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सिविल सेवा

सूची सिविल सेवा

ग्वांगझोउ (चीन) में ७५०० कक्षों वाला परीक्षा-हाल (सन १८७३ में) सिविल सेवा (Civil servises) के दो अर्थ लगाये जाते हैं-.

10 संबंधों: टी एन शेषन, एच॰ एस॰ ब्रह्मा, प्रधानमन्त्री कार्यालय (भारत), रोमन सैनी, शहर, सिविल सेवा परीक्षा, सैयद नसीम अहमद ज़ैदी, सैयद मुजफ्फर हुसैन बर्नी, जावेद उस्मानी, वी॰ एस॰ संपत

टी एन शेषन

टी एन शेषन (पूरा नाम, तिरुनेलै नारायण अइयर शेषन), भारत के दसवें मुख्य चुनाव आयुक्त थे। इनका कार्यकाल १२ दिसम्बर १९९० से लेकर ११ दिसम्बर १९९६ तक था। इनके कार्यकाल में स्वच्छ एवं निष्पक्ष चुनाव सम्पन्न कराने के लिये नियमों का कड़ाई से पालन किया गया जिसके साथ तत्कालीन केन्द्रीय सरकार एवं ढीठ नेताओं के साथ कई विवाद हुए। .

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एच॰ एस॰ ब्रह्मा

हरिशंकर ब्रह्मा भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त हैं। जे॰ एम॰ लिंगदोह के बाद वे पूर्वोत्तर भारत के दूसरे ऐसे व्यक्ति हैं जिन्हें मुख्य चुनाव आयुक्त बनाया गया है। .

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प्रधानमन्त्री कार्यालय (भारत)

भारत के प्रधानमंत्री का कार्यालय (पी एम ओ) से आशय भारत के प्रधानमंत्री के सीधे नीचे आने वाले नजदीकी अधिकारियों और कर्मचारियों के समूह से है। प्रमुख सचिव इसके सर्वोच्च अधिकारी हैं। सम्प्रति नृपेन्द्र मिश्र प्रधान सचिव हैं। १९७७ तक 'प्रधानमंत्री कार्यालय' को 'प्रधानमन्त्री सचिवालय' कहा जाता था जिसे मोरारजी देसाई के प्रधानमंत्रित्वकाल में बदलकर 'प्रधानमन्त्री कार्यालय' कर दिया गया। प्रधानमन्त्री कार्यालय, भारत सरकार का एक भाग है। यह सचिवालय के दक्षिणी ब्लॉक में स्थित है। .

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रोमन सैनी

डॉ॰ रोमन सैनी एक भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी है, अनएकेडेमी नामक निःशुल्क ऑनलाइन शैक्षणिक संस्था के संस्थापक है। वे मोटिवेशनल स्पीकर और गिटारिस्ट भी हैं। जनवरी 2016, रोमन सैनी ने निःशुल्क शैक्षणिक पहल अनएकेडेमी पर ध्यान देने के लिए भारतीय प्रशासनिक सेवा से इस्तीफा दे दिया है। दैनिक भास्कर के साक्षात्कार में रोमन ने कहा की सिविल सर्विस छोड़ने का फैसला कठिन था। लेकिन हमारी ये पहल एजुकेशन की तस्वीर बदलेगी। .

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शहर

शहर बड़ी और स्थायी मानव बस्ती होती है। शहर में आम तौर पर आवास, परिवहन, स्वच्छता, भूमि उपयोग और संचार के लिए व्यापक सिस्टम होता हैं। ऐतिहासिक रूप से शहरवासियों का समग्र रूप से मानवता में छोटा सा अनुपात रहा है। लेकिन आज दो शताब्दियों से अभूतपूर्व और तेजी से शहरीकरण के कारण, कहा जाता है कि आज आधी आबादी शहरों में रह रही हैं। वर्तमान में शहर आमतौर पर बड़े महानगरीय क्षेत्र और शहरी क्षेत्र के केंद्र होते हैं। सबसे आबादी वाला उचित शहर शंघाई है। एक शहर अन्य मानव बस्तियों से अपने अपेक्षाकृत बड़े आकार के कारण भिन्न होता है। शहर अकेले आकार से ही अलग नहीं है, बल्कि यह एक बड़े राजनीतिक संदर्भ में भूमिका निभाता है। शहर अपने आसपास के क्षेत्रों के लिए प्रशासनिक, वाणिज्यिक, धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्रों के रूप में सेवा देता है। एक विशिष्ट शहर में पेशेवर प्रशासक, नियम-कायदे होते हैं और सरकार के कर्मचारियों को खिलाने के लिए कराधान भी। शहर शब्द फारसी से हिन्दी भाषा में आया है। पुराना संस्कृत शब्द नगर भी उपयोग किया जाता विशेषकर सरकारी कार्य में जैसे कि नगर निगम। .

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सिविल सेवा परीक्षा

सिविल सेवा परीक्षा भारत की एक प्रतियोगी परीक्षा है जिसके परिणाम के आधार पर भारत सरकार एवं राज्य सरकार की सिविल सेवाओं के अधिकारी (जैसे जिलाधिकारी) चुने जाते हैं। इस परीक्षा में तीन स्तर होते हैं। प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार। प्रारंभिक परीक्षा में दो प्रश्नपत्र होते हैं उनमें से पेपर १ में मिले हुए गुणों के आधार पर मुख्य परीक्षा में चुना जाता हैं और जो दूसरा पेपर होता हैं उनमेपास होने के लिए ३३% गुण अनिवार्य हैं। वर्ना मुख्य परीक्षा में जा नहीं सकते। चाहे पेपर १ में आपको २०० गुण क्यों न हो ये बदलाव २०१५ से किया गया हैं। मुख्य परीक्षा में ९ प्रश्न पत्र होते हैं पहिला होता हैं एक भाषा का जिसमें आपको २२ भाषाओ में से एक को चुनकर उसका पेपर देना पड़ता हैं और दूसरा होता हैं इंग्लिश का इन दोनों पेपर्स के गुण आगे गिने नहीं जायेंगे किन्तु इसमें पर्याप्त गुण लाने जरुरी हैं वरना आपके आगे के सभी पेपर्स चेक किये नहीं जायेंगे.

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सैयद नसीम अहमद ज़ैदी

नसीम अहमद जैदी भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त नियुक्त हुए हैं। डॉ.

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सैयद मुजफ्फर हुसैन बर्नी

सैयद मुजफ्फर हुसैन बर्नी (१४ अगस्त १९२३ – ७ फ़रवरी २०१४) भारत के प्रशासनिक अधिकारी, त्रिपुरा, नागालैण्ड, हरियाणा एवं हिमाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल तथा भारत के राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष थे। बर्नी उत्तर प्रदेश के बरेली महाविद्यालय के पूर्व छात्र थे। वो भारतीय प्रशासनिक सेवा के उड़िशा कैडर के अधिकारी थे जहाँ उनकी नियुक्ति राज्य के मुख्य सचिव के पद पर हुई थी। १९८१ और १९८४ में उन्होंने नागालैण्ड, त्रिपुरा और मणिपुर के राज्यपाल का पदभार ग्रहण किया तथा १९८७ से १९८८ तक हिमाचल प्रदेश एवं हरियाणा के राज्यपाल रहे। वो १९८८ से १९९२ तक चतुर्थ एवं पंचम अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष भी रहे। वो दिल्ली स्थित जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के १९९० से १९९५ तक कुलाधिपति भी रहे। ७ फ़रवरी २०१४ को ९० वर्ष की आयु में वृद्धावस्था के कारण उनका निधन हो गया। बर्नी ने इक़बाल: पोइट - पेट्रियट ऑफ़ इंडिया (Iqbal: Poet – Patriot of India; हिन्दी: इक़बाल - कवि - भारत के देशभक्त) नामक पुस्तक की रचना भी की। .

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जावेद उस्मानी

वह भारतीय प्रबंध संस्थान, अहमदाबाद के एक पुराने छात्र था IIM Ahmedabad.JPG जावेद उस्मानी (Jawed Usmani.; جاوید عثمانی) भारतीय प्रशासनिक सेवा के एक अधिकारी हैं। वर्तमान में वे उत्तर प्रदेश के मुख्य सूचना आयुक्त है। पूर्व में वे मार्च 2012 मई 2014 तक उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव रह चुके हैं। वे वर्ष 2003 से 2007 तक समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के प्रमुख सचिव रह चुके हैं। उन्हें कुछ ही दिन पहले योजना आयोग का सचिव बनाया गया था। .

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वी॰ एस॰ संपत

वीरावल्ली सुंदरम् संपत भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त थे। उन्होंने ११ जून २०१२ को एस. वाई. कुरैशी के सेवानिवृत्त होने पर मुख्य चुनाव आयुक्त का पदभार सँभाला। .

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