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१५ मार्च

सूची १५ मार्च

15 मार्च ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 74वॉ (लीप वर्ष मे 75 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 291 दिन बाकी है। .

23 संबंधों: द लॉर्ड ऑफ द रिंग्स: फेलोशिप ऑफ द रिंग, दोल जात्रा, बिहार के राज्यपालों की सूची, भानुमंत, मातृ दिवस, मारीशस के हिन्दी विद्वान, रमेशराज तेवरीकार, राष्ट्रीय दिवस, राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस (भारत), राही मासूम रज़ा, रघुराज प्रताप सिंह, हाउस धारावाहिक के प्रसंगों की सूची, हु जिन्ताओ, होली, ज़ी स्टूडियो, कारा ब्लैक, अग्निसाक्षी (1996 फ़िल्म), अंतरराष्ट्रीय व्यापार मशीन निगम, १४५५, १९ फरवरी २००७ समझौता एक्सप्रेस विस्फोट, १९३४, १९४७, २०१० हरिद्वार महाकुम्भ

द लॉर्ड ऑफ द रिंग्स: फेलोशिप ऑफ द रिंग

द लॉर्ड ऑफ द रिंग्स: फेलोशिप ऑफ द रिंग (The Lord of the Rings: The Fellowship of the Ring) २००१ में बनी फंतासी फ़िल्म है जिसका निर्देशन पिटर जैक्सन ने किया है और यह जे. आर. आर. टोल्किन के उपन्यास द फेलोशिप ऑफ द रिंग पर आधारित है। .

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दोल जात्रा

दोल जात्रा में राधा-कृष्ण की पूजा की जाती है। दोल जात्रा या दोल उत्सव बंगाल में होली से एक दिन पहले मनाया जाता है। इस दिन महिलाएँ लाल किनारी वाली पारंपरिक सफ़ेद साड़ी पहन कर शंख बजाते हुए राधा-कृष्ण की पूजा करती हैं और प्रभात-फेरी (सुबह निकलने वाला जुलूस) का आयोजन करती हैं। इसमें गाजे-बाजे के साथ, कीर्तन और गीत गाए जाते हैं। दोल शब्द का मतलब झूला होता है। झूले पर राधा-कृष्ण की मूर्ति रख कर महिलाएँ भक्ति गीत गाती हैं और उनकी पूजा करती है। इस दिन अबीर और रंगों से होली खेली जाती है। इस दोल यात्रा में चैतन्य महाप्रभु द्वारा रचित कृष्ण-भक्ति संगीत की प्रचुरता रहती है। प्राचीन काल में इस अवसर पर ज़मीदारों की हवेलियों के सिंहद्वार आम लोगों के लिए खोल दिये जाते थे। उन हवेलियों में राधा-कृष्ण के मंदिर में पूजा-अर्चना और भोज चलता रहता था। किंतु समय के साथ इस परंपरा में बदलाव आया है। शांतिनिकेतन की होली का ज़िक्र किये बिना दोल उत्सव अधूरा है। काव्यगुरू रवीन्द्रनाथ टैगोर ने वर्षों पहले वहाँ बसंत उत्सव की जो परंपरा शुरू की थी, वो आज भी जैसी की तैसी है। विश्वभारती विश्वविद्यालय परिसर में छात्र और छात्राएँ आज भी पारंपरिक तरीक़े से होली मनाती हैं। लड़कियाँ लाल किनारी वाली पीली साड़ी में होती हैं। और लड़के धोती और कुर्ता पहनते हैं। वहाँ इस आयोजन को देखने के लिए बंगाल ही नहीं, बल्कि देश के दूसरे हिस्सों और विदेशों तक से भी भारी भीड़ उमड़ती है। इस मौक़े पर एक जुलूस निकाल कर अबीर और रंग खेलते हुए विश्वविद्यालय परिसर की परिक्रमा की जाती है। इसमें अध्यापक भी शामिल होते हैं। रवीन्द्रनाथ की प्रतिमा के पास इस उत्सव का समापन होता है। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जाते हैं। शांतिनिकेतन और कोलकाता-स्थित रवीन्द्रनाथ के पैतृक आवास, जादासांको में आयोजित होने वाला बसंत उत्सव बंगाल की सांस्कृतिक पहचान बन चुका है। .

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बिहार के राज्यपालों की सूची

कोई विवरण नहीं।

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भानुमंत

भानुमंत प्राचीन दक्षिण कोशल का शासक था। इतिहास प्रसिद्ध राजा राम की माता कौशल्या कोसल के राजा भानुमंत की पुत्री थीं। भानुमंत का कोई पुत्र नहीं होने के कारण राजा दशरथ को कोशल का भी राज्य मिला। .

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मातृ दिवस

आधुनिक मातृ दिवस का अवकाश ग्राफटन वेस्ट वर्जिनिया में एना जार्विस के द्वारा समस्त माताओं तथा मातृत्व के लिए खास तौर पर पारिवारिक एवं उनके आपसी संबंधों को सम्मान देने के लिए आरम्भ किया गया था। यह दिवस अब दुनिया के हर कोने में अलग-अलग दिनों में मनाया जाता हैं। जैसे कि पिताओं को सम्मान देने के लिए पितृ दिवस की छुट्टी मनाई जाती हैं। यह छुट्टी अंततः इतनी व्यवसायिक बन गई कि इसकी संस्थापक, एना जार्विस, तथा कई लोग इसे एक "होलमार्क होलीडे", अर्थात् एक प्रचुर वाणिज्यिक प्रयोजन के रूप में समझने लगे। एना ने जिस छुट्टी के निर्माण में सहयोग किया उसी का विरोध करते हुए इसे समाप्त करना चाहा। .

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मारीशस के हिन्दी विद्वान

मारीशस में २ नवंबर १८३४ में एटलस नामक जहाज़ में बिहार के छोटा नागपुर इलाके से पहली बार विधिवत गिरमिटियों को लाया गया था। १९२० तक मारीशस में साढ़े चार लाख भारतीय गिरमिटिए लाए गए, जिनमें अधिकतर भोजपुरी बोलने वाले थे। उन्नीसवीं सदी के अंत तक बोलचाल की भाषा के रूप में यहाँ भोजपुरी का विकास हो चुका था। १९०१ में बैरिस्टर मोहनदास करमचन्द गांधी यहाँ आकर रहे और भारतीयों की दशा और कठिनाइयों को समझा। उन्हें कानूनी सलाह उपलब्ध कराने और सहायता करने के लिए उन्होंने १९०९ में एक योग्य बैरिस्टर मगनलाल मणिलाल को मारीशस भेजा। बैरिस्टर मगनलाल मणिलाल ने १५ मार्च १९०९ में एक साप्ताहिक पत्र का आरंभ किया जिसकी भाषा अँग्रेजी और गुजराती थी। बाद में गुजराती के स्थान पर यह पत्र हिंदी में प्रकाशित होने लगा क्यों कि आमतौर पर सभी भारतीय लोगों को हिंदी आसानी से समझ में आती थी। इसके बाद ही मारीशस में हिंदी का विकास हुआ। इस दृष्टि से वे मारीशस के पहले हिंदी विद्वान माने जाते हैं। इसके बाद अनेक लोगों ने अध्यापन, पत्रकारिता और लेखन द्वारा मारीशस में हिंदी का विकास किया। इन लोगों में प्रमुख नाम हैं- मुकेश्वर चुन्नी, पं. आत्माराम विश्वनाथ, पं. लक्ष्मीनारायण चतुर्वेदी रसपुंज, पं. रामावध शर्मा, पं. काशीनाथ किष्टो, पं. नरसिंहदास, श्री जयनारायण राय, प्रो॰ वासुदेव विष्णुदयाल, डॉ॰ सर शिवसागर रामगुलाम, प्रो॰ राम प्रकाश, बैरिस्टर सोमदत्त बखोरी, पं.मोहनलाल मोहित, आर्य रत्न, डॉ॰ ब्रज भारत, श्री सूर्यमंजर भगत, सर खेर जगतसिंह, स्वामी कृष्णानंद सरस्वती, श्री दुखी गंगा, श्री रामनाथ जीता, पं. रामदत्त महावीर, रामरेखा रति, पं. श्रीनिवास जगदत्त, पं. उमाशंकर जगदत्ता, पं. दौलत शर्मा, श्री दयानंदलाल वसंतराय, अभिमन्यु अनत आदि। .

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रमेशराज तेवरीकार

रमेशराज तेवरीकार (जन्म १५ मार्च सन् १९५४) हिंदी के विद्वान,कवि एवं लेखक हैं । व्यंग्य और रस के क्षेत्र में अपनी विशिष्ट प्रतिभा के कारण प्रसिद्ध हैं| आप हिन्दी-काव्य की नूतन विधा 'तेवरी' और रस-परंपरा का विकास करने वाले प्रमुख विद्वानों में से एक हैं .

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राष्ट्रीय दिवस

ब्राजील की स्वतन्त्रता मनाने के लिये ''आजादी या मौत'' नामक प्रसिद्ध पेंटिंग राष्ट्रीय दिवस किसी देश द्वारा घोषित वह दिन या तिथि होती है जिस दिन कोई भूभाग राष्ट्र के रूप में उदित हुआ। प्रायः इस दिन सार्वजनिक छुट्टी होती है। .

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राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस (भारत)

कंज़्यूमर्स इंटरनेशनल का प्रतीक चिह्न भारत में २४ दिसम्बर राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस के रूप में मनाया जाता है। सन् १९८६ में इसी दिन उपभोक्ता संरक्षण पारित हुआ था। इसके बाद इसअधिनियम में १९९१ तथा १९९३ में संशोधन किये गए। उपभोक्‍ता संरक्षण अधिनियम को अधिकाधिक कार्यरत और प्रयोजनपूर्ण बनाने के लिए दिसम्‍बर २००२ में एक व्‍यापक संशोधन लाया गया और १५ मार्च २००३ से लागू किया गया। परिणामस्‍वरूप उपभोक्‍ता संरक्षण नियम, १९८७ में भी संशोधन किया गया और ५ मार्च २००४ को अधिसूचित किया गया था।। भारत सरकार का आधिकारिक पोर्टल भारत सरकार ने २४ दिसम्बर को राष्‍ट्रीय उपभोक्‍ता दिवस घोषित किया है, क्योंकि भारत के राष्‍ट्रपति ने उसी दिन ऐतिहासिक उपभोक्‍ता संरक्षण अधिनियम, १९८६ के अधिनियम को स्वीकारा था। इसके अतिरिक्‍त १५ मार्च को प्रत्‍येक वर्ष विश्‍व उपभोक्‍ता अधिकार दिवस के रूप में मनाया जाता हैं। यह दिन भारतीय ग्राहक आन्दोलन के इतिहास में सुनहरे अक्षरो में लिखा गया है। भारत में यह दिवस पहली बार वर्ष २००० में मनाया गया। और आगे भी प्रत्येक वर्ष मनाया जाता है। .

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राही मासूम रज़ा

राही मासूम रज़ा (१ सितंबर, १९२५-१५ मार्च १९९२) का जन्म गाजीपुर जिले के गंगौली गांव में हुआ था और प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा गंगा किनारे गाजीपुर शहर के एक मुहल्ले में हुई थी। बचपन में पैर में पोलियो हो जाने के कारण उनकी पढ़ाई कुछ सालों के लिए छूट गयी, लेकिन इंटरमीडियट करने के बाद वह अलीगढ़ आ गये और यहीं से एमए करने के बाद उर्दू में `तिलिस्म-ए-होशरुबा' पर पीएच.डी.

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रघुराज प्रताप सिंह

कुँवर रघुराज प्रताप सिंह (जन्मः 31 अक्टूबर 1967, पश्चिम बंगाल) एक सुप्रसिद्ध भारतीय राजनेता है, जो राजा भैया के नाम से भी प्रसिद्ध हैं। सन 1993 से लेकर अब तक उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिला के विधान सभा क्षेत्र कुंडा से निर्दलीय विधायक निर्वाचित किए जाते हैं। विधानसभा चुनाव 2012 में भी भारी मतों से जीतकर विधानसभा सदस्य हैं। वर्तमान में वे उत्तर प्रदेश के कैबिनेट में खाद्य आपूर्ति मंत्री हैं। .

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हाउस धारावाहिक के प्रसंगों की सूची

House's fifth season began airing on September 16, 2008.

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हु जिन्ताओ

हान्यू पिनयिनHú Jǐntāo साधारणीकृत चीनी胡锦涛 पारंपरिक चीनी胡錦濤 पारिवारिक नामHu क्रम:चौथा राष्ट्रपति सेवाकाल:15 मार्च 2003 - वर्तमान पूर्ववर्ती:जिंयाग जेमिन उत्तराधिकारी: --- जन्मतिथी:दिसंबर 21, 1942 जन्मस्थान: जियांगान, जियांग्सु, चीन पत्नी:लिऊ योंगुकिंग राजनैतिक दल:चीनी कम्यूनिस्ट पार्टी 15 दिसंबर 1942 को जन्मे श्री हु जिन्ताओ 15 नवम्बर 2002 को चीन के कम्यूनिस्ट पार्टी के महासचिव बने और 15 मार्च सन 2003 जियांग जेमिन के निधन के बाद से चीन के राष्ट्रपति हैं। .

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होली

होली (Holi) वसंत ऋतु में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण भारतीय और नेपाली लोगों का त्यौहार है। यह पर्व हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। रंगों का त्यौहार कहा जाने वाला यह पर्व पारंपरिक रूप से दो दिन मनाया जाता है। यह प्रमुखता से भारत तथा नेपाल में मनाया जाता है। यह त्यौहार कई अन्य देशों जिनमें अल्पसंख्यक हिन्दू लोग रहते हैं वहाँ भी धूम-धाम के साथ मनाया जाता है। पहले दिन को होलिका जलायी जाती है, जिसे होलिका दहन भी कहते हैं। दूसरे दिन, जिसे प्रमुखतः धुलेंडी व धुरड्डी, धुरखेल या धूलिवंदन इसके अन्य नाम हैं, लोग एक दूसरे पर रंग, अबीर-गुलाल इत्यादि फेंकते हैं, ढोल बजा कर होली के गीत गाये जाते हैं और घर-घर जा कर लोगों को रंग लगाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि होली के दिन लोग पुरानी कटुता को भूल कर गले मिलते हैं और फिर से दोस्त बन जाते हैं। एक दूसरे को रंगने और गाने-बजाने का दौर दोपहर तक चलता है। इसके बाद स्नान कर के विश्राम करने के बाद नए कपड़े पहन कर शाम को लोग एक दूसरे के घर मिलने जाते हैं, गले मिलते हैं और मिठाइयाँ खिलाते हैं। राग-रंग का यह लोकप्रिय पर्व वसंत का संदेशवाहक भी है। राग अर्थात संगीत और रंग तो इसके प्रमुख अंग हैं ही पर इनको उत्कर्ष तक पहुँचाने वाली प्रकृति भी इस समय रंग-बिरंगे यौवन के साथ अपनी चरम अवस्था पर होती है। फाल्गुन माह में मनाए जाने के कारण इसे फाल्गुनी भी कहते हैं। होली का त्यौहार वसंत पंचमी से ही आरंभ हो जाता है। उसी दिन पहली बार गुलाल उड़ाया जाता है। इस दिन से फाग और धमार का गाना प्रारंभ हो जाता है। खेतों में सरसों खिल उठती है। बाग-बगीचों में फूलों की आकर्षक छटा छा जाती है। पेड़-पौधे, पशु-पक्षी और मनुष्य सब उल्लास से परिपूर्ण हो जाते हैं। खेतों में गेहूँ की बालियाँ इठलाने लगती हैं। बच्चे-बूढ़े सभी व्यक्ति सब कुछ संकोच और रूढ़ियाँ भूलकर ढोलक-झाँझ-मंजीरों की धुन के साथ नृत्य-संगीत व रंगों में डूब जाते हैं। चारों तरफ़ रंगों की फुहार फूट पड़ती है। गुझिया होली का प्रमुख पकवान है जो कि मावा (खोया) और मैदा से बनती है और मेवाओं से युक्त होती है इस दिन कांजी के बड़े खाने व खिलाने का भी रिवाज है। नए कपड़े पहन कर होली की शाम को लोग एक दूसरे के घर होली मिलने जाते है जहाँ उनका स्वागत गुझिया,नमकीन व ठंडाई से किया जाता है। होली के दिन आम्र मंजरी तथा चंदन को मिलाकर खाने का बड़ा माहात्म्य है। .

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ज़ी स्टूडियो

ज़ी स्टूडियो भारत में प्रसारित होने वाला एक अंग्रेज़ी फिल्म चैनल है। श्रेणी:अंग्रेजी टीवी चैनल.

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कारा ब्लैक

श्रेणी:टेनिस खिलाड़ी श्रेणी:महिला टेनिस खिलाड़ी.

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अग्निसाक्षी (1996 फ़िल्म)

अग्निसाक्षी 1996 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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अंतरराष्ट्रीय व्यापार मशीन निगम

--> -->, इसका उपनाम है, बहुराष्ट्रीय कम्प्यूटर प्रौद्योगिकी है और परामर्शी (consulting) निगम (corporation) का मुख्यालय अर्मोंक, न्यू यार्क (Armonk, New York), सयुंक्त राष्ट्र अमेरिका में है। १९ वीं शताब्दी के अनवरत इतिहास के साथ सुचना प्रोद्यौगिकी कंपनियों में से यह एक है आई बी एं कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेर बनाता और बेचता है और मेंफ्रम कंप्यूटर (mainframe computer) से नानो टेक्नोलॉजी के क्षेत्र तक आधार भुत सेवाएं, होस्टिंग सेवाएं (hosting services) और परामर्शी सेवाएं (consulting services) भी प्रदान करता है। आई बी एं अपने हाल ही के इतिहास के कारण 388,000 कर्मचारियों के साथ दुनिया की सबसे बड़ी कंप्यूटर कंपनी के रूप में जाना जाता है, आई बी एं विश्व की सबसे बड़ी सुचना प्रौद्योगिकी नियोजक है।हेवलेट पेकार्ड (Hewlett-Packard) के गिरने के बावजूद 2006, तक के कुल आय में यह सबसे अधिक लाभदायक रहा। अमेरिका पर आधारित अन्य प्रोद्यौगिकी कंपनी में आई बी एं सबसे अधिक पेटंट है। तक़रीबन १७० देशों में इसके इंजिनियर और परामर्शी हैं और आई बी एं अनुसन्धान (IBM Research) के लिए दुनिया भर में आठ प्रयोगशालाएं हैं। आई बी एं के कर्मचारियों ने तीन नोबेल पुरस्कार, चार टूरिंग पुरूस्कार (Turing Award), पाँच राष्ट्रीय प्रोद्यौगिकी पदक (National Medals of Technology) और पाँच राष्ट्रीय विज्ञानं पदक (National Medals of Science) अर्जित की है। पिछले वर्षों में आई बी एं चिप निर्माता के रूप में दुनिया के शीर्ष २० अर्धचालक बिक्री नेता (Worldwide Top 20 Semiconductor Sales Leaders) में आता है और 2007 में दुनिया भर के बृहत् सॉफ्टवेर कंपनियों में आई बी एं का दूसरा स्थान था। .

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१४५५

1455 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९ फरवरी २००७ समझौता एक्सप्रेस विस्फोट

19 फ़रवरी 2007 समझौता एक्सप्रेस विस्फोट एक आतंकवादी घटना है, जिसमे 19 फरवरी, 2007 को भारत और पाकिस्तान के वीच चलने वाली ट्रेन समझौता एक्सप्रेस मे विस्फोट हुए। यह ट्रेन दिल्ली से अटारी, पाकिस्तान जा रही थी, विस्फोट हरियाणा के पानीपत जिले में चांदनी बाग पुलिस स्टेशन के अंतर्गत शिवा गांव के नजदीक हुए। विस्फोट से लगी आग में कम से कम 66 व्यक्तियों की मौत हो गई तथा 13 अन्य घायल हो गए। मारे गए ज़्यादातर लोग पाकिस्तानी नागरिक थे। यह विस्फोट पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख़ुर्शीद महमूद कसूरी के भारत यात्रा के एक दिन पहले हुआ। जाँच के दौरान ट्रेन मे और विस्फोटक साम्रगियाँ भी पाई गई। बाद मे बचे हुए आठ डब्बो के साथ ट्रेन को पाकिस्तान के लाहौर शहर की ओर रवाना कर दिया गया। इन विस्फोटो की भारत और पाकिस्तान में व्यापक निंदा हुई। .

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१९३४

1934 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९४७

1947 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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२०१० हरिद्वार महाकुम्भ

हरिद्वार महाकुंभ २०१० का प्रतीक-चिह्न महाकुम्भ भारत का एक प्रमुख उत्सव है जो ज्योतिषियों के अनुसार तब आयोजित किया जाता है जब बृहस्पति कुंभ राशि में प्रवेश करता है। कुम्भ का अर्थ है घड़ा। यह एक पवित्र हिन्दू उत्सव है। यह भारत में चार स्थानो पर आयोजित किया जाता है: प्रयाग (इलाहाबाद), हरिद्वार, उज्जैन और नासिक। २०१० का कुम्भ मेला हरिद्वार में आयोजित किया जा रहा है। पिछली बार १९९९ में महाकुम्भ का आयोजन यहाँ किया गया था। मकर संक्राति के दिन अर्थात १४ जनवरी, २०१० को इस मेले का शुभारम्भ हो गया है। हरिद्वार में जारी इस मेले में इस बार ७ करोड़ से भी अधिक लोगों के आने का अनुमान है। पौराणिक आख्यानों के अनुसार समुद्रमंथन के दौरान निकला अमृतकलश १२ स्थानों पर रखा गया था जहां अमृत की बूंदें छलक गई थीं। इन १२ स्थानों में से आठ ब्रह्मांड में माने जाते हैं और चार धरती पर जहां कुंभ लगता है। हिन्दू धर्म में मान्यता है कि इस मेले में स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। .

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