लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
डाउनलोड
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

वायु विद्युत

सूची वायु विद्युत

300px धरती के वायुमण्डल में स्थित या उत्पन्न विद्युत आवेशों के पैटर्न को वायु विद्युत या वायुमण्डलीय विद्युत (Atmospheric electricity) कहते हैं। श्रेणी:विद्युत.

6 संबंधों: तड़ित चालक, नाइट्रोजन यौगिकीकरण, मार्क्स जनित्र, विद्युत धारा, विद्युतचुम्बकीय सिद्धान्त का इतिहास, वोल्ट

तड़ित चालक

नुकीले सिरे वाला एक मानक तड़ित-चालक तड़ित चालक (Lightening rod or lightening conductor) एक धातु का चालक छड़ होती है जिसे ऊँचे भवनों की आकाशीय विद्युत से रक्षा के लिये लगाया जाता है। तड़ित चालक का उपरी सिरा नुकीला होता है और इसे भवनों के सबसे ऊपरी हिस्से में जड़ दिया जाता है। इन्हें किसी चालक तार आदि से जोड़कर, उस तार को नीचे लाकर धरती में गाड़ (अर्थ) दिया जाता है। .

नई!!: वायु विद्युत और तड़ित चालक · और देखें »

नाइट्रोजन यौगिकीकरण

नाइट्रोजन यौगीकीकरण (Nitrogen fixation) उस प्रक्रिया को कहते हैं है जिसके द्वारा पृथ्वी के वायुमण्डल की नाइट्रोजन, (N2) अमोनियम (NH4+) या और जीवों के लिए लाभदायक अन्य अणुओं में परिवर्तित की जाती है । वायुमण्डलीय नाइट्रोजन या आणविक नाइट्रोजन (N2) अपेक्षाकृत निष्क्रिय पदार्थ है जो यह नए यौगिकों के निर्माण के लिए अन्य रसायनों के साथ आसानी से प्रतिक्रिया नहीं करता है। किन्तु यौगीकरण की प्रक्रिया से N≡N बन्ध से नाइट्रोजन परमाणु को मुक्त कर देता है और यह मुक्त नाइट्रोजन दूसरे तरीकों से उपयोग में लाया जा सकता है। नाइट्रोजन यौगीकीकरण वानस्पतिक एवं कुछ अन्य जीवों के लिए अनिवार्य है क्योंकि जीवों के बुनियादी निर्माण, एवं जैविक संश्लेषण के लिए अकार्बनिक नाइट्रोजन की आवश्यकता होती है.

नई!!: वायु विद्युत और नाइट्रोजन यौगिकीकरण · और देखें »

मार्क्स जनित्र

उच्च वोल्टता की प्रयोगशाला में निर्माणाधीन एक मार्क्स जनित्र मार्क्स जनित्र का परिपथ आरेख (चार्जिंग एवं डिस्चार्जिंग) मार्क्स जनित्र (मार्क्स जनरेटर), उच्च वोल्टता की स्पन्द (पल्स) उत्पन्न करने वाला एक विद्युत परिपथ है। इसका वर्णन सबसे पहले १९२४ में एडविन ऑटो मार्क्स ने किया था। इसका उपयोग उच्च ऊर्जा भौतिकी के प्रयोगों में होता है। इसके अलावा इसका उपयोग बिजली की लाइनों एवं विमानों आदि पर आकाशीय विद्युत से होने वाले प्रभावों को सिमुलेट करने के लिये आवश्यक उच्च वोल्टता की पल्स पैदा करने के लिये भी किया जाता है। .

नई!!: वायु विद्युत और मार्क्स जनित्र · और देखें »

विद्युत धारा

आवेशों के प्रवाह की दिशा से धारा की दिशा निर्धारित होती है। विद्युत आवेश के गति या प्रवाह में होने पर उसे विद्युत धारा (इलेक्ट्रिक करेण्ट) कहते हैं। इसकी SI इकाई एम्पीयर है। एक कूलांम प्रति सेकेण्ड की दर से प्रवाहित विद्युत आवेश को एक एम्पीयर धारा कहेंगे। .

नई!!: वायु विद्युत और विद्युत धारा · और देखें »

विद्युतचुम्बकीय सिद्धान्त का इतिहास

एफिल टॉवर पर बिजली (१९०२) विद्युतचुम्बकीय सिद्धान्त का इतिहास उसी समय से शुरू माना जा सकता है जबसे प्राचीन काल में लोगों ने वायुमण्डलीय विद्युत (विशेषतः तड़ित) को समझना शुरू किया। .

नई!!: वायु विद्युत और विद्युतचुम्बकीय सिद्धान्त का इतिहास · और देखें »

वोल्ट

वोल्टा पाइल वोल्ट (प्रतीक: V), विद्युत विभव, विभवान्तर और विद्युतवाहक बल की व्युत्पन्न इकाई है। इस ईकाई का नाम (वोल्ट) इतालवी भौतिकविज्ञानी वोल्टा (1745-1827) के सम्मान में रखा गया है जिसने वोल्टेइक पाइल का आविष्कार किया, जिसे पहली रासायनिक बैटरी कह सकते हैं। जहाँ.

नई!!: वायु विद्युत और वोल्ट · और देखें »

यहां पुनर्निर्देश करता है:

वायुमण्डलीय विद्युत, आकाशीय विद्युत

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »