बर, 2011 को 'ओडिशा' नाम में परिवर्तित कर दिया गया। ओडिशा नाम की उत्पत्ति संस्कृत के शब्द 'ओड्र' से हुई है। इस राज्य की स्थापना भागीरथ वंश के राजा ओड ने की थी, जिन्होने अपने नाम के आधार पर नवीन ओड-वंश व ओड्र राज्य की स्थापना की। समय विचरण के साथ तीसरी सदी ई०पू० से ओड्र राज्य पर महामेघवाहन वंश, माठर वंश, नल वंश, विग्रह एवं मुदगल वंश, शैलोदभव वंश, भौमकर वंश, नंदोद्भव वंश, सोम वंश, गंग वंश व सूर्य वंश आदि सल्तनतों का आधिपत्य भी रहा। प्राचीन काल में ओडिशा राज्य का वृहद भाग कलिंग नाम से जाना जाता था। सम्राट अशोक ने 261 ई०पू० कलिंग पर चढ़ाई कर विजय प्राप्त की। कर्मकाण्ड से क्षुब्द हो सम्राट अशोक ने युद्ध त्यागकर बौद्ध मत को अपनाया व उनका प्रचार व प्रसार किया। बौद्ध धर्म के साथ ही सम्राट अशोक ने विभिन्न स्थानों पर शिलालेख गुदवाये तथा धौली व जगौदा गुफाओं (ओडिशा) में धार्मिक सिद्धान्तों से सम्बन्धित लेखों को गुदवाया। सम्राट अशोक, कला के माध्यम से बौद्ध धर्म का प्रचार करना चाहते थे इसलिए सम्राट अशोक ने बौद्ध धर्म को और अधिक विकसित करने हेतु ललितगिरि, उदयगिरि, रत्नागिरि व लगुन्डी (ओडिशा) में बोधिसत्व व अवलोकेतेश्वर की मूर्तियाँ बहुतायत में बनवायीं। 232 ई०पू० सम्राट अशोक की मृत्यु के पश्चात् कुछ समय तक मौर्य साम्राज्य स्थापित रहा परन्तु 185 ई०पू० से कलिंग पर चेदि वंश का आधिपत्य हो गया था। चेदि वंश के तृतीय शासक राजा खारवेल 49 ई० में राजगद्दी पर बैठा तथा अपने शासन काल में जैन धर्म को विभिन्न माध्यमों से विस्तृत किया, जिसमें से एक ओडिशा की उदयगिरि व खण्डगिरि गुफाऐं भी हैं। इसमें जैन धर्म से सम्बन्धित मूर्तियाँ व शिलालेख प्राप्त हुए हैं। चेदि वंश के पश्चात् ओडिशा (कलिंग) पर सातवाहन राजाओं ने राज्य किया। 498 ई० में माठर वंश ने कलिंग पर अपना राज्य कर लिया था। माठर वंश के बाद 500 ई० में नल वंश का शासन आरम्भ हो गया। नल वंश के दौरान भगवान विष्णु को अधिक पूजा जाता था इसलिए नल वंश के राजा व विष्णुपूजक स्कन्दवर्मन ने ओडिशा में पोडागोड़ा स्थान पर विष्णुविहार का निर्माण करवाया। नल वंश के बाद विग्रह एवं मुदगल वंश, शैलोद्भव वंश और भौमकर वंश ने कलिंग पर राज्य किया। भौमकर वंश के सम्राट शिवाकर देव द्वितीय की रानी मोहिनी देवी ने भुवनेश्वर में मोहिनी मन्दिर का निर्माण करवाया। वहीं शिवाकर देव द्वितीय के भाई शान्तिकर प्रथम के शासन काल में उदयगिरी-खण्डगिरी पहाड़ियों पर स्थित गणेश गुफा (उदयगिरी) को पुनः निर्मित कराया गया तथा साथ ही धौलिगिरी पहाड़ियों पर अर्द्यकवर्ती मठ (बौद्ध मठ) को निर्मित करवाया। यही नहीं, राजा शान्तिकर प्रथम की रानी हीरा महादेवी द्वारा 8वीं ई० हीरापुर नामक स्थान पर चौंसठ योगनियों का मन्दिर निर्मित करवाया गया। 6वीं-7वीं शती कलिंग राज्य में स्थापत्य कला के लिए उत्कृष्ट मानी गयी। चूँकि इस सदी के दौरान राजाओं ने समय-समय पर स्वर्णाजलेश्वर, रामेश्वर, लक्ष्मणेश्वर, भरतेश्वर व शत्रुघनेश्वर मन्दिरों (6वीं सदी) व परशुरामेश्वर (7वीं सदी) में निर्माण करवाया। मध्यकाल के प्रारम्भ होने से कलिंग पर सोमवंशी राजा महाशिव गुप्त ययाति द्वितीय सन् 931 ई० में गद्दी पर बैठा तथा कलिंग के इतिहास को गौरवमयी बनाने हेतु ओडिशा में भगवान जगन्नाथ के मुक्तेश्वर, सिद्धेश्वर, वरूणेश्वर, केदारेश्वर, वेताल, सिसरेश्वर, मारकण्डेश्वर, बराही व खिच्चाकेश्वरी आदि मन्दिरों सहित कुल 38 मन्दिरों का निर्माण करवाया। 15वीं शती के अन्त तक जो गंग वंश हल्का पड़ने लगा था उसने सन् 1038 ई० में सोमवंशीयों को हराकर पुनः कलिंग पर वर्चस्व स्थापित कर लिया तथा 11वीं शती में लिंगराज मन्दिर, राजारानी मन्दिर, ब्रह्मेश्वर, लोकनाथ व गुन्डिचा सहित कई छोटे व बड़े मन्दिरों का निर्माण करवाया। गंग वंश ने तीन शताब्दियों तक कलिंग पर अपना राज्य किया तथा राजकाल के दौरान 12वीं-13वीं शती में भास्करेश्वर, मेघेश्वर, यमेश्वर, कोटी तीर्थेश्वर, सारी देउल, अनन्त वासुदेव, चित्रकर्णी, निआली माधव, सोभनेश्वर, दक्क्षा-प्रजापति, सोमनाथ, जगन्नाथ, सूर्य (काष्ठ मन्दिर) बिराजा आदि मन्दिरों को निर्मित करवाया जो कि वास्तव में कलिंग के स्थापत्य इतिहास में अहम भूमिका का निर्वाह करते हैं। गंग वंश के शासन काल पश्चात् 1361 ई० में तुगलक सुल्तान फिरोजशाह तुगलक ने कलिंग पर राज्य किया। यह वह दौर था जब कलिंग में कला का वर्चस्व कम होते-होते लगभग समाप्त ही हो चुका था। चूँकि तुगलक शासक कला-विरोधी रहे इसलिए किसी भी प्रकार के मन्दिर या मठ का निर्माण नहीं हुअा। 18वीं शती के आधुनिक काल में ईस्ट इण्डिया कम्पनी का सम्पूर्ण भारत पर अधिकार हो गया था परन्तु 20वीं शती के मध्य में अंग्रेजों के निगमन से भारत देश स्वतन्त्र हुआ। जिसके फलस्वरूप सम्पूर्ण भारत कई राज्यों में विभक्त हो गया, जिसमें से भारत के पूर्व में स्थित ओडिशा (पूर्व कलिंग) भी एक राज्य बना। .

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ओडिआ चलचित्र सूची

ओड़िआ चलचित्र की सारणी ओड़िआ भाषा .

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ओरु कावेरियइ पोला

ओरु कावेरियइ पोला तमिल भाषा के विख्यात साहित्यकार त्रिपुरसुंदरी ‘लक्ष्मी’ द्वारा रचित एक उपन्यास है जिसके लिये उन्हें सन् 1984 में तमिल भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

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आनन्द और आनन्द (1984 फ़िल्म)

आनन्द और आनन्द १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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आन्ध्र विश्वविद्यालय

आन्ध्र विश्वविद्यालय या आंध्र विश्व कला परिषद (ఆంధ్ర యూనివర్శిటి / ఆంధ్ర విశ్వకళాపరిషత్), विशाखापट्ट्नम, पूर्व तटीय आंध्र प्रदेश में स्थित भारत के प्राचीनतम प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में से एक है। इसकी स्थापना १९२५ में की गई थी। तब इस विश्वविद्यालय ने मद्रास विश्वविद्यालय के साथ एफिलिएशन योग्यताएं बांटीं थीं। यह एक सार्वजनिक विश्वविद्यालय है। यह 1926 में स्थापित किया गया। यह 250 हेक्टेयर (620 एकड़) के परिसर में स्थित है। .

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आयुष्मान खुराना

आयुश्मान खुराना (जन्म: 14 सितंबर, 1984) हिन्दी फ़िल्मों के एक अभिनेता हैं। आयुष्मान खुराना एक टेलीविजन एंकर, फ़िल्म अभिनेता और गायक हैं। 2012 मे आयुष्मान खुराना ने शुजित सरकार की रोमानी हास्यप्रधान फ़िल्म विकी डोनर मे काम किया था जो की शुक्राणु दान तथा बांझपन पर आधारित थी। इस फ़िल्म को सिनेमा समीक्षकों ने बहुत ही सहराया था। इसके पश्चात आयुष्मान की एक और फ़िल्म 'बरेली की बर्फी' जारी हुई थी। 2017 में उनकी फ़िल्म शुभ मंगल सावधान जारी हो रही है।.

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आज का एम एल ए राम अवतार (1984 फ़िल्म)

आज का एम एल ए राम अवतार १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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आवाज़ (1984 फ़िल्म)

आवाज़ १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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इन्दिरा गांधी

युवा इन्दिरा नेहरू औरमहात्मा गांधी एक अनशन के दौरान इन्दिरा प्रियदर्शिनी गाँधी (जन्म उपनाम: नेहरू) (19 नवंबर 1917-31 अक्टूबर 1984) वर्ष 1966 से 1977 तक लगातार 3 पारी के लिए भारत गणराज्य की प्रधानमन्त्री रहीं और उसके बाद चौथी पारी में 1980 से लेकर 1984 में उनकी राजनैतिक हत्या तक भारत की प्रधानमंत्री रहीं। वे भारत की प्रथम और अब तक एकमात्र महिला प्रधानमंत्री रहीं। .

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इन्कलाब के बाद (1984 फ़िल्म)

इन्कलाब के बाद १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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इंसाफ कौन करेगा (1984 फ़िल्म)

इंसाफ कौन करेगा १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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इंकलाब (1984 फ़िल्म)

इंकलाब १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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इक़बाल की नज़री–ओ–अमली शेरियात

इक़बाल की नज़री–ओ–अमली शेरियात उर्दू भाषा के विख्यात साहित्यकार मसूद हुसैन ख़ाँ द्वारा रचित एक समालोचना है जिसके लिये उन्हें सन् 1984 में उर्दू भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

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कन्नड साहित्य सम्मेलन

कन्नड साहित्य सम्मेलन कन्नड साहित्यकारों, लेखकों तथा कननाडिगारु लोगों का सम्मेलन है। इसका लक्षय कन्नड भाषा, कन्नड साहित्य, कला, संगीत और संस्कृति का विकास करना है। इसका आरम्भ १९१५ में एच वी नान्जुनैया ने किया था। पहला सम्मेलन बंगलुरु में हुआ था। १९४८ तक इसका उद्घाटन किसी सुप्रसिद्ध कवि या लेखक द्वारा किया जाता था कि्न्तु १९४८ के बाद से कर्नाटक के मुख्यमंत्री इसका उद्घाटन करते हैं। इस सम्मेलन का आयोजन कन्नड साहित्य परिषद करती है। .

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कन्नड़ फिल्मों की सूची

The list of Kannada feature films released by the Kannada film Industry located in Bangalore, Karnataka.

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कमला (1984 फ़िल्म)

कमला १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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करण त्रिवेदी

करण त्रिवेदी एक भारतीय टेलीविजन और थिएटर कलाकार है। उन्होंने हिंदी और गुजराती बोलती है। वह बड़ी अभिनेत्री भाई, अमी त्रिवेदी है। वह कार्टून के लिए डबिंग भूमिकाओं है एक दशक से अधिक.

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कानून क्या करेगा (1984 फ़िल्म)

कानून क्या करेगा १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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कामयाब (1984 फ़िल्म)

कामयाब १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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कालबेला

कालबेला बंगाली भाषा के विख्यात साहित्यकार समरेश मजूमदार द्वारा रचित एक उपन्यास है जिसके लिये उन्हें सन् 1984 में बंगाली भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

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काव्यार्थ चिन्तन

काव्यार्थ चिन्तन कन्नड़ भाषा के विख्यात साहित्यकार जी. एस. शिवरुद्रप्पा द्वारा रचित एक समालोचना है जिसके लिये उन्हें सन् 1984 में कन्नड़ भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

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कंधार (1984 फ़िल्म)

कंधार १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। इस फ़िल्म में नायक शहर से गाव में खंडरों की फोटो खीचने वाला एक फोटोग्राफर है। एक गाव में इसी काम के दोरान उसका एक लड़की से प्यार हो जाता है जो की पहले भी एक शहरी लड़के द्बारा धोका खाई हुई है। .

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कंवर नटवर सिंह

कुंवर नटवर सिंह को भारत सरकार द्वारा सन १९८४ में प्रशासकीय सेवा के क्षेत्र में पद्मभूषण से सम्मानित किया गया था। ये दिल्ली राज्य से हैं। श्रेणी:१९८४ पद्मभूषण.

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कुर्अतुल ऐन हैदर

ऐनी आपा के नाम से जानी जानी वाली क़ुर्रतुल ऐन हैदर (२० जनवरी १९२७ - २१ अगस्त २००७) प्रसिद्ध उपन्यासकार और लेखिका थीं। .

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कृष्णकुमार बिड़ला

कृष्णकुमार बिड़ला (१२ अक्टूबर, १९१८ - ३० अगस्त, २००८) भारत के प्रख्यात उद्योगपति और राज्यसभा के पूर्व राज्य सभा सदस्य थे। घनश्याम दास बिड़ला के पुत्र कृष्णकांत बिड़ला का जन्म १२ अक्टूबर, १९१८ को राजस्थान के पिलानी में हुआ था। उनके पिता भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के समय भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के समर्थकों और गांधी जी के निकटवर्तियों में शामिल थे। उनकी उच्च शिक्षा कोलकाता, दिल्ली और पंजाब विश्वविद्यालय से हुई।। दैट्स हिन्दी। शनिवार, अगस्त 30, 2008 ये १९८४ से २००० तक लगातार १८ वर्षों के लिये राज्यसभा के सदस्य भी रहे और इस दौरान संसद की कई समितियों की अध्यक्षता की। भारतीय चीनी उद्योग के वे संस्थापक सदस्यों में थे। बिड़ला के औद्योगिक साम्राज्य में चीनी, उर्वरक, रसायन, हैवी इंजीनियरिंग, वस्त्र, जहाजरानी और समाचार-पत्र जैसे मुख्य उद्योग शामिल हैं। कृष्ण कुमार एक उद्योगपति होने के अलावा एक सम्मानित सांसद, समाजसेवी और विद्वान व्यक्ति थे। १९६१ में वे कलकत्ता के शेरिफ चुने गए थे और १९९७ में उन्हें पांडिचेरी विश्वविद्यालय ने डॉक्टर ऑफ लेटर्स से सम्मानित किया था। उन्होंने भारतीय चीनी उद्योग एसोशिएसन, फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स (फिक्की) और इंडियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स (आईसीसी) की भी अध्यक्षता की। उन्होंने केके बिड़ला फाउंडेशन की स्थापना की, जो भारतीय साहित्य, वैज्ञानिक अनुसंधान और भारतीय दर्शनशास्त्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए वार्षिक पुरस्कारों की घोषणा करता है। हिन्दुस्तान टाइम्स और बिड़ला समूह के अनेक उद्योगों के अध्यक्ष बिड़ला के परिवार में उनकी तीन पुत्रियाँ नंदिनी नुपानी, शोभना भारतीय और सरोज पोतदार हैं। शोभना भारतीय भारत के बड़े समाचारपत्र हिन्दुस्तान टाइम्स की संपादकीय सलाहकार हैं। उनकी पत्नी मनोरमा देवी बिड़ला का इनसे एक माह पूर्व जुलाई, २००८ में निधन हो गया था। .

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कैदी (1984 फ़िल्म)

कैदी १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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कैरोल ग्रीडर

कैरोल ग्रीडर (जन्म: 15 अप्रैल, 1961) जॉन्स हॉपकिंस विश्वविद्यालय में एक आण्विक जीवविज्ञानी हैं। 1984 में उन्होने संयुक्त रूप से एंजाइम टेलोमिरेज की खोज उस समय की थी, जब वो कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय बर्कले में एलिजाबेथ ब्लैकबर्न के मातहत काम कर रही थीं। ग्रीडर ने टेलोमेरेस (गुणसूत्रों का छोर), की संरचना पर अनुसंधान का बीड़ा उठाया है। उन्हें 2009 का शरीर विज्ञान या चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार संयुक्त रूप से ब्लैकबर्न और जैक शॉस्तक के साथ प्रदान किया गया है। .

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केविन ओ'ब्रायन (क्रिकेटर)

केविन जोसेफ ओ'ब्रायन (जन्म - 4 मार्च 1984 डबलिन) एक आयरिश क्रिकेटर हैं जो कि रेलवे यूनियन क्रिकेट क्लब के लिए खेलते हैं और इन्होंने विश्व कप में सबसे तेज शतक लगाने का रिकॉर्ड कायम किया है, 2 मार्च 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए अंतर्राष्ट्रीय एकदिवसीय में उन्होंने 50 गेंदों में शतक जड़ा.

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कोणार्क सूर्य मंदिर

कोणार्क सूर्य मन्दिर भारत में उड़ीसा राज्य के पुरी जिले के अन्तर्गत पुरी नामक शहर में प्रतिष्ठित है। यह भारतवर्ष के चुनिन्दा सूर्य मन्दिरों में से एक है। सन् १९८४ में यूनेस्को ने इसे विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता दी है। .

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कोयला नगर

कोयला नगर कोयला नगर कोल इण्डिया लिमिटेड की एक अनुषांगिक कम्प्नी भारत कोकिंग कोल लिमीटेड (बी सी सी एल) का मुख्यालय है। कोयला नगर मे बी सी सी एल की मुख्य कार्यालय के साथ एक बहुत बडी क्लोनी है, जहा कर्मचारी रहते है। बी सी सी एल ने लगभग हर सुविधा उपलब्ध कराई है, मसलन खेलने के लिये ईण्डोर और आउटडोर स्टेडियम, तरणताल, डी ए वी विध्यालय, कई सरकारी बैंक, पोस्ट आफिस, शापिंग सेन्टर, समुदायिक भवन आदि। यहा धनबाद जिले का दुरदर्शन केन्द्र है, जिसका उदघाटन तत्कालिन प्रधानमंत्री स्व इन्दिरा गांधी जी के हाथो 1984 ने हुआ था। श्रेणी:संस्थान.

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कोलकाता मेट्रो रेल

कोलकाता मेट्रो (बंगाली: কলকাতা মেট্রো) पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में एक भूमिगत रेल प्रणाली है। इसे मंडलीय रेलवे का स्तर प्रदान किया गया है। यह भारतीय रेल द्वारा संचालित है। १९८४ में आरंभ हुई यह भारत की प्रथम भूमिगत एवं मेट्रो प्रणाली थी। इसके बाद दिल्ली मेट्रो २००२ में आरंभ हुई थी। आरंभ में ५ लाइनों की योजाना थी, किंतु बाद में ३ ही चुनीं गईं:-.

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अन्तरजाल का इतिहास

muki don सर्वप्रथम १९६२ में विश्वविद्यालय के जे सी आर लिकलिडर ने अभिकलित्र जाल तैयार किया था। वे चाहते थे कि अभिकलित्र का एक एसा जाल हो, जिससे आंकड़ो, क्रमादेश और सूचनायें भेजी जा सके। 1966 में डारपा (मोर्चाबंदी प्रगति अनुसंधान परियोजना अभिकरण) (en:DARPA) ने आरपानेट के रूप में अभिकलित्र जाल बनाया। यह जाल चार स्थानो से जुडा था। बाद में इसमें भी कई परिवर्तन हुए और 1972 में बाँब काँहन ने अन्तर्राष्ट्रीय अभिकलित्र संचार सम्मेलन ने पहला सजीव प्रदर्शन किया। 1 जनवरी 1983 को आरपानेट (en:ARPANET) पुनर्स्थापित हुआ TCP-IP। इसी वर्ष एक्टीविटी बोर्ड (IAB) का गठन हुआ।नवंबर में पहली प्रक्षेत्र नाम सेवा (DNS) पॉल मोकपेट्रीज द्वारा सुझाई गई। अंतरजाल सैनिक और असैनिक भागों में बाँटा गया| हालाँकि 1971 में संचिका अन्तरण नियमावली (FTP) विकसित हुआ, जिससे संचिका अन्तरण करना आसान हो गया। 1990 में टिम बर्नर्स ली ने विश्व व्यापी वेब (WWW) से परिचित कराया अमरीकी सेना की सूचना और अनुसंधान संबंधी आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए 1973 में ``यू एस एडवांस रिसर्च प्र्रोजेक्ट एजेंसी´´ ने एक कार्यक्रम की शुरुआत की। उस कार्यक्रम का उद्देश्य था कम्प्यूटरों के द्वारा विभिन्न प्रकार की तकनीकी और प्रौद्योगिकी को एक-दूसरे से जोड़ा जाए और एक `नेटवर्क´ बनाया जाए। इसका उद्देश्य संचार संबंधी मूल बातों (कम्यूनिकेशन प्रोटोकॉल) को एक साथ एक ही समय में अनेक कम्प्यूटरों पर नेटवर्क के माध्यम से देखा और पढ़ा जा सके। इसे ``इन्टरनेटिंग प्रोजेक्ट´´ नाम दिया गया जो आगे चलकर `इंटरनेट´ के नाम से जाना जाने लगा। 1986 में अमरीका की ``नेशनल सांइस फांउडेशन´´ ने ``एनएसएफनेट´´ का विकास किया जो आज इंटरनेट पर संचार सेवाओं की रीढ़ है। एक सैकण्ड में 45 मेगाबाइट संचार सुविधा वाली इस प्रौद्योगिकी के कारण `एनएसएफनेट´ बारह अरब -12 बिलियन- सूचना पैकेट्स को एक महीने में अपने नेटवर्क पर आदान-प्रदान करने में सक्षम हो गया। इस प्रौद्योगिकी को और अधिक तेज गति देने के लिए `नासा´ और उर्जा विभाग ने अनुसंधान किया और ``एनएसआईनेट´´ और `ईएसनेट´ जैसी सुविधाओं को इसका आधार बनाया। इन्टरनेट हेतु `क्षेत्रीय´ सहायता कन्सर्टियम नेटवर्कों द्वारा तथा स्थानीय सहायता अनुसंधान व शिक्षा संस्थानों द्वारा उपलब्ध कराई जाती है। अमरीका में फेडरल तथा राज्य सरकारों की इसमें अहम भूमिका है परन्तु उद्योगों का भी इसमें काफी हाथ रहा है। यूरोप व अन्य देशों में पारस्परिक अन्तर्राष्ट्रीय सहयोग व राष्ट्रीय अनुसंधान संगठन भी इस कार्य में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। 1991 के अन्त तक इन्टरनेट इस कदर विकसित हुआ कि इसमें तीन दर्जन देशों के 5 हजार नेटवर्क शामिल हो गए, जिनकी पहुंच 7 लाख कम्प्यूटरों तक हो गई। इस प्रकार 4 करोड़ उपभोक्ताओं ने इससे लाभ उठाना शुरू किया। इन्टरनेट समुदाय को अमरीकी फेडरल सरकार की सहायता लगातार उपलब्ध होती रही क्योंकि मूल रूप से इन्टरनेट अमरीका के अनुसंधान कार्य का ही एक हिस्सा था। आज भी यह अमरीकी अनुसंधान कार्यशाला का महत्त्वपूर्ण अंग है किन्तु 1980 के दशक के अन्त में नेटवर्क सेवाओं व इन्टरनेट उपभोक्ताओं में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अभूतपूर्व वृद्धि हुई और इसका इस्तेमाल व्यापारिक गतिविधियों के लिये भी किया जाने लगा। सच तो ये है कि आज की इन्टरनेट प्रणाली का बहुत बड़ा हिस्सा शिक्षा व अनुसंधान संस्थानों एवं विश्व-स्तरीय निजी व सरकारी व्यापार संगठनों की निजी नेटवर्क सेवाओं से ही बना है। .

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अन्वेषणों की समय-रेखा

यहाँ ऐतिहासिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण तकनीकी खोजों की समय के सापेक्ष सूची दी गयी है। .

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अनीता सार्कीज़ियन

अनीता सार्कीज़ियन (2011) अनीता सार्कीज़ियन (अंग्रेज़ी: Anita Sarkeesian; जन्म 1984, टोरंटो में) सुप्रसिद्ध कनाडाई-अमेरिकी नारीवादी मीडिया आलोचक एवं वीडियो ब्लॉगर हैं। वे विषेश रूप से पॉप-क्लचर (लोकप्रिय संकृति) एवं वीडियो गेमों में महिलाओं की भूमिकाओं की आलोचना करतीं हैं। उनकी परियोजना "ट्रॉप्स वर्सज़ वीमन इन विडियो गेम्ज़ / Tropes vs.

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अबोध

अबोध 1984 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। यह फिल्म माधुरी दीक्षित की पहली फिल्म होने के लिये जानी जाती है। .

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अभिशप्त गंधर्व

अभिशप्त गंधर्व ओड़िया भाषा के विख्यात साहित्यकार महापात्र नीलमणि साहू द्वारा रचित एक कहानी–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1984 में ओड़िया भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

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अमेरिकी ओपन टेनिस के पुरुष एकल विजेताओं की सूची

* 1881 - रिचर्ड सीअर्स.

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अय्यप्प पणिक्करुडे कृतिकळ 1969

अय्यप्प पणिक्करुडे कृतिकळ 1969 मलयालम भाषा के विख्यात साहित्यकार के. अय्यप्प पणिक्कर द्वारा रचित एक कविता–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1984 में मलयालम भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

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अर्चना शर्मा

डॉ॰ अर्चना शर्मा जिनेवा में दुनिया की सबसे बड़ी भूमिगत प्रयोगशाला सर्न में स्टाफ फिजिसिस्ट के रूप में कार्यरत हैं। डॉ॰ अर्चना शर्मा के अनुसार दुनिया की सबसे बड़ी प्रयोगशाला सर्न, जहाँ वह काम करती हैं, उसे विज्ञान का तीर्थ कहा जाता है। अपनी शोध परियोजना में कहा कि बड़े पार्टिकिल कोलाइडर एलएचसी की सुरंगनुमा ट्यूब में लगभग प्रकाश के वेग से चक्कर काट रहे प्रोटॉनों की आपस में टक्कर करवा दी गई। सर्न में मौजूद दुनिया के सबसे बड़े प्रयोग की सफलता से ब्रह्मांड की उत्पत्ति के रहस्य से पर्दा उठ सकता है। अर्चना शर्मा को भारत सरकार द्वारा सन १९८४ में चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल राज्य से हैं। .

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असम के राज्यपालों की सूची

असम के राज्यपालों की सूची नामक इस सूची में १९३७ से अब तक के राज्यपालों के नाम हैं। असम के राज्यपाल की नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति द्वारा की जाती है। असम के राज्यपाल का आधिकारिक आवास राजभवन है। .

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अगम गीति

अगम गीति तेलुगू भाषा के विख्यात साहित्यकार *आलूरि बैरागी द्वारा रचित एक कविता–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1984 में तेलुगू भाषा के लिए मरणोपरांत साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

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उत्सव (1984 फ़िल्म)

उत्सव १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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उबैद सिद्दिकी

उबैद सिद्दिकी को भारत सरकार द्वारा सन १९८४ में विज्ञान एवं अभियांत्रिकी के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये महाराष्ट्र राज्य से हैं। श्रेणी:१९८४ पद्म भूषण.

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उहा शाम

उहा शाम सिन्धी भाषा के विख्यात साहित्यकार मोहन कल्पना द्वारा रचित एक कहानी–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1984 में सिन्धी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

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१४ अगस्त

14 अगस्त ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 226वॉ (लीप वर्ष में 227 वॉ) दिन है। साल में अभी और 139 दिन बाकी है। .

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१५ जुलाई

१५ जुलाई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १९वॉ (लीप वर्ष मे १९७वॉ) दिन है। साल मे अभी और १६९ दिन बाकी है। .

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१६ जनवरी

16 जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 16वाँ दिन है। साल में अभी और 349 दिन बाकी हैं (लीप वर्ष में 350)।.

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१६ जुलाई

१६ जुलाई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १९७वॉ (लीप वर्ष में १९८ वॉ) दिन है। साल में अभी और १६८ दिन बाकी है। .

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१९ मार्च

१९ मार्च ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ७८वाँ (लीप वर्ष मे ७९वाँ) दिन है। वर्ष मे अभी और २८७ दिन बाकी है। जार्ज बुश दवारा इराक युद्ध का आगज्। .

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१९२२

1922 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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२ अक्तूबर

2 अक्टूबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 275वॉ (लीप वर्ष में 276 वॉ) दिन है। साल में अभी और 90 दिन बाकी है। .

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२० नवंबर

२० नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३२४वॉ (लीप वर्ष मे ३२५ वॉ) दिन है। साल मे अभी और ४१ दिन बाकी है। .

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२०१०

वर्ष २०१० वर्तमान वर्ष है। यह शुक्रवार को प्रारम्भ हुआ है। संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष २०१० को अंतराष्ट्रीय जैव विविधता वर्ष के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। इन्हें भी देखें 2010 भारत 2010 विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी 2010 साहित्य संगीत कला 2010 खेल जगत 2010 .

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२२ मई

बछेंद्री पाल ने दुनिया के सबसे ऊंची पर्वत एवेरेस्ट को २२ मई १९८४ को फतह किया था। 22 मई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 142वॉ (लीप वर्ष मे 143 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 223 दिन बाकी है। .

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२३ नवम्बर

२३ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३२७वॉ (लीप वर्ष में ३२८ वॉ) दिन है। साल में अभी और 38 दिन बाकी है। .

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२६ नवम्बर

२६ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३३०वाँ (लीप वर्ष मे ३३१वाँ) दिन है। वर्ष मे अभी और ३५ दिन बाकी है। .

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२८ अगस्त

28 अगस्त ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 240वॉ (लीप वर्ष में 241 वॉ) दिन है। साल में अभी और 125 दिन बाकी है। .

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३ दिसम्बर

3 दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 337वॉ (लीप वर्ष में 338 वॉ) दिन है। साल में अभी और 28 दिन बाकी है। १२३४५६७८९ .

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३१ अक्टूबर

३१ अक्टूबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३०४वाँ (लीप वर्ष में ३०५वाँ) दिन है। वर्ष में अभी और ६१ दिन बाकी है। .

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४ दिसम्बर

4 दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 338वॉ (लीप वर्ष में 339 वॉ) दिन है। साल में अभी और 27 दिन बाकी है। .

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५०० होम रन दल

In मेजर लीग बेसबॉल, the ५०० होम रन क्लब is an informal term applied to the group of players who have hit 500 or more career home runs.

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६ जनवरी

6 जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 6वाँ दिन है। साल में अभी और 359 दिन बाकी हैं (लीप वर्ष में 360)।.

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६ जून

6 जून ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 157वाँ (लीप वर्ष में 158 वाँ) दिन है। साल में अभी और 208 दिन बाकी हैं।.

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७ सितम्बर

7 सितंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 250वॉ (लीप वर्ष मे 251 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 115 दिन बाकी है। .

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९ मार्च

९ मार्च ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ६८वॉ (लीप वर्ष मे ६९वॉ) दिन है। साल मे अभी और २९७ दिन बाकी है। .

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९ जनवरी

९ जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ९वाँ दिन है। वर्ष में अभी और ३५६ दिन बाकी हैं (लीप वर्ष में ३५७)।.

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