सामग्री की तालिका
2 संबंधों: संचार प्रौद्योगिकी, इलैक्ट्रॉनिक प्रकाशन।
संचार प्रौद्योगिकी
2005 में सूचना और संचार प्रौद्योगिकी पर खर्च सूचना और संचार की प्रौद्योगिकी या सूचना और संचार प्रौद्योगिकी, जिसे आम तौर पर आईसीटी (ICT) कहा जाता है, का प्रयोग अक्सर सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) के पर्यायवाची के रूप में किया जाता है लेकिन यह आम तौर पर अधिक सामान्य शब्दावली है, जो आधुनिक सूचना प्रौद्योगिकी में दूरसंचार (टेलीफोन लाईन एवं वायरलेस संकेतों) की भूमिका पर जोर देती है। आईसीटी में वे सभी साधन शामिल होते हैं जिनका प्रयोग कंप्यूटर एवं नेटवर्क हार्डवेयर दोनों और साथ ही साथ आवश्यक सॉफ्टवेयर सहित सूचना एवं सहायता संचार का संचालन करने के लिए किया जाता है। दूसरे शब्दों में, आईसीटी (ICT) में आईटी (IT) के साथ-साथ दूरभाष संचार, प्रसारण मीडिया और सभी प्रकार के ऑडियो और वीडियो प्रक्रमण एवं प्रेषण शामिल होता है। इस अभिव्यक्ति का सबसे पहला प्रयोग 1997 में डेनिस स्टीवेंसन द्वारा ब्रिटेन की सरकार को भेजी गई एक रिपोर्ट में किया गया था एवं सन 2000 में ब्रिटेन के नये राष्ट्रीय पाठ्यक्रम संबंधी दस्तावेजों द्वारा प्रचारित इसका प्रचार किया गया। अक्सर आईसीटी (ICT) का प्रयोग "आईसीटी (ICT) रोडमैप" में उस मार्ग को सूचित करने के लिए किया जाता है जिसे कोई संगठन अपनी आईसीटी (ICT) जरूरतों के साथ अपनाएगा.
देखें सूचना युग और संचार प्रौद्योगिकी
इलैक्ट्रॉनिक प्रकाशन
इलैक्ट्रॉनिक प्रकाशन (Electronic publishing), जिसे ई-प्रकाशन (e-publishing) या डिजिटल प्रकाशन (digital publishing), ई-पुस्तकों, जाल पत्रिकाओं, डिजिटल पुस्तकालयों और अन्य सामग्रियों के डिजिटल माध्यम में प्रकाशन को कहते हैं। इलैक्ट्रॉनिक प्रकाशन सूचना युग में प्रकाशन में एक बड़ी क्रान्ति समझी जाती है। जहाँ कागज़ पर प्रकाशित सामग्री छपने के बाद बदली नहीं जा सकती, वहाँ इलैक्ट्रॉनिक प्रकाशन सरलता से बदला जा सकता है और इस से सामग्री ताज़ा और सुधरते हुए क्रम में बंधी रह सकती है। इसमें पाठकों की रुची मापना भी सरल है - यह अनुमान लगाया जा सकता है कि कितने लोग प्रकाशित सामग्री के अलग-अलग अंशों को दैनिक रूप से कितनी बार पढ़ रहे हैं। इलैक्ट्रॉनिक प्रकाशन सामग्री को विस्तृत करना भी आसान है - कागज़ की पुस्तकें-पत्रिकाएँ छापना महँगा होता है और फिर उन्हें दूर-दराज़ क्षेत्रों में वाहनों द्वारा पहुँचाने में समय और ख़र्च दोनों होते हैं, जबकि इलैक्ट्रॉनिक प्रकाशन द्वारा कोई सामग्री विश्वभर में कुछ ही क्षणों में पहुँच पाती है। .