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शिमोगा जिला

सूची शिमोगा जिला

शिमोगा या शिवमोग्गा भारतीय राज्य कर्नाटक का एक जिला है। क्षेत्रफल - वर्ग कि॰मी॰ जनसंख्या - (2007 जनगणना)4,75352 साक्षरता - एस॰टी॰डी॰ कोड - 08182 जिलाधिकारी - (सितम्बर 2006 में) समुद्र तल से उचाई - अक्षांश - उत्तर देशांतर - पूर्व औसत वर्षा - मि॰मी॰ .

16 संबंधों: त्रिपुरान्तकेश्वर मन्दिर, बनवासी, भद्रावती (कर्नाटक), मयूरशर्मा, शारावती, सुदीप, हव्यक, जोग जल प्रपात, कर्नाटक, कर्नाटक के मण्डल, कर्नाटक के जिले, कर्नाटक/आलेख, कुटजाद्रि, कुप्पाली वी गौड़ा पुटप्पा, अगुम्बे, उडुपी राजगोपालाचार्य अनंतमूर्ति

त्रिपुरान्तकेश्वर मन्दिर

श्री त्रिपुरान्तकेश्वर महादेव मन्दिर का प्रवेश द्वार त्रिपुरान्तकेश्वर मन्दिर भारत के कर्नाटक राज्य का एक सुप्रसिद्ध देवालय है। भगवान त्रिपुरान्तक (शिव) को समर्पित यह मन्दिर शिवमोग्गा जिले के बल्लिगावी गाँव में स्थित है। इस प्राचीन मन्दिर का निर्माण सन् १०७० में पश्चिमी चालुक्य वंश के राजाओं ने कराया था। वर्त्तमान काल में यह मन्दिर जीर्ण-शीर्ण अवस्था में है। मन्दिर की बाहरी दीवारों पर दुर्लभ कामुक मूर्तियाँ हैं। आकर में अत्यन्त लघु होने के कारण इन मूर्तियों को केवल पास से देखा जा सकता है। मन्दिर में कई अन्य प्रतिमाएँ भी हैं, जैसे की नाग, ब्रह्मा, शिव, विष्णु, होयसल राजा आदि। परिसर में एक अत्यन्त दुर्लभ स्तम्भ है, जिसमें दो सिर वाले गज-भक्षक पक्षी "गंड भेरुण्ड" को दर्शया गया है। इस स्तम्भ का निर्माण बनवासी के कदम्बवंशीय राजा श्री चामुण्डाराय द्वारा कराया गया था। कहा जाता है कि खेतों को नष्ट करने वाले हाथियों को डराकर भगाना इस स्तम्भ का उद्देश्य था। .

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बनवासी

बनवासी (ಬನವಾಸಿ) कर्नाटक राज्य के उत्तर कन्नड़ जिला में एक मंदिरों वाला कस्बा है। इसकी सीमा शिवमोगा जिला से लगती है। .

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भद्रावती (कर्नाटक)

भद्रावती भारत में कर्नाटक राज्य के शिवमोगा जिले का एक नगर है। यह शिवमोगा से २० किमी तथा बंगलुरु से २५५ किमी दूरी पर स्थित है। लोहा इस्पात के कारखाने के कारण नगर की काफी प्रसिद्धि है। बाबाबूदन की पहाड़ियों से लोहा तथा गुड्डा से चूना मंडी प्राप्त किया जाता है। लोहे इस्पात के अतिरिक्त अल्कतरा, अमोनियम सल्फेट, सीमेंट आदि पदार्थो का उत्पादन भी होता है। श्रेणी:कर्नाटक के शहर.

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मयूरशर्मा

तालगुण्ड स्तंभ मयूरशर्मा के जीवन की झलक दिखाता है। मयूरशर्मा (ಮಯೂರಶರ್ಮ) (या मयूरशर्मन, मयूरवर्मा) (३४५ - ३६५ ई०) कर्नाटक के आधुनिक शिमोगा जिला के तालगुण्डा का एक ब्राह्मण पंडित था। इसने बनवासी के कदंब वंश की स्थापना की थी। यह वंश ही था जिसने सबसे पहले आधुनिक कर्न्टक की भुमि पर राज्य किया था।Kamath (2001), p30Moraes (1931), pp9-10 इसने अपना नाम मयूरवर्मन कर लिया था, जिससे वह ब्राह्मण से क्षत्रिय लगे। इस वंश के शसन पूर्व कर्नाटक भुमि पर बाहर का शसन था और तब इस वंश ने स्वतंत्र राज्य बसाया और स्थानीय भाषा कन्नड़ को राजभाशा के रूप में अपनाया। कन्नड़ भाशा के प्राचीनतम शिलालेख व अभिलेख इसी वंश के मिलते हैं।Ramesh (1984), p2, pp10-11 .

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शारावती

शारावती एक नदी है जिसका उद्गम भारत के कर्नाटक राज्य में है और इसी राज्य में बहती हुई यह इसी राज्य में समाप्त हो जाती है। यह नदी भारत की गिनी चुनी नदियों में से है जो पश्चिम की तरफ बहतीं हैं। इस नदी का अधिकांश भाग पश्चिमी घाट में है। प्रसिद्ध जोग जलप्रपात इसी नदी के द्वारा निर्मित है। यह नदी तथा इसके आस-पास का क्षेत्र जैवविविधता की दृष्टि से बहुत समृद्ध है। श्रेणी:भारत की नदियाँ.

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सुदीप

सुदीप (जन्म:2 सितम्बर 1973, शिमोगा, कर्नाटक; ಸುದೀಪ್) भारतीय फ़िल्म निर्देशक, अभिनेता और निर्माता है। वो मुख्य तौर पर कन्नड़ भाषा की फ़िल्मों में काम करते हैं। उनकी कुछ मुख्य फ़िल्में है: स्पर्श, नंदी, स्वाति मुत्थू, बच्चन। सुदीप कन्नड़ फिल्मों स्पार्शी (2000), हचचा (2001), नंदी (2002), कीचा (2003), स्वथी मुथु (2003), माय ऑटोग्राफ (2006), मुसांजामातु (2008), वीरा मदारी (2009), बस माथ महाथली (2010), केपे गौड़ा (2011) और तेलुगू-तमिल द्विभाषी एगा ​​(2012), आदि। उन्होंने अपनी फिल्म हचचा, नंदी और स्वाती मुथु के लिए लगातार तीन वर्षों तक सर्वश्रेष्ठ अभिनेता - कन्नड़ के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार जीता। 2013 के बाद से, वे बिग बॉस के कन्नड़ वर्जन, बिग बॉस, टेलीविजन रियलिटी शो की मेजबानी कर रहे हैं। .

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हव्यक

हव्यक ब्राह्मण हिन्दु पंच द्राविड वैदिक ब्राह्मणों में एक है। इन्हे "हवीका", "हैगा" तथा "हवीगा" नाम से भी जाना जाता है। वर्तमान में अधिकांश हव्यक भारत का कर्नाटक राज्य के निवासी हैं। हव्यक, आदि शंकराचार्य द्वारा प्रतिपादित अद्वैत दर्शन को मान्ते हैं। .

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जोग जल प्रपात

जोग जल प्रपात जोग प्रपात कर्नाटक में शरावती नदी पर है। यह चार छोटे-छोटे प्रपातों - राजा, राकेट, रोरर और दाम ब्लाचें - से मिलकर बना है। इसका जल 250 मीटर की ऊँचाई से गिरकर बड़ा सुन्दर दृश्य उपस्थित करता है। इसका एक अन्य नाम जेरसप्पा भी है। .

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कर्नाटक

कर्नाटक, जिसे कर्णाटक भी कहते हैं, दक्षिण भारत का एक राज्य है। इस राज्य का गठन १ नवंबर, १९५६ को राज्य पुनर्गठन अधिनियम के अधीन किया गया था। पहले यह मैसूर राज्य कहलाता था। १९७३ में पुनर्नामकरण कर इसका नाम कर्नाटक कर दिया गया। इसकी सीमाएं पश्चिम में अरब सागर, उत्तर पश्चिम में गोआ, उत्तर में महाराष्ट्र, पूर्व में आंध्र प्रदेश, दक्षिण-पूर्व में तमिल नाडु एवं दक्षिण में केरल से लगती हैं। इसका कुल क्षेत्रफल ७४,१२२ वर्ग मील (१,९१,९७६ कि॰मी॰²) है, जो भारत के कुल भौगोलिक क्षेत्र का ५.८३% है। २९ जिलों के साथ यह राज्य आठवां सबसे बड़ा राज्य है। राज्य की आधिकारिक और सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा है कन्नड़। कर्नाटक शब्द के उद्गम के कई व्याख्याओं में से सर्वाधिक स्वीकृत व्याख्या यह है कि कर्नाटक शब्द का उद्गम कन्नड़ शब्द करु, अर्थात काली या ऊंची और नाडु अर्थात भूमि या प्रदेश या क्षेत्र से आया है, जिसके संयोजन करुनाडु का पूरा अर्थ हुआ काली भूमि या ऊंचा प्रदेश। काला शब्द यहां के बयालुसीम क्षेत्र की काली मिट्टी से आया है और ऊंचा यानि दक्कन के पठारी भूमि से आया है। ब्रिटिश राज में यहां के लिये कार्नेटिक शब्द का प्रयोग किया जाता था, जो कृष्णा नदी के दक्षिणी ओर की प्रायद्वीपीय भूमि के लिये प्रयुक्त है और मूलतः कर्नाटक शब्द का अपभ्रंश है। प्राचीन एवं मध्यकालीन इतिहास देखें तो कर्नाटक क्षेत्र कई बड़े शक्तिशाली साम्राज्यों का क्षेत्र रहा है। इन साम्राज्यों के दरबारों के विचारक, दार्शनिक और भाट व कवियों के सामाजिक, साहित्यिक व धार्मिक संरक्षण में आज का कर्नाटक उपजा है। भारतीय शास्त्रीय संगीत के दोनों ही रूपों, कर्नाटक संगीत और हिन्दुस्तानी संगीत को इस राज्य का महत्त्वपूर्ण योगदान मिला है। आधुनिक युग के कन्नड़ लेखकों को सर्वाधिक ज्ञानपीठ सम्मान मिले हैं। राज्य की राजधानी बंगलुरु शहर है, जो भारत में हो रही त्वरित आर्थिक एवं प्रौद्योगिकी का अग्रणी योगदानकर्त्ता है। .

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कर्नाटक के मण्डल

कर्नाटक दक्षिण भारत में स्थित एक राज्य है, जिसका गठन १ नवंबर १९५६ को किया गया था। १ नवम्बर १९७३ को राज्य का नाम मैसूर से बदलकर कर्नाटक किया गया था। कर्नाटक राज्य को ४ मण्डलों में बांटा गया है।.

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कर्नाटक के जिले

कर्नाटक के जिले यह सूची कर्नाटक के जिलों की है:-.

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कर्नाटक/आलेख

कर्नाटक (उच्चारण), जिसे कर्णाटक भी कहते हैं, दक्षिण भारत का एक राज्य है। इस राज्य का सृजन १ नवंबर, १९५६ को राज्य पुनर्संगठन अधिनियम के अधीन किया गया था। मूलतः यह मैसूर राज्य कहलाता था और १९७३ में इसे पुनर्नामकरण कर कर्नाटक नाम मिला था। कर्नाटक की सीमाएं पश्चिम में अरब सागर, उत्तर पश्चिम में गोआ, उत्तर में महाराष्ट्र, पूर्व में आंध्र प्रदेश, दक्षिण-पूर्व में तमिल नाडु एवं दक्षिण में केरल से लगती हैं। राज्य का कुल क्षेत्रफल ७४,१२२ वर्ग मील (१,९१,९७६ कि॰मी॰²) है, जो भारत के कुल भौगोलिक क्षेत्र का ५.८३% है। यह राज्य आठवां सबसे बड़ा राज्य है और इसमें २९ जिले हैं। राज्य की आधिकारिक और सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा है कन्नड़। हालांकि कर्नाटक शब्द के उद्गम के कई सन्दर्भ हैं, फिर भी उनमें से सर्वाधिक स्वीकार्य तथ्य है कि कर्नाटक शब्द का उद्गम कन्नड़ शब्द करु, अर्थात काली या ऊंची और नाडु अर्थात भूमि या प्रदेश या क्षेत्र से आया है, जिसके संयोजन करुनाडु का पूरा अर्थ हुआ काली भूमि या ऊंचा प्रदेश। काला शब्द यहां के बयालुसीम क्षेत्र की काली मिट्टी से आया है और ऊंचा यानि दक्खन के पठारी भूमि से आया है। ब्रिटिश राज में यहां के लिये कार्नेटिक शब्द प्रयोग किया गया है, जो कृष्णा नदी के दक्षिणी ओर की प्रायद्वीपीय भूमि के लिये प्रयोग किया गया है और कर्नाटक शब्द का अपभ्रंश है। प्राचीन एवं मध्यकालीन इतिहास देखें तो कर्नाटक क्षेत्र कई बड़े शक्तिशाली साम्राज्यों का क्षेत्र रहा है। इन याज्यों के दरबारों के विचारक, दार्शनिक और भाट व कवियों के सामाजिक, साहित्यिक व धार्मिक संरक्षण में आज का कर्नाटक उपजा है। भारतीय शास्त्रीय संगीत के दोनों ही रूपों, कर्नाटक संगीत और हिन्दुस्तानी संगीत को इस राज्य का महत्त्वपूर्ण योगदान मिला है। आधुनिक युग के कन्नड़ लेखकों को सर्वाधिक ज्ञानपीठ सम्मान मिले हैं। राज्य की राजधानी बंगलुरु शहर है, जो भारत में हो रही त्वरित आर्थिक एवं प्रौद्योगिकी का अग्रणी योगदानकर्त्ता है। .

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कुटजाद्रि

कुटजाद्रि (Kodachadri) कर्नाटक के शिमोगा जिले में स्थित घने जंगलों से आच्छादित एक पर्वत चोटी है। समुद्र तल से इसकी ऊँचाई 1,343 मीटर है। कर्नाटक सरकार ने इसे 'प्राकृतिक धरोहर' घोषित किया है। श्रेणी:भारत के पर्वत.

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कुप्पाली वी गौड़ा पुटप्पा

कुपल्ली वेंकटप्पागौड़ा पुटप्पा (ಕುಪ್ಪಳ್ಳಿ ವೆಂಕಟಪ್ಪಗೌಡ ಪುಟ್ಟಪ್ಪ) (२९ दिसम्बर १९०४ - ११ नवम्बर १९९४) एक कन्नड़ लेखक एवं कवि थे, जिन्हें २०वीं शताब्दी के महानतम कन्नड़ कवि की उपाधि दी जाती है। ये कन्नड़ भाषा में ज्ञानपीठ सम्मान पाने वाले सात व्यक्तियों में प्रथम थे। पुटप्पा ने सभी साहित्यिक कार्य उपनाम 'कुवेम्पु' से किये हैं। उनको साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में सन १९५८ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। इनके द्वारा रचित एक महाकाव्य श्रीरामायण दर्शनम् के लिये उन्हें सन् १९५५ में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

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अगुम्बे

अगुम्बे कर्नाटक के शिमोगा जिले में स्थित एक ग्राम है। .

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उडुपी राजगोपालाचार्य अनंतमूर्ति

उडुपी राजगोपालाचार्य अनंतमूर्ति (२१ दिसम्बर १९३२ - २२ अगस्त २०१४) समकालीन कन्नड़ साहित्यकार, आलोचक और शिक्षाविद् हैं। इन्हें कन्नड़ साहित्य के नव्या आंदोलन का प्रणेता माना जाता है। इनकी सबसे प्रसिद्ध रचना संस्कार है। ज्ञानपीठ पुरस्कार पाने वाले आठ कन्नड़ साहित्यकारों में वे छठे हैं। उन्होंने महात्मा गांधी विश्वविद्यालय तिरुअनन्तपुरम् और केंद्रीय विश्वविद्यालय गुलबर्गा के कुलपति के रूप में भी काम किया था। साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए सन १९९८ में भारत सरकार द्वारा इन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। २०१३ के मैन बुकर पुरस्कार पाने वाले उम्मीदवारों की अंतिम सूची में इन्हें भी चुना गया था। २२ अगस्त २०१४ को ८१ वर्ष की अवस्था में बंगलूर (कर्नाटक) में इनका निधन हो गया। <ref>मशहूर साहित्यकार अनंतमूर्ति का निधन - BBC Hindi - भारत http://www.bbc.co.uk/hindi/india/2014/08/140822_ananthamurthy_obituary_du.shtml </ref> .

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