लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
मुक्त
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

१९५१

सूची १९५१

१९५१ ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

77 संबंधों: तराना (1951 फ़िल्म), दिलीप कुमार, दिलीजन, दीदार (1951 फ़िल्म), नादान (1951 फ़िल्म), नाना पाटेकर, नाज़नीन (1951 फ़िल्म), नितीश कुमार, पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा, पाकिस्तान के गवर्नर जनरल, फ़ॉर्मूला वन, बहार (1951 फ़िल्म), बादल (1951 फ़िल्म), बाज़ी (1951 फ़िल्म), बिलबाओ ललित कला संग्रहालय, बीसवीं शताब्दी, भारत का ध्वज, भारत के महाराज्यपाल, भारत के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सूची जनसंख्या अनुसार, भारतीय रेल, भारतीय जनसंघ, भारतीय आम चुनाव, 1951-2009, भारतीय इतिहास तिथिक्रम, मर्गेरित युर्स्नर्, मिर्च का मज़ा (कविताएँ), मुकेश, राजनाथ सिंह, राजपूत (1951 फ़िल्म), लालबहादुर शास्त्री, लॉस एंजेल्स लेकर्स, शैलेश मटियानी, सनम (1951 फ़िल्म), सर गंगाराम अस्पताल, दिल्ली, सिंदरी, सिंध के राज्यपाल, सज़ा (1951 फ़िल्म), संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन, स्टेज (1951 फ़िल्म), सैंया (1951 फ़िल्म), सैक्रामेंटो किंग्स, सूक्ष्मजैविकी, ज़ाकिर हुसैन (संगीतकार), ज़ीनत अमान, जेम्स डीन, ख़जाना (1951 फ़िल्म), ग्रैंड स्लैम टेनिस विजेताओं की सूची, गोल्डन स्टेट वॉरियर्स, ओडिआ चलचित्र सूची, औद्योगिक उत्पादन सूचकांक, आराम (1951 फ़िल्म), ..., आवारा (1951 फ़िल्म), कन्नड साहित्य सम्मेलन, कश्मीर का इतिहास, किशोर भट्ट, कंचनजंघा, केन्द्रीय विद्युत प्राधिकरण, अफ़साना (1951 फ़िल्म), अमेरिकी ओपन टेनिस के पुरुष एकल विजेताओं की सूची, अशोक चक्रधर, १ जनवरी, १ जुलाई, १० जुलाई, १५ सितम्बर, १५ अगस्त, १६ दिसम्बर, १६ जुलाई, १८ अगस्त, १९ नवम्बर, २ अक्तूबर, २१ जुलाई, २६ जुलाई, ४ फ़रवरी, ५ नवम्बर, ५०० होम रन दल, ९ मार्च, ९ जनवरी, 1951 एशियाई खेल सूचकांक विस्तार (27 अधिक) »

तराना (1951 फ़िल्म)

तराना 1951 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९५१ और तराना (1951 फ़िल्म) · और देखें »

दिलीप कुमार

दिलीप कुमार (जन्म 11 दिसंबर, 1922; जन्म का नाम: यूसुफ़ ख़ान), हिन्दी फ़िल्मों के एक प्रसिद्ध और लोकप्रिय अभिनेता है जो भारतीय संसद के उच्च सदन राज्य सभा के सदस्य रह चुके है। दिलीप कुमार को उनके दौर का बेहतरीन अभिनेता माना जाता है, त्रासद या दु:खद भूमिकाओं के लिए मशहूर होने के कारण उन्हे 'ट्रेजिडी किंग' भी कहा जाता था। उन्हें भारतीय फ़िल्मों के सर्वोच्च सम्मान दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, इसके अलावा दिलीप कुमार को पाकिस्तान का सर्वोच्च नागरिक सम्मान निशान-ए-इम्तियाज़ से भी सम्मानित किया गया है। .

नई!!: १९५१ और दिलीप कुमार · और देखें »

दिलीजन

आर्मेनिया का मानचित्र दिलीजन आर्मेनिया का एक समुदाय है। यह तवूश मर्ज़ (प्रांत) में आता है। इसकी स्थापना १९५१ में हुई थी। यहां की जनसंख्या १३,७५२ है। श्रेणी:आर्मेनिया.

नई!!: १९५१ और दिलीजन · और देखें »

दीदार (1951 फ़िल्म)

दीदार 1951 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९५१ और दीदार (1951 फ़िल्म) · और देखें »

नादान (1951 फ़िल्म)

नादान 1951 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९५१ और नादान (1951 फ़िल्म) · और देखें »

नाना पाटेकर

विश्वनाथ "नाना" पाटेकर (जन्म: 1 जनवरी, 1951) हिन्दी एवं मराठी फ़िल्मों के एक अभिनेता हैं। .

नई!!: १९५१ और नाना पाटेकर · और देखें »

नाज़नीन (1951 फ़िल्म)

नाज़नीन 1951 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९५१ और नाज़नीन (1951 फ़िल्म) · और देखें »

नितीश कुमार

नीतीश कुमार (जन्म १ मार्च १९५१, बख्तियारपुर, बिहार, भारत) एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं जो बिहार के मुख्य मंत्री हैं, 2017 के बाद से पूर्वी भारत में एक राज्य है। इससे पहले उन्होंने 2005 से 2014 तक बिहार के मुख्यमंत्री और 2015 से 2017; उन्होंने भारत सरकार के एक मंत्री के रूप में भी सेवा की। वह जनता दल यू राजनीतिक दल के प्रमुख नेताओं में से हैं। उन्होंने खुद को बिहारीओं के साथ मिलकर पिछली सरकारों से कम उम्मीदों का सामना किया, जब मुख्यमंत्री के रूप में, उनकी समाजवादी नीतियों ने 100,000 से अधिक स्कूल शिक्षकों को नियुक्त करने में लाभांश दिया, यह सुनिश्चित करना कि डॉक्टर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में काम करते हैं, गांवों के विद्युतीकरण, सड़कों पर, आधे से मादा निरक्षरता को काटने, अपराधियों पर टूटकर और औसत बिहारी की आय को दोगुना करके एक अराजक अवस्था में बदल दिया। उस अवधि के लिए अन्य राज्यों की तुलना में मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान बिहार के जीडीपी का संचयी विकास दर सर्वोच्च है। 17 मई 2014 को उन्होंने भारतीय आम चुनाव, 2014 में अपने पार्टी के खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी संभालने से इस्तीफा दे दिया और वह जीतन राम मांझी के पद पर रहे। हालांकि, वह बिहार में राजनीतिक संकट से फरवरी 2015 में कार्यालय में लौट आया और नवंबर 2015 की बिहार विधान सभा चुनाव,२०१५ जीता। वह 10 अप्रैल 2016 को अपनी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में निर्वाचित हुए। 2019 के आगामी चुनाव में सहित कई राजनेताओं लालू यादव, तेजसवी यादव और अन्य ने भारत में प्रधान मंत्री पद के लिए उन्हें प्रस्तावित किया हालांकि उन्होंने ऐसी आकांक्षाओं से इनकार किया है उन्होंने 26 जुलाई, 2017 को बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में गठबंधन सहयोगी आरजेडी के बीच मतभेद के साथ फिर से इस्तीफा दे दिया था, सीबीआई द्वारा एफआईआर में उपमुख्यमंत्री और लालू प्रसाद यादव के पुत्र तेजस्वी यादव के नामकरण के कारण। कुछ घंटे बाद, वह एनडीए गठबंधन में शामिल हो गए, जो इस प्रकार अब तक विरोध कर रहे थे, और विधानसभा में बहुमत हासिल कर लेते थे, अगले दिन ही मुख्यमंत्री पद का त्याग कर रहे थे। .

नई!!: १९५१ और नितीश कुमार · और देखें »

पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा

कोई विवरण नहीं।

नई!!: १९५१ और पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा · और देखें »

पाकिस्तान के गवर्नर जनरल

यहाँ पाकिस्तान के स्वतंत्रता उपरांत गवर्नर-जनरल गण की सूची दी गयी है। इनका पूर्ण काल1947 – 1958 के बीच रहा। उसके बाद पाकिस्तान गणतंत्र बन गया। तब वहाँ राष्ट्रपति होने लगे।.

नई!!: १९५१ और पाकिस्तान के गवर्नर जनरल · और देखें »

फ़ॉर्मूला वन

The formula was defined in 1946; the first Formula One race was in 1947; the first World Championship season was 1950.

नई!!: १९५१ और फ़ॉर्मूला वन · और देखें »

बहार (1951 फ़िल्म)

बहार 1951 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९५१ और बहार (1951 फ़िल्म) · और देखें »

बादल (1951 फ़िल्म)

बादल 1951 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९५१ और बादल (1951 फ़िल्म) · और देखें »

बाज़ी (1951 फ़िल्म)

बाज़ी 1951 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९५१ और बाज़ी (1951 फ़िल्म) · और देखें »

बिलबाओ ललित कला संग्रहालय

बिलबाओ ललित कला संग्रहालय (स्पेनिश: Museo de Bellas Artes de Bilbao, बास्क: Bilboko Arte Ederren Museoa) एक कला संग्रहालय है। यह स्पेन के शहर बिलबाओ में स्थित है। संग्रहालय की इमारत पूरी तरह से शहर के दोन्या कासिल्दा इतुर्रिज़र पार्क (Doña Casilda Iturrizar park) के अंदर स्थित है। यह बास्क क्षेत्र में दूसरा सबसे बड़ा और सबसे का दौरा किया जाने वाला संग्रहालय है। .

नई!!: १९५१ और बिलबाओ ललित कला संग्रहालय · और देखें »

बीसवीं शताब्दी

ग्रेगरी पंचांग (कलेंडर) के अनुसार ईसा की बीसवीं शताब्दी 1 जनवरी 1901 से 31 दिसम्बर 2000 तक मानी जाती है। कुछ इतिहासवेत्ता 1914 से 1992 तक को संक्षिप्त बीसवीं शती का नाम भी देते हैं। (उन्नीसवी शताब्दी - बीसवी शताब्दी - इक्कीसवी शताब्दी - और शताब्दियाँ) दशक: १९०० का दशक १९१० का दशक १९२० का दशक १९३० का दशक १९४० का दशक १९५० का दशक १९६० का दशक १९७० का दशक १९८० का दशक १९९० का दशक ---- समय के गुज़रने को रेकोर्ड करने के हिसाब से देखा जाये तो बीसवी शताब्दी वह शताब्दी थी जो १९०१ - २००० तक चली थी। मनुष्य जाति के जीवन का लगभग हर पहलू बीसवी शताब्दी में बदल गया।.

नई!!: १९५१ और बीसवीं शताब्दी · और देखें »

भारत का ध्वज

भारत के राष्ट्रीय ध्वज जिसे तिरंगा भी कहते हैं, तीन रंग की क्षैतिज पट्टियों के बीच नीले रंग के एक चक्र द्वारा सुशोभित ध्वज है। इसकी अभिकल्पना पिंगली वैंकैया ने की थी।। भास्‍कर डॉट कॉम। १५ अगस्त २००९ इसे १५ अगस्त १९४७ को अंग्रेजों से भारत की स्वतंत्रता के कुछ ही दिन पूर्व २२ जुलाई, १९४७ को आयोजित भारतीय संविधान-सभा की बैठक में अपनाया गया था।। भारत के राष्ट्रीय पोर्टल पर इसमें तीन समान चौड़ाई की क्षैतिज पट्टियाँ हैं, जिनमें सबसे ऊपर केसरिया, बीच में श्वेत ओर नीचे गहरे हरे रंग की पट्टी है। ध्वज की लम्बाई एवं चौड़ाई का अनुपात ३:२ है। सफेद पट्टी के मध्य में गहरे नीले रंग का एक चक्र है जिसमें २४ आरे होते हैं। इस चक्र का व्यास लगभग सफेद पट्टी की चौड़ाई के बराबर होता है व रूप सारनाथ में स्थित अशोक स्तंभ के शेर के शीर्षफलक के चक्र में दिखने वाले की तरह होता है। भारतीय राष्ट्रध्वज अपने आप मै ही भारत की निति को दर्शाता हुआ दिखाई देता है। आत्मरक्षा, शांति, समृद्धि और सदैव विकास की ओर अग्रसर। राष्ट्रीय झंडा निर्दिष्टीकरण के अनुसार झंडा खादीमें ही बनना चाहिए। यह एक विशेष प्रकार से हाथ से काते गए कपड़े से बनता है जो महात्मा गांधी द्वारा लोकप्रिय बनाया गया था। इन सभी विशिष्टताओं को व्यापक रूप से भारत में सम्मान दिया जाता हैं भारतीय ध्वज संहिता के द्वारा इसके प्रदर्शन और प्रयोग पर विशेष नियंत्रण है। ध्वज का हेराल्डिक वर्णन इस प्रकार से होता है: .

नई!!: १९५१ और भारत का ध्वज · और देखें »

भारत के महाराज्यपाल

भारत के महाराज्यपाल या गवर्नर-जनरल (१८५८-१९४७ तक वाइसरॉय एवं गवर्नर-जनरल अर्थात राजप्रतिनिधि एवं महाराज्यपाल) भारत में ब्रिटिश राज का अध्यक्ष और भारतीय स्वतंत्रता उपरांत भारत में, ब्रिटिश सम्प्रभु का प्रतिनिधि होता था। इनका कार्यालय सन 1773 में बनाया गया था, जिसे फोर्ट विलियम की प्रेसीडेंसी का गवर्नर-जनरल के अधीन रखा गया था। इस कार्यालय का फोर्ट विलियम पर सीधा नियंत्रण था, एवं अन्य ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के अधिकारियों का पर्यवेक्षण करता था। सम्पूर्ण ब्रिटिश भारत पर पूर्ण अधिकार 1833 में दिये गये और तब से यह भारत के गवर्नर-जनरल बन गये। १८५८ में भारत ब्रिटिश शासन की अधीन आ गया था। गवर्नर-जनरल की उपाधि उसके भारतीय ब्रिटिश प्रांत (पंजाब, बंगाल, बंबई, मद्रास, संयुक्त प्रांत, इत्यादि) और ब्रिटिष भारत, शब्द स्वतंत्रता पूर्व काल के अविभाजित भारत के इन्हीं ब्रिटिश नियंत्रण के प्रांतों के लिये प्रयोग होता है। वैसे अधिकांश ब्रिटिश भारत, ब्रिटिश सरकार द्वारा सीधे शासित ना होकर, उसके अधीन रहे शासकों द्वारा ही शासित होता था। भारत में सामंतों और रजवाड़ों को गवर्नर-जनरल के ब्रिटिश सरकार के प्रतिनिधि होने की भूमिका को दर्शित करने हेतु, सन १८५८ से वाइसरॉय एवं गवर्नर-जनरल ऑफ इंडिया (जिसे लघुरूप में वाइसरॉय कहा जाता था) प्रयोग हुई। वाइसरॊय उपाधि १९४७ में स्वतंत्रता उपरांत लुप्त हो गयी, लेकिन गवर्नर-जनरल का कार्यालय सन १९५० में, भारतीय गणतंत्रता तक अस्तित्व में रहा। १८५८ तक, गवर्नर-जनरल को ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के निदेशकों द्वारा चयनित किया जाता था और वह उन्हीं को जवाबदेह होता था। बाद में वह महाराजा द्वारा ब्रिटिश सरकार, भारत राज्य सचिव, ब्रिटिश कैबिनेट; इन सभी की राय से चयन होने लगा। १९४७ के बाद, सम्राट ने उसकी नियुक्ति जारी रखी, लेकिन भारतीय मंत्रियों की राय से, ना कि ब्रिटिश मंत्रियों की सलाह से। गवर्नर-जनरल पांच वर्ष के कार्यकाल के लिये होता था। उसे पहले भी हटाया जा सकता था। इस काल के पूर्ण होने पर, एक अस्थायी गवर्नर-जनरल बनाया जाता था। जब तक कि नया गवर्नर-जनरल पदभार ग्रहण ना कर ले। अस्थायी गवर्नर-जनरल को प्रायः प्रान्तीय गवर्नरों में से चुना जाता था। .

नई!!: १९५१ और भारत के महाराज्यपाल · और देखें »

भारत के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सूची जनसंख्या अनुसार

भारत का जनसंख्या घनत्व मानचित्र पर भारत एक संघ है, जो २9 राज्यों एवं सात केन्द्र शासित प्रदेशों से बना है। यहां की २००८ की अनुमानित जनसंख्या 1 अरब 13 करोड़ के साथ भारत विश्व का दूसरा सर्वाधिक जनाकीर्ण देश बन गया है। इससे पहले इस सूछी में बस चीन ही आता है। भारत में विश्व की कुल भूमि का २.४% भाग ही आता है। किंतु इस २.४% भूमि में विश्व की जनसंख्या का १६.९% भाग रहता है। भारत के गांगेय-जमुनी मैदानी क्षेत्रों में विश्व का सबसे बड़ा ऐल्यूवियम बहुल उपत्यका क्षेत्र आता है। यही क्षेत्र विश्व के सबसे घने आवासित क्षेत्रों में से एक है। यहां के दक्खिन पठार के पूर्वी और पश्चिमी तटीय क्षेत्र भी भारत के सबसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों में आते हैं। पश्चिमी राजस्थान में थार मरुस्थल विश्व का सबसे घनी आबादी वाला मरुस्थल है। हिमालय के साथ साथ उत्तरी और पूर्वोत्तरी राज्यों में शीत-शुष्क मरुस्थल हैं, जिनके साथ उपत्यका घाटियां हैं। इन राज्यों में अदम्य आवासीय स्थितियों के कारण अपेक्षाकृत कम घनत्व है। .

नई!!: १९५१ और भारत के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सूची जनसंख्या अनुसार · और देखें »

भारतीय रेल

यार्ड में खड़ी एक जनशताब्दी रेल। भारतीय रेल (आईआर) एशिया का सबसे बड़ा रेल नेटवर्क तथा एकल सरकारी स्वामित्व वाला विश्व का दूसरा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है। यह १६० वर्षों से भी अधिक समय तक भारत के परिवहन क्षेत्र का मुख्य घटक रहा है। यह विश्व का सबसे बड़ा नियोक्ता है, जिसके १३ लाख से भी अधिक कर्मचारी हैं। यह न केवल देश की मूल संरचनात्‍मक आवश्यकताओं को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है अपितु बिखरे हुए क्षेत्रों को एक साथ जोड़ने में और देश राष्‍ट्रीय अखंडता का भी संवर्धन करता है। राष्‍ट्रीय आपात स्थिति के दौरान आपदाग्रस्त क्षेत्रों में राहत सामग्री पहुंचाने में भारतीय रेलवे अग्रणी रहा है। अर्थव्यस्था में अंतर्देशीय परिवहन का रेल मुख्य माध्यम है। यह ऊर्जा सक्षम परिवहन मोड, जो बड़ी मात्रा में जनशक्ति के आवागमन के लिए बड़ा ही आदर्श एवं उपयुक्त है, बड़ी मात्रा में वस्तुओं को लाने ले जाने तथा लंबी दूरी की यात्रा के लिए अत्यन्त उपयुक्त है। यह देश की जीवनधारा है और इसके सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए इनका महत्वपूर्ण स्थान है। सुस्थापित रेल प्रणाली देश के दूरतम स्‍थानों से लोगों को एक साथ मिलाती है और व्यापार करना, दृश्य दर्शन, तीर्थ और शिक्षा संभव बनाती है। यह जीवन स्तर सुधारती है और इस प्रकार से उद्योग और कृषि का विकासशील त्वरित करने में सहायता करता है। .

नई!!: १९५१ और भारतीय रेल · और देखें »

भारतीय जनसंघ

'''दीपक''' या '''दीया''' - भारतीय जनसंघ का चुनावचिह्न था। भारतीय जनसंघ के संस्थापक '''डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी भारतीय जनसंघ भारत का एक पुराना राजनैतिक दल था जिससे १९८० में भारतीय जनता पार्टी बनी। इस दल का आरम्भ श्यामा प्रसाद मुखर्जी द्वारा 21 अक्टूबर 1951 को दिल्ली में की गयी थी। इस पार्टी का चुनाव चिह्न दीपक था। इसने 1952 के संसदीय चुनाव में २ सीटें प्राप्त की थी जिसमे डाक्टर मुखर्जी स्वयं भी शामिल थे। प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लागू आपातकाल (1975-1976) के बाद जनसंघ सहित भारत के प्रमुख राजनैतिक दलों का विलय कर के एक नए दल जनता पार्टी का गठन किया गया। आपातकाल से पहले बिहार विधानसभा के भारतीय जनसंघ के विधायक दल के नेता लालमुनि चौबे ने जयप्रकाश नारायण के आंदोलन में बिहार विधानसभा से अपना त्यागपत्र दे दिया। जनता पार्टी 1980 में टूट गयी और जनसंघ की विचारधारा के नेताओं नें भारतीय जनता पार्टी का गठन किया। भारतीय जनता पार्टी 1998 से 2004 तक राष्ट्रीय प्रजातांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार की सबसे बड़ी पार्टी रही थी। 2014 के आम चुनाव में इसने अकेले अपने दम पर सरकार बनाने में सफलता प्राप्त की। .

नई!!: १९५१ और भारतीय जनसंघ · और देखें »

भारतीय आम चुनाव, 1951-2009

भारतीय आम चुनाव में राजनीति दलों की स्थिति निम्नलिखित प्रकार से रही.

नई!!: १९५१ और भारतीय आम चुनाव, 1951-2009 · और देखें »

भारतीय इतिहास तिथिक्रम

भारत के इतिहास की महत्वपूर्ण घटनाएं तिथिक्रम में।;भारत के इतिहास के कुछ कालखण्ड.

नई!!: १९५१ और भारतीय इतिहास तिथिक्रम · और देखें »

मर्गेरित युर्स्नर्

मर्गेरित युर्स्नर् (फ़्रांसीसी भाषा,Marguerite Cleenewerck de Crayencour, Marguerite Yourcenar, बेल्जियम, ८ जून १९०३-संयुक्त राज्य अमेरिका, १७ दिसंबर १९८७) बेल्जियम के लेखक.

नई!!: १९५१ और मर्गेरित युर्स्नर् · और देखें »

मिर्च का मज़ा (कविताएँ)

मिर्च का मज़ा रामधारी सिंह दिनकर की बच्चों के लिए लिखी गई पद्य रचना है। इसका प्रकाशन पहली बार १९५१ में हुआ। इसमें छोटी छोटी कविताएँ हैं।.

नई!!: १९५१ और मिर्च का मज़ा (कविताएँ) · और देखें »

मुकेश

मुकेश चंद माथुर (जुलाई २२, १९२३, दिल्ली, भारत - अगस्त २७, १९७६), लोकप्रिय तौर पर सिर्फ़ मुकेश के नाम से जाने वाले, हिन्दी सिनेमा के एक प्रमुख पार्श्व गायक थे। मुकेश की आवाज़ बहुत खूबसूरत थी पर उनके एक दूर के रिश्तेदार मोतीलाल ने उन्हें तब पहचाना जब उन्होंने उसे अपनी बहन की शादी में गाते हुए सुना। मोतीलाल उन्हें बम्बई ले गये और अपने घर में रहने दिया। यही नहीं उन्होंने मुकेश के लिए रियाज़ का पूरा इन्तजाम किया। इस दौरान मुकेश को एक हिन्दी फ़िल्म निर्दोष (१९४१) में मुख्य कलाकार का काम मिला। पार्श्व गायक के तौर पर उन्हें अपना पहला काम १९४५ में फ़िल्म पहली नज़र में मिला। मुकेश ने हिन्दी फ़िल्म में जो पहला गाना गाया, वह था दिल जलता है तो जलने दे जिसमें अदाकारी मोतीलाल ने की। इस गीत में मुकेश के आदर्श गायक के एल सहगल के प्रभाव का असर साफ़-साफ़ नज़र आता है। 1959 में अनाड़ी फ़िल्म के ‘सब कुछ सीखा हमने न सीखी होशियारी’ गाने के लिए बेस्ट प्लेबैक सिंगर का फिल्म फेयर अवॉर्ड मिला था। १९७४ में मुकेश को रजनीगन्धा फ़िल्म में कई बार यूँ भी देखा है गाना गाने के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिला। १९७६ में जब वे अमेरीका के डेट्रॉयट शहर में दौरे पर थे, तब उन्हें दिल का दौरा पड़ा और उनकी मृत्यु हो गयी। .

नई!!: १९५१ और मुकेश · और देखें »

राजनाथ सिंह

राजनाथ सिंह (जन्म १० जुलाई, १९५१ वाराणसी, उत्तर प्रदेश, भारत) भारत के एक प्रमुख राजनीतिज्ञ और वर्तमान में भारत के गृह मंत्री तथा वर्तमान सत्ता दल भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष हैं। वह पहले भाजपा के युवा स्कंध के और भाजपा की उत्तर प्रदेश (जो उनका गृह राज्य भी है), ईकाई के अध्यक्ष थे। प्रारंभ में वे भौतिकी के व्याख्याता थे, पर शीघ्र जनता पार्टी से जुड़ने के लिए उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से अपने दीर्घ संबंधों का उपयोग किया, जिसके कारण वे उत्तर प्रदेश में कई पदों पर विराजमान हुए। .

नई!!: १९५१ और राजनाथ सिंह · और देखें »

राजपूत (1951 फ़िल्म)

राजपूत 1951 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९५१ और राजपूत (1951 फ़िल्म) · और देखें »

लालबहादुर शास्त्री

लालबहादुर शास्त्री (जन्म: 2 अक्टूबर 1904 मुगलसराय - मृत्यु: 11 जनवरी 1966 ताशकन्द), भारत के दूसरे प्रधानमन्त्री थे। वह 9 जून 1964 से 11 जनवरी 1966 को अपनी मृत्यु तक लगभग अठारह महीने भारत के प्रधानमन्त्री रहे। इस प्रमुख पद पर उनका कार्यकाल अद्वितीय रहा। भारत की स्वतन्त्रता के पश्चात शास्त्रीजी को उत्तर प्रदेश के संसदीय सचिव के रूप में नियुक्त किया गया था। गोविंद बल्लभ पंत के मन्त्रिमण्डल में उन्हें पुलिस एवं परिवहन मन्त्रालय सौंपा गया। परिवहन मन्त्री के कार्यकाल में उन्होंने प्रथम बार महिला संवाहकों (कण्डक्टर्स) की नियुक्ति की थी। पुलिस मन्त्री होने के बाद उन्होंने भीड़ को नियन्त्रण में रखने के लिये लाठी की जगह पानी की बौछार का प्रयोग प्रारम्भ कराया। 1951 में, जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में वह अखिल भारत काँग्रेस कमेटी के महासचिव नियुक्त किये गये। उन्होंने 1952, 1957 व 1962 के चुनावों में कांग्रेस पार्टी को भारी बहुमत से जिताने के लिये बहुत परिश्रम किया। जवाहरलाल नेहरू का उनके प्रधानमन्त्री के कार्यकाल के दौरान 27 मई, 1964 को देहावसान हो जाने के बाद साफ सुथरी छवि के कारण शास्त्रीजी को 1964 में देश का प्रधानमन्त्री बनाया गया। उन्होंने 9 जून 1964 को भारत के प्रधान मन्त्री का पद भार ग्रहण किया। उनके शासनकाल में 1965 का भारत पाक युद्ध शुरू हो गया। इससे तीन वर्ष पूर्व चीन का युद्ध भारत हार चुका था। शास्त्रीजी ने अप्रत्याशित रूप से हुए इस युद्ध में नेहरू के मुकाबले राष्ट्र को उत्तम नेतृत्व प्रदान किया और पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी। इसकी कल्पना पाकिस्तान ने कभी सपने में भी नहीं की थी। ताशकन्द में पाकिस्तान के राष्ट्रपति अयूब ख़ान के साथ युद्ध समाप्त करने के समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद 11 जनवरी 1966 की रात में ही रहस्यमय परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गयी। उनकी सादगी, देशभक्ति और ईमानदारी के लिये मरणोपरान्त भारत रत्न से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९५१ और लालबहादुर शास्त्री · और देखें »

लॉस एंजेल्स लेकर्स

श्रेणी:नेशनल बास्केटबॉल असोसिएशन - पैसिफिक डिवीज़न श्रेणी:नेशनल बास्केटबॉल असोसिएशन - पश्चिमी कांफ्रेंस श्रेणी:नेशनल बास्केटबॉल असोसिएशन.

नई!!: १९५१ और लॉस एंजेल्स लेकर्स · और देखें »

शैलेश मटियानी

शैलेश मटियानी (१४ अक्टूबर १९३१ - २४ अप्रैल २००१) आधुनिक हिन्दी साहित्य-जगत् में नयी कहानी आन्दोलन के दौर के कहानीकार एवं प्रसिद्ध गद्यकार थे। उन्होंने 'बोरीवली से बोरीबन्दर' तथा 'मुठभेड़', जैसे उपन्यास, चील, अर्धांगिनी जैसी कहानियों के साथ ही अनेक निबंध तथा प्रेरणादायक संस्मरण भी लिखे हैं। उनके हिन्दी साहित्य के प्रति प्रेरणादायक समर्पण व उत्कृष्ट रचनाओं के फलस्वरूप आज भी उत्तराखण्ड सरकार द्वारा उत्तराखण्ड राज्य में पुरस्कार का वितरण होता है। .

नई!!: १९५१ और शैलेश मटियानी · और देखें »

सनम (1951 फ़िल्म)

सनम 1951 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९५१ और सनम (1951 फ़िल्म) · और देखें »

सर गंगाराम अस्पताल, दिल्ली

गंगाराम अस्पताल नई दिल्ली का एक बड़ा निजी अस्पताल है। यह ६५० बिस्तर वाला, आधुनिक सुविधाओं से युक्त एक बड़ा अस्पताल है। श्रेणी:दिल्ली के अस्पताल.

नई!!: १९५१ और सर गंगाराम अस्पताल, दिल्ली · और देखें »

सिंदरी

अवलोकन सिंदरी धनबाद झारखंड राज्य के धनबाद जिला के नगरपालिका सीमा के भीतर एक औद्योगिक नगरी है। जल्दी औद्योगिक भारत में यहाँ कल्पना - सिंदरी अच्छी तरह से एक बड़ी उर्वरक कारखाना (FCIL, 2002 में बंद भारत का उर्वरक निगम) की वजह से जाना जाता था। यह भी जाना जाता था एसोसिएटेड सीमेंट कंपनी (एसीसी), इंडियन आयरन एंड स्टील कंपनी (इस्को) है, जो स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड द्वारा किया गया है पर ले लिया की कोयला खान जैसे यहां स्थित कुछ अन्य कंपनियों के लिए सेल और परियोजनाओं और विकास इंडिया लिमिटेड पीडीआईएल, पूर्व योजना एवं विकास प्रभाग भारत कोकिंग कोल लिमिटेड की एक सहायक कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड के FCIL और कोयला खान के.

नई!!: १९५१ और सिंदरी · और देखें »

सिंध के राज्यपाल

सिंध के राज्यपाल पाकिस्तान के प्रांत, सिंध की प्रांतीय सरकार का प्रमुख होते हैं। इनकी नियुक्ति पाकिस्तान के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री की परामर्श पर करते हैं और, पाकिस्तान के अन्य प्रांतीय राज्यपाल पदों के समान ही, आमतौर पर यह भी एक औपचारिक पद है, यानी राज्यपाल पास बहुत अधिक अधिकार नहीं होते हैं। हालाँकि इतिहास में कई बार ऐसे अवसर आए हैं जब प्रांतीय गवर्नरों को अतिरिक्त व पूर्ण कार्याधिकार मिला है, खासकर इस मामले में जब प्रांतीय विधायिका भंग कर दी गई हो, तब प्रशासनिक विकल्प सीधे राज्यपाल के अधिकार-अंतर्गत आ जाते हैं। 1958 से 1972 और 1977 से 1985 तक सैन्य शासन और 1999 से 2002 के राज्यपाल शासन के दौरान राज्यपालों को जबरदस्त प्रशासनिक शक्ति मिलते रहे हैं। सिंध में दो बार सीधे राज्यपाल शासन रहा है जिनके दौरान 1951 से 1953 के दौरान मियां अमीन दीन और 1988 में रहीम दीन खान राज्यपाल थे। .

नई!!: १९५१ और सिंध के राज्यपाल · और देखें »

सज़ा (1951 फ़िल्म)

सज़ा 1951 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९५१ और सज़ा (1951 फ़िल्म) · और देखें »

संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन

एफ़.ए.ओ मुख्यालय, रोम खाद्य एवं कृषि संगठन (अंग्रेज़ी:फूड एंड एग्रीकल्चरल ऑर्गेनाइजेशन, एफ़.ए.ओ) एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन है, जो कृषि उत्पादन, वानिकी और कृषि विपणन संबंधी शोध विषय का अध्ययन करता है। यह संगठन खाद्य एवं कृषि संबंधी ज्ञान और जानकारियों के आदान-प्रदान करने का मंच भी है। इसके साथ-साथ यह इन क्षेत्रों में विभिन्न देशों के अधिकारियों के प्रशिक्षण की व्यवस्था भी करता है। विकासशील देशों में कृषि के विकास में इसकी भूमिका महत्वपूर्ण है। एफ़.ए.ओ विकासशील देशों को बदलती तकनीक जैसे कृषि, पर्यावरण, पोषक तत्व और खाद्य सुरक्षा के बारे में जानकारी देता है। यह संगठन संयुक्त राष्ट्र संघ की एक विशिष्ट संस्था है और उसी के अन्तर्गत्त कार्य करता है। इस संगठन की स्थापना १६ अक्टूबर, १९४५ को क्यूबेक शहर, कनाडा में हुई थी। १९५१ में इसका मुख्यालय वाशिंग्टन से रोम स्थानांतरित किया गया। वर्तमान में १९१ राष्ट्र इसके सदस्य हैं, जिसमें यूरोपियाई समुदाय एवं फैरो द्वीपसमूह भी सम्मिलित हैं, जो एसोसियेट सदस्य हैं।.

नई!!: १९५१ और संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन · और देखें »

स्टेज (1951 फ़िल्म)

स्टेज 1951 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९५१ और स्टेज (1951 फ़िल्म) · और देखें »

सैंया (1951 फ़िल्म)

सैंया 1951 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९५१ और सैंया (1951 फ़िल्म) · और देखें »

सैक्रामेंटो किंग्स

श्रेणी:नेशनल बास्केटबॉल असोसिएशन - पैसिफिक डिवीज़न श्रेणी:नेशनल बास्केटबॉल असोसिएशन - पश्चिमी कांफ्रेंस श्रेणी:नेशनल बास्केटबॉल असोसिएशन.

नई!!: १९५१ और सैक्रामेंटो किंग्स · और देखें »

सूक्ष्मजैविकी

सूक्ष्मजीवों से स्ट्रीक्ड एक अगार प्लेट सूक्ष्मजैविकी उन सूक्ष्मजीवों का अध्ययन है, जो एककोशिकीय या सूक्ष्मदर्शीय कोशिका-समूह जंतु होते हैं। इनमें यूकैर्योट्स जैसे कवक एवं प्रोटिस्ट और प्रोकैर्योट्स, जैसे जीवाणु और आर्किया आते हैं। विषाणुओं को स्थायी तौर पर जीव या प्राणी नहीं कहा गया है, फिर भी इसी के अन्तर्गत इनका भी अध्ययन होता है। संक्षेप में सूक्ष्मजैविकी उन सजीवों का अध्ययन है, जो कि नग्न आँखों से दिखाई नहीं देते हैं। सूक्ष्मजैविकी अति विशाल शब्द है, जिसमें विषाणु विज्ञान, कवक विज्ञान, परजीवी विज्ञान, जीवाणु विज्ञान, व कई अन्य शाखाएँ आतीं हैं। सूक्ष्मजैविकी में तत्पर शोध होते रहते हैं एवं यह क्षेत्र अनवरत प्रगति पर अग्रसर है। अभी तक हमने शायद पूरी पृथ्वी के सूक्ष्मजीवों में से एक प्रतिशत का ही अध्ययन किया है। हाँलाँकि सूक्ष्मजीव लगभग तीन सौ वर्ष पूर्व देखे गये थे, किन्तु जीव विज्ञान की अन्य शाखाओं, जैसे जंतु विज्ञान या पादप विज्ञान की अपेक्षा सूक्ष्मजैविकी अपने अति प्रारम्भिक स्तर पर ही है। .

नई!!: १९५१ और सूक्ष्मजैविकी · और देखें »

ज़ाकिर हुसैन (संगीतकार)

उस्ताद ज़ाकिर हुसैन (जन्म 9 मार्च 1951) भारत के सबसे प्रसिद्ध तबला वादक हैं। ज़ाकिर हुसैन तबला वादक उस्ताद अल्ला रखा के बेटे हैं। Zakir Hussain, 2001 ज़ाकिर हुसैन को सन २००२ (2002) में भारत सरकार द्वारा कला के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये महाराष्ट्र से हैं। .

नई!!: १९५१ और ज़ाकिर हुसैन (संगीतकार) · और देखें »

ज़ीनत अमान

ज़ीनत अमान (जन्म: 19 नवंबर, 1951) हिन्दी फ़िल्मों की एक अभिनेत्री हैं। .

नई!!: १९५१ और ज़ीनत अमान · और देखें »

जेम्स डीन

जेम्स बायरन डीन (8 फ़रवरी 1931 - 30 सितंबर 1955) एक अमेरिकी फिल्म अभिनेता और एक सांस्कृतिक आइकन थे। उन्हें अपने सबसे प्रसिद्ध फ़िल्म के शीर्षक, रेबेल विदाउट ए कॉज में सबसे अच्छे ढंग से प्रस्तुत किया गया, जिसमें उन्होंने परेशानी में फंसे लॉस एंजिल्स के किशोर जिम स्टार्क के रूप में अभिनय किया। उनके अभिनय को परिभाषित करने वाली अन्य दो भूमिकाएं ईस्ट ऑफ़ ईडन में लोनर कैल ट्रास्क के रूप में, एवं जाइंट में एक चिड़चिड़े किसान जेट रिंक के रूप में थी। डीन की चिरस्थायी प्रसिद्धि और लोकप्रियता इन तीन फिल्मों पर ही आधारित है, उनका संपूर्ण आउटपुट एक प्रमुख भूमिका में थी। कम उम्र में उनकी मृत्यु ने उनकी पौराणिक स्थिति को पुख्ता किया। सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए मरणोपरांत अकादमी पुरस्कार के लिए नामांकन प्राप्त करने वाले वे प्रथम अभिनेता थे और मरणोपरांत अभिनय के लिए दो नामांकन प्राप्त करने वाले वे अभी भी एक मात्र व्यक्ति बने हुए हैं। 1999 में, अमेरिकी फिल्म संस्थान ने अपने एएफआई (AFI's) के 100 वर्षों के सितारों की सूची में डीन को सर्वश्रेष्ठ पुरुष कलाकार के रूप में 18 वां स्थान प्रदान किया।<ref>5 ^ 4</ref> .

नई!!: १९५१ और जेम्स डीन · और देखें »

ख़जाना (1951 फ़िल्म)

ख़जाना 1951 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९५१ और ख़जाना (1951 फ़िल्म) · और देखें »

ग्रैंड स्लैम टेनिस विजेताओं की सूची

List of Men's Singles Grand Slam tournaments tennis champions: .

नई!!: १९५१ और ग्रैंड स्लैम टेनिस विजेताओं की सूची · और देखें »

गोल्डन स्टेट वॉरियर्स

श्रेणी:नेशनल बास्केटबॉल असोसिएशन - पैसिफिक डिवीज़न श्रेणी:नेशनल बास्केटबॉल असोसिएशन - पश्चिमी कांफ्रेंस श्रेणी:नेशनल बास्केटबॉल असोसिएशन.

नई!!: १९५१ और गोल्डन स्टेट वॉरियर्स · और देखें »

ओडिआ चलचित्र सूची

ओड़िआ चलचित्र की सारणी ओड़िआ भाषा .

नई!!: १९५१ और ओडिआ चलचित्र सूची · और देखें »

औद्योगिक उत्पादन सूचकांक

औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (अंग्रेजी:इंडेक्स ऑफ़ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन, लघु: आईआईपी) किसी अर्थ व्यवस्था के औद्योगिक क्षेत्र में किसी खास अवधि में उत्पादन के स्थिति के बारे में जानकारी देता है। भारत में हर माह इस सूचकांक के आंकड़े जारी किए जाते हैं। ये आंकड़े आधार वर्ष के मुकाबले उत्पादन में बढ़ोतरी या कमी के संकेत देते हैं। भारत में आईआईपी की तुलना के लिए वर्ष १९९३-९४ को आधार वर्ष माना गया है।। इकोनॉमिक टाइम्स। १९ अक्टूबर २००९ ये सूचकांक उद्योग क्षेत्र में हो रही बढ़ोतरी या कमी को बताने का सबसे सरल तरीका है।। बिज़्नेस स्टैन्डर्ड। १३ मई २००८। कुमार नरोत्तम .

नई!!: १९५१ और औद्योगिक उत्पादन सूचकांक · और देखें »

आराम (1951 फ़िल्म)

आराम 1951 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९५१ और आराम (1951 फ़िल्म) · और देखें »

आवारा (1951 फ़िल्म)

आवारा 1951 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९५१ और आवारा (1951 फ़िल्म) · और देखें »

कन्नड साहित्य सम्मेलन

कन्नड साहित्य सम्मेलन कन्नड साहित्यकारों, लेखकों तथा कननाडिगारु लोगों का सम्मेलन है। इसका लक्षय कन्नड भाषा, कन्नड साहित्य, कला, संगीत और संस्कृति का विकास करना है। इसका आरम्भ १९१५ में एच वी नान्जुनैया ने किया था। पहला सम्मेलन बंगलुरु में हुआ था। १९४८ तक इसका उद्घाटन किसी सुप्रसिद्ध कवि या लेखक द्वारा किया जाता था कि्न्तु १९४८ के बाद से कर्नाटक के मुख्यमंत्री इसका उद्घाटन करते हैं। इस सम्मेलन का आयोजन कन्नड साहित्य परिषद करती है। .

नई!!: १९५१ और कन्नड साहित्य सम्मेलन · और देखें »

कश्मीर का इतिहास

भारत के उत्तरतम राज्य जम्मू और कश्मीर का इतिहास अति प्राचीन काल से आरंभ होता है। राजधानी में डल झील में एक शिकारे से दृश्य .

नई!!: १९५१ और कश्मीर का इतिहास · और देखें »

किशोर भट्ट

किशोर भट्ट (जन्मतिथि: २ मार्च, १९५१) एक भारतीय आवाज अभिनेता है जो हिन्दी में विदेशी मीडिया को बताती है। उन्होंने यह भी रूप में जाना जाता है किशोर भट.

नई!!: १९५१ और किशोर भट्ट · और देखें »

कंचनजंघा

कंचनजंघा (नेपाली:कंचनजंघा Kanchanjaŋghā), (लिम्बू: सेवालुंगमा) विश्व की तीसरी सबसे ऊँची पर्वत चोटी है, यह सिक्किम के उत्तर पश्चिम भाग में नेपाल की सीमा पर है। .

नई!!: १९५१ और कंचनजंघा · और देखें »

केन्द्रीय विद्युत प्राधिकरण

केन्द्रीय विद्युत प्राधिकरण (अंग्रेज़ी:सेंट्रल इलेक्ट्रिकल अथॉरिटी) निरसन विद्युत आपूर्ति अधिनियम, १९४८ की धारा ३ के अंतर्गत्त एक सांविधिक संगठन है। इसकी स्थापना एक अंशकालिक संस्था रूप में १९५१ में की गई थी व बाद में १९७५ में इसे पूर्णकालिक स्वरूप प्रदान किया गया। .

नई!!: १९५१ और केन्द्रीय विद्युत प्राधिकरण · और देखें »

अफ़साना (1951 फ़िल्म)

अफ़साना 1951 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९५१ और अफ़साना (1951 फ़िल्म) · और देखें »

अमेरिकी ओपन टेनिस के पुरुष एकल विजेताओं की सूची

* 1881 - रिचर्ड सीअर्स.

नई!!: १९५१ और अमेरिकी ओपन टेनिस के पुरुष एकल विजेताओं की सूची · और देखें »

अशोक चक्रधर

डॉ॰ अशोक चक्रधर (जन्म ८ फ़रवरी सन् १९५१) हिंदी के विद्वान, कवि एवं लेखक है। हास्य-व्यंग्य के क्षेत्र में अपनी विशिष्ट प्रतिभा के कारण प्रसिद्ध वे कविता की वाचिक परंपरा का विकास करने वाले प्रमुख विद्वानों में से भी एक है। टेलीफ़िल्म लेखक-निर्देशक, वृत्तचित्र लेखक निर्देशक, धारावाहिक लेखक, निर्देशक, अभिनेता, नाटककर्मी, कलाकार तथा मीडिया कर्मी के रूप में निरंतर कार्यरत अशोक चक्रधर जामिया मिलिया इस्लामिया में हिंदी व पत्रकारिता विभाग में प्रोफेसर के पद से सेवा निवृत्त होने के बाद संप्रति केन्द्रीय हिंदी संस्थानतथा हिन्दी अकादमी, दिल्ली के उपाध्यक्ष पद पर कार्यरत हैं। 2014 में उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९५१ और अशोक चक्रधर · और देखें »

१ जनवरी

१ जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का पहला दिन है। वर्ष में अभी और ३६४ दिन बाकी है (लीप वर्ष में ३६५)। .

नई!!: १९५१ और १ जनवरी · और देखें »

१ जुलाई

१ जुलाई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १८२वॉ (लीप वर्ष में १८३ वॉ) दिन है। साल में अभी और १८३ दिन बाकी है। .

नई!!: १९५१ और १ जुलाई · और देखें »

१० जुलाई

१० जुलाई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १९१वॉ (लीप वर्ष मे १९२ वॉ) दिन है। साल मे अभी और १७४ दिन बाकी है। .

नई!!: १९५१ और १० जुलाई · और देखें »

१५ सितम्बर

15 सितंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 258वॉ (लीप वर्ष में 259 वॉ) दिन है। साल में अभी और 107 दिन बाकी है। .

नई!!: १९५१ और १५ सितम्बर · और देखें »

१५ अगस्त

15 अगस्त ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 227वॉ (लीप वर्ष मे 228 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 138 दिन बाकी है। .

नई!!: १९५१ और १५ अगस्त · और देखें »

१६ दिसम्बर

१६ दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३५०वाँ (लीप वर्ष मे ३५१वाँ) दिन है। वर्ष में अभी और १५ दिन बाकी है। .

नई!!: १९५१ और १६ दिसम्बर · और देखें »

१६ जुलाई

१६ जुलाई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १९७वॉ (लीप वर्ष में १९८ वॉ) दिन है। साल में अभी और १६८ दिन बाकी है। .

नई!!: १९५१ और १६ जुलाई · और देखें »

१८ अगस्त

18 अगस्त ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 230वॉ (लीप वर्ष में 231 वॉ) दिन है। साल में अभी और 135 दिन बाकी है। .

नई!!: १९५१ और १८ अगस्त · और देखें »

१९ नवम्बर

१९ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३२३वॉ (लीप वर्ष मे ३२४ वॉ) दिन है। साल मे अभी और ४२ दिन बाकी है। .

नई!!: १९५१ और १९ नवम्बर · और देखें »

२ अक्तूबर

2 अक्टूबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 275वॉ (लीप वर्ष में 276 वॉ) दिन है। साल में अभी और 90 दिन बाकी है। .

नई!!: १९५१ और २ अक्तूबर · और देखें »

२१ जुलाई

२१ जुलाई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २०२वॉ (लीप वर्ष में २०३ वॉ) दिन है। साल में अभी और १६३ दिन बाकी है। .

नई!!: १९५१ और २१ जुलाई · और देखें »

२६ जुलाई

२६ जुलाई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २०७वॉ (लीप वर्ष मे २०८ वॉ) दिन है। साल मे अभी और १५८ दिन बाकी है। .

नई!!: १९५१ और २६ जुलाई · और देखें »

४ फ़रवरी

4 फरवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 35वॉ दिन है। साल मे अभी और 330 दिन बाकी है (लीप वर्ष मे 331)। इस दिन श्रीलंका में स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। .

नई!!: १९५१ और ४ फ़रवरी · और देखें »

५ नवम्बर

५ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३०९वॉ (लीप वर्ष मे ३१० वॉ) दिन है। साल मे अभी और ५६ दिन बाकी है। .

नई!!: १९५१ और ५ नवम्बर · और देखें »

५०० होम रन दल

In मेजर लीग बेसबॉल, the ५०० होम रन क्लब is an informal term applied to the group of players who have hit 500 or more career home runs.

नई!!: १९५१ और ५०० होम रन दल · और देखें »

९ मार्च

९ मार्च ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ६८वॉ (लीप वर्ष मे ६९वॉ) दिन है। साल मे अभी और २९७ दिन बाकी है। .

नई!!: १९५१ और ९ मार्च · और देखें »

९ जनवरी

९ जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ९वाँ दिन है। वर्ष में अभी और ३५६ दिन बाकी हैं (लीप वर्ष में ३५७)।.

नई!!: १९५१ और ९ जनवरी · और देखें »

1951 एशियाई खेल

प्रथम एशियाई खेल ४ मार्च से ११ मार्च, १९५१ में दिल्ली, भारत में हुए थे। मूल रूप से इन खेलों का आयोजन १९५० में होना तय किया गया था, लेकिन तैयारियों की देरी के चलते इन्हें १९५१ तक स्थगित करना पड़ा। महाराजाधिराज महाराजा यादवेन्द्र सिंह ने इन खेलों के संगठन में एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। यद्यपि जापान को लन्दन में आयोजित १९४८ ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक में नहीं खेलने दिया गया और एशियाई खेल संघ की बैठक में भी नहीं बुलाया गया, लेकिन अभिषेकात्मक एशियाई खेलों में स्पर्धा करने दिया गया। कोरिया, कोरियाई युद्ध के चलते भाग नहीं ले सका। .

नई!!: १९५१ और 1951 एशियाई खेल · और देखें »

यहां पुनर्निर्देश करता है:

1951

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »