लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
मुक्त
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

सोग़दाई भाषा

सूची सोग़दाई भाषा

मानी धर्म से सम्बंधित एक सोग़दाई में लिखा पृष्ठ सोग़दाई या सोग़दी (फ़ारसी:, अंग्रेज़ी: Sogdian) एक पूर्वी ईरानी भाषा थी जो प्राचीनकाल में मध्य एशिया के सोग़दा क्षेत्र में बोली जाती थी। यह क्षेत्र आधुनिक उज़्बेकिस्तान और ताजिकिस्तान में स्थित है। ९वीं सदी तक यह भाषा लुप्त हो चुकी थी, हालांकि आधुनिक काल में यग़नोबी नामक एक पूर्वी ईरानी भाषा जीवित है जो सोग़दाई भाषा की वंशज है। तुरफ़ान और दूनहुआंग में मिली लिखाईयों में सोग़दाई लिखाईयाँ भी मिली हैं, जिनमें कई बौद्ध धर्म, मानी धर्म और ईसाई धर्म से सम्बंधित हैं।, Anton Baumstark, Liturgical Press, 2011, ISBN 978-0-8146-6096-6,...

3 संबंधों: बातकेन, बालासगून, सोग़दा

बातकेन

बातकेन शहर के नज़दीक एक पाठशाला का द्वार बातकेन (किरगिज़: Баткен, अंग्रेज़ी: Batken) मध्य एशिया के किर्गिज़स्तान देश में एक छोटा सा शहर है। यह किर्गिज़स्तान के दक्षिण में प्रसिद्ध फ़रग़ना वादी में स्थित है और किर्गिज़स्तान के बातकेन प्रांत की राजधानी है। इस शहर का नाम प्राचीन सोग़दाई भाषा से आया है और इसका अर्थ 'हवाओं का शहर' है। बातकेन के क्षेत्र में १९९० के शतक के बाद चरमपंथी इस्लामी उग्रवाद शुरू हुआ जिसका असर पड़ोसी उज़्बेकिस्तान और ताजिकिस्तान पर भी था। इस कारणवश किर्गिज़स्तान की सरकार ने सन् १९९९ में ओश प्रांत को विभाजित करके बातकेन शहर पर केन्द्रित एक नया प्रांत बनाया ताकि प्रांतीय सरकार यहाँ की व्यवस्था पर पूरा ध्यान दे।, Laurence Mitchell, Bradt Travel Guides, 2008, ISBN 978-1-84162-221-7,...

नई!!: सोग़दाई भाषा और बातकेन · और देखें »

बालासगून

बुराना बुर्ज बालासगून (तुर्की: Balagasun, फ़ारसी:, अंग्रेज़ी: Balasagun) मध्य एशिया के किरगिज़स्तान क्षेत्र में एक प्राचीन सोग़दाई शहर था। यह चुय वादी में किरगिज़स्तान की आधुनिक राजधानी बिश्केक और इसिक कुल झील के बीच स्थित था। शुरू में यहाँ सोग़दाई भाषा बोली जाती थी, जो एक ईरानी भाषा थी। १०वीं सदी ईसवी के बाद यह काराख़ानी ख़ानत की राजधानी बना जो तुर्की भाषी था जिस से यहाँ की स्थानीय भाषा धीरे-धीरे बदलकर तुर्की हो गई। १२वीं सदी में इसपर कारा-ख़ितान ख़ानत का क़ब्ज़ा हो गया और फिर सन् १२१८ में फैलते हुए मंगोल साम्राज्य ने इस क्षेत्र पर अपना अधिकार कर लिया। मोंगोलों ने इसका नाम बदलकर गोबालिक (Gobalik) कर दिया, जिसका मतलब मंगोल भाषा में 'सुन्दर शहर' था। मंगोल जीत के बाद इस शहर का महत्व घटने लगा। अब यहाँ बहुत से खँडहर हैं जिन्हें देखने के लिए सैलानी आया करते हैं। यहाँ का बुराना बुर्ज (Burana Tower) मशहूर है, जो कभी १३८ फ़ुट (४६ मीटर) लम्बा था लेकिन भूकम्पों में इसके हिस्से गिरने से केवल ७९ फ़ुट (२४ मीटर) रह गया है। यहाँ नेस्टोरी शाखा के ईसाई भी रहते थे जिनका टूटता हुआ कब्रिस्तान भी यहीं मौजूद है। तुर्की भाषा के प्रसिद्ध 'कूतादगू बिलिग' (Kutadgu Bilig) नामक ग्रन्थ के रचियता, युसुप ख़ास हाजिब, भी बालासगून शहर में पैदा हुए थे।, Laurence Mitchell, pp.

नई!!: सोग़दाई भाषा और बालासगून · और देखें »

सोग़दा

३०० ईसापूर्व में सोग़दा का क्षेत्र एक चीनी शिल्प-वस्तु पर सोग़दाई लोगों का चित्रण सोग़दाई व्यापारी भगवान बुद्ध को भेंट देते हुए (बाएँ की तस्वीर के निचले हिस्से को दाई तरफ़ बड़ा कर के दिखाया गया है) सोग़दा, सोग़दिया या सोग़दियाना (ताजिक: Суғд, सुग़्द; तुर्की: Soğut, सोग़ुत) मध्य एशिया में स्थित एक प्राचीन सभ्यता थी। यह आधुनिक उज़्बेकिस्तान के समरक़न्द, बुख़ारा, ख़ुजन्द और शहर-ए-सब्ज़ के नगरों के इलाक़े में फैली हुई थी। सोग़दा के लोग एक सोग़दाई नामक भाषा बोलते थे जो पूर्वी ईरानी भाषा थी और समय के साथ विलुप्त हो गई। माना जाता है कि आधुनिक काल के ताजिक, पश्तून और यग़नोबी लोगों में से बहुत इन्ही सोग़दाई लोगों के वंशज हैं। .

नई!!: सोग़दाई भाषा और सोग़दा · और देखें »

यहां पुनर्निर्देश करता है:

सोग़दी भाषा

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »