लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
मुक्त
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

१९५६

सूची १९५६

१९५६ ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

153 संबंधों: चक्रव्यूह- कविता संग्रह, चोरी चोरी (1956 फ़िल्म), एम॰ एस॰ सुब्बुलक्ष्मी, एक शोला (1956 फ़िल्म), एक ही रास्ता (1956 फ़िल्म), डेट्रॉयट पिस्टन्स, ढाके की मलमल (1956 फ़िल्म), तपन सिन्हा, तमिल नाडु के राज्यपालों की सूची, तिरुवडि साम्बशिव वेंकटरमण, तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम लिमिटेड, तीजनबाई, दशरथ रंगशाला स्टेडियम, दिलीप वेंगसरकर, दिलीप कुमार, दीक्षाभूमि, धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस, ध्यानचंद सिंह, नवयान, नवाब ज़ैन यार जंग, पद्म भूषण, पद्मावत : संजीवनी व्याख्या, पाणिनीय प्रद्योतम्, पाकिस्तान, पाकिस्तान दिवस, पाकिस्तान के गवर्नर जनरल, पुष्पावती जनार्दनराय मेहता, प्रभु लाल भटनागर, पैसा ही पैसा (1956 फ़िल्म), पॉल न्युमैन, पॉकेटमार (1956 फ़िल्म), फ़िरोज़ खान नून, फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संगीतकार पुरस्कार, फ़ॉर्मूला वन, फिफ्टी फिफ्टी (1956 फ़िल्म), फिलिप वी कार्डन, फंटूश (1956 फ़िल्म), फेरारी, बर्मा के प्रधानमंत्री, बिनय रंजन सेन, बिराज बहू (1954 फ़िल्म), बुर्गुला रामकृष्ण राव, बौद्ध धर्म, बौद्ध धर्म के तीर्थ स्थल, बौद्ध-दलित आंदोलन, बृहत–पिंगल, बीसवीं शताब्दी, भारत रत्‍न, भारत के महाराज्यपाल, भारत के राज्य तथा केन्द्र-शासित प्रदेश, ..., भारत के राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों की स्थापना तिथि अनुसार सूची, भारत के सम्राट, भारत के अभयारण्य, भारतीय तत्त्वशास्त्रमु, भारतीय हॉकी टीम, भारतीय कवियों की सूची, भाई भाई (1956 फ़िल्म), भगवान बुद्ध और उनका धम्म, भीमराव आम्बेडकर, मनमोहन सिंह, महाराष्ट्र के राज्यपालों की सूची, मार्टिना नवरातिलोवा, मालती जोशी, मालाबार, मालुर श्रीनिवास तिरुमलै अयंगार, मिज़ूरी, मुत्तुलक्ष्मी रेड्डी, मैनचेस्टर यूनाइटेड एफ़.सी., मैनहटन, मैनुएल ए ऑड्रिया, मेम साहिब (1956 फ़िल्म), मेलबॉर्न क्रिकेट ग्राउंड, मेघनाद साहा, योस्त गिप्पेर्त, राज हठ (1956 फ़िल्म), राजधानी (1956 फ़िल्म), राजशेखर बोस, रुक्मिणी देवी अरुंडेल, रॉड लेवर, शतरंज (1956 फ़िल्म), शिरीं फ़रहाद (1956 फ़िल्म), शिक्षक दिवस, श्रीमती ४२० (1956 फ़िल्म), श्रीलंकाई गृहयुद्ध का इतिहास, श्रीकांत वर्मा, शैलेश मटियानी, सनी देओल, सर हर्बर्ट ब्रॉडले, सरोजिनी साहू, सविता आंबेडकर, सुमरन, सौन्दर्य आणि साहित्य, सी आई डी (1956 फ़िल्म), हिन्दी कविता और रहस्यवाद, जागते रहो (1956 फ़िल्म), जिमी एन्जिल, जेम्स डीन, जोसे मैनुअल बरासो, विद्यार्थी जीवन, विलियम शोक्ली, विश्व में बौद्ध धर्म, विजय तेंडुलकर, वॉल्टर ब्रैट्टैन, वीर सांघवी, ग्रैंड स्लैम टेनिस विजेताओं की सूची, गोल्डन स्टेट वॉरियर्स, ओड़िशा का इतिहास, औद्योगिक उत्पादन सूचकांक, आरोग्य निकेतन, आलै–ओसै, आज़ाद (1955 फ़िल्म), आगा खान पैलेस, इस्लामी गणराज्य, इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय, इंस्पेक्टर (1956 फ़िल्म), कन्नड साहित्य चरित्रे, कन्नड साहित्य सम्मेलन, कन्हैयालाल माणिकलाल मुंशी, कर्नाटक, कर्नाटक/आलेख, कश्मीर का इतिहास, कस्तूरी श्रीनिवासन, क़ौमी तहज़ीब का मसला, कामिनी कौशल, कार्ल का जूनियर, किस्मत का खेल (1956 फ़िल्म), कुँवर नारायण, कुँवर सैन, कुर्नूल जिला, केरल उच्च न्यायालय, अध्ययन और आस्वाद, अनुग्रह नारायण सिंह कॉलेज, अन्नू कपूर, अपराजितो, अमेरिकी ओपन टेनिस के पुरुष एकल विजेताओं की सूची, असम के राज्यपालों की सूची, १ फ़रवरी, १ जनवरी, १० जुलाई, १२ नवम्बर, १४ अक्टूबर, १८ दिसम्बर, १९ अक्टूबर, २१ नवम्बर, २३ मार्च, २४ अप्रैल, २८ अगस्त, ५०० होम रन दल, ६ दिसम्बर, ६ जून, ६ अप्रैल, ८ दिसम्बर, ८ जनवरी सूचकांक विस्तार (103 अधिक) »

चक्रव्यूह- कविता संग्रह

कुँवर नारायण का पहला कविता संग्रह चक्रव्यूह है, इस संग्रह से कवि का रंगप्रवेश भले ही हो रहा हो, वे प्रशंसनीय धीरता और खासी कुशलता से मंच पर अवतरित होते हैं। इन कविताओं के माध्यम से कवि के मानस और व्यक्तित्व की जो झलक दिखती है, वह पाठक में और भी जानने की इच्छा जगाती है। स्वागं भरने, मुद्रा ग्रहण करने से इनकार करते हुए कुँवर नारायण सचमुच आधुनिक हैं और सचमुच ही कवि हैं। उन्होंने बहुत कुछ जमा दिया है, वह किताबों से हो या मनुष्यों और स्मृतियों की दुनिया में रहने से। और उन्होंने इस सबको अपने मानस में उतरकर अपने व्यक्तित्व का हिस्सा बन जाने दिया है। उनके विषय, जो वह कहते हैं और जैसे वह कहते हैं, सब उनके एकदम अपने हैं। विचार की अन्तर्वस्तु काफी ही नहीं, कई बार काफी से कुछ ज्यादा होती दिखती है- लेकिन है वह उनकी अपनी, निजी। अगर अन्तिम काव्यात्मक अभिव्यक्ति में कई विभिन्न स्त्रोतों का योगदान रहा है, तो यह योगदान उनके ग्रहणशील, बेहतर संवेदनशील मानस में हुआ है, सीधे उनकी कविता में नहीं।.

नई!!: १९५६ और चक्रव्यूह- कविता संग्रह · और देखें »

चोरी चोरी (1956 फ़िल्म)

चोरी चोरी 1956 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९५६ और चोरी चोरी (1956 फ़िल्म) · और देखें »

एम॰ एस॰ सुब्बुलक्ष्मी

श्रीमती मदुरै षण्मुखवडिवु सुब्बुलक्ष्मी (16 सितंबर, 1916-2004) कर्णाटक संगीत की मशहूर संगीतकार थीं। आप शास्तीय संगीत की दुनिया में एम.

नई!!: १९५६ और एम॰ एस॰ सुब्बुलक्ष्मी · और देखें »

एक शोला (1956 फ़िल्म)

एक शोला 1956 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९५६ और एक शोला (1956 फ़िल्म) · और देखें »

एक ही रास्ता (1956 फ़िल्म)

एक ही रास्ता 1956 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९५६ और एक ही रास्ता (1956 फ़िल्म) · और देखें »

डेट्रॉयट पिस्टन्स

श्रेणी:नेशनल बास्केटबॉल असोसिएशन.

नई!!: १९५६ और डेट्रॉयट पिस्टन्स · और देखें »

ढाके की मलमल (1956 फ़िल्म)

ढाके की मलमल 1956 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९५६ और ढाके की मलमल (1956 फ़िल्म) · और देखें »

तपन सिन्हा

तपन सिन्हा (তপন সিন্‌হা)(२ अक्टूबर १९२४ – १५ जनवरी २००९) बांग्ला चलचित्र एवं हिन्दी चलचित्र के प्रसिद्ध निर्देशक थे। इन्हें २००६ का दादा साहेब फाल्के पुरस्कार भी मिला था। तपन सिन्हा की फिल्में भारत के अलावा बर्लिन, वेनिस, लंदन, मास्को जैसे अंतरराष्ट्रीय ‍फिल्म समारोहों में भी सराही गई थीं। इन्होंने भौतिकी विषय में स्नातकोत्तर किया था। ये सबसे अधिक गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर के कार्यो से प्रभावित थे। तपन सिन्हा ने बांग्ला फ़िल्म अभिनेत्री अरुंधती देवी से विवाह किया था। इनके पुत्र अनिन्द्य सिन्हा भारतीय वैज्ञानिक हैं। तपन जी अपने जीवन की संध्या में हृदय रोग से पीड़ित हो गये थे और अन्ततः १५ जनवरी, २००९ को परलोक सिधार गये। इनकी पत्नी की मृत्यु १९९० में ही हो चुकी थी। सगीना महतो और सफेद हाथी जैसी उल्लेखनीय फिल्में बनाने वाले सिन्हा विभिन्न श्रेणियों में अभी तक १९ राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किए जा चुके हैं। स्वतंत्रता की ६०वीं जयंती पर भारत सरकार ने उन्हें फिल्म जगत में अद्वितीय योगदान के लिए अवार्ड फॉर लाइफ टाइम अचीवमेंट से सम्मानित किय़ा था। तपन जी की पहली फिल्म उपहार थी जो १९५५ में रिलीज़ हुई थी। १९५६ मे रिलीज़ हुई फिल्म काबुलीवाला दूसरी फिल्म थी। इसके अलावा एक डॉक्टर की मौत, सगीना और आदमी और औरत इनकी बेहतरीन फिल्मों में गिनी जाती हैँ। इन्होंने बावर्ची जैसी कई फिल्मों की कहानी भी लिखी है। .

नई!!: १९५६ और तपन सिन्हा · और देखें »

तमिल नाडु के राज्यपालों की सूची

यह सूची सन् १९४६ से भारत के तमिल नाडु राज्य के राज्यपालों की है। तमिल नाडु के राज्यपाल का आधिकारिक आवास राजभवन राज्य की राजधानी चेन्नई में है। .

नई!!: १९५६ और तमिल नाडु के राज्यपालों की सूची · और देखें »

तिरुवडि साम्बशिव वेंकटरमण

तिरुवडि साम्बशिव वेंकटरमण को विज्ञान एवं अभियांत्रिकी के क्षेत्र में १९५६ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये तमिलनाडु राज्य से हैं। श्रेणी:१९५६ पद्म भूषण.

नई!!: १९५६ और तिरुवडि साम्बशिव वेंकटरमण · और देखें »

तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम लिमिटेड

ONGC platform at Bombay High in the Arabian Sea ऑयल अैण्ड नैचुरल गैस कॉर्पोरेशन लिमिटेड (ओएनजीसी) 23 जून 1993 से प्रारंभ हुई एक भारतीय सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनी है। इसे फॉर्च्यून ग्लोबल 500 द्वारा 335 वें स्थान पर रखा गया है। यह भारत मे कच्चे तेल के कुल उत्पादन मे 77% और गैस के उत्पादन मे 81% का योगदान करती है। यह सार्वजनिक क्षेत्र की सबसे अधिक लाभ अर्जित करने वाली कंपनी है। इसे 14 अगस्त 1956 को एक आयोग के रूप में स्थापित किया गया था। इस कंपनी में भारत सरकार की कुल इक्विटी हिस्सेदारी 74.14% है। ओएनजीसी कच्चे तेल के अन्वेषण और उत्पादन गतिविधियों में संलिप्त है। इसकी हाइड्रोकार्बन के अन्वेषण और उत्पादन गतिविधियों भारत के 26 तलछटी बेसिनों में चल रही हैं। यह भारत के कच्चे तेल की कुल आवश्यकता का लगभग 30% उत्पादन करती है। इसके स्वामित्व मे एक 11000 किलोमीटर लम्बी पाइपलाइन है जिसका परिचालन यह स्वंय करती है। मार्च 2007 तक यह मार्केट कैप के संदर्भ में यह भारत की सबसे बड़ी कंपनी थी।. .

नई!!: १९५६ और तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम लिमिटेड · और देखें »

तीजनबाई

तीजनबाई (जन्म- २४ अप्रैल १९५६) भारत के छत्तीसगढ़ राज्य के पंडवानी लोक गीत-नाट्य की पहली महिला कलाकार हैं। देश-विदेश में अपनी कला का प्रदर्शन करने वाली तीजनबाई को बिलासपुर विश्वविद्यालय द्वारा डी लिट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया है। वे सन १९८८ में भारत सरकार द्वारा पद्मश्री और २००३ में कला के क्षेत्र में पद्म भूषण से अलंकृत की गयीं। उन्हें १९९५ में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार तथा २००७ में नृत्य शिरोमणि से भी सम्मानित किया जा चुका है। भिलाई के गाँव गनियारी में जन्मी इस कलाकार के पिता का नाम हुनुकलाल परधा और माता का नाम सुखवती था। नन्हीं तीजन अपने नाना ब्रजलाल को महाभारत की कहानियाँ गाते सुनाते देखतीं और धीरे धीरे उन्हें ये कहानियाँ याद होने लगीं। उनकी अद्भुत लगन और प्रतिभा को देखकर उमेद सिंह देशमुख ने उन्हें अनौपचारिक प्रशिक्षण भी दिया। १३ वर्ष की उम्र में उन्होंने अपना पहला मंच प्रदर्शन किया। उस समय में महिला पंडवानी गायिकाएँ केवल बैठकर गा सकती थीं जिसे वेदमती शैली कहा जाता है। पुरुष खड़े होकर कापालिक शैली में गाते थे। तीजनबाई वे पहली महिला थीं जो जिन्होंने कापालिक शैली में पंडवानी का प्रदर्शन किया।। देशबन्धु।६ अक्टूबर, २००९ एक दिन ऐसा भी आया जब प्रसिद्ध रंगकर्मी हबीब तनवीर ने उन्हें सुना और तबसे तीजनबाई का जीवन बदल गया। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी से लेकर अनेक अतिविशिष्ट लोगों के सामने देश-विदेश में उन्होंने अपनी कला का प्रदर्शन किया। प्रदेश और देश की सरकारी व गैरसरकारी अनेक संस्थाओं द्वारा पुरस्कृत तीजनबाई मंच पर सम्मोहित कर देनेवाले अद्भुत नृत्य नाट्य का प्रदर्शन करती हैं। ज्यों ही प्रदर्शन आरंभ होता है, उनका रंगीन फुँदनों वाला तानपूरा अभिव्यक्ति के अलग अलग रूप ले लेता है। कभी दुःशासन की बाँह, कभी अर्जुन का रथ, कभी भीम की गदा तो कभी द्रौपदी के बाल में बदलकर यह तानपूरा श्रोताओं को इतिहास के उस समय में पहुँचा देता है जहाँ वे तीजन के साथ-साथ जोश, होश, क्रोध, दर्द, उत्साह, उमंग और छल-कपट की ऐतिहासिक संवेदना को महसूस करते हैं। उनकी ठोस लोकनाट्य वाली आवाज़ और अभिनय, नृत्य और संवाद उनकी कला के विशेष अंग हैं। भारत भवन भोपाल में पंडवानी प्रस्तुति के दौरान .

नई!!: १९५६ और तीजनबाई · और देखें »

दशरथ रंगशाला स्टेडियम

दशरथ रंगशाला स्टेडियम नेपाल का बहूद्देशीय स्टेडियम है, जो त्रिपुरेश्वर, काठमाण्डु में है। यह नेपाल का सबसे विशाल स्टेडियम है। अभी इसका अधिकतर उपयोग फुटबॉल के मैच और सांस्कृतिक और मनोरंजन कार्यक्रमों के लिए होता है। स्टेडियम की क्षमता २५,००० दर्शक है। इस स्टेडियम का निर्माण १९५६ में किया गया था। नेपाल की बहुत से राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय खेल-प्रतियोगिताएँ इस स्टेडियम में आयोजित की जाती हैं। श्रेणी:नेपाल में खेलकूद श्रेणी:नेपाल के स्टेडियम.

नई!!: १९५६ और दशरथ रंगशाला स्टेडियम · और देखें »

दिलीप वेंगसरकर

दिलीप वेंगसरकर भारत के भूतपूर्व क्रिकेट खिलाड़ी हैं। इन्होंने टेस्ट क्रिकेट और एक दिवसीय क्रिकेट दोनों में एक समान प्रसिद्धी हासिल की। कुछ वर्षों के लिये इन्होंने भारतीय क्रिकेट दल के कप्तान की भूमिका भी निभाई। .

नई!!: १९५६ और दिलीप वेंगसरकर · और देखें »

दिलीप कुमार

दिलीप कुमार (जन्म 11 दिसंबर, 1922; जन्म का नाम: यूसुफ़ ख़ान), हिन्दी फ़िल्मों के एक प्रसिद्ध और लोकप्रिय अभिनेता है जो भारतीय संसद के उच्च सदन राज्य सभा के सदस्य रह चुके है। दिलीप कुमार को उनके दौर का बेहतरीन अभिनेता माना जाता है, त्रासद या दु:खद भूमिकाओं के लिए मशहूर होने के कारण उन्हे 'ट्रेजिडी किंग' भी कहा जाता था। उन्हें भारतीय फ़िल्मों के सर्वोच्च सम्मान दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, इसके अलावा दिलीप कुमार को पाकिस्तान का सर्वोच्च नागरिक सम्मान निशान-ए-इम्तियाज़ से भी सम्मानित किया गया है। .

नई!!: १९५६ और दिलीप कुमार · और देखें »

दीक्षाभूमि

दीक्षाभूमि भारत में बौद्ध धर्म का एक प्रमुख केंद्र है। यहां बौद्ध धर्म की पुनरूत्थान हुआ है। महाराष्ट्र राज्य की उपराजधानी नागपुर शहर में स्थित इस पवित्र स्थान पर बोधिसत्त्व डॉ॰ भीमराव आंबेडकर जी ने १४ अक्टूबर १९५६ को पहले महास्थविर चंद्रमणी से बौद्ध धम्म दीक्षा लेकर अपने ५,००,००० से अधिक अनुयायिओं को बौद्ध धर्म की दीक्षा दी थी। त्रिशरण, पंचशील और अपनी २२ प्रतिज्ञाएँ देकर डॉ॰ आंबेडकर ने हिंदू दलितों का धर्मपरिवर्तन किया। अगले दिन फिर १५ अक्टूबर को ३,००,००० लोगों को बौद्ध धम्म की दीक्षा दी और स्वयं भी फिर से दीक्षीत हुए। देश तथा विदेश से हर साल यहां २५ लाख से अधिक आंबेडकरवादी और बौद्ध अनुयायी आते हैं। हर साल १४ अक्टूबर को यहां हजारों की संख्या में लोग बौद्ध धर्म परावर्तित होते रहते हैं। यहां १४ अक्टूबर २०१५ में ५०,००० दीक्षीत हुए हैं। १४ अक्टूबर २०१६ में २०,००० और २५ अक्टूबर २०१६ को मनुस्मृति दहन दिवस के उपलक्ष में ५,००० ओबीसी लोगों ने बौद्ध धर्म की दीक्षा ली है। महाराष्ट्र सरकार ने दीक्षाभूमि को 'अ' वर्ग ('ए' क्लास) पर्यटन क्षेत्र का दर्जा दिया है। नागपुर शहर के सभी धार्मिक व पर्यटन क्षेत्रों में यह पहला स्थल है, जिसे 'ए' क्लास का दर्जा हासिल हुआ है। .

नई!!: १९५६ और दीक्षाभूमि · और देखें »

धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस

धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस भारतीय बौद्धों एक प्रमुख त्यौहार है। दुनिया भर से लाखों बौद्ध अनुयायि एकट्टा होकर हर साल १४ अक्टूबर के दिन इसे दीक्षाभूमि, महाराष्ट्र में मनाते है। २० वीं सदी के मध्य में भारतीय संविधान के निर्माता, बोधिसत्व डॉ॰ बाबासाहेब आंबेडकर ने अशोक विजयादशमी के दिन १४ अक्टूबर १९५६ को नागपुर में अपने ५,००,००० अनुयायियों के साथ बौद्ध धर्म अपनाया था। डॉ॰ आंबेडकर ने जहां बौद्ध धम्म की दीक्षा ली वह भूमि आज दीक्षाभूमि के नाम से जानी जाती है। डॉ॰ आंबेडकर ने जब बौद्ध धर्म अपनाया था तब बुद्धाब्ध (बौद्ध वर्ष) २५०० था। विश्व के कई देशों एवं भारत के हर राज्यों से बौद्ध अनुयायि हर साल दीक्षाभूमि, नागपुर आकर ‘धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस’ १४ अक्टूबर को एक उत्सव के रूप में मनाते है। यह त्यौहार व्यापक रूप से डॉ॰ आंबेडकर के बौद्ध अनुयायियों द्वारा मनाया जाता है। डॉ॰ बाबासाहेब आंबेडकर ने यह दिन बौद्ध धम्म दीक्षा के चूना क्योंकि इसी दिन ईसा पूर्व ३ री सदी में सम्राट अशोक ने भी बौद्ध धर्म ग्रहन किया था। तब से यह दिवस बौद्ध इतिहास में अशोक विजयादशमी के रूप में जाना जाता था, डॉ॰ बाबासाहेब आंबेडकर ने बीसवीं सदीं में बौद्ध धर्म अपनाकर भारत से लुप्त हुए धर्म का भारत में पुनरुत्थान किया। इस त्यौहार में विश्व के प्रसिद्ध बौद्ध व्यक्ति एवं भारत के प्रमुख राजनेता भी सामिल रहते है। .

नई!!: १९५६ और धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस · और देखें »

ध्यानचंद सिंह

मेजर ध्यानचंद सिंह (२९ अगस्त, १९०५ -३ दिसंबर, १९७९) भारतीय फील्ड हॉकी के भूतपूर्व खिलाड़ी एवं कप्तान थे। भारत एवं विश्व हॉकी के सर्वश्रेष्ठ खिलाडड़ियों में उनकी गिनती होती है। वे तीन बार ओलम्पिक के स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के सदस्य रहे (जिनमें १९२८ का एम्सटर्डम ओलोम्पिक, १९३२ का लॉस एंजेल्स ओलोम्पिक एवं १९३६ का बर्लिन ओलम्पिक)। उनकी जन्मतिथि को भारत में "राष्ट्रीय खेल दिवस" के के रूप में मनाया जाता है। children.co.in/india/festivals/national-sports-day.htm उनके छोटे भाई रूप सिंह भी अच्छे हॉकी खिलाड़ी थे जिन्होने ओलम्पिक में कई गोल दागे थे। उन्हें हॉकी का जादूगर ही कहा जाता है। उन्होंने अपने खेल जीवन में 1000 से अधिक गोल दागे। जब वो मैदान में खेलने को उतरते थे तो गेंद मानों उनकी हॉकी स्टिक से चिपक सी जाती थी। उन्हें १९५६ में भारत के प्रतिष्ठित नागरिक सम्मान पद्मभूषण से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा बहुत से संगठन और प्रसिद्ध लोग समय-समय पर उन्हे 'भारतरत्न' से सम्मानित करने की माँग करते रहे हैं किन्तु अब केन्द्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार होने से उन्हे यह सम्मान प्रदान किये जाने की सम्भावना बहुत बढ़ गयी है। .

नई!!: १९५६ और ध्यानचंद सिंह · और देखें »

नवयान

नवयान भारत का बौद्ध धर्म का सम्प्रदाय हैं। नवयान का अर्थ है– नव .

नई!!: १९५६ और नवयान · और देखें »

नवाब ज़ैन यार जंग

नवाब ज़ैन यार जंग को सार्वजनिक उपक्रम के क्षेत्र में १९५६ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये आंध्र प्रदेश राज्य से हैं। श्रेणी:१९५६ पद्म भूषण.

नई!!: १९५६ और नवाब ज़ैन यार जंग · और देखें »

पद्म भूषण

पद्म भूषण सम्मान भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला तीसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, जो देश के लिये बहुमूल्य योगदान के लिये दिया जाता है। भारत सरकार द्वारा दिए जाने वाले अन्य प्रतिष्ठित पुरस्कारों में भारत रत्न, पद्म विभूषण और पद्मश्री का नाम लिया जा सकता है। पद्म भूषण रिबन .

नई!!: १९५६ और पद्म भूषण · और देखें »

पद्मावत : संजीवनी व्याख्या

पद्मावत: संजीवनी व्याख्या हिन्दी के विख्यात साहित्यकार वासुदेवशरण अग्रवाल द्वारा रचित एक टीका है जिसके लिये उन्हें सन् 1956 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९५६ और पद्मावत : संजीवनी व्याख्या · और देखें »

पाणिनीय प्रद्योतम्

पाणिनीय प्रद्योतम् मलयालम भाषा के विख्यात साहित्यकार *आई. सी. चाको द्वारा रचित एक टीका है जिसके लिये उन्हें सन् 1956 में मलयालम भाषा के लिए मरणोपरांत साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९५६ और पाणिनीय प्रद्योतम् · और देखें »

पाकिस्तान

इस्लामी जम्हूरिया पाकिस्तान या पाकिस्तान इस्लामी गणतंत्र या सिर्फ़ पाकिस्तान भारत के पश्चिम में स्थित एक इस्लामी गणराज्य है। 20 करोड़ की आबादी के साथ ये दुनिया का छठा बड़ी आबादी वाला देश है। यहाँ की प्रमुख भाषाएँ उर्दू, पंजाबी, सिंधी, बलूची और पश्तो हैं। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद और अन्य महत्वपूर्ण नगर कराची व लाहौर रावलपिंडी हैं। पाकिस्तान के चार सूबे हैं: पंजाब, सिंध, बलोचिस्तान और ख़ैबर​-पख़्तूनख़्वा। क़बाइली इलाक़े और इस्लामाबाद भी पाकिस्तान में शामिल हैं। इन के अलावा पाक अधिकृत कश्मीर (तथाकथित आज़ाद कश्मीर) और गिलगित-बल्तिस्तान भी पाकिस्तान द्वारा नियंत्रित हैं हालाँकि भारत इन्हें अपना भाग मानता है। पाकिस्तान का जन्म सन् 1947 में भारत के विभाजन के फलस्वरूप हुआ था। सर्वप्रथम सन् 1930 में कवि (शायर) मुहम्मद इक़बाल ने द्विराष्ट्र सिद्धान्त का ज़िक्र किया था। उन्होंने भारत के उत्तर-पश्चिम में सिंध, बलूचिस्तान, पंजाब तथा अफ़गान (सूबा-ए-सरहद) को मिलाकर एक नया राष्ट्र बनाने की बात की थी। सन् 1933 में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के छात्र चौधरी रहमत अली ने पंजाब, सिन्ध, कश्मीर तथा बलोचिस्तान के लोगों के लिए पाक्स्तान (जो बाद में पाकिस्तान बना) शब्द का सृजन किया। सन् 1947 से 1970 तक पाकिस्तान दो भागों में बंटा रहा - पूर्वी पाकिस्तान और पश्चिमी पाकिस्तान। दिसम्बर, सन् 1971 में भारत के साथ हुई लड़ाई के फलस्वरूप पूर्वी पाकिस्तान बांग्लादेश बना और पश्चिमी पाकिस्तान पाकिस्तान रह गया। .

नई!!: १९५६ और पाकिस्तान · और देखें »

पाकिस्तान दिवस

पाकिस्तान दिवस(یوم پاکستان; यौम-ए पाकिस्तान) या(पूर्वतः) गणतंत्रता दिवस(यौम-ए-जम्हूरिया) पाकिस्तान में मनाया जाने वाला एक राष्ट्रीय दिवस है। इसे लाहौर संकल्प और पाकिस्तान के पहले संविधान के पारित होने के उपलक्ष्य में प्रतिवर्ष 23 मार्च को मनाया जाता है। इस दिन को पाकिस्तान में पाकिस्तानी इतिहास का एक बहुत महत्वपूर्ण दिवस माना जाता है, क्योंकि इसी दिन सन 1940 में, 22 से 24 मार्च तक चले, अखिल भारतीय मुस्लिम लीग के लाहौर सत्र में, लाहौर प्रस्ताव(जिसे पाकिस्तान में क़रारदाद-ए पाकिस्तान(पाकिस्तान संकल्पना) भी कहा जाता है) की पेशकश की गई थी जिसके आधार पर ही मुस्लिम लीग ने भारत के मुसलमानों के लिये अलग देश के अधिग्रहण के लिए आंदोलन शुरू किया था। साथ ही 23 मार्च 1956 को पाकिस्तान के पहले संविधान को अपनाया गया था, जिसने रियासत-ए-पाकिस्तान को, अधिराजकीय, पाकिस्तान अधिराज्य से विश्व के पहले इस्लामी गणराज्य, इस्लामी गणराज्य पाकिस्तान में परिवर्तित कर दिया। इस दिन ("23 मार्च") को पूरे पाकिस्तान में आम छुट्टी होती है। .

नई!!: १९५६ और पाकिस्तान दिवस · और देखें »

पाकिस्तान के गवर्नर जनरल

यहाँ पाकिस्तान के स्वतंत्रता उपरांत गवर्नर-जनरल गण की सूची दी गयी है। इनका पूर्ण काल1947 – 1958 के बीच रहा। उसके बाद पाकिस्तान गणतंत्र बन गया। तब वहाँ राष्ट्रपति होने लगे।.

नई!!: १९५६ और पाकिस्तान के गवर्नर जनरल · और देखें »

पुष्पावती जनार्दनराय मेहता

पुष्पावती जनार्दनराय मेहता को सार्वजनिक उपक्रम के क्षेत्र में १९५६ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये महाराष्ट्र राज्य से हैं। श्रेणी:१९५६ पद्म भूषण.

नई!!: १९५६ और पुष्पावती जनार्दनराय मेहता · और देखें »

प्रभु लाल भटनागर

प्रभुलाल भटनागर, (8 अगस्त, 1912 - 5 अक्टूबर, 1976) विश्वप्रसिद्ध भारतीय गणितज्ञ थे। इन्हें गणित के लैटिस-बोल्ट्ज़मैन मैथड में प्रयोग किये गए भटनागर-ग्रॉस-क्रूक (बी.जी.के) कोलीज़न मॉडल के लिये जाना जाता है।। इंडियन मैथ सोसायटी। ऑब्सोल्यूट एस्ट्रॉनोमी .

नई!!: १९५६ और प्रभु लाल भटनागर · और देखें »

पैसा ही पैसा (1956 फ़िल्म)

पैसा ही पैसा 1956 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९५६ और पैसा ही पैसा (1956 फ़िल्म) · और देखें »

पॉल न्युमैन

पॉल लियोनार्ड न्युमैन (26 जनवरी 1925 - 26 सितंबर 2008) एक अमेरिकी अभिनेता, फिल्म निर्देशक, उद्यमी, मानवतावादी और ऑटो रेसिंग के शौक़ीन व्यक्ति थे। उन्होंने कई पुरस्कार जीते, जिनमें 1986 की मार्टिन स्कौर्सेसे की फिल्म द कलर ऑफ मनी में उनके अभिनय के लिए दिया गया सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का अकादमी पुरस्कार और आठ अन्य नामांकन, तीन गोल्डन ग्लोब पुरस्कार, एक बाफ्टा (BAFTA) पुरस्कार, एक स्क्रीन एक्टर्स गिल्ड पुरस्कार, एक कान फिल्म समारोह पुरस्कार, एक एमी पुरस्कार और कई मानद पुरस्कार शामिल थे। उन्होंने स्पोर्ट्स कार क्लब ऑफ अमेरिका की रोड रेसिंग में एक ड्राइवर के रूप में कई राष्ट्रीय चैंपियनशिप भी जीते और उनकी रेसिंग टीमों ने ओपन व्हील इंडीकार रेसिंग में कई प्रतियोगिताओं में जीत हासिल की। न्युमैन अपनी खुद की एक फ़ूड कंपनी के सह-संस्थापक भी थे, जहां से उन्होंने अपने समस्त कर पश्चात लाभ एवं रॉयल्टी चैरिटी को दान कर दिया। Newman's Own.com.

नई!!: १९५६ और पॉल न्युमैन · और देखें »

पॉकेटमार (1956 फ़िल्म)

पॉकेटमार 1956 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९५६ और पॉकेटमार (1956 फ़िल्म) · और देखें »

फ़िरोज़ खान नून

फिरोज खान नून, एक पाकिस्तानी राजनेता, एवं पाकिस्तान के ७वें प्रधानमंत्री थे। उनका जन्म 7 मई 1893 ई। को पाकीसतान के जिला सरगोधा की तहसील भलवाल के गांव हमोकह में हुआ था। वह सिर मोहम्मद हेयान नून के पुत्र थे। उनहोंने प्रारंभिक शिक्षा पब्लिक स्कूल भेरह जिले सरगोधा से प्राप्त की। 1905 में उन्होंने, एॅलिसन कॉलेज लाहौर में दाखिला लिया। 1912 में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए इंग्लैंड चले गए। 1916 में विलियम कॉलेज ऑक्सफोर्ड से हिस्ट्री में बीए किया। 1917 में बैरिस्टर बनकर वापस भारत चले आए। जन 1918 ई। में सरगोधा से अपनी प्रैक्टिस शुरू की। जन 1921 से जनवरी 1927 हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करते रहे। .

नई!!: १९५६ और फ़िरोज़ खान नून · और देखें »

फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संगीतकार पुरस्कार

फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संगीतकार पुरस्कार फ़िल्मफ़ेयर पत्रिका द्वारा प्रति वर्ष दिया जाने वाला पुरस्कार है। .

नई!!: १९५६ और फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संगीतकार पुरस्कार · और देखें »

फ़ॉर्मूला वन

The formula was defined in 1946; the first Formula One race was in 1947; the first World Championship season was 1950.

नई!!: १९५६ और फ़ॉर्मूला वन · और देखें »

फिफ्टी फिफ्टी (1956 फ़िल्म)

फिफ्टी फिफ्टी 1956 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९५६ और फिफ्टी फिफ्टी (1956 फ़िल्म) · और देखें »

फिलिप वी कार्डन

फिलिप वी कार्डन फूड एंड एग्रीकल्चरल आर्गनाइज़ेशन के तीसरे महानिदेशक थे। इनका कार्यकाल जनवरी १९५४ से अप्रैल १९५६ तक था। ये स.राज्य से थे। श्रेणी:एफ ए ओ.

नई!!: १९५६ और फिलिप वी कार्डन · और देखें »

फंटूश (1956 फ़िल्म)

फंटूश 1956 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९५६ और फंटूश (1956 फ़िल्म) · और देखें »

फेरारी

फेरारी S.p. A., इटली के मैरानेलो स्थित एक स्पोर्ट्स कार निर्माता है। इसकी स्थापना, 1929 में स्क्यूडेरिया फेरारी के रूप में एंज़ो फेरारी द्वारा की गई। 1947 में फेरारी S.p. के रूप में कानूनी तौर पर चलने वाले वाहनों का उत्पादन करने से पहले इस कंपनी ने चालकों को प्रायोजित किया और दौड़ में भाग लेने वाली गाड़ियों का उत्पादन किया।A. अपने सम्पूर्ण इतिहास के दौरान,दौड़ प्रतियोगिता, खास करके फ़ॉर्मूला वन Formula One में अपनी निरंतर भागीदारी के लिए यह कंपनी प्रसिद्ध रहा है जहां इसे अपार सफलता मिली.

नई!!: १९५६ और फेरारी · और देखें »

बर्मा के प्रधानमंत्री

प्रधान मंत्री बर्मा की सरकार का सर्वोच्च पद है। १९४८ से बर्मा के १० प्रधान मंत्री हो चुके है। बर्मा के सैन्य इतिहास के कारण इस पद पर कई बार सैन्य अधिकारी आसीन हुए है। .

नई!!: १९५६ और बर्मा के प्रधानमंत्री · और देखें »

बिनय रंजन सेन

बिनय रंजन सेन फूड एंड एग्रीकल्चरल आर्गनाइज़ेशन के पांचवें महानिदेशक थे। इनका कार्यकाल नवंबर १९५६ से दिसंबर १९६७ तक था। ये भारत से थे। श्रेणी:एफ ए ओ.

नई!!: १९५६ और बिनय रंजन सेन · और देखें »

बिराज बहू (1954 फ़िल्म)

बिरज बहू 1954 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९५६ और बिराज बहू (1954 फ़िल्म) · और देखें »

बुर्गुला रामकृष्ण राव

डॉ॰ बुर्गुला रामकृष्ण राव (13 मार्च,1899 - 15 सितम्बर 1967), आन्ध्र प्रदेश के राजनैतिक नेता थे। वे 6 मार्च, 1952 से 31 अक्टूबर, 1956 तक हैदराबाद राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। उनका जन्म महबूबनगर मे हुआ था। .

नई!!: १९५६ और बुर्गुला रामकृष्ण राव · और देखें »

बौद्ध धर्म

बौद्ध धर्म भारत की श्रमण परम्परा से निकला धर्म और महान दर्शन है। इसा पूर्व 6 वी शताब्धी में बौद्ध धर्म की स्थापना हुई है। बौद्ध धर्म के संस्थापक गौतम बुद्ध है। भगवान बुद्ध का जन्म 563 ईसा पूर्व में लुंबिनी, नेपाल और महापरिनिर्वाण 483 ईसा पूर्व कुशीनगर, भारत में हुआ था। उनके महापरिनिर्वाण के अगले पाँच शताब्दियों में, बौद्ध धर्म पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में फैला और अगले दो हजार वर्षों में मध्य, पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी जम्बू महाद्वीप में भी फैल गया। आज, हालाँकि बौद्ध धर्म में चार प्रमुख सम्प्रदाय हैं: हीनयान/ थेरवाद, महायान, वज्रयान और नवयान, परन्तु बौद्ध धर्म एक ही है किन्तु सभी बौद्ध सम्प्रदाय बुद्ध के सिद्धान्त ही मानते है। बौद्ध धर्म दुनिया का चौथा सबसे बड़ा धर्म है।आज पूरे विश्व में लगभग ५४ करोड़ लोग बौद्ध धर्म के अनुयायी है, जो दुनिया की आबादी का ७वाँ हिस्सा है। आज चीन, जापान, वियतनाम, थाईलैण्ड, म्यान्मार, भूटान, श्रीलंका, कम्बोडिया, मंगोलिया, तिब्बत, लाओस, हांगकांग, ताइवान, मकाउ, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया एवं उत्तर कोरिया समेत कुल 18 देशों में बौद्ध धर्म 'प्रमुख धर्म' धर्म है। भारत, नेपाल, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया, रूस, ब्रुनेई, मलेशिया आदि देशों में भी लाखों और करोडों बौद्ध हैं। .

नई!!: १९५६ और बौद्ध धर्म · और देखें »

बौद्ध धर्म के तीर्थ स्थल

विश्व में बौद्ध धर्म के बहुत से तीर्थ स्थल हैं। इनमें से कुछ प्रमुख इस प्रकार से हैं:- विहार, पगोडा, स्तूप, चैत्य, गुफा, बुद्ध मुर्ती एवं अन्य। .

नई!!: १९५६ और बौद्ध धर्म के तीर्थ स्थल · और देखें »

बौद्ध-दलित आंदोलन

दीक्षाभूमि, नागपुर यह हिंदू धर्म की वर्णाश्रम व्यवस्था में सबसे नीचे के पायदान पर रखे गए लोगों द्वारा अपनी सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक स्थिति में परिवर्तन के लिए बीसबीं सदी में चलाया गया आंदोलन है। इसका डॉ॰ भीमराव अंबेडकर जैसे नेताओं द्वारा दलितों के लिए चलाए गए आंदोलनों से गहरा संबंध है। अंबेडकर मानते थे कि दलितों का हिंदू धर्म के भीतर रहकर सामाजिक उत्थान संभव नहीं हो सकता है। इसी विचारधारा से प्रेरित होकर उन्होंने १४ अक्टूबर 1956 ई. को अपने 10,00,000 अनुयायियों के साथ नागपुर में बौद्ध धर्म स्वीकार किया। उन्होंने अपने समर्थकों को 22 बौद्ध प्रतिज्ञाओं का अनुसरण करने की सलाह दी। इस आंदोलन को श्रीलंकाइ बौद्ध भिक्षुओं का भरपूर समर्थन मिला। .

नई!!: १९५६ और बौद्ध-दलित आंदोलन · और देखें »

बृहत–पिंगल

बृहत–पिंगल गुजराती भाषा के विख्यात साहित्यकार रामनारायण पाठक द्वारा रचित एक छंद शास्त्र है जिसके लिये उन्हें सन् 1956 में गुजराती भाषा के लिए मरणोपरांत साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९५६ और बृहत–पिंगल · और देखें »

बीसवीं शताब्दी

ग्रेगरी पंचांग (कलेंडर) के अनुसार ईसा की बीसवीं शताब्दी 1 जनवरी 1901 से 31 दिसम्बर 2000 तक मानी जाती है। कुछ इतिहासवेत्ता 1914 से 1992 तक को संक्षिप्त बीसवीं शती का नाम भी देते हैं। (उन्नीसवी शताब्दी - बीसवी शताब्दी - इक्कीसवी शताब्दी - और शताब्दियाँ) दशक: १९०० का दशक १९१० का दशक १९२० का दशक १९३० का दशक १९४० का दशक १९५० का दशक १९६० का दशक १९७० का दशक १९८० का दशक १९९० का दशक ---- समय के गुज़रने को रेकोर्ड करने के हिसाब से देखा जाये तो बीसवी शताब्दी वह शताब्दी थी जो १९०१ - २००० तक चली थी। मनुष्य जाति के जीवन का लगभग हर पहलू बीसवी शताब्दी में बदल गया।.

नई!!: १९५६ और बीसवीं शताब्दी · और देखें »

भारत रत्‍न

भारत रत्न भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। यह सम्मान राष्ट्रीय सेवा के लिए दिया जाता है। इन सेवाओं में कला, साहित्य, विज्ञान, सार्वजनिक सेवा और खेल शामिल है। इस सम्मान की स्थापना 2 जनवरी 1954 में भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति श्री राजेंद्र प्रसाद द्वारा की गई थी। अन्य अलंकरणों के समान इस सम्मान को भी नाम के साथ पदवी के रूप में प्रयुक्त नहीं किया जा सकता। प्रारम्भ में इस सम्मान को मरणोपरांत देने का प्रावधान नहीं था, यह प्रावधान 1955 में बाद में जोड़ा गया। तत्पश्चात् 13 व्यक्तियों को यह सम्मान मरणोपरांत प्रदान किया गया। सुभाष चन्द्र बोस को घोषित सम्मान वापस लिए जाने के उपरान्त मरणोपरान्त सम्मान पाने वालों की संख्या 12 मानी जा सकती है। एक वर्ष में अधिकतम तीन व्यक्तियों को ही भारत रत्न दिया जा सकता है। उल्लेखनीय योगदान के लिए भारत सरकार द्वारा दिए जाने वाले सम्मानों में भारत रत्न के पश्चात् क्रमशः पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री हैं। .

नई!!: १९५६ और भारत रत्‍न · और देखें »

भारत के महाराज्यपाल

भारत के महाराज्यपाल या गवर्नर-जनरल (१८५८-१९४७ तक वाइसरॉय एवं गवर्नर-जनरल अर्थात राजप्रतिनिधि एवं महाराज्यपाल) भारत में ब्रिटिश राज का अध्यक्ष और भारतीय स्वतंत्रता उपरांत भारत में, ब्रिटिश सम्प्रभु का प्रतिनिधि होता था। इनका कार्यालय सन 1773 में बनाया गया था, जिसे फोर्ट विलियम की प्रेसीडेंसी का गवर्नर-जनरल के अधीन रखा गया था। इस कार्यालय का फोर्ट विलियम पर सीधा नियंत्रण था, एवं अन्य ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के अधिकारियों का पर्यवेक्षण करता था। सम्पूर्ण ब्रिटिश भारत पर पूर्ण अधिकार 1833 में दिये गये और तब से यह भारत के गवर्नर-जनरल बन गये। १८५८ में भारत ब्रिटिश शासन की अधीन आ गया था। गवर्नर-जनरल की उपाधि उसके भारतीय ब्रिटिश प्रांत (पंजाब, बंगाल, बंबई, मद्रास, संयुक्त प्रांत, इत्यादि) और ब्रिटिष भारत, शब्द स्वतंत्रता पूर्व काल के अविभाजित भारत के इन्हीं ब्रिटिश नियंत्रण के प्रांतों के लिये प्रयोग होता है। वैसे अधिकांश ब्रिटिश भारत, ब्रिटिश सरकार द्वारा सीधे शासित ना होकर, उसके अधीन रहे शासकों द्वारा ही शासित होता था। भारत में सामंतों और रजवाड़ों को गवर्नर-जनरल के ब्रिटिश सरकार के प्रतिनिधि होने की भूमिका को दर्शित करने हेतु, सन १८५८ से वाइसरॉय एवं गवर्नर-जनरल ऑफ इंडिया (जिसे लघुरूप में वाइसरॉय कहा जाता था) प्रयोग हुई। वाइसरॊय उपाधि १९४७ में स्वतंत्रता उपरांत लुप्त हो गयी, लेकिन गवर्नर-जनरल का कार्यालय सन १९५० में, भारतीय गणतंत्रता तक अस्तित्व में रहा। १८५८ तक, गवर्नर-जनरल को ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के निदेशकों द्वारा चयनित किया जाता था और वह उन्हीं को जवाबदेह होता था। बाद में वह महाराजा द्वारा ब्रिटिश सरकार, भारत राज्य सचिव, ब्रिटिश कैबिनेट; इन सभी की राय से चयन होने लगा। १९४७ के बाद, सम्राट ने उसकी नियुक्ति जारी रखी, लेकिन भारतीय मंत्रियों की राय से, ना कि ब्रिटिश मंत्रियों की सलाह से। गवर्नर-जनरल पांच वर्ष के कार्यकाल के लिये होता था। उसे पहले भी हटाया जा सकता था। इस काल के पूर्ण होने पर, एक अस्थायी गवर्नर-जनरल बनाया जाता था। जब तक कि नया गवर्नर-जनरल पदभार ग्रहण ना कर ले। अस्थायी गवर्नर-जनरल को प्रायः प्रान्तीय गवर्नरों में से चुना जाता था। .

नई!!: १९५६ और भारत के महाराज्यपाल · और देखें »

भारत के राज्य तथा केन्द्र-शासित प्रदेश

भारत राज्यों का एक संघ है। इसमें उन्तीस राज्य और सात केन्द्र शासित प्रदेश हैं। ये राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश पुनः जिलों और अन्य क्षेत्रों में बांटे गए हैं।.

नई!!: १९५६ और भारत के राज्य तथा केन्द्र-शासित प्रदेश · और देखें »

भारत के राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों की स्थापना तिथि अनुसार सूची

भारत के राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों की स्थापना तिथि अनुसार सूची में भारत के राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश अपनी स्थापना तिथि के साथ दिए गए हैं। .

नई!!: १९५६ और भारत के राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों की स्थापना तिथि अनुसार सूची · और देखें »

भारत के सम्राट

ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ इंडिया का सितारा, जो ब्रिटिश साम्राज्यिक भारत के बिल्ले (चिह्न) के रूप में प्रयोग होता था। ”’भारत के सम्राट’”/”’साम्राज्ञी”, ”’ बादशाह-ए-हिं””, ”’ एम्परर/एम्प्रैस ऑफ इण्डिय”” वह उपाधि थी, जो कि अंतिम भारतीय मुगल शासक बहादुर_शाह_द्वितीय एवं भारत में ब्रिटिश राज के शासकों हेतु प्रयोग होती थी। कभी भारत के सम्राट उपाधि, भारतीय सम्राटों, जैसे मौर्य वंश के अशोक-महान। या मुगल_बादशाह अकबर-महान के लिये भी प्रयोग होती है। वैसे उन्होंने कभी भी यह उपाधियां अपने लिये नहीं घोषित कीं। .

नई!!: १९५६ और भारत के सम्राट · और देखें »

भारत के अभयारण्य

भारत में 500 से अधिक प्राणी अभयारण्य हैं, जिन्हें वन्य जीवन अभयारण्य (IUCN श्रेणी IV सुरक्षित क्षेत्र) कहा जाता है। इनमें से 28 बाघ अभयारण्य बाघ परियोजना द्वारा संचालित हैं, जो बाघ-संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण हैं। कुछ वन्य अभयारण्यों को पक्षी-अभयारण्य कहा जाता रहा है, (जैसे केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान) जब तक कि उन्हें राष्ट्रीय उद्यान का दर्ज़ा नहीं मिल गया। कई राष्ट्रीय उद्यान पहले वन्य जीवन अभयारण्य ही थे। कुछ वन्य जीवन अभयारण्य संरक्षण हेतु राष्ट्रीय महत्व रखते हैं, अपनी कुछ मुख्य प्राणी प्रजातियों के कारण। अतः उन्हें राष्ट्रीय वन्य जीवन अभयारण्य कहा जाता है, जैसे.

नई!!: १९५६ और भारत के अभयारण्य · और देखें »

भारतीय तत्त्वशास्त्रमु

भारतीय तत्त्वशास्त्रमु तेलुगू भाषा के विख्यात साहित्यकार बुलुस वेंकटेश्वरुलु द्वारा रचित एक डॉ॰ राधाकृष्णन की हिस्ट्री ऑफ़ इंडियन फिलॉसफ़ी का अनुवाद है जिसके लिये उन्हें सन् 1956 में तेलुगू भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९५६ और भारतीय तत्त्वशास्त्रमु · और देखें »

भारतीय हॉकी टीम

भारतीय हॉकी टीम भारत की राष्ट्रीय मैदानी हॉकी टीम है। 1928 में भारतीय हॉकी टीम अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ की पहली गैर यूरोपीय सदस्य टीम बनी। भारत-मलेशिया हॉकी मैच, दिल्ली, ५ अक्टूबर २०१० 1928 में, टीम ने अपना पहला ओलंपिक स्वर्ण पदक जीता और 1956 तक ओलंपिक में भारतीय पुरुष टीम नाबाद रही, लगातार छह स्वर्ण पदक जीते। भारतीय हॉकी टीम ने अबतक आठ ओलंपिक स्वर्ण पदक जीते है, जो सभी राष्ट्रीय टीमों से अधिक है। .

नई!!: १९५६ और भारतीय हॉकी टीम · और देखें »

भारतीय कवियों की सूची

इस सूची में उन कवियों के नाम सम्मिलित किये गये हैं जो.

नई!!: १९५६ और भारतीय कवियों की सूची · और देखें »

भाई भाई (1956 फ़िल्म)

भाई भाई 1956 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९५६ और भाई भाई (1956 फ़िल्म) · और देखें »

भगवान बुद्ध और उनका धम्म

भगवान बुद्ध और उनका धम्म यह डॉ॰ बाबासाहेब आंबेडकर द्वारा रचित प्रसिद्ध ग्रन्थ है। यह तथागत बुद्ध के जीवन और बौद्ध धर्म के सिद्धान्तों पर प्रकाश डालता है। यह डॉ॰ बाबासाहेब आंबेडकर द्वारा रचित अंतिम ग्रन्थ है। यह ग्रंथ भारतीय बौद्धों द्वारा एक पवित्र पाठ के रूप में व्यवहार में उपयोग किया जाता है। यह ग्रंथ नवयानी बौद्ध अनुयायिओं का धर्मग्रंथ है। संपूर्ण विश्व भर और मुख्यत: बौद्ध जगत में यह ग्रंथ अत्यंत महत्त्वपूर्ण है। यह ग्रंथ पहली बार बाबासाहेब के महापरिनिर्वाण ६ दिसंबर १९५६ के बाद १९५७ में प्रकाशित हुआ था। यह फिर से सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा १९७९ में 'डॉ.

नई!!: १९५६ और भगवान बुद्ध और उनका धम्म · और देखें »

भीमराव आम्बेडकर

भीमराव रामजी आम्बेडकर (१४ अप्रैल, १८९१ – ६ दिसंबर, १९५६) बाबासाहब आम्बेडकर के नाम से लोकप्रिय, भारतीय विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और समाजसुधारक थे। उन्होंने दलित बौद्ध आंदोलन को प्रेरित किया और अछूतों (दलितों) के खिलाफ सामाजिक भेद भाव के विरुद्ध अभियान चलाया। श्रमिकों और महिलाओं के अधिकारों का समर्थन किया। वे स्वतंत्र भारत के प्रथम कानून मंत्री, भारतीय संविधान के प्रमुख वास्तुकार एवं भारत गणराज्य के निर्माताओं में से एक थे। आम्बेडकर विपुल प्रतिभा के छात्र थे। उन्होंने कोलंबिया विश्वविद्यालय और लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स दोनों ही विश्वविद्यालयों से अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधियाँ प्राप्त की। उन्होंने विधि, अर्थशास्त्र और राजनीति विज्ञान के शोध कार्य में ख्याति प्राप्त की। जीवन के प्रारम्भिक करियर में वह अर्थशास्त्र के प्रोफेसर रहे एवम वकालत की। बाद का जीवन राजनीतिक गतिविधियों में बीता; वह भारत की स्वतंत्रता के लिए प्रचार और बातचीत में शामिल हो गए, पत्रिकाओं को प्रकाशित करने, राजनीतिक अधिकारों की वकालत करने और दलितों के लिए सामाजिक स्वतंत्रता की वकालत और भारत की स्थापना में उनका महत्वपूर्ण योगदान था। 1956 में उन्होंने बौद्ध धर्म अपना लिया। 1990 में, उन्हें भारत रत्न, भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से मरणोपरांत सम्मानित किया गया था। आम्बेडकर की विरासत में लोकप्रिय संस्कृति में कई स्मारक और चित्रण शामिल हैं। .

नई!!: १९५६ और भीमराव आम्बेडकर · और देखें »

मनमोहन सिंह

मनमोहन सिंह (ਮਨਮੋਹਨ ਸਿੰਘ; जन्म: २६ सितंबर १९३२) भारत गणराज्य के १३वें प्रधानमन्त्री थे। साथ ही साथ वे एक अर्थशास्त्री भी हैं। लोकसभा चुनाव २००९ में मिली जीत के बाद वे जवाहरलाल नेहरू के बाद भारत के पहले ऐसे प्रधानमन्त्री बन गये हैं, जिनको पाँच वर्षों का कार्यकाल सफलता पूर्वक पूरा करने के बाद लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने का अवसर मिला है। इन्हें २१ जून १९९१ से १६ मई १९९६ तक पी वी नरसिंह राव के प्रधानमंत्रित्व काल में वित्त मन्त्री के रूप में किए गए आर्थिक सुधारों के लिए भी श्रेय दिया जाता है। .

नई!!: १९५६ और मनमोहन सिंह · और देखें »

महाराष्ट्र के राज्यपालों की सूची

यह सूची भारत के भूतपूर्व बॉम्बे राज्य और वर्तमान महाराष्ट्र राज्य के राज्यपालों की है। राज्यपाल का आधिकारिक आवास राजभवन है जो राजधानी मुम्बई में स्थित है। .

नई!!: १९५६ और महाराष्ट्र के राज्यपालों की सूची · और देखें »

मार्टिना नवरातिलोवा

मार्टिना नवरातिलोवा मार्टिना नवरातिलोवा (जन्म: 18 अक्टूबर, 1956) एक महिला टेनिस खिलाड़ी हैं। 100px .

नई!!: १९५६ और मार्टिना नवरातिलोवा · और देखें »

मालती जोशी

मालती जोशी एक हिन्दी लेखिका हैं, जिन्हें २०१८ में साहित्य तथा शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदानों के लिए पद्म श्री से सम्मानित किया गया। मालती जोशी का जन्म ४ जून १९३४ को औरंगाबाद में हुआ था। आपने आगरा विश्वविद्यालय से वर्ष १९५६ में हिन्दी विषय से एम.ए. की शिक्षा ग्रहण की। अब तक अनगिनत कहानियां, बाल कथायें व उपन्यास प्रकाशित कर चुकी हैं। इनमें से अनेक रचनाओं का विभिन्न भारतीय व विदेशी भाषाओं में अनुवाद भी किया जा चुका है। कई कहानियों का रंगमंचन रेडियो व दूर दर्शन पर नाट्य रूपान्तर भी प्रस्तुत किया जा चुका है। कुछ पर जया बच्चन द्वारा दूरदर्शन धारावाहिक सात फेरे का निर्माण किया गया है तथा कुछ कहानियां गुलज़ार के दूरदर्शन धारावाहिक किरदार में तथा भावना धारावाहिक में शामिल की जा चुकी हैं। इन्हें हिन्दी व मराठी की विभिन्न व साहित्यिक संस्थाओं द्वारा सम्मानित व पुरस्कृत किया जा चुका है। मध्य प्रदेश हिन्दी साहित्य सम्मेलन द्वारा वर्ष १९९८ के भवभूति अलंकरण सम्मान से विभूषित किया जा चुका है। मालती जोशी जी कि कहानियां मन को छूने वाली होती हैं। अपनी कहानियों के बारे में, वे कहती हैं, ' जीवन की छोटी-छोटी अनुभूतियों को, स्मरणीय क्षणों को मैं अपनी कहानियों में पिरोती रही हूं। ये अनुभूतियां कभी मेरी अपनी होती हैं कभी मेरे अपनों की। और इन मेरे अपनों की संख्या और परिधि बहुत विस्तृत है। वैसे भी लेखक के लिए आप पर भाव तो रहता ही नहीं है। अपने आसपास बिखरे जगत का सुख-दु:ख उसी का सुख-दु:ख हो जाता है। और शायद इसीलिये मेरी अधिकांश कहानियां "मैं” के साथ शुरू होती हैं।' मालती जोशी का पता है स्नेहबंध, ५०-दीपक सोसाइटी, चूना भट्टी- कोलार रोड, भोपाल .

नई!!: १९५६ और मालती जोशी · और देखें »

मालाबार

मालाबार केरल राज्य में अवस्थित पश्चिमी घाट और अरब सागर के बीच भारतीय प्रायद्वीप के पश्चिम तट के समानांतर एक संकीर्ण तटवर्ती क्षेत्र है। जब स्‍वतंत्र भारत में छोटी रियासतों का विलय हुआ तब त्रावनकोर तथा कोचीन रियासतों को मिलाकर १ जुलाई, १९४९ को त्रावनकोर-कोचीन राज्य बना दिया गया, किंतु मालाबार मद्रास प्रांत के अधीन रहा। राज्य पुनर्गठन अधिनियम, १९५६ के तहत त्रावनकोर-कोचीन राज्य तथा मालाबार को मिलाकर १ नवंबर, १९५६ को केरल राज्य बनाया गया। केरल के अधिकांश द्वीप जो त्रावणकोर-मालाबार राज्य में आते थे, अब एर्नाकुलम जिले में आते हैं। मालाबार क्षेत्र के अंतर्गत पर्वतों का अत्यधिक आर्द्र क्षेत्र आता है। वनीय वनस्पति में प्रचुर होने के साथ-साथ इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण वाणिज्यिक फसलों, जैसे नारियल, सुपारी, काली मिर्च, कॉफी और चाय, रबड़ तथा काजू का उत्‍पादन किया जाता है। मालाबार क्षेत्र केरल का बड़ा व्यावसायिक क्षेत्र माना जाता है। यहाँ उच्चकोटि के कागज का भी निर्माण होता है। यहां पर एशिया की सबसे मशहूर प्लाईवुड फैक्टरी भी स्थित है। इसके अलावा यहां के निकटवर्ती स्थानों पर फूलों के उत्पादन तथा उनके निर्यात के प्रमुख केंद्र भी स्थित हैं। हस्तकला की वस्तुओं तथा बीड़ी आदि का उत्पादन भी मालाबार में काफी होता है। मालाबार तट पर बसे हुए कण्णूर नगर में पयंबलम, मुझापूलंगड तथा मियामी जैसे सुंदर बीच हैं जो अभी पर्यटकों में अधिक प्रसिद्ध नहीं हैं, अतएव शांत वातावरण बनाए हुए हैं। यहां पायथल मलै नामक आकर्षक पर्वतीय स्थल भी है। निकट ही यहां का सर्प उद्यान है जहां पर अनेक प्रकार के सांपों का प्रदर्शन किया गया है। इस स्थान पर सर्पदंश चिकित्सा केंद्र भी बना है। मालाबार में मलावलतम नदी के किनारे पर परासनी कडायू का प्रसिद्ध मंदिर है, जो केवल हिंदू ही नहीं बल्कि अन्य सभी जातियों के लिए भी समान रूप से खुला है। यह मुथप्पन भगवान का मंदिर माना जाता है जो शिकारियों के देवता हैं। इसीलिए इस मंदिर में कांसे के बने हुए कुत्तों की मूर्तियां हैं। यहां ताड़ी तथा मांस का प्रसाद मिलता है तथा यहां के पुजारी दलित वर्ग के होते हैं। केरल की अधिकांश मुस्लिम आबादी, जिन्हें मप्पिला कहते हैं इसी क्षेत्र में निवास करती हैं। मालाबार के हिन्दुओं में गुड़ी पड़वा उत्सव का विशेष महत्त्व है। मालाबार क्षेत्र के प्राकृतिक सौंदर्य, संस्कृति तथा प्रदूषण रहित वातावरण को देख कर मन खुश हो जाता है। वास्को डा गामा की यात्रा के ५०० वर्ष पूरे होने के कारण यह स्थान विश्व प्रसिद्धि प्राप्त कर चुका है। मालाबार में कालीकट से १६ कि॰मी॰ दूर कापड़ बीच है, जहां २१ मई, १४९८ को वास्को दा गामा ने पहला कदम भारत की भूमि पर रखा था। प्रभासाक्षी पर .

नई!!: १९५६ और मालाबार · और देखें »

मालुर श्रीनिवास तिरुमलै अयंगार

मालुर श्रीनिवास तिरुमलै अयंगार को प्रशासकीय सेवा के क्षेत्र में १९५६ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये तमिलनाडु राज्य से हैं। श्रेणी:१९५६ पद्म भूषण.

नई!!: १९५६ और मालुर श्रीनिवास तिरुमलै अयंगार · और देखें »

मिज़ूरी

अमेरिका के मानचित्र पर मिज़ूरी (Missouri) आयोवा, इलिनॉय, केन्टकी, टेनेसी, अर्कन्सास, ओक्लाहोमा, केन्सास और नेब्रास्का से घिरा संयुक्त राज्य अमेरिका के मध्य-पश्चिम क्षेत्र का एक राज्य है। मिसौरी सबसे अधिक जनसंख्या वाला 18वां राज्य है जिसकी 2009 में अनुमानित जनसंख्या 5,987,580 थी। यह 114 प्रान्तों और एक स्वतंत्र शहर से मिलकर बना है। मिसौरी की राजधानी जेफ़रसन शहर है। तीन सबसे बड़े शहरी क्षेत्र सेंट लुई, कन्सास शहर और स्प्रिंगफील्ड हैं। मिसौरी को मूल रूप से लुइसियाना खरीद के भाग के रूप में फ्रांस से अधिग्रहण किया गया था। मिसौरी राज्य क्षेत्र के भाग को 10 अगस्त 1821 में 24वें राज्य के रूप में संघ में शामिल कर लिया गया। मिसौरी में राष्ट्र के जनसांख्यिकीय, आर्थिक और राजनैतिक क्षेत्र में शहरी और ग्रामीण संस्कृति का मिश्रण देखने को मिलता है। इसे लंबे समय से एक राजनीतिक कसौटी राज्य माना जाता रहा है। 1956 और 2008 को छोड़कर, मिसौरी के U.S. राष्ट्रपति के पद के चुनाव के परिणाम ने 1904 से प्रत्येक चुनाव में संयुक्त राज्य अमेरिका के अगले राष्ट्रपति की सही-सही भविष्यवाणी की है। यह मध्य पश्चिमी और दक्षिणी दोनों संस्कृतियों से प्रभावित है और अपने इतिहास में एक सीमा राज्य के रूप में प्रदर्शित है। यह पूर्वी और पश्चिमी संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच एक अवस्थांतर भी है क्योंकि सेंट लुई को अक्सर "सुदूर-पश्चिमी पूर्वी शहर" और कन्सास शहर को "सुदूर-पूर्वी पश्चिमी शहर" कहते हैं। मिसौरी के भूगोल में अत्यधिक विविधता है। राज्य का उत्तरी भाग विच्छेदित गोल मैदानों में पड़ता है जबकि दक्षिणी भाग ओज़ार्क पर्वतों (विच्छेदित पठार) में पड़ता है जिसे मिसोरी नदी दो भागों में बांटती है। मिसिसिपी और मिसौरी नदियों का संगम सेंट लुई के पास स्थित है। .

नई!!: १९५६ और मिज़ूरी · और देखें »

मुत्तुलक्ष्मी रेड्डी

मुत्तुलक्ष्मी रेड्डी को चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में १९५६ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये तमिलनाडु राज्य से हैं। श्रेणी:१९५६ पद्म भूषण.

नई!!: १९५६ और मुत्तुलक्ष्मी रेड्डी · और देखें »

मैनचेस्टर यूनाइटेड एफ़.सी.

मैनचेस्टर युनाइटेड फुटबॉल क्लब ग्रेटर मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रेफोर्ड में स्थित एक इंग्लिश फुटबॉल क्लब है जो दुनिया में सबसे अधिक लोकप्रिय फुटबॉल क्लबों में से एक है। क्लब 1992 में प्रीमियर लीग का एक संस्थापक सदस्य था और सिवाए 1974-75 के सत्र के, 1938 के बाद से ही, इंग्लिश फुटबॉल की शीर्ष श्रेणी में खेलता रहा है। 1964-65 के बाद से ही सभी छह सत्रों के दौरान क्लब में दर्शकों की औसत उपस्थिति इंग्लिश फुटबॉल की किसी भी अन्य टीम के मुकाबले अधिक रही है। 2008-09 प्रीमियर लीग और 2008 फीफा क्लब विश्व कप जीतने के साथ ही मैनचेस्टर युनाइटेड इंग्लिश चैंपियन और क्लब विश्व कप के श्रेष्ठ धारक बन गये हैं। क्लब इंग्लिश फुटबॉल क्लब के इतिहास में सबसे सफल क्लबों में से एक है और नवंबर 1986 में एलेक्स फर्ग्यूसन के मैनेजर बनने के बाद इसने 22 बड़े पुरस्कार अर्जित किये हैं। सन् 1968 में बेन्फिका को 4-1 से हरा कर यूरोपीय कप जीतने वाला यह पहला इंग्लिश क्लब बना.

नई!!: १९५६ और मैनचेस्टर यूनाइटेड एफ़.सी. · और देखें »

मैनहटन

न्यू जर्सी के हैमिल्टन पार्क से मैनहटन. मैनहटन न्यूयॉर्क शहर के नगरों में से एक है। हडसन नदी के मुंहाने पर मुख्य रूप से मैनहटन द्वीप पर स्थित, इस नगर की सीमाएं न्यूयॉर्क राज्य के न्यूयॉर्क प्रान्त नामक एक मूल प्रान्त की सीमाओं के समान हैं। इसमें मैनहटन द्वीप और कई छोटे-छोटे समीपवर्ती द्वीप: रूज़वेल्ट द्वीप, रंडाल्स द्वीप, वार्ड्स द्वीप, गवर्नर्स द्वीप, लिबर्टी द्वीप, एलिस द्वीप, 523 यू.एस.

नई!!: १९५६ और मैनहटन · और देखें »

मैनुएल ए ऑड्रिया

मैनुएल ए ऑड्रिया १९४८-१९५६ तक पेरू के राष्ट्रपति थे।.

नई!!: १९५६ और मैनुएल ए ऑड्रिया · और देखें »

मेम साहिब (1956 फ़िल्म)

मेम साहिब 1956 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९५६ और मेम साहिब (1956 फ़िल्म) · और देखें »

मेलबॉर्न क्रिकेट ग्राउंड

यह क्रिकेट मैदान ऑस्ट्रेलिया के मेलबोर्न शहर में स्थित है। मेलबोर्न क्रिकेट मैदान आस्ट्रेलिया के यारा पार्क में स्थित एक प्रमुख खेल का मैदान है। मेलबोर्न क्रिकेट क्लब का घरेलु मैदान भी है। यह आस्ट्रेलिया का सबसे बड़ा स्टेडियम, विश्व का सबसे बड़ा क्रिकेंट स्टेडियम, दुनिया का दंसवा बड़ा स्टेडियम है। मेलबोर्न क्रिकेट मैदान 1956 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक का मुख्य केन्द्र तथा 2006 के राष्ट्र्मंडल खेल का भी मुख्य मैदान रहा है। श्रेणी:ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट मैदान श्रेणी:विश्व के प्रमुख खेल मैदान श्रेणी:आस्ट्रेलिया के प्रमुख खेल मैदान.

नई!!: १९५६ और मेलबॉर्न क्रिकेट ग्राउंड · और देखें »

मेघनाद साहा

मेघनाद साहा (६ अक्टूबर १८९३ - १६ फरवरी, १९५६) सुप्रसिद्ध भारतीय खगोलविज्ञानी (एस्ट्रोफिजिसिस्ट्) थे। वे साहा समीकरण के प्रतिपादन के लिये प्रसिद्ध हैं। यह समीकरण तारों में भौतिक एवं रासायनिक स्थिति की व्याख्या करता है। उनकी अध्यक्षता में गठित विद्वानों की एक समिति ने भारत के राष्ट्रीय शक पंचांग का भी संशोधन किया, जो २२ मार्च १९५७ (१ चैत्र १८७९ शक) से लागू किया गया। इन्होंने साहा नाभिकीय भौतिकी संस्थान तथा इण्डियन एसोसियेशन फॉर द कल्टिवेशन ऑफ साईन्स नामक दो महत्त्वपूर्ण संस्थाओं की स्थापना की। .

नई!!: १९५६ और मेघनाद साहा · और देखें »

योस्त गिप्पेर्त

योस्त गिप्पेर्त (Jost Gippert,; (जन्म १२ मार्च १९५६, विन्ज़-नीदेर्वेनिगेर्न में, अभी हत्तिनगेन) योहान वुल्फगांग गेटे यूनिवर्सिटी फ़्रैंकफ़र्ट (जर्मनी) में प्रयोगात्मक भाषाविज्ञान के संस्थान में तुलनात्मक भाषाविज्ञान के प्रोफ़ेसर हैं। योस्त गिप्पेर्त भाषा- एवं कॉकस-वैज्ञानिक और लेखक भी हैं। .

नई!!: १९५६ और योस्त गिप्पेर्त · और देखें »

राज हठ (1956 फ़िल्म)

राज हठ 1956 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९५६ और राज हठ (1956 फ़िल्म) · और देखें »

राजधानी (1956 फ़िल्म)

राजधानी 1956 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९५६ और राजधानी (1956 फ़िल्म) · और देखें »

राजशेखर बोस

राजशेखर बोस को साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में १९५६ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल राज्य से हैं। श्रेणी:१९५६ पद्म भूषण.

नई!!: १९५६ और राजशेखर बोस · और देखें »

रुक्मिणी देवी अरुंडेल

रुक्मिणी देवी अरुंडेल रुक्मिणी देवी अरुंडेल (२९ फरवरी १९०४- २४ फरवरी १९८६) प्रसिद्ध भारतीय नृत्यांगना थीं। इन्होंने भरतनाट्यम में भक्तिभाव भरा तथा नृत्य की एक अपनी परंपरा आरम्भ की। इनको कला के क्षेत्र में १९५६ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। 1920 के दशक में जब भरतनाट्यम को अच्छी नृत्य शैली नहीं माना जाता था और लोग इसका विरोध करते थे, तब भी उन्होंने न केवल इसका समर्थन किया बल्कि इस कला को अपनाया भी। नृत्य सीखने के साथ-साथ उन्होंने तमाम विरोधों के बावजूद इसे मंच पर प्रस्तुत भी किया। .

नई!!: १९५६ और रुक्मिणी देवी अरुंडेल · और देखें »

रॉड लेवर

श्रेणी:टेनिस खिलाड़ी श्रेणी:पुरुष टेनिस खिलाड़ी श्रेणी:टेनिस ग्रैंड स्लैम विजेता.

नई!!: १९५६ और रॉड लेवर · और देखें »

शतरंज (1956 फ़िल्म)

शतरंज 1956 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९५६ और शतरंज (1956 फ़िल्म) · और देखें »

शिरीं फ़रहाद (1956 फ़िल्म)

शिरीं फ़रहाद 1956 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९५६ और शिरीं फ़रहाद (1956 फ़िल्म) · और देखें »

शिक्षक दिवस

विश्व के कुछ देशों में शिक्षकों (गुरुओं) को विशेष सम्मान देने के लिये शिक्षक दिवस का आयोजन होता है। कुछ देशों में छुट्टी रहती है जबकि कुछ देश इस दिन कार्य करते हुए मनाते हैं। भारत के भूतपूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन (५ सितंबर) भारत में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। .

नई!!: १९५६ और शिक्षक दिवस · और देखें »

श्रीमती ४२० (1956 फ़िल्म)

श्रीमती ४२० 1956 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९५६ और श्रीमती ४२० (1956 फ़िल्म) · और देखें »

श्रीलंकाई गृहयुद्ध का इतिहास

श्रीलंकाई गृहयुद्ध श्रीलंका में बहुसंख्यक सिंहला और अल्पसंख्यक तमिलो के बीच २३ जुलाई, १९८३ से आरंभ हुआ गृहयुद्ध है। मुख्यतः यह श्रीलंकाई सरकार और अलगाववादी गुट लिट्टे के बीच लड़ा जाने वाला युद्ध है। ३० महीनों के सैन्य अभियान के बाद मई २००९ में श्रीलंकाई सरकार ने लिट्टे को परास्त कर दिया। लगभग २५ वर्षों तक चले इस गृहयुद्ध में दोनों ओर से बड़ी संख्या में लोग मारे गए और यह युद्ध द्वीपीय राष्ट्र की अर्थव्यस्था और पर्यावरण के लिए घातक सिद्ध हुआ। लिट्टे द्वारा अपनाई गई युद्ध-नीतियों के चलते ३२ देशों ने इसे आतंकवादी गुटो की श्रेणी में रखा जिनमें भारत, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, यूरोपीय संघ के बहुत से सदस्य राष्ट्र और अन्य कई देश हैं। एक-चौथाई सदी तक चले इस जातीय संघर्ष में सरकारी आँकड़ों के अनुसार ही लगभग ८०,००० लोग मारे गए हैं। .

नई!!: १९५६ और श्रीलंकाई गृहयुद्ध का इतिहास · और देखें »

श्रीकांत वर्मा

श्रीकांत वर्मा (Shrikant verma) (१८ नवंबर १९३१- १९८६) का जन्म बिलासपुर (bilaspur), मध्य प्रदेश में हुआ। वे गीतकार, कथाकार तथा समीक्षक के रूप में जाने जाते हैं। ये राजनीति से भी जुडे थे तथा लोकसभा के सदस्य रहे। १९५७ में प्रकाशित भटका मेघ, १९६७ में प्रकाशित मायादर्पण और दिनारम्भ, १९७३ में प्रकाशित जलसाघर और १९८४ में प्रकाशित मगध इनकी काव्य-कृतियाँ हैं। 'झाडियाँ तथा 'संवाद इनके कहानी-संग्रह है। 'बीसवीं शताब्दी के अंधेरे में एक आलोचनात्मक ग्रंथ है। उनकी प्रारंभिक शिक्षा बिलासपुर(bilaspur) तथा रायपुर(raipur) में हुई तथा नागपुर विश्वविद्यालय से १९५६ में उन्होंने हिन्दी साहित्य में स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त की। इसके बाद वे दिल्ली चले गए और वहाँ विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में लगभग एक दशक तक पत्रकार के रूप में कार्य किया। १९६६ से १९७७ तक वे दिनमान के विशेष संवाददाता रहे। १९७६ में काँग्रेस के के टिकट पर चुनाव जीतकर वे राज्य सभा के सदस्य बने। और सत्तरवें दशक के उत्तरार्ध से ८०वें दशक के पूर्वार्ध तक पार्टी के प्रवक्ता के रूप में कार्य करते रहे। १९८० में वे इंदिरा गांधी के राष्ट्रीय चुनाव अभियान के प्रमुख प्रबंधक रहे और १९८४ में राजीव गांधी के परामर्शदाता तथा राजनीतिक विश्लेषक के रूप में कार्य करते रहे। कांग्रेस को अपना "गरीबी हटाओ" का अमर स्लोगन दिया.

नई!!: १९५६ और श्रीकांत वर्मा · और देखें »

शैलेश मटियानी

शैलेश मटियानी (१४ अक्टूबर १९३१ - २४ अप्रैल २००१) आधुनिक हिन्दी साहित्य-जगत् में नयी कहानी आन्दोलन के दौर के कहानीकार एवं प्रसिद्ध गद्यकार थे। उन्होंने 'बोरीवली से बोरीबन्दर' तथा 'मुठभेड़', जैसे उपन्यास, चील, अर्धांगिनी जैसी कहानियों के साथ ही अनेक निबंध तथा प्रेरणादायक संस्मरण भी लिखे हैं। उनके हिन्दी साहित्य के प्रति प्रेरणादायक समर्पण व उत्कृष्ट रचनाओं के फलस्वरूप आज भी उत्तराखण्ड सरकार द्वारा उत्तराखण्ड राज्य में पुरस्कार का वितरण होता है। .

नई!!: १९५६ और शैलेश मटियानी · और देखें »

सनी देओल

अजय सिंह देओल (जन्म: 19 अक्टूबर, 1956) हिन्दी फ़िल्मों के एक भारतीय अभिनेता हैं। वह बीते जमाने के मशहूर बॉलीवुड अभिनेता धर्मेन्द्र के पुत्र है। तथा इनकी माता का नाम प्रकाश कौर तथा हेमा मालिनी इनकी सौतेली मां है। सनी देओल के भाई का नाम बॉबी देओल है। .

नई!!: १९५६ और सनी देओल · और देखें »

सर हर्बर्ट ब्रॉडले

सर हर्बर्ट ब्रॉडले फूड एंड एग्रीकल्चरल आर्गनाइज़ेशन के चौथे महानिदेशक थे। इनका कार्यकाल अप्रैल १९५६ से नवंबर १९५६ तक था। ये यूके से थे। श्रेणी:एफ ए ओ.

नई!!: १९५६ और सर हर्बर्ट ब्रॉडले · और देखें »

सरोजिनी साहू

सरोजिनी साहू (ओड़िया: ସରୋଜିନୀ ସାହୁ) ओड़िया भाषा की एक प्रमुख साहित्यकार हैं। वे स्त्री विमर्श से जुड़ी कृतियों के लिए विशेष रूप से चर्चित रही हैं। सरोजिनी चेन्नई स्थित अंग्रेजी पत्रिका इंडियन एज ('Indian AGE) की सहयोगी संपादक हैं। कोलकाता की अंग्रेजी पत्रिका “किंडल” ने उन्हे भारत की 25 असाधारण महिलाओं में शुमार किया है। .

नई!!: १९५६ और सरोजिनी साहू · और देखें »

सविता आंबेडकर

सविता भीमराव आंबेडकर (जन्म: शारदा कबीर; 27 जनवरी 1909 — मृत्यु: 29 मई, 2003) भारतीय समाजसेविका, डॉक्टर तथा भीमराव आंबेडकर की दूसरी पत्नी थीं। आंबेडकरवादी लोग उन्हें आदर से माई या माईसाहब कहते है, जिसका मराठी भाषा में अर्थ 'माता' है। .

नई!!: १९५६ और सविता आंबेडकर · और देखें »

सुमरन

सुमरन कश्मीरी भाषा के विख्यात साहित्यकार जिन्दा कौल ‘मास्टरजी’ द्वारा रचित एक कविता–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1956 में कश्मीरी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९५६ और सुमरन · और देखें »

सौन्दर्य आणि साहित्य

सौन्दर्य आणि साहित्य मराठी भाषा के विख्यात साहित्यकार बी. एस. मर्ढेकर द्वारा रचित एक सौन्दर्यशास्त्र का अध्ययन है जिसके लिये उन्हें सन् 1956 में मराठी भाषा के लिए मरणोपरांत साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९५६ और सौन्दर्य आणि साहित्य · और देखें »

सी आई डी (1956 फ़िल्म)

सी आई डी 1956 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९५६ और सी आई डी (1956 फ़िल्म) · और देखें »

हिन्दी कविता और रहस्यवाद

यह कृति १९५६ में प्रकाशित हुई।.

नई!!: १९५६ और हिन्दी कविता और रहस्यवाद · और देखें »

जागते रहो (1956 फ़िल्म)

जागते रहो 1956 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९५६ और जागते रहो (1956 फ़िल्म) · और देखें »

जिमी एन्जिल

जिमी एन्जिल के विमान के नाम से सिउदाद बोलिवर हवाई अड्डे के बाहर प्रदर्शित ''एल रिओ कारोनी'' जेम्स क्रॉफर्ड "जिमी" एन्जिल (1 अगस्त १८९९ ८ दिसम्बर १९५६), संयुक्त राज्य अमेरिका का एक हवाबाज़ था, जिसके नाम पर दुनिया के सर्वोच्च जलप्रपात एन्जिल जलप्रपात का नाम रखा गया है। .

नई!!: १९५६ और जिमी एन्जिल · और देखें »

जेम्स डीन

जेम्स बायरन डीन (8 फ़रवरी 1931 - 30 सितंबर 1955) एक अमेरिकी फिल्म अभिनेता और एक सांस्कृतिक आइकन थे। उन्हें अपने सबसे प्रसिद्ध फ़िल्म के शीर्षक, रेबेल विदाउट ए कॉज में सबसे अच्छे ढंग से प्रस्तुत किया गया, जिसमें उन्होंने परेशानी में फंसे लॉस एंजिल्स के किशोर जिम स्टार्क के रूप में अभिनय किया। उनके अभिनय को परिभाषित करने वाली अन्य दो भूमिकाएं ईस्ट ऑफ़ ईडन में लोनर कैल ट्रास्क के रूप में, एवं जाइंट में एक चिड़चिड़े किसान जेट रिंक के रूप में थी। डीन की चिरस्थायी प्रसिद्धि और लोकप्रियता इन तीन फिल्मों पर ही आधारित है, उनका संपूर्ण आउटपुट एक प्रमुख भूमिका में थी। कम उम्र में उनकी मृत्यु ने उनकी पौराणिक स्थिति को पुख्ता किया। सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए मरणोपरांत अकादमी पुरस्कार के लिए नामांकन प्राप्त करने वाले वे प्रथम अभिनेता थे और मरणोपरांत अभिनय के लिए दो नामांकन प्राप्त करने वाले वे अभी भी एक मात्र व्यक्ति बने हुए हैं। 1999 में, अमेरिकी फिल्म संस्थान ने अपने एएफआई (AFI's) के 100 वर्षों के सितारों की सूची में डीन को सर्वश्रेष्ठ पुरुष कलाकार के रूप में 18 वां स्थान प्रदान किया।<ref>5 ^ 4</ref> .

नई!!: १९५६ और जेम्स डीन · और देखें »

जोसे मैनुअल बरासो

200 px जोसे मैनुअल दुराओ बरासो, जिनका जन्म लिस्बन में २३ मार्च, १९५६) को हुआ था पुर्तगाली राजनेता एवं यूरोपीय संघ के ग्यारहवें अध्यक्ष हैं। वे पहले ऐसे पुर्तगाली हैं जो इस पद पर पहुंचे हैं। वे ६ अप्रैल २००२ से १७ जुलाई २००४ तक पुर्तगाल के प्रधानमंत्री रहे जब उन्होंने यूरोपीय संघ की अध्यक्षता के लिए अपना त्यागपत्र दिया था। यूरोपीय संसद के अनुमोदन के बाद उन्होंने उस वर्ष २२ जुलाई को अपने निवर्तमान अध्यक्ष रोमानो प्रोदी से पदभार ग्रहण किया। हलाकि बरासो आयोग ने इसका अनुमोदन २३ नवंबर २००४ को किया। अपनी मातृभाषा पुर्तगाली के अतिरिक्त श्री बरासो अंग्रेजी, जर्मन एवं फ्रेंच में निपुण माने जाते हैं। जिसने यूरोपीय संघ की अध्यक्षता हासिल करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। .

नई!!: १९५६ और जोसे मैनुअल बरासो · और देखें »

विद्यार्थी जीवन

यह कृति १९५६ में प्रकाशित हुई।.

नई!!: १९५६ और विद्यार्थी जीवन · और देखें »

विलियम शोक्ली

विलियम शोक्ली १९५६ में विलियम शोक्ली, जॉन बर्दीन और वॉल्टर ब्रैट्टैन को भौतिकी का नोबेल पुरस्कार मिला १९४७ में पहला ट्रांसिस्टर बनाने के लिये। .

नई!!: १९५६ और विलियम शोक्ली · और देखें »

विश्व में बौद्ध धर्म

बौद्ध धर्म विश्व के प्रमुख धर्मों में से एक है, और इसके संस्थापक गौतम बुद्ध (ईसवी पूर्व ५६३ - ईसवी पूर्व ४८३) थे। विश्व में करीब १९२ करोड़ (२८.७८%) लोक बौद्ध धर्म को माननेवाले है। दुसरे सर्वेक्षण के अनुसार १.६ अरब से १.८ अरब लोक (२३% से २५%) प्रतिनिधित्व बौद्ध करते है। बौद्ध धर्म एक धर्म और दर्शन है। संसार में ईसाई धर्म धर्म के बाद सबसे अधिक बौद्ध धर्म के ही अनुयायि पाये जाते। हालांकि कुछ सर्वेक्षणों के अनुसार बौद्ध धर्म आबादी ४८.८ करोड़ से ५३.५ करोड़ (विश्व की जनसंख्या में ९% से १०%) भी बताई जाती है। विश्व के सभी महाद्विपों में बौद्ध धर्म के अनुयायि रहते है। बौद्ध धर्म दुनिया का पहला विश्व धर्म है, जो अपने जन्मस्थान से निकलकर विश्व में दूर दूर तक फैला। आज दुनिया में बौद्ध धर्म की आबादी हिन्दू धर्म से अधिक और इस्लाम धर्म के बराबर या इस्लाम धर्म से भी अधिक है। भारत में बौद्ध धर्म अल्पसंख्यक है, जबकि भारत में इस विश्व धर्म का उदय हुआ था। परंतु एशिया में बौद्ध धर्म प्रमुख धर्म बना रहा। २०१० में १.०७ अरब से १.२२ अरब जनसंख्या के साथ चीन बौद्धों की सबसे बड़ी आबादी वाला देश है, चीन की कुल आबादी में ८०% से ९१% बौद्ध अनुयायि है। ज्यादातर चीनी बौद्ध महायान सम्प्रदाय के अनुयायि है। दुनिया की ६५% से ७०% बौद्ध आबादी चीन में रहती है। .

नई!!: १९५६ और विश्व में बौद्ध धर्म · और देखें »

विजय तेंडुलकर

विजय तेंडुलकर विजय तेंडुलकर (६ जनवरी १९२८ - १९ मई २००८) प्रसिद्ध मराठी नाटककार, लेखक, निबंधकार, फिल्म व टीवी पठकथालेखक, राजनैतिक पत्रकार और सामाजिक टीपकार थे। भारतीय नाट्य व साहित्य जगत में उनका उच्च स्थान रहा है। वे सिनेमा और टेलीविजन की दुनिया में पटकथा लेखक के रूप में भी पहचाने जाते हैं। .

नई!!: १९५६ और विजय तेंडुलकर · और देखें »

वॉल्टर ब्रैट्टैन

वॉल्टर ब्रैट्टैन १९५६ में विलियम शोक्ली, जॉन बर्दीन और वॉल्टर ब्रैट्टैन को भौतिकी का नोबेल पुरस्कार मिला १९४७ में पहला ट्रांसिस्टर बनाने के लिये। .

नई!!: १९५६ और वॉल्टर ब्रैट्टैन · और देखें »

वीर सांघवी

वीर सांघवी (जन्म: 5 जुलाई 1956) भारतीय प्रिंट और टेलिविजन पत्रकार, स्तंभकार, और परिचर्चा कार्यक्रम के प्रस्तुतकर्ता हैं। वर्तमान में वह एच०टी० मीडिया (HT Media) में सलाहकार हैं। .

नई!!: १९५६ और वीर सांघवी · और देखें »

ग्रैंड स्लैम टेनिस विजेताओं की सूची

List of Men's Singles Grand Slam tournaments tennis champions: .

नई!!: १९५६ और ग्रैंड स्लैम टेनिस विजेताओं की सूची · और देखें »

गोल्डन स्टेट वॉरियर्स

श्रेणी:नेशनल बास्केटबॉल असोसिएशन - पैसिफिक डिवीज़न श्रेणी:नेशनल बास्केटबॉल असोसिएशन - पश्चिमी कांफ्रेंस श्रेणी:नेशनल बास्केटबॉल असोसिएशन.

नई!!: १९५६ और गोल्डन स्टेट वॉरियर्स · और देखें »

ओड़िशा का इतिहास

प्राचीन काल से मध्यकाल तक ओडिशा राज्य को कलिंग, उत्कल, उत्करात, ओड्र, ओद्र, ओड्रदेश, ओड, ओड्रराष्ट्र, त्रिकलिंग, दक्षिण कोशल, कंगोद, तोषाली, छेदि तथा मत्स आदि नामों से जाना जाता था। परन्तु इनमें से कोई भी नाम सम्पूर्ण ओडिशा को इंगित नहीं करता था। अपितु यह नाम समय-समय पर ओडिशा राज्य के कुछ भाग को ही प्रस्तुत करते थे। वर्तमान नाम ओडिशा से पूर्व इस राज्य को मध्यकाल से 'उड़ीसा' नाम से जाना जाता था, जिसे अधिकारिक रूप से 04 नवम्बर, 2011 को 'ओडिशा' नाम में परिवर्तित कर दिया गया। ओडिशा नाम की उत्पत्ति संस्कृत के शब्द 'ओड्र' से हुई है। इस राज्य की स्थापना भागीरथ वंश के राजा ओड ने की थी, जिन्होने अपने नाम के आधार पर नवीन ओड-वंश व ओड्र राज्य की स्थापना की। समय विचरण के साथ तीसरी सदी ई०पू० से ओड्र राज्य पर महामेघवाहन वंश, माठर वंश, नल वंश, विग्रह एवं मुदगल वंश, शैलोदभव वंश, भौमकर वंश, नंदोद्भव वंश, सोम वंश, गंग वंश व सूर्य वंश आदि सल्तनतों का आधिपत्य भी रहा। प्राचीन काल में ओडिशा राज्य का वृहद भाग कलिंग नाम से जाना जाता था। सम्राट अशोक ने 261 ई०पू० कलिंग पर चढ़ाई कर विजय प्राप्त की। कर्मकाण्ड से क्षुब्द हो सम्राट अशोक ने युद्ध त्यागकर बौद्ध मत को अपनाया व उनका प्रचार व प्रसार किया। बौद्ध धर्म के साथ ही सम्राट अशोक ने विभिन्न स्थानों पर शिलालेख गुदवाये तथा धौली व जगौदा गुफाओं (ओडिशा) में धार्मिक सिद्धान्तों से सम्बन्धित लेखों को गुदवाया। सम्राट अशोक, कला के माध्यम से बौद्ध धर्म का प्रचार करना चाहते थे इसलिए सम्राट अशोक ने बौद्ध धर्म को और अधिक विकसित करने हेतु ललितगिरि, उदयगिरि, रत्नागिरि व लगुन्डी (ओडिशा) में बोधिसत्व व अवलोकेतेश्वर की मूर्तियाँ बहुतायत में बनवायीं। 232 ई०पू० सम्राट अशोक की मृत्यु के पश्चात् कुछ समय तक मौर्य साम्राज्य स्थापित रहा परन्तु 185 ई०पू० से कलिंग पर चेदि वंश का आधिपत्य हो गया था। चेदि वंश के तृतीय शासक राजा खारवेल 49 ई० में राजगद्दी पर बैठा तथा अपने शासन काल में जैन धर्म को विभिन्न माध्यमों से विस्तृत किया, जिसमें से एक ओडिशा की उदयगिरि व खण्डगिरि गुफाऐं भी हैं। इसमें जैन धर्म से सम्बन्धित मूर्तियाँ व शिलालेख प्राप्त हुए हैं। चेदि वंश के पश्चात् ओडिशा (कलिंग) पर सातवाहन राजाओं ने राज्य किया। 498 ई० में माठर वंश ने कलिंग पर अपना राज्य कर लिया था। माठर वंश के बाद 500 ई० में नल वंश का शासन आरम्भ हो गया। नल वंश के दौरान भगवान विष्णु को अधिक पूजा जाता था इसलिए नल वंश के राजा व विष्णुपूजक स्कन्दवर्मन ने ओडिशा में पोडागोड़ा स्थान पर विष्णुविहार का निर्माण करवाया। नल वंश के बाद विग्रह एवं मुदगल वंश, शैलोद्भव वंश और भौमकर वंश ने कलिंग पर राज्य किया। भौमकर वंश के सम्राट शिवाकर देव द्वितीय की रानी मोहिनी देवी ने भुवनेश्वर में मोहिनी मन्दिर का निर्माण करवाया। वहीं शिवाकर देव द्वितीय के भाई शान्तिकर प्रथम के शासन काल में उदयगिरी-खण्डगिरी पहाड़ियों पर स्थित गणेश गुफा (उदयगिरी) को पुनः निर्मित कराया गया तथा साथ ही धौलिगिरी पहाड़ियों पर अर्द्यकवर्ती मठ (बौद्ध मठ) को निर्मित करवाया। यही नहीं, राजा शान्तिकर प्रथम की रानी हीरा महादेवी द्वारा 8वीं ई० हीरापुर नामक स्थान पर चौंसठ योगनियों का मन्दिर निर्मित करवाया गया। 6वीं-7वीं शती कलिंग राज्य में स्थापत्य कला के लिए उत्कृष्ट मानी गयी। चूँकि इस सदी के दौरान राजाओं ने समय-समय पर स्वर्णाजलेश्वर, रामेश्वर, लक्ष्मणेश्वर, भरतेश्वर व शत्रुघनेश्वर मन्दिरों (6वीं सदी) व परशुरामेश्वर (7वीं सदी) में निर्माण करवाया। मध्यकाल के प्रारम्भ होने से कलिंग पर सोमवंशी राजा महाशिव गुप्त ययाति द्वितीय सन् 931 ई० में गद्दी पर बैठा तथा कलिंग के इतिहास को गौरवमयी बनाने हेतु ओडिशा में भगवान जगन्नाथ के मुक्तेश्वर, सिद्धेश्वर, वरूणेश्वर, केदारेश्वर, वेताल, सिसरेश्वर, मारकण्डेश्वर, बराही व खिच्चाकेश्वरी आदि मन्दिरों सहित कुल 38 मन्दिरों का निर्माण करवाया। 15वीं शती के अन्त तक जो गंग वंश हल्का पड़ने लगा था उसने सन् 1038 ई० में सोमवंशीयों को हराकर पुनः कलिंग पर वर्चस्व स्थापित कर लिया तथा 11वीं शती में लिंगराज मन्दिर, राजारानी मन्दिर, ब्रह्मेश्वर, लोकनाथ व गुन्डिचा सहित कई छोटे व बड़े मन्दिरों का निर्माण करवाया। गंग वंश ने तीन शताब्दियों तक कलिंग पर अपना राज्य किया तथा राजकाल के दौरान 12वीं-13वीं शती में भास्करेश्वर, मेघेश्वर, यमेश्वर, कोटी तीर्थेश्वर, सारी देउल, अनन्त वासुदेव, चित्रकर्णी, निआली माधव, सोभनेश्वर, दक्क्षा-प्रजापति, सोमनाथ, जगन्नाथ, सूर्य (काष्ठ मन्दिर) बिराजा आदि मन्दिरों को निर्मित करवाया जो कि वास्तव में कलिंग के स्थापत्य इतिहास में अहम भूमिका का निर्वाह करते हैं। गंग वंश के शासन काल पश्चात् 1361 ई० में तुगलक सुल्तान फिरोजशाह तुगलक ने कलिंग पर राज्य किया। यह वह दौर था जब कलिंग में कला का वर्चस्व कम होते-होते लगभग समाप्त ही हो चुका था। चूँकि तुगलक शासक कला-विरोधी रहे इसलिए किसी भी प्रकार के मन्दिर या मठ का निर्माण नहीं हुअा। 18वीं शती के आधुनिक काल में ईस्ट इण्डिया कम्पनी का सम्पूर्ण भारत पर अधिकार हो गया था परन्तु 20वीं शती के मध्य में अंग्रेजों के निगमन से भारत देश स्वतन्त्र हुआ। जिसके फलस्वरूप सम्पूर्ण भारत कई राज्यों में विभक्त हो गया, जिसमें से भारत के पूर्व में स्थित ओडिशा (पूर्व कलिंग) भी एक राज्य बना। .

नई!!: १९५६ और ओड़िशा का इतिहास · और देखें »

औद्योगिक उत्पादन सूचकांक

औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (अंग्रेजी:इंडेक्स ऑफ़ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन, लघु: आईआईपी) किसी अर्थ व्यवस्था के औद्योगिक क्षेत्र में किसी खास अवधि में उत्पादन के स्थिति के बारे में जानकारी देता है। भारत में हर माह इस सूचकांक के आंकड़े जारी किए जाते हैं। ये आंकड़े आधार वर्ष के मुकाबले उत्पादन में बढ़ोतरी या कमी के संकेत देते हैं। भारत में आईआईपी की तुलना के लिए वर्ष १९९३-९४ को आधार वर्ष माना गया है।। इकोनॉमिक टाइम्स। १९ अक्टूबर २००९ ये सूचकांक उद्योग क्षेत्र में हो रही बढ़ोतरी या कमी को बताने का सबसे सरल तरीका है।। बिज़्नेस स्टैन्डर्ड। १३ मई २००८। कुमार नरोत्तम .

नई!!: १९५६ और औद्योगिक उत्पादन सूचकांक · और देखें »

आरोग्य निकेतन

आरोग्य निकेतन बंगाली भाषा के विख्यात साहित्यकार ताराशंकर बंद्योपाध्याय द्वारा रचित एक उपन्यास है जिसके लिये उन्हें सन् 1956 में बंगाली भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९५६ और आरोग्य निकेतन · और देखें »

आलै–ओसै

आलै–ओसै तमिल भाषा के विख्यात साहित्यकार आर. कृष्णमूर्ति ‘कल्कि’ द्वारा रचित एक उपन्यास है जिसके लिये उन्हें सन् 1956 में तमिल भाषा के लिए मरणोपरांत साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९५६ और आलै–ओसै · और देखें »

आज़ाद (1955 फ़िल्म)

आज़ाद 1955 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९५६ और आज़ाद (1955 फ़िल्म) · और देखें »

आगा खान पैलेस

आगा खान पैलेस पुणे के येरावाड़ा मे स्थित एक एतिहासिक भवन है। सुल्तान मुहम्मद शाह आगा खान द्वितीय ने १८९२ मे बनवाया था। इस भवन मे महात्मा गाँधी को उनके अन्य सहयोगीयो से साथ सन १९४० मे बंदी बना कर रखा गया था। कस्तूरबा गांधी का निधन इसी भवन मे हुआ था। उनकी समाधी भी यहॉ स्थित है। अब यह भवन एक संग्राहलय है। यह स्मारक ६.५ हेक्टेयर में फैला हुआ है। १८९२ में शाह आगा खां तृतीय ने इसे बनवाया था। १९५६ तक यह भवन उनका महल रहा। १९६९ में, आगा खां चतुर्थ ने इसे भारत सरकार को दान दे दिया था।। ट्रेन एंक्वायरी महात्मा गांधी की पत्नी कस्तूरबा गांधी और महात्मा जी के सचिव महादेवभाई देसाई 2 साल तक यहां रहे और इसी प्रवास के दौरान उनकी मृत्यु हुई थी। उनकी अस्थियां स्मारक के बागीचे में रखी गई हैं। गांधी जी के जीवन पर एक फोटो-प्रदर्शनी और उनकी व्यक्तिगत उपयोग की वस्तुएं जैसे उनकी चप्पलें और चश्मे यहां रखे गए हैं। .

नई!!: १९५६ और आगा खान पैलेस · और देखें »

इस्लामी गणराज्य

इस्लामी गणराज्य, या इस्लामी जम्हूरिया(अरबी:الجمهورية الإسلامية;अल्'जम्हूरियत् अल्'इस्लामियाह्/उर्दू:اسلامی جمہوریہ;इस्लामी जम्हूरिया/फ़ारसी:جمهوری اسلامی;जम्हूरी इस्लामी) एक ऐसी रियासत या राजनैतिक व्यवस्था होती है, जिसे संविधान में बतौर इस्लामिक गणराज्य निर्दिष्ट एवं वर्णित किया गया हो। इस शब्दावली की विस्तृत परिभाषा, देश-दर-देश एवं संविधान-दर-संविधान भिन्न हो सकती है, परंतु सैद्धांतिक तौर पर ऐसी व्यवस्था की मूल-विचारधारा में इस्लामीक सिद्धांतों एवं गणतांत्रिक सिद्धांतों का सम्मिलन होता है। अर्थात् इस व्यवस्था में नाहीं संपूर्णतः इस्लामिक सिद्धांत होते हैं, नाहीं संपूर्णतः गणतांत्रिक सिद्धांत होते हैं, बलकी इन दोनों विचारधाराओं का सम्मिलित रूप होता है। आधिकतर परिस्थितियों में, राजनयिक तंत्र व कार्यप्रणाली, गणतांत्रिक सिद्धांतों पर होती है, और न्यायिक व्यवस्था एवं नागरिक व दंड संहिता इस्लामिक उसूलों पर आधारित होती है। पाकिस्तान विश्व का पहला ऐसा देश था जिसने संवैधानिक तौर पर स्वयं को एक "इस्लामिक गणराज्य" घोषित किया था, एवं इस शब्द का उपयोग भी सर्वप्रथम पाकिस्तान के 1956 के संविधान में ही किया गया था। तत्पश्चात, मॉरीतानिया ने 28 नवंबर 1958 में अपने नाम के साथ इस्लामी गणराज्य शब्द का इस्तेमाल किया, ईरान ने ईरानी क्रांती के बाद और अफगानिस्तान ने 2001 में तालिबान सरकार समाप्ति के बाद अपने नाम के साथ इस्लामी गणराज्य शब्द को जोड़ा। वर्ष 2015 में गाम्बिया ने भी स्वयं को एक इस्लामी गणराज्य घोषित कर लिया था। .

नई!!: १९५६ और इस्लामी गणराज्य · और देखें »

इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय

इन्दिरा कला संगीत विश्‍वविद्यालय की स्‍थापना खैरागढ़ रियासत के 24वें राजा विरेन्‍द्र बहादुर सिंह तथा रानी पद्मावती देवी द्वारा अपनी राजकुमारी 'इन्दिरा' के नाम पर उनके जन्‍म दिवस 14 अक्‍टूबर 1956 को की गई थी। .

नई!!: १९५६ और इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय · और देखें »

इंस्पेक्टर (1956 फ़िल्म)

इंस्पेक्टर 1956 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९५६ और इंस्पेक्टर (1956 फ़िल्म) · और देखें »

कन्नड साहित्य चरित्रे

कन्नड साहित्य चरित्रे कन्नड़ भाषा के विख्यात साहित्यकार आर. एस. मुगली द्वारा रचित एक साहित्येतिहास है जिसके लिये उन्हें सन् 1956 में कन्नड़ भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९५६ और कन्नड साहित्य चरित्रे · और देखें »

कन्नड साहित्य सम्मेलन

कन्नड साहित्य सम्मेलन कन्नड साहित्यकारों, लेखकों तथा कननाडिगारु लोगों का सम्मेलन है। इसका लक्षय कन्नड भाषा, कन्नड साहित्य, कला, संगीत और संस्कृति का विकास करना है। इसका आरम्भ १९१५ में एच वी नान्जुनैया ने किया था। पहला सम्मेलन बंगलुरु में हुआ था। १९४८ तक इसका उद्घाटन किसी सुप्रसिद्ध कवि या लेखक द्वारा किया जाता था कि्न्तु १९४८ के बाद से कर्नाटक के मुख्यमंत्री इसका उद्घाटन करते हैं। इस सम्मेलन का आयोजन कन्नड साहित्य परिषद करती है। .

नई!!: १९५६ और कन्नड साहित्य सम्मेलन · और देखें »

कन्हैयालाल माणिकलाल मुंशी

कन्हैयालाल मुंशी कन्हैयालाल माणिकलाल मुंशी (२९ दिसंबर, १८८७ - ८ फरवरी, १९७१) भारत के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, राजनेता, गुजराती एवं हिन्दी के ख्यातिनाम साहित्यकार तथा शिक्षाविद थे। उन्होने भारतीय विद्या भवन की स्थापना की। .

नई!!: १९५६ और कन्हैयालाल माणिकलाल मुंशी · और देखें »

कर्नाटक

कर्नाटक, जिसे कर्णाटक भी कहते हैं, दक्षिण भारत का एक राज्य है। इस राज्य का गठन १ नवंबर, १९५६ को राज्य पुनर्गठन अधिनियम के अधीन किया गया था। पहले यह मैसूर राज्य कहलाता था। १९७३ में पुनर्नामकरण कर इसका नाम कर्नाटक कर दिया गया। इसकी सीमाएं पश्चिम में अरब सागर, उत्तर पश्चिम में गोआ, उत्तर में महाराष्ट्र, पूर्व में आंध्र प्रदेश, दक्षिण-पूर्व में तमिल नाडु एवं दक्षिण में केरल से लगती हैं। इसका कुल क्षेत्रफल ७४,१२२ वर्ग मील (१,९१,९७६ कि॰मी॰²) है, जो भारत के कुल भौगोलिक क्षेत्र का ५.८३% है। २९ जिलों के साथ यह राज्य आठवां सबसे बड़ा राज्य है। राज्य की आधिकारिक और सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा है कन्नड़। कर्नाटक शब्द के उद्गम के कई व्याख्याओं में से सर्वाधिक स्वीकृत व्याख्या यह है कि कर्नाटक शब्द का उद्गम कन्नड़ शब्द करु, अर्थात काली या ऊंची और नाडु अर्थात भूमि या प्रदेश या क्षेत्र से आया है, जिसके संयोजन करुनाडु का पूरा अर्थ हुआ काली भूमि या ऊंचा प्रदेश। काला शब्द यहां के बयालुसीम क्षेत्र की काली मिट्टी से आया है और ऊंचा यानि दक्कन के पठारी भूमि से आया है। ब्रिटिश राज में यहां के लिये कार्नेटिक शब्द का प्रयोग किया जाता था, जो कृष्णा नदी के दक्षिणी ओर की प्रायद्वीपीय भूमि के लिये प्रयुक्त है और मूलतः कर्नाटक शब्द का अपभ्रंश है। प्राचीन एवं मध्यकालीन इतिहास देखें तो कर्नाटक क्षेत्र कई बड़े शक्तिशाली साम्राज्यों का क्षेत्र रहा है। इन साम्राज्यों के दरबारों के विचारक, दार्शनिक और भाट व कवियों के सामाजिक, साहित्यिक व धार्मिक संरक्षण में आज का कर्नाटक उपजा है। भारतीय शास्त्रीय संगीत के दोनों ही रूपों, कर्नाटक संगीत और हिन्दुस्तानी संगीत को इस राज्य का महत्त्वपूर्ण योगदान मिला है। आधुनिक युग के कन्नड़ लेखकों को सर्वाधिक ज्ञानपीठ सम्मान मिले हैं। राज्य की राजधानी बंगलुरु शहर है, जो भारत में हो रही त्वरित आर्थिक एवं प्रौद्योगिकी का अग्रणी योगदानकर्त्ता है। .

नई!!: १९५६ और कर्नाटक · और देखें »

कर्नाटक/आलेख

कर्नाटक (उच्चारण), जिसे कर्णाटक भी कहते हैं, दक्षिण भारत का एक राज्य है। इस राज्य का सृजन १ नवंबर, १९५६ को राज्य पुनर्संगठन अधिनियम के अधीन किया गया था। मूलतः यह मैसूर राज्य कहलाता था और १९७३ में इसे पुनर्नामकरण कर कर्नाटक नाम मिला था। कर्नाटक की सीमाएं पश्चिम में अरब सागर, उत्तर पश्चिम में गोआ, उत्तर में महाराष्ट्र, पूर्व में आंध्र प्रदेश, दक्षिण-पूर्व में तमिल नाडु एवं दक्षिण में केरल से लगती हैं। राज्य का कुल क्षेत्रफल ७४,१२२ वर्ग मील (१,९१,९७६ कि॰मी॰²) है, जो भारत के कुल भौगोलिक क्षेत्र का ५.८३% है। यह राज्य आठवां सबसे बड़ा राज्य है और इसमें २९ जिले हैं। राज्य की आधिकारिक और सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा है कन्नड़। हालांकि कर्नाटक शब्द के उद्गम के कई सन्दर्भ हैं, फिर भी उनमें से सर्वाधिक स्वीकार्य तथ्य है कि कर्नाटक शब्द का उद्गम कन्नड़ शब्द करु, अर्थात काली या ऊंची और नाडु अर्थात भूमि या प्रदेश या क्षेत्र से आया है, जिसके संयोजन करुनाडु का पूरा अर्थ हुआ काली भूमि या ऊंचा प्रदेश। काला शब्द यहां के बयालुसीम क्षेत्र की काली मिट्टी से आया है और ऊंचा यानि दक्खन के पठारी भूमि से आया है। ब्रिटिश राज में यहां के लिये कार्नेटिक शब्द प्रयोग किया गया है, जो कृष्णा नदी के दक्षिणी ओर की प्रायद्वीपीय भूमि के लिये प्रयोग किया गया है और कर्नाटक शब्द का अपभ्रंश है। प्राचीन एवं मध्यकालीन इतिहास देखें तो कर्नाटक क्षेत्र कई बड़े शक्तिशाली साम्राज्यों का क्षेत्र रहा है। इन याज्यों के दरबारों के विचारक, दार्शनिक और भाट व कवियों के सामाजिक, साहित्यिक व धार्मिक संरक्षण में आज का कर्नाटक उपजा है। भारतीय शास्त्रीय संगीत के दोनों ही रूपों, कर्नाटक संगीत और हिन्दुस्तानी संगीत को इस राज्य का महत्त्वपूर्ण योगदान मिला है। आधुनिक युग के कन्नड़ लेखकों को सर्वाधिक ज्ञानपीठ सम्मान मिले हैं। राज्य की राजधानी बंगलुरु शहर है, जो भारत में हो रही त्वरित आर्थिक एवं प्रौद्योगिकी का अग्रणी योगदानकर्त्ता है। .

नई!!: १९५६ और कर्नाटक/आलेख · और देखें »

कश्मीर का इतिहास

भारत के उत्तरतम राज्य जम्मू और कश्मीर का इतिहास अति प्राचीन काल से आरंभ होता है। राजधानी में डल झील में एक शिकारे से दृश्य .

नई!!: १९५६ और कश्मीर का इतिहास · और देखें »

कस्तूरी श्रीनिवासन

कस्तूरी श्रीनिवासन को साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में १९५६ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये तमिलनाडु राज्य से हैं। श्रीनिवासन, कस्तूरी.

नई!!: १९५६ और कस्तूरी श्रीनिवासन · और देखें »

क़ौमी तहज़ीब का मसला

क़ौमी तहज़ीब का मसला उर्दू भाषा के विख्यात साहित्यकार आबिद हुसैन द्वारा रचित एक भारतीय संस्कृति का सर्वेक्षण है जिसके लिये उन्हें सन् 1956 में उर्दू भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९५६ और क़ौमी तहज़ीब का मसला · और देखें »

कामिनी कौशल

कामिनी कौशल (16 जनवरी, 1927) हिन्दी फ़िल्मों की एक अभिनेत्री हैं। .

नई!!: १९५६ और कामिनी कौशल · और देखें »

कार्ल का जूनियर

जूनियर कार्ल का संयुक्त राज्य अमेरिका के पश्चिमी तट संयुक्त राज्य के पश्चिमी तट पर तेजी से रेस्तरां का चयन होता है यह कार्ल करचर के साथ शुरू हुआ और सीकेई रेस्तरां के स्वामित्व में है लॉस एंजिलस में स्थित कई गर्म कुत्तों के भोजन उत्पादन में करचर ने उसे शुरूआत की 1945 में, करचर ने कार्ल बारबेक्यू ड्राइव-आई नामक एक ऐनाहिम रेस्तरां शुरू किया 1956 में, करचर ने कार्ल के पहले कार्ल को खोला, और फिर उन्हें अपनी कार का एक नया संस्करण रेस्तरां में- नामित किया। रेस्तरां को इसकी तेजी से सेवा और इसके बैनर में वर्णित किया गया था, एक चमकदार पीला रंग वाला सितारा जल्दी जूनियर का विस्तार करें कार्ल, और वर्तमान में 13 राज्यों में 1000 स्थानों, साथ ही मैक्सिको, गुआम और फिलीपींस अत्यधिक खाद्य पदार्थों में चीज़बर्गर बेकन वेस्टर्न डबल और डेढ़ बर्गर डॉलर शामिल हैं, क्योंकि यह संभव है कि एक ही चीज होगी कि एक चोरी के लिए एक कमरे में छह अमेरिकी डॉलर खर्च होंगे। मैं 1997, सीकेई हार्डी रेस्टोरेंट, पूर्व तट पर 2500 स्थानों के साथ रेस्तरां की एक श्रृंखला पाया समय के साथ, हार्डी के रेस्तरां को कार्ल के छोटे लोगों की तरह तब्दील कर दिया गया, तारे के रूप में एक ही ध्वज का उपयोग करके भी। Category: फास्ट फूड रेस्तरां.

नई!!: १९५६ और कार्ल का जूनियर · और देखें »

किस्मत का खेल (1956 फ़िल्म)

किस्मत का खेल 1956 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९५६ और किस्मत का खेल (1956 फ़िल्म) · और देखें »

कुँवर नारायण

कुँवर नारायण का जन्म १९ सितंबर १९२७ को हुआ। नई कविता आंदोलन के सशक्त हस्ताक्षर कुँवर नारायण अज्ञेय द्वारा संपादित तीसरा सप्तक (१९५९) के प्रमुख कवियों में रहे हैं। कुँवर नारायण को अपनी रचनाशीलता में इतिहास और मिथक के जरिये वर्तमान को देखने के लिए जाना जाता है। कुंवर नारायण का रचना संसार इतना व्यापक एवं जटिल है कि उसको कोई एक नाम देना सम्भव नहीं। यद्यपि कुंवर नारायण की मूल विधा कविता रही है पर इसके अलावा उन्होंने कहानी, लेख व समीक्षाओं के साथ-साथ सिनेमा, रंगमंच एवं अन्य कलाओं पर भी बखूबी लेखनी चलायी है। इसके चलते जहाँ उनके लेखन में सहज संप्रेषणीयता आई वहीं वे प्रयोगधर्मी भी बने रहे। उनकी कविताओं-कहानियों का कई भारतीय तथा विदेशी भाषाओं में अनुवाद भी हो चुका है। ‘तनाव‘ पत्रिका के लिए उन्होंने कवाफी तथा ब्रोर्खेस की कविताओं का भी अनुवाद किया है। 2009 में कुँवर नारायण को वर्ष 2005 के लिए देश के साहित्य जगत के सर्वोच्च सम्मान ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९५६ और कुँवर नारायण · और देखें »

कुँवर सैन

कुँवर सैन को प्रशासकीय सेवा के क्षेत्र में १९५६ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये राजस्थान राज्य से हैं। श्रेणी:१९५६ पद्म भूषण.

नई!!: १९५६ और कुँवर सैन · और देखें »

कुर्नूल जिला

कुर्नूल भारतीय राज्य आंध्र प्रदेश का एक जिला है। कुर्नूल तुंगभद्रा और हंद्री नदी के दक्षिणी किनारे पर स्थित आंध्र प्रदेश का एक प्रमुख जिला है। 12वीं शताब्‍दी में ओड्डार जब आलमपुर का निर्माण करने के लिए पत्‍थरों काटते थे तो यहां आकर उनको फिनिशिंग देते थे। 1953 से 1956 त‍क कुर्नूल आंध्रप्रदेश राज्‍य की राजधानी भी रहा। इसके बाद ही हैदराबाद यहां की राजधानी बनी। आज भी यहां विजयनगर राजाओं के शाही महल के अवशेष देख्‍ो जा सकते हैं जो 14वीं से 16वीं शताब्‍दी के बीच बने हैं। पारसी और अरबी शिलालेख भी यहां देखने को मिलते हैं जिससे यहां के महत्‍व का पता चलता है। .

नई!!: १९५६ और कुर्नूल जिला · और देखें »

केरल उच्च न्यायालय

केरल उच्च न्यायालय केरल राज्य का न्यायालय है। इसके अधिकार मे केरल के साथ लक्षद्वीप भी आता हैं। इसे १ नवम्बर १९५६ को स्थापित किया गया। .

नई!!: १९५६ और केरल उच्च न्यायालय · और देखें »

अध्ययन और आस्वाद

यह कृति १९५६ में प्रकाशित हुई। श्रेणी:चित्र जोड़ें.

नई!!: १९५६ और अध्ययन और आस्वाद · और देखें »

अनुग्रह नारायण सिंह कॉलेज

अनुग्रह नारायण सिंह कॉलेज, मगध विश्वविद्यालय, बोधगया का एक भाग है। इसकी स्थापना 1956 मे की गयी थी और यह बिहार की राजधानी पटना में स्थित है। इसका निर्माण महान स्वतंत्रता सेनानी और बिहार के पहले उप मुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री बिहार विभूति डॉ॰ अनुग्रह नारायण सिंह ने करवाया था जोकि "बाबु साहेब" के नाम से लोकप्रिय थे। अभी इस कॉलेज में 21 स्नातक और 22 परास्नातक विषयों की पढा़ई होती है। यहां तुरंत नौकरी दिलाने वाले व्यवसायिक पाठ्यक्रम जैसे, बीसीए, एमसीए, बीबीए और एमबीए आदि के अध्ययन की भी सुविधा है। यह कॉलेज 13 एकड़ में फैला है तथा इसके परिसर में कुल 13 भवन हैं। कॉलेज की मूलभूत सुविधायें भी बहुत विकसित हैं। बिहारवासियों के लिए यह गर्व का परिचायक है। .

नई!!: १९५६ और अनुग्रह नारायण सिंह कॉलेज · और देखें »

अन्नू कपूर

अन्नू कपूर (उर्दु: ان کپُور) जन्म: २० फरवरी १९५६ भारतीय अभिनेता व टेलीविजन प्रस्तुतकर्ता हैं। .

नई!!: १९५६ और अन्नू कपूर · और देखें »

अपराजितो

अपराजितो 1956 में बनी बांग्ला भाषा की फिल्म है। यह सत्यजित राय की एक प्रसिद्ध बांग्ला फ़िल्म है। .

नई!!: १९५६ और अपराजितो · और देखें »

अमेरिकी ओपन टेनिस के पुरुष एकल विजेताओं की सूची

* 1881 - रिचर्ड सीअर्स.

नई!!: १९५६ और अमेरिकी ओपन टेनिस के पुरुष एकल विजेताओं की सूची · और देखें »

असम के राज्यपालों की सूची

असम के राज्यपालों की सूची नामक इस सूची में १९३७ से अब तक के राज्यपालों के नाम हैं। असम के राज्यपाल की नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति द्वारा की जाती है। असम के राज्यपाल का आधिकारिक आवास राजभवन है। .

नई!!: १९५६ और असम के राज्यपालों की सूची · और देखें »

१ फ़रवरी

1 फरवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 32वां दिन है। साल मे अभी और 333 दिन बाकी है (लीप वर्ष मे 334)। .

नई!!: १९५६ और १ फ़रवरी · और देखें »

१ जनवरी

१ जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का पहला दिन है। वर्ष में अभी और ३६४ दिन बाकी है (लीप वर्ष में ३६५)। .

नई!!: १९५६ और १ जनवरी · और देखें »

१० जुलाई

१० जुलाई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १९१वॉ (लीप वर्ष मे १९२ वॉ) दिन है। साल मे अभी और १७४ दिन बाकी है। .

नई!!: १९५६ और १० जुलाई · और देखें »

१२ नवम्बर

१२ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३१६वॉ (लीप वर्ष मे ३१७ वॉ) दिन है। साल मे अभी और ४९ दिन बाकी है। .

नई!!: १९५६ और १२ नवम्बर · और देखें »

१४ अक्टूबर

14 अक्टूबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 287वॉ (लीप वर्ष मे 288 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 78 दिन बाकी है। .

नई!!: १९५६ और १४ अक्टूबर · और देखें »

१८ दिसम्बर

18 दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 352वॉ (लीप वर्ष मे 353 वॉ) दिन है। साल में अभी और 13 दिन बाकी है। .

नई!!: १९५६ और १८ दिसम्बर · और देखें »

१९ अक्टूबर

19 अक्टूबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 292वॉ (लीप वर्ष मे 293 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 73 दिन बाकी है। .

नई!!: १९५६ और १९ अक्टूबर · और देखें »

२१ नवम्बर

२१ नवम्बर ग्रीगोरी पंचाग का ३२५वां (लीप वर्ष में ३२६वां) दिन है। इसके बाद वर्षान्त तक ४० दिन और बचते हैं। .

नई!!: १९५६ और २१ नवम्बर · और देखें »

२३ मार्च

23 मार्च ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 82वॉ (लीप वर्ष मे 83 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 283 दिन बाकी है। .

नई!!: १९५६ और २३ मार्च · और देखें »

२४ अप्रैल

24 अप्रैल ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 114वॉ (लीप वर्ष मे 115 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 251 दिन बाकी है। .

नई!!: १९५६ और २४ अप्रैल · और देखें »

२८ अगस्त

28 अगस्त ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 240वॉ (लीप वर्ष में 241 वॉ) दिन है। साल में अभी और 125 दिन बाकी है। .

नई!!: १९५६ और २८ अगस्त · और देखें »

५०० होम रन दल

In मेजर लीग बेसबॉल, the ५०० होम रन क्लब is an informal term applied to the group of players who have hit 500 or more career home runs.

नई!!: १९५६ और ५०० होम रन दल · और देखें »

६ दिसम्बर

६ दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३४०वॉ (लीप वर्ष में ३४१ वॉ) दिन है। अर्ष में अभी और २५ दिन बाकी है। .

नई!!: १९५६ और ६ दिसम्बर · और देखें »

६ जून

6 जून ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 157वाँ (लीप वर्ष में 158 वाँ) दिन है। साल में अभी और 208 दिन बाकी हैं।.

नई!!: १९५६ और ६ जून · और देखें »

६ अप्रैल

6 अप्रैल ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 96वॉ (लीप वर्ष मे 97 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 269 दिन बाकी है। .

नई!!: १९५६ और ६ अप्रैल · और देखें »

८ दिसम्बर

८ दिसम्बर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३४२वॉ (लीप वर्ष मे ३४३वॉ) दिन है। साल में अभी और २३ दिन बाकी है। .

नई!!: १९५६ और ८ दिसम्बर · और देखें »

८ जनवरी

8 जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 8वाँ दिन है। साल में अभी और 357 दिन बाकी हैं (लीप वर्ष में 358)।.

नई!!: १९५६ और ८ जनवरी · और देखें »

यहां पुनर्निर्देश करता है:

1956

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »