लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
इंस्टॉल करें
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

१९८३

सूची १९८३

१९८३ ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

183 संबंधों: चिन्तयामि मनसा, चोर पुलिस (1983 फ़िल्म), टॉम हैंक्स, टोनी ब्लेयर, एन्टरप्रेन्योर डवलपमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, एलेक्स फर्ग्यूसन, एक बार चले आओ (1983 फ़िल्म), झारखण्ड के मुख्यमन्त्रियों की सूची, डॉ॰ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय, ताशिर, तिरेञ्जेडूंत प्रबंधगळ, तज़किरा–इ–मुआसिरीन, तकदीर (1983 फ़िल्म), दावानल, दिलीप कुमार, दक्षिण एशियाई खेल, दौलत के दुश्मन (1983 फ़िल्म), नास्तिक (1983 फ़िल्म), नागेंद्र, नियति, नौकर बीवी का (1983 फ़िल्म), पद्म भूषण, पद्मिनी कोल्हापुरी, पराशर गौर, पसन्द अपनी अपनी (1983 फ़िल्म), पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो, पु्कार (1983 फ़िल्म), प्यासी आँखें (1983 फ़िल्म), प्रकाश का वेग, प्रेम नज़ीर, प्रेम रोग (1982 फ़िल्म), पेंटर बाबू (1983 फ़िल्म), फटिक चन्द (1983 फ़िल्म), फ़िल्म ही फ़िल्म (1983 फ़िल्म), फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संगीतकार पुरस्कार, फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ गीतकार पुरस्कार, फ़्रेड हॉयल, फ़ॉर्मूला वन, फेरारी, फोर्ड मस्टैंग, बाबा आमटे, बाज़ार (1982 फ़िल्म), बांग्लादेश के राष्ट्रपति, बांग्लादेश के राष्ट्रपतिगण की सूची, बिहार के मुख्यमंत्रियों की सूची, बंधन कच्चे धागों का (1983 फ़िल्म), बेताब (1983 फ़िल्म), बेनुधर शर्मा, बेकरार (1983 फ़िल्म), बीसवीं शताब्दी, ..., भार एवं मापन पर सामान्य सम्मेलन, भारत के अभयारण्य, भारती : कालमुम करुत्तुम, भारतीय गणितज्ञों की सूची, भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, भवानी प्रसाद मिश्र, मलावियाई क्वाचा, महादेवी वर्मा, माँ (1983 फ़िल्म), माइकल चोपड़ा, माइकल डगलस, मिलवॉकी बक्स, मवाली (1983 फ़िल्म), मंडी (1983 फ़िल्म), मुझे इंसाफ चाहिये (1983 फ़िल्म), मैथिली पत्रकारिता का इतिहास, मैनचेस्टर यूनाइटेड एफ़.सी., मैं आवारा हूँ (1983 फ़िल्म), मेंहदी (1983 फ़िल्म), रामकृष्ण खत्री, राज कपूर, राजपूत श्रेणी के विनाशक पोत, राजा भालेंद्र सिंह, रिचर्ड गेयर, रज़िया सुल्तान (1983 फ़िल्म), रंग पट्टिकाओं की सूची, रंग बिरंगी (1983 फ़िल्म), रीडिंग रेनबो, लाल चुनरिया (1983 फ़िल्म), लव इन गोआ (1983 फ़िल्म), लुईस हैमिल्टन, लैटर–डे साम्स, लॉस एंजेल्स लेकर्स, शुभ कामना (1983 फ़िल्म), श्री शंबुलिंगेश्वर विजयचंपू, श्रीदेवी, श्रीलंकाई गृहयुद्ध का इतिहास, श्रीकांत वर्मा, शैलेश मटियानी, सत्तांतर, सत्यजित राय, सदमा (1983 फ़िल्म), सर रिचर्ड सैम्युअल एट्टेनबरो, सिंगनल्लूर पुट्टस्वामैया मुत्तुराज राजकुमार, संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान, सुदीर्घ दिन अरु ऋतु, सुन मेरी लैला (1983 फ़िल्म), सुप्रिया पाठक, सुबोधचंद्र सेनगुप्ता, सुशील कुमार (पहलवान), स्वराज पाउल, सौतन (1983 फ़िल्म), सैन एंटोनियो स्पर्स, सूरज प्रकाश मल्होत्रा, हम से है ज़माना (1983 फ़िल्म), हमसे ना जीता कोई (1983 फ़िल्म), हादसा (1983 फ़िल्म), हाशिम आमला, हीरो (1983 फ़िल्म), जाने भी दो यारों (1983 फ़िल्म), जेते पारि किन्तु केनो जाबो, जेनीफर हॉकिन्स, जॉन मेकनरो, जी ज़ैंग, जीवन समरम्, वान्टेड (1983 फ़िल्म), विलियम ए फोलर, विश्व हिन्दी सम्मेलन, विष्णु गोविंद जोग, विक्टर कोज़िन, विक्रम सेठ, वो सात दिन (1983 फ़िल्म), वी दुरैस्वामी अयंगार, खूँटियों पर टँगे लोग, गां मजलिस, गा–गीत, गुरु हनुमान, गुरू घासीदास विश्‍वविद्यालय, गुलाम मुस्तफ़ा जतोई, गुलिरमो विलास, ग्रैंड स्लैम टेनिस विजेताओं की सूची, गोपी कुमार पोदिला, ऑपरेशन ब्लू स्टार, आदि एम सेठना, आन्ध्र विश्वविद्यालय, आले, इमरान ख़ान (अभिनेता), इली नासतासे, इवान लेंडल, इंफोसिस, कतेयादळु हुडुगि, कथा (1983 फ़िल्म), कराटे (1983 फ़िल्म), कर्णगी ममा अमसुङ्कर्णगी अरोइबा याहिप, कलाकार (1983 फ़िल्म), कश्मीर का इतिहास, काया पलट (1983 फ़िल्म), कार्मेलिन, किसी से न कहना (1983 फ़िल्म), कुली (१९८३ फ़िल्म), के शंकरन नायर, के गोपालैयर रामानाथन, केर्शाप तेह्मूरास्प सतारवाला, अच्छा बुरा (1983 फ़िल्म), अनिल अंबानी, अनिक विसथार, अन्तरजाल का इतिहास, अन्शिफ अशरफ, अन्वेषणों की समय-रेखा, अफ़ज़ल अहसन रंधावा, अभिनव बिंद्रा, अमान्य देशों की सूची, अमेरिकी ओपन टेनिस के पुरुष एकल विजेताओं की सूची, अरुण कुमार शर्मा, अजंता गुफाएँ, अजीत कौर, अगर तुम ना होते (1983 फ़िल्म), अंधो दूहों, अंकोरवाट मंदिर, उत्तरी साइप्रस, उमराव सिंह, ११ दिसम्बर, १४ दिसम्बर, १५ जुलाई, १९ दिसम्बर, २१ अगस्त, २३ नवम्बर, ३१ मार्च, ६ फ़रवरी, ८ मार्च, ८ जनवरी, ८ अप्रैल सूचकांक विस्तार (133 अधिक) »

चिन्तयामि मनसा

चिन्तयामि मनसा गुजराती भाषा के विख्यात साहित्यकार सुरेश जोशी द्वारा रचित एक निबंध–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1983 में गुजराती भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९८३ और चिन्तयामि मनसा · और देखें »

चोर पुलिस (1983 फ़िल्म)

चोर पुलिस १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: १९८३ और चोर पुलिस (1983 फ़िल्म) · और देखें »

टॉम हैंक्स

थॉमस जेफ्री "टॉम " हैंक्स (जन्म 9 जुलाई 1956) एक अमेरिकी अभिनेता, निर्माता, लेखक और निर्देशक हैं। एक नाटकीय अभिनेता के रूप में कई उल्लेखनीय भूमिका में सफलता प्राप्त करने के पूर्व हैंक्स ने एंड्रयू बेकेट की फिलाडेल्फिया, फॉरेस्ट गंप (Forrest Gump) में शीर्षक पात्र की भूमिका, अपोलो 13 में कमांडर जेम्स ए लवेल, सेविंग प्राइवेट रायन में कप्तान जॉन एच.

नई!!: १९८३ और टॉम हैंक्स · और देखें »

टोनी ब्लेयर

एंटनी चार्ल्स लिंटन ब्लेयर (जन्म 6 मई, 1953) (अंग्रेज़ी: Anthony Charles Lynton Blair, परन्तु Tony Blair (टोनी ब्लेयर) से प्रचलित) एक ब्रितानी राजनीतिज्ञ है जो मई 1997 से जून 2007 तक संयुक्त राजशाही के प्रधानमन्त्री थे, 1994 से 2007 तक लेबर पार्टी के नेता था और सेजफ़ील्ड निर्वाचनक्षेत्र का संसद का सदस्य 1983 से 2007 तक था। अब वह अंतर्राष्ट्रीय मध्य-पूर्व चौकड़ी के दूत है। .

नई!!: १९८३ और टोनी ब्लेयर · और देखें »

एन्टरप्रेन्योर डवलपमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया

एन्टरप्रेन्योर डवलपमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (ई.डी.आई. या ई.डी.आई.आई) एक अलाभ संस्था है, जिसकी स्थापना भारत में उद्यमिता को उत्साहित करने हेतु की गयी है। इसका मुख्यालय गुजरात के अहमदाबाद में स्थित है। इसकी स्थापना १९८३ में भारतीय औद्योगिक विकास बैंक, भारतीय औद्योगिक वित्त निगम, इंडस्ट्रियल क्रेडिट एंड इन्वेस्टमेंट कार्पोरेशन ऑफ इंडिया, (आई सी आई सी आई) एवं भारतीय स्टेट बैंक की स्पॉन्सरशिप से हुई थी। यह संस्थान अहमदाबाद विमानक्षेत्र के निकट गांधीनगर जिला, गुजरात में स्थित है। .

नई!!: १९८३ और एन्टरप्रेन्योर डवलपमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया · और देखें »

एलेक्स फर्ग्यूसन

सर अलेक्जेंडर चेपमैन "एलेक्स" फर्ग्यूसन, KT, CBE, जो सर एलेक्स या फर्जी के नाम से विख्यात हैं (31 दिसम्बर 1941 को ग्लासगो के गोवन में जन्म), एक स्कॉटिश फुटबॉल प्रबंधक और पूर्व खिलाड़ी हैं जो संप्रति मैनचेस्टर यूनाइटेड के प्रबंधक हैं और 1986 से इसके प्रभारी हैं। एबर्डीन के प्रबंधक के रूप में अत्यधिक सफल अवधि से पहले फर्ग्यूसन इस्ट स्टर्लिंगशायर और सेंट मिरेन के प्रबंधक थे। जॉक स्टेन की मौत के कारण हासिल अस्थायी विस्तार के चलते - कुछ समय के लिए स्कॉटलैंड राष्ट्रीय टीम के प्रबंधक रहे - और उन्हें नवम्बर 1986 में मैनचेस्टर यूनाइटेड का प्रबंधक नियुक्त किया गया। मैनचेस्टर यूनाइटेड के प्रबंधकों के इतिहास में सर मैट बस्बी के बाद वे एक ऐसे दूसरे प्रबंधक हैं जिन्होंने 23 वर्षों तक टीम के प्रबंधक के रूप में सेवा की है, जबकि सारे वर्तमान लीग प्रबंधकों में उनका कार्यकाल सबसे लंबा है। अपने प्रबंधन के दौरान, फर्ग्यूसन ने कई पुरस्कार जीते हैं और कई रिकॉर्ड स्थापित किए हैं जिसमें ब्रिटिश फुटबॉल इतिहास में सर्वाधिक वर्ष का सर्वश्रेष्ठ प्रबंधक पुरस्कार भी शामिल है। 2008 में वे तीसरे ब्रिटिश प्रबंधक बने जिन्होंने एकाधिक अवसर पर यूरोपियन कप जीता.

नई!!: १९८३ और एलेक्स फर्ग्यूसन · और देखें »

एक बार चले आओ (1983 फ़िल्म)

एक बार चले आओ १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: १९८३ और एक बार चले आओ (1983 फ़िल्म) · और देखें »

झारखण्ड के मुख्यमन्त्रियों की सूची

झारखण्ड पूर्वी भारत का एक राज्य है जिसकी स्थापना 15 नवम्बर 2000 को हुई और इसके प्रथमा मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी बने। .

नई!!: १९८३ और झारखण्ड के मुख्यमन्त्रियों की सूची · और देखें »

डॉ॰ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय

डॉ॰ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय भारत के मध्य प्रदेश के सागर जिले में स्थित एक सार्वजनिक विश्वविद्यालय है। इसको सागर विश्वविद्यालय के नाम से भी जाना जाता है। इसकी स्थापना डॉ॰ हरिसिंह गौर ने १८ जुलाई १९४६ को अपनी निजी पूंजी से की थी। अपनी स्थापना के समय यह भारत का १८वाँ विश्वविद्यालय था। किसी एक व्यक्ति के दान से स्थापित होने वाला यह देश का एकमात्र विश्वविद्यालय है। वर्ष १९८३ में इसका नाम डॉ॰ हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय कर दिया गया। २७ मार्च २००८ से इसे केन्द्रीय विश्वविद्यालय की श्रेणी प्रदान की गई है। .

नई!!: १९८३ और डॉ॰ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय · और देखें »

ताशिर

आर्मेनिया का मानचित्र ताशिर आर्मेनिया का एक समुदाय है। यह लोरी मर्ज़ (प्रांत) में आता है। इसकी स्थापना 1983 में हुई थी। यहां की जनसंख्या 7,586 है। श्रेणी:आर्मेनिया.

नई!!: १९८३ और ताशिर · और देखें »

तिरेञ्जेडूंत प्रबंधगळ

तिरेंजेडूंत प्रबंधगळ मलयालम भाषा के विख्यात साहित्यकार एस. गुप्तन नायर द्वारा रचित एक निबंध–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1983 में मलयालम भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९८३ और तिरेञ्जेडूंत प्रबंधगळ · और देखें »

तज़किरा–इ–मुआसिरीन

तज़किरा–इ–मुआसिरीन उर्दू भाषा के विख्यात साहित्यकार मालिक राम द्वारा रचित एक जीवनी है जिसके लिये उन्हें सन् 1983 में उर्दू भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९८३ और तज़किरा–इ–मुआसिरीन · और देखें »

तकदीर (1983 फ़िल्म)

तकदीर १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: १९८३ और तकदीर (1983 फ़िल्म) · और देखें »

दावानल

कैलीफोर्निया में ५ सितम्बर २००८ का दावानल। दावानल या वन की आग उस दुर्घटना को कहते हैं जब किसी वन के एक भाग में या पूरे वन में ही आग लग जाती है और उस वन के सभी पेड़-पौधे, जीव-जन्तु इत्यादि जलने लगते हैं। दावानल के लिए स्थिति तब उत्पन्न होती है जब वनस्पतियां और मिट्टी सूख जाते हैं और आद्रता भी बहुत कम होती है। आग प्राकृतिक कारणों जैसे आकाशीय बिजली गिरने से या प्राकृतिक रूप से वन में उत्पन्न घर्षण से लग सकती है या यह मानव निर्मित भी हो सकती जैसे कोई लापरवाही से सूखे वन में सुलगती हुई सिगरेट या माचिस की तीली फैंक दे। एक बार चिंगारी भड़कने के बाद आग हवा के प्रभाव में तेज़ी से फैलती है, विशेषकर तब जबकी आग सूखे झाडफूस को पकड़ लेती है। दावानल अन्य अग्नियों से भिन्न होता है, जिसके कारण हैं इसका विशाल आकार, इसके उद्गम स्थान से आगे फैलने की गति एवं इसकी दिशा बदलने व रिक्त स्थानों जैसे सड़कों, नदियों आदि से आगे बढ़ जाने की क्षमता। दावानल से निबटने हेतु अग्निशमन में एक विशेष पाठ्यक्रम होता है और जो अग्निशमन कर्मी इसमें दक्ष होतें है उन्हें वाहनों, वायुयानों, हेलीकॉप्टरों इत्यादि में अग्निशमन के लिए रखा जाता है। दावानल की समस्या मुख्यतः ग्रीष्म ऋतु में होती है और विश्व के बहुत से भागों में यह समस्या बहुत आम है जैसे यूरोप में २००७ का यूनानी दावानल, ऑस्ट्रेलिया का २००९ का दावानल, अमेरिका के कैलीफोर्निया का दावानल और भारत में भी उत्तरी राज्यों में यह समस्या हैं। .

नई!!: १९८३ और दावानल · और देखें »

दिलीप कुमार

दिलीप कुमार (जन्म 11 दिसंबर, 1922; जन्म का नाम: यूसुफ़ ख़ान), हिन्दी फ़िल्मों के एक प्रसिद्ध और लोकप्रिय अभिनेता है जो भारतीय संसद के उच्च सदन राज्य सभा के सदस्य रह चुके है। दिलीप कुमार को उनके दौर का बेहतरीन अभिनेता माना जाता है, त्रासद या दु:खद भूमिकाओं के लिए मशहूर होने के कारण उन्हे 'ट्रेजिडी किंग' भी कहा जाता था। उन्हें भारतीय फ़िल्मों के सर्वोच्च सम्मान दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, इसके अलावा दिलीप कुमार को पाकिस्तान का सर्वोच्च नागरिक सम्मान निशान-ए-इम्तियाज़ से भी सम्मानित किया गया है। .

नई!!: १९८३ और दिलीप कुमार · और देखें »

दक्षिण एशियाई खेल

दक्षिण एशिया ओलम्पिक परिषद चिह्न दक्षिण एशियाई खेल (जिन्हें सैफ़ खेल या सैग और पूर्व में दक्षिण एशियाई संघ खेलों के नाम से भी जाना जाता था) द्वि-वार्षिक बहु-क्रीड़ा प्रतियोगिता है, जिसमें दक्षिण एशियाई खिलाड़ी प्रतिभागी होते हैं। इन खेलों का शासी निकाय दक्षिण एशियाई खेल परिषद है, जिसकी स्थापना १९८३ में हुई थी। वर्तमान में सैग के आठ सदस्य हैं अफ़्गानिस्तान, नेपाल, पाकिस्तान, बांग्लादेश, भारत, भूटान, मालदीव और श्रीलंका। प्रथम सैफ़ खेल १९८४ में काठमांडु, नेपाल में आयोजित हुए थे और तबसे ये खेल प्रति दो वर्षों के अन्तराल पर आयोजित होते हैं, केवल कुछ अवसरों को छोड़कर। २००४ में दक्षिण एशियाई खेल परिषद की ३२वीं बैठक में यह निर्णय लिया गया की इन खेलों का नाम दक्षिण एशियाई संघ खेलों से बदलकर दक्षिण एशियाई खेल कर दिया जाए क्योंकि अधिकारियों का मानना था की संघ शब्द प्रतियोगिता पर कम बल दे रहा है और भीड़ आकर्षित करने में बाधक बन रहा है। इस खेलों को बहुधा दक्षिण एशिया ओलम्पिक खेलों के रूपान्तर के रूप में बढ़ाचढ़ा कर प्रस्तुत किया जाता है। .

नई!!: १९८३ और दक्षिण एशियाई खेल · और देखें »

दौलत के दुश्मन (1983 फ़िल्म)

दौलत के दुश्मन १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: १९८३ और दौलत के दुश्मन (1983 फ़िल्म) · और देखें »

नास्तिक (1983 फ़िल्म)

नास्तिक १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: १९८३ और नास्तिक (1983 फ़िल्म) · और देखें »

नागेंद्र

नागेंद्र को सन १९८३ में भारत सरकार द्वारा साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये दिल्ली से हैं। श्रेणी:१९८३ पद्म भूषण.

नई!!: १९८३ और नागेंद्र · और देखें »

नियति

नियति नेपाली भाषा के विख्यात साहित्यकार इंद्र सुंदास द्वारा रचित एक उपन्यास है जिसके लिये उन्हें सन् 1983 में नेपाली भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९८३ और नियति · और देखें »

नौकर बीवी का (1983 फ़िल्म)

नौकर बीवी का भारतीय हिन्दी फ़िल्म है, जिसका निर्देशन राजकुमार कोहली ने किया है। इस फ़िल्म में धर्मेन्द्र, अनीता राज, रीना रॉय, विनोद मेहरा, राज बब्बर और ओम प्रकाश मुख्य किरदार में हैं। .

नई!!: १९८३ और नौकर बीवी का (1983 फ़िल्म) · और देखें »

पद्म भूषण

पद्म भूषण सम्मान भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला तीसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, जो देश के लिये बहुमूल्य योगदान के लिये दिया जाता है। भारत सरकार द्वारा दिए जाने वाले अन्य प्रतिष्ठित पुरस्कारों में भारत रत्न, पद्म विभूषण और पद्मश्री का नाम लिया जा सकता है। पद्म भूषण रिबन .

नई!!: १९८३ और पद्म भूषण · और देखें »

पद्मिनी कोल्हापुरी

पद्मिनी कोल्हापुरे अपने समय की हिन्दी फिल्मों की एक जानी-मानी अभिनेत्री रही हैं। .

नई!!: १९८३ और पद्मिनी कोल्हापुरी · और देखें »

पराशर गौर

पराशर गौर, गढ़वाली भाषा के चलचित्र-निर्माता, कवि और कलाकार हैं। उनका जन्म उत्तर प्रदेश की पहाड़ियों (अब उत्तराखण्ड) में पौड़ी गढ़वाल जिले के कल्जीखाल ब्लाक के मिर्चोडा ग्राम में ३ मई, १९४७ को हुआ था। बहुत छोटी आयु में वे दिल्ली आ गए जहाँ वे एक थियेटर से जुड़ गए। उन्होंने अपना प्रथम चलचित्र, जगवाल (अर्थात लम्बी प्रतीक्षा) १९८३ में जारी किया। वर्तमान में वे अपने परिवार के साथ टोरण्टो, कनाडा में रहते हैं। .

नई!!: १९८३ और पराशर गौर · और देखें »

पसन्द अपनी अपनी (1983 फ़िल्म)

पसन्द अपनी अपनी १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: १९८३ और पसन्द अपनी अपनी (1983 फ़िल्म) · और देखें »

पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो

पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो (अंग्रेज़ी:ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एण्ड डवलपमेंट, लघु:बी.पी.आर एण्ड डी) की स्थापना पुलिस बलों के आधुनिकीकरण के बारे में भारत सरकार के उद्देश्य को पूरा करने के लिए २८ अगस्त, १९७० को की गई थी।- पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो अब यह बहुआयामी एवं परामर्शदाता संगठन है और इसके चार प्रभाग हैं। मूल रूप से संस्थान में दो प्रभाग होते थे: अनुसंधान एवं विकास प्रभाग। बाद में १९७३ में प्रशिक्षण प्रभाग जोड़ा गया। इसके बाद १९८३ में फॉरेन्ज़िक विज्ञान प्रभाग और १९९५ में दिष-सुधार प्रशासन प्रभाग जुड़े। इसके साथ साथ कुछ अन्य विभागों ने संस्थान के कुछ कार्य संभाले, जैसे १९७६ में अपराध विज्ञान एवं फॉरेन्ज़िक विज्ञान ने कुछ संबंधित कार्य संभाला। इस विभाग को बाद में लोक नायक जय प्रकाश नारायण राष्ट्रीय अपराध विज्ञान एवं फॉरेन्ज़िक विज्ञान नाम दिया गया। १९८६ में राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो और २००२ में फॉरेन्ज़िक विज्ञान निदेशालय ने संभाला। .

नई!!: १९८३ और पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो · और देखें »

पु्कार (1983 फ़िल्म)

पु्कार १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: १९८३ और पु्कार (1983 फ़िल्म) · और देखें »

प्यासी आँखें (1983 फ़िल्म)

प्यासी आँखें १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: १९८३ और प्यासी आँखें (1983 फ़िल्म) · और देखें »

प्रकाश का वेग

प्रकाश की चाल (speed of light) (जिसे प्राय: c से निरूपित किया जाता है) एक भौतिक नियतांक है। निर्वात में इसका सटीक मान 299,792,458 मीटर प्रति सेकेण्ड है जिसे प्राय: 3 लाख किमी/से.

नई!!: १९८३ और प्रकाश का वेग · और देखें »

प्रेम नज़ीर

अब्दुल खादिर (7 अप्रैल 1926 - 16 जनवरी 1989), जिन्हें उनके सिनेमाई नाम प्रेम नज़ीर (मलयालम: നസീര് പ്രേം) से बेहतर जाना जाता है, एक भारतीय फिल्म अभिनेता थे। इन्हें मलयालम सिनेमा के सबसे बड़े सितारों में से एक माना जाता है, साथ ही इन्हें नित्य हरित नायकन यानि सदाबहार नायक कह कर भी पुकारा जाता है। नज़ीर के नाम चार गिनीज रिकॉर्ड दर्ज है; पहला: 610 फिल्मों में नायक की भूमिका निभाने का कीर्तिमान, दूसरा: 107 फिल्मों में एक ही नायिका (शीला के साथ) नायक की भूमिका निभाने का कीर्तिमान, तीसरा: एक साल में प्रदर्शित अधिकतम फिल्मों का कीर्तिमान (1979 में उनतालीस फिल्में) और चौथा: 80 नायिकाओं के साथ नायक की भूमिका निभाने का कीर्तिमान। इन्हें भारतीय सिनेमा के सबसे सफल अभिनेताओं में से एक माना जाता है। भारत सरकार द्वारा नज़ीर को उनके भारतीय सिनेमा में योगदान को देखते हुए तीसरे और चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान क्रमशः पद्म भूषण और पद्म श्री से सम्मानित किया गया है। .

नई!!: १९८३ और प्रेम नज़ीर · और देखें »

प्रेम रोग (1982 फ़िल्म)

प्रेम रोग (1982 फ़िल्म) प्रेम रोग 1982 में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: १९८३ और प्रेम रोग (1982 फ़िल्म) · और देखें »

पेंटर बाबू (1983 फ़िल्म)

पेंटर बाबू १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: १९८३ और पेंटर बाबू (1983 फ़िल्म) · और देखें »

फटिक चन्द (1983 फ़िल्म)

फटिक चन्द 1983 में बनी बंगाली भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८३ और फटिक चन्द (1983 फ़िल्म) · और देखें »

फ़िल्म ही फ़िल्म (1983 फ़िल्म)

फ़िल्म ही फ़िल्म १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: १९८३ और फ़िल्म ही फ़िल्म (1983 फ़िल्म) · और देखें »

फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संगीतकार पुरस्कार

फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संगीतकार पुरस्कार फ़िल्मफ़ेयर पत्रिका द्वारा प्रति वर्ष दिया जाने वाला पुरस्कार है। .

नई!!: १९८३ और फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संगीतकार पुरस्कार · और देखें »

फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ गीतकार पुरस्कार

फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ गीतकार पुरस्कार फ़िल्मफ़ेयर पत्रिका द्वारा प्रति वर्ष दिया जाने वाला पुरस्कार है। .

नई!!: १९८३ और फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ गीतकार पुरस्कार · और देखें »

फ़्रेड हॉयल

सर फ़्रेडेरिक हॉयल (24 जून 1915 - 20 अगस्त 2001) ब्रिटिश खगोलशास्त्री थे जिनके विचार अक्सर मुख्य वैज्ञनिक समुदाय के विपरीत होते थे। इनका काम मुख्यतः ब्रह्माण्डविज्ञान के क्षेत्र में है। इन्होंने तारों के नाभिकों में हो रही नाभिकीय प्रक्रियाओं का अध्ययन किया और पाया कि कार्बन तत्त्व बनने के लिये जिस प्रक्रिया की आवश्यकता होती है उसकी सम्भावना सांख्यिकी के अनुसार बहुत कम है। चूंकि मनुष्य और पृथ्वी पर मौजूद अन्य जीवन कार्बन पर आधारित है, हॉयल का विचार था कि ऐसा सम्भव होना इस बात को इंगित करता है कि पृथ्वी पर जीवन की मौजूदगी में किसी ऊपरी शक्ति का हाथ है। नाभिकीय प्रक्रियाओं पर इनके काम को नोबेल समिति ने अनदेखा कर दिया और 1983 का भौतिकी का नोबेल पुरस्कार इनके सहयोगी विलियम ए फोलर को दिया (सुब्रह्मण्यन् चन्द्रशेखर के साथ)। फ़्रेड हॉयल ब्रह्माण्ड के जन्म के बिग बैंग सिद्धांत में विश्वास नहीं रखते थे। इनका विचार था कि ब्रह्माण्ड एक स्थिर अवस्था में है। विशाल विस्फोट सिद्धान्त के पक्ष में अधिक प्रमाण इकट्ठा होने पर वैज्ञानिकों ने स्थिर अवस्था को लगभग त्याग दिया है। हॉयल का यह भी विश्वास था कि पृथ्वी पर जीवन धूमकेतुओं के जरिए अन्तरिक्ष से आए विषाणुओं के जरिये शुरु हुआ। वे नहीं मानते थे कि रासायनिक प्रक्रियाओं के जरिए जीवन का प्रारंभ संभव है। इन्होंने विज्ञान कथाएँ भी लिखी हैं जिनमें शामिल है द ब्लैक क्लाउड (The Black Cloud, काला बादल) और ए फ़ॉर एन्ड्रोमीडा (A for Andromeda)। द ब्लैक क्लाउड में ऐसे जीवों का वर्णन है जो तारों के बीच के गैस के बादलों में उत्पन्न होते हैं और विश्वास नहीं कर पाते हैं कि ग्रहों पर भी बुद्धिमान जीव उत्पन्न हो सकते है। श्रेणी:खगोलशास्त्री श्रेणी:वैज्ञानिक श्रेणी:1915 में जन्मे लोग.

नई!!: १९८३ और फ़्रेड हॉयल · और देखें »

फ़ॉर्मूला वन

The formula was defined in 1946; the first Formula One race was in 1947; the first World Championship season was 1950.

नई!!: १९८३ और फ़ॉर्मूला वन · और देखें »

फेरारी

फेरारी S.p. A., इटली के मैरानेलो स्थित एक स्पोर्ट्स कार निर्माता है। इसकी स्थापना, 1929 में स्क्यूडेरिया फेरारी के रूप में एंज़ो फेरारी द्वारा की गई। 1947 में फेरारी S.p. के रूप में कानूनी तौर पर चलने वाले वाहनों का उत्पादन करने से पहले इस कंपनी ने चालकों को प्रायोजित किया और दौड़ में भाग लेने वाली गाड़ियों का उत्पादन किया।A. अपने सम्पूर्ण इतिहास के दौरान,दौड़ प्रतियोगिता, खास करके फ़ॉर्मूला वन Formula One में अपनी निरंतर भागीदारी के लिए यह कंपनी प्रसिद्ध रहा है जहां इसे अपार सफलता मिली.

नई!!: १९८३ और फेरारी · और देखें »

फोर्ड मस्टैंग

2010 के फोर्ड मस्टैंग (Ford Mustang) का मॉडल बैज फोर्ड मस्टैंग (Ford Mustang) फोर्ड मोटर कंपनी (Ford Motor Company) द्वारा निर्मित एक ऑटोमोबाइल कार है। शुरू में यह उत्तर अमेरिकी फोर्ड फाल्कन (Ford Falcon) की दूसरी पीढ़ी पर आधारित एक कॉम्पैक्ट कार थी। 17 अप्रैल 1964 के आरम्भ में प्रस्तावित 1965 का मस्टैंग (Mustang), मॉडल ए (Model A) के बाद से ऑटोमेकर (मोटर-कार-निर्माता) का सबसे सफल शुभारम्भ है। मस्टैंग (Mustang) की वजह से ही अमेरिकी ऑटोमोबाइल के "टट्टू कार (पोनी कार)" श्रेणी का निर्माण हुआ जो स्पोर्ट्स कार जैसे कूपे (बग्घियां) थे जिनका हूड (कार की छतरी) लम्बा और पिछला डेक (कार की छत) छोटा होता था और इसी मस्टैंग की वजह से जीएम (GM) की शेवरले कैमेरो (Chevrolet Camaro), एएमसी (AMC) की जैवलिन (Javelin), और क्रिसलर (Chrysler) की पुनर्निर्मित प्लाईमाउथ बैराकुडा (Plymouth Barracuda) जैसी इसकी प्रतिद्वंद्वी कारों का उत्थान हुआ। इसने अमेरिका निर्यात की जाने वाली टोयोटा सेलिका (Toyota Celica) और फोर्ड कैप्री (Ford Capri) जैसी बग्घियों को भी प्रेरित किया। .

नई!!: १९८३ और फोर्ड मस्टैंग · और देखें »

बाबा आमटे

डॉ॰ मुरलीधर देवीदास आमटे (26 दिसंबर, 1914 - 9 फरवरी, 2008), जो कि बाबा आमटे के नाम से ख्यात हैं, भारत के प्रमुख व सम्मानित समाजसेवी थे। समाज से परित्यक्त लोगों और कुष्ठ रोगियों के लिये उन्होंने अनेक आश्रमों और समुदायों की स्थापना की। इनमें चन्द्रपुर, महाराष्ट्र स्थित आनंदवन का नाम प्रसिद्ध है। इसके अतिरिक्त आमटे ने अनेक अन्य सामाजिक कार्यों, जिनमें वन्य जीवन संरक्षण तथा नर्मदा बचाओ आंदोलन प्रमुख हैं, के लिये अपना जीवन समर्पित कर दिया। 9 फ़रवरी 2008 को बाबा का 94 साल की आयु में चन्द्रपुर जिले के वड़ोरा स्थित अपने निवास में निधन हो गया। .

नई!!: १९८३ और बाबा आमटे · और देखें »

बाज़ार (1982 फ़िल्म)

बाज़ार 1982 में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: १९८३ और बाज़ार (1982 फ़िल्म) · और देखें »

बांग्लादेश के राष्ट्रपति

बांग्लादेश के राष्ट्रपति का पद गणप्रजातंत्री बांग्लादेश का सर्वोच्च संवैधानिक पद है। वर्तमान नियमों के अनुसार, राष्ट्रपति को बांग्लादेश की राष्ट्रीय संसद द्वारा, खुले चुनाव प्रक्रिया द्वारा निर्वाचित होते हैं। राष्ट्रपति, बांग्लादेश की कार्यपालिका न्यायपालिका एवं विधानपालिका के सर्व शाखाओं के, पारंपरिक, प्रमुख एवं बांग्लादेश के सारे सशस्त्र बलों के सर्वादिनायक हैं। इस पद पर नियुक्त प्रत्येक राष्ट्रपति का कार्यकाल 5 वर्ष होता है। संसदीय बहुमत द्वारा निर्वाचित होने के कारण इस पद पर साधारण तौर पर शासक दल के प्रतिनिधि ही चुने जाते हैं। हालाँकि, एक बार निर्वाचित हो चुके पदाधिकारी चुनाव में पुनः खड़े होने के लिए मुक्त होते हैं। वर्ष 1991 में संसदीय गणतंत्र की शुरुआत से पूर्व, राष्ट्रपति का चुनाव जनता के मतों द्वारा होता था। संसदीय प्रणाली के पुनर्स्थापन के पश्चात से यह पद मूलतः एक पारंपरिक पद रह गया है, जिसकी, विशेषतः कोई सार्थक कार्यकारी शक्तियाँ नहीं हैं। प्रत्येक संसदीय साधारण चुनाव के पश्चात संसद की प्रथम अधिवेशन में राष्ट्रपति अपना उद्घाधाटनी अभिभाषण देते हैं। प्रत्येक वर्ष के प्रथम संसदीय अधिवेशन में भी राष्ट्रपति अपना उद्घाटनी अभिभाषण देते हैं। इसके अतिरिक्त, संसद में पारित हुई किसी भी अधिनियम को कानून बनने के लिए राष्ट्रपति की स्वीकृति प्राप्त करना आवश्यक होता है। इसके अलावा राष्ट्रपति अपने विवेक पर क्षमादान भी दे सकते हैं। सन 1956 में संसद में नए कानून पारित किए, जिनके द्वारा राष्ट्रपति की, संसद के भंग होने के बाद की कार्यकारी शक्तियों को, संवैधानिक प्रावधानों के अंतर्गत बढ़ाया गया था। बांग्लादेश के राष्ट्रपति आधिकारिक तौर पर ढाका के बंगभवन में निवास करते हैं। कार्यकाल समाप्त होने के बाद भी वह अपने पद पर तब तक विराजमान रहते हैं जब तक उनका उत्तराधिकारी पद पर स्थापित नहीं हो जाता। .

नई!!: १९८३ और बांग्लादेश के राष्ट्रपति · और देखें »

बांग्लादेश के राष्ट्रपतिगण की सूची

बांग्लादेश के राष्ट्रपतियों की सूची .

नई!!: १९८३ और बांग्लादेश के राष्ट्रपतिगण की सूची · और देखें »

बिहार के मुख्यमंत्रियों की सूची

कोई विवरण नहीं।

नई!!: १९८३ और बिहार के मुख्यमंत्रियों की सूची · और देखें »

बंधन कच्चे धागों का (1983 फ़िल्म)

बंधन कच्चे धागों का १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: १९८३ और बंधन कच्चे धागों का (1983 फ़िल्म) · और देखें »

बेताब (1983 फ़िल्म)

बेताब १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: १९८३ और बेताब (1983 फ़िल्म) · और देखें »

बेनुधर शर्मा

बेनुधर शर्मा को सन १९८३ में भारत सरकार द्वारा साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये असम से हैं। उनके लिखे संस्मरण कांग्रचर कांचियालिरदात को १९६० में साहित्य अकादमी पुरस्कार असमिया। .

नई!!: १९८३ और बेनुधर शर्मा · और देखें »

बेकरार (1983 फ़िल्म)

बेकरार १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: १९८३ और बेकरार (1983 फ़िल्म) · और देखें »

बीसवीं शताब्दी

ग्रेगरी पंचांग (कलेंडर) के अनुसार ईसा की बीसवीं शताब्दी 1 जनवरी 1901 से 31 दिसम्बर 2000 तक मानी जाती है। कुछ इतिहासवेत्ता 1914 से 1992 तक को संक्षिप्त बीसवीं शती का नाम भी देते हैं। (उन्नीसवी शताब्दी - बीसवी शताब्दी - इक्कीसवी शताब्दी - और शताब्दियाँ) दशक: १९०० का दशक १९१० का दशक १९२० का दशक १९३० का दशक १९४० का दशक १९५० का दशक १९६० का दशक १९७० का दशक १९८० का दशक १९९० का दशक ---- समय के गुज़रने को रेकोर्ड करने के हिसाब से देखा जाये तो बीसवी शताब्दी वह शताब्दी थी जो १९०१ - २००० तक चली थी। मनुष्य जाति के जीवन का लगभग हर पहलू बीसवी शताब्दी में बदल गया।.

नई!!: १९८३ और बीसवीं शताब्दी · और देखें »

भार एवं मापन पर सामान्य सम्मेलन

भार एवं मापन पर सामान्य सम्मेलन हिन्दी नाम है एक सम्मेलन का.

नई!!: १९८३ और भार एवं मापन पर सामान्य सम्मेलन · और देखें »

भारत के अभयारण्य

भारत में 500 से अधिक प्राणी अभयारण्य हैं, जिन्हें वन्य जीवन अभयारण्य (IUCN श्रेणी IV सुरक्षित क्षेत्र) कहा जाता है। इनमें से 28 बाघ अभयारण्य बाघ परियोजना द्वारा संचालित हैं, जो बाघ-संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण हैं। कुछ वन्य अभयारण्यों को पक्षी-अभयारण्य कहा जाता रहा है, (जैसे केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान) जब तक कि उन्हें राष्ट्रीय उद्यान का दर्ज़ा नहीं मिल गया। कई राष्ट्रीय उद्यान पहले वन्य जीवन अभयारण्य ही थे। कुछ वन्य जीवन अभयारण्य संरक्षण हेतु राष्ट्रीय महत्व रखते हैं, अपनी कुछ मुख्य प्राणी प्रजातियों के कारण। अतः उन्हें राष्ट्रीय वन्य जीवन अभयारण्य कहा जाता है, जैसे.

नई!!: १९८३ और भारत के अभयारण्य · और देखें »

भारती : कालमुम करुत्तुम

भारती: कालमुम करुत्तुम तमिल भाषा के विख्यात साहित्यकार टी.एम.सी. रघुनाथन् द्वारा रचित एक समालोचना है जिसके लिये उन्हें सन् 1983 में तमिल भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९८३ और भारती : कालमुम करुत्तुम · और देखें »

भारतीय गणितज्ञों की सूची

सिन्धु सरस्वती सभ्यता से आधुनिक काल तक भारतीय गणित के विकास का कालक्रम नीचे दिया गया है। सरस्वती-सिन्धु परम्परा के उद्गम का अनुमान अभी तक ७००० ई पू का माना जाता है। पुरातत्व से हमें नगर व्यवस्था, वास्तु शास्त्र आदि के प्रमाण मिलते हैं, इससे गणित का अनुमान किया जा सकता है। यजुर्वेद में बड़ी-बड़ी संख्याओं का वर्णन है। .

नई!!: १९८३ और भारतीय गणितज्ञों की सूची · और देखें »

भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम

भारतीय अन्तरिक्ष कार्यक्रम डॉ विक्रम साराभाई की संकल्पना है, जिन्हें भारतीय अन्तरिक्ष कार्यक्रम का जनक कहा गया है। वे वैज्ञानिक कल्पना एवं राष्ट्र-नायक के रूप में जाने गए। वर्तमान प्रारूप में इस कार्यक्रम की कमान भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के हाथों में है। .

नई!!: १९८३ और भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम · और देखें »

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, (संक्षेप में- इसरो) (Indian Space Research Organisation, ISRO) भारत का राष्ट्रीय अंतरिक्ष संस्थान है जिसका मुख्यालय बेंगलुरू कर्नाटक में है। संस्थान में लगभग सत्रह हजार कर्मचारी एवं वैज्ञानिक कार्यरत हैं। संस्थान का मुख्य कार्य भारत के लिये अंतरिक्ष संबधी तकनीक उपलब्ध करवाना है। अन्तरिक्ष कार्यक्रम के मुख्य उद्देश्यों में उपग्रहों, प्रमोचक यानों, परिज्ञापी राकेटों और भू-प्रणालियों का विकास शामिल है। 1969 में स्थापित, इसरो अंतरिक्ष अनुसंधान के लिए तत्कालीन भारतीय राष्ट्रीय समिति (INCOSPAR) स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और उनके करीबी सहयोगी और वैज्ञानिक विक्रम साराभाई के प्रयासों से 1962 में स्थापित किया गया। भारत का पहला उपग्रह, आर्यभट्ट, जो 19 अप्रैल 1975 सोवियत संघ द्वारा शुरू किया गया था यह गणितज्ञ आर्यभट्ट के नाम पर रखा गया था बनाया।इसने 5 दिन बाद काम करना बंद कर दिया था। लेकिन ये अपने आप में भारत के लिये एक बड़ी उपलब्धि थी। 7 जून 1979 को भारत ने दूसरा उपग्रह भास्कर 445 किलो का था, पृथ्वी की कक्षा में स्थापित किया गया। 1980 में रोहिणी उपग्रह पहला भारतीय-निर्मित प्रक्षेपण यान एसएलवी -3 बन गया जिस्से कक्षा में स्थापित किया गया। इसरो ने बाद में दो अन्य रॉकेट विकसित किये। ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान उपग्रहों शुरू करने के लिए ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी),भूस्थिर कक्षा में उपग्रहों को रखने के लिए ध्रुवीय कक्षाओं और भूस्थिर उपग्रह प्रक्षेपण यान (जीएसएलवी) भूस्थिर उपग्रह प्रक्षेपण यान। ये रॉकेट कई संचार उपग्रहों और पृथ्वी अवलोकन गगन और आईआरएनएसएस तरह सैटेलाइट नेविगेशन सिस्टम तैनात किया उपग्रह का शुभारंभ किया।जनवरी 2014 में इसरो सफलतापूर्वक जीसैट -14 का एक जीएसएलवी-डी 5 प्रक्षेपण में एक स्वदेशी क्रायोजेनिक इंजन का इस्तेमाल किया गया। इसरो के वर्तमान निदेशक ए एस किरण कुमार हैं। आज भारत न सिर्फ अपने अंतरिक्ष संबंधी आवश्यकताओं की पूर्ति करने में सक्षम है बल्कि दुनिया के बहुत से देशों को अपनी अंतरिक्ष क्षमता से व्यापारिक और अन्य स्तरों पर सहयोग कर रहा है। इसरो एक चंद्रमा की परिक्रमा, चंद्रयान -1 भेजा, 22 अक्टूबर 2008 और एक मंगल ग्रह की परिक्रमा, मंगलयान (मंगल आर्बिटर मिशन) है, जो सफलतापूर्वक मंगल ग्रह की कक्षा में प्रवेश पर 24 सितंबर 2014 को भारत ने अपने पहले ही प्रयास में सफल होने के लिए पहला राष्ट्र बना। दुनिया के साथ ही एशिया में पहली बार अंतरिक्ष एजेंसी में एजेंसी को सफलतापूर्वक मंगल ग्रह की कक्षा तक पहुंचने के लिए इसरो चौथे स्थान पर रहा। भविष्य की योजनाओं मे शामिल जीएसएलवी एमके III के विकास (भारी उपग्रहों के प्रक्षेपण के लिए) ULV, एक पुन: प्रयोज्य प्रक्षेपण यान, मानव अंतरिक्ष, आगे चंद्र अन्वेषण, ग्रहों के बीच जांच, एक सौर मिशन अंतरिक्ष यान के विकास आदि। इसरो को शांति, निरस्त्रीकरण और विकास के लिए साल 2014 के इंदिरा गांधी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। मंगलयान के सफल प्रक्षेपण के लगभग एक वर्ष बाद इसने 29 सितंबर 2015 को एस्ट्रोसैट के रूप में भारत की पहली अंतरिक्ष वेधशाला स्थापित किया। जून 2016 तक इसरो लगभग 20 अलग-अलग देशों के 57 उपग्रहों को लॉन्च कर चुका है, और इसके द्वारा उसने अब तक 10 करोड़ अमेरिकी डॉलर कमाए हैं।http://khabar.ndtv.com/news/file-facts/in-record-launch-isro-flies-20-satellites-into-space-10-facts-1421899?pfrom.

नई!!: १९८३ और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन · और देखें »

भवानी प्रसाद मिश्र

भवानी प्रसाद मिश्र (जन्म: २९ मार्च १९१४ - मृत्यु: २० फ़रवरी १९८५) हिन्दी के प्रसिद्ध कवि तथा गांधीवादी विचारक थे। वे दूसरे तार-सप्तक के एक प्रमुख कवि हैं। गाँधीवाद की स्वच्छता, पावनता और नैतिकता का प्रभाव तथा उसकी झलक उनकी कविताओं में साफ़ देखी जा सकती है। उनका प्रथम संग्रह 'गीत-फ़रोश' अपनी नई शैली, नई उद्भावनाओं और नये पाठ-प्रवाह के कारण अत्यंत लोकप्रिय हुए थे। प्यार से लोग उन्हें भवानी भाई कहकर सम्बोधित किया करते थे। उन्होंने स्वयं को कभी भी कभी निराशा के गर्त में डूबने नहीं दिया। जैसे सात-सात बार मौत से वे लड़े वैसे ही आजादी के पहले गुलामी से लड़े और आजादी के बाद तानाशाही से भी लड़े। आपातकाल के दौरान नियम पूर्वक सुबह दोपहर शाम तीनों बेलाओं में उन्होंने कवितायें लिखी थीं जो बाद में त्रिकाल सन्ध्या नामक पुस्तक में प्रकाशित भी हुईं।http://www.deshbandhu.co.in/newsdetail/4488/3/52 भवानी भाई को १९७२ में उनकी कृति बुनी हुई रस्सी के लिये साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला। १९८१-८२ में उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान का साहित्यकार सम्मान दिया गया तथा १९८३ में उन्हें मध्य प्रदेश शासन के शिखर सम्मान से अलंकृत किया गया। .

नई!!: १९८३ और भवानी प्रसाद मिश्र · और देखें »

मलावियाई क्वाचा

क्वाचा (ISO 4217: MWK) सन् १९७१ से मलावी की मुद्रा है। यह १०० तंबाला से समविभाजित है। .

नई!!: १९८३ और मलावियाई क्वाचा · और देखें »

महादेवी वर्मा

महादेवी वर्मा (२६ मार्च १९०७ — ११ सितंबर १९८७) हिन्दी की सर्वाधिक प्रतिभावान कवयित्रियों में से हैं। वे हिन्दी साहित्य में छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक मानी जाती हैं। आधुनिक हिन्दी की सबसे सशक्त कवयित्रियों में से एक होने के कारण उन्हें आधुनिक मीरा के नाम से भी जाना जाता है। कवि निराला ने उन्हें “हिन्दी के विशाल मन्दिर की सरस्वती” भी कहा है। महादेवी ने स्वतंत्रता के पहले का भारत भी देखा और उसके बाद का भी। वे उन कवियों में से एक हैं जिन्होंने व्यापक समाज में काम करते हुए भारत के भीतर विद्यमान हाहाकार, रुदन को देखा, परखा और करुण होकर अन्धकार को दूर करने वाली दृष्टि देने की कोशिश की। न केवल उनका काव्य बल्कि उनके सामाजसुधार के कार्य और महिलाओं के प्रति चेतना भावना भी इस दृष्टि से प्रभावित रहे। उन्होंने मन की पीड़ा को इतने स्नेह और शृंगार से सजाया कि दीपशिखा में वह जन-जन की पीड़ा के रूप में स्थापित हुई और उसने केवल पाठकों को ही नहीं समीक्षकों को भी गहराई तक प्रभावित किया। उन्होंने खड़ी बोली हिन्दी की कविता में उस कोमल शब्दावली का विकास किया जो अभी तक केवल बृजभाषा में ही संभव मानी जाती थी। इसके लिए उन्होंने अपने समय के अनुकूल संस्कृत और बांग्ला के कोमल शब्दों को चुनकर हिन्दी का जामा पहनाया। संगीत की जानकार होने के कारण उनके गीतों का नाद-सौंदर्य और पैनी उक्तियों की व्यंजना शैली अन्यत्र दुर्लभ है। उन्होंने अध्यापन से अपने कार्यजीवन की शुरूआत की और अंतिम समय तक वे प्रयाग महिला विद्यापीठ की प्रधानाचार्या बनी रहीं। उनका बाल-विवाह हुआ परंतु उन्होंने अविवाहित की भांति जीवन-यापन किया। प्रतिभावान कवयित्री और गद्य लेखिका महादेवी वर्मा साहित्य और संगीत में निपुण होने के साथ-साथ कुशल चित्रकार और सृजनात्मक अनुवादक भी थीं। उन्हें हिन्दी साहित्य के सभी महत्त्वपूर्ण पुरस्कार प्राप्त करने का गौरव प्राप्त है। भारत के साहित्य आकाश में महादेवी वर्मा का नाम ध्रुव तारे की भांति प्रकाशमान है। गत शताब्दी की सर्वाधिक लोकप्रिय महिला साहित्यकार के रूप में वे जीवन भर पूजनीय बनी रहीं। वर्ष २००७ उनकी जन्म शताब्दी के रूप में मनाया गया।२७ अप्रैल १९८२ को भारतीय साहित्य में अतुलनीय योगदान के लिए ज्ञानपीठ पुरस्कार से इन्हें सम्मानित किया गया था। गूगल ने इस दिवस की याद में वर्ष २०१८ में गूगल डूडल के माध्यम से मनाया । .

नई!!: १९८३ और महादेवी वर्मा · और देखें »

माँ (1983 फ़िल्म)

माँ 1983 में बनी बंगाली भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९८३ और माँ (1983 फ़िल्म) · और देखें »

माइकल चोपड़ा

माइकल चोपड़ा रॉकी माइकल चोपड़ा (जन्म 23 दिसंबर 1983 in Newcastle upon Tyne) एक अंग्रेजी फुटबॉल खिलाड़ी हैं। इनकी माँ ब्रिटिश एवं पिता भारतीय हैं। वह प्रीमियर लीग में ऐसे पहले खिलाड़ी हैं जिनके माता या पिता भारतीय मूल से हैं। वह न्यूकैसेल यूनाइटेड की अकादमी से निकलने के पश्चात कार्डिफ सिटी की फुटबॉल टीम की तरफ से फुटबॉल खेलते हैं। 11 जुलाई को संडरलैंड क्लब ने उनको £5,000,000 (£5m) की फीस देकर कार्डिफ सिटी से खरीद लिया है। श्रेणी:इंगलैंड के फुटबॉल खिलाड़ी.

नई!!: १९८३ और माइकल चोपड़ा · और देखें »

माइकल डगलस

माइकल कर्क डगलस (जन्म 25 सितंबर 1944) मुख्यतः फिल्मों और टेलीविजिन के एक अमरीकी अभिनेता और निर्माता हैं। उन्हें एक एमी, एक गोल्डन ग्लोब और दो एकेडमी अवार्ड्स, पहला 1975 की सर्वश्रेष्ठ फिल्म वन फ़्लियु ओवर द कुकूज़ नेस्ट के निर्माता के रूप में और 1987 में वॉल स्ट्रीट में उनकी भूमिका के लिये सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के रूप में, से सम्मानित किया गया था। 2009 में डगलस ने AFI जीवन उपलब्धि पुरस्कार प्राप्त किया। .

नई!!: १९८३ और माइकल डगलस · और देखें »

मिलवॉकी बक्स

श्रेणी:नेशनल बास्केटबॉल असोसिएशन.

नई!!: १९८३ और मिलवॉकी बक्स · और देखें »

मवाली (1983 फ़िल्म)

मवाली १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: १९८३ और मवाली (1983 फ़िल्म) · और देखें »

मंडी (1983 फ़िल्म)

मंडी १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: १९८३ और मंडी (1983 फ़िल्म) · और देखें »

मुझे इंसाफ चाहिये (1983 फ़िल्म)

मुझे इंसाफ चाहिये १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। मिथुन ने इस फ़िल्म में एक रईस बदमाश लड़के का किरदार निभाया है जो की एक लड़की को छुट्टे वादे कर प्रेम में फसाकर गर्भबती कर देता है। वोह लड़की बाद में अपने होने वाले बच्चे को इन्साफ दिलाने ले लिए रेखा जो की एक वकील है कि सहयता से इन्साफ के लिए लड़ाई लड़ती है। .

नई!!: १९८३ और मुझे इंसाफ चाहिये (1983 फ़िल्म) · और देखें »

मैथिली पत्रकारिता का इतिहास

मैथिली पत्रकारिता का इतिहास मैथिली भाषा के विख्यात साहित्यकार चंद्रनाथ मिश्र ‘अमर’ द्वारा रचित एक सर्वेक्षण है जिसके लिये उन्हें सन् 1983 में मैथिली भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९८३ और मैथिली पत्रकारिता का इतिहास · और देखें »

मैनचेस्टर यूनाइटेड एफ़.सी.

मैनचेस्टर युनाइटेड फुटबॉल क्लब ग्रेटर मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रेफोर्ड में स्थित एक इंग्लिश फुटबॉल क्लब है जो दुनिया में सबसे अधिक लोकप्रिय फुटबॉल क्लबों में से एक है। क्लब 1992 में प्रीमियर लीग का एक संस्थापक सदस्य था और सिवाए 1974-75 के सत्र के, 1938 के बाद से ही, इंग्लिश फुटबॉल की शीर्ष श्रेणी में खेलता रहा है। 1964-65 के बाद से ही सभी छह सत्रों के दौरान क्लब में दर्शकों की औसत उपस्थिति इंग्लिश फुटबॉल की किसी भी अन्य टीम के मुकाबले अधिक रही है। 2008-09 प्रीमियर लीग और 2008 फीफा क्लब विश्व कप जीतने के साथ ही मैनचेस्टर युनाइटेड इंग्लिश चैंपियन और क्लब विश्व कप के श्रेष्ठ धारक बन गये हैं। क्लब इंग्लिश फुटबॉल क्लब के इतिहास में सबसे सफल क्लबों में से एक है और नवंबर 1986 में एलेक्स फर्ग्यूसन के मैनेजर बनने के बाद इसने 22 बड़े पुरस्कार अर्जित किये हैं। सन् 1968 में बेन्फिका को 4-1 से हरा कर यूरोपीय कप जीतने वाला यह पहला इंग्लिश क्लब बना.

नई!!: १९८३ और मैनचेस्टर यूनाइटेड एफ़.सी. · और देखें »

मैं आवारा हूँ (1983 फ़िल्म)

मैं आवारा हूँ १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: १९८३ और मैं आवारा हूँ (1983 फ़िल्म) · और देखें »

मेंहदी (1983 फ़िल्म)

मेंहदी १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: १९८३ और मेंहदी (1983 फ़िल्म) · और देखें »

रामकृष्ण खत्री

रामकृष्ण खत्री (जन्म: ३ मार्च १९०२ महाराष्ट्र, मृत्यु: १८ अक्टूबर १९९६ लखनऊ) भारत के एक प्रमुख क्रान्तिकारी थे। उन्होंने हिन्दुस्तान प्रजातन्त्र संघ का विस्तार मध्य भारत और महाराष्ट्र में किया था। उन्हें काकोरी काण्ड में १० वर्ष के कठोर कारावास की सजा दी गयी। हिन्दी, मराठी, गुरुमुखी तथा अंग्रेजी के अच्छे जानकार खत्री ने शहीदों की छाया में शीर्षक से एक पुस्तक भी लिखी थी जो नागपुर से प्रकाशित हुई थी। स्वतन्त्र भारत में उन्होंने भारत सरकार से मिलकर स्वतन्त्रता संग्राम के सेनानियों की सहायता के लिये कई योजनायें भी बनवायीं। काकोरी काण्ड की अर्द्धशती पूर्ण होने पर उन्होंने काकोरी शहीद स्मृति के नाम से एक ग्रन्थ भी प्रकाशित किया था। लखनऊ से बीस मील दूर स्थित काकोरी शहीद स्मारक के निर्माण में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। १८ अक्टूबर १९९६ को ९४ वर्ष की आयु में उनका देहान्त हुआ। .

नई!!: १९८३ और रामकृष्ण खत्री · और देखें »

राज कपूर

राज कपूर (१९२४-१९८८) प्रसिद्ध अभिनेता, निर्माता एवं निर्देशक थे। नेहरूवादी समाजवाद से प्रेरित अपनी शुरूआती फ़िल्मों से लेकर प्रेम कहानियों को मादक अंदाज से परदे पर पेश करके उन्होंने हिंदी फ़िल्मों के लिए जो रास्ता तय किया, इस पर उनके बाद कई फ़िल्मकार चले। भारत में अपने समय के सबसे बड़े 'शोमैन' थे। सोवियत संघ और मध्य-पूर्व में राज कपूर की लोकप्रियता दंतकथा बन चुकी है। उनकी फ़िल्मों खासकर श्री ४२० में बंबई की जो मूल तस्वीर पेश की गई है, वह फ़िल्म निर्माताओं को अभी भी आकर्षित करती है। राज कपूर की फ़िल्मों की कहानियां आमतौर पर उनके जीवन से जुड़ी होती थीं और अपनी ज्यादातर फ़िल्मों के मुख्य नायक वे खुद होते थे। .

नई!!: १९८३ और राज कपूर · और देखें »

राजपूत श्रेणी के विनाशक पोत

भारतीय युद्ध पोत रणविजय भारतीय नौसेना के राजपूत श्रेणी के विनाशक पोत रूसी विनाशक पोत काशीन के आधुनिक वंशज हैं। यह श्रेणी भारतीय नौसेना की वह पहली विनाशक पोतो के श्रेणी है जिसे ब्रह्मोस प्रक्षेपास्त्र से लेस किया गया हैं। .

नई!!: १९८३ और राजपूत श्रेणी के विनाशक पोत · और देखें »

राजा भालेंद्र सिंह

राजा भालेंद्र सिंह को सन १९८३ में भारत सरकार द्वारा खेल के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये दिल्ली से हैं। श्रेणी:१९८३ पद्म भूषण.

नई!!: १९८३ और राजा भालेंद्र सिंह · और देखें »

रिचर्ड गेयर

रिचर्ड टिफेनी गेयर (जन्म - 31 अगस्त,1949) एक अमेरिकी अभिनेता हैं। उन्होंने अपने अभिनय की शुरुआत 1970 के दशक में की और अमेरिकन जिगोलो ' नामक फ़िल्म में अपने किरदार से 1980 में वे प्रमुखता में आये, जिसने उन्हें एक अग्रणी अभिनेता और एक यौन प्रतीक के रूप में स्थापित किया। इसके बाद उन्होंने ऍन ऑफिसर एंड अ जेंटलमैन, प्रीटी वुमन, प्राइमल फियर तथा शिकागो आदि कई सफल फ़िल्मों में अभिनय किया, जिनके लिए उन्होंने सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के रूप में एक गोल्डेन ग्लोब अवार्ड तथा साथ ही सर्वश्रेष्ठ कास्ट के हिस्से के रूप में स्क्रीन एक्टर्स गिल्ड अवार्ड जीता.

नई!!: १९८३ और रिचर्ड गेयर · और देखें »

रज़िया सुल्तान (1983 फ़िल्म)

रज़िया सुल्ताना १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: १९८३ और रज़िया सुल्तान (1983 फ़िल्म) · और देखें »

रंग पट्टिकाओं की सूची

यह एक लेख है, जो कम्प्यूटर ग्राफिक्स्, टर्मिनल एवं वीडियो गेम्स के प्रदर्शकों हेतु बना है। रंग पट्टिका, जिसे रंग पैलेट भी कहते हैं, उसका केवल मात्र एक एक नमूना ही यहाँ दिया है। नमूना परिक्षण सारणी, दी गई है। |- || चित्र:RGB 24bits palette sample image.jpg || चित्र:RGB 24bits palette color test chart.png | .

नई!!: १९८३ और रंग पट्टिकाओं की सूची · और देखें »

रंग बिरंगी (1983 फ़िल्म)

रंग बिरंगी १९८३ में निर्मित एक हिन्दी फ़िल्म है। यह दो दोस्तों की कहानी है जिनमें से एक अपने दोस्त की शादी शुदा जिंदगी में रस भरने के लिए एक मजाक करता है पर फिर खुद ही उसका शिकार बन जाता है। .

नई!!: १९८३ और रंग बिरंगी (1983 फ़िल्म) · और देखें »

रीडिंग रेनबो

रीडिंग रेनबो (अंग्रेज़ी: Reading Rainbow) एक अमेरिकी बच्चों के टेलीविजन श्रृंखला अमेरिका में पीबीएस पर प्रसारित होता है से ६ जून, १९८३ को १० नवंबर, २००६। श्रृंखला प्रत्येक प्रकरण बाल साहित्य से प्रेरित कहानी पर ध्यान केंद्रित, पढ़ने के लिए बच्चों को प्रोत्साहित करती है। श्रृंखला के द्वारा प्रस्तुत किया जाता है लिवर बरटॉन, एक सेलिब्रिटी के साथ प्रत्येक प्रकरण। शो से विभिन्न पात्रों के बीच भाव शामिल किया जा सकता है: माइकल अंसारा, स्वाद फलव, बिल कॉस्बी, हल्क होगन, हेक्टर एलीज़ोंडो, पीटर फलक, रिचर्ड गेरे, रिचर्ड लायनेल, भागो डीएमसी, बॉबी म्क्फ्रिन और ज़ेल्डा रुबिनस्टाइन। इंद्रधनुष पढ़ना पीबॉडी पुरस्कार और एमी पुरस्कार छब्बीस, श्रेणी में हैं, जिनमें से दस जीता है "बच्चों के लिए सबसे अच्छा श्रृंखला।" खंडों या कहानियों में से एक नंबर के माध्यम से पता लगाया गया था जो एक किताब, या अन्य बच्चों के साहित्य, से एक विषय पर केंद्रित प्रत्येक प्रकरण। इस शो में भी बच्चों को वे पुस्तकालय में गया था जब के लिए देखने के लिए पुस्तकों की सिफारिश की। यह तीसरी सबसे लंबे समय तक चल ​​रहा है बच्चों की श्रृंखला है में पीबीएस इतिहास, के बाद मिस्टर रोजर्स 'नेबरहुड और सीस्मी स्ट्रीट संयुक्त राज्य अमेरिका में। यह भी था पहले पीबीएस शो में से एक प्रसारित किया स्टीरियो में। .

नई!!: १९८३ और रीडिंग रेनबो · और देखें »

लाल चुनरिया (1983 फ़िल्म)

लाल चुनरिया १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: १९८३ और लाल चुनरिया (1983 फ़िल्म) · और देखें »

लव इन गोआ (1983 फ़िल्म)

लव इन गोआ १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: १९८३ और लव इन गोआ (1983 फ़िल्म) · और देखें »

लुईस हैमिल्टन

लुईस कार्ल डेविडसन हैमिल्टन MBE (इंग्लैंड के हर्टफोर्डशायर के स्टेवेनेज में 7 जनवरी 1985 में जन्म) फॉर्मूला वन रेसिंग के ब्रिटिश ड्राइवर हैं, जो वर्तमान में मैकलेरन मर्सिडीज टीम के लिए रेसिंग करते हैं और फार्मुला वन के आज तक के सबसे युवा विश्व चैम्पियन हैं। दस वर्ष की उम्र में हैमिल्टन ने ऑटोस्पोर्ट पुरस्कार समारोह में मैकलेरन टीम के प्रमुख रोन डेनिस से संपर्क किया और उनसे कहा कि, "एक दिन मैं आपके लिए रेस करना चाहता हूं...मैं मैकलेरन के लिए रेस करना चाहता हूं.

नई!!: १९८३ और लुईस हैमिल्टन · और देखें »

लैटर–डे साम्स

लैटर–डे साम्स अंग्रेज़ी भाषा के विख्यात साहित्यकार निस्सीम एज़ेकिएल द्वारा रचित एक कविता–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1983 में अंग्रेज़ी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९८३ और लैटर–डे साम्स · और देखें »

लॉस एंजेल्स लेकर्स

श्रेणी:नेशनल बास्केटबॉल असोसिएशन - पैसिफिक डिवीज़न श्रेणी:नेशनल बास्केटबॉल असोसिएशन - पश्चिमी कांफ्रेंस श्रेणी:नेशनल बास्केटबॉल असोसिएशन.

नई!!: १९८३ और लॉस एंजेल्स लेकर्स · और देखें »

शुभ कामना (1983 फ़िल्म)

शुभ कामना १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: १९८३ और शुभ कामना (1983 फ़िल्म) · और देखें »

श्री शंबुलिंगेश्वर विजयचंपू

श्री शंबुलिंगेश्वर विजयचंपू विख्यात संस्कृत साहित्यकार पंढरीनाथाचार्य गलगली द्वारा रचित एक जीवनी है जिसके लिये उन्हें सन् 1983 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९८३ और श्री शंबुलिंगेश्वर विजयचंपू · और देखें »

श्रीदेवी

श्रीदेवी (जन्म: श्री अम्मा येंजर अय्यपन; १३ अगस्त १९६३ – २४ फरवरी २०१८) एक भारतीय फ़िल्म अभिनेत्री थीं, जिन्होंने तमिल, मलयालम, तेल्गु, कन्नड़ और हिन्दी सिनेमा में काम किया था। भारतीय सिनेमा की पहली "महिला सुपरस्टार" कही जाने वाली श्रीदेवी ने पाँच फिल्मफेयर पुरस्कार भी प्राप्त किये। १९८० और १९९० के दशक में श्रीदेवी सबसे अधिक वेतन प्राप्त करने वाली अभिनेत्रयों में शामिल थीं, और उन्हें उस युग की सबसे लोकप्रिय अभिनेत्री माना जाता है। २०१३ में भारत सरकार ने उन्हें पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया। १९७५ की फिल्म जूली से उन्होंने हिन्दी सिनेमा में बाल अभिनेत्री के रूप में प्रवेश किया था। अपनी पहली फिल्म मून्द्र्हु मुदिछु नामक तमिल में थी। श्रीदेवी का बॉलीवुड में प्रवेश १९७८ की फिल्म सोलहवाँ सावन से हुआ। लेकिन उन्हे सबसे अधिक पहचान १९८३ की फिल्म हिम्मतवाला से मिली। सदमा, नागिन,निगाहें, मिस्टर इन्डिया, चालबाज़, लम्हे, ख़ुदागवाह और जुदाई उनकी प्रसिद्ध फ़िल्में हैं। २४ फरवरी २०१८ को दुबई में उनका निधन हुआ। अपने फिल्मी करियर में श्रीदेवी ने 63 हिंदी, 62 तेलुगु, 58 तमिल, 21 मलयालम तथा कुछ कन्नड़ फिल्मों में भी काम किया। .

नई!!: १९८३ और श्रीदेवी · और देखें »

श्रीलंकाई गृहयुद्ध का इतिहास

श्रीलंकाई गृहयुद्ध श्रीलंका में बहुसंख्यक सिंहला और अल्पसंख्यक तमिलो के बीच २३ जुलाई, १९८३ से आरंभ हुआ गृहयुद्ध है। मुख्यतः यह श्रीलंकाई सरकार और अलगाववादी गुट लिट्टे के बीच लड़ा जाने वाला युद्ध है। ३० महीनों के सैन्य अभियान के बाद मई २००९ में श्रीलंकाई सरकार ने लिट्टे को परास्त कर दिया। लगभग २५ वर्षों तक चले इस गृहयुद्ध में दोनों ओर से बड़ी संख्या में लोग मारे गए और यह युद्ध द्वीपीय राष्ट्र की अर्थव्यस्था और पर्यावरण के लिए घातक सिद्ध हुआ। लिट्टे द्वारा अपनाई गई युद्ध-नीतियों के चलते ३२ देशों ने इसे आतंकवादी गुटो की श्रेणी में रखा जिनमें भारत, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, यूरोपीय संघ के बहुत से सदस्य राष्ट्र और अन्य कई देश हैं। एक-चौथाई सदी तक चले इस जातीय संघर्ष में सरकारी आँकड़ों के अनुसार ही लगभग ८०,००० लोग मारे गए हैं। .

नई!!: १९८३ और श्रीलंकाई गृहयुद्ध का इतिहास · और देखें »

श्रीकांत वर्मा

श्रीकांत वर्मा (Shrikant verma) (१८ नवंबर १९३१- १९८६) का जन्म बिलासपुर (bilaspur), मध्य प्रदेश में हुआ। वे गीतकार, कथाकार तथा समीक्षक के रूप में जाने जाते हैं। ये राजनीति से भी जुडे थे तथा लोकसभा के सदस्य रहे। १९५७ में प्रकाशित भटका मेघ, १९६७ में प्रकाशित मायादर्पण और दिनारम्भ, १९७३ में प्रकाशित जलसाघर और १९८४ में प्रकाशित मगध इनकी काव्य-कृतियाँ हैं। 'झाडियाँ तथा 'संवाद इनके कहानी-संग्रह है। 'बीसवीं शताब्दी के अंधेरे में एक आलोचनात्मक ग्रंथ है। उनकी प्रारंभिक शिक्षा बिलासपुर(bilaspur) तथा रायपुर(raipur) में हुई तथा नागपुर विश्वविद्यालय से १९५६ में उन्होंने हिन्दी साहित्य में स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त की। इसके बाद वे दिल्ली चले गए और वहाँ विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में लगभग एक दशक तक पत्रकार के रूप में कार्य किया। १९६६ से १९७७ तक वे दिनमान के विशेष संवाददाता रहे। १९७६ में काँग्रेस के के टिकट पर चुनाव जीतकर वे राज्य सभा के सदस्य बने। और सत्तरवें दशक के उत्तरार्ध से ८०वें दशक के पूर्वार्ध तक पार्टी के प्रवक्ता के रूप में कार्य करते रहे। १९८० में वे इंदिरा गांधी के राष्ट्रीय चुनाव अभियान के प्रमुख प्रबंधक रहे और १९८४ में राजीव गांधी के परामर्शदाता तथा राजनीतिक विश्लेषक के रूप में कार्य करते रहे। कांग्रेस को अपना "गरीबी हटाओ" का अमर स्लोगन दिया.

नई!!: १९८३ और श्रीकांत वर्मा · और देखें »

शैलेश मटियानी

शैलेश मटियानी (१४ अक्टूबर १९३१ - २४ अप्रैल २००१) आधुनिक हिन्दी साहित्य-जगत् में नयी कहानी आन्दोलन के दौर के कहानीकार एवं प्रसिद्ध गद्यकार थे। उन्होंने 'बोरीवली से बोरीबन्दर' तथा 'मुठभेड़', जैसे उपन्यास, चील, अर्धांगिनी जैसी कहानियों के साथ ही अनेक निबंध तथा प्रेरणादायक संस्मरण भी लिखे हैं। उनके हिन्दी साहित्य के प्रति प्रेरणादायक समर्पण व उत्कृष्ट रचनाओं के फलस्वरूप आज भी उत्तराखण्ड सरकार द्वारा उत्तराखण्ड राज्य में पुरस्कार का वितरण होता है। .

नई!!: १९८३ और शैलेश मटियानी · और देखें »

सत्तांतर

सत्तांतर मराठी भाषा के विख्यात साहित्यकार व्यंकटेश माडगूळकर द्वारा रचित एक उपन्यास है जिसके लिये उन्हें सन् 1983 में मराठी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९८३ और सत्तांतर · और देखें »

सत्यजित राय

सत्यजित राय (बंगाली: शॉत्तोजित् राय्) (२ मई १९२१–२३ अप्रैल १९९२) एक भारतीय फ़िल्म निर्देशक थे, जिन्हें २०वीं शताब्दी के सर्वोत्तम फ़िल्म निर्देशकों में गिना जाता है। इनका जन्म कला और साहित्य के जगत में जाने-माने कोलकाता (तब कलकत्ता) के एक बंगाली परिवार में हुआ था। इनकी शिक्षा प्रेसिडेंसी कॉलेज और विश्व-भारती विश्वविद्यालय में हुई। इन्होने अपने कैरियर की शुरुआत पेशेवर चित्रकार की तरह की। फ़्रांसिसी फ़िल्म निर्देशक ज़ाँ रन्वार से मिलने पर और लंदन में इतालवी फ़िल्म लाद्री दी बिसिक्लेत (Ladri di biciclette, बाइसिकल चोर) देखने के बाद फ़िल्म निर्देशन की ओर इनका रुझान हुआ। राय ने अपने जीवन में ३७ फ़िल्मों का निर्देशन किया, जिनमें फ़ीचर फ़िल्में, वृत्त चित्र और लघु फ़िल्में शामिल हैं। इनकी पहली फ़िल्म पथेर पांचाली (পথের পাঁচালী, पथ का गीत) को कान फ़िल्मोत्सव में मिले “सर्वोत्तम मानवीय प्रलेख” पुरस्कार को मिलाकर कुल ग्यारह अन्तरराष्ट्रीय पुरस्कार मिले। यह फ़िल्म अपराजितो (অপরাজিত) और अपुर संसार (অপুর সংসার, अपु का संसार) के साथ इनकी प्रसिद्ध अपु त्रयी में शामिल है। राय फ़िल्म निर्माण से सम्बन्धित कई काम ख़ुद ही करते थे — पटकथा लिखना, अभिनेता ढूंढना, पार्श्व संगीत लिखना, चलचित्रण, कला निर्देशन, संपादन और प्रचार सामग्री की रचना करना। फ़िल्में बनाने के अतिरिक्त वे कहानीकार, प्रकाशक, चित्रकार और फ़िल्म आलोचक भी थे। राय को जीवन में कई पुरस्कार मिले जिनमें अकादमी मानद पुरस्कार और भारत रत्न शामिल हैं। .

नई!!: १९८३ और सत्यजित राय · और देखें »

सदमा (1983 फ़िल्म)

सदमा १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: १९८३ और सदमा (1983 फ़िल्म) · और देखें »

सर रिचर्ड सैम्युअल एट्टेनबरो

सर रिचर्ड सैम्युअल एट्टेनबरो को सन १९८३ में भारत सरकार द्वारा कला के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये संयुक्त राजशाही से हैं। श्रेणी:१९८३ पद्म भूषण.

नई!!: १९८३ और सर रिचर्ड सैम्युअल एट्टेनबरो · और देखें »

सिंगनल्लूर पुट्टस्वामैया मुत्तुराज राजकुमार

सिंगनल्लूर पुट्टस्वामैया मुत्तुराज राजकुमार को सन १९८३ में भारत सरकार द्वारा कला के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये कर्नाटक से हैं। .

नई!!: १९८३ और सिंगनल्लूर पुट्टस्वामैया मुत्तुराज राजकुमार · और देखें »

संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान

संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (SGPGIMS) भारत का एक उत्कृष्ट आयुर्विज्ञान संस्थान है। यह लखनऊ, उत्तर प्रदेश में स्थित है। इसकी स्थापना १९८३ में हुई थी। यह संस्थान रायबरेली मार्ग पर मुख्य शहर से १५ किमी की दूरी पर स्थित है। यह संस्थान तथा इसका आवासीय प्रांगण ५५० एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। यह संस्थान तृतियक चिकित्सा सुविधा प्रदान करता है तथा अति-विशेषज्ञता शिक्षण, प्रशिशण और अनुसंधान सुविधा प्रदान करता है। यह DM, MCh, MD, Ph.D., पोस्टडॉक्टोरल फेलोशिप (PDF) तथा पोस्टडॉक्टोरल सर्टिफिकेट कोर्स (PDCC) और सीनियर रेजिडेंसी प्रदान करता है। .

नई!!: १९८३ और संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान · और देखें »

सुदीर्घ दिन अरु ऋतु

सुदीर्घ दिन अरु ऋतु असमिया भाषा के विख्यात साहित्यकार निर्मलाप्रभा बारदोलोइ द्वारा रचित एक कविता–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1983 में असमिया भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९८३ और सुदीर्घ दिन अरु ऋतु · और देखें »

सुन मेरी लैला (1983 फ़िल्म)

सुन मेरी लैला १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: १९८३ और सुन मेरी लैला (1983 फ़िल्म) · और देखें »

सुप्रिया पाठक

सुप्रिया पाठक हिन्दी एवं मराठी फिल्मों की एक प्रसिद्ध अभिनेत्री हैं। .

नई!!: १९८३ और सुप्रिया पाठक · और देखें »

सुबोधचंद्र सेनगुप्ता

सुबोधचंद्र सेनगुप्ता को सन १९८३ में भारत सरकार द्वारा साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल से हैं। श्रेणी:१९८३ पद्म भूषण.

नई!!: १९८३ और सुबोधचंद्र सेनगुप्ता · और देखें »

सुशील कुमार (पहलवान)

---- सुशील कुमार (जन्म: २६ मई १९८३) भारत के एक कुश्ती पहलवान हैं जो 2012 के लंदन ओलंपिक में रजत पदक, 2008 के बीजिंग ओलंपिक में कांस्य पदक जीतकर लगातार दो ओलम्पिक मुकाबलों में व्यक्तिगत पदक जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने। २००८ ओलम्पिक में 66 किग्रा फ्रीस्टाइल में कजा‍खिस्तान के लियोनिड स्प्रिडोनोव को हरा कांस्य पदक जीत कर उन्होंने ५६ साल बाद १९५२ के इतिहास को एक बार फिर से दोहराया जब यह पदक महाराष्ट्र के खशाबा जाधव ने जीता था। सुशील, सतपाल पहलवान के शिष्य हैं। सुशील कुमार के लिए दिल्ली सरकार ने ५० लाख के इनाम की घोषणा की जबकि रेलवे ने ५५ लाख और हरियाणा सरकार ने २५ लाख के इनाम की घोषणा की है। 2010 तथा 2014 राष्ट्रमण्डल खेलों में इन्होंने स्वर्ण पदक प्राप्त किया। मंजीत दूबे dhyeya IAS .

नई!!: १९८३ और सुशील कुमार (पहलवान) · और देखें »

स्वराज पाउल

स्वराज पाउल को सन १९८३ में भारत सरकार द्वारा समाज सेवा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये संयुक्त राजशाही से हैं। श्रेणी:१९८३ पद्म भूषण.

नई!!: १९८३ और स्वराज पाउल · और देखें »

सौतन (1983 फ़िल्म)

सौतन १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: १९८३ और सौतन (1983 फ़िल्म) · और देखें »

सैन एंटोनियो स्पर्स

श्रेणी:नेशनल बास्केटबॉल असोसिएशन.

नई!!: १९८३ और सैन एंटोनियो स्पर्स · और देखें »

सूरज प्रकाश मल्होत्रा

सूरज प्रकाश मल्होत्रा को सन १९८३ में भारत सरकार द्वारा प्रशासनिक सेवा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये दिल्ली के हैं। श्रेणी:१९८३ पद्म भूषण.

नई!!: १९८३ और सूरज प्रकाश मल्होत्रा · और देखें »

हम से है ज़माना (1983 फ़िल्म)

हम से है ज़माना १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: १९८३ और हम से है ज़माना (1983 फ़िल्म) · और देखें »

हमसे ना जीता कोई (1983 फ़िल्म)

हमसे ना जीता कोई १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: १९८३ और हमसे ना जीता कोई (1983 फ़िल्म) · और देखें »

हादसा (1983 फ़िल्म)

हादसा १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: १९८३ और हादसा (1983 फ़िल्म) · और देखें »

हाशिम आमला

हाशिम आमला (कभी कभी अमला) एक दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट खिलाड़ी हैं। जिनका जन्म 31 मार्च 1983 को दक्षिण अफ्रीका के नटाल प्रांत के डरबन शहर मेंहुआ था वो दाएं हाथ के उच्चक्रम के बल्लेबाज़ हैं और टेस्ट मुकाबलों में तीसरे स्थान पर बल्लेबाज़ी करते हैं, जबकि सीमित ओवरों के मुकाबलों में उन्हें अक्सर सलामी बल्लेबाज़ के तौर पर मैदान में उतारा जाता है। वो अक्सर अपनी टीम की ओर से दाएं हाथ से मध्यम तेज गति से गेंदबाजी भी करते हैं। .

नई!!: १९८३ और हाशिम आमला · और देखें »

हीरो (1983 फ़िल्म)

हीरो १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। अनिल जयसवाल ने बनायी है| .

नई!!: १९८३ और हीरो (1983 फ़िल्म) · और देखें »

जाने भी दो यारों (1983 फ़िल्म)

जाने भी दो यारों १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की व्यंगात्मक तथा हास्य फ़िल्म है। .

नई!!: १९८३ और जाने भी दो यारों (1983 फ़िल्म) · और देखें »

जेते पारि किन्तु केनो जाबो

जेते पारि किन्तु केनो जाबो बंगाली भाषा के विख्यात साहित्यकार शक्ति चट्टोपाध्याय द्वारा रचित एक कविता–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1983 में बंगाली भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९८३ और जेते पारि किन्तु केनो जाबो · और देखें »

जेनीफर हॉकिन्स

जेनीफर हॉकिन्स (जन्म 22 दिसंबर 1983) वर्ष २००४ की मिस यूनीवर्स थीं। .

नई!!: १९८३ और जेनीफर हॉकिन्स · और देखें »

जॉन मेकनरो

श्रेणी:टेनिस खिलाड़ी श्रेणी:पुरुष टेनिस खिलाड़ी श्रेणी:टेनिस ग्रैंड स्लैम विजेता.

नई!!: १९८३ और जॉन मेकनरो · और देखें »

जी ज़ैंग

जी ज़ैंग (जन्म: 5 जुलाई, 1983) एक चीन की टेनिस खिलाड़ी हैं। She was born in चेंग्डू, Sichuan province.

नई!!: १९८३ और जी ज़ैंग · और देखें »

जीवन समरम्

जीवन समरम् तेलुगू भाषा के विख्यात साहित्यकार रावूरि भारद्वाज द्वारा रचित एक रेखाचित्र है जिसके लिये उन्हें सन् 1983 में तेलुगू भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९८३ और जीवन समरम् · और देखें »

वान्टेड (1983 फ़िल्म)

वान्टेड १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: १९८३ और वान्टेड (1983 फ़िल्म) · और देखें »

विलियम ए फोलर

विलियम ए फोलर अमेरिका के प्रसिद्द वैज्ञानिक थे। 1983 में इन्हें भौतिक विज्ञान में नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया। श्रेणी:वैज्ञानिक श्रेणी:नोबेल पुरस्कार विजेता श्रेणी:1911 में जन्मे लोग.

नई!!: १९८३ और विलियम ए फोलर · और देखें »

विश्व हिन्दी सम्मेलन

विश्व हिन्दी सम्मेलन हिन्दी भाषा का सबसे बड़ा अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन है, जिसमें विश्व भर से हिन्दी विद्वान, साहित्यकार, पत्रकार, भाषा विज्ञानी, विषय विशेषज्ञ तथा हिन्दी प्रेमी जुटते हैं। अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर हिन्दी के प्रति जागरुकता पैदा करने, समय-समय पर हिन्दी की विकास यात्रा का आकलन करने, लेखक व पाठक दोनों के स्तर पर हिन्दी साहित्य के प्रति सरोकारों को और दृढ़ करने, जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में हिन्दी के प्रयोग को प्रोत्साहन देने तथा हिन्दी के प्रति प्रवासी भारतीयों के भावुकतापूर्ण व महत्त्वपूर्ण रिश्तों को और अधिक गहराई व मान्यता प्रदान करने के उद्देश्य से १९७५ में विश्व हिन्दी सम्मेलनों की शृंखला शुरू हुई। इस बारे में पूर्व प्रधानमन्त्री स्व० श्रीमती इन्दिरा गान्धी ने पहल की थी। पहला विश्व हिन्दी सम्मेलन राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, वर्धा के सहयोग से नागपुर में सम्पन्न हुआ जिसमें प्रसिद्द हिंदी साहित्यकार विनोबा भावे ने अपना विवेक सन्देश भेजा। प्रारंभ में इसका आयोजन हर चौथे वर्ष आयोजित किया जाता था लेकिन अब यह अंतराल घटाकर ३ वर्ष कर दिया गया है। अब तक दस विश्व हिन्दी सम्मेलन हो चुके हैं- मारीशस, नई दिल्ली, पुन: मारीशस, त्रिनिडाड व टोबेगो, लन्दन, सूरीनाम न्यूयार्क और जोहांसबर्ग में। दसवाँ विश्व हिन्दी सम्मेलन २०१५ में भोपाल में आयोजित हुआ। २०१८ संस्करण का आयोजन मॉरीशस में प्रस्तावित है। .

नई!!: १९८३ और विश्व हिन्दी सम्मेलन · और देखें »

विष्णु गोविंद जोग

पंडित विष्णु गोविंद जोग को सन १९८३ में भारत सरकार द्वारा कला के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल से हैं। श्रेणी:१९८३ पद्म भूषण.

नई!!: १९८३ और विष्णु गोविंद जोग · और देखें »

विक्टर कोज़िन

विक्टर पक्की सड़क सम्पादन तकनीकी विज्ञान के उम्मीदवार (के.टी. पता) 1984 डिजाइन और जहाजों के निर्माण, विक्टर फ़ुटपाथ तकनीकी विज्ञान के डॉक्टर (डीटी n) 1994 विरूप्य ठोस यांत्रिकी.

नई!!: १९८३ और विक्टर कोज़िन · और देखें »

विक्रम सेठ

विक्रम सेठ विक्रम सेठ (जन्म 20 जून, 1952) भारतीय साहित्य में एक जाने माने नाम है। मुख्य रूप से ये उपन्यासकार और कवि हैं। इनकी पैदाइश और परवरिश कोलकाता में हुई। दून स्कूल और टानब्रिज स्कूल में इनकी प्रारंभिक शिक्षा हुई। आक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में इन्होंने दर्शनशास्त्र राजनीतिशास्त्र और अर्थशास्त्र का अध्यन किया, बाद में इन्होंने नानजिंग विश्वविद्यालय में क्लासिकल चीनी कविता का भी अध्यन किया। उन्हें उनके चार प्रमुख उपन्यासों के लिये जाना जाता है.

नई!!: १९८३ और विक्रम सेठ · और देखें »

वो सात दिन (1983 फ़िल्म)

वो सात दिन १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: १९८३ और वो सात दिन (1983 फ़िल्म) · और देखें »

वी दुरैस्वामी अयंगार

वी दुरैस्वामी अयंगार को सन १९८३ में भारत सरकार द्वारा कला के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये कर्नाटक से हैं। श्रेणी:१९८३ पद्म भूषण श्रेणी:कर्नाटक के लोग.

नई!!: १९८३ और वी दुरैस्वामी अयंगार · और देखें »

खूँटियों पर टँगे लोग

खूँटियों पर टँगे लोग हिन्दी के विख्यात साहित्यकार सर्वेश्वरदयाल सक्सेना द्वारा रचित एक कविता–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1983 में मरणोपरांत साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९८३ और खूँटियों पर टँगे लोग · और देखें »

गां मजलिस

गां मजलिस ओड़िया भाषा के विख्यात साहित्यकार हरेकृष्ण महताब द्वारा रचित एक निबंध–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1983 में ओड़िया भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९८३ और गां मजलिस · और देखें »

गा–गीत

गा–गीत राजस्थानी भाषा के विख्यात साहित्यकार मोहन आलोक द्वारा रचित एक कविता–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1983 में राजस्थानी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९८३ और गा–गीत · और देखें »

गुरु हनुमान

गुरु हनुमान (अंग्रेजी: Guru Hanuman, जन्म: १९०१, मृत्यु: १९९९) भारत के प्रख्यात कुश्ती प्रशिक्षक (कोच) तो थे ही, स्वयं बहुत अच्छे पहलवान भी थे। उन्‍होंने सम्‍पूर्ण विश्‍व में भारतीय कुश्‍ती को महत्‍वपूर्ण स्‍थान दिलाया। कुश्‍ती के क्षेत्र में विशेष उपलब्धियों के लिये उन्हें १९८३ में पद्मश्री पुरस्कार.

नई!!: १९८३ और गुरु हनुमान · और देखें »

गुरू घासीदास विश्‍वविद्यालय

गुरु घासीदास विश्‍वविद्यालय भारत का एक केन्द्रीय विश्वविद्यालय है। इसकी स्‍थापना 16 जून 1983 को तत्‍कालीन मध्‍यप्रदेश के बिलासपुर में हुई थी। मप्र के विभाजन के पश्‍चात बिलासपुर छत्तीसगढ़ में शामिल हो गया। जनवरी 2009 में केंद्र सरकार द्वारा संसद में पेश में केंद्रीय विश्‍वविद्यालय अधिनियम 2009 के माध्‍यम से इसे केंद्रीय विश्‍वविद्यालय का दर्जा दिया गया। औपचारिक रूप से गुरु घासीदास विश्वविद्यालय (GGU), राज्य विधानसभा के अधिनियम द्वारा स्थापित किया गया था, औपचारिक रूप से 16 जून 1983 को उद्घाटन किया गया। यह भारतीय विश्वविद्यालयों के संघ और राष्ट्रमंडल विश्वविद्यालय संघ का एक सक्रिय सदस्य है। राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) से बी+ के रूप में मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय है। सामाजिक और आर्थिक रूप से चुनौती वाले क्षेत्र में स्थित विश्वविद्यालय को उचित नाम, महान संत गुरू घासीदास (जन्म 17 वीं सदी में) के सम्मान स्वरूप दिया गया जिन्होने दलितों, सभी सामाजिक बुराइयों और समाज में प्रचलित अन्याय के खिलाफ एक अनवरत संघर्ष छेड़ा था। विश्वविद्यालय एक आवासीय सह सम्बद्ध संस्था है, इसका अधिकार क्षेत्र छत्तीसगढ़ राज्य के बिलासपुर राजस्व डिवीजन है। .

नई!!: १९८३ और गुरू घासीदास विश्‍वविद्यालय · और देखें »

गुलाम मुस्तफ़ा जतोई

गुलाम मुस्तफा जितोय गुलाम मुस्तफा जतोई पाकिस्तान राजनीतिज्ञ और पूर्व कार्यवाहक प्रधानमंत्री, नेशनल पीपल्स पार्टी के प्रमुख और प्रसिद्ध राजनेता गुलाम मुस्तफा जितोई 14 अगस्त 1931 को सिंध के जिला नवाब शाह क्षेत्र न्यू जितोई में पैदा हुए और लम्बी बीमारी के बाद 78 साल की उम्र में 20 नवंबर 2009 को लंदन में निधन हुए। .

नई!!: १९८३ और गुलाम मुस्तफ़ा जतोई · और देखें »

गुलिरमो विलास

श्रेणी:टेनिस खिलाड़ी श्रेणी:पुरुष टेनिस खिलाड़ी श्रेणी:टेनिस ग्रैंड स्लैम विजेता.

नई!!: १९८३ और गुलिरमो विलास · और देखें »

ग्रैंड स्लैम टेनिस विजेताओं की सूची

List of Men's Singles Grand Slam tournaments tennis champions: .

नई!!: १९८३ और ग्रैंड स्लैम टेनिस विजेताओं की सूची · और देखें »

गोपी कुमार पोदिला

गोपी कुमार पोदिला (१४ सितंबर, १९५७ - १२ फ़रवरी, २०१०) एक भारतीय-अमेरिकी जीवविज्ञानी, विख्यात विद्वान और हण्ट्सविल के अलाबामा विश्वविद्यालय में संकाय सदस्य थे। १२ फ़रवरी २०१० को विश्वविद्यालय में कथित रूप से अमी बिशप द्वारा की गई गोलीबारी में वे मारे गए तीन संकाय सदस्यों में से एक थे। वे विश्वविद्यालय के जैविकी विभाग में कुर्सीरत थे और उन्हें चिनार की पारिस्थितिकी और उनके माइकॉर्‍हिज़ल सिम्बायन्ट्स (mycorrhizal symbionts) में विशेष रुचि थी। .

नई!!: १९८३ और गोपी कुमार पोदिला · और देखें »

ऑपरेशन ब्लू स्टार

आपरेशन ब्लू स्टार भारतीय सेना द्वारा 3 से 6 जून 1984 को अमृतसर (पंजाब, भारत) स्थित हरिमंदिर साहिब परिसर को ख़ालिस्तान समर्थक जनरैल सिंह भिंडरावाले और उनके समर्थकों से मुक्त कराने के लिए चलाया गया अभियान था। पंजाब में भिंडरावाले के नेतृत्व में अलगाववादी ताकतें सशक्त हो रही थीं जिन्हें पाकिस्तान से समर्थन मिल रहा था। .

नई!!: १९८३ और ऑपरेशन ब्लू स्टार · और देखें »

आदि एम सेठना

आदि एम सेठना को सन १९८३ में भारत सरकार द्वारा प्रशासनिक सेवा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये दिल्ली से हैं। श्रेणी:१९८३ पद्म भूषण.

नई!!: १९८३ और आदि एम सेठना · और देखें »

आन्ध्र विश्वविद्यालय

आन्ध्र विश्वविद्यालय या आंध्र विश्व कला परिषद (ఆంధ్ర యూనివర్శిటి / ఆంధ్ర విశ్వకళాపరిషత్), विशाखापट्ट्नम, पूर्व तटीय आंध्र प्रदेश में स्थित भारत के प्राचीनतम प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में से एक है। इसकी स्थापना १९२५ में की गई थी। तब इस विश्वविद्यालय ने मद्रास विश्वविद्यालय के साथ एफिलिएशन योग्यताएं बांटीं थीं। यह एक सार्वजनिक विश्वविद्यालय है। यह 1926 में स्थापित किया गया। यह 250 हेक्टेयर (620 एकड़) के परिसर में स्थित है। .

नई!!: १९८३ और आन्ध्र विश्वविद्यालय · और देखें »

आले

आले डोगरी भाषा के विख्यात साहित्यकार वेद राही द्वारा रचित एक कहानी–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1983 में डोगरी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९८३ और आले · और देखें »

इमरान ख़ान (अभिनेता)

इमरान ख़ान (बांग्ला: ইমরান খ়ান), (जन्म: 13 जनवरी, 1983) एक भारतीय हिन्दी फ़िल्म के अभिनेता हैं। ये अभिनेता आमिर खान व निर्माता-निर्देशक मंसूर खान के भांजे है। खान ने २००८ में फ़िल्म जाने तू या जाने ना ने अभिनय क्षेत्र में पदार्पण किया था। इस फ़िल्म के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ नए अभिनेता का फ़िल्मफेयर पुरस्कार मिला था। उन्होंने बाद में आई हेट लव स्टोरीज़ (२०१०), देली बेली (२०११) और मेरे ब्रदर की दुल्हन (२०११) जैसी सफल फ़िल्मों में काम किया। .

नई!!: १९८३ और इमरान ख़ान (अभिनेता) · और देखें »

इली नासतासे

श्रेणी:टेनिस खिलाड़ी श्रेणी:पुरुष टेनिस खिलाड़ी श्रेणी:टेनिस ग्रैंड स्लैम विजेता.

नई!!: १९८३ और इली नासतासे · और देखें »

इवान लेंडल

श्रेणी:टेनिस खिलाड़ी श्रेणी:पुरुष टेनिस खिलाड़ी श्रेणी:टेनिस ग्रैंड स्लैम विजेता.

नई!!: १९८३ और इवान लेंडल · और देखें »

इंफोसिस

इन्फोसिस लिमिटेड एक बहुराष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी सेवा कंपनी मुख्यालय है जो बेंगलुरु, भारत में स्थित है। यह एक भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनियों में से एक है जिसके पास 30 जून 2008 को (सहायकों सहित) 94,379 से अधिक पेशेवर हैं। इसके भारत में 9 विकास केन्द्र हैं और दुनिया भर में 30 से अधिक कार्यालय हैं। वित्तीय वर्ष|वित्तीय वर्ष २००७-२००८ के लिए इसका वार्षिक राजस्व US$4 बिलियन से अधिक है, इसकी बाजार पूंजी US$30 बिलियन से अधिक है। .

नई!!: १९८३ और इंफोसिस · और देखें »

कतेयादळु हुडुगि

कतेयादळु हुडुगि कन्नड़ भाषा के विख्यात साहित्यकार यशवंत चित्ताल द्वारा रचित एक कहानी–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1983 में कन्नड़ भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९८३ और कतेयादळु हुडुगि · और देखें »

कथा (1983 फ़िल्म)

कथा १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: १९८३ और कथा (1983 फ़िल्म) · और देखें »

कराटे (1983 फ़िल्म)

कराटे १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: १९८३ और कराटे (1983 फ़िल्म) · और देखें »

कर्णगी ममा अमसुङ्कर्णगी अरोइबा याहिप

कर्णगी ममा अमसुंकर्णगी अरोइबा याहिप मणिपुरी भाषा के विख्यात साहित्यकार एन. ईबोबी सिंह द्वारा रचित एक नाटक है जिसके लिये उन्हें सन् 1983 में मणिपुरी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९८३ और कर्णगी ममा अमसुङ्कर्णगी अरोइबा याहिप · और देखें »

कलाकार (1983 फ़िल्म)

कलाकार १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: १९८३ और कलाकार (1983 फ़िल्म) · और देखें »

कश्मीर का इतिहास

भारत के उत्तरतम राज्य जम्मू और कश्मीर का इतिहास अति प्राचीन काल से आरंभ होता है। राजधानी में डल झील में एक शिकारे से दृश्य .

नई!!: १९८३ और कश्मीर का इतिहास · और देखें »

काया पलट (1983 फ़िल्म)

काया पलट १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: १९८३ और काया पलट (1983 फ़िल्म) · और देखें »

कार्मेलिन

कार्मेलिन कोंकणी भाषा के विख्यात साहित्यकार दामोदर मावज़ो द्वारा रचित एक उपन्यास है जिसके लिये उन्हें सन् 1983 में कोंकणी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९८३ और कार्मेलिन · और देखें »

किसी से न कहना (1983 फ़िल्म)

किसी से न कहना १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: १९८३ और किसी से न कहना (1983 फ़िल्म) · और देखें »

कुली (१९८३ फ़िल्म)

कुली १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: १९८३ और कुली (१९८३ फ़िल्म) · और देखें »

के शंकरन नायर

के शंकरन नायर को सन १९८३ में भारत सरकार द्वारा प्रशासनिक सेवा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये केरल से हैं। नायर, के शंकरन.

नई!!: १९८३ और के शंकरन नायर · और देखें »

के गोपालैयर रामानाथन

के गोपालैयर रामानाथन को सन १९८३ में भारत सरकार द्वारा साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये महाराष्ट्र से हैं। श्रेणी:१९८३ पद्म भूषण.

नई!!: १९८३ और के गोपालैयर रामानाथन · और देखें »

केर्शाप तेह्मूरास्प सतारवाला

केर्शाप तेह्मूरास्प सतारवाला को सन १९८३ में भारत सरकार द्वारा प्रशासनिक सेवा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये Goa से हैं। सतारवाला, केर्शाप तेह्मूरास्प.

नई!!: १९८३ और केर्शाप तेह्मूरास्प सतारवाला · और देखें »

अच्छा बुरा (1983 फ़िल्म)

अच्छा बुरा १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: १९८३ और अच्छा बुरा (1983 फ़िल्म) · और देखें »

अनिल अंबानी

--> अनिल अंबानी (४ जून, १९५९ को जन्मे) एक भारतीय व्यवसायी हैं। ६ अक्टूबर २००७ को उनके पास ४२ अरब अमरीकी डालर मूल्य की संपत्ति है, जिसके अनुसार वे विश्व के ६ठे सबसे धनी व्यक्ति हैं। प्रतिशत के आधार पर वे विश्व के सबसे तेज गति से प्रगति करने वाले बहु-अरब-डॉलर वाले समृद्धशाली व्यक्ति हैं क्योंकि उनकी संपत्ति १ वर्ष में तीन गुनी हो गई अनिल अंबानी रिलायंस कैपिटल और रिलायंस कम्युनिकेशंस के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक और रिलायंस एनर्जी तथा पूर्व में रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड के उप अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक थे। रिलायंस इंडस्ट्रीज में उनकी व्यक्तिगत हिस्सेदारी ६६% है। .

नई!!: १९८३ और अनिल अंबानी · और देखें »

अनिक विसथार

अनिक विसथार पंजाबी भाषा के विख्यात साहित्यकार प्रीतम सिंह ‘सफ़ीर’ द्वारा रचित एक कविता–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1983 में पंजाबी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९८३ और अनिक विसथार · और देखें »

अन्तरजाल का इतिहास

muki don सर्वप्रथम १९६२ में विश्वविद्यालय के जे सी आर लिकलिडर ने अभिकलित्र जाल तैयार किया था। वे चाहते थे कि अभिकलित्र का एक एसा जाल हो, जिससे आंकड़ो, क्रमादेश और सूचनायें भेजी जा सके। 1966 में डारपा (मोर्चाबंदी प्रगति अनुसंधान परियोजना अभिकरण) (en:DARPA) ने आरपानेट के रूप में अभिकलित्र जाल बनाया। यह जाल चार स्थानो से जुडा था। बाद में इसमें भी कई परिवर्तन हुए और 1972 में बाँब काँहन ने अन्तर्राष्ट्रीय अभिकलित्र संचार सम्मेलन ने पहला सजीव प्रदर्शन किया। 1 जनवरी 1983 को आरपानेट (en:ARPANET) पुनर्स्थापित हुआ TCP-IP। इसी वर्ष एक्टीविटी बोर्ड (IAB) का गठन हुआ।नवंबर में पहली प्रक्षेत्र नाम सेवा (DNS) पॉल मोकपेट्रीज द्वारा सुझाई गई। अंतरजाल सैनिक और असैनिक भागों में बाँटा गया| हालाँकि 1971 में संचिका अन्तरण नियमावली (FTP) विकसित हुआ, जिससे संचिका अन्तरण करना आसान हो गया। 1990 में टिम बर्नर्स ली ने विश्व व्यापी वेब (WWW) से परिचित कराया अमरीकी सेना की सूचना और अनुसंधान संबंधी आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए 1973 में ``यू एस एडवांस रिसर्च प्र्रोजेक्ट एजेंसी´´ ने एक कार्यक्रम की शुरुआत की। उस कार्यक्रम का उद्देश्य था कम्प्यूटरों के द्वारा विभिन्न प्रकार की तकनीकी और प्रौद्योगिकी को एक-दूसरे से जोड़ा जाए और एक `नेटवर्क´ बनाया जाए। इसका उद्देश्य संचार संबंधी मूल बातों (कम्यूनिकेशन प्रोटोकॉल) को एक साथ एक ही समय में अनेक कम्प्यूटरों पर नेटवर्क के माध्यम से देखा और पढ़ा जा सके। इसे ``इन्टरनेटिंग प्रोजेक्ट´´ नाम दिया गया जो आगे चलकर `इंटरनेट´ के नाम से जाना जाने लगा। 1986 में अमरीका की ``नेशनल सांइस फांउडेशन´´ ने ``एनएसएफनेट´´ का विकास किया जो आज इंटरनेट पर संचार सेवाओं की रीढ़ है। एक सैकण्ड में 45 मेगाबाइट संचार सुविधा वाली इस प्रौद्योगिकी के कारण `एनएसएफनेट´ बारह अरब -12 बिलियन- सूचना पैकेट्स को एक महीने में अपने नेटवर्क पर आदान-प्रदान करने में सक्षम हो गया। इस प्रौद्योगिकी को और अधिक तेज गति देने के लिए `नासा´ और उर्जा विभाग ने अनुसंधान किया और ``एनएसआईनेट´´ और `ईएसनेट´ जैसी सुविधाओं को इसका आधार बनाया। इन्टरनेट हेतु `क्षेत्रीय´ सहायता कन्सर्टियम नेटवर्कों द्वारा तथा स्थानीय सहायता अनुसंधान व शिक्षा संस्थानों द्वारा उपलब्ध कराई जाती है। अमरीका में फेडरल तथा राज्य सरकारों की इसमें अहम भूमिका है परन्तु उद्योगों का भी इसमें काफी हाथ रहा है। यूरोप व अन्य देशों में पारस्परिक अन्तर्राष्ट्रीय सहयोग व राष्ट्रीय अनुसंधान संगठन भी इस कार्य में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। 1991 के अन्त तक इन्टरनेट इस कदर विकसित हुआ कि इसमें तीन दर्जन देशों के 5 हजार नेटवर्क शामिल हो गए, जिनकी पहुंच 7 लाख कम्प्यूटरों तक हो गई। इस प्रकार 4 करोड़ उपभोक्ताओं ने इससे लाभ उठाना शुरू किया। इन्टरनेट समुदाय को अमरीकी फेडरल सरकार की सहायता लगातार उपलब्ध होती रही क्योंकि मूल रूप से इन्टरनेट अमरीका के अनुसंधान कार्य का ही एक हिस्सा था। आज भी यह अमरीकी अनुसंधान कार्यशाला का महत्त्वपूर्ण अंग है किन्तु 1980 के दशक के अन्त में नेटवर्क सेवाओं व इन्टरनेट उपभोक्ताओं में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अभूतपूर्व वृद्धि हुई और इसका इस्तेमाल व्यापारिक गतिविधियों के लिये भी किया जाने लगा। सच तो ये है कि आज की इन्टरनेट प्रणाली का बहुत बड़ा हिस्सा शिक्षा व अनुसंधान संस्थानों एवं विश्व-स्तरीय निजी व सरकारी व्यापार संगठनों की निजी नेटवर्क सेवाओं से ही बना है। .

नई!!: १९८३ और अन्तरजाल का इतिहास · और देखें »

अन्शिफ अशरफ

अन्शिफ अशरफ एक अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष, मॉडरेटर, लेखक, उद्यमी और संपादक है। वह पारदीस समूह के संस्थापक और सी.ई.ओ है। अन्शिफ एक सफल उद्यमी है और वह भविष्य का वादा के रूप में ई - व्यापार लिया। वह भारत से पहले एशिया - प्रशांत आर्थिक सहयोग पुरस्कार का विजेता है। .

नई!!: १९८३ और अन्शिफ अशरफ · और देखें »

अन्वेषणों की समय-रेखा

यहाँ ऐतिहासिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण तकनीकी खोजों की समय के सापेक्ष सूची दी गयी है। .

नई!!: १९८३ और अन्वेषणों की समय-रेखा · और देखें »

अफ़ज़ल अहसन रंधावा

अफज़ल अहसन रंधावा एक पाकिस्तानी पंजाबी लेखक है जिसने दोआबा और सूरज ग्रहण जैसे नावल रचे। 1986 में इसे प्रो.

नई!!: १९८३ और अफ़ज़ल अहसन रंधावा · और देखें »

अभिनव बिंद्रा

अभिनव बिंद्रा १० मीटर एयर रायफल स्पर्धा में भारत के एक प्रमुख निशानेबाज हैं। वे ११ अगस्त २००८ को बीजिंग ओलंपिक खेलों की व्यक्तिगत स्पर्धा में स्‍वर्ण पदक जीतकर व्‍यक्तिगत स्‍वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं। क्वालीफाइंग मुकाबले में ५९६ अंक हासिल करने के बाद बिंद्रा ने जबर्दस्त मानसिक एकाग्रता का परिचय दिया और अंतिम दौर में १०४.५ का स्कोर किया। उन्होंने कुल ७००.५ अंकों के साथ स्वर्ण पर निशाना साधने में कामयाबी हासिल की। बिंद्रा ने क्वालीफाइंग मुकाबले में चौथा स्थान हासिल किया था, जबकि उनके प्रतियोगी गगन नारंग बहुत करीबी अंतर से फाइनल में पहुंच पाने से वंचित रह गए। वे नौवें स्थान पर रहे थे। पच्‍चीस वर्षीय अभिनव बिंद्रा एयर राफल निशानेबाजी में वर्ष २००६ में विश्व चैम्पियन भी रह चुके हैं। .

नई!!: १९८३ और अभिनव बिंद्रा · और देखें »

अमान्य देशों की सूची

देश जिन्हें मान्यता नहीं मिली है, की सूची में उन भू-राजनैतिक अस्तित्वों के नाम हैं, जिनको किसी रूप में राजनयिक मान्यता का अभाव है, परंतु माँटवीडियो सम्मेलन के अन्तर्गत सार्वभौमिक राष्ट्र की भांति विश्वव्यापक मान्यता की इच्छा रखते हैं। भूतपूर्व ऐसे देशों की सूची हेतु देखें ऐतिहासिक अमान्य देशों की सूची .

नई!!: १९८३ और अमान्य देशों की सूची · और देखें »

अमेरिकी ओपन टेनिस के पुरुष एकल विजेताओं की सूची

* 1881 - रिचर्ड सीअर्स.

नई!!: १९८३ और अमेरिकी ओपन टेनिस के पुरुष एकल विजेताओं की सूची · और देखें »

अरुण कुमार शर्मा

अरुण कुमार शर्मा को सन १९८३ में भारत सरकार द्वारा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये दिल्ली से हैं। श्रेणी:१९८३ पद्म भूषण श्रेणी:चित्र जोड़ें.

नई!!: १९८३ और अरुण कुमार शर्मा · और देखें »

अजंता गुफाएँ

अजंता गुफाएँ महाराष्ट्र, भारत में स्थित तकरीबन २९ चट्टानों को काटकर बना बौद्ध स्मारक गुफाएँ जो द्वितीय शताब्दी ई॰पू॰ के हैं। यहाँ बौद्ध धर्म से सम्बन्धित चित्रण एवम् शिल्पकारी के उत्कृष्ट नमूने मिलते हैं। इनके साथ ही सजीव चित्रण भी मिलते हैं। यह गुफाएँ अजंता नामक गाँव के सन्निकट ही स्थित है, जो कि महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में है। (निर्देशांक: 20° 30’ उ० 75° 40’ पू॰) अजंता गुफाएँ सन् 1983 से युनेस्को की विश्व धरोहर स्थल घोषित है।" ‘’’नैशनल ज्यॉग्राफिक ‘’’ के अनुसार: आस्था का बहाव ऐसा था कि प्रतीत होता है, जैसे शताब्दियों तक अजंता समेत, लगभग सभी बौद्ध मंदिर, हिन्दू राजाओं के शासन और आश्रय के अधीन बनवाये गये हों। .

नई!!: १९८३ और अजंता गुफाएँ · और देखें »

अजीत कौर

अजीत कौर आजादी के बाद की पंजाबी की सबसे उल्लेखनीए साहित्यकार मानी जाती हैं। इनका लेखन जीवन के उहापोह को समझने और उसके यथार्थ को उकेरने की एक ईमानदार कोशिश है। इनकी रचनाओं में न केवल नारी का संघर्ष और उसके प्रति समाज का असंगत दृष्टिकोण रेखांकित होता है बल्कि सामाजिक और राजनीतिक विकृतियों और सत्ता के गलियारों में व्याप्त बेहया भ्रष्टाचार के विरुद्ध एक जोरदार मुहीम भी नजर आती है। पर्यावरण और सांस्कृतिक विरासत की रक्षा के लिए इन्होंने सर्वोच्च न्यायालय तक लड़ाइयाँ लड़ी है। इन्होंने दिल्ली में सार्क एकैडमी ऑफ आर्ट ऐंड कल्चर बनाया है। जहाँ आर्ट गैलरी भद्र जनों के साथ-साथ समाज के गरीब तबकों, झुग्गी के बच्चों और स्त्रियों के लिए भी खुली हैं। .

नई!!: १९८३ और अजीत कौर · और देखें »

अगर तुम ना होते (1983 फ़िल्म)

अगर तुम ना होते १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: १९८३ और अगर तुम ना होते (1983 फ़िल्म) · और देखें »

अंधो दूहों

अंधो दूहों सिन्धी भाषा के विख्यात साहित्यकार अर्जन मीरचंदाणी ‘शाद’ द्वारा रचित एक कविता–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1983 में सिन्धी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९८३ और अंधो दूहों · और देखें »

अंकोरवाट मंदिर

अंकोरवाट (खमेर भाषा: អង្គរវត្ត) कंबोडिया में एक मंदिर परिसर और दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक स्मारक है, 162.6 हेक्टेयर (1,626,000 एम 2; 402 एकड़) को मापने वाले एक साइट पर। यह मूल रूप से खमेर साम्राज्य के लिए भगवान विष्णु के एक हिंदू मंदिर के रूप में बनाया गया था, जो धीरे-धीरे 12 वीं शताब्दी के अंत में बौद्ध मंदिर में परिवर्तित हो गया था। यह कंबोडिया के अंकोर में है जिसका पुराना नाम 'यशोधरपुर' था। इसका निर्माण सम्राट सूर्यवर्मन द्वितीय (१११२-५३ई.) के शासनकाल में हुआ था। यह विष्णु मन्दिर है जबकि इसके पूर्ववर्ती शासकों ने प्रायः शिवमंदिरों का निर्माण किया था। मीकांग नदी के किनारे सिमरिप शहर में बना यह मंदिर आज भी संसार का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर है जो सैकड़ों वर्ग मील में फैला हुआ है। राष्ट्र के लिए सम्मान के प्रतीक इस मंदिर को १९८३ से कंबोडिया के राष्ट्रध्वज में भी स्थान दिया गया है। यह मन्दिर मेरु पर्वत का भी प्रतीक है। इसकी दीवारों पर भारतीय धर्म ग्रंथों के प्रसंगों का चित्रण है। इन प्रसंगों में अप्सराएं बहुत सुंदर चित्रित की गई हैं, असुरों और देवताओं के बीच समुद्र मन्थन का दृश्य भी दिखाया गया है। विश्व के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थानों में से एक होने के साथ ही यह मंदिर यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थलों में से एक है। पर्यटक यहाँ केवल वास्तुशास्त्र का अनुपम सौंदर्य देखने ही नहीं आते बल्कि यहाँ का सूर्योदय और सूर्यास्त देखने भी आते हैं। सनातनी लोग इसे पवित्र तीर्थस्थान मानते हैं। .

नई!!: १९८३ और अंकोरवाट मंदिर · और देखें »

उत्तरी साइप्रस

'उत्तरी साइप्रस' (हरा) उत्तरी साईप्रस तुर्की गणराज्य (तुर्की: Kuzey Kıbrıs Türk Cumhuriyeti) जिसे प्रायः उत्तरी साइप्रस कहते हैं, एक स्वयंघोषित राज्य है (१९८३ में घोषित)।Antiwar.com.

नई!!: १९८३ और उत्तरी साइप्रस · और देखें »

उमराव सिंह

उमराव सिंह को सन १९८३ में भारत सरकार द्वारा प्रशासनिक सेवा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पंजाब से हैं। श्रेणी:१९८३ पद्म भूषण.

नई!!: १९८३ और उमराव सिंह · और देखें »

११ दिसम्बर

11 दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 345वॉ (लीप वर्ष में 346 वॉ) दिन है। साल में अभी और 20 दिन बाकी है। .

नई!!: १९८३ और ११ दिसम्बर · और देखें »

१४ दिसम्बर

14 दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 348वॉ (लीप वर्ष मे 349 वॉ) दिन है। साल में अभी और 17 दिन बाकी है। भारत देशमें १४ दिसम्बर के रोज राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिन मनाया जाता है। .

नई!!: १९८३ और १४ दिसम्बर · और देखें »

१५ जुलाई

१५ जुलाई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १९वॉ (लीप वर्ष मे १९७वॉ) दिन है। साल मे अभी और १६९ दिन बाकी है। .

नई!!: १९८३ और १५ जुलाई · और देखें »

१९ दिसम्बर

19 दिसम्बर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 353वॉ (लीप वर्ष में 354 वॉ) दिन है। साल में अभी और 12 दिन बाकी हैं। .

नई!!: १९८३ और १९ दिसम्बर · और देखें »

२१ अगस्त

२१ अगस्त। 21 अगस्त ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 233वॉ (लीप वर्ष मे 234 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 132 दिन बाकी है। .

नई!!: १९८३ और २१ अगस्त · और देखें »

२३ नवम्बर

२३ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३२७वॉ (लीप वर्ष में ३२८ वॉ) दिन है। साल में अभी और 38 दिन बाकी है। .

नई!!: १९८३ और २३ नवम्बर · और देखें »

३१ मार्च

चित्र:BP Sinha, Lion of Dhanbad.jpg ३१ मार्च ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ९०वॉ (लीप वर्ष में ९१ वॉ) दिन है। साल में अभी और २७५ दिन बाकी है। .

नई!!: १९८३ और ३१ मार्च · और देखें »

६ फ़रवरी

6 फरवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 37वॉ दिन है। साल मे अभी और 328 दिन बाकी है (लीप वर्ष मे 329)। .

नई!!: १९८३ और ६ फ़रवरी · और देखें »

८ मार्च

8 मार्च ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 67वॉ (लीप वर्ष में 68 वॉ) दिन है। साल में अभी और 298 दिन बाकी है। अंतराष्ट्रीय नारी दिवस (संयुक्त राष्ट्र संघ) .

नई!!: १९८३ और ८ मार्च · और देखें »

८ जनवरी

8 जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 8वाँ दिन है। साल में अभी और 357 दिन बाकी हैं (लीप वर्ष में 358)।.

नई!!: १९८३ और ८ जनवरी · और देखें »

८ अप्रैल

8 अप्रैल ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 98वां (लीप वर्ष में 99वां) दिन है। साल में अभी 267 दिन और बाकी है। .

नई!!: १९८३ और ८ अप्रैल · और देखें »

यहां पुनर्निर्देश करता है:

1983

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »