6 संबंधों: पुल-ए-आलम, लोया पकतिया, हश्मतुल्लाह शहीदी, अफ़ग़ानिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान के प्रांत, अफगानिस्तान में हिन्दू धर्म।
पुल-ए-आलम
पुल-ए-आलम का एक दृश्य पुल-ए-आलम (दरी फ़ारसी:, अंग्रेज़ी: Pul-i-Alam) पूर्वी अफ़ग़ानिस्तान के लोगर प्रान्त की राजधानी है। यह शहर अफ़ग़ानिस्तान के गृह युद्ध में बहुत क्षतिग्रस्त हुस था और सन् २००१ में तालिबान के सत्ता से हटाए जाने के बाद यहाँ काफ़ी पुनर्निर्माण हुआ है। अपने शासन के दौरान तालिबान ने यहाँ सभी लड़कियों के स्कूल बंद कराने की कोशिश करी थी। सत्ता से हटाए जाने के बाद भी २ अक्टूबर २००६ को दस कट्टरपंथियों के दस्ते ने यहाँ एक लड़कियों की पाठशाला जलाने की कोशिश करी लेकिन नागरिकों ने एक दल ने उन्हें खदेड़ दिया।, Brendan O'Malley, pp.
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लोया पकतिया
ख़ोस्त प्रान्त और कुछ पड़ोसी इलाक़े लोया पकतिया में शामिल माने जाते हैं लोया पकतिया (पश्तो:; अंग्रेज़ी: Loya Paktia), जिसका मतलब 'महा-पकतिया' होता है, अफ़्ग़ानिस्तान का एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक क्षेत्र है जिसमें उस देश के पकतिया, पकतीका और ख़ोस्त के सम्पूर्ण प्रान्त और लोगर और ग़ज़नी प्रान्तों के कुछ भाग शामिल हैं। इसमें कभी-कभी पाकिस्तान की कुर्रम एजेंसी भी शामिल की जाती है। लोया पकतिया के पश्तून क़बीलों की एक सांझी संस्कृति है जो उनकी वेशभूषा, पगड़ी की शैली और रंगों, पश्तो बोलने के लहजों और अन्य चीज़ों से प्रकट होती है। यहाँ मुख्यतर ग़िलज़ई और करलानी गुटों के क़बीले रहते हैं जिनमें ख़रोटी, ज़ाज़ी, ज़दराण और सुलयमानख़ेल शामिल हैं। यहाँ ख़ानाबदोश कूची क़बीले भी रहते हैं।, Andrew Krepinevich, Random House Digital, Inc., 2010, ISBN 978-0-553-38472-7,...
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हश्मतुल्लाह शहीदी
हश्मतुल्लाह शहीदी (जन्म; ४ नवम्बर १९९४) अफ़ग़ानिस्तान क्रिकेट टीम के युवा खिलाड़ी है जिन्होंने साल २०१३ में केन्या क्रिकेट टीम के खिलाफ एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत की थी। इन्हें भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाफ अफगानिस्तान के पहले टेस्ट मैच में भी शामिल किया गया। .
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अफ़ग़ानिस्तान
अफ़ग़ानिस्तान इस्लामी गणराज्य दक्षिणी मध्य एशिया में अवस्थित देश है, जो चारो ओर से जमीन से घिरा हुआ है। प्रायः इसकी गिनती मध्य एशिया के देशों में होती है पर देश में लगातार चल रहे संघर्षों ने इसे कभी मध्य पूर्व तो कभी दक्षिण एशिया से जोड़ दिया है। इसके पूर्व में पाकिस्तान, उत्तर पूर्व में भारत तथा चीन, उत्तर में ताजिकिस्तान, कज़ाकस्तान तथा तुर्कमेनिस्तान तथा पश्चिम में ईरान है। अफ़ग़ानिस्तान रेशम मार्ग और मानव प्रवास का8 एक प्राचीन केन्द्र बिन्दु रहा है। पुरातत्वविदों को मध्य पाषाण काल के मानव बस्ती के साक्ष्य मिले हैं। इस क्षेत्र में नगरीय सभ्यता की शुरुआत 3000 से 2,000 ई.पू.
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अफ़ग़ानिस्तान के प्रांत
अफ़्ग़ानिस्तान के प्रांत और स्वतन्त्र शहर (संख्यांक तालिका से मिलाएँ) अफ़्ग़ानिस्तान के प्रान्त अफ़्ग़ानिस्तान के मुख्य प्रशासनिक विभाग हैं। मध्य एशिया के बहुत से अन्य देशों की तरह अफ़्ग़ानिस्तान में भी प्रान्तों को 'विलायत' बुलाया जाता है, मसलन हेलमंद प्रान्त का औपचारिक नाम 'विलायत-ए-हेलमंद' है। सन् २००४ में अफ़्ग़ानिस्तान में चौंतीस प्रान्त थे। हर प्रान्त की अध्यक्षता एक राज्यपाल करता है और हर प्रान्त अफ़्ग़ान संसद के ऊपरी सदन में (जिसे पश्तो में 'मेशेरानो जिरगा', यानि 'बुज़ुर्गों की सभा' कहते हैं) दो सदस्य भेजता है। .
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अफगानिस्तान में हिन्दू धर्म
एक मुखी लिंग (शिव लिंग के साथ एक मुख), अफगानिस्तान काबुल संग्रहालय मूर्ति अफगानिस्तान में हिन्दू धर्म का अनुसरण करने वाले बहुत कम लोग हैं। इनकी संख्या कोई 1,000 अनुमानित है। ये लोग अधिकतर काबुल एवं अफगानिस्तान के अन्य प्रमुख नगरों में रहते हैं।, by Tony Cross.
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यहां पुनर्निर्देश करता है:
लोगर।