हिन्दू मिथकों के अनुसार ‘शरभ’ भगवान शिव के एक अवतार माने जाते है। इनके शरीर का आधा भाग सिंह का, तथा आधा भाग पक्षी का था। संस्कृत साहित्य के अनुसार वे दो पंख, चोंच, सहस्र भुजा, शीश पर जटा, मस्तक पर चंद्र से युक्त थे। वे सिंह और हाथी से भी अधिक शक्तिशाली माने जाते है। वे किसी घाटि को एक ही छलांग में पार कर सकने की क्षमता रखते थे। शिवमहापुराणम् में इनकी कथा का वर्णन आता है। तत्पश्चात् के साहित्य में शरभ एक ८ पैर वाले हिरण के रूप में वर्णित है। .
1 संबंध: शरभ उपनिषद।
शरभ उपनिषद अथर्ववेदीय शाखा के अन्तर्गत एक उपनिषद है। यह उपनिषद संस्कृत भाषा में लिखित है। इसके रचियता वैदिक काल के ऋषियों को माना जाता है परन्तु मुख्यत वेदव्यास जी को कई उपनिषदों का लेखक माना जाता है। .
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