सुधीश पचौरी (जन्म १९४८) आलोचक एवं मीडिया विश्लेषक हैं। इनकी आलोचना पुस्तकें नयी कविता का वैचारिक आधार, कविता का अन्त, उत्तर आधुनिकता और उत्तर-संरचनावाद, आधुनिक परदृश्य, उत्तर-आधुनिक साहित्यिक विमर्श, साम्राज्यवाद और संस्कृति, नामवर के विमर्श हैं। दूरदर्शन की भूमिका, दूरदर्शन: दशा और दिशा, दूरदर्शन: विकास से बाजार तक इनकी सम्पादित पुस्तकें हैं। श्रेणी:हिन्दी साहित्यकार.
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