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१८९२

सूची १८९२

1892 ग्रेगोरी कैलंडर का एक अधिवर्ष है। .

20 संबंधों: एड्विन लैंडसियर लूट्यन्स, प्रबलित कंक्रीट, फ्यूशिया (रंग), भारतीय गणितज्ञों की सूची, मोटर एवं इंजन प्रौद्योगिकी की समयरेखा, जॉर्ज पंचम, विषाणु, विषाणु विज्ञान, ग्रैंड स्लैम टेनिस विजेताओं की सूची, आर्चिबाल्ड मकलीश, आगा खान पैलेस, अन्वेषणों की समय-रेखा, अमेरिकी ओपन टेनिस के पुरुष एकल विजेताओं की सूची, १ जनवरी, १० सितंबर, २२ नवम्बर, २३ नवम्बर, ४ दिसम्बर, ८ जुलाई, ८ अप्रैल

एड्विन लैंडसियर लूट्यन्स

सर एड्विन्स लैंडसीयर लूट्यन्स, OM, KCIE,PRA,FRIBA,LLD (29 मार्च 1869 – 1 जनवरी 1944) बीसवीं शताब्दी के एक प्रसिद्ध ब्रिटिश वास्तुकार थे, जिन्हें अपने युग की आवश्यकताओं के अनुसार परंपरागत शैली को कल्पनापूर्वक अपनाने के लिये याद किया जाता है। इन्होंने कई इंग्लिश भवन बनाये, व मुख्यतः इन्हें भारत की तत्कालीन राजधानी नई दिल्ली की अभिकल्पना के लिये जाना जाता है। इनका जन्म व मृत्यु लंदन में ही हुई। इनका नाम इनके पिता के एक मित्र, एक शिल्पकार, एड्विन लैण्डसियर के नाम पर रखा गया था। इन्हें महानतम ब्रिटिश वास्तुकार कहा जाता है। .

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प्रबलित कंक्रीट

प्रबलित कंक्रीट (अंग्रेजी:Reinforced concrete), वह कंक्रीट होता है जिसमें, कंक्रीट को तनाव की स्थिति में भी मजबूत रखने के लिए प्रबलन छड़ों (बार), प्रबलन ग्रिडों, प्लेट या तंतुओं को कंक्रीट में शामिल किया जाता है। कंक्रीट संपीड़न में मजबूत लेकिन तनाव में कमजोर होता है इसीलिए प्रबलन की प्रक्रिया के द्वारा इसे तनाव में भी मजबूती प्रदान की जाती है। कंक्रीट का आविष्कार एक फ्रांसीसी माली जोसेफ मोनियर द्वारा सन 1849 में किया गया था और 1867 में इसे पेटेंट प्राप्त हुआ। लोहे या इस्पात के द्वारा प्रबलित कंक्रीट लौह या फेरो कंक्रीट कहलाता है। कंक्रीट को प्रबलित करने में प्रयुक्त अन्य सामग्रियां कार्बनिक और अकार्बनिक तंतु या अलग अलग रूपों में इनका मिश्रण हो सकता है। तनाव में कंक्रीट का प्रतिबल विफलता इतनी कम होती है कि प्रबलन सामग्री का कार्य इस अवस्था में इसके टूटे हुये खंडों को एक साथ पकड़े रहना भी होता है। एक मजबूत, नमनीय और टिकाऊ निर्माण के लिए प्रबलन सामग्री में निम्नलिखित गुण होने चाहिए.

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फ्यूशिया (रंग)

फ्यूशिया पौधे का फूल फ्यूशिया रंग फ्यूशिया पेड़ के फूल के नाम पर रखा गया है। यह विद्युत रानी रंग के नाम का एक विकल्प भी है। यह नाम प्रथम दृष्ट्या अँग्रेजी़ भाषा में 1892 में प्रयुक्त हुआ था। .

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भारतीय गणितज्ञों की सूची

सिन्धु सरस्वती सभ्यता से आधुनिक काल तक भारतीय गणित के विकास का कालक्रम नीचे दिया गया है। सरस्वती-सिन्धु परम्परा के उद्गम का अनुमान अभी तक ७००० ई पू का माना जाता है। पुरातत्व से हमें नगर व्यवस्था, वास्तु शास्त्र आदि के प्रमाण मिलते हैं, इससे गणित का अनुमान किया जा सकता है। यजुर्वेद में बड़ी-बड़ी संख्याओं का वर्णन है। .

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मोटर एवं इंजन प्रौद्योगिकी की समयरेखा

इंजन एवं मोटर का विकास सभ्यता के विकास के इतिहास का शायद सबसे महत्वपूर्ण अध्याय है क्योंकि इनके बिना मशीनीकरण की कल्पना नहीं की जा सकती। इनके बिना स्वतः नियन्त्रण (आटॉमैटिक कन्ट्रोल) का भी कोई अर्थ नहीं है। आज भी मोटर एवं इंजन ही प्रौद्योगिकी के रीढ बने हुए हैं।.

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जॉर्ज पंचम

जॉर्ज पंचम (जॉर्ज फ्रेडरिक अर्नेस्ट अल्बर्ट; 3 जून 1865 – 20 जनवरी 1936) प्रथम ब्रिटिश शासक थे, जो विंडसर राजघराने से संबंधित थे। संयुक्त राजशाही एवं अन्य राष्ट्रमंडल समूह के महाराजा होने के साथ साथ, जॉर्ज भारत के सम्राट एवं स्वतन्त्र आयरिश राज्य के राजा भी थे। जॉर्ज ने सन 1910 से प्रथम विश्व युद्ध (1914–1918) के दौरान और बाद में 1936 में अपनी मृत्यु पर्यन्त राज्य किया। जॉर्ज के पिता महाराज एडवर्ड सप्तम की १९१० में मृत्यु होने पर, वे महाराजा बने। वे एकमात्र ऐसे सम्राट थे, जो कि अपने स्वयं के दिल्ली दरबार में, अपनी भारतीय प्रजा के सामने प्रस्तुत हुए, जहां उनका भारत के राजमुकुट से राजतिलक हुआ। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान, उन्होंने सारी जर्मन उपाधियां, वापस कर दीं। इनके शासन ने फासीवाद, नाजीवाद, समाजवाद इत्यादि देखे; एवं प्रथम मजदूर मंत्रालय भी, जिन सभी घटनाओं ने राजनैतिक क्रम को बदल दिया। जॉर्ज को उनके अंतिम दिनों में प्लेग व अन्य बीमारियों ने घेर लिया था; जब उनकी मृत्यु पर उनके ज्येष्ठ पुत्र एडवर्ड अष्टम ने राजगद्दी संभाली। .

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विषाणु

विषाणु अकोशिकीय अतिसूक्ष्म जीव हैं जो केवल जीवित कोशिका में ही वंश वृद्धि कर सकते हैं। ये नाभिकीय अम्ल और प्रोटीन से मिलकर गठित होते हैं, शरीर के बाहर तो ये मृत-समान होते हैं परंतु शरीर के अंदर जीवित हो जाते हैं। इन्हे क्रिस्टल के रूप में इकट्ठा किया जा सकता है। एक विषाणु बिना किसी सजीव माध्यम के पुनरुत्पादन नहीं कर सकता है। यह सैकड़ों वर्षों तक सुशुप्तावस्था में रह सकता है और जब भी एक जीवित मध्यम या धारक के संपर्क में आता है उस जीव की कोशिका को भेद कर आच्छादित कर देता है और जीव बीमार हो जाता है। एक बार जब विषाणु जीवित कोशिका में प्रवेश कर जाता है, वह कोशिका के मूल आरएनए एवं डीएनए की जेनेटिक संरचना को अपनी जेनेटिक सूचना से बदल देता है और संक्रमित कोशिका अपने जैसे संक्रमित कोशिकाओं का पुनरुत्पादन शुरू कर देती है। विषाणु का अंग्रेजी शब्द वाइरस का शाब्दिक अर्थ विष होता है। सर्वप्रथम सन १७९६ में डाक्टर एडवर्ड जेनर ने पता लगाया कि चेचक, विषाणु के कारण होता है। उन्होंने चेचक के टीके का आविष्कार भी किया। इसके बाद सन १८८६ में एडोल्फ मेयर ने बताया कि तम्बाकू में मोजेक रोग एक विशेष प्रकार के वाइरस के द्वारा होता है। रूसी वनस्पति शास्त्री इवानोवस्की ने भी १८९२ में तम्बाकू में होने वाले मोजेक रोग का अध्ययन करते समय विषाणु के अस्तित्व का पता लगाया। बेजेर्निक और बोर ने भी तम्बाकू के पत्ते पर इसका प्रभाव देखा और उसका नाम टोबेको मोजेक रखा। मोजेक शब्द रखने का कारण इनका मोजेक के समान तम्बाकू के पत्ते पर चिन्ह पाया जाना था। इस चिन्ह को देखकर इस विशेष विषाणु का नाम उन्होंने टोबेको मोजेक वाइरस रखा। विषाणु लाभप्रद एवं हानिकारक दोनों प्रकार के होते हैं। जीवाणुभोजी विषाणु एक लाभप्रद विषाणु है, यह हैजा, पेचिश, टायफायड आदि रोग उत्पन्न करने वाले जीवाणुओं को नष्ट कर मानव की रोगों से रक्षा करता है। कुछ विषाणु पौधे या जन्तुओं में रोग उत्पन्न करते हैं एवं हानिप्रद होते हैं। एचआईवी, इन्फ्लूएन्जा वाइरस, पोलियो वाइरस रोग उत्पन्न करने वाले प्रमुख विषाणु हैं। सम्पर्क द्वारा, वायु द्वारा, भोजन एवं जल द्वारा तथा कीटों द्वारा विषाणुओं का संचरण होता है परन्तु विशिष्ट प्रकार के विषाणु विशिष्ट विधियों द्वारा संचरण करते हैं। .

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विषाणु विज्ञान

विषाणु विज्ञान, जिसे प्रायः सूक्ष्मजैविकी या विकृति विज्ञान का भाग माना जाता है, जैविक विषाणुओं व विषाणु-सम अभिकर्ताओं के वर्गीकरण, संरचना एवं विकास, उनकी प्रजनन हेतु कोशिका दूषण या संक्रमण पद्धति, उनके द्वारा होने वाले रोगों, उन्हें पृथक करने व संवर्धन करने की विधियां, तथा उनके अन्तर्निहित शक्तियां शोध व प्रयोगों में करने के अध्ययन को विषाणु विज्ञान कहते हैं। एच आई वी विषाणु, जो एड्स की भयंकर रोग के लिये उत्तरदायी है। .

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ग्रैंड स्लैम टेनिस विजेताओं की सूची

List of Men's Singles Grand Slam tournaments tennis champions: .

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आर्चिबाल्ड मकलीश

अमेरिका का राष्ट्रिय पुस्तक पुरस्कार विजेता श्रेणी:अमेरिकी लेखक श्रेणी:1892 में जन्मे लोग श्रेणी:१९८२ में निधन.

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आगा खान पैलेस

आगा खान पैलेस पुणे के येरावाड़ा मे स्थित एक एतिहासिक भवन है। सुल्तान मुहम्मद शाह आगा खान द्वितीय ने १८९२ मे बनवाया था। इस भवन मे महात्मा गाँधी को उनके अन्य सहयोगीयो से साथ सन १९४० मे बंदी बना कर रखा गया था। कस्तूरबा गांधी का निधन इसी भवन मे हुआ था। उनकी समाधी भी यहॉ स्थित है। अब यह भवन एक संग्राहलय है। यह स्मारक ६.५ हेक्टेयर में फैला हुआ है। १८९२ में शाह आगा खां तृतीय ने इसे बनवाया था। १९५६ तक यह भवन उनका महल रहा। १९६९ में, आगा खां चतुर्थ ने इसे भारत सरकार को दान दे दिया था।। ट्रेन एंक्वायरी महात्मा गांधी की पत्नी कस्तूरबा गांधी और महात्मा जी के सचिव महादेवभाई देसाई 2 साल तक यहां रहे और इसी प्रवास के दौरान उनकी मृत्यु हुई थी। उनकी अस्थियां स्मारक के बागीचे में रखी गई हैं। गांधी जी के जीवन पर एक फोटो-प्रदर्शनी और उनकी व्यक्तिगत उपयोग की वस्तुएं जैसे उनकी चप्पलें और चश्मे यहां रखे गए हैं। .

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अन्वेषणों की समय-रेखा

यहाँ ऐतिहासिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण तकनीकी खोजों की समय के सापेक्ष सूची दी गयी है। .

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अमेरिकी ओपन टेनिस के पुरुष एकल विजेताओं की सूची

* 1881 - रिचर्ड सीअर्स.

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१ जनवरी

१ जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का पहला दिन है। वर्ष में अभी और ३६४ दिन बाकी है (लीप वर्ष में ३६५)। .

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१० सितंबर

10 सितंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 253वॉ (लीप वर्ष में 254 वॉ) दिन है। साल में अभी और 112 दिन बाकी है। .

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२२ नवम्बर

२२ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३२६वॉ (लीप वर्ष मे ३२७ वॉ) दिन है। साल मे अभी और ३९ दिन बाकी हैं। .

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२३ नवम्बर

२३ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३२७वॉ (लीप वर्ष में ३२८ वॉ) दिन है। साल में अभी और 38 दिन बाकी है। .

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४ दिसम्बर

4 दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 338वॉ (लीप वर्ष में 339 वॉ) दिन है। साल में अभी और 27 दिन बाकी है। .

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८ जुलाई

८ जुलाई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १८९वॉ (लीप वर्ष में १९० वॉ) दिन है। वर्ष में अभी और १७६ दिन बाकी है। .

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८ अप्रैल

8 अप्रैल ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 98वां (लीप वर्ष में 99वां) दिन है। साल में अभी 267 दिन और बाकी है। .

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यहां पुनर्निर्देश करता है:

1892

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