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रूस (रूसी: Росси́йская Федера́ция / रोस्सिज्स्काया फ़ेदेरात्सिया, Росси́я / रोस्सिया) पूर्वी यूरोप और उत्तर एशिया में स्थित एक विशाल आकार वाला देश। कुल १,७०,७५,४०० किमी२ के साथ यह विश्व का सब्से बड़ा देश है। आकार की दृष्टि से यह भारत से पाँच गुणा से भी अधिक है। इतना विशाल देश होने के बाद भी रूस की जनसंख्या विश्व में सातवें स्थान पर है जिसके कारण रूस का जनसंख्या घनत्व विश्व में सब्से कम में से है। रूस की अधिकान्श जनसंख्या इसके यूरोपीय भाग में बसी हुई है। इसकी राजधानी मॉस्को है। रूस की मुख्य और राजभाषा रूसी है। रूस के साथ जिन देशों की सीमाएँ मिलती हैं उनके नाम हैं - (वामावर्त) - नार्वे, फ़िनलैण्ड, एस्टोनिया, लातविया, लिथुआनिया, पोलैण्ड, बेलारूस, यूक्रेन, जॉर्जिया, अज़रबैजान, कजाकिस्तान, चीन, मंगोलिया और उत्तर कोरिया। रूसी साम्राज्य के दिनों से रूस ने विश्व में अपना स्थान एक प्रमुख शक्ति के रूप में किया था। प्रथम विश्वयुद्ध के बाद सोवियत संघ विश्व का सबसे बड़ा साम्यवादी देश बना। यहाँ के लेखकों ने साम्यवादी विचारधारा को विश्व भर में फैलाया। द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद सोवियत संघ एक प्रमुख सामरिक और राजनीतिक शक्ति बनकर उभरा। संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ इसकी वर्षों तक प्रतिस्पर्धा चली जिसमें सामरिक, आर्थिक, राजनैतिक और तकनीकी क्षेत्रों में एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ थी। १९८० के दशक से यह आर्थिक रूप से क्षीण होता चला गया और १९९१ में इसका विघटन हो गया जिसके फलस्वरूप रूस, सोवियत संघ का सबसे बड़ा राज्य बना। वर्तमान में रूस अपने सोवियत संघ काल के महाशक्ति पद को पुनः प्राप्त करने का प्रयास कर रहा है। यद्यपि रूस अभी भी एक प्रमुख देश है लेकिन यह सोवियत काल के पद से भी बहुत दूर है। .

1055 संबंधों: चन्द्रशेखर आजाद, चर कार्य, चरकस लोग, चांगबाई पर्वत, चिड़ियाघर, चिता ओब्लास्ट, चिल्का झील, चुवाश भाषा, चुकची प्रायद्वीप, च्यांग काई शेक, चूम (तम्बू), चेचन्या, चेल्याबिन्स्क ओब्लास्त, चेल्याबिंस्क, चीता, चीन की साम्यवादी क्रांति, चीन-पाक आर्थिक गलियारा, चीनी जनवादी गणराज्य, टर्मिनेटर: द सराह कॉनर क्रॉनिकल्स, टैंक, टॉम एंड जेरी, टोकामाक, टोक्यो, एचएएल तेजस, एडोल्फ़ हिटलर, एना कोर्निकोवा, एनिमल फेस-ऑफ, एन्ड्रेस इनिएस्‍टा, एयरबस, एयरोफ़्लोट, एल्ब्रुस पर्वत, एलेगज़ैन्डर कदाकिन, एलॉय व्हील (मिश्र धातु के पहिये), एशिया, एशिया की संकटापन्न भाषाओं की सूची, एशिया-प्रशांत, एस-500 मिसाइल प्रणाली, एस्टोनिया, एस्टोनिया ओलंपिक विवरण, एस्पिरिन, एज़्निस एयरवेज़, एवेंक लोग, एंडेमोल, एंडी मरे, एकरेल, एक्सबॉक्स, एक्सबॉक्स 360, एक्सोमार्स, एकीकृत गाइडेड मिसाइल विकास कार्यक्रम, ए॰ पी॰ जे॰ अब्दुल कलाम, ..., ऐडमिरल, ऐंफ़िबोल, झज्जर, डनिला कोज्लोव्सकी, डबलरोटियों की सूची, डायरेक्ट ब्रॉडकास्ट सैटेलाइट, डायोमीड द्वीप, डुगावा नदी, ड्यूमा, ड्वाइट डेविड आइज़नहावर, डैटसन गो (कार), डॉ. जॉर्ज ग्रियर्सन 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कार्यक्रम, सीमेंस एजी, हड़ताल, हर्बर्ट एलेक्जेंड्रोविच येफ्रेमोव, हलवा, हारबिन, हाईपोथर्मिया, हाइनरिख़ गुस्ताव अडोल्फ एंगलर, हिन्द-यूरोपीय भाषा-परिवार, हिम तेन्दुआ, हिमालयी वन चिड़िया, हिंदु-जर्मन षडयंत्र, ह्युंदई एक्सेंट, हेपेटाइटिस बी, हेइलोंगजियांग, हेइहे, हो चि मिन्ह, होक्काइदो, जनसंख्या घनत्व के अनुसार देशों की सूची, जनसंख्या आनुवांशिकी, जम्मू और कश्मीर, जर्मन भाषा, जर्मनी का एकीकरण, जर्मनी का इतिहास, जल संसाधन, जस्टिस लीग (फ़िल्म), जहाज़ी नहर, ज़बायकाल्स्की क्राय, ज़ालमान दाइम्शित्स, जातीय समूह, जादू (भ्रमजाल/इंद्रजाल), जापान, जापान सागर, जापान का इतिहास, जापानी बटेर, जाजमऊ, जाकिन्तो बेनावेन्ते, जिब्राल्टर युद्ध स्मारक, जुलाई २०१०, ज्यार्जी प्लेखानोव, ज्हाँ विक्तर पौंस्ले, जौ, जॉर्ज पंचम, जॉर्जिया, जोसेप प्ला, जोसेफ़ स्टालिन, जीलिन, जी८, ईरान में यूरोपीय हस्तक्षेप, ईरान का इतिहास, ईरान की इस्लामी क्रांति, ईरानी परमाणु कार्यक्रम पर अंतरिम समझौता, ईसाई धर्म का इतिहास, ईसाई समाजवाद, ईवाँ तृतीय, ईवान भयानक, ईंट, घुमक्कड़शास्त्र, घोड़ा, वनेडियम, वर्चुअल अंतरराष्ट्रीय प्राधिकरण फ़ाइल, 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दौड़), इनुइत, इब्रानी भाषा, इमानुएल काण्ट, इरतिश नदी, इराक पर आक्रमण 2003, इरकुत्स्क, इरकुत्स्क ओब्लास्त, इल्या इलिच मेखनिकोव, इल्यूशिन आईएल-214, इलेक्ट्रिक मल्टिपल इकाई, इस्लाम के राष्ट्र, इस्लाम की आलोचना, इवान अलेक्सँद्रोविच गोंचारोब, इवानोवो ओब्लास्ट, इगोर आन्द्रीव, इंटरनेट उच्चस्तरीय डोमेन की सूची, इंदिरा गांधी शांति पुरस्कार, इंग्लिश चैनल, इकसिंगा, कतुन नदी, कमचातका प्रायद्वीप, कमचातका क्राय, कमोव केए-27, करनैल सिंह, कला स्नातक, कादिरी संप्रदाय, कानपुर, कामा नदी, कामोव, कामोव केए-50, कामोव KA- 226T, कारपैथी पर्वत, कारा जलडमरूमध्य, कार्तवेली भाषाएँ, कार्दाशेव मापनी, कार्निवल, कार्बोनरी, कारेलिया गणतंत्र, कालमिकिया, काला सागर, काला सागर आर्थिक सहयोग, कालिनिनग्राद ओब्लास्ट, कालुगा ओब्लास्ट, काज़ान, काकेशस पर्वत शृंखला, किरगिज़ लोग, किर्गिज़ भाषा, किरोव ओब्लास्ट, किज़िल, किंडरगार्टन (बालवाड़ी), कज़ाख़ भाषा, कज़ाख़ लोग, कज़ाख़िस्तान, कज़ाख़िस्तान और रूस के संबंध, कुत्तों की नस्लों की सूची, कुर्स्क ओब्लास्ट, कुर्गान ओब्लास्ट, कुरील द्वीपसमूह, क्योटो प्रोटोकॉल, क्रस्नोयार्स्क क्राय, 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अगस्त, १४ जनवरी, १५ दिसम्बर, १६ जनवरी, १६ अप्रैल, १६४५, १७ जुलाई, १७ अगस्त, १८१४, १९वें कुशक बकुला रिनपोछे, १९२१, १९२२, १९४४, १९५३, १९६१ में पद्म भूषण धारक, १९७४, १९८०, १९९१ यूईएफए कप फाइनल, १९९६, २ अक्तूबर, २० नवंबर, २००२, २००२ में पद्म भूषण धारक, २००३ में पद्म भूषण धारक, २००४, २००५ यूईएफए कप फाइनल, २००६, २००६ में पद्म भूषण धारक, २००८ में पद्म भूषण धारक, २००८ यूईएफए चैंपियंस लीग फाइनल, २००८ यूईएफए कप फाइनल, २००८ ऑस्ट्रेलियाई ओपन टेनिस प्रतियोगिता, २०१०, २०११, २०१४ की युक्रेन क्राँति एवं क्रीमिया संकट, २०१८ फीफा विश्व कप, २१ फ़रवरी, २१ अगस्त, २२ जनवरी, २२ अगस्त, २३ नवम्बर, २५ नवंबर, २५ फ़रवरी, २५ जून, २९ जनवरी, ३ दिसम्बर, ३ जुलाई, ३ अगस्त, ३ अक्तूबर, ३० दिसम्बर, ३१ जुलाई, ४ जुलाई, ६ नवम्बर, ६ सितम्बर, ८ दिसम्बर, ८०वें अकादमी पुरस्कार, ९ दिसम्बर, MAKS एयरशो, 1 E12 वर्ग मीटर, 1896 ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक, 1980 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक, 2000 के दशक के उत्तरार्द्ध की आर्थिक मंदी, 2007 के अरबपतियों की सूची, 2012 ब्रिक्स शिखर सम्मेलन, 2014 ब्रिक्स शिखर सम्मेलन, 2014 शीतकालीन ओलम्पिक, 2014 शीतकालीन ओलंपिक पदक तालिका, 2014 शीतकालीन ओलंपिक में चीन, 2014 शीतकालीन ओलंपिक में डेनमार्क, 2014 शीतकालीन ओलंपिक में नॉर्डिक संयुक्त, 2014 शीतकालीन ओलंपिक में फ्रीस्टाइल स्कीइंग, 2014 शीतकालीन ओलंपिक में बरमूडा, 2014 शीतकालीन ओलंपिक में ब्रिटिश वर्जिन द्वीपसमूह, 2014 शीतकालीन ओलंपिक में बैथलॉन, 2014 शीतकालीन ओलंपिक में बेलारूस, 2014 शीतकालीन ओलंपिक में बॉबस्लेय, 2014 शीतकालीन ओलंपिक में बॉस्निया और हर्ज़ेगोविना, 2014 शीतकालीन ओलंपिक में रशिया, 2014 शीतकालीन ओलंपिक में लघु ट्रैक स्पीड स्केटिंग, 2014 शीतकालीन ओलंपिक में लुग, 2014 शीतकालीन ओलंपिक में संयुक्त राज्य अमेरिका, 2014 शीतकालीन ओलंपिक में स्नोबोर्डिंग, 2014 शीतकालीन ओलंपिक में स्पीड स्केटिंग, 2014 शीतकालीन ओलंपिक में स्की जंपिंग, 2014 शीतकालीन ओलंपिक में जमैका, 2014 शीतकालीन ओलंपिक में ग्रेट ब्रिटेन, 2014 शीतकालीन ओलंपिक में ऑस्ट्रिया, 2014 शीतकालीन ओलंपिक में ऑस्ट्रेलिया, 2014 शीतकालीन ओलंपिक में आर्मीनिया, 2014 शीतकालीन ओलंपिक में कर्लिंग, 2014 शीतकालीन ओलंपिक में कंकाल, 2014 शीतकालीन ओलंपिक में क्रॉस-कंट्री स्कीइंग, 2014 शीतकालीन ओलंपिक में अर्जेंटीना, 2014 शीतकालीन ओलंपिक में अल्पाइन स्कीइंग, 2014 शीतकालीन ओलंपिक में अल्पाइन स्कीइंग – पुरुषों का डाउनहिल, 2014 शीतकालीन ओलंपिक में अल्पाइन स्कीइंग – पुरुषों की संयुक्त, 2014 शीतकालीन ओलंपिक में अल्पाइन स्कीइंग – महिला विशाल स्लैलम, 2014 शीतकालीन ओलंपिक में अल्पाइन स्कीइंग – महिलाओं के डाउनहिल, 2016 ब्रिक्स शिखर सम्मेलन, 2016 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में रूस, 2016 उड़ी हमला, 2017 ब्रिक्स शिखर सम्मेलन, 2017 शयरात एयर बेस अमेरीकी मिसाइल हमला, 90वें अकादमी पुरस्कार सूचकांक विस्तार (1005 अधिक) »

चन्द्रशेखर आजाद

पण्डित चन्द्रशेखर 'आजाद' (२३ जुलाई १९०६ - २७ फ़रवरी १९३१) ऐतिहासिक दृष्टि से भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के स्वतंत्रता सेनानी थे। वे पण्डित राम प्रसाद बिस्मिल व सरदार भगत सिंह सरीखे क्रान्तिकारियों के अनन्यतम साथियों में से थे। सन् १९२२ में गाँधीजी द्वारा असहयोग आन्दोलन को अचानक बन्द कर देने के कारण उनकी विचारधारा में बदलाव आया और वे क्रान्तिकारी गतिविधियों से जुड़ कर हिन्दुस्तान रिपब्लिकन एसोसियेशन के सक्रिय सदस्य बन गये। इस संस्था के माध्यम से उन्होंने राम प्रसाद बिस्मिल के नेतृत्व में पहले ९ अगस्त १९२५ को काकोरी काण्ड किया और फरार हो गये। इसके पश्चात् सन् १९२७ में 'बिस्मिल' के साथ ४ प्रमुख साथियों के बलिदान के बाद उन्होंने उत्तर भारत की सभी क्रान्तिकारी पार्टियों को मिलाकर एक करते हुए हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन ऐसोसियेशन का गठन किया तथा भगत सिंह के साथ लाहौर में लाला लाजपत राय की मौत का बदला सॉण्डर्स का हत्या करके लिया एवं दिल्ली पहुँच कर असेम्बली बम काण्ड को अंजाम दिया। .

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चर कार्य

चर कार्य या गुप्तचरी या खुफियागिरी या जासूसी अर्थात् भेद निकालने का कार्य गुप्तचरों और भेदियों द्वारा किया जाता है। विशेषकर युद्धकाल में सब देश अपने भेदियों को भेजकर दूसरे देशों की सेना, सरकार, उत्पादन, वैज्ञानिक उन्नति आदि के तथ्यों के विषय में सूचना प्राप्त करने का प्रयत्न करते हैं। चर कार्य नैतिकता की दृष्टि से आपत्तिजनक है और बहुधा ये लोग ही इस कार्य को सफलता से कर सकते हैं जिनको अच्छे बुरे का विचार न हो। .

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चरकस लोग

कुछ चरकस लोग चरकस या अदिगेय कॉकस क्षेत्र की एक जाती और समुदाय है, जो बहुत प्राचीनकाल से कॉकस के इलाक़े के निवासी हैं। चरकस लोगों की अपनी बोली है - चरकसी भाषा। यह लोग सुन्नी इस्लाम के अनुयायी हैं। दुनिया के लगभग आधे चरकस लोग तुर्की में रहते हैं। .

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चांगबाई पर्वत

तिआन ची ज्वालामुखीय झील चांगबाई पर्वत शृंखला (Changbai Mountains) या जांगबाएक पर्वत शृंखला (Jangbaek Mountains) मंचूरिया क्षेत्र में चीन और उत्तर कोरिया की सरहद पर स्थित एक पर्वत शृंखला है। यह चीन को रूस के प्रिमोर्स्की क्राय प्रान्त से भी अलग करते हैं। इन्हें रूस में वोस्तोचनो-मान्चझ़ुर्स्कीए शृंखला (Vostochno-Manchzhurskie gory) कहते हैं। इस शृंखला का सबसे ऊंचा पहाड़ २,७४५ मीटर लम्बा 'बएकदू पर्वत' (Baekdu Mountain) नामक ज्वालामुखी है, जिसकी ढलानों से सोंगहुआ नदी, यालू नदी और तूमन नदी शुरू होती हैं। इन पहाड़ों में 'तिआन ची' (Tian Chi, अर्थ: स्वर्ग झील) नामक एक प्रसिद्ध बड़ी ज्वालामुखीय झील भी स्थित है।, David Leffman, Martin Zatko, Penguin, 2011, ISBN 978-1-4053-8908-2,...

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चिड़ियाघर

कैलिफोर्निया के सैन डिएगो चिड़ियाघर का प्रवेश द्वार, मई 2007. चिड़ियाघर या प्राणिउपवन (Zoological garden) वह संस्थान है जहाँ जीवित पशु पक्षियों को बहुत बड़ी संख्या में संग्रहीत कर रखा जाता है। लोग इन संग्रहित पशु पक्षियों को सुविधा और सुरक्षापूर्वक देख सकें इसकी भी व्यवस्था की जाती है। यहाँ उनके प्रजनन और चिकित्सा आदि की भी व्यवस्था होती है। दुनिया भर में आम जनता के लिए खोले गए प्रमुख पशु संग्रहालयों की संख्या अब 1,000 से भी अधिक है और उनमें से लगभग 80 प्रतिशत शहरों में हैं। जीवित पशु पक्षियों के संग्रह को रखने की परिपाटी बहुत प्राचीन है। ऐसे उपवनों के होने का सबसे पुराना उल्लेख चीन में ईसा के 1200 वर्ष पूर्व में मिलता है। चीन के चाऊ वंश के प्रथम शासक के पास उस समय ऐसा एक पशु पक्षियों का संग्रहालय था। ईसा के 2000 वर्ष पूर्व के मिस्रवासियों की कब्रों के आसपास पशुओं की हड्डियाँ पाई गई हैं, जिससे पता लगता है कि वे लोग आमोद प्रमोद के लिए अपने आसपास पशुओं को रखा करते थे। पीछे रोमन लोग भी पशुओं को पकड़कर अपने पास रखते थे। प्राचीन रोमनों और यूनानियों के पास ऐसे संग्रह थे जिनमें सिंह, बाघ, चीता, तेंदुए आदि रहते थे। ऐसा पता लगता है कि ईसा के 29 वर्ष पूर्व ऑगस्टस ऑक्टेवियस (Augustus Octavious) के पास 410 बाघ, 260 चीते और 600 अफ्रीकी जंतुओं का संग्रह था, जिसमें बाघ राइनोसिरस, हिपोपॉटैमस (दरियाई घोड़ा), भालू, हाथी, मकर, साँप, सील (seal), ईगल (उकाब) इत्यादि थे। पीछे जंतुओं के संग्रह की दिशा में उत्तरोत्तर वृद्धि हेती रही है और आज संसार के प्रत्येक देश और प्रत्येक बड़े-बड़े नगर में प्राणिउपवन विद्यमान हैं। .

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चिता ओब्लास्ट

रूस का एक ओब्लास्ट (области, ओब्लास्टि, प्रांत)। श्रेणी:रूस के प्रांत en:Oblasts of Russia.

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चिल्का झील

चिल्का झील चिल्का झील उड़ीसा प्रदेश के समुद्री अप्रवाही जल में बनी एक झील है। यह भारत की सबसे बड़ी एवं विश्व की दूसरी सबसे बड़ी समुद्री झील है। इसको चिलिका झील के नाम से भी जाना जाता है। यह एक अनूप है एवं उड़ीसा के तटीय भाग में नाशपाती की आकृति में पुरी जिले में स्थित है। यह 70 किलोमीटर लम्बी तथा 30 किलोमीटर चौड़ी है। यह समुद्र का ही एक भाग है जो महानदी द्वारा लायी गई मिट्टी के जमा हो जाने से समुद्र से अलग होकर एक छीछली झील के रूप में हो गया है। दिसम्बर से जून तक इस झील का जल खारा रहता है किन्तु वर्षा ऋतु में इसका जल मीठा हो जाता है। इसकी औसत गहराई 3 मीटर है। इस झील के पारिस्थितिक तंत्र में बेहद जैव विविधताएँ हैं। यह एक विशाल मछली पकड़ने की जगह है। यह झील 132 गाँवों में रह रहे 150,000 मछुआरों को आजीविका का साधन उपलब्ध कराती है। इस खाड़ी में लगभग 160 प्रजातियों के पछी पाए जाते हैं। कैस्पियन सागर, बैकाल झील, अरल सागर और रूस, मंगोलिया, लद्दाख, मध्य एशिया आदि विभिन्न दूर दराज़ के क्षेत्रों से यहाँ पछी उड़ कर आते हैं। ये पछी विशाल दूरियाँ तय करते हैं। प्रवासी पछी तो लगभग १२००० किमी से भी ज्यादा की दूरियाँ तय करके चिल्का झील पंहुचते हैं। 1981 में, चिल्का झील को रामसर घोषणापत्र के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय महत्व की आद्र भूमि के रूप में चुना गया। यह इस मह्त्व वाली पहली पहली भारतीय झील थी। एक सर्वेक्षण के मुताबिक यहाँ 45% पछी भूमि, 32% जलपक्षी और 23% बगुले हैं। यह झील 14 प्रकार के रैपटरों का भी निवास स्थान है। लगभग 152 संकटग्रस्त व रेयर इरावती डॉल्फ़िनों का भी ये घर है। इसके साथ ही यह झील 37 प्रकार के सरीसृपों और उभयचरों का भी निवास स्थान है। उच्च उत्पादकता वाली मत्स्य प्रणाली वाली चिल्का झील की पारिस्थिकी आसपास के लोगों व मछुआरों के लिये आजीविका उपलब्ध कराती है। मॉनसून व गर्मियों में झील में पानी का क्षेत्र क्रमश: 1165 से 906 किमी2 तक हो जाता है। एक 32 किमी लंबी, संकरी, बाहरी नहर इसे बंगाल की खाड़ी से जोड़ती है। सीडीए द्वारा हाल ही में एक नई नहर भी बनाई गयी है जिससे झील को एक और जीवनदान मिला है। लघु शैवाल, समुद्री घास, समुद्री बीज, मछलियाँ, झींगे, केकणे आदि चिल्का झील के खारे जल में फलते फूलते हैं। .

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चुवाश भाषा

चुवाशी लोगों पर जारी सोवियत संघ का एक पुराना डाक-टिकट चुवाशी (चुवाशी: Чӑвашла, चवाश्ला; अंग्रेज़ी: Chuvash) मध्य रूस में बोली जाने वाली एक तुर्की भाषा है। यह चुवाश गणतंत्र और उसके पड़ोसी इलाक़ों में बोली जाती है और तुर्की भाषा-परिवार की ओग़ुर शाखा की इकलौती जीवित भाषा है (बाक़ी विलुप्त हो चुकी हैं)। चुवाशी तुर्की परिवार में निराली है क्योंकि अपनी एक अलग शाख़ में होने के कारण इसमें और अन्य जीवित तुर्की भाषाओँ में बहुत अंतर है और उनको बोलने वाले चुवाशी नहीं समझ सकते। चुवाशी सिरिलिक लिपि में लिखी जाती है। इसे सन् २००२ की जनगणना में १६.४ लाख लोगों ने अपनी मातृभाषा बताया था।, Keith Brown, Sarah Ogilvie, Elsevier, 2008, ISBN 978-0-08-087774-7,...

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चुकची प्रायद्वीप

अमेरिका के अलास्का राज्य से केवल ५३ मील की समुद्री दूरी पर है चुकची प्रायद्वीप (रूसी: Чуко́тский полуо́стров, चुकोत्स्कीय पोलूओस्त्रोव) एशिया का सब से पूर्वोत्तर क्षेत्र है। यह साइबेरिया के बिलकुल उत्तर-पूर्वी अंत पर है। इसके उत्तर में चुकची सागर, दक्षिण में बेरिंग सागर और पूर्व में बेरिंग जलडमरू है। प्रशासनिक रूप से यह रूस के चुकोटका स्वशासी राज्य का भाग है। सन् १९९० में इस प्रायद्वीप पर रहने वालों की जनसँख्या १,५५,०० थी। यहाँ के मूल निवासी चुकची, ऍसकिमो, चुवानी, कोरयाक, एवेन और युकगीर जातियों के हैं, हालाँकि कुछ रूसी लोग भी यहाँ आकर बस गए हैं। चुकची प्रायद्वीप के बिलकुल पूर्वी छोर पर देझ़नेव अंतरीप है (ध्यान दीजिये कि 'झ़' का उच्चारण 'झ' से भिन्न है)। यहाँ से संयुक्त राज्य अमेरिका के अलास्का राज्य के सीवार्ड प्रायद्वीप (Seward Peninsula) का सब से नज़दीकी छोर केवल ५३ मील दूर है। पिछले हिमयुग के दौरान समुद्री सतह आज से कम थी और यहाँ एक ज़मीन का हिस्सा इन दोनों छोरो को जोड़े हुए था। माना जाता है के बहुत से मूल अमेरिकी आदिवासियों के पूर्वज इसी को पार करके एशिया से उत्तर अमेरिका में दाख़िल हुए। .

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च्यांग काई शेक

च्यांग काई शेक च्यांग काई शेक (Chiang Kai-shek; १८८७-१९७५) चीन का राजनेता एवं सैनिक नेता था जिसने १९२७ से १९७५ तक चीनी गणराज्य का नेतृत्व किया। वह चीन की राष्ट्रवादी पार्टी कुओमितांग ((KMT) के प्रभावी नेता तथा सन यात-सेन के घनिष्ठ मित्र थे। बाद में वह साम्यवादियों का कट्टर शत्रु बन गया था। .

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चूम (तम्बू)

चूम (अंग्रेज़ी: Chum, रूसी: чум) रूस के साइबेरिया क्षेत्र के पश्चिमोत्तरी भाग में रहने वाली बंजारा यूराली लोगों द्वारा बनाएँ जाने वाले अस्थाई आवास तम्बूओं को कहते हैं। यह लोग अक्सर रेनडियर पालन से जीविका चलाते हैं और इन तम्बूओं को भी आम तौर से लकड़ी के खम्बों के इर्द-गिर्द रेनडियर खाल लपेट कर बनाया जाता है। .

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चेचन्या

चेचन्या (Chechnya) या चेचन गणतंत्र (रूसी: Чече́нская Респу́блика, चेचेनस्काया रेस्पुब्लिका) रूस का एक गणतन्त्र है। यह कॉकस क्षेत्र के उत्तरी भाग में स्थित है। सन् १९९१ में सोवियत संघ के विघटन के बाद यहाँ पर अलगाववादियों ने रूस की केन्द्रीय व्यवस्था के विरुद्ध गृहयुद्ध छेड़ दिया था लेकिन समय के साथ-साथ हालात कुछ शांत हुए हैं। यह कैस्पियन सागर से लगभग १०० किमी की दूरी पर स्थित है। .

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चेल्याबिन्स्क ओब्लास्त

चेल्याबिन्स्क, रूस का एक ओब्लास्त (области या प्रांत) है जो यूराल पर्वतों के दक्षिणी क्षेत्र में यूरोप और एशिया के महाद्वीपों की आपसी सीमा पर स्थित है। .

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चेल्याबिंस्क

चेल्याबिंस्क (रूसी: Челябинск) म्यास नदी के किनारे बसा रूस का एक नगर है। यह ऊराल पहाड़ियों के पूर्व स्थित है। यह चेल्याबिंस्क ओब्लास्ट के प्रशासनिक केंद्र रहा है। चेल्याबिंस्क का प्रधान शासक मिखाइल यूरेविच है। .

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चीता

बिल्ली के कुल (विडाल) में आने वाला चीता (एसीनोनिक्स जुबेटस) अपनी अदभुत फूर्ती और रफ्तार के लिए पहचाना जाता है। यह एसीनोनिक्स प्रजाति के अंतर्गत रहने वाला एकमात्र जीवित सदस्य है, जो कि अपने पंजों की बनावट के रूपांतरण के कारण पहचाने जाते हैं। इसी कारण, यह इकलौता विडाल वंशी है जिसके पंजे बंद नहीं होते हैं और जिसकी वजह से इसकी पकड़ कमज़ोर रहती है (अतः वृक्षों में नहीं चढ़ सकता है हालांकि अपनी फुर्ती के कारण नीची टहनियों में चला जाता है)। ज़मीन पर रहने वाला ये सबसे तेज़ जानवर है जो एक छोटी सी छलांग में १२० कि॰मी॰ प्रति घंटे ऑलदो एकोर्डिंग टू चीता, ल्यूक हंटर और डेव हम्मन (स्ट्रुइक प्रकाशक, 2003), pp.

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चीन की साम्यवादी क्रांति

माओ चीनी साम्यवादी दल की स्थापना १९२१ में हुई थी। सन १९४९ में चीनी साम्यवादी दल का चीन की सत्ता पर अधिकार करने की घटना चीनी साम्यवादी क्रांति कहलाती है। चीन में १९४६ से १९४९ तक गृहयुद्ध की स्थिति थी। इस गृहयुद्ध का द्वितीय चरण साम्यवादी क्रान्ति के रूप में सामने आया। चीन ने आधिकारिक तौर पर इस अवधि को 'मुक्ति संग्राम' (War of Liberation, सरल चीनी: 解放战争; परम्परागत चीनी: 國共內戰; फीनयिन: Jiěfàng Zhànzhēng) कहा जाता है। .

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चीन-पाक आर्थिक गलियारा

नक़्शा चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा या उर्दू में पाकिस्तान-चीन इक़तिसादी राहदारी (चीनी: 中国 - 巴基斯坦 经济 走廊) एक बहुत बड़ी वाणिज्यिक परियोजना है, जिसका उद्देश्य दक्षिण-पश्चिमी पाकिस्तान से चीन के उत्तर-पश्चिमी स्वायत्त क्षेत्र शिंजियांग तक ग्वादर बंदरगाह, रेलवे और हाइवे के माध्यम से तेल और गैस की कम समय में वितरण करना है। आर्थिक गलियारा चीन-पाक संबंधों में केंद्रीय महत्व रखता है, गलियारा ग्वादर से काशगर तक लगभग 2442 किलोमीटर लंबा है। यह योजना को सम्पूर्ण होने में काफी समय लगेगा। इस योजना पर 46 बिलियन डॉलर लागत का अनुमान किया गया है। यह गलियारा पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर, गिलगित-बाल्टिस्तान और बलूचिस्तान होते हुए जायेगा। विविध सूचनाओं के अनुसार ग्वादर बंदरगाह को इस तरह से विकसित किया जा रहा है, ताकि वह 19 मिलियन टन कच्चे तेल को चीन तक सीधे भेजने में सक्षम होगा। .

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चीनी जनवादी गणराज्य

चीनी जनवादी गणराज्य (चीनी: 中华人民共和国) जिसे प्रायः चीन नाम से भी सम्बोधित किया जाता है, पूर्वी एशिया में स्थित एक देश है। १.३ अरब निवासियों के साथ यह विश्व का सर्वाधिक जनसंख्या वाला देश है और ९६,४१,१४४ वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल के साथ यह रूस और कनाडा के बाद विश्व का तीसरा सबसे बड़ा क्षेत्रफल वाला देश है। इतना विशाल क्षेत्रफल होने के कारण इसकी सीमा से लगते देशों की संख्या भी विश्व में सर्वाधिक (रूस के बराबर) है जो इस प्रकार है (उत्तर से दक्षिणावर्त्त): रूस, मंगोलिया, उत्तर कोरिया, वियतनाम, लाओस, म्यान्मार, भारत, भूटान, नेपाल, तिबत देश,पाकिस्तान, अफ़्गानिस्तान, ताजिकिस्तान, किर्गिस्तान और कज़ाख़िस्तान। उत्तर पूर्व में जापान और दक्षिण कोरिया मुख्य भूमि से दूरी पर स्थित हैं। चीनी जनवादी गणराज्य की स्थापना १ अक्टूबर, १९४९ को हुई थी, जब साम्यवादियों ने गृहयुद्ध में कुओमिन्तांग पर जीत प्राप्त की। कुओमिन्तांग की हार के बाद वे लोग ताइवान या चीनी गणराज्य को चले गए और मुख्यभूमि चीन पर साम्यवादी दल ने साम्यवादी गणराज्य की स्थापना की। लेकिन चीन, ताईवान को अपना स्वायत्त क्षेत्र कहता है जबकि ताइवान का प्रशासन स्वयं को स्वतन्त्र राष्ट्र कहता है। चीनी जनवादी गणराज्य और ताइवान दोनों अपने-अपने को चीन का वैध प्रतिनिधि कहते हैं। चीन विश्व की सबसे प्राचीन सभ्यताओं में से एक है जो अभी भी अस्तित्व में है। इसकी सभ्यता ५,००० वर्षों से अधिक भी पुरानी है। वर्तमान में यह एक "समाजवादी गणराज्य" है, जिसका नेतृत्व एक दल के हाथों में है, जिसका देश के २२ प्रान्तों, ५ स्वायत्तशासी क्षेत्रों, ४ नगरपालिकाओं और २ विशेष प्रशासनिक क्षेत्रों पर नियन्त्रण है। चीन विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और यह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थाई सदस्य भी है। यह विश्व का सबसे बड़ा निर्यातक और दूसरा सबसे बड़ा आयातक है और एक मान्यता प्राप्त नाभिकीय महाशक्ति है। चीनी साम्यवादी दल के अधीन रहकर चीन में "समाजवादी बाज़ार अर्थव्यवस्था" को अपनाया जिसके अधीन पूंजीवाद और अधिकारवादी राजनैतिक नियन्त्रण सम्मित्लित है। विश्व के राजनैतिक, आर्थिक और सामाजिक ढाँचे में चीन को २१वीं सदी की अपरिहार्य महाशक्ति के रूप में माना और स्वीकृत किया जाता है। यहाँ की मुख्य भाषा चीनी है जिसका पाम्परिक तथा आधुनिक रूप दोनों रूपों में उपयोग किया जाता है। प्रमुख नगरों में बीजिंग (राजधानी), शंघाई (प्रमुख वित्तीय केन्द्र), हांगकांग, शेन्ज़ेन, ग्वांगझोउ इत्यादी हैं। .

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टर्मिनेटर: द सराह कॉनर क्रॉनिकल्स

टर्मिनेटर: द सराह कॉनर क्रॉनिकल्स (Terminator: The Sarah Connor Chronicles) एक अमरीकी काल्पनिक विज्ञान पर आधारित टेलीविजन शृंखला है जिसका प्रसारण फॉक्स पर किया गया था। इस शृंखला का निर्माण २०एथ सेंचुरी फॉक्स, वॉर्नर ब्रॉस। टेलीविजन व सि२ पिक्चर्स द्वारा किया गया था। यह टर्मिनेटर फ़िल्म शृंखला पर आधारित है। यह टर्मिनेटर २: जजमेंट डे की घटनाओं के बाद सराह और जॉन कॉनर के जीवन पर आधारित है। शृंखला का प्रसारण रविवार, १२ जनवरी २००८ को अमरीकी टेलीविजन नेटवर्क फॉक्स पर शुरू किया गया था। शो की शुरुआत बिच मौसम में की गई और यह जनवरी से मार्च २००८ के बिच केवल नौ एपिसोडों तक ही चला। यह २००७-०८ की उच्च रेटिंग वाला नया टेलीविजन प्रकरण बन गया और इसे दूसरे प्रकरण के लिए पुनः चालू किया गया जिसका प्रसारण ८ सितंबर २००८ को शुरू हुआ और १० अप्रैल २००९ को खतम। १८ मई १००९ को प्रशंसकों के प्रयासों के बावजूद फॉक्स इंटरटेनमेंट के अध्यक्ष केविन रिली ने यह घोषणा की कि तिसरा प्रकरण निर्मित नहीं किया जाएगा। २२ फ़रवरी २०११ को सायफाय चैनल ने इसके ३१ एपिसोडों के प्रसारण अधिकार खरीद लिए और ७ अप्रैल २०११ को इसका पुनः प्रसारण शुरू किया। .

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टैंक

टी-९० भीष्म टैंक कवचयान या टैंक (Tank) एक प्रकार का कवचित, स्वचालित, अपना मार्ग आप बनाने तथा युद्ध में काम आनेवाला ऐसा वाहन है जिससे गोलाबारी भी की जा सकती है। युद्धक्षेत्र में शत्रु की गोलाबारी के बीच भी यह बिना रुकावट आगे बढ़ता हुआ किसी समय तथा स्थान पर शत्रु पर गोलाबारी कर सकता है। गतिशीतला एवं शत्रु को व्याकुल करने का सामर्थ्य है और जो कबचित होने के कारण स्वयं सुरक्षित है। .

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टॉम एंड जेरी

टॉम एंड जेरी मेट्रो-गोल्डविन-मेयर|मेट्रो-गोल्डवाइन-मेयर के लिए विलियम हैन्ना और जोसेफ़ बारबेरा|जोसफ़ बारबरा द्वारा निर्मित एनिमेशन थिएटर लघु विषय|लघु-फ़िल्म श्रृंखला है, जो एक हाउसकैट|घरेलू बिल्ली (टॉम) और एक चूहे (जेरी) के मध्य अनंत प्रतिद्वंद्विता पर केन्द्रित है, जिनकी एक दूसरे का पीछा करने और आपसी लड़ाई में अक्सर हास्यास्पद भिडंत शामिल है। फ़िल्म में 1940|1940 से फ़िल्म में 1957|1957 के बीच, एनिमेशन इकाई के बंद होने तक, हैन्ना और बारबरा ने कैलिफ़ोर्निया, हॉलीवुड के मेट्रो-गोल्डविन-मेयर कार्टून स्टूडियो|MGM कार्टून स्टूडियो में टॉम एंड जेरी के एक सौ चौदह कार्टून लिखे एवं निर्देशित किए। उल्लेखनीय है कि बतौर सर्वाधिक ऑस्कर्स|ऑस्कर विजेता थिएटर एनिमेटेड श्रृंखला, वॉल्ट डिज़नी|वाल्ट डिज़नी की सिल्ली सिम्फ़ोनीस|सिली सिम्फ़ोनीस के बराबर का स्थान हासिल करते हुए, इसकी मूल श्रृंखला ने सात बार एनिमेटेड लघु-फ़िल्म के लिए अकादमी पुरस्कार|सर्वश्रेष्ठ लघु विषयक (कार्टून्स) अकादमी पुरस्कार जीता। 1960 से शुरू करते हुए, MGM के पास मूल फ़िल्मों के अलावा पूर्वी यूरोप में जीन डीच की अगुआई में रेमब्रांड्ट फ़िल्म्स द्वारा निर्मित नई लघु-फ़िल्में भी थीं। 1963 में चक जोन्स के सिब-टावर 12 प्रोडक्शन्स के अधीन टॉम एंड जेरी लघु-फ़िल्मों का निर्माण हॉलीवुड में पुनः आरंभ हुआ; 1967 तक चलने वाली इस श्रृंखला में कुल 161 लघु-फ़िल्में तैयार हुईं.बिल्ली और चूहे सितारों ने पुनः 1970, 1980 और 1990 दशक के दौरान हैन्ना -बारबरा और फ़िल्मेशन स्टूडियो द्वारा निर्मित टेलीविज़न कार्टून, 1992 में बनी और स्थानीय रूप से 1993 में प्रदर्शित होने वाली एक फ़ीचर फ़िल्म टॉम एंड जेरी: द मूवी में दुबारा अपनी जगह बनाई और 2000 में कार्टून नेटवर्क के लिए उनकी TV के लिए बनी पहली लघु-फ़िल्म थी, टॉम एंड जेरी: द मेंशन कैट.अद्यतन टॉम एंड जेरी थिएटर लघु-फ़िल्म, द कराटेगार्ड को सह-निर्माता, जो बारबरा ने लिखा और निर्देशित किया तथा 27 सितम्बर 2005 को यह लॉस एंजिल्स के सिनेमा-घरों में पहली बार प्रदर्शित हुई। इस समय, टाइम वार्नर के पास (टर्नर एंटरटेनमेंट डिवीज़न के माध्यम से) टॉम एंड जेरी के अधिकार हैं (जिनका वितरण वार्नर ब्रदर्स संभाल रहे हैं)। विलय के बाद से, टर्नर ने, CW के शनिवार की सुबह के कार्यक्रम "The CW4Kids" की माला में प्रदर्शन के लिए टॉम एंड जेरी टेल्स श्रृंखला का निर्माण किया, जिसके साथ-साथ हाल ही में 2005 के दौरान टॉम एंड जेरी लघु-फ़िल्म द कराटे गार्ड और डाइरेक्ट-टू-वीडियो फ़िल्म निर्मित की - ये सभी वार्नर ब्रदर्स एनीमेशन के सहयोग से बनी हैं। टॉम एंड जेरी अभिनीत कुल 162 थिएटर लघु- फ़िल्में मौजूद हैं। समस्त टॉम एंड जेरी थिएटर लघु-फ़िल्मों की सूची के लिएटॉम एंड जेरी कार्टून सूची देखें.

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टोकामाक

KSTAR टोकामक टोकामाक में चुम्बकीय क्षेत्र एवं विद्युत-धारा की स्थिति एवं दिशा टोकामक (अंग्रेजी: TOKAMACA; रूसी: токамак) गरम प्लाज्मा को एक निश्चित आयतन में बनाये रखने (confinement) के लिये डिजाइन की गयी एक विशेष विधि एवं संयन्त्र का नाम है। सबसे पहले इसका विकास सन् १९५० में रूस के वैज्ञानिकों ने किया था। आजकल भारत सहित जापान, रूस, फ्रांस, यूके, अमेरिका और जर्मनी में कई टोकामाक कार्यरत हैं। यह 'फ्यूजन रिएक्टर' के निर्माण के लिए जरूरी है। इसकी सहायता से छल्लाकार (toroidal) चुम्बकीय क्षेत्र निर्मित होता है। भारत में आदित्य और एसएसटी-१ नामक दो टोकामाक गांधीनगर के प्लाज्मा अनुसंधान संस्थान में कार्यरत हैं। .

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टोक्यो

टोक्यो (जापानी: 東京, उच्चारणः तोउक्योउ) जापान की राजधानी और सबसे बड़ा नगर है। यह जापान के होन्शू द्वीप पर बसा हुआ है और इसकी जनसंख्या लगभग ८६ लाख है, जबकि टोक्यो क्षेत्र में १.२८ करोड़ और उपनगरीय क्षेत्रों को मिलाकर यहाँ अनुमानित ३.७ करोड़ लोग रहते हैं जो इसे दुनिया का सबसे अधिक जनसंख्या वाला महानगरीय क्षेत्र बनाता है। टोक्यो लगभग ८० किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है और यह क्षेत्रफल की दृष्टि से भी विश्व का सबसे बड़ा नगरीय क्षेत्र है। टोक्यो को अक्सर एक शहर के रूप में जाना जाता हैं, लेकिन आधिकारिक तौर पर यह "महानगरीय प्रान्त" के रूप में जाना जाता हैं। टोक्यो महानगरीय प्रशासन, टोक्यो के 23 विशेष वार्डों (प्रत्येक वार्ड़ एक अलग शहर के रूप में शासित) का संचालन करती हैं। महानगरीय सरकार, प्रान्त के पश्चिमी भाग और दो बाहरी द्वीप श्रृंखलाएं के 39 नगरपालिका का भी प्रशासन करती हैं। विशेष वार्ड की आबादी 90 लाख मिलाकर, प्रान्त की कुल जनसंख्या 130 लाख से अधिक हैं। यह प्रान्त दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले महानगरीय क्षेत्र का हिस्सा है, जिसमें 37.8 मिलियन लोग और विश्व के सबसे बड़े शहरी ढांचे की अर्थव्यवस्था शामिल हैं। शहर की 51 कंपनी, फॉर्च्यून ग्लोबल 500 कंपनियों में आती हैं, जोकि दुनिया के किसी भी शहर की सबसे बड़ी संख्या हैं। अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय केंद्र विकास सूचकांक में टोक्यो का तीसरा स्थान हैं। यह शहर फ़ुजी टीवी, टोक्यो एमएक्स, टीवी टोक्यो, टीवी असाही, निप्पॉन टेलीविजन, एनएचके और टोक्यो ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम जैसे विभिन्न टेलीविजन नेटवर्कों का घर भी हैं। ग्लोबल इकनॉमिक पावर इंडेक्स में टोक्यो पहले स्थान पर और ग्लोबल सिटीज इंडेक्स में चौथा स्थान पर हैं। जीएडब्ल्युसी की 2008 की सूची में इसे वैश्विक शहर बताया गया और 2014 में ट्रिपएडवियर्स के विश्व शहर सर्वेक्षण, टोक्यो को सबसे "सर्वश्रेष्ठ समग्र अनुभव" के रूप में सूचीबद्ध किया गया। मर्सर कंसल्टेंसी फर्म और अर्थशास्त्री इंटेलिजेंस यूनिट के क्रय शक्ति के आधार पर, 2015 में टोक्यो को 11वें सबसे महंगे शहर के रूप में स्थान दिया गया था। 2015 में, टोक्यो को मोनोकले पत्रिका द्वारा दुनिया में सर्वाधिक जीवंत शहर कहा गया।.

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एचएएल तेजस

तेजस भारत द्वारा विकसित किया जा रहा एक हल्का व कई तरह की भूमिकाओं वाला जेट लड़ाकू विमान है। यह हिन्दुस्तान एरोनाटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा विकसित एक सीट और एक जेट इंजन वाला, अनेक भूमिकाओं को निभाने में सक्षम एक हल्का युद्धक विमान है। यह बिना पूँछ का, कम्पाउण्ड-डेल्टा पंख वाला विमान है। इसका विकास 'हल्का युद्धक विमान' या (एलसीए) नामक कार्यक्रम के अन्तर्गत हुआ है जो 1980 के दशक में शुरू हुआ था। विमान का आधिकारिक नाम तेजस 4 मई 2003 को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने रखा था। यह विमान पुराने पड़ रहे मिग-21 का स्थान लेगा। तेजस की सीमित श्रृंखला का उत्पादन 2007 में शुरू हुआ। दो सीटों वाला एक ट्रेनर संस्करण विकसित किया जा रहा है (नवम्बर 2008 तक उत्पादन के क्रम में था।), क्योंकि इसका नौसेना संस्करण भारतीय नौसेना के विमान वाहक पोतों से उड़ान भरने में सक्षम है। बताया जाता है कि भारतीय वायु सेना को एकल सीट वाले 200 और दो सीटों वाले 20 रूपांतरण प्रशिक्षक विमानों की जरूरत है, जबकि भारतीय नौसेना अपने सी हैरियर की जगह एकल सीटों वाले 40 विमानों का आदेश दे सकती है।जैक्सन, पॉल, मूनसौन, केनेथ; & पीकॉक, लिंडसे (एड्स.) (2005).

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एडोल्फ़ हिटलर

हिटलर एडोल्फ हिटलर (२० अप्रैल १८८९ - ३० अप्रैल १९४५) एक प्रसिद्ध जर्मन राजनेता एवं तानाशाह थे। वे "राष्ट्रीय समाजवादी जर्मन कामगार पार्टी" (NSDAP) के नेता थे। इस पार्टी को प्राय: "नाजी पार्टी" के नाम से जाना जाता है। सन् १९३३ से सन् १९४५ तक वह जर्मनी का शासक रहे। हिटलर को द्वितीय विश्वयुद्ध के लिये सर्वाधिक जिम्मेदार माना जाता है। द्वितीय विश्व युद्ध तब हुआ, जब उनके आदेश पर नात्सी सेना ने पोलैंड पर आक्रमण किया। फ्रांस और ब्रिटेन ने पोलैंड को सुरक्षा देने का वादा किया था और वादे के अनुसार उन दोनो ने नाज़ी जर्मनी के खिलाफ युद्ध की घोषणा कर दी। .

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एना कोर्निकोवा

एना सर्जेयेव्ना कोर्निकोवा (Анна Сергеевна Ку́рникова; जन्म: 7 जून 1981) एक रूसी पेशेवर टेनिस खिलाड़ी तथा मॉडल हैं। उनकी प्रसिद्धि ने उन्हें दुनिया के नामचीन टेनिस खिलाड़ियों में शुमार कर दिया है। अपनी प्रसिद्धि के शीर्ष पर, प्रशंसकों द्वारा कोर्निकोवा की तस्वीरों की खोज के कारण उनका नाम इंटरनेट के सर्च इंजन गूगल पर सर्वाधिक तलाश किए जाने वाले नामों में एक बन गया है। यद्यपि सिंगल्स में भी वे सफल रहीं और वर्ष 2000 में दुनिया के नम्बर 8 पर जा पहुंची, पर कोर्निकोवा की खासियत डबल्स ही रही, जहां वे दुनिया की पहले नम्बर की खिलाड़ी रहीं। मार्टिना हिंगिस की जोड़ी के साथ उन्होंने वर्ष 1999 तथा 2002 में ऑर्स्टेलिया में ग्रैंड स्लैम का खिताब हासिल किया। कोर्निकोवा का पेशेवर टेनिस करियर पिछ्ले कुछ सालों से धीमा रहा है और रीढ़ एवं स्पाइनल की गंभीर समस्याओं के कारण संभवतः समाप्त ही हो चला है। वर्तमान में वे फ्लोरिडा के मियामी तट पर रहती हैं तथा कभी-कभी प्रदर्शनियों एवं वर्ल्ड टेनिस टीम के सेंट लुईस एसेस के लिए खेलती हैं। .

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एनिमल फेस-ऑफ

एनिमल फेस-ऑफ एक टेलीविजन कार्यक्रम है जिसका प्रसारण डिस्कवरी चैनल और एनिमल प्लैनेट में किया गया। इस कार्यक्रम के केंद्र में दो पशुओं के बीच एक परिकल्पित लड़ाई है जो कि संभवतः जंगली हो सकते हैं, या कुछ मामलों में इनकी वैज्ञानिकों द्वारा एक दूसरे से तुलना की जाती है। CGI प्रतिकृतियां और मॉडल, जानवरों के बारे में डेटा संग्रहित करते हैं (जैसे शक्ति, काटने का बल आदि के रूप में) फिर, एक आभासी क्षेत्र में, एक संक्षिप्त कंप्यूटर एनिमेटेड लड़ाई दृश्य को दिखाया जाता है। चूंकि इसे कृत्रिम रूप से किया जाता है, इसलिए परिणाम भिन्न हो सकते हैं। एनिमल फेस-ऑफ का प्रत्येक प्रकरण एक घंटे का होता है, 12 प्रकरण के अपवाद के साथ जो कि 2 घंटे का होता है (विज्ञापनों के सहित).

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एन्ड्रेस इनिएस्‍टा

एन्ड्रेस इनिएस्‍टा लुहान; (11 मई 1984 को फुएन्टिलबिला (Fuentealbilla), एल्बाकेट (Albacete) (कैस्टिले-ला मांचा (Castile-La Mancha) में जन्‍म लिया) एक स्पेनी फ़ुटबॉल मिडफील्‍डर खिलाडी है जो वर्तमान में स्‍पेन के ला लिगा क्‍लब एफ सी बार्सिलोना के लिए खेलते हैं। स्‍वाभाविक विनम्रता के साथ, पिच पर कहीं भी खेलने की उनकी इच्‍छा ने उन्हें स्‍पेनिश प्रेस से एल इल्‍यूजनिस्‍टा (El Ilusionista) (जादूगर), एल एंटी-ग्‍लैटिको (El Anti-Galáctico) द एंटी ग्‍लैक्टिको (The Anti-Galáctico) सेरेब्रो (Cerebro), (मष्‍तिष्‍क) और सबसे हाल ही में डॉन ऐंड्रेस (Don Andrés) से सम्मान अर्जित कराया है। 2009 के यूइएफए (UEFA) चैंपियंस लीग फाइनल के बाद, मैनचेस्टर यूनाइटेड के स्ट्राइकर वेन रूनी ने कहा कि उनका मानना है एन्ड्रेस मिडफील्डरों की दुनिया में सबसे अच्छा खिलाड़ी है। बार्सिलोना के साथ उनका वर्तमान अनुबंध 2015 तक है। .

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एयरबस

एयरबस SAS (अंग्रेज़ी मेंचित्र:ltspkr.png, फ़्रांसीसी में /ɛʁbys/ और जर्मन में) एक यूरोपीय अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी कम्पनी EADS की एक वायुयान निर्माण सहायक कम्पनी है। ब्लैगनैक, फ़्रांस में ट्युलाउज़ के पास स्थित और पूरे यूरोप में महत्वपूर्ण गतिविधि वाली यह कम्पनी समस्त विश्व के जेट विमानों की कुल संख्या के लगभग आधे का उत्पादन करती है। एयरबस की शुरुआत अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी उत्पादकों के एक संघ के रूप में हुई। सदी के अंत के दौरान यूरोपीय सैन्य और अंतरिक्ष अनुसंधान कम्पनियों के एकीकरण ने 2001 में सरलीकृत संयुक्त स्टॉक कंपनी की स्थापना की अनुमति दी, जिसका स्वामित्व EADS (80%) और BAE सिस्टम्स (20%) के पास था। एक लंबी विक्रय प्रक्रिया के बाद 13 अक्टूबर 2006 को BAE ने अपनी हिस्सेदारी EADS को बेच दी। यूरोपीय संघ के चार देशों: जर्मनी, फ़्रांस, यूनाइटेड किंगडम और स्पेन, के सोलह स्थानों पर एयरबस के लगभग 57,000 कर्मचारी कार्य करते हैं। अंतिम असेम्बली उत्पादन ट्युलाउज़ (फ़्रांस), हैम्बर्ग (जर्मनी), सेविल (स्पेन) और, 2009 से, तियान्जिन (चीन) में होता है। संयुक्त राज्य अमरीका, जापान, चीन और भारत में एयरबस की सहायक कम्पनियां कार्यरत हैं। यह कम्पनी वाणिज्यिक रूप से व्यवहार्य पहले फ़्लाइ-बाइ-वायर (fly-by-wire) वायुयानों के उत्पादन और विपणन के लिये जानी जाती है। .

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एयरोफ़्लोट

एयरोफ़्लोट रशियन एयरलाइंस (ОАО «Аэрофло́т-Росси́йские авиали́нии», OAO Aeroflot-Rossiyskiye avialinii), जिसे प्रायः एयरोफ़्लोत (Аэрофлот, भी कहा जाता है, अर्थात: "वायु बेड़ा"), रूसी संघ की सबसे बड़ी वायु सेवा एवं आधिखारिक ध्वजवाहक सेवा है। एयरोफ़्लोत अन्तर्देशीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय यात्रियों को अपने नेटवर्क पर ५२ देशों में ११६ गंतव्यों तक परिवहन उपलब्ध कराती है। कंपनी का प्रमुख केन्द्र शेरेमेत्येवो अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र में स्थित है। यह विश्व की एक प्रमुख वायुयान सेवा हैं। .

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एल्ब्रुस पर्वत

एल्ब्रुस पर्वत, जिसके दोनों पश्चिमी और पूर्वी शिखर नज़र आ रहे हैं एल्ब्रुस पर्वत एक सुप्त ज्वालामुखी है जो कॉकस क्षेत्र की कॉकस पर्वत शृंखला में स्थित है। इसके दो शिखर हैं - पश्चिमी शिखर ५,६४२ मीटर (१८,५१० फ़ुट) ऊंचा है और पूर्वी शिखर उस से ज़रा कम ५,६२१ मीटर (१८,४४२ फ़ुट) ऊंचा है। यूरोप और एशिया की सीमा कॉकस के इलाक़े से गुज़रती है और इस बात पर विवाद है के एल्ब्रुस यूरोप में है या एशिया में। अगर इसको यूरोप में माना जाए, तो यह यूरोप का सबसे ऊंचा पर्वत है। एल्ब्रुस रूस के काराचाए-चरकस्सिया क्षेत्र में स्थित है और जॉर्जिया की सीमा के काफ़ी नज़दीक है। .

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एलेगज़ैन्डर कदाकिन

एलेगज़ैन्डर एम कदाकिन (1949-2017) भारत में रूस राजदूत थे। हिन्दी और अंग्रेज़ी की कई पुस्तकों का वे रूसी भाषा में अनुवाद कर चुके हैं। वे पचास वैज्ञानिक लेख भारत और रूस की पत्रिकाओं में प्रकाशित कर चुके हैं। वह 2004 में रूसी संख के सम्मानित दूत का ख़िताब प्राप्त कर चुके हैं। इसके अतिरिक्त वे एक शिक्षक और रूसी प्राकृतिक विज्ञान अकादमी के सदस्य हैं। वे एक भाषाविद भी हैं। रूसी के अलावा अंग्रेज़ी, हिन्दी, उर्दू, फ़्रेंच और रोमानियाई भाषा जानते हैं।http://www.ircc.in/images/Ambassador%20A.M.KADAKIN.pdf .

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एलॉय व्हील (मिश्र धातु के पहिये)

एक यात्री कार का मिश्र धातु पहिया मिश्र धातु के पहिये (रिम के नाम से भी प्रचलित) वाहनों (कार, मोटरसाइकिल और ट्रक) के पहिये होते हैं जो एलुमीनियम या मैग्नीशियम (या कभी कभी दोनों के मिश्रण से) की मिश्र धातु से बनाये जाते हैं। यह सामान्य पहियों के समान शक्तिशाली किन्तु वज़न में उनसे हल्के होते हैं और बेहतर ऊष्मा सुचालन करते हैं तथा दिखने में भी अधिक सुन्दर होते हैं। .

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एशिया

एशिया या जम्बुद्वीप आकार और जनसंख्या दोनों ही दृष्टि से विश्व का सबसे बड़ा महाद्वीप है, जो उत्तरी गोलार्द्ध में स्थित है। पश्चिम में इसकी सीमाएं यूरोप से मिलती हैं, हालाँकि इन दोनों के बीच कोई सर्वमान्य और स्पष्ट सीमा नहीं निर्धारित है। एशिया और यूरोप को मिलाकर कभी-कभी यूरेशिया भी कहा जाता है। एशियाई महाद्वीप भूमध्य सागर, अंध सागर, आर्कटिक महासागर, प्रशांत महासागर और हिन्द महासागर से घिरा हुआ है। काकेशस पर्वत शृंखला और यूराल पर्वत प्राकृतिक रूप से एशिया को यूरोप से अलग करते है। कुछ सबसे प्राचीन मानव सभ्यताओं का जन्म इसी महाद्वीप पर हुआ था जैसे सुमेर, भारतीय सभ्यता, चीनी सभ्यता इत्यादि। चीन और भारत विश्व के दो सर्वाधिक जनसंख्या वाले देश भी हैं। पश्चिम में स्थित एक लंबी भू सीमा यूरोप को एशिया से पृथक करती है। तह सीमा उत्तर-दक्षिण दिशा में नीचे की ओर रूस में यूराल पर्वत तक जाती है, यूराल नदी के किनारे-किनारे कैस्पियन सागर तक और फिर काकेशस पर्वतों से होते हुए अंध सागर तक। रूस का लगभग तीन चौथाई भूभाग एशिया में है और शेष यूरोप में। चार अन्य एशियाई देशों के कुछ भूभाग भी यूरोप की सीमा में आते हैं। विश्व के कुल भूभाग का लगभग ३/१०वां भाग या ३०% एशिया में है और इस महाद्वीप की जनसंख्या अन्य सभी महाद्वीपों की संयुक्त जनसंख्या से अधिक है, लगभग ३/५वां भाग या ६०%। उत्तर में बर्फ़ीले आर्कटिक से लेकर दक्षिण में ऊष्ण भूमध्य रेखा तक यह महाद्वीप लगभग ४,४५,७९,००० किमी क्षेत्र में फैला हुआ है और अपने में कुछ विशाल, खाली रेगिस्तानों, विश्व के सबसे ऊँचे पर्वतों और कुछ सबसे लंबी नदियों को समेटे हुए है। .

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एशिया की संकटापन्न भाषाओं की सूची

संकटापन्न भाषा वह भाषा है जिसपर प्रयोगबाह्य होने का खतरा मँडरा रहा हो। इसका कारण प्रायः यह होता है कि इसके जीवित भाषियों की संख्या बहुत कम रह गयी हो। यदि किसी भाषा के सभी भाषी समाप्त हो चुके हों तो यह विलुप्त भाषा कहलाती है।.

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एशिया-प्रशांत

एशिया-प्रशांत या एशिया प्रशांत (संक्षिप्त रूप में APAC, Asia-Pac, AsPac, APJ, JAPA or JAPAC) दुनिया का वह हिस्सा हैं जो पश्चिमी प्रशांत महासागर के पास या निकट हैं। इस क्षेत्र का आकार संदर्भ के अनुसार बदलता रहता हैं, लेकिन आम तौर पर इस में पूर्व एशिया, दक्षिण एशिया, दक्षिण पूर्व एशिया और ओशिआनिया के कई क्षेत्र शामिल होते हैं। इस शब्द में रूस (उत्तरी प्रशांत पर) और पूर्वी प्रशांत महासागर के तट पर स्थित महाअमेरिका के देश भी शामिल हो सकते हैं। उदाहरण के लिए, में कनाडा, चिली, रूस, मेक्सिको, पेरू और संयुक्त राज्य अमेरिका शामिल हैं। वैकल्पिक रूप से, इस शब्द में कभी कभी पूर्ण एशिया और ऑस्ट्रेलेशिया के साथ साथ छोटे/मध्यम/बड़े प्रशांत द्वीप राष्ट्र (एशिया प्रशांत और ऑस्ट्रेलेशियाई महाद्वीप) भी शामिल होते हैं - उदाहरण के लिए, विभाजित जब दुनिया को में बड़े क्षेत्रों में वाणिज्यिक प्रयोजनों के लिए विभाजित किया जाता हैं (जैसे की, महाअमेरिका, EMEA और एशिया प्रशांत)। पूर्ण रूप से, ऐसा प्रतीत होता हैं कि "एशिया प्रशांत" की कोई स्पष्ट परिभाषा नहीं हैं और इस में क्षेत्रों का शामिल होना न होना संदर्भ पर आधारित हैं। त्रुटिपूर्ण के बावजूद, यह शब्द १९८० के अंत से वाणिज्य, वित्त और राजनीति में लोकप्रिय हो गया हैं।[प्रशस्ति पत्र की जरूरत] वास्तव में, क्षेत्रों की अर्थव्यवस्थाओं की विविधता के बावजूद, इस क्षेत्र के भीतर ज़्यादातर विशिष्ठ देश उभरते बाजार हैं जो तेज़ी से विकास का सामना कर रहे हैं। (अवधारणा/परिवर्णी शब्द APEJ या APeJ - एशिया-प्रशांत जापान को छोड़कर, तुलना करें।) .

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एस-500 मिसाइल प्रणाली

एस-500 मिसाइल (S-500 Prometey) जिसे 55आर6एम "ट्रायमफेटर-एम" (55R6M "Triumfator-M.") के रूप में भी जाना जाता है, वर्तमान में उपयोग की जाने वाली ए-135 मिसाइल प्रणाली और एस-400 मिसाइल प्रणाली को बदलने के लिए एक रूसी सतह से हवा में हमला करने वाली मिसाइल/एंटी बैलिस्टिक मिसाइल प्रणाली है। एस-500 का विकास अल्माज-एंटेई एयर डिफेंस कंसर्न द्वारा किया जा रहा है और इसकी विशेषताए अमेरिकी की टर्मिनल हाई आल्टीटिड एरिया डिफेंस सिस्टम (THAAD Missile) के समान होगी। .

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एस्टोनिया

एस्टोनिया, आधिकारिक तौर पर एस्टोनिया गणतंत्र उत्तरी यूरोप के बाल्टिक क्षेत्र में स्थित एक देश है। इसकी सीमाएं उत्तर में फिनलैंड खाड़ी, पश्चिम में बाल्टिक सागर, दक्षिण में लातविया और पूर्व में रूस से मिलती है। एस्टोनिया मौसमी समशीतोष्ण जलवायु से प्रभावित है। एस्तोनियाई बाल्टिक फिन्स के वंशज है और फिनिश भाषा से एस्तोनियन भाषा में बहुत सी समानताएं हैं। एस्टोनिया का आधुनिक नाम रोमन इतिहासकार टेसीटस की सोच माना जाता है, जिन्होंने अपनी किताब जरमेनिया (Germania) (ca. ई. 98) में व्यक्ति का उल्लेख ऐसिती के रूप में किया। एस्टोनिया एक लोकतांत्रिक संसदीय गणतंत्र है और पन्द्रह काउंटियों में विभाजित है। देश की राजधानी और सबसे बड़ा शहर तालिन्न है। केवल 1.4 करोड़ की आबादी के साथ, एस्टोनिया यूरोपीय संघ का सबसे कम की आबादी वाला सदस्य है। एस्टोनिया 22 सितम्बर 1921, से लीग ऑफ नेशन, 17 सितंबर 1991 से संयुक्त राष्ट्र, 1 मई 2004 के बाद से यूरोपीय संघ और और 29 मार्च २००४ के बाद से नाटो का सदस्य है। एस्टोनिया ने क्योटो प्रोटोकॉल पर भी हस्ताक्षर किए हैं। .

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एस्टोनिया ओलंपिक विवरण

1918 में रूस से स्वतंत्रता की घोषणा करने के बाद, एस्टोनिया पहली बार 1920 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में एक राष्ट्र के रूप में भाग लिया, हालांकि 1923 में राष्ट्रीय ओलंपिक समिति की स्थापना हुई थी। पहला शीतकालीन ओलंपिक 1924 शीतकालीन ओलंपिक था। एस्टोनियाई एथलीटों को ओलंपिक खेलों में भाग लिया जब तक देश पर आक्रमण किया गया था और 1940 में सोवियत संघ द्वारा कब्जा कर लिया। 1980 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक नौकायन रेगुटा राजधानी शहर टॉलिन में आयोजित किया गया था। 1991 में सोवियत कब्जे के अंत के बाद, एस्टोनिया ने सभी ओलंपिक में भाग लिया है। एस्टोनिया ने कुश्ती (11), भारोत्तोलन (7), क्रॉस-कंट्री स्कीइंग (7) और एथलेटिक्स (6) में अपने अधिकांश पदक जीते हैं। .

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एस्पिरिन

एस्पिरिन (यूएसएएन)(USAN), जिसे एसिटाइलसैलिसाइलिक एसिड (संक्षिप्त में एएसए), भी कहते हैं, एक सैलिसिलेट औषधि है, जो अकसर हल्के दर्दों से छुटकारा पाने के लिये दर्दनिवारक के रूप में, ज्वर कम करने के लिये ज्वरशामक के रूप में और शोथ-निरोधी दवा के रूप में प्रयोग में लाई जाती है। एस्पिरिन का एक प्लेटलेट-विरोधी प्रभाव भी होता है, जो थ्राम्बाक्सेन उत्पादन के अवरोध से उत्पन्न होता है, जो सामान्य परिस्थितियों में प्लेटलेटों के अणुओं को आपस में बांधकर रक्त नलिकाओं के भीतर की भित्तियों पर हुई चोट पर एक चकत्ते का निर्माण करता है। चूंकि प्लेटलेटों का चकत्ता काफी बड़ा होकर रक्त-प्रवाह में उस स्थान पर या आगे कहीं भी रूकावट पैदा कर सकता है, इसलिये रक्त के थक्कों के विकास के अधिक जोखम वाले लोगों में एस्पिरिन का प्रयोग लंबे समय के लिये कम मात्रा में हृदयाघात, मस्तिष्क-आघात और रक्त के थक्कों की रोकथाम के लिये भी किया जाता है। यह भी पाया गया है कि हृदयाघात के तुरंत बाद थोड़ी मात्रा में एस्पिरिन देकर एक और हृदयाघात या हृदय के ऊतक की मृत्यु का जोखम कम किया जा सकता है। एस्पिरिन के, विशेषकर अधिक मात्रा में लेने पर, मुख्य अवांछित दुष्प्रभावों में आमाशय व आंतों में छाले, आमाशय में रक्तस्राव और कानों में आवाज आना शामिल हैं। बच्चों और किशोरों में रेइज़ सिंड्रोम के जोखम के कारण, फ्लू जैसे लक्षणों या छोटी चेचक (चिकनपॉक्स) या अन्य वाइरस रोगों के लक्षणों के नियंत्रण के लिये अब एस्पिरिन का इस्तेमाल नहीं किया जाता.

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एज़्निस एयरवेज़

एज़्निस एयरवेज़ एल एल सी, उलन बटोर, मंगोलिया स्थित एक सूचीबद्ध और एक सनादी एयरलाइन थी। यह अपने समय में मंगोलिया की सबसे बड़ी घरेलू एयरलाइन थी और इसकी उड़ाने चीन और रशिया के लिए भी होती थीं। इसके पास उज़बेकिस्तान के लिए उड़ान की भी अनुमति थी पर इसने यह सेवा नहीं शुरू की। .

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एवेंक लोग

सन् १९०० के आसपास साइबेरिया में खींची गई कुछ एवेंकियों की तस्वीर एक पारम्परिक एवेंक ओझा (जो पुजारी और हक़ीम दोनों का स्थान रखता था) की पोशाक एवेंक लोग (रूसी: Эвенки, एवेंकी; मंगोल: Хамниган, ख़ामनिगन; अंग्रेजी: Evenk) पूर्वोत्तरी एशिया के साइबेरिया, मंचूरिया और मंगोलिया क्षेत्रों में बसने वाली एक तुन्गुसी जाति का नाम है। रूस के साइबेरिया इलाक़े में सन् २००२ में ३५,५२७ एवेंकी थे और यह औपचारिक रूप से 'उत्तरी रूस की मूल जनजाति' की सूची में शामिल थे।, José Antonio Flores Farfán, Fernando F. Ramallo, John Benjamins Publishing Company, 2010, ISBN 978-90-272-0281-9,...

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एंडेमोल

एंडेमोल (Endemol), नीदरलैंड की एक अंतरराष्ट्रीय निर्माण और वितरण कंपनी है, जिसकी सहायक कंपनियां और संयुक्त उद्यम 23 देशों में फैले हैं जिनमें संयुक्त राजशाही, संयुक्त राज्य अमेरिका, फ्रांस, मैक्सिको, स्पेन, इटली, जर्मनी, ब्राजील, चिली, अर्जेंटीना, डोमिनिकन गणराज्य, पोलैंड, पुर्तगाल, रूस, भारत, दक्षिण अफ्रीका, लेबनान, मोरक्को, फिलीपींस, बेल्जियम, तुर्की और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं। एंडेमोल का नियंत्रण इटली की सबसे बड़ी मीडिया कंपनी, मीडियासेट और इसके सह संस्थापक जॉन डी मोल के हाथ में है। .

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एंडी मरे

एंड्रयू " एंडी" मरे (जन्म 15 मई 1987) स्काटिसटेनिस खिलाड़ी हैं, जो अब ब्रिटेन में खेल में नंबर एक स्थान पर हैं।, Daily Telegraph.

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एकरेल

मॉस्को की एकरेल Wuppertal Suspension Railway (Wuppertal, Germany) एकवंशक या एकरेल (मोनोरेल / monorail) एक परिवहन प्रणाली है जो केवल एक रेल पर चलती है। प्रायः यह एकल रेलपथ जमीन से कुछ उंचाई पर बनाया गया होता है। .

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एक्सबॉक्स

एक्सबॉक्स माइक्रोसॉफ़्ट द्वारा बनाया गया एक खेलने वाला उत्पाद है। जिसमें एक्सबॉक्स 360 भी शामिल है। .

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एक्सबॉक्स 360

एक्सबॉक्स 360 (Xbox 360) माइक्रोसॉफ्ट द्वारा निर्मित दूसरा वीडियो गेम कंसोल है जो एक्सबॉक्स का उत्तराधिकारी है। यह सोनी के प्लेस्टेशन 3 और निनटेंडो के वी से स्पर्धा करता है जो सातवीं पीढ़ी के वीडियो गेम कंसोल है। 9 जनवरी 2012 के अनुसार एक्सबॉक्स 360 की 6 करोड़ 60 लाख बिक्री हो चुकी है। .

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एक्सोमार्स

एक्सोमार्स (ExoMars), वर्तामान या भूतपूर्व के, मंगल जीवन के जैविक संकेतो की खोज हेतू मंगल के लिए एक रोबोटिक अभियान है। हाल में यह खगोल जैविकी अभियान, रूसी संघीय अंतरिक्ष एजेंसी (रोस्कोस्मोस) के सहयोग से यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (इसा) के अधीन विकासशील है। .

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एकीकृत गाइडेड मिसाइल विकास कार्यक्रम

एकीकृत गाइडेड मिसाइल विकास कार्यक्रम (अंग्रेज़ी: Integrated Guided Missile Develoment Program-IGMDP; इंटीग्रेटेड गाइडेड मिसाइल डेवलपमेंट प्रोग्राम) घोषित परमाणु राज्यों (चीन, ब्रिटेन, फ़्रांस, रूस, और संयुक्त राज्य अमेरिका) के बाद के मिसाइल कार्यक्रमों में से एक है। भारत अपने परिष्कृत मिसाइल और अंतरिक्ष कार्यक्रमों के साथ, देश में ही लंबी दूरी की परमाणु मिसाइलों के विकास में तकनीकी रूप से सक्षम है। बैलिस्टिक मिसाइलों में भारत का अनुसंधान 1960 के दशक में शुरू हुआ। जुलाई 1983 में भारत ने स्वदेशी मिसाइल के बुनियादी ढांचे को विकसित करने के उद्देश्य के साथ समन्वित निर्देशित प्रक्षेपास्त्र विकास कार्यक्रम (इंटीग्रेटेड गाइडेड मिसाइल डेवलपमेंट प्रोग्राम-IGMDP) की शुरुआत की। आईजीएमडीपी द्वारा देश में ही विकसित सबसे पहली मिसाइल पृथ्वी थी। भारत की दूसरी बैलिस्टिक मिसाइल प्रणाली अग्नि मिसाइलों की श्रृंखला है जिसकी मारक क्षमता पृथ्वी मिसाइलों से ज्यादा है। .

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ए॰ पी॰ जे॰ अब्दुल कलाम

अबुल पकिर जैनुलाअबदीन अब्दुल कलाम अथवा ए॰ पी॰ जे॰ अब्दुल कलाम (A P J Abdul Kalam), (15 अक्टूबर 1931 - 27 जुलाई 2015) जिन्हें मिसाइल मैन और जनता के राष्ट्रपति के नाम से जाना जाता है, भारतीय गणतंत्र के ग्यारहवें निर्वाचित राष्ट्रपति थे। वे भारत के पूर्व राष्ट्रपति, जानेमाने वैज्ञानिक और अभियंता (इंजीनियर) के रूप में विख्यात थे। इन्होंने मुख्य रूप से एक वैज्ञानिक और विज्ञान के व्यवस्थापक के रूप में चार दशकों तक रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) संभाला व भारत के नागरिक अंतरिक्ष कार्यक्रम और सैन्य मिसाइल के विकास के प्रयासों में भी शामिल रहे। इन्हें बैलेस्टिक मिसाइल और प्रक्षेपण यान प्रौद्योगिकी के विकास के कार्यों के लिए भारत में मिसाइल मैन के रूप में जाना जाने लगा। इन्होंने 1974 में भारत द्वारा पहले मूल परमाणु परीक्षण के बाद से दूसरी बार 1998 में भारत के पोखरान-द्वितीय परमाणु परीक्षण में एक निर्णायक, संगठनात्मक, तकनीकी और राजनैतिक भूमिका निभाई। कलाम सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी व विपक्षी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस दोनों के समर्थन के साथ 2002 में भारत के राष्ट्रपति चुने गए। पांच वर्ष की अवधि की सेवा के बाद, वह शिक्षा, लेखन और सार्वजनिक सेवा के अपने नागरिक जीवन में लौट आए। इन्होंने भारत रत्न, भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान सहित कई प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त किये। .

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ऐडमिरल

ऐडमिरल (Admiral) या नौसेनाध्यक्ष किसी देश या राज्य की नौसेना के सर्वोच्च अधिकारी या अधिकारियों को कहा जाता है। तुलना के लिए यह पद थलसेना के 'जनरल' या 'सेनापति' के बराबर समझा जाता है। .

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ऐंफ़िबोल

ऐम्फीबोल (हॉर्नब्लेंड ऐंफ़िबोल (Amphibole) खनिजों के एक समूह का नाम है। इस वर्ग के खनिज पाइरॉक्सीन खनिजों (Pyroxene) के समानीय हैं। इनका रासायनिक संगठन तथा भौतिक गुण पाइरॉक्सीन खनिजों के समान हैं। फलस्वरूप पाइरॉक्सीन और ऐफ़िबोल खनिजों में भेद करना कठिन हो जाता है। दोनों वर्गो के प्रकाशीय गुण भिन्न-भिन्न होते हैं। इसी आधार पर अण्वीक्ष यंत्र की सहायता से उनमें भेद किया जाता है। साधारणत: ऐंफ़िबोल खनिज लोहा, मैगनीशियम तथा कैल्सियम के सिलीकेट हैं। पर कुछ खनिजों में थोड़ा बहुत सोडा और ऐल्यूमिना भी विद्यमान रहता है। इस वर्ग का सबसे महत्वपूर्ण खनिज हार्नब्लेंड है। यह एकनत (मोनोक्लिनिक) समुदाय में स्फुटित होता है। यह बहुधा स्तंभीय (कॉलमनर) रूप में, किंतु कभी-कभी दानेदार अथवा रेशेदार रूप में भी, मिलता है। सतह काच की तरह चमकती है। रेशेदार रूप में भी, मिलता है। रेशेदार आकृति में उपलब्ध होने पर रेशे रेशम के समान दिखाई पड़ते हैं। इस खनिज में दो तड़कन तल होते हैं, जो समपार्श्व (प्रिज्म़) के कलकों के समांतर ५६ डिग्री और १२४ डिग्री के कोण पर रहते हैं। इनकी कठोरता ५ से ६ तक और आपेक्षिक घनत्व २.९ से ३.४ तक होता है। ऐंफ़िबोल के खनिज आग्नेय और रूपांतरित (मेटामार्फ़िक) शिलाओं में पाए जाते हैं, जैसे डायोराइट, ऐंफ़ीबोलाइट, आदि शिलाओं में। .

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झज्जर

हरियाणा में स्थित झज्जर बहुत सुन्दर पर्यटन स्‍थल है। यह दिल्ली से लगभग 65 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। झज्‍जर की स्थापना छज्जु नाम के एक जाट ने की थी। पहले इसका नाम 'छज्जु नगर' था लेकिन बाद में यह झज्जर हो गया। हरियाण के दो मुख्य शहर बहादुरगढ़ और बेरी है। बहादुरगढ़ की स्थापना राठी जाटों ने की थी। पहले बहादुरगढ़ को सर्राफाबाद के नाम से जाना जाता था। पिछले दिनों बहादुरगढ़ का तेजी से औद्योगिकरण हुआ है। बेरी इसका दूसरा मुख्य शहर है। यहां भीमेश्वरी देवी का प्रसिद्ध मन्दिर है। इस मन्दिर में पूजा करने के लिए देश-विदेश से पर्यटक प्रतिवर्ष आते हैं। मन्दिरों के अलावा पर्यटक यहां पर भिंडावास पक्षी अभ्यारण घूमने भी जा सकते हैं। .

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डनिला कोज्लोव्सकी

डानिला वलेरिएविच कोज्लोव्सकी (Данила Валерьевич Козловский; जन्म ३ मई १९८५) एक रूसी अभिनेता और निर्देशक है.

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डबलरोटियों की सूची

यहाँ तरह-तरह के ब्रेड (डबलरोटी) की सूची दी गयी है। .

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डायरेक्ट ब्रॉडकास्ट सैटेलाइट

घरों के ऊपर डीटीएच की डिश घर पहुँच सेवा या डायरेक्ट ब्रॉडकास्ट सैटेलाइट (डीबीएस) या डायरेक्ट टू होम (डीटीएच) उपग्रह से सीधे टीवी प्रसारण सेवा सुविधा है। इस प्रसारण में उपभोक्ता को अपने घर में डिश लगानी होती है। इस प्रसारण में केबल टीवी ऑपरेटर की भूमिका खत्म हो जाती है और प्रसारणकर्त्ता सीधे उपभोगताओं को सेवा प्रदान करता है।|हिन्दुस्तान लाइव। २२ जनवरी २०१० डीटीएच नेटवर्क प्रसारण केन्द्र, उपग्रह, एनकोडर, मल्टीपिल्क्सर, मॉडय़ूलेटर और उपभोगताओं से मिलकर बनता है। एक डीटीएच सेवा प्रदाता को उपग्रह से केयू बैंड ट्रांसपोंडर को लीज या किराए पर लेना होता है। इसके बाउ एनकोडर ऑडियो, वीडियो व डाटा सिगनल को डिजिटल फॉरमेट में बदल देता है। मल्टीपिल्कसर इन संकेतों को मिश्रित करता है और इसके बाद उपभोगता के घर पर लगे सैट टॉप बॉक्स या डिश एंटीना डी-कोड कर कार्यक्रमों को टीवी पर प्रसारित करते हैं। डीबीएस को प्रायः पर मिनी डिश सिस्टम भी कहा जाता है। डीबीएस में ४ बैंड के ऊपरी हिस्से व बैंड के कुछ हिस्सों को उपयोग में लिया जाता है। संशोधित डीबीएस को सी-बैंड उपग्रह से भी संचालित किया जा सकता है। अधिकांश डीबीएस डीवीबी-एस मानकों को अपने प्रसारण के लिए उपयोग में लाते हैं। इन मानको को पे-टीवी सेवाओं के तहत रखा गया है। .

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डायोमीड द्वीप

डायोमीड द्वीप (रूस: острова Диомида, ओस्त्रोवा दिओमीदा; अंग्रेज़ी: Diomede Islands, डायोमीड आएलॅन्ड्ज़​), जिन्हें रूसी भाषा में ग्वोज़देव द्वीप (острова Гвоздева, ओस्त्रोवा ग्वोज़द्येवा) भी बुलाया जाता है, उत्तरी प्रशांत महासागर में दो चट्टानी द्वीपों हैं -.

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डुगावा नदी

डुगावा नदी (लातवियाई: Daugava, रूसी: Западная Двина, बेलारूसी: Заходняя Дзвіна), यूरोप की एक नदी है। यह नदी वाल्दाई पहाड़ियों में आरम्भ होकर, रूस, बेलारूस और लातविया से बहती हुई रीगा की खाड़ी, जो बाल्टिक सागर का एक भाग है, में गिरती है। इस नदी की कुल लम्बाई १,०२० किमी है। यह एक नहर के द्वारा बेरीज़िना और नाईपर नदियों से जुड़ी हुई है। डुगावा नदी लातविया और बेलारूस के मध्य अंतर्राष्ट्रीय सीमांकन का काम करती है। डुगावा नदी पर तीन पनबिजली बांध हैं - रीगास एचईएस जो रीगा से थोड़ा ऊपर को या नदी उदग्म से ३५ किमी पर है, कीगम्स एचपीपी जो नदीमुख से ७० किमी पर है और तीसरा प्लाविनास एचपीपी जो नदीमुख से १०७ किमी पर स्थित है। एक चौथा बांध, डौगावपिल्स एचईएस की योजना बनाई गई है लेकिन इसे बहुत आलोचना का सामना करना पड़ा है। बेलारूस वर्तमान में डुगावा नदी के बेलारूसी भाग में कई पनबिजली बांधों के निर्माण की योजना बना रहा है। .

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ड्यूमा

ड्यूमा (Duma) रूस के ज़ार निकोलस द्वितीय द्वारा निर्मित सरकारी संस्थायें थीं। .

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ड्वाइट डेविड आइज़नहावर

ड्वाइट डेविड आइज़नहावर ड्वाइट डेविड आइज़नहावर (1890 - 1969) संयुक्त राज्य अमरीका के 34 वें राष्ट्रपति। इन्होंने 1911 में सेना में प्रवेश किया और निरन्तर उन्नति करते चले गए। पहले महयुद्ध में भी इन्होंने भाग लिया और दूसरे महायुद्ध के समय तो ये विख्यात जनरल ही हो गए थे। दूसरे महायुद्ध से पहले ही 1935 में जनरल मैक आर्थर ने आइज़नहावर को फिलिप्पाइंस में सेना का उपपरामर्शदाता नियुक्त कर दिया था। दूसरे महायुद्ध में जनरल आइज़नहावर ने ब्रिटिश और अमरीकी सेनाओं का उल्लेखनीय संचालन किया। युद्ध से लौटने के बाद आइज़हावर अमरीका में अत्यंत लोकप्रिय हो गए थे। और जब वे न्यूयार्क सिटी में पहुँचे तब करीब 40 लाख जनता ने उनका स्वागत किया। 1955 के चुनाव में आइज़नहावर रिपब्लिकन (प्रजातंत्रीय) दल की ओर से अमरीका के प्रेसिडेंट चुन लिए गए। दूसरी बार भी वे वहाँ के प्रेसिडेंट चुने गए। उनक विशेष प्रयास अधिक से अधिक पश्चिमी मित्रराष्ट्रों को रूस के मुकाबले प्रबल बनाना रहा है जिससे शक्ति के संतुलन के फलस्वरूप विश्व में शांति बनी रहे। .

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डैटसन गो (कार)

डैटसन गो (अंग्रेजी:Datsun Go) भारत में जापानी कार निर्माता कम्पनी निस्सान मोटर कम्पनी द्वारा डैटसन ब्राण्ड के नाम से पुनर्जीवित की जाने वाली नयी छोटी कार का नाम है। बीसवीं सदी के प्रारम्भ में जापान में बनी इस कार का उत्पादन 27 वर्ष पूर्व सन् 1986 में बन्द हो गया था। डैटसन की गो मॉडल की यह कार भारत के अलावा दक्षिण अफ्रीका, इण्डोनेशिया और रूस में भी लॉन्च की जायेगी। भारत में निस्सान कारों की लोकप्रियता को देखते हुए सभी सुविधाओं से युक्त छोटे आकार की इस कार को भी यहाँ के बाजार में उतारने का निर्णय लिया गया है। भारत में यह कार अगले साल 2014 की शुरुआत में ग्राहकों को उपलब्ध होगी। छोटी कार के वर्तमान सभी मॉडलों के मुकाबले इसकी कीमत भारत में 4 लाख रुपये के आसपास होगी जबकि विदेशों में 10,055 यूएस डॉलर तथा 10,970 आस्ट्रेलियायी डॉलर रहने की सम्भावना है। इण्डोनेशिया में इसका मॉडल डैटसन गो प्लस के नाम से उतारा जायेगा। वहाँ पर 7 सीटों वाली यह मल्टी परपज वेहिकिल (एमपीवी) 100 मिलियन इण्डोनेशियायी मुद्रा (आईडीआर) के अन्दर उपलब्ध होगी। निसान मोटर्स द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार नई दिल्ली, मुम्बई व चेन्नई (मद्रास) सहित सम्पूर्ण भारत के 90 शहरों में इस कार को प्रदर्शित किया जायेगा। .

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डॉ. जॉर्ज ग्रियर्सन पुरस्कार

डॉ॰ जॉर्ज ग्रियर्सन पुरस्कार केन्द्री हिन्दी संस्थान द्वारा किसी जाने माने विदेशी को उसकी हिन्दी सेवाओं के लिए प्रदान किया जाता है। इसे १९९४ में प्रारंभ किया गया था। अभी तक इसे प्राप्त करनेवाले प्रमुख हिन्दी विद्वान इस प्रकार हैं- .

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तत्वों की सूची (प्रतीक के क्रम में)

तत्वों की आवर्त सारणी ये सूची रासायनिक तत्त्वों के रासायनिक चिह्न अनुसार है: .

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तमन प्रायद्वीप

१८७० ईसवी के आसपास बनाया गया रूसी भाषा में तमन प्रायद्वीप का नक़्शा तमन प्रायद्वीप (रूसी: Таманский полуостров, तमनस्कीय पोलूओस्त्रोव; अंग्रेज़ी: Taman Peninsula) रूस के क्रास्नोदार क्राय प्रशासनिक विभाग में स्थित एक प्रायद्वीप है। यह कॉकस क्षेत्र में स्थित है और इसके उत्तर में आज़ोव सागर, पश्चिम में केर्च जलडमरू तथा दक्षिण में कृष्ण सागर आता है। पश्चिम में केर्च जलडमरू के पार युक्रेन के क्रीमिया क्षेत्र का पूर्वतम हिस्सा (जो केर्च प्रायद्वीप कहलाता है) स्थित है। तेम्रयुक (Темрю́к, Temryuk) इस प्रायद्वीप का सबसे बड़ा शहर है। .

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तम्बाकू धूम्रपान

तम्बाकू धूम्रपान एक ऐसा अभ्यास है जिसमें तम्बाकू को जलाया जाता है और उसका धुआं या तो चखा जाता है या फिर उसे सांस में खींचा जाता है। इसका चलन 5000-3000 ई.पू.के प्रारम्भिक काल में शुरू हुआ। कई सभ्यताओं में धार्मिक अनुष्ठानों के दौरान इसे सुगंध के तौर पर जलाया गया, जिसे बाद में आनंद प्राप्त करने के लिए या फिर एक सामाजिक उपकरण के रूप में अपनाया गया। पुरानी दुनिया में तम्बाकू 1500 के दशक के अंतिम दौर में प्रचलित हुआ जहां इसने साझा व्यापारिक मार्ग का अनुसरण किया। हालांकि यह पदार्थ अक्सर आलोचना का शिकार बनता रहा है, लेकिन इसके बावज़ूद वह लोकप्रिय हो गया। जर्मन वैज्ञानिकों ने औपचारिक रूप से देर से 1920 के दशक के अन्त में धूम्रपान और फेफड़े के कैंसर के बीच के संबंधों की पहचान की जिससे आधुनिक इतिहास में पहले धूम्रपान विरोधी अभियान की शुरुआत हुई। आंदोलन तथापि द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान दुश्मनों की सीमा में पहुंचने में नाकाम रहा और उसके बाद जल्द ही अलोकप्रिय हो गया। 1950 में स्वास्थ्य अधिकारियों ने फिर से धूम्रपान और कैंसर के बीच के सम्बंध पर चर्चा शुरू की। वैज्ञानिक प्रमाण 1980 के दशक में प्राप्त हुए, जिसने इस अभ्यास के खिलाफ राजनीतिक कार्रवाई पर जोर दिया। 1965 से विकसित देशों में खपत या तो क्षीण हुई या फिर उसमें गिरावट आयी। हालांकि, विकासशील दुनिया में बढ़त जारी है। तम्बाकू के सेवन का सबसे आम तरीका धूम्रपान है और तम्बाकू धूम्रपान किया जाने वाला सबसे आम पदार्थ है। कृषि उत्पाद को अक्सर दूसरे योगज के साथ मिलाया जाता है और फिर सुलगाया जाता है। परिणामस्वरूप भाप को सांस के जरिये अंदर खींचा जाता है फिर सक्रिय पदार्थ को फेफड़ों के माध्यम से कोशिकाओं से अवशोषित कर लिया जाता है। सक्रिय पदार्थ तंत्रिका अंत में रासायनिक प्रतिक्रियाओं को शुरू करती है जिससे हृदय गति, स्मृति और सतर्कता और प्रतिक्रिया की अवधि बढ़ जाती है। डोपामाइन (Dopamine) और बाद में एंडोर्फिन(endorphin) का रिसाव होता है जो अक्सर आनंद से जुड़े हुए हैं। 2000 में धूम्रपान का सेवन कुछ 1.22 बिलियन लोग करते थे। पुरुषों में महिलाओं की तुलना में धूम्रपान की संभावना अधिक होती हैं तथापि छोटे आयु वर्ग में इस लैंगिक अंतर में गिरावट आती है। गरीबों में अमीरों की तुलना में और विकसित देशों के लोगों में अमीर देशों की तुलना में धूम्रपान की संभावना अधिक होती है। धूम्रपान करने वाले कई किशोरावस्था में या आरम्भिक युवावस्था के दौरान शुरू करते हैं। आम तौर पर प्रारंभिक अवस्था में धूम्रपान सुखद अनुभूतियां प्रदान करता है, सकारात्मक सुदृढीकरण के एक स्रोत के रूप में कार्य करता है। एक व्यक्ति में कई वर्षों के धूम्रपान के बाद परिहार के लक्षण और नकारात्मक सुदृढीकरण उसे जारी रखने का प्रमुख उत्प्रेरक बन जाता है। .

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तम्बोव ओब्लास्ट

रूस का एक ओब्लास्ट (области, ओब्लास्टि, प्रांत)। श्रेणी:रूस के प्रांत ar:اوبلاستات روسيا fi:Venäjän alueet pt:Óblasts da Rússia ru:Области Российской Федерации sr:Руске области ta:ரஷ்யாவின் ஓப்லஸ்துகள் vi:Tỉnh của Nga.

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तातार भाषा

यान्या इमल्यै (विकसित अरबी लिपि) में लिखी तातार भाषा तातार भाषा (तातार: татар теле, तातार तेले; अंग्रेज़ी: Tatar language) रूस के तातारस्तान और बश्कोरतोस्तान के तातार लोगों द्वारा बोली जाने वाली एक तुर्की भाषा है। मध्य एशिया, युक्रेन, पोलैंड, तुर्की, फ़िनलैंड और चीन में भी कुछ तातार समुदाय इसे बोलते हैं। ध्यान दें कि युक्रेन के क्रीमिया क्षेत्र में एक 'क्रीमियाई तातार' नामक भाषा बोली जाती है जो इस तातार भाषा से भिन्न हैं, हालांकि दोनों भाषाएँ भाषावैज्ञानिक नज़रिए से सम्बन्ध रखती हैं। सन् २००२ में अनुमानित ६५ लाख लोग यह तातार भाषा बोलते थे।, Ethnologue Languages of the world .

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तातार लोग

दिनारा सफीना रूस के लिए टेनिस खेलती हैं और नस्ल से तातार हैं रुसलन चाग़ायेव उज़बेकिस्तान के लिए मुक्केबाज़ी करते हैं और एक तातार हैं तातार या ततार (तातार: ततरलार; रूसी: Татар; अंग्रेज़ी: Tatar) रूसी भाषा और तुर्की भाषाएँ बोलने वाली एक जाति है जो अधिकतर रूस में बसती है। दुनिया भर में इनकी आबादी ७० लाख अनुमानित की गई है, जिनमें से ५५ लाख रूस में रहते हैं। रूस के तातारस्तान प्रांत में २० लाख तातार रहते हैं। रूस के बाहर तातार समुदाय उज़बेकिस्तान, पोलैंड, काज़ाख़स्तान, युक्रेन, ताजिकिस्तान, किर्गिज़स्तान, तुर्कमेनिस्तान, चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका में पाए जाते हैं।, Global Vision Publishing Ho, 2005, ISBN 978-81-8220-062-3,...

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तातारस्तान

तातारस्तान का नक़्शा तातारस्तान गणतंत्र (रूसी: Респу́блика Татарста́н, रेस्पुब्लिका तातारस्तान; तातार: Татарстан Республикасы, तातारस्तान रेस्पुब्लिकासी; अंग्रेज़ी: Tatarstan Republic) या तातारिया (Тата́рия, Tatariya) रूस का एक संघीय खंड है जो उस देश की प्रशन प्रणाली में गणतंत्र का दर्जा रखता है। यह रूस के वोल्गा संघीय विभाग का हिस्सा है। तातारस्तान की राजधानी काज़ान है जो रूस के सबसे बड़े और सबसे समृद्ध शहरों में से एक है और इसे कभी-कभी 'रूस की तीसरी राजधानी' भी कहा जाता है। इस गणतंत्र का नाम तातार लोगों पर पड़ा है जो यहाँ के मूल निवासी हैं, हालांकि यहाँ रूसी और अन्य जातियों के भी बहुत लोग रहते हैं। .

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तातियाना गोलोविन

श्रेणी:टेनिस खिलाड़ी श्रेणी:महिला टेनिस खिलाड़ी श्रेणी:फ़्रांस के लोग.

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तामिर नदी

तामिर नदी (मंगोल: Тамир гол, तामिर गोल; अंग्रेज़ी: Tamir River) मंगोलिया के मध्य भाग में बहने वाली एक प्रमुख नदी है। 'तामिर' शब्द का अर्थ मंगोल भाषा में 'मांस-पेशी' (मसल, muscle) होता है। यह ख़ानगई पर्वतों से उभरती है और ओरख़ोन नदी की एक प्रमुख उपनदी है जो स्वयं सेलेन्गा नदी में जाकर मिलती है और यह पानी आगे जाकर रूस की बायकल झील में विलय हो जाता है। तामिर नदी अपने गहरे नीले और बहुत साफ़ पानी के लिए मशहूर है।, Jane Blunden, Bradt Travel Guides, 2008, ISBN 978-1-84162-178-4,...

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तारपान

फ़्रांस की एक ग़ुफ़ा में मिला तारपान-जैसे घोड़े का पुरापाषाण काल में बना चित्र आधुनिक हेक नस्ल का घोड़ा जिसका रंग-रूप तारपान से मिलता है तारपान या यूरेशियाई जंगली घोड़ा एक जंगली घोड़े की नस्ल थी जो विलुप्त हो चुकी है। विश्व का आखरी ज्ञात तारपान सन् १९०९ में रूस में मर गया। कुछ आधुनिक घोड़ों की नस्लें तारपान से मिलती जुलती हैं, जैसे की हेक घोड़ा। तारपान का रंग हल्का ख़ाकी होता था। जीव-वैज्ञानिक मानते हैं कि विश्व के पालतू घोड़े तारपान के ही विकसित वंशज हैं। .

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तालस्तायवादी आन्दोलन

तालस्तायवादी आन्दोलन रूस के विश्वप्रसिद्ध उपन्यासकार लियो तालस्ताय (1828–1910) के दार्शनिक एवं धार्मिक विचारों पर आधारित आन्दोलन है। .

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ताशकन्द समझौता

ताशकंद समझौता भारत और पाकिस्तान के बीच 11 जनवरी 1966 को हुआ एक शांति समझौता था। इस समझौते के अनुसार यह तय हुआ कि भारत और पाकिस्तान अपनी शक्ति का प्रयोग नहीं करेंगे और अपने झगड़ों को शान्तिपूर्ण ढंग से तय करेंगे। यह समझौता भारत के प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री तथा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री अयूब ख़ाँ की लम्बी वार्ता के उपरान्त 11 जनवरी 1966 ई. को ताशकंद, रूस में हुआ। .

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तास

यह रूस की एक प्रमुख समाचार संस्था है | .

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ताजिकी भाषा

द्वार पर ताजिकी में सिरिलिक लिपि में लिखा है 'बाग़-ए उस्तोद रुदाकी' (उस्ताद रुदाकी का बाग़) ताजिकी या ताजिकी फ़ारसी (тоҷикӣ,, तोजिकी) मध्य एशिया में बोली जाने वाली आधुनिक फ़ारसी भाषा का एक रूप है। ताजिकी बोलने वाले ज़्यादातर ताजिकिस्तान और उज़बेकिस्तान में रहते हैं, हालांकि ताजिकी मातृभाषियों के कुछ समुदाय अफ़्ग़ानिस्तान, रूस और चीन के शिनजियांग प्रान्त में भी मिलते हैं। अनुमानित किया गया है कि कुल मिलकर सन् १९९१ में ताजिकी बोलने वालों की संख्या ४४.६ लाख थी। वैसे तो ताजिकी ईरान में बोली जाने वाली फ़ारसी से काफ़ी मिलती है लेकिन ईरानी फ़ारसी में अरबी भाषा का प्रभाव अधिक है जबकि ताजिकी में तुर्की भाषाओँ और कुछ हद तक उज़बेक भाषा का असर ज़्यादा दिखता है।, Raymond Hickey, John Wiley and Sons, 2010, ISBN 978-1-4051-7580-7,...

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तांगान्यीका झील

तांगान्यीका झील (अंग्रेज़ी: Lake Tanganyika) महान अफ़्रीकी झीलों में से एक है। घनफल (वोल्यूम) और गहराई के हिसाब से यह रूस की बयकाल झील के बाद दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी मीठे पानी की झील है। यह विश्व की सबसे लम्बी झील भी है। इसका क्षेत्रफल चार देशों में बंटा हुआ है - तान्ज़ानिया, कांगो लोकतान्त्रिक गणराज्य, बुरुन्डी और ज़ाम्बिया। झील के ४६% क्षेत्रफल पर तान्ज़ानिया और ४०% पर कांगो लोकतान्त्रिक गणराज्य का अधिकार है। इसका पानी बाहर कांगो नदी में बहता है जो आगे जाकर अन्ध महासागर में विलय हो जाती है।, Jean-Pierre Chrétien, Mit Press, 2006, ISBN 9781890951351 .

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ताइगा

रूस के बयकाल झील के पास उगते ताइगा वन ताइगा या तायगा (रूसी: тайга́, अंग्रेजी: Taiga) विश्व के उत्तरी क्षेत्रों का एक बायोम है जिसमें चीड़ (पाइन), सरल (स्प्रूस) और लार्च जैसे कोणधारी (कॉनिफ़ेरस​) वृक्षों के वन फैले हुए हैं।, Sandra Alters, pp.

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तिब्बती बौद्ध धर्म

तिब्बती बौद्ध धर्म बौद्ध धर्म की महायान शाखा की एक उपशाखा है जो तिब्बत, मंगोलिया, भूटान, उत्तर नेपाल, उत्तर भारत के लद्दाख़, अरुणाचल प्रदेश, लाहौल व स्पीति ज़िले और सिक्किम क्षेत्रों, रूस के कालमिकिया, तूवा और बुर्यातिया क्षेत्रों और पूर्वोत्तरी चीन में प्रचलित है।An alternative term, "lamaism", and was used to distinguish Tibetan Buddhism from other buddhism.

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तिब्बती साहित्य

राजा गेसर का चित्र तिब्बती साहित्य से तात्पर्य तिब्बती भाषा में लिखे गये साहित्य से है। तिब्बती संस्कृति से उद्भूत साहित्य को भी 'तिब्बती साहित्य' ही कहते हैं। ऐतिहासिक रूप से तिब्बती भाषा का उपयोग कई क्षेत्रों को परस्पर जोड़ने वाली भाषा के रूप में हुआ है। इसने विभिन्न कालों में तिब्बत से मंगोलिया को, रूस, आज के भूटान, नेपाल, भारत त्था पाकिस्तान को जोडने का कार्य किया है। .

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तिराना

तिराना (अल्बानियाई: Tiranë) अल्बानिया की राजधानी और सबसे बड़ा नगर है। २००८ के अनुमान के अनुसार यहाँ की जनसंख्या लगभग ९ लाख है। तिराना की स्थापना सुलेज्मन पाशा द्वारा १६१४ में की गई थी और १९२० यह नगर अल्बानिया की राजधानी बना। यह नगर १६१४ में सुलेज्मान पाशा द्वारा स्थापित किया गया था और १९२० में अल्बानिया की राज्धानी बना। तिराना नगरपालिका इशेम नदी के किनारे स्थित है और तिराना जिले में स्थित है। तिराना समुद्र तल से १०० मीटर की ऊँचाई पर स्थित है और अधिकत ऊँचाई वाला बिन्दू १,८२८ मीटर पर स्थित है। इसके अतिरिक्त दो मुख्य नदियां यहाँ से होकर बहती हैं: लाने और तिराने। नगर में चार कृत्रिम झीले भी हैं: तिराना झील, कोदर-कामेज़ झील, फारका झील और टुफिना झील। यह नगर उसी समानान्तर पर स्थित है जिस पर नेपल्स, मैड्रिड और इस्तांबुल स्थित हैं और इसकी मध्याह्न रेखा वही है जो बुडापेस्ट और क्राकौव की है। .

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तुर्क लोग

तुर्क लोगों का वितरण वे देश और प्रदेश जहाँ तुर्की भाषाओँ को सरकारी मान्यता प्राप्त है तुर्क लोग (तुर्की भाषा: Türk halkları, अंग्रेज़ी: Turkic peoples) मध्य एशिया, मध्य पूर्व और उनके पड़ोसी इलाक़ों में रहने वाली उन जातियों को कहा जाता है जिनकी मातृभाषाएँ तुर्की भाषा-परिवार की सदस्य हैं। इनमें आधुनिक तुर्की देश के लोगों के अलावा, अज़रबैजान, कज़ाख़स्तान, किरगिज़स्तान, उज़बेकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान के ज़्यादातर लोग शामिल हैं। उत्तरी अफ़्ग़ानिस्तान, पश्चिमी चीन के उईग़ुर लोग, रूस के तातार और चुवाश लोग और बहुत से अन्य समुदाय भी तुर्क लोगों के परिवार में आते हैं। गोएकतुर्क और ख़ज़र जैसी प्राचीन जातियाँ भी तुर्क थीं और संभव है कि मध्य एशिया में किसी ज़माने में धाक रखने वाले शियोंगनु लोग और हूण लोग भी तुर्क रहें हों।, Encyclopædia Britannica, Online Academic Edition, 2010 .

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तुर्कमेन लोग

तुर्कमेन मध्य एशिया में बसने वाली एक तुर्की-भाषी जाति का नाम है। तुर्कमेन लोग मुख्य रूप से तुर्कमेनिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान, पूर्वोत्तरी ईरान, सीरिया, इराक़ और उत्तरी कॉकस क्षेत्र में रूस के स्ताव्रोपोल क्राय में रहते हैं। यह तुर्कमेन भाषा बोलते हैं जो तुर्की भाषा-परिवार की ओग़ुज़ शाखा की एक बोली है। कुछ तुर्कमेन लोग तुर्की, अज़ेरी, क़शक़ाई और गागाउज़ भाषाएँ भी बोलते हैं। .

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तुर्कमेनाबात

तुर्कमेनाबत का हवाई अड्डा तुर्कमेनाबत (तुर्कमेनी: Türkmenabat, रूसी: Түркменабат) तुर्कमेनिस्तान के लेबाप प्रांत की राजधानी है। सन् २००९ की जनगणना में इसकी आबादी लगभग २,५४,००० थी। इस शहर को पहले चारझ़ेव (Чәрҗев, Charzhew) या 'चारजू' बुलाया जाता था (जिसका अर्थ फ़ारसी में 'चार नदियाँ या नहरें' है, इसमें 'झ़' के उच्चारण पर ध्यान दें)। .

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तुर्कमेनिस्तान एयरलाइंस

तुर्कमेनिस्तान एयरलाइंस (Türkmenhowaýollary) (Туркменские авиалинии) तुर्कमेनिस्तान की ध्वजवाहिका वायुसेवा है। यह एयरलाइन अपने आधार अश्गाबात को रूस, यूरोप एवं एशिया स्थित गंतव्यों से जोड़ती है। .

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तुर्किस्तान

सन् १९१४ के नक़्शे में रूसी तुर्किस्तान दर्शाया गया है तुर्किस्तान (अंग्रेज़ी: Turkistan या Turkestan, फ़ारसी) मध्य एशिया के एक बड़ा भूभाग का पारम्परिक नाम है जहाँ तुर्की भाषाएँ बोलने वाले तुर्क लोग रहते हैं। इस नाम द्वारा परिभाषित इलाक़े की सीमाएँ समय के साथ बदलती रहीं हैं और इसका प्रयोग भी तुर्किस्तान से बाहर रहने वाले लोग ही अधिक करते थे।, Anita Sengupta, Lexington Books, 2009, ISBN 978-0-7391-3606-5,...

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तुर्की

तुर्की (तुर्क भाषा: Türkiye उच्चारण: तुर्किया) यूरेशिया में स्थित एक देश है। इसकी राजधानी अंकारा है। इसकी मुख्य- और राजभाषा तुर्की भाषा है। ये दुनिया का अकेला मुस्लिम बहुमत वाला देश है जो कि धर्मनिर्पेक्ष है। ये एक लोकतान्त्रिक गणराज्य है। इसके एशियाई हिस्से को अनातोलिया और यूरोपीय हिस्से को थ्रेस कहते हैं। स्थिति: 39 डिग्री उत्तरी अक्षांश तथा 36 डिग्री पूर्वी देशान्तर। इसका कुछ भाग यूरोप में तथा अधिकांश भाग एशिया में पड़ता है अत: इसे यूरोप एवं एशिया के बीच का 'पुल' कहा जाता है। इजीयन सागर (Aegean sea) के पतले जलखंड के बीच में आ जाने से इस पुल के दो भाग हो जाते हैं, जिन्हें साधारणतया यूरोपीय टर्की तथा एशियाई टर्की कहते हैं। टर्की के ये दोनों भाग बॉसपोरस के जलडमरूमध्य, मारमारा सागर तथा डारडनेल्ज द्वारा एक दूसरे से अलग होते हैं। टर्की गणतंत्र का कुल क्षेत्रफल 2,96,185 वर्ग मील है जिसमें यूरोपीय टर्की (पूर्वी थ्रैस) का क्षेत्रफल 9,068 वर्ग मील तथा एशियाई टर्की (ऐनाटोलिआ) का क्षेत्रफल 2,87,117 वर्ग मील है। इसके अंतर्गत 451 दलदली स्थल तथा 3,256 खारे पानी की झीलें हैं। पूर्व में रूस और ईरान, दक्षिण की ओर इराक, सीरिया तथा भूमध्यसागर, पश्चिम में ग्रीस और बुल्गारिया और उत्तर में कालासागर इसकी राजनीतिक सीमा निर्धारित करते हैं। यूरोपीय टर्की - त्रिभुजाकर प्रायद्वीपी प्रदेश है जिसका शीर्षक पूर्व में बॉसपोरस के मुहाने पर है। उसके उत्तर तथा दक्षिण दोनों ओर पर्वतश्रेणियाँ फैली हुई हैं। मध्य में निचला मैदान मिलता है जिसमें होकर मारीत्सा और इरजिन नदियाँ बहती हैं। इसी भाग से होकर इस्तैस्म्यूल का संबंध पश्चिमी देशों से है। एशियाई टर्की - इसको हम तीन प्राकृतिक भागों में विभाजित कर सकते हैं: 1.

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तुर्की का इतिहास

तेरहवीं शताब्दी का एक मंगोल तीरबाज तुर्की के इतिहास को तुर्क जाति के इतिहास और उससे पूर्व के इतिहास के दो अध्यायों में देखा जा सकता है। सातवीं से बारहवीं सदी के बीच में मध्य एशिया से तुर्कों की कई शाखाएँ यहाँ आकर बसीं। इससे पहले यहाँ से पश्चिम में आर्य (यवन, हेलेनिक) और पूर्व में कॉकेशियाइ जातियों का बसाव रहा था। तुर्की में ईसा के लगभग ७५०० वर्ष पहले मानव बसाव के प्रमाण यहां मिले हैं। हिट्टी साम्राज्य की स्थापना १९००-१३०० ईसा पूर्व में हुई थी। १२५० ईस्वी पूर्व ट्रॉय की लड़ाई में यवनों (ग्रीक) ने ट्रॉय शहर को नेस्तनाबूत कर दिया और आसपास के इलाकों पर अपना नियंत्रण स्थापित कर लिया। १२०० ईसापूर्व से तटीय क्षेत्रों में यवनों का आगमन आरंभ हो गया। छठी सदी ईसापूर्व में फ़ारस के शाह साईरस ने अनातोलिया पर अपना अधिकार जमा लिया। इसके करीब २०० वर्षों के पश्चात ३३४ इस्वीपूर्व में सिकन्दर ने फ़ारसियों को हराकर इसपर अपना अधिकार किया। बाद में सिकन्दर अफ़गानिस्तान होते हुए भारत तक पहुंच गया था। इसापूर्व १३० इस्वी में अनातोलिया रोमन साम्राज्य का अंग बना। ईसा के पचास वर्ष बाद संत पॉल ने ईसाई धर्म का प्रचार किया और सन ३१३ में रोमन साम्राज्य ने ईसाई धर्म को अपना लिया। इसके कुछ वर्षों के अन्दर ही कान्स्टेंटाईन साम्राज्य का अलगाव हुआ और कान्स्टेंटिनोपल इसकी राजधनी बनाई गई। छठी सदी में बिजेन्टाईन साम्राज्य अपने चरम पर था पर १०० वर्षों के भीतर मुस्लिम अरबों ने इसपर अपना अधिकार जमा लिया। बारहवी सदी में धर्मयुद्धों में फंसे रहने के बाद बिजेन्टाईन साम्राज्य का पतन आरंभ हो गया। सन १२८८ में ऑटोमन साम्राज्य का उदय हुआ और सन् १४५३ में कस्तुनतुनिया का पतन। इस घटना ने यूरोप में पुनर्जागरण लाने में अपना महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। .

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तुला ओब्लास्ट

रूस का एक ओब्लास्ट (области, ओब्लास्टि, प्रांत)। श्रेणी:रूस के प्रांत en:Oblasts of Russia.

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त्युमेन ओब्लास्ट

रूस का एक ओब्लास्ट (области, ओब्लास्टि, प्रांत)। श्रेणी:रूस के प्रांत en:Oblasts of Russia.

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त्यूतन जातियाँ

त्यूतन जातियाँ (ट्यूटानिक पीपुल्स Teutonic peoples) से यूरोप की उन जनजातियों का बोध होता है जो विभिन्न त्यूतन भाषाओं में से कोई भी एक बोलती हैं; उदाहरणार्थ -- ब्रिटिश द्वीपसमूहों के अंग्रेजी भाषाभाषी लोग; जर्मनी, आस्रिया-हंगरी तथा स्विट्जरलैंड के जर्मन भाषाभाषी लोग; बेल्जियम के फ्लेमिश भाषी निवासी, स्वीडन तथा नार्वे के स्कैडिनेवियन भाषी लोग; हालैंड तथा डेनमार्क के लगभग सभी निवासी; इटली तथा फ्रांस के जर्मन तथा फ्लेमिश भाषाएँ बोलनेवाले अल्पसंख्यक लोग, रूस में निवास करनेवाले जर्मन और स्वीडिश भाषा बोलनेवाले अधिकांश लोग तथा अमरीका, अफ्रीका और आस्ट्रेलेशिया में बसे हुए वे लोग जो मूलत: उपर्युक्त देशों से वहाँ गए। "जर्मानिक", "गोथिक" आदि संज्ञाओं की तरह ही "ट्यूटानिक" शब्द की उत्पत्ति अब विद्वानों के अनुसंधान का ही विषय रह गई है। सामान्य जन उनके एक ही मूल की बात अब भूल गए हैं। टासिटस के समय में लोगों को इसकी पूरी जानकारी थी। उसने जानपद कविताओं के जो उद्धरण दिए हैं उनमें त्यूतन जातियों के मूल पुरुषों का उल्लेख है। उन कविताओं में "मानुस" नामक एक व्यक्तिविशेष से "जर्मनी" की तीन मुख्य शाखाएँ उत्पन्न हुईं, ऐसा वर्णन है। प्राचीन अंग्रेजी कागज पत्रों में भी इन जातियों के मूल पुरुषों की वंशावलियाँ मिलती हैं। शारीरिक गठन और रंग की दृष्टि से आज इन जातियों में काफी भिन्नता पाई जाती है। लेकिन ये जातियाँ आज यूरोप की सर्वाधिक ऊँची तथा गोरी जातियाँ हैं। प्रारंभिक काल में ये विशेषताएँ बहुत ही स्पष्ट रहीं होंगी। ऊँचा डीलडौल तथा लंबा चेहरा जो आज यूरोप के सुदूर उत्तर भाग में पाया जाता है वैसा ही स्विट्जरलैंड तथा उसके आसपास के प्रदेशों की पुरानी श्मशान भूमि में गड़े कंकालों तथा खोपड़ियों में पाया जाता है। इन पुराने अवशेषों के आधार पर यह कहा जाता है कि आज की ट्यूटन जातियों तथा उस समय के इनके मूल पुरुषों में बहुत अधिक अंतर नहीं है। उत्तर प्रस्तरयुग के प्राप्त अवशेषों से इन जातियों के संबंध में अधिक जानकारी नहीं मिलती। लेकिन एल्ब की घाटी, मेक्लेनबुर्ग, हालस्टीन, जुटलैंड, दक्षिण स्वीडन तथा बेल्ट द्वीपों में हुए कांस्य युग संबंधी अनुसंधानों से त्यूतन जातियों की प्रारंभिक सभ्यता पर काफी प्रकाश पड़ता है। कला तथा समृद्धि की दृष्टि से ये लोग उन्नत थे तथा दक्षिणी सभ्यता से इनका व्यापार तथा आदान प्रदान चलता था, ऐसा दिखाई देता है। लौह युग के प्रारंभ से केल्टिक प्रभाव बढ़ता गया और दक्षिणी सभ्यता के केंद्रों से त्यूतन लोगों का संबंध धीरे धीरे टूटता गया। .

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त्रिलोकी नाथ कौल

त्रिलोकी नाथ कौल (1913-16 जनवरी 2000) अमेरिका और रूस में भारत के राजदूत थे। .

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त्रोत्स्की

लेव त्रोत्स्की (१९२९ में) लेव त्रोत्सकी (रूसी:: Лев Дави́дович Тро́цкий; उच्चारण:; Leon Trotsky; 7 नवम्बर 1879 – 21 अगस्त 1940) रूस के मार्क्सवादी क्रांतिकारी तथा सिद्धान्तकार, सोवियत राजनेता तथा लाल सेना के संस्थापक व प्रथम नेता थे। रूसी क्रांति के बाद हुए भीषण गृह युद्ध में विजयी रही लाल सेना की कमान ट्रॉट्स्की के हाथ में ही थी। एक सिद्धांतकार के रूप में स्थायी क्रांति के सिद्धान्त के जरिये उन्होने मार्क्सवादी विमर्श में योगदान किया। इसके साथ ही ट्रॉट्स्की ने एक नियम का प्रतिपादन भी किया कि पूँजीवाद के विकास का स्तर सभी जगह एक सा नहीं होता जिसका परिणाम पिछड़े देशों में सामाजिक और ऐतिहासिक विकास के दो चरणों के एक साथ घटित हो जाने में निकलता है। बीसवीं सदी के पहले दशक में मार्क्सवादियों के बीच चल रहे बहस-मुबाहिसे के बीच ट्रॉट्स्की की इस सैद्धांतिक उपलब्धि ने रूस जैसे औद्योगिक रूप से पिछड़े देश में क्रांति करने के तर्क को मजबूती प्रदान की। लेनिन के देहांत के बाद ट्रॉट्स्की ने स्तालिन द्वारा प्रवर्तित एक देश में समाजवाद की स्थापना के सिद्धांत का विरोध किया, लेकिन वे पार्टी के भीतर होने वाले संघर्ष में अकेले पड़ते चले गये। पहले उन्हें पार्टी से निकाला गया, और फिर सोवियत राज्य के विरुद्ध षडयन्त्र करने के आरोप में देश-निकाला दे दिया गया। निष्कासन के दौरान ट्रॉट्स्की ने स्तालिन के नेतृत्व में बन रहे सोवियत संघ की कड़ी आलोचना करते हुए उसे नौकरशाह, निरंकुश और राजकीय पूँजीवादी राज्य की संज्ञा दी। सोवियत सीक्रेट पुलिस से बचने के लिए सारी दुनिया में भटकते हुए ट्रॉट्स्की ने 'परमानेंट रेवोल्यूशन' (1930), 'रेवोल्यूशन बिट्रेड' (1937) और तीन खण्डों में 'द हिस्ट्री ऑफ़ रशियन रेवोल्यूशन' (1931-33) जैसे क्लासिक ग्रंथ की रचना की। विश्व-क्रांति के अपने सपने को धरती पर उतारने के लिए उन्होंने चौथे कम्युनिस्ट इंटरनैशनल की स्थापना भी की जिसे कोई खास कामयाबी नहीं मिली। निष्कासन के दौरान ही मैक्सिको में स्तालिन के एक एजेंट के हाथों उन्हें जान से हाथ धोना पड़ा। ट्रॉट्स्की के अनुयायियों ने दुनिया के कई देशों में छोटी- छोटी कम्युनिस्ट पार्टियाँ बना रखी हैं। सोवियत शैली के कम्युनिज़म के विकल्प के रूप में उनके विचारों को ट्रॉट्स्कीवाद की संज्ञा मिल चुकी है। .

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त्सार

रूस पर सन् १६८२-१७२५ के काल में शासन करने वाला त्सार पीटर महान त्सार या ज़ार (रूसी: царь; युक्रेनियाई: цар; अंग्रेज़ी: czar या tsar) रूस और कई अन्य स्लाव संस्कृतियों में सम्राट या राजा के लिए शब्द है। रानियों और महारानियों को त्सारीना या ज़ारीना कहा जाता है। रूसी साम्राज्य में भी महाराजा को 'त्सार' की उपाधि से ही जाना जाता था। यह मूल रूप से लातिनी भाषा के 'सीज़र' (caesar) शब्द से उत्पन्न हुआ है।, Geoffrey Hosking, Harvard University Press, 1997, ISBN 978-0-674-78119-1,...

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त्वेर ओब्लास्ट

रूस का एक ओब्लास्ट (области, ओब्लास्टि, प्रांत)। श्रेणी:रूस के प्रांत.

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तृतीय फ्रांसीसी गणतंत्र

तृतीय फ्रांसीसी गणतंत्र (The French Third Republic; फ्रांसीसी: La Troisième République) ने फ्रांस पर १८७० से लेकर १९४० तक शासन किया। इसकी स्थापना फ्रांस-प्रशा युद्ध के समय द्वितीय फ्रांसीसी साम्राज्य के समाप्त होने पर हुई तथा १९४० में नाजी जर्मनी द्वारा फ्रांस को पराजित करने के साथ इसका अन्त हुआ। 1870 ई. में सीडान (Sedan) के युद्ध में प्रशा के हाथों फ्रांस की शर्मनाक पराजय हुई थी जिसके परिणामस्वरूप फ्रांस को अपने दो बहुमूल्य प्रदेश अल्सास एवं लौरेन प्रशा को देना पड़े थे। इस पराजय के बाद फ्रांस की राजनीतिक स्थिति डवांडोल हो गई एवं तीसरी बार वहां गणतंत्र की स्थापना हुई, जिसे इतिहास में फ्रांस के तृतीय गणतंत्र के नाम से जाना जाता है। इस पराजय के बाद नैपोलियन तृतीय को बाध्य होकर आत्म-समर्पण करना पड़ा। वह बन्दी बना लिया गया। जब अगले दिन अर्थात् 3 सितम्बर को यह समाचार फ्रांस की राजधानी पेरिस पहुंचा तो पेरिस की समस्त जनता के मुख पर यह प्रश्न था कि अब क्या होगा, क्योंकि उनके द्वारा 20 वर्ष पूर्व स्थापित राज-सत्ता अकस्मात ही नष्ट हो गई। जनता अब इस निर्णय पर पहुंची कि फ्रांस में गणतन्त्र शासन की स्थापना की जानी चाहिये। उस समय व्यवस्थापिका सभा का अधिवेशन हो रहा था। जनता ने सभा से उस समय यह प्रस्ताव शीघ्र ही पास करवा लिया कि नैपोलियन तृतीय को फ्रांस के सम्राट के पद से पृथक कर दिया जाये। इस प्रकार नैपोलियन तृतीय का पतन हुआ और फ्रान्स में तीसरी बार गणतांत्रिक सरकार की स्थापना हुई। .

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तैमिर प्रायद्वीप

रूस के उत्तरध्रुवीय क्षेत्र का मानचित्र तैमिर प्रायद्वीप की अवस्थिति तैमिर प्रायद्वीप (रूसी: Полуостров Таймыр, Таймырский полуостров), साइबेरिया में एक प्रायद्वीप है, जो यूरेशिया और एशिया की मुख्य भूमि के उत्तरी भागों की रचना करता है। यह रूस के क्रस्नोयार्स्क क्राय, में कारा सागर की येनिसी खाड़ी और लाप्टेव सागर की खटांगा खाड़ी के बीच स्थित है। तैमिर झील और बिरांगा पर्वत, इस विशाल तैमिर प्रायद्वीप पर स्थित हैं। यूरेशियाई महाद्वीप का सबसे उत्तरी सिरा चेल्युस्किन अंतरीप, तैमिर प्रायद्वीप के उत्तरी छोर पर स्थित है। .

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तूमन नदी

तूमन नदी तूमन नदी पर एक पुल तूमन नदी या तूमेन नदी एक ५२१ किमी लम्बी नदी है जो उत्तर कोरिया की रूस और चीन के साथ सीमाओं पर बहती है। यह चंगबाई पर्वत शृंखला के लगभग २,५०० मीटर ऊँचे बएकदू पर्वत से उत्पन्न होकर पूर्वी सागर (जापान सागर) की ओर बहकर उसमें मिल जाती है। इसका नाम मंगोल भाषा से लिया गया है, जिसमें इसका अर्थ "दस हज़ार" निकलता है। उत्तर कोरिया और चीन दोनों ने इसके किनारे बहुत से कारख़ाने बनाए हुए हैं, जिन से इस का पानी बहुत प्रदूषित रहता है। फिर भी यह एक पर्यटक स्थल है और चीन ने इसके किनारे कुछ टहलने-योग्य पर्यटक स्थल बनाए हैं जहाँ से लोग नदी के पार झाँक कर उत्तर कोरिया देख सकते हैं।, Paul Theroux and Jason Wilson, Houghton Mifflin Harcourt, 2001, ISBN 978-0-618-11878-6.

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तूल नदी

गोरख़ी-तेरेल्ज​ राष्ट्रीय उद्यान से गुज़रती तूल नदी तूल नदी (मंगोल: Туул гол, तूल गोल; अंग्रेज़ी: Tuul River) मंगोलिया के उत्तरी भाग में बहने वाली एक प्रमुख नदी है जिसे मंगोल लोग एक पवित्र नदी मानते हैं। इसे पुराने ज़माने में 'तोला नदी' (Tola) भी कहा जाता था और 'तूल' शब्द का अर्थ मंगोल भाषा में 'पानी में चलना' होता है। इस ७०४ किमी लम्बी नदी का ज़िक्र 'मंगोलों का गुप्त इतिहास' नामक इतिहास-ग्रन्थ में हुआ था। मंगोल लोग इस अक्सर 'ख़तन तूल' यानि 'रानी तूल' बुलाते हैं। इसके जलसम्भर का क्षेत्रफल ४९,८४० वर्ग किमी है।, World Bank, World Bank Publications, 2010, ISBN 978-0-8213-8126-7,...

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तूवा

तूवा, जिसका सरकारी नाम तूवा गणतंत्र (तूवी: Тыва Республика तिवा रयिसपुब्लिका) है, मध्य एशिया के दक्षिणी साइबेरिया क्षेत्र में स्थित रूस का एक राज्य है जो रूस की संघ व्यवस्था में गणतंत्र की हैसियत रखता है। भौगोलिक दृष्टि से तूवा ठीक एशिया के महाद्वीप के भौगोलिक केंद्र में बैठता है। तूवा की सरहदें कुछ अन्य रूसी राज्यों से लगतीं हैं और दक्षिण की ओर मंगोलिया से लगतीं हैं। तूवा की राजधानी किज़िल है। इस राज्य में अधिकतर लोग तूवी भाषा बोलते हैं, हालांकि की रूसी भी कई लोगों द्वारा समझी और बोली जाती है। १९४४ तक तूवा एक तन्नू तूवा नाम का अलग राष्ट्र था, लेकिन १९४४ में इसका रूस और सोवियत संघ में विलय हो गया। .

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तूवी भाषा

तूवा की राजधानी किज़िल में तुर्की लिपि का एक प्राचीन शिलालेख तूवी भाषा (तूवी: тыва дыл, तूवा द्यिल; अंग्रेज़ी: Tuvan) रूस के तूवा गणराज्य में बोली जाने वाली एक तुर्की भाषा है। इसके मातृभाषी तूवा के आलावा चीन, मंगोलिया और रूस के अन्य भागों में भी पाए जाते हैं। इसे मातृभाषा बोलने वालों की संख्या लगभग २.५ लाख अनुमानित की गई है। हालांकि यह एक तुर्की भाषा है, इसमें मंगोल, तिब्बती और रूसी भाषाओं का काफ़ी प्रभाव भी दिखता है। अलग तूवी समुदायों में इसकी अलग-अलग उपभाषाएँ बोली जाती हैं।, Bayarma Khabtagaeva, Otto Harrassowitz Verlag, 2009, ISBN 978-3-447-06095-0,...

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तेल क्षेत्रों की सूची

विश्व के वे भाग जहाँ तेल (पेट्रोलियम) प्राप्त होता है इस सूची में वर्तमान एवं भूतपूर्व तेलक्षेत्रों की सूची दी गयी है। .

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तेलेत्स्कोये झील

झील का दक्षिणी छोर तेलेत्स्कोये झील (रूसी: Теле́цкое о́зеро, ओज़ेरो तेलेत्स्कोए; अल्ताई: Алтын Кӧл, अलत्यिन कोल, अर्थ: सुनहरी झील; अंग्रेज़ी: Lake Teletskoye) रूस के अल्ताई गणतंत्र विभाग में अल्ताई पर्वतों के दरम्यान स्थित एक झील है। समुद्र तल से ४३४ मीटर ऊपर स्थित यह झील ७८ किमी लम्बी, ५ किमी चौड़ी और ३२५ मीटर गहरी है। यह अल्ताई पहाड़ों में सयल्यूगेम​ पर्वत शृंखला और पश्चिमी सायन पर्वत शृंखला के मिलन स्थल पर स्थित है। .

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तेज पत्ता (बे लीफ)

तेज पत्ता, बे लॉरेल के एक सुगन्धित पत्ते को सन्दर्भित करता है (लौरस नोबिलिस, लौरेसिया).

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तोम्स्क

तोम्स्क (Tomsk; रूसी: Томск; IPA) रूस के साइबेरिया में स्थित एक नगर है। यह तोम्स्क ओब्लास्त (Tomsk Oblast) का प्रशासनिक केन्द्र है। यह नगर साइबेरिया के प्राचीनतम नगरों में से एक है तथा सन २००४ में इसकी ४००वीं जयन्ती मनायी गयी। सन २०१० की जनगणना के अनुसार इसकी जनसंख्या 524,669  थी। यह नगर उशायका नदी के मुहाने के दोनों तटों पर टॉम और ऑब के संगम से ४० किमी दूर टॉम के पूर्वी भाग पर स्थित साइबीरिया का प्रधान नगर है। यह शिक्षा और व्यापार का केंद्र है। १८२४ ई. में यहाँ सोने की खान का पता चला और धीरे धीरे यह बड़े नगर के रूप में विकसित हुआ। यहाँ की खानों में सोना समाप्त हो जाने से यह नगर अपना महत्व खो रहा है। श्रेणी:रूस के नगर.

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तोम्स्क ओब्लास्ट

रूस का एक ओब्लास्ट (области, ओब्लास्टि, प्रांत)। श्रेणी:रूस के प्रांत ar:اوبلاستات روسيا fi:Venäjän alueet pt:Óblasts da Rússia ru:Области Российской Федерации sr:Руске области ta:ரஷ்யாவின் ஓப்லஸ்துகள் vi:Tỉnh của Nga.

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तीसरे गुट का युद्ध

ऑस्टरलिट्ज़ की लड़ाई में नेपोलियन बोनापार्ट उल्म संग्राम में हारने के बाद ऑस्ट्रियाई सेनाध्यक्ष नेपोलियन को आत्म-समर्पण करते हुए तीसरे गुट का युद्ध (अंग्रेजी: War of the Third Coalition, वॉर ऑफ़ द थ़र्ड कोअलिशन) सन् १८०३ से १८०६ तक चलने वाला एक संग्राम था जिसमें ऑस्ट्रिया, पुर्तगाल, रूस और उनके कुछ अन्य साथी देशों के एक गुट को फ्रांस और उसके साथी देशों ने हरा दिया। इस युद्ध में फ्रांस की तरफ़ का नेतृत्व नेपोलियन बोनापार्ट ने किया। इस युद्ध का सिलसिला तब शुरू हुआ जब नेपोलियन ने इटली और जर्मनी में दख़लअंदाज़ी करनी शुरू करी और स्वयं को फ्रांस के साथ-साथ इटली का भी सम्राट घोषित कर दिया। उस समय फ्रांस और ब्रिटेन के बीच मुठभेड़ें जारी थीं। नेपोलियन की हरकतों से परेशान होकर ऑस्ट्रिया, रूस और ब्रिटेन आपस में मिल गए और "तीसरा गुट" नामक सम्मिलन बन गया। तीसरे गुट और फ़्रांसिसी गुट के दरम्यान यूरोप की भूमि पर कई जंगें हुईं, जिनमें नेपोलियन जीतता गया। इनमें १८०५ का उल्म संग्राम (Ulm Campaign) मशहूर है, जिसमें फ़्रांसिसी और बवारियाई (यानी जर्मनी के बवारिया प्रदेश की) मिलीजुली सेना ने ऑस्ट्रिया को मात दी। इसके बाद सन् १८०६ में ऑस्टरलिट्ज़ की लड़ाई (Battle of Austerlitz) में फ़्रांसिसी फ़ौजों ने रूसी-ऑस्ट्रियाई मिश्रित फ़ौज को भारी पराजय दी, जो तीसरे गुट से बर्दाश्त न हो पाई और यह गुट टूट गया। इसके बाद केवल ब्रिटेन ही नेपोलियन से लड़ता रह गया। नेपोलियन ने ब्रिटेन पर भी नौसैनिक आक्रमण करने की कोशिश करी थी लेकिन २१ अक्टूबर १८०५ में समुद्र पर लड़े गए ट्रफ़ैलगर के युद्ध में उसकी हार हुई। .

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थियिसोफिकल सोसाइटी

थियिसोफिकल सोसाइटी की मुहर थियोसॉफिकल सोसाइटी (Theosophical Society) एक अंतर्राष्ट्रीय आध्यात्मिक संस्था है। 'थियोसोफी ग्रीक भाषा के दो शब्दों "थियोस" तथा "सोफिया" से मिलकर बना है जिसका अर्थ हिंदू धर्म की "ब्रह्मविद्या", ईसाई धर्म के 'नोस्टिसिज्म' अथवा इस्लाम धर्म के "सूफीज्म" के समकक्ष किया जा सकता है। कोई प्राचीन अथव अर्वाचीन दर्शन, जो परमात्मा के विषय में चर्चा करे, सामान्यत: थियोसाफी कहा जा सकता है। इस शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग आइंब्लिकस (Iamblichus) ने ईसवी सन् 300 के आसपास किया था। आइंब्लिकस प्लैटो संप्रदाय के अमोनियस सक्कस (Ammonias Saccas) का अनुयायी था। उसने सिमंदरिया के अपने "सारग्राही मतवादः (Eclectic school) के प्रसंग में इस शब्द का प्रयोग किया था। इसके पश्चात् पाईथोगोरस के जीवनदर्शन में उसकीर शिक्षाओं के अंश उपलब्ध होते हैं। थियोसॉफिकल सोसाइटी ने विधिवत् एवं सुनिश्चित परिभाषा द्वारा थियोसॉफी शब्द को सीमाबद्ध करने का कभी भी प्रयत्न नहीं किया। सोसाइटी के उद्देश्य में इस शब्द का उल्लेख तक नहीं है। समस्त धर्म एवं दर्शन का मूलाधार "सत्य", थियोसोफी ही है। थियोसॉफिकल सोसाइटी वस्तुत: सब प्रकार के भेदभाव से रहित सत्यान्वेषी साधकों का एक समूह है। सोसाइटी के लिये महत्वपूर्ण है केवल सत्यान्वेषण। उसके लिए व्यक्ति सर्वथा गौण है। व्यक्ति के संमान अथवा उसके विरोध के लिये उसमें कोई स्थान नहीं है। इसने अनेक सुविख्यात, महत्वपूर्ण और विभिन्न विचारधारावाले व्यक्तियों को प्रभावित किया है। सांस्कृतिक दृष्टि से इस संस्था द्वारा प्रचारित चिंतनपद्धति विज्ञान, धर्म और दर्शन के संश्लेषण द्वारा आत्मचेतना के विकास की प्रेरणा प्रदान करती है। सोसाइटी का लक्ष्य ऐसे मानव समाज का निर्माण करना है जिसमें सेवा, सहिष्णुता, आत्मविश्वास और समत्व भाव स्वयंसिद्ध हों। .

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द प्रोटोकॉल ऑफ द एल्डर्स ऑफ जियोन

द प्रोटोकॉल ऑफ द एल्डर्स ऑफ जियोन रूस का एक फर्जीवाड़ा है। यह फ्रांसीसी नाटक फ्रॉम द नाइटींथ सेंचुरी पर आधारित था। आंद्रोपोव एल्डर्स ऑफ जियोन को अमेरिकी कांग्रेस बताकर प्रचारित करते थे। आंद्रोपोव जो कि 1967 में अरब-इजरायल के युद्ध के ठीक छह दिन पहले केजीबी प्रमुख बने थे, ने अरबी भाषा में इस किताब का अनुवाद करवाया था। रूस ने 1905 में एक झूठे प्रोपेगेंडा वाली किताब द प्रोटोकॉल ऑफ द एल्डर्स ऑफ जियोन में यह आरोप लगाया था कि यहूदी पूरे यूरोप को कब्जा में लेने की तैयारी में हैं और अमेरिका उन्हें सहायता दे रहा है। रूस की इंटेलीजेंस एजेंसी में अफसर रहे पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल इओन मिहैद पसेपा ने अपनी एक किताब में दावा किया है कि द प्रोटोकॉल बुक हिटलर की फिलॉस्फी पर सबसे अधिक आधारित थी। उन्होंने लिखा है कि विश्व की खतरनाक मानी जाने वाली रूसी खुफिया एजेंसी केजीबी ने 1970 में मुस्लिम देशों में इसकी हजारों प्रतियां बँटवाईं थी। जेन इओन मिहैड पसेपा रोमानिया के नागरिक हैं। जनरल पसेपा और यूनिवर्सिटी ऑफ मिस्सीसिपी में लॉ के प्रोफेसर रोनाल्ड रचाक द्वारा संयुक्त रूप से लिखी गई किताब 'डिसइन्फॉर्मेशन' में यह दावा किया है। किताब में बताया गया है कि रूस की खुफिया एजेंसी केजीबी में 15 साल तक प्रमुख रहे यूरी आंद्रोपोव ने सैकड़ों एजेंट मुस्लिम देशों में भेजे थे। इन एजेंटों को प्रोपेगंडा लिटरेचर की हजारों प्रतियां दी गई थीं। इस झूठे प्रचार अभियान में यह बताया गया था कि अमेरिका और इजरायल यूरोप के अलावा मुस्लिम देशों को अपनी जागीर बनाना चाहते हैं। .

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द इक़्वालाइज़र (फ़िल्म)

द इक़्वालाइज़र (अंग्रेजी; The Equalizer) वर्ष 2014 की अमेरिकी एक्शन नियो-नोइर अपराध थ्रिलर फ़िल्म है जिसका निर्देशन एंटोनी फुक़ुआ ने किया है और लेखन रिचर्ड वेंक ने किया है, जिन्होंने लगभग इसी समान नाम के टीवी धारावाहिक पर काम किया है। फ़िल्म में डेंज़ल वाॅशिंगटन, मार्टन सोकैस, श्लोए ग्रैस माॅरेत्ज़, डेविड हार्बर, बिल पुलमैन तथा मेलिसा लियो ने अभिनय किया है। प्रमुख फोटोग्राफी की शुरुआत जून 2013 को मैसाचुसेट्स के विभिन्न शहरों एवं इलाकों को लोकेशन के रूप में चुना गया। यह विलैज रोडशाॅ पिक्चर्स की पहली फ़िल्म है जिन्होंने वर्ष 2001 से सेविंग सिल्वरमैन कै बाद सोनी पिक्चर्स एंटरटेनमेंट के करारनामे के साथ सह-वित्तीय रूप से साझेदारी की है। फ़िल्म की वैश्विक प्रदर्शनी 2014 की टोरंटो अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म उत्सव को सितम्बर 7, 2014, में हुआ और फिर वर्ल्डवाईड सितम्बर 26 को जाकर रिलीज की गई। समीक्षकों ने फ़िल्म की मिश्रित पक्ष के बाद इसे सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और फ़िल्म ने वैश्विक स्तर पर $192 करोड़ से अधिक की बाॅक्स ऑफिस का कारोबार किया। फ़िल्म की सिक्विल यानी दूसरे भाग बनाने की पुष्टि की है, जिसमें वाशिंगटन दुबारा से अपने रोल में दिखेंगे। .

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दमिश्क और होम्स पर अमेरिकी मिसाइल हमला - 2018

4 अप्रैल, 2018, सीरियाई समयनुसार सुबह 04:00 (यूटीसी + 3), को संयुक्त राज्य अमेरिका, फ्रांस और यूनाइटेड किंगडम सयुंक्त देशो ने मिलकर सीरिया की राजधानी दमिश्क और होम्स शहर पर भूमध्यसागर से मिसाइलो से हमले किये लेकिन सयुंक्त देशों ने हमलो का करण बताते हुए कहा 7 अप्रैल को सीरियाई सरकार ने नागरिकों के खिलाफ डौमा शहर में रासायनिक हमले किये थे जिसके जवाब में उन्होंने ऐसा किया, जिस पर उन्होंने सीरियाई सरकार को जिम्मेदार ठहराया। सीरियाई सरकार ने डौमा के हमलों में शामिल होने से इनकार किया। और सीरिया ने हवाई हमलों को अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया। सीरिया पर मिसाइल हमलो की ईरान तथा रूस ने कड़ी नाराज़गी जताई। .

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दरख़ान (शहर)

दरख़ान (मंगोल: Дархан) मंगोलिया का एक शहर है। यह दरख़ान-ऊल प्रान्त की राजधानी है और इसकी स्थापना सन् १९६१ में राष्ट्रीय राजधानी, उलान बतोर, में भीड़ कम करने के लिये हुई थी। मंगोल भाषा में दरख़ान का अर्थ 'लोहार' होता है। इस नगर का निर्माण सोवियत संघ की भारी साहयता के साथ किया गया था और इसके ध्येय मंगोलिया के उत्तरी भाग में औद्योगिक केन्द्र बनना था। आज भी यह नगर रूस के समीप होने के कारण एक छोटे रूसी समुदाय का घर है। .

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दशमलव पद्धति

दशमलव पद्धति या दाशमिक संख्या पद्धति या दशाधारी संख्या पद्धति (decimal system, "base ten" or "denary") वह संख्या पद्धति है जिसमें गिनती/गणना के लिये कुल दस संख्याओं (0, 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9) का सहारा लिया जाता है। यह मानव द्वारा सर्वाधिक प्रयुक्त संख्यापद्धति है। उदाहरण के लिये 645.7 दशमलव पद्धति में लिखी एक संख्या है। (गलतफहमी से बचने के लिये यहाँ दशमलव बिन्दु के स्थान पर 'कॉमा' का प्रयोग किया गया है।) इस पद्धति की सफलता के बहुत से कारण हैं-.

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दही (योगहर्ट या योगर्ट)

तुर्की दही एक तुर्की ठंडा भूख बढ़ाने वाला दही का किस्म दही (Yoghurt) एक दुग्ध-उत्पाद है जिसे दूध के जीवाण्विक किण्वन के द्वारा बनाया जाता है। लैक्टोज के किण्वन से लैक्टिक अम्ल बनता है, जो दूध के प्रोटीन पर कार्य करके इसे दही की बनावट और दही की लाक्षणिक खटास देता है। सोय दही, दही का एक गैर-डेयरी विकल्प है जिसे सोय दूध से बनाया जाता है। लोग कम से कम 4,500 साल से दही-बना रहे हैं-और खा रहे हैं। आज यह दुनिया भर में भोजन का एक आम घटक है। यह एक पोषक खाद्य है जो स्वास्थ्य के लिए अद्वितीय रूप से लाभकारी है। यह पोषण की दृष्टि से प्रोटीन, कैल्सियम, राइबोफ्लेविन, विटामिन B6 और विटामिन B12 में समृद्ध है। .

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दाशमिक मुद्रावली

दशमिक मुद्रावली (Decimal Coinage या Decimalization) ऐसी किसी भी मुद्रावली को कहते हैं, जिसमें विभिन्न मानों की मुद्राएँ किसी मानक एकक के सपेक्ष दसगुनी और दशमांशों में होती हैं। इस प्रकार यदि मानक एकक 1 है तो उच्चतर मानों की मुद्राएँ 10, 100, 1000 इत्यादि होंगी और निम्नतर मानों की 0.1, 0.01, 0.001, इत्यादि। परिपूर्ण निकाय में कोई भंजन अथवा अंतवेंशन नहीं होगा, किंतु वस्तुत: दशमिक कहीं जानेवाली मुद्रावलियों में ऐसी दृढ़ परिपूर्णता नहीं होती। भारतीय दशमिक मुद्रावली में मानक एकक एक रुपया है। इसके अपवर्त्य 2 रु., 5 रु., 10 रु., 100 रु.

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दास कैपिटल

दास कैपिटल (Das Kapital; अर्थ - पूँजी) एक पुस्तक है जिसकी रचना कार्ल मार्क्स ने 1867 ई. में की थी। इसमें पूँजी एवं पूँजीवाद का विश्लेषण है तथा मजदूरवर्ग को शोषण से मुक्त करने के उपाय बताये गए हैं। इस पुस्तक के द्वारा एक सर्वथा नवीन विचारधारा प्रवाहित हुई जिसने संपूर्ण प्राचीन मान्यताओं को झकझोर कर हिला दिया। इस पुस्तक के प्रकाशित होने के कुछ ही वर्षों के बाद रूस में साम्यवादी क्रांति हुई। .

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दाग़िस्तान

दाग़िस्तान का नक़्शा दाग़िस्तान (रूसी: Респу́блика Дагеста́н, रिसपुबलीका दागेस्तान) उत्तरी कॉकस क्षेत्र में स्थित रूस का एक राज्य है। भाषा और जाती के नज़रिए से इस प्रदेश में बहुत विविधता है। यहाँ ज़्यादातर कॉकसी, अल्ताई और ईरानी भाषाएँ बोली जाती हैं। यहाँ की सब से बड़ी जातियाँ अवर, दरगिन, कुमिक, लज़गी और लाक हैं। हालांकि यहाँ के केवल ४। ७% लोग रूसी हैं, फिर भी रूसी यहाँ की राजभाषा है। समय-समय पर इस इलाक़े में समुदायों के बीच तनाव का वातावरण और झड़पें होती रहती हैं और आतंकवाद के भी हादसे होते रहते हैं। इसका सरकारी नाम "दाग़िस्तान गणराज्य" है। गणराज्य, रूस के अवरोही क्रम में दूसरे स्तर के विभाग होते हैं। दाग़िस्तान की राजधानी मख़ाचक़ला है। .

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दिमित्री मेदवेदेव

दिमित्री मेदवेदेव (रूसी में Дмитрий Медведев) यह रूसी राजनीतिज्ञ है जो 2008-2012 में रूसी महासंघ का राष्ट्रपति था। 2012 से वह रूस का प्रधानमंत्री है। thumbnail मेदवेदेव का जन्म 1965 को लेनिनग्राद में हुआ था। वह लेनिनग्राद विश्वविद्यालय में न्यायशास्त्र पढ़ता था। 1988 से 1997 तक वह इस विश्वविद्यालय में व्यवहार विधि पढ़ाता था। उसी समय में वह व्लादिमीर पुतिन के साथ सेंट पीटर्सबर्ग की नगरपालिका में काम करता था। 2000 में वह पुतिन के चुनाव अभियान के लिए ज़िम्मेदार था। 2000 से 2008 तक वह गाज़प्रोम के मुख्य निर्देशक के रूप में काम करता था। 2004 से वह रूसी सुरक्षा परिषद् का सदस्य था। 2005 में पुतिन ने उसको उपप्रधान मंत्री के पद पर नियुक्त किया। 2008 में कई दलों के संघ ने (अखंड रूस, न्यायी रूस, खेतिहर दल) मेदवेदेव को राष्ट्रपति के पद के लिए सिफारिश किया था। .

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दिल्ली की संस्कृति

दिल्ली हाट में प्रदर्शित परंपरागत पॉटरी उत्पाद। दिल्ली की संस्कृति यहां के लंबे इतिहास और भारत की राजधानी रूप में ऐतिहासिक स्थिति से पूर्ण प्रभावित रहा है। यह शहर में बने कई महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्मारकों से विदित है। भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण विभाग ने दिल्ली शहर में लगभग १२०० धरोहर स्थल घोषित किए हैं, जो कि विश्व में किसी भी शहर से कहीं अधिक है। और इनमें से १७५ स्थल राष्ट्रीय धरोहर स्थल घोषित किए हैं। पुराना शहर वह स्थान है, जहां मुगलों और तुर्क शासकों ने कई स्थापत्य के नमूने खडए किए हैं, जैसे जामा मस्जिद (भारत की सबसे बड़ी मस्जिद) और लाल किला। दिल्ली में फिल्हाल तीन विश्व धरोहर स्थल हैं – लाल किला, कुतुब मीनार और हुमायुं का मकबरा। अन्य स्मारकों में इंडिया गेट, जंतर मंतर (१८वीं सदी की खगोलशास्त्रीय वेधशाला), पुराना किला (१६वीं सदी का किला).

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दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संगठन

दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संगठन (अंग्रेज़ी:एसोसिएशन ऑफ साउथ ईस्ट एशियन नेशंस, लघु:आसियान) दस दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों का समूह है, जो आपस में आर्थिक विकास और समृद्धि को बढ़ावा देने और क्षेत्र में शांति और स्थिरता कायम करने के लिए भी कार्य करते हैं। इसका मुख्यालय इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में है। आसियान की स्थापना ८ अगस्त, १९६७ को थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में की गई थी। इसके संस्थापक सदस्य थाईलैंड, इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलिपींस और सिंगापुर थे। ब्रूनेई इस संगठन में १९८४ में शामिल हुआ और १९९५ में वियतनाम। इनके बाद १९९७ में लाओस और बर्मा इसके सदस्य बने। १९७६ में आसियान की पहली बैठक में बंधुत्व और सहयोग की संधि पर हस्ताक्षर किए गए। १९९४ में आसियान ने एशियाई क्षेत्रीय फोरम (एशियन रीजनल फोरम) (एआरएफ) की स्थापना की गई, जिसका उद्देश्य सुरक्षा को बढ़ावा देना था। अमेरिका, रूस, भारत, चीन, जापान और उत्तरी कोरिया सहित एआरएफ के २३ सदस्य हैं। अपने चार्टर में आसियान के उद्देश्य के बारे में बताया गया है। पहला उद्देश्य सदस्य देशों की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और स्वतंत्रता को कायम रखा जाए, इसके साथ ही झगड़ों का शांतिपूर्ण निपटारा हो। सेक्रेट्री जनरल, आसियान द्वारा पारित किए प्रस्तावों को लागू करवाने और कार्य में सहयोग प्रदान करने का काम करता है। इसका कार्यकाल पांच वर्ष का होता है। वर्तमान में थाईलैंड के सूरिन पिट्स्वान इसके सेक्रेट्री जनरल है। आसियान की निर्णायक बॉडी में राज्यों के प्रमुख होते हैं, इसकी वर्ष में एक बार बैठक होती है। भारत आसियान देशों से सहयोग करने और संपर्क रखने का सदा ही इच्छुक रहा है। हाल ही में १३ अगस्त,२००९को भारत ने आसियन के संग बैंगकॉक में सम्मेलन किया, जिसमें कई महत्त्वपूर्ण समझौते हुए थे। भारतीय अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेला 2008, नई दिल्ली में आसियान मुख्य केन्द्र बिन्दु रहा था। नई व्यापार ब्लॉक के तहत दस देशों की कंपनियों और कारोबारियों ने मेले में भाग लिया था। थाइलैंड, इंडोनेशिया, मलेशिया, म्यांमार, वियतनाम, फिलिपींस, ब्रुनेई, कंबोडिया और लाओस आसियान के सदस्य देश हैं, जिनके उत्पाद व्यापार मेले में खूब दिखे थे। आसियान भारत का चौथा सबसे बडा व्यापारिक भागीदार है। दोनों पक्षों के बीच २००८ में ४७ अरब डॉलर का व्यापार हुआ था। फिक्की के महासचिव अमित मित्रा के अनुसार भारत और आसियान के बीच हुआ समझौता दोनों पक्षों के लिए उत्तम होगा। समझौता जनवरी २००९ से लागू हुआ था। .

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दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संगठन के सदस्य राष्ट्र

दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संगठन (Association of Southeast Asian Nations) दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र का संगठन है जिसका लक्ष्य सदस्य राष्ट्रों के मध्य आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति, सांस्कृतिक विकास तथा क्षेत्रीय शांति को बढ़ावा देना है। आसियान के 10 सदस्य राष्ट्र, एक उम्मीद्वार राष्ट्र तथा एक पर्यवेक्षक राष्ट्र है। आसियान की स्थापना 8 अगस्त 1967 में पाँच सदस्यों के साथ की गयी थी: इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलिपीन्स, सिंगापुर तथा थाईलैंड। .

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दक्षिण ओसेतिया

दक्षिण ओसेतिया कॉकस क्षेत्र के दक्षिणी भाग में स्थित एक राज्य है जिसके राजनैतिक रुतबे पर विवाद जारी है। सोवियत संघ के ज़माने में यह जॉर्जिया का भाग हुआ करता था और इसे एक स्वशासित ओब्लास्त का दर्जा मिला हुआ था। सन् 1990 में दक्षिण ओसेतिया ने अपनी स्वतंत्रता घोषित कर दी और अपने आप को "दक्षिण ओसेतिया गणतंत्र" बुलाने लगा। जॉर्जिया ने दक्षिण ओसेतिया का स्वशासित दर्जा समाप्त कर दिया और उसपर ज़बरदस्ती क़ब्ज़ा करने की कोशिश की। 1991-1992 में यह जंग चलती रही। 2004 और 2008 में फिर लड़ाई छिड़ी, जिसके अंत में दक्षिण ओसेतिया के अलगाववादियों ने, रूसी सहायता के साथ दक्षिण ओसेतिया पर अपना नियंत्रण बना लिया। रूस, निकरागुआ, वेनेज़ुएला और नाउरु दक्षिण ओसेतिया को एक स्वतन्त्र राष्ट्र मानते हैं। जॉर्जिया उसे एक अलगाववादी प्रांत मानता है जिसने नाजायज़ ढंग से आज़ादी ली हुई है। .

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दक्षिण क़ज़ाख़स्तान प्रांत

दक्षिण क़ज़ाख़स्तान प्रांत (कज़ाख़: Оңтүстік Қазақстан облысы, अंग्रेज़ी: South Kazakhstan Province) मध्य एशिया के क़ज़ाख़स्तान देश का एक प्रांत है। इसकी राजधानी शिमकेंत (Shimkent) नाम का शहर है। इस प्रांत की दक्षिणी सरहद उज़बेकिस्तान से लगती है और उज़बेकिस्तान की राजधानी ताशकेंत इसके बहुत पास है। मध्य एशिया की प्रसिद्ध नदी सिर दरिया इस प्रांत से होते हुए अरल सागर की तरफ़ गुज़रती है। यहाँ से तुर्कमेनिस्तान के तुर्कमेनाबात शहर से रूस के ओम्स्क शहर तक जाने वाली तेल की एक महत्वपूर्ण पाइप-लाइन भी निकलती है। शिमकेंत में कच्चे खनिजों से तेल, सीसा और जस्ता (ज़िंक) के कई कारख़ाने हैं। .

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दक्षिण कोरिया का इतिहास

कोरिया में ई. पू.

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दक्षिणी संघीय विश्वविद्यालय

दक्षिणी संघीय विश्वविद्यालय को पहले रोस्तोव राज्य विश्वविद्यालय के नाम से जाना जाता था। यह एक सरकारी विश्वविद्यालय है। यह रोस्तोव ओब्लास्ट में स्थित है। इस विश्वविद्यालय के दो कैंपस है। एक रोतोव-ऑन-डॉन शहर में है और दूसरा तन्गंरोग नामक शहर में है। .

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दुबई

दुबई '''دبيّ'''. संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की सात अमीरातों में से एक है। यह फारस की खाड़ी के दक्षिण में अरब प्रायद्वीप पर स्थित है। दुबई नगर पालिका को अमीरात से अलग बताने के लिए कभी कभी दुबई राज्य बुलाया जाता है। दुबई, मध्य पूर्व के एक वैश्विक नगर तथा व्यापार केन्द्र के रूप में उभर कर सामने आया है। लिखित दस्तावेजों में इस शहर का अस्तित्व संयुक्त अरब अमीरात के गठन से 150 साल पहले होने का जिक्र है। दुबई अन्य अमीरातों के साथ कानून, राजनीति, सैनिक और आर्थिक कार्य एक संघीय ढांचे के भीतर साझा करता है। हालांकि प्रत्येक अमीरात में नागरिक कानून लागू करने और व्यवस्था और स्थानीय सुविधाओं के रखरखाव जैसे कुछ कार्यों पर क्षेत्राधिकार है। दुबई की आबादी सबसे ज्यादा है और यह क्षेत्रफल में अबू धाबी के बाद दूसरी सबसे बड़ी अमीरात है। दुबई और अबू धाबी ही सिर्फ दो अमीरात है जिनके पास देश की विधायिका अनुसार राष्ट्रीय महत्व के महत्वपूर्ण मामलों पर प्रत्यादेश शक्ति का अधिकार है। ^ मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका की सरकर और राजनीति डी लांग, बी रेक.

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दुर्गा बायरामोव

दुर्दी बायरामोव (रूसी: Дурды Байрамов, अप्रैल 14,1938 - फरवरी 14, 2014) एक शिक्षाविद् और कलाकार थे जिनको अपने देश के सर्वोच्च मानद उपाधि, “तुर्कमेनी जनता के कलाकार” से सम्मानित किया गया था। उनके तुर्कमेनी मूल निवासी भाषा में, दुर्दी बायरामोव का नाम केवल “दुर्दी बयरम” है (बिना स्लाव शैली; "ov" का प्रत्यय सोवियत युग के दौरान नामों का रूसिकरण करने के लिए जोड़ा गया) है। "बयरम " नाम तुर्कमेन भाषा में अर्थ “ उत्सव" है। .

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दुर्गाप्रसाद धर

दुर्गा प्रसाद धर (1918-1975) प्रसिद्ध कश्मीरी राजनीतिज्ञ और भारतीय राजनयिक थे। वो इन्दिरा गांधी के विश्वास पात्र थे। वह रूस में भारत के राजदूत रहे। .

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द्वितीय चीन-जापान युद्ध

द्वितीय चीन-जापान युद्ध चीन तथा जापान के बीच 1937-45 के बीच लड़ा गया था। 1945 में अमेरिका द्वारा जापान पर परमाणु बम गिराने के साथ ही जापान ने समर्पण कर दिया और युद्ध की समाप्ति हो गई। इसके परिणामस्वरूप मंचूरिया तथा ताईवान चीन को वापस सौंप दिए गए जिसे जापान ने प्रथम चीन-जापान युद्ध में उससे लिया था। 1941 तक चीन इसमें अकेला रहा। 1941 में जापान द्वारा पर्ल हार्बर पर किए गए आक्रमण के बाद यह द्वितीय विश्व युद्ध का अंग बन गया। .

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देशों के दूरभाष कूट की सूची

यह ITU-T की सिफारिश E.164 के अनुसार देशों की दूरभाष कुट सँख्या कि सुची है। .

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देशों के राजचिह्नों की सूची

This gallery of sovereign state coats of arms shows the coat of arms (or an emblem serving a similar purpose) of each of the sovereign states in the list of sovereign states.

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देशी भाषाओं में देशों और राजधानियों की सूची

निम्न चार्ट विश्व के देशों को सूचीबद्ध करता है (जैसा की यहां परिभाषित किया गया है), इसमें उनके राजधानीयों के नाम भी शामिल है, यह अंग्रेजी के साथ साथ उस देश की मूल भाषा और/या सरकारी भाषा में दी गयी है। ज टी की कोण नॉन en .

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देविका रानी

देविका रानी (जन्म: 30 मार्च, 1908 निधन: 8 मार्च, 1994) हिन्दी फ़िल्मों की एक अभिनेत्री हैं। निःसंदेह भारतीय सिनेमा के लिये देविका रानी का योगदान अपूर्व रहा है और यह हमेशा हमेशा याद रखा जायेगा। जिस जमाने में भारत की महिलायें घर की चारदीवारी के भीतर भी घूंघट में मुँह छुपाये रहती थीं, देविका रानी ने चलचित्रों में काम करके अदम्य साहस का प्रदर्शन किया था। उन्हें उनके अद्वितीय सुंदरता के लिये भी याद किया जाता रहेगा। .

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दोन नदी

दोन नदी का नक़्शा रूस के रोस्तोव ओब्लास्त के किनारे बसा कालिनिन्सकी गाँव दोन नदी (रूसी भाषा: Дон, दोन), जिसे अंग्रेज़ी में डॉन नदी (Don, डॉन) भी उच्चारित किया जाता है, रूस की एक प्रमुख नदी है। यह मास्को से दक्षिण-पूर्व में स्थित नोवोमोस्कोव्स्क (Новомоско́вск, Novomoskovsk)​ शहर के पास शुरू होती है और १,९५० किलोमीटर बहकर आज़ोव सागर में जा मिलती है। इस नदी के किनारे बसा सब से बड़ा शहर रोस्तोव-दोन-किनारे है (रूसी में इसे रोस्तोव-ना-दोनू Ростов-на-Дону कहते हैं और अंग्रेज़ी में रोस्तोव-ऑन-डॉन Rostov-on-Don, ताकि इसे रूस में स्थित अन्य रोस्तोव नामक नगरों से अलग बताया जा सके)। एक दोनेत्स (Северский Донец, सेवेर्सकी दोनेत्स) नाम की नदी भी अपना पानी आगे जाकर दोन नदी में विलय कर देती है। .

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दोलमा

दोल्मा बाल्कन, काकेशस, रूस और मध्य एशिया के समेत मध्य पूर्व और आसपास के इलाक़ों में बनता आम सब्ज़ी वाला पकवान है। भराई सामग्री की आम सब्ज़ियों में टमाटर, मिर्च, प्याज़, शकरकन्द, बैंगन, और लहसुन शामिल हैं। भराई में गोश्त को शामिल करना ज़रूरी नहीं है। गोश्त दोमा को आम तौर पर गर्मा-गर्म अंडा-नींबू या लहसुन की चटनी से परोसा जाता है और बिना गोश्त वालों को ठण्डा परोसा जाता है। भराई सामग्री की सब्ज़ियों को इटालवी पकवान में ripieni "रिपिएनी" कहते है। अंगूर या गोभी पत्तों के पकवान जिसको भरत से भी लपेटा होता है, उसको दोलमा या यपर्क दोलमा (पत्तों का दोलमा) भी कहते है। .

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दोस्त मुहम्मद ख़ान

दोस्त मोहम्मद खान (पश्तो: दोस्त मोहम्मद खान, 23 दिसंबर 1793 - 1863) 9 जून प्रथम आंग्ल-अफगान दौरान बारक़ज़ई वंश का संस्थापक और अफगानिस्तान के प्रमुख शासकों में से एक था।826-1839 अफगानिस्तान के अमीर बन गया और दुर्रानी वंश के पतन के साथ, वह 1845 से 1863 तक अफ़ग़ानिस्तान पर शासन किया। वह सरदार पाइंदा खान (बरक़ज़ई जनजाति के प्रमुख) का 11 वां बेटा था जो जमान शाह दुर्रानी से 1799 में मारा गया था। दोस्त मोहम्मद के दादा हाजी जमाल खान था। अफ़ग़ानों और अंग्रेजों की पहली लड़ाई के बाद उसे कलकत्ता निर्वासित कर दिया गया था लेकिन शाह शुजा की हत्या के बाद, 1842 में ब्रिटिश उसे अफ़ग़ानिस्तान का अमीर बना गए। उसने पंजाब के रणजीत सिंह से भी लोहा लिया। .

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दीपक संधू

दीपक संधू (जन्म 19 दिसम्बर 1948) भारत की पहली महिला मुख्य सूचना आयुक्त रह चुकी हैं। 5 सितंबर 2013 को इस पद पर उनकी नियुक्ति हुई थी और दिसंबर 2013 के अंत में वे इस पद से सेवानिवृत हो रही हैं। 1971 बैच की भारतीय सूचना सेवा की पूर्व अधिकारी संधू कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुकी हैं जिसमें पीआईबी की प्रधान महानिदेशक, मीडिया एवं संचार,डीडी न्यूज की महानिदेशक और 2009 में सूचना आयुक्त बनने से पहले ऑल इंडिया रेडियो, न्यूज की महानिदेशक रह चुकी हैं। वे कान, बर्लिन, वेनिस और टोक्यो में अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोहों, रूस के ग्लेनक्षीक और साइप्रस में आतंकवाद एवं इलेक्ट्रानिक मास मीडिया पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के अलावा अटलांटा, अमेरिका एवं बीजिंग में समाचार प्रमुखों के सम्मेलन में देश का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। .

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धर्मनिरपेक्ष राज्य

एक धर्मनिरपेक्ष राज्य धर्मनिरपेक्षता की एक अवधारणा है, जिसके तहत एक राज्य या देश स्वयं को धार्मिक मामलों में आधिकारिक तौर पर, न धर्म और न ही अधर्म का समर्थन करते हुए, तटस्थ घोषित करता है। परंतु भारतीय वाङ्मय में धर्म शब्द का अर्थ अत्यंत व्यापक है। कर्तव्य, आचारसंहिता, नियम, रीति, रस्म, सांप्रदायिक आचार विचार, नैतिक आचरण, शिष्टाचार आदि का समावेश एक शब्द "धर्म" में ही हो जाता है। धर्म का अर्थ जीवनप्रणाली भी माना गया है। सेक्युलर शब्द का हिंदी अनुवाद करना दुष्कर प्रतीत होता है, तथापि उसके लिए कोई शब्द रखना अत्यावश्यक है। सेक्युलर शब्द का कुछ मिलता-जुलता या अनुवाद "लौकिक" हो सकता है। सेक्युलर के लिए लौकिक शब्द हिंदी में प्रचलित है। वास्तव में सेक्युलर शब्द के लिए हिंदी में अभी कोई उपयुक्त शब्द नहीं निकल पाया है। कालांतर में शब्द अपना रूप तथा भाव पकड़ लेते हैं। अतएव धर्मनिरपेक्ष तथा लौकिक शब्द का प्रयोग सेक्युलर के लिए यहाँ किया गया है। .

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ध्रुवीय भालू

ध्रुवीय भालू (उर्सूस मारीटिमस) एक ऐसा भालू है जो आर्कटिक महासागर, उसके आस-पास के समुद्र और आस-पास के भू क्षेत्रों को आवृत किये, मुख्यतः आर्कटिक मंडल के भीतर का मूल वासी है। यह दुनिया का सबसे बड़ा मांसभक्षी है और सर्वाहारी कोडिअक भालू के लगभग समान आकार के साथ, यह सबसे बड़ा भालू भी है। एक वयस्क नर का वज़न लगभग होता है, जबकि एक वयस्क मादा उसके करीब आधे आकार की होती है। हालांकि यह भूरे भालू से नज़दीकी रूप से संबंधित है, लेकिन इसने विकास करते हुए संकीर्ण पारिस्थितिकीय स्थान हासिल किया है, जिसके तहत ठंडे तापमान के लिए, बर्फ, हिम और खुले पानी पर चलने के लिए और सील के शिकार के लिए, जो उसके आहार का मुख्य स्रोत है, अनुकूलित कई शारीरिक विशेषताएं हैं। यद्यपि अधिकांश ध्रुवीय भालू भूमि पर जन्म लेते हैं, वे अपना अधिकांश समय समुद्र पर बिताते हैं (अतः उनके वैज्ञानिक नाम का अर्थ है "समुद्री भालू") और केवल समुद्री बर्फ से लगातार शिकार कर सकते हैं, जिसके लिए वे वर्ष का अधिकांश समय जमे हुए समुद्र पर बिताते हैं। ध्रुवीय भालू को एक नाज़ुक प्रजाति के रूप में वर्गीकृत किया गया है, जिसकी 19 में से 8 उप-जनसंख्या में गिरावट देखी गई है।IUCN ध्रुवीय भालू विशेषज्ञ समूह, 2009.

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ध्रुवीय उपग्रह प्रमोचन वाहन

'''पी.एस.एल.वी सी8''' इटली के एक उपग्रह को लेकर सतीश धवन अन्तरिक्ष केन्द्र से उड़ान भरते समय ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान या पी.एस.एल.वी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन द्वारा संचालित एक उपभोजित प्रक्षेपण प्रणाली है। भारत ने इसे अपने सुदूर संवेदी उपग्रह को सूर्य समकालिक कक्षा में प्रक्षेपित करने के लिये विकसित किया है। पीएसएलवी के विकास से पूर्व यह सुविधा केवल रूस के पास थी। पीएसएलवी छोटे आकार के उपग्रहों को भू-स्थिर कक्षा में भी भेजने में सक्षम है। अब तक पीएसएलवी की सहायता से 70 अन्तरिक्षयान (30 भारतीय + 40 अन्तरराष्ट्रीय) विभिन्न कक्षाओं में प्रक्षेपित किये जा चुके हैं। इससे इस की विश्वसनीयता एवं विविध कार्य करने की क्षमता सिद्ध हो चुकी है। २२ जून, २०१६ में इस यान ने अपनी क्षमता की चरम सीमा को छुआ जब पीएसएलवी सी-34 के माध्यम से रिकॉर्ड २० उपग्रह एक साथ छोड़े गए।http://khabar.ndtv.com/news/file-facts/in-record-launch-isro-flies-20-satellites-into-space-10-facts-1421899?pfrom.

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धूम्रपान

. इसे एक रिवाज के एक भाग के रूप में, समाधि में जाने के लिए प्रेरित करने और आध्यात्मिक ज्ञान को उत्पन्न करने में भी किया जा सकता है। वर्तमान में धूम्रपान की सबसे प्रचलित विधि सिगरेट है, जो मुख्य रूप से उद्योगों द्वारा निर्मित होती है किन्तु खुले तम्बाकू तथा कागज़ को हाथ से गोल करके भी बनाई जाती है। धूम्रपान के अन्य साधनों में पाइप, सिगार, हुक्का एवं बॉन्ग शामिल हैं। ऐसा बताया जाता है कि धूम्रपान से संबंधित बीमारियां सभी दीर्घकालिक धूम्रपान करने वालों में से आधों की जान ले लेती हैं किन्तु ये बीमारियां धूम्रपान न करने वालों को भी लग सकती हैं। 2007 की एक रिपोर्ट के अनुसार प्रत्येक वर्ष दुनिया भर में 4.9 मिलियन लोग धूम्रपान की वजह से मरते हैं। धूम्रपान मनोरंजक दवा का एक सबसे सामान्य रूप है। तंबाकू धूम्रपान वर्तमान धूम्रपान का सबसे लोकप्रिय प्रकार है और अधिकतर सभी मानव समाजों में एक बिलियन लोगों द्वारा किया जाता है। धूम्रपान के लिए कम प्रचलित नशीली दवाओं में भांग तथा अफीम शामिल है। कुछ पदार्थों को हानिकारक मादक पदार्थों के रूप में वर्गीकृत किया गया है जैसे कि हेरोइन, किन्तु इनका प्रयोग अत्यंत सीमित है क्योंकि अक्सर ये व्यवसायिक रूप से उपलब्ध नहीं होते.

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नताली पोर्टमैन

नताली पोर्टमैन (נטלי פורטמן, जन्म नताली हर्शलैग, 9 जून 1981) एक इज़रायली अमेरिकी अभिनेत्री हैं। 1994 की स्वतंत्र फ़िल्म लीयॉन (संयुक्त राज्य अमेरिका में द प्रोफेशनल के नाम से जाना जाता है) में निभाई गई भूमिका उनकी पहली भूमिका थी। ''स्टार वॉर्स'' की तीन कड़ियों में पदमे अमिडाला की भूमिका निभाने के बाद उन्हें व्यापक प्रसिद्धि प्राप्त हुई। पोर्टमैन, जिन्होंने कहा है "मैं एक फ़िल्म स्टार की अपेक्षा स्मार्ट होती," ने स्टार वॉर्स फ़िल्मों में काम करने के दौरान हार्वर्ड कॉलेज से मनोविज्ञान में स्नातक की डिग्री पूरी की। सन् 2001 में, पोर्टमैन ने मेरील स्ट्रीप, केविन क्लीन और फिलिप सेमूर हॉफमैन के साथ चेक्होव के द सीगल के न्यूयॉर्क शहर के पब्लिक थिएटर के निर्माण कार्य का उद्घाटन किया। 2005 में, पोर्टमैन को ड्रामा क्लोज़र में सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री के रूप में एक गोल्डन ग्लोब अवार्ड प्राप्त हुआ। मई 2008 में, उन्होंने 61वें वार्षिक कान फ़िल्म समारोह के जूरी के सबसे कम उम्र वाले सदस्य के रूप में काम किया। पोर्टमैन के निर्देशन में बनी पहली फ़िल्म, ईव, ने 2008 में 65वें वेनिस अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म समारोह के शॉर्ट्स प्रतियोगिता का उद्घाटन किया। .

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नरेन्द्र मोदी द्वारा किए गए अंतरराष्ट्रीय प्रधानमन्त्रीय यात्राओं की सूची

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी मई २०१६ में तेहरान, ईरान में पधारते हुए। २०१४ के आम चुनाव के बाद नरेन्द्र मोदी भारत के प्रधान मंत्री बने। नरेन्द्र मोदी द्वारा की गयीं अन्तर्राष्ट्रीय प्रधानमन्त्रीय यात्राओं की सूची इस प्रकार है। .

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नाट्सी-सोवियत सीमा तथा व्यापारिक समझौता

250px नाट्सी-सोवियत सीमा तथा व्यापारिक समझौता १० जनवरी १९४१ को हस्ताक्षरित एक वृहत् समझौता था जिसके तहत नाट्सी जर्मनी तथा सोवियत संघ ने अपने सीमा के झगड़े सुलझाने तथा कच्चे माल और युद्ध सामग्री में व्यापार का निर्णय लिया।.

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नादिया पेत्रोवा

नादिया पेत्रोवा, रूस की एक महिला टेनिस खिलाड़ी हैं। श्रेणी:टेनिस खिलाड़ी श्रेणी:महिला टेनिस खिलाड़ी.

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नादिर शाह

नादिर शाह अफ़्शार (या नादिर क़ुली बेग़) (१६८८ - १७४७) फ़ारस का शाह था (१७३६ - १७४७) और उसने सदियों के बाद क्षेत्र में ईरानी प्रभुता स्थापित की थी। उसने अपना जीवन दासता से आरंभ किया था और फ़ारस का शाह ही नहीं बना बल्कि उसने उस समय ईरानी साम्राज्य के सबल शत्रु उस्मानी साम्राज्य और रूसी साम्राज्य को ईरानी क्षेत्रों से बाहर निकाला। उसने अफ़्शरी वंश की स्थापना की थी और उसका उदय उस समय हुआ जब ईरान में पश्चिम से उस्मानी साम्राज्य (ऑटोमन) का आक्रमण हो रहा था और पूरब से अफ़गानों ने सफ़ावी राजधानी इस्फ़हान पर अधिकार कर लिया था। उत्तर से रूस भी फ़ारस में साम्राज्य विस्तार की योजना बना रहा था। इस परिस्थिति में भी उसने अपनी सेना संगठित की और अपने सैन्य अभियानों की वज़ह से उसे फ़ारस का नेपोलियन या एशिया का अन्तिम महान सेनानायक जैसी उपाधियों से सम्मानित किया जाता है। वो भारत विजय के अभियान पर भी निकला था। दिल्ली की सत्ता पर आसीन मुग़ल बादशाह मुहम्मद शाह आलम को हराने के बाद उसने वहाँ से अपार सम्पत्ति अर्जित की जिसमें कोहिनूर हीरा भी शामिल था। इसके बाद वो अपार शक्तिशाली बन गया और उसका स्वास्थ्य भी बिगड़ता गया। अपने जीवन के उत्तरार्ध में वो बहुत अत्याचारी बन गया था। सन् १७४७ में उसकी हत्या के बाद उसका साम्राज्य जल्द ही तितर-बितर हो गया। .

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नाना साहेब

अपने रक्षकों के साथ '''नाना साहेब''' नाना साहेब (जन्म १८२४ - १८५७ के पश्चात से गायब) सन १८५७ के भारतीय स्वतन्त्रता के प्रथम संग्राम के शिल्पकार थे। उनका मूल नाम 'धोंडूपंत' था। स्वतंत्रता संग्राम में नाना साहेब ने कानपुर में अंग्रेजों के विरुद्ध विद्रोहियों का नेतृत्व किया। .

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नारादनाया वोल्या

नारादनाया वोल्या (Narodnaya Volya; रूसी: Наро́дная во́ля; IPA:, अर्थ: जनसंकल्प / जन स्वातंत्र्य) रूस का एक वामपंथी आतंकवादी संगठन था जिसने ज़ार अलेक्जैंडर द्वितीय की हत्या करने में सफलता पायी थी। .

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नागरिक उड्डयन

सेना द्वारा संचालित उड़ानों को छोड़कर अन्य सभी प्रकार की उड़ानों को नागरिक उड्डयन (Civil aviation) के ही अंतर्गत माना गया है। इसमें जो कार्य व्यवहार में आते हैं वे ये हैं: यात्रियों का व्यावसायिक यातायात, माल और डाक, व्यापार या शौक के लिए निजी हैसियत से की गई उड़ानें तथा सरकारी उद्देश्यों की पूर्ति के लिए किया गया इसका उपयोग। .

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निम्नतापी रॉकेट इंजन

150px भूस्थिर उपग्रह प्रक्षेपण यान में प्रयुक्त होने वाली द्रव ईंधन चालित इंजन में ईंधन बहुत कम तापमान पर भरा जाता है, इसलिए ऐसे इंजन निम्नतापी रॉकेट इंजन या तुषारजनिक रॉकेट इंजन (अंग्रेज़ी:क्रायोजेनिक रॉकेट इंजिन) कहलाते हैं। इस तरह के रॉकेट इंजन में अत्यधिक ठंडी और द्रवीकृत गैसों को ईंधन और ऑक्सीकारक के रूप में प्रयोग किया जाता है। इस इंजन में हाइड्रोजन और ईंधन क्रमश: ईंधन और ऑक्सीकारक का कार्य करते हैं। ठोस ईंधन की अपेक्षा यह कई गुना शक्तिशाली सिद्ध होते हैं और रॉकेट को बूस्ट देते हैं। विशेषकर लंबी दूरी और भारी रॉकेटों के लिए यह तकनीक आवश्यक होती है।|हिन्दुस्तान लाईव। १८ अप्रैल २०१०। अनुराग मिश्र बढ़े कदम पा लेंगे मंजिल। हिन्दुस्तान लाईव। १८ अप्रैल २०१० क्रायोजेनिक इंजन के थ्रस्ट में तापमान बहुत ऊंचा (२००० डिग्री सेल्सियस से अधिक) होता है। अत: ऐसे में सर्वाधिक प्राथमिक कार्य अत्यंत विपरीत तापमानों पर इंजन व्यवस्था बनाए रखने की क्षमता अर्जित करना होता है। क्रायोजेनिक इंजनों में -२५३ डिग्री सेल्सियस से लेकर २००० डिग्री सेल्सियस तक का उतार-चढ़ाव होता है, इसलिए थ्रस्ट चैंबरों, टर्बाइनों और ईंधन के सिलेंडरों के लिए कुछ विशेष प्रकार की मिश्र-धातु की आवश्यकता होती है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बहुत कम तापमान को आसानी से झेल सकने वाली मिश्रधातु विकसित कर ली है। .

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निषेधवाद

निषेधावाद (Nihilism) 18वीं शती के छठें दशक में रूस के उस बौद्धिक आंदोलन को उपस्थित करता है जो अपना चिह्न रूसी बौद्धिक वर्ग पर तथा उस देश के क्रांतिकारी आंदोलन पर छोड़ गया। तुर्गनेव ने अपने उपन्यास 'पिता और पुत्र' में उसके नायक को 'निषेधवादी' रूप में चित्रित किया था। उसके बाद 'निषेधवादी' रूप में चित्रित किया था। उसके बाद 'निषेधवादी' शब्द का व्यापक प्रचार हो गया। अराजकतावाद शब्द की भांति ही निषेधवाद भी शिथिल रूप से और भ्रम से ऐसा आतंकवादी कार्यकलाप माना जाने लगा है जिसकी पराकाष्ठा रूस में जार (1882) की हत्या जैसी घटना में हुई। ज़ार के समान उग्र निरंकुश शासन में विचार और व्यवहार की समस्याओं ने संवेदनशील लोगों को आकुल कर दिया था और प्राय: भावावेश तथा कुछ अपरिपक्वता में ही आचार के समस्त स्वीकृत मानदंडों से अलग हो जाने की अत्यंत सरलीकृत और अहंवाद प्रवृत्ति का जन्म हुआ। निषेधवाद के प्रमुख प्रतिनिधि पिसारोव नामक युवक ने 1860 में अपने सेंट पीटर्सबर्ग रिव्यू रूस्को स्लोवो (रूसी शब्द) में लिखा यह हमारे मत का मौलिक सिद्धांत है कि जो भी ध्वंस हो सकता है उसे चूर-चूर करना होगा; जो आघात सहन कर लेगा वह खरा है, जो टुकड़े टुकड़े हो जाता है वह कूड़ा है; जो कुछ हो, सब ओर प्रहार करो, उससे कोई हानि नहीं हो सकती। इस प्रकार पिसारोव ने पित्रीय और अन्य अधिकारों पर प्रहार किया, लैगिक समानता की घोषणा की, कर्तव्य और धर्मशीलता जैसे विचारों की खिल्ली उड़ाई और कुछ संभ्रममय ढंग से हृदय के आदेशों का अनुसरण करने की स्वतंत्रता का नारा बुलंद किया। निषेधवादियों ने बातचीत और व्यवहार में एक प्रकार का अक्खड़पन बरतना आरंभ किया और दिखाने के लिए ऐसे ढंग अख्तियार किए जो उद्धतरूप से भौतिक तथा सत्ता के प्रति असंमानपूर्ण थे। किंतु इस उद्दंखडता के बावजूद इससे ज़ारकालीन रूस के घुटनेवाले वातावरण में ताजी और प्रबल हवा का एक झोंका आया। स्वयं निषेधवादी न होते हुए भी हर्ज़ेन और चेर्निशेव्स्की के समान चिंतकों को इसमें कुछ ऐसा मिला जिसने विकास का काम किया, क्योंकि इसने लोगों के दिमाग के कूड़ाकरकट दूर कर दिया। इस प्रकार, यद्यपि जनता में तथा सामाजिक दृढ़ता में इसका कोई विश्वास नहीं था और यद्यपि वह संपूर्ण रूप से निर्बध व्यक्तित्व पर बल देता था, तथापि यह रूस में क्रांतिकारी विचारों और कार्यों के परवर्ती विकास में एक प्रबल प्रेरक तत्व माना गया। .

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निसान

(), संक्षिप्त नाम निसान, एक बहुराष्ट्रीय ऑटोनिर्माता जिनका मुख्यालय जापान में है। पहले यह निसान ग्रुप का मूल सदस्य था, लेकिन कार्लोस घोसन (सीईओ) की निगरानी में इसका पुनर्गठन हुआ और यह और अधिक स्वतंत्र हो गया। पहले यह डैटसन ब्रांड के नाम से वाहनों का विपणन किया करता था और यह दुनिया के सबसे बड़े कार निर्माताओं में एक है। अगस्त 2009 से, कंपनी का वैश्विक मुख्यालय निशि-कु, योकोहामा में स्थित है। 1999 में, निसान ने फ्रांस के रेनॉल्ट एस.ए. के साथ दोहरे गठबंधन में प्रवेश किया, जिसके पास निसान के 44.4% शेयर हैं जबकि 2008 से, निसान के पास रेनॉल्ट के 15% शेयर हैं। वर्तमान बाजार में निसान के शेयर होंडा और टोयोटा के साथ हैं, अमेरिका की ऑटो सेल्स एशिया में स्थित सबसे बड़ी मोटर कंपनियों का प्रतिनिधित्व करती हैं जो ऐतिहासिक दृष्टि से अमेरिका में आधारित "प्रमुख तीन" जीएम, फोर्ड और क्रिसलर पर तेजी से अतिक्रमण कर रही हैं। अपने घरेलू बाजार में निसान तीसरे सबसे बड़े कार निर्माता हैं, कुछ कम अंतर पर होंडा दूसरे और एक बहुत ही प्रभावी रूप में टोयोटा का स्थान प्रथम है। अपनी सामान्य श्रेणी के मॉडलों के साथ, निसान इनफिनीटी ब्रांड जैसे विलासी मॉडलों का उत्पादन भी करती है। 14 सालों से लगातार V6 विन्यास के, निसान के VQ इंजन ने वार्ड के 10 सर्वश्रेष्ठ इंजनों में अपना विशेष स्थान बनाया है। विभिन्न बाजारों में इसके नाम का उच्चारण विभिन्न प्रकार से होता है। अमेरिका में, ब्रांड है, जबकि ब्रिटेन में यह है। जापानी में, यह है। .

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निज़्नी नॉवग्रोद ओब्लास्ट

रूस का एक ओब्लास्ट (области, ओब्लास्टि, प्रांत)। श्रेणी:रूस के प्रांत ar:اوبلاستات روسيا fi:Venäjän alueet pt:Óblasts da Rússia ru:Области Российской Федерации sr:Руске области ta:ரஷ்யாவின் ஓப்லஸ்துகள் vi:Tỉnh của Nga.

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निव्ख़ लोग

निव्ख़ों का एक समूह अपनी पारम्परिक वेशभूशा में दो निव्ख़ शिकारी निव्ख़ या निव्ख़ी (रूसी भाषा: Нивхи, अंग्रेज़ी: Nivkh) या गिल्यक एक मानव समुदाय है जो रूस के सूदूर-पूर्व में साख़ालिन द्वीप और ख़ाबारोव्स्क क्राय में अमूर नदी के सागर से मिल जाने वाले क्षेत्र में रहता है। यह इस क्षेत्र के प्राचीनतम निवासी माने जाते हैं। प्राचीनकाल में यह गर्मियों में समुद्र-तटों के पार और सर्दियों में तटों से हटकर नदी-झरनों के पास मछुआरों और शिकारियों का जीवन व्यतीत करते थे। सन् २००२ की रूसी जनगणना में इनकी अनुमानित आबादी केवल ५,२८७ गिनी गई थी। इनकी भाषा बिलकुल पृथक है और इसका किसी भी अन्य ज्ञात भाषा से सम्बन्ध नहीं, हालांकि इस भाषा के अन्दर चार ज्ञात उपभाषाएँ हैं।, University of Pennsylvania Press, 2010, ISBN 978-1-934536-11-7,...

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निकलाय रेरिख़

निकोलाय रेरिख (रूसी: Николай Константинович Рерих / Nikolai Konstantinowitsch Rerich; 9 अक्टूबर, 1874 – 13 दिसम्बर, 1947) रूसी चित्रकार, लेखक, पुरातत्त्वविद, थियोसोफिस्ट, दार्शनिक थे। वे हिप्नोसिस एवं अन्य आध्यात्मिक क्रियाओं से प्रभावित थे तथा उनकी कलाकृतियों में उसकी छाप भी दिखती है। वे नौ अक्टूबर, 1874 को सेंट पीटर्सबर्ग (रूस) में पैदा हुए, किंतु वह लंबे समय तक भारत में रहे। इन्होंने रूस, यूरोप, मध्य एशिया, मंगोलिया, तिब्बत, चीन, जापान और भारत की यात्राएं कीं। 1928 से वह हिमालय के सम्मुख आए। इसके अनुपम सौंदर्य से वह इतने प्रभावित हुए कि इन्होंने अपने जीवन के बीस वर्ष कुल्लू घाटी में व्यतीत किए। 73 वर्ष के अपने जीवन काल में इन्होंने विज्ञान और दर्शन के क्षेत्र में अपार ज्ञान प्राप्त किया, लेकिन प्रमुख रूप से यह अमर चित्रकार के रूप में प्रसिद्ध हुए। इनके सम्मान में अमरीका में 1929 में 29 मंजिला विशाल भवन बनवाया गया। यहां इनकी चित्रकारियां संग्रहित हैं। कुल्लू घाटी के एक गांव नग्गर में रोरिक संग्रहालय बनाया गया है। 13 दिसम्बर 1947 को इनका निधन हुआ। यह महर्षि के नाम से प्रसिद्ध थे। बहुमुखी प्रतिभा के धनी रोरिक न केवल एक महान चित्रकार ही थे बल्कि पुरातत्ववेत्ता, कवि, लेखक, दार्शनिक और शिक्षाविद् थे। वे हिमालय में एक इंस्टीट्यूट स्थापित करना चाहते थे। इस उद्देश्य से उन्होंने राजा मण्डी से १९२८ में ’’हॉल एस्टेंट नग्गर‘‘ खरीदा। .

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निकोलय डेवीडेंको

श्रेणी:टेनिस खिलाड़ी श्रेणी:पुरुष टेनिस खिलाड़ी श्रेणी:रूस के टेनिस खिलाड़ी.

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निकोलस द्वितीय

निकोलस द्वितीय् निकोलस द्वितीय (रूसी: Николай II, Николай Александрович Романов, tr. Nikolai II, Nikolai Alexandrovich Romanov Nicholas II; 18 मई 1868 – 17 जुलाई 1918) रूस का अन्तिम सम्राट (ज़ार), फिनलैण्ड का ग्रैण्ड ड्यूक तथा पोलैण्ड का राजा था। उसकी औपचारिक लघु उपाधि थी: निकोलस द्वितीय, सम्पूर्ण रूस का सम्राट तथा आटोक्रैट। रूसी आर्थोडोक्स चर्च उसे करुणाधारी सन्त निकोलस कहता है। .

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निकोलस प्रथम

निकोलस प्रथम निकोलस प्रथम (रूसी: Николай I Павлович, निकोलाई पावलोविश; १७९६-१८५५): सन १८२५ से १८५५ तक रूस का ज़ार (सम्राट) था। .

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निकोलाय लोबाचेव्स्की

निकोलाय इवानोविच लोबाचेवस्की (Nikolai Ivanovich Lobachevsky (a; 1 दिसम्बर 1792 – 24 फरवरी 1856 (पुरानी शैली की तिथियाँ)) रूस के गणितज्ञ तथा ज्यामितिविद थे। वे अतिपरवलयिक ज्यामिति के क्षेत्र में अपने योगदान के लिये प्रसिद्ध हैं, जिसे लोबाचेवस्की ज्यामिति (Lobachevskian geometry) भी कहते हैं। .

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निकोलाई निकोलिएविश

निकोलाई निकोलिएविश ग्रांड ड्यूक निकोलाई निकोलिएविश रोमानोव (रूसी: Николай Николаевич Романов; 6 नवम्बर 1856 – 5 जनवरी 1929) रूस के सेनानायक था जिसने प्रथम विश्वयुद्ध के प्रथम वर्ष में रूसी सेना का नेतृत्व किया। वह निकोलस प्रथम का पौत्र तथा अलेक्सांदर तृतीय का चचेरा भाई था। .

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निकोलाई सेवर्त्ज़ोव

निकोलाई एलेक्सीविच सेवर्त्ज़ोव (1827 -8 फ़रवरी 1885) एक रूसी अन्वेषक और प्रकृतिवादी थे। सिर दार्या के एक अभियान के दौरान उन्हें डाकुओं ने पकड़ लिया था और एक महीने के बाद मुक्त किया था। 1865-68 में उन्होंने टीएन शान और झील इसिक कुल का पता लगाया था। 1877-78 में उन्होंने एक मार्ग के द्वारा पामीर पर्वतों को खोजा था जो वर्तमान पामीर राजमार्ग के बहुत निकट है। सेवर्त्ज़ोव ने 1873 में तुर्किस्तान के जीवों का विस्तृत विवरण जिसमे वन्यजीव की संख्या का पहला विवरण दिया था। उनमें से एक अर्गली (जंगली भेड़) की उपप्रजाति का नाम इनके नाम के आधार पर: ओविस अम्मोन सेवर्त्ज़ोवी रखा गया था। रूसी विज्ञान अकादमी मास्को के पारिस्थितिकीय और विकास संस्थान का नाम उनके बेटे एलेक्सी सेवर्त्ज़ोव के नाम पर रखा गया है। श्रेणी:अन्वेषक.

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निकोलाई करमज़िन

निकोलाई करमज़िन निकोलाई करमज़िन (Nikolay Mikhailovich Karamzin; रूसी Никола́й Миха́йлович Карамзи́н; IPA:; 12 दिसम्बर 1766 – 3 जून 1826) रूस का लेखक, कवि, इतिहासकार और समालोचक था। 'रूसी राज्य का इतिहास' नामक १२ भागों में रूस का राष्ट्रीय इतिहास उसकी अमर कृति है। .

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नैपोलियन तृतीय

नैपोलियन तृतीय लुई नैपोलियन् बोनापार्ट (२० अप्रैल १८०८ - ९ जनवरी १८७३ ई.) फ्रांसीसी रिपब्लिक का प्रथम राष्ट्रपति तथा नैपोलियन तृतीय के रूप में द्वितीय फ्रांसीसी साम्राज्य का शासक था। वह नैपोलियन प्रथम का भतीजा तथा उत्तराधिकारी था। .

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नैगम शासन

नैगम शासन या 'कम्पनी शासन' या कॉरपोरेट शासन प्रक्रियाओं, रिवाजों, नीतियों, क़ानून और संस्थाओं की एक व्यवस्था है, जिनसे निगम (या कंपनी) निर्देशित, प्रशासित या नियंत्रित होती है। कॉर्पोरेट प्रशासन में कई हितधारकों के बीच संबंध और लक्ष्य भी शामिल हैं, जिनके लिए निगम नियंत्रित होती है। प्रमुख हितधारकों में हैं, शेयरधारक/सदस्य, प्रबंधन और निदेशक मंडल.

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नूर इनायत ख़ान

नूर-उन-निसा इनायत ख़ान (प्रचलित: नूर इनायत ख़ान; उर्दू: نور عنایت خان, अँग्रेजी: Noor Inayat Khan; 1 जनवरी 1914 – 13 सितम्बर 1944) भारतीय मूल की ब्रिटिश गुप्तचर थीं, जिन्होंने द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान मित्र देशों के लिए जासूसी की। ब्रिटेन के स्पेशल ऑपरेशंस एक्जीक्यूटिव के रूप में प्रशिक्षित नूर द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान फ्रांस के नाज़ी अधिकार क्षेत्र में जाने वाली पहली महिला वायरलेस ऑपरेटर थीं। जर्मनी द्वारा गिरफ़्तार कर यातनायें दिए जाने और गोली मारकर उनकी हत्या किए जाने से पहले द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान वे फ्रांस में एक गुप्त अभियान के अंतर्गत नर्स का काम करती थीं। फ्रांस में उनके इस कार्यकाल तथा उसके बाद आगामी 10 महीनों तक उन्हें यातनायें दी गईं और पूछताछ की गयी, किन्तु पूछताछ करने वाली नाज़ी जर्मनी की ख़ुफिया पुलिस गेस्टापो द्वारा उनसे कोई राज़ नहीं उगलवाया जा सका। उनके बलिदान और साहस की गाथा युनाइटेड किंगडम और फ्रांस में प्रचलित है। उनकी सेवाओं के लिए उन्हें युनाइटेड किंगडम एवं अन्य राष्ट्रमंडल देशों के सर्वोच्च नागरिक सम्मान जॉर्ज क्रॉस से सम्मानित किया गया। उनकी स्मृति में लंदन के गॉर्डन स्क्वेयर में स्मारक बनाया गया है, जो इंग्लैण्ड में किसी मुसलमान को समर्पित और किसी एशियाई महिला के सम्मान में इस तरह का पहला स्मारक है। .

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नेपोलियन बोनापार्ट

नेपोलियन बोनापार्ट (15 अगस्त 1769 - 5 मई 1821) (जन्म नाम नेपोलियोनि दि बोनापार्टे) फ्रान्स की क्रान्ति में सेनापति, 11 नवम्बर 1799 से 18 मई 1804 तक प्रथम कांसल के रूप में शासक और 18 मई 1804 से 6 अप्रैल 1814 तक नेपोलियन I के नाम से सम्राट रहा। वह पुनः 20 मार्च से 22 जून 1815 में सम्राट बना। वह यूरोप के अन्य कई क्षेत्रों का भी शासक था। इतिहास में नेपोलियन विश्व के सबसे महान सेनापतियों में गिना जाता है। उसने एक फ्रांस में एक नयी विधि संहिता लागू की जिसे नेपोलियन की संहिता कहा जाता है। वह इतिहास के सबसे महान विजेताओं में से एक था। उसके सामने कोई रुक नहीं पा रहा था। जब तक कि उसने 1812 में रूस पर आक्रमण नहीं किया, जहां सर्दी और वातावरण से उसकी सेना को बहुत क्षति पहुँची। 18 जून 1815 वॉटरलू के युद्ध में पराजय के पश्चात अंग्रज़ों ने उसे अन्ध महासागर के दूर द्वीप सेंट हेलेना में बन्दी बना दिया। छः वर्षों के अन्त में वहाँ उसकी मृत्यु हो गई। इतिहासकारों के अनुसार अंग्रेज़ों ने उसे संखिया (आर्सीनिक) का विष देकर मार डाला। .

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नेपोलियन का रूस पर आक्रमण

नेपोलियन की साम्राज्यवादी आकांक्षा तथा महाद्वीपीय व्यवस्था के प्रश्न पर रूस के साथ उसके संबंध पुनः बिगड़ गए। फलस्वरूप 1812 ई. में नेपोलियन ने रूस पर आक्रमण कर दिया। फ्रांस में इसे 'रूसी अभियान' कहा जाता है जबकि रूस में इसे '१८१२ का देशभक्तिपूर्ण युद्ध'। नेपोलियन की सेना ने नोमेन नदी पार कर रूस की सीमा में प्रवेश किया। रूसी सेनाओं ने फसलों, भंडारों को नष्ट करते हुए पीछे हटने तथा छापामार हमले करते रहने की नीति अपनाई। अनेक कठिनाईयों का सामना करते हुए किसी तरह जब नेपोलियन मास्को पहुुंचा तो उसने पूरे शहर को वीरान पाया। वास्तव में अभी तक फ्रांसीसी सेना अपना खर्च पराजित प्रदेशों से निकालती थी किन्तु इस युद्ध पद्धति और रणनीति से यह संभव नहीं हो सका। नेपोलियन को आशा थी कि जार आत्मसमर्पण कर देगा परन्तु जार आत्मसमर्पण के बजाय साइबेरिया चला गया। नेपोलियन मास्कों में लगभग दो महीने तक शांति प्रस्ताव की प्रतीक्षा में रहा, तभी उसके सैनिकों के लिए खाद्य सामग्री का संकट पैदा हो गया तथा महामारी फैल गई। अतः नेपोलियन को लाचार होकर मॉस्को से लौटाना पड़ा। सेना को भूख, ठंड और रूसियों ने परेशान किया। इस तरह जब नेपोलियन ने रूस की सीमा छोड़ी तब वह अपने 6 लाख में से 5 लाख सैनिक खो चुका था। इस तरह से यह अभियान निरर्थक सिद्ध हुआ। इसकी असफलता का कारण नेपोलियन की हठधर्मिता और रूसी सैनिकों की पीछे हटने की कूटनीति को न समझ पाना था। .

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नेपोलियन के युद्ध

नेपोलियन बोनापार्ट जब तक सत्ता में रहा युद्धों में उलझा रहा जिनसे सारा यूरोप त्रस्त था। इन युद्धों को सम्मिलित रूप से नेपोलियन के युद्ध (Napoleonic Wars) कहा जाता है। १८०३ से लेकर १८१५ तक कोई साठ युद्ध उसने लड़े थे जिसमें से सात में उसकी पराजय हुई (अधिकांशतः अपने अन्तिम दिनों में)। इन युद्धों के फलस्वरूप यूरोपीय सेनाओं में क्रान्तिकारी परिवर्तन हुए। परम्परागत रूप से इन युद्धों को १९७२ में फ्रांसीसी क्रांति के समय शुरू हुए क्रांतिकारी युद्धों की शृंखला में ही रखा जाता है। आरम्भ में फ्रांस की शक्ति बड़ी तेजी से बढ़ी और नैपोलियन ने यूरोप का अधिकांश भाग अपने अधिकार में कर लिया। १८१२ में रूस पर आक्रमण करने के बाद फ्रांस का बड़ी तेजी से पतन हुआ। .

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नॉर्वे

नॉर्वे (बूकमॉल नॉर्वेजियन: Kongeriket Norge कुङेरिकेत नोर्ये, नी-नॉर्वेजियन: Kongeriket Noreg कुङेरिकेत नुरेग) यूरोप महाद्वीप में स्थित एक देश है। इसकी राजधानी है ओस्लो (en:Oslo)। इसकी मुख्य- और राजभाषा है नॉर्वेजियन भाषा। नोर्वे एक राजशाही है। इसके क्षेत्राधिकार् मे स्कैन्डेनेविअन प्रायद्वीप का पश्चिमी हिस्सा, यान मायेन और स्वाल्बार्द तथा बूवे नाम के आर्क्तिक द्वीप समूह आते हैं। नोर्वे का कुल क्शेत्रफल ३ लाख ८५ हजार दौ सौ बावन वर्ग किलोमीटर (१,४८,७४७ वर्ग मील) है और जनसन्ख्या लग्भग पचास लाख्। यह यूरोप मे न्यून्तम जनसन्ख्या घनत्त्व वाले देशो मे द्वीतीय स्थान पे आता है। देश की सीमाए पूर्व मे स्वीडन से लगती है और उत्तर मे कुछ क्षेत्र की सीमाए फ़िनलैण्ड और रूस से लगती हैं। नॉर्वे का रजा हराल्ड पांचवा है और उसकी प्रधानमंत्री जेन्स स्तोल्तेंबेर्ग है। नॉर्वे में 17 मई का दिन राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन 1814 ईसवी में नॉर्वे का संविधान बना था। देश के संसद को स्टोरटिंग कहा जाता है जिसके सदस्य हर चार साल बाद चुने जाते हैं। Bryggen (6-2007).jpg|Bergen Geiranger2.JPG|Geiranger Sognefjord, Norway.jpg|Sognefjord Vippetangen2.jpg|ओस्लो Vegaoyan.jpg|West Norway coast Mixed_Picea_(Spruce)_forest_from_Vestfold_county_in_Norway.jpg|Forest Norway National House.JPG|Norway Tradional House Troll_A_Platform.jpg|Oil platform .

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नॉवग्रोद ओब्लास्ट

रूस का एक ओब्लास्ट (области, ओब्लास्टि, प्रांत)। श्रेणी:रूस के प्रांत ar:اوبلاستات روسيا fi:Venäjän alueet pt:Óblasts da Rússia ru:Области Российской Федерации sr:Руске области ta:ரஷ்யாவின் ஓப்லஸ்துகள் vi:Tỉnh của Nga.

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नॉवोसिबिरिस्क ओब्लास्ट

रूस का एक ओब्लास्ट (области, ओब्लास्टि, प्रांत)। श्रेणी:रूस के प्रांत ar:اوبلاستات روسيا fi:Venäjän alueet pt:Óblasts da Rússia ru:Области Российской Федерации sr:Руске области ta:ரஷ்யாவின் ஓப்லஸ்துகள் vi:Tỉnh của Nga.

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नोवाया ज़ेमल्या

नोवाया ज़ेमल्या नोवाया ज़ेमल्या की उत्तरी यूरोप के सापेक्ष स्थिति नोवाया ज़ेमल्या (रूसी: Новая Земля; अंग्रेजी: Novaya Zemlya; नॉर्वेजियन: Gåselandet (हंस भूमि)), रूस के उत्तर और यूरोप के पूर्वोत्तर में आर्कटिक महासागर में स्थित एक द्वीपसमूह है, जिस पर स्थित झेलानिया अंतरीप यूरोप का सुदूरतम बिन्दु है। द्वीपसमूह का प्रशासन अर्खांगेल्स्क ओब्लास्ट के द्वारा नोवाया ज़ेमल्या द्वीप क्षेत्र के नाम से चलाया जाता है। इसका कुल क्षेत्रफल 90,650 किमी² है। नोवाया ज़ेमल्या दो प्रमुख द्वीपों सेवेर्नी (उत्तरी) और यूझनी (दक्षिणी) से मिलकर बना है जिन्हें संकीर्ण मटोच्किन जलडमरूमध्य पृथक करता है। नोवाया ज़ेमल्या कारा सागर को बेरिंट सागर से अलग करता हैं। द्वीपसमूह की जनसंख्या 2716 (2002 जनगणना) है, जिसमे से 2622 लोग, नोवाया ज़ेमल्या जिले के बेलुश्या गुबा नामक शहरी क्षेत्र में रहते हैं। यहाँ के मूल निवासी नेनेट लोग हैं जिनकी संख्या लगभग 100 है, जीवन निर्वाह के लिए मछली पकड़ने, जानवर पकड़ने, ध्रुवीय भालू और सील के शिकार जैसे व्यवसायों में लगे हैं। शीत युद्ध के वर्षों के दौरान नोवाया ज़ेमल्या एक संवेदनशील सैन्य क्षेत्र था, सोवियत वायु सेना ने द्वीप के दक्षिणी हिस्से में स्थित रोगाशेवो में अपना सैन्य अड्डा स्थापित किया था। इस अड्डे को मुख्य रूप से ना सिर्फ इंटरसेप्टर विमान प्रचालन के लिए इस्तेमाल किया जाता था बल्कि यह पास ही स्थित परमाणु परीक्षण क्षेत्र को सैन्य सहायता भी प्रदान करता था। यह आज तक के सबसे शक्तिशाली परमाणु विस्फोट ज़ार बोम्बा का भी परीक्षण स्थल था जिसका विस्फोट 1961 में किया गया था। .

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नोवैटोर के १०० प्रक्षेपास्त्र

नोवैटोर के-१०० एक रूसी हवा से हवा प्रक्षेपास्त्र है जो 300-400 किमी (160-210 मील) तक की सीमा मे अवाक्स घातक भूमिका के लिये तैयार किया गया है। मिसाइल अपने विकास के दौरान विभिन्न नामों से जाना गया है 172 Izdeliye (172 अनुच्छेद), ए ए एम - एल (RVV-L), के एस-172, के एस-1, 172S-1 और आर 172। इसका ढांचा 9K37 Buk सतह से हवा (एसएएम) मिसाइल से प्राप्त किया गया है लेकिन विकास कोष की कमी की वजह से 1990 के दशक मे विकास कार्य रुक गया। यह 2004 में भारत के साथ एक समझौते के बाद पुनः शुरू किया गया है, जो अपने सुखोई ३० लड़ाकू विमानों के लिए भारत में मिसाइल का उत्पादन करना चाहता है। .

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नीपर

युक्रेन के कीव में नीपर नदी नीपर नदी यूरोप की एक प्रमुख नदी है, जो रूस के सोमोलेंस्क नामक स्थान के पास से निकल कर रूस, बेलारूस और युक्रेन में बहने के बाद काला सागर मे गिरती है। यह बेलारूस और युक्रेन की सबसे लंबी नदी है और पूरे यूरोप की नदियों में लंबाई के मामले में इसका चौथा स्थान है। कुल और के बीच लंबाई वाली इस नदी के अपवाह बेसिन का आकार है। यह नदी, इसके ऊपर स्थित जलविद्युत केन्द्रों के लिए जानी जाती है। नीपर नदी एक महत्वपूर्ण जलमार्ग भी है। नीपर-बग नहर द्वारा यह यूरोप के अन्य नहरी जलमार्गों से भी जुड़ी है। जलमार्ग के रूप में इस नदी का महत्व बेलारूस और युक्रेन के लिए है। .

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पद्म श्री पुरस्कार (१९९०–१९९९)

पद्म श्री पुरस्कार, भारत का चौथा सबसे बड़ा नागरीक सम्मान है। जिसके ई॰ सन् १९८४ से १९८९ के प्राप्त कर्ता निम्न हैं: .

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पद्म श्री पुरस्कार (२०००–२००९)

पद्म श्री पुरस्कार, भारत का चौथा सबसे बड़ा नागरीक सम्मान है। सन् २००० से २००९ तक विजेताओं की सूची निम्न है: .

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पद्मभूषण डॉ॰ मोटूरि सत्यनारायण पुरस्कार

पद्मभूषण डॉ॰ मोटूरि सत्यानारायण पुरस्कार एक साहित्यिक पुरस्कार है जो भारत के मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अंतर्गत केन्द्रीय हिन्दी संस्थान द्वारा किसी ऐसे भारतीय मूल के विद्वान को दिया जाता है जिसने विदेश में हिन्दी भाषा या साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया हो। इस पुरस्कार का प्रारंभ तमिलनाडु के हिंदी सेवी एवं विद्वान मोटूरि सत्यनारायण के नाम पर १९८९ में हुआ था। पहला पद्मभूषण डॉ॰ मोटूरि सत्यनारायण पुरस्कार वर्ष २००२ में कनाडा के हरिशंकर आदेश को दिया गया था। इस पुरस्कार में एक लाख रुपये नकद, एक स्मृतिचिह्न, प्रशस्ति पत्र और शाल शामिल हैं। यह पुरस्कार भारत के राष्ट्रपति द्वारा स्वयं प्रदान किया जाता है। .

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पन्ना

पन्ना, बेरिल (Be3Al2(SiO3)6) नामक खनिज का एक प्रकार है जो हरे रंग का होता है और जिसे क्रोमियम और कभी-कभी वैनेडियम की मात्रा से पहचाना जाता है।हर्ल्बट, कॉर्नेलियस एस.

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परम (सुपरकम्प्यूटर)

परम सी-डैक द्वारा विकसित भारत के स्वदेशी सुपरकंप्यूटर्स की एक श्रृंखला है। श्रृंखला में नवीनतम सुपरकम्प्यूटर परम ईशान हैं। संस्कृत में परम का अर्थ हैं "सर्वोच्च"। .

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परमाणु अप्रसार संधि

परमाणु अप्रसार संधि (अंग्रेज़ी:नॉन प्रॉलिफरेशन ट्रीटी) को एनपीटी के नाम से जाना जाता है। इसका उद्देश्य विश्व भर में परमाणु हथियारों के प्रसार को रोकने के साथ-साथ परमाणु परीक्षण पर अंकुश लगाना है। १ जुलाई १९६८ से इस समझौते पर हस्ताक्षर होना शुरू हुआ। अभी इस संधि पर हस्ताक्षर कर चुके देशों की संख्या १९0 है। जिसमें पांच के पास आण्विक हथियार हैं। ये देश हैं- अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस और चीन। सिर्फ पांच संप्रभुता संपन्न देश इसके सदस्य नहीं हैं। ये हैं- भारत, इजरायल, पाकिस्तान द.सुदान और उत्तरी कोरिया। एनपीटी के तहत भारत को परमाणु संपन्न देश की मान्यता नहीं दी गई है। जो इसके दोहरे मापदंड को प्रदर्शित करती है। इस संधि का प्रस्ताव आयरलैंड ने रखा था और सबसे पहले हस्ताक्षर करने वाला राष्ट्र है फिनलैंड। इस संधि के तहत परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्र उसे ही माना गया है जिसने १ जनवरी १९६७ से पहले परमाणु हथियारों का निर्माण और परीक्षण कर लिया हो। इस आधार पर ही भारत को यह दर्जा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नहीं प्राप्त है। क्योंकि भारत ने पहला परमाणु परीक्षण १९७४ में किया था। उत्तरी कोरिया ने इस सन्धि पर हस्ताक्षर किये, इसका उलंघन किया और फिर इससे बाहर आ गया। .

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परमाणु अस्त्रों से युक्त देशों की सूची

दुनिया में आठ देश हैं जो परमाणु हथियारों को सफलतापूर्वक विस्फोट कर चुके हैं। इन में से पाच देश परमाणु अप्रसार संधि के अंतर्गत परमाणु-हथियार राज्य जाने जाते है; जो है अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस, और चीन। परमाणु अप्रसार संधि मे शामील न होने वाले तीन देश जिन्होंने सफलतापूर्वक परमाणु विस्फोट किया है वो है; भारत, उत्तर कोरिया, और पाकिस्तान। उत्तरी कोरिया पहले परमाणु अप्रसार संधि मे शामिल था लेकिन २००३ में वे हट गए। इज़राइल के पास भी परमाणु हथियार होने की व्यापक संभावना जताई जाती है, हालांकि यह इसके बारे में जानबूझकर अस्पष्टता की नीति बनाए रखता है और यह स्वीकार नहीं करता है। और इज़राइल किसी प्रकार के परमाणु परीक्षण आयोजित करने के लिए निश्चित रूप से ज्ञात नहीं है। .

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पशुधन

घरेलू भेड़ और एक गाय (बछिया) दक्षिण अफ्रीका में एक साथ चराई करते हुए एक या अधिक पशुओं के समूह को, जिन्हें कृषि सम्बन्धी परिवेश में भोजन, रेशे तथा श्रम आदि सामग्रियां प्राप्त करने के लिए पालतू बनाया जाता है, पशुधन के नाम से जाना जाता है। शब्द पशुधन, जैसा कि इस लेख में प्रयोग किया गया है, में मुर्गी पालन तथा मछली पालन सम्मिलित नहीं है; हालांकि इन्हें, विशेष रूप से मुर्गीपालन को, साधारण रूप से पशुधन में सम्मिलित किया जाता हैं। पशुधन आम तौर पर जीविका अथवा लाभ के लिए पाले जाते हैं। पशुओं को पालना (पशु-पालन) आधुनिक कृषि का एक महत्वपूर्ण भाग है। पशुपालन कई सभ्यताओं में किया जाता रहा है, यह शिकारी-संग्राहक से कृषि की ओर जीवनशैली के अवस्थांतर को दर्शाता है। .

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पश्चिम क़ज़ाख़स्तान प्रांत

पश्चिम क़ज़ाख़स्तान प्रांत (कज़ाख़: Батыс Қазақстан облысы, अंग्रेज़ी: West Kazakhstan Province) मध्य एशिया के क़ज़ाख़स्तान देश का एक प्रांत है। इसकी राजधानी ओराल (Oral) नाम का शहर है, जिसे 'उराल्स्क' (Uralsk) भी कहा जाता है। इस प्रांत की सरहदें रूस से लगती हैं और यह यूराल पहाड़ों के पास स्थित है। यूराल नदी प्रांत से गुज़रकर कैस्पियन सागर की तरफ़ जाती है। भौगोलिक रूप से इस प्रांत को अक्सर पूर्वी यूरोप में माना जाता है। पश्चिम क़ज़ाख़स्तान प्रदेश का पहला गठन सोवियत संघ के ज़माने में सन् १९३२ में किया गया। १९६२ में इसका नाम बदलकर उराल्स्क प्रदेश कर दिया गया लेकिन १९९२ में इसे फिर से 'पश्चिम क़ज़ाख़स्तान' का नाम दे दिया गया।, Paul Brummell, Bradt Travel Guides, 2012, ISBN 978-1-84162-369-6,...

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पश्चिमी संस्कृति

पश्चिमी संस्कृति (जिसे कभी-कभी पश्चिमी सभ्यता या यूरोपीय सभ्यता के समान माना जाता है), यूरोपीय मूल की संस्कृतियों को सन्दर्भित करती है। यूनानियों के साथ शुरू होने वाली पश्चिमी संस्कृति का विस्तार और सुदृढ़ीकरण रोमनों द्वारा हुआ, पंद्रहवी सदी के पुनर्जागरण एवं सुधार के माध्यम से इसका सुधार और इसका आधुनिकीकरण हुआ और सोलहवीं सदी से लेकर बीसवीं सदी तक जीवन और शिक्षा के यूरोपीय तरीकों का प्रसार करने वाले उत्तरोत्तर यूरोपीय साम्राज्यों द्वारा इसका वैश्वीकरण हुआ। दर्शन, मध्ययुगीन मतवाद एवं रहस्यवाद, ईसाई एवं धर्मनिरपेक्ष मानवतावाद की एक जटिल श्रृंखला के साथ यूरोपीय संस्कृति का विकास हुआ। ज्ञानोदय, प्रकृतिवाद, स्वच्छंदतावाद (रोमेन्टिसिज्म), विज्ञान, लोकतंत्र और समाजवाद के प्रयोगों के साथ परिवर्तन एवं निर्माण के एक लंबे युग के माध्यम से तर्कसंगत विचारधारा विकसित हुई.

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पहला विश्व युद्ध

पहला विश्व युद्ध 1914 से 1918 तक मुख्य तौर पर यूरोप में व्याप्त महायुद्ध को कहते हैं। यह महायुद्ध यूरोप, एशिया व अफ़्रीका तीन महाद्वीपों और समुंदर, धरती और आकाश में लड़ा गया। इसमें भाग लेने वाले देशों की संख्या, इसका क्षेत्र (जिसमें यह लड़ा गया) तथा इससे हुई क्षति के अभूतपूर्व आंकड़ों के कारण ही इसे विश्व युद्ध कहते हैं। पहला विश्व युद्ध लगभग 52 माह तक चला और उस समय की पीढ़ी के लिए यह जीवन की दृष्टि बदल देने वाला अनुभव था। क़रीब आधी दुनिया हिंसा की चपेट में चली गई और इस दौरान अंदाज़न एक करोड़ लोगों की जान गई और इससे दोगुने घायल हो गए। इसके अलावा बीमारियों और कुपोषण जैसी घटनाओं से भी लाखों लोग मरे। विश्व युद्ध ख़त्म होते-होते चार बड़े साम्राज्य रूस, जर्मनी, ऑस्ट्रिया-हंगरी (हैप्सबर्ग) और उस्मानिया ढह गए। यूरोप की सीमाएँ फिर से निर्धारित हुई और अमेरिका निश्चित तौर पर एक 'महाशक्ति ' बन कर उभरा। .

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पाताल का द्वार

देरवेज़े का 'पाताल का द्वार', सन् २०११ दूर से दृश्य पाताल का द्वार (अंग्रेज़ी: Door to Hell) तुर्कमेनिस्तान के आख़ाल प्रान्त के देरवेज़े गाँव में एक प्राकृतिक गैस का क्षेत्र है। यहाँ पर ज़मीन में बने एक बड़े छेद से निकलती हुई गैस सन् १९७१ से लगातार जल रही है। इससे पैदा होने वाली गंधक (सल्फ़र​) की गंध मीलों दूर तक पूरे क्षेत्र में फैली रहती है। .

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पार-साइबेरियाई रेलमार्ग

नाज़िवाएवस्काया स्टेशन पर अप्रैल के महीने में बर्फ़ से गुज़रती हुई रेल ट्रांस-साइबेरियाई रेलमार्ग एक प्रसिद्ध रेलमार्ग है जो रूस की राजधानी मास्को को रूस के साइबेरिया क्षेत्र से गुज़रते हुए सूदूर-पूर्वी शहर व्लादिवोस्तोक से जोड़ता है। इसकी शाखाएँ मंगोलिया से गुज़रती हुई चीन भी जाती हैं। यह एक 9,259 किमी लम्बा रेलमार्ग है और इसपर एक छोर से दुसरे छोर तक पूरा सफ़र करने में आठ दिन लग जाते हैं।, route No.

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पाव्लोदार प्रांत

पाव्लोदार प्रांत (कज़ाख़: Павлодар облысы, अंग्रेज़ी: Pavlodar Province) मध्य एशिया के क़ाज़ाख़स्तान देश का एक प्रांत है। इसकी राजधानी भी पाव्लोदार नाम का शहर ही है। इस प्रांत की सरहदें उत्तर में रूस से लगती हैं। साइबेरिया की महत्वपूर्ण इरतिश नदी चीन द्वारा नियंत्रित अल्ताई पर्वतों के एक भाग से निकलकर इस प्रांत से गुज़रती है और उत्तर में रूस में निकल जाती है। कुछ समीक्षकों के अनुसार क़ाज़ाख़स्तान का यह भाग रहन-सहन और संस्कृति में साइबेरिया जैसा अधिक और मध्य एशिया जैसा कम लगता है।, Paul Brummell, Bradt Travel Guides, 2012, ISBN 978-1-84162-369-6,...

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पाकिस्तान

इस्लामी जम्हूरिया पाकिस्तान या पाकिस्तान इस्लामी गणतंत्र या सिर्फ़ पाकिस्तान भारत के पश्चिम में स्थित एक इस्लामी गणराज्य है। 20 करोड़ की आबादी के साथ ये दुनिया का छठा बड़ी आबादी वाला देश है। यहाँ की प्रमुख भाषाएँ उर्दू, पंजाबी, सिंधी, बलूची और पश्तो हैं। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद और अन्य महत्वपूर्ण नगर कराची व लाहौर रावलपिंडी हैं। पाकिस्तान के चार सूबे हैं: पंजाब, सिंध, बलोचिस्तान और ख़ैबर​-पख़्तूनख़्वा। क़बाइली इलाक़े और इस्लामाबाद भी पाकिस्तान में शामिल हैं। इन के अलावा पाक अधिकृत कश्मीर (तथाकथित आज़ाद कश्मीर) और गिलगित-बल्तिस्तान भी पाकिस्तान द्वारा नियंत्रित हैं हालाँकि भारत इन्हें अपना भाग मानता है। पाकिस्तान का जन्म सन् 1947 में भारत के विभाजन के फलस्वरूप हुआ था। सर्वप्रथम सन् 1930 में कवि (शायर) मुहम्मद इक़बाल ने द्विराष्ट्र सिद्धान्त का ज़िक्र किया था। उन्होंने भारत के उत्तर-पश्चिम में सिंध, बलूचिस्तान, पंजाब तथा अफ़गान (सूबा-ए-सरहद) को मिलाकर एक नया राष्ट्र बनाने की बात की थी। सन् 1933 में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के छात्र चौधरी रहमत अली ने पंजाब, सिन्ध, कश्मीर तथा बलोचिस्तान के लोगों के लिए पाक्स्तान (जो बाद में पाकिस्तान बना) शब्द का सृजन किया। सन् 1947 से 1970 तक पाकिस्तान दो भागों में बंटा रहा - पूर्वी पाकिस्तान और पश्चिमी पाकिस्तान। दिसम्बर, सन् 1971 में भारत के साथ हुई लड़ाई के फलस्वरूप पूर्वी पाकिस्तान बांग्लादेश बना और पश्चिमी पाकिस्तान पाकिस्तान रह गया। .

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पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंक

पाकिस्तान के सभी पड़ोसी देशों तथा अमेरिका, ब्रिटेन, रूस आदि पश्चिमी देशों का यह आरोप रहा है कि पाकिस्तान प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से विभिन्न आतंकी कार्यवाइयों में लिप्त रहा है। सन २०११ में ओसामा बिन लादेन के पाकिस्तान की राजधानी के पास अमेरिका द्वारा मारे जाने पर यह आरोप पुष्ट हुआ है। इसे 'आतंकियों का स्वर्ग' कहा जाता है और संसार का सर्वाधिक ख़तरनाक देश माना जाता है। प्रमुख इस्लामी आतंकी संस्थाएँ जैसे लश्कर-ए-तैयबा, लश्कर-ए-ओमर, जैश-ए-मोहम्मद, हरकतुल मुजाहिद्दीन, सिपाह-ए-सहाबा, हिज़्बुल मुजाहिदीन आदि सब के सब पाकिस्तान में रहकर अपनी आतंकी गतिबिधियाँ चलाते हैं। कई मामलों में आईएसआई से इन्हें सक्रिय प्रशिक्षण एवं अन्य सहयोग मिलते हैं। यदि 11 सितंबर 2001 को अमेरिका में वह आतंकवादी घटना घटित नहीं होती तो पाकिस्तान की इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आई.एस.आई.) समर्थित अलकायदा आतंकवादियों का प्रभाव बढ़ना जारी रहता। इस विकास को किसी निश्चित सीमा में बाँधना कठिन होगा। बस, यह अनुमान लगाया जा सकता है कि यदि इसे कुछ और वर्षों तक नियंत्रित नहीं किया जाता तो उसमें इनमें से कोई या सभी क्षमताएँ विकसित हो सकती थीं-.

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पितृवंश समूह ऍन

रूस के साइबेरिया क्षेत्र के नॅनॅत्स जनजाति के ७५% पुरुष पितृवंश समूह ऍन के वंशज हैं मनुष्यों की आनुवंशिकी (यानि जॅनॅटिक्स) में पितृवंश समूह ऍन या वाए-डी॰एन॰ए॰ हैपलोग्रुप N एक पितृवंश समूह है। यह पितृवंश स्वयं पितृवंश समूह ऍनओ से उत्पन्न हुई एक शाखा है। इस पितृवंश के पुरुष अधिकतर यूरेशिया के सुदूर उत्तरी इलाक़ों में पाए जाते हैं, जैसे कि साइबेरिया, उत्तरी रूस, फिनलैंड, लातविया, लिथुआनिया और एस्टोनिया। साइबेरिया की याकूत और नॅनॅत्स जनजातियों के ७५% पुरुष, फिनलैंड की सामी जनजाति के ४०% पुरुष और फिनलैंड की ही बहुसंख्यक फ़िन्न जाती के ६०% पुरुष इस पितृवंश समूह के सदस्य हैं। अनुमान है के जिस पुरुष से यह पितृवंश शुरू हुआ वह आज से लगभग १५,०००-२०,००० वर्ष पहले सुदूर पूर्व एशिया का निवासी था। .

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पितृवंश समूह सी

पितृवंश समूह सी की शुरुआत भारतीय उपमहाद्वीप या मध्य पूर्व में हुई जब मनुष्य अफ्रीका से नए-नए पूर्व की और निकले थे - इस पितृवंश की शाखाओं के वंशजों ने आगे चलकर पूर्वी एशिया और उत्तरी अमरीका को मनुष्यों से सर्वप्रथम आबाद किया मनुष्यों की आनुवंशिकी (यानि जॅनॅटिक्स) में पितृवंश समूह सी या वाए-डी॰एन॰ए॰ हैपलोग्रुप C एक पितृवंश समूह है। इस पितृवंश समूह के सदस्य पुरुष भारत और मंगोलिया, रूस के सुदूर पूर्व, ऑस्ट्रेलिया के आदिवासियों और कोरिया में पाए जाते हैं। अनुमान है के जिस पुरुष से यह पितृवंश शुरू हुआ वह आज से लगभग ६०,००० वर्ष पहले भारतीय उपमहाद्वीप या मध्य पूर्व में रहता था। मानना है के जब इस पितृवंश की शुरुआत हुई तो मनाव अफ्रीका के अपने जन्मस्थल से नए-नए पूर्व की ओर निकले थे। इस पितृवंश समूह की शाखाओं के वंशजों ने आगे चलकर पूर्वी एशिया और उत्तरी अमरीका में मनुष्यों की जाती को सर्वप्रथम स्थापित किया। .

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पितृवंश समूह आर१ए

पितृवंश समूह आर१ए का विस्तार पितृवंश समूह आर१ए या हैपलोग्रुप R1a मनुष्यों में वाए गुण सूत्र (Y-क्रोमोज़ोम) का एक वर्ग है, यानि की सभी पुरुष जिनमें इस वंश समूह के चिन्ह हैं एक ही ऐतिहासिक पुरुष की संतान हैं। अनुमान लगाया जाता है के यह पुरुष आज से १८,५०० साल पहले जीवित था। इस पितृवंश के पुरुष भारत, पाकिस्तान, मध्य एशिया, रूस, पूर्वी यूरोप और स्कैन्डिनेवियाई देशों में पाए जाते हैं। .

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पवित्र संघ

पवित्र संघ (Holy Alliance; जर्मन: Heilige Allianz; रूसी: Священный союз, Svyashchennyy soyuz) की स्थापना नेपोलियन बोनापार्ट की अन्तिम पराजय के बाद २६ सितम्बर १८१५ को रूस, ऑस्ट्रिया और प्रशा के राजाओं ने मिलकर की थी। इसमें रूस के जार अलेक्सांदर प्रथम की अग्रणी भूमिका थी। .

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पंजदेह प्रकरण

PAGENAME पंजदेह (अब तुर्कमेनिस्तान का सेरहेताबत) भारत के पड़ोसी देश अफ़ग़ानिस्तान की सीमा पर स्थित एक गाँव तथा ज़िला। यह मर्व नगर से 100 मील की दूरी पर दक्षिण में स्थित है। इतिहास में पंजदेह अपने सामरिक महत्त्व के कारण काफ़ी प्रसिद्ध था। एक समय ऐसा भी आया, जब इस जगह को लेकर रूस तथा इंग्लैण्ड आमने-सामने आ गए और उनमें युद्ध की भी सम्भावना प्रबल हो गई। पंजदेह प्रकरण (1885) ने रूस और ब्रिटेन के मध्य कूटनीतिक संकट पैदा कर दिया था। उस वक्त रूस और अफगानिस्तान के बीच सीमा को लेकर विवाद चल रहा था। 29 मार्च 1885 को रूसी सेना ने कुश्क नदी के पूर्वी तट पर पंजदेह (अब तुर्कमेनिस्तान का सेरहेताबत) में डेरा डालते हुए अफगान फौजों से पीछे हटने के लिए कहा। उनके ऐसा न करने पर रूसी सेना ने 30 मार्च को उन पर हमला करते हुए उन्हें पुल-इखिश्ति सेतु तक खदेड़ दिया। रूसी सेना के इस कदम से ब्रिटेन उत्तेजित हो उठा, जो उस वक्त रूस की तरह मध्य व दक्षिण एशिया में अपना प्रभुत्व बढ़ाने में लगा था। यदि ये युद्ध होता तो निश्चित रूप से दो शक्तियों के बीच अफ़ग़ानिस्तान ही युद्ध का मैदान बन जाता और उसे बहुत नुकसान उठाना पड़ता, किंतु अफ़ग़ानिस्तान के अमीर अब्दुर्रहमान की बुद्धिमानी से युद्ध टल गया। .

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प्रतिमाभंजन

गुजरात के प्रभास पत्तन में सोमनाथ का मन्दिर (१८६९ का चित्र) अफगानिस्तान के बामियाँ प्रान्त की विशाल बौद्ध प्रतिमा: ध्वंस के पहले तथा बाद में मजहबी तथा राजनीतिक कारणों से धार्मिक प्रतीकों तथा अन्य मूर्तियों/प्रतीकों/स्मार्कों को ध्वंस करना प्रतिमाभंजन कहलाता है। प्रतमाभंजनी धटनाओं का, ऐतिहासिक तौर पर, विश्व में सुविस्त्रित स्थानों पर पौराणिक काल से आधूनिक काल तक, हर युग में, अनेक अवसरों पर उल्लेख मिलता है। ऐसी घटनाएँ, राजनैतिक, धार्मिक व षड़यांत्रिक मक्सदों से प्रेरित हो सकते हैं। इसाई, इस्लामी व यहूदी इतिहास में प्रतिमाभंजन का प्रायः उल्लेख मिलता है। इस संदर्भ में जहाँ, प्रतिमाभंजन धार्मिक महत्वाकांक्षाओं से प्रेरित होता है, वहीं राजनैतिक प्रतिमाभंजन पुर्व, विरोधी या प्रतिद्वंदी राजनैतिक हुकूमत या विचारधारा के प्रति क्रोध व शत्रुता के कारणवश हो सकता हे, उदाहरणस्वरूप: सोवियत रूस में समाजवाद के पतन के पश्चात, रूसी संधि व पूर्व सोवियत राष्ट्रों में स्टैलिन के पुतलों का भंजन। .

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प्रबुद्ध भारत

मार्च १८९७ की 'प्रबुद्ध भारत' पत्रिका का मुखपृष्ठ प्रबुद्ध भारत (Prabuddha Bharata) रामकृष्ण मिशन द्वारा प्रकाशित अंग्रेजी मासिक पत्रिका है। इसका प्रकाशन सन् १८९६ से होता आ रहा है। इसमें भिक्षुओं, साधुओं एवं सन्यासियों द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक एवं धार्मिक विषयों पर लेख होते हैं। इसका सम्पादन उत्तराखण्ड के मायावती स्थित अद्वैत आश्रम से होता है किन्तु प्रकाशन एवं मुद्रण कोलकाता से होता है। .

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प्रमुख धार्मिक समूह

दुनिया के प्रमुख धर्म और आध्यात्मिक परम्पराओं को कुछ छोटे प्रमुख समूहों में वर्गीकृत किया जा सकता है, हालांकि यह किसी भी प्रकार से एकरूप परिपाटी नहीं है। 18 वीं सदी में यह सिद्धांत इस लक्ष्य के साथ शुरू किया गया कि समाज में गैर यूरोपीय सभ्यता के स्तर की पहचान हो। धर्मों की और अधिक व्यापक सूची और उनके मूल रिश्तों की रूपरेखा के लिए, कृपया धर्मों की सूची लेख देखें.

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प्रशा राज्य

प्रशा राज्य (Kingdom of Prussia; जर्मन: Königreich Preußen) एक जर्मन राज्य (किंगडम) था जो १७०१ से १९१८ तक प्रशा का भाग था। प्रशा राज्य में वर्तमान समय के जर्मनी, पोलैण्ड, रूस, लिथुआनिया, डेनमार्क, बेल्जियम और चेक गणराज्य के भाग सम्मिलित थे। १८७१ में जर्मनी के एकीकरण के पीछे इस राज्य का बड़ा हाथ था। १९१८ में जर्मन साम्राज्य के विघटित होने तक यह प्रमुख स्टेट था। यद्यपि इसका नाम 'प्रशा' नामक क्षेत्र से लिया गया था, किन्तु यह ब्राण्डेनबर्ग मार्ग्रेविएट (Margraviate of Brandenburg) में स्थित था और बर्लिन इसकी राजधानी थी। अपनी स्थापना से ही प्रशा राज्य एक महान शक्ति था। .

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प्रशिया

अपने चरम पर प्रशा प्रशिया, प्रुशिया या प्रशा, (Preußen), उत्तरी यूरोप का एक जर्मन ऐतिहासिक राज्य था। प्रशिया, अपनी राजधानी कोइनिजबर्ग और 1701 से बर्लिन के साथ, जर्मनी के इतिहास को निर्णायक रूप से आकार दिया है। 18वीं और 19वीं शताब्दियों में यह राज्य अपने चरम पर था। .

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प्रावदा

प्राव्द (a, "सत्य") रूस का प्रसिद्ध दैनिक समाचार पत्र है। पहले यह सोवियत संघ की कम्युनिस्ट पार्टी का आधिकारिक पत्र था। उस समय यह रूस का सबसे प्रभावी पत्र था जिसका प्रसार संख्या १ करोड़ १० लाख था। .

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प्राव्दा

प्राव्दा (Pravda) रुसी भाषा का शब्द है, जिसका अर्थ होता है - सत्य | प्राव्दा १९१२ से लेकर १९९१ तक रूस का प्रमुख श्रेणी:विश्व के प्रमुख समाचार पत्र.

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प्रांत

प्रान्त एक प्रादेशिक इकाई है, जो कि लगभग हमेशा ही एक देश या राज्य के अंतर्गत एक प्रशासकीय खंड होता है। .

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प्रिमोर्स्की

रूस का एक प्रदेश (края, क्राइ)। श्रेणी:रूस के प्रदेश.

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प्रिमोर्स्की क्राय

रूस में प्रिमोर्सकी क्राय का स्थान दुनिया के अधिकतर जंगली साइबेरियाई शेर प्रिमोर्सकी क्राय में रहते हैं प्रिमोर्स्की क्राय (रूसी: Примо́рский край), जिसे पहले प्रिमोर्ये (Примо́рье) भी कहा जाता था, रूस का एक संघीय खंड है जो क्राय का दर्जा रखता है। रूसी भाषा में 'प्रिमोर्सकी' का मतलब 'समुद्री' होता है इसलिए इस राज्य को कभी-कभी 'समुद्री प्रांत' या 'समुद्री क्षेत्र' भी कहा जाता है। इसका प्रशासनिक केंद्र और राजधानी व्लादिवोस्तोक का शहर है। प्रिमोर्सकी क्राय का क्षेत्रफल वर्ग १,६५,९०० किमी है और सन् २०१० की जनगणना में इस प्रांत की आबादी १९,५६,४२६ थी। .

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प्रकाश उत्सर्जक डायोड

एल.ई.डी की आंतरिक संरचना प्रकाश उत्सर्जन डायोड (अंग्रेज़ी:लाइट एमिटिंग डायोड) एक अर्ध चालक-डायोड होता है, जिसमें विद्युत धारा प्रवाहित करने पर यह प्रकाश उत्सर्जित करता है। यह प्रकाश इसकी बनावट के अनुसार किसी भी रंग का हो सकता है। एल.ई.डी.

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प्रोटॉन (रॉकेट परिवार)

प्रोटॉन रॉकेट (Proton Rocket), एक प्रमोचन यान है जो की रूस की सरकारी एवं व्यावसायिक दोनों प्रकार की अंतरिक्ष उड़ानों में प्रयोग किया जता है। इसका प्रथम प्रक्षेपण सन १९६५ में हुआ था व तब से आज तक इसका प्रयोग जारी है। पृथ्वी की निचली कक्षा में यह यान २२ टन एवं भू स्थरीय कक्षा में ५-६ टन का उपग्रह स्थापित कर सकता है। .

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प्रोदुनोवा

प्रोदुनोवा (Produnova) कलात्मक जिम्नास्टिक्स वॉल्ट का एक रूप है जिसमें वॉल्टिंग हॉर्स पर एक फ्रंट हैंडस्प्रिंग के साथ दो समरसॉल्ट किया जाता है। इस वॉल्ट का कठिनाई सूचकांक 7 है जो कि महिला कलात्मक जिम्नास्टिक्स में किया जाने वाला सर्वाधिक कठिन वॉल्ट है। इसका नामकरण रूस की खिलाड़ी येलेना प्रोदुनोवा के ऊपर किया गया है जिन्होंने 1999 में इसको सबसे पहले सफलतापूर्वक पूरा किया था। .

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प्स्कोव ओब्लास्ट

रूस का एक ओब्लास्ट (области, ओब्लास्टि, प्रांत)। श्रेणी:रूस के प्रांत ar:اوبلاستات روسيا fi:Venäjän alueet pt:Óblasts da Rússia ru:Области Российской Федерации sr:Руске области ta:ரஷ்யாவின் ஓப்லஸ்துகள் vi:Tỉnh của Nga.

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पूतोराना पठार

पुतोराना पठार का एक नज़ारा पुतोराना पठार (रूस: плато Путорана, प्लातो पुतोराना; अंग्रेज़ी: Putorana Plateau) या पुतोराना पहाड़ रूस के साइबेरिया क्षेत्र में स्थित एक ऊँचा पठार है। यह मध्य साइबेरियाई पठार के पश्चिमोत्तरी छोर पर तायमयिर प्रायद्वीप से दक्षिण में स्थित एक पहाड़ी इलाक़ा है। इसका सबसे ऊँचा पहाड़ १,७०० मीटर (५,६०० फ़ुट) ऊँचा कामेन पर्वत है। रूस का भौगोलिक केंद्र इस पठार पर स्थित विवि झील में पड़ता है। यहाँ ज़मीन के नीचे विश्व के सबसे बड़े निकल के खनिज भण्डार हैं। यहाँ आबादी कम होने से प्रकृति का राज है और दुनिया के सबसे बड़े रेनडियर झुण्ड भी यहीं पाए जाते हैं।, Mark Nuttall, Routledge, 2005, ISBN 978-1-57958-439-9,...

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पूर्व क़ज़ाख़स्तान प्रांत

पूर्व क़ज़ाख़स्तान प्रांत (कज़ाख़: Шығыс Қазақстан облысы, अंग्रेज़ी: East Kazakhstan Province) मध्य एशिया के क़ज़ाख़स्तान देश का एक प्रांत है। इसकी राजधानी ओसकेमेन (Oskemen) नाम का शहर है, जिसे उस्त-कमेनोगोर्स्क (Ust-Kamenogorsk) भी कहा जाता है। इस प्रांत की उत्तरी सीमाएँ रूस से और पूर्वी सीमाएँ जनवादी गणतंत्र चीन के शिनजियांग प्रांत से लगती हैं। इसका सूदूर पूर्व छोर मंगोलिया से केवल ५० किमी दूर है लेकिन बीच में चीन और रूस का ज़रा से हिस्सा क़ज़ाख़स्तान और मंगोलिया के बीच आ जाता है। .

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पूर्वोत्तर कॉकसी भाषाएँ

पूर्वोत्तर कॉकसी भाषाएँ (Northeast Caucasian languages) या नाख़-दाग़िस्तानी भाषाएँ (Nakh-Daghestanian languages) कॉकस क्षेत्र में रूस के दाग़िस्तान, चेचन्या और इंगुशेतिया गणतंत्रों तथा उत्तरी अज़रबैजान में बोला जाने वाला एक भाषा परिवार है। यह उत्तर कैस्पियाई भाषाएँ (North Caspian languages) भी कहलाती हैं। जहाँ तक भाषावैज्ञानिकों को ज्ञात है, यह भाषा-परिवार विश्व के अन्य सभी भाषा परिवारों से बिलकुल भिन्न है, हालांकि इनकी भाषाओं में अन्य भाषा-परिवारों के कुछ ऋणशब्द ज़रूर प्रयोग होते हैं। .

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पूर्वी यूरोप

पूर्वी यूरोप यूरोप के महाद्वीप का पूर्वी भाग है। इसकी सीमाओं पर आम सहमति न होने के कारण इसमें सम्मिलित देशों व क्षेत्रों की कोई सर्वस्विकृत सूची नहीं है। अक्सर इसमें यूरोप के वह देश आते हैं जो या तो भूतपूर्व सोवियत संघ के भाग थे या उसके प्रभाव में थे। इनमें रूस, यूक्रेन, बेलारूस, पोलैण्ड, बुल्गारिया, चेक गणतंत्र, स्लोवाकिया, एस्टोनिया, लातविया, लिथुएनिया, हंगरी और मोल्दोवा सम्मिलित हैं। कुछ स्रोतों में अल्बानिया और भूतपूर्व यूगोस्लाविया के विखंडन से बने देश - सर्बिया, मासेदोनिया, स्लोवीनिया, क्रोएशिया, बोस्निया - भी शामिल हैं। लगभग सभी परिभाषाओं में यूराल पर्वतमाला, यूराल नदी और कॉकस क्षेत्र पूर्वी यूरोप की पूर्वतम सीमा माने जाते हैं। .

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पूर्वी समस्या

राजनय के इतिहास में पूर्वी समस्या या प्राच्य समस्या (Eastern Question) से आशय उस्मानी साम्राज्य के कमजोर होने पर यूरोप की महाशक्तियों के बीच उपजे रणनीतिक स्पर्धा एवं राजनैतिक स्थिति से है। १८वीं शताब्दी के अन्त से लेकर २०वीं शताब्दी के अन्त तक उस्मानी साम्राज्य राजनैतिक एवं आर्थिक अस्थिरता से जूझ रहा था। इसे 'यूरोप का रोगी' (sick man of Europe) कहते थे। 'पूर्वी समस्या' के अन्तर्गत एक-दूसरे से जुड़ी अनेकों समस्याएँ थीं, जैसे उस्मानी साम्राज्य की सैनिक पराजय, संस्थानों का दिवाला, उस्मानी साम्राज्य के राजनैतिक एवं आर्थिक आधुनीकरण का अभाव, प्रान्तों में सामाजिक-धार्मिक राष्ट्रीयता का उदय, तथा महाशक्तियों की आपसी प्रतिद्वन्द्विता। पूर्वी समस्या यूरोप के दक्षिण-पूर्वी भाग में स्थित तुर्की साम्राज्य की ईसाई जनता की आजादी की समस्या थी। वस्तुतः पतनोन्मुख तुर्की साम्राज्य ने यूरोप के इतिहास में 19वीं शताब्दी में जिस समस्या को जन्म दिया उसे पूर्वी समस्या कहते हैं। यह बहुत ही जटिल, उलझी हुई तथा विभिन्न देशों के परस्पर विरोधी हितों से सम्बन्धित थी। इस समस्या ने प्रथम युद्ध की पृष्ठभूमि का कार्य किया। इतिहासकार सी.डी.

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पूर्वी साइबेरियाई सागर

पूर्वी साइबेरियाई सागर (रूसी: Восточно-Сибирское море) आर्कटिक महासागर में एक सीमांत समुद्र है। इसके उत्तर में आर्कटिक अंतरीप, दक्षिण में साइबेरियाई तट, पश्चिम में नया साइबेरियाई द्वीप समूह और बिलिंग अंतरीप, चुकोटका के करीब और रैंजेल द्वीप इसके पूर्व में स्थित है। इस सागर की सीमाएं पश्चिम में लाप्टेव सागर और पूर्व में चुकची सागर से मिलती हैं। आर्कटिक क्षेत्र के इस समुद्र का अध्ययन सबसे कम किया गया है। इसकी विशेषताओं में शामिल हैं, विषम जलवायु, कम लवणता, वनस्पति, जीव और मानव जनसंख्या का अभाव, कम गहराई (अधिकतर 50 मीटर से कम), धीमी गति की समुद्री धारायें, भाटा (25 सेमी से कम), अक्सर पड़ने वाला कुहासा खासकर गर्मियों में और बर्फ से जमा क्षेत्र जिसकी बर्फ अगस्त से सितंबर के बीच पूरी तरह से पिघल जाती है। पूर्वी साइबेरियाई सागर के तटों पर हजारों सालों से यूकाग़िर, चुकची, इवेनी और इवेंकी नामक मूल निवासी रहते आये हैं, जिनका प्राथमिक व्यवसाय मछली पकड़ना, शिकार और रेंडियर पालन है। क्षेत्र की प्रमुख औद्योगिक गतिविधियों में उत्तरी सागर मार्ग के भीतर खनन और नौवहन है, मछली पकड़ना अभी वाणिज्यिक रूप से विकसित नहीं है। सबसे बड़ा शहर और बंदरगाह पेवेक है जो रूस का सबसे उत्तर में स्थित शहर है। .

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पूर्वी गोलार्ध

पूर्वी गोलार्ध ग्रीनवीच रेखा से पूर्व में स्थित पृथ्वी के आधे भाग के लिए प्रयुक्त भौगोलिक पद है। इस भाग में यूरोप, एशिया, अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया शामील है। इस गोलार्द्ध "ओरिएंटल गोलार्द्ध" भी कहा जाता है। एक सांस्कृतिक या भू राजनीतिक भावना में इसे 'पुरानी दुनिया' भी संबोधित किया जाता है। उत्तरी और दक्षिणी गोलार्द्धों बांटता है जो भूमध्य रेखा के विपरीत, पूर्वी और पश्चिमी गोलार्द्धों को अलग करनेवाली एक मनमाना काल्पनिक रेखा है। 0° देशांतर पर प्रधान मध्याह्न और 180° देशांतर पर विरोधी मध्याह्न, पारंपरिक स्वीकृत सीमाओं हैं जो पश्चिमी देशांतर से पूर्वी देशांतर विभाजित करते हैं। पूर्वी गोलार्ध, पश्चिमी गोलार्ध से कुल भूमि में ज्यादा बड़ा है, यहाँ आवास की व्यापक विविधता है। .

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पूजा शर्मा

पूजा शर्मा (जन्म १९८९, नई दिल्ली एक भारतीय मॉडल और अभिनेत्री है।उन्हें सबसे ज्यादा पौराणिक धारावाहिक महाभारत में अपनी द्रौपदी की भुमिका के लिए जाना जाता है। .

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पेट्रोलियम उत्पादक देशों की सूची

तेल उत्पादक देश इस सूची में उन देशों एवं उनके प्रान्तों/राज्यों की सूची दी गयी है जो तेल के कुओं से कच्चा तेल (crude oil) निकालते हैं। .

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पेत्रोज़ावोद्स्क

पेत्रोज़ावोद्स्क (रूसी: Петрозаводск, अंग्रेज़ी: Petrozavodsk) रूस के सुदूर पश्चिमोत्तर में स्थित एक शहर है जो उस देश के कारेलिया गणतंत्र नामक संघीय खंड की राजधानी भी है। यह ओनेगा झील के पश्चिमी छोर पर बसा हुआ है और उसके तट पर २७ किमी तक विस्तृत है।, Mara Vorhees, pp.

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पेन्ज़ा ओब्लास्ट

रूस का एक ओब्लास्ट (области, ओब्लास्टि, प्रांत)। श्रेणी:रूस के प्रांत ar:اوبلاستات روسيا fi:Venäjän alueet pt:Óblasts da Rússia ru:Области Российской Федерации sr:Руске области ta:ரஷ்யாவின் ஓப்லஸ்துகள் vi:Tỉnh của Nga.

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पेर्म क्राय

रूस के नक़्शे में पेर्म क्राय की स्थिति (लाल रंग में) पेर्म क्राय (रूसी: Пе́рмский край) रूस में स्थित एक 'क्राय' का दर्जा रखने वाला संघीय खंड है। यह पूर्वी यूरोप के मैदानी इलाक़े में यूराल पहाड़ों की पश्चिमी ढलानों पर स्थित है। इसका ९९.८% क्षेत्र यूरोप में और केवल ०.२% क्षेत्र एशिया के महाद्वीप में पड़ता है। सन् २०१० में की गई एक जनगणना के अनुसार इसकी आबादी २६,३५,२७६ थी। इस क्राय का क्षेत्रफल १,६०,६०० वर्ग किलोमीटर है। इसकी राजधानी पेर्म शहर है। .

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पोदोल्स्क

पोदोल्स्क (रूसी: Подольск) एक औद्योगिक शहर है और मास्को ओब्लास्ट, रूस के पोदोल्स्की जिले का प्रशासनिक केंद्र है। यह पाख्रा नदी (मोस्कवा नदी की एक सहायक नदी) के किनारे पर स्थित है। यह मास्को ओब्लास्ट का सबसे बड़ा शहर है जिसकी आबादी 2002 जनगणना के अनुसार 180963 है। .

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पोर्टलैंड, ऑरेगॉन

पोर्टलैंड, पश्चिमोत्तर संयुक्त राज्य अमेरिका में ऑरेगॉन राज्य की विल्मेट और कोलंबिया नदियों के संगम के पास स्थित एक शहर है। जुलाई 2009 तक, इसकी अनुमानित आबादी 582,130 थी और यह संयुक्त राज्य अमेरिका का सबसे अधिक आबादी वाला 29वां राज्य है। इसे दुनिया में दूसरा और संयुक्त राज्य अमेरिका में सबसे अधिक पर्यावरण के अनुकूल या "ग्रीन" शहर माना गया है। पोर्टलैंड ऑरेगॉन का सबसे अधिक आबादी वाला शहर है और सिएटल, वाशिंगटन और वैंकूवर, ब्रिटिश कोलंबिया के बाद पश्चिमोत्तर प्रशांत महासागर का तीसरा सबसे अधिक आबादी वाला शहर है। जुलाई 2006 तक, संयुक्त राज्य अमेरिका के 23वें सबसे अधिक आबादी वाले पोर्टलैंड महानगरीय क्षेत्र (एमएसए) में लगभग 20 लाख लोग रहते थे। पोर्टलैंड को 1851 में शामिल किया गया और यह मल्टनोमाह काउंटी (मल्टनोमाह County) की काउंटी सीट है। शहर पश्चिम में थोड़ा वाशिंगटन काउंटी और दक्षिण में क्लैकामस काउंटी (क्लैकामस County) में फैला हुआ है। यह एक महापौर और अन्य चार आयुक्तों की अध्यक्षता वाली आयोग-आधारित सरकार द्वारा शासित है। यह शहर और क्षेत्र, सुदृढ़ भूमि-उपयोग योजना और मेट्रो द्वारा समर्थित, लाइट रेल में किए गए निवेश के लिए प्रसिद्ध एक विशिष्ट क्षेत्रीय सरकार है। पोर्टलैंड बड़ी संख्या में अपनी माइक्रो मद्यनिर्माणशाला और माइक्रो भट्टियों तथा कॉफ़ी के शौक के लिए जाना जाता है। यह ट्रेल ब्लेज़र्स एनबीए टीम का भी घर है। पोर्टलैंड पश्चिम समुद्री तटीय जलवायु क्षेत्र में पड़ता है जहां गर्म, शुष्क गर्मियां और बरसातें किन्तु समशीतोष्ण सर्दियां होती हैं। यह मौसम गुलाब की खेती के लिए आदर्श है और एक सदी से भी अधिक समय से पोर्टलैंड को "गुलाबों का शहर" के रूप में जाना जाता है, यहां कई गुलाब के उद्यान हैं जिनमें सबसे प्रमुख अंतरराष्ट्रीय गुलाब टेस्ट गार्डन है। .

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पोलैंड का इतिहास

पोलैंड का इतिहास इसकी भूमि पर स्लाव जाति के आगमन से शुरू होता है। ये छठी-सातवीं शताब्दी में आये यहाँ स्थायी निवास बनाया और इसका विकास किया। पिआस्ट वंश (Piast dynasty) के समय में सन् 966 में यहाँ ईसाई धर्म फैला।.

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पोखरण-2

पोखरण-2 मई 1998 में पोखरण परीक्षण रेंज पर किये गए पांच परमाणु बम परीक्षणों की श्रृंखला का एक हिस्सा है। यह दूसरा भारतीय परमाणु परीक्षण था; पहला परीक्षण, कोड नाम स्माइलिंग बुद्धा (मुस्कुराते बुद्ध), मई 1974 में आयोजित किया गया था। 11 और 13 मई, 1998 को राजस्थान के पोरखरण परमाणु स्थल पर पांच परमाणु परीक्षण किये थे। इनमें 45 किलोटन का एक फ्यूज़न परमाणु उपकरण शामिल था। इसे आमतौर पर हाइड्रोजन बम के नाम से जाना जाता है। 11 मई को हुए परमाणु परीक्षण में 15 किलोटन का विखंडन (फिशन) उपकरण और 0.2 किलोटन का सहायक उपकरण शामिल था। इन परमाणु परीक्षण के बाद जापान और संयुक्त राज्य अमेरिका सहित प्रमुख देशों द्वारा भारत के खिलाफ विभिन्न प्रकार के प्रतिबंधों लगाये गए। - दैनिक भास्कर - 6 अगस्त 2013 .

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पोंटिक-कैस्पियाई स्तेपी

कृष्ण-कैस्पियाई स्तेपी (पोंटिक-कैस्पियाई स्तेपी) दरमियानी हरे-ख़ाकी रंग में है कृष्ण-कैस्पियाई स्तेपी या पोंटिक-कैस्पियाई स्तेपी (Pontic-Caspian steppe) कृष्ण सागर के उत्तर से कैस्पियन सागर के पूर्व के क्षेत्रों तक विस्तृत विशाल स्तेपी मैदानी क्षेत्र को कहते हैं। आधुनिक युग में यह पश्चिमी युक्रेन से रूस के दक्षिणी संघीय क्षेत्र और फिर रूस ही के वोल्गा संघीय क्षेत्र से होता हुआ पश्चिमी काज़ाख़स्तान तक फैला हुआ इलाक़ा है। प्राचीन काल में यह स्किथी लोगों और सरमती लोगों का क्षेत्र हुआ करता था। इस क्षेत्र में सदियों से बहुत से घुड़सवार ख़ानाबदोश क़बीले रहते चले आए हैं जिन्होनें समय-समय पर यूरोप, पश्चिमी एशिया और भारतीय उपमहाद्वीप पर आक्रमण कर के क़ब्ज़ा जमाकर जातियों और देशों के इतिहास बदल दिए हैं। बहुत इतिहासकार मानते हैं कि यह विश्व का पहला इलाक़ा था जहाँ घोड़ों को पालतू बनाया गया।, Ralph D. Sawyer, Basic Books, 2011, ISBN 978-0-465-02145-1,...

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पीटर महान

200px पीटर महान या प्रथम (रूसी: Пётр Великий प्योत्र् वेलीकिय्, Пётр Первый प्योत्र् पेर्विय्; 30 मई 1672 - 28 जनवरी 1725) — सन् 1682 से रूस का ज़ार तथा सन 1721 से रूसी साम्राज्य का प्रथम सम्राट। वह इतिहास के सबसे विश्वविख्यात राजनीतिज्ञों में से एक था। उसने १८वीँ शताब्दी में रूस के विकास की दिशा को सुनिश्चित किया था। उसका नाम इतिहास में ‘एक क्रांतिकारी शासक’ के रूप में दर्ज है। 17 वीं सदी के उत्तरार्द्ध में उनके द्वारा शुरू किये गए राजनीतिक और आर्थिक परिवर्तनों ने रूस की काया पलट डाली। इस क्रांतिकारी सम्राट की छत्रछाया में रूस रूढ़िवाद और पुरानी परम्पराओं की बेडियाँ तोड़ कर एक महान यूरोपीय शक्ति के रूप में उभरा। पीटर प्रथम ने सुधारों के किसी भी विरोधी को नहीं बख्शा, यहाँ तक कि अपने बेटे राजकुमार अलेक्सई को भी नहीं। .

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पीटर कपिज़ा

रूसी वैज्ञानिक पीटर कपिज़ा पीटर लीओ निडोविच कपिज़ा (रूसी: Пётр Леони́дович Капи́ца); 8 जुलाई 1894 - 8 अप्रैल 1984)) रूस के भौतिकविद् थे। उन्हे १९७८ में भौतिकी के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इनका जन्म ९ जुलाई सन १८९४ को क्रोंस्टाड्ट में हुआ। आपने प्रारंभिक शिक्षा पेट्रोग्राद में प्राप्त की। पदुपरांत आप कैंब्रिज में लार्ड रदरफ़र्ड के विद्यार्थी रहे और परमाणु विघटन अनुसंधान के क्षेत्र में अत्यंत प्रबल चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न करने की तकनीकी क्रियाप्रणाली के विकास में विशेष दक्षता प्राप्त की। सन् १९२४ में आपकी नियुक्ति कैवेंडिश प्रयोगशाला में चुंबकीय अनुसंधान के सहायक निर्देशक के रूप में हुई और १९३२ ई. तक इस पद पर कार्य करते रहे। सन् १९३० से १९३५ तक आप रॉयल सोसाइटी के सदस्य चुने गए और १९४२ में आपको फ़ैरेडे पदक प्रदान किया गया। इसके अतिरिक्त भौतिकी का स्टैलिन पुरस्कार आपको सन् १९४१ में और फिर १९४३ में मिला। सन् १९४३ और १९४४ में आप ऑर्डर ऑव लेनिन उपाधि से भी विभूषित किए गए। सन् १९३४ में आप जब छुट्टी पर स्वदेश (रूस) गए तो सोवियत सरकार ने आपको पुन: देश से बाहर जाने की अनुमति नहीं दी। कापिज़ा के लिए मास्को में कैवेंडिश प्रयोगशाला के टक्कर की प्रयोगशाला बनाई गई ताकि कापिज़ा सुचारु रूप से अपना अनुसंधान कार्य चला सकें। फलस्वरूप कापिज़ा कुछ ही समय उपरांत मास्को की भौतिकीय समस्या संस्था (इंस्टीट्यूट फ़ॉर फ़िज़िकल प्रॉब्लेम्स) के निर्देशक नियुक्त कर दिए गए। आपका मुख्य कार्य 'चुंबकत्व' तथा क्रायोजेनिक्स (अत्यंत ठंडे ताप) से संबंध रखता है। आपने ३० टेस्ला तक का चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न करने में सफलता प्राप्त की और हाइड्रोजन तथा हीलियम के द्रवीकरण के प्लांट की भी सफल डिज़ाइन दी है। श्रेणी:वैज्ञानिक श्रेणी:1894 में जन्मे लोग श्रेणी:१९८४ में निधन श्रेणी:नोबेल पुरस्कार विजेता.

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पीटर क्रोपोत्किन

युवा क्रोपोत्किन (१८७०) पीटर अलेक्सेविच क्रोपोत्किन (१८४२-१९२१ ई.) रूस के भूगोलवेत्ता, अर्थशास्त्री, वाड़मीमांसक (philologist), जन्तुविज्ञानी, क्रमविकास सिद्धान्ती, दार्शनिक, लेखक एवं प्रमुख अराजकतावादी थे। .

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पीएसएलवी-सी37

पीएसएलवी-सी37, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन द्वारा संचालित पीएसएलवी श्रृंखला का एक उपग्रह प्रमोचन वाहन (लॉन्च व्हीकल) है जिसने 15 फरवरी 2017, बुधवार को कुल 104 उपग्रहों को पृथ्वी की कक्षा में स्थापित करके एक नया विश्वकीर्तिमान स्थापित किया। भारत के 714 किलोग्राम वजन वाले पृथ्वी अवलोकन उपग्रह (कार्टोसैट-2डी) और 664 किलोग्राम वजन के 103 अन्य सहायक उपग्रहों के साथ सतीश धवन स्पेस सेंटर के प्रथम लॉन्च पैड से सुबह 9 बजकर 28 मिनट (आईएसटी) पर रवाना हुआ। ये उपग्रह अनेक देशों के हैं। पीएसएलवी की यह कुल 39वीं और 37वीं सफल उड़ान थी। - राँची एक्सप्रेस - 12 फरवरी 2017 अभी तक किसी भी देश ने इतनी संख्या में उपग्रहों का एक साथ प्रक्षेपण नहीं किया है। पिछला रिकॉर्ड रूस के नाम था, रूस ने नेपर रॉकेट से 2014 में एक साथ 37 सैटेलाइट लांच कर वर्ष 2013 में मिनटॉर 1 से 29 सैटेलाइट एक साथ छोड़ने के अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के रिकॉर्ड को तोड़ा था। इसरो भी 2016 में 20 उपग्रह एक साथ लॉन्च कर चुका है। - आज तक - 13 फरवरी 2017 .

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पीली आंधी

चीन को पार कर कोरिया और जापान की ओर बढ़ते धूल के बादल। पीली आंधी या धूल भरी आंधी एक मौसम संबंधी घटना है जो ग्रीष्म ऋतु के महीनों के दौरान पूर्व एशिया के कई हिस्सों को बहुत प्रभावित करती है। यह धूल मंगोलिया, उत्तरी चीन और कज़ाकस्तान के रेगिस्तानों से उत्पन्न होती है जिसे रेगिस्तान में बहने वाली उच्च गति की सतही हवायें और प्रचंड अंधड़, महीन धूल के सघन बादलों में परिवर्तित कर देते हैं। स्थानीय हवायें इन बादलों को पूर्व की ओर धकेलती हैं और यह बादल चीन, उत्तरी और दक्षिण कोरिया, जापान, के साथ रूस के सुदूर पूर्व के कुछ हिस्सों के ऊपर से गुजरते हैं। कभी कभी, यह हवाई कण बह कर संयुक्त राज्य अमेरिका तक पहुँच कर वहां की हवा में मिल कर उसकी गुणवत्ता को खराब करते हैं। पिछले कई दशकों में यह एक विकराल समस्या बन कर उभरी है जिसका मुख्य कारण धूल के कणों में समाहित औद्योगिक प्रदूषकों की मात्रा में हुई वृद्धि है। इसके साथ पिछले कुछ दशकों में चीन में हुआ व्यापक मरुस्थलीकरण भी पीली आधियों की घटनायों में हुई वृद्धि का प्रमुख कारण है। अन्य कारणों में कज़ाकस्तान और उज़्बेकिस्तान के अरल सागर का सूखना भी है क्योंकि एक सोवियत कृषि कार्यक्रम के चलते इसमें विसर्जित होने वाली दो मुख्य नदियों अमू और सीर का मार्गपरिवर्तित कर उनके जल को कपास की खेती के लिए मध्य एशियाई रेगिस्तान की सिंचाई करने में इस्तेमाल किया जा रहा है। .

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फ़ारसी भाषा

फ़ारसी, एक भाषा है जो ईरान, ताजिकिस्तान, अफ़गानिस्तान और उज़बेकिस्तान में बोली जाती है। यह ईरान, अफ़ग़ानिस्तान, ताजिकिस्तान की राजभाषा है और इसे ७.५ करोड़ लोग बोलते हैं। भाषाई परिवार के लिहाज़ से यह हिन्द यूरोपीय परिवार की हिन्द ईरानी (इंडो ईरानियन) शाखा की ईरानी उपशाखा का सदस्य है और हिन्दी की तरह इसमें क्रिया वाक्य के अंत में आती है। फ़ारसी संस्कृत से क़ाफ़ी मिलती-जुलती है और उर्दू (और हिन्दी) में इसके कई शब्द प्रयुक्त होते हैं। ये अरबी-फ़ारसी लिपि में लिखी जाती है। अंग्रेज़ों के आगमन से पहले भारतीय उपमहाद्वीप में फ़ारसी भाषा का प्रयोग दरबारी कामों तथा लेखन की भाषा के रूप में होता है। दरबार में प्रयुक्त होने के कारण ही अफ़गानिस्तान में इस दारी कहा जाता है। .

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फ़ासीवाद

नेशनल फैसिस्ट पार्टी का लोगो फासीवाद या फ़ासिस्टवाद (फ़ासिज़्म) इटली में बेनितो मुसोलिनी द्वारा संगठित "फ़ासिओ डि कंबैटिमेंटो" का राजनीतिक आंदोलन था जो मार्च, 1919 में प्रारंभ हुआ। इसकी प्रेरणा और नाम सिसिली के 19वीं सदी के क्रांतिकारियों- "फासेज़"-से ग्रहण किए गए। मूल रूप में यह आंदोलन समाजवाद या साम्यवाद के विरुद्ध नहीं, अपितु उदारतावाद के विरुद्ध था। .

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फ़िनलैण्ड

फ़िनलैंड, (फ़िनिश: Suomen tasavalta सुओमेन तासावाल्ता या Suomi सुओमी) आधिकारिक तौर पर फ़िनलैंड गणराज्य उत्तरी यूरोप के फेनोस्केनेडियन क्षेत्र में स्थित एक नॉर्डिक देश है। इसकी सीमा पश्चिम में स्वीडन, पूर्व में रूस और उत्तर में नॉर्वे स्थित है, जबकि फिनलैंड खाड़ी के पार दक्षिण में एस्टोनिया स्थित है। देश की राजधानी हेलसिंकी है। लगभग 53 लाख की आबादी वाले इस देश के ज्यादातर लोग दक्षिणी क्षेत्र में रहते हैं। क्षेत्रफल के हिसाब से यह यूरोप का आठवां सबसे बड़ा और जनघनत्व के आधार पर यूरोपीय संघ में सबसे कम आबादी वाला देश हैं। देश में रहने वाले बहुसंख्यक लोगों की मातृभाषा फ़िनिश है, वहीं देश की ५.५ प्रतिशत आबादी की मातृभाषा स्वीडिश है। फिनलैंड ऐतिहासिक रूप से स्वीडन का एक हिस्सा था और १८०९ से रूसी साम्राज्य के अंतर्गत एक स्वायत्त ग्रैंड डची था। रूस से गृहयुद्ध के बाद १९१७ में फ़िनलैंड ने स्वतंत्रता की घोषणा की। फिनलैंड १९५५ में संयुक्त राष्ट्र संघ में, १९६९ में ओईसीडी और १९९५ में यूरोपीय संघ और यूरोजोन में शामिल हुआ। एक सर्वेक्षण में सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक और सैन्य संकेतकों के आधार पर फिनलैंड को दुनिया का दूसरा सबसे अधिक स्थिर देश करार दिया गया है। .

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फ़िनिश भाषा

फ़िनिश (सुओमि या suomen kieli सुओमेन किएलि) एक फ़िनो-अग्रिक भाषा-परिवार का भाषा है, जो मुख्यत फ़िनलैंड, एस्टोनिया और स्वीडन में कहने है। .

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फ़्रांज़ योसेफ़ द्वीपसमूह

फ़्रांज़ योसेफ़ भूमि या फ़्रांज़ योसेफ़ द्वीपसमूह (रूसी: Земля Франца-Иосифа, ज़ेमल्या फ़्रांत्स्का-योसिफ़ा), रूस के सुदूर उत्तर में स्थित एक द्वीपसमूह है। यह आर्कटिक महासागर में नोवाया ज़ेमल्या के उत्तर और स्वालबार्ड के पूर्व में स्थित है और अर्खांगेल्स्क ओब्लास्ट के प्रशासन के अधीन आता है। फ़्रांज़ योसेफ़ भूमि के 191 बर्फ से ढके द्वीपों का कुल क्षेत्रफल 16134 किमी² (6,229 मील²) है। यहां की कोई मूल निवासी जनसंख्या नहीं है, लेकिन रूसियों द्वारा कई बस्तियों का निर्माण किया गया है। इन बस्तियों के नागरिक भोजन के लिए पूरी तरह से वालरस और सील के मांस पर निर्भर हैं। 80.0° और 81.9° अक्षांशों के बीच स्थित यह यूरेशिया का सबसे उत्तरी द्वीपसमूह है और इसका भी सबसे उत्तरी बिंदु रुडोल्फ द्वीप पर स्थित फ्लिजेली अंतरीप है। द्वीपसमूह की उत्तरी ध्रुव से दूरी केवल 900 से 1110 किमी (560-690 क़ानूनी मील) है और इसका सबसे उत्तरी द्वीप कनाडा के एलिसमेयर द्वीप और ग्रीनलैंड को छोड़कर विश्व के अन्य किसी भी द्वीप की तुलना में उत्तरी ध्रुव के सबसे नज़दीक हैं। संभवतः यह द्वीपसमूह सबसे पहले नार्वे के सील शिकारियों निल्स फ्रेडरिक रॉनबेक और ऐडीयार्वी द्वारा 1865 में खोजा गया था और प्राप्त अभिलेखों के अनुसार, वो स्वालबार्ड से पूर्व की ओर रवाना हुए और अंतत: एक नयी भूमि तक पहुँच गये। इसका कोई दर्ज इतिहास नहीं है कि वो इन टापुओं पर उतरे थे या नहीं, जल्दी ही लोग इन नए द्वीपों को भूल गए। इन द्वीपों की आधिकारिक खोज 1873 में ध्रुवीय अंवेषक, जूलियस वॉन पेयर और कार्ल वेप्रेक्ट के नेतृत्व वाले ऑस्ट्रिया-हंगरी उत्तरी ध्रुव अभियान द्वारा की गयी। ऑस्ट्रिया–हंगरी के सम्राट फ़्रांज़ योसेफ़ प्रथम के सम्मान में इस द्वीपसमूह को उनके नाम पर ही फ़्रांज़ योसेफ़ नाम दिया गया। चूँकि इस अभियान के प्रायोजक आधिकारिक ना होकर निजी थे, इसलिए यह द्वीपसमूह कभी भी ऑस्ट्रिया का हिस्सा नहीं बन सके। 1926 में इस द्वीपसमूह का नियंत्रण सोवियत संघ ने अपने हाथों में ले लिया और कुछ व्यक्तियों को अनुसंधान और सैन्य उद्देश्यों के लिए यहाँ पर बसाया गया। सिर्फ गर्मी के कुछ हफ्तों में ही यहां जहाज से पहुंचा जा सकता है। .

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फ़्रैंकफ़र्ट

फ्रैंकफर्ट ऐम माइन,, जर्मन राज्य हेस का सबसे बड़ा शहर और जर्मनी का पांचवाँ सबसे बड़ा शहर है। इसे प्रायः केवल फ्रैंकफर्ट के नाम से जाना जाता है। इसकी जनसंख्या 2009 में 667,330 थी। 2010 में शहरी क्षेत्र में 2,296,000 आबादी का अनुमान लगाया गया था। यह शहर फ्रैंकफर्ट-राइन-मैन मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र के हृदयस्थल में है, जिसकी आबाद 5,600,000 है, और जर्मनी का दूसरा सबसे बड़ा मेट्रॅपॉलिटन क्षेत्र है। यह शहर मेन नदी के तट पर पुराने घाट पर अवस्थित है। जर्मन भाषा में मेन नदी को "फर्ट" कहते है। फ्रैंकफर्ट प्राचीन फ्रैंकोनिया का हिस्सा है, जो कि प्राचीन फ्रैंकों का निवास स्थल था। इसलिए फ्रैंको के घाट के रूप में इनकी विरासत के कारण शहर का नाम पड़ा.

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फिनलैंड की खाड़ी

फिनलैंड की खाड़ी (Suomenlahti; Soome laht; p; Finska viken) बाल्टिक सागर का पूर्वतम भाग है। इसका विस्तार उत्तर में फिनलैंड एवं दक्षिण में एस्तोनिया एवं रूस के सेंट पीटर्सबर्ग तक है, जहां नेवा नदी इसमें गिरती है। इस खाड़ी के निकटवर्ती अन्य प्रमुख नगरों में हेल्सिंकी एवं टैलिन आते हैं। इस खाड़ी का पूर्वी भाग रूस के अधिकार में है, जहां रूस के कई प्रमुख तेल-खनन स्थल स्थित हैं।.

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फ्रांस का सैन्य इतिहास

फ्रांस के सैन्य इतिहास में आधुनिक फ्रांस, यूरोपीय महाद्वीप और दुनिया भर के विभिन्न क्षेत्रों में 2,000 से अधिक वर्षों तक चले संघर्षों का एक विशाल काल शामिल है। आज आधुनिक फ्रांस के क्षेत्र में सबसे पहला बड़ा युद्ध गैलो-रोमन संघर्ष था, जो कि 60 ईसा पूर्व से 50 ईसा पूर्व तक लड़ा गया। अंततः रोमन,जूलियस सीज़र के अभियानों के माध्यम से विजयी हुए। रोमन साम्राज्य के पतन के बाद, एक जर्मनिक जनजाति,जिसे फ्रैंक्स के नाम से जाना जाता था, ने प्रतिस्पर्धा वाले जनजातियों को हराकर गॉल पर नियंत्रण कर लिया। "फ्रांसीया की भूमि", जिस से फ्रांस को अपना नाम मिला है, को राजा 'क्लोविस मैं' और 'शारलेमेन' ने विस्तरित किया। इन्होंने भविष्य के फ्रांसीसी राज्य के केंद्र का निर्माण किया था। मध्य युग में, इंग्लैंड के साथ प्रतिद्वंद्विता ने 'नोर्मन विजय' और;सौ साल के युद्ध' जैसे प्रमुख संघर्षों को प्रेरित किया। केंद्रीकृत राजतंत्र के साथ, रोमन काल के बाद पहली बड़ी पैदल सेना और तोपखाने का इस्तेमाल कर, फ्रांस ने अपने क्षेत्र से अंग्रेजो को निष्कासित कर दिया और मध्य युग में यूरोप के सबसे शक्तिशाली राष्ट्र के रूप में जाना गया। ये स्थिति रोमन साम्राज्य और 'स्पेन इतालवी युद्धों' में हार के बाद बदली। 16 वीं शताब्दी के अंत में धर्मयुद्धों ने फ्रांस को कमजोर किया, लेकिन 'तीस साल के युद्ध' में स्पेन पर एक बड़ी जीत ने फ्रांस को एक बार फिर महाद्वीप पर सबसे शक्तिशाली राष्ट्र बनाया। समानांतर में, फ्रांस ने अपना पहला औपनिवेशिक साम्राज्य एशिया, अफ्रीका और अमेरिका में विकसित किया। फ्रांस ने,लुई XIV के तहत अपने प्रतिद्वंद्वियों पर सैन्य वर्चस्व हासिल किया, लेकिन तेजी से शक्तिशाली होते दुश्मन गठबंधनों और बढ़ते संघर्ष ने फ़्रांसिसी महत्वाकांक्षाओं को रोका और 18 वीं शताब्दी के प्रारम्भ में राज्य को दिवालिया कर दिया। फ्रांसीसी सेनाओं ने स्पेनिश, पोलिश और ऑस्ट्रियाई राजशाही के खिलाफ वंशवादी संघर्षों में जीत हासिल की। इसी समय, फ़्रांस अपनी उपनिवेशों पर हो रहे दुश्मनो के हमलों को रोक रहा था। 18 वीं शताब्दी में, ग्रेट ब्रिटेन के साथ वैश्विक प्रतिस्पर्धा ने सात साल के युद्ध की शुरुआत की, जहां फ्रांस ने अपने उत्तरी अमेरिकी हिस्सेदारी खो दी। यूरोप और अमेरिकी क्रांतिकारी युद्ध में प्रभुत्व के रूप में फ्रांस को सफलता मिली, जहां धन और हथियारों के रूप में व्यापक फ्रेंच सहायता और अपनी सेना और नौसेना की प्रत्यक्ष भागीदारी ने अमेरिका की आजादी का नेतृत्व किया। अंततः आंतरिक राजनीतिक उथल-पुथल और फ्रांसीसी क्रांतिकारी युद्धों और नेपोलियन युद्धों में निरंतर संघर्ष के 23 साल गुजर गए। फ्रांस इस अवधि के दौरान अपनी शक्ति के चरम पर पहुंच गया, नेपोलियन बोनापार्ट के शासन काल में, एक अभूतपूर्व शक्ति के रूप में यूरोपीय महाद्वीप पर हावी रहा। हालांकि, 1815 तक, इसे उसी सीमा तक सीमित कर दिया गया था जो क्रांति से पहले नियंत्रित था। शेष 1 9वीं शताब्दी में दूसरी फ्रांसीसी औपनिवेशिक साम्राज्य के विकास के साथ ही बेल्जियम, स्पेन और मेक्सिको में फ्रांसीसी हस्तक्षेप हुआ। अन्य प्रमुख युद्ध,रूस के खिलाफ क्रिमिया में,इटली के खिलाफ ऑस्ट्रिया में और फ्रांस के भीतर प्रशिया के खिलाफ लड़े गए। फ्रेंको-प्रुसीयन युद्ध में हार के बाद, प्रथम विश्व युद्ध में फिर से फ्रेंको-जर्मन प्रतिद्वंद्विता उभर आयी। फ्रांस और उसके सहयोगी इस बार विजयी रहे थे। संघर्ष के मद्देनजर सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक उथल-पुथल द्वितीय विश्व युद्ध के रूप में परिणीत हुआ, जिसमें फ्रांस ने लड़ाई में एक्सिस राष्ट्रों को हराया गया और फ्रांसीसी सरकार ने जर्मनी के साथ एक युद्धविराम पर हस्ताक्षर किए। निर्वासन में एक मुक्त फ्रांसीसी सैनिक सरकार की अगुआई वाली मित्र राष्ट्रों की सेना ने अंततः एक्सिस पॉवर्स के ऊपर विजयी प्राप्त की। नतीजतन, फ्रांस ने जर्मनी में एक व्यवसाय क्षेत्र और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक स्थायी सीट हासिल की। पहले दो विश्व युद्धों के पैमाने पर तीसरे फ्रेंको-जर्मन संघर्ष से बचने की अनिवार्यता ने 1950 के दशक में शुरू होने वाले यूरोपीय एकीकरण के लिए मार्ग प्रशस्त किया। फ्रांस एक परमाणु शक्ति बन गया और 20 वीं शताब्दी के अंत तक, नाटो और उसके यूरोपीय सहयोगियों के साथ मिलकर सहयोग किया गया है। जुलाई में 1453 में फ्रांसीसी सेना ने अपने ब्रितानी विरोधियों को कैस्टिलो की लड़ाई में पराजित किया .

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फ्रांसिस जोजेफ प्रथम (आस्ट्रिया)

फ्रैंज जोजेफ प्रथम (Franz Joseph I) या फ्रांसिस जोजेफ प्रथम (Francis Joseph I; (Franz Joseph I., I., Franjo Josip I, František Josef I, Francesco Giuseppe; 18 अगस्त 1830 – 21 नवम्बर 1916), आस्ट्रिया का सम्राट तथा हंगरी, क्रोशिया और बोहेमिया का राजा था। 1 मई 1850 से 24 अगस्त 1866 तक वह जर्मन कानफेडरेशन का अध्यक्ष भी रहा। आस्ट्रिया और हंगरी का सबसे लम्बी अवधि तक वह शासक था। इसके साथ ही यूरोपीय इतिहास का तृतीय सर्वाधिक लम्बी अवधि तक शासन करने वाला राजा था। फ्रांसिस जोज़ेफ़ के पिता का ना फ्रांसिस चार्ल्स था। उसकी शिक्षा धार्मिक वातावरण में बड़ी कठोरता से हुई। १८४८ ई. की यूरोपीय क्रांति के समय उसने रेडेट्ज़्की के नेतृत्व में इटली में सैनिक सेवा की। जब इस क्रांति का दमन कर दिया गया ते श्वार्जनवर्ग के नेतृत्व में एक प्रतिक्रियावादी मंत्रिमंडल बना। उसने फर्डिनंड प्रथम को सिंहासन छोड़ने का परामर्श दिया और उसके भतीजे फ्रांसिस जोज़ेफ़ को सम्राट् बनाया (२ दिसंबर, १८४८ ई.)। इस मंत्रिमंडल ने जर्मनी, इटली और हंगरी में, जो साम्राज्य के भाग थे, दमन का चक्र चलाया और आस्ट्रिया की संसद के अधिकार भी छीन लिए। फ्रांसिस जोज़ेफ़ ने सारी राजसत्ता अपने हाथ में ले ली। असंतोष को दूर करने के लिए उसने १८६० ई. में प्रांतीय विधानमंडलों को कुछ अधिकार दिए। १८६१ में उसने केंद्रीय संसद् की स्थापना की जिसको सभी प्रांतों से पारित कानूनों को स्वीकृत या अस्वीकृत करने का अधिकार दिया। इसके फलस्वरूप प्राय: सभी जर्मन प्रांत आस्ट्रिया के साम्राज्य से अलग हो गए और स्लाव जाति ने संघीय शासन की स्थापना की मांग की। ऐसी दशा में फ्रांसिस जोज़ेफ़ ने १८६७ में हंगरी से समझौता किया जिससे उसे आंतरिक मामलों में बहुत अधिकार मिल गए। जब १८७८ ई. में रूस ने टर्की पर अपना आधिपत्य जमाना चाहा तो ब्रिटेन के साथ फ्रांसिस जोजेफ़ ने भी इसका विरोध किया क्योंकि उसे भय था कि यदि स्लाव जाति को इस प्रकार प्रोत्साहन मिला तो उसका साम्राज्य छिन्न भिन्न हो जाएगा। बर्लिन सम्मेलन में आस्ट्रिया को टर्कीं के तीन प्रदेश प्रबंध करने के लिए मिले। १९०८ ई. में आस्ट्रिया ने इनमें से दो बोलिविया और हस्त्रिगोविना को अपने साम्राज्य में मिला लिया। १८८०-९० के बीच साम्राज्य के अनेक प्रांतों ने स्वायत्त शासन की माँग की किंतु फ्रांसिस जोज़ेफ़ ने उनकी इस मांग को स्वीकार न किया। संवैधानिक शासन में उसकी बिलकुल आस्था न थी। साम्राज्य की जातियों को संगठित रखना वह अपना प्रमुख कर्त्तव्य समझता था। उसी के भतीजे आर्क ड्यूक फ्रांसिस फर्डिनंड की १९१४ में हत्या के फलस्वरूप प्रथम विश्वयुद्ध प्रारंभ हुआ। वह जर्मन जाति से पूर्ण सहानुभूति रखता था, अत: उसने विश्वयुद्ध में जर्मनी की पूर्ण सहायता की। .

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फ्रेडरिक महान्

फ्रेडरिक द्वितीय फ्रेडरिक द्वितीय महान् (Frederick II; जर्मन: Friedrich; १७१२ - १७८६ ई.) १७४० से १७८६ तक प्रशा का शासक था। वह अपने सैनिक विजयों, प्रशा की सेना की पुनर्रचना करने, प्रशा में कला और प्रबोध (इन्लाइटनेण्ट) को प्रोत्साहित करने और सप्तवर्षीय युद्ध में अनेकानेक कठिनाइयों के रहते हुए भी विजय प्राप्त करने के लिये प्रसिद्ध है। प्रशा की जनता उसे 'फ्रेडरिक महान (Friedrich der Große) कहने लगी और उसे 'डर अल्टे फ्रिट्ज' (Der Alte Fritz ("Old Fritz")) उपनाम दिया। .

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फेडरेशन(अंतरिक्ष यान)

फेडरेशन (Federation) रूस की रूसी संघीय अंतरिक्ष अभिकरण द्वारा विकसित विकासाधीन मानवयुक्त अंतरिक्ष यान है। जिसे मानव को अंतरिक्ष, चाँद और मंगल पर ले जाने के विकसित किया गया है। .

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बफ़ेलो, न्यूयॉर्क

न्यूयॉर्क राज्य में न्यूयॉर्क सिटी के बाद सर्वाधिक आबादी वाला शहर बफ़ेलो है। बफ़ेलो पश्चिमी न्यूयॉर्क में एरी झील के पूर्वी तट पर तथा फ़ोर्ट एरी, ओंटेरियो के सामने नियाग्रा नदी के निकट स्थित है और नियाग्रा फॉल्स महानगरीय क्षेत्र का प्रमुख शहर होने के साथ साथ एरी काउंटी का मुख्यालय भी है। एरी काउंटी (न्यूयार्क) गवर्नमेंट होम पेज, 16 अप्रैल 2008 को ऐक्सेस किया गया। इस शहर की जनसंख्या 292,648 (2000 की जनगणना के अनुसार).

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बम

विशाल आयुध एयर ब्लास्ट (मोआब) संयुक्त राज्य अमेरिका में उत्पादित बम दुनिया का एक सबसे शक्तिशाली गैर-परमाणु बमें हैं। बम विस्फोटक उपकरणों का कोई एक प्रकार है, जो आमतौर पर एक अत्यंत तेज और प्रबल उर्जा निर्गमन उत्पन्न करने के लिए विस्फोटक सामग्री की उष्माक्षेपी (एक्सोथर्मिक) रासायनिक प्रतिक्रिया पर निर्भर करता है। यह शब्द ग्रीक शब्द βόμβος (बम्बोस) से आया है, यह एक अनुकरणात्मक शब्द है, जिसका अर्थ अंग्रेजी के 'बूम' शब्द के लगभग समान है। एक परमाणु हथियार बहुत बड़े परमाणु-आधारित विस्फोट को करने के लिए रसायनिक-आधारित विस्फोटकों का प्रयोग करता है। "बम" शब्द को आमतौर पर नागरिक उद्देश्यों जैसे निर्माण या खनन के लिए प्रयोग की जाने वाली विस्फोटक उपकरणों पर लागू नहीं किया जाता है, यद्यपि लोग इन उपकरणों का इस्तेमाल करते हुए इसे बम के रूप में संदर्भित करते हैं। सैन्य में "बम" या विशेष रूप से हवाई बम इस शब्द का प्रयोग आमतौर पर हवा से गिराये गए बम के संदर्भ में होता है, यह एक संचालनरहित विस्फोटक हथियार है जिसका सबसे ज्यादा प्रयोग वायु सेना और नौसेना के विमानन द्वारा किया जाता हैं। अन्य सैन्य विस्फोटक हथियार जिन्हें "बम" के रूप में वर्गीकृत नहीं किया गया हैं उनमें ग्रेनेड, गोला (शेल्स), जलबम (पानी में प्रयुक्त), स्फोटक शीर्ष जब मिसाइलों में रहती हैं, या बारूदी सुरंग शामिल हैं। अपरंपरागत युद्ध में, "बम" को आक्रामक हथियार के रूप में या विस्फोटक उपकरणों के असीमित कोई एक प्रकार के रूप में संदर्भित किया जा सकता है। .

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बयकाल झील

बयकाल झील (रूसी: о́зеро Байка́л ओज़ेरो बयकाल, बुर्यात: Байгал нуур बयगाल नुउर, अर्थ: प्रकृति झील) दुनिया की सब से प्राचीन और गहरी झील है। यह झील ३ करोड़ वर्ष से लगातार बनी हुई है और इसकी औसत गहराई ७४४.४ मीटर है। हालाँकि कैस्पियन सागर विश्व की सबसे ज़्यादा पानी वाली झील है, बयकाल का स्थान दुसरे नंबर पर आता है। क्योंकि कैस्पियन का पानी खारा है, इसलिए बयकाल दुनिया की सब से बड़ी मीठे पानी की झील है। अगर बर्फ़ में जमे हुए पानी और ज़मीन के अन्दर बंद हुए पानी को अलग छोड़ दिया जाए, तो दुनिया की सतह पर मौजूद २०% मीठा पानी इसी एक झील में समाया हुआ है। बयकाल झील रूस के साइबेरिया क्षेत्र के दक्षिण भाग में, रूस के दो राज्यों (इरकुत्स्क ओब्लास्त और बुर्यात गणतंत्र) की सीमा पर स्थित है। इस झील को यूनेस्को ने विश्व की अनूठी प्राकृतिक विरासतों की सूची में शामिल कर रखा है। इस झील की लम्बाई ६३६ किलोमीटर है और इस झील में दुनिया में उपस्थित कुल पीने लायक पानी का पाँचवा हिस्सा और रूस में उपस्थित कुल पीने लायक पानी का ९०% हिस्सा सुरक्षित है। इस झील में पाए जान वाले बहुत-से जीव और बहुत-सी वनस्पतियाँ दुनिया भर में किसी अन्य जलाशय में नहीं पाए जाते। बयकाल की सबसे अधिक गहराई १,६४२ मीटर है (यानि ५,३८७ फ़ुट) और इसका पानी विश्व की सब झीलों में साफ़ माना जाता है। इस झील का अकार एक पतले, लम्बे नए चाँद की तरह है। .

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बरगुज़ीन नदी

बरगुज़ीन नदी (रूसी: Баргузи́н; अंग्रेज़ी: Barguzin) रूस के साइबेरिया क्षेत्र के बुर्यातिया गणतंत्र की एक प्रमुख नदी है। यह 480 किमी लम्बी नदी बयकाल झील के बरगुज़ीन नामक भाग में ख़ाली हो जाती है। सेलेन्गा नदी और ऊपरी अंगारा नदी के बाद बयकाल झील में जल ले जाने वाली यह तीसरी सबसे बड़ी नदी है। इसका जलसम्भर क्षेत्र 21,000 वर्ग किमी है और बयकाल से लेकर उस से 204 किमी ऊपर तक इस नदी पर नावी यातायात चलता है। इसकी मुख्य उपनदियाँ गागरा, अरगादा, इना और उल्युन नदियाँ हैं।, Mark Brazil, pp.

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बर्लिन कांग्रेस

बर्लिन कांग्रेस बर्लिन कांग्रेस (13 जून – 13 जुलाई 1878) बर्लिन में सम्पन्न एक सम्मेलन था जिसमें उस समय की महाशक्तियाँ (रूस, ग्रेट ब्रिटेन, फ्रांस, आस्ट्रिया-हंगरी, इटली तथा जर्मनी), चार बाल्कन राज्य (ग्रीस, सर्बिया, रोमानिया, मान्टीनिग्रो) और उस्मानी साम्राज्य ने भाग लिया था। इसका उद्देश्य १८७७-७८ के रूस-तुर्की युद्ध के बाद बाल्कन प्रायद्वीप के राज्यों की सीमायें तय करना था। इस सम्मेलन के परिणामस्वरूप बर्लिन की संधि पर हस्ताक्षर हुए जिसने रूस और उस्मानी साम्राज्य में मात्र तीन माह पूर्व सम्पन्न सान स्टिफानों की संधि का स्थान ग्रहण किया। .

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बरॉक

पीटर पॉल रूबेंस द्वारा आराधना. जिआन लॉरेंजों बर्निनी द्वारा रूपांकित सैंट'एंड्रिया एल क्युरिनेल का चर्च. बरॉक (bə-), यूरोप में 16वीं सदी के अंत और 18वीं सदी के आरंभ में प्रचलित एक कलात्मक शैली है। इसे अधिकतर "मैनेरिस्ट और रोकोको युगों में यूरोप की एक प्रभावशाली शैली के रूप में परिभाषित किया जाता है, एक ऐसी शैली, जिसे गतिशील आन्दोलन, खुली भावना और आत्मविश्वासी अलंकार विद्या" के रूप में जाना जाता है। बरॉक शैली की लोकप्रियता और सफलता को रोमन कैथोलिक चर्च द्वारा प्रोत्साहित किया गया, जिसने प्रोटेस्टेंट सुधार की प्रतिक्रिया में, काउंसिल ऑफ ट्रेंट के समय यह निर्णय लिया था, कि कला को प्रत्यक्ष और भावनात्मक जुड़ाव के साथ धार्मिक प्रकरणों को संचारित करना चाहिए। अभिजात वर्ग ने भी बरॉक वास्तुकला की नाटकीय शैली और कला को आगंतुकों को प्रभावित करने और विजयी शक्ति और नियंत्रण को अभिव्यक्त करने वाले माध्यम के रूप में देखा। बरॉक महलों को परिसर के प्रवेश द्वार, भव्य सीढ़ियों और क्रमानुसार समृद्धि को बढ़ाने वाले स्वागत कक्ष के आस पास निर्मित किया जाता है। .

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बश्कोरतोस्तान

right सन् 1872 में ली गई एक बश्कीर दम्पति की फ़ोटो बश्कोरतोस्तान रूस का एक संघीय खंड है और इसे गणतंत्र का दर्जा मिला हुआ है। यह वोल्गा नदी और यूराल पहाड़ों के दरमयान स्थित है। इसकी राजधानी उफ़ा नाम का शहर है। सन् 2002 में इसकी आबादी क़रीब 41 लाख थी और इसका क्षेत्रफल 1,43,600 वर्ग किमी है (यानि भारत के छत्तीसगढ़ राज्य से ज़रा बड़ा)। इसका नाम बश्कीर जाति के लोगों पर पड़ा है जिनकी यह पुश्तैनी मातृभूमि है। यहाँ सन् 2002 में हुई जनगणना के हिसाब से यहाँ के लगभग 36% लोग रूसी समुदाय के, 30% बश्कीर समुदाय और 24% तातार समुदाय के थे। सभी समुदायों के लोग रूसी भाषा समझते और बोलते हैं। बश्कीर और तातार लोग ज़्यादातर मुस्लिम हैं और बाक़ी समुदायों के लोग अधिकतर इसाई हैं। .

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बातु ख़ान

222px बातु ख़ान (मंगोल: Бат Хаан, बात ख़ान; अंग्रेजी: Batu Khan;; जन्म: १२०७ ई अनुमानित; देहांत: १२५५ ई) एक मंगोल शासक था और सुनहरा उर्दू नामक साम्राज्य का संस्थापक था जो मंगोल साम्राज्य के अधीन एक ख़ानत थी। बातु ख़ान जोची ख़ान का पुत्र और मंगोल साम्राज्य के संस्थापक चंगेज़ ख़ान का पोता था। 'बातु' या 'बात' शब्द का अर्थ मंगोल भाषा में 'कड़ा' या 'दृढ़' होता है। उसके द्वारा शुरू किये गए साम्राज्य का रूस, पूर्वी यूरोप और कॉकस के बड़े भाग पर लम्बे अरसे तक राज रहा। चंगेज़ ख़ान के पुत्रों कि मृत्य के बाद बातु ख़ान ही उस साम्राज्य का सबसे आदरणीय राजकुंवर बना और उसे 'आग़ा' (अर्थ: बड़े भाईसाहब) के नाम से जाना जाता था।, David Morgan, John Wiley & Sons, 2007, ISBN 978-1-4051-3539-9,...

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बायकाल पर्वत

गर्मियों के मौसम में बायकाल झील और बायकाल पहाड़ों का नज़ारा बायकाल पर्वत (रूस: Байкальский хребет, बायकाल्स्की ख़्रेबेत) रूस के साइबेरिया क्षेत्र के दक्षिणी भाग में बायकाल झील के उत्तरपश्चिमी छोर पर स्थित एक पर्वत शृंखला है। यह शृंखला और पूर्वी सायन पर्वत मध्य साइबेरियाई पठार की दक्षिणी सीमा हैं। साइबेरिया का एक प्रमुख दरिया, लेना नदी, बायकाल पहाड़ों में ही जन्म लेता है। बायकाल झील के इर्द-गिर्द के पहाड़ी क्षेत्र पर घने वन हैं जिनमें साइबेरियाई सनोबर, स्कॉटी चीड़ और साइबेरियाई प्रसरल जैसे ठन्डे इलाक़ों के वृक्ष उगते हैं। बायकाल पर्वतों का सबसे ऊँचा शिखर २,५७२ मीटर ऊँचा चेरस्की परबत है। .

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बायकोनूर

बायकोनूर का दृश्य बायकोनूर(कज़ाख़: Байқоңыр, अंग्रेज़ी: Baikonur) मध्य एशिया के कज़ाख़स्तान देश के किज़िलओरदा प्रांत में सिर दरिया के किनारे स्थित एक शहर है। रूस और कज़ाख़स्तान में एक आपसी समझौते के अंतर्गत यह शहर सन् २०५० तक रूस को किराए पर दिया गया है और इसका प्रशासन रूस करता है। यह शहर सोवियत संघ के ज़माने में उस देश के अंतरिक्ष-सम्बन्धी कार्यक्रम के लिए रॉकेट उड़ान केंद्र के रूप में विकसित किया गया था। अब वह केंद्र इस शहर के बीच स्थित है और शहर उसके इर्द-गिर्द ५७ वर्ग किमी के इलाक़े पर विस्तृत है।, Joseph N. Pelton, Ram Jakhu, Elsevier, 2010, ISBN 978-1-85617-752-8,...

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बाल्टिक देश

बाल्टिक राज्य (जिसे बाल्टिक्स, बाल्टिक देश या बाल्टिक प्रदेश भी कहा जाता है) उन बाल्टिक क्षेत्रों को कहते हैं, जिन्हें रूसई साम्राज्य से प्रथम विश्व युद्ध के समय स्वतंत्रता मिली थी। इनमें मुख्यतः एस्तोनिया, लात्विया तथा लिथुआनिया आते हैं, तथा मूल रूप से स्वतंत्रता पाने के बाद १९२० से फ़िनलैंड भी इनमें ही गिना जाता है। बाल्टिक राज्यों की भाषाओं में इन्हें निम्न भी कहा जाटा है.

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बाल्कन युद्ध

बाल्कन का आधुनिक इतिहास (सन १८०० के बाद) बाल्कन लीग का प्रचारात्मक पोस्टर बाल्कन युद्ध, सन् १९१२ - १९१३ में हुए थे। ये युद्ध प्रथम विश्वयुद्ध के महत्वपूर्ण कारणों में से माने जाते है। .

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बासमाची विद्रोह

ऍनवर पाशा एक तुर्की सिपहसालार थे जिन्होंने बासमाची विद्रोहियों को अपने नेतृत्व में संगठित करने का असफल प्रयास किया बासमाची विद्रोह (रूसी: Басмачество, बासमाचेस्त्वो, Basmachi) सोवियत संघ और, सोवियत संघ के बनने से पहले, रूस की शाही सरकार के विरुद्ध मध्य एशिया में बसने वाले तुर्की भाषाएँ बोलने वाले मुस्लिम समुदायों के विद्रोहों के एक सिलसिले को कहते हैं जो सन् १९१६ से १९३१ तक चले। 'बासमाची' शब्द उज़बेक भाषा से लिया गया है, जिसमें इसका अर्थ 'डाकू' होता है और यह हिन्दी भाषा में पाए जाने वाले 'बदमाश' शब्द का एक रूप है।, Dilip Hiro, Penguin, 2009, ISBN 978-1-59020-221-0,...

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बाघ

बाघ जंगल में रहने वाला मांसाहारी स्तनपायी पशु है। यह अपनी प्रजाति में सबसे बड़ा और ताकतवर पशु है। यह तिब्बत, श्रीलंका और अंडमान निकोबार द्वीप-समूह को छोड़कर एशिया के अन्य सभी भागों में पाया जाता है। यह भारत, नेपाल, भूटान, कोरिया, अफगानिस्तान और इंडोनेशिया में अधिक संख्या में पाया जाता है। इसके शरीर का रंग लाल और पीला का मिश्रण है। इस पर काले रंग की पट्टी पायी जाती है। वक्ष के भीतरी भाग और पाँव का रंग सफेद होता है। बाघ १३ फीट लम्बा और ३०० किलो वजनी हो सकता है। बाघ का वैज्ञानिक नाम पेंथेरा टिग्रिस है। यह भारत का राष्ट्रीय पशु भी है। बाघ शब्द संस्कृत के व्याघ्र का तदभव रूप है। .

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बियर

सीधे पीपा से 'श्लेंकेरला राउख़बियर' नामक बियर परोसी जा रही है​ बियर संसार का सबसे पुराना और सर्वाधिक व्यापक रूप से खुलकर सेवन किया जाने वाला मादक पेय है।Origin and History of Beer and Brewing: From Prehistoric Times to the Beginning of Brewing Science and Technology, John P Arnold, BeerBooks, Cleveland, Ohio, 2005, ISBN 0-9662084-1-2 सभी पेयों के बाद यह चाय और जल के बाद तीसरा सर्वाधिक लोकप्रिय पेय है।, European Beer Guide, Accessed 2006-10-17 क्योंकि बियर अधिकतर जौ के किण्वन (फ़र्मेन्टेशन​) से बनती है, इसलिए इसे भारतीय उपमहाद्वीप में जौ की शराब या आब-जौ के नाम से बुलाया जाता है। संस्कृत में जौ को 'यव' कहते हैं इसलिए बियर का एक अन्य नाम यवसुरा भी है। ध्यान दें कि जौ के अलावा बियर बनाने के लिए गेहूं, मक्का और चावल का भी व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। अधिकतर बियर को राज़क (हॉप्स) से सुवासित एवं स्वादिष्ट कर दिया जाता है, जिसमें कडवाहट बढ़ जाती है और जो प्राकृतिक संरक्षक के रूप में भी कार्य करता है, हालांकि दूसरी सुवासित जड़ी बूटियां अथवा फल भी यदाकदा मिला दिए जाते हैं।, Max Nelson, Routledge, Page 1, Pages 1, 2005, ISBN 0-415-31121-7, Accessed 2009-11-19 लिखित साक्ष्यों से यह पता चलता है कि मान्यता के आरंभ से बियर के उत्पादन एवं वितरण को कोड ऑफ़ हम्मुराबी के रूप में सन्दर्भित किया गया है जिसमें बियर और बियर पार्लर्स से संबंधित विनियमन कानून तथा "निन्कासी के स्रुति गीत", जो बियर की मेसोपोटेमिया देवी के लिए प्रार्थना एवं किंचित शिक्षित लोगों की संस्कृति के लिए नुस्खे के रूप में बियर का उपयोग किया जाता था। आज, किण्वासवन उद्योग एक वैश्विक व्यापार बन गया है, जिसमें कई प्रभावी बहुराष्ट्रीय कंपनियां और हजारों की संख्या में छोटे-छोटे किण्वन कर्म शालाओं से लेकर आंचलिक शराब की भट्टियां शामिल हैं। बियर के किण्वासन की मूल बातें राष्ट्रीय और सांस्कृतिक सीमाओं से परे भी एक साझे में हैं। आमतौर पर बियर को दो प्रकारों में वर्गीकृत किया गया है - दुनिया भर में लोकप्रिय हल्का पीला यवसुरा और आंचलिक तौर पर अलग किस्म के बियर, जिन्हें और भी कई किस्मों जैसे कि हल्का पीला बियर, घने और भूरे बियर में वर्गीकृत किया गया है। आयतन के दृष्टीकोण से बियर में शराब की मात्रा (सामान्य) 4% से 6% तक रहती है हालांकि कुछ मामलों में यह सीमा 1% से भी कम से आरंभ कर 20% से भी अधिक हो सकती है। बियर पान करने वाले राष्ट्रों के लिए बियर उनकी संस्कृति का एक अंग है और यह उनकी सामजिक परंपराओं जैसे कि बियर त्योहारों, साथ ही साथ मदिरालयी सांस्कृतिक गतिविधियों जैसे कि मदिरालय रेंगना तथा मदिरालय में खेले जाने वाले खेल जैसे कि बार बिलियर्ड्स शामिल हैं। .

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बिया नदी

बिया नदी का एक नज़ारा बिया नदी (रूसी: Бия, अंग्रेज़ी: Biya) रूस के साइबेरिया क्षेत्र में अल्ताई गणतंत्र और अल्ताई क्राय विभागों में स्थित एक ३०१ किमी लम्बी नदी है। यह तेलेत्स्कोये झील (Озеро Телецкое, Teletskoye lake) से शुरू होती है और आगे चलकर बियस्क शहर से २६ किमी दक्षिण-पश्चिम में इसका कतुन नदी के साथ विलय हो जाता है, जिसके बाद मिली हुई धारा साइबेरिया की महान ओब नदी कहलाती है।, Egon T. Degens, Stephan Kempe, International Council of Scientific Unions.

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बिस्मार्क

250px ओटो एडुअर्ड लिओपोल्ड बिस्मार्क (1 अप्रैल 1815 - 30 जुलाई 1898), जर्मन साम्राज्य का प्रथम चांसलर तथा तत्कालीन यूरोप का प्रभावी राजनेता था। वह 'ओटो फॉन बिस्मार्क' के नाम से अधिक प्रसिद्ध है। उसने अनेक जर्मनभाषी राज्यों का एकीकरण करके शक्तिशाली जर्मन साम्राज्य स्थापित किया। वह द्वितीय जर्मन साम्राज्य का प्रथम चांसलर बना। वह "रीअलपालिटिक" की नीति के लिये प्रसिद्ध है जिसके कारण उसे "लौह चांसलर" के उपनाम से जाना जाता है। वह अपने युग का बहुत बड़ा कूटनीतिज्ञ था। अपने कूटनीतिक सन्धियों के तहत फ्रांस को मित्रविहीन कर जर्मनी को यूरोप की सर्वप्रमुख शक्ति बना दिया। बिस्मार्क ने एक नवीन वैदेशिक नीति का सूत्रपात किया जिसके तहत शान्तिकाल में युद्ध को रोकने और शान्ति को बनाए रखने के लिए गुटों का निर्माण किया। उसकी इस 'सन्धि प्रणाली' ने समस्त यूरोप को दो गुटों में बांट दिया। .

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बिग ब्रदर (टीवी सीरिज़)

बिग ब्रदर एक रियलिटी टेलीविजन शो है, जहां एक बड़े घर में लोगों का एक समूह एक साथ रहता है, बाहरी दुनिया से बिल्कुल अलग-थलग, लेकिन टेलीविजन कैमरों द्वारा उन्हें लगातार देखा जा रहा होता है। प्रत्येक सीरिज़ तीन महीने के करीब चलती है और इसमें आम तौर पर 15 से कम प्रतिभागी हुआ करते हैं। इस घर के सदस्य खुद को घर से होने वाले नियतकालिक निष्कासन से बचाते हुए एक नकद पुरस्कार जीतने की कोशिश करते हैं। जॉन डी मोल प्रोदुक्तिज़ (John de Mol Produkties) (इंडेमोल का एक स्वतंत्र भाग) नामक निर्माण संस्था के एक जबर्दस्त बहस-मुबाहिसे से इस शो का विचार 4 सितंबर 1997 सामने आया। 1999 में नीदरलैंड के वेरोनिका चैनल में पहले बिग ब्रदर का प्रसारण किया गया था। अगले साल से जर्मनी, पुर्तगाल, यूएसए (USA), यूके (UK), स्पेन, बेल्जियम, स्वीडन, स्विट्जरलैंड और इटली में इसका प्रसारण शुरू हुआ और इस तरह यह एक विश्वव्यापी हलचल बन गया।‍ तब से यह लगभग 70 देशों में प्राइम-टाइम हिट बना हुआ है। शो का नाम जॉर्ज ऑरवेल के 1949 के उपन्यास नाइंटीन एटी-फोर (Nineteen Eighty-Four) से लिया गया, यह एक ऐसे आतंकराज की कहानी है जिसमे बिग ब्रदर अपनी तानाशाही के निवासियों पर हमेशा उनके टेलीविजन सेट के जरिये जासूसी कर सकता है, इस नारे के साथ कि "बिग ब्रदर इज वाचिंग यू " (Big Brother is watching you) अर्थात तुम पर बिग ब्रदर की नज़र है। .

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बंजी जम्पिंग

बंजी जम्पिंग (जिसकी वर्तनी अंग्रेज़ी में "Bungee" और "Bungy" जम्पिंग दोनों हैं) एक ऐसी गतिविधि है जिसमे एक ऊंची संरचना से एक बड़ी लोचदार रस्सी के साथ जुड़े रहते हुए कूदना शामिल है। यह लम्बी संरचना आम तौर पर एक इमारत, पुल या एक क्रेन जैसी स्थायी वस्तु हो सकती है; लेकिन हॉट-एयर-बलून या हेलिकॉप्टर जैसी एक चलायमान वस्तु से भी कूदना सम्भव है, जिसमे जमीन से ऊपर मंडराने की क्षमता हो.

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बुर्यातिया

रूस के नक़्शे में बुर्यातिया का स्थान (लाल रंग में) 230px दक्षिणी बुर्यातिया का एक नज़ारा बुर्यातिया गणतंत्र (रूसी: Респу́блика Буря́тия, रॅस्पुब्लिका बुर्यतिया; बुर्यात भाषा: Буряад Республика, बुर्याद रॅस्पुब्लिका) गणतंत्र का दर्जा रखने वाला रूस का एक राज्य है। यह दक्षिण-मध्य साइबेरिया क्षेत्र में बयकाल झील के किनारे स्थित है। इसकी राजधानी उलान-उदे (Ула́н-Удэ́, Ulan-Ude) नामक शहर है। इसका क्षेत्रफल क़रीब ३,५१,३०० वर्ग किमी है (यानि भारत के राजस्थान राज्य से ज़रा बड़ा) और सन् २०१० में इसकी आबादी ९,७२,६५८ थी। .

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बुल्गारिया एयर

बुल्गारिया एयर, बुल्गारिया की शासकीय एयरलाइन है। इसका मुख्य कार्यालय सोफ़िया एयरपोर्ट, सोफ़िया मे है। इसका स्वामित्व चिमीम्पोर्ट इंक के पास है और यह स्थानीय बाजार मे एक अग्रणी एयरलाइन है। यह एयरलाइन युरोप, आफ्रिका, मध्य पूर्व एशिया, और रशिया के छोटे और मध्यम दूरी के गंतव्यों के लिए उड़ाने परिचालित करती है। २००८ के वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार बुल्गारिया एयर ने १,१८५,४६० यात्रियों की संख्या को छू लिया था। .

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बुख़ारा

बुख़ारा के अमीर के महल का दरवाज़ा, यह यूनेस्को द्वारा पंजीकृत विश्व धरोहर स्थल है बुख़ारा में पाया गया यवन-बैक्ट्रियाई सम्राट युक्राटीडीस (१७०-१४५ ईसापूर्व) द्वारा ज़र्ब सिक्का जो प्राचीनकाल का सबसे बड़ा सोने का सिक्का है। इसका वज़न १६९.२ ग्राम और व्यास (डायामीटर) ५८ मिलीमीटर है। इसे फ़्रांसिसी सम्राट नेपोलियन तृतीय ने ले लिया था और अब यह पैरिस के एक संग्राहलय में है। अलीम ख़ान (१८८०-१९४४), बुख़ारा का अंतिम अमीर, जिसे १९२० में सिंहासन से हटा दिया गया कलाँ मीनार (यानि 'बड़ी मीनार') नादिर दीवान-बेग़ी मदरसे के दरवाज़े पर अमरपक्षी (काल्पनिक फ़ीनिक्स पक्षी), यह लब-ए-हौज़ स्थल का हिस्सा है बुख़ारा (रूसी: Бухара, फ़ारसी:, अंग्रेज़ी: Bokhara) मध्य एशिया में स्थित उज़बेकिस्तान देश के बुख़ारा प्रान्त की राजधानी है। यह उज़बेकिस्तान की पाँचवी सबसे बड़ी नगरी है। इसकी जनसंख्या २,३७,९०० है (सन् १९९९ अनुमानानुसार) और यह शहर लगभग पाँच हजार वर्षों से बसा हुआ है।, Europa Publications Limited, Taylor & Francis, 2002, ISBN 978-1-85743-137-7,...

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ब्रह्मोस 2

ब्रह्मोस 2 (BrahMos-2) रूस की एनपीओ मशीनोस्त्रोयेनिया और भारत की रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन द्वारा वर्तमान में संयुक्त रूप से विकासाधीन एक हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल है। जो एक साथ ब्रह्मोस एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड द्वारा गठित है। यह ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल श्रृंखला की दूसरी क्रूज मिसाइल है। ब्रह्मोस-2 की रेंज 290 किलोमीटर और मेक 7 की गति होने की संभावना है। उड़ान के क्रूज चरण के दौरान मिसाइल एक स्क्रैमजेट एयरब्रेस्टिंग जेट इंजन का प्रयोग करेगी। मिसाइल की उत्पादन लागत और भौतिक आयाम सहित अन्य विवरण, अभी तक प्रकाशित नहीं किए गए हैं। इस मिसाइल की 2020 तक परीक्षण के लिए तैयार होने की उम्मीद है। ब्रह्मोस-2 की योजनाबद्ध परिचालन सीमा 290 किलोमीटर तक सीमित कर दी गई है क्योंकि रूस मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था (एमटीसीआर) का एक हस्ताक्षरकर्ता सदस्य देश है, जो रूस को 300 किलोमीटर (190 मील। 160 एनएमआई) के ऊपर सीमाओं वाली मिसाइलों को विकसित करने में अन्य देशों की मदद से रोकता है। हालांकि, अब भारत एक मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था हस्ताक्षरकर्ता सदस्य देश बन गया है। इसकी शीर्ष गति वर्तमान ब्रह्मोस 1 की दोगुनी होगी। और यह दुनिया में सबसे तेज क्रूज मिसाइल होगी। ब्रह्मोस 2 को मेक 5 की गाति से पार करने के लिए रूस एक विशेष और गुप्त ईंधन सूत्र विकसित कर रहा है। अक्टूबर 2011 तक मिसाइल के कई रूपों का डिजाइन पूरा किया गया था। और 2012 में परीक्षण शुरू होने वाले थे। चौथी पीढ़ी के बहुउद्देश्यीय रूसी नौसेना विध्वंसक (प्रोजेक्ट 21956) को भी ब्रह्मोस 2 से लैस करने की संभावना है। ब्रह्मोस एयरोस्पेस ने भारत के पूर्व राष्ट्रपति ऐ॰ पी॰ जे॰ अब्दुल कलाम के सम्मान में मिसाइल को ब्रह्मोस-2 (के) का नाम दिया है। .

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ब्रह्मोस प्रक्षेपास्त्र

'''ब्रह्मोस''' विश्व की सबसे तीव्रगामी मिसाइल है। ब्रह्मोस एक कम दूरी की रैमजेट, सुपरसॉनिक क्रूज मिसाइल है। इसे पनडुब्बी से, पानी के जहाज से, विमान से या जमीन से भी छोड़ा जा सकता है। रूस की एनपीओ मशीनोस्ट्रोयेनिया (NPO Mashinostroeyenia) तथा भारत के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने संयुक्त रूप से इसका विकास किया है। यह रूस की पी-800 ओंकिस क्रूज मिसाइल की प्रौद्योगिकी पर आधारित है। ब्रह्मोस के समुद्री तथा थल संस्करणों का पहले ही सफलतापूर्वक परीक्षण किया जा चुका है तथा भारतीय सेना एवं नौसेना को सौंपा जा चुका है। ब्रह्मोस भारत और रूस के द्वारा विकसित की गई अब तक की सबसे आधुनिक प्रक्षेपास्त्र प्रणाली है और इसने भारत को मिसाइल तकनीक में अग्रणी देश बना दिया है। .

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ब्रिटिश भारतीय सेना

भारतीय मुसलमान सैनिकों का एक समूह जिसे वॉली फायरिंग के आदेश दिए गए। ~1895 ब्रिटिश भारतीय सेना 1947 में भारत के विभाजन से पहले भारत में ब्रिटिश राज की प्रमुख सेना थी। इसे अक्सर ब्रिटिश भारतीय सेना के रूप में निर्दिष्ट नहीं किया जाता था बल्कि भारतीय सेना कहा जाता था और जब इस शब्द का उपयोग एक स्पष्ट ऐतिहासिक सन्दर्भ में किसी लेख या पुस्तक में किया जाता है, तो इसे अक्सर भारतीय सेना ही कहा जाता है। ब्रिटिश शासन के दिनों में, विशेष रूप से प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, भारतीय सेना न केवल भारत में बल्कि अन्य स्थानों में भी ब्रिटिश बलों के लिए अत्यधिक सहायक सिद्ध हुई। भारत में, यह प्रत्यक्ष ब्रिटिश प्रशासन (भारतीय प्रान्त, अथवा, ब्रिटिश भारत) और ब्रिटिश आधिपत्य (सामंती राज्य) के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों की सुरक्षा के लिए उत्तरदायी थी। पहली सेना जिसे अधिकारिक रूप से "भारतीय सेना" कहा जाता था, उसे 1895 में भारत सरकार के द्वारा स्थापित किया गया था, इसके साथ ही ब्रिटिश भारत की प्रेसीडेंसियों की तीन प्रेसिडेंसी सेनाएं (बंगाल सेना, मद्रास सेना और बम्बई सेना) भी मौजूद थीं। हालांकि, 1903 में इन तीनों सेनाओं को भारतीय सेना में मिला दिया गया। शब्द "भारतीय सेना" का उपयोग कभी कभी अनौपचारिक रूप से पूर्व प्रेसिडेंसी सेनाओं के सामूहिक विवरण के लिए भी किया जाता था, विशेष रूप से भारतीय विद्रोह के बाद.

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ब्रियान्स्क ओब्लास्ट

रूस का एक ओब्लास्ट (области, ओब्लास्टि, प्रांत)। श्रेणी:रूस के प्रांत en:Oblasts of Russia.

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ब्रिक

ब्रिक यानी बीआरआईसी विश्व की सर्वाधिक तेजी से विकसित होती अर्थव्यवस्थाओं वाले विकासशील देशों- ब्राजील, रूस, भारत और चीन का संगठन है। इस शब्द का पहली बार प्रयोग 2001 में गोल्डमैन शश ने किया था। ये चारों देश संयुक्त रूप से विश्व का एक-चौथाई क्षेत्र घेरते हैं और इनकी जनसंख्या विश्व की कुल आबादी का 40 प्रतिशत से अधिक है। इन देशों का सकल घरेलु उत्पाद 15.435 ट्रिलियन डॉलर है।। वॉयस ऑफ रशिया। 14 सितंबर 2009 गोल्डमैन शश का तर्क था कि ब्राजील, रूस, चीन और भारत की अर्थव्यवस्थाएं आर्थिक रूप से इतनी मजबूत हैं कि 2050 तक ये चारों अर्थव्यवस्थाएं वैश्विक परिदृश्य पर हावी होगी। हालांकि शश का ये उद्देश्य कतई नहीं था कि ये चारों देश राजनीतिक गठजोड़ कर किसी संगठन का निर्माण करें। शश का आकलन था कि भारत और चीन उत्पादित वस्तुओं और सर्विस के सबसे बड़े प्रदाता होंगे, वहीं ब्राजील और रूस कच्चे माल के सबसे बड़े उत्पादक हैं। ब्राजील जहां लौह अयस्कों की आपूर्ति में प्रथम है तो रूस तेल एवं प्राकृतिक गैस के मामले में शीर्ष पर है। ब्रिक देशों की पहली आधिकारिक बैठक 16 जून, 2009 को रूस के येकेटिनबर्ग में हुई थी। 17 जून, 2009 को हुई बैठक में इन देशों ने आपसी सहयोग बढ़ाने पर बल दिया। इसमें एक वैश्विक मुद्रा बनाने की बात कही गई थी। 4 सितंबर, 2009 में इसकी बैठक लंदन में हुई थी। इसमें यह तय हुआ कि स्थिर वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए विश्व मुद्रा कोष जैसी अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं में बदलावों की ज़रूरत है। साथ ही बदलाव की इस प्रक्रिया में विकासशील देशों की बराबर हिस्सेदारी होनी चाहिए। 2010 की बैठक ब्राजील में आयोजित की जाएगी। File:Ponte estaiada Octavio Frias - Sao Paulo.jpg|साओ पाउलो, ब्राज़ील File:Moscow International Business Centre, Marc 2008.JPG|मॉस्को, रूस File:Mumbai Skyline at Night.jpg|मुंबई, भारत File:Shanghai Skyline 2009.jpg|शंघाई, चीन .

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ब्रिक्स

ब्रिक्स (BRICS) उभरती राष्ट्रीय अर्थव्यवस्थाओं के एक संघ का शीर्षक है। इसके घटक राष्ट्र ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका हैं। इन्हीम देशों के अंग्रेज़ी में नाम के प्रथमाक्षरों B, R, I, C व S से मिलकर इस समूह का यह नामकरण हुआ है। मूलतः, २०१० में दक्षिण अफ्रीका के शामिल किए जाने से पहले इसे "ब्रिक" के नाम से जाना जाता था। रूस को छोडकर, ब्रिक्स के सभी सदस्य विकासशील या नव औद्योगीकृत देश हैं जिनकी अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है। ये राष्ट्र क्षेत्रीय और वैश्विक मामलों पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालते हैं। वर्ष २०१३ तक, पाँचों ब्रिक्स राष्ट्र दुनिया के लगभग 3 अरब लोगों का प्रतिनिधित्व करते हैं और एक अनुमान के अनुसार ये राष्ट्र संयुक्त विदेशी मुद्रा भंडार में ४ खरब अमेरिकी डॉलर का योगदान करते हैं। इन राष्ट्रों का संयुक्त सकल घरेलू उत्पाद १५ खरब अमेरिकी डॉलर का है। वर्तमान में, दक्षिण अफ्रीका ब्रिक्स समूह की अध्यक्षता करता है। .

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ब्लिट्ज

ब्लिट्ज एक भारतीय समाचार-पत्र था जिसके सम्पादक रूसी करंजिया थे। .

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बृजेश सिंह

कुंवर बृजेश सिंह (म्रत्यु- ३१ अक्टूबर १९६६) कालाकांकर राजघराने से भारतीय कम्युनिस्ट नेता थे। वे भारत के भूतपूर्व विदेश मंत्री राजा दिनेश सिंह के चाचा थे। रूस के तानाशाह स्टालिन की बेटी स्वेतलाना एलिल्युयेवा और कालाकांकर के राजकुमार ब्रजेश सिंह के प्रेम प्रकरण ६० के दशक का चर्चित और विवादित मुद्दा रहा। अपनी बेटी स्वेतलाना एलिल्युयेवा को गोद में उठाये जोसेफ स्तालिन स्वेतलाना रूसी तानाशाह जोसेफ स्तालिन की सबसे छोटी बेटी थी और शायद स्तालिन की सबसे प्रिय संतान भी। बृजेश सिंह भारतीय कम्युनिस्ट नेता थे और इलाज करवाने रूस गए थे। बृजेश सिंह कालाकांकर के राजघराने से थे और उनके भतीजे दिनेश सिंह केंद्र सरकार में मंत्री रहे थे। बृजेश सिंह काफी पढ़े-लिखे, नफीस और सौम्य व्यक्ति थे और उनसे स्वेतलाना का प्रेम संबंध हो गया। लेकिन सोवियत सरकार ने उन्हें शादी की अनुमति नहीं दी। बृजेश सिंह की मृत्यु १९६७ में मास्को में हो गई और उनका शव लेकर स्वेतलाना भारत आईं। नई दिल्ली में वह सोवियत अधिकारियों और जासूसों को चकमा देकर अमेरिकी दूतावास पहुंच गईं। उन्होंने अमेरिका में राजनीतिक शरण मांगी और बाद में अमेरिका और इंग्लैंड में रहीं। यह शीत युद्ध के चरम का वह दौर था और तब स्तालिन की बेटी का अमेरिका से शरण मांगना और सोवियत व्यवस्था को नकार देना बहुत बड़ी खबर थी। भारत में यह संवेदनशील मुद्दा इसलिए था कि स्वेतलाना ने भारत आकर यह किया था और तब भारत के सोवियत संघ और अमेरिका दोनों से अच्छे रिश्ते थे। भारत पूरी तरह सोवियत कैंप में नहीं गया था, लेकिन भारतीय विदेश नीति का झुकाव सोवियत संघ की ओर था। अमेरिका भी इसे तूल नहीं देना चाहता था, क्योंकि तब अमेरिका-रूस संबंधों में थोड़ी बेहतरी आने लगी थी। ऐसे में स्वेतलाना को पहले स्विट्जरलैंड भेजा गया और वहां से कुछ समय बाद वह अमेरिका गईं। यह कहानी इस बात का भी प्रमाण है कि राजनीति और विचारधारा के झगड़े किसी की व्यक्तिगत जिंदगी को कितना प्रभावित करते हैं। बृजेश और स्वेतलाना के मामले में यह इसलिए भी महत्वपूर्ण था, क्योंकि वह २०वीं शताब्दी के सबसे विवादास्पद व्यक्तित्वों में से एक की संतान थी। तानाशाह स्टालिन की बेटी स्वेतलाना ने कालाकांकर के राजकुमार ब्रजेश सिंह से रिश्तों की पींगें बढ़ाई थीं, तब भूचाल उठ खड़ा हुआ था। भारत और सोवियत संघ की दोस्ती शुरुआती दौर में थी और उसके तन्तुओं को अभी मजबूत होना बाकी था। पर सियासत अपनी जगह, प्यार अपनी जगह। दोनों ने जिंदगी के अंतिम समय तक प्रेम की रीति को निभाया। ब्रजेश सिंह की मृत्यु के बाद स्वेतलाना उनकी अस्थियों को लेकर भारत आई थीं। उन्हें मालूम था कि हम हिन्दुस्तानियों की सबसे बड़ी इच्छा गंगा की गोद में विलीन हो जाना ही होती है। बाद में अप्रैल १९६७ में एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा था कि मैं ब्रजेश सिंह की पत्नी हूँ। .

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बैले

बैले नर्तकियों का चित्र, 1872 में एडगर डेगास द्वारा. बैले एक तरह का प्रदर्शन नृत्य है जिसकी उत्पत्ति 15वीं शताब्दी में इतालवी नवजागरण न्यायालयों में हुई और आगे चलकर फ्रांस, इंग्लैंड और रूस में इसे एक समारोह नृत्य शैली के तौर पर और अधिक विकसित किया गया। इसकी शुरुआत रंगमंचों से पहले हुई और इन्हें बड़े कक्षों में प्रदर्शित किया जाता था जहां ज्यादातर दर्शक, पंक्तियों अथवा दीर्घाओं में डांस फ्लोर के तीनों ओर बैठे होते थे। इसके बाद से यह स्वयं की शब्दावली वाली बेहद तकनीकी नृत्य शैली बन गई। मुख्य तौर पर इसे शास्त्रीय संगीत के साथ ही प्रदर्शित किया जाता है और एक नृत्य के रूप में यह पूरे विश्व में काफी प्रभावशाली है। पूरे विश्व के बैले स्कूलों में बैले नृत्य सिखाया जाता है जहां लोग अपनी संस्कृति और समाज के माध्यम से इस कला के बारे में बताते हैं। बैले नृत्य प्रशिक्षित कलाकारों द्वारा कोरियोग्राफ और प्रदर्शित किया जाता है, जिसमें मसखरी और अभिनय करना भी शामिल है और जो संगीत पर तैयार होता है (आमतौर पर ऑर्केसट्रा के संगीत पर लेकिन कभी-कभार मौखिक भी होता है).

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बैंकॉक

बैंकाक दक्षिण पूर्वी एशियाई देश थाईलैंड की राजधानी है। बैंकॉक थाइलैंड की राजधानी है। यहां ऐसी अनेक चीजें जो पर्यटकों को आकर्षित करती हैं। इनमें से सबसे प्रसिद्ध हैं मरीन पार्क और सफारी। मरीन पार्क में प्रशिक्षित डॉल्फिन्स अपने करतब दिखाती हैं। यह कार्यक्रम बच्चों के साथ-साथ बड़ों को भी खूब लुभाता है। सफारी वर्ल्‍ड विश्‍व का सबसे बड़ा खुला चिड़ियाघर है। यहां एशिया और अफ्रीका के लगभग सभी वन्य जीवों को देखा जा सकता है। यहां की यात्रा थकावट भरी लेकिन रोमांचक होती है। रास्ते में खानपान का इंतजाम भी है। .

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बैकोनूर कॉस्मोड्रोम साइट 109

साइट 109 (Site 109) कजाखस्तान के बैकोनूर कॉस्मोड्रोम में स्थित रॉकेट लांच स्थल है। जिसे रूस द्वारा संचालित किया जा रहा है। .

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बैकोनूर कॉस्मोड्रोम साइट 110

साइट 110 (Site 110) कजाखस्तान के बैकोनूर कॉस्मोड्रोम में स्थित रॉकेट लांच स्थल है। जिसे रूस द्वारा संचालित किया जा रहा है। .

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बैकोनूर कॉस्मोड्रोम साइट 200

साइट 200 (Site 200) कजाखस्तान के बैकोनूर कॉस्मोड्रोम में स्थित रॉकेट लांच स्थल है। जिसे रूस द्वारा संचालित किया जा रहा है। .

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बैकोनूर कॉस्मोड्रोम साइट 250

साइट 250 (Site 250) कजाखस्तान के बैकोनूर कॉस्मोड्रोम में स्थित रॉकेट लांच स्थल है। जिसे रूस द्वारा संचालित किया जा रहा है। .

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बैकोनूर कॉस्मोड्रोम साइट 31

साइट 31 (Site 31) कजाखस्तान के बैकोनूर कॉस्मोड्रोम में स्थित रॉकेट लांच स्थल है। जिसे रूस द्वारा संचालित किया जा रहा है। .

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बैकोनूर कॉस्मोड्रोम साइट 41

साइट 41 (Site 41) कजाखस्तान के बैकोनूर कॉस्मोड्रोम में स्थित रॉकेट लांच स्थल है। जिसे रूस द्वारा संचालित किया जा रहा है। .

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बैकोनूर कॉस्मोड्रोम साइट 45

साइट 45 (Site 45) कजाखस्तान के बैकोनूर कॉस्मोड्रोम में स्थित रॉकेट लांच स्थल है। जिसे रूस द्वारा संचालित किया जा रहा है। .

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बैकोनूर कॉस्मोड्रोम साइट 81

साइट 81 (Site 81) कजाखस्तान के बैकोनूर कॉस्मोड्रोम में स्थित रॉकेट लांच स्थल है। जिसे रूस द्वारा संचालित किया जा रहा है। .

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बैकोनूर कॉस्मोड्रोम साइट 90

साइट 90 (Site 90) कजाखस्तान के बैकोनूर कॉस्मोड्रोम में स्थित रॉकेट लांच स्थल है। जिसे रूस द्वारा संचालित किया जा रहा है। .

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बेथलहम

बेथलहम (بَيْتِ لَحْمٍ,, प्रकाशित “हाउस ऑफ मीट (House of Meat)"; בֵּית לֶחֶם, बीट लेहम (Beit Lehem), प्रकाशित "हाउस ऑफ ब्रेड (House of Bread);" बेथलीम (Bethleém)) मध्य वेस्ट-बैंक में, येरुशलम से लगभग दक्षिण में स्थित एक फिलिस्तीनी शहर है, जिसकी जनसंख्या लगभग 30,000 है।अमरा, 1999,.

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बेरिंट सागर

बेरिंट सागर की अवस्थिति बेरिंट सागर (अंग्रेजी: Barents Sea, नार्वेजियाई: Barentshavet, रूसी: море Баренцево), आर्कटिक महासागर का एक भाग है, तथा नार्वे और रूस के उत्तर में स्थित है। मध्य युग में इसे मरमन सागर के नाम से जाना जाता था, सागर का वर्तमान नाम डच नाविक विलेम बेरिंट के नाम पर रखा गया है। इस सागर की औसत गहराई 230 मी और अधिकतम गहराई 450 मी है। नोवाया ज़ेमल्या बेरिंट सागर को कारा सागर से पृथक करती है। बेरिंट सागर क्षेत्र में जीवाश्म ईंधन ऊर्जा संसाधन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। .

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बेलारूस

बेलारूस (Белару́сь, लेटिन, بيَلارُث,; bʲɪlɐˈrusʲ), आधिकारिक रिपब्लिक ऑफ़ बेलारूस (Рэспубліка Беларусь; Республика Беларусь), पूर्व ज्ञात रूसी नाम ब्येलोरसिया (Белоруссия; हालांकि यह नाम अब बेलारूस में, रूसी भाषा में भी काम में नहीं लिया जाता), पूर्वी यूरोप का स्थल-रुद्ध देश है। बेलारूस की सीमा उत्तर-पूर्व में रूस से, दक्षिण में यूक्रेन से, पश्चिम में पोलैण्ड और उत्तर-पश्चिम में लिथुआनिया एवं लातविया से लगती है। इसकी राजधानी और सर्वाधिक जनसंख्या वाला नगर मिन्स्क है। इसके का 40% से अधिक भाग वन है। इसका सबसे प्रबल आर्थिक क्षेत्र सेवा उद्योग और विनिर्माण है। बीसवीं सदी तक, वर्तमान बेलारूस की भूमि को विभिन्न देशों ने अधिगृहित किया जिसमें प्रिन्सिपलिटी ऑफ़ पोलोतस्क (११वीं से १४वीं सदी), ग्रैंड डची ऑफ़ लिथुआनिया, पोलिश लिथुआनियाई राष्ट्रमंडल और रूसी साम्राज्य शामिल हैं। .

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बेलुश्या गुबा

कोई विवरण नहीं।

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बेल्गोरोद ओब्लास्त

बेल्गोरोद ओब्लास्त (रूसी: Белгоро́дская о́бласть, अंग्रेज़ी: Belgorod Oblast) रूस का एक ओब्लास्त (области या प्रांत) है। इस ओब्लास्त की राजधानी भी 'बेल्गोरोद' नामक शहर ही है। यह रूस के सुदूर पश्चिम में स्थित है और इसकी सीमाएँ युक्रेन को लगती हैं। .

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बेस गिटार

बेस गिटार (इलेक्ट्रिक बेस या सिर्फ बेस भी कहा जाता है;, जैसा कि "बेस (base)" में) एक तंत्रवाद्य है जिसे मुख्यतः उंगली या अंगूठे से (प्लकिंग, स्लैपिंग, पॉपिंग, टैपिंग या थम्पिंग के द्वारा), या जव्वा का उपयोग करके बजाया जाता है। बेस गिटार दिखने में और संरचना में इलेक्ट्रिक गिटार के समान है, लेकिन इसकी गरदन और स्केल लंबे और चार, पांच, या छः तंत्री होती हैं। चार तारों वाला बेस -अब तक का सर्वाधिक आम- बेस, है जिसे आमतौर पर एक गिटार के निचले चार तारों (ई, ए, डी और जी) से एक सप्तक नीची तारता के अनुरूप, डबल बेस की भांति समस्वरित किया जाता है। बेस गिटार एक स्वर स्थानांतरण यंत्र है क्योंकि इसमें अत्यधिक लेजर रेखाओं से बचने के लिए इसकी ध्वनि से एक सप्तक ऊपर बेस पराससूचक में स्वरांकित किया जाता है (जैसा कि डबल बेस में है).

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बॉक्सर विद्रोह

तियानजिन में बॉक्सर विद्रोहियों का दस्ता आठ-राष्ट्रिय गुट के नुमाइंदे - (बाएँ से) ब्रिटिश, अमेरिकी, रूसी, ब्रिटिश भारतीय, जर्मन, फ़्रांसिसी, ऑस्ट्रो-हंगेरियाई, इतालवी, जापानी सर क़लम कर के विद्रोहियों को सज़ा बॉक्सर विद्रोह या मुक़्क़ेबाज़ विद्रोह चीन में सन् 1898 से 1901 तक चलने वाला यूरोपियाई साम्राज्यवाद और इसाई धर्म के फैलाव के विरुद्ध एक हिंसक आन्दोलन था। इसका नेतृत्व एक "धार्मिक समस्वर संघ" (चीनी:義和團, यीहेतुआन) नाम के संगठन ने किया था, जिन्हें "धार्मिक और समस्वरीय मुक़्क़ों का संघ" भी कहा जाता था। मुक़्क़ेबाज़ को अंग्रेज़ी में "बॉक्सर" (boxer) कहते हैं इसलिए विद्रोहियों को यही बुलाया जाने लगा। .

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बोरिस येल्तसिन

बोरिस निकोलयविच येल्तसिन (1 फरवरी 1931 – 23 अप्रैल 2007) रूस के प्रथम राष्ट्रपति थे। श्रेणी:रूस के राष्ट्रपति.

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बोरिस येल्सिन

बोरिस निकोलयविच येल्तसिन (1 फरवरी 1931 – 23 अप्रैल 2007) रूस के प्रथम राष्ट्रपति थे।.

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बोरोडीनो का युद्ध

बोरोडीनो का युद्ध नेपोलियन के युद्ध से एक था। मॉस्को के बाहर हुआ था। फ़्रांसीसी सेना रूसी सेना को हरा नहीं पाए, और नेपोलियन रूस अपने राज्य में मिला नहीं पाया। Category:नेपोलियन के युद्ध.

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बीसवीं शताब्दी

ग्रेगरी पंचांग (कलेंडर) के अनुसार ईसा की बीसवीं शताब्दी 1 जनवरी 1901 से 31 दिसम्बर 2000 तक मानी जाती है। कुछ इतिहासवेत्ता 1914 से 1992 तक को संक्षिप्त बीसवीं शती का नाम भी देते हैं। (उन्नीसवी शताब्दी - बीसवी शताब्दी - इक्कीसवी शताब्दी - और शताब्दियाँ) दशक: १९०० का दशक १९१० का दशक १९२० का दशक १९३० का दशक १९४० का दशक १९५० का दशक १९६० का दशक १९७० का दशक १९८० का दशक १९९० का दशक ---- समय के गुज़रने को रेकोर्ड करने के हिसाब से देखा जाये तो बीसवी शताब्दी वह शताब्दी थी जो १९०१ - २००० तक चली थी। मनुष्य जाति के जीवन का लगभग हर पहलू बीसवी शताब्दी में बदल गया।.

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भारत

भारत (आधिकारिक नाम: भारत गणराज्य, Republic of India) दक्षिण एशिया में स्थित भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे बड़ा देश है। पूर्ण रूप से उत्तरी गोलार्ध में स्थित भारत, भौगोलिक दृष्टि से विश्व में सातवाँ सबसे बड़ा और जनसंख्या के दृष्टिकोण से दूसरा सबसे बड़ा देश है। भारत के पश्चिम में पाकिस्तान, उत्तर-पूर्व में चीन, नेपाल और भूटान, पूर्व में बांग्लादेश और म्यान्मार स्थित हैं। हिन्द महासागर में इसके दक्षिण पश्चिम में मालदीव, दक्षिण में श्रीलंका और दक्षिण-पूर्व में इंडोनेशिया से भारत की सामुद्रिक सीमा लगती है। इसके उत्तर की भौतिक सीमा हिमालय पर्वत से और दक्षिण में हिन्द महासागर से लगी हुई है। पूर्व में बंगाल की खाड़ी है तथा पश्चिम में अरब सागर हैं। प्राचीन सिन्धु घाटी सभ्यता, व्यापार मार्गों और बड़े-बड़े साम्राज्यों का विकास-स्थान रहे भारतीय उपमहाद्वीप को इसके सांस्कृतिक और आर्थिक सफलता के लंबे इतिहास के लिये जाना जाता रहा है। चार प्रमुख संप्रदायों: हिंदू, बौद्ध, जैन और सिख धर्मों का यहां उदय हुआ, पारसी, यहूदी, ईसाई, और मुस्लिम धर्म प्रथम सहस्राब्दी में यहां पहुचे और यहां की विविध संस्कृति को नया रूप दिया। क्रमिक विजयों के परिणामस्वरूप ब्रिटिश ईस्ट इण्डिया कंपनी ने १८वीं और १९वीं सदी में भारत के ज़्यादतर हिस्सों को अपने राज्य में मिला लिया। १८५७ के विफल विद्रोह के बाद भारत के प्रशासन का भार ब्रिटिश सरकार ने अपने ऊपर ले लिया। ब्रिटिश भारत के रूप में ब्रिटिश साम्राज्य के प्रमुख अंग भारत ने महात्मा गांधी के नेतृत्व में एक लम्बे और मुख्य रूप से अहिंसक स्वतन्त्रता संग्राम के बाद १५ अगस्त १९४७ को आज़ादी पाई। १९५० में लागू हुए नये संविधान में इसे सार्वजनिक वयस्क मताधिकार के आधार पर स्थापित संवैधानिक लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित कर दिया गया और युनाईटेड किंगडम की तर्ज़ पर वेस्टमिंस्टर शैली की संसदीय सरकार स्थापित की गयी। एक संघीय राष्ट्र, भारत को २९ राज्यों और ७ संघ शासित प्रदेशों में गठित किया गया है। लम्बे समय तक समाजवादी आर्थिक नीतियों का पालन करने के बाद 1991 के पश्चात् भारत ने उदारीकरण और वैश्वीकरण की नयी नीतियों के आधार पर सार्थक आर्थिक और सामाजिक प्रगति की है। ३३ लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल के साथ भारत भौगोलिक क्षेत्रफल के आधार पर विश्व का सातवाँ सबसे बड़ा राष्ट्र है। वर्तमान में भारतीय अर्थव्यवस्था क्रय शक्ति समता के आधार पर विश्व की तीसरी और मानक मूल्यों के आधार पर विश्व की दसवीं सबसे बडी अर्थव्यवस्था है। १९९१ के बाज़ार-आधारित सुधारों के बाद भारत विश्व की सबसे तेज़ विकसित होती बड़ी अर्थ-व्यवस्थाओं में से एक हो गया है और इसे एक नव-औद्योगिकृत राष्ट्र माना जाता है। परंतु भारत के सामने अभी भी गरीबी, भ्रष्टाचार, कुपोषण, अपर्याप्त सार्वजनिक स्वास्थ्य-सेवा और आतंकवाद की चुनौतियां हैं। आज भारत एक विविध, बहुभाषी, और बहु-जातीय समाज है और भारतीय सेना एक क्षेत्रीय शक्ति है। .

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भारत में आतंकवाद

भारत बहुत समय से आतंकवाद का शिकार हो रहा है। भारत के काश्मीर, नागालैंड, पंजाब, असम, बिहार आदि विशेषरूप से आतंक से प्रभावित रहे हैं। यहाँ कई प्रकार के आतंकवादी जैसे पाकिस्तानी, इस्लामी, माओवादी, नक्सली, सिख, ईसाई आदि हैं। जो क्षेत्र आज आतंकवादी गतिविधियों से लम्बे समय से जुड़े हुए हैं उनमें जम्मू-कश्मीर, मुंबई, मध्य भारत (नक्सलवाद) और सात बहन राज्य (उत्तर पूर्व के सात राज्य) (स्वतंत्रता और स्वायत्तता के मामले में) शामिल हैं। अतीत में पंजाब में पनपे उग्रवाद में आंतकवादी गतिविधियां शामिल हो गयीं जो भारत देश के पंजाब राज्य और देश की राजधानी दिल्ली तक फैली हुई थीं। 2006 में देश के 608 जिलों में से कम से कम 232 जिले विभिन्न तीव्रता स्तर के विभिन्न विद्रोही और आतंकवादी गतिविधियों से पीड़ित थे। अगस्त 2008 में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एम.के.

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भारत का त्रिचरण नाभिकीय कार्यक्रम

मोनाजाइट पाउडर । यही विश्व के थोरियम का मुख्य स्रोत है। भारत में इसके विशाल भण्डार हैं (केरल के समुद्रतटीय रेत में)। भारतीय नाभिकीय विद्युत उत्पादन कार्यक्रम के अंतर्गत एक तीन चरणीय कार्यक्रम (चरण 1, चरण 2, चरण 3) का समावेश है। यह योजना होमी जहांगीर भाभा द्वारा १९५० के दशक में बनायी गयी थी। इसका उद्देश्य दक्षिण भारत के समुद्रतटीय क्षेत्रों में पाये जाने वाले मोनाजाइट रेत में पाये जाने वाले यूरेनियम तथा थोरियम का उपयोग करते हुए दीर्घ अवधि में भारत को ऊर्जा क्षेत्र में स्वावलम्बी बनाना था। ध्यात्व्य है कि भारत के पास थोरियम के भारी भण्डार हैं। भारत के नाभिकीय कार्यक्रम के तीन चरण ये हैं-.

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भारत का प्रधानमन्त्री

भारत गणराज्य के प्रधानमन्त्री (सामान्य वर्तनी:प्रधानमंत्री) का पद भारतीय संघ के शासन प्रमुख का पद है। भारतीय संविधान के अनुसार, प्रधानमन्त्री केंद्र सरकार के मंत्रिपरिषद् का प्रमुख और राष्ट्रपति का मुख्य सलाहकार होता है। वह भारत सरकार के कार्यपालिका का प्रमुख होता है और सरकार के कार्यों के प्रति संसद को जवाबदेह होता है। भारत की संसदीय राजनैतिक प्रणाली में राष्ट्रप्रमुख और शासनप्रमुख के पद को पूर्णतः विभक्त रखा गया है। सैद्धांतिकरूप में संविधान भारत के राष्ट्रपति को देश का राष्ट्रप्रमुख घोषित करता है और सैद्धांतिकरूप में, शासनतंत्र की सारी शक्तियों को राष्ट्रपति पर निहित करता है। तथा संविधान यह भी निर्दिष्ट करता है कि राष्ट्रपति इन अधिकारों का प्रयोग अपने अधीनस्थ अधकारियों की सलाह पर करेगा। संविधान द्वारा राष्ट्रपति के सारे कार्यकारी अधिकारों को प्रयोग करने की शक्ति, लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित, प्रधानमन्त्री को दी गयी है। संविधान अपने भाग ५ के विभिन्न अनुच्छेदों में प्रधानमन्त्रीपद के संवैधानिक अधिकारों और कर्तव्यों को निर्धारित करता है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद ७४ में स्पष्ट रूप से मंत्रिपरिषद की अध्यक्षता तथा संचालन हेतु प्रधानमन्त्री की उपस्थिति को आवश्यक माना गया है। उसकी मृत्यु या पदत्याग की दशा मे समस्त परिषद को पद छोडना पडता है। वह स्वेच्छा से ही मंत्रीपरिषद का गठन करता है। राष्ट्रपति मंत्रिगण की नियुक्ति उसकी सलाह से ही करते हैं। मंत्री गण के विभाग का निर्धारण भी वही करता है। कैबिनेट के कार्य का निर्धारण भी वही करता है। देश के प्रशासन को निर्देश भी वही देता है तथा सभी नीतिगत निर्णय भी वही लेता है। राष्ट्रपति तथा मंत्रीपरिषद के मध्य संपर्कसूत्र भी वही हैं। मंत्रिपरिषद का प्रधान प्रवक्ता भी वही है। वह सत्तापक्ष के नाम से लड़ी जाने वाली संसदीय बहसों का नेतृत्व करता है। संसद मे मंत्रिपरिषद के पक्ष मे लड़ी जा रही किसी भी बहस मे वह भाग ले सकता है। मन्त्रीगण के मध्य समन्वय भी वही करता है। वह किसी भी मंत्रालय से कोई भी सूचना आवश्यकतानुसार मंगवा सकता है। प्रधानमन्त्री, लोकसभा में बहुमत-धारी दल का नेता होता है, और उसकी नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति द्वारा लोकसभा में बहुमत सिद्ध करने पर होती है। इस पद पर किसी प्रकार की समय-सीमा निर्धारित नहीं की गई है परंतु एक व्यक्ति इस पद पर केवल तब तक रह सकता है जबतक लोकसभा में बहुमत उसके पक्ष में हो। संविधान, विशेष रूप से, प्रधानमन्त्री को केंद्रीय मंत्रिमण्डल पर पूर्ण नियंत्रण प्रदान करता है। इस पद के पदाधिकारी को सरकारी तंत्र पर दी गयी अत्यधिक नियंत्रणात्मक शक्ति, प्रधानमन्त्री को भारतीय गणराज्य का सबसे शक्तिशाली और प्रभावशाली व्यक्ति बनाती है। विश्व की सातवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, दूसरी सबसे बड़ी जनसंख्या, सबसे बड़े लोकतंत्र और विश्व की तीसरी सबसे बड़ी सैन्य बलों समेत एक परमाणु-शस्त्र राज्य के नेता होने के कारण भारतीय प्रधानमन्त्री को विश्व के सबसे शक्तिशाली और प्रभावशाली व्यक्तियों में गिना जाता है। वर्ष २०१० में फ़ोर्ब्स पत्रिका ने अपनी, विश्व के सबसे शक्तिशाली लोगों की, सूची में तत्कालीन प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह को १८वीं स्थान पर रखा था तथा २०१२ और २०१३ में उन्हें क्रमशः १९वें और २८वें स्थान पर रखा था। उनके उत्तराधिकारी, नरेंद्र मोदी को वर्ष २०१४ में १५वें स्थान पर तथा वर्ष २०१५ में विश्व का ९वाँ सबसे शक्तिशाली व्यक्ति नामित किया था। इस पद की स्थापना, वर्त्तमान कर्तव्यों और शक्तियों के साथ, २६ जनवरी १९४७ में, संविधान के परवर्तन के साथ हुई थी। उस समय से वर्त्तमान समय तक, इस पद पर कुल १५ पदाधिकारियों ने अपनी सेवा दी है। इस पद पर नियुक्त होने वाले पहले पदाधिकारी जवाहरलाल नेहरू थे जबकि भारत के वर्तमान प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी हैं, जिन्हें 26 मई 2014 को इस पद पर नियुक्त किया गया था। .

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भारत का संविधान

भारत का संविधान, भारत का सर्वोच्च विधान है जो संविधान सभा द्वारा 26 नवम्बर 1949 को पारित हुआ तथा 26 जनवरी 1950 से प्रभावी हुआ। यह दिन (26 नवम्बर) भारत के संविधान दिवस के रूप में घोषित किया गया है जबकि 26 जनवरी का दिन भारत में गणतन्त्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत का संविधान विश्व के किसी भी गणतांत्रिक देश का सबसे लंबा लिखित संविधान है। .

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भारत के प्रधान मंत्रियों की सूची

भारत के प्रधानमंत्री भारत गणराज्य की सरकार के मुखिया हैं। भारत के प्रधानमंत्री, का पद, भारत के शासनप्रमुख (शासनाध्यक्ष) का पद है। संविधान के अनुसार, वह भारत सरकार के मुखिया, भारत के राष्ट्रपति, का मुख्य सलाहकार, मंत्रिपरिषद का मुखिया, तथा लोकसभा में बहुमत वाले दल का नेता होता है। वह भारत सरकार के कार्यपालिका का नेतृत्व करता है। भारत की राजनैतिक प्रणाली में, प्रधानमंत्री, मंत्रिमंडल में का वरिष्ठ सदस्य होता है। .

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भारत के वैदेशिक सम्बन्ध

किसी भी देश की विदेश नीति इतिहास से गहरा सम्बन्ध रखती है। भारत की विदेश नीति भी इतिहास और स्वतन्त्रता आन्दोलन से सम्बन्ध रखती है। ऐतिहासिक विरासत के रूप में भारत की विदेश नीति आज उन अनेक तथ्यों को समेटे हुए है जो कभी भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन से उपजे थे। शान्तिपूर्ण सहअस्तित्व व विश्वशान्ति का विचार हजारों वर्ष पुराने उस चिन्तन का परिणाम है जिसे महात्मा बुद्ध व महात्मा गांधी जैसे विचारकों ने प्रस्तुत किया था। इसी तरह भारत की विदेश नीति में उपनिवेशवाद, साम्राज्यवाद व रंगभेद की नीति का विरोध महान राष्ट्रीय आन्दोलन की उपज है। भारत के अधिकतर देशों के साथ औपचारिक राजनयिक सम्बन्ध हैं। जनसंख्या की दृष्टि से यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश है। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्रात्मक व्यवस्था वाला देश भी है और इसकी अर्थव्यवस्था विश्व की बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ रूसी राष्ट्रपति, 34वाँ जी-8 शिखर सम्मेलन प्राचीन काल में भी भारत के समस्त विश्व से व्यापारिक, सांस्कृतिक व धार्मिक सम्बन्ध रहे हैं। समय के साथ साथ भारत के कई भागों में कई अलग अलग राजा रहे, भारत का स्वरूप भी बदलता रहा किंतु वैश्विक तौर पर भारत के सम्बन्ध सदा बने रहे। सामरिक सम्बन्धों की बात की जाए तो भारत की विशेषता यही है कि वह कभी भी आक्रामक नहीं रहा। 1947 में अपनी स्वतंत्रता के बाद से, भारत ने अधिकांश देशों के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखा है। वैश्विक मंचों पर भारत सदा सक्रिय रहा है। 1990 के बाद आर्थिक तौर पर भी भारत ने विश्व को प्रभावित किया है। सामरिक तौर पर भारत ने अपनी शक्ति को बनाए रखा है और विश्व शान्ति में यथासंभव योगदान करता रहा है। पाकिस्तान व चीन के साथ भारत के संबंध कुछ तनावपूर्ण अवश्य हैं किन्तु रूस के साथ सामरिक संबंधों के अलावा, भारत का इजरायल और फ्रांस के साथ विस्तृत रक्षा संबंध है। भारत की विदेश नीति के निर्माण की अवस्था को निम्न प्रकार से समझा जा सकता हैः- .

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भारत-रूस सम्बन्ध

300px 300px भारत की आजादी के बाद से ही भारत और रूस के सम्बन्ध बहुत अच्छे रहे हैं। शीत युद्ध के समय भारत और सोवियत संघ में मजबूत रणनीतिक, सैनिक, आर्थिक, एवं राजनयिक सम्बन्ध रहे हैं। सोवियत संघ के विघटन के बाद भी दोनों के सम्बन्ध पूर्ववत बने रहे। .

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भारत-इज़राइल सम्बन्ध

भारत और इज़राइल भारत-इज़राइल सम्बन्ध भारतीय लोकतंत्र तथा इज़राइल राज्य के मध्य द्विपक्षीय संबंधो को दर्शाता है। १९९२ तक भारत तथा इज़राइल के मध्य किसी प्रकार के सम्बन्ध नहीं रहे। इसके मुख्यतः दो कारण थे- पहला, भारत गुट निरपेक्ष राष्ट्र था जो की पूर्व सोवियत संघ का समर्थक था तथा दूसरे गुट निरपेक्ष राष्ट्रों की तरह इज़राइल को मान्यता नहीं देता था। दूसरा मुख्य कारण भारत फिलिस्तीन की आज़ादी का समर्थक रहा। यहाँ तक की १९४७ में भारत ने संयुक्त राष्ट्र फिलिस्तीन (उन्स्कोप) नमक संगठन का निर्माण किया परन्तु १९८९ में कश्मीर में विवाद तथा सोवियत संघ के पतन तथा पाकिस्तान के गैर कानूनी घुसपैठ के चलते राजनितिक परिवेश में परिवर्तन आया और भारत ने अपनी सोच बदलते हुए इज़राइल के साथ संबंधो को मजबूत करने पर जोर दिया और १९९२ में नए दौर की शुरुआत हुई। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की हार के बाद भारतीय जनता पार्टी के सत्ता में आते ही भारत और इज़राइल के मध्य सहयोग बढ़ा और दोनों राजनितिक दलों की इस्लामिक कट्टरपंथ के प्रति एक जैसे मानसिकता होने की वजह से और मध्य पूर्व में यहूदी समर्थक नीति की वजह से भारत और इज़राइल के सम्बन्ध प्रगाढ़ हुए। आज इज़राइल, रूस के बाद भारत का सबसे बड़ा सैनिक सहायक और निर्यातक है। '''बेने इज़राइल''' (इज़राइल पुत्र) नामक यहूदी समूह जिसने १९४८ के बाद इज़राइल प्रस्थान करना आरम्भ किया। .

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भारतीय नौसेना की पनडुब्बियों की सूची

यह भारतीय नौसेना की पनडुब्बियों की सूची है जिसे उनके वर्गानुसार विभिन्न समूहों में रखा गया है साथ ही वर्गांतर्गत उन्हें उनकी पताका संख्या के अनुसार अनुक्रमित किया गया है। .

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भारतीय रिमोट सेंसिंग

भारतीय रिमोट सेंसिंग उपग्रहों का डेटा राष्ट्रीय प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन प्रणाली (एनएनआरएमएस) के तहत संसाधनों के सर्वेक्षण और प्रबंधन के विभिन्न अनुप्रयोगों के लिए उपयोग किया जाता है। निम्नलिखित उन अनुप्रयोगों की सूची है:-.

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भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम

भारतीय अन्तरिक्ष कार्यक्रम डॉ विक्रम साराभाई की संकल्पना है, जिन्हें भारतीय अन्तरिक्ष कार्यक्रम का जनक कहा गया है। वे वैज्ञानिक कल्पना एवं राष्ट्र-नायक के रूप में जाने गए। वर्तमान प्रारूप में इस कार्यक्रम की कमान भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के हाथों में है। .

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भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, (संक्षेप में- इसरो) (Indian Space Research Organisation, ISRO) भारत का राष्ट्रीय अंतरिक्ष संस्थान है जिसका मुख्यालय बेंगलुरू कर्नाटक में है। संस्थान में लगभग सत्रह हजार कर्मचारी एवं वैज्ञानिक कार्यरत हैं। संस्थान का मुख्य कार्य भारत के लिये अंतरिक्ष संबधी तकनीक उपलब्ध करवाना है। अन्तरिक्ष कार्यक्रम के मुख्य उद्देश्यों में उपग्रहों, प्रमोचक यानों, परिज्ञापी राकेटों और भू-प्रणालियों का विकास शामिल है। 1969 में स्थापित, इसरो अंतरिक्ष अनुसंधान के लिए तत्कालीन भारतीय राष्ट्रीय समिति (INCOSPAR) स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और उनके करीबी सहयोगी और वैज्ञानिक विक्रम साराभाई के प्रयासों से 1962 में स्थापित किया गया। भारत का पहला उपग्रह, आर्यभट्ट, जो 19 अप्रैल 1975 सोवियत संघ द्वारा शुरू किया गया था यह गणितज्ञ आर्यभट्ट के नाम पर रखा गया था बनाया।इसने 5 दिन बाद काम करना बंद कर दिया था। लेकिन ये अपने आप में भारत के लिये एक बड़ी उपलब्धि थी। 7 जून 1979 को भारत ने दूसरा उपग्रह भास्कर 445 किलो का था, पृथ्वी की कक्षा में स्थापित किया गया। 1980 में रोहिणी उपग्रह पहला भारतीय-निर्मित प्रक्षेपण यान एसएलवी -3 बन गया जिस्से कक्षा में स्थापित किया गया। इसरो ने बाद में दो अन्य रॉकेट विकसित किये। ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान उपग्रहों शुरू करने के लिए ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी),भूस्थिर कक्षा में उपग्रहों को रखने के लिए ध्रुवीय कक्षाओं और भूस्थिर उपग्रह प्रक्षेपण यान (जीएसएलवी) भूस्थिर उपग्रह प्रक्षेपण यान। ये रॉकेट कई संचार उपग्रहों और पृथ्वी अवलोकन गगन और आईआरएनएसएस तरह सैटेलाइट नेविगेशन सिस्टम तैनात किया उपग्रह का शुभारंभ किया।जनवरी 2014 में इसरो सफलतापूर्वक जीसैट -14 का एक जीएसएलवी-डी 5 प्रक्षेपण में एक स्वदेशी क्रायोजेनिक इंजन का इस्तेमाल किया गया। इसरो के वर्तमान निदेशक ए एस किरण कुमार हैं। आज भारत न सिर्फ अपने अंतरिक्ष संबंधी आवश्यकताओं की पूर्ति करने में सक्षम है बल्कि दुनिया के बहुत से देशों को अपनी अंतरिक्ष क्षमता से व्यापारिक और अन्य स्तरों पर सहयोग कर रहा है। इसरो एक चंद्रमा की परिक्रमा, चंद्रयान -1 भेजा, 22 अक्टूबर 2008 और एक मंगल ग्रह की परिक्रमा, मंगलयान (मंगल आर्बिटर मिशन) है, जो सफलतापूर्वक मंगल ग्रह की कक्षा में प्रवेश पर 24 सितंबर 2014 को भारत ने अपने पहले ही प्रयास में सफल होने के लिए पहला राष्ट्र बना। दुनिया के साथ ही एशिया में पहली बार अंतरिक्ष एजेंसी में एजेंसी को सफलतापूर्वक मंगल ग्रह की कक्षा तक पहुंचने के लिए इसरो चौथे स्थान पर रहा। भविष्य की योजनाओं मे शामिल जीएसएलवी एमके III के विकास (भारी उपग्रहों के प्रक्षेपण के लिए) ULV, एक पुन: प्रयोज्य प्रक्षेपण यान, मानव अंतरिक्ष, आगे चंद्र अन्वेषण, ग्रहों के बीच जांच, एक सौर मिशन अंतरिक्ष यान के विकास आदि। इसरो को शांति, निरस्त्रीकरण और विकास के लिए साल 2014 के इंदिरा गांधी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। मंगलयान के सफल प्रक्षेपण के लगभग एक वर्ष बाद इसने 29 सितंबर 2015 को एस्ट्रोसैट के रूप में भारत की पहली अंतरिक्ष वेधशाला स्थापित किया। जून 2016 तक इसरो लगभग 20 अलग-अलग देशों के 57 उपग्रहों को लॉन्च कर चुका है, और इसके द्वारा उसने अब तक 10 करोड़ अमेरिकी डॉलर कमाए हैं।http://khabar.ndtv.com/news/file-facts/in-record-launch-isro-flies-20-satellites-into-space-10-facts-1421899?pfrom.

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भाषाशास्त्रियों की सूची

शैक्षिक संदर्भों में उन लोगों को भाषावैज्ञानिक (linguist) कहा जाता है जो प्राकृतिक भाषा का अध्ययन करते हैं। भाषावैज्ञानिक, बहुभाषी (polyglot), वैयाकरण ((a scholar of grammar) हो भी सकता है और नहीं भी हो सकता है। .

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भिलाई

भिलाई शहर करीबन भारत के मध्य में बसा है। 5,53,837 की जनसंख्या के साथ, भिलाई भारत के छत्तीसगढ़ राज्य का दूसरा बड़ा शहर है। मुम्बई-नागपुर-बिलासपुर-कोलकाता राष्ट्रीय राजमार्ग 6 पर स्थित, छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से लगभग 30 किलोमीटर पश्चिम में भारतीय इस्पात प्राधिकरण के अंतर्गत एकीकृत इस्पात संयंत्र के लिये जगप्रसिद्ध शहर शिक्षा और खेल के क्षेत्र में भी नाम रखता है। भारत-रूस मैत्री के फ़लस्वरूप बना भिलाई इस्पात संयंत्र श्रेष्ठ एकीकृत इस्पात संयंत्र के लिये लगातार ग्यारह बार प्रधानमंत्री ट्रॉफ़ी जीत चुका है। भिलाई नाम की उत्पत्ति भिलाई गांव से हुई है, जो इस नगर के उत्तर में स्थित है। सन् 1956 तक भिलाई गांव एक छोटा सा ग्राम था, जिसकी जनसंख्या 350 थी। सन् 1955 में भारत एवं सोवियत रुस में संपन्न एक समझौते के अंतर्गत इस्पात कारखाना स्थापित किया गया। भिलाई इस्पात संयंत्र कारखाना स्थापित होने से क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियों में वृद्वि हुई। संक्षिप्त परिचय - नगर पालिक निगम भिलाई मुम्बई - हावड़ा रेल्वे लाइन तथा राष्ट्रीय राजपथ क्रमांक-6 के किनारे,21013 उत्तर अक्षांश एवं 81026 पूर्व देशांश में, छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में स्थित भिलाई, सन् 1955 तक एक छोटा, शांत और धान की खेती पर पोषित गांव मात्र था। 14 मार्च 1955 को भारत शासन और तत्कालीन सोवियत संघ के मध्य, भिलाई में एक मिलीयन टन क्षमता के इस्पात कारखाना लगाने का समझौता हुआ जिसने न केवल भिलाई जिसने न केवल भिलाई की, वरन् इसके आस-पास बसे सैकड़ों गांवों की काया पलट दी। मुंबई-हावड़ा रेल्वे लाइन के उत्तर में भिलाई इस्पात संयंत्र और उसकी टाउनशीप बनाने का निर्णय लिया गया और इसके दक्षिण में श्रमिकों के लिए अस्थायी निवास हेतु भूमि दी गई। अवधारणा यह थी कि कारखाना प्रारंभ होने के बाद, उक्त अस्थायी निवास हट जावेंगे और भूमि खाली हो जावेगी, किन्तु ऐसा हो न सका। बसाहट बढ़ती गई और मूलभूत सुविधा विहीन बस्तियाँ बनती गई। दुर्ग-भिलाई की जनसंख्या सन् 1951-71 के दशक में 86 प्रतिशत तथा 1971-81 के दशक में 113 प्रतिशत की वृद्धि हुई। सन् 1981-91 के दशक में 89 प्रतिशत एवं सन् 1991-2001 के दशक में 77 प्रतिशत की वृद्धि हुई। चित्र:Gayatri Shakti Peeth, Sec-6.jpg|सेक्टर-6 स्थित गायत्री शक्ति पीठ चित्र:Nehru art gallary.jpg|सिविक सेंटर स्चित नेहरू आर्ट गैलरी चित्र:Bhilai Railway Station.jpg|भिलाई रेलवे स्टेशन श्रेणी:छत्तीसगढ़ के नगर hr:Bilaj hu:Bilaj sl:Bilaj.

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भोजन शिष्टाचार

भोजन शिष्टाचार खाते समय पालन किये जाने वाले शिष्टाचार के वे नियम हैं, जिनमें बर्तनों का सटीक उपयोग भी शामिल हो सकता है। विभिन्न संस्कृतियां भोजन शिष्टाचार के लिए अलग-अलग नियमों का पालन करती हैं। कई भोजन शिष्टाचारों का विकास व्यावहारिकता के तहत हुआ है। उदाहरण के तौर पर, मेज़ पर कुहनियों को टिकाना आम तौर पर अशिष्ट माना जाता है चूंकि ऐसा करने पर कटोरियों और कपों के ऊपर फिसलने का जोखिम बना रहता है। इन नियमों को कितनी कड़ाई से लागू करना है, इसके बारे में प्रत्येक परिवार या समूह अपने निजी मानक स्वयं तय करते हैं। .

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मदन लाल मधु

पद्म श्री डॉ० मदन लाल मधु रूस में हिन्दी-रूसी भाषा के अनुवादक के रूप में 57 साल काम किए थे। वे सबसे पह्रूले रूस में 1957 में आए थे। तब से वे यहीं काम करते रहे थे। .

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मध्य एशिया

मध्य एशिया एशिया के महाद्वीप का मध्य भाग है। यह पूर्व में चीन से पश्चिम में कैस्पियन सागर तक और उत्तर में रूस से दक्षिण में अफ़ग़ानिस्तान तक विस्तृत है। भूवैज्ञानिकों द्वारा मध्य एशिया की हर परिभाषा में भूतपूर्व सोवियत संघ के पाँच देश हमेशा गिने जाते हैं - काज़ाख़स्तान, किरगिज़स्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज़बेकिस्तान। इसके अलावा मंगोलिया, अफ़ग़ानिस्तान, उत्तरी पाकिस्तान, भारत के लद्दाख़ प्रदेश, चीन के शिनजियांग और तिब्बत क्षेत्रों और रूस के साइबेरिया क्षेत्र के दक्षिणी भाग को भी अक्सर मध्य एशिया का हिस्सा समझा जाता है। इतिहास में मध्य एशिया रेशम मार्ग के व्यापारिक और सांस्कृतिक महत्व के लिए जाना जाता है। चीन, भारतीय उपमहाद्वीप, ईरान, मध्य पूर्व और यूरोप के बीच लोग, माल, सेनाएँ और विचार मध्य एशिया से गुज़रकर ही आते-जाते थे। इस इलाक़े का बड़ा भाग एक स्तेपी वाला घास से ढका मैदान है हालाँकि तियान शान जैसी पर्वत शृंखलाएँ, काराकुम जैसे रेगिस्तान और अरल सागर जैसी बड़ी झीलें भी इस भूभाग में आती हैं। ऐतिहासिक रूप मध्य एशिया में ख़ानाबदोश जातियों का ज़ोर रहा है। पहले इसपर पूर्वी ईरानी भाषाएँ बोलने वाली स्किथी, बैक्ट्रियाई और सोग़दाई लोगों का बोलबाला था लेकिन समय के साथ-साथ काज़ाख़, उज़बेक, किरगिज़ और उईग़ुर जैसी तुर्की जातियाँ अधिक शक्तिशाली बन गई।Encyclopædia Iranica, "CENTRAL ASIA: The Islamic period up to the Mongols", C. Edmund Bosworth: "In early Islamic times Persians tended to identify all the lands to the northeast of Khorasan and lying beyond the Oxus with the region of Turan, which in the Shahnama of Ferdowsi is regarded as the land allotted to Fereydun's son Tur.

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मध्य साइबेरियाई पठार

मध्य साइबेरियाई पठार साइबेरिया में येनिसेय नदी और लेना नदी के बीच स्थित है मध्य साइबेरियाई पठार (रूस: Среднесиби́рское плоского́рье, स्रेदनेसिबिर्स्कोय प्लोस्कोगोर्ये; अंग्रेज़ी: Central Siberian Plateau) उत्तर एशिया के साइबेरिया इलाक़े में येनिसेय नदी और लेना नदी के बीच में स्थित एक पठार है। इसके अलग-अलग ऊँचाइयों वाले भिन्न हिस्से हैं। इसका कुल क्षेत्रफल ३५ लाख वर्ग किमी है। इसके उत्तर में पूतोराना पहाड़ हैं और इसके दक्षिण में पूर्वी सायन पर्वत और बायकाल पर्वत स्थित हैं। पूर्व में यह पठार याकूत के मैदान की निचली भूमि में बदल जाता है। अगर पूरे साइबेरिया का क्षेत्रफल देखा जाए तो मध्य साइबेरियाई पठार उसका एक-तिहाई हिस्सा है। इस पठार में छोटी गर्मियाँ और लम्बी भयंकर ठण्ड वाली सर्दियाँ होती हैं। इसके अधिकाँश भाग पर कोणधारी (कॉनिफ़ॅरस) वृक्षों के वन फैले हुए हैं। निचली तुन्गुसका नदी इस क्षेत्र की प्रमुख नदी है। यहाँ बहुत से खनिज मिलते हैं, जैसे कि कोयला, लोहा, सोना, प्लैटिनम, हीरा और प्राकृतिक गैस। दक्षिण अफ़्रीका के बाद रूस ही दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा प्लैटिनम का उत्पादक है और विश्वभर की ३०% प्लैटिनम आपूर्ति यहीं से आती है। .

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मध्य-पूर्व चौकड़ी

मध्य-पूर्व चौकड़ी या मिडिल-ईस्ट क्वाट्रेट मध्य-पूर्व में शांति प्रयासों में लगी चार प्रमुख शक्तियों--अमरीका, रूस, यूरोपीय संघ और संयुक्त राष्ट्र का समूह है। इसकी स्थापना 2002 मे मध्य-पूर्व मे उत्पन्न तनाव के कारण हुई। टोनी ब्लेयर इस चौकड़ी के वर्तमान दूत है। श्रेणी:संयुक्त राष्ट्र.

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मनमोहन सरल

ग्रिफ्फिन पद 1966 Griffin Award.jpg जन्म: 28 दिसम्बर 1934, नजीबाबाद, उत्तरप्रदेश। शिक्षा: एम.ए., बी.एससी., एलएल.बी.

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मनोविज्ञान का इतिहास तथा शाखाएँ

आधुनिक मनोविज्ञान की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि में इसके दो सुनिश्चित रूप दृष्टिगोचर होते हैं। एक तो वैज्ञानिक अनुसंधानों तथा आविष्कारों द्वारा प्रभावित वैज्ञानिक मनोविज्ञान तथा दूसरा दर्शनशास्त्र द्वारा प्रभावित दर्शन मनोविज्ञान। वैज्ञानिक मनोविज्ञान 19वीं शताब्दी के उत्तरार्ध से आरंभ हुआ है। सन् 1860 ई में फेक्नर (1801-1887) ने जर्मन भाषा में "एलिमेंट्स आव साइकोफ़िज़िक्स" (इसका अंग्रेजी अनुवाद भी उपलब्ध है) नामक पुस्तक प्रकाशित की, जिसमें कि उन्होंने मनोवैज्ञानिक समस्याओं को वैज्ञानिक पद्धति के परिवेश में अध्ययन करने की तीन विशेष प्रणालियों का विधिवत् वर्णन किया: मध्य त्रुटि विधि, न्यूनतम परिवर्तन विधि तथा स्थिर उत्तेजक भेद विधि। आज भी मनोवैज्ञानिक प्रयोगशालाओं में इन्हीं प्रणालियों के आधार पर अनेक महत्वपूर्ण अनुसंधान किए जाते हैं। वैज्ञानिक मनोविज्ञान में फेक्नर के बाद दो अन्य महत्वपूर्ण नाम है: हेल्मोलत्स (1821-1894) तथा विल्हेम वुण्ट (1832-1920) हेल्मोलत्स ने अनेक प्रयोगों द्वारा दृष्टीर्द्रिय विषयक महत्वपूर्ण नियमों का प्रतिपादन किया। इस संदर्भ में उन्होंने प्रत्यक्षीकरण पर अनुसंधान कार्य द्वारा मनोविज्ञान का वैज्ञानिक अस्तित्व ऊपर उठाया। वुंट का नाम मनोविज्ञान में विशेष रूप से उल्लेखनीय है। उन्होंने सन् 1879 ई में लाइपज़िग (जर्मनी) में मनोविज्ञान की प्रथम प्रयोगशाला स्थापित की। मनोविज्ञान का औपचारिक रूप परिभाषित किया। मनोविज्ञान अनुभव का विज्ञान है, इसका उद्देश्य चेतनावस्था की प्रक्रिया के तत्त्वों का विश्लेषण, उनके परस्पर संबंधों का स्वरूप तथा उन्हें निर्धारित करनेवाले नियमों का पता लगाना है। लाइपज़िग की प्रयोगशाला में वुंट तथा उनके सहयोगियों ने मनोविज्ञान की विभिन्न समस्याओं पर उल्लेखनीय प्रयोग किए, जिसमें समयअभिक्रिया विषयक प्रयोग विशेष रूप से महत्वपूर्ण हैं। क्रियाविज्ञान के विद्वान् हेरिंग (1834-1918), भौतिकी के विद्वान् मैख (1838-1916) तथा जी ई. म्यूलर (1850 से 1934) के नाम भी उल्लेखनीय हैं। हेरिंग घटना-क्रिया-विज्ञान के प्रमुख प्रवर्तकों में से थे और इस प्रवृत्ति का मनोविज्ञान पर प्रभाव डालने का काफी श्रेय उन्हें दिया जा सकता है। मैख ने शारीरिक परिभ्रमण के प्रत्यक्षीकरण पर अत्यंत प्रभावशाली प्रयोगात्मक अनुसंधान किए। उन्होंने साथ ही साथ आधुनिक प्रत्यक्षवाद की बुनियाद भी डाली। जीदृ ई. म्यूलर वास्तव में दर्शन तथा इतिहास के विद्यार्थी थे किंतु फेक्नर के साथ पत्रव्यवहार के फलस्वरूप उनका ध्यान मनोदैहिक समस्याओं की ओर गया। उन्होंने स्मृति तथा दृष्टींद्रिय के क्षेत्र में मनोदैहिकी विधियों द्वारा अनुसंधान कार्य किया। इसी संदर्भ में उन्होंने "जास्ट नियम" का भी पता लगाया अर्थात् अगर समान शक्ति के दो साहचर्य हों तो दुहराने के फलस्वरूप पुराना साहचर्य नए की अपेक्षा अधिक दृढ़ हो जाएगा ("जास्ट नियम" म्यूलर के एक विद्यार्थी एडाल्फ जास्ट के नाम पर है)। मनोविज्ञान पर वैज्ञानिक प्रवृत्ति के साथ साथ दर्शनशास्त्र का भी बहुत अधिक प्रभाव पड़ा है। वास्तव में वैज्ञानिक परंपरा बाद में आरंभ हुई। पहले तो प्रयोग या पर्यवेक्षण के स्थान पर विचारविनिमय तथा चिंतन समस्याओं को सुलझाने की सर्वमान्य विधियाँ थीं। मनोवैज्ञानिक समस्याओं को दर्शन के परिवेश में प्रतिपादित करनेवाले विद्वानों में से कुछ के नाम उल्लेखनीय हैं। डेकार्ट (1596-1650) ने मनुष्य तथा पशुओं में भेद करते हुए बताया कि मनुष्यों में आत्मा होती है जबकि पशु केवल मशीन की भाँति काम करते हैं। आत्मा के कारण मनुष्य में इच्छाशक्ति होती है। पिट्यूटरी ग्रंथि पर शरीर तथा आत्मा परस्पर एक दूसरे को प्रभावित करते हैं। डेकार्ट के मतानुसार मनुष्य के कुछ विचार ऐसे होते हैं जिन्हे जन्मजात कहा जा सकता है। उनका अनुभव से कोई संबंध नहीं होता। लायबनीत्स (1646-1716) के मतानुसार संपूर्ण पदार्थ "मोनैड" इकाई से मिलकर बना है। उन्होंने चेतनावस्था को विभिन्न मात्राओं में विभाजित करके लगभग दो सौ वर्ष बाद आनेवाले फ्रायड के विचारों के लिये एक बुनियाद तैयार की। लॉक (1632-1704) का अनुमान था कि मनुष्य के स्वभाव को समझने के लिये विचारों के स्रोत के विषय में जानना आवश्यक है। उन्होंने विचारों के परस्पर संबंध विषयक सिद्धांत प्रतिपादित करते हुए बताया कि विचार एक तत्व की तरह होते हैं और मस्तिष्क उनका विश्लेषण करता है। उनका कहना था कि प्रत्येक वस्तु में प्राथमिक गुण स्वयं वस्तु में निहित होते हैं। गौण गुण वस्तु में निहित नहीं होते वरन् वस्तु विशेष के द्वारा उनका बोध अवश्य होता है। बर्कले (1685-1753) ने कहा कि वास्तविकता की अनुभूति पदार्थ के रूप में नहीं वरन् प्रत्यय के रूप में होती है। उन्होंने दूरी की संवेदनाके विषय में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि अभिबिंदुता धुँधलेपन तथा स्वत: समायोजन की सहायता से हमें दूरी की संवेदना होती है। मस्तिष्क और पदार्थ के परस्पर संबंध के विषय में लॉक का कथन था कि पदार्थ द्वारा मस्तिष्क का बोध होता है। ह्यूम (1711-1776) ने मुख्य रूप से "विचार" तथा "अनुमान" में भेद करते हुए कहा कि विचारों की तुलना में अनुमान अधिक उत्तेजनापूर्ण तथा प्रभावशाली होते हैं। विचारों को अनुमान की प्रतिलिपि माना जा सकता है। ह्यूम ने कार्य-कारण-सिद्धांत के विषय में अपने विचार स्पष्ट करते हुए आधुनिक मनोविज्ञान को वैज्ञानिक पद्धति के निकट पहुँचाने में उल्लेखनीय सहायता प्रदान की। हार्टले (1705-1757) का नाम दैहिक मनोवैज्ञानिक दार्शनिकों में रखा जा सकता है। उनके अनुसार स्नायु-तंतुओं में हुए कंपन के आधार पर संवेदना होती है। इस विचार की पृष्ठभूमि में न्यूटन के द्वारा प्रतिपादित तथ्य थे जिनमें कहा गया था कि उत्तेजक के हटा लेने के बाद भी संवेदना होती रहती है। हार्टले ने साहचर्य विषयक नियम बताते हुए सान्निध्य के सिद्धांत पर अधिक जोर दिया। हार्टले के बाद लगभग 70 वर्ष तक साहचर्यवाद के क्षेत्र में कोई उल्लेखनीय कार्य नहीं हुआ। इस बीच स्काटलैंड में रीड (1710-1796) ने वस्तुओं के प्रत्यक्षीकरण का वर्णन करते हुए बताया कि प्रत्यक्षीकरण तथा संवेदना में भेद करना आवश्यक है। किसी वस्तु विशेष के गुणों की संवेदना होती है जबकि उस संपूर्ण वस्तु का प्रत्यक्षीकरण होता है। संवेदना केवल किसी वस्तु के गुणों तक ही सीमित रहती है, किंतु प्रत्यक्षीकरण द्वारा हमें उस पूरी वस्तु का ज्ञान होता है। इसी बीच फ्रांस में कांडिलैक (1715-1780) ने अनुभववाद तथा ला मेट्री ने भौतिकवाद की प्रवृत्तियों की बुनियाद डाली। कांडिलैंक का कहना था कि संवेदन ही संपूर्ण ज्ञान का "मूल स्त्रोत" है। उन्होंने लॉक द्वारा बताए गए विचारों अथवा अनुभवों को बिल्कुल आवश्यक नहीं समझा। ला मेट्री (1709-1751) ने कहा कि विचार की उत्पत्ति मस्तिष्क तथा स्नायुमंडल के परस्पर प्रभाव के फलस्वरूप होती है। डेकार्ट की ही भाँति उन्होंने भी मनुष्य को एक मशीन की तरह माना। उनका कहना था कि शरीर तथा मस्तिष्क की भाँति आत्मा भी नाशवान् है। आधुनिक मनोविज्ञान में प्रेरकों की बुनियाद डालते हुए ला मेट्री ने बताया कि सुखप्राप्ति ही जीवन का चरम लक्ष्य है। जेम्स मिल (1773-1836) तथा बाद में उनके पुत्र जान स्टुअर्ट मिल (1806-1873) ने मानसिक रसायनी का विकास किया। इन दोनों विद्वानों ने साहचर्यवाद की प्रवृत्ति को औपचारिक रूप प्रदान किया और वुंट के लिये उपयुक्त पृष्ठभूमि तैयार की। बेन (1818-1903) के बारे में यही बात लागू होती है। कांट समस्याओं के समाधान में व्यक्तिनिष्ठावाद की विधि अपनाई कि बाह्य जगत् के प्रत्यक्षीकरण के सिद्धांत में जन्मजातवाद का समर्थन किया। हरबार्ट (1776-1841) ने मनोविज्ञान को एक स्वरूप प्रदान करने में महत्वपूण्र योगदान किया। उनके मतानुसार मनोविज्ञान अनुभववाद पर आधारित एक तात्विक, मात्रात्मक तथा विश्लेषात्मक विज्ञान है। उन्होंने मनोविज्ञान को तात्विक के स्थान पर भौतिक आधार प्रदान किया और लॉत्से (1817-1881) ने इसी दिशा में ओर आगे प्रगति की। मनोवैज्ञानिक समस्याओं के वैज्ञानिक अध्ययन का शुभारंभ उनके औपचारिक स्वरूप आने के बाद पहले से हो चुका था। सन् 1834 में वेबर ने स्पर्शेन्द्रिय संबंधी अपने प्रयोगात्मक शोधकार्य को एक पुस्तक रूप में प्रकाशित किया। सन् 1831 में फेक्नर स्वयं एकदिश धारा विद्युत् के मापन के विषय पर एक अत्यंत महत्वपूर्ण लेख प्रकाशित कर चुके थे। कुछ वर्षों बाद सन् 1847 में हेल्मो ने ऊर्जा सरंक्षण पर अपना वैज्ञानिक लेख लोगों के सामने रखा। इसके बाद सन् 1856 ई., 1860 ई. तथा 1866 ई. में उन्होंने "आप्टिक" नामक पुस्तक तीन भागों में प्रकाशित की। सन् 1851 ई. तथा सन् 1860 ई. में फेक्नर ने भी मनोवैज्ञानिक दृष्टि से दो महत्वपूर्ण ग्रंथ ('ज़ेंड आवेस्टा' तथा 'एलिमेंटे डेयर साईकोफ़िजिक') प्रकाशित किए। सन् 1858 ई में वुंट हाइडलवर्ग विश्वविद्यालय में चिकित्सा विज्ञान में डाक्टर की उपधि प्राप्त कर चुके थे और सहकारी पद पर क्रियाविज्ञान के क्षेत्र में कार्य कर रहे थे। उसी वर्ष वहाँ बॉन से हेल्मोल्त्स भी आ गए। वुंट के लिये यह संपर्क अत्यंत महत्वपूर्ण था क्योंकि इसी के बाद उन्होंने क्रियाविज्ञान छोड़कर मनोविज्ञान को अपना कार्यक्षेत्र बनाया। वुंट ने अनगिनत वैज्ञानिक लेख तथा अनेक महत्वपूर्ण पुस्तक प्रकाशित करके मनोविज्ञान को एक धुँधले एवं अस्पष्ट दार्शनिक वातावरण से बाहर निकाला। उसने केवल मनोवैज्ञानिक समस्याओं को वैज्ञानिक परिवेश में रखा और उनपर नए दृष्टिकोण से विचार एवं प्रयोग करने की प्रवृत्ति का उद्घाटन किया। उसके बाद से मनोविज्ञान को एक विज्ञान माना जाने लगा। तदनंतर जैसे जैसे मरीज वैज्ञानिक प्रक्रियाओं पर प्रयोग किए गए वैसे वैसे नई नई समस्याएँ सामने आईं। व्यवहार विषयक नियमों की खोज ही मनोविज्ञान का मुख्य ध्येय था। सैद्धांतिक स्तर पर विभिन्न दृष्टिकोण प्रस्तुत किए गए। सन् 1912 ई. के आसपास मनोविज्ञान के क्षेत्र में संरचनावाद, क्रियावाद, व्यवहारवाद, गेस्टाल्टवाद तथा मनोविश्लेषण आदि मुख्य मुख्य शाखाओं का विकास हुआ। इन सभी वादों के प्रवर्तक इस विषय में एकमत थे कि मनुष्य के व्यवहार का वैज्ञानिक अध्ययन ही मनोविज्ञान का उद्देश्य है। उनमें परस्पर मतभेद का विषय था कि इस उद्देश्य को प्राप्त करने का सबसे अच्छा ढंग कौन सा है। सरंचनावाद के अनुयायियों का मत था कि व्यवहार की व्याख्या के लिये उन शारीरिक संरचनाओं को समझना आवश्यक है जिनके द्वारा व्यवहार संभव होता है। क्रियावाद के माननेवालों का कहना था कि शारीरिक संरचना के स्थान पर प्रेक्षण योग्य तथा दृश्यमान व्यवहार पर अधिक जोर होना चाहिए। इसी आधार पर बाद में वाटसन ने व्यवहारवाद की स्थापना की। गेस्टाल्टवादियों ने प्रत्यक्षीकरण को व्यवहारविषयक समस्याओं का मूल आधार माना। व्यवहार में सुसंगठित रूप से व्यवस्था प्राप्त करने की प्रवृत्ति मुख्य है, ऐसा उनका मत था। फ्रायड ने मनोविश्लेषणवाद की स्थापना द्वारा यह बताने का प्रयास किया कि हमारे व्यवहार के अधिकांश कारण अचेतन प्रक्रियाओं द्वारा निर्धारित होते हैं। आधुनिक मनोविज्ञान में इन सभी "वादों" का अब एकमात्र ऐतिहासिक महत्व रह गया है। इनके स्थान पर मनोविज्ञान में अध्ययन की सुविधा के लिये विभिन्न शाखाओं का विभाजन हो गया है। प्रयोगात्मक मनोविज्ञान में मुख्य रूप से उन्हीं समस्याओं का मनोवैज्ञानिक विधि से अध्ययन किया जाने लगा जिन्हें दार्शनिक पहले चिंतन अथवा विचारविमर्श द्वारा सुलझाते थे। अर्थात् संवेदन तथा प्रत्यक्षीकरण। बाद में इसके अंतर्गत सीखने की प्रक्रियाओं का अध्ययन भी होने लगा। प्रयोगात्मक मनोविज्ञान आधुनिक मनोविज्ञान की प्राचीनतम शाखा है। मनुष्य की अपेक्षा पशुओं को अधिक नियंत्रित परिस्थितियों में रखा जा सकता है, साथ ही साथ पशुओं की शारीरिक रचना भी मनुष्य की भाँति जटिल नहीं होती। पशुओं पर प्रयोग करके व्यवहार संबंधी नियमों का ज्ञान सुगमता से हो सकता है। सन् 1912 ई. के लगभग थॉर्नडाइक ने पशुओं पर प्रयोग करके तुलनात्मक अथवा पशु मनोविज्ञान का विकास किया। किंतु पशुओं पर प्राप्त किए गए परिणाम कहाँ तक मनुष्यों के विषय में लागू हो सकते हैं, यह जानने के लिये विकासात्मक क्रम का ज्ञान भी आवश्यक था। इसके अतिरिक्त व्यवहार के नियमों का प्रतिपादन उसी दशा में संभव हो सकता है जब कि मनुष्य अथवा पशुओं के विकास का पूर्ण एवं उचित ज्ञान हो। इस संदर्भ को ध्यान में रखते हुए विकासात्मक मनोविज्ञान का जन्म हुआ। सन् 1912 ई. के कुछ ही बाद मैक्डूगल (1871-1938) के प्रयत्नों के फलस्वरूप समाज मनोविज्ञान की स्थापना हुई, यद्यपि इसकी बुनियाद समाज वैज्ञानिक हरबर्ट स्पेंसर (1820-1903) द्वारा बहुत पहले रखी जा चुकी थी। धीरे-धीरे ज्ञान की विभिन्न शाखाओं पर मनोविज्ञान का प्रभाव अनुभव किया जाने लगा। आशा व्यक्त की गई कि मनोविज्ञान अन्य विषयों की समस्याएँ सुलझाने में उपयोगी हो सकता है। साथ ही साथ, अध्ययन की जानेवाली समस्याओं के विभिन्न पक्ष सामने आए। परिणामस्वरूप मनोविज्ञान की नई नई शाखाओं का विकास होता गया। आज मनोविज्ञान की लगभग 12 शाखाएँ हैं। इनमें से कुछ ने अभी हाल में ही जन्म लिया है, जिनमें प्रेरक मनोविज्ञान, सत्तात्मक मनोविज्ञान, गणितीय मनोविज्ञान विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं। आजकल रूस में अनुकूलन तथा अंतरिक्ष मनोविज्ञान में काफी काम हो रहा है। अमरीका में लगभग सभी क्षेत्रों में शोधकार्य हो रहा है। संमोहन तथा प्रेरक मनोविज्ञान में अपेक्षाकृत कुछ अधिक काम किया जा रहा है। परा-इंद्रीय प्रत्यक्षीकरण की तरफ मनोवैज्ञानिकों के सामान्य दृष्टिकोण में कोई उल्लेखनीय परिवर्तन नहीं हुआ है। आज भी इस क्षेत्र में पर्याप्त वैज्ञानिक तथ्यों एवं प्रमाणों का अभाव है। किंतु ड्यूक विश्वविद्यालय (अमरीका) में डा राईन के निदेशन में इस क्षेत्र में बराबर काम हो रहा है। एशिया में जापान मनोविज्ञान के क्षेत्र में सबसे आगे बढ़ा हुआ है। समाज मनोविज्ञान तथा प्रयोगात्मक मनोविज्ञान के साथ साथ वहाँ ज़ेन बुद्धवाद का प्रभाव भी दृष्टिगोचर होता है। .

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मराट साफिन

श्रेणी:टेनिस खिलाड़ी श्रेणी:पुरुष टेनिस खिलाड़ी श्रेणी:टेनिस ग्रैंड स्लैम विजेता.

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मरी ऍल

मरी ऍल गणराज्य का नक़्शा मरी ऍल गणतंत्र (रूसी: Респу́блика Мари́й Эл, अंग्रेज़ी: Mari El Republic) रूस का एक संघीय खंड है जो उस देश की शासन प्रणाली में गणतंत्र का दर्जा रखता है। यह रूस के पूर्वी यूरोपीय मैदान में वोल्गा नदी के किनारों पर स्थित है और इसकी राजधानी योश्कार-ओला शहर है। .

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मरी भाषा

मरी भाषा (मरी: марий йылме, मरी यिल्मे; रूसी: марийский язык, अंग्रेज़ी: Mari language) क़रीब ५ लाख लोगों द्वारा बोली जाने वाली यूराली भाषा-परिवार की एक भाषा है जो मुख्य रूप से रूस के मरी ऍल गणतंत्र में बोली जाती है। मरी ऍल से बाहर यह कुछ हद तक रूस के तातारस्तान, उदमूर्तिया और पेर्म क्षेत्रों में भी बोली जाती है। मरी सिरिलिक लिपि में लिखी जाती है। .

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महाद्वीप

महाद्वीपों को समाहित या विभाजित किया जा सकता है, उदाहरणतः यूरेशिया को प्रायः यूरोप तथा एशिया में विभाजित किया जाता है लाल रंग में। बक्मिन्स्टर फुलर द्वारा डायमैक्सियम नक्शा जो दर्शित करता है भूमिखण्ड कम से कम विरूपण समेत, एक एक लगातार महाद्वीप में बंटे हुए विश्व के महाद्वीप महाद्वीप (en:Continent) एक विस्तृत ज़मीन का फैलाव है जो पृथ्वी पर समुद्र से अलग दिखाई देतै हैं। महाद्वीप को व्यक्त करने के कोई स्पष्ट मापदण्ड नहीं है। अलग-अलग सभ्यताओं और वैज्ञानिकों नें महाद्वीप की अलग परिभाषा दी है। पर आम राय ये है कि एक महाद्वीप धरती बहुत बड़ा का विस्तृत क्षेत्र होता है जिसकी सीमाएं स्पष्ट पहचानी जा सके.

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महान शुद्धिकरण

महान शुद्धिकरण में मारे जाने वाले लगभग १० लाख लोगों में से कुछ की तस्वीरें महान शुद्धिकरण (अंग्रेज़ी: Great Purge), जिसे येझ़ोव​ राज (रूसी: ежовщина, येझ़ोवश्चीना) भी कहा जाता है, सोवियत संघ में सन् १९३७-३८ में सोवियत तानाशाह जोसेफ़ स्टालिन द्वारा आयोजित राजनैतिक दमन और हत्याओं का एक दौर था। इसमें स्तालिन ने पूरे सोवियत समाज में बहुत से साम्यवादी (कोम्युनिस्ट) पार्टी कार्यकर्ताओं, सरकारी नौकरों, किसानों, लाल सेना के सेनाध्यक्षों और अन्य कई असम्बंधित लोगों को पकड़कर मरवा डाला। अक्सर इनपर विश्वासघाती होने या गड़बड़ी करने का आरोप लगाया जाता था। साथ ही साथ पूरे सोवियत संघ में साधारण नागरिकों पर ज़बरदस्त पुलिस की निगरानी, हलके से शक़ पर भी लोगों को जेल, आम नागरिकों को एक-दूसरे पर नज़र रखने के लिए उकसाने और मनमानी ढंग से लोगों को मार डालने जैसी कार्यवाईयाँ भी चलती रहीं। उस ज़माने में सोवियत ख़ुफ़िया पुलिस का अध्यक्ष निकोलाई येझ़ोव​ (Никола́й Ежо́в, Nikolai Yezhov, बिंदु-वाले 'झ़' के उच्चारण पर ध्यान दें) था, इसलिए इस काल को बाद के सोवियत और रूसी इतिहासकार 'येझ़ोव​ राज' के नाम से भी जानते हैं। .

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महापरियोजना

ऐसी परियोजना को महापरियोजना या मेगाप्रोजेक्ट (megaproject) कहते हैं जिसमें अत्यन्त बड़े स्तर निवेश (investment) करने की जरूरत पड़ती है। प्राय: एक बिलियन अमेरिकी डालर से भी अधिक खर्च वाले परियोजनाओं को महापरियोजना की श्रेणी में रखा जाता है। इन पर जनता का बहुत ध्यान भी आकर्षित होता है क्योंकि इनका आम जनता, पर्यावरण एवं देश की अर्थव्यवस्था पर बड़ा असर पड़ने की सम्भावना रहती है। दूसरे शब्दों में महापरियोजना उस पहल (इनिशिएटिव) को कहते हैं जिनमें कुछ भौतिक चीज बनने वाली हो, जो बहुत खर्चीली हो और जो सार्वजनिक हो। पुल, सुरंग, राजमार्ग, रेलपथ, हवाई अड्डे, समुद्री पत्तन, उर्जा संयंत्र, बांध, विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ), तेल एवं प्राकृतिक गैस निकालना, वायु-अन्तरिक्ष परियोजना, अस्त्र-प्रणाली परियोजना आदि महापरियोजना की श्रेणी में आ सकतीं हैं। .

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महारानी काथरिन

महारानी काथरिन येकातेरिना अलेक्जीवना या 'कैथरीन द्वितीय' (रूसी: Екатерина II Великая, Yekaterina II Velikaya; जर्मन: Katharina die Große; १७२९-१७९६) रूस की सबसे अधिक प्रसिद्ध तथा सर्वाधिक समय तक शासन करने वाली रानी थी। उसने ९ जुलाई १७६२ से लेकर मृत्यु पर्यन्त (१७ नवम्बर १७९६ तक) शासन किया। उसका शासनकाल रूस का स्वर्णयुग कहलाता है। कैथरीन द्वितीय का जन्म प्रुसिया में हुआ था। उनका मूल नाम सोफी फ्रेदरिक आगस्त फॉन अन्हाल्ट जर्ब्स्त डॉर्नबर्ग (Sophie Friederike Auguste von Anhalt-Zerbst-Dornburg) था। तख्तापलट और तदुपरान्त उसके पति पीतर तृतीय की हत्या के बाद वह सत्ता में आयी। उसके शासनकाल में रूस को नवजीवन मिला तथा रूस भी यूरोप की एक महाशक्ति के रूप में जाना जाने लगा। .

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महाश्येन

महाश्येन (ईगल) शिकार करने वाले बड़े आकार के पक्षी हैं। इस पक्षी को ऊँचाई से ही प्रेम है, धरातल से नहीं। यह धरातल की ओर तभी दृष्टिपात करता है, जब इसे कोई शिकार करना होता है। इसकी दृष्टि बड़ी तीव्र होती है और यह धरातल पर विचरण करते हुए अपने शिकार को ऊँचाई से ही देख लेता है। यूरेशिया और अफ्रीका में इसकी साठ से अधिक प्रजातियाँ स्पेसीज (species)पायी जाती हैं। महाश्येन, फैल्कोनिफॉर्मीज़ (Falconiformes) गण, ऐक्सिपिटर (Accipitres) उपगण, फैल्कानिडी (Falconidae) कुल तथा ऐक्विलिनी (Aquilinae) उपकुल के अंतर्गत है। यह उपकुल दो वर्गों में विभाजित है। ये दो वर्ग ऐक्विला स्थल महाश्येन (Aquila Land Eagle) और हैलिई-एटस, जल महाश्येन (Haliaeetus Sea Eagle) हैं। इस श्येन परिवार में लगभग तीन सौ जातियाँ पाई जाती हैं। ये अनेक जातियाँ स्वभाव तथा आकार प्रकार में एक दूसरे से भिन्न होती हैं तथा विश्व भर में पाई जाती हैं। प्राचीन काल से ही यह साहस एवं शक्ति का प्रतीक माना गया है। संभवत इन्हीं कारणों से सभी राष्ट्रों के कवियों ने इसका वर्णन किया है और इसे रूस, जर्मनी, संयुक्त राज्य आदि देशों में राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में माना गया है। भारत में इसे गरुड़ की संज्ञा दी गई है तथा पौराणिक वर्णनों में इसे विष्णु का वाहन कहा गया है। संभवत: तेज गति और वीरता के कारण ही यह विष्णु का वाहन हो सका है। अन्य देशों के भी पौराणिक वर्णनों में इसका वर्णन आता है, जैसे स्कैंडेनेविया में इसे तूफान का देवता माना गया है और यह बताया गया है कि यह देव स्वर्ग लोक के एक छोर पर बैठकर हवा का झोंका पृथ्वी पर फेंकता है। ग्रीसवासियों की, प्राचीन विश्वास के अनुसार, ऐसी धारणा है कि उनके सबसे बड़े देवता, ज़्यूस (Zeus), को इस महाश्येन ने ही सहायतार्थ वज्र प्रदान किया था। भगवान् विष्णु का वाहन होकर भी इस पक्षी की मनोवृत्ति अहिंसक नहीं है। यह मांसभक्षी, अति लोलुप और प्रत्यक्षत: हानि पहुँचानेवाला होता है, तथापि यह उन बहुत से पक्षियों को समाप्त करने में सहायक है, जो कृषि एवं मनुष्यों को हानि पहुँचाते हैं। साथ ही साथ यह हानि पहुँचानेवाले सरीसृप तथा छोटे छोटे स्तनी जीवों को भी समाप्त करता है और इस प्रकार जंतुसंसार का संतुलन बनाए रखता है। .

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मातृ दिवस

आधुनिक मातृ दिवस का अवकाश ग्राफटन वेस्ट वर्जिनिया में एना जार्विस के द्वारा समस्त माताओं तथा मातृत्व के लिए खास तौर पर पारिवारिक एवं उनके आपसी संबंधों को सम्मान देने के लिए आरम्भ किया गया था। यह दिवस अब दुनिया के हर कोने में अलग-अलग दिनों में मनाया जाता हैं। जैसे कि पिताओं को सम्मान देने के लिए पितृ दिवस की छुट्टी मनाई जाती हैं। यह छुट्टी अंततः इतनी व्यवसायिक बन गई कि इसकी संस्थापक, एना जार्विस, तथा कई लोग इसे एक "होलमार्क होलीडे", अर्थात् एक प्रचुर वाणिज्यिक प्रयोजन के रूप में समझने लगे। एना ने जिस छुट्टी के निर्माण में सहयोग किया उसी का विरोध करते हुए इसे समाप्त करना चाहा। .

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मातृवंश समूह एचवी

कॉकस क्षेत्र के लोग अक्सर मातृवंश समूह एचवी के वंशज होते हैं मनुष्यों की आनुवंशिकी (यानि जॅनॅटिक्स) में मातृवंश समूह एचवी या माइटोकांड्रिया-डी॰एन॰ए॰ हैपलोग्रुप HV एक मातृवंश समूह है। मातृवंश समूह एच और मातृवंश समूह वी इसी से उत्पन्न हुई बड़ी उपशाखाएँ हैं। मातृवंश समूह एचवी मध्य पूर्व, दक्षिण रूस के कॉकस क्षेत्र, ईरान और अनातोलिया में काफ़ी लोगों में पाया जाता है। इसके अलावा इसके वंशज हलकी मात्रा में भारत और इर्द-गिर्द के इलाक़ों में और दक्षिण यूरोप के कुछ क्षेत्रों में भी मिलते हैं। अनुमान है के जिस स्त्री से यह मातृवंश शुरू हुआ वह आज से लगभग २५,००० से ३०,००० वर्ष पहले मध्य पूर्व या कॉकस क्षेत्र की निवासी थी।B.

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मातृवंश समूह ज़ॅड

फिनलैंड की सामी जनजाति के लोग अक्सर मातृवंश समूह ज़ॅड के वंशज होते हैं मनुष्यों की आनुवंशिकी (यानि जॅनॅटिक्स) में मातृवंश समूह ज़ॅड या माइटोकांड्रिया-डी॰एन॰ए॰ हैपलोग्रुप Z एक मातृवंश समूह है। यह मातृवंश समूह सीज़ॅड की एक उपशाखा है। इस मातृवंश के लोग ज़्यादातर रूस, फिनलैंड के सामी समुदाय, उत्तर चीन, मध्य एशिया और कोरिया में मिलते हैं। वैज्ञानिकों की मान्यता है के जिस स्त्री के साथ इस मातृवंश की शुरुआत हुई वह आज से हज़ारों साल पहले मध्य एशिया में कहीं रहती थी। .

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मानसिक विकलांगता

मानसिक विकलांगता (एमआर) एक व्यापक विकृति है, जो 18 वर्ष की आयु से पहले दो या दो से अधिक रूपांतरित व्यवहारों में और महत्वपूर्ण रूप से संज्ञानात्मक प्रक्रिया के विकार और न्यूनता के रूप में दिखता है। ऐतिहासिक रूप में इसे बौद्धिक क्षमता (आईक्यू) के 70 के भीतर होने के रूप में परिभाषित किया जाता है। कभी इसे लगभग पूरी तरह अनुभूति पर केंद्रित माना जाता था, पर अब इसकी परिभाषा में मानसिक क्रियाकलाप से संबंधित एक घटक और अपने वातावरण में व्यक्ति के कार्यात्मक कौशल दोनों को शामिल किया जाता है। .

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मानव लिंग का आकार

एक प्रसिद्ध ब्रिटिश वैज्ञानिक रिचर्ड लिन ने मानव (पुरुष) के लिंग के आकार पर एक शोधपत्र प्रकाशित किया। इस शोध में 113 देशों के पुरुषों के प्राइवेट पार्ट के साइज का विश्लेषण किया गया है। इस आधार पर देशों की एक लिस्‍ट भी बनाई गई है। इस लिस्‍ट में भारत 110वें स्थान पर है। लिस्‍ट में 7.1 इंच के औसत 'साइज' के साथ कांगो सबसे ऊपर है। कोरिया और कंबोडिया (3.9 इंच) सबसे नीचे हैं। भारत इन्‍हीं दो देशों से ऊपर है। भारतीय पुरुषों का 'औसत साइज' 4 इंच बताया गया है। लेकिन इस पर सवाल उठ रहे हैं। साल 2006 में भारत में कंडोम का साइज तय करने के लिए किए गए 'साइज सर्वे' की रिपोर्ट आई थी। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) द्वारा कराए गए सर्वे 'स्डटी ऑन प्रापर लेंथ एंड ब्रेड्थ स्पेसिफिकेसंस फॉर कंडोम बेस्ड एंथ्रोपोमेट्रिक मेजरमेंट' के बाद यह नतीजा निकला था कि भारतीय बाजार में मिलने वाले कंडोम पुरुषों के लिंग के साइज के अनुपात में बड़े होते हैं। आईसीएमआर के लिए सर्वे करने वाले डॉ॰ शर्मा ने अपनी शोध रिपोर्ट साल 2006 में भारत सरकार को सौंप दी थी। हालांकि इसके बाद कंडोम बनाने वालों के लिए कोई भी दिशा निर्देश जारी नहीं किए गए थे। ड्रग्स एंड कास्मेटिक एक्ट 1940 के अनुच्छेद 'आर' के मुताबिक भारत में कंडोम का साइज कम से कम 6.7 इंच रखना अनिवार्य है। बहरहाल, सर्वे में 1400 पुरुषों का डाटा लिया गया था जिसमें 18-50 आयुवर्ग के पुरुष शामिल थे। इससे पहले साल 2001 तक मुंबई में इकट्ठा किए गए (200 लोगों के) डाटा के मुताबिक 60 प्रतिशत भारतीय पुरुषों के प्राइवेट पार्ट की औसत लंबाई 4.4 से 4.9 इंच के बीच और 30 प्रतिशत की लंबाई 4 से 4.9 इंच बताई गई थी। .

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मारिया शरापोवा

मारिया यूरीएवना शारापोवा (रूसी:Мари́я Ю́рьевна Шара́пова)(जन्म १९ अप्रैल १९८७) का जन्म तत्कालीन सोवियत संघ और वर्तमान रूस के साइबेरिया प्रांत में हुआ था। 1993 में छह साल की उम्र में शारापोवा बेहतर भविष्य की तलाश में पिता यूरी के साथ रूस छोड़कर अमेरिका के फ्लोरिडा प्रांत में चली गई थीं। .

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मारिया किरिलैंको

श्रेणी:टेनिस खिलाड़ी श्रेणी:महिला टेनिस खिलाड़ी.

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मार्शल आर्ट

मार्शल आर्ट या लड़ाई की कलाएं विधिबद्ध अभ्यास की प्रणाली और बचाव के लिए प्रशिक्षण की परंपराएं हैं। सभी मार्शल आर्ट्स का एक समान उद्देश्य है: ख़ुद की या दूसरों की किसी शारीरिक ख़तरे से रक्षा । मार्शल आर्ट को विज्ञान और कला दोनों माना जाता है। इनमें से कई कलाओं का प्रतिस्पर्धात्मक अभ्यास भी किया जाता है, ज़्यादातर लड़ाई के खेल में, लेकिन ये नृत्य का रूप भी ले सकती हैं। मार्शल आर्ट्स का मतलब युद्ध की कला से है और ये लड़ाई की कला से जुड़ा पंद्रहवीं शताब्दी का यूरोपीय शब्द है जिसे आज एतिहासिक यूरोपीय मार्शल आर्ट्स के रूप में जाना जाता है। मार्शल आर्ट के एक कलाकार को मार्शल कलाकार के रूप में संदर्भित किया जाता है। मूल रूप से 1920 के दशक में रचा गया ये शब्द मार्शल आर्ट्स मुख्य तौर पर एशिया के युद्ध के तरीके के संदर्भ में था, विशेष तौर पर पूर्वी एशिया में जन्मे लड़ाई के तरीके के.

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मास्को

thumb मास्को स्थित रेड स्केव्यर का एक दृश्य मास्को या मॉस्को (रूसी: Москва́ (मोस्कवा)), रूस की राजधानी एवं यूरोप का सबसे बडा शहर है, मॉस्को का शहरी क्षेत्र दुनिया के सबसे बडे शहरी क्षेत्रों में गिना जाता है। मास्को रूस की राजनैतिक, आर्थिक, धार्मिक, वित्तीय एवं शैक्षणिक गतिविधियों का केन्द्र माना जाता है। यह मोस्कवा नदी के तट पर बसा हुआ है। ऐतिहासिक रूप से यह पुराने सोवियत संघ एवं प्राचीन रूसी साम्राज्य की राजधानी भी रही है। मास्को को दुनिया के अरबपतियों का शहर भी कहा जाता है जहां दुनिया के सबसे ज्यादा अरबपति बसते हैं। २००७ में मास्को को लगातार दूसरी बार दुनिया का सबसे महंगा शहर भी घोषित किया गया था। .

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मास्को राज्य विश्वविद्यालय

१७९८ में मास्को विश्वविद्यालय लोमोनोसोव मास्को राज्य विश्वविद्यालय (रूसी: Московский государственный университет имени М. В. Ломоносова; Lomonosov Moscow State University (MSU) रूस के मास्को नगर में स्थित एक सार्वजनिक अनुसंधान विश्वविद्यालय है। इसकी स्थापना मिखाइल लोमोनोसोव ने 25 जनवरी, 1755 को की थी। इसका वर्तमान नाम १९४० में इसके संस्थापक के नाम पर रखा गया। .

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मासूमा बेगम

मासूमा बेगम (1902-1990) हैदराबाद, दक्षिण भारत से संबंध रखने वाली एक महिला कार्यकर्ता, राजनीति में सक्रिय और अपने समय की एकमात्र महिला मंत्री रही हैं। .

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मागादान ओब्लास्त

नागायेवो खाड़ी मागादान ओब्लास्त (रूसी: Магада́нская о́бласть, अंग्रेज़ी: Magadan Oblast) रूस के साइबेरिया क्षेत्र के सुदूर पूर्व में स्थित रूस का एक संघीय खंड है जो उस देश की शासन प्रणाली में ओब्लास्त का दर्जा रखता है। इसकी राजधानी मागादान शहर है। इसकी सीमाएँ उत्तर में चुकोतका स्वशासित ओक्रुग, पूर्वोत्तर में कमचातका क्राय, दक्षिण में ख़ाबारोव्स्क क्राय और पश्चिम में साख़ा गणतंत्र से लगती हैं। पूर्व में यह ओख़ोत्स्क सागर के साथ तटस्थ है। .

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माइकल लुकास

माइकल लुकास (जन्म आंद्रेई ल्वोविच ट्रेवस (Андрей Львович Трейвас), मार्च 10, 1972 मॉस्को, रूस) एक अमेरिकी-रूसी-इजरायली समलैंगिक (गे) पोर्नोग्राफ़िक अभिनेता, निदेशक, कार्यकर्ता, लेखक और न्यूयॉर्क की सबसे बड़ी समलैंगिक वयस्क-फिल्म कंपनी लुकास एंटरटेनमेंट के संस्थापक व सीईओ (मुख्य कार्यपालक अधिकारी) हैं। यह द एडवोकेट और पिंक न्यूज़ के लिए स्तंभकार हैं। .

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मिनियापोलिस

मिनियापोलिस "झीलों का शहर" और "मिलों का शहर" के रूप में उपनाम सहित हेन्नेपिन काउंटी का काउंटी सीट है, जो अमेरिकी राज्य मिनेसोटा का सबसे बड़ा शहर और अमेरिका का 47वां बड़ा शहर है। इसके नाम का श्रेय शहर के पहले स्कूल टीचर को दिया जाता है, जिन्होंने पानी के लिए डकोटा शब्द mni को, तथा शहर के लिए ग्रीक शब्द polis को जोड़ा.

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मिलानो

मिलान (Milano,; पश्चिमी लोम्बार्ड: मिलान) इटली का एक शहर और लोम्बार्डी क्षेत्र और मिलान प्रान्त की राजधानी है। मूल शहर की जनसंख्या लगभग 1,300,000 है, जबकि शहरी क्षेत्र 4,300,000 की अनुमानित जनसंख्या के साथ यूरोपीय संघ में पांचवा सबसे बड़ा है। इटली में सबसे बड़े, मिलान महानगरीय क्षेत्र की आबादी, OECD द्वारा अनुमानित तौर पर 7,400,000 है। शहर की स्थापना मीडियोलेनम नाम के तहत केल्टिक लोग इनसबरेस द्वारा की गई थी। इसे बाद में ई.पू.

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मिल्वौकी, विस्कॉन्सिन

मिल्वौकी अमेरिकी राज्य विस्कॉन्सिन का सबसे बड़ा शहर, संयुक्त राज्य अमेरिका का 26वां सबसे अधिक आबादी वाला शहर और अमेरिका का 39वां सबसे अधिक आबादी वाला क्षेत्र है। यह मिल्वौकी काउंटी की काउंटी सीट है और यह मिशिगन झील के दक्षिण-पश्चिमी तट पर स्थित है। इसकी 2009 की अनुमानित जनसंख्या थी.

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मिस यूनीवर्स 2002

मिस यूनीवर्स 2002 मिस यूनीवर्स का ५१वाँ संस्करण था जिसे रूस की ओक्साना फ़ेदरोवा ने जीता। किंतु उनसे यह पदवी बाद में छीन ली गई एवं पनामा की जस्टिन पासेक को दे दी गई। इसलिये अधिकारिक तौर पर जस्टिन पासेक को ही विजेता माना जाता है। श्रेणी:मिस यूनीवर्स.

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मिस यूनीवर्स विजेताओं की सूची

मिस यूनीवर्स उपाधि जीतने वाली महिलाओं की सूची नीचे दी गई है। नताली ग्लेबोवा 2005 के टोरंटो फ़िल्म समारोह में.

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मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था

मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था (Missile Technology Control Regime), जिसे संक्षिप्त में ऍम॰ टी॰ सी॰ आर॰ (MTCR) भी कहते हैं, कई देशों का एक अनौपचरिक संगठन है जिनके पास प्रक्षेपास्त्र व मानव रहित विमान (ड्रोन) से सम्बन्धित प्रौद्योगिक क्षमता है और जो इसे फैलने से रोकने के लिये नियम स्थापित करते हैं। जून 2016 में इसमें 35 देश शामिल थे। 27 जून 2016 को भारत इसका पूर्ण सदस्य बन गया। .

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मिसेज़ वर्ल्ड

मिसेज़ वर्ल्ड(अर्थात विश्व श्रीमती) एक अंतर्राष्ट्रीय सुन्दरता प्रतियोगिता है जो प्रतिवर्ष विवाहित महिलाओं के लिये आयोजित की जाती है। .

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मिख़ाइल बुल्गाकोव

मिख़ाइल अफ़ानास्येविच बुल्गाकोव (रूसी: Михаи́л Афана́сьевич Булга́ков, अंग्रेज़ी: Mikhaíl Afanasyevich Bulgakov) एक रूसी लेखक, उपन्यासकार, नाटककार व चिकित्सक थे। वे २०वीं शताब्दी के पहले अर्ध में सक्रीय थे और अपनी "मास्टर और मार्गारीटा" (Ма́стер и Маргари́та) नामक उपन्यास के लिए जाने जाते हैं, जो २०वीं सदी की सर्वश्रेष्ठ कृतियों में से एक कहलाया गया है। .

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मिखाइल बाकूनिन

मिखाइल बाकूनिन मिखाइल अलेक्जेंद्रोविच बाकूनिन (रूसी: Михаил Александрович Бакунин; IPA.

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मिखाइल लोमोनोसोव

मिखाइल वैसेल्यवीच लोमोनोसोव (Mikhail Vasilyevich Lomonosov), (p;(19 नवम्बर 1711-15 अप्रैल 1765), एक रूसी बहुश्रुत, वैज्ञानिक और लेखक थे। उन्होने साहित्य, शिक्षा और विज्ञान में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनकी खोजों में से एक शुक्र का वायुमंडल था। उनके विज्ञान के क्षेत्र प्राकृतिक विज्ञान, रसायनशास्त्र, भौतिकी, खनिज विज्ञान, इतिहास, भाषाशास्त्र, प्रकाशिकी उपकरण एवं अन्य थे। लोमोनोसोव एक कवि थे और उन्होने आधुनिक रूसी साहित्यिक भाषा के गठन को प्रभावित भी किया था। .

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मिखाइल गोर्बाचेव

मिखाइल गोर्बाचोफ मिखाइल गोर्बाचोफ सोवियत संघ के अन्तिम राष्ट्रपति थे। उन को शान्ति का नोबल पुरस्कार मिला। वेह पेरेस्त्राइका के लिए प्रसिद्ध है। .

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मिखाइल कोर्नियेंको

मिखाइल बोरिसोविच कोर्नियेंको एक रूसी अंतरिक्ष यात्री हैं जो अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में लगभग एक वर्ष रहने के लिए जाने जाते हैं। .

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मिकोयान मिग-29के

मिकोयान मिग-29के (Mikoyan MiG-29K, Микоян МиГ-29K) एक रुसी लडाकू विमान है। .

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मिकोयान मिग-35

मिकोयान मिग-35 (Микоян МиГ-35., नाटो (NATO) द्वारा सूचित नाम: फल्क्रम-F) मिग-29M/M2 और मिग-29K/KUB प्रौद्योगिकी का एक अग्रवर्ती विकास है। इसके निर्माताओं द्वारा इसे एक 4++ पीढ़ी लड़ाकू जेट फाइटर के रूप में वर्गीकृत किया गया है। इसका पहला नमूना (प्रोटोटाइप) पहले ही सेवा में नियुक्त मिग-29M2 के प्रदर्शित मॉडल का ही एक संशोधन था। अब तक 10 आदर्श नमूनों का निर्माण किया गया है और मौजूदा समय में व्यापक मैदानी परीक्षणों के अधीन हैं। मिग-35 को अब एक मध्यम वजन के विमान के रूप में वर्गीकृत किया गया है, क्योंकि इसकी उड़ान का अधिकतम आरंभिक वजन 30 प्रतिशत तक बढ़ा दिया गया है जो इसके वर्गीकरण के अपने पिछले मापदंड से अधिक की वृद्धि है। मिग कॉर्पोरेशन (MiG Corporation) ने पहली बार आधिकारिक तौर पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मिग-35 को ही एयरो इंडिया 2007 के एयर शो के दौरान प्रस्तुत किया। आधिकारिक तौर पर मिग-35 का अनावरण उस समय किया गया था जब रूसी रक्षा मंत्री, सेर्गेई इवानोव ने, लुखोवित्सकी मशीन बिल्डिंग प्लांट "मापो-मिग" (MAPO-MIG) का दौरा किया। एक सीट वाले संस्करण का नामकरण मिग-35 किया गया है और दो सीट वाला संस्करण मिग-35D नामित है। इस लड़ाकू विमान की वैमानिकी एवं हथियार प्रणालियों में व्यापक सुधार किया गया है, विशेष रूप से नए AESA रडार और (अनोखे डिजाइन वाले ऑप्टिकल लोकेटर सिस्टम (OLS) में जो विमान को (जमीन-नियंत्रित अंतरग्रहण (GCI) प्रणाली पर भरोसा तथा, एवं इसे स्वतंत्र रूप से बहु-भूमिका मिशन के निष्पादन में सक्षम बनाता है। .

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मिकोयान-गुरेविच मिग-9

मिकोयान-गुरेविच मिग-9 (Mikoyan-Gurevich MiG-9) (नाटो रिपोर्टिंग नाम: फ़ार्गो) द्वितीय विश्व युद्ध के तुरंत बाद के वर्षों में मिकोयान-गुरेविच द्वारा विकसित पहला टर्बोजेट लड़ाकू विमान था। इसमे रिवर्स इंजीनियरिंग वाला जर्मन बीएमडब्लू 003 इंजन का उपयोग किया गया था। इस जेट को पहली पीढ़ी के विमान के रूप में वर्गीकृत किया गया है। यह मामूली सफल रहा था लेकिन फायर गैस घूस के कारण ऊंची ऊंचाई पर अपनी बंदूकें फायरिंग करते समय इंजन फ्लैमाउट्स के साथ लगातार समस्याओं का सामना करना पड़ता था। प्रोटोटाइप सहित कुल 610 विमान का निर्माण किया गया था। और उन्होंने 1948 में सोवियत वायु सेना के सेवा में प्रवेश किया। कम से कम 372 को चीनी वायु सेना को 1950 में स्थानांतरित किया गया ताकि राष्ट्रवादी चीनी द्वारा हवाई छापे के खिलाफ चीनी शहरों का बचाव किया जा सके और जेट संचालन में चीनी पायलटों को प्रशिक्षित किया जा सके। .

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मखष्कला

मखष्कला (Makhachkala) कैस्पियन सागर पर स्थित रूस के दगेस्तान नामक प्रांत की राजधानी, महत्वपूर्ण नगर एवं बंदरगाह है। सन् १८५७ में इसका नाम पेट्रोवस्क (Petrovsk) था, जो सन् १९२१ में बदलकर मखष्कला हो गया। तभी से यह दगेस्तान की राजधानी भी है। यह प्रांत का व्यापारिक एवं औद्योगिक केंद्र है। यहाँ पर खनिज तेल साफ करने के अनेक कारखाने हैं, जो ग्रोजिनी तेल क्षेत्र से संबंधित हैं। यह नगर सूती ऊनी कपड़े बनाने एवं वायुयान निर्माण के लिये भी प्रसिद्ध है। श्रेणी:रूस के नगर श्रेणी:रूस के गणतंत्रों की राजधानियाँ.

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मंचूरिया

मंचूरिया (Manchu: Manju, सरलीकृत चीनी: 满洲; पारंपरिक चीनी: 滿洲; Mongolian: Манж) पूर्वी एशिया का एक विशाल क्षेत्र है जिसका विस्तार चीन, कोरिया तथा रूस के इलाकों में है। .

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मंगल ग्रह के मिशन की सूची

| सोवियत संघ | आर्बिटर | | Failed to orbit | Proton-K/D |- | मैरीनर 7 | 27 March 1969 | नासासंयुक्त राज्य अमेरिका | फ्लाइब्य | | | Atlas SLV-3C Centaur-D |- | 2M No.522 | 2 April 1969 | सोवियत संघ | आर्बिटर | | Failed to orbit | Proton-K/D |- | मैरीनर 8 | 9 May 1971 | नासासंयुक्त राज्य अमेरिका | आर्बिटर | | Failed to orbit | Atlas SLV-3C Centaur-D |- | Kosmos 419(3MS No.170) | 10 May 1971 | सोवियत संघ | आर्बिटर | | Never left LEO; upper stage burn timer set incorrectly | Proton-K/D |- | मैरीनर 9 | 30 May 1971 | नासासंयुक्त राज्य अमेरिका | आर्बिटर | | Entered orbit on 14 November 1971, deactivated 516 days after entering orbit | Atlas SLV-3C Centaur-D |- | मंगल 2(4M No.171) | 19 May 1971 | सोवियत संघ | आर्बिटर | | Entered orbit 27 November 1971, operated for 362 orbits.

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मंगोल

चंगेज़ ख़ान एक पारम्परिक मंगोल घर, जिसे यर्त कहते हैं मंगोल मध्य एशिया और पूर्वी एशिया में रहने वाली एक जाति है, जिसका विश्व इतिहास पर गहरा प्रभाव रहा है। भारतीय उपमहाद्वीप में इस जाति को मुग़ल के नाम से जाना जाता था, जिस से मुग़ल राजवंश का नाम भी पड़ा। आधुनिक युग में मंगोल लोग मंगोलिया, चीन और रूस में वास करते हैं। विश्व भर में लगभग १ करोड़ मंगोल लोग हैं। शुरु-शुरु में यह जाति अर्गुन नदी के पूर्व के इलाकों में रहा करती थी, बाद में वह वाह्य ख़िन्गन पर्वत शृंखला और अल्ताई पर्वत शृंखला के बीच स्थित मंगोलिया पठार के आर-पार फैल गई। मंगोल जाति के लोग ख़ानाबदोशों का जीवन व्यतीत करते थे और शिकार, तीरंदाजी व घुड़सवारी में बहुत कुशल थे। १२वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में इसके मुखिया तेमूचीन ने तमाम मंगोल कबीलों को एक किया। .

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मंगोल भाषा-परिवार

मोंगोल भाषाओँ का विस्तार मंगोल भाषाएँ (अंग्रेज़ी: Mongolic languages, मोंगोलिक लैग्वेजिज़) पूर्वी एशिया और मध्य एशिया में बोली जाने वाली भाषाओँ का एक भाषा-परिवार है। इसकी सब से नुमाया भाषा मंगोल भाषा है, जो मंगोलिया और चीन के भीतरी मंगोलिया प्रान्त के मंगोल समुदाय कि प्रमुख भाषा है और जिसे लगभग ५२ लाख लोग बोलते हैं। कुछ भाषावैज्ञानिकों के हिसाब से मंगोल भाषाएँ अल्ताई भाषा-परिवार की एक उपशाखा है। मंगोल के अलावा मंगोल भाषा-परिवार में कई अन्य भाषाएँ भी आती हैं, जैसे कि रूस के साइबेरिया क्षेत्र में बोली जाने वाली बुर्यात भाषा, चीन के चिंग हई प्रान्त में बोली जाने वाली कन्गजिआ भाषा और चीन के ही शिनजियांग प्रान्त में बोली जाने वाली दोंगशियांग भाषा।, Juha Janhunen, Psychology Press, 2003, ISBN 978-0-7007-1133-8 .

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मंगोलिया

मंगोलिया (मंगोलियन: Монгол улс) पूर्व और मध्य एशिया में एक भूमि से घिरा (लेंडलॉक) देश है। इसकी सीमाएं उत्तर में रूस, दक्षिण, पूर्वी और पश्चिमी में चीन से मिलती हैं। हालांकि, मंगोलिया की सीमा कज़ाख़िस्तान से नहीं मिलती, लेकिन इसकी सबसे पश्चिमी छोर कज़ाख़िस्तान के पूर्वी सिरे से केवल 24 मील (38 किमी) दूर है। देश की राजधानी और सबसे बड़ा शहर उलान बाटोर है, जहां देश की लगभग 38% जनसंख्या निवास करती है। मंगोलिया में संसदीय गणतंत्र है। .

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मंगोलिया की संस्कृति

मंगोलिया की संस्कृति मंगोलों के घुमन्तू जीवनशैली से बहुत सीमा तक प्रभावित है। इसके अलावा मंगोलिया की संस्कृति पर तिब्बत एवं तिब्बती बौद्ध धर्म का गहरा प्रभाव है। २०वीं शताब्दी के पश्चात इस पर रूस एवं यूरोपीय संस्कृति का प्रभाव भी पड़ा है। .

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मुम्बई

भारत के पश्चिमी तट पर स्थित मुंंबई (पूर्व नाम बम्बई), भारतीय राज्य महाराष्ट्र की राजधानी है। इसकी अनुमानित जनसंख्या ३ करोड़ २९ लाख है जो देश की पहली सर्वाधिक आबादी वाली नगरी है। इसका गठन लावा निर्मित सात छोटे-छोटे द्वीपों द्वारा हुआ है एवं यह पुल द्वारा प्रमुख भू-खंड के साथ जुड़ा हुआ है। मुम्बई बन्दरगाह भारतवर्ष का सर्वश्रेष्ठ सामुद्रिक बन्दरगाह है। मुम्बई का तट कटा-फटा है जिसके कारण इसका पोताश्रय प्राकृतिक एवं सुरक्षित है। यूरोप, अमेरिका, अफ़्रीका आदि पश्चिमी देशों से जलमार्ग या वायुमार्ग से आनेवाले जहाज यात्री एवं पर्यटक सर्वप्रथम मुम्बई ही आते हैं इसलिए मुम्बई को भारत का प्रवेशद्वार कहा जाता है। मुम्बई भारत का सर्ववृहत्तम वाणिज्यिक केन्द्र है। जिसकी भारत के सकल घरेलू उत्पाद में 5% की भागीदारी है। यह सम्पूर्ण भारत के औद्योगिक उत्पाद का 25%, नौवहन व्यापार का 40%, एवं भारतीय अर्थ व्यवस्था के पूंजी लेनदेन का 70% भागीदार है। मुंबई विश्व के सर्वोच्च दस वाणिज्यिक केन्द्रों में से एक है। भारत के अधिकांश बैंक एवं सौदागरी कार्यालयों के प्रमुख कार्यालय एवं कई महत्वपूर्ण आर्थिक संस्थान जैसे भारतीय रिज़र्व बैंक, बम्बई स्टॉक एक्स्चेंज, नेशनल स्टऑक एक्स्चेंज एवं अनेक भारतीय कम्पनियों के निगमित मुख्यालय तथा बहुराष्ट्रीय कंपनियां मुम्बई में अवस्थित हैं। इसलिए इसे भारत की आर्थिक राजधानी भी कहते हैं। नगर में भारत का हिन्दी चलचित्र एवं दूरदर्शन उद्योग भी है, जो बॉलीवुड नाम से प्रसिद्ध है। मुंबई की व्यवसायिक अपॊर्ट्युनिटी, व उच्च जीवन स्तर पूरे भारतवर्ष भर के लोगों को आकर्षित करती है, जिसके कारण यह नगर विभिन्न समाजों व संस्कृतियों का मिश्रण बन गया है। मुंबई पत्तन भारत के लगभग आधे समुद्री माल की आवाजाही करता है। .

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मुंबई की संस्कृति

बंबई एशियाटिक सोसाइटी शहर की पुरातनतम पुर्तकालयों में से एक है। मुंबई की संस्कृति परंपरागत उत्सवों, खानपान, संगीत, नृत्य और रंगमंच का सम्मिश्रण है। इस शहर में विश्व की अन्य राजधानियों की अपेक्षा बहुभाषी और बहुआयामी जीवनशैली देखने को मिलती है, जिसमें विस्तृत खानपान, मनोरंजन और रात्रि की रौनक भी शामिल है। मुंबई के इतिहास में यह मुख्यतः एक प्रधान व्यापारिक केन्द्र रहा है। इस कारण विभिन्न क्षेत्रों के लोग यहां आते रहे, जिससे बहुत सी संस्कृतियां, धर्म, आदि यहां एक साथ मिलजुलकर रहते हैं। मुंबई भारतीय चलचित्र का जन्मस्थान है।—दादा साहेब फाल्के ने यहां मूक चलचित्र के द्वारा इस उद्योग की स्थापना की थी। इसके बाद ही यहां मराठी चलचित्र का भी श्रीगणेश हुआ था। तब आरंभिक बीसवीं शताब्दी में यहां सबसे पुरानी फिल्म प्रसारित हुयी थी। मुंबई में बड़ी संख्या में सिनेमा हॉल भी हैं, जो हिन्दी, मराठी और अंग्रेज़ी फिल्में दिखाते हैं। विश्व में सबसे बड़ा IMAX डोम रंगमंच भी मुंबई में वडाला में ही स्थित है। मुंबई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म उत्सव और फिल्मफेयर पुरस्कार की वितरण कार्यक्रम सभा मुंबाई में ही आयोजित होती हैं। हालांकि मुंबई के ब्रिटिश काल में स्थापित अधिकांश रंगमंच समूह १९५० के बाद भंग हो चुके हैं, फिर भी मुंबई में एक समृद्ध रंगमंच संस्कृति विकसित हुयी हुई है। ये मराठी और अंग्रेज़ी, तीनों भाषाओं के अलावा अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में भी विकसित है। गणेश चतुर्थी, मुंबई का सबसे अधिक हर्षोल्लास से मनाया जाने वाला उत्सव यहां कला-प्रेमियों की कमी भी नहीं है। अनेक निजी व्यावसायिक एवं सरकारी कला-दीर्घाएं खुली हुई हैं। इनमें जहांगीर कला दीर्घा और राष्ट्रीय आधुनिक कला दीर्घा प्रमुख हैं। १८३३ में बनी बंबई एशियाटिक सोसाइटी में शहर का पुरातनतम पुस्तकालय स्थित है। छत्रपति शिवाजी महाराज वास्तु संग्रहालय (पूर्व प्रिंस ऑफ वेल्स म्यूज़ियम) दक्षिण मुंबई का प्रसिद्ध संग्रहालय है, जहां भारतीय इतिहास के अनेक संग्रह सुरक्षित हैं। मुंबई के चिड़ियाघर का नाम जीजामाता उद्यान है (पूर्व नाम: विक्टोरिया गार्डन्स), जिसमें एक हरा भरा उद्यान भी है। नगर की साहित्य में संपन्नता को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति तब मिली जब सल्मान रश्दी और अरविंद अडिग को बुकर सम्मान मिले थे। यही के निवासी रुडयार्ड किपलिंग को १९०७ में नोबल पुरस्कार भी मिला था। मराठी साहित्य भी समय की गति क साथ साथ आधुनिक हो चुका है। यह मुंबई के लेखकों जैसे मोहन आप्टे, अनंत काणेकर और बाल गंगाधर तिलक के कार्यों में सदा दृष्टिगोचर रहा है। इसको वार्षिक साहित्य अकादमी पुरस्कार से और प्रोत्साहन मिला है। एलीफेंटा की गुफाएं विश्व धरोहर स्थ घोषित हैं। मुंबई शहर की इमारतों में झलक्ता स्थापत्य गोथिक, इंडो रेनेनिक, आर्ट डेको और अन्य समकालीन स्थापत्य शैलियों का संगम है। ब्रिटिश काल की अधिकांश इमारतें, जैसे विक्टोरिया टर्मिनस और बंबई विश्वविद्यालय, गोथिक शैली में निर्मित हैं। इनके वास्तु घटकों में यूरोपीय प्रभाव साफ दिखाई देता है, जैसे जर्मन गेबल, डच शैली की छतें, स्विस शैली में काष्ठ कला, रोमन मेहराब साथ ही परंपरागत भारतीय घटक भी दिखते हैं। कुछ इंडो सेरेनिक शैली की इमारतें भी हैं, जैसे गेटवे ऑफ इंडिया। आर्ट डेको शैली के निर्माण मैरीन ड्राइव और ओवल मैदान के किनारे दिखाई देते हैं। मुंबई में मायामी के बाद विश्व में सबसे अधिक आर्ट डेको शैली की इमारतें मिलती हैं। नये उपनगरीय क्षेत्रों में आधुनिक इमारतें अधिक दिखती हैं। मुंबई में अब तक भारत में सबसे अधिक गगनचुम्बी इमारतें हैं। इनमें ९५६ बनी हुई हैं और २७२ निर्माणाधीन हैं। (२००९ के अनुसार) १९९५ में स्थापित, मुंबई धरोहर संरक्षण समिति (एम.एच.सी.सी) शहर में स्थित धरोहर स्थलों के संरक्षण का ध्यान रखती है। मुंबई में दो यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल हैं – छत्रपति शिवाजी टर्मिनस और एलीफेंटा की गुफाएं शहर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में नरीमन पाइंट, गिरगौम चौपाटी, जूहू बीच और मैरीन ड्राइव आते हैं। एसेल वर्ल्ड यहां का थीम पार्क है, जो गोरई बीच के निकट स्थित है। यहीं एशिया का सबसे बड़ा थीम वाटर पार्क, वॉटर किंगडम भी है। मुंबई के निवासी भारतीय त्यौहार मनाने के साथ-साथ अन्य त्यौहार भी मनाते हैं। दिवाली, होली, ईद, क्रिसमस, नवरात्रि, दशहरा, दुर्गा पूजा, महाशिवरात्रि, मुहर्रम आदि प्रमुख त्यौहार हैं। इनके अलावा गणेश चतुर्थी और जन्माष्टमी कुछ अधिक धूम-धाम के संग मनाये जाते हैं। गणेश-उत्सव में शहर में जगह जगह बहुत विशाल एवं भव्य पंडाल लगाये जाते हैं, जिनमें भगवान गणपति की विशाल मूर्तियों की स्थापना की जाती है। ये मूर्तियां दस दिन बाद अनंत चौदस के दिन सागर में विसर्जित कर दी जाती हैं। जन्माष्टमी के दिन सभी मुहल्लों में समितियों द्वारा बहुत ऊंचा माखान का मटका बांधा जाता है। इसे मुहल्ले के बच्चे और लड़के मुलकर जुगत लगाकर फोड़ते हैं। काला घोड़ा कला उत्सव कला की एक प्रदर्शनी होती है, जिसमें विभिन्न कला-क्षेत्रों जैसे संगीत, नृत्य, रंगमंच और चलचित्र आदि के क्षेत्र से कार्यों का प्रदर्शन होता है। सप्ताह भर लंबा बांद्रा उत्सव स्थानीय लोगों द्वारा मनाया जाता है। बाणागंगा उत्सव दो-दिवसीय वार्षिक संगीत उत्सव होता है, जो जनवरी माह में आयोजित होता है। ये उत्सव महाराष्ट्र पर्यटन विकास निगम (एम.टी.डी.सी) द्वारा ऐतिहाशिक बाणगंगा सरोवर के निकट आयोजित किया जाटा है। एलीफेंटा उत्सव—प्रत्येक फरवरी माह में एलीफेंटा द्वीप पर आयोजित किया जाता है। यह भारतीय शास्त्रीय संगीत एवं शास्त्रीय नृत्य का कार्यक्रम ढेरों भारतीय और विदेशी पर्यटक आकर्षित करता है। शहर और प्रदेश का खास सार्वजनिक अवकाश १ मई को महाराष्ट्र दिवस के रूप में महाराष्ट्र राज्य के गठन की १ मई, १९६० की वर्षागांठ मनाने के लिए होता है। मुंबई के भगिनि शहर समझौते निम्न शहरों से हैं.

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मृच्छकटिकम्

राजा रवि वर्मा द्वारा चित्रित '''वसन्तसेना''' मृच्छकटिकम् (अर्थात्, मिट्टी की गाड़ी) संस्कृत नाट्य साहित्य में सबसे अधिक लोकप्रिय रूपक है। इसमें 10 अंक है। इसके रचनाकार महाराज शूद्रक हैं। नाटक की पृष्टभूमि पाटलिपुत्र (आधुनिक पटना) है। भरत के अनुसार दस रूपों में से यह 'मिश्र प्रकरण' का सर्वोत्तम निदर्शन है। ‘मृच्छकटिकम’ नाटक इसका प्रमाण है कि अंतिम आदमी को साहित्य में जगह देने की परम्परा भारत को विरासत में मिली है जहाँ चोर, गणिका, गरीब ब्राह्मण, दासी, नाई जैसे लोग दुष्ट राजा की सत्ता पलट कर गणराज्य स्थापित कर अंतिम आदमी से नायकत्व को प्राप्त होते हैं। .

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मृदा

पृथ्वी ऊपरी सतह पर मोटे, मध्यम और बारीक कार्बनिक तथा अकार्बनिक मिश्रित कणों को मृदा (मिट्टी / soil) कहते हैं। ऊपरी सतह पर से मिट्टी हटाने पर प्राय: चट्टान (शैल) पाई जाती है। कभी कभी थोड़ी गहराई पर ही चट्टान मिल जाती है। 'मृदा विज्ञान' (Pedology) भौतिक भूगोल की एक प्रमुख शाखा है जिसमें मृदा के निर्माण, उसकी विशेषताओं एवं धरातल पर उसके वितरण का वैज्ञानिक अध्ययन किया जाता हैं। पृथऽवी की ऊपरी सतह के कणों को ही (छोटे या बडे) soil कहा जाता है .

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मैक्सिम गोर्की

मैक्सिम गोर्की मैक्सिम गोर्की (रूसी भाषा में उच्चारण मक्सीम गोर्की) (२८ मार्च १८६८ - १८ जून १९३६) रूस/सोवियत संघ के प्रसिद्ध लेखक तथा राजनीतिक कार्यकर्ता थे। उनका असली नाम "अलिक्सेय मक्सीमविच पेश्कोव" (रूसी भाषा में - Алексе́й Макси́мович Пе́шков or Пешко́в) था। उन्होने "समाजवादी यथार्थवाद" (socialist realism) नामक साहित्यिक परिभाषा की स्थापना की थी। सन् १९०६ से लेकर १९१३ तक और फिर १९२१ से १९२९ तक वे रूस से बाहर (अधिकतर, इटली के कैप्री (Capri) में) रहे। सोवियत संघ वापस आने के बाद उन्होने उस समय की सांस्कृतिक नीतियों को स्वीकार किया किन्तु उन्हें देश से बाहर जाने की आज़ादी नहीं थी। .

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मूरमान्स्क

मूरमान्स्क (रूसी: Му́рманск, अंग्रेज़ी: Murmansk) रूस के सुदूर पश्चिमोत्तर में स्थित एक बंदरगाह शहर है जो उस देश के मूरमान्स्क ओब्लास्त नामक संघीय खंड की राजधानी भी है। यह कोला प्रायद्वीप के उत्तरी छोर पर बारेन्त्स सागर के किनारे बसा हुआ है। इस से कुछ दूर पश्चिम में रूस की नॉर्वे व फ़िनलैंड की अंतर्राष्ट्रीय सीमाएँ भी आती हैं। मूरमान्स्क शहर की स्थापना १९१६ में रूसी साम्राज्य के काल में हुई थी। पिछले कुछ वर्षों में इसकी आबादी तेज़ी से घटी है लेकिन यह अब भी आर्कटिक रेखा से उत्तर में स्थित सबसे बड़ा शहर है।, Simon Richmond, Mark Elliott, Patrick Horton, Steve Kokker, pp.

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मूरमान्स्क ओब्लास्त

क्रासनोश्चेल्ये गाँव मूरमान्स्क ओब्लास्त (रूसी: Му́рманская о́бласть, अंग्रेज़ी: Murmansk Oblast) रूस के सुदूर पश्चिमोत्तर में स्थित रूस का एक संघीय खंड है जो उस देश की शासन प्रणाली में ओब्लास्त का दर्जा रखता है। इसकी राजधानी मूरमान्स्क शहर है। .

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मेटरनिख

मेटरनिख मेटरनिख (Prince Klemens Wenzel von Metternich (जर्मन में पूरा नाम: Klemens Wenzel Nepomuk Lothar, Fürst von Metternich-Winneburg zu Beilstein, अंग्रेजी रूपान्तरण: Clement Wenceslas Lothar von Metternich-Winneburg-Beilstein; 15 मई 1773 – 11 जून 1859) राजनेता व राजनयज्ञ था। वह १८०९ से १८४८ तक आस्ट्रियाई साम्राज्य का विदेश मंत्री रहा। वह अपने समय का सबसे महत्वपूर्ण और सबसे प्रतिभाशाली राजनयिक था। नेपोलियन की वाटरलू पराजय के बाद मेटरनिख यूरोप की राजनीति का सर्वेसर्वा बन गया। उसने यूरोपीय राजनीति में इतनी प्रमुख भूमिका निभाई कि 1815 से 1848 तक के यूरोपीय इतिहास का काल 'मेटरनिख युग’ के नाम से प्रसिद्ध है। मेटरनिख ने अपने प्रधानमन्त्रितत्व-काल में प्रतिक्रया और अनुदारीता का अनुकरण करने की नीति अपनाई और उसके प्रभाव के कारण आस्ट्रिया का साम्राज्य यूरोप में अत्यन्त महत्वपूर्ण बन गया। .

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मॉस्को में भारत का दूतावास

मॉस्को में भारत का दूतावास मॉस्को में भारत का दूतावास भारत का रूसी महासंघ में राजनयिक मिशन है। यह रूस की राजधानी मॉस्को के तागांसकी जिले में 6 वोरोंसोवो पोल पर स्थित है। .

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मॉस्को ओब्लास्ट

रूस का एक ओब्लास्ट (области, ओब्लास्टि, प्रांत)। श्रेणी:रूस के प्रांत ar:اوبلاستات روسيا fi:Venäjän alueet pt:Óblasts da Rússia ru:Области Российской Федерации sr:Руске области ta:ரஷ்யாவின் ஓப்லஸ்துகள் vi:Tỉnh của Nga.

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मोटर वाहन उद्योग

कार की असेम्बली लाइन विश्व में मोटर वाहनों का उत्पादन जो १९०० में ९५०० था वह २०१५ में १० करोड़ हो गया। मोटर वाहन उद्योग मोटर वाहनों की डिज़ाइन, विकास, विनिर्माण, विपणन और विक्रय करता है। 2008 के दौरान, विश्व भर में 70 मिलियन से भी ज़्यादा मोटर वाहनों का निर्माण किया गया, जिनमें कार और वाणिज्यिक वाहन भी शामिल हैं। 2007 में, कुल 79.9 मिलियन नए वाहन दुनिया भर में बेचे गए: यूरोप में 22.9 मिलियन, एशिया-पैसेफ़िक क्षेत्र में 21.4 मिलियन, संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा में 1.94 मिलियन, लातिन अमेरिका, में 4.4 मिलियन, मध्य पूर्व में 2.4 मिलियन और अफ़्रीका में 1.4 मिलियन.

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मोस्कवा नदी

मोस्कवा नदी मोस्कवा नदी रूस की राजधानी मास्को में स्थित है। इसकी कुल लंबाई 473 किलोमीटर है। मोस्कवा का उद्गम स्मोलेन्स्क-मास्को की ऊँची भूमि की ढलान से हुआ है। वह कोलोम्ना में ओका नदी से मिलती ह। .

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मीटरी पद्धति

विश्व में बहुत कम देश बचे हैं जहाँ अब भी मीटरी पद्धति लागू नहीं है। मीटरी पद्धति (metric unit system या metric system) भौतिक राशियों के मापन में प्रयुक्त मात्रकों की एक पद्धति है जिसमें मीटर लम्बाई की आधारभूत इकाई है। इस पद्धति की मुख्य विशेषता यह है कि किसी भौतिक राशि के छोटे-बड़े सभी मात्रकों का अनुपात १० या उसके किसी पूर्णांक घात (जैसे, १०-२, १०-५, १०७, १०९, १०८ आदि) होता है। उदाहरण के लिये, मीटर और सेन्टीमीटर दोनों लम्बाई (दूरी) के मात्रक हैं और एक मीटर १०० सेन्टीमीटर के बराबर होता है। इस प्रणाली का आरम्भ फ्रांस में सन १७९९ में हुआ। इसके पहले प्रचलित अधिकांश प्रणालियों में एक ही भौतिक राशि के विभिन्न मात्रकों में अनुपात १० या १० के किसी घात का होना जरूरी नहीं था। उदाहरण के लिये इंच और फुट दोनों लम्बाई के मात्रक हैं और १ फुट १२ इंच के बराबर होता है। इंच, फुट, सेर, मील आदि गैर-मीट्रिक इकाइयाँ थीं। इस प्रणाली का प्रयोग सर्वप्रथम फ्रांस की क्रांति के प्रारंभिक दिनों (१७९१) में हुआ था। पिछले लगभग दो सौ वर्षों में मीट्रिक पद्धति के कई रूप आये; जैसे मीटर-किलोग्राम-सेकेण्ड पद्धति और वर्तमान में अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृत एसआई पद्धति आदि। इन सभी में केवल मूल मात्रकों (फण्डामेंटल यूनिट्स) का अन्तर है किन्तु वस्तुत: वे सभी दशांश पद्धति का ही पालन करतीं हैं। मीट्रिक पद्धति का वैज्ञानिक एवं तकनीकी कार्यों के लिये बहुतायत में उपयोग किया जा रहा है। वर्तमान में केवल यूएसए, म्यांमार और लाइबेरिया को छोड़कर विश्व के सभी देशों ने आधिकारिक रूप से मीट्रिक प्रणाली को अपना लिया है। .

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मीर प्रकाशन

मीर प्रकाशन का चिह्न मोस्को में मीर प्रकाशन का कार्यालय मीर प्रकाशन (रूसी: Издательство "Мир", इज़दातेल्स्त्वो मीर; अंग्रेज़ी: Mir Publishers) सोवियत संघ के ज़माने में वहाँ का एक मुख्य किताबों का प्रकाशक था। सोवियत संघ के १९९१ में टूट जाने के बाद भी यह रूस में चलता रहा है। इसकी स्थापना सन् १९४६ में सोवियत संघ के मंत्री-परिषद् में लिए गए एक निर्णय से हुई थी और इसका पूरा ख़र्चा सोवियत संघ की सरकार उठाती थी, जिस वजह से इसकी पुस्तकें बहुत ही कम दाम में मिला करती थीं। मीर विशेष रूप से तकनीकी और वैज्ञानिक किताबें और पाठ्यपुस्तकें छापता था जिनमें से अधिकतर उच्च दर्जे के सोवियत वैज्ञानिक, गणितज्ञ, इंजिनियर और अध्यापकों द्वारा लिखी जाती थीं। मूल रूप से रूसी और सोवियत संघ की अन्य भाषाओँ में छपने वाली मीर की किताबें अक्सर अंग्रेज़ी और अन्य ग़ैर-सोवियत भाषाओँ में अनुवादित हुआ करती थीं। भारत, अफ़्ग़ानिस्तान, मिस्र और सोवियत संघ से मित्रता रखने वाले अन्य देशों में यह अपने उच्च स्तर और कम दाम के कारण बहुत लोकप्रीय थीं और कई कॉलेजों के पाठ्यक्रमों में औपचारिक रूप से शामिल की जाती थीं। अध्ययन की किताबों के अलावा मीर विज्ञान कथा (साइंस फ़िक्शन) संकलन और उपन्यास भी छापता था और वह भी बहुत लोकप्रीय थे।, Ministerstvo vneshneĭ torgovli (U.S.S.R. Ministry of Foreign Trade), 1984,...

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मील एमआई-8

मील एमआई-8 (Mil Mi-8, Ми-8) एक रुसी हैलीकॉप्टर है जो विश्वभर में बडे पैमाने पर उपयोग में लाया जाता है। यह हेलीकपटेर ५० से अधिक देशो द्वारा प्रयोग किया जाता है।.

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यहूदी

यहूदी जाति 'यहूदी' का मौलिक अर्थ है- येरूशलेम के आसपास के 'यूदा' नामक प्रदेशें का निवासी। यह प्रदेश याकूब के पुत्र यूदा के वंश को मिला था। बाइबिल में 'यहूदी' के निम्नलिखित अर्थ मिलते हैं- याकूब का पुत्र यहूदा, उनका वंश, उनकर प्रदेश, कई अन्य व्यक्तियों के नाम। यूदा प्रदेश (Kingdom of Juda) के निवासी प्राचीन इजरायल के मुख्य ऐतिहासिक प्रतिनिधि बन गए थे, इस कारण समस्त इजरायली जाति के लिये यहूदी शब्द का प्रयोग होने लगा। इस जाति का मूल पुरूष अब्राहम थे, अत: वे 'इब्रानी' भी कहलाते हैं। याकूब का दूसरा नाम था इजरायल, इस कारण 'इब्रानी' और 'यहूदी' के अतिरक्ति उन्हें 'इजरायली' भी कहा जाता है। यहूदी धर्म को मानने वालों को यहूदी (en:Jew) कहा जाता है। यहूदियों का निवास स्थान पारंपरिक रूप से पश्चिम एशिया में आज के इसरायल को माना जाता है जिसका जन्म १९४७ के बाद हुआ। मध्यकाल में ये यूरोप के कई क्षेत्रों में रहने लगे जहाँ से उन्हें उन्नीसवीं सदी में निर्वासन झेलना पड़ा और धीरे-धीरे विस्थापित होकर वे आज मुख्यतः इसरायल तथा अमेरिका में रहते हैं। इसरायल को छोड़कर सभी देशों में वे एक अल्पसंख्यक समुदाय के रूप में रहते हैं। इन्का मुख्य काम व्यापार है। यहूदी धर्म को इसाई और इस्लाम धर्म का पूर्ववर्ती कहा जा सकता है। इन तीनों धर्मों को संयुक्त रूप से 'इब्राहिमी धर्म' भी कहते हैं। अल्लाह ने यहूदियों के बारे में पवित्र कुरान में कहा "ऐ बनी इसराइल मेरी उन नेअमतों को याद करो जो मैंने पहले तुम्हें दी और ये (भी तो सोचो) कि हमने तुमको सारे जहाँन के लोगों से बढ़ा दिया" (Sura 2-47) "और अपनी क़ौम से उन लोगों की हालत तो तुम बखू़बी जानते हो जो शम्बे (सनीचर) के दिन अपनी हद से गुज़र गए (कि बावजूद मुमानिअत शिकार खेलने निकले) तो हमने उन से कहा कि तुम राइन्दे गए बन्दर बन जाओ (और वह बन्दर हो गए)" (Sura2-65) "फिर तुममें से थोड़े आदमियों के सिवा (सब के सब) फिर गए और तुम लोग हो ही इक़रार से मुँह फेरने वाले.और (वह वक़्त याद करो) जब हमने तुम (तुम्हारे बुजुर्गों) से अहद लिया था कि आपस में खू़रेजि़याँ न करना और न अपने लोगों को शहर बदर करना तो तुम (तुम्हारे बुजुर्गों) ने इक़रार किया था और तुम भी उसकी गवाही देते हो .(कि हाँ ऐसा हुआ था) फिर वही लोग तो तुम हो कि आपस में एक दूसरे को क़त्ल करते हो और अपनों से एक जत्थे के नाहक़ और ज़बरदस्ती हिमायती बनकर दूसरे को शहर बदर करते हो (और लुत्फ़ तो ये हैं कि) अगर वही लोग क़ैदी बनकर तम्हारे पास (मदद माँगने) आए तो उनको तावान देकर छुड़ा लेते हो हालाँकि उनका निकालना ही तुम पर हराम किया गया था तो फिर क्या तुम (किताबे खु़दा की) बाज़ बातों पर ईमान रखते हो और बाज़ से इन्कार करते हो बस तुम में से जो लोग ऐसा करें उनकी सज़ा इसके सिवा और कुछ नहीं कि जि़न्दगी भर की रूसवाई हो और (आखि़रकार) क़यामत के दिन सख़्त अज़ाब की तरफ लौटा दिये जाए और जो कुछ तुम लोग करते हो खु़दा उससे ग़ाफि़ल नहीं है" (Sura 2-83,84,85) "और तुम्हारे पास मूसा तो वाज़ेए व रौशन मौजिज़े लेकर आ ही चुके थे फिर भी तुमने उनके बाद बछड़े को खु़दा बना ही लिया और उससे तुम अपने ही ऊपर ज़ुल्म करने वाले थे"(Sura2-92) "बनी इसराईल मेरी उन नेअमतों को याद करो जो मैंनं तुम को दी हैं और ये कि मैंने तुमको सारे जहाँन पर फज़ीलत दी " (Sura 2-122) "बेशक हम ने तौरेत नाजि़ल की जिसमें (लोगों की) हिदायत और नूर (ईमान) है उसी के मुताबिक़ ख़ुदा के फ़रमाबरदार बन्दे (अम्बियाए बनी इसराईल) यहूदियों को हुक्म देते रहे और अल्लाह वाले और उलेमाए (यहूद) भी किताबे ख़ुदा से (हुक्म देते थे) जिसके वह मुहाफि़ज़ बनाए गए थे और वह उसके गवाह भी थे बस (ऐ मुसलमानों) तुम लोगों से (ज़रा भी) न डरो (बल्कि) मुझ ही से डरो और मेरी आयतों के बदले में (दुनिया की दौलत जो दर हक़ीक़त बहुत थोड़ी क़ीमत है) न लो और (समझ लो कि) जो ख़्स ख़ुदा की नाजि़ल की हुयी (किताब) के मुताबिक़ हुक्म न दे तो ऐसे ही लोग काफि़र हैं" (Sura 5-44) "(ऐ रसूल) तुम कह दो कि मैं तुम्हें ख़ुदा के नज़दीक सज़ा में इससे कहीं बदतर ऐब बता दॅू (अच्छा लो सुनो) जिसपर ख़ुदा ने लानत की हो और उस पर ग़ज़ब ढाया हो और उनमें से किसी को (मसख़ करके) बन्दर और (किसी को) सूअर बना दिया हो और (ख़ुदा को छोड़कर) शैतान की परस्तिश की हो बस ये लोग दरजे में कहीं बदतर और राहे रास्त से भटक के सबसे ज़्यादा दूर जा पहँचे हैं " (Sura 5-60) "यहूद तो कहते हैं कि अज़ीज़ ख़़ुदा के बेटे हैं और नुसैरा कहते हैं कि मसीहा (ईसा) ख़़ुदा के बेटे हैं ये तो उनकी बात है और (वह ख़ुद) उन्हीं के मुँह से ये लोग भी उन्हीं काफि़रों की सी बातें बनाने लगे जो उनसे पहले गुज़र चुके हैं ख़़ुद उनको क़त्ल (तहस नहस) करके (देखो तो) कहाँ से कहाँ भटके जा रहे हैं" (Sura 9-30) "ऐ बनी इसराइल हमने तुमको तुम्हारे दुश्मन (के पंजे) से छुड़ाया और तुम से (कोहेतूर) के दाहिने तरफ का वायदा किया और हम ही ने तुम पर मन व सलवा नाजि़ल किया.और (फ़रमाया) कि हमने जो पाक व पाक़ीज़ा रोज़ी तुम्हें दे रखी है उसमें से खाओ (पियो) और उसमें (किसी कि़स्म की) शरारत न करो वरना तुम पर मेरा अज़ाब नाजि़ल हो जाएगा और (याद रखो कि) जिस पर मेरा ग़ज़ब नाजि़ल हुआ तो वह यक़ीनन गुमराह (हलाक) हुआ " (Sura 20-80,81) "और हमने बनी इसराईल को किताब (तौरेत) और हुकूमत और नबूवत अता की और उन्हें उम्दा उम्दा चीज़ें खाने को दीं और उनको सारे जहाँन पर फ़ज़ीलत दी.और उनको दीन की खुली हुई दलीलें इनायत की तो उन लोगों ने इल्म आ चुकने के बाद बस आपस की जि़द में एक दूसरे से एख़्तेलाफ़ किया कि ये लोग जिन बातों से एख़्तेलाफ़ कर रहें हैं क़यामत के दिन तुम्हारा परवरदिगार उनमें फैसला कर देगा" (Sura 45-16,17) .

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यारोस्लाव्ल ओब्लास्ट

रूस का एक ओब्लास्ट (области, ओब्लास्टि, प्रांत)। श्रेणी:रूस के प्रांत.

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याकूत लोग

याकूत (अंग्रेज़ी: Yakut) या साख़ा (साख़ा: Саха) रूस के साइबेरिया क्षेत्र के मध्य-उत्तरी भाग में स्थित साख़ा गणतंत्र में बसने वाला तुर्क लोगों का एक समुदाय है। यह अपनी अलग साख़ा भाषा बोलते हैं जो तुर्की भाषाओं की साइबेरियाई शाखा की उत्तरी उपशाखा की एक बोली है। कुछ याकूत लोग साख़ा गणतंत्र से बाहर रूस के अमूर, मागादान व साख़ालिन क्षेत्रों में और तैमिर व एवेंक स्वशासित क्षेत्रों में भी रहते हैं। २००२ की जनगणना में इनकी लगभग साढ़े-चार लाख की आबादी साख़ा गणतंत्र में रह रही थी। सोवियत संघ के ज़माने में इनके इलाके में बहुत से रूसी लोग आ बसे जिस से इनका उन क्षेत्रों में प्रतिशत-हिस्सा घाट गया लेकिन सोवियत व्यवस्था टूटने के बाद यह ज़रा-बहुत बढ़ा है। भूगोल और अर्थव्यवस्था के हिसाब से याकूत लोग दो समूहों में बंटे हैं। उत्तरी याकूत शिकार, मछली पकड़ने और रेनडियर-पालन से जीवनी चलते हैं, जबकि दक्षिणी याकूत गाय और घोड़ों का मवेशी-पालन करते हैं।, Centre for Russian Studies, Accessed: 2006-10-26 .

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याकूत्स्क​

रूस में साख़ा गणतंत्र (गुलाबी रंग में) याकूत्स्क​ (रूसी: Якутск, अंग्रेज़ी: Yakutsk) रूस के सुदूर पूर्वी साख़ा गणतंत्र की राजधानी है। यह आर्कटिक रेखा से केवल ४५० किमी दक्षिण में स्थित है। यह शहर लेना नदी पर बसा हुआ है और उसपर एक महत्वपूर्ण बंदरगाह है।, pp.

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यिद्दी भाषा

यिद्दी भाढा (यिद्दी भाषा में: ייִדיש, יידיש या אידיש, यिदिश/इदिश, शाब्दिक अर्थ: 'यहूदियों की') अस्केन्जी यहूदियों की ऐतिहासिक भाषा है। इस भाषा का जन्म ९वीं शताब्दी में मध्य यूरोप में हुआ। नवागन्तुक अस्केन्जी यहूदियों ने अत्यधिक जर्मन आधारित भाषा का प्रयोग करना शुरू किया जिसमें हिब्र्रू, अरामिक, स्लाविक शब्दों का मिश्रण था। यिद्दी भाषा हिब्रू लिपि पर आधारित किन्तु पूर्णतः ध्वनित (वोकलाइज्ड) लिपि में लिखी जाती है। मध्यकाल में इस विशेष बोली की उत्पत्ति हुई थी जिसे जर्मनी के वे यहूदी बोलते थे जो पोलैंड और रूस में जाकर बस गए थे। इस बोली को 'यहूदी जर्मन' अथवा 'यिद्दिश' कहकर पुकारा जाता है। वास्तव में यह एक जर्मन बोली है जो इब्रानी लिपि में लिखी जाती है ओर जिसमें बहुत से आरमीय, पोलिश तथा रूसी शब्द भी सम्मिलित हैं। इसका व्याकरण अस्थिर है, किंतु इसका साहित्य समृद्ध है। श्रेणी:यिद्दी भाषा.

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यवगेनी पेत्रोविच चेलीशेव

यवगेनी पेत्रोविच चेलीशेव को सन २००२ में भारत सरकार द्वारा साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये रूस से हैं। श्रेणी:पद्म भूषण.

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युद्ध और शान्ति

युद्ध और शान्ति (वार एण्ड पीस; सुधार-पूर्व रूसी में: Война и миръ / Voyna i mir) रूस के प्रसिद्ध लेखक लेव तोलस्तोय द्वारा रचित उपन्यास है। यह पहली बार १८६९ में प्रकाशित हुआ था। यह एक विशाल रचना है और विश्व साहित्य की महानतम रचनाओं में इसकी गणना होती है। .

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युद्धरत साम्यवाद

बोल्शेविक क्रांति के पश्चात् रूसी गृह युद्ध के दौरान सोवियत शासन के द्वारा 1918-1921 के मध्य जो नीति तथा राजनैतिक एवं आर्थिक प्रणाली अपनायी गयी, उसे युद्धरत साम्यवाद (War Communism या military communism; रूसी: Военный коммунизм) के नाम से जाना जता है। इस काल में साम्यवादी आदर्शों के आधार पर व्यवस्था स्थापित करने का प्रयास किया गया। युद्ध साम्यवाद के तहत भूमि, किसानों और जमींदारों से छीनकर राज्य की घोषित कर दी गई और फिर उसको किसानों में बांट दिया गया। सरकार ने किसानों से जबरन अनाज लेने की नीति अपनाई, अपने खाने लायक अनाज को छोड़कर बाकी संपूर्ण उत्पादन सरकार को देने के लिए किसान बाध्य था। अपने उत्पादन को बाजार में बेचने से रोकने के लिए श्रमजीवियों की सशस्त्र टुकड़ियों को किसानों के अनाजों को जब्त करने के लिए भेजा गया। अनाज संग्रह करने वाले को कठारे सजाएें दी गई। गृह युद्ध और बोल्शेविक सरकार की बलपूर्वक अनाज लेने की नीति के प्रति कृषकों के विरोध के कारण कृषि उत्पादन में भारी गिरावट आई। देश में भूखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई और अकाल पड़े। उद्योगों के संबंध में भी वोल्शेविक सरकार ने कठोर नीतियां लागू की। कारखानों पर सरकारी नियंत्रण स्थापित किया गया। कारखानों का समस्त उत्पादन सरकार ने अपने नियंत्रण में लेकर जनता को अपनी ओर से माल देना आरंभ किया। इस प्रकार निजी व्यापार भी बंद हो गया। बैंकिंग प्रणाली भी अव्यवस्थित हो गई, क्याेंकि सरकार ने वस्तु विनियम प्रणाली पर बल दिया। इसी प्रकार युद्ध साम्यवाद की शासन व्यवस्था को आतंक तथा स्वेच्छाचारिता से चलाया गया। इस शासन व्यवस्था में रूसी जनता को मिले कष्टों से रूस में असंतोष व्याप्त था जो एक के बाद एक कई कृषक विद्रोहों के रूप में सामने आया। इतना ही नहीं, नौसेनिकों ने भी विद्रोह किया। इस प्रकार गृह युद्ध एवं विश्वयुद्ध की हानियों के कारण पहले से ही जर्जर राष्ट्र को युद्ध साम्यवाद ने और भी ज्यादा दुष्प्रभावित किया। अतः लेनिन ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए असंतोष के कारणों को दूर करने और रूस के आर्थिक पुनर्निर्माण के लिए युद्धरत साम्यवाद (आर्थिक क्रांति) के स्थान पर नई आर्थिक नीति लाई। .

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युक्रेन

युक्रेन पूर्वी यूरोप में स्थित एक देश है। इसकी सीमा पूर्व में रूस, उत्तर में बेलारूस, पोलैंड, स्लोवाकिया, पश्चिम में हंगरी, दक्षिणपश्चिम में रोमानिया और माल्दोवा और दक्षिण में काला सागर और अजोव सागर से मिलती है। देश की राजधानी होने के साथ-साथ सबसे बड़ा शहर भी कीव है। युक्रेन का आधुनिक इतिहास 9वीं शताब्दी से शुरू होता है, जब कीवियन रुस के नाम से एक बड़ा और शक्तिशाली राज्य बनकर यह खड़ा हुआ, लेकिन 12 वीं शताब्दी में यह महान उत्तरी लड़ाई के बाद क्षेत्रीय शक्तियों में विभाजित हो गया। 19वीं शताब्दी में इसका बड़ा हिस्सा रूसी साम्राज्य का और बाकी का हिस्सा आस्ट्रो-हंगेरियन नियंत्रण में आ गया। बीच के कुछ सालों के उथल-पुथल के बाद 1922 में सोवियत संघ के संस्थापक सदस्यों में से एक बना। 1945 में यूक्रेनियाई एसएसआर संयुक्त राष्ट्रसंघ का सह-संस्थापक सदस्य बना। सोवियत संघ के विघटन के बाद युक्रेन फिर से स्वतंत्र देश बना। .

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यूटीसी+०५:००

यूटीसी+०५:०० (UTC+05:00) यूटीसी से पांच घंटे आगे का समय मंडल है। इस वक्त इस समय मंडल का उपयोग करने वाले क्षेत्रों में बज रहा है। .

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यूटीसी+०७:००

यूटीसी+07 (UTC+07:00) यूटीसी से ७ घम्टे आगे का एक समय मंडल है जो ग्रीनविच मानक समय में ७ घंटे जोडने पर आता है। आईएसओ ८६०१ के अनुसार इसे यूं लिखते हैं.

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यूटीसी+०९:००

यूटीसी+०९:०० (UTC+09:00) यूटीसी से ९ घंटे आगे का समय मंडल है। यह यूटीसी में ९ घंटे जोडने पर आता है। इसे कुछ यूँ लिखते हैं .

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यूटीसी+१०:००

यूटीसी+१०:०० या UTC+10:00 यूटीसी से १० घंटे आगे का एक समय मंडल है। आईएसओ मानक के अनुसार इसे यूँ लिखते हैं। इस सम्य को निम्न क्षेत्रों में उपयोग किया जाता है। .

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यूटीसी+११:००

यूटीसी+११:०० (UTC+11:00) यूटीसी से ११ घंटे आगे का एक समय मंडल है जिसे कुछ यूँ लिखा जाता है। इसका इस्तेमाल निम्नलिखित जगहों पर होता है। .

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यूटीसी+१२:००

यूटीसी+१२:००, UTC+12:00 यूटीसी से १२ घंटे आगे का समय मंडल है। .

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यूराल नदी

विमान से ली गई काज़ाख़स्तान में यूराल नदी की एक तस्वीर कैस्पियन सागर में यूराल नदी की विचित्र ऊँगली-जैसी डेल्टा (नदीमुख) यूराल नदी (अंग्रेज़ी: Ural), उराल नदी (रूसी: Урал) या झ़ायक नदी (रूसी: Жайық) रूस और काज़ाख़स्तान से बहने वाली एक नदी है। यह यूराल पहाड़ों के दक्षिणी भाग में उत्पन्न होती है और १,५११ किमी के लम्बे सफ़र के बाद कैस्पियन सागर में मिल जाती है। वोल्गा नदी और डैन्यूब नदी के बाद यह यूरोप की तीसरी सबसे लम्बी नदी है। कैस्पियन सागर के लिए यह वोल्गा नदी के बाद दूसरा सबसे मुख्य जलस्रोत है। .

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यूराल पर्वत

यूराल पर्वतशृंखला कोल्तसेदान गाँव (कामेन्स्क-यूराल्स्की के पूरब में; १९१२ में) यूराल (The Ural Mountains; रूसी Ура́льские го́ры, .

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यूरेनियम खनन

विश्व में यूरेनियम भंडार यूरेनियम खनन जमीन से यूरेनियम अयस्क की निकासी की प्रक्रिया है। 2015 में दुनिया भर में यूरेनियम का उत्पादन 60,496 टन हुआ था। पूरे दुनिया में 70 फीसदी उत्पादन मात्र तीन देशों कजाकिस्तान, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में होता है। इन तीन देशों के अलावा एक हजार टन उत्पादन करने वाले देशों में निगेर, रूस, नामीबिया, उज्बेकिस्तान, चीन, संयुक्त राष्ट्र और यूक्रेन हैं। खनन से प्राप्त यूरेनियम का लगभग पूरी तरह से परमाणु संयंत्रों में ईंधन के रूप में प्रयोग होता है। यूरेनियम अयस्क प्राप्त करने हेतु अयस्क सामग्री को पिसा जाता है, जिससे सभी कण समान आकार के हो और उसके पश्चात रासायनिक अभिक्रिया द्वारा यूरेनियम को निकाला जाता है। इस प्रक्रिया द्वारा एक पीले रंग का शुष्क चूर्ण प्राप्त होता है। इसे यूरेनियम के बाजार में U3O8 के रूप में बेच दिया जाता है। .

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यूरेशियाई स्तेपी

यूरेशियाई स्तेपी (Eurasian Steppe), जो महान स्तेपी भी कहलाती है, यूरेशिया के समशीतोष्ण कटिबन्ध क्षेत्र में विस्तृत एक विशाल स्तेपी घासभूमि और क्षुपभूमि क्षेत्र है। यह पश्चिम में पूर्वी यूरोप के मोल्दोवा देश से आरम्भ होकर युक्रेन, रूस, कज़ाख़स्तान, शिंजियांग और मंगोलिया से गुज़रता हुआ पूर्वी एशिया के मंचूरिया क्षेत्र तक फैला हुआ है। पूर्वी यूरोप के हंगरी देश में इसका एक अलग हुआ भाग भी है, जो पुस्ता कहलाता है। .

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यूरोप

यूरोप पृथ्वी पर स्थित सात महाद्वीपों में से एक महाद्वीप है। यूरोप, एशिया से पूरी तरह जुड़ा हुआ है। यूरोप और एशिया वस्तुतः यूरेशिया के खण्ड हैं और यूरोप यूरेशिया का सबसे पश्चिमी प्रायद्वीपीय खंड है। एशिया से यूरोप का विभाजन इसके पूर्व में स्थित यूराल पर्वत के जल विभाजक जैसे यूराल नदी, कैस्पियन सागर, कॉकस पर्वत शृंखला और दक्षिण पश्चिम में स्थित काले सागर के द्वारा होता है। यूरोप के उत्तर में आर्कटिक महासागर और अन्य जल निकाय, पश्चिम में अटलांटिक महासागर, दक्षिण में भूमध्य सागर और दक्षिण पश्चिम में काला सागर और इससे जुड़े जलमार्ग स्थित हैं। इस सबके बावजूद यूरोप की सीमायें बहुत हद तक काल्पनिक हैं और इसे एक महाद्वीप की संज्ञा देना भौगोलिक आधार पर कम, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक आधार पर अधिक है। ब्रिटेन, आयरलैंड और आइसलैंड जैसे देश एक द्वीप होते हुए भी यूरोप का हिस्सा हैं, पर ग्रीनलैंड उत्तरी अमरीका का हिस्सा है। रूस सांस्कृतिक दृष्टिकोण से यूरोप में ही माना जाता है, हालाँकि इसका सारा साइबेरियाई इलाका एशिया का हिस्सा है। आज ज़्यादातर यूरोपीय देशों के लोग दुनिया के सबसे ऊँचे जीवनस्तर का आनन्द लेते हैं। यूरोप पृष्ठ क्षेत्रफल के आधार पर विश्व का दूसरा सबसे छोटा महाद्वीप है, इसका क्षेत्रफल के १०,१८०,००० वर्ग किलोमीटर (३,९३०,००० वर्ग मील) है जो पृथ्वी की सतह का २% और इसके भूमि क्षेत्र का लगभग ६.८% है। यूरोप के ५० देशों में, रूस क्षेत्रफल और आबादी दोनों में ही सबसे बड़ा है, जबकि वैटिकन नगर सबसे छोटा देश है। जनसंख्या के हिसाब से यूरोप एशिया और अफ्रीका के बाद तीसरा सबसे अधिक आबादी वाला महाद्वीप है, ७३.१ करोड़ की जनसंख्या के साथ यह विश्व की जनसंख्या में लगभग ११% का योगदान करता है, तथापि, संयुक्त राष्ट्र के अनुसार (मध्यम अनुमान), २०५० तक विश्व जनसंख्या में यूरोप का योगदान घटकर ७% पर आ सकता है। १९०० में, विश्व की जनसंख्या में यूरोप का हिस्सा लगभग 25% था। पुरातन काल में यूरोप, विशेष रूप से यूनान पश्चिमी संस्कृति का जन्मस्थान है। मध्य काल में इसी ने ईसाईयत का पोषण किया है। यूरोप ने १६ वीं सदी के बाद से वैश्विक मामलों में एक प्रमुख भूमिका अदा की है, विशेष रूप से उपनिवेशवाद की शुरुआत के बाद.

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यूरोप में विश्व धरोहर स्थलों की सूची

यह यूरोप में स्थित यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की एक सूची है। तारांकन चिह्न (*) लगे स्थल, खतरे में विश्व धरोहर स्थलों की सूची में भी शामिल हैं। .

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यूरोप का इतिहास

एक '''सामी''' परिवार यूरोप में मानव ईसापूर्व 35,000 के आसपास आया। इसके बाद ७००० इस्वी पूर्व से संगठित बसाव यानि बस्तियों के प्रमाण मिलते हैं। काँस्य युगीन सभ्यता (३००० ईसा पूर्व) के समय यहाँ कुछ अधिक बसाव नहीं हुआ - भ़ासकर मिस्र, इराक, चीन और भारतीय सभ्यता के मुकाबले। लेकिन ५०० ईसापूर्व से रोमन और यूनानी साम्राज्यों का उदय हुआ जिसने यूरोप की संस्कृति को बहुत प्रभावित किया। सैन्य, कला और चिंतन के मामले में यूनानियों ने यूरोप के एक कोने में होते हुए भी पूरे यूरोप और बाद में विश्वभर में अपना प्रभाव जमाया। आज यूरोप के देश यूरोपीय संघ के सदस्य हैं जो एक मुद्रा यूरो चलाता है। मध्यकाल में यूरोप छोटे राज्यों में विभक्त हो गया था। विज्ञान और शोध के मामले में धार्मिक मान्यताओं ने अपना प्रभाव बना रखा था। पंद्रहवीं सदी के बाद यह पुनः विकसित हुआ। सैनिक इतिहास का एक छोटा ब्यौरा नीचे लिखा है, कृपया वहाँ देखें। यूरोप के इतिहास को समझने के लिए दक्षिणी (रोम, यूनान और स्पेन), पूर्वी (यानि स्लाविक) और उत्तरी क्षेत्र जिसनें जर्मन मूल की नौर्ड और वाइकिंग तथा केल्ट और गॉल को समझना आवश्यक है। .

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यूरोपीय देशों की सूची

United Kingdom of Great Britain and Northern Ireland | United Kingdom — United Kingdom of Great Britain and Northern Ireland | लंदनLondon | 63,047,162 | |- | | | वेटिकन सिटीVatican City State ----Holy See | Città del Vaticano — Stato della Città del VaticanoSancta Sedes | वेटिकन सिटीCittà del Vaticano | 836 | | .

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यूरोपीय नाट्यशालाएँ

यूरोप में नाट्यशाला का इतिहास प्राय: 3,200 ई.पू.

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यूरोपीय संघ

यूरोपियन संघ (यूरोपियन यूनियन) मुख्यत: यूरोप में स्थित 28 देशों का एक राजनैतिक एवं आर्थिक मंच है जिनमें आपस में प्रशासकीय साझेदारी होती है जो संघ के कई या सभी राष्ट्रो पर लागू होती है। इसका अभ्युदय 1957 में रोम की संधि द्वारा यूरोपिय आर्थिक परिषद के माध्यम से छह यूरोपिय देशों की आर्थिक भागीदारी से हुआ था। तब से इसमें सदस्य देशों की संख्या में लगातार बढोत्तरी होती रही और इसकी नीतियों में बहुत से परिवर्तन भी शामिल किये गये। 1993 में मास्त्रिख संधि द्वारा इसके आधुनिक वैधानिक स्वरूप की नींव रखी गयी। दिसम्बर 2007 में लिस्बन समझौता जिसके द्वारा इसमें और व्यापक सुधारों की प्रक्रिया 1 जनवरी 2008 से शुरु की गयी है। यूरोपिय संघ सदस्य राष्ट्रों को एकल बाजार के रूप में मान्यता देता है एवं इसके कानून सभी सदस्य राष्ट्रों पर लागू होता है जो सदस्य राष्ट्र के नागरिकों की चार तरह की स्वतंत्रताएँ सुनिश्चित करता है:- लोगों, सामान, सेवाएँ एवं पूँजी का स्वतंत्र आदान-प्रदान.

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यूलिया टिमशेंको

यूक्रेन की पूर्व प्रधानमंत्री यूलिया टिमशेंकोयूलिया टिमशेंको (Yulia Tymoshenko) यूक्रेन की एक राजनेता हैं। २७ नवम्बर १९६0 को तत्कालीन सोवियत संघ और वर्तमान यूक्रेन में जन्मी टिमशेंको यूक्रेन की प्रधानमंत्री रह चुकी हैं। २00७ के दौरान यूक्रेन में हुई नारंगी क्रांति (Orange Revolution) का नेतृत्व कर टिमशेंको ने राजनीतिक परिवर्तन में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। इन्हें रूस का विरोधी तथा पश्चिमी देशों का पक्षधर माना जाता है। वर्तमान में टिमशेंको यूक्रेन के कारागार में कैदी जीवन व्यतीत कर रही हैं। इनके विरुद्ध राजनीतिक षडयंत्र तथा मानवाधिकार उल्लंघन का मामला न्यायालय में लंबित है। .

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यूक्रेन-संकट

युक्रेन सन्कट् अमरीका और यूरोपीय संघ और रूस, के बीच की स्पर्धा में, इसके अलाव़ा यूक्रेन के आन्तरिक असंतोष इसके संकट के कारण हैं। .

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येलेना इसिन्बाएवा

येलेना गेडजिव्ना इसिन्बाएवा (Елена Гаджиевна Исинбаева) एक रूसी पोल वॉल्टर हैं। यह दो बार ओलम्पिक खेलो (2004 और 2008) और पांच बार विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं, तथा पोल वॉल्ट में वर्तमान विश्व रिकॉर्ड धारक भी हैं। अपनी उपलब्धियों के परिणामस्वरूप इन्हे व्यापक रूप से अब-तक कि विश्व की सबसे महान पोल वॉल्टर माना जाता हैं। इसिन्बाएवा नौ बार विश्व की मुख्य चैंपियन (ओलंपिक, विश्व आउटडोर और इनडोर चैंपियन और यूरोपीय आउटडोर और इनडोर चैंपियन) रह चुकी हैं। यह 2007 और 2009 में आइएएएफ गोल्डन विजेता थी। 2009 और 2010 की विश्व चैंपियनशिपो में खराब प्रदर्शन के बाद इन्होने खेल से एक साल का विश्राम ले लिया था। 2005 में यह पांच मीटर की बाधा पार करने वाली पहली महिला बनी थीं। इसिन्बाएवा के मौजूदा विश्व रिकॉर्ड हैं: 5.06 मीटर आउटडोर, रिकॉर्ड जो इसिन्बाएवा ने अगस्त 2009 में ज्यूरिख मे हासिल किया था तथा 5.00 मीटर इनडोर, रिकॉर्ड जो इन्होने फरवरी 2009 में प्राप्त किया। ज्यूरिख में बनाया गया इसिन्बाएवा का रिकॉर्ड उनका पोल वॉल्ट का 22वा विश्व रिकॉर्ड था, लगातार इतनी बार यह कारनामा करने वाली इसिन्बाएवा पहली महिला एथलीट हैं। इससे पूर्व यह कीर्तिमान ऑस्ट्रेलिया की एम्मा जॉर्ज के नाम था, जिन्होने 1995 से 1999 के बीच लगातार 11 बार विश्व रिकॉर्ड तोडा था। इसिन्बाएवा को आइएएएफ ने वर्ष 2004, 2005 और 2008 की फिमेल एथलीट ऑफ़ द इयर घोषित किया था, तथा लारेस वर्ल्ड स्पोर्ट्स अवार्ड्स में इन्हें 2007 व 2009 के लिय वर्ल्ड स्पोर्ट्सवूमेन ऑफ़ द इयर का पुरस्कार मिला। 2009 में इन्हें खेल श्रेणी का प्रिंस ऑफ़ एस्टुरिअस अवार्ड दिया गया था। श्रेणी:जीवित लोग श्रेणी:महिला एथलीट श्रेणी:1982 में जन्मे लोग श्रेणी:खेल.

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येवगेनी केफेलनिकोव

श्रेणी:टेनिस खिलाड़ी श्रेणी:पुरुष टेनिस खिलाड़ी श्रेणी:टेनिस ग्रैंड स्लैम विजेता.

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यीवू

यीवू चीन में नवविकसित हो रहे एक विशालतम व्यावसायिक शहर का नाम है। इसे अंग्रेजी भाषा में Yiwu लिखा और कहा जाता है, जिसे स्पष्टत: सभी भाषाओं में यीवू नाम के उच्चारण में बोला व सुना जाता है। यह शहर चीन के दक्षिण पूर्वी क्षेत्र के समीप झिजियाॅंग नामक प्रान्त में स्थित है। चीन में सन् 1998 के बाद विकसित हो रहे विशाल औद्योगिक तथा व्यावसायिक शहरों में सबसे महत्वपूर्ण तथा विशालतम व्यावसायिक शहर है। गत दो दसकों के अन्तराल ही यह शहर दुनियॉं के विशालतम व्यावसायिक शहरों में विशिष्ट रूप में प्रख्यात हो चुका है। .

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रत्न

रत्न प्रकृति प्रदत्त एक मूल्यवान निधि है। मनुष्य अनादिकाल से ही रत्नों की तरफ आकर्षित रहा है, वर्तमान में भी है तथा भविष्य में भी रहेगा। रत्न सुवासित, चित्ताकर्षक, चिरस्थायीव दुर्लभ होने तथा अपने अद्भुत प्रभाव के कारण भी मनुष्य को अपने मोहपाश में बाँधे हुए हैं। रत्न आभूषणों के रूप में शरीर की शोभा तो बढ़ाते ही हैं, साथ ही अपनी दैवीय शक्ति के प्रभाव के कारण रोगों का निवारण भी करते हैं। रत्नों में चिरस्थायित्व का ऐसा गुण है कि ये ऋतुओं के परिवर्तन के कारण तथा समय-समय पर प्रकृति के भीषण उथल-पुथल से तहस-नहस होने के कारण भी प्रभावित नहीं होते। .

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रमेशचन्द्र दत्त

रमेशचन्द्र दत्त रमेशचंद्र दत्त (13 अगस्त 1848 -- 30 नवम्बर 1909) भारत के प्रसिद्ध प्रशासक, आर्थिक इतिहासज्ञ तथा लेखक तथा रामायण व महाभारत के अनुवादक थे। भारतीय राष्ट्रवाद के पुरोधाओं में से एक रमेश चंद्र दत्त का आर्थिक विचारों के इतिहास में प्रमुख स्थान है। दादाभाई नौरोज़ी और मेजर बी. डी. बसु के साथ दत्त तीसरे आर्थिक चिंतक थे जिन्होंने औपनिवेशिक शासन के तहत भारतीय अर्थव्यवस्था को हुए नुकसान के प्रामाणिक विवरण पेश किये और विख्यात ‘ड्रेन थियरी’ का प्रतिपादन किया। इसका मतलब यह था कि अंग्रेज अपने लाभ के लिए निरंतर निर्यात थोपने और अनावश्यक अधिभार वसूलने के जरिये भारतीय अर्थव्यवस्था को निचोड़ रहे हैं। .

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रशिया ओलंपिक विवरण

रूस (रशिया) ने कई अवसरों पर आधुनिक ओलंपिक खेलों में हिस्सा लिया है, लेकिन अपने इतिहास में विभिन्न राष्ट्रों के रूप में। रूसी साम्राज्य के रूप में, राष्ट्र पहले 1900 खेलों में भाग लिया, और 1908 और 1912 में फिर से लौट आया। 1917 में रूसी क्रांति के बाद, और 1922 में सोवियत संघ की बाद की स्थापना के बाद, यह 30 साल का होगा जब तक कि रूसी एथलीटों ने ओलंपिक में एक बार फिर से भाग लिया, जैसा कि 1 9 52 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में सोवियत संघ के रूप में। 1991 में सोवियत संघ के विघटन के बाद, रूस ने 1992 में यूनिफाइड टीम के हिस्से के रूप में भाग लिया, और अंत में 1994 शीतकालीन ओलंपिक में रूस के रूप में एक बार फिर से लौट आया। रूसी ओलंपिक समिति 1991 में बनाई गई थी और 1993 में मान्यता प्राप्त थी। सोवियत संघ ने मॉस्को में 1980 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक की मेजबानी की, और रूस ने सोची में 2014 के शीतकालीन ओलंपिक का आयोजन किया। छह आक्रमणियों में रूसी एथलीटों ने ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों में कुल 451 पदक और शीतकालीन ओलंपिक खेलों में 124 और अन्य 12 पदों पर जीत हासिल की है। हाल के बारह खेलों (1994 के बाद से) में रूस के 575 कुल पदक, जिसमें 200 स्वर्ण पदक शामिल हैं, संयुक्त राज्य अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर हैं। सोवियत संघ और रूसी साम्राज्य के सभी ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन ओलंपिक पदक रूस द्वारा विरासत में मिला, लेकिन रूसी संघ के पदक की संख्या के साथ मिलकर नहीं मिला। .

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रशीद जहाँ

रशीद जहाँ (5 अगस्त 1905 – 29 जुलाई 1952, उर्दू:ڈاکٹر رشید جہاں), भारत से उर्दू की एक प्रगतिशील लेखिका, कथाकार और उपन्यासकार थीं, जिन्होंने महिलाओं द्वारा लिखित उर्दू साहित्य के एक नए युग की शुरुआत की। वे पेशे से एक चिकित्सक थीं। .

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राम प्रसाद 'बिस्मिल'

राम प्रसाद 'बिस्मिल' (११ जून १८९७-१९ दिसम्बर १९२७) भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन की क्रान्तिकारी धारा के एक प्रमुख सेनानी थे, जिन्हें ३० वर्ष की आयु में ब्रिटिश सरकार ने फाँसी दे दी। वे मैनपुरी षड्यन्त्र व काकोरी-काण्ड जैसी कई घटनाओं में शामिल थे तथा हिन्दुस्तान रिपब्लिकन ऐसोसिएशन के सदस्य भी थे। राम प्रसाद एक कवि, शायर, अनुवादक, बहुभाषाभाषी, इतिहासकार व साहित्यकार भी थे। बिस्मिल उनका उर्दू तखल्लुस (उपनाम) था जिसका हिन्दी में अर्थ होता है आत्मिक रूप से आहत। बिस्मिल के अतिरिक्त वे राम और अज्ञात के नाम से भी लेख व कवितायें लिखते थे। ज्येष्ठ शुक्ल एकादशी (निर्जला एकादशी) विक्रमी संवत् १९५४, शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के शाहजहाँपुर में जन्मे राम प्रसाद ३० वर्ष की आयु में पौष कृष्ण एकादशी (सफला एकादशी), सोमवार, विक्रमी संवत् १९८४ को शहीद हुए। उन्होंने सन् १९१६ में १९ वर्ष की आयु में क्रान्तिकारी मार्ग में कदम रखा था। ११ वर्ष के क्रान्तिकारी जीवन में उन्होंने कई पुस्तकें लिखीं और स्वयं ही उन्हें प्रकाशित किया। उन पुस्तकों को बेचकर जो पैसा मिला उससे उन्होंने हथियार खरीदे और उन हथियारों का उपयोग ब्रिटिश राज का विरोध करने के लिये किया। ११ पुस्तकें उनके जीवन काल में प्रकाशित हुईं, जिनमें से अधिकतर सरकार द्वारा ज़ब्त कर ली गयीं। --> बिस्मिल को तत्कालीन संयुक्त प्रान्त आगरा व अवध की लखनऊ सेण्ट्रल जेल की ११ नम्बर बैरक--> में रखा गया था। इसी जेल में उनके दल के अन्य साथियोँ को एक साथ रखकर उन सभी पर ब्रिटिश राज के विरुद्ध साजिश रचने का ऐतिहासिक मुकदमा चलाया गया था। --> .

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राम स्वरूप

राम स्वरूप राम स्वरूप (1920-26 दिसंबर, 1998) वैदिक परम्परा के प्रमुख बुद्धिजीवी थे। उनके लेखन ने सीता राम गोयल और अन्य कई लेखको को प्रभावित किया। .

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रामसर सम्मेलन

RAMSAR चिह्न रामसर सम्मेलन नम भूमि के संरक्षण के लिए विश्व स्तरीय प्रयास है। भविष्य के लिए झीलों एवं नम भूमि का संरक्षण‘ विषय पर आधारित इस सम्मेलन का आयोजन भारत सरकार के पर्यावरण एवं वन मंत्रलय द्वारा राजस्थान सरकार एवं इन्टरनेशनल लेक एन्वायरन्मेंट कमेटी, जापान के सहयोग से किया गया है। बढते शहरीकरण एवं औद्योगीकरण के कारण विश्व भर में झीलों को अनेक प्रकार से क्षति पहुंची है। इसी कारण से सभी देशों में झीलों के पुनरूद्धार एवं उनकी जल की गुणवत्ता को सुधारने के लिए सघन प्रयास किये गये हैं। भारत पहला देश है जिसने कि जल प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए व्यापक कानून बनाया और इसी के साथ विश्व स्तर पर संरक्षण प्रयासों के तहत १९७१ में नम भूमि पर आयोजित रामसर कन्वेंशन में भी सक्रिय रूप से भागीदारी की थी। भारत में अनेक झीलों के संरक्षण के प्रयासों को विश्व स्तर पर सराहा गया है। चिल्का झील के पुनरुद्धार के लिए देश को रामसर संरक्षण अवार्ड दिया गया। इसी प्रकार भोपाल झील के संरक्षण कार्य की भी अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा हुई है। झीलों तथा नम भूमि के संरक्षण के लिए सर्वप्रथम १९८४ में इस प्रकार का पहला सम्मेलन आयोजित किया गया था तथा इसके बाद दो वर्षों के अंतराल में विश्व के विभिन्न भागों में इसके सम्मेलन निरन्तर हो रहे हैं जो वैज्ञानिक सोच के साथ विकासशील देशों को झीलों तथा नम भूमि के रखरखाव के उपाय सुझाते हैं। उन्होंने आशा प्रकट की कि सम्मेलन में आने वाले सुझाव इस कार्य को एक नई दिशा प्रदान करेंगे। .

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रायोन

रायोन (रूसी: райо́н) पुराने सोवियत संघ के देशों के एक प्रशासनिक विभाग को कहते हैं जो लगभग ज़िले के बराबर होते हैं। सोवियत संघ के ख़ात्मे के बाद रायोन रोमानिया, अज़रबैजान, बेलारूस, लातविया, मोल्दोवा, रूस, यूक्रेन और ट्रांसनिस्त्रिया के ज़िलों को "रायोन" कहा जाता है। .

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राष्ट्रीय दिवस

ब्राजील की स्वतन्त्रता मनाने के लिये ''आजादी या मौत'' नामक प्रसिद्ध पेंटिंग राष्ट्रीय दिवस किसी देश द्वारा घोषित वह दिन या तिथि होती है जिस दिन कोई भूभाग राष्ट्र के रूप में उदित हुआ। प्रायः इस दिन सार्वजनिक छुट्टी होती है। .

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राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति

राष्ट्रीय ओलम्पिक समितियाँ (या NOCs) दुनिया भर में ओलम्पिक आंदोलन के राष्ट्रीय घटक हैं। अन्तर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति के नियंत्रण में रहते हुए, वे ओलम्पिक खेलों में अपने लोगों की भागीदारी के आयोजन के लिए उत्तरदायी हैं। वे भविष्य के ओलम्पिक खेलों के लिए प्रत्याशी के रूप में अपने स्वायत्त क्षेत्रों के नगरों को मनोनीत कर सकते है। राओस भी अपने भौगोलिक सीमाओं के भीतर राष्ट्रीय स्तर पर अपने खिलाड़ियों के विकास और कोचों और अधिकारियों को प्रशिक्षण दे सकते हैं। वर्ष २००८ तक कुल २०५ रा.ओ.स. है जो प्रभुसत्ता संपन्न और अन्य भौगोलिक क्षेत्रों दोनों का प्रतिनिधित्व कर रहीं हैं। सयुंक्त राष्ट्र के सभी १९२ सदस्यों और १३ अन्य क्षेत्रों की ओलम्पिक समितियां हैं.

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रासायनिक शस्त्र

रासायनिक शस्त्र का प्रतीक उन शस्त्रों को रासायनिक शस्त्र (chemical weapon (CW)) कहते हैं जिसमें किसी ऐसे रसायन का उपयोग किया जाता है जो मानव को मार सकता है या उन्हें किसी प्रकार का नुकसान पहुँचा सकता है। अपनी मारक क्षमता के कारण ये जनसंहार करने वाले शस्त्रों की श्रेणी में आते हैं। रासायनिक शस्त्र, जनसंहार करने वाले शस्त्रों का एक प्रकार है। अन्य जनसंहारक शस्त्र हैं - जैविक शस्त्र (रोग), रासायनिक शस्त्र, तथा रेडियोसक्रिय अस्त्र (radiological weapons)। तंत्रिका गैस, अश्रु गैस, कालीमिर्च स्प्रे ये तीन आधुनिक रासायनिक शत्र के उदाहरण हैं। .

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राहुल सांकृतायन

राहुल सांकृत्यायन जिन्हें महापंडित की उपाधि दी जाती है हिन्दी के एक प्रमुख साहित्यकार थे। वे एक प्रतिष्ठित बहुभाषाविद् थे और बीसवीं सदी के पूर्वार्ध में उन्होंने यात्रा वृतांत/यात्रा साहित्य तथा विश्व-दर्शन के क्षेत्र में साहित्यिक योगदान किए। वह हिंदी यात्रासहित्य के पितामह कहे जाते हैं। बौद्ध धर्म पर उनका शोध हिन्दी साहित्य में युगान्तरकारी माना जाता है, जिसके लिए उन्होंने तिब्बत से लेकर श्रीलंका तक भ्रमण किया था। इसके अलावा उन्होंने मध्य-एशिया तथा कॉकेशस भ्रमण पर भी यात्रा वृतांत लिखे जो साहित्यिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण हैं। २१वीं सदी के इस दौर में जब संचार-क्रान्ति के साधनों ने समग्र विश्व को एक ‘ग्लोबल विलेज’ में परिवर्तित कर दिया हो एवं इण्टरनेट द्वारा ज्ञान का समूचा संसार क्षण भर में एक क्लिक पर सामने उपलब्ध हो, ऐसे में यह अनुमान लगाना कि कोई व्यक्ति दुर्लभ ग्रन्थों की खोज में हजारों मील दूर पहाड़ों व नदियों के बीच भटकने के बाद, उन ग्रन्थों को खच्चरों पर लादकर अपने देश में लाए, रोमांचक लगता है। पर ऐसे ही थे भारतीय मनीषा के अग्रणी विचारक, साम्यवादी चिन्तक, सामाजिक क्रान्ति के अग्रदूत, सार्वदेशिक दृष्टि एवं घुमक्कड़ी प्रवृत्ति के महान पुरूष राहुल सांकृत्यायन। राहुल सांकृत्यायन के जीवन का मूलमंत्र ही घुमक्कड़ी यानी गतिशीलता रही है। घुमक्कड़ी उनके लिए वृत्ति नहीं वरन् धर्म था। आधुनिक हिन्दी साहित्य में राहुल सांकृत्यायन एक यात्राकार, इतिहासविद्, तत्वान्वेषी, युगपरिवर्तनकार साहित्यकार के रूप में जाने जाते है। .

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राहुल सांकृत्यायन

राहुल सांकृत्यायन जिन्हें महापंडित की उपाधि दी जाती है हिन्दी के एक प्रमुख साहित्यकार थे। वे एक प्रतिष्ठित बहुभाषाविद् थे और बीसवीं सदी के पूर्वार्ध में उन्होंने यात्रा वृतांत/यात्रा साहित्य तथा विश्व-दर्शन के क्षेत्र में साहित्यिक योगदान किए। वह हिंदी यात्रासहित्य के पितामह कहे जाते हैं। बौद्ध धर्म पर उनका शोध हिन्दी साहित्य में युगान्तरकारी माना जाता है, जिसके लिए उन्होंने तिब्बत से लेकर श्रीलंका तक भ्रमण किया था। इसके अलावा उन्होंने मध्य-एशिया तथा कॉकेशस भ्रमण पर भी यात्रा वृतांत लिखे जो साहित्यिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण हैं। २१वीं सदी के इस दौर में जब संचार-क्रान्ति के साधनों ने समग्र विश्व को एक ‘ग्लोबल विलेज’ में परिवर्तित कर दिया हो एवं इण्टरनेट द्वारा ज्ञान का समूचा संसार क्षण भर में एक क्लिक पर सामने उपलब्ध हो, ऐसे में यह अनुमान लगाना कि कोई व्यक्ति दुर्लभ ग्रन्थों की खोज में हजारों मील दूर पहाड़ों व नदियों के बीच भटकने के बाद, उन ग्रन्थों को खच्चरों पर लादकर अपने देश में लाए, रोमांचक लगता है। पर ऐसे ही थे भारतीय मनीषा के अग्रणी विचारक, साम्यवादी चिन्तक, सामाजिक क्रान्ति के अग्रदूत, सार्वदेशिक दृष्टि एवं घुमक्कड़ी प्रवृत्ति के महान पुरूष राहुल सांकृत्यायन। राहुल सांकृत्यायन के जीवन का मूलमंत्र ही घुमक्कड़ी यानी गतिशीलता रही है। घुमक्कड़ी उनके लिए वृत्ति नहीं वरन् धर्म था। आधुनिक हिन्दी साहित्य में राहुल सांकृत्यायन एक यात्राकार, इतिहासविद्, तत्वान्वेषी, युगपरिवर्तनकार साहित्यकार के रूप में जाने जाते है। .

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राजा महेन्द्र प्रताप सिंह

महान क्रांतिकारी राजा महेन्द्र प्रताप सिंह राजा महेन्द्र प्रताप सिंह (1 दिसम्बर 1886 – 29 अप्रैल 1979) भारत के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, पत्रकार, लेखक, क्रांतिकारी और समाज सुधारक थे। वे 'आर्यन पेशवा' के नाम से प्रसिद्ध थे। .

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रिचर्ड चैंसलर

रिचर्ड चैंसलर (Richard Chancellor; जन्म ?- मृत्यु नवंबर १०, १५५६) महान अंग्रेज नाविक तथा अन्वेषक। इन्होने ही सबसे पहले श्वेत सागर को पार किया और रूस से सम्बन्ध स्थापित किये। .

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रिबॉक

कैण्टन में रीबॉक वर्ल्ड हेडक्वाटर्स (ज़ूम लेंस के माध्यम से सार्वजनिक सड़क से देखा जाता था) रिबॉक इंटरनेशनल लिमिटेड, जो खेल के परिधान बनाने वाली जर्मनी की दिग्गज कंपनी एडिडास की एक सहायक कंपनी है जो खेल के जूते, परिधान और संबंधित साजोसामान बनाती है। यह नाम अफ्रीकी हिज्जे 'rhebok' निकला है, जिसका मतलब अफ्रीकी हिरण या चिंकारा होता है। 1890 में इंग्लैंड के बोल्तों शहर से 6 मील दूर एक छोटे से गावं होलकोम ब्रुक में जोसफ विलियम फोस्टर नियमित रूप से दौड़ेवाले जूते बनाते थे, तभी उनके मन में दौड़ने वाले वैसे जूते बनाने का अनोखा विचार आया, जिसकी सतह में नुकीले हिस्से होते थे। जैसे ही उनका विचार आगे बढ़ा, उन्होंने अपने बेटों के साथ मिलकर 1895 में जे डबल्यू फोस्टर और संस के नाम से जूते कंपनी की स्थापना की.

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रियाज़ान ओब्लास्ट

रूस का एक ओब्लास्ट (области, ओब्लास्टि, प्रांत)। श्रेणी:रूस के प्रांत ar:اوبلاستات روسيا fi:Venäjän alueet pt:Óblasts da Rússia ru:Области Российской Федерации sr:Руске области ta:ரஷ்யாவின் ஓப்லஸ்துகள் vi:Tỉnh của Nga.

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रवि पॉल

हवलदार रवि पॉल, 18 सितम्बर 2016 को जम्मू और कश्मीर के उडी सेक्टर में एलओसी के पास स्थित भारतीय सेना के स्थानीय मुख्यालय पर हुए एक आतंकी हमले में शहीद जवान है इस हमले में 18 जवान शहीद हो गए। सैन्य बलों की कार्रवाई में सभी चार आतंकी मारे गए। यह भारतीय सेना पर किया गया, लगभग 20 सालों में सबसे बड़ा हमला है। उरी हमले में सीमा पार बैठे आतंकियों का हाथ बताया गया है। इनकी योजना के तहत ही सेना के कैंप पर फिदायीन हमला किया गया। हमलावरों के द्वारा निहत्थे और सोते हुए जवानों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की गयी ताकि ज्यादा से ज्यादा जवानों को मारा जा सके। अमेरिका ने उड़ी हमले को "आतंकवादी" हमला करार दिया। .

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रग्बी फुटबॉल

रग्बी फुटबॉल (आम तौर पर केवल “रग्बी ”) वर्तमान में दो खेल-रूपों में है- रग्बी लीग या रग्बी यूनियन अथवा युनाइटेड किंगडम के विभिन्न इलाकों में विकसित फुटबॉल के एक समान्य रूप से निकले हुए अनेक खेल रूपों में से एक है। .

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रुसी भाषा का साहित्य

सेंट पिट्सबर्ग स्थित '''रूसी साहित्य संस्थान''' रूसी साहित्य से आशय रूस में रचित साहित्य के अलावा रूसी भाषा में रचित उन अनेकों देशों के साहित्य से है जो कभी रूसी साम्राज्य या सोवियत संघ के भाग थे। रूसी साहित्य की रचना मध्यकाल में आरम्भ हुई थी जब पुरानी रूसी में महाकाव्य तथा इतिहास की रचना हुई थी। १८३० के दशक के आरम्भ में रूसी काव्य, गद्य और नाटक का स्वर्णयुग आ चुका था। पुरानी स्लाव भाषा सभी स्लाविक भाषाओं की मूलभाषा है। पुरानी स्लाव भाषा 3 वर्गों में बँटी हुई थी–.

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रैम्बो (फ़िल्म)

रेम्बो (रेम्बो चतुर्थ या जॉन रेम्बो के रूप में भी जानी जाती है) रैम्बो (रैम्बो IV, जाॅन रैम्बो या रैम्बो: द फाइट कंटिन्युस) वर्ष 2008 की अमेरिकी-जर्मन भाषी एक स्वतंत्र एक्शन फ़िल्म हैं, जिसे बतौर निर्देशन, सह-लेखन के साथ सिल्वेस्टर स्टलोन ने मशहूर शीत युद्ध/वियतनाम युद्ध के पूर्व सिपाही जाॅन रैम्बो की शीर्षक भूमिका की है। यह रैम्बो फ्रैंचाइज़ी की चौथी और अंतिम संस्करण है, जो रैम्बो III के बीस साल बाद रिलीज हुई है। यह फ़िल्म रिचर्ड क्रेना को बतौर श्रद्धांजलि है, जिन्होंने पिछली तीन सिरिज में कर्नल सैम ट्राउटमैन का किरदार निभाया था, साल 2003 को उनकी हृदय नाकाम होने की वजह से देहांत हो गया। फ़िल्म एक पूर्व अमेरिकी विशेष सैन्य दस्ते के फौजी, जाॅन रैम्बो के इर्द-गिर्द है, जो एक चर्च पादरी के कहने पर मिशनरियों के समूह को बचाने निकल पड़ता है जिनको बर्मा के क्रुर शासित मिलिट्री के आदमियों ने अगवा कर लिया है। पूरी रेम्बो श्रृंखला में 236 हत्याओं के साथ, सर्वाधिक हत्याओं का रिकार्ड रेम्बो के नाम है। फ़िल्म ने अंतर्राष्ट्रीय बाॅक्स-ऑफिस में $113,244,290 मिलियन से अधिक की कमाई की। इसके बाद इसने होम विडियो रिलीज की, जिसमें उन्होंने $41,500,683 मिलियन की डीवीडी बिक्री की। फ़िल्म को केबल टेलीविजन के माध्यम से स्पाईक टीवी पर जुलाई 11, 2010 को प्रिमियर किया गया। जिसमें थियटरों में काटे गए अतिरिक्त दृश्यों को ब्रोडकास्ट किया। दो हफ्तों बाद उन्हीं अतिरिक्त दृश्यों को ब्लू-रे कैसेटों के साथ रिलीज किया गया। .

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रैंकोजी मन्दिर

रैंकोजी मन्दिर (जा: 蓮光寺 (杉並区), अं: Renkōji Temple) जापान के टोकियो में स्थित एक बौद्ध मन्दिर है। 1594 में स्थापित यह मन्दिर बौद्ध स्थापत्य कला का दर्शनीय स्थल है। एक मान्यता के अनुसार भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के अग्रिम सेनानी सुभाष चन्द्र बोस की अस्थियाँ यहाँ आज भी सुरक्षित रखी हुई हैं। दरअसल 18 सितम्बर 1945 को उनकी अस्थियाँ इस मन्दिर में रखी गयीं थीं। परन्तु प्राप्त दस्तावेज़ों के अनुसार नेताजी की मृत्यु एक माह पूर्व 18 अगस्त 1945 को ही ताइहोकू के सैनिक अस्पताल में रात्रि 21.00 बजे हो गयी थी। जापान के लोग यहाँ प्रति वर्ष 18 अगस्त को नेताजी सुभाषचन्द्र बोस का बलिदान दिवस मनाते हैं। .

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रूस

रूस (रूसी: Росси́йская Федера́ция / रोस्सिज्स्काया फ़ेदेरात्सिया, Росси́я / रोस्सिया) पूर्वी यूरोप और उत्तर एशिया में स्थित एक विशाल आकार वाला देश। कुल १,७०,७५,४०० किमी२ के साथ यह विश्व का सब्से बड़ा देश है। आकार की दृष्टि से यह भारत से पाँच गुणा से भी अधिक है। इतना विशाल देश होने के बाद भी रूस की जनसंख्या विश्व में सातवें स्थान पर है जिसके कारण रूस का जनसंख्या घनत्व विश्व में सब्से कम में से है। रूस की अधिकान्श जनसंख्या इसके यूरोपीय भाग में बसी हुई है। इसकी राजधानी मॉस्को है। रूस की मुख्य और राजभाषा रूसी है। रूस के साथ जिन देशों की सीमाएँ मिलती हैं उनके नाम हैं - (वामावर्त) - नार्वे, फ़िनलैण्ड, एस्टोनिया, लातविया, लिथुआनिया, पोलैण्ड, बेलारूस, यूक्रेन, जॉर्जिया, अज़रबैजान, कजाकिस्तान, चीन, मंगोलिया और उत्तर कोरिया। रूसी साम्राज्य के दिनों से रूस ने विश्व में अपना स्थान एक प्रमुख शक्ति के रूप में किया था। प्रथम विश्वयुद्ध के बाद सोवियत संघ विश्व का सबसे बड़ा साम्यवादी देश बना। यहाँ के लेखकों ने साम्यवादी विचारधारा को विश्व भर में फैलाया। द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद सोवियत संघ एक प्रमुख सामरिक और राजनीतिक शक्ति बनकर उभरा। संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ इसकी वर्षों तक प्रतिस्पर्धा चली जिसमें सामरिक, आर्थिक, राजनैतिक और तकनीकी क्षेत्रों में एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ थी। १९८० के दशक से यह आर्थिक रूप से क्षीण होता चला गया और १९९१ में इसका विघटन हो गया जिसके फलस्वरूप रूस, सोवियत संघ का सबसे बड़ा राज्य बना। वर्तमान में रूस अपने सोवियत संघ काल के महाशक्ति पद को पुनः प्राप्त करने का प्रयास कर रहा है। यद्यपि रूस अभी भी एक प्रमुख देश है लेकिन यह सोवियत काल के पद से भी बहुत दूर है। .

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रूस में बौद्ध धर्म

रूस में बौद्ध धर्म के 20,00,000 अनुयायि है, जो कुल संघीय आबादी के 1.4% है। ईसाई एवं इस्लाम के बाद यह रूस का तिसरा सबसे बड़ा धर्म है। विशेष रूप से यह तिब्बती वज्रयान सम्प्रदाय से मौजूद है। यह रूस में कुछ तुर्की और मंगोलिक जातियों (कालमिक बुर्यात और तूवान) का पारंपरिक धर्म है। बौद्ध धर्म तूवा की कुल जनसंख्या में 62%, कालमिकिया की जनसंख्या में 38% और बुर्यातिया की कुल जनसंख्या में 20% है। अन्य सर्वेक्षण के अनुसार कालमिकिया में 50% बौद्ध जनसंख्या है। कालमिकिया में अभी 22 बौद्ध विहार है, तूवा में करीब 16 और बुर्यातिया में 30 से भी ज्यादा विहार है। रूस के सभी बड़े शहरों में कई बौद्ध केन्द्र शुरू किए गये हैं। .

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रूस में हिन्दू धर्म

१७वीं शताब्दी के आरम्भिक दिनों की एक नक्काशी में रूस के अस्ट्रखान का एक हिन्दू मन्दिर चित्रित है। वर्ष २०१० की जनगणना के अनुसार रूस में लगभग ०.१ प्रतिशत लोग हिन्दू धर्म के अनुयायी हैं। रूस में हिन्दू धर्म के प्रसार का श्रेय मुख्यतः इस्कॉन को जाता है। .

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रूस में हिन्दी

मॉस्को के भारतीय राजदूतावास के जवाहरलाल नेहरू सांस्कृतिक केंद्र में हिन्दी शिक्षण की कक्षा का एक दृश्य कम्यूनिस्ट क्रांति से पूर्व रूस में भारत के प्रति रुचि संस्कृत भाषा और साहित्य के अध्ययन तक सीमित थी। परन्तु यह स्थिति 1955 में बदल गई। इस वर्ष रूस के नेता निकिता ख़्रुश्चेव भारत आए। उन्होंने घोषणा की कि "हम यह देखेंगे कि हमारे देश की शिक्षा प्रणाली ऐसी विकसित हो जिसमेँ सर्वश्रेष्ठ और सर्वगुण-सम्पन्न नई पीढ़ी हिन्दी और अन्य भारतीय भाषाओं को सीखें।" .

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रूस राष्ट्रीय रग्बी लीग टीम

रूस राष्ट्रीय रग्बी लीग टीम, लोकप्रिय स्तर पर बियर के रूप में बुलाया जाती है। रूस की पुरुषों की राष्ट्रीय रग्बी लीग टीम है। .

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रूस का ध्वज

रूस का राष्ट्रीय ध्वज एक तिरंगा ध्वज है जिसमें तीन समान चौड़ाई की क्षैतिज पट्टियाँ हैं। सबसे ऊपर सफेद, बीच में नीला तथा सबसे नीचे लाल पट्टी। .

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रूस का इतिहास

आधुनिक रूस का इतिहास पूर्वी स्लाव जाति से शुरू होता है। स्लाव जाति जो आज पूर्वी यूरोप में बसती है का सबसे पुराना गढ़ कीव था जहाँ ९वीं सदी में स्थापित कीवी रुस साम्राज्य आधुनिक रूस की आधारशिला के रूप में माना जाता है। हाँलांकि उस क्षेत्र में इससे पहले भी साम्राज्य रहे थे पर वे दूसरी जातियों के थे और उन जातियों के लोग आज भी रूस में रहते हैं - ख़ज़र और अन्य तुर्क लोग। कीवि रुसों को मंगोलों के महाभियान में १२३० के आसपास परास्त किया गया लेकिन १३८० के दशक में मंगोलों का पतन आरंभ हुआ और मॉस्को (रूसी भाषा में मॉस्कवा) का उदय एक सैन्य राजधानी के रूप में हुआ। १७वीं से १९वीं सदी के मध्य में रूसी साम्रज्य का अत्यधिक विस्तार हुआ। यह प्रशांत महासागर से लेकर बाल्टिक सागर और मध्य एशिया तक फैल गया। प्रथम विश्वयुद्ध में रूस को ख़ासी आंतरिक कठिनाइयों का समना करना पड़ा और १९१७ की बोल्शेविक क्रांति के बाद रूस युद्ध से अलग हो गया। द्वितीय विश्वयुद्ध में अपराजेय लगने वाली जर्मन सेना के ख़िलाफ अप्रत्याशित अवरोध तथा अन्ततः विजय प्रदर्शित करन के बाद रूस तथा वहाँ के साम्यवादी नायक जोसेफ स्टालिन की धाक दुनिया की राजनीति में बढ़ी। उद्योगों की उत्पादक क्षमता और देश की आर्थिक स्थिति में उतार चढ़ाव आते रहे। १९३० के दशके में ही साम्यवादी गणराज्यों के समूह सोवियत रूस का जन्म हुआ था। द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद शीत युद्ध के काल के गुजरे इस संघ का विघटन १९९१ में हो गया। .

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रूस के नगरों की सूची

यह सूची रूस के नगरों की है। 2002 रूसी जनगणना के आंकड़ों के अनुसार, रूस में शहरों और कस्बों की कुल संख्या 1,108 हैं।.

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रूस के संघीय खंड

रूस एक संघ है और रूस के संघीय खंड (रूसी: субъект федерации, सुब्यॅक्त फ़ॅदॅरात्सी) रूस के मुख्य प्रशासकीय भाग हैं। 1 मार्च 2008 को रूस में 83 संघीय खंड थे। सन् 1993 में जब रूस का संविधान लागू हुआ था रूस में 89 संघीय खंड थे लेकिन उनमें से कुछ में विलय होने के कारण उनकी संख्या घट गई। रूस की संघीय संसद के संघीय परिषद (संसद की ऊपरी सभा) में हर संघीय खंड को दो प्रतिनिधि भेजने का अधिकार है और इस नज़रिए से सारे संघीय खंड बराबर का दर्जा रखते हैं। लेकिन अलग-अलग संघीय खण्डों को अलग-अलग दर्जे के स्वशासन (ऑटोनोमी) की अनुमति है। .

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रूस के गणतंत्र

रूस एक संघ है जो प्रशासन के लिए 83 संघीय खंडों में बांटा गया है, जिनमें से 21 गणतंत्र का रुतबा रखते हैं। गणतंत्र ऐसे इलाक़ों को बनाया जाता है जहाँ कोई ग़ैर-रूसी जाति रहती हो या जो ऐसी किसी जाति का ऐतिहासिक क्षेत्र हो। रूस के अन्दर कई दशकों और शताब्दियों से लोगों का प्रवास जारी है इसलिए यह ज़रूरी नहीं है के जिस जाति के नाम से कोई गणतंत्र बना हो वह जाति उस क्षेत्र में आधुनिक काल में भी बहुसंख्यक हो। .

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रूस के क्राय

रूस एक संघ है जो प्रशासन के लिए 83 संघीय खंडों में बांटा गया है, जिनमें से 9 क्राय (रूसी: край) का रुतबा रखते हैं। "क्राय" का अर्थ "इलाक़ा" होता है और यह कभी असंगठित सीमावर्ती इलाक़े हुआ करते थे जिनका नाम चला आ रहा है। .

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रूस-तुर्की युद्ध १८७७-७८

सन १८७७-७८ का रूस-तुर्की युद्ध, उस्मानी साम्राज्य तथा रूसी साम्राज्य के नेतृत्व में पूर्वी आर्थोडोक्स समूह के बीच लड़ा गया। पूर्वी आर्थोडॉक्स समूह में बुल्गारिया, रोमानिया, सर्बिया और मॉन्टीनिग्रो थे। इस युद्ध ने १९वीं शताब्दी में बाल्कन राष्ट्रवाद के उदय में भारी भूमिका निभायी। इस युद्ध के परिणामस्वरूप रूस को काकेशस के कई प्रदेशों पर अपना दावा ठोकने में सफलता मिली। रोमानिया, सर्बिया, मोन्टीनिग्रो ने उस्मानी साम्राज्य से अपने स्वतन्त्र होने की घोषणा कर दी। लगभग पाँच शताब्दी तक (1396–1878) उस्मानी साम्राज्य के अधीन रहा बुल्गारिया भी स्वतन्त्र हो गया। बर्लिन कांग्रेस ने यह भी व्यवस्था दी कि आस्ट्रिया-हंगरी बोस्निया और हरजेगोविना पर अधिकार कर लें तथा ब्रिटेन साइप्रस पर अपना अधिकार कर ले। .

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रूस-जापान युद्ध

1904-1905 रूस-जापान युद्ध रूस तथा जापान के मध्य 1904 -1905 के दौरान लड़ा गया था। इसमें जापान की विजय हुई थी जिसके फलस्वरूप जापान को मंचूरिया तथा कोरिया का अधिकार मिला था। इस जीत ने विश्व के सभी प्रेक्षकों को आश्चर्यचकित कर दिया और जापान को विश्वमंच पर लाकर खड़ा कर दिया। इस शर्मनाक हार के परिणामस्वरूप रूस के भ्रष्ट ज़ार सरकार के विरुद्ध असंतोष में भारी वृद्धि हुई। १९०५ की रूसी क्रांति का यह एक प्रमुख कारण था। .

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रूसी त्सार-राज्य

#68ca84 १७०० में रूसी त्सार-राज्य (रूसी: Русское царство; अंग्रेज़ी: Tsardom of Russia) आइवन चतुर्थ के सन् १५४७ में त्सार (सम्राट) बनाने के बाद से रूस के राज्य का औपचारिक नाम था। यह नाम १७२१ में त्सार पीटर महान द्वारा रूसी साम्राज्य स्थापित होने तक चला। १५५० से १७०० तक के काल में रूस पूर्व में साइबेरिया की ओर फैलता गया और उसका क्षेत्रफल हर वर्ष औसत ३५,००० वर्ग किमी से बढ़ा, यानि १५० सालों तक हर साल एक केरल राज्य जितना क्षेत्र रूस में जुड़ता गया।, Ronald Grigor Suny, Terry Dean Martin, Oxford University Press, 2001, ISBN 978-0-19-514423-9,...

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रूसी भाषा

विश्व में रूसी भाषा का प्रसार रूसी भाषा (русский язык,रूस्किय् यज़ीक्) - पूर्वी स्लाविक भाषाओं में सर्वाधिक प्रचलित भाषा है। रूसी यूरोप की एक प्रमुख भाषा तो है ही, विश्व की प्रमुख भाषाओं में भी इस का विशेष स्थान है, हालाँकि भौगोलिक दृष्टि से रूसी बोलने वालों की अधिकतर संख्या यूरोप की बजाय एशिया में निवास करती है। रूसी भाषा रूसी संघ की आधिकारिक भाषा है। इसके अतिरिक्त बेलारूस, कज़ाकिस्तान, क़िर्गिस्तान, उक्राइनी स्वायत्त जनतंत्र क्रीमिया, जॉर्जियाई अस्वीकृत जनतंत्र अब्ख़ाज़िया और दक्षिणी ओसेतिया, मल्दावियाई अस्वीकृत जनतंत्र ट्रांसनीस्ट्रिया (नीस्टर का क्षेत्र) और स्वायत्त जनतंत्र गगऊज़िया नामक देशों और जनतंत्रों में रूसी भाषा सहायक आधिकारिक भाषा के रूप में स्वीकार की गई है। रूसी भूतपूर्व सोवियत संघ के सभी १५ सोवियत समाजवादी जनतंत्रों की राजकीय भाषा थी। सन् 1991 में सोवियत संघ के विघटन के बाद भी इन सभी आधुनिक स्वतंत्र देशों में अपनी-अपनी राष्ट्रीय भाषाओं के साथ-साथ परस्पर आपसी व्यवहार के लिए सम्पर्क भाषा के रूप में रूसी भाषा का प्रयोग किया जाता है। इन १५ देशों में रहने वाले निवासियों में से भी अधिकांश की मातृभाषा रूसी ही है। विश्व के विभिन्न देशों में (इसराइल, जर्मनी, संयुक्त राज्य अमरीका, कनाडा, तुर्की, ऑस्ट्रेलिया इत्यादि) जहाँ कहीं भी भूतपूर्व सोवियत संघ या रूस के प्रवासी बसे हुए हैं, वहाँ कई जगहों पर रूसी पत्र-पत्रिकाएँ प्रकाशित होती हैं, रूसी भाषा में रेडियो और दूरदर्शन काम करते हैं तथा स्कूलों में रूसी सिखाई जाती है। कुछ वर्ष पहले तक पूर्वी यूरोपियाई देशों के स्कूलों में रूसी भाषा विदेशी भाषा के रूप में पढ़ाई जाती थी। कुल मिला कर विश्व में रूसी भाषा बोलने वालों की संख्या ३०-३५ करोड़ है, जिस में से 16 करोड़ लोग इसे अपनी मातृभाषा मानते हैं। इसके आधार पर रूसी संसार की भाषाओं में पाँचवे स्थान पर है और वह संयुक्त राष्ट्र (UN) की ५ आधिकारिक भाषाओं में से एक है। .

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रूसी रूबल

रूबल (रूसी: рубль उच्चारण -, रूब्ल, बहुवचन рубли उच्चारण -, रूब्लि) (संकेत-लिपि: RUB) रूसी महासंघ और और दो अन्य आंशिक रूप से मान्यता प्राप्त गणराज्यों अबखाज़िया और दक्षिणी ओसेटा की मुद्रा है। यह एक व्यवस्थापत्र मुद्रा है। इससे पूर्व रूबल सोवियत संघ के विघटन से पहले और रूसी साम्राज्य की मुद्रा भी थी। श्रेणी:मुद्रा श्रेणी:रूस.

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रूसी लोग

रूसी लोग (रूसी भाषा: русские, रुस्किये) एक पूर्वी स्लाव जातीय समूह है जो मूल रूप से रूस का निवासी है। रूसी लोग रूसी भाषा बोलते हैं और ज़्यादातर रूस और उसके पड़ोसी देशों में रहते हैं। राष्ट्रीयता के नज़रिए से रूस के सभी नागरिकों को भी कभी-कभी रूसी कहा जाता है हालाँकि उनमें से बहुत से रूसी जाति के नहीं होते हैं, मसलन तातार लोग, निव्ख़ लोग और चरकस लोग। २०१० की जनगणना के अनुसार रूस के ८१% लोग रूसी जाति के थे। दुनिया भर में रूसी जाति के लोगों की कुल आबादी १३.३ करोड़ अनुमानित की गई है।, JoshuaProject, Accessed 2012-02-28 .

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रूसी संघीय अंतरिक्ष अभिकरण

रूसी संघीय अंतरिक्ष अभिकरण या रशियन फेडरल स्पेस एजेंसी रूस का सरकारी अंतरिक्ष अभिकरण है जो की रूस में अंतरिक्ष से जुड़ी गतिविधियाँ संचालित करता है। इसे रॉसकॉसमॉस के नाम से भी जाना जाता है। रॉसकॉसमॉस का मुख्यालय मास्को में स्थित है। मुख्य मिशन नियंत्रण केंद्र कोरोलेव में है एवं कॉसमोनौट प्रशिक्षण केंद्र स्टार सिटी में स्थित है। कजाकस्तान स्थित बायकोनूर कॉसमोड्रोम में मानवीय एवं अमानवीय दोनों प्रकार की प्रक्षेपण सुविधा उपलब्ध है। उत्तरी रूस स्थित प्लेस्टेक कॉसमोड्रोम से ज्यादातर अमानवीय उड़ानों को संचालित किया जाता है। अन्तर्राष्ट्रीय अन्तरिक्ष स्टेशन में इस संगठन का महत्वपूर्ण योगदान है। सोयूज़ रॉकेट एवं प्रोटॉन रॉकेट प्रमुख प्रक्षेपण यान हैं। सोयूज़ रॉकेट श्रेणी:विश्व के प्रमुख अंतरिक्ष संगठन श्रेणी:रूस.

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रूसी सोवियत संघात्मक समाजवादी गणराज्य

रूसी सोवियत संघात्मक समाजवादी गणराज्य ('Russian Soviet Federative Socialist Republic' या 'Russian SFSR' या 'RSFSR'; r) जिसको 'सोवियत रूस' या केवल 'रूस' कहते हैं, Declaration of Rights of the laboring and exploited people, article I १९१७ से १९२२ तक एक संप्रभु राज्य था जो १९१७ से १९९१ तक सोवियत संघ का सबसे बड़ा, सबसे अधिक जनसंख्या वाला और आर्थिक रूप से सबसे उन्नत देश था। रूसी सोवियत संघात्मक समाजवादी गणराज्य की स्थापना ७ नवम्बर १९१७ को रूस की अक्टूबर क्रांति के परिणामस्वरूप हुआ था। .

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रूसी हिन्दू परिषद

रूसी हिन्दू परिषद रूस के हिन्दू धर्मावलम्बियों की प्रतिनिधि संस्था है। इसकी स्थापना १९ दिसम्बर २०११ को की गयी थी। साधू प्रिय दास इसके वर्तमान अध्यक्ष हैं। इस संस्था का गठन रूस के टोम्स्क शहर की अदालत में भगवत गीता को एक उग्र साहित्य घोषित करते हुए प्रतिबंध लगाने की माँग के मुकदमे के चलते किया गया था। रूस में बसे करीब १५,००० भारतीय मूल के नागरिकों ने उस समय व्यक्तिगत तथा संगठनात्मक रूप से भारत की मनमोहन सिंह सरकार से हस्तक्षेप का अनुरोध किया था। .

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रूसी विमान दुर्घटना १० अप्रैल २०१०

१० अप्रैल २०१०, शनिवार को पश्चिम रूस में एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस विमान में पोलैंड के राष्ट्रपति सवार थे। पौलेंड के राष्ट्रपति को लेकर यह विमान रुस के मॉस्को से स्वोलेंस्क जा रहा था। इस दुर्घटना में लेख कास्जिंसकी सहित विमान में सफर कर रहे सभी ९६ यात्रियों की मृत्यु हो गई थी। विमान में पोलैंड के राष्ट्रपति के अलावा उनकी पत्नी और दूसरे लोग सवार थे। विमान दुर्घटना पश्चिमी रूस के स्मोलेंस्क क्षेत्र से लगभग १.५ किलोमीटर दूर हुआ था। .

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रूसी विज्ञान अकादमी

मास्को स्थित रूसी विज्ञान अकादमी का मुख्यालय रूसी विज्ञान अकादमी (रूसी: Росси́йская акаде́мия нау́к, Rossíiskaya akadémiya naúk, संक्षेप में РАН, RAN; अंग्रेजी:The Russian Academy of Sciences) रूस की प्रसिद्ध वैज्ञानिक संस्था है। इसके अन्तर्गत रूसी राष्ट्रीय अकादमी के अतिरिक्त रूस के बहुत से वैज्ञानिक शोध संस्थान तथा पुस्तकालय, प्रकाशन गृह, अस्पताल आदि आते हैं। इसका मुख्यालय मास्को में है। यह संस्था असैनिक, स्वशासी, अवाणिज्यिक संस्था के रूप में घोषित है। सम्प्रति इस संस्था के अन्तर्गत लगभग ५०० संस्थान एवं ५५००० वैज्ञानिक शोधकर्ता हैं। .

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रूसी क्रांति

सन १९१७ की रूस की क्रांति विश्व इतिहास की सबसे महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक है। इसके परिणामस्वरूप रूस से ज़ार के स्वेच्छाचारी शासन का अन्त हुआ तथा रूसी सोवियत संघात्मक समाजवादी गणराज्य (Russian Soviet Federative Socialist Republic) की स्थापना हुई। यह क्रान्ति दो भागों में हुई थी - मार्च १९१७ में, तथा अक्टूबर १९१७ में। पहली क्रांति के फलस्वरूप सम्राट को पद-त्याग के लिये विवश होना पड़ा तथा एक अस्थायी सरकार बनी। अक्टूबर की क्रान्ति के फलस्वरूप अस्थायी सरकार को हटाकर बोलसेविक सरकार (कम्युनिस्ट सरकार) की स्थापना की गयी। 1917 की रूसी क्रांति बीसवीं सदी के विश्व इतिहास की एक महत्वपूर्ण घटना रही। 1789 ई. में फ्रांस की राज्यक्रांति ने स्वतंत्रता, समानता और भ्रातृत्व की भावना का प्रचार कर यूरोप के जनजीवन को गहरे स्तर पर प्रभावित किया। रूसी क्रांति की व्यापकता अब तक की सभी राजनीतिक घटनाओं की तुलना में बहुत विस्तृत थी। इसने केवल निरंकुश, एकतंत्री, स्वेच्छाचारी, ज़ारशाही शासन का ही अंत नहीं किया बल्कि कुलीन जमींदारों, सामंतों, पूंजीपतियों आदि की आर्थिक और सामाजिक सत्ता को समाप्त करते हुए विश्व में मजदूर और किसानों की प्रथम सत्ता स्थापित की। मार्क्स द्वारा प्रतिपादित वैज्ञानिक समाजवाद की विचारधारा को मूर्त रूप पहली बार रूसी क्रांति ने प्रदान किया। इस क्रांति ने समाजवादी व्यवस्था को स्थापित कर स्वयं को इस व्यवस्था के जनक के रूप में स्थापित किया। यह विचारधारा 1917 के पश्चात इतनी शक्तिशाली हो गई कि 1950 तक लगभग आधा विश्व इसके अंतर्गत आ चुका था।क्रांति के बाद का विश्व इतिहास कुछ इस तरीके से गतिशील हुआ कि या तो वह इसके प्रसार के पक्ष में था अथवा इसके प्रसार के विरूद्ध। .

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रेल गेज

350px रेल गेज, किसी रेलवे लाइन की दो समानांतर भार वहन पटरियों के शीर्षों के भीतरी पक्षों के बीच की दूरी को परिभाषित करती है। दुनिया की लगभग साठ प्रतिशत रेलवे मिमी (4 फुट 8 में 1/2) की मानक गेज का उपयोग करती हैं। चौड़े गेज को ब्रॉड गेज या बड़ी लाइन कहा जाता है, छोटे गेज को नैरो गेज या छोटी लाइन कहते हैं, व एक मीटर चौड़े गेज को मीटर गेज या मीटर लाइन कहते हैं। जहां भिन्न गेज आपस में मिलते हैं, उसे गेज भंग (ब्रेक ऑफ गेज) कहते हैं। कुछ रेल ट्रैक दोहरे या तिहरे गेज के होते हैं, जिनमें तीन या चार पटरियां होती हैं। इन पर एक से अधिक गेज की गाड़ियां जा सकती हैं। गेज सह्य सीमा से पता चलता है कि वास्तविक गेज का नाप मानक नाप से सुरक्षा में रहते हुए कितना अंतर तक हो सकता है। उदाहरणतः यू.एस.

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रेंडियर

दुनिया में रेंडियर का फैलाव अलास्का में एक रेंडियर रेंडियर या कैरिबू पृथ्वी से सुदूर-उत्तर के बर्फ़ीले आर्कटिक और उपार्कटिक इलाक़ों में मिलने वाली एक हिरण की नस्ल है। वैसे तो इनकी आबादी इतनी है कि इस जानवर के विलुप्त होने का कोई ख़तरा नहीं लेकिन इसकी कुछ क़िस्में संकट में हैं और एक या दो तो हमेशा के लिए ख़त्म हो चुकी हैं। रेंडियर के रंग और अकार स्थान के अनुसार अलग-अलग होते हैं। नर और मादा दोनों के सींग होते हैं, हालांकि नर के बड़े होते हैं। कुछ क़िस्में ऐसी भी हैं जिनमें मादाओं के सींग नहीं होते। इन उत्तरी क्षेत्रों में रहनी वाली बहुत-सी जातियों के लिए रेंडियर एक बहुत ही महत्वपूर्ण पशु है। वे इनका शिकार भी करते हैं और कुछ जातियों ने (जैसे कि रूस के एवेंकों ने) तो इन के पालन को भी अपनी समाज व्यवस्था का हिस्सा बनाया हुआ है। वे इनका दूध पीते हैं, इनका मांस खाते हैं, इनकी खाल के कपड़े-जूते पहनते हैं और इन्हें अपनी स्लेजों (बर्फ़ पर फिसलकर चलने वाले वाहन) को खींचने के लिए प्रयोग करते हैं। बहुत से ऐसे समुदायों में तो रेनडियरों का धार्मिक महत्व भी होता है।, Piers Vitebsky, Houghton Mifflin Harcourt, 2006, ISBN 978-0-618-77357-2 रेंडियर लाइकेन भी खाते हैं और पेड़ों के पत्ते भी। .

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रेक्जाविक

रेक्जाविक (Reykjavík) आइसलैंड की राजधानी और सबसे बड़ा नगर है। यह विश्व की सबसे उत्तरी राजधानी भी है। यह नगर आर्कटिक वृत के भीतर बसा हुआ है और सर्दियों में यहाँ केवल ४ घंटे ही धूप निकलती है और गर्मियों में मध्यरात्री तक सूरज निकलता है। यहाँ का औसत वार्षिक तापमान ५° सेल्सियस है और जनवरी के महीने का औसत तापमान -०.४° सेल्सियस और जुलाई का ११.२° सेल्सियस है। २००६ में रेक्जाविक की जनसंख्या १,१५,४२० थी और यह पूरे देश की कुल जनसंख्या का ३७% है। रेक्जाविक महानगरीय क्षेत्र की जनसंख्या २००३ में १,८१,७४६ थी और यह देश की कुल जनसंख्या का लगभग आधा भाग है। .

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रोचेस्टर, न्यूयॉर्क

रोचेस्टर, संयुक्त राज्य अमेरिका में लेक ओंटारियो के दक्षिण में स्थित न्यूयॉर्क की मॉनरो काउंटी का एक शहर है। रोचेस्टर महानगरीय क्षेत्र, यू.एस.

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रोमन साम्राज्य

अपने महत्तम विस्तार पर 117 इस्वी में '''रोमन साम्राज्य''' रोमन साम्राज्य का उत्थान एवं पतन रोमन साम्राज्य (27 ई.पू. –- 476 (पश्चिम); 1453 (पूर्व)) यूरोप के रोम नगर में केन्द्रित एक साम्राज्य था। इस साम्राज्य का विस्तार पूरे दक्षिणी यूरोप के अलावे उत्तरी अफ्रीका और अनातोलिया के क्षेत्र थे। फारसी साम्राज्य इसका प्रतिद्वंदी था जो फ़ुरात नदी के पूर्व में स्थित था। रोमन साम्राज्य में अलग-अलग स्थानों पर लातिनी और यूनानी भाषाएँ बोली जाती थी और सन् १३० में इसने ईसाई धर्म को राजधर्म घोषित कर दिया था। यह विश्व के सबसे विशाल साम्राज्यों में से एक था। यूँ तो पाँचवी सदी के अन्त तक इस साम्राज्य का पतन हो गया था और इस्तांबुल (कॉन्स्टेन्टिनोपल) इसके पूर्वी शाखा की राजधानी बन गई थी पर सन् १४५३ में उस्मानों (ऑटोमन तुर्क) ने इसपर भी अधिकार कर लिया था। यह यूरोप के इतिहास और संस्कृति का एक महत्वपूर्ण अंग है। .

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रोमां रोलां

सन् १९१५ में रोमां रोलां रोमां रोलां (Romain Rolland; 1866 ई. - 1944 ई.) नोबेल पुरस्कार से सम्मानित फ्रांसीसी लेखक और नाटककार थे। उनका जन्म मध्य फ्रांस के एक गांव में हुआ था। उन्होंने पेरिस और रोम में शिक्षा पाई थी। वे सूरबन विश्वविद्यालय पेरिस में प्रोफेसर नियुक्त हुए। उन्होंने लिओ तालस्तोय, महात्मा गांधी, माइकल एंजेलो, आदि महत्वपूर्ण सख्सियतों की जीवनियाँ भी लिखी। वे समाजवाद के समर्थक थे। उन्हें 1915 ई. में साहित्य का नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

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रोशन सिंह

रोशन सिंह (जन्म:१८९२-मृत्यु:१९२७) ठाकुर रोशन सिंह (१८९२ - १९२७) भारत के स्वतन्त्रता संग्राम के एक क्रान्तिकारी थे। असहयोग आन्दोलन के दौरान उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में हुए गोली-काण्ड में सजा काटकर जैसे ही शान्तिपूर्ण जीवन बिताने घर वापस आये कि हिन्दुस्तान रिपब्लिकन ऐसोसियेशन में शामिल हो गये। यद्यपि ठाकुर साहब ने काकोरी काण्ड में प्रत्यक्ष रूप से भाग नहीं लिया था फिर भी आपके आकर्षक व रौबीले व्यक्तित्व को देखकर काकोरी काण्ड के सूत्रधार पण्डित राम प्रसाद बिस्मिल व उनके सहकारी अशफाक उल्ला खाँ के साथ १९ दिसम्बर १९२७ को फाँसी दे दी गयी। ये तीनों ही क्रान्तिकारी उत्तर प्रदेश के शहीदगढ़ कहे जाने वाले जनपद शाहजहाँपुर के रहने वाले थे। इनमें ठाकुर साहब आयु के लिहाज से सबसे बडे, अनुभवी, दक्ष व अचूक निशानेबाज थे। .

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रोस्तोव ओब्लास्ट

रूस का एक ओब्लास्ट (области, ओब्लास्टि, प्रांत)। श्रेणी:रूस के प्रांत ar:اوبلاستات روسيا fi:Venäjän alueet pt:Óblasts da Rússia ru:Области Российской Федерации sr:Руске области ta:ரஷ்யாவின் ஓப்லஸ்துகள் vi:Tỉnh của Nga.

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रोजर फ़ेडरर

रॉजर फ़ेडरर (उच्चारण / rɒdʒə fɛdərər /) (जन्म 8 अगस्त 1981) एक व्यवसायिक स्विस टेनिस खिलाड़ी हैं, जिनकी वर्तमान में एटीपी वरीयता 2 है। उनके नाम 2 फ़रवरी 2004 से 17 अगस्त 2008 तक 237 हफ़्तों तक प्रथम वरीयता पर रहने का रिकॉर्ड है। फ़ेडरर को व्यापक रूप से इस युग के महानतम एकल खिलाड़ी के रूप में जाना जाता है। फ़ेडरर ने 17 ग्रैंड स्लैम एकल खिताब (4 ऑस्ट्रेलियन ओपन, 7 विम्बलडन, 5 अमरीकी ओपन) | उन्होंने 4 टेनिस मास्टर्स कप खिताब, 16 एटीपी मास्टर्स श्रृंखलाएं, तथा एक ओलम्पिक युगल स्वर्ण पदक जीते हैं। उनके नाम कई रिकॉर्ड हैं, जिसमें लगातार 10 ग्रैंड स्लैम फ़ाईनलों (2005 विम्बलडन प्रतियोगिता से 2007 अमेरिकी ओपन प्रतियोगिता तक) तथा लगातार 19 ग्रैंड स्लैम सेमीफ़ाइनल मुकाबलों (2004 विम्बलडन से वर्तमान तक) में शामिल होना भी सम्मिलित है। .

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रीगा

रीगा (लातवियाई: Rīga, स्पष्ट) लातविया की राजधानी और सबसे प्रमुख नगर है जो बाल्टिक का एक प्रमुख, औद्योगिक, व्यापारिक, सांस्कृतिक और वित्तीय केंद्र है और डुगावा नदी पर स्थित एक महत्वपूर्ण बंदरगाह है। ७,१३,०१६ (२००९) निवासियों के साथ यह बाल्टिक राज्यों में सबसे बड़ा और बाल्टिक क्षेत्र में सेंट पीटर्सबर्ग और स्टॉकहोम के बाद (नगरीय सीमा के भीतर निवासियों की गिनती अनुसार) तीसरा सबसे बड़ा नगर है। रीगा क्षेत्र का क्षेत्रफल ३०७.१७ वर्ग किमी है और यह एक समतल और रेतीले मैदान पर समुद्र तल से १ से १० मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। रीगा का ऐतिहासिक केंद्र एक यूनेस्को विश्व विरासत स्थल घोषित किया गया है और नगर अपनी व्यापक जुन्गेन्ड्सटिल (Jugendstil) वास्तुकला के लिए विशेष रूप से उल्लेखनीय है, जिसे यूनेस्को विश्व में कहीं भी अद्वितीय समझता है। .

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लातविया

लातविया या लातविया गणराज्य (लातवियाई: Latvijas Republika) उत्तरपूर्वी यूरोप में स्थित एक देश है और उन तीन बाल्टिक गणराज्यों में से एक है जिनका द्वितीय विश्व युद्ध के बाद भूतपूर्व सोवियत संघ में विलय कर दिया गया। इसकी सीमाएं लिथुआनिया, एस्टोनिया, बेलारूस और रूस से मिलती हैं। यह आकार की दृष्टि से एक छोटा देश है और इसका कुल क्षेत्रफल ६४,५८९ वर्ग किमी और जनसंख्या २२,३१,५० (२००९) है। लातविया की राजधानी है रीगा जिसकी अनुमानित जनसंख्या है ८,२६,०००। कुल जनसंख्या का ६०% लातवियाई मूल के नागरिक है और लगभग ३०% लोग रूसी मूल के हैं। यहाँ की आधिकारिक भाषा है लातवियाई, जो बाल्टिक भाषा परिवार से है। यहाँ की आधिकारिक मुद्रा है लात्स। लात्विया को १९९१ में सोवियत संघ से स्वतंत्रता मिली थी। १ मई, २००४ को लातविया यूरोपीय संघ का सदस्य बना। यहाँ के वर्तमान राष्ट्रपति हैं - वाल्डिस ज़ाट्लर्स। .

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लादोगा झील

लादोगा झील (रूसी: Ла́дожское о́зеро, लादोझ़स्कोए ओज़ेरो; अंग्रेज़ी: Lake Ladoga) पश्चिमोत्तरी रूस में कारेलिया गणतंत्र व लेनिनग्राद ओब्लास्त के क्षेत्रों में स्थित एक मीठे पानी की झील है। यह यूरोप की सबसे बड़ी झील है और क्षेत्रफल के हिसाब से दुनिया की १४वी सबसे बड़ी मीठे पानी की झील है। इसका क्षेत्रफल १७,७०० वर्ग किमी है, यानि भारत के नागालैंड राज्य से ज़रा बड़ा।, Springer, 2010, ISBN 9783540681458,...

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लापतेव सागर

लाप्टेव सागर (रूसी: море Лаптевых), आर्कटिक महासागर का एक उथला सीमांत समुद्र है। यह साइबेरिया के पूर्वी तट, तैमिर प्रायद्वीप, सेवेर्नाया ज़ेमल्या और नया साइबेरियाई द्वीप समूह के बीच स्थित है। इसकी उत्तरी सीमा आर्कटिक केप से निर्देशांक 79°N और 139°E से गुजरती है और एनिसिय अंतरीप पर अंत होती है। कारा सागर इसके पश्चिम में जबकि पूर्वी साइबेरियाई सागर इसके पूर्व मे स्थित है। इस समुद्र का नाम दो रूसी अन्वेषकों दिमित्री लाप्टेव और खरितोन लाप्टेव के नाम पर रखा गया है, इससे पहले इसे कई अन्य नामों से जाना जाता था और अंतिम प्रचलित नाम नॉर्देंस्क्जोल्ड सागर (रूसी: море Норденшельда) था जिसे स्वीडिश अंवेषक एडॉल्फ एरिक नॉर्देंस्कियोल्ड के नाम पर रखा गया था। इस समुद्र की विशेषताओं में इसकी भीषण जलवायु परिस्थितियां प्रमुख है क्योंकि इसका तापमान वर्ष में नौ महीनों से ज्यादा समय तक 0° सेल्सियस (32° फेरेनहाइट) या उससे नीचे रहता है और अगस्त से सितंबर के बीच के समय को छोड़कर यह जमा रहता है। इसकी अन्य विशेषताओं में इसके पानी की कम लवणता, वनस्पति, जीवों और मानव जनसंख्या की दुर्लभता और इसकी कम गहराई (ज्यादातर स्थानों पर 50 मीटर से कम) है। लाप्टेव सागर के तटों पर हजारों सालों से यूकाग़िर, इवेनी और इवेंकी नामक मूल निवासी रहते आये हैं, जिनका प्राथमिक व्यवसाय मछली पकड़ना, शिकार और रेंडियर पालन है। इस क्षेत्र का रूसी अंवेषण 17 वीं शताब्दी में शुरू हुया। रूसियों ने इसकी शुरुआत दक्षिण से की जहाँ कई बड़ी नदियाँ समुद्र में विसर्जित होती थीं इन नदियों में प्रमुख थीं, लेना नदी, खटांगा नदी, अनाबर नदी, ओलेंयोक नदी और ओमोलोय नदी। समुद्र में कई द्वीप समूह उपस्थित हैं, जिनमें से कई पर मैमथ नामक प्राचीन विशाल हाथी के अच्छी तरह से संरक्षित अवशेष मिलते हैं। क्षेत्र में मुख्य मानवीय गतिविधियों में उत्तरी सागर मार्ग के भीतर खनन और नौगमन शामिल हैं, मछली पकड़ना और शिकार स्थानीय स्तर पर किया जाता है और इसका कोई व्यावसायिक महत्व नहीं है। इलाके की सबसे बड़ी बसावत और बंदरगाह टिक्सी है। .

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लालबहादुर शास्त्री

लालबहादुर शास्त्री (जन्म: 2 अक्टूबर 1904 मुगलसराय - मृत्यु: 11 जनवरी 1966 ताशकन्द), भारत के दूसरे प्रधानमन्त्री थे। वह 9 जून 1964 से 11 जनवरी 1966 को अपनी मृत्यु तक लगभग अठारह महीने भारत के प्रधानमन्त्री रहे। इस प्रमुख पद पर उनका कार्यकाल अद्वितीय रहा। भारत की स्वतन्त्रता के पश्चात शास्त्रीजी को उत्तर प्रदेश के संसदीय सचिव के रूप में नियुक्त किया गया था। गोविंद बल्लभ पंत के मन्त्रिमण्डल में उन्हें पुलिस एवं परिवहन मन्त्रालय सौंपा गया। परिवहन मन्त्री के कार्यकाल में उन्होंने प्रथम बार महिला संवाहकों (कण्डक्टर्स) की नियुक्ति की थी। पुलिस मन्त्री होने के बाद उन्होंने भीड़ को नियन्त्रण में रखने के लिये लाठी की जगह पानी की बौछार का प्रयोग प्रारम्भ कराया। 1951 में, जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में वह अखिल भारत काँग्रेस कमेटी के महासचिव नियुक्त किये गये। उन्होंने 1952, 1957 व 1962 के चुनावों में कांग्रेस पार्टी को भारी बहुमत से जिताने के लिये बहुत परिश्रम किया। जवाहरलाल नेहरू का उनके प्रधानमन्त्री के कार्यकाल के दौरान 27 मई, 1964 को देहावसान हो जाने के बाद साफ सुथरी छवि के कारण शास्त्रीजी को 1964 में देश का प्रधानमन्त्री बनाया गया। उन्होंने 9 जून 1964 को भारत के प्रधान मन्त्री का पद भार ग्रहण किया। उनके शासनकाल में 1965 का भारत पाक युद्ध शुरू हो गया। इससे तीन वर्ष पूर्व चीन का युद्ध भारत हार चुका था। शास्त्रीजी ने अप्रत्याशित रूप से हुए इस युद्ध में नेहरू के मुकाबले राष्ट्र को उत्तम नेतृत्व प्रदान किया और पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी। इसकी कल्पना पाकिस्तान ने कभी सपने में भी नहीं की थी। ताशकन्द में पाकिस्तान के राष्ट्रपति अयूब ख़ान के साथ युद्ध समाप्त करने के समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद 11 जनवरी 1966 की रात में ही रहस्यमय परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गयी। उनकी सादगी, देशभक्ति और ईमानदारी के लिये मरणोपरान्त भारत रत्न से सम्मानित किया गया। .

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लालगुडी जयरामन

लालगुडी जयराम अय्यर (லால்குடி ஜயராம ஐயர்) (जन्म - 17 सितम्बर 1930, भारत) एक प्रसिद्ध कर्नाटिक वायलिनवादक, गायक और संगीतकार हैं। .

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लाइपत्सिग का युद्ध

लाइपत्सिग का युद्ध (Battle of Leipzig या Battle of the Nations) सैक्सोनी के लाइपत्सिग नामक स्थान पर १६ से १९ अक्टूबर, १८१३ को लड़ा गया था। रूस, प्रशा, आस्ट्रिया और स्वीडेन कि संयुक्त सेनाओं ने रूस के जार अलेक्सांदर प्रथम के नेतृत्व नेपोलियन को पराजित कर दिया। इस युद्ध में लगभग 600,000 सैनिकों ने भाग लिया, इस प्रकार प्रथम विश्वयुद्ध के पहले यूरोप की यह सबसे बड़ी लड़ाई थी। रूस अभियान में नेपोलियन की असफलता का समाचार पाते ही जर्मनी में फ्रांस से प्रतिशोध लेने की भावना जागने लगी। लोग देश को नेपोलियन के नियंत्रण से मुक्त करने के लिए संघर्ष के लिए तैयार हो गए। राष्ट्रीयता का जबर्दस्त उबाल आया। इस तरह 1813 में प्रशा ने फ्रांस के विरूद्ध युद्ध की घोषणा कर दी। किन्तु प्रशा की सेना को नेपोलियन ने पीछे ढलेल दिया। 1813 ई. में प्रशा, आस्ट्रिया, इंग्लैंड, रूस तथा स्वीडन ने मिलकर नेपोलियन के विरूद्ध एक गुट का निर्माण किया और नेपोलियन के विरूद्ध दक्षिणी जर्मनी के लाइपत्सिग के युद्ध में उसे पराजित किया इसे “राष्ट्रों के युद्ध” (वार ऑफ नेशन्स) के नाम से जाना जाता है। लाइपत्सिग की पराजय ने नेपोलियन के समूचे तंत्र को ध्वस्त कर दिया, महाद्वीपीय व्यवस्था समाप्त हो गई। अंततः नेपोलियन ने आत्मसमर्पण कर दिया और फ्रांस के सिंहासन से अपने समस्त अधिकार त्याग दिए। उसे इटली के पश्चिम में एल्बा द्वीप देकर वहां का स्वतंत्र शासक बना दिया गया और फ्रांस में लुई 18वें को सम्राट नियुक्त किया गया। नेपोलियन से छुटकारा पाने के बाद यूरोप की समस्याओं को सुलझाने के लिए 1814 ई. में ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना में मेटरनिख की अध्यक्षता में एक सम्मेलन हुआ जिसे वियना कांग्रेस के नाम से जाना जाता है। फ्रांस की भौगोलिक सीमा वही रखी गई जो 1792 में थी और वहां बूर्वो वंश के शासन को पुनर्स्थापित किया गया। फ्रांस में लुई 18वें अव्यवस्थित शासन से जनता असंतुष्ट थी। नेपोलियन को इन परिस्थितियों की सूचना मिली तो एक बार पुनः वह फ्रांस पर अधिकार करने के लिए मार्च 1815 में एल्बा से चलकर फ्रांस आया। वहां की जनता ने उसका स्वागत किया। अतः लुई 18वां फ्रांस छोड़कर भाग गया और नेपोलियन पुनः फ्रांस का सम्राट बन बैठा। किन्तु उसके बाद केवल 100 दिन की वह शासन कर सका। नेपोलियन के पुनः गद्दी प्राप्त करने की सूचना जब यूरोप में पहुंची तो सब लोग चौकन्ना हो गए। वियना कांगे्रस को एक बार फिर नेपोलियन के भूत का भय सताने लगा। अतः अपने मतभेद भूलकर एकजुट हो नेपोलियन का मुकाबला करने का निश्चय किया। अतः जून 1815 में नेपोलियन और मित्र राष्ट्रों के बीच अंतिम निर्णायक युद्ध वाटरलू के मैदान में हुआ जिसमें नेपोलियन पराजित हुआ। उसे बंदी बनाकर सुदूर अटलांटिक महासागर के सुनसान द्वीप सेंट हेलेना में निर्वासित जीवन जीने को भेज दिया गया और वहीं 6 वर्ष बाद 2 मई 1821 को उसकी मृत्यु हो गई। श्रेणी:यूरोप का इतिहास.

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लिथुआनिया

लिथुआनिया यूरोप महाद्वीप के उत्तरी भाग में बाल्टिक सागर के किनारे स्थित एक देश है। यह तीन बाल्टिक देशों (लिथुआनिया, लातविया और ऍस्तोनिया) में से सबसे बड़ा है। इसकी राजधानी विल्नुस है। २०१२ में इसकी आबादी लगभग ३० लाख थी। लिथुआनियाई लोग एक बाल्टिक समुदाय हैं और लिथुआनियाई भाषा हिन्द-यूरोपीय भाषा परिवार की बाल्टिक शाखा की केवल दो जीवित भाषाओं में से एक है (दूसरी लातवियाई है)। कहा जाता है कि लिथुआनियाई भाषा ने हमेशा शुद्धता व आदिम हिन्द-यूरोपी भाषा से निकटता बनाई रखी है और संस्कृत भाषा के बहुत समीप है।, Timothy Snyder, pp.

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लिपेत्स्क ओब्लास्ट

रूस का एक ओब्लास्ट (области, ओब्लास्टि, प्रांत)। श्रेणी:रूस के प्रांत ar:اوبلاستات روسيا fi:Venäjän alueet pt:Óblasts da Rússia ru:Области Российской Федерации sr:Руске области ta:ரஷ்யாவின் ஓப்லஸ்துகள் vi:Tỉnh của Nga.

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लियाओ राजवंश

सन् ११११ ईसवी में लियाओ राजवंश का क्षेत्र (गुलाबी रंग में) लियाओ राजवंश (चीनी: 遼朝, लियाओ चाओ; ख़ितानी: मोस जैलुत; अंग्रेजी: Liao Dynasty) जिसे ख़ितानी साम्राज्य (契丹國, चिदान गुओ, Khitan Empire) भी कहा जाता है पूर्वी एशिया का एक साम्राज्य था जो मंगोलिया, कज़ाख़स्तान के कुछ भागों, रूस के सुदूर पूर्वी भागों और उत्तरी चीन पर विस्तृत था। इसकी स्थापना चीन में तंग राजवंश के पतन के दौरान ख़ितानी लोगों के महान ख़ान अबाओजी ने की थी। यह साम्राज्य ९०७ ईसवी से ११२५ ईसवी तक चला। सन् ११२५ ई में जुरचेन लोगों के जिन राजवंश (१११५–१२३४) ने लियाओ राजवंश का नाश कर दिया।, Frederick W. Mote, Harvard University Press, 2003, ISBN 978-0-674-01212-7,...

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लियॉन थेरेमिन

लेव सर्गेईविच टर्मेन, (रूसी: Ле́в Серге́евич Терме́н) (27 अगस्त 1896-3 नवम्बर 1993 (अमेरिका में लियॉन थेरेमिन; Léon Theremin) एक रूसी और सोवियत आविष्कारक था। थेरेमिन को उसके द्वारा अविष्कृत थेरेमिन नामक वैद्युत-वाद्ययन्त्र के लिए जाना जाता है। थेरेमिन शुरुआती इलेक्ट्रॉनिक संगीत वाद्ययंत्रों मे से एक था और यह पहला ऐसा इलेक्ट्रॉनिक संगीत वाद्ययंत्र था जिसका उत्पादन बड़े पैमाने पर किया गया था। थेरेमिन ने अन्तर्ग्रथ का भी अविष्कार किया था, जो कि किसी वीडियो संकेत की तस्वीर की गुणवत्ता में सुधार लाने की एक तकनीक है, साथ ही इसका प्रयोग व्यापक रूप से वीडियो और टेलीविजन प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में किया जाता है। थेरेमिन द्वारा अविष्कृत "द थिंग" नामक एक जासूसी उपकरण को आरएफआईडी प्रौद्योगिकी का एक पूर्ववर्ती माना जाता है। .

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लंबाई के आधार पर नदियों की सूची

एक जलपोत से नील नदी का दृश्य, मिस्र में लक्सर और असवान के बीच. यह पृथ्वी पर सबसे लंबी नदियों की सूची है। इसमें 1,000 किलोमीटर से अधिक वाले नदी तंत्र शामिल हैं। .

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लौह अयस्क

हैमेताईट: ब्राजील की खानों में मुख्य लौह अयस्क लौह अयस्क के छर्रों के इस ढेर का उपयोग इस्पात के उत्पादन में किया जाएगा। लौह अयस्क (Iron ores) वे चट्टानें और खनिज हैं जिनसे धात्विक लौह (iron) का आर्थिक निष्कर्षण किया जा सकता है। इन अयस्कों में आमतौर पर आयरन (लौह या iron) ऑक्साइडों की बहुत अधिक मात्रा होती है और इनका रंग गहरे धूसर से लेकर, चमकीला पीला, गहरा बैंगनी और जंग जैसा लाल तक हो सकता है। लौह आमतौर पर मेग्नेटाईट (magnetite), हैमेटाईट (hematite), जोईथाईट (goethite), लिमोनाईट (limonite), या सिडेराईट (siderite), के रूप में पाया जाता है। हैमेटाईट को "प्राकृतिक अयस्क" भी कहा जाता है। यह नाम खनन के प्रारम्भिक वर्षों से सम्बंधित है, जब हैमेटाईट के विशिष्ट अयस्कों में 66% लौह होता था और इन्हें सीधे लौह बनाने वाली ब्लास्ट फरनेंस (एक विशेष प्रकार की भट्टी जिसका उपयोग धातुओं के निष्कर्षण में किया जाता है) में डाल दिया जाता था। लौह अयस्क कच्चा माल है, जिसका उपयोग पिग आयरन (ढलवां लोहा) बनाने के लिए किया जाता है, जो इस्पात (स्टील) बनाने के लिए बनाने में काम आता है। वास्तव में, यह तर्क दिया गया है कि लौह अयस्क "संभवतया तेल को छोड़कर, किसी भी अन्य वस्तु की तुलना में वैश्विक अर्थव्यवस्था का अधिक अभिन्न अंग है।" .

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लूई वीटॉन

लूई वीटॉन मालटियर -सामान्यतः लूई वीटॉन के नाम से जाना जाता है, (आमतौर पर अंग्रेजी में रुपान्तरित), या संक्षेप में एलवी (LV)- एक फ्रेंच फैशन हाउस है जिसकी स्थापना 1854 में हुई थी। यह लेबल अपने एलवी (LV) मोनोग्राम के कारण अच्छी तरह से जाना जाता है, जो अपने अधिकतर उत्पादों पर लगा होता है, जिनमें लक्ज़री संदूकों और चमड़े के उत्पादों से लेकर तैयार कपड़े, जूते, घड़ियां, गहने, सहायक सामग्रियां, धूप के चश्मे और किताबें शामिल हैं। लूई वीटॉन दुनिया के प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय फैशन हाउसों में से एक है। लूई वीटॉन अपने उत्पादों को उच्च स्तरीय डिपार्टमेण्ट स्टोर्स के छोटे बुटिक्स में और अपने वेबसाइट के ई-कामर्स विभाग के जरिए बेचता था। .

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लेना नदी

रूस के याकुत्स्क शहर के पास लेना नदी लेना नदी (रूसी: Ле́на, अंग्रेज़ी: Lena) उत्तरी एशिया के पूर्वी साइबेरिया क्षेत्र की एक नदी है और दुनिया की ११वीं सबसे लम्बी नदी है। येनिसेय नदी और ओब नदी के साथ यह आर्कटिक सागर में बहने वाली तीसरी महान साइबेरियाई नदी मानी जाती है। इसकी पूरी लम्बाई ४,४७२ किमी (२,७७९ मील) है और यह पूरी तरह रूस के अन्दर बहने वाली सबसे लम्बी नदी है। .

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लेनिनग्राद ओब्लास्ट

रूस का एक ओब्लास्ट (области, ओब्लास्टि, प्रांत)। श्रेणी:रूस के प्रांत en:Oblasts of Russia.

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लेव तोलस्तोय

लेव तोलस्तोय (रूसी:Лев Никола́евич Толсто́й, 9 सितम्बर 1828 - 20 नवंबर 1910) उन्नीसवीं सदी के सर्वाधिक सम्मानित लेखकों में से एक हैं। उनका जन्म रूस के एक संपन्न परिवार में हुआ था। उन्होंने रूसी सेना में भर्ती होकर क्रीमियाई युद्ध (1855) में भाग लिया, लेकिन अगले ही वर्ष सेना छोड़ दी। लेखन के प्रति उनकी रुचि सेना में भर्ती होने से पहले ही जाग चुकी थी। उनके उपन्यास युद्ध और शान्ति (1865-69) तथा आन्ना करेनिना (1875-77) साहित्यिक जगत में क्लासिक रचनाएँ मानी जाती है। धन-दौलत व साहित्यिक प्रतिभा के बावजूद तोलस्तोय मन की शांति के लिए तरसते रहे। अंततः 1890 में उन्होंने अपनी धन-संपत्ति त्याग दी। अपने परिवार को छोड़कर वे ईश्वर व गरीबों की सेवा करने हेतु निकल पड़े। उनके स्वास्थ्य ने अधिक दिनों तक उनका साथ नहीं दिया। आखिरकार 20 नवम्बर 1910 को अस्तापवा नामक एक छोटे से रेलवे स्टेशन पर इस धनिक पुत्र ने एक गरीब, निराश्रित, बीमार वृद्ध के रूप में मौत का आलिंगन कर लिया। .

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लेक केजिंसकी

लेक अलेकसांदर कैज़िंस्की (पोलिश: Lech Kaczyński,; १८ जून १९४९ – १० अप्रैल २०१०) २००५ से २०१० तक पोलैंड के राष्ट्रपति रहे। इसके अलावा ये २००२ से २२ दिसम्बर २००५ को राष्ट्रपति बनने से एक दिन पूर्व तक लॉ एण्ड जस्टिस पार्टी के राजनैतिक नेता रहे। इनकी १० अप्रैल, २०१० को रूस में एक विमान दुर्घटना में मृत्यु हो गयी थी। .

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लोकनीति

लोकनीति अथवा 'सार्वजनिक नीति' (Public policy) वह नीति है जिसके अनुसार राज्य के प्रशासनिक कार्यपालक अपना कार्य करते हैं। बहुत से विचारकों का मत है कि लोक प्रशासन, लोकनीति को लागू करने और उसकी पूर्ति के लिये लागू की गयी गतिविधियों का योग है। सावर्जनिक नीति का अध्ययन अमेरिका के कई विश्वविद्यालयों में प्रमुखता से किया जाता है। सार्वजनिक नीति सामान्यतया अर्थव्यवस्था, पर्यावरण, शिक्षा, तकनीकी एवं सामाजिक नीतियों जैसे सामान्य शीर्षकों में वर्गीकृत की जाती है। हम सब अपने दिन-प्रतिदिन के जीवन में असंख्य सार्वजनिक नीतियों से अत्यन्त प्रभावित हैं। सार्वजनिक नीति की पहुँच व्यापक है, अत्यावश्यक से नगण्य तक। सार्वजनिक नीतियाँ आज प्रतिरक्षा, पर्यावरण सरंक्षण, चिकित्सकीय देखभाल एवं स्वास्थ्य, शिक्षा, गृह निर्माण, कराधान, महँगाई, विज्ञान और तकनीकी इत्यादि मूलभूत क्षेत्रों से संबंधित है। सार्वजनिक नीतियां सूक्ष्म स्तर से वृहत स्तर तक अनेक पक्षों के साथ व्यवहार करती है। इसका संबंध चाहे आन्तरिक घरेलू पक्षों से हो या बाह्य विदेशी मामले से। घरेलू क्षेत्र में, सार्वजनिक नीतियां सूक्ष्म स्तर के किसी विशिष्ट गाँव पर ध्यान केन्द्रित कर सकती है या किसी विशिष्ट खण्ड या समुदाय से संबंधित हो सकती है। इसी तरह सार्वजनिक नीतियाँ स्थानीय, राज्य या राष्ट्रीय सरकार से संबंधित हो सकती है। सार्वजनिक नीति विदेशी मामले, शिक्षा, प्रतिरक्षा, कृषि, गृह निर्माण, शहरी विकास, सिंचाई आदि से जुड़ी हो सकती है। सार्वजनिक नीतियों का विस्तार अत्यन्त नगण्य पक्ष से लेकर अत्यन्त महत्त्वपूर्ण पक्ष तक हो सकता है। इसमें किसी राष्ट्रीय नेता की स्मृति में राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने और इसके तहत सैकड़ों करोड़ रूपये की मजदूरी देना भी सम्मिलित है। आधुनिक मनुष्य का जन्म सरकार द्वारा प्रदत्त वित्तय सहायता वाले चिकित्सालय में होता है। वह अपनी शिक्षा राज्य सहायता प्राप्त विद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों में प्राप्त करता है, अपने समय का काफी हिस्सा राज्य द्वारा निर्मित परिवहन सुविधाओं से यात्रा करते हुए गुजारता है, डाक घर या अर्द्ध राजकीय दूरभाष प्रणाली का उपयोग संचार हेतु करता है, राज्य द्वारा व्यवस्था किये पेय जल के पीता है, अपने कूड़े-कचरे का निपटान सावर्जनिक स्वच्छता प्रणाली के माध्यम से करता है, सार्वजनिक पस्तकालय से पुस्तकें पढ़ता है, सार्वजनिक पार्कों में पिकनिक मनाता है तथा सार्वजनिक पुलिस, अग्निशमन एवं स्वास्थ्य प्रणाली से लाभान्वित होता है। अन्ततोगत्वा, उसकी मृत्यु चिकित्सालय में होती है, और हो सकता है कि उसको सार्वजनिक शमशान में दफनाया जाये। मनुष्य कितना ही रूढ़िवादी क्यों न हो, वह अपना दिन प्रतिदिन का जीवन उपर्युक्त या अन्य कई सार्वजनिक सेवाओं के संबंध में सरकार के निर्णय से बंधा हुआ पाता है। लोक प्रशासन का राजनीति विज्ञान के समानान्तर अध्ययन के एक क्षेत्र के रूप में प्रादुर्भाव होने तथा एक अलग शैक्षणिक विभाग के रूप में उभरने के साथ ही, 1960 के दशक में सार्वजनिक नीति को राजनीति विज्ञान के अंतर्गत अध्ययन के एक उपक्षेत्र के नाते मान्यता मिली। ‘सार्वजनिक नीति‘ सावर्जनिक मामलों के प्रति सरकार के रूख का सैद्धान्तिक अध्ययन करती है। राजनीति विज्ञान का बल सिद्धान्त पर, तथा साजर्वनिक नीति का बल उसके अनुप्रयोग पर होता है। .

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शतरंज

शतरंज (चैस) दो खिलाड़ियों के बीच खेला जाने वाला एक बौद्धिक एवं मनोरंजक खेल है। किसी अज्ञात बुद्धि-शिरोमणि ने पाँचवीं-छठी सदी में यह खेल संसार के बुद्धिजीवियों को भेंट में दिया। समझा जाता है कि यह खेल मूलतः भारत का आविष्कार है, जिसका प्राचीन नाम था- 'चतुरंग'; जो भारत से अरब होते हुए यूरोप गया और फिर १५/१६वीं सदी में तो पूरे संसार में लोकप्रिय और प्रसिद्ध हो गया। इस खेल की हर चाल को लिख सकने से पूरा खेल कैसे खेला गया इसका विश्लेषण अन्य भी कर सकते हैं। शतरंज एक चौपाट (बोर्ड) के ऊपर दो व्यक्तियों के लिये बना खेल है। चौपाट के ऊपर कुल ६४ खाने या वर्ग होते है, जिसमें ३२ चौरस काले या अन्य रंग ओर ३२ चौरस सफेद या अन्य रंग के होते है। खेलने वाले दोनों खिलाड़ी भी सामान्यतः काला और सफेद कहलाते हैं। प्रत्येक खिलाड़ी के पास एक राजा, वजीर, दो ऊँट, दो घोडे, दो हाथी और आठ सैनिक होते है। बीच में राजा व वजीर रहता है। बाजू में ऊँट, उसके बाजू में घोड़े ओर अंतिम कतार में दो दो हाथी रहते है। उनकी अगली रेखा में आठ पैदल या सैनिक रहते हैं। चौपाट रखते समय यह ध्यान दिया जाता है कि दोनो खिलाड़ियों के दायें तरफ का खाना सफेद होना चाहिये तथा वजीर के स्थान पर काला वजीर काले चौरस में व सफेद वजीर सफेद चौरस में होना चाहिये। खेल की शुरुआत हमेशा सफेद खिलाड़ी से की जाती है। .

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शलजम

शलजम (Turnip, वानस्पतिक नाम:Brassica rapa) क्रुसीफ़ेरी कुल का पौधा है। इसकी जड़ गांठनुमा होती है जिसकी सब्ज़ी बनती है। कोई इसे रूस का और कोई इसे उतरी यूरोप का देशज मानते हैं। आज यह पृथ्वी के प्राय: समस्त भागों में उगाया जाता है। .

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शिलारस

बिना साफ़ किया शिलारस (कच्चा शिलारस) शिलारस (पेट्रोलियम) एक अत्यधिक उपयोगी पदार्थ हैं, जिसका उपयोग देनिक जीवन में बहुत अधिक होता हैं। शिलारस वास्तव में उदप्रांगारों का मिश्रण होता है। इसका निर्माण भी कोयले की तरह वनस्पतियों के पृथ्वी के नीचे दबने तथा कालांतर में उनके ऊपर उच्च दाब तथा ताप के आपतन के कारण हुआ। प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले शिलारस को अपरिष्कृत तेल (Crude Oil) कहते हैं जो काले रंग का गाढ़ा द्रव होता है। इसके प्रभाजी आसवन (फ्रैक्शनल डिस्टिलेशन) से केरोसिन, पेट्रोल, डीज़ल, प्राकृतिक गैस, वेसलीन,तारकोल ल्यूब्रिकेंट तेल इत्यादि प्राप्त होते हैं। दरअसल जब तेल के भंडार पृथ्वी पर कहीं ढूंढे जाते हैं, तब यह गाढ़े काले रंग का होता है। जिसे क्रूड ऑयल कहा जाता है और इसमें उदप्रांगारों की बहुलता होती है। उदप्रांगारों की खासियत यह होती है कि इनमें मौजूद हाइड्रोजन और प्रांगार के अणु एक दूसरे से विभिन्न श्रृंखलाओं में बंधे होते हैं। ये श्रृंखलाएं तरह-तरह की होती हैं। यही श्रृंखलाएं विभिन्न प्रकार के तेल उत्पादों का स्रोत होती हैं। इनकी सबसे छोटी श्रृंखला मिथेन नामक प्रोडक्ट का आधार बनती है। इनमें लंबी श्रृंखलाओं वाले उदप्रांगारों ठोस जैसे कि मोम या टार नामक उत्पाद का निर्माण करते हैं। सछिद्र चट्टान (4) में शिलारस स्थित है। जब पृथ्वी से तेल खोद कर निकाला जाता है उस वक्त अपरिष्कृत तेल (क्रूड ऑयल) ठोस रूप में होता है। इससे तेल के विभिन्न रूप पाने के लिए अपरिष्कृत तेल में मौजूद उदप्रांगार के विभिन्न चेन को अलग करना पड़ता है। उदप्रांगार के विभिन्न चेनों को अलग करने की प्रक्रिया रासायनिक क्रांस जोड़ने उदप्रांगार कहलाती है। जिसे हम शोधन प्रक्रिया के नाम से जानते हैं। यह शोधन प्रक्रिया शोधन कारखानें (रिफाइनरीज) में होती है। एक तरह से यह शोधन बेहद आसान भी होता है और मुश्किल भी। यह सरल तब होता है जब क्रूड ऑयल में पाए जाने वाले उदप्रांगारों के बारे में पता हो और मुश्किल तब जब इसकी जानकारी नहीं होती है। दरअसल हर प्रकार के उदप्रांगारों का क्वथनांक के, अलग-अलग होता है इस तरह आसवन की प्रक्रिया से उन्हें आसानी से अलग किया जा सकता है। तेल शोधक कारखाना की पूरी प्रक्रिया में यह एक महत्वपूर्ण चरण होता है। दरअसल अपरिष्कृत तेल को अलग-अलग तापमान पर गर्म करके वाष्प एकत्रित करके तथा उसे दोबारा संघनित करके उदप्रांगार की अलग-अलग चेन निकाल ली जाती हैं। तेल शोधक कारखाना (ऑयल रिफाइनरी) में शोधन का यह सबसे सामान्य और पुराना तरीका है। उबलते तापमान का उपयोग करने वाली इस विधि को प्रभाजी आसवन कहते हैं। आसवन का एक तरीका यह भी होता है कि उदप्रांगार की एक लंबी चेन को जैसे का तैसा निकाल लेने के बजाए उसे छोटी-छोटी चेन्स में तोड़कर निकाल लिया जाता है। इस प्रक्रिया को रासायनिक प्रसंस्करण कहते हैं। तो बच्चे अब आप समझ गए होंगे कि पेट्रोल और कैरोसिन के अलावा दूसरे ईंधन कैसे बनते हैं। इस सारी प्रक्रिया में तेल शोधक कारखाना की अहम भूमिका हो .

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शिल्का नदी

शिल्का नदी और अर्गुन नदी के मिलाप से ही अमूर नदी जन्म लेती है शिल्का नदी (रूसी: Шилка) रूस के दक्षिण-पूर्व में स्थित ज़बायकाल्स्की क्राय क्षेत्र में स्थित एक ५६० किलोमीटर लम्बी एक नदी है। यह ओनोन नदी और इन्गोदा नदी के मिलाप से शुरू होती है। शिल्का का आगे चलकर चीन और रूस की सीमा पर अर्गुन नदी के साथ विलय होता है जिस से अमूर नदी पैदा होती है। पूरी शिल्का नदी में इतनी गहराई है कि उसपर नाविक यातायात चल सकता है। .

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शिवदान सिंह चौहान

शिवदान सिंह चौहान (1918-2000) हिन्दी साहित्य के प्रथम मार्क्सवादी आलोचक के रूप में ख्यात हैं। लेखक होने के साथ-साथ वे सक्रिय राजनीतिक कार्यकर्ता भी थे। .

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शिंजियांग

चीन का नक़्शा, शिंजियांग गहरे लाल रंग में शिन्जियांग में काराकोरम राजमार्ग के नज़दीक का दृश्य तियांची सरोवर बुरचिन ज़िले में एक नदी शिंजियांग (उइग़ुर:, अंग्रेज़ी: Xinjiang, चीनी: 新疆) जनवादी गणराज्य चीन का एक स्वायत्तशासी क्षेत्र है। ये एक रेगिस्तानी और शुष्क इलाक़ा है इसलिए इस की आबादी बहुत कम है। शिंजियांग की सरहदें दक्षिण में तिब्बत और भारत, दक्षिण-पूर्व में चिंग हई और गांसू, पूर्व में मंगोलिया, उत्तर में रूस और पश्चिम में क़ाज़क़स्तान, किरगिज़स्तान, ताजिकिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्तान से मिलती हैं। भारत का अक्साई चिन का इलाका भी, जिसपर चीन का क़ब्ज़ा है, प्रशासनिक रूप से शिंजियांग में शामिल है।, S. Frederick Starr, M.E. Sharpe, 2004, ISBN 978-0-7656-1318-9 शिंजियांग की राजधानी उरुमची नाम का शहर है, जबकि इसका सबसे बड़ा नगर काश्गर है। .

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शिक्षक दिवस

विश्व के कुछ देशों में शिक्षकों (गुरुओं) को विशेष सम्मान देने के लिये शिक्षक दिवस का आयोजन होता है। कुछ देशों में छुट्टी रहती है जबकि कुछ देश इस दिन कार्य करते हुए मनाते हैं। भारत के भूतपूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन (५ सितंबर) भारत में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। .

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शंघाई सहयोग संगठन

शंघाई सहयोग संगठन (Shanghai Cooperation Organisation) या SCO; सरल चीनी: 上海合作组织; परम्परागत चीनी: 上海合作組織; फीनयिन: Shànghǎi Hézuò Zǔzhī; रूसी: Шанхайская организация сотрудничества (ШОС), Shankhayskaya organizatsiya sotrudnichestva) यूरेशिया का राजनीतिक आर्थिक, और सैनिक संगठन है जिसकी स्थापना २००१ में संघाई में चीन, कजकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, तजकिस्तान और उज्बेकिस्तान के नेताओं ने मिलकर की। २४ जून २०१६ को भारत और पाकिस्तान को भी औपचारिक तौर पर अस्ताना म॓ॱ आयोजित शिखर सम्मेलन मेॱ संगठन का सदस्य बनाया गया। तथ्य चीन, कजकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस और तजकिस्तान ने 1996 मेॱ "शंघाई V" नाम से सॱगठन की स्थापना शऺघाई मेऺ की । सन् 2001 मेॱ वापस शिऺघाई मे आयोजित शिखर सम्मेलन मेऺ उज्बेकिस्तान को शामिल कर "शंघाई VI" मेऺ बदल दिया गया जो अब शंघाई सहयोग संगठन (Shanghai Cooperation Organisation) या SCO नाम से जाना जाता है। इसका मुख्यालय बीजिऺग मेऺ है। .

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शक्‍ति-संतुलन

शक्‍ति-संतुलन का सिद्धान्त (balance of power theory) यह मानता है कि कोई राष्ट्र तब अधिक सुरक्षित होता है जब सैनिक क्षमता इस प्रकार बंटी हुई हो कि कोई अकेला राज्य इतना शक्तिशाली न हो कि वह अकेले अन्य राज्यों को दबा दे। .

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शुक्र के पर्वतों की सूची

यह शुक्र ग्रह के पर्वतों की सूची है। शुक्र ग्रह के पर्वतों के नाम विभिन्न संस्कृतियों की पौराणिक देवियों पर रखे गए है, मैक्सवेल पर्वत एक अपवाद है। .

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श्वेत सागर

श्वेत सागर या सफ़ेद सागर (रूसी: Бе́лое мо́ре, बेलोए मोरे; अंग्रेज़ी: White Sea, व्हाईट सी) रूस के पश्चिमोत्तरी तट पर स्थित बारेन्त्स सागर की एक खाड़ी है। इसके पश्चिम में कारेलिया क्षेत्र, उत्तर में कोला प्रायद्वीप और पूर्वोत्तर में कानिन प्रायद्वीप आते हैं जो सभी रूस के भाग हैं। इस कारणवश यह पूरा सागर रूस का निजी जलाशय माना जाता है और इसपर पूरी तरह रूस का नियंत्रण है।, William Elliott Butler, pp.

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शेरेमेत्येवो अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र

शेरेमेत्येवो अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र (p), मास्को-ओब्लास्ट, रूस में एक अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र है। यह मध्य मास्को से उत्तर-पश्चिम दिशा में स्थित है। यह रूसी अन्तर्राष्ट्रीय वायुसेवा एयरोफ़्लोट का हब है एवं दोमोदेदोवो अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र एवं व्नुकोवओ अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र (IATA kUT:MOW) सहित रूसी राजधानी मास्को को सेवा देने वाले तीन विमानक्षेत्रों में से एक है। दोमोदेदोवो के बाद यह रूस का दूसरा सबसे बड़ा विमानक्षेत्र है। वर्ष २०१० में यहां से 19,329,000 यात्री एवं 184,488 विमानों का आवागमन संपन्न हुआ था। .

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शेख मुस्ज़ाफर शुकोर

शेख मुस्ज़ाफर शुकोर (जावी: شيخ موسزڤهر شكاورالمسري بن شيخ مصطفى, जन्म नाम; शेख मुस्ज़ाफर शुकोर अल मास्री बिन शेख मुस्तफा) जिनका जन्म 27 जुलाई 1972 को हुआ था, एक मलेशियाई अस्थिरोग शल्य चिकित्सक हैं, साथ ही अंतरिक्ष में जाने वाले यह पहले मलेशियाई हैं। 10 अक्टूबर 2007 को अभियान 16 के दल के साथ शुकोर ने भी सोयुज टीएमए -11 के द्वारा अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए प्रक्षेपण उड़ान भरी थी। शेख मुस्ज़ाफर शुकोर ने यह उड़ान रूस के साथ हुये एक समझौते अंगकासवान कार्यक्रम के तहत भरी थी और 21 अक्टूबर 2007, को वो वापस पृथ्वी पर लौट आये। उनकी इस उड़ान में उनके साथ सोयूज टीएमए -10 अभियान 15 दल के सदस्य फ्योदोर युर्चिखिन और ओलेग कोटोव शामिल थे। .

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शेंगेन क्षेत्र

शेंगेन क्षेत्र में उन पच्चीस यूरोपीय देशों के प्रदेश शामिल हैं जिन्होंने, लक्ज़मबर्ग के शेंगेन शहर में 1985 में हस्ताक्षरित शेंगेन समझौते को लागू किया है। शेंगेन क्षेत्र, अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए काफी हद तक एक एकल राष्ट्र की तरह संचालित होता है जहां इस क्षेत्र के अन्दर आने वाले या फिर बाहर जाने वाले लोगों के लिए तो सीमा नियंत्रण होता है, लेकिन यहां कोई आंतरिक सीमा नियंत्रण नहीं है। शेंगेन नियमों को 1999 में एम्स्टर्डम समझौते द्वारा यूरोपीय संघ (EU) क़ानून में शामिल कर लिया गया, हालांकि इस क्षेत्र में आधिकारिक तौर पर तीन गैर-यूरोपीय संघ राष्ट्र, आइसलैंड, नॉर्वे स्विटजरलैंड शामिल हैं और वास्तविक तौर पर तीन सूक्ष्म यूरोपीय राष्ट्र, मोनाको, सैन मैरिनो, और वेटिकन सिटी भी शामिल है। यूरोपीय संघ के दो सदस्यों - आयरलैंड और ब्रिटेन को छोड़कर बाकी सभी सदस्य राष्ट्रों को शेंगेन लागू करने की आवश्यकता है और बुल्गारिया, साइप्रस और रोमानिया को छोड़कर सभी ने इसे पहले से ही लागू कर लिया है। वर्तमान में इस क्षेत्र की जनसंख्या 40 करोड़ से अधिक है और का क्षेत्र इसके अंतर्गत आता है। शेंगेन नियमों को लागू करने के तहत एक शेंगन राष्ट्र को अन्य शेंगेन सदस्यों के साथ सीमा पर नियंत्रण को समाप्त करना और साथ ही गैर सदस्य राज्यों के साथ सीमा पर नियंत्रण को मजबूत बनाना शामिल है। इन नियमों में शामिल है लोगों के अस्थायी प्रवेश पर आम नीति के प्रावधान (शेंगेन वीज़ा सहित), बाह्य सीमा नियंत्रण को सुसंगत करना, पार-सीमा पुलिस और न्यायिक सहयोग.

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शीत-महल

शीत-महल सेंट पीटर्सबर्ग का शीत-महल (रूसी: Зимний дворец, ज़ीम्निय् द्वोरेत्स्) — 1754 से 1762 के समय में इटालियन वास्तुकार रस्त्रेल्ली द्वारा बनाया हुआ रूसी वास्तुकला का एक प्रसिद्ध नमूना है। सन् 1917 तक यह महल रूसी महाराजाधिराजों का शीतकालीन निवास-स्थान था। सन् 1917 की अक्टूबर समाजवादी क्रांति के दौर में उस में पूँजीवादी अस्थायी सरकार बैठती थी। सन् 1918 से शीत-महल सोवियत राजकीय चित्रशाला के अधिकार में है।। शीत-महल संसार भर के दर्शनीय स्थानों में से एक गिना जाता है। श्रेणी:रूस का इतिहास श्रेणी:सेंट पीटर्सबर्ग श्रेणी:स्थापत्य de:Eremitage (Sankt Petersburg)#Gebäude.

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शीतकालीन ओलम्पिक खेल

शीतकालीन ऑलंपिक खेल (अंग्रेज़ी:विंटर ऑलंपिक्स) एक विशेष ओलम्पिक खेल होते हैं, जिनमें में अधिकांशत: बर्फ पर खेले जाने वाले खेलों की स्पर्धा होती है। इन खेलों में ऑल्पाइन स्कीइंग, बायथलॉनबॉब्स्लेड, क्रॉस कंट्री स्कीइंग, कर्लिंग, फिगर स्केटिंग, फ्रीस्टाइल स्कीइंग, आइस हॉकी, ल्यूज, नॉर्डिक कंबाइंड, शॉर्ट ट्रैक स्पीड स्केटिंग, स्केलेटन, स्नोबोर्डिंग, स्पीड स्केटिंग आदि स्पर्धाएं होती हैं। .

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समान नागरिक संहिता

समान नागरिक संहिता अथवा समान आचार संहिता का अर्थ एक धर्मनिरपेक्ष (सेक्युलर) कानून होता है जो सभी धर्म के लोगों के लिये समान रूप से लागू होता है। दूसरे शब्दों में, अलग-अलग धर्मों के लिये अलग-अलग सिविल कानून न होना ही 'समान नागरिक संहिता' का मूल भावना है। समान नागरिक कानून से अभिप्राय कानूनों के वैसे समूह से है जो देश के समस्त नागरिकों (चाहे वह किसी धर्म या क्षेत्र से संबंधित हों) पर लागू होता है। यह किसी भी धर्म या जाति के सभी निजी कानूनों से ऊपर होता है। विश्व के अधिकतर आधुनिक देशों में ऐसे कानून लागू हैं। समान नागरिकता कानून के अंतर्गत.

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समारा ओब्लास्त

समारा ओब्लास्त (रूसी: Сама́рская о́бласть, अंग्रेज़ी: Samara Oblast) रूस का एक ओब्लास्त (области या प्रांत) है। सोवियत संघ के ज़माने में, १९३६ से १९९० तक, इसका नाम कुय्बिशेव ओब्लास्त (Ку́йбышевская о́бласть, Kuybyshev Oblast) था। इस ओब्लास्त की राजधानी भी 'समारा' नामक शहर ही है। .

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समाजवादी इंटरनेशनल

'''समाजवादी इंटरनेशनल''' का प्रतीक-चिह्न (लोगो) समाजवादी इंटरनेशनल दलों द्वारा शासित देश समाजवादी इंटरनैशनल (Socialist International) विश्व के लोकतांत्रिक समाजवादी दलों का संघ है जिसका मुख्य कार्यालय लंदन में है। इसका मूल ध्येय मनुष्य द्वारा मनुष्य के तथा राष्ट्र द्वारा राष्ट्र के शोषण का अंत करना और राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सामाजिक न्याय की स्थापना करना है। सभी महाद्वीपों के मजदूर तथा लोकतांत्रिक समाजवादी दल इसमें हैं और अपनी अपनी राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय नीति में स्वाधीन हैं तथा किसी एक मतवाद अथवा पंथ के अनुयायी नहीं हैं। यह इंटरनैशनल अपने सदस्यों में पारस्परिक संबंधों को दृढ़ करने और सहमति के आधार पर उनकी राजनीतिक अभिवृत्तियों को समन्वित करने का प्रयत्न करता है और साम्राज्यविरोधी तथा पूँजीवाद-विरोधी होने के साथ साम्यवाद-विरोधी भी है। प्रथम और द्वितीय इंटरनैशनल के उत्तराधिकारी के रूप में इसने सन् १९६४ में अपनी जन्मशती मनाई। .

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समकालीन

समकालीन इतिहास के उस अवधि के बारे में बताता है जो आज के लिए एकदम प्रासंगिक है तथा आधुनिक इतिहास के कुछ निश्चित परिप्रेक्ष्य से संबंधित है। हाल के समकालीन इतिहास की कमजोर परिभाषा विश्व युद्ध-II जैसी घटनाओं को शामिल करती है, लेकिन उन घटनाओं को शामिल नहीं करती जिनके प्रभाव को समाप्त किया जा चुका है। .

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सयल्यूगेम पर्वत

सयल्यूगेम​ (रूसी: Сайлюгем, अंग्रेज़ी: Saylyugem या Sailughem) उत्तरी एशिया के साइबेरिया क्षेत्र में रूस के अल्ताई गणतंत्र और मंगोलिया में स्थित एक पर्वत शृंखला है। यह अल्ताई पर्वतों की एक दक्षिणपूर्वी उपशृंखला है।, pp.

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सरमती लोग

सरमती लोग स्किथी लोगों के सुदूर पश्चिमी क्षेत्र में बसते थे सरमती लोग (लातिनी: Sarmatæ, फ़ारसी:, अंग्रेज़ी: Sarmatian) प्राचीनकाल में दक्षिणी रूस, युक्रेन और बाल्कन प्रदेश में बसने वाली एक जाति थी। सरमती ईरानी भाषाएँ बोलते थे और इस क्षेत्र में इनका प्रभाव पाँचवी शताब्दी ईसापूर्व से चौथी शताब्दी ईसवी तक रहा। यह स्किथी लोगों के पश्चिम में थे और उनसे सम्बंधित थे इसलिए कभी-कभी इन दोनों जातियों को इकट्ठे स्किथी-सरमती बुलाया जाता है। अपने चरम पर सरमती लोग पश्चिम में विस्चुला नदी से लेकर पूर्व में वोल्गा नदी, कृष्ण सागर और कैस्पियन सागर के छोरों तक और दक्षिण में कॉकस क्षेत्र तक फैले हुए थे। चौथी सदी ईसवी में गॉथ और हूण लोग इनके इलाक़ों में आ घुसे और सरमतियों की शक्ति घटती चली गई। मध्य काल में सरमतियों के वंशज अलान कहलाए जाने लगे और आधुनिक काल में यह ओसेती के नाम से जाने जाते हैं।, Richard Brzezinski, Mariusz Mielczarek, Osprey Publishing, 2002, ISBN 978-1-84176-485-6,...

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सरातॉव ओब्लास्ट

रूस का एक ओब्लास्ट (области, ओब्लास्टि, प्रांत)। श्रेणी:रूस के प्रांत ar:اوبلاستات روسيا fi:Venäjän alueet pt:Óblasts da Rússia ru:Области Российской Федерации sr:Руске области ta:ரஷ்யாவின் ஓப்லஸ்துகள் vi:Tỉnh của Nga.

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सरकैशिया

सरकैशिया (Circassia; रूसी: Черке́сия, अरबी: شيركاسيا‎) एक प्रदेश (क्षेत्र) तथा ऐतिहासिक देश है। यह उत्तरी काकेशस क्षेत्र में कृष्ण सागर के उत्तरी-पूर्वी किनारे पर स्थित है। यह काकेशियन लोगों का प्राचीन देश है। मध्य युग में सरकैशियावासी काकेशस पर्वतों में रहते थे। १०वीं से १३वीं शताब्दी तक सरकैशिया जार्जिया के शासन के अंतर्गत रहा, फिर कई शताब्दियों तक सरकैशिया स्वतंत्र रहा। सन् १८२९ ई. में सरकैशिया पर रूस का पूर्ण शासन कायम हुआ। फलस्वरूप लगभग पाँच लाख सरकैशियावासी टर्की और बल्गेरिया चले गए और अब केवल ९३,००० (१९५०) सरकैशियावासी रह गए हैं। इस क्षेत्र में निवास करनेवाली ही अन्य जातियों में रूसी और कॉकेशियाई जातियाँ हैं। उच्च वर्ग के सरकैशियावासी मुसलमान हैं। सरकैशियावासी स्त्रियाँ सुंदरता के लिए प्रसिद्ध हैं और एक समय बादशाहों के हरम के लिए इनकी बड़ी चाह थी। श्रेणी:यूरोप के प्राचीन देश श्रेणी:एशिया के प्राचीन देश.

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सर्जेई विनोग्रैड्स्की

सर्जेई विनोग्रैड्स्की सर्जेई विनोग्रैड्स्की सूक्ष्मजैविकी के वैज्ञानिक था। इसका जन्म रूस के कीव में 1सितंबर 1856 को हुआ था। इन्होंने नाइट्रीकरण की खोज की थी। नाइट्रोजन चक्र एवं अन्य जैविक चक्रों के क्षेत्र में इनका योगदान सराहनीय है। 25 फरवरी 1953 को इस वैज्ञानिक ने अन्तिम सासे ली। श्रेणी:वैज्ञानिक.

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सर्गेई कपित्जा

रूसी भौतिकविज्ञानी '''सर्गेई कपित्जा''' सर्गेई कपित्जा (रूसी भाषा: Сергей Капица; अंग्रेजी: Sergei Kapitsa) (जन्म:१४ फ़रवरी १९२८) रूस के प्रसिद्ध भौतिकशास्त्री हैं जिहोने माइक्रोट्रॉन के विकास पर उल्लेखनीय कार्य किया और 'एविडेंट' (Evident) नामक रूसी टेलीविजन पत्रिका के संयोजक हैं। .

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सलाद

एक सलाद की थाली. व्यंजनों के व्यापक विविध प्रकार में से एक है सलाद जिसमें शामिल है वेजीटेबल सलाद; पास्ता सलाद, फलियां, अंडा, या अनाज सलाद; मिश्रित सलाद जिसमें मांस, अंडा, या सीफ़ूड होता है; और फ्रुट सलाद.

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साम्यवाद

साम्यवाद, कार्ल मार्क्स और फ्रेडरिक एंगेल्स द्वारा प्रतिपादित तथा साम्यवादी घोषणापत्र में वर्णित समाजवाद की चरम परिणति है। साम्यवाद, सामाजिक-राजनीतिक दर्शन के अंतर्गत एक ऐसी विचारधारा के रूप में वर्णित है, जिसमें संरचनात्मक स्तर पर एक समतामूलक वर्गविहीन समाज की स्थापना की जाएगी। ऐतिहासिक और आर्थिक वर्चस्व के प्रतिमान ध्वस्त कर उत्पादन के साधनों पर समूचे समाज का स्वामित्व होगा। अधिकार और कर्तव्य में आत्मार्पित सामुदायिक सामंजस्य स्थापित होगा। स्वतंत्रता और समानता के सामाजिक राजनीतिक आदर्श एक दूसरे के पूरक सिद्ध होंगे। न्याय से कोई वंचित नहीं होगा और मानवता एक मात्र जाति होगी। श्रम की संस्कृति सर्वश्रेष्ठ और तकनीक का स्तर सर्वोच्च होगा। साम्यवाद सिद्धांततः अराजकता का पोषक हैं जहाँ राज्य की आवश्यकता समाप्त हो जाती है। मूलतः यह विचार समाजवाद की उन्नत अवस्था को अभिव्यक्त करता है। जहाँ समाजवाद में कर्तव्य और अधिकार के वितरण को 'हरेक से अपनी क्षमतानुसार, हरेक को कार्यानुसार' (From each according to her/his ability, to each according to her/his work) के सूत्र से नियमित किया जाता है, वहीं साम्यवाद में 'हरेक से क्षमतानुसार, हरेक को आवश्यकतानुसार' (From each according to her/his ability, to each according to her/his need) सिद्धांत का लागू किया जाता है। साम्यवाद निजी संपत्ति का पूर्ण प्रतिषेध करता है। .

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सामी भाषाएँ (यूरोप)

उत्तरी यूरोप में सामी भाषाओं का विस्तार - 1. दक्षिणी सामी, 2. उमे सामी, 3. पीते सामी, 4. लूले सामी, 5. उत्तरी सामी, 6. स्कोल्त सामी, 7. इनारी सामी, 8. किलदीन सामी, 9. तेर सामी सामी भाषाएँ (अंग्रेज़ी: Sami languages) उत्तरी यूरोप में उत्तरी फ़िनलैंड, नॉर्वे, स्वीडन और सुदूर पश्चिमोत्तरी रूस में बोली जाने वाली यूराली भाषाओं का एक समूह है। अक्सर ग़लती से इन सभी भाषाओं को एक ही भाषा समझा जाता है। इन भाषाओं को सामी लोग बोलते हैं, जिन्हें यूरोप में 'लैप्प' भी कहा जाता था, जिस वजह से इन भाषाओं को भी 'लैप्प भाषाएँ' कहा जाता था। वर्तमान युग में 'लैप्प' शब्द अपमानजनक माना जाता है इसलिए इन्हें 'सामी भाषाएँ' ही कहते हैं। उत्तरी सामी भाषा सभी सामी भाषाओं में से सबसे ज़्यादा बोली जाती है और 75% सामी लोग इसी भाषा को बोलते हैं।, Deborah B. Robinson, pp.

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सामी लोग

कुछ सामी लोग स्कैंडिनेविया में सामी लोगों की मातृभूमि 1900 के आसपास नॉर्वे में सामी परिवार। सामी लोग (Sami, Saami या Sámi) उत्तरी स्वीडन, नॉर्वे, फिनलैंड और रूस के कोला प्रायद्वीप में बसने वाले एक आदिवासी समुदाय का नाम है। यह जिस आर्कटिक क्षेत्र में रहते हैं उसे सापमी (Sápmi) भी बुलाया जाता है और इसका क्षेत्रफल लगभग ३,८८,३५० किमी२ है। मूल रूप से यह लोग सामी भाषाएँ बोलते हैं जो युराली भाषा-परिवार की एक शाखा है। पारम्परिक रूप से इनका व्यवसाय रेनडियर-पालन, मछली पकड़ना, भेड़ चराना और जंगली जानवरों का शिकार करना हुआ करता था। सामियों की कुल आबादी १.५ से २ लाख के बीच अनुमानित की गई है। .

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सायन पर्वत शृंखला

सायन की पूर्वी और पश्चिमी शाखाओं का नक़्शा, जिसमें अल्ताई पर्वत भी देखे जा सकते हैं लटकती चट्टान, पश्चिमी सायन के ऍरगाकी इलाक़े सायन पर्वत शृंखला (रूसी: Саяны, सायनी; मंगोल: Саяаны нуруу, सायनी नुउरी) रूस के साइबेरिया क्षेत्र के दक्षिणी भाग में स्थित एक पर्वत शृंखला है। भौगोलिक दृष्टि से इसके दो खंड हैं - पूर्वी और पश्चिमी। पूर्वी सायन के पहाड़ येनिसेय नदी (जो रेखांश ९२°पूर्व पर स्थित है) से शुरू होकर पूर्व की ओर १,००० किमी फैला हुआ है ओर बायकल झील पर जा के रुकते हैं (जो 106°पूर्व पर है)। पश्चिमी सायन अल्ताई पर्वत श्रंखला के पूर्वी छोर (89°पूर्व) से शुरू होकर पूर्वोत्तर की तरफ़ जाते हैं और करीब ६०० किमी बाद पूर्वी सायन श्रंखला से बीच में (९६°पूर्व पर) जा मिलते हैं। तूवा के इलाक़े से ज़रा दक्षिण-पश्चिम में सायन के ऊंचे पहाड़ और ठंडी झीलों के इर्द-गिर्द के जलसंभर के झरने सारे येनिसेय नदी में मिल जाते हैं। यह नदी उत्तर की ओर ३,२०० किमी (२,००० मील) का सफ़र तय कर के उत्तरध्रुवीय महासागर में जा मिलती है। १९४४ के बाद, कई दशकों तक सोवियत संघ ने इस इलाक़े को बाहरी दुनिया से बंद किया हुआ था, जिस वजह से आज भी यहाँ का वातावरण साफ़ और सुरक्षित है। .

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सारातोव एयरलाइन्स विमान क्रैश

सारातोव एयरलाइंस ७०३ (६डब्लू७०३/एसओवी७०३) एक एंटोनोव एएन-१४८-१००बी विमान था, जो ११ फरवरी २०१८ को रूस में मास्को के डोमोडेदेवो विमानक्षेत्र से ओर्स्क विमानक्षेत्र के लिए उड़ान भरते समय दूसरे विमान से टकरा जाने के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गया। दुर्घटना के समय विमान में ६५ यात्री और चालक दल के छह सदस्य उपस्थित थे। किसी यात्री जेट विमान की यह दुर्घटना लगभग एक वर्ष की शांति के बाद घटी है। इससे पिछली घातक दुर्घटना नवंबर २०१६ में लामीआ फ्लाइट २९३३ की थी, जिसमें उस विमान में सवार ७७ में से ७१ लोगों की मृत्यु हो गयी थी। .

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साल्ज़बर्ग

(Såizburg; वस्तुतः: "सॉल्ट सिटी") ऑस्ट्रिया का चौथा सबसे बड़ा शहर है और यह साल्ज़बोर्ग के संघीय राज्य का शहर है। साल्ज़बोर्ग के "ओल्ड टाउन" (Altstadt) में अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त उच्छृंखल वास्तुकला है और यह आल्प्स के उत्तरी भाग के केन्द्र में स्थित सबसे बेहतरीन रूप से संरक्षित शहरों में से एक है। 1997 में इसे यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में सूचीबद्ध किया गया। यह शहर अपने अल्पाइन समायोजन के लिए विख्यात है। साल्ज़बोर्ग 18वीं सदी के संगीतकार वोल्फगैंग एमॅड्यूस मोज़ार्ट का जन्मस्थान था। 20वीं शताब्दी में मध्य में, इस शहर में अमेरिकी संगीत और फिल्म, साउंड ऑफ़ म्युज़िक के कुछ भागों को फिल्माया गया, जिसमें ऑस्ट्रिया के प्रसिद्ध स्थलों को दर्शाया गया है। यह संगीत रिचर्ड रोजर्स और ऑस्कर हैमरस्टेन द्वितीय के बीच एक साझेदारी थी। साल्ज़बोर्ग राज्य की राजधानी है (लैंड साल्ज़बोर्ग), इस शहर में तीन विश्वविद्यालय हैं। इसमें छात्रों की एक विशाल जनसंख्या मौजूद है जो उस क्षेत्र को सजीवता और ऊर्जा प्रदान करती है और ये विश्वविद्यालय जनसाधारण को संस्कृति प्रदान करते हैं। .

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साहित्य में नोबेल विजेताओं की सूची

ये साहित्य में नोबेल पुरस्कार विजेताओं की सूची है: .

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साख़ा भाषा

साख़ा (रूसी: Саха, अंग्रेज़ी: Sakha) या याकूती (Якутский, Yakut) रूस के साइबेरिया क्षेत्र में स्थित साख़ा गणतंत्र में साख़ा (याकूत) लोगों द्वारा बोली जाने वाली एक तुर्की भाषा है। यह एक अभिश्लेषण और स्वर सहयोग इस्तेमाल करने वाली भाषा है। साख़ा गणतंत्र के पास स्थित तैमिर प्रायद्वीप में बोली जाने वाली 'दोलगान भाषा' इसकी क़रीबी सम्बन्धी है। इस भाषा के एक-तिहाई शब्द तुर्की भाषाओं से हैं, एक तिहाई मंगोल भाषाओं से और एक-तिहाई साइबेरिया में पहले बसने वाली किसी अज्ञात जाति की भाषा से हैं जिन्हें साख़ा में जगह मिल गई है।, Martin Haspelmath, Uri Tadmor, pp.

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साख़ा गणतंत्र

साख़ा (याकूतिया) गणतंत्र (रूसी: Республика Саха (Якутия), रेसपूब्लिका साख़ा (याकूतिया); साख़ा: Саха Өрөспүүбүлүкэтэ; अंग्रेज़ी: Sakha (Yakutia) Republic) रूस का एक संघीय खंड है जो उस देश की शासन प्रणाली में गणतंत्र का दर्जा रखता है। यह पूर्वोत्तर साइबेरिया क्षेत्र में स्थित है और आकार में लगभग भारत से ज़रा छोटा ही है। यह दुनिया में किसी भी राष्ट्रीय उपखंड (जैसे कि प्रान्त, प्रदेश, आदि) से बड़ा है - कहा जा सकता है कि यह विश्व का सबसे बड़ा प्रांत है। यह इतना बड़ा है कि इसके अन्दर तीन समय क्षेत्र आते हैं। अगर साख़ा गणतंत्र एक स्वतन्त्र देश होता तो वह विश्व का आठवाँ सबसे बड़ा देश होता (भारत के बाद और आरजेन्टीना से पहले)। इसकी राजधानी याकूत्स्क​ शहर (Якутск, Yakutsk) है।, Natalia Yakovleva, pp.

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साख़ालिन

साख़ालिन द्वीप रूस के पूर्वी तट से आगे है युझ़नो-साख़ालिन्स्क शहर का एक दृश्य साख़ालिन या सखालिन (रूसी: Сахалин), जिसे जापानी में काराफ़ुतो (樺太) कहते हैं, प्रशांत महासागर के उत्तरी भाग में स्थित एक बड़ा द्वीप है। यह राजनैतिक रूप से रूस के साखालिन ओब्लास्ट (प्रांत) का हिस्सा है और साइबेरिया इलाक़े के पूर्व में पड़ता है। यह जापान के होक्काइडो द्वीप के उत्तर में है। 19वी और 20वी सदी में जापान और रूस के बीच इस द्वीप के नियंत्रण पर झडपें होती थीं। इस द्वीप पर मूलतः आइनू, ओरोक और निव्ख़ जनजातियाँ रहा करती थी, लेकिन अब अधिकतर रूसी लोग रहते हैं। सन् 1905-1945 के काल में इस द्वीप के दक्षिणी भाग पर जापान का क़ब्ज़ा था। .

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साखालिन ओब्लास्त

रूस का एक ओब्लास्ट (области, ओब्लास्टि, प्रांत)। .

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साइबेरिया

साइबेरिया का नक़्शा (गाढ़े लाल रंग में साइबेरिया नाम का संघी राज्य है, लेकिन लाल और नारंगी रंग वाले सारे इलाक़े साइबेरिया का हिस्सा माने जाते हैं गर्मी के मौसम में दक्षिणी साइबेरिया में जगह-जगह पर झीलें और हरियाली नज़र आती है याकुत्स्क शहर में 17वी शताब्दी में बना एक रूसी सैनिक-गृह साइबेरिया (रूसी: Сибирь, सिबिर) एक विशाल और विस्तृत भूक्षेत्र है जिसमें लगभग समूचा उत्तर एशिया समाया हुआ है। यह रूस का मध्य और पूर्वी भाग है। सन् 1991 तक यह सोवियत संघ का भाग हुआ करता था। साइबेरिया का क्षेत्रफल 131 लाख वर्ग किमी है। तुलना के लिए पूरे भारत का क्षेत्रफल 32.8 लाख वर्ग किमी है, यानि साइबेरिया भारत से क़रीब चार गुना है। फिर भी साइबेरिया का मौसम और भूस्थिति इतनी सख़्त है के यहाँ केवल 4 करोड़ लोग रहते हैं, जो 2011 में केवल उड़ीसा राज्य की आबादी थी। यूरेशिया का अधिकतर स्टॅप (मैदानी घासवाला) इलाक़ा साइबेरिया में आता है। साइबेरिया पश्चिम में यूराल पहाड़ों से शुरू होकर पूर्व में प्रशांत महासागर तक और उत्तर में उत्तरध्रुवीय महासागर (आर्कटिक महासागर) तक फैला हुआ है। दक्षिण में इसकी सीमाएँ क़ाज़ाक़स्तान, मंगोलिया और चीन से लगती हैं। .

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साइगा

साइगा (saiga) एक हिरण है जो मूल रूप से लाखों-करोड़ों की संख्या में यूरेशिया के स्तेपी क्षेत्र के एक विशाल भूभाग में रहा करता था लेकिन अनियंत्रित शिकार किये जाने से अब विलुप्त होने के ख़तरे में हैं। प्राचीनकाल में इनका क्षेत्र पश्चिम में कारपैथी पर्वतों और कॉकस क्षेत्र से लेकर पूर्व में ज़ुन्गारिया और मंगोलिया तक विस्तृत था। अत्यंतनूतन युग (प्लाइस्टोसीन​) में साइगा उत्तर अमेरिका में भी रहते थे। अब इनका क्षेत्र बहुत सिकुड़ चुका है। साइगा की मुख्य उपजाति (S. t. tatarica) रूस के केवल एक स्थान (कैस्पियन-पूर्व क्षेत्र) में और काज़ाख़स्तान के केवल तीन स्थानों (यूराल, उस्त-उर्त, बेतपाक-दाला) में पाई जाती है। काज़ाख़स्तान के उस्तउर्त वाले समुदाय का कुछ अंश सर्दियों में उज़बेकिस्तान और कभी-कभार तुर्कमेनिस्तान में भी, कुछ महीनो के लिए चला जाता है। चीन और दक्षिणपश्चिम मंगोलिया से यह उपजाति विलुप्त हो चुकी है। साइगा की एक और मंगोलियाई उपजाति (S. t. mongolica) है जो केवल पश्चिमी मंगोलिया में ही मिलती है। .

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साइक्स-पिकाट समझौता

साइक्स-पिकाट समझौता, जो आधिकारिक तौर पर एशिया माइनर समझौते के रूप में जाना जाता है। ब्रिटेन और फ्रांस की सरकारों के बीच एक गुप्त समझौता था, जिसे रूस की स्वीकृति भी थी। यह समझौता पश्चिमी एशिया में ट्रिपल अंतेंत के अपने प्रस्तावित नियंत्रण और प्रभाव क्षेत्रों को परिभाषित करने के लिए था, अगर प्रथम विश्व युद्घ में ट्रिपल अंतेंत तुर्क साम्राज्य को हराने में सफल होता है। संधि की बातचीत नवंबर 1915 और मार्च 1916 के बीच हुई। समझौता 16 मई 1916 को संपन्न हुआ था। समझौते में प्रभावी ढंग से अरब प्रायद्वीप के बाहर तुर्क साम्राज्य के अरब प्रांतों को भविष्य के ब्रिटिश और फ्रांसीसी नियंत्रण या प्रभाव के क्षेत्रों में विभाजित किया गया था। इस पर फ्रांसीसी राजनयिक फ्रंकोईस जॉरजिस पिकाट और ब्रिटिश सर मार्क साइक्स से बातचीत हुई। रूसी जारिस्ट सरकार साइक्स - पिकाट समझौता के लिए एक छोटी मध्यस्थ पार्टी थी। और जब अक्टूबर 1917 की रूसी क्रांति के बाद बोल्शेविकों ने इस समझौते को उजागरकर दिया तब ब्रिटिश शर्मिंदा, अरब निराश और तुर्क खुश थे। .

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सितंबर २०१०

कोई विवरण नहीं।

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सिंह (पशु)

सिंह (पेन्थेरा लियो) पेन्थेरा वंश की चार बड़ी बिल्लियों में से एक है और फेलिडे परिवार का सदस्य है। यह बाघ के बाद दूसरी सबसे बड़ी सजीव बिल्ली है, जिसके कुछ नरों का वजन २५० किलोग्राम से अधिक होता है। जंगली सिंह वर्तमान में उप सहारा अफ्रीका और एशिया में पाए जाते हैं। इसकी तेजी से विलुप्त होती बची खुची जनसंख्या उत्तर पश्चिमी भारत में पाई जाती है, ये ऐतिहासिक समय में उत्तरी अफ्रीका, मध्य पूर्व और पश्चिमी एशिया से गायब हो गए थे। प्लेइस्तोसेन के अंतिम समय तक, जो लगभग १०,००० वर्ष् पहले था, सिंह मानव के बाद सबसे अधिक व्यापक रूप से फैला हुआ बड़ा स्तनधारी, भूमि पर रहने वाला जानवर था। वे अफ्रीका के अधिकांश भाग में, पश्चिमी यूरोप से भारत तक अधिकांश यूरेशिया में और युकोन से पेरू तक अमेरिका में पाए जाते थे। सिंह जंगल में १०-१४ वर्ष तक रहते हैं, जबकि वे कैद मे २० वर्ष से भी अधिक जीवित रह सकते हैं। जंगल में, नर कभी-कभी ही दस वर्ष से अधिक जीवित रह पाते हैं, क्योंकि प्रतिद्वंद्वियों के साथ झगड़े में अक्सर उन्हें चोट पहुंचती है। वे आम तौर पर सवाना और चारागाह में रहते हैं, हालांकि वे झाड़ी या जंगल में भी रह सकते हैं। अन्य बिल्लियों की तुलना में सिंह आम तौर पर सामाजिक नहीं होते हैं। सिंहों के एक समूह जिसे अंग्रेजी मे प्राइड कहॉ जाता में सम्बन्धी मादाएं, बच्चे और छोटी संख्या में नर होते हैं। मादा सिंहों का समूह प्रारूपिक रूप से एक साथ शिकार करता है, जो अधिकांशतया बड़े अनग्युलेट पर शिकार करते हैं। सिंह शीर्ष का और कीस्टोन शिकारी है, हालांकि वे अवसर लगने पर मृतजीवी की तरह भी भोजन प्राप्त कर सकते हैं। सिंह आमतौर पर चयनात्मक रूप से मानव का शिकार नहीं करते हैं, फिर भी कुछ सिंहों को नर-भक्षी बनते हुए देखा गया है, जो मानव शिकार का भक्षण करना चाहते हैं। सिंह एक संवेदनशील प्रजाति है, इसकी अफ्रीकी रेंज में पिछले दो दशकों में इसकी आबादी में संभवतः ३० से ५० प्रतिशत की अपरिवर्तनीय गिरावट देखी गयी है। ^ डाटाबेस प्रवेश में एस बात का एक लंबा औचित्य सम्मिलित है कि यह प्रजाति संवेदनशील क्यों है। क्यों इस प्रजाति की दुर्दशा का एक भी सम्मिलित है सिंहों की संख्या नामित सरंक्षित क्षेत्रों और राष्ट्रीय उद्यानों के बहार अस्थिर है। हालांकि इस गिरावट का कारण पूरी तरह से समझा नहीं गया है, आवास की क्षति और मानव के साथ संघर्ष इसके सबसे बड़े कारण हैं। सिंहों को रोमन युग से पिंजरे में रखा जाता रहा है, यह एक मुख्य प्रजाति रही है जिसे अठारहवीं शताब्दी के अंत से पूरी दुनिया में चिडिया घर में प्रदर्शन के लिए रखा जाता रहा है। खतरे में आ गयी एशियाई उप प्रजातियों के लिए पूरी दुनिया के चिड़ियाघर प्रजनन कार्यक्रमों में सहयोग कर रहे हैं। दृश्य रूप से, एक नर सिंह अति विशिष्ट होता है और सरलता से अपने अयाल (गले पर बाल) द्वारा पहचाना जा सकता है। सिंह, विशेष रूप से नर सिंह का चेहरा, मानव संस्कृति में सबसे व्यापक ज्ञात जंतु प्रतीकों में से एक है। उच्च पाषाण काल की अवधि से ही इसके वर्णन मिलते हैं, जिनमें लॉसकाक्स और चौवेत गुफाओं की व नक्काशियां और चित्रकारियां सम्मिलित हैं, सभी प्राचीन और मध्य युगीन संस्कृतियों में इनके प्रमाण मिलते हैं, जहां ये ऐतिहासिक रूप से पाए गए। राष्ट्रीय ध्वजों पर, समकालीन फिल्मों और साहित्य में चित्रकला में, मूर्तिकला में और साहित्य में इसका व्यापक वर्णन पाया जाता है। .

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संचार उपग्रह

U.स सैन्य MILSTAR संचार उपग्रह दूरसंचार के प्रयोजनों के लिए संचार उपग्रह (कभी-कभी संक्षेप में SATCOM प्रयुक्त) अंतरिक्ष में तैनात एक कृत्रिम उपग्रह है। आधुनिक संचार उपग्रह भू-स्थिर कक्ष, मोलनीय कक्ष, अन्य दीर्घवृत्ताकार कक्ष और पृथ्वी के निचले (ध्रुवीय और ग़ैर-ध्रुवीय) कक्ष सहित विभिन्न प्रकार के परिक्रमा-पथों का उपयोग करते हैं। निश्चित (बिंदु-दर-बिंदु) सेवाओं के लिए, संचार उपग्रह पनडुब्बी संचार केबल के पूरक माइक्रोवेव रेडियो प्रसारण तकनीक उपलब्ध कराते हैं। उनका इस्तेमाल मोबाइल अनुप्रयोगों, जैसे जहाज, वाहनों, विमानों और हस्तचालित टर्मिनलों तथा टी.वी.

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संतरी बुर्ज

जर्मनी में एक संतरी बुर्ज संतरी बुर्ज या पर्यवेक्षण बुर्ज (अंग्रेज़ी: watchtower) ऐसे बुर्ज को कहा जाता है जिसका प्रयोग आसपास के क्षेत्र पर निगरानी रखने के लिए किया जाता हो। अक्सर ऐसे संतरी बुर्जों का प्रयोग फ़ौजी या जेल सम्बन्धी कारणों से किया जाता है। जहाँ बहुत से साधारण बुर्ज किसी ईमारत के साथ जुड़े होते हैं, वहाँ संतरी बुर्ज अक्सर इमारतों से अलग खड़े होते हैं और उनका निर्माण कभी-कभी क़िलेनुमा होता है ताकि उनपर तैनात पहरेदार ऊपर से शत्रुओं पर हमला कर सके और अपने क्षेत्र पर हुए आक्रमण से रक्षा कर सकें।, Esther Ken Achua Gwan, WestBow Press, 2010, ISBN 978-1-4497-0210-6,...

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संयुक्त राष्ट्र

संयुक्त राष्ट्र (United Nations) एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है, जिसके उद्देश्य में उल्लेख है कि यह अंतरराष्ट्रीय कानून को सुविधाजनक बनाने के सहयोग, अन्तर्राष्ट्रीय सुरक्षा, आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति, मानव अधिकार और विश्व शांति के लिए कार्यरत है। संयुक्त राष्ट्र की स्थापना २४ अक्टूबर १९४५ को संयुक्त राष्ट्र अधिकारपत्र पर 50 देशों के हस्ताक्षर होने के साथ हुई। द्वितीय विश्वयुद्ध के विजेता देशों ने मिलकर संयुक्त राष्ट्र को अन्तर्राष्ट्रीय संघर्ष में हस्तक्षेप करने के उद्देश्य से स्थापित किया था। वे चाहते थे कि भविष्य में फ़िर कभी द्वितीय विश्वयुद्ध की तरह के युद्ध न उभर आए। संयुक्त राष्ट्र की संरचना में सुरक्षा परिषद वाले सबसे शक्तिशाली देश (संयुक्त राज्य अमेरिका, फ़्रांस, रूस और संयुक्त राजशाही) द्वितीय विश्वयुद्ध में बहुत अहम देश थे। वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र में १९३ देश है, विश्व के लगभग सारे अन्तर्राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त देश। इस संस्था की संरचन में आम सभा, सुरक्षा परिषद, आर्थिक व सामाजिक परिषद, सचिवालय और अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय सम्मिलित है। .

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संयुक्त राष्ट्र महासभा प्रस्ताव ६८/२६२

संयुक्त राष्ट्र महासभा प्रस्ताव ६८/२६२ यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता पर संयुक्त राष्ट्र का प्रस्ताव है जो क्रीमिया के रूसी विलय के जवाब में संयुक्त राष्ट्र महासभा के अड़सठवें सत्र द्वारा 27 मार्च, 2014 को अपनाया गया। प्रस्ताव में क्रीमिया की हैसियत में बदलाव को मान्यता नहीं देने की मांग की गई थी। संयुक्त राष्ट्र महासभा में प्रस्ताव पर मतदान हुआ जिसमें क्रीमिया के रूस में विलय को मान्यता नहीं दी गई। संयुक्त राष्ट्र महासभा में पारित प्रस्ताव के पक्ष में 100 वोट पड़े और 11 विरोध में, जबकि 58 सदस्य तटस्थ रहे। यह संकल्प कनाडा, कोस्टा रिका, जर्मनी, लिथुआनिया, पोलैंड और यूक्रेन द्वारा प्रस्तुत किया गया था। रूस ने इस प्रस्ताव को 'शीतयुद्ध कालीन प्रचार का हथकंडा' कहा जिसका इस्तेमाल 'यूक्रेन में गंभीर राजनीतिक संकट' को छिपाने के लिए किया गया था। रूसी विदेश मंत्रालय के अनुसार संयुक्त राष्ट्र के सदस्यों के बीच गहरा मतभेद है। बड़ी संख्या में सदस्य या तो तटस्थ रहे या मतदान से गैरहाजिर रहे। यह इस बात का सबूत है कि यूक्रेन की घटनाओं की एकतरफा व्याख्या को स्वीकार नहीं किया गया। क्रीमिया संकट से निपटने के लिए बुलाई गयी सात सत्रों की इस बैठक को केवल रूसी वीटो का सामना करना पड़ा। .

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संयुक्त राष्ट्र शांतिस्थापन

इस लेख में संयुक्त राष्ट्र संघ ने अब तक जिन विवादों हल करने में सफलता पायी है, उनका वर्णन किया गया है। .

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संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद संयुक्त राष्ट्र के छः प्रमुख अंगों में से एक अंग है, जिसका उत्तरदायित्व है अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखना। परिषद को अनिवार्य निर्णयों को घोषित करने का अधिकार भी है। ऐसे किसी निर्णय को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद प्रस्ताव कहा जाता है। सुरक्षा परिषद में 15 सदस्य है ः पांच स्थाई और दस अल्पकालिक (प्रत्येक 2 वर्ष के लिए) पांच स्थाई सदस्य हैं चीन, फ़्रांस, रूस, ग्रेट ब्रिटेन और संयुक्त राज्य अमेरिका । इन पांच देशों को कार्यविधि मामलों में तो नहीं पर विधिवत मामलों में प्रतिनिषेध शक्ति है। बाकी के दस सदस्य क्षेत्रीय आधार के अनुसार दो साल की अवधि के लिए सामान्य सभा द्वारा चुने जाते है। सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष हर महीने वर्णमालानुसार बदलता है। .

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संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद प्रस्ताव

एक संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद प्रस्ताव एक संयुक्त राष्ट्र प्रस्ताव है जो सुरक्षा परिषद के पंद्रह सदस्यों द्वारा अपनाया जाता हैं। सुरक्षा परिषद संयुक्त राष्ट्र की वह इकाई है जो "अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के रखरखाव के लिए प्राथमिक जिम्मेदारी" के साथ आवेशित हैं। पांच स्थायी सदस्य चीनी जनवादी गणराज्य (जिसने 1971 में चीन गणराज्य को प्रतिस्थापित किया), फ़्रान्स, रूस (जिसने 1991 में निष्क्रिय सोवियत संघ को प्रतिस्थापित किया), यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य हैं। .

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संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्यों, को Permanent Five, Big Five, और P5 के नाम से भी जाना जाता है, जिनमे पांच निम्नलिखित सरकारे शामिल है: चीन, फ्रांस, रूस, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका। इन सदस्यों ने द्वितीय विश्व युद्ध में पाँच महान विजेताओं शक्तियों का प्रतिनिधित्व किया था। इन सभी स्थायी सदस्यों के पास वीटो का अधिकार है। .

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संयुक्त राज्य

संयुक्त राज्य अमेरिका (United States of America) (यू एस ए), जिसे सामान्यतः संयुक्त राज्य (United States) (यू एस) या अमेरिका कहा जाता हैं, एक देश हैं, जिसमें राज्य, एक फ़ेडरल डिस्ट्रिक्ट, पाँच प्रमुख स्व-शासनीय क्षेत्र, और विभिन्न अधिनस्थ क्षेत्र सम्मिलित हैं। 48 संस्पर्शी राज्य और फ़ेडरल डिस्ट्रिक्ट, कनाडा और मेक्सिको के मध्य, केन्द्रीय उत्तर अमेरिका में हैं। अलास्का राज्य, उत्तर अमेरिका के उत्तर-पश्चिमी भाग में स्थित है, जिसके पूर्व में कनाडा की सीमा एवं पश्चिम मे बेरिंग जलसन्धि रूस से घिरा हुआ है। वहीं हवाई राज्य, मध्य-प्रशान्त में स्थित हैं। अमेरिकी स्व-शासित क्षेत्र प्रशान्त महासागर और कॅरीबीयन सागर में बिखरें हुएँ हैं। 38 लाख वर्ग मील (98 लाख किमी2)"", U.S. Census Bureau, database as of August 2010, excluding the U.S. Minor Outlying Islands.

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संघाई सहयोग संगठन

यह 14 जून 2001 को चीन, रूस, कजाकिस्तान, किरगिस्तान, ताजिकिस्तान और उजबेकिस्तान द्वारा पारस्परिक सहयोग के लिए स्थापित संगठन है। .

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संविधानी अदालत

High Court of Karnataka, Bangalore MMK.jpg संविधानी अदालत संविधानी अदालत अथवा संविधानी न्यायालय एक उच्च न्यायालय होता है जो मुख्यतः संवैधानिक नियमों को देखता है। इसका मुख्य कार्य नियमों के उल्लंघन को देखना और कुछ असंवैधानिक घटना का संज्ञान लेना होता है। इसके अतिरिक्त यह नये नियमों को भी देखता है और उसमें ध्यान रखता है कि कोई नया नियम किसी पुराने नियम के साथ विरोधाभाशी तो नहीं है। .

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सुभाष चन्द्र बोस

सुभाष चन्द्र बोस (बांग्ला: সুভাষ চন্দ্র বসু उच्चारण: शुभाष चॉन्द्रो बोशु, जन्म: 23 जनवरी 1897, मृत्यु: 18 अगस्त 1945) जो नेता जी के नाम से भी जाने जाते हैं, भारत के स्वतन्त्रता संग्राम के अग्रणी नेता थे। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान, अंग्रेज़ों के खिलाफ लड़ने के लिये, उन्होंने जापान के सहयोग से आज़ाद हिन्द फौज का गठन किया था। उनके द्वारा दिया गया जय हिन्द का नारा भारत का राष्ट्रीय नारा बन गया है। "तुम मुझे खून दो मैं तुम्हे आजादी दूंगा" का नारा भी उनका था जो उस समय अत्यधिक प्रचलन में आया। कुछ इतिहासकारों का मानना है कि जब नेता जी ने जापान और जर्मनी से मदद लेने की कोशिश की थी तो ब्रिटिश सरकार ने अपने गुप्तचरों को 1941 में उन्हें ख़त्म करने का आदेश दिया था। नेता जी ने 5 जुलाई 1943 को सिंगापुर के टाउन हाल के सामने 'सुप्रीम कमाण्डर' के रूप में सेना को सम्बोधित करते हुए "दिल्ली चलो!" का नारा दिया और जापानी सेना के साथ मिलकर ब्रिटिश व कामनवेल्थ सेना से बर्मा सहित इम्फाल और कोहिमा में एक साथ जमकर मोर्चा लिया। 21 अक्टूबर 1943 को सुभाष बोस ने आजाद हिन्द फौज के सर्वोच्च सेनापति की हैसियत से स्वतन्त्र भारत की अस्थायी सरकार बनायी जिसे जर्मनी, जापान, फिलीपींस, कोरिया, चीन, इटली, मान्चुको और आयरलैंड ने मान्यता दी। जापान ने अंडमान व निकोबार द्वीप इस अस्थायी सरकार को दे दिये। सुभाष उन द्वीपों में गये और उनका नया नामकरण किया। 1944 को आजाद हिन्द फौज ने अंग्रेजों पर दोबारा आक्रमण किया और कुछ भारतीय प्रदेशों को अंग्रेजों से मुक्त भी करा लिया। कोहिमा का युद्ध 4 अप्रैल 1944 से 22 जून 1944 तक लड़ा गया एक भयंकर युद्ध था। इस युद्ध में जापानी सेना को पीछे हटना पड़ा था और यही एक महत्वपूर्ण मोड़ सिद्ध हुआ। 6 जुलाई 1944 को उन्होंने रंगून रेडियो स्टेशन से महात्मा गांधी के नाम एक प्रसारण जारी किया जिसमें उन्होंने इस निर्णायक युद्ध में विजय के लिये उनका आशीर्वाद और शुभकामनायें माँगीं। नेताजी की मृत्यु को लेकर आज भी विवाद है। जहाँ जापान में प्रतिवर्ष 18 अगस्त को उनका शहीद दिवस धूमधाम से मनाया जाता है वहीं भारत में रहने वाले उनके परिवार के लोगों का आज भी यह मानना है कि सुभाष की मौत 1945 में नहीं हुई। वे उसके बाद रूस में नज़रबन्द थे। यदि ऐसा नहीं है तो भारत सरकार ने उनकी मृत्यु से सम्बंधित दस्तावेज़ अब तक सार्वजनिक क्यों नहीं किये? 16 जनवरी 2014 (गुरुवार) को कलकत्ता हाई कोर्ट ने नेताजी के लापता होने के रहस्य से जुड़े खुफिया दस्तावेजों को सार्वजनिक करने की माँग वाली जनहित याचिका पर सुनवाई के लिये स्पेशल बेंच के गठन का आदेश दिया। .

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सुम (ज़िला)

मंगोलिया के अरख़ानगई प्रांत के सुम सुम (मंगोलियाई: ᠰᠤᠮᠤ या сум; अंग्रेजी: Sum), सुमु या सुमुन मंगोलियाई और तुर्की भाषाओँ में ज़िले का स्तर रखने वाले एक प्रशासनिक प्रभाग हो कहते हैं। यह ईकाई मंगोलिया में और चीन और रूस के मंगोल इलाक़ों में इस्तेमाल होती है। चीन में इसे भीतरी मंगोलिया में और रूस में इसे बुरयात गणतंत्र और तूवा में प्रयोग किया जाता है। .

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सुहागा

बोरेक्स का क्रिस्टल सुहागा (Na2B4O7·10H2O; संस्कृत: सुभग; अंग्रेजी: Borax) टांकण (बोरॉन) का एक यौगिक, खनिज तथा बोरिक अम्ल का लवण है। इसे 'क्षारातु बोरेट', 'सोडियम टेट्राबोरेट', या 'डाईसोडियम टेट्राबोरेट' भी कहते हैं। प्राय: यह मुलायम सफेद पाउडर के रूप में मिलता है जो पानी में आसानी से घुल जाता है। सुहागा तिब्बत, लद्दाख और कश्मीर में बहुत मिलता है। .

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सुखोई

सुखोई कम्पनी का मुख्यालय सुखोई (रुसी: ОАО "Компания "Сухой") रूस की वायुयान निर्माता कम्पनी है। इसका मुख्यालय ओकुर्ग, मॉस्को में है। इसकी स्थापना पावेल सुखोई ने १९३९ में की थी। श्रेणी:विश्व की प्रमुख कम्पनियाँ.

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सुखोई एसयू-25

सुखोई एसयू-25 ग्रेच (Sukhoi Su-25 Grach) (नाटो रिपोर्टिंग का नाम: फ्रॉगफूट) एक सिंगल सीट वाला सोवियत संघ में सुखोई द्वारा विकसित दो इंजन वाला जेट विमान है। यह सोवियत ग्राउंड बलों के लिए करीब हवाई समर्थन प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया था। सुखोई एसयू-25 के पहले प्रोटोटाइप की 22 फरवरी 1975 को पहली उड़ान की। परीक्षण के बाद, विमान की श्रृंखला उत्पादन का जॉर्जियाई सोवियत समाजवादी गणराज्य में 1978 में शुरू हुआ था। शुरुआती प्रकार में सुखोई एसयू-25यूबी के दो-सीट ट्रेनर, सुखोई एसयू-25बीएम और निर्यात ग्राहकों के लिए सुखोई एसयू-25क्यू शामिल थे। कुछ विमानों को 2012 में सुखोई एसयू-25एम मानक में अपग्रेड किया जा रहा था। सुखोई एसयू-25टी और सुखोई एसयू-25टीएम (जिसे सुखोई एसयू-39 भी कहा जाता है) आगे के विकासाधीन विमान थे लेकिन इनका बड़ी संख्याओं में नहीं उत्पन्न किया गया था। सुखोई एसयू-25, और सुखोई एसयू-34, 2007 तक उत्पादन में एकमात्र बख़्तरबंद, फिक्स्ड-विंग विमान थे।Gordon and Dawes 2004.

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सुखोई एसयू-30एमकेके

सुखोई एसयू-30एमकेके (Sukhoi Su-30MKK) (नाटो रिपोर्टिंग नाम: फ्लेंकर-जी) सुखोई एसयू-30 का एक संशोधन है, जिसमें सुखोई एसयू-35 संस्करण से उन्नत तकनीक शामिल की गई है।MKK stands for Russian Mnogofunktzionniy Kommercheskiy Kitayski (Cyrillic: Многофунктзионний Коммерческий Китайски), "Multifunctional Commercial for China".

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सुखोई एसयू-34

सुखोई एसयू-34 (Sukhoi Su-34) (नाटो रिपोर्टिंग का नाम: फुलबैक) एक रूसी दो इंजन वाला, दो सीट वाला, सभी मौसम मे काम करने वाला मध्यम रेंज का सुपरसोनिक बमवर्षक और स्ट्राइक लड़ाकू विमान है। यह सुखोई ब्यूरो द्वारा विकसित किया गया है। सुखोई एसयू-34 के पहले प्रोटोटाइप की 1990 मे पहली उड़ान की। और 2014 में सुखोई एसयू-34 ने रूसी वायु सेना की सेवा में प्रवेश किया। सुखोई एसयू-27 फ्लैन्कर एयर श्रेष्ठता सेनानी के आधार पर, सुखोई एसयू-34 मे दो-आदमी दल के साइड-बाय-साइड बैठने के लिए एक बख्तरबंद कॉकपिट है। सुखोई एसयू-34 मुख्य रूप से जमीन और नौसेना लक्ष्य के खिलाफ सामरिक तैनाती के लिए बनाया गया है। .

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सुखोई एसयू-३०

सुखोई एसयू-३० (Sukhoi Su-30) एक रुसी लढाकू विमान है। यह सुखोई एविएशन कॉरपोरशन द्वारा निर्मित है। यह वायु से वायु एवं वायु से धरती पर आक्रमण करने में सक्षम है। भारत, चीन, रूस वेनेजुएला और मलेशिया इसके प्रमुख उपयोगकर्ता हैं। .

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सुखोई एसयू-३० एमकेआई

सुखोई ३० एमकेआई भारतीय वायुसेना का अग्रिम पन्क्ति का लड़ाकू विमान है। यह बहु-उपयोगी लड़ाकू विमान रूस के सैन्य विमान निर्माता सुखोई तथा भारत के हिन्दुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड के सहयोग से बना है। इस के नाम में स्थित एम के आई का विस्तार मॉडर्नि रोबान्बि कॉमर्स्कि इंडिकि (модернизированный коммерческий индийский) है यानि आधुनिक व्यावसायिक भारतीय (विमान)। इसी श्रृंखला के सुखोई ३०-एमकेके तथा एमके२ विमानों को चीन तथा बाद में इण्डोनेशिया को बेचा गया था। इसके अलावा एमकेएम, एमकेवी तथा एमकेए संस्करणों को मलेशिया, वेनेजुएला तथा अल्जीरिया को भी बेचा गया है। विमान ने सन १९९७ में पहली उड़ान भरी थी। सन २००२ में इसे भारतीय वायुसेना में सम्मिलित कर लिया गया। सन २००४ से इनका निर्माण भारत में ही हिन्दुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है। यह एक ४++ पीढ़ी का लडाकू विमान है। अकतूबर २००९ में ऐसे १०५ विमानो की ६ स्क्वाड्रन भारतीय वायुसेना की सेवा में थी। ऐसे कुल २८० विमान हिन्दुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा बनाये जाने की योजना है। यह विमान ३००० किमी की दूरी तक जा कर हमला कर सकता है। इसे शक्ति इसके दो एएल-३१ तर्बोफैन इन्जनो से मिलती है जो इसे २६०० किमी प्रति घण्टे की गति देते हैं। यह विमान हवा में ईन्धन भर सकता है। इस विमान में अलग अलग तरह के बम तथा प्रक्षेपास्त्र ले जाने के लिये १२ स्थान है। भविष्य में इसे ब्रह्मोस प्रक्षेपास्त्र से लैस किया जायेगा। इसके अतिरिक्त इसमे एक ३० मिमि की तोप भी लगी है। .

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सुखोई सुपरजेट 130

सुखोई सुपरजेट 130 (Sukhoi Superjet 130) सुपरजेट एनजी के रूप में भी जाना जाता है एक योजनाबद्ध आधुनिक, फ्लाई-बाय-वायर संकीर्ण माध्यम श्रेणी वाला जेट एयरलाइनर है जिसे सुखोई और यूनाइटेड एयरक्राफ्ट कारपोरेशन द्वारा विकसित किया जा रहा है। ruaviation.com, 2 August 2013.

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स्टारबक्स

स्टारबक्स कॉर्पोरेशन (Starbucks Corporation) एक अंतर्राष्ट्रीय कॉफी और कॉफीहाउस श्रृंखला है जो वॉशिंगटन के सिएटल में स्थित है। 50 देशों में 16858 से अधिक स्टोर के साथ स्टारबक्स दुनिया की सबसे बड़ी कॉफीहाउस कंपनी है, जिसमें अकेले संयुक्त राज्य अमेरिका में 11000 से अधिक, कनाडा में 1000 से अधिक और यूके में 700 से अधिक स्टोर हैं। स्टारबक्स ड्रिप ब्रियूड कॉफी, एस्प्रेसो आधारित गर्म पेय, अन्य गर्म और शीतल पेय, कॉफी बीन्स, सलाद, गर्म और ठंडी सैंडविच तथा पानिनी, पेस्ट्री; और मग एवं गिलास जैसी वस्तुएँ बेचती है। कंपनी, स्टारबक्स इंटरटेंमेंट डिवीजन और हियर म्यूजिक ब्रांड के माध्यम से किताबों, संगीत और फिल्मों का भी विपणन करती है। कंपनी के कई उत्पाद मौसमी होते हैं या उन्हें विशेष रूप से स्टोर के इलाके के लिए ही बनाया जाता है। किराने की दुकानों पर स्टारबक्स ब्रांड वाली आइसक्रीम और कॉफी भी बेची जाती है। एक स्थानीय कॉफी बीन रोस्टर और रिटेलर के रूप में सिएटल में परवर्ती रूपों में स्टारबक्स की स्थापना के बाद से कंपनी का तेजी से विस्तार हुआ है। 1990 के दशक से स्टारबक्स ने हर कार्यदिवस में एक नया स्टोर खोलना शुरू किया जो 2000 के दशक तक जारी रहा.

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स्टालिनवाद

कोई विवरण नहीं।

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स्ट्रूव जिओडेटिक आर्क

स्ट्रूव जियोडेटिक आर्क (Struve Geodetic Arc) नॉर्वे के हैमरफेस्ट से काला सागर तक फैले सर्वेक्षण त्रिकोणों की एक श्रृंखला है, जो दस देशों और 2,820 किमी से अधिक के क्षेत्र में फैला हुआ है, इसकी सहायता से देशान्तर रेखा का पहला सटीक मापन किया गया था।Norwegian Directorate for Cultural Heritage,Dronningensg 13, P.O.Box 8196, Dep.

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स्टीवन जेरार्ड

स्टीवन जॉर्ज जेरार्ड, MBE (जन्म - 30 मई 1980), एक इंग्लिश फुटबॉल खिलाड़ी हैं जो इंग्लिश प्रीमियर लीग के क्लब लिवरपूल और इंग्लैण्ड की राष्ट्रीय टीम के लिए खेलते हैं। उन्होंने अपने कॅरिअर का अधिकांश खेल एक केंद्रीय मिडफ़ील्ड भूमिका में ही खेला है; हालांकि, 2007 में लिवरपूल में फर्नान्डो टोर्रेस के आगमन के बाद उन्हें मुख्य रूप से उनकी क्लब टीम के लिए एक दूसरे स्ट्राइकर के रूप में 2006 के बाद से इंग्लैण्ड के लिए एक विंगर के रूप में इस्तेमाल किया गया है। ऐनफील्ड में अपना सम्पूर्ण कॅरिअर बिताने वाले जेरार्ड ने 1998 में अपने खेल का शुभारम्भ किया और सत्र 2000-01 में पहली टीम में अपनी स्थिति मज़बूत की और 2003 में सामी हाइपिया के बाद लिवरपूल टीम के कप्तान का पदभार संभाला.

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स्ताव्रोपोल

रूस का एक प्रदेश (края, क्राइ)। श्रेणी:रूस के प्रदेश en:Krais of Russia.

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स्पेनी गृहयुद्ध

स्पेन का गृहयुद्ध (स्पेनी भाषा: Guerra Civil Española), 1936 से 1939 तक चला। यह युद्ध स्पेन के रिपब्लिकनों और राष्ट्रवादियों के बीच हुआ। इसे प्रायः लोकतन्त्र तथा फासीवाद के बीच युद्ध माना जाता है किन्तु अनेक इतिहासकार मानते हैं कि यह युद्ध वस्तुतः वामपंथी क्रांतिकारियों एवं दक्षिणपन्थी प्रतिक्रान्तिकारियों के बीच हुआ था। इस युद्ध में अन्ततः राष्ट्रवादियों की विजय हुई और उसके पश्चात फ्रैकों अगले ३६ वर्षों तक (१९७५ में अपनी मृत्यु तक) स्पेन का शासक बना रहा। पापुलर फ्रंट के सत्तासीन होने के साथ एवं उनकी दक्षिणपंथी एवं मध्यमार्गियों के विरूद्ध अपनायी गयी नीतियों के कारण स्पेन गृहयुद्ध के कगार पर खड़ा हो गया। दक्षिणपंथी जनलर सांजुर्जो ने हिटलर से भेंटकर सहायता का आश्वासन प्राप्त किया। 12 जुलाई, 1936 ई. को दक्षिणपंथियों ने पुलिस अधिकारी केस्टिलो की हत्या कर दी। 13 जुलाई को इस घटना से उत्तेजित हो वामपंथियों ने एक दक्षिणपंथी सेनाधिकारी काल्वो सोटेलो की हत्या कर दी। इस प्रकार स्पेन में गृह युद्ध छिड़ गया। 17 जुलाई को मोरक्को में स्थित स्पेनी सेनाओं ने जनरल फ्रांकों के नेतृत्व में विद्रोह का बिगुल फूँक दिया। दक्षिणपंथी सैन्य अधिकारियों ने भी सशस्त्र संघर्ष छेड़ दिया। बाद में दक्षिणपंथियों का नेतृत्व भी जनरल फ्रांकों द्वारा संभाल लिया गया। इन विद्रोहियों को सैन्य अधिकारियों के साथ-साथ राजतंत्रवादियों, फासिस्ट एवं चर्च का भी समर्थन प्राप्त था। इटली एवं जर्मनी से भी इन्हें मदद मिल रही थी। गृह युद्ध के दौरान ही सितंबर, 1936 ई. में वामपंथी फ्रांसिस्को लार्गा केवेलरो ने नवीन मंत्रिमण्डल का गठन कर उसमें समाजवादियों एवं साम्यवादियों को भी सम्मिलित किया। केवेलरों ने मजदूरों एवं कृषकों का भी सहयोग प्राप्त किया, परंतु नवंबर, 1936 ई.

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स्मरनॉफ

स्मरनॉफ वोदका का एक ब्रांड है जिसका स्वामित्व और उत्पादन की जिम्मेदारी अब ब्रिटिश कंपनी डाइजियो के पास है। स्मरनॉफ ब्रांड की शुरुआत एक अनपढ़ रूसी किसान के बेटे प्योत्र आर्सेनीविच स्मर्नोव (1831-1898) द्वारा मास्को में स्थापित वोदका की एक डिस्टिलरी में हुई थी। अब इसे 130 देशों में वितरित किया जाता है। स्मरनॉफ के उत्पादों में वोदका, फ्लेवर्ड वोदका और माल्ट पेय शामिल हैं। मार्च 2006 में डाइजियो उत्तर अमेरिका ने दावा किया था कि स्मरनॉफ वोदका दुनिया में सर्वाधिक-बिकने वाला डिस्टिल्ड शराब का ब्रांड था। .

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स्मोलेन्स्क ओब्लास्ट

रूस का एक ओब्लास्ट (области, ओब्लास्टि, प्रांत)। श्रेणी:रूस के प्रांत ar:اوبلاستات روسيا fi:Venäjän alueet pt:Óblasts da Rússia ru:Области Российской Федерации sr:Руске области ta:ரஷ்யாவின் ஓப்லஸ்துகள் vi:Tỉnh của Nga.

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स्वचालित गणक मशीन

यू.एस की एक एनसीआर पर्सोनास 75-सीरीज़ आंतरिक, बहुप्रकार्य एटीएम मशीन ट्राईटॉन ब्राण्ड एटीएम मशीन स्वचालित गणक मशीन (अंग्रेज़ी:आटोमेटिड टैलर मशीन, लघु:एटीएम) को आटोमेटिक बैंकिंग मशीन, कैश पाइंट, होल इन द वॉल, बैंनकोमैट जैसे नामों से यूरोप, अमेरिका व रूस आदि में जाना जाता है। यह मशीन एक ऐसा दूरसंचार नियंत्रित व कंप्यूटरीकृत उपकरण है जो ग्राहकों को वित्तीय हस्तांतरण से जुड़ी सेवाएं उपलब्ध कराता है।। हिन्दुस्तान लाइव। 21 जनवरी 2010 इस हस्तांतरण प्रक्रिया में ग्राहक को कैशियर, क्लर्क या बैंक टैलर की मदद की आवश्यकता नहीं होती है। खुदरा यानि रिटेल बैंकिंग के क्षेत्र में एटीएम बनाने का विचार समांनातर तौर जापान, स्वीडन, अमेरिका और इंग्लैंड में जन्मा और विकसित हुआ। हालांकि सबसे पहले इसका प्रयोग कहां शुरू हुआ यह अभी तय नहीं हो पाया है। .

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स्वदेशी आन्दोलन

१९३० के दशक का पोस्टर जिसमें गाँधीजी को जेल के अन्दर चरखा कातते हुए दिखाया गया है, और लिखा है- ''चरखा और स्वदेशी पर ध्यान दो।'' स्वदेशी आन्दोलन भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन का एक महत्वपूर्ण आन्दोलन, सफल रणनीति व दर्शन था। स्वदेशी का अर्थ है - 'अपने देश का'। इस रणनीति के लक्ष्य ब्रिटेन में बने माल का बहिष्कार करना तथा भारत में बने माल का अधिकाधिक प्रयोग करके साम्राज्यवादी ब्रिटेन को आर्थिक हानि पहुँचाना व भारत के लोगों के लिये रोजगार सृजन करना था। यह ब्रितानी शासन को उखाड़ फेंकने और भारत की समग्र आर्थिक व्यवस्था के विकास के लिए अपनाया गया साधन था। वर्ष 1905 के बंग-भंग विरोधी जनजागरण से स्वदेशी आन्दोलन को बहुत बल मिला। यह 1911 तक चला और गान्धीजी के भारत में पदार्पण के पूर्व सभी सफल अन्दोलनों में से एक था। अरविन्द घोष, रवीन्द्रनाथ ठाकुर, वीर सावरकर, लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक और लाला लाजपत राय स्वदेशी आन्दोलन के मुख्य उद्घोषक थे। आगे चलकर यही स्वदेशी आन्दोलन महात्मा गांधी के स्वतन्त्रता आन्दोलन का भी केन्द्र-बिन्दु बन गया। उन्होने इसे "स्वराज की आत्मा" कहा। .

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स्वर्ण मानक

सोने के मानक में पेपर नोट्स प्री-सेट में परिवर्तनीय हैं जिसमें निश्चित मात्रा में सोने होते हैं। सोने का मानक या स्वर्ण मानक एक मौद्रिक प्रणाली है, जिसमें सोने का एक तय वजन मानक आर्थिक मूल्य की इकाई होती है। सोने के मानक के भिन्न प्रकार होते हैं। सबसे पहले, स्वर्ण मुद्रा मानक एक प्रणाली है जिसमें मौद्रिक इकाई सोने के सिक्कों के साथ संबद्ध होती है या फिर किसी कम मूल्यवान धातु से बने पूरक सिक्के के साथ संयोजन में एक ख़ास परिसंचारी स्वर्ण मुद्रा के मामले में मूल्य की इकाई परिभाषित होती है। इसी प्रकार, स्वर्ण विनिमय मानक में आमतौर पर सिर्फ चांदी या अन्य धातुओं से बने सिक्कों का प्रचलन अंतर्भूत होता है, लेकिन जहां सरकारें अन्य देश के साथ एक तय विनिमय दर की गारंटी करती हैं तब वह सोने के मानक पर तय होता है। यह निजत: एक सोने के मानक का निर्माण करता है, उसमें चांदी के अंतर्जात मूल्य से स्वतंत्र सोने के सन्दर्भ में चांदी के सिक्कों के मूल्य के एक तय बाह्य मूल्य होते हैं। अंत में, स्वर्ण बुलियन मानक एक ऐसी प्रणाली है जिसमें सोने के सिक्के प्रचलन में नहीं होते, मगर जिसमें सरकारों ने प्रचलित करेंसी (मुद्रा) के साथ विनिमय की मांग पर एक तय कीमत पर स्वर्ण बुलियन (सोने की ईंटें) बेचने पर सहमति व्यक्त की है। 1882 से लेकर 1933 तक संयुक्त राज्य अमेरिका में पेपर करेंसी के रूप में गोल्ड सर्टिफिकेट्स इस्तेमाल किया जाता है। इन प्रमाणपत्रों को स्वतंत्र रूप से सोने के सिक्कों में परिवर्तनीय है। .

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स्वेतलाना अलिलुयेवा

स्वेतलाना एलिल्युयेवा या स्वेतलाना अलिलुयेवा (28 फ़रवरी 1926 – 22 नवम्बर 2011) सोवियत संघ के चर्चित नेता, राष्ट्रपति जोसेफ़ स्टालिन की इकलौती संतान थी।, TIME 26 मई 1967.

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स्वेर्द्लोव्स्क ओब्लास्ट

रूस का एक ओब्लास्ट (области, ओब्लास्टि, प्रांत)। श्रेणी:रूस के प्रांत ar:اوبلاستات روسيا fi:Venäjän alueet pt:Óblasts da Rússia ru:Области Российской Федерации sr:Руске области ta:ரஷ்யாவின் ஓப்லஸ்துகள் vi:Tỉnh của Nga.

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स्वीडन

स्वीडन (स्वीडिश: Konungariket Sverige कूनुङारीकेत् स्वेरिये) यूरोपीय महाद्वीप में उत्तर में स्केंडिनेविया प्रायद्वीप में स्थित एक देश है। स्टॉकहोल्म इसकी राजधानी और सबसे बड़ा शहर है। स्वीडिश भाषा इसकी मुख्य और राजभाषा है। यहाँ एक संवैधानिक और लोकतान्त्रिक राजतन्त्र है। स्वीडन के पश्चिम एवं उत्तर में नॉर्वे, पूर्व में फ़िनलैंड तथा दक्षिण में डेनमार्क स्थित हैं। स्वीडन का पूरा क्षेत्रफल 528447 वर्ग किलोमीटर का है, जिसमे से 407340 वर्ग किलोमीटर थल क्षेत्र, 40080 वर्ग किलोमीटर में नदियाँ और झील तथा 81027 वर्ग किलोमीटर समुद्र क्षेत्र है। इस तरह यह यूरोपियन यूनियन में तीसरा सबसे बड़ा देश है। यहाँ की जनसँख्या वर्तमान में लगभग एक करोड़ दस लाख है। .

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स्कैंडिनेविया प्रायद्वीप

उत्तरी यूरोप के स्कैण्डिनेविया प्रायद्वीप का रिलीफ़ मानचित्र स्कैन्डिनेवियाई प्रायद्वीप (Skandinaviska halvön; Den skandinaviske halvøy; Skandinavian niemimaa; ?; Скандинавский полуостров, Skandinavsky poluostrov) उत्तरी यूरोप महाद्वीप का एक प्रायद्वीप है, जिसमें मुख्यतः स्वीडन की मुख्यभूमि, नॉर्वे की मुख्यभूमि (रूस के सीमावर्ती कुछ तटीय क्षेत्रों को छोड़कर) एवं फिनलैंड का उत्तर-पश्चिमी भाग आते हैं। इनके साथ साथ ही रूस के पेचेंग्स्की जिले के पश्चिम का एक संकर भाग भी इस में माना जाता है। इनके अलावा फिनलैंड, आइसलैंड एवं फैरो द्वीपसमूह के संग ये देश नॉर्डिक देश भी कहलाते हैं। इस प्रायद्वीप का नाम स्कैंडिनेविया, डेनमार्क, स्वीडन एवं नॉर्वे के सांस्कृतिक क्षेत्र से व्युत्पन्न किया गया है। इस नाम का मूल प्रायद्वीप के दक्षिणतम भाग स्कैनिया से आया है जो एक लम्बे अन्तराल से डेनमार्क के अधिकार में रहा है, किन्तु वर्तमान में स्वीडन अधिकृत है। ये लोग मूल रूप से उत्तर जर्मनिक भाषाएं बोलते हैं जिनमें से प्रमुख भाषाएं हैं: डेनिश भाषा, नॉर्वेजियाई भाषा एवं स्वीडिश भाषा। वैसे इनके अतिरिक्त फ़ारोईज़ एवं आइसलैण्डिक भाषा भी इसी समूह के अधीन आती है, किन्तु उनके बोले जाने वाले क्षेत्र को स्कैंडिनेविया में नहीं गिना जाता है। स्कैण्डिनेवियाई प्रायद्वीप यूरोप महाद्वीप का सबसे बड़ा प्रायद्वीप है एवं यह बल्कान प्रायद्वीप, आईबेरियाई प्रायद्वीप एवं इतालवी प्रायद्वीपों से भी बड़ा है। हिम युग के समय अंध महासागर का जलस्तर इतना गिर गया कि बाल्टिक सागर एवं फिनलैंड की खाड़ी गायब ही हो गये थे एवं उन्हें घेरे हुए वर्तमान देशों जैसे, जर्मनी, पोलैंड एवं अन्य बाल्टिक देश तथा स्कैंडिनेविया की सीमाएं सीधे-सीधे एक दूसरे से मिल गयी थीं। .

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सैन होज़े, कैलिफोर्निया

सैन होज़े (जिसका स्पेनिश में अर्थ है - सेंट जोसफ) कैलिफोर्निया का तीसरा सबसे बड़ा शहर, संयुक्त राज्य अमेरिका का दसवां सबसे बड़ा शहर और सांता क्लारा काउंटी का काउंटी सीट है। यह देश के 31वें सबसे बड़े महानगरीय क्षेत्र का एक ऐंकर है जो सैन फ्रांसिस्को खाड़ी के दक्षिणी छोर पर स्थित है। सैन होज़े कभी एक छोटा सा कृषि शहर था जहां 1950 के दशक से अब तक बड़ी तेज़ी से विकास हुआ है। जनसंख्या, भूमि क्षेत्र, एवं औद्योगिक विकास की दृष्टि से सैन होज़े खाड़ी क्षेत्र का सबसे बड़ा शहर है। 1 जनवरी 2010 तक इसकी अनुमानित जनसंख्या 1,023,083 थी। सैन होज़े की नींव 29 नवम्बर 1777 को नुएवा कैलिफोर्निया के स्पेनिश कॉलोनी के पहले कस्बे, एल पुएब्लो डी सैन होज़े डी ग्वाडालूप (El पुएब्लो de San José de Guadalupe), के रूप में रखी गई, जो बाद में अल्टा कैलिफोर्निया बना.

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सैन्य विज्ञान

सैन्य विज्ञान (Military Science) के अन्तर्गत युद्ध एवं सशस्त्र संघर्ष से सम्बन्धित तकनीकों, मनोविज्ञान एवं कार्य-विधि (practice) आदि का अध्ययन किया जाता है। भारत सहित दुनिया के कई प्रमुख देश जैसे अमेरिका, इजराइल, जर्मनी, पाकिस्तान, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैण्ड, रूस, इंगलैंड, चीन, फ्रांस, कनाडा, जापान, सिंगापुर, मलेशिया में सैन्य विज्ञान विषय को सुरक्षा अध्ययन (Security Studies), रक्षा एवं सुरक्षा अध्ययन (Defence and Security Studies), रक्षा एवं स्त्रातेजिक अध्ययन (Defence and Strategic studies), सुरक्षा एवं युद्ध अध्ययन नाम से भी अध्ययन-अध्यापन किया जाता है। सैन्य विज्ञान ज्ञान की वह शाखा है जिसमें सैनिक विचारधारा, संगठन सामग्री और कौशल का सामाजिक संदर्भ में अध्ययन किया जाता है। आदिकाल से ही युद्ध की परम्परा चली आ रही है। मानव जाति का इतिहास युद्ध के अध्ययन के बिना अधूरा है और युद्ध का इतिहास उतना ही पुराना है जितनी मानव जाति की कहानी। युद्ध मानव सभ्यता के विकास के प्रमुख कारणों में से एक हैं। अनेक सभ्यताओं का अभ्युदय एवं विनाश हुआ, परन्तु युद्ध कभी भी समाप्त नहीं हुआ। जैसे-जैसे सभ्यता का विकास हुआ वैसे-वैसे नवीन हथियारों के निर्माण के फलस्वरूप युद्ध के स्वरूप में परिवर्तन अवश्य आया है। सैन्य विज्ञान के अन्तर्गत युद्ध एवं सशस्त्र संघर्ष से सम्बन्धित तकनीकों, मनोविज्ञान एवं कार्य-विधि आदि का अध्ययन किया जाता है। सैन्य विज्ञान के निम्नलिखित छः मुख्य शाखायें हैं.

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सैन्य व्यय के अनुसार देशों की सूची

सेना पर खर्च इस लेख में प्रतिवर्ष (या किसी विशेष वर्ष में) सेना पर किए जाने वाले खर्च के अनुसार विभिन्न देशों की स्थिति बतायी गयी है। खर्च के ये आंकड़े अमेरिकी डॉलर में व्यक्त किये गये हैं। वर्तमान आंकड़ों के अनुसार सेना पर सर्वाधिक खर्च करने वाले छः देश हैं- यूएसए, चीन, रूस, यूके, जापान तथा फ्रांस। .

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सैन्य और अर्धसैनिक बलों की संख्या के आधार पर देशों की सूची

विश्व के देशों में २००९ तक सक्रीय बल इस सूची में विश्व के देशों के संख्या के आधार पर सेना और अर्धसैनिक बल है । इसमें पूर्णकालिक सेना और अर्धसैनिक बल सम्मिलित है । .

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सैल्मन

मुख्य पेसिफिक सैल्मन प्रजातियां: सोकाई, चम, कोस्टल, कटथ्रोट ट्राउट, चिनूक, कोहो, स्टीलहेड और पिंक सैल्मोनिडे परिवार की विभिन्न प्रजातियों की मछली के लिए दिया जाने वाला आम नाम है सैल्मन.

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सूडान

सूडान, आधिकारिक तौर पर सूडान गणराज्य, उत्तरी पूर्व अफ्रीका में स्थित एक देश है। यह अफ्रीका और अरब जगत का सबसे बड़ा देश है, इसके अलावा क्षेत्रफल के लिहाज से दुनिया का दसवां सबसे बड़ा देश है। इसके उत्तर में मिस्र, उत्तर पूर्व में लाल सागर, पूर्व में इरिट्रिया और इथियोपिया, दक्षिणपूर्व में युगांडा और केन्या, दक्षिण पश्चिम में कांगो लोकतान्त्रिक गणराज्य और मध्य अफ़्रीकी गणराज्य, पश्चिम में चाड और पश्चिमोत्तर में लीबिया स्थित है। दुनिया की सबसे लंबी नदी नील नदी, देश को पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों में विभाजित करती है। इसकी राजधानी खार्तूम है। सूडान दुनिया के उन गिने-चुने देशों में शामिल है, जहां आज भी 3000 ईपू बसी बस्तियां अपना वजूद बचाए हुए हैं। यूनाइटेड किंगडम से 1956 में स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद सूडान को 17 साल तक चले लंबे गृह युद्ध का सामना करना पड़ा, जिसके बाद अरबी और न्यूबियन मूल की बहुतायत वाले उत्तरी सूडान और ईसाई और एनिमिस्ट निलोट्स बहुल वाले दक्षिणी सूडान के बीच जातीय, धार्मिक और आर्थिक युद्ध छिड़ गया, जिसकी वजह से 1983 में दूसरा गृहयुद्ध शुरू हुआ। इन लड़ाइयों के बीच कर्नल उमर अल बाशिर ने 1989 में रक्तविहिन तख्तापटल कर सत्ता हथिया ली। सूडान ने व्यापक आर्थिक सुधारों को लागू कर वृहदतर आर्थिक विकास दर हासिल की और 2005 में एक नया संविधान के माध्यम से दक्षिण के विद्रोही गुटों को सीमित स्वायत्तता प्रदान करने और 2011 में स्वतंत्रता के मुद्दे पर जनमत संग्रह कराने की बात सहमति बनने के बाद गृहयुद्ध समाप्त किया। प्राकृतिक संसाधन के रूप में पेट्रोलियम और कच्चे तेल से भरे-पूरे सूडान की अर्थव्यवस्था वर्तमान में विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। जनवादी गणराज्य चीन और रूस सूडान के सबसे बड़े व्यापार भागीदार हैं। .

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सूप

फ़्रांसिसी प्याज सूप का एक कटोरा रोटी के साथ घर में बना हुआ चिकन नूडल सूप सूप या शोरबा एक प्रकार का खाद्य पदार्थ है जो मीट और सब्जियों जैसी सामग्रियों को, स्टॉक, जूस, पानी या किसी अन्य तरल पदार्थ में मिलाकर बनाया जाता है। इसके अतिरिक्त गर्म सूप की अन्य विशेषता यह है कि इनमें एक पात्र में तरल पदार्थ में ठोस सामग्रियों को तब तक उबाला जाता है जब तक कि स्वाद उनसे निकलर तरल पदार्थ में न समा जाए और वह एक शोरबे जैसा हो जाये.

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सूरजमुखी

पूरा बीज (दाएं) और कर्नेल बिना छिलके के (बाएं) सूरजमुखी या 'सूर्यमुखी' (वानस्पतिक नाम: हेलियनथस एनस) अमेरिका के देशज वार्षिक पौधे हैं। यह अनेक देशों के बागों में उगाया जाता है। यह कंपोजिटी (Compositae) कुल के हेलिएंथस (Helianthus) गण का एक सदस्य है। इस गण में लगभग साठ जातियाँ पाई गई हैं जिनमें हेलिएंथस ऐमूस (Helianthus annuus), हेलिएंथस डिकैपेटलेस (Helianthus decapetalus), हेलिएंथिस मल्टिफ्लोरस (Helianthus multiflorus), हे.

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सूज़दल

सूजदल (रूसी: Суздаль; IPA) रूस का एक कस्बा है। यह व्लादिमिर ओब्लास्ट के सूजदलस्की जिले का मुख्यालय है और व्लादिमिर नगर से २६ किमी की दूरी पर कमेंका नदी के किनारे बसा है। .

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सूजी

सूजी का चित्र दुरुम गेहूं के दानेदार, शुद्धिकृत गेहूं के टुकड़े को सूजी कहते हैं जिसका उपयोग पास्ता बनाने के लिये और नाश्ते के अनाज और हलवे के लिये भी किया जाता है। .

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सेम्युल एफ.बी. मोर्स

सेम्युल फिनले ब्रीज मोर्स (27 अप्रैल 1791 - 2 अप्रैल 1872) एक अमेरिकी थे जिन्होंने एकल-तार टेलीग्राफ प्रणाली और मोर्स कोड का निर्माण किया। और उन्हें (कम विख्यात रूप से) ऐतिहासिक दृश्यों के एक चित्रकार के रूप में भी जाना जाता है। .

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सेलेन्गा नदी

सेलेन्गा नदी और उसकी उपनदियों के मार्गों का नक़्शा सेलेन्गा नदी (मंगोल: Сэлэнгэ мөрөн, सेलेन्गे मोरोन; रूसी: Селенга; अंग्रेज़ी: Selenga) मंगोलिया और रूस के साइबेरिया क्षेत्र के बुर्यातिया गणतंत्र की एक प्रमुख नदी है। यह इदेर नदी (Ider) और देलगेर नदी (Delgermörön) के विलय से बनती है और इसका पानी अंत में बायकल झील में एक नदीमुख (डेल्टा) बनाकर मिल जाता है। इसकी कुल लम्बाई ९९२ किमी है और यह येनिसेय-अंगारा नदी मंडल के लिए जल का एक महत्वपूर्ण स्रोत है।, www.medeelel.mn, Accessed July 16, 2007 बायकल झील में जाने वाला लगभग आधा पानी इसी नदी से आता है।, Hellmuth Barthel, Haack, 1988 मंगोलिया के सेलेन्गे प्रान्त का नाम इसी नदी से आया है। .

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सेंट पीटर्सबर्ग

पीटर महान की कांस्य प्रतिमा सेंट पीटर्सबर्ग नेवा नदीके तट पर स्थित रूस का एक प्रसिद्ध नगर है। यह रूसी साम्राज्य की पूर्व राजधानी थी। सोवियत संघ के समय में इसका नाम बदलकर लेनिनग्राद कर दिया गया था जिसे सोवियत संघ के पतन के बाद पुन: बदलकर सेंट पीटर्सबर्ग कर दिया गया है। .

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सोफिया कोवालेवस्कया

सोफिया कोवालेवस्कया (Sofia Kovalevskaya, Со́фья Васи́льевна Ковале́вская) (१५ जनवरी १८५० – १० फ़रवरी १८९१) रूस की प्रसिद्ध गणितज्ञ थीं। वे संसार में पहली महिला थीं जिन्होंने विश्विद्यालय की प्रोफ़ेसर और रूसी विज्ञान अकादमी की सह-सदस्या का पद पाया। उन्होने गणितीय विश्लेषण, अवकल समीकरण तथा यांत्रिकी में महत्वपूर्ण योगदान दिया। स्वीडेन जाने के बाद उन्होने अपना नाम सोन्या रख लिया। सोफिया एक संपादक के तौर पर किसी विज्ञान पत्रिका के लिए कार्य करने वाली भी पहली महिलाओं में से थीं। उन्नीसवीं सदी में जब रूस में युवतियों के लिए विज्ञान की उच्च शिक्षा के द्वार बंद थे, तब सोफिया ने यह उपलब्धि प्राप्त की। कोवालेवस्कया की मेधा गणित तक ही सीमित नहीं थी, एक कवि और जन-प्रचारक के नाते भी उन्होंने प्रसिद्धि पायी। युवावस्था की दहलीज पर कदम रखते हुए ही सोनिया (रूस में सोफिया को ही प्यार से सोनिया कहते हैं) ने ऐलान कर दिया था: “मुझे यह एहसास हो रहा है कि मेरे भाग्य में विज्ञान को जीवन अर्पित करना और स्त्रियों के लिए नया मार्ग बनाना लिखा है, क्योंकि इसी से न्याय की सेवा होगी”। उनका जीवन-काल केवल ४१ वर्ष का रहा, किंतु इतने अल्प समय में भी उन्होंने बहुत कुछ देखा, पाया और अनुभव किया। .

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सोमा ज्वालामुखी

सोमा ज्वालामुखी या सिर्फ सोमा, एक ज्वालामुख-कुण्ड होता है जिसे आंशिक रूप से एक नये केन्द्रीय ज्वालामुखी शंकु के द्वारा भरा जाता है। यह नाम सोमा पर्वत (इतालवी: मोंटे सोमा) से लिया गया है जो कि, दक्षिणी इटली में स्थित एक मिश्रित ज्वालामुखी है, जिसके शिखर पर स्थित ज्वालामुख-कुण्ड में से वेसुवियस पर्वत के शंकु का उद्भव होता है। विश्व में सोमा ज्वालामुखी के सबसे अच्छे उदाहरण, रूस के कमचट्का प्रायद्वीप और कुरील द्वीप समूह पर पाए जाते हैं, जिनका विस्तार दक्षिण में कमचट्का से होक्काइडो (जापान) तक है। .

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सोयुज (रॉकेट परिवार)

सोयुज रॉकेट परिवार (Soyuz rocket family) ओकेबी-1 द्वारा विकसित और प्रोग्रेस राज्य अनुसंधान और उत्पादन रॉकेट अंतरिक्ष केंद्र, समेरा, रूस में निर्मित उपभोजित लांच सिस्टम का एक परिवार है। सोयुज प्रक्षेपण यान सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया गया और दुनिया में सबसे विश्वसनीय प्रक्षेपण यान है। .

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सोवियत संघ

सोवियत संघ (रूसी भाषा: Сове́тский Сою́з, सोवेत्स्की सोयूज़; अंग्रेज़ी: Soviet Union), जिसका औपचारिक नाम सोवियत समाजवादी गणतंत्रों का संघ (Сою́з Сове́тских Социалисти́ческих Респу́блик, Union of Soviet Socialist Republics) था, यूरेशिया के बड़े भूभाग पर विस्तृत एक देश था जो १९२२ से १९९१ तक अस्तित्व में रहा। यह अपनी स्थापना से १९९० तक साम्यवादी पार्टी (कोम्युनिस्ट पार्टी) द्वारा शासित रहा। संवैधानिक रूप से सोवियत संघ १५ स्वशासित गणतंत्रों का संघ था लेकिन वास्तव में पूरे देश के प्रशासन और अर्थव्यवस्था पर केन्द्रीय सरकार का कड़ा नियंत्रण रहा। रूसी सोवियत संघीय समाजवादी गणतंत्र (Russian Soviet Federative Socialist Republic) इस देश का सबसे बड़ा गणतंत्र और राजनैतिक, सांस्कृतिक और आर्थिक केंद्र था, इसलिए पूरे देश का गहरा रूसीकरण हुआ। यही कारण रहा कि विदेश में भी सोवियत संघ को अक्सर गलती से 'रूस' बोल दिया जाता था। .

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सोवियत संघ का विघटन

सोवियत संघ के विघटन को दिखाने वाला चल-मानचित्र सोवियत संघ, 26 दिसम्बर 1991 को विघटित घोषित हुआ। इस घोषणा में सोवियत संघ के भूतपूर्व गणतन्त्रों को स्वतन्त्रत मान लिया गया। विघटन के पूर्व मिखाइल गोर्वाचेव, सोवियत संघ के राष्ट्रपति थे। विघटन की घोषणा के एक दिन पूर्व उन्होने पदत्याग दिया था। विघटन की इस प्रक्रिया आरम्भ आम तौर पर गोर्वाचेव के सत्ता ग्रहण करने के साथ जोड़ा जाता है। वास्तव में सोवियत संघ के विघटन की प्रक्रिया बहुत पहले शुरू हो चुकी थी। सोवियत संघ के निपात के अनेक बुनियादी एवं ऐतिहासिक कारण हैं जो सतही नजर डालने पर नहीं दिखते। .

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सोवियत संघ का इतिहास (१९८५-१९९१)

सोवियत संघ का स्वतत्र राष्ट्रों के रूप में विघटन सन् १९८५ के आरम्भ में शूरू हुआ। सोवियत संघ सैनिक रूप से बहुत शक्तिशाली बन गया था किन्तु घरेलू आर्थिक स्थिति बहुत खराब थी। इसके अलावा धीरे-धीरे अनेक कारणों से स्थिति कराब होती चली गयी। अन्तत: सन् १९९१ में सोवियत संघ टूट गया। तख्ता-पलट की एक असफल कोशिश हुई। अन्त में रूस की सत्ता बोरिस येल्सिन के हाथ आ गयी। .

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सोवियत अंतरिक्ष कार्यक्रम

सोवियत अंतरिक्ष कार्यक्रम (Soviet space program) सोवियत संघ द्वारा आयोजित 1930 के दशक से 1991 में विघटन तक रॉकेट और अंतरिक्ष अन्वेषण कार्यक्रम थे। अपने साठ साल के इतिहास में, यह मुख्य रूप से वर्गीकृत सैन्य कार्यक्रम अंतरिक्ष उड़ान में अग्रणी उपलब्धियों में से एक नंबर के लिए जिम्मेदार था। जिसमे पहली अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आर-7), पहला उपग्रह (स्पुतनिक 1), पहला जानवर पृथ्वी की कक्षा में (कुत्ता लाइका स्पुतनिक 2 पर), अंतरिक्ष में पहला मानव (वोस्तोक 1 पर अंतरिक्ष यात्री यूरी गागरिन), पहली अंतरिक्ष में महिला (अंतरिक्ष यात्री वालेनटीना तेरेश्कोवा वोस्तोक 6 पर), पहली स्पेसवॉक (वॉस्खोद 2 पर अंतरिक्ष यात्री एलेक्सी लेओनोव), पहला चंद्रमा इम्पैक्ट (लूना 2), चाँद के फार साइड की पहली छवि (लूना 3) और मानवरहित चंद्र सॉफ्ट लैंडिंग (लूना 9), पहला अंतरिक्ष रोवर (लुनोखोड 1), चंद्रमा की मिट्टी का पहला नमूना स्वचालित रूप से निकाला गया और पृथ्वी तक लाया गया नमूना (लूना 16) और पहला अंतरिक्ष स्टेशन (सल्यूट 1) शामिल है। इसके अलावा पहला अंतरग्रहीय प्रोब्स: वेनेरा 1 और मंगल 1 जिसने क्रमश शुक्र और मंगल के फ्लाईब्य की। वेनेरा 3 और मंगल 2 जो इम्पैक्ट हुए। वेनेरा 3 और मंगल 3 जो इम्पैक्ट हुए उल्लेखनीय रिकॉर्ड शामिल है। सोवियत संघ के रॉकेट और अंतरिक्ष कार्यक्रम, शुरू में उन्नत जर्मन रॉकेट कार्यक्रम कब्जा वैज्ञानिकों की सहायता से बढ़ाया। और 1955 के बाद सोवियत इंजीनियरों और वैज्ञानिकों द्वारा मुख्य रूप से प्रदर्शन किया गया था। सेर्गेई कोरोलेव प्रिंसिपल डिजाइन समूह,अपने सरकारी शीर्षक "मुख्य डिजाइनर" के प्रमुख थे। "अंतरिक्ष दौड़" में अपने अमेरिकी प्रतिद्वंद्वी के विपरीत, जो एक एकल समन्वय एजेंसी के रूप नासा में था। सोवियत संघ के कार्यक्रम में कई प्रतिस्पर्धा डिजाइन कोरोलेव, मिखाइल एंगेल, वैलेन्टिन ग्लुषको, और व्लादिमीर चेलोंमें के नेतृत्व में समूहों के बीच विभाजित किया गया था। क्योंकि कार्यक्रम के क्लासिफाइड स्थिति की, प्रचार, मिशन के परिणामों की घोषणा जब तक सफलता निश्चित नहीं हो जाती तब तक नहीं की जाती थी। और विफलताओं कभी कभी गुप्त रखा गया था। अंतत, 1980 के दशक में मिखाइल गोर्बाचेव की ग्लासनोस्त की नीति के परिणाम के रूप में, अंतरिक्ष कार्यक्रम के बारे में कई तथ्यों को सार्वजनिक किया गया था। जिसमे उल्लेखनीय असफलता, 1966 और 1968 के बीच कोरोलेव, व्लादिमीर कोमारोव (सोयुज 1 दुर्घटना में), और (एक नियमित लड़ाकू जेट मिशन पर) यूरी गागरिन की मौत और एन-1 रॉकेट विकास विफलता जो चार मानवरहित परीक्षण पर लिफ्ट ऑफ होने के बाद शीघ्र ही विस्फोट हो गया शामिल थी। सोवियत संघ के पतन के साथ, रूस और यूक्रेन को कार्यक्रम विरासत में मिला। रूस ने रूसी विमानन और अंतरिक्ष एजेंसी, अब रॉसकॉसमॉस राज्य निगम नाम से जाना जाता बनाया। जबकि यूक्रेन की राष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसी बनायीं। .

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सीमेंस एजी

बुल्गारिया के सारस्का बिस्त्रित्सा पैलेस में 1912 में निर्मित एवं स्थापित सीमेंस एजी (Siemens AG) का 170 किलोवाट कार्यशील पनबिजली जेनरेटर सीमेंस एजी (Siemens AG) यूरोप में सबसे बड़ा जर्मन इंजीनियरिंग समूह है। सीमेंस (Siemens) के अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय बर्लिन, म्यूनिख और जर्मनी के अरलैंगेन में स्थित हैं। कंपनी का कारोबार कुल मिलाकर 15 प्रभागों सहित तीन मुख्य व्यावसायिक क्षेत्रों में फैला है: उद्योग, ऊर्जा और हेल्थकेयर.

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हड़ताल

औद्योगिक माँगों की पूर्ति कराने के लिए हड़ताल (general strike) मजदूरों का अत्यंत प्रभावकारी हथियार है। औद्योगिक विवाद अधिनियम 1947 में हड़ताल की परिभाषा करते हुए लिखा गया है कि औद्योगिक संस्थान में कार्य करनेवाले कारीगरों द्वारा (जिनकी नियुक्ति कार्य करने के लिए हुई है) सामूहिक रूप से कार्य बंद करने अथवा कार्य करने से इनकार करने की कार्यवाही को हड़ताल कहा जाता है। हड़ताल के अविभाज्य तत्वों में-औद्योगिक मजदूरों का सम्मिलित होना, कार्य का बंद होना अथवा कार्य करने से इन्कार करना और समान समझदारी से सामूहिक कार्य करने की गणना होती है। सामूहिक रूप से कार्य पर से अनुपस्थित रहने की क्रिया को भी हड़ताल की संज्ञा दी जाती है। हड़ताल के अंतर्गत उपर्युक्त तत्वों का उसमें समावेश है। आम तौर पर मजदूरों ने मजदूरी, बोनस, मुअत्तली, निष्कासनआज्ञा, छुट्टी, कार्य के घंटे, ट्रेड यूनियन संगठन की मान्यता आदि प्रश्नों को लेकर हड़तालें की हैं। श्रमिकों में व्याप्त असंतोष की अधिकतर हड़तालों का कारण हुआ करता है। इंग्लैंड में श्रमिक संघों के विकास के साथ साथ मजदूरों में औद्योगिक उमंग अर्थात् उद्योगों में स्थान बनाने की भावना तथा राजनीतिक विचारों के प्रति रुचि रखने की प्रवृत्ति भी विकसित हुई। परंतु संयुक्त पूँजीवादी प्रणाली (Joint stock system) के विकास ने मजदूरों में असंतोष की सृष्टि की। इस प्रणाली से एक ओर जहाँ पूँजी के नियंत्रण एवं स्वामित्व में भिन्नता का प्रादुर्भाव हुआ, वहीं दूसरी ओर मालिकों और श्रमिकों के व्यक्तिगत संबध भी बिगड़ते गए। फलस्वरूप द्वितीय महायुद्ध के बाद मजदूरी, बोनस, महँगाई आदि के प्रश्न हड़तालों के मुख्य कारण बने। इंग्लैंड में हड़तालें श्रमसंगठनों की मान्यता एवं उद्योग के प्रबंध में भाग लेने की इच्छा का लेकर भी हुई हैं। वर्तमान काल में, हड़ताल द्वारा उत्पादन का ह्रास न हो, अत: सामूहिक सौदेबाजी (Collective bargalring) का सिद्धांत अपनाया जा रहा है। ग्रेट ब्रिटेन में श्रमसंगठनों को मालिकों द्वारा मान्यता प्राप्त हो चुकी है तथा सामूहिक सौदेबाजी के अंतर्गत जो भी समझौते हुए हैं उनको व्यापक बनाया जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय श्रमसंगठन की रिपोर्ट के अनुसार अमरीका में गैर-कृषि उद्योगों में कार्यरत एक तिहाई मजदूरों के कार्य की दशाएँ "सामूहिक सौदेबाजी" के द्वारा निश्चित होने लगी हैं। स्विटजरलैंड में लगभग आधे औद्योगिक मजदूर सामूहिक अनुबंधों के अंतर्गत आते हैं। आस्ट्रेलिया, बेल्जियम, जर्मन गणराज्य, लुकजंबर्ग, स्केंडेनेवियन देशों तथा ग्रेट ब्रिटेन के अधिकांश औद्योगिक मजदूर सामूहिक करारों के अंतर्गत आ गए हैं। सोवियत संघ और पूर्वीय यूरोप के प्रजातंत्र राज्यों में भी ऐसे सामूहिक करार प्रत्येक औद्योगिक संस्थान में पाए जाते हैं। प्रथम महायुद्ध से पूर्व भारतीय मजदूर अपनी माँगोंको मनवाने के लिए हड़ताल का सुचारु रूप से प्रयोग करना नहीं जानते थे। इसका मूल कारण उनकी निरक्षरता, जीवन के प्रति उदासीनता और उनमें संगठन तथा नेतृत्व का अभाव था। प्रथम महायुद्ध की अवधि तथा विशेषकर उसके बाद लोकतंत्रीय विचारों के प्रवाह ने, सोवियत क्रांति ने, समानता, भ्रातृत्व और स्वतंत्रता के सिद्धांत की लहर ने तथा अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन ने मजदूरों के बीच एक नई चेतना पैदा कर दी तथा भारतीय मजदूरों ने भी साम्राज्यवादी शासन के विरोध, काम की दशाओं, काम के घंटे, छुट्टी, निष्कासन आदि प्रश्नों को लेकर हड़तालें की। .

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हर्बर्ट एलेक्जेंड्रोविच येफ्रेमोव

हर्बर्ट एलेक्जेंड्रोविच येफ्रेमोव को सन २००३ में भारत सरकार द्वारा विज्ञान एवं अभियांत्रिकी के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया था। ये रूस से हैं। श्रेणी:२००३ पद्म भूषण.

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हलवा

पिस्ता के साथ बाल्कन शैली में ताहिनी आधारित हलवा हलवा (या हलावा, हलेवेह, हेलवा, हलवाह, हालवा, हेलावा, हेलवा, हलवा, अलुवा, चालवा, चलवा) कई प्रकार की घनी, मीठी मिठाई को संदर्भित करता है, जिसे पूरे मध्य पूर्व, दक्षिण एशिया, मध्य एशिया, पश्चिम एशिया, उत्तरी अफ्रीका, अफ्रीका का सींग, बाल्कन, पूर्वी यूरोप, माल्टा और यहूदी जगत में खाने के लिए पेश किया जाता है। शब्द हलवा (अरबी हलवा حلوى से) का प्रयोग दो प्रकार की मिठाई के वर्णन के लिए किया जाता है.

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हारबिन

हारबिन के कुछ नज़ारे हारबिन प्रौद्योगिकी संस्था - मुख्य द्वार हारबिन (चीनी: 哈尔滨, अंग्रेज़ी: Harbin, रूसी: Харби́н) जनवादी गणराज्य चीन के सुदूर पूर्वोत्तरी भाग में स्थित हेइलोंगजियांग प्रांत की राजधानी और सबसे बड़ा शहर है। यह चीन की प्रशासन प्रणाली के अनुसार एक उपप्रांतीय शहर (प्रीफ़ेक्चर, दिजी) का दर्जा रखता है और चीन का दसवा सब से बड़ी आबादी वाला शहर है। सन् २०१० की जनगणना में इसकी कुल आबादी १,०६,३५,९७१ थी जिनमें से ५८,७८,९३९ इसके २६,०४,९३० शहरी इलाक़ों में रह रहे थे। हारबिन पूर्वोत्तरी चीन का सांस्कृतिक, राजनैतिक, आर्थिक और संचार केंद्र है। यह अपनी कड़ी सर्दियों के लिए जाना जाता है और इसे बहुत से लोग 'बर्फ़ीले शहर' की उपाधि देते हैं। रूस की नज़दीकी के कारण इस शहर की इमारतों और संस्कृति पर रूसी प्रभाव नज़र आता है। .

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हाईपोथर्मिया

अल्पताप (हाइपोथर्मिया) शरीर की वह स्थिति होती है जिसमें तापमान, सामान्य से कम हो जाता है। इसमें शरीर का तापमान ३५° सेल्सियस (९५ डिग्री फैरेनहाइट) से कम हो जाता है।। हिन्दुस्तान लाइव। दैनिक महामेधा। २८ दिसम्बर २००९ शरीर के सुचारू रूप से चलने हेतु कई रासायनिक क्रियाओं की आवश्यकता होती है। आवश्यक तापमान बनाए रखने के लिए मानव मस्तिष्क कई तरीके से कार्य करता है। जब ये कार्यशैली बिगड़ जाती है तब ऊष्मा के उत्पादन के स्थान पर ऊष्मा का ह्रास तेजी से होने लगता है। कई बार रोग के कारण शरीर का तापमान प्रभावित होता है। ऐसे में शरीर का कोर तापमान किसी भी वातावरण में बिगड़ सकता है। इसे सेंकेडरी हाइपोथर्मिया कहा जाता है। इसके प्रमुख कारणों में ठंड लगना है।। रांची एक्स्प्रेस पहली स्थिति में शरीर का तापमान सामान्य तापमान से १-२° कम हो जाता है। इस स्थिति में रोगी के हाथ सही तरीके से काम नहीं करते। सबसे ज्यादा समस्या रोगी के पेट में होती है और वह थकान महसूस करता है। शरीर का तापमान, सामान्य से २-४° कम हो जाता है। इस स्थिति में कंपकंपाहट तेज हो जाती है। रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं। रोगी पीला पड़ जाता है और उंगलियां, होंठ और कान नीले पड़ जाते हैं। जब शरीर का तापमान ३२° सेल्सियस से भी कम हो जाता है तो कंपकपाहट खत्म हो जाती है। इस दौरान बोलने में परेशानी, सोचने में परेशानी और एमनीशिया की स्थिति होती है। साथ ही कोशिकीय उपापचय दर कम हो जाता है। ३०° से कम तापमान होने पर त्वचा नीली पड़ जाती है। इसके साथ ही चलना असंभव हो जाता है। शरीर के कई अंग अकार्यशील हो जाते हैं। मानव इतिहास में कई युद्धों की सफलता और विफलता के पीछे हाइपोथर्मिया रहा है। दोनों ही विश्व युद्धों में हाइपोथर्मिया के कारण कई लोगों की जानें गईं। २१८ ई.पू.

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हाइनरिख़ गुस्ताव अडोल्फ एंगलर

एडॉल्फ एंगलर बर्लिन के वनस्पति उद्यान में एंगलर की समाधि का दृष्य हाइनरिख़ गुस्ताव अडोल्फ एंगलर (Heinrich Gustav Adolf Engler; 25 मार्च 1844 – 10 अक्टूबर 1930) जर्मन वनस्पति शास्त्रज्ञ थे। उन्होने पादप-वर्गिकी एवं पादप-भूगोल पर उल्लेखनीय कार्य किया। .

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हिन्द-यूरोपीय भाषा-परिवार

हिन्द - यूरोपीय भाषाओं देश बोल रही हूँ. गाढ़े हरे रंग के देश में जो बहुमत भाषा हिन्द - यूरोपीय परिवार हैं, लाइट ग्रीन एक देश वह जिसका आधिकारिक भाषा हिंद- यूरोपीय है, लेकिन अल्पसंख्यकों में है। हिन्द-यूरोपीय (या भारोपीय) भाषा-परिवार संसार का सबसे बड़ा भाषा परिवार (यानी कि सम्बंधित भाषाओं का समूह) हैं। हिन्द-यूरोपीय (या भारोपीय) भाषा परिवार में विश्व की सैंकड़ों भाषाएँ और बोलियाँ सम्मिलित हैं। आधुनिक हिन्द यूरोपीय भाषाओं में से कुछ हैं: हिन्दी, उर्दू, अंग्रेज़ी, फ़्रांसिसी, जर्मन, पुर्तगाली, स्पैनिश, डच, फ़ारसी, बांग्ला, पंजाबी, रूसी, इत्यादि। ये सभी भाषाएँ एक ही आदिम भाषा से निकली है, उसे आदिम-हिन्द-यूरोपीय भाषा का नाम दे सकता है। यह संस्कृत से बहुत मिलती-जुलती थी, जैसे कि वह सांस्कृत का ही आदिम रूप हो। .

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हिम तेन्दुआ

हिम तेन्दुआ (Uncia uncia) एक विडाल प्रजाति है जो मध्य एशिया में रहती है। यद्यपि हिम तेन्दुए के नाम में "तेन्दुआ" है लेकिन यह एक छोटे तेन्दुए के समान दिखता है और इनमें आपसी सम्बन्ध नहीं है। .

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हिमालयी वन चिड़िया

हिमालयी वन चिड़िया (जूथेरा सालिमअली) चिड़िया की एक प्रजाति है, जिसे 2016 में खोजा गया था। इसका नाम भारत के पक्षी विज्ञानी सालिम अली के नाम पर "जूथेरा सालिमअली" रखा गया। वंशावली अध्ययन के आधार पर यह पता चलता है कि इस प्रजाति कि आबादी कम से कम 3 लाख वर्ष पूर्व अपने पूर्वज से अलग हो गई थी। इनका निवास स्थान हिमालय के वनों में है। .

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हिंदु-जर्मन षडयंत्र

हिन्दु जर्मन षडयन्त्र(नाम), १९१४ से १९१७ के (प्रथम विश्व युद्ध) दौरान ब्रिटिश राज के विरुद्ध एक अखिल भारतीय विद्रोह का प्रारम्भ करने के लिये बनाई योजनायो से सम्बद्ध है। इस षडयन्त्र मे भारतीय राष्ट्वादी सन्गठन के भारत, अमेरिका और जर्मनी के सदस्य शामिल थे। Irish Republicans और जर्मन विदेश विभाग ने इस षड्यन्त्र में भारतीयो का सहयोग किया था। यह षडयन्त्र अमेरिका मे स्थित गदर पार्टी, जर्मनी मे स्थित बर्लिन कमिटी, भारत मे स्थित Indian revolutionary Underground और सान फ़्रांसिसको स्थित दूतावास के द्वारा जर्मन विदेश विभाग ने साथ मिलकर रचा था। सबसे महत्वपूर्ण योजना पंजाब से लेकर सिंगापुर तक सम्पूर्ण भारत में ब्रिटिश भारतीय सेना के अन्दर बगावत फैलाकर विद्रोह का प्रयास करने की थी। यह योजना फरवरी १९१५ मे क्रियान्वित करके, हिन्दुस्तान से ब्रिटिश साम्राज्य को नेस्तनाबूत करने का उद्देश्य लेकर बनाई गयी थी। अन्ततः यह योजना ब्रिटिश गुप्तचर सेवा ने, गदर आन्दोलन मे सेंध लगाकर और कुछ महत्वपूर्ण लोगो को गिरफ्तार करके विफल कर दी थी। उसी तरह भारत की छोटी इकाइयों मे और बटालियनो मे भी विद्रोह को दबा दिया गया था। युगांतर जर्मन साजिश, अन्य संबंधित घटनाओं 1915 सिंगापुर विद्रोह, एनी लार्सन हथियार साजिश एनी लार्सन चक्कर शामिल हैंकाबुल, के विद्रोह.

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ह्युंदई एक्सेंट

Hyundai Accent 2010 in Saudi Arabia. ह्युंदई एक्सेंट, ह्युंदई द्वारा दक्षिण कोरिया, भारत, रूस, तुर्की और ईरान से उत्पादित होने वाली एक सबकॉम्पैक्ट कार है। इसे कुछ क्षेत्रों मे वर्ना के नाम से तो ऑस्ट्रेलिया मे सन 2000 तक एक्सेल के नाम से बेचा जाता था। श्रेणी:ह्युंदई कार श्रेणी:सेडान.

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हेपेटाइटिस बी

यकृतशोथ ख (हेपाटाइटिस बी) हेपाटाइटिस बी वायरस (HBV) के काऱण होने वाली एक संक्रामक बीमारी है जो मनुष्य के साथ बंदरों की प्रजाति के लीवर को भी संक्रमित करती है, जिसके कारण लीवर में सूजन और जलन पैदा होती है जिसे हेपाटाइटिस कहते हैं। मूलतः, "सीरम हेपेटाइटिस" के रूप में ज्ञात इस बीमारी के कारण एशिया और अफ्रिका में महामारी पैदा हो चुकी है और चीन में यह स्थानिक मारक है। विश्व की जनसंख्या के एक तिहाई लोग, दो अरब से अधिक, हेपेटाइटिस बी वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 35 करोड़ इस वायरस के दीर्घकालिक वाहक के रूप शामिल हैं। हेपेटाइटिस बी वायरस का संचरण संक्रमित रक्त या शरीर के तरल पदार्थ के संपर्क में जाने से होता है। .

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हेइलोंगजियांग

चीन में हेइलोंगजियांग प्रांत (लाल रंग में) हेइलोंगजियांग (黑龙江省, Heilongjiang) जनवादी गणराज्य चीन के सुदूर पूर्वोत्तर में स्थित एक प्रांत है जो ऐतिहासिक मंचूरिया क्षेत्र का भाग है। हेइलोंगजियांग का मतलब 'काली अझ़दहा नदी' होता है, जो चीनी भाषा में अमूर नदी का नाम है। चीनी भावचित्रों में इसका संक्षिप्त एकाक्षरी चिह्न '黑' (हेइ) है। इस इलाक़े को मान्छु भाषा में 'साहालियान उला' (ᠰᠠᡥᠠᠯᡳᠶᠠᠨ ᡠᠯᠠ, अर्थ: काली नदी) कहते हैं और मंगोल भाषा में भी इसका नाम क़ारामोएरिन (यानि 'काली नदी') है। उत्तर और पूर्व में इस प्रांत की सीमाएँ रूस को लगती हैं। हेइलोंगजियांग प्रांत की राजधानी और सबसे बड़ा शहर हारबिन है। चीन के सबसे उत्तरी और सबसे पूर्वी स्थान दोनों इसी प्रांत में पड़ते हैं। इस शहर में बहुत सर्दी पड़ती है और यह सर्दियों में आयोजित होने वाले बर्फ़-मूर्तिकला उत्सवों के लिए प्रसिद्ध है। इस प्रांत में मान्छु, रूसी, मंगोल और बहुत से अन्य प्रभाव नज़र आते हैं।, Simon Foster, Jen Lin-Liu, Sharon Owyang, Sherisse Pham, Beth Reiber, Lee Wing-sze, John Wiley & Sons, 2010, ISBN 978-0-470-52658-3 .

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हेइहे

हेइहे (Heihe, चीनी: 黑河, अर्थ: काली नदी) चीन के उत्तरी हेइलोंगजियांग प्रान्त में अमूर नदी के दक्षिणी तट पर बसा हुआ एक शहर है। नदी के पार रूस के अमूर ओब्लास्त का ब्लागोवेशचेन्स्क शहर स्थित है। हेइहे शहर हेइहे-तेंगचोंग रेखा का उत्तरी ध्रुव है, जिसे चीन को पूर्व और पश्चिम में बांटने के लिए प्रयोग किया जाता है। .

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हो चि मिन्ह

हो चि मिन्ह हो-चि मिन्ह (19 मई सन् 1890 - 2 सितम्बर 1969), विश्व में मार्क्स, ऐंगेल्स, लेनिन, स्टालिन की साम्यवादी परंपरा की एशियाई कड़ी माने जाने वाले विचारक हैं। वे वियतनाम के राष्ट्रपति थे। उनके जीवन की प्रत्येक दृष्टि साम्यवादियों के लिए सर्वहारा क्रांति तथा राष्ट्रवादियों के लिए विश्व की प्रबलतम साम्राज्यवादी शक्तियों - फ्रांस और अमेरिका - के विरुद्ध संघर्ष की लंबी शिक्षाप्रद कहानी रही है। इन सभी संग्रामों का प्रेरणास्रोत हो चि मिन्ह के इच्छापत्र के अनुसार मार्क्सवाद, लेनिनवाद और सर्वहारा का अंतरराष्ट्रीयतावाद ही रहा है। यदि लेनिन ने रूस में "वर्गसंघर्ष" का उदाहरण प्रस्तुत किया तो हो चि मिन्ह ने "राष्ट्रीय मुक्ति संघर्ष" का उदाहरण वियतनाम के माध्यम से प्रस्तुत किया। उन्होंने स्पष्ट कहा, जिस प्रकार पूँजीवाद का अंतरराष्ट्रीय रूप साम्राज्यवाद है उसी प्रकार वर्गसंघर्ष का अंतरराष्ट्रीय रूप मुक्तिसंघर्ष है। .

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होक्काइदो

होक्काइदो का नक़्शा मध्य होक्काइदो में स्थित शोवा-शिंज़न ज्वालामुखीय चट्टान सप्पोरो हिम त्यौहार के दौरान ओदोरी उद्यान का दृश्य होक्काइदो (जापानी: 北海道) जापान का दूसरा सब से बड़ा द्वीप है और जापान के प्रान्तों में से सब से बड़ा और सब से उत्तरी प्रांत है। यह होन्शू द्वीप से उत्तर में है और इन दोनों के बीच त्सुगारू जलडमरू का समुद्री क्षेत्र आता है।Nussbaum, Louis-Frédéric.

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जनसंख्या घनत्व के अनुसार देशों की सूची

जनसँख्या घनत्व2006 के अनुसार जनसँख्या घनत्व के अनुसार देश एवं उनके निर्भर क्षेत्रों की सूची निवासी/वर्ग किमी में। स्त्रोत:.

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जनसंख्या आनुवांशिकी

चार मुख्य विकासमूलक प्रक्रियाओं: प्राकृतिक चयन, आनुवांशिक झुकाव, उत्परिवर्तन और जीन-प्रवाह के प्रभाव में युग्म-विकल्पी आवृत्ति वितरण और परिवर्तन का अध्ययन जनसंख्या आनुवांशिकी कहलाता है। इसमें जनसंख्या उप-विभाजन तथा जनसंख्या संरचना के कारकों पर भी ध्यान दिया जाता है। यह अनुकूलन और प्रजातिकरण (speciation) जैसी अवधारणाओं की व्याख्या करने का भी प्रयास करती है। जनसंख्या आनुवांशिकी आधुनिक विकासमूलक संश्लेषण के उदभव का एक आवश्यक घटक थी। इसके प्रमुख संस्थापक सीवॉल राइट (Sewall Wright), जे.

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जम्मू और कश्मीर

जम्मू और कश्मीर भारत के सबसे उत्तर में स्थित राज्य है। पाकिस्तान इसके उत्तरी इलाके ("पाक अधिकृत कश्मीर") या तथाकथित "आज़ाद कश्मीर" के हिस्सों पर क़ाबिज़ है, जबकि चीन ने अक्साई चिन पर कब्ज़ा किया हुआ है। भारत इन कब्ज़ों को अवैध मानता है जबकि पाकिस्तान भारतीय जम्मू और कश्मीर को एक विवादित क्षेत्र मानता है। राज्य की आधिकारिक भाषा उर्दू है। जम्मू नगर जम्मू प्रांत का सबसे बड़ा नगर तथा जम्मू-कश्मीर राज्य की जाड़े की राजधानी है। वहीं कश्मीर में स्थित श्रीनगर गर्मी के मौसम में राज्य की राजधानी रहती है। जम्मू और कश्मीर में जम्मू (पूंछ सहित), कश्मीर, लद्दाख, बल्तिस्तान एवं गिलगित के क्षेत्र सम्मिलित हैं। इस राज्य का पाकिस्तान अधिकृत भाग को लेकर क्षेत्रफल 2,22,236 वर्ग कि॰मी॰ एवं उसे 1,38,124 वर्ग कि॰मी॰ है। यहाँ के निवासियों अधिकांश मुसलमान हैं, किंतु उनकी रहन-सहन, रीति-रिवाज एवं संस्कृति पर हिंदू धर्म की पर्याप्त छाप है। कश्मीर के सीमांत क्षेत्र पाकिस्तान, अफगानिस्तान, सिंक्यांग तथा तिब्बत से मिले हुए हैं। कश्मीर भारत का महत्वपूर्ण राज्य है। .

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जर्मन भाषा

विश्व के जर्मन भाषी क्षेत्र जर्मन भाषा (डॉयट्श) संख्या के अनुसार यूरोप की सब से अधिक बोली जाने वाली भाषा है। ये जर्मनी, स्विट्ज़रलैंड और ऑस्ट्रिया की मुख्य- और राजभाषा है। ये रोमन लिपि में लिखी जाती है (अतिरिक्त चिन्हों के साथ)। ये हिन्द-यूरोपीय भाषा-परिवार में जर्मनिक शाखा में आती है। अंग्रेज़ी से इसका करीबी रिश्ता है। लेकिन रोमन लिपि के अक्षरों का इसकी ध्वनियों के साथ मेल अंग्रेज़ी के मुक़ाबले कहीं बेहतर है। आधुनिक मानकीकृत जर्मन को उच्च जर्मन कहते हैं। जर्मन भाषा भारोपीय परिवार के जर्मेनिक वर्ग की भाषा, सामान्यत: उच्च जर्मन का वह रूप है जो जर्मनी में सरकारी, शिक्षा, प्रेस आदि का माध्यम है। यह आस्ट्रिया में भी बोली जाती है। इसका उच्चारण १८९८ ई. के एक कमीशन द्वारा निश्चित है। लिपि, फ्रेंच और अंग्रेजी से मिलती-जुलती है। वर्तमान जर्मन के शब्दादि में अघात होने पर काकल्यस्पर्श है। तान (टोन) अंग्रेजी जैसी है। उच्चारण अधिक सशक्त एवं शब्दक्रम अधिक निश्चित है। दार्शनिक एवं वैज्ञानिक शब्दावली से परिपूर्ण है। शब्दराशि अनेक स्रोतों से ली गई हैं। उच्च जर्मन, केंद्र, उत्तर एवं दक्षिण में बोली जानेवाली अपनी पश्चिमी शाखा (लो जर्मन-फ्रिजियन, अंग्रेजी) से लगभग छठी शताब्दी में अलग होने लगी थी। भाषा की दृष्टि से "प्राचीन हाई जर्मन" (७५०-१०५०), "मध्य हाई जर्मन" (१३५० ई. तक), "आधुनि हाई जर्मन" (१२०० ई. के आसपास से अब तक) तीन विकास चरण हैं। उच्च जर्मन की प्रमुख बोलियों में यिडिश, श्विज्टुन्श, आधुनिक प्रशन स्विस या उच्च अलेमैनिक, फ्रंकोनियन (पूर्वी और दक्षिणी), टिपृअरियन तथा साइलेसियन आदि हैं। .

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जर्मनी का एकीकरण

एकीकृत जर्मनी (१८७१ में) १८ जनवरी १८७१ को वर्सेली के 'हॉल ऑफ मिरर्स' में जर्मन साम्राज्य की स्थापना मध्य यूरोप के स्वतंत्र राज्यों (प्रशा, बवेरिआ, सैक्सोनी आदि) को आपस में मिलाकर १८७१ में एक राष्ट्र-राज्य व जर्मन साम्राज्य का निर्माण किया गया। इसी ऐतिहासिक प्रक्रिया का नाम जर्मनी का एकीकरण है। इसके पहले यह भूभाग (जर्मनी) ३९ राज्यों में बंटा हुआ था। इसमें से ऑस्ट्रियाई साम्राज्य तथा प्रशा राजतंत्र अपने आर्थिक तथा राजनीतिक महत्व के लिये प्रसिद्ध थे। .

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जर्मनी का इतिहास

प्राचीन रोमन डैन्यूब नदी के उत्तर में रहने वाले "बर्बर कबीलों" वाले देशों को गेर्मानिया (Germania) कहा करते थे, जिसके नाम पर अंग्रेज़ी शब्द 'Germany' पड़ा। ये कबीले 'पुरानी जर्मन भाषा' की बोलियाँ बोलते थे। धीरे-धीरे इनका ईसाईकरण हुआ और जर्मन देश ईसाई पवित्र रोमन साम्राज्य का केन्द्र बन गया। दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व में पश्चिमी यूरोप में जर्मन जातियों के अभ्युदय का उल्लेख मिलता है। कुछ जातियाँ जैसे अलामन्नी (Alamanni) बरगंडियाई (Burgundians), फ्रांक (Franks) लंबार्ड (Lombards) ओस्ट्रोगोथ (Ostrogoths) और विज़ीगोथ (Visigoths) पूर्व में राइन नदी के मुहाने, पश्चिम में एल्बे नदी और दक्षिण में उत्तरी इटली के भागों के बीच धीरे-धीरे बसीं। उनमें से कुछ ने इटली पर आक्रमण किया और रोम साम्राज्य का विनाश किया, अन्य फ्रांस और ब्रिटेन में बस गई। राइन नदी के दोनों ओर का क्षेत्र कुछ दिन विवाद में रहने के पश्चात्‌ फ्रांकों के रोमन सम्राट् शार्लमेन द्वारा नवीं शताब्दी में अधिकृत किया गया। लेकिन शताब्दी के अंतिम दिनों जर्मन साम्राज्य तीन भागों में बँट गया। सैस्कन सम्राट् ओटो प्रथम ने 962 ई. में इटली और जर्मनी को एक सूत्र में बाँधा। आगे चलकर अशांतिपूर्ण स्थिति उत्पन्न हुई। फ्रैडरिक द्वितीय ने अपने शासन को सिसली में ही केंद्रित रखा, इस प्रकार जर्मनी लगभग उपेक्षित रहा। 1273 में हप्सबर्ग का रुडाल्फ सम्राट् निर्वाचित हुआ, किंतु उसके लिये भी बड़े साम्राज्य को कायम रखना असाध्य हो गया था। रोमन साम्राज्य जिस समय लड़खड़ा रहा था, इंग्लैंड, फ्रांस ओर स्पेन शक्तिशाली राज्य बन रहे थे। जर्मनी उस समय समृद्ध था- इसके विरुद्ध उपर्युक्त तीनों राज्यों ने संधि की। लेकिन जर्मनी की राजनैतिक अस्थिरता के कारण वहाँ 16वीं शताब्दी में मार्टिन लूथर के नेतृत्व में आंदोलन हुआ। अंत में इस आंदोलन ने 30 वर्षीय धर्मयुद्ध (1618-1648) का रूप लिया। इसमें जर्मनी के लगभग 300 टुकड़े हुए। 18वीं शताब्दी में इन छोटी-छोटी स्वतंत्र इकाइयों ने प्रशा में अत्यधिक उन्नति की। फ्रांसीसी क्रांति ओर नेपोलियन के युद्धों के समय से जर्मनी में राष्ट्रीयता की चेतना का आविर्भाव हुआ। यह चेतना आगे चलकर उदारवादी आंदोलन के रूप में बदली। 1871 में तत्कालीन चाँसलर ओटाबान बिसमार्क ने आस्ट्रिया, डेनमार्क और फ्रांस से युद्ध करके जर्मन राज्य को संगठित किया। फ्रांस की पराजय के बाद जर्मनी ने सैनिक, औद्योगिक और आर्थिक क्षेत्रों में तेजी से प्रगति की। विसमार्क ने इस स्थिति में अन्य यूरोपीय शक्तियों से संबंध स्थापित किया। 1888 ई. में विलियम द्वितीय सम्राट् हुआ। देश की अंतर्राष्ट्रीय स्थिति में पुन: अशांति उत्पन्न हुई, जिसने 20वीं शताब्दी में प्रथम विश्वयुद्ध का रूप लिय। इस युद्ध में जर्मन सेनाएँ पराजित हुई। इस पराजय से उत्पन्न आर्थिक और सामाजिक अव्यवस्थाओं तथा 'मित्र राष्ट्रों' की 'वार्सा-संधि' के अनुसार आर्थिक दबावों की परिस्थिति में एडाल्फ हिटलर तथा नेशनल सोशलिस्ट पार्टी (नाजी दल) ने 1933 में जर्मनी की सत्ता ग्रहण की। प्रथम विश्वयुद्ध के बाद वीमर (Weimer) संविधान के अनुसार गणराज्य घोषित जर्मनी में हिटलर ने अपना अधिनायकत्व स्थापित किया। उसने अपने शासनकाल में जर्मनी को सभी क्षेत्रों में सुदृढ़ किया। उसकी साम्राज्यवादी नीति ने, जिससे उसने यूरोप का बड़ा भाग 1939 तक कुछ संधियों से और कुछ सैनिक तरीकों से जर्मनी में जोड़ लिया, द्वितीय विश्वयुद्ध की परिस्थितियाँ मित्र राष्ट्रों के समक्ष आत्मसमर्पण करना पड़ा। रूस, ब्रिटेन, संयुक्तराज्य अमरीका और फ्रांस ने जर्मनी के चार भाग करके परस्पर बाँट लिए। 1949 में शांति समझौते के अनुसार जर्मनी की फेडरल जर्मन रिपब्लिक (पश्चिमी) और जर्मन डिमाक्रेटिक रिपब्लिक (पूर्वी) दो भाग हुए। पूर्वी भाग, जिसमें पूर्वी प्रशा भी संमिलित है, जो कि 1937 के पूर्व जर्मनों के और अब पोलैंड और रूस के अधिकार में हैं। 1990 में कम्युनिस्ट पूर्वी जर्मनी की मार्क्सवादी सरकार ढह गयी और जर्मनी का वापिस एकीकरण हुआ। .

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जल संसाधन

जल संसाधन पानी के वह स्रोत हैं जो मानव के लिए उपयोगी हों या जिनके उपयोग की संभावना हो। पानी के उपयोगों में शामिल हैं कृषि, औद्योगिक, घरेलू, मनोरंजन हेतु और पर्यावरणीय गतिविधियों में। वस्तुतः इन सभी मानवीय उपयोगों में से ज्यादातर में ताजे जल की आवश्यकता होती है। पृथ्वी पर पानी की कुल उपलब्ध मात्रा अथवा भण्डार को जलमण्डल कहते हैं। पृथ्वी के इस जलमण्डल का ९७.५% भाग समुद्रों में खारे जल के रूप में है और केवल २.५% ही मीठा पानी है, उसका भी दो तिहाई हिस्सा हिमनद और ध्रुवीय क्षेत्रों में हिम चादरों और हिम टोपियों के रूप में जमा है। शेष पिघला हुआ मीठा पानी मुख्यतः जल के रूप में पाया जाता है, जिस का केवल एक छोटा सा भाग भूमि के ऊपर धरातलीय जल के रूप में या हवा में वायुमण्डलीय जल के रूप में है। मीठा पानी एक नवीकरणीय संसाधन है क्योंकि जल चक्र में प्राकृतिक रूप से इसका शुद्धीकरण होता रहता है, फिर भी विश्व के स्वच्छ पानी की पर्याप्तता लगातार गिर रही है दुनिया के कई हिस्सों में पानी की मांग पहले से ही आपूर्ति से अधिक है और जैसे-जैसे विश्व में जनसंख्या में अभूतपूर्व दर से वृद्धि हो रही हैं, निकट भविष्य मैं इस असंतुलन का अनुभव बढ़ने की उम्मीद है। पानी के प्रयोक्ताओं के लिए जल संसाधनों के आवंटन के लिए फ्रेमवर्क (जहाँ इस तरह की एक फ्रेमवर्क मौजूद है) जल अधिकार के रूप में जाना जाता है। आज जल संसाधन की कमी, इसके अवनयन और इससे संबंधित तनाव और संघर्ष विश्वराजनीति और राष्ट्रीय राजनीति में महत्वपूर्ण मुद्दे हैं। जल विवाद राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों स्तरों पर महत्वपूर्ण विषय बन चुके हैं। .

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जस्टिस लीग (फ़िल्म)

जस्टिस लीग २०१७ की एक अमेरिकी सुपरहीरो फ़िल्म है, जो कि डीसी कॉमिक्स की इसी नाम की सुपरहीरो टीम पर आधारित है। चार्ल्स रोवेन, डेबोराह स्नायडर, जॉन बर्ग और जॉफ जोंस द्वारा निर्मित इस फ़िल्म को वार्नर ब्रदर्स पिक्चर्स द्वारा वितरित किया गया है। यह डीसी एक्सटेंडेड यूनिवर्स (डीसीईयू) की पांचवीं फ़िल्म है, और २०१६ की बैटमैन वर्सेज सुपरमैन की घटनाओं के आगे की कथा कहती है। फिल्म का निर्देशन ज़ैक स्नायडर ने किया है, क्रिस टेर्रियो और जोस व्हीडन ने टेर्रियो और स्नाइडर की लिखी कहानी पर इसकी पटकथा लिखी है, और इसमें कई कलाकारों ने अभिनय किया है, जिनमें बेन एफ्लेक, हेनरी कैविल, गैल गैडट, एज्रा मिलर, जेसन मोमोआ, रे फिशर, एमी एडम्स, जेरेमी आयरन्स, डायने लेन, कॉनी नील्सन, और जे॰ के॰ सिमन्स शामिल हैं। जस्टिस लीग में पृथ्वी को स्टैपनवुल्फ (कियरिन हाइन्ड्स) और अधिअसुरों की उसकी सेना के विनाशकारी खतरे से बचाने के लिए सुपरमैन (कैविल) की स्मृति में एक सुपरहीरो टीम का निर्माण होता है, जिसमें बैटमैन (एफ्लेक), वंडर वूमन (गैडट), फ्लैश (मिलर), एक्वामैन (मोमोआ), और सायबॉर्ग (फिशर) शामिल हैं। फिल्म की घोषणा अक्टूबर २०१४ में हुई थी, और स्नाइडर निर्देशक के रूप में, जबकि टेर्रियो पटकथा लेखक के रूप में सबसे पहले फ़िल्म से जुड़े थे। शुरू में इसे जस्टिस लीग पार्ट वन का शीर्षक दिया गया था, और २०१९ में इसका दूसरा भाग प्रस्तावित था, परन्तु दूसरी फिल्म को एफ्लेक अभिनीत एक एकल बैटमैन फिल्म को समायोजित करने के लिए अनिश्चित काल तक आगे बढ़ा दिया गया। फिल्म की प्रिंसिपल फोटोग्राफी अप्रैल २०१६ में शुरू हुई और अक्टूबर २०१६ में समाप्त हो गई। स्नाइडर ने इसके बाद जोस विडन को उन दृश्यों को लिखने का काम दिया, जिन्हे रीशूट के दौरान फिल्माया जाना था; हालांकि, अपनी बेटी की मृत्यु के बाद मई २०१७ में स्नाइडर ने यह परियोजना छोड़ दी। विडन को फिर पोस्ट-प्रोडक्शन के बाकी हिस्सों की देखरेख करने की जिम्मेदारी दी गई, जिसके बाद उन्होंने अपने लिखे सभी अतिरिक्त दृश्यों को स्वयं निर्देशित किया। स्नाइडर को फिल्म के लिए एकमात्र निर्देशक श्रेय मिला, जबकि विडन को पटकथा लेखन का श्रेय मिला। जस्टिस लीग का प्रीमियर २६ अक्टूबर २०१७ को बीजिंग में हुआ था, और १७ नवंबर २०१७ को इसे संयुक्त राज्य अमेरिका में 2डी, 3डी और आईमैक्स में जारी किया गया था। ३०० मिलियन डॉलर के अनुमानित बजट पर बनी जस्टिस लीग अब तक की सबसे महंगी फिल्मों में से एक है। बॉक्स ऑफिस पर इसका प्रदर्शन खराब रहा, और अपने बड़े बजट के मुकाबले यह दुनिया भर में मात्र ६५७ मिलियन डॉलर की कमाई कर पाई, जो डीसीईयू की सभी फ़िल्मों में न्यूनतम है। ६५० मिलियन डॉलर के अनुमानित ब्रेक-इवेंट पॉइंट के मुकाबले,.

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जहाज़ी नहर

वर्तमान समय में पनामा नहर की वीथिकाएँ जहाज़ी नहर अथवा जलयान नहर (Ship canal) एक ऐसी नहर होती है जिसे जलयानों के आवागमन हेतु निर्मित किया जाता है। बहुधा ये नदियों अथवा झीलों से होकर बनाई जाती हैं। इनके बनाने के प्रमुख कारणों में.

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ज़बायकाल्स्की क्राय

रूस के नक़्शे में ज़बायकाल्स्की क्राय की स्थिति ज़बायकाल्स्की क्राय (रूसी: Забайкальский край) रूस के साइबेरिया क्षेत्र में स्थित एक 'क्राय' का दर्जा रखने वाला संघीय खंड है। सन् २०१० में की गई एक जनगणना के अनुसार इसकी आबादी १,१०६,६११ थी। इस क्राय का क्षेत्रफल ४,३१,५०० वर्ग किलोमीटर है। दक्षिण में ज़बायकाल्स्की क्राय की सरहदें चीन और मंगोलिया से मिलती हैं। .

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ज़ालमान दाइम्शित्स

ज़ालमान दाइम्शित्स बेलारूस के यानोवीची सोराझ़ वीतीबस्क (Yanovichi Surazh Vitebsk) क्षेत्र में 1921 ई. में पैदा हुए थे। .

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जातीय समूह

जातीय समूह मनुष्यों का एक ऐसा समूह होता है जिसके सदस्य किसी वास्तविक या कल्पित सांझी वंश-परंपरा के माध्यम से अपने आप को एक नस्ल के वंशज मानते हैं।1987 स्मिथ यह सांझी विरासत वंशक्रम, इतिहास, रक्त-संबंध, धर्म, भाषा, सांझे क्षेत्र, राष्ट्रीयता या भौतिक रूप-रंग (यानि लोगों की शक्ल-सूरत) पर आधारित हो सकती है। एक जातीय समूह के सदस्य अपने एक जातीय समूह से संबंधित होने से अवगत होते हैं; इसके अलावा जातीय पहचान दूसरों द्वारा उस समूह की विशिष्टता के रूप में पहचाने जाने से भी चिह्नित होती है।"एन्थ्रोपोलोजी.

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जादू (भ्रमजाल/इंद्रजाल)

जादू - अपसामान्य या आनुष्ठानिक जादू से विभेद करने के लिए जिसे अक्सर "मंचीय जादू" कहा जाता है- एक प्रदर्शन कला है जो हाथ की सफाई के मंचन द्वारा या विशुद्ध रूप से प्राकृतिक साधनों का उपयोग करते हुए प्रकटतः असंभव या अलौकिक करतबों के भ्रम जाल की रचना द्वारा दर्शकों का मनोरंजन करती है। इन करतबों को जादुई हाथकी सफाई, प्रभाव या भ्रम जाल कहा जाता है। वह व्यक्ति जो ऐसे भ्रम जालों का प्रदर्शन करता है एक जादूगर या ऐंद्रजालिक कहलाता है। कुछ कलाकारों को उनके द्वारा प्रस्तुत किए जाने वाले जादुई प्रभावों के प्रकार को प्रतिबिंबित करते नामों से भी पुकारा जाता है, जैसे मायावी, बाजीगर, परामनोवैज्ञानिक, या बच निकलनेवाला कलाकार.

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जापान

जापान, एशिया महाद्वीप में स्थित देश है। जापान चार बड़े और अनेक छोटे द्वीपों का एक समूह है। ये द्वीप एशिया के पूर्व समुद्रतट, यानि प्रशांत महासागर में स्थित हैं। इसके निकटतम पड़ोसी चीन, कोरिया तथा रूस हैं। जापान में वहाँ का मूल निवासियों की जनसंख्या ९८.५% है। बाकी 0.5% कोरियाई, 0.4 % चाइनीज़ तथा 0.6% अन्य लोग है। जापानी अपने देश को निप्पॉन कहते हैं, जिसका मतलब सूर्योदय है। जापान की राजधानी टोक्यो है और उसके अन्य बड़े महानगर योकोहामा, ओसाका और क्योटो हैं। बौद्ध धर्म देश का प्रमुख धर्म है और जापान की जनसंख्या में 96% बौद्ध अनुयायी है। .

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जापान सागर

जापान सागर जापान सागर पश्चिमी प्रशांत महासागर का एक समुद्री अंश है। यह समुद्र जापान के द्वीपसमूह, रूस के साख़ालिन द्वीप और एशिया के महाद्वीप के मुख्य भूभाग के बीच स्थित है। इसके इर्द-गिर्द जापान, रूस, उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया आते हैं। क्योंकि कुछ स्थानों को छोड़कर यह क़रीब-क़रीब पूरी तरह ज़मीन से घिरा हुआ है, इसलिए इसमें भी भूमध्य सागर की तरह महासागर के ज्वार-भाटा की बड़ी लहरें नहीं आती। अन्य सागरों की तुलना में जापान सागर के पानी में मिश्रित ऑक्सिजन की तादाद अधिक है जिस से यहाँ मछलियों की भरमार है।, Great Soviet Encyclopedia (in Russian) जापान सागर का क्षेत्रफल ९,७८,००० वर्ग किमी है और इसकी सब से अधिक गहराई सतह से ३,७४२ मीटर (१२,२७६ फ़ुट) नीचे तक पहुँचती है। इसके इर्द गिर्द ७,६०० किमी के तट हैं, जिसमें से लगभग आधा रूस की धरती पर पड़ता है। नीचे समुद्र के फ़र्श पर तीन बड़ी द्रोणियाँ हैं: उत्तर में "जापान द्रोणी", दक्षिण-पश्चिम में "त्सुशिमा द्रोणी" और दक्षिण-पूर्व में "यामातो द्रोणी"। जापान द्रोणी सबसे गहरा क्षेत्र है और यहाँ का फ़र्श प्राचीन ज्वालामुखीय पत्थर से बना हुआ है। माना जाता है कि पिछले हिमयुग की चरम स्थिति में जब समुद्र की सतह वर्तमान युग से नीचे थी तो जापान एशिया के मुख्य भाग से धरती द्वारा जुड़ा हुआ था। भू-वैज्ञानिकों का मानना है कि उस समय जापान सागर आधुनिक कैस्पियन सागर की भाँती एक ज़मीन से घिरा हुआ बंद समुद्र था। .

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जापान का इतिहास

जापान के प्राचीन इतिहास के संबंध में कोई निश्चयात्मक जानकारी नहीं प्राप्त है। जापानी लोककथाओं के अनुसार विश्व के निर्माता ने सूर्य देवी तथा चन्द्र देवी को भी रचा। फिर उसका पोता क्यूशू द्वीप पर आया और बाद में उनकी संतान होंशू द्वीप पर फैल गए। हँलांकि यह लोककथा है पर इसमें कुछ सच्चाई भी नजर आती है। पौराणिक मतानुसार जिम्मू नामक एक सम्राट् ९६० ई. पू.

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जापानी बटेर

जापानी बटेर (Japanese quail या coturnix quail) (Coturnix japonica) बटेर कुल का एक पक्षी है। यह पूर्वी एशिया में प्रजनन करता है जिसमें उत्तरी मंगोलिया, रूस के साख़ालिन, बायकाल और वितिम इलाके, पूर्वोत्तर चीन, जापान, उत्तरी कोरिया तथा दक्षिणी कोरिया शामिल हैं। कुछ संख्या जापान से प्रवास नहीं करती है लेकिन अधिकतर पक्षी सर्दियों में दक्षिण में दक्षिणी चीन, लाओस, वियतनाम, कंबोडिया, म्यानमार, भूटान और पूर्वोत्तर भारत की ओर प्रवास कर जाते हैं। जिन जगहों पर इस पक्षी का मूल निवास है, या प्रचलित किया गया है अथवा यदा-कदा मिलता है वह इस प्रकार हैं:-.

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जाजमऊ

जाजमऊ कानपुर के निकट एक उप-महानगर है। यह गंगा नदी तट पर स्थित है। जाजमऊ एक औद्योगिक उपनगर है। यह सबसे पुराना क्षेत्र में बसे जगह के रूप में माना जाता है। मुख्य उद्योग चमड़ा उद्योग है। यह सबसे बड़ा चमड़ा उत्पादक नगर है। इस कारण इसे कानपुर का चमड़ा नगर कहा जाता है। भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण विभाग के द्वारा की गयी खुदाई में १२००-१३०० शताब्दी के बर्तन, कलाकृतिया भी मिली है। इन्हें वर्तमान में कानपुर संग्रहालय में रखा गया है। .

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जाकिन्तो बेनावेन्ते

जाकिन्तो बेनावेन्ते (1866-1954) स्पेनिश नाटककार थे। 1922 ई० में साहित्य में नोबेल पुरस्कार विजेता। .

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जिब्राल्टर युद्ध स्मारक

जिब्राल्टर युद्ध स्मारक (Gibraltar War Memorial) ब्रिटिश प्रवासी शासित प्रदेश जिब्राल्टर की लाइन वॉल सड़क पर स्थित एक प्रथम विश्व युद्ध स्मारक है। इसे ब्रिटिश युद्ध स्मारक (British War Memorial) के नाम से भी जाना जाता है। इस स्मारक को स्पेन के होयसे पिकुइट कॅटोली ने तराशा था तथा इसका अनावरण वर्ष 1923 में हुआ था। स्मारक के समीप 1921 में बने एस्पलेनैड पर कई स्मारक पट्टिकाएँ हैं, जिनमें क्रीमिया के युद्ध के समय की दो रुसी बंदूकें भी हैं। .

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जुलाई २०१०

भारतीय रुपये का नया प्रतीक-चिह्न.

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ज्यार्जी प्लेखानोव

मार्क्सवादी सिद्धान्तकार ज्यार्जी प्लेखानोव ज्यार्जी वैलेन्तिनोविच प्लेखानोव (Georgi Plekhanov; रूसी: Гео́ргий Валенти́нович Плеха́нов; IPA:; 29 नवम्बर 1856 – 30 मई 1918) रूस के क्रांतिकारी एवं मार्क्सवादी सिद्धान्तकार थे। वे रूस के सामाजिक लोकतांत्रिक आन्दोलन के प्रणेता थे और रूस के उन प्रथम गिने-चुने बुद्धिजीवियों में से थे जिन्होने अपने 'मार्क्सवादी' कहा। अपने जीवनकाल में प्लेखानोव ने नरोदवाद से मार्क्सवाद तक की और फिर बोल्शेविक-विरोघ से क्रांति विरोघ तक की यात्रा की। मजदूर क्रांति के विज्ञान को स्थापित करने एवं उसका प्रचार-प्रसार करने में उनका ऐतिहासिक योगदान रहा। .

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ज्हाँ विक्तर पौंस्ले

ज्हाँ विक्तर पौंस्ले ज्हाँ विक्तर पौंस्ले (Jean Victor Poncelect, १७८८ ई.-१८६७ ई.) फ्रांसीसी गणितज्ञ एवं इंजीनियर थे। गणितज्ञ के रूप में उनका सबसे उल्लेखनीय कार्य प्रक्षेपीय ज्यामिति पर था। इनका जन्म १ जुलाई १७८८ ई. को मैस (Metz) में हुआ था। नेपोलियन के रूसी आक्रमण के समय ये बंदी बना लिए गए थे। बंदीगृह में इन्होंने 'त्रेते दे प्रोप्रियेते प्रोजेक्तिव दे फिग्यूर' (Traite des proprieeis projectives des figures) पुस्तक की रचना की, जो १८१४ ई. में इनके फ्रांस लौटने के आठ वर्ष पश्चात् प्रकाशित हुई। इसमें इन्होंने उन आकृतियों के गुणों का वर्णन किया है, जो केंद्रीय प्रत्यालेख के पश्चात् अपरिवर्तित रहती हैं। इसके अतिरिक्त पौंस्ले ने ज्यामितीय सात्तत्य के सिद्धांत का सूत्र रूप में वर्णन किया और फलस्वरूप उन बिंदुओं एवं रेखाओं पर विचार किया, जो अनंत पर लुप्त अथवा काल्पनिक हो जाती हैं। ये आदर्श बिंदु एवं रेखाएँ ज्यामिति को विश्लेषण की अपूर्व देन हैं। इन्होंने कोणीय व्युत्क्रम की विधि का भी अविष्कार किया और इनसे 'द्वैत अवस्था के सिद्धांत' (principle of duality) का निगमन किया। २२ दिसम्बर १८६७ ई. को पेरिस में इनका देहांत हो गया। श्रेणी:गणितज्ञ.

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जौ

'''जौ''' के पौधे के विभिन्न भाग जौ पृथ्वी पर सबसे प्राचीन काल से कृषि किये जाने वाले अनाजों में से एक है। इसका उपयोग प्राचीन काल से धार्मिक संस्कारों में होता रहा है। संस्कृत में इसे "यव" कहते हैं। रूस, यूक्रेन, अमरीका, जर्मनी, कनाडा और भारत में यह मुख्यत: पैदा होता है। .

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जॉर्ज पंचम

जॉर्ज पंचम (जॉर्ज फ्रेडरिक अर्नेस्ट अल्बर्ट; 3 जून 1865 – 20 जनवरी 1936) प्रथम ब्रिटिश शासक थे, जो विंडसर राजघराने से संबंधित थे। संयुक्त राजशाही एवं अन्य राष्ट्रमंडल समूह के महाराजा होने के साथ साथ, जॉर्ज भारत के सम्राट एवं स्वतन्त्र आयरिश राज्य के राजा भी थे। जॉर्ज ने सन 1910 से प्रथम विश्व युद्ध (1914–1918) के दौरान और बाद में 1936 में अपनी मृत्यु पर्यन्त राज्य किया। जॉर्ज के पिता महाराज एडवर्ड सप्तम की १९१० में मृत्यु होने पर, वे महाराजा बने। वे एकमात्र ऐसे सम्राट थे, जो कि अपने स्वयं के दिल्ली दरबार में, अपनी भारतीय प्रजा के सामने प्रस्तुत हुए, जहां उनका भारत के राजमुकुट से राजतिलक हुआ। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान, उन्होंने सारी जर्मन उपाधियां, वापस कर दीं। इनके शासन ने फासीवाद, नाजीवाद, समाजवाद इत्यादि देखे; एवं प्रथम मजदूर मंत्रालय भी, जिन सभी घटनाओं ने राजनैतिक क्रम को बदल दिया। जॉर्ज को उनके अंतिम दिनों में प्लेग व अन्य बीमारियों ने घेर लिया था; जब उनकी मृत्यु पर उनके ज्येष्ठ पुत्र एडवर्ड अष्टम ने राजगद्दी संभाली। .

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जॉर्जिया

right जॉर्जिया (საქართველო, "साखार्थ्वेलो") — पूर्वी यूरोप में स्थित एक देश है।यूरोपीय संघ,, 17 de julio 2014: "...pursuant to Article 49 of the Treaty on European Union, Georgia, Moldova and Ukraine – like any other European state – have a European perspective and may apply to become members of the Union provided that they adhere to the principles of democracy..."" ट्रांसकाकेशिया क्षेत्र के केंद्रवर्ती तथा पश्चिमी अंश में कृष्ण सागर के दक्षिण-पूर्वी तट पर स्थित एक राज्य है। सन् 1991 तक यह जॉर्जियाई सोवियत समाजवादी गणतंत्र के रूप में सोवियत संघ के 15 गणतंत्रों में से एक था। जॉर्जिया की सीमा उत्तर में रूस से, पूर्व में अज़रबैजान से और दक्षिण में आर्मीनिया तथा तुर्की से मिलती है। .

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जोसेप प्ला

जोसेप प्ला (8 मार्च 1897 – 23 अप्रैल 1981) स्पेनी कैटलन पत्रकार और प्रसिद्ध लेखक थे। पत्रकार के तौर पर इन्होंने फ्रांस, इटली, इंग्लैंड, जर्मनी और रूस जैसे देशों में रह कर पत्रकारिता की थी। .

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जोसेफ़ स्टालिन

जोज़ेफ विसारिओनोविच स्टालिन (रूसी: Ио́сиф Виссарио́нович Джугашвили) (1878-1953) सोवियत संघ का १९२२ से १९५३ तक नेता था। स्टालिन का जन्म गोरी जॉर्जिया में हुआ था। .

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जीलिन

चीन में जीलिन प्रांत (लाल रंग में) जीलिन (चीनी: 吉林, अंग्रेज़ी: Jilin, मान्छु: ᡤᡳ᠍ᡵᡳ᠌ᠨ ᡠᠯᠠ) जनवादी गणराज्य चीन के सुदूर पूर्वोत्तर में स्थित एक प्रांत है जो ऐतिहासिक मंचूरिया क्षेत्र का भाग है। 'जीलिन' शब्द मान्छु भाषा के 'गीरिन उला' (ᡤᡳ᠍ᡵᡳ᠌ᠨ ᡠᠯᠠ, Girin Ula) से आया है जिसका मतलब 'नदी के साथ' होता है। इसके चीनी भावचित्रों का अर्थ 'शुभ वन (जंगल)' है और इसका संक्षिप्त एकाक्षरी चिह्न '吉' (जी) है। जीलिन प्रान्त की सीमाएँ पूर्व में रूस और उत्तर कोरिया को लगती हैं। इस प्रान्त का क्षेत्रफल १,८७,४०० वर्ग किमी है, यानि भारत के कर्नाटक राज्य से ज़रा ज़्यादा। सन् २०१० की जनगणना में इसकी आबादी २,७४,६२,२९७ थी जो लगभग भारत के पंजाब राज्य के बराबर थी। जीलिन की राजधानी चांगचून शहर है। .

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जी८

आठ का समूह समूह-8 (अंग्रेजी: Group of Eight .

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ईरान में यूरोपीय हस्तक्षेप

ईरान में यूरोपीय हस्तक्षेप सत्रहवीं से लेकर बीसवीं सदी तक के ऐसे घटनाक्रम को कहते हैं जिसमें किसी यूरोपीय देश ने ईरान की सत्ता पर कब्जा तो नहीं किया पर उसकी विदेश, व्यापार और सैनिक नीति में बहुत दख़ल डाला। औपनिवेशिक ताकत ब्रिटेन और रूस ने इसमें मुख्य सक्रिय भूमिका निभाई और फ्रांस, जर्मनी, अमेरिका तथा स्वीडन भी इसमें शामिल रहा। ये सभी हस्तक्षेप और सरकार (शाह) के ये सब हो जाने देने वाली नीति को देखकर 1905-11 तथा 1979 में जनता का विद्रोह भड़का। इस दौरान कई बार ईरानी शासकों ने एक यूरोपीय शक्ति का सहयोग इस लिए लिया ताकि दूसरी शक्तियों से बचा जा सके। ब्रिटेन तथा रूस दोनों मध्य एशिया तथा अफ़ग़ानिस्तान पर एक दूसरे के डर से अधिकार चाहते थे। ब्रिटेन मध्य एशिया में फैल रहे रूसी साम्राज्य को भारत की तरफ बढ़ता क़दम की तरह देखते थे जबकि रूसी ब्रिटेन को मध्य एशिया में हस्तक्षेप करने से रोकना चाहते थे। अंग्रेज़ी में ब्रिटेन तथा रूस की इस औपनिवेशिक द्वंद्व को ग्रेट गेम के नाम से जाना जाता था जो द्वितीय विश्वयुद्ध तक ही चला। इस नाम को प्रथमतया प्रयुक्त करने का श्रेय आर्थर कॉनेली को जाता है जिसको बाद में रुडयार्ड किपलिंग ने अपने उपन्यास किम में इस्तेमाल किया। .

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ईरान का इतिहास

सुसा में दारुश (दारा) के महल के बाहर बने "अमर सेनानी"। यह उपाधि कुछ चुनिन्दा सैनिकों को दी जाती थी जो महल रक्षा तथा साम्राज्य विस्तार में प्रमुख माने जाते थे। ईरान का पुराना नाम फ़ारस है और इसका इतिहास बहुत ही नाटकीय रहा है जिसमें इसके पड़ोस के क्षेत्र भी शामिल रहे हैं। इरानी इतिहास में साम्राज्यों की कहानी ईसा के ६०० साल पहले के हख़ामनी शासकों से शुरु होती है। इनके द्वारा पश्चिम एशिया तथा मिस्र पर ईसापूर्व 530 के दशक में हुई विजय से लेकर अठारहवीं सदी में नादिरशाह के भारत पर आक्रमण करने के बीच में कई साम्राज्यों ने फ़ारस पर शासन किया। इनमें से कुछ फ़ारसी सांस्कृतिक क्षेत्र के थे तो कुछ बाहरी। फारसी सास्कृतिक प्रभाव वाले क्षेत्रों में आधुनिक ईरान के अलावा इराक का दक्षिणी भाग, अज़रबैजान, पश्चिमी अफगानिस्तान, ताजिकिस्तान का दक्षिणी भाग और पूर्वी तुर्की भी शामिल हैं। ये सब वो क्षेत्र हैं जहाँ कभी फारसी सासकों ने राज किया था और जिसके कारण उनपर फारसी संस्कृति का प्रभाव पड़ा था। सातवीं सदी में ईरान में इस्लाम आया। इससे पहले ईरान में जरदोश्त के धर्म के अनुयायी रहते थे। ईरान शिया इस्लाम का केन्द्र माना जाता है। कुछ लोगों ने इस्लाम कबूल करने से मना कर दिया तो उन्हें यातनाएं दी गई। इनमें से कुछ लोग भाग कर भारत के गुजरात तट पर आ गए। ये आज भी भारत में रहते हैं और इन्हें पारसी कहा जाता है। सूफ़ीवाद का जन्म और विकास ईरान और संबंधित क्षेत्रों में ११वीं सदी के आसपास हुआ। ईरान की शिया जनता पर दमिश्क और बग़दाद के सुन्नी ख़लीफ़ाओं का शासन कोई ९०० साल तक रहा जिसका असर आज के अरब-ईरान रिश्तों पर भी देखा जा सकता है। सोलहवीं सदी के आरंभ में सफ़वी वंश के तुर्क मूल लोगों के सत्ता में आने के बाद ही शिया लोग सत्ता में आ सके। इसके बाद भी देश पर सुन्नियों का शासन हुआ और उन शासकों में नादिर शाह तथा कुछ अफ़ग़ान शासक शामिल हैं। औपनिवेशक दौर में ईरान पर किसी यूरोपीय शक्ति ने सीधा शासन तो नहीं किया पर अंग्रेज़ों तथा रूसियों के बीच ईरान के व्यापार में दखल पड़ा। १९७९ की इस्लामिक क्रांति के बाद ईरान की राजनैतिक स्थिति में बहुत उतार-चढ़ाव आता रहा है। ईराक के साथ युद्ध ने भी देश को इस्लामिक जगत में एक अलग जगह पर ला खड़ा किया है। २३ जनवरी २००८ .

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ईरान की इस्लामी क्रांति

ईरान की इस्लामिक क्रांति (फ़ारसी: इन्क़लाब-ए-इस्लामी) सन् 1979 में हुई थी जिसके फलस्वरूप ईरान को एक इस्लामिक गणराज्य घोषित कर दिया गया था। इस क्रांति को फ्रांस की राज्यक्रांति और बोल्शेविक क्रांति के बाद विश्व की सबसे महान क्रांति कहा जाता है। इसके कारण पहलवी वंश का अंत हो गया था और अयातोल्लाह ख़ोमैनी ईरान के प्रमुख बने थे।। ईरान का नया शासन एक धर्मतन्त्र है जहाँ सर्वोच्च नेता धार्मिक इमाम (अयातोल्लाह) होता है पर शासन एक निव्राचित राष्ट्रपति चलाता है। ग़ौरतलब है कि ईरान एक शिया बहुल देश है। इस क्रांति के प्रमुख कारणों में ईरान के पहलवी शासकों का पश्चिमी देशों के अनुकरण तथा अनुगमन करने की नीति तथा सरकार के असफल आर्थिक प्रबंध थे। इसके तुरत बाद इराक़ के नए शासक सद्दाम हुसैन ने अपने देश में ईरान समर्थित शिया आन्दोलन भड़कने के डर से ईरान पर आक्रमण कर दिया था जो 8 साल तक चला और अनिर्णीत समाप्त हुआ। .

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ईरानी परमाणु कार्यक्रम पर अंतरिम समझौता

24 नवम्बर 2013 को ईरान ने पी5 +1 देशों के साथ जिनेवा में एक परमाणु समझौता हस्ताक्षरित किया। इस समझौते के तहत अपने ऊपर लगे आर्थिक प्रतिबंधों में आंशिक रियायत के बदले ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम पर अल्पकालिक रोक लगाने के लिए तैयार हो गया। .

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ईसाई धर्म का इतिहास

चर्च (Church) शब्द यूनानी विशेषण का अपभ्रंश है जिसका शाब्दिक अर्थ है "प्रभु का"। वास्तव में चर्च (और गिरजा भी) दो अर्थों में प्रयुक्त है; एक तो प्रभु का भवन अर्थात् गिरजाघर तथा दूसरा, ईसाइयों का संगठन। चर्च के अतिरिक्त 'कलीसिया' शब्द भी चलता है। यह यूनानी बाइबिल के 'एक्लेसिया' शब्द का विकृत रूप है; बाइबिल में इसका अर्थ है - किसी स्थानविशेष अथवा विश्व भर के ईसाइयों का समुदाय। बाद में यह शब्द गिरजाघर के लिये भी प्रयुक्त होने लगा। यहाँ पर संस्था के अर्थ में चर्च पर विचार किया जायगा। .

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ईसाई समाजवाद

ईसाई समाजवाद (Christian socialism) मजहबी समाजवाद का एक रूप है जो ईसा मसीह की शिक्षाओं पर आधारित है। .

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ईवाँ तृतीय

ईवाँ तृतीय (Ivan III Vasilyevich; रूसी: Иван III Васильевич; 22 जनवरी 1440, मॉस्को – 27 अक्टूबर 1505, मॉस्को) मास्को का ग्रांड ड्यूक। पिता वासिली द्वितीय के जीवनकाल में ही सहशासक घोषित किया गया, जिससे अन्य राजकुमार उसका स्थान न छीन सकें। रूस के इतिहास में यह अत्यधिक प्रसिद्ध है और ईवाँ महान् के नाम से विख्यात है। इसने मास्को के राज्य का विस्तार कर उसे पहले से तीन गुना कर दिया। १४७१-७८ की दो लड़ाइयों में इसने नोवगोरोदें को जीता। हैप्सवर्ग पवित्र रोमन सम्राट् द्वारा दी 'राजा' की उपाधि अस्वीकृत करते हुए इसने कहा, अपने देश में हम अपने पूर्वजों के समय से प्रभुत्वसंपन्न रहे हैं और ईश्वर से हमें प्रभुत्वशक्ति प्राप्त हुई है। धमकी या युद्ध द्वारा उसने यारस्लावो (१४६३), रोस्तोव (१४७४) और त्रंवेर (१४८५) हथियाह लिए। १४८० में तातार को खिराज देना बंद कर तातारों की दासता का जुआ उसने उतार फेंका। ईवाँ तृतीय के १४७२ के मुहर का पीछे वाला भाग रूसी जाति का प्रथम सरदार तो यह पहले से ही था, बीजांतीनी साम्राज्य के अंमिम शासक के भाई थामस पालो ओलोगस की कन्या सोफिया (जोए) के साथ दूसरा विवाह कर मास्को की प्रतिष्ठा और उसकी अधिसत्ता में उसने वृद्धि की और बीज़ांतियम के द्विशीर्ष गृद्ध (ईगल) को मास्को के राजचिह्न में स्थान देकर ग्रीक ईसाई धर्म का संरक्षक होने का अपना दावा स्थापित किया। इस विवाह के फलस्वरूप मास्को में पूर्वी दरबारी ढंग और शानशौकत को स्थान मिला और राजा प्रजा से दूर हो गया। वह अपने को 'ओतोक्रात्' (स्वेच्छाचारी) कहता था और विदेशी पत्रव्यवहार में अपने को 'जार' लिखता था। रूस का प्रवेश बाल्टिक सागर में हो जाए, इस दृष्टि से उसने लिथुआनिया लेने का प्रयत्न किया, किंतु स्वीडन और पोलैंड के कारण उसका यह प्रयत्न सफल नहीं हुआ। दक्षिण में उसने अपना राज्य वोल्गा के मध्य तक फैलाया और तातारों को हराया। सरदारों की सत्ता घटाकर ईवाँ रूसी विधि (Sudebnik) का संहिताकरण किया। श्रेणी:रूस का इतिहास.

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ईवान भयानक

ईवान भयानक ने मोस्को राज्य पर १५३३-१५४७ काल में और पूर्ण रूस पर १५४७-१५८४ काल में राज किया ईवान चतुर्थ वसीलयेविच (रूसी: Ива́н IV Васи́льевич, अंग्रेज़ी: Ivan IV Vasilyevich, जन्म: 25 अगस्त 1530, मृत्यु: 28 मार्च 1584), जिसे आमतौर पर ईवान भयानक (Ива́н Гро́зный, Ivan the Terrible) कहा जाता है 1533-1547 ईसवी काल में मोस्को का महान राजकुँवर और 1547 से लेकर 1584 में अपनी मृत्य तक रूस का त्सार (सम्राट) था। उसके काल में रूस के राज्य का बहुत विस्तार हुआ और काज़ान ख़ानत, आस्त्राख़ान ख़ानत और (मध्य साइबेरिया की) सिबिर ख़ानत पर क़ब्ज़ा होने से रूस एक बहुजातीय व बहुधर्मी देश बन गया। उसकी मृत्यु तक रूसी इलाक़े का क्षेत्रफल लगभग 40,46,856 वर्ग किमी बन चुका था (यानि आधुनिक भारत का लगभग सवा गुना) और आने वाले रूसी शासकों को और भी आगे विस्तार करने में सक्षम कर गया। उसने अपने काल में रूसी राज-व्यवस्था में असंख्य बदलाव किये जिस से रूस एक साधारण राज्य से एक साम्राज्य और एक क्षेत्रीय शक्ति के रूप में उभर पाया। ऐतिहासिक सूत्रों से ईवान के पेचीदा व्यक्तित्व के अलग-अलग बयान मिलते हैं। उसे बुद्धिमान, कला व व्यापार को बढ़ावा देने वाला, कुशल कूटनीतिज्ञ और श्रद्धालु कहा जाता है लेकिन उसके अत्याधिक क्रोध और मानसिक रोग के दौरों का भी वर्णन है। एक ऐसे अनियंत्रित क्रोध के दौरे में उसने अपने ही पुत्र (ईवान ईवानोविच) पर स्वयं वार करके उसे जान से मार डाला, जिसे उसने ख़ुद ही अपना वारिस चुना था। इस उत्तराधिकारी के मर जाने से साम्राज्य की गद्दी ईवान के छोटे पुत्र फ़ेओदोर ईवानोविच के हाथ गई जो कमज़ोर और न्यूनमनस्क (मानसिक अविकास का शिकार) था। ईवान भयानक रूस के सबसे पहले प्रकाशन गृह की शुरुआत करवाने के लिए भी याद किया जाता है।, Simon Richmond, Mark Elliott, Patrick Horton, Steve Kokker, pp.

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ईंट

शीर्षों और चौखटों के वैकल्‍पिक विधियों के साथ रखा गया अंग्रेजी बंध पत्र में पुरानी ईंट की दीवार ऐतिहासिक नत्चितोचेस, लुइसियाना में ईंट से निर्मिति केन नदी के साथ सामने की गली चिनाई के कार्य में उपयोग किया जाने वाला ईंट मिट्टी का ब्लॉक है, जिन्हें सामान्‍यत: विभिन्‍न प्रकार के गारे का उपयोग कर चिना जाता है। .

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घुमक्कड़शास्त्र

घुमक्कड़शास्त्र महापण्डित राहुल सांकृत्यायन की प्रसिद्ध रचना है। घुमन्तू स्वभाव के कारण उन्होंने तिब्बत, सम्पूर्ण भारत, रूस, यूरोप सोवियत भूमि और श्रीलंका का भ्रमण किया था। और फिर उन्हीं अनुभवों को सँजोते हुए घुमक्कड़-शास्त्र लिख दिया। श्रेणी:पुस्तक.

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घोड़ा

घोड़ा, घोड़ी और उसका बच्चा घोड़े भी खेल में इस्तेमाल किया जाता है। घोड़ा या अश्व (Equus ferus caballus; ऐक़्वस फ़ेरस कैबेलस) ऐक़्वस फ़ेरस (Equus ferus) की दो अविलुप्त उपप्रजातियों में से एक हैं। वह एक विषम-उंगली खुरदार स्तनधारी हैं, जो अश्ववंश (ऐक़्वडी) कुल से ताल्लुक रखता हैं। घोड़े का पिछले ४५ से ५५ मिलियन वर्षों में एक छोटे बहु-उंगली जीव, ऐओहिप्पस (Eohippus) से आज के विशाल, एकल-उंगली जानवर में क्रम-विकास हुआ हैं। मनुष्यों ने ४००० ईसा पूर्व के आसपास घोड़ों को पालतू बनाना शुरू कर दिया, और उनका पालतूकरण ३००० ईसा पूर्व से व्यापक रूप से फैला हुआ माना जाता हैं। कैबेलस (caballus) उपप्रजाति में घोड़े पालतू बनाएँ जाते हैं, यद्यपि कुछ पालतू आबादियाँ वन में रहती हैं निरंकुश घोड़ो के रूप में। ये निरंकुश आबादियाँ असली जंगली घोड़े नहीं हैं, क्योंकि यह शब्द उन घोड़ो को वर्णित करने के लिए प्रयुक्त होता हैं जो कभी पालतू बनाएँ ही नहीं गएँ हो, जैसे कि विलुप्तप्राय शेवालस्की का घोड़ा, जो एक अलग उपप्रजाति हैं और बचा हुआ केवल एकमात्र असली जंगली घोड़ा हैं। वह मनुष्य से जुड़ा हुआ संसार का सबसे प्राचीन पालतू स्तनपोषी प्राणी है, जिसने अज्ञात काल से मनुष्य की किसी ने किसी रूप में सेवा की है। घोड़ा ईक्यूडी (Equidae) कुटुंब का सदस्य है। इस कुटुंब में घोड़े के अतिरिक्त वर्तमान युग का गधा, जेबरा, भोट-खर, टट्टू, घोड़-खर एवं खच्चर भी है। आदिनूतन युग (Eosin period) के ईयोहिप्पस (Eohippus) नामक घोड़े के प्रथम पूर्वज से लेकर आज तक के सारे पूर्वज और सदस्य इसी कुटुंब में सम्मिलित हैं। इसका वैज्ञानिक नाम ईक्वस (Equus) लैटिन से लिया गया है, जिसका अर्थ घोड़ा है, परंतु इस कुटुंब के दूसरे सदस्य ईक्वस जाति की ही दूसरों छ: उपजातियों में विभाजित है। अत: केवल ईक्वस शब्द से घोड़े को अभिहित करना उचित नहीं है। आज के घोड़े का सही नाम ईक्वस कैबेलस (Equus caballus) है। इसके पालतू और जंगली संबंधी इसी नाम से जाने जातें है। जंगली संबंधियों से भी यौन संबंध स्थापति करने पर बाँझ संतान नहीं उत्पन्न होती। कहा जाता है, आज के युग के सारे जंगली घोड़े उन्ही पालतू घोड़ो के पूर्वज हैं जो अपने सभ्य जीवन के बाद जंगल को चले गए और आज जंगली माने जाते है। यद्यपि कुछ लोग मध्य एशिया के पश्चिमी मंगोलिया और पूर्वी तुर्किस्तान में मिलनेवाले ईक्वस प्रज़्वेलस्की (Equus przwalski) नामक घोड़े को वास्तविक जंगली घोड़ा मानते है, तथापि वस्तुत: यह इसी पालतू घोड़े के पूर्वजो में से है। दक्षिण अफ्रिका के जंगलों में आज भी घोड़े बृहत झुंडो में पाए जाते है। एक झुंड में एक नर ओर कई मादाएँ रहती है। सबसे अधिक 1000 तक घोड़े एक साथ जंगल में पाए गए है। परंतु ये सब घोड़े ईक्वस कैबेलस के ही जंगली पूर्वज है और एक घोड़े को नेता मानकर उसकी आज्ञा में अपना सामाजिक जीवन व्यतीत करतेे है। एक गुट के घोड़े दूसरे गुट के जीवन और शांति को भंग नहीं करते है। संकटकाल में नर चारों तरफ से मादाओ को घेर खड़े हो जाते है और आक्रमणकारी का सामना करते हैं। एशिया में काफी संख्या में इनके ठिगने कद के जंगली संबंधी 50 से लेकर कई सौ तक के झुंडों में मिलते है। मनुष्य अपनी आवश्यकता के अनुसार उन्हे पालतू बनाता रहता है। .

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वनेडियम

वनेडियम एक रासायनिक तत्व है। यह एक सख़्त, श्वेत-चाँदी रंग की, तन्य व आघातवर्धक धातु है। प्रकृति में वनेडियम केवल अन्य तत्वों के साथ बने यौगिकों के रूप में ही मिलता है लेकिन, अगर इसे शुद्ध किया जाए तो इसके ऊपर एक पतली ओक्साइड की परत बन जाती है जिस से अंदर की धातु सुरक्षित रहती है। रासायनिक रूप से यह संक्रमण धातु समूह का सदस्य है। विश्व का ९७% वनेडियम तीन देशों - चीन, रूस और दक्षिण अफ़्रीका - में खनिजों से निकाला जाता है और इसका दुनिया-भर का वार्षिक उत्पादन लगभग ८०,००० टन है। इसे इस्पात में मिलाने से इस्पात अधिक कठोर बन जाता है, जिस कारणवश इसे औज़ार बनाने के लिये बहुत प्रयोग किया जाता है। .

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वर्चुअल अंतरराष्ट्रीय प्राधिकरण फ़ाइल

The Virtual International Authority File (VIAF) is an international authority file.

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वर्साय की सन्धि

वर्साय की सन्धि का इंगलिश कवर पेज वर्साय की सन्धि प्रथम विश्व युद्घ के अन्त में जर्मनी और गठबन्धन देशों (ब्रिटेन, फ्रान्स, अमेरिका, रूस आदि) के बीच में हुई थी। प्रथम विश्वयुद्ध के बाद पराजित जर्मनी ने 28 जून 1919 के दिन वर्साय की सन्धि पर हस्ताक्षर किये। इसकी वजह से जर्मनी को अपनी भूमि के एक बड़े हिस्से से हाथ धोना पड़ा, दूसरे राज्यों पर कब्जा करने की पाबन्दी लगा दी गयी, उनकी सेना का आकार सीमित कर दिया गया और भारी क्षतिपूर्ति थोप दी गयी। वर्साय की सन्धि को जर्मनी पर जबरदस्ती थोपा गया था। इस कारण एडोल्फ हिटलर और अन्य जर्मन लोग इसे अपमानजनक मानते थे और इस तरह से यह सन्धि द्वितीय विश्वयुद्ध के कारणों में से एक थी। .

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वरैंजियाई

वरैन्जियाई व्यापार मार्ग - वोल्गा व्यापार मार्ग (लाल रंग), यूनान के साथ व्यापार मार्ग (जामुनी रंग) और अन्य मार्ग (नारंगी) वरैंजियाई या वारयागी (रूसी: Варяги, अंग्रेज़ी: Varangians या Varyags) पूर्वी स्लाव लोगों और यूनानियों द्वारा उन वाइकिंग लोगों के लिए इस्तेमाल होने वाला एक नाम था जिन्होंने 9वीं से 11वीं सदी ईसवी तक मध्यकालीन कीवयाई रूस राज्य पर राज किया और जिनसे बीज़ान्टिन सल्तनत का वरैन्जियाई दस्ता बना हुआ था। 12वीं सदी में लिखे गए प्रमुख वृत्तांत नामक इतिहास-गाथा में दर्ज है कि वरैन्जियाईयों का एक गुट रूरिक (Rurik, Рюрик) नामक शासक के नेतृत्व में 862 ईसवी में नोवगोरोद क्षेत्र में आकर बस गया। 882 में रूरिक के सम्बन्धी ओलेग (Oleg, Олег) ने कीव पर चढ़ाई करी और क़ब्ज़ा कर के उसे कीवयाई रूस का आधार बनाया। इस राज्य पर बाद में रूरिक के वंशजों ने शासन किया और यही रूस, बेलारूस और युक्रेन का ऐतिहासिक आधार माना जाता है।"," Online Etymology Dictionary, R. R. Milner-Gulland, Phaidon, Page 36, ISBN 0-7148-2549-2 .

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वाटरलू का युद्ध

वाटरलू का युद्ध 1815 में लड़ा गया था। नेपोलियन का ये अन्तिम युद्ध था एक तरफ फ्रांस था तो दूसरी तरफ ब्रिटेन, रूस, प्रशा, आस्ट्रिया, हंगरी की सेना थी। युद्ध में हारने के बाद नेपोलियन ने आत्म्सर्पण कर दिया था। मित्र राष्ट्रों ने उसे कैदी के रूप में सेंट हैलेना नामक टापू पर भेज दिया जहाँ 52 वर्षों की आयु में 1821 ई. में उसकी मृत्यु हो गई। श्रेणी:नेपोलियन श्रेणी:फ्रांस के युद्ध श्रेणी:यूरोप के युद्ध‎.

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वात्या भट्ठी

Rahul Kushwahaसेस्टाओ, स्पेन में ब्लास्ट फर्नेस. वास्तविक भट्टी केन्द्रीय गिर्डरवर्क के अंदर है। वात्या भट्ठी या ब्लास्ट फर्नेस (Blast furnace) एक प्रकार की धातु-वैज्ञानिक भट्टी (मेटलर्जिकल फर्नेस) है जिसका इस्तेमाल आम तौर पर लोहे जैसी औद्योगिक धातुओं का निर्माण करने हेतु धातुओं को पिघलाने के लिए किया जाता है। वात्या भट्ठी में भट्ठी के ऊपर से लगातार ईंधन और अयस्क की आपूर्ति की जाती है जबकि चैंबर के निचले तल में हवा (कभी-कभी ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा वाली हवा) भरी जाती है ताकि पदार्थों के नीचे की तरफ आने के दौरान पूरे फर्नेस में रासायनिक प्रतिक्रिया हो सके। अंतिम उत्पाद के रूप में आम तौर पर नीचे की तरफ से पिघली हुई धातु और धातुमल तथा फर्नेस के ऊपर से धुआं युक्त गैसें निकलती हैं। वात्या भट्ठी को आम तौर पर चिमनी के निकास मार्ग में गर्म गैसों के संवहन के माध्यम से स्वाभाविक रूप से चूषण युक्त एयर फर्नेसों (जैसे रिवर्बरेटरी फर्नेस) के साथ निरूपित किया जाता है। इस व्यापक परिभाषा के अनुसार लोहे की ब्लूमरी, टिन के ब्लोइंग हाउस और सीसे को गलाने वाली मिलों को ब्लास्ट फर्नेस के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है। हालांकि इस शब्द का इस्तेमाल आम तौर पर उन्ही कारखानों तक सीमित है जहां लौह अयस्क को पिघलाकर कच्चे लोहे (पिग आयरन) का उत्पादन किया जाता है, जो वाणिज्यिक लौह एवं इस्पात के उत्पादन में इस्तेमाल की जाने वाली एक मध्यवर्ती सामग्री है। .

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वाइसरॉय

वाइसरॉय एक शाही अधिकारी होता है, जो एक देश या प्रांत पर शासन करता है। यह शासन किसी मुख्य शासक के नाम पर होता है। यह शब्द बना है: वाइस अंग्रेज़ी से, अर्थात - उप, + फ्रेंछ शब्द रॉय, अर्थात राजा। वाइस का अर्थ लैटिन में " के नाम पर" भी होता है। तो पूर्ण अर्थ हुआ " राजा के नाम पर"। इनकी पत्नी को वाइसराइन कहा जाता था। .

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वाइगाच द्वीप

वाइगाच (रूसी: Вайгач), आर्कटिक महासागर में एक द्वीप है जो, पेचोरा सागर और कारा सागर के बीच स्थित है। वाइगाच द्वीप को मुख्य भूमि के भाग यूगोर्स्की प्रायद्वीप से यूगोर्स्की जलडमरूमध्य और नोवाया ज़ेमल्या से कारा जलडमरूमध्य पृथक करते हैं। यह द्वीप रूस के अर्खांगेल्स्क ओब्लास्ट के नेनेट स्वायत्त ऑक्रग का एक हिस्सा है। .

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वाइकिंग

८वीं से ११वीं शताब्दी में वाइकिंग लोगों का विस्तार - हरे क्षेत्र वे हैं जहाँ वाइकिंग अक्सर लूटने आया करते थे वाइकिंग (Viking) ८वीं से लेकर ११वीं सदी ईसवी में सुदूर उत्तरी यूरोप के स्कैंडिनेविया क्षेत्र में रहने वाले उन 'नॉर्स' (Norse) लोगों को कहा जाता था जो सिपाही, व्यापारी, समुद्री डाकू या खोजयात्री बनकर यूरोप, एशिया और उत्तरी अटलांटिक द्वीपों में जाते थे और अक्सर बसते थे। वे अपनी लम्बी नौकाओं में कुस्तुंतुनिया, रूस, आइसलैंड, ग्रीनलैंड, स्पेन इत्यादि जाते थे। अक्सर वे जाकर शहरों-प्रान्तों पर धावा बोलते थे और उनके धन, संपत्ति और कभी-कभी स्त्रियाँ और बच्चों को भी उठाकर ले जाते थे।, James A. Corrick, pg.

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वितरणानुसार विश्व के समाचारपत्रों की सूची

यह औसत वितरण के आधार पर दुनिया के दैनिक समाचारपत्रों की सूची है। इन आंकड़ों के स्रोत 'वितरण परिक्षण संस्थानों के विश्व संघ' (International Federation of Audit Bureaux of Circulations) और 'अख़बार​ व समाचार प्रकाशकों की अंतर्राष्ट्रीय सभा' (World Association of Newspapers and News Publishers) हैं। इस सूची में मुफ़्त समाचारपत्रों को सम्मिलित नहीं किया गया है। कुछ आंकड़ों को लेकर विवाद है, मसलन कुछ जापानी अख़बारों पर अपनी वितरण संख्याओं को बढ़ा-चढ़ाकर बताने का आरोप डाला गया है। .

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विद्याधर चक्रवर्ती

विद्याधर चक्रवर्ती। विद्याधर भट्टाचार्य (?)। विद्याधर (१६९३-१७५१) भारत के नगर-नियोजन के पुरोधा थे। आज से 286 साल पहले जयपुर जैसा सुव्यवस्थित और आधुनिक नगर बसाने के आमेर महाराजा सवाई जयसिंह के सपने को साकार करने में उनकी भूमिका सबसे निर्णायक और महत्वपूर्ण रही। गणित, शिल्पशास्त्र, ज्योतिष और संस्कृत आदि विषयों में उनकी असाधारण गति थी। विद्याधर बंगाल मूल के एक गौड़-ब्राह्मण थे, जिनके दस वैदिक ब्राह्मण पूर्वज आमेर-राज्य की कुलदेवी दुर्गा शिलादेवी की शिला खुलना-उपक्षेत्र के जैसोर (तब पूर्व बंगाल), अब बांग्लादेश) से लाने के समय जयपुर आये थे। उन्हीं में से एक के वंशज विद्याधर थे। .

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विद्युतशक्ति का प्रेषण

उच्च-वोल्टता प्रेषण लाइन विद्युत्शक्ति को जनित्रस्थल से उपयोगस्थल तक ले जाना प्रेषण (Transmission) कहलाता है। अधिकांश स्थानों में विद्युत्शक्ति का उत्पादन उसके उपयोगस्थलों से दूर होता है। वैसे तो जनित्रस्थल से उपयोगस्थल तक विद्युत्शक्ति को ले जाना ही प्रेषण कहलाता है, परंतु इस शब्द क व्यावहारिक अर्थ बहुधा दूरी तथा उच्च बोल्टता से संबंधित है। प्रेषण लाइनें पोल अथवा मीनारों पर आरोपित, ऊपरी लाइनों के रूप में भी तथा भूमिगत केबिलों के रूप में भी होती हैं। ऊपरी लाइनें साधारणतया ताँबे के तार की होती हैं, परंतु ऐलुमिनियम तथा इस्पात और ऐलुमिनियम के संयुक्त चालक भी विस्तृत रूप से प्रयुक्त किए जाते हैं। .

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: B

कोई विवरण नहीं।

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: C

कोई विवरण नहीं।

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: D

कोई विवरण नहीं।

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: E

कोई विवरण नहीं।

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: G

कोई विवरण नहीं।

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: H

कोई विवरण नहीं।

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: I

I.

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: K

K.

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: M

कोई विवरण नहीं।

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: N

N.

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: O

O.

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: R

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: S

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: T

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: U

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: V

V.

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: Y

कोई विवरण नहीं।

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विमानक्षेत्रों की सूची ICAO कोड अनुसार: U

The prefix 'U' is used for Russia and all the former Soviet countries with the exceptions of Estonia (EE), Latvia (EV) and Lithuania (EY).

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वियना कांग्रेस

वियना कांग्रेस (Jean-Baptiste Isabey द्वारा निर्मित चित्र, 1819) वियना की कांग्रेस (Viena Congress) यूरोपीय देशों के राजदूतों का एक सम्मेलन था, जो सितंबर 1814 से जून 1815 को वियना में आयोजित किया गया था। इसकी अध्यक्षता ऑस्ट्रियाई राजनेता मेटरनिख ने की। कांग्रेस का मुख्य उद्देश्य फ्रांसीसी क्रांतिकारी युद्ध, नेपोलियन युद्ध और पवित्र रोमन साम्राज्य के विघटन से उत्पन्न होने वाले कई मुद्दों एवं समस्याओं को हल करने का था। नैपोलियन को वाटरलू की पराजय के पश्चात् सेंट हेलेना द्वीप निर्वासित कर दिया गया, तत्पश्चात् आस्ट्रिया की राजधानी वियना में यूरोप की विजयी शक्तियां 1815 में एकत्रित हुई। उद्देश्य था, यूरोप के उस मानचित्र को पुनर्व्यवस्थित करना जिसे नेपोलियन ने अपने युद्ध और विजयों से उलट-पटल दिया था। वस्तुतः आस्ट्रिया के चांसलर मेटरनिख ने नेपोलियन के विरूद्ध मोर्चा बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, इसीलिए उसकी पहल पर आस्ट्रिया की राजधानी वियना में कांगे्रस बुलाई गई थी। इस सम्मेलन में यूरोप के कई छोटे-छोटे देश शामिल हुए किन्तु नीति निर्माण के संबंध में चार मुख्य देशों के प्रतिनिधियों की भूमिका महत्वपूर्ण रही। ये नेता थे- आस्ट्रिया का चांसलर मेटरनिक, रूस का जार एलेक्जेंडर, इंग्लैंड का विदेश मंत्री लॉर्ड कैसलरे तथा फ्रांसीसी विदेश मंत्री तैलरा। .

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विलवणन

स्किमैयिक ऑफ़ अ मल्टी-स्टेज फ्लैश डिसेलिनेटरA - स्टीम इनB - सीवॉटर इनC - पोटेबल वॉटर आउटC - वेस्ट आउटइ - स्टीम आउटF - हिट एक्सचेंजG - कन्डेंसेशन कलेक्शनH - ब्राइन वॉटर विलवणीकरण (अंग्रेजी: desalination; डिसेलिनेशन या डिसेलिनाइज़ेशन) उन कई प्रक्रियाओं को संदर्भित करता है जो पानी से नमक तथा दूसरे खनिजों को निकालती हैं। साधारणतया, लवण व खनिजों को हटाने की प्रक्रिया भी विलवणीकरण कहलाती है, जैसे मृदा विलवणीकरण खारे पानी को मीठे पानी में बदलने के लिए डिसेलिनेशन किया जाता है ताकि यह मानव खपत या सिंचाई के लिए उपयुक्त बना रहे.

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विल्नुस विश्वविद्यालय का पुस्तकालय

श्रेणी:पुस्तकालय विल्नुस विश्वविद्यालय का पुस्तकालय (VUB) - सब से पुराना पुस्तकालय लिथुआनिया में है। वह जेशूइट के द्वारा स्थापित किया गया था। पुस्तकालय विल्नुस विश्वविद्यालय से पुराना है - पुस्तकालय १५७० में और विश्वविद्यालय १५७९ में स्थापित किया गया था। कहने तो लायक है कि अभी तक पुस्तकालय समान निर्माण में रहा है।पहले पुस्तकालय वर्तमान भाषाशास्त्र (फ़िलोलोजी) के वाचनालय में रहा था। आज पुस्तकालय में लगभग ५४ लाख दस्तावेज रखे हैं। ताक़ों की लम्बाई - १६६ किलोमीटर ।अभी पुस्तकालय के २९ हज़ार प्रयोक्ते हैं। १७५३ में यहाँ लिथुआनिया की प्रथम वेधशाला स्थापित की गयी थी। प्रतिवर्ष विल्नुस विश्वविद्यालय के पुस्तकालय में बहुत पर्यटक आते हैं - न केवल लिथुआनिया से बल्कि भारत, स्पेन, चीन, अमरीका से, वगैरह। विल्नुस विश्वविद्यालय के पुस्तकालय में प्रसिद्ध व्यक्तित्व भी आते हैं। उदाहरण के लिये - राष्ट्रपति, पोप, दलाई लामा, वगैरह। विल्नुस विश्वविद्यालय के पुस्तकालय का सदर मकान उनिवेर्सितेतो ३ में, राष्ट्रपति भवन के पास स्थापित किया गया है। यहाँ १३ वाचनालय और ३ समूहों के कमरे हैं। दूसरे विल्नुस के स्थानों में अन्य पुस्तकालय के भाग मिलते हैं। .

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विल्सन के चौदह सिद्धान्त

प्रथम विश्वयुद्ध में जर्मनी परास्त हो चुका था और फ्रांस विजेताओं की कतार में खड़ा था। युद्ध की समाप्ति पर युद्धविराम की संधियों पर हस्ताक्षर करने हेतु फ्रांस की राजधानी पेरिस में एक शांति सम्मेलन आयोजन किया गया। इस शांति सम्मेलन में भाग लेने के लिए 32 राज्यों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया। इस सम्मेलन में अमेरिका के राष्ट्रपति के अतिरिक्त 11 देशों के प्रधानमंत्री, 12 विदेश मंत्री एवं अन्य राज्यों के प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ एकत्रित हुए थे। चूँकि रूस में साम्यवादी क्रांति आंरभ हो गई थी और पश्चिमी राष्ट्र साम्यवाद के विरोधी थे अतः सोवियत रूस को इस सम्मेलन में आमंत्रित नहीं किया गया। इस सम्मेलन में पराजित राष्ट्रों - जर्मनी, आस्ट्रिया, तुर्की और बल्गारिया को भी स्थान नहीं दिया गया था। इस प्रकार इस सम्मेलन में 32 राज्यों के 70 प्रतिनिधि एकत्रित हुए। इस सम्मेलन में 5 पराजित राष्ट्रों के साथ पृथक-पृथक संधि की गयी जिसमें वर्साय की संधि प्रमुख है। अमेरिका के राष्ट्रपति वुड्रो विल्सन ने अपने 14 सूत्रों में से एक सूत्र में कहा था कि 'छोटे बड़े सभी राष्ट्रों को समान रूप से राजनीतिक स्वतंत्रता तथा प्रादेशित अखण्डता का आश्वासन देने के लिये राष्ट्र संघ की स्थापना की जाये।' इस प्रकार विल्सन महोदय ने विश्व शांति की स्थापना के लिये एक अंतर्राष्ट्रीय संस्था की स्थापना पर बल दिया था। वस्तुतः विल्सन के 14 सूत्रों के आधार पर ही प्रथम विश्व युद्ध में जर्मनी ने आत्म समर्पण किया था। इसी आधार पर 10 जनवरी 1920 ई. को राष्ट्र संघ की विधिवत् स्थापना हुई। .

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विशिष्ट आर्थिक क्षेत्र

अन्तरराष्ट्रीय अधिकारों में सागरीय क्षेत्र मध्य-आधार Under the law of the sea, an Exclusive Economic Zone (EEZ) is a seazone over which a state has special rights over the exploration and use of marine resources.

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विश्व धरोहर

यूनेस्को की विश्व विरासत समिति का लोगो युनेस्को विश्व विरासत स्थल ऐसे खास स्थानों (जैसे वन क्षेत्र, पर्वत, झील, मरुस्थल, स्मारक, भवन, या शहर इत्यादि) को कहा जाता है, जो विश्व विरासत स्थल समिति द्वारा चयनित होते हैं; और यही समिति इन स्थलों की देखरेख युनेस्को के तत्वाधान में करती है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विश्व के ऐसे स्थलों को चयनित एवं संरक्षित करना होता है जो विश्व संस्कृति की दृष्टि से मानवता के लिए महत्वपूर्ण हैं। कुछ खास परिस्थितियों में ऐसे स्थलों को इस समिति द्वारा आर्थिक सहायता भी दी जाती है। अब तक (2006 तक) पूरी दुनिया में लगभग 830 स्थलों को विश्व विरासत स्थल घोषित किया जा चुका है जिसमें 644 सांस्कृतिक, 24 मिले-जुले और 138 अन्य स्थल हैं। प्रत्येक विरासत स्थल उस देश विशेष की संपत्ति होती है, जिस देश में वह स्थल स्थित हो; परंतु अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का हित भी इसी में होता है कि वे आनेवाली पीढियों के लिए और मानवता के हित के लिए इनका संरक्षण करें। बल्कि पूरे विश्व समुदाय को इसके संरक्षण की जिम्मेवारी होती है। .

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विश्व में बौद्ध धर्म

बौद्ध धर्म विश्व के प्रमुख धर्मों में से एक है, और इसके संस्थापक गौतम बुद्ध (ईसवी पूर्व ५६३ - ईसवी पूर्व ४८३) थे। विश्व में करीब १९२ करोड़ (२८.७८%) लोक बौद्ध धर्म को माननेवाले है। दुसरे सर्वेक्षण के अनुसार १.६ अरब से १.८ अरब लोक (२३% से २५%) प्रतिनिधित्व बौद्ध करते है। बौद्ध धर्म एक धर्म और दर्शन है। संसार में ईसाई धर्म धर्म के बाद सबसे अधिक बौद्ध धर्म के ही अनुयायि पाये जाते। हालांकि कुछ सर्वेक्षणों के अनुसार बौद्ध धर्म आबादी ४८.८ करोड़ से ५३.५ करोड़ (विश्व की जनसंख्या में ९% से १०%) भी बताई जाती है। विश्व के सभी महाद्विपों में बौद्ध धर्म के अनुयायि रहते है। बौद्ध धर्म दुनिया का पहला विश्व धर्म है, जो अपने जन्मस्थान से निकलकर विश्व में दूर दूर तक फैला। आज दुनिया में बौद्ध धर्म की आबादी हिन्दू धर्म से अधिक और इस्लाम धर्म के बराबर या इस्लाम धर्म से भी अधिक है। भारत में बौद्ध धर्म अल्पसंख्यक है, जबकि भारत में इस विश्व धर्म का उदय हुआ था। परंतु एशिया में बौद्ध धर्म प्रमुख धर्म बना रहा। २०१० में १.०७ अरब से १.२२ अरब जनसंख्या के साथ चीन बौद्धों की सबसे बड़ी आबादी वाला देश है, चीन की कुल आबादी में ८०% से ९१% बौद्ध अनुयायि है। ज्यादातर चीनी बौद्ध महायान सम्प्रदाय के अनुयायि है। दुनिया की ६५% से ७०% बौद्ध आबादी चीन में रहती है। .

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विश्व में हिन्दू धर्म

विश्व की कुल आबादी में लगभग 23% हिन्दू धर्म के अनुयायी लोग हैं। जनसंख्या प्रतिशत के आधार पर नेपाल पहले स्थान पर है और उसके बाद भारत और मॉरिशस का स्थान आता है। .

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विश्व में ईसाई धर्म

ईसाई धर्म; में लगभग 2.4 अरब अनुयायी हैं, जो कि लगभग 7.2 अरब लोगों में से हैं।.

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विश्व में इस्लाम धर्म

इस्लाम; दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा धार्मिक समूह है। 2010 के एक अध्ययन के अनुसार जनवरी 2011 में जारी किया गया था, इस्लाम के पास 1.6 अरब अनुयायी हैं, जो विश्व की आबादी का 23% हिस्सा बनाता हैं। 2015 में एक और अध्ययन के अनुसार इस्लाम में 1.7 बिलियन अनुयायी हैं। अधिकांश मुस्लिम दो संप्रदायों में हैं: सुन्नी (80-90%, करीब 1.5 अरब लोग) या शिया (20-30%, लगभग 340-510 मिलियन लोग)। मध्य पूर्व, उत्तरी अफ्रीका, अफ्रीका का हॉर्न, सहारा, मध्य एशिया और एशिया के कुछ अन्य हिस्सों में इस्लाम प्रमुख धर्म है। मुस्लिमों के बड़े समुदाय भी चीन, बाल्कन, भारत और रूस में पाए जाते हैं। दुनिया के अन्य बड़े हिस्सो में मुस्लिम आप्रवासी समुदायों की मेजबानी करते हैं; पश्चिमी यूरोप में, उदाहरण के लिए, ईसाई धर्म के बाद इस्लाम धर्म दूसरा सबसे बड़ा धर्म है, जहां यह कुल आबादी का 6% या 24 मिलियन लोगों का प्रतिनिधित्व करता है। .

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विश्व शतरंज चैंपियनशिप

विश्व शतरंज चैंपियनशिप शतरंज के विश्व विजेता खिलाड़ी निश्चित करने के लिए खेली जाने वाली प्रतियोगिता हैं। माना जाता है कि आधिकारिक विश्व चैम्पियनशिप आम तौर पर 1886 में शुरू कि गयी थी जब यूरोप और संयुक्त राज्य अमेरिका में दो प्रमुख खिलाङी, जोहान ज़ुकेर्तोर्त और विल्हेम स्टेनिज एक मैच खेले थे। मौजूदा विश्व चैंपियन मैग्नस कार्लसन तत्कालीन चैंपियन विश्वनाथन आनंद को हराने के बाद खिताब जीता है। .

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विश्व सुन्दरी

विश्व सुन्दरी प्रतियोगिता एक अंतर्राष्ट्रीय सौंदर्य प्रतियोगिता है जो प्रतिवर्ष महिलाओं के लिये आयोजित की जाती है। भारत की मनुषी छिल्लर वर्ष 2017 की विजेता रही। .

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विश्व आर्थिक मंच

विश्व आर्थिक फोरम स्विट्ज़रलैंड में स्थित एक गैर-लाभकारी संस्था है। इसका मुख्यालय जिनेवा में है। स्विस अधिकारीयों द्वारा इसे एक निजी-सार्वजनिक सहयोग के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय संस्था के रूप में मान्यता प्राप्त हुई है। इसका मिशन विश्व के व्यवसाय, राजनीति, शैक्षिक और अन्य क्षेत्रों में अग्रणी लोगों को एक साथ ला कर वैशविक, क्षेत्रीय और औद्योगिक दिशा तय करना है। .

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विश्व का आर्थिक इतिहास

सन १००० से सन २००० के बीच महाद्वीपों के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के वितरण का परिवर्तन विश्व के विभिन्न भागों का सकल घरेलू उत्पाद (सन् 2014 में) बीसवीं शताब्दी में विश्व का सकल घरेलू उत्पाद .

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विश्व के 100 सर्वाधिक धनी व्यक्तियों की सूची

यह विश्व के 100 सर्वाधिक धनी व्यक्तियों की सूची दिनांक ११ फरवरी २००८ को, प्रत्येक व्यक्ति की कुल संपत्ति के मूल्य पर आधारित है। The total net worth is an estimate measured in United States dollars, based on the closing stock prices of the stock exchanges on which each person's company is listed, and exchange rates on February 11, 2008.

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विश्व के देशों में शहरों की सूचियाँ

This is a list of articles on the cities of contemporary countries, states and dependencies.

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विश्व के देशों की सूची के अनुलग्नक

यह विश्व के देशओं की सूची का अनुलग्नक है। उन देशों की सूची में सम्मिलित न होने वाली अस्तित्वों की एक रूपरेखा दी गई है। .

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विश्व के सभी देश

यह विश्व के देशों की सूची, एक सिंहावलोकन कराती है, विश्व के राष्ट्रों का, जो कि देवनागरी वर्णक्रमानुसार व्यवस्थित है। इसमें स्वतंत्र राज्य भी सम्मिलित हैं। (जो कि अन्तराष्ट्रीय मान्यताप्राप्त हैं और जो अमान्यता प्राप्त), हैं, बसे हुए हैंपरतंत्र क्षेत्र, एवं खास शासकों के क्षेत्र भी। ऐसे समावेश मानदण्ड अनुसार यह सूची शब्द `देश' एवं `सार्वभौम राष्ट्र' को पर्यायवाची नहीं मानती। जैसा कि प्रायः साधारण बोलचाल में प्रयोग किया जाता है। कृप्या ध्यान रखें कि किन्हीं खास परिस्थितिवश एवं किन्हीं खास भाषाओं में 'देश' शब्द को सर्वथा प्रतिबंधात्मक अर्थ समझा जाता है। अतः केवल 193 निम्नलिखित प्रविष्टियाँ ही प्रथम शब्द (देश या राष्ट्र) में समझे जाएं। यह सूची दिए गए देशों के क्षेत्राधिकार में आने वाले सभी क्षेत्रों को आवृत्त करती है, अर्थात क्षेत्र, जलीय क्षेत्र (जिसमें जलीय आंतरिक क्षेत्र एवं थल से लगे जलीय क्षेत्र भी आते हैं), विशिष्ट आर्थिक क्षेत्र, कॉण्टीनेण्टल शैल्फ, एवं हवाई क्षेत्र.

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विश्व की मुद्राएँ

विश्व की कुछ प्रमुख मुद्राएँ निम्नलिखित हैं:-.

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विश्वनाथ प्रसाद तिवारी

डॉ॰ विश्वनाथ प्रसाद तिवारी (जन्म १९४०) प्रसिद्ध हिन्दी साहित्यकार हैं और २०१३ से २०१७ तक की अवधि के लिए साहित्य अकादमी के अध्यक्ष हैं। वे गोरखपुर से प्रकाशित होने वाली 'दस्तावेज' नामक साहित्यिक त्रैमासिक पत्रिका के संस्थापक-संपादक हैं। यह पत्रिका रचना और आलोचना की विशिष्ट पत्रिका है, जो 1978 से नियमित प्रकाशित हो रही है। सन् २०११ में उन्हें व्यास सम्मान प्रदान किया गया। .

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विश्वमारी

विश्वमारी (यूनानी (ग्रीक) शब्द πᾶν पैन "सब" + δῆμος डेमोस "लोग" से), संक्रामक रोगों की एक महामारी है जो मानव आबादी के माध्यम से एक विशाल क्षेत्र, उदाहरण के लिए, एक महाद्वीप, या यहां तक कि दुनिया भर में भी फ़ैल रहा है। एक व्यापक स्थानिक रोग जो इस दृष्टि से स्थिर होता है कि इससे कितने लोग बीमार हो रहे हैं, एक विश्वमारी नहीं है। इसके अलावा, फ्लू विश्वमारियों में मौसमी फ्लू को तब तक शामिल नहीं किया जाता है जब तक मौसम का फ्लू एक विश्वमारी न हो। सम्पूर्ण इतिहास में चेचक और तपेदिक जैसी असंख्य विश्वमारियों का विवरण मिलता है। अधिक हाल की विश्वमारियों में एचआईवी (HIV) विश्वमारी और 2009 की फ्लू विश्वमारी शामिल है। .

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विश्वविद्यालय

विश्वविद्यालय (युनिवर्सिटी) वह संस्था है जिसमें सभी प्रकार की विद्याओं की उच्च कोटि की शिक्षा दी जाती हो, परीक्षा ली जाती हो तथा लोगों को विद्या संबंधी उपाधियाँ आदि प्रदान की जाती हों। इसके अंतर्गत विश्वविद्यालय के मैदान, भवन, प्रभाग, तथा विद्यार्थियों का संगठन आदि भी सम्मिलित हैं। .

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विजय सिंह पथिक

विजय सिंह पथिक उर्फ़ भूप सिंह गुर्जर (अंग्रेजी:Vijay Singh Pathik, जन्म: 27 फ़रवरी 1882, निधन: 28 मई 1954) भारत के एक प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी थे। उन्हें राष्ट्रीय पथिक के नाम से भी जाना जाता है। उनका जन्म बुलन्दशहर जिले के ग्राम गुठावली कलाँ के एक गुर्जर परिवार में हुआ था। उनके दादा इन्द्र सिंह बुलन्दशहर स्थित मालागढ़ रियासत के दीवान (प्रधानमंत्री) थे जिन्होंने 1857 के प्रथम स्वतन्त्रता संग्राम में अंग्रेजों से लड़ते हुए वीरगति प्राप्त की थी। पथिक जी के पिता हमीर सिंह गुर्जर को भी क्रान्ति में भाग लेने के आरोप में सरकार ने गिरफ्तार किया था। पथिक जी पर उनकी माँ कमल कुमारी और परिवार की क्रान्तिकारी व देशभक्ति से परिपूर्ण पृष्ठभूमि का बहुत गहरा असर पड़ा। युवावस्था में ही उनका सम्पर्क रास बिहारी बोस और शचीन्द्र नाथ सान्याल आदि क्रान्तिकारियों से हो गया था। 1915 के लाहौर षड्यन्त्र के बाद उन्होंने अपना असली नाम भूपसिंह गुर्जर से बदल कर विजयसिंह पथिक रख लिया था। मृत्यु पर्यन्त उन्हें इसी नाम से लोग जानते रहे। मोहनदास करमचंद गांधी के सत्याग्रह आन्दोलन से बहुत पहले उन्होंने बिजौलिया किसान आंदोलन के नाम से किसानों में स्वतंत्रता के प्रति अलख जगाने का काम किया था। .

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विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी २०१०

इन्हें भी देखें- भारत 2010 विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी 2010 साहित्य संगीत कला 2010 खेल जगत 2010 .

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विक्टर चेर्नोम्यिर्दिन

विक्टर शर्नोमायर्डिन (Ви́ктор Степа́нович Черномы́рдин,; 9 अप्रैल 19383 नवम्बर 2010) गैइश्प्रोम ऊर्जा कंपनी के संस्थापक और पहले अध्यक्ष थे। वह सबसे लम्बे समय तक रूस के प्रधानमंत्री (1992–1998) रह चुके हैं। श्रेणी:रूस के गणतंत्र श्रेणी:रूस के प्रसिद्ध व्यक्ति श्रेणी:रूस के राष्ट्रपति.

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विक्टर इमानुएल द्वितीय

विक्तर इमनुएल द्वितीय विक्तर एमानुएल द्वितीय (Victor Emanuel II; इतालवी: Vittorio Emanuele Maria Alberto Eugenio Ferdinando Tommaso; १८२० - १८७८) वर्तमान इटली के 'जनक' (Father of the Fatherland; इतालवी: Padre della Patria) माने जाते हैं। उनका नाम जर्मनी के प्रिंस बिस्मार्क और भारत के सरदार पटेल के दर्जे का माना जाता है। इन्होंने अनेक राज्यों में विभक्त देश को एक कर वर्तमान इटली का रूप दिया, सीमावर्ती प्रबल देशों से उसे निर्भय बनाया और उसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठा दिलायी। .

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व्यापक परमाणु परीक्षण प्रतिबंध संधि

व्यापक परमाणु परीक्षण प्रतिबंध संधि (सीटीबीटी) को ही कांप्रेहेन्सिव टेस्ट बैन ट्रीटी कहा जाता है। यह एक ऐसा समझौता है जिसके जरिए परमाणु परीक्षणों को प्रतिबंधित किया गया है। यह संधि 24 सितंबर 1996 को अस्तित्व में आयी। उस समय इस पर ७१ देशों ने हस्ताक्षर किया था। अब तक इस पर १७८ देशों ने हस्ताक्षर कर दिए हैं। भारत और पाकिस्तान ने सीटीबीटी पर अब तक हस्ताक्षर नहीं किया है। इसके तहत परमाणु परीक्षणों को प्रतिबंधित करने के साथ यह प्रावधान भी किया गया है कि सदस्य देश अपने नियंत्रण में आने वाले क्षेत्रें में भी परमाणु परीक्षण को नियंत्रित करेंगे। .

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व्लदीमिर विसोत्स्की

व्लदीमिर विसोत्स्की व्लदीमिर विसोत्स्की (रूसी: Владимир Семёнович Высоцкий, * 25. जनवरी 1938; † 25. जुलाई 1980) - रूसी अभिनेता, कवि और गायक थे। यद्यपि विसोत्स्की के कुछ गाने सोवियत सरकारी साउंड-स्टुडिओ "मेलोदिया" ("धून") के द्वारा रिकोर्डिंग किये गये थे, फिर भी वे सोवियत सरकार की नज़रों में बहुत असहज और ख़तरनक कवि और गायक थे। वे अपने गीतों में इन मुद्दों के बारे में गाते थे जो आधिकारिक तौर पर सोवियत संघ में नहीं थे: वेश्यावृत्ति, अपराध, यहूदी विरोधवाद इत्यादि। व्लदीमिर विसोत्स्की रूस में 20वीं शताब्दी के सब से बड़े गीतकारों में से एक जाने जाते हैं॥ .

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व्लादिमिर ओब्लास्ट

रूस का एक ओब्लास्ट (области, ओब्लास्टि, प्रांत)। श्रेणी:रूस के प्रांत en:Oblasts of Russia.

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व्लादिमीर पुतिन

व्लादिमीर व्लादिमीरोविच पुतिन (जन्म: 7 अक्टूबर 1952) रूसी राजनीतिज्ञ हैं। वे 7 मई 2012 से रूस के राष्ट्रपति हैं तथा 2018 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में 76% वोट हासिल करने के पश्चात अगले कार्यकाल के लिए भी निर्वाचित हुए हैं। इससे पहले सन् 2000 से 2008 तक रूस के राष्ट्रपति तथा 1999 से 2000 एवं 2008 से 2012 तक रूस के प्रधानमंत्री रह चुके हैं। अपने प्रधानमंत्री कार्यकाल के दौरान वे रूस की संयुक्त रूस पार्टी के अध्यक्ष भी थे। पुतिन ने 16 साल तक सोवियत संघ की गुप्तचर संस्था केजीबी में अधिकारी के रूप में सेवा की, जहाँ वे लेफ्टिनेंट कर्नल के पद तक पदोन्नत हुए। 1991 में सेवानिवृत्त होने के पश्चात उन्होंने अपने पैतृक शहर सेंट पीटर्सबर्ग से राजनीति में कदम रखा। 1996 में वह मास्को में राष्ट्रपति बोरिस येल्तसिन के प्रशासन में शामिल हो गए, एवं येल्तसिन के अप्रत्याशित रूप से इस्तीफा दे देने के कारण 31 दिसम्बर 1999 को रूस के कार्यवाहक राष्ट्रपति बने। तत्पश्चात, पुतिन ने वर्ष 2000 और फिर 2004 का राष्ट्रपति चुनाव जीता। रूसी संविधान के द्वारा तय किये गए कार्यकाल सीमा की वजह से वह 2008 में लगातार तीसरी बार राष्ट्रपति पद के चुनाव में खड़े होने के लिए अयोग्य थे। 2008 में दिमित्री मेदवेदेव ने राष्ट्रपति चुनाव जीता और प्रधानमंत्री के रूप में पुतिन को नियुक्त किया। सितंबर 2011 में, कानून में बदलाव के परिणामस्वरूप राष्ट्रपति पद के कार्यकाल की अवधि चार साल से बढ़ाकर छह साल हो गयी, एवं पुतिन ने 2012 में राष्ट्रपति पद के लिए एक तीसरे कार्यकाल की तलाश में चुनाव लड़ने करने की घोषणा की, जिसके चलते कई रूसी शहरों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए। मार्च 2012 में उन्होंने यह चुनाव जीता और वर्तमान में 6 वर्ष के कार्यकाल की पूर्ति कर रहे हैं। 2018 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में 76% वोट हासिल करने के पश्चात वे अगले कार्यकाल के लिए भी निर्वाचित हुए हैं। प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के रूप में पुतिन के पहले कार्यकाल (1999-2008) के दौरान, वास्तविक आय में 2.5 गुणा वृद्धि हुई, वास्तविक पारिश्रमिक में तीन गुणा से अधिक वृद्धि हुई; बेरोजगारी और गरीबी आधी से काम हो गयी, एवं रूसियों द्वारा आत्म-मूल्यांकित जीवन संतुष्टि में काफी बढ़ोतरी हुई। पुतिन के पहले राष्ट्रपति कार्यकाल को आर्थिक वृद्धि के दौर के रूप में देखा जाता है: रूसी अर्थव्यवस्था में लगातार आठ साल तक संवृद्धि हुई, क्रय-शक्ति समता में 72% की वृद्धि एवं संज्ञात्मक सकल घरेलू उत्पाद में 6 गुणा वृद्धि देखने को मिली। .

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व्लादिमीर लेनिन

व्लादिमीर इलीइच उल्यानोव, जिन्हें लेनिन के नाम से भी जाना जाता है, (२२ अप्रैल १८७० – २१ जनवरी १९२४) एक रूसी साम्यवादी क्रान्तिकारी, राजनीतिज्ञ तथा राजनीतिक सिद्धांतकार थे। लेनिन को रूस में बोल्शेविक क्रांति के नेता के रूप में व्यापक पहचान मिली। वह १९१७ से १९२४ तक सोवियत रूस के, और १९२२ से १९२४ तक सोवियत संघ के भी "हेड ऑफ़ गवर्नमेंट" रहे। उनके प्रशासन काल में रूस, और उसके बाद व्यापक सोवियत संघ भी, रूसी कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा नियंत्रित एक-पक्ष साम्यवादी राज्य बन गया। लेनिन विचारधारा से मार्क्सवादी थे, और उन्होंने लेनिनवाद नाम से प्रचलित राजनीतिक सिद्धांत विकसित किए। सिंविर्स्क में एक अमीर मध्यमवर्गीय परिवार में पैदा हुए लेनिन ने १८८७ में अपने भाई के निष्पादन के बाद क्रांतिकारी समाजवादी राजनीति को गले लगाया। रूसी साम्राज्य की ज़ार सरकार के विरोध में में भाग लेने पर उन्हें कज़न इंपीरियल विश्वविद्यालय से निकल दिया गया, और फिर उन्होंने अगले वर्षों में कानून की डिग्री प्राप्त की। वह १८९३ में सेंट पीटर्सबर्ग में चले गए और वहां एक वरिष्ठ मार्क्सवादी कार्यकर्ता बन गए। १८९७ में उन्हें देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया, और तीन साल तक शूसनस्केय को निर्वासित कर दिया गया, जहां उन्होंने नाडेज़्दा कृपकाया से शादी कर ली। अपने निर्वासन के बाद, वह पश्चिमी यूरोप में चले गए, जहां वे मार्क्सवादी रूसी सामाजिक डेमोक्रेटिक लेबर पार्टी (आरएसडीएलपी) में एक प्रमुख सिद्धांतकार बन गए। १९०३ में उन्होंने आरएसडीएलपी के वैचारिक विभाजन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, और फिर वह जुलियस मार्टोव के मेन्शेविकों के खिलाफ बोल्शेविक गुट का नेतृत्व करने लगे। रूस की १९०५ की असफल क्रांति के दौरान विद्रोह को प्रोत्साहित करने के बाद उन्होंने प्रथम विश्व युद्ध के समय एक अभियान चलाया, जिसे यूरोप-व्यापी सर्वहारा क्रांति में परिवर्तित किया जाना था, क्योंकि एक मार्क्सवादी के रूप में उनका मानना था कि यह विरोध पूंजीवाद को उखाड़ फेंकने, और समाजवाद की स्थापना का कारण बनेगा। १९१७ की फरवरी क्रांति के बाद जब रूस में ज़ार को हटा दिया गया और एक अनंतिम सरकार की स्थापना हो गई, तो वह रूस लौट आए। उन्होंने अक्तूबर क्रांति में प्रमुख भूमिका निभाई, जिसमें बोल्शेविकों ने नए शासन को उखाड़ फेंका था। .

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व्लादिवोस्तोक

व्लादिवोस्तोक ज़ोलोतोय रोग खाड़ी के किनारे बसा हुआ है प्रिमोर्स्की क्राय राज्य के दक्षिणी भाग में व्लादिवोस्तोक की स्थिति व्लादिवोस्तोक शहर के केन्द्रीय भाग में स्थित फ़ोकीना मार्ग का नज़ारा व्लादिवोस्तोक (रूसी: Владивосто́к) रूस के सुदूर पूर्व में स्थित एक शहर है और रूस के प्रिमोर्स्की क्राय राज्य की राजधानी है। यह ज़ोलोतोय रोग खाड़ी के मुख पर स्थित है और रूस की चीन व उत्तर कोरिया के साथ लगी सरहदों के पास है। सन् २००२ की जनगणना में इसकी आबादी ५,९४,७०१ गिनी गई थी जो २०१० की जनगणना में थोड़ी-सी घट कर ५,९२,०६९ हो गई। व्लादिवोस्तोक का प्राकृतिक बंदरगाह बहुत बढ़िया माना जाता है और रूस की नौसेना का प्रशान्त महासागर बेड़ा, जिसका ज़िम्मा पूरे प्रशांत महासागर क्षेत्र में रूस के हितों की रक्षा करना है, इसी बंदरगाह को अपना मुख्य अड्डा बनाए हुए है। .

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व्लादीमिर हाव्किन

Waldemar Haffkine व्लादीमीर हाफ्किन (रूसी: Мордехай-Вольф Хавкин) (15 मार्च 1860 - 26 अक्टूबर 1930) रूस के यहूदी जीवाणुवैज्ञानिक थे। उन्होने पेरिस के पास्चर संस्थान में काम किया जहाँ उन्होने हैजा-रोधी टीका विकसित किया जिसको उन्होने भारत में सफलतापूर्वक परीक्षण किया। वे हैजा और बुबोनिक प्लेग के विरुद्ध टिका बनाने और उसका जाँच करने वाले पहले सूक्ष्मजीववैज्ञानिक के रूप में जाने जाते हैं। .

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वेधशाला

ऐल्प्स की पहाड़ियो पर स्थित स्फ़िंक्स् वेधशाला ऐसी एक या एकाधिक बेलनाकार संरचनाओं को आधुनिक वेधशाला (Observatory) कहते हैं जिनके ऊपरी सिर पर घूमने वाला अर्धगोल गुंबद स्थित होता है। इन संरचनाओं में आवश्यकतानुसार अपवर्तक या परावर्तक दूरदर्शक रहता है। दूरदर्शक वस्तुत: वेधशाला की आँख होता है। खगोलीय पिंडों का ज्ञान प्राप्त करने के लिए आँकड़े एकत्रित करके उनका अध्ययन और विश्लेषण करने में इनका उपयोग होता है। कई वेधशालाएँ ऋतु की पूर्व सूचनाएँ भी देती हैं। कुछ वेधशालाओं में भूकंपविज्ञान और पार्थिव चुंबकत्व के संबंध में भी कार्य होता है। .

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वेलनटीना तेरेश्कोवा

वेलनटीना तेरेश्कोवा रशिया की सर्वप्रथम महिला अंतरिक्ष यात्री है जो की ४०० से अधिक आवेदकों और ५ निर्णायकों में से चुनी गयी थी अंतरिक्ष यात्रा के लिए। यह एक सेवानिवृत्त रूसी अंतरिक्ष यात्री और राजनीतिज्ञ है जो की १९६९ में महिला अंतरिक्ष यात्री के पहले समूह के विघटन के बाद, कम्युनिस्ट पार्टी का एक प्रमुख सदस्य बन गयी थी। इनका जन्म ६ मार्च १९३७ को हुआ था। वेलनटीना तेरेश्कोवा की पहली अंतरिक्ष उड़ान वोस्तोक ६ में ६ जून १९६३ को प्रारम्भ हुई थी। और अपनी अंतरिक्ष की पहली यात्रा में इन्होने ३ दिनों में पृथ्वी के ४८ ग्रहपथ पूरे किए थे। अंतरिक्ष यात्री कोर में शामिल होने के लिए इन्हें पहले सोवियत वायु सेना में शामिल किया गया और इसके बाद वह अंतरिक्ष में उड़ान भरने के लिए प्रथम महिला नागरिक चुनी गयी। .

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वेलिको टर्नोवो

वेलिको टर्नोवो (Велико Търново, में एक शहर है। बुल्गारिया. .

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वेलीकी नोव्गोरोड

वेलीकी नोव्गोरोड (रूस में Великий Новгород) - यह रूस के उत्तर-पश्चिमी इलाके में एक शहर है। यह नोव्गोरोड ओब्लास्ट की राजधानी है। नोव्गोरोड में 220 000 लोग रहते हैं। नोवगोरोड ओब्लास्ट रूस के नक्शे में .

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वॉनाक्राय रैनसमवेयर हमला

वॉनाक्राय रैनसमवेयर (अंग्रेज़ी: WannaCry या WanaCrypt0r 2.0) एक रैनसमवेयर मैलवेयर टूल है जिसका प्रयोग करते हुए मई 2017 में एक वैश्विक रैनसमवेयर हमला हुआ। रैनसम अंग्रेजी शब्द है जिसका अर्थ है- फिरौती। इस साइबर हमले के बाद संक्रमित कंप्यूटरों ने काम करना बंद कर दिया, उन्हें फिर से खोलने के लिए बिटकॉइन के रूप में 300-600 डॉलर तक की फिरौती की मांग की गई। प्रभावित संगठनों ने कंप्यूटर्स के लॉक होने और बिटकॉइन की मांग करने वाले स्क्रीनशॉट्स साझा किए हैं। ब्रिटेन, अमेरिका, चीन, रूस, स्पेन, इटली, वियतनाम समेत कई अन्य देशों में रेनसमवेयर साइबर हमलों के समाचार प्राप्त हुए हैं। ब्रिटेन की नेशनल हेल्थ सर्विस भी इस हमले से प्रभावित हुई है। साइबर सुरक्षा शोधकर्ता के मुताबिक़ बिटकॉइन मांगने के 36 हज़ार मामलों का पता चला है। - एनडीटीवी - 13 मई 2017 हैकर्स ने अमेरिका की नैशनल सिक्यॉरिटी ऐजेंसी जैसी तकनीक का इस्तेमाल कर इतने बड़े पैमाने पर साइबर अटैक किया। माना जा रहा है कि अमेरिका की नैशनल सिक्यॉरिटी एजेंसी जिस तकनीक का इस्तेमाल करती थी वह इंटरनेट पर लीक हो गई थी और हैकर्स ने उसी तकनीक का इस्तेमाल किया है। - नवभारत टाइम्स -13 मई 2017 सुरक्षा शोध से जुड़ी एक संस्था ने रविवार को चेतावनी दी कि शुक्रवार को हुए वैश्विक हमले के बाद दूसरा बड़ा साइबर हमला 15 मई 2017 सोमवार को हो सकता है। ब्रिटेन के सुरक्षा शोधकर्ता 'मैलवेयर टेक' ने भविष्यवाणी की है कि दूसरा हमला सोमवार को होने की संभावना है। मैलवेयर टेक ने ही रैनसमवेयर हमले को सीमित करने में मदद की थी। - ज़ी न्यूज़ - 15 मई 2017 .

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वोदका

रूस के मंद्रोगी का वोडका संग्रहालय वोडका (रूसी शब्द водка, вода + ка से) http://www.britannica.com/EBchecked/topic/631781/vodka, एक साफ़ द्रव है जिसका अधिकांश भाग जल और इथेनॉल है जिसे अनाज (आम तौर पर राई या गेहूं), आलू या मीठे चुकंदर के शीरे जैसे किसी किण्वित पदार्थ से आसवन की प्रक्रिया — प्रायः एकाधिक आसवन की प्रक्रिया — द्वारा शुद्ध किया जाता है। इसमें अन्य प्रकार के पदार्थ जैसे अनचाही अशुद्धता या स्वाद की मामूली मात्रा भी शामिल रह सकती है। आमतौर पर वोडका में अल्कोहोल की मात्रा 35% से 50% आयतन के अनुपात में रहती है। क्लासिक रूसी, लिथुआनिया और पोलिश वोडका में 40% (80 प्रूफ) है। वोडका का उत्पादन अलेक्जेंडर III द्वारा 1894 में शुरू किया गया था जिसके लिए रूसी मानकों को श्रेय दिया जा सकता है।मास्को में वोडका संग्रहालय के अनुसार, रूसी रसायनज्ञ दमित्री मेनडिलिव (आवर्त सारणी (periodic table) के विकास में अपने कार्य के लिए अधिक प्रसिद्ध) ने सही प्रतिशत 38% बताया था। हालांकि, उस समय अल्कोहोल की उग्रता शक्ति के आधार पर कर (टैक्स) लगता था परन्तु कर की सरल गणना करने के लिए इस प्रतिशत को पूर्णांक बनाते हुए 40 कर दिया गया। कुछ सरकारों ने अल्कोहोल के लिए मद्यसार की एक न्यूनतम सीमा तय की जिसे 'वोडका' कहा जाने लगा.

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वोरोनेझ ओब्लास्ट

रूस का एक ओब्लास्ट (области, ओब्लास्टि, प्रांत)। श्रेणी:रूस के प्रांत en:Oblasts of Russia.

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वोल्गा नदी

वोल्गा नदी वोल्गा नदी (Volga) यूरोप की एक नदी है। यह कैस्पियन सागर में गिरती है। वॉल्गा नदी यूरोप तथा यूरोपीय रूस की सबसे लंबी नदी तथा रूस का महत्वपूर्ण जलमार्ग है। वल्डाइ पहाड़ी पर ६६५ फुट ऊँचाई पर स्थित स्रोत से निकलकर, यह नदी १,३०० मील लंबे घुमावदार मार्गों से होती हुई कैस्पिऐन सागर में गिरती है और मुहाने पर डेल्टा बनाती है। यह डेल्टा लगभग ७० मील चौड़ा है और इसमें लगभग २०० निर्गम मार्ग हैं तथा डेल्टा समुद्रतल से ८६ फुट नीचा है। वल्डाइ पहाड़ी से उतरने के बाद नदी छोटी छोटी झीलों की शृंखलाओं को मिलाती है। अका (Oka), कामा (Kama) तथा ऊँझा मुख्य सहायक नदियों के अतिरिक्त इसकी अनेक छोटी सहायक नदियाँ हैं। वॉल्गा और इसकी सहायक नदियों के द्वारा ५,६३,००० वर्ग मील क्षेत्र का जलनिकास होता है तथा २०,००० मील तक जलयात्रा की जाती है। वॉल्गा की अधिकांश लंबाई वर्ष में तीन महीने के लिए जम जाती है, जिसपर इन दिनों स्लेज के द्वारा माल की ढुलाई की जाती है। नदी नहर के द्वारा बाल्टिक सागर, आर्कटिक सागर तथा मॉस्को से जुड़ी हुई है। नदी की घाटी गेहूँ के उत्पादन का तथा इमारती लकड़ी के उद्योग का महत्वपूर्ण क्षेत्र है। इस नदी के किनारे पर स्थित महत्वपूर्ण नगर है: स्टालिनग्रैड, गोर्की, सराटफ तथा ऐस्ट्राकैन। वाल्गा नदी की डेल्टा और उसके समीप का कैस्पिऐन सागर का जल विश्व के प्रसिद्ध मत्स्य क्षेत्रों में से एक है। बसंत ऋतु में वॉल्गा में इतनी भीषण बाढ़ आती है कि कैस्पिऐन सागर के जल का स्तर बढ़ जाता है। ऋतु और स्थान के अनुसार इस नदी की गहराई परिवर्ति होती रहती है। श्रेणी:नदियाँ.

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वोल्गाग्राद स्टेशन बम विस्फोट २०१३

वोल्गोग्राद स्टेशन बम विस्फोट २०१३ दक्षिण रूस के वोल्गोग्राद ओब्लास्ट के वोल्गोग्राद नगर में २९ दिसम्बर २०१३ को हुआ आत्मघाती बम विस्फोट है। ये विस्फोट एक महिला आत्मघाती हमलावर द्वारा किया गया जिसमें कम से कम १५ लोग मारे गये एवं ५० घायल हो गये। 24 घंटे के भीतर ही एक ट्रॉली बस को निशाना बनाकर दूसरा धमाका भी किया गया, जिसमें कम से कम 14 लोग मारे गए जबकि 20 ज्यादा घायल हुए। इन दो आतंकी हमलों में मारे गए लोगों की स्मृति में 30 दिसम्बर से 3 जनवरी तक शोक-दिवसों की घोषणा की गई है। और पढ़ें: .

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वोल्गोग्राद ओब्लास्ट

रूस का एक ओब्लास्ट (области, ओब्लास्टि, प्रांत)। श्रेणी:रूस के प्रांत en:Oblasts of Russia.

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वोलोग्दा ओब्लास्ट

रूस का एक ओब्लास्ट (области, ओब्लास्टि, प्रांत)। श्रेणी:रूस के प्रांत en:Oblasts of Russia.

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वीटो

वीटो, लैटिन शब्द का अर्थ है "मैं निषेध करता हूँ ", किसी देश के अधिकारी को एकतरफा रूप से किसी कानून को रोक लेने का यह एक अधिकार है। अभ्यास में, वीटो निरपेक्ष हो सकता है (जैसे कि संयुक्त राष्ट्र संघ सुरक्षा परिषद में, इसके स्थायी सदस्य (संयुक्त राष्ट्र अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस, रूस और चीन) किसी प्रस्ताव को रोक सकते हैं या सीमित कर सकते हैं, जैसा कि संयुक्त राष्ट्र अमेरिका की विधायी प्रक्रिया में होता है, किसी कानून पर राष्ट्रपति का वीटो को दोनों सदन और सीनेट का दो-तिहाई वोट रद्द कर सकता है। एक वीटो किन्हीं तरह के परिवर्तनों को रोकने का; न कि उन्हें अपनाने का, संभवतः असीमित अधिकार देता है। मोटे तौर पर इसे इस तरह परिभाषित किया गया है कि वीटो अपने धारक को जो प्रभाव समर्पित करता है वह इस तरह सीधे तौर पर धारक की रुढिवादिता के आनुपातिक होता है। धारक जितना अधिक यथास्थिति के समर्थन में वीटो का प्रयोग करता है, वीटो उतना ही अधिक उपयोगी होता है। रोमन कौंसुल और ट्रिब्यून से वीटो की अवधारणा पैदा हुई है। किसी वर्ष विशेष में पदावरूढ़ दो कौंसुलों में से कोई एक अन्य के द्वारा किये गये सैन्य या नागरिक निर्णयों को रोक सकता था; किसी भी ट्रिब्यून को अधिकार था कि वह रोमन सीनेट द्वारा पारित कानून को एकतरफा रोक ले. .

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वीजा (दस्तावेज)

वीजा (लैटिन शब्द कार्टा वीजा से लिया गया है जिसका शाब्दिक अर्थ होता है 'वह कागज जो देखा गया हो'। वीजा इंगित करता है कि अमुक व्यक्ति वीजा जारी करने वाले देश में प्रवेश के लिए अधिकृत है, यदि वास्तविक प्रवेश के समय आव्रजन अधिकारी इसकी अनुमति दे दे। वीजा एक अलग दस्तावेज के रूप में भी हो सकता है, लेकिन अधिकतर यह आवेदक के पासपोर्ट पर ही एक मोहर के रूप में पृष्ठांकित किया जाता है। कुछ देशों मे,कुछ विशेष स्थितियों में वीजा की आवश्यकता नहीं होती जैसे कि पारस्परिक संधि व्यवस्था। वीजा जारी करने वाला देश आमतौर पर इसके साथ कई शर्तें जोड़ देते हैं, जैसे वीजा की वैधता, वह अवधि जिसके दौरान एक व्यक्ति उस देश में रह सकता है, दिये गए वीजा पर व्यक्ति कितनी बार यात्रा कर सकता है आदि। सिर्फ वीजा जारी होना भर ही अपने आप में वीजा जारी करने वाले देश में प्रवेश की कोई गारंटी नहीं है और जारी वीजा को किसी भी समय रद्द किया जा सकता है। आम तौर पर वीजा एक व्यक्ति को एक देश में प्रवेश करने और वहाँ रहने के अलावा और कोई अधिकार नहीं देता है। प्रवेश और रहने के अलावा और कुछ भी करने के लिए विशेष परमिट की आवश्यकता होती है, जैसे निवासानुमति या कार्यानुमति। वीजा वह दस्तावेज होता है जो किसी व्यक्ति को अन्य देश में प्रवेश करने की अनुमति देता है। दरअसल दूसरे देशों में जाने के लिए इस तरह के प्रतिबंध की शुरुआत मुख्य तौर पर प्रथम विश्वयुद्ध के बाद सामने आई। किसी देश के वीजा संबंधी नियम अन्य देशों से संबंधों पर निर्भर करते हैं। इनमें सुरक्षा, अर्थव्यवस्था और अप्रवासी लोगों की आर्थिक स्थिति जैसे तथ्य अहम भूमिका निभाते हैं। .

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ख़ाचीतरख़ान

आस्त्राख़ान ख़ानत के नक़्शे में में ख़ाचीतरख़ान (Xacitarxan) नामांकित है ख़ाचीतरख़ान (तातार: Хаҗитархан, अंग्रेज़ी: Xacitarxan) या हाजी तरख़ान (Haji Tarkhan) दक्षिण-पूर्वी यूरोप में वोल्गा नदी के किनारे बसा एक मध्यकालीन शहर था जो आधुनिक आस्त्राख़ान शहर से १२ किमी उत्तर में स्थित था। इस नगर का ज़िक्र ऐतिहासिक वर्णनों में सबसे पहले सन् १३३३ ईस्वी में मिलता है और १३वीं और १४वीं शताब्दियों में यह सुनहरे उर्दू ख़ानत का एक अहम व्यापारिक और राजनैतिक केंद्र था। १३९५ में तैमूर में इसे जलाकर नष्ट कर दिया लेकिन इसका पुनर्निर्माण हुआ और १४५९ में यह आस्त्राख़ान ख़ानत की राजधानी बना। १५४७ में इसपर क्राइमियाई ख़ानत के साहिब गिरेय (Sahib Giray) नामक ख़ान का क़ब्ज़ा हो गया। १५५६ में इसे रूस के त्सार इवान भयानक (Ivan the Terrible) ने हमला करके जला डाला। अब इस से कुछ दूर पर आधुनिक रूस का आस्त्राख़ान शहर है।Entry for 'Хаҗитархан', Tatar Encyclopedia (in Russian), Mansur Khasanov (editor), Institute of Tatar Encyclopedia, Academy of Sciences of the Republic of Tatarstan, 2002.

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ख़ाबारोव्स्क

ख़ाबारोव्स्क शहर में नदी के किनारे बना एक बीच ख़ाबारोव्स्क (रूसी: Хаба́ровск) रूस के सुदूर पूर्व में स्थित एक शहर है और रूस के ख़ाबारोव्स्क क्राय राज्य की राजधानी है। यह रूस की चीन के साथ सरहद से केवल ३० किमी की दूरी पर है। व्लादिवोस्तोक के बाद, ख़ाबारोव्स्क रूस के सुदूर-पूर्व का दूसरा सब से बड़ा नगर है। सन् २०१० में की गई एक जनगणना के अनुसार इसकी आबादी ५,७७,६६८ थी। ख़ाबारोव्स्क शहर अमूर नदी और उसुरी नदी के संगम पर स्थित है। यह व्लादिवोस्तोक से ८०० किमी उत्तर में है और उस से ट्रांस-साइबेरियाई रेलमार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है। रूस की राजधानी मोस्को से यह ८,५२३ किमी की दूरी पर है।, James R. Penn, ABC-CLIO, 2001, ISBN 978-1-57607-042-0,...

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ख़ाबारोव्स्क क्राय

रूस के नक़्शे में ख़ाबारोव्स्क क्राय की स्थिति (लाल रंग में) ख़ाबारोव्स्क क्राय (रूसी: Пе́рмский край) रूस के सुदूर-पूर्वी भाग में स्थित एक 'क्राय' का दर्जा रखने वाला संघीय खंड है। इसका अधिकतर क्षेत्र अमूर नदी के जलसम्भर के निचले हिस्से में आता है, हालांकि इसमें ओख़ोत्स्क सागर के किनारे लगा एक विस्तृत पहाड़ी इलाक़ा भी शामिल है। सन् २०१० में की गई एक जनगणना के अनुसार इसकी आबादी १३,४३,८६९ थी। इस क्राय का क्षेत्रफल ७,८८,६०० वर्ग किलोमीटर है। इसकी राजधानी ख़ाबारोव्स्क शहर है।, Robert A. Saunders, Vlad Strukov, Scarecrow Press, 2010, ISBN 978-0-8108-5475-8 मूल तौर पर यहाँ एवेंक, नेगिदाल, उल्च, ओरोच और उदेगे जैसी तुन्गुसी जातियाँ और निव्ख़ जैसी जनजातियाँ रहती थीं।, William W. Fitzhugh, Valérie Chaussonnet, Smithsonian Institution Press, 1994, ISBN 978-1-56098-202-9 .

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ख़ज़र लोग

सन् ६५० और ८५० के बीच ख़ज़र ख़ागानत ख़ज़र (रूसी:Хазары, ख़ाज़ारी; अंग्रेज़ी: Khazar) मध्यकालीन यूरेशिया की एक तुर्की जाति थी जिनका विशाल साम्राज्य आधुनिक रूस के यूरोपीय हिस्से, पश्चिमी कज़ाख़स्तान, पूर्वी युक्रेन, अज़रबेजान, उत्तरी कॉकस (चरकस्सिया, दाग़िस्तान), जोर्जिया, क्राइमिया और उत्तरपूर्वी तुर्की पर विस्तृत था। इनकी राजधानी वोल्गा नदी के किनारे बसा आतील शहर था। ख़ज़र लोगों की ख़ागानत सन् ४४८ से १०४८ तक चली। इसमें कई धर्मों के लोग और, तुर्की जातियों के अलावा, यूराली, स्लावी और अन्य जातियाँ भी रहती थीं। ख़ज़र ख़ागानत रेशम मार्ग पर एक महत्वपूर्ण पड़ाव था और दक्षिण-पश्चिमी एशिया को उत्तरी यूरोप से जोड़ने वाली एक मुख्य कड़ी थी।, David Christian, Wiley-Blackwell, 1998, ISBN 978-0-631-20814-3,...

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ख़कास भाषा

ख़कास​ (रूसी: Хакас, अंग्रेज़ी: Khakas) रूस के साइबेरिया क्षेत्र में स्थित ख़कासिया गणतंत्र में ख़कास लोगों द्वारा बोली जाने वाली एक तुर्की भाषा है। ख़कास लोगों की आबादी लगभग ७५,००० है, जिनमें से २०,००० ख़कास​ भाषा बोलते हैं। सभी ख़कास​ बोलने वाले द्विभाषीय हैं और ख़कास​ के साथ-साथ रूसी भाषा भी बोलते हैं। पारम्परिक रूप से ख़कास​ कई उपभाषाओं में विभाजित है और वे अलग-अलग ख़कास​ क़बीलों द्वारा बोली जाती हैं, जैसे कि साग़य​, क़ाचा, क़िज़िल, कोयबल, बेल्तिर, इत्यादि​। केमेरोवो ओब्लास्त के शोर लोगों की शोर भाषा भी आजकल ख़कास​ की ही एक उपभाषा समजी जाती है। ख़कास​ बोलने वाले अक्सर अपने आप को 'तादार' या 'तातार' कहते हैं, लेकिन ध्यान दें कि इससे तात्पर्य साइबेरियाई तातार और साइबेरियाई तातार भाषाएँ है, जो तातार लोग और तातार भाषा से काफ़ी भिन्न है।, Robert A. Saunders, Vlad Strukov, pp.

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ख़कास लोग

ख़कास (अंग्रेज़ी: Khakas), जो स्वयं को तादार (ख़कास: Тадарлар) कहते हैं, रूस के साइबेरिया क्षेत्र के दक्षिणी भाग में स्थित ख़कासिया गणतंत्र में बसने वाला तुर्क लोगों का एक समुदाय है। ध्यान दें कि हालांकि यह लोग अपने आप को 'तादार' या 'तातार' कहते हैं, इस से तात्पर्य 'साइबेरियाई तातार' है जो रूस के यूरोपीय भाग में बसने वाले तातार लोगों से अलग है। .

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ख़कासिया

180px ख़कासिया गणतंत्र (रूसी: Респу́блика Хака́сия, रॅस्पुब्लिका ख़कासिया; ख़कास: Хакасия Республиказы, अंग्रेज़ी: Khakassia) गणतंत्र का दर्जा रखने वाला रूस का एक राज्य है। यह दक्षिण-मध्य साइबेरिया क्षेत्र में स्थित है। इसकी राजधानी अबाकान (Абака́н, Abakan) नामक शहर है। इस गणतंत्र का नाम ख़कास नामक तुर्की जाति पर पड़ा है और यहाँ रूसी भाषा के साथ-साथ ख़कास भाषा को भी सरकारी मान्यता प्राप्त है। खाकास स्वशासित प्रदेश जिसकी स्थापना १९३० में की गई थी। यह मध्य साइबेरिया में क्रास्नायार्स्क प्रदेश के आगे उत्तरपूर्व स्थित २३,९७३ वर्गमील का भूभाग है। केमेरोवा और ओरियो के स्वशासित प्रदेश इसके दक्षिण ओर केमेरोवा प्रदेश पश्चिम में हैं। इसमें येनिसे नदी की सहायिका अबाकान नदी बहती है और आगे चल कर भिनुसिंस्क काठे से गुजरती हुई इसकी पूर्वी सीमा निर्धारित करती है। इस प्रदेश का ६० प्रतिशत भूभाग टैगा वन्य प्रदेश है। लकड़ी नदी द्वारा बहाकर अबाकान पहुँचाया जाता है वहाँ अनेक आरा मिलें हैं। काँठे के भीतर भेंड़ और दुग्ध पशुपालन होता है। पहले भिनुसिंस्क के काँठे में घोड़े आदि पशु स्वतंत्र विचरण किया करते थे। किंतु अब वहाँ गेहूँ, जौ और जई की खेती होती है। यहाँ के ५२ प्रतिशत तुर्क-मंगोल संकर जाति के खाकासी लोग हैं जो किसी समय घुमंतू थे। .

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ख़्वारेज़्म

ख़्वारेज़्म​ और उसके पड़ोसी क्षेत्रों की अंतरिक्ष से ली गई तस्वीर ख्वारज्म साम्राज्य, ११९० से १२२० के मध्य ख़्वारेज़्म​, ख़्वारज़्म​ या ख़्वारिज़्म​ (फ़ारसी:, अंग्रेजी: Khwarezm) मध्य एशिया में आमू दरिया के नदीमुख (डेल्टा) में स्थित एक नख़लिस्तान (ओएसिस) क्षेत्र है। इसके उत्तर में अरल सागर, पूर्व में किज़िल कुम रेगिस्तान, दक्षिण में काराकुम रेगिस्तान और पश्चिम में उस्तयुर्त पठार है। ख़्वारेज़्म​ प्राचीनकाल में बहुत सी ख़्वारेज़्मी संस्कृतियों का केंद्र रहा है जिनकी राजधानियाँ इस इलाक़े में कोनये-उरगेंच और ख़ीवा जैसे शहरों में रहीं हैं। आधुनिक काल में ख़्वारेज़्म का क्षेत्र उज्बेकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान के राष्ट्रों के बीच बंटा हुआ है।, Rafis Abazov, Macmillan, 2008, ISBN 978-1-4039-7542-3,...

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ख़ोलोदिलनिक पर्वत

ख़ोलोदिलनिक पर्वत का एक दृश्य ख़ोलोदिलनिक पर्वत (रूसी: гора́ Холоди́льник, रोपा ख़ोलोदिलनिक; अथवा со́пка Холодильник, सोपका ख़ोलोदिलनिक) रूस के सुदूर पूर्व में स्थित राज्य प्रिमोर्स्की क्राय की राजधानी व्लादिवोस्तोक का सब से ऊँचा पहाड़ है। यह २५७ मीटर (८४३ फ़ुट) की ऊँचाई रखता है और सिख़ोते-अलीन पर्वत शृंखला की एक चोटी है। .

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खूनी रविवार

प्रदर्शनकारी खूनी रविवार, 22 जनवरी, 1905 को रूस की जार सेना ने शांतिपूर्ण मजदूरों तथा उनके बीबी-बच्चों के एक जुलूस पर गोलियाँ बरसाई, जिसके कारण हजारों लोगों की जान गईं। इस दिन चूँकि रविवार था, इसलिए यह खूनी रविवार के नाम से जाना जाता है। .

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गाँव

मध्य भारत का एक गाँव कैसल नाला, विल्टशायर, इंग्लैंड के गाँव के मुख्य सड़क पर. Masouleh गाँव, Gilan प्रांत, ईरान. Saifi गाँव के केंद्र Ville, बेरूत, लेबनान में मुख्य चौराहे Lötschental घाटी, स्विट्जरलैंड में एक अल्पाइन गाँव. ग्राम या गाँव छोटी-छोटी मानव बस्तियों को कहते हैं जिनकी जनसंख्या कुछ सौ से लेकर कुछ हजार के बीच होती है। प्राय: गाँवों के लोग कृषि या कोई अन्य परम्परागत काम करते हैं। गाँवों में घर प्राय: बहुत पास-पास व अव्यवस्थित होते हैं। परम्परागत रूप से गाँवों में शहरों की अपेक्षा कम सुविधाएं (शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य आदि की) होती हैं।इसे संस्कृत में ग्राम, गुजराती में गाम(गुजराती:ગામ), पंजाबी में पिंड कहते हैं। .

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गामला बरोन

गामाला बरोन स्वीडेन के ऊमेओ शहर का एक प्राचीन सेतु है, जो ऊमे नदी के ऊपर स्थित है। इसकी लंबाई 301 मीटर है। .

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गाय

अभारतीय गाय जर्सीगाय गाय एक महत्त्वपूर्ण पालतू जानवर है जो संसार में प्राय: सर्वत्र पाई जाती है। इससे उत्तम किस्म का दूध प्राप्त होता है। हिन्दू, गाय को 'माता' (गौमाता) कहते हैं। इसके बछड़े बड़े होकर गाड़ी खींचते हैं एवं खेतों की जुताई करते हैं। भारत में वैदिक काल से ही गाय का विशेष महत्त्व रहा है। आरंभ में आदान प्रदान एवं विनिमय आदि के माध्यम के रूप में गाय उपयोग होता था और मनुष्य की समृद्धि की गणना उसकी गोसंख्या से की जाती थी। हिन्दू धार्मिक दृष्टि से भी गाय पवित्र मानी जाती रही है तथा उसकी हत्या महापातक पापों में की जाती है।; गाय व भैंस में गर्भ से संबन्धित जानकारी.

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गागाउज़ भाषा

गागाउज़ (Gagauz dili) एक तुर्की भाषा है जो मोल्दोवा के गागाउज़िया क्षेत्र की सरकारी भाषा है और जिसे मुख्य रूप से गागाउज़ समुदाय के लोग बोलते हैं। ध्यान दें कि एक अन्य 'बालकनी गागाउज़ तुर्की' नामक भाषा भी है लेकिन भाषावैज्ञानिक इन दोनों को भिन्न मानते हैं।, Ethnologue: Languages of the World, Lewis, M. Paul (ed.), SIL International, 2009, Accessed 2011-04-29 .

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गगारिन का आरंभ

साइट 1 (Site 1) कजाखस्तान के बैकोनूर कॉस्मोड्रोम में स्थित रॉकेट लांच स्थल है। जिसे रूस द्वारा संचालित किया जा रहा है। .

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गुरी इवानोविच मारचुक

गुरी इवानोविच मारचुक को सन २००२ में भारत सरकार द्वारा विज्ञान एवं अभियांत्रिकी के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये रूस से हैं। श्रेणी:पद्म भूषण.

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गुल्येल्मो मार्कोनी

गुल्येल्मो मार्कोनी गूल्येलमो मार्कोनी (Guglielmo Morconi; २५ अप्रैल १८७४ - २० जुलाई १९३७) इटली का अन्वेषक था जिसने लम्बी दूरी तक रेडियो संचार (बिना तार के संकेत भेजना) के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभायी। उसने एक नियम दिया जिसे 'मार्कोनी नियम' कहते हैं। उसने रेडियो टेलीग्राफ का विकास भी किया। .

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ग्रैंड स्लैम टेनिस विजेताओं की सूची

List of Men's Singles Grand Slam tournaments tennis champions: .

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ग्रेगोरी बोंगार्ड लेविन

ग्रेगोरी बोंगार्ड लेविन को भारत सरकार द्वारा सन २००६ में साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये रूस से हैं। .

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ग्रोज़नी

ग्रोज़नी (रूसी: Грозный, अंग्रेज़ी: Grozny) रूस के चेचन गणतंत्र नामक गणतंत्र की राजधानी है। यह कॉकस क्षेत्र में सुनझ़ा नदी के किनारे बसा हुआ है। .

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ग्लोनास

ग्लोनास लोगो ग्लोनास ग्लोनास (GLONASS) (ГЛОНАСС), रूसी अंतरिक्ष बल द्वारा रूसी सरकार के लिए संचालित एक रेडियो-आधारित उपग्रह नौवहन (नेविगेशन) प्रणाली है। यह संयुक्त राज्य अमेरिका की वैश्विक स्थिति निर्धारण प्रणाली (जीपीएस), चीन की कम्पास नेविगेशन प्रणाली और यूरोपीय संघ (ईयू) की योजनाबद्ध गैलीलियो स्थिति निर्धारण प्रणाली और भारत की भारतीय क्षेत्रीय नेविगेशनल उपग्रह प्रणाली की एक वैकल्पिक और पूरक प्रणाली है। ग्लोनास के विकास का आरम्भ 1976 में सोवियत संघ में हुआ था। 12 अक्टूबर 1982 से लेकर 1995 तक, कई रॉकेट प्रक्षेपणों के माध्यम से इस प्रणाली में पर्याप्त मात्रा में उपग्रहों को शामिल किया गया। लेकिन दुर्भाग्यवश इसके बाद रूसी अर्थ व्यवस्था चरमरा गयी और इस प्रणाली की स्थिति भी कमजोर हो गई। 2000 के दशक के आरम्भ में व्लादिमीर पुतिन की अध्यक्षता में इस प्रणाली की बहाली को एक शीर्ष सरकारी वरीयता प्रदान की गई और वित्तपोषण में पर्याप्त वृद्धि की गई। फ़िलहाल ग्लोनास रूसी संघीय अंतरिक्ष एजेंसी का सबसे महंगा कार्यक्रम है जिसमें 2010 के इसके बजट का एक तिहाई हिस्सा खर्च हो गया था। 2010 तक ग्लोनास ने रूसी प्रदेश के लगभग 100% हिस्सों को कवर करने की क्षमता हासिल कर लि थी। फरवरी 2011 तक उपग्रह समूह में 22 संचालनीय उपग्रह थे जो लगातार वैश्विक कवरेज प्रदान करने के लिए आवश्यक 24 उपग्रहों की दृष्टि से कम था और 2011 के दौरान इस कमी के पूरा होने की उम्मीद है। ग्लोनास उपग्रहों की डिजाइनों को कई बार नवीकृत किया गया है जिसका सबसे नवीनतम संस्करण ग्लोनास-के (GLONASS-K) है। .

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ग्वादर

ग्वादर शहर ग्वादर बंदरगाह ग्वादर (बलोच व उर्दु) पाकिस्तान से सुदूर दक्षिण-पश्चिमी भाग में बलोचिस्तान प्रान्त में अरब सागर के किनारे पर स्थित एक बंदरगाही शहर है। यह ग्वादर ज़िले का केंद्र है और सन् २०११ में इसे बलोचिस्तान की शीतकालीन राजधानी घोषित कर दिया गया था। ग्वादर शहर एक ६० किमी चौड़ी तटवर्ती पट्टी पर स्थित है जिसे अक्सर मकरान कहा जाता है। ईरान तथा फ़ारस की खाड़ी के देशों के बहुत पास होने के कारण इस शहर का बहुत सैन्य और राजनैतिक महत्व है। पाकिस्तान प्रयास कर रहा है कि इस बंदरगाह के ज़रिये न केवल पाकिस्तान बल्कि चीन, अफ़ग़ानिस्तान व मध्य एशिया के देशों का भी आयात-निर्यात चले। .

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गैरी कास्परोव

Garry Kasparov, 2007 गैरी कास्परोव रूस के मशहूर शतरंज खिलाड़ी हैं। श्रेणी:शतरंज खिलाड़ी श्रेणी:रूस के लोग श्रेणी:विश्व चैम्पियन.

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गूगल आन्सर्स

गूगल आन्सर्स (Google Answers) गूगल द्वारा ऑनलाइन ज्ञान बाज़ार की पेशकश थी जिसमें उपयोगकर्ताओं को अपने प्रश्नों पर अच्छी तरह शोध किए गए उत्तरों के लिए आनुतोषिक पोस्ट करना अनुमत था। प्रश्नकर्ता-स्वीकृत उत्तरों की लागत $2 से $200 तक थी। गूगल अनुसंधानकर्ता पारितोषिक का 25% और 50 सेंट शुल्क प्रति प्रश्न प्रतिधारित करता था। शोधकर्ता शुल्क के अलावा यदि ग्राहक उत्तर से संतुष्ट हो तो वह $100 तक टिप भी छोड़ सकता था। नवंबर 2006 के अंत में, गूगल ने रिपोर्ट किया कि वे इस सेवा को स्थाई रूप से बंद करना चाहते हैं और दिसंबर 2006 के अंत तक नई गतिविधि के लिए इसे पूरी तरह बंद कर दिया गया, हालांकि इसके संग्रह उपलब्ध रहते हैं। .

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गेहूँ

गेहूँ गेहूं (Wheat; वैज्ञानिक नाम: Triticum spp.),Belderok, Bob & Hans Mesdag & Dingena A. Donner.

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ऑस्ट्रिया का इतिहास

कोई विवरण नहीं।

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ऑस्पेन्स्की

प्योत्र दिमाइनोविच ऑस्पेन्स्की या पी॰डी॰ऑस्पेन्स्की (४ मार्च १८७८ - २ अक्टूबर १९४७) एक रूसी गणितज्ञ एवं लेखक थे। ये मशहूर रहस्यवादी गुर्जिएफ़ के शिष्य थे। इनका जन्म को मॉस्को में हुआ और मां एक चित्रकार तथा पिता रेलवे मे उच्चाधिकारी थे। उनकी पहली पुस्तक फोर्थ डायमेंशन १९०९ में तथा टर्शियम ऑर्गेनम १९१२ में रूसी भाषा में प्रकाशित हुई। १९१४ में रूसी में प्रकाशित उनके लेखों के संग्रह 'ए न्यू मॉडल ऑफ़ दि यूनिवर्स' ने रहस्यवाद में उनकी रुचि की ओर संकेत किया। श्रेणी:रूस के लोग श्रेणी:1878 में जन्मे लोग श्रेणी:१९४७ में निधन श्रेणी:रूसी साहित्यकार.

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ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस (ओयूपी) दुनिया की सबसे बड़ी विश्वविद्यालय प्रेस है। यह ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय का एक विभाग है और इसका संचालन उपकुलपति द्वारा नियुक्त 15 शिक्षाविदों के एक समूह द्वारा किया जाता है जिन्हें प्रेस प्रतिनिधि के नाम से जाना जाता है। उनका नेतृत्व प्रतिनिधियों के सचिव द्वारा किया जाता है जो ओयूपी के मुख्य कार्यकारी और अन्य विश्वविद्यालय निकायों के प्रमुख प्रतिनिधि की भूमिका निभाता है। ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय सत्रहवीं सदी के बाद से प्रेस की देखरेख के लिए इसी तरह की प्रणाली का इस्तेमाल करता आ रहा है। विश्वविद्यालय ने 1480 के आसपास मुद्रण व्यापार में कदम रखा और बाइबल, प्रार्थना पुस्तकों और अध्ययनशील रचनाओं का प्रमुख मुद्रक बन गया। इसकी प्रेस द्वारा शुरु की गयी एक परियोजना उन्नीसवीं सदी के अंतिम दौर में ऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी बन गई और बढ़ती लागतों से निपटने के लिए इसने अपना विस्तार जारी रखा। नतीजतन अपने शैक्षणिक और धार्मिक शीर्षकों से मेल स्थापित करने के लिए ऑक्सफोर्ड ने पिछले सौ सालों में बच्चों की पुस्तकों, स्कूल की पाठ्य पुस्तकों, संगीत, पत्रिकाओं, वर्ल्ड्स क्लासिक्स सीरीज और सबसे ज्यादा बिकने वाली अंग्रेजी भाषा शिक्षण पाठ्य पुस्तकों का प्रकाशन किया है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कदम रखने के फलस्वरूप 1896 में न्यूयॉर्क से शुरुआत करने वाली इस प्रेस ने यूनाइटेड किंगडम के बाहर भी अपना कार्यालय खोलना शुरू कर दिया। कंप्यूटर प्रौद्योगिकी के आगमन और उत्तरोत्तर बढ़ती व्यापारिक दशाओं की वजह से 1989 में ऑक्सफोर्ड में स्थित प्रेस के छापेखाने को बंद कर दिया गया और वोल्वरकोट में स्थित उसकी पूर्व कागज़ की मिल को 2004 में ध्वस्त कर दिया गया। अपनी छपाई और जिल्दसाजी कार्य का ठेका देकर आधुनिक प्रेस हर साल दुनिया भर में लगभग 6000 नए शीर्षकों का प्रकाशन करता है और दुनिया भर में इसके कर्मचारियों की संख्या लगभग 4000 है। एक धर्मार्थ संगठन के हिस्से के रूप में ओयूपी अपने मूल विश्वविद्यालय को अधिक से अधिक वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए और इसके अलावा अपनी प्रकाशन गतिविधियों के माध्यम से छात्रवृत्ति, अनुसन्धान और शिक्षा में बेहतरीन प्रदर्शन करने में विश्वविद्यालय के लक्ष्यों को पूरा करने में उसकी सहायता करने के लिए प्रतिबद्ध है। ओयूपी को सबसे पहले 1972 में यूएस कॉर्पोरेशन टैक्स से और उसके बाद 1978 में यूके कॉर्पोरेशन टैक्स से मुक्त किया गया। एक धर्मार्थ संगठन का एक विभाग होने के नाते ओयूपी को अधिकांश देशों में आयकर और निगम कर से मुक्त कर दिया गया है लेकिन इसे अपने उत्पादों पर बिक्री और अन्य वाणिज्यिक करों का भुगतान करना पड़ता है। प्रति वर्ष कम से कम 12 मिलियन पाउंड का हस्तांतरण करने की वचनबद्धता के साथ यह प्रेस वर्तमान में विश्वविद्यालय के शेष हिस्सों को अपने वार्षिक अधिशेष का 30% हस्तांतरित करता है। प्रकाशन की संख्या की दृष्टि से ओयूपी दुनिया का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय प्रेस है जो हर साल 4500 से अधिक नई पुस्तकों का प्रकाशन करता है और जहां लगभग 4000 लोग काम करते हैं। ओयूपी ऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी, कंसाइस ऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी, ऑक्सफोर्ड वर्ल्ड्स क्लासिक्स, ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी ऑफ नेशनल बायोग्राफी और कंसाइस डिक्शनरी ऑफ नेशनल बायोग्राफी सहित कई सन्दर्भ, पेशेवर और शैक्षणिक रचनाओं का प्रकाशन करता है। इसके कई सबसे महत्वपूर्ण शीर्षक अब "ऑक्सफोर्ड रेफरेंस ऑनलाइन" नामक एक पैकेज के रूप में इंटरनेट पर उपलब्ध है और इन्हें यूके की कई सार्वजनिक पुस्तकालयों के पाठक कार्ड धारकों को मुफ्त में प्रदान किया जाता है। ऑक्सफोर्ड द्वारा प्रकाशित पुस्तकों में अंतर्राष्ट्रीय मानक पुस्तक संख्या होती है जो 0-19 से शुरू होती है जो प्रेस को आईएसबीएन सिस्टम में दो-अंकीय पहचान संख्या वाले कई छोटे-छोटे प्रकाशकों में से एक बनाती है। आतंरिक समझौते द्वारा व्यक्तिगत संस्करण संख्या का पहला अंक (0-19- के बाद) एक विशेष प्रभाग का संकेत दे सकता है, उदाहरण के लिए: संगीत के लिए 3 (आईएसएमएन को परिभाषित करने से पहले); न्यूयॉर्क कार्यालय के लिए 5; क्लेयरेंडन प्रेस प्रकाशनों के लिए 8.

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ओनिडा इलेक्ट्रॉनिक्स

ओनिडा भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स ब्रांड के अग्रणी नामों में से एक है, जिसकी स्थापना "एम्आईआरसी इलेक्ट्रॉनिक्स" (MIRC Electronics) के नाम से 1981 में की गयी थी। .

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ओनेगा झील

ओनेगा झील (रूसी: Оне́жское о́зеро, ओनेझ़स्कोए ओज़ेरो; अंग्रेज़ी: Lake Onega) पश्चिमोत्तरी रूस में कारेलिया गणतंत्र, लेनिनग्राद ओब्लास्त व वोलोग्दा ओब्लास्त के क्षेत्रों में स्थित एक मीठे पानी की झील है। लादोगा झील के बाद यह यूरोप की दूसरी सबसे बड़ी झील है।, Springer, 2010, ISBN 9783540681458,...

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ओब्लास्त

ओब्लास्त रूस तथा स्लाविक देशों में एक प्रशासनिक इकाई को कहते हैं। सोवियत संघ के सदस्य देशों में भी इस नाम से मिलते-जुलते शब्द प्रांतों के लिए प्रयुक्त होते हैं। श्रेणी:शब्दार्थ श्रेणी:प्रशासनिक विभाग श्रेणी:रूसी शब्द श्रेणी:देशीय उपविभागों के प्रकार.

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ओम्स्क ओब्लास्ट

रूस का एक ओब्लास्ट (области, ओब्लास्टि, प्रांत)। श्रेणी:रूस के प्रांत ar:اوبلاستات روسيا fi:Venäjän alueet pt:Óblasts da Rússia ru:Области Российской Федерации sr:Руске области ta:ரஷ்யாவின் ஓப்லஸ்துகள் vi:Tỉnh của Nga.

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ओरियोल ओब्लास्ट

रूस का एक ओब्लास्ट (области, ओब्लास्टि, प्रांत)। श्रेणी:रूस के प्रांत ar:اوبلاستات روسيا fi:Venäjän alueet pt:Óblasts da Rússia ru:Области Российской Федерации sr:Руске области ta:ரஷ்யாவின் ஓப்லஸ்துகள் vi:Tỉnh của Nga.

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ओरख़ोन नदी

सेलेन्गा नदी के जलसम्भर का नक़्शा जिसमें ओरख़ोन नदी भी प्रदर्शित है ओरख़ोन नदी (मंगोल: Орхон гол, तूल गोल; अंग्रेज़ी: Orkhon River) मंगोलिया के उत्तरी भाग में बहने वाली एक प्रमुख नदी है। यह अरख़ानगई प्रांत के ख़ानगई पर्वतों से शुरू होती है और १,१२४ किमी उत्तर की तरफ़ बहकर सेलेन्गा नदी में विलय कर जाती है, जिसका स्वयं आगे जाकर रूस की बायकल झील में विलय हो जाता है। ओरख़ोन मंगोलिया की सबसे लम्बी नदी है और तूल नदी और तामिर नदी इसकी मुख्य उपनदियाँ हैं। ओरख़ोन नदी की घाटी की मंगोलिया के इतिहास में अहम भूमिका रही है। इसके किनारे प्राचीन उईग़ुर ख़ागानत की राजधानी ओर्दु बालिक़ (Ordu Baliq) और मंगोल साम्राज्य की प्राचीन राजधानी काराकोरुम (Karakorum) के खँडहर स्थित हैं। इसी नदी के पास ओरख़ोन शिलालेख मिले हैं जो पुरानी तुर्की भाषा के सब से पुराने ज्ञात लेख हैं।, Michael Kohn, Lonely Planet, 2008, ISBN 978-1-74104-578-9,...

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ओरेनबूर्ग ओब्लास्त

ओरेनबूर्ग, रूस का एक ओब्लास्त (области या प्रांत) है। सोवियत संघ के ज़माने में, १९३८ से १९५७ तक, इसका नाम बदलकर च्कालोव ओब्लास्त रखा गया था। .

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ओजोन थेरेपी

एक चिकित्सकीय ओज़ोन जनरेटर।सौजन्य: http://www.medpolinar.com/eng_version/ozon.htm www.medpolinar.com ओजोन थेरेपी में ओजोन और ऑक्सीजन के मिश्रण को मनुष्य के शरीर के लाभ हेतु प्रयोग किया जाता है। ओजोन एंटीऑक्सीडेंट प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने में सक्षम है, इसलिए यह ऑक्सीडेटिव मानसिक तनाव को कम कर सकता है। ओजोन का यह एंटीऑक्सीडेंट प्रतिरोधक तंत्र विकिरण और कीमोथेरेपी के दौरान पैदा होने वाले रेडिकल्स को संतुलित करता है।। हिन्दुस्तान लाइव। ९ मई २०१० चाहे शरीर में शीघ्र थकान होने की शिकायत हो, सुस्ती अनुभव होती हो, छाती में दर्द की समस्या हो या उच्च रक्तचाप, कोलेस्ट्राल वृद्धि, मधुमेह आदि की चिंता हो, या कैंसर से लेकर एचआईवी जैसे घातक रोगों में, ओजोन थेरेपी इन सभी में वैकल्पिक चिकित्सा पद्धति के रूप में समान रूप से सहायक हो सकती है। यह अल्पजीवी गैस शरीर के अंदर जाकर ऑक्सीकरण प्रक्रिया को तेज करने के साथ-साथ ऑक्सीजन को फेफड़ों से लेकर शरीर की सभी कोशिकाओं तक ले जाने की क्षमता बढ़ा देती है। इससे शरीर द्वारा बनाये गए अफल विषैले तत्वों को बाहर निकालने एवं क्षय हो रही ऊर्जा के पुनर्संचय में मदद मिलती है। .

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ओख़ोत्स्क सागर

ओख़ोत्स्क सागर का नक़्शा रूस के मागादान शहर के पास ओख़ोत्स्क सागर का हिमाच्छादित एक तट ओख़ोत्स्क सागर (रूसी: Охо́тское мо́ре, ओख़ोत्स्कोए मोरे) प्रशांत महासागर के उत्तरपश्चिमी भाग का एक समुद्र है। यह पूर्व में कमचातका प्रायद्वीप, दक्षिणपूर्व में कुरील द्वीपसमूह, दक्षिण में जापान के होक्काइदो द्वीप, पश्चिम में रूस के साख़ालिन द्वीप और पश्चिमोत्तर में साइबेरिया के तटीय इलाक़े से घिरा हुआ है। इसका नाम रूस के ओख़ोत्स्क शहर पर पड़ा है जो सुदूर पूर्व में रूस का पहला क़स्बा था। .

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ओइरत भाषा

ओइरत मंगोल भाषा-परिवार की एक सदस्य है। विद्वानों में मतभेद है कि यह एक अलग भाषा है या फिर मंगोल भाषा की एक मुख्य उपभाषा है। यह मंगोलिया के सुदूर पश्चिमी इलाक़ों, चीन के सुदूर पश्चिमोत्तरी शिन्जियान्ग प्रान्त और रूस में कैस्पियन सागर के तट पर (विषेशकर कालमिकिया में) बोली जाती है। कालमिकिया में इसकी 'कालमिक' नामक उपभाषा बोली जाती है। .

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ओइरत लोग

ल्हाबज़ंग ख़ान एक ख़ोशूत​ ओइरत था जिसने १६९७-१७१७ काल में तिब्बत पर राज किया ओइरत (मंगोल: Ойрад, अंग्रेज़ी: Oirat) मंगोल लोगों का सबसे पश्चिमतम समुदाय है जो पश्चिमी मंगोलिया के अल्ताई पर्वत क्षेत्र में वास करते हैं। कई क़बीलों के एकीकरण से बनी यह जाति मध्य एशिया के पूर्वी भाग में उत्पन्न हुई थी लेकिन अब इनका सबसे बड़ा गुट रूस के काल्मिकिया गणतंत्र में मिलता है जहाँ इन्हें काल्मिक लोग कहा जाता है। काल्मिकी १७वीं सदी के शुरूआती दौर में ज़ुन्गारिया से रूसी साम्राज्य के दक्षिण-पूर्वी यूरोपी भाग में आ बसे थे।, Barbara A. West, Infobase Publishing, 2010, ISBN 978-1-4381-1913-7,...

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ओक्रुग

सन् १९२७ में युक्रेन के ओक्रुग ओक्रुग (रूसी: о́круг, अंग्रेज़ी: Okrug) रूस, बुल्गारिया, सर्बिया और कुछ अन्य स्लाव देशों में एक प्रशासनिक विभाग को कहते हैं। इसका अनुवाद भिन्न जगहों पर 'ज़िला', 'क्षेत्र' या 'प्रदेश' किया जाता है। आमतौर पर यह रायोन से ऊंचे और ओब्लास्त से नीचे स्तर का विभाग होता है, यानि एक ओब्लास्त में कई ओक्रुग और एक ओक्रुग में कई रायोन आते हैं।, Josh Newell, Daniel & Daniel, Pub, Inc., 2004, ISBN 978-1-880284-75-9,...

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ओक्साना फ़ेदरोवा

ओक्साना फ़ेदरोवा ओक्साना फ़ेदरोवा (जन्म 17 दिसंबर 1977) वर्ष २००२ की मिस यूनीवर्स बनीं किंतु उनसे यह पदवी बाद में छीन ली गई एवं पनामा की जस्टिन पासेक को दे दी गई। वह रूस की रहने वाली हैं और वह पहली मिस रूस थीं जो मिस यूनीवर्स बनीं। उन्होंने अपना कैरियर एक मौडल के रूप में शुरु किया। १९९९ में वह मिस सेंट पीटर्सबर्ग बनीं और २००१ में मिस रूस। .

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आटो फॉन बॉटलिंक

आटो फॉन बॉटलिंक का चित्र। आटो फॉन बॉटलिंक (१८१५-१९०४) जर्मनी के भारतविद तथा संस्कृत के प्रकांड पंडित थे जिन्होंने संस्कृत साहित्य का विधिपूर्वक अध्ययन करके, वर्षों के परिश्रम के पश्चात् एक विशाल शब्दकोश सात भागों में प्रकाशित किया। यह आज भी अद्वितीय ग्रंथ है। .

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आदिगेया

आदिगेया (रूसी: Республика Адыгея, अंग्रेज़ी: Republic of Adygea) रूस का एक संघीय खंड है जो उस देश की शासन प्रणाली में गणतंत्र का दर्जा रखता है। यह कॉकस के पहाड़ी क्षेत्र में स्थित है और पूरी तरह क्रास्नोदार क्राय से घिरा हुआ है। इसकी राजधानी मायकोप शहर है। .

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आन (रूसी सम्राज्ञी)

रूसी सम्राज्ञी '''आन''' आन (Anna) (7 फ़रवरी 1693 – 28 अक्टूबर 1740); रूस की सम्राज्ञी, महान्‌ पीटर के भाई ईवान पंचम की पुत्री। .

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आन्द्रेइ तार्कोव्स्की

आन्द्रेइ आर्सेन्येविच तार्कोव्स्की (रूसी: Андре́й Арсе́ньевич Тарко́вский, अंग्रेज़ी: Andrei Arsenyevich Tarkovsky) २०वीं शताब्दी के एक सोवियत फ़िल्म निर्माता, लेखक व निर्देशक थे। इनकी फ़िल्म बनाने की शैली को बहुत प्रभावशाली माना जाता है। .

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आपदा तत्परता

आपातकालीन प्रबंधन एक अंतःविषयक क्षेत्र का सामान्य नाम है जो किसी संगठन की महत्वपूर्ण आस्तियों की आपदा या विपत्ति उत्पन्न करने वाले खतरनाक जोखिमों से रक्षा करने और सुनियोजित जीवनकाल में उनकी निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए प्रयुक्त सामरिक संगठनात्मक प्रबंधन प्रक्रियाओं से संबंधित है। आस्तियां सजीव, निर्जीव, सांस्कृतिक या आर्थिक के रूप में वर्गीकृत हैं। खतरों को प्राकृतिक या मानव-निर्मित कारणों के द्वारा वर्गीकृत किया जाता है। प्रक्रियाओं की पहचान के उद्देश्य से संपूर्ण सामरिक प्रबंधन की प्रक्रिया को चार क्षेत्रों में बांटा गया है। ये चार क्षेत्र सामान्य रूप से जोखिम न्यूनीकरण, खतरे का सामना करने के लिए संसाधनों को तैयार करने, खतरे की वजह से हुए वास्तविक नुकसान का उत्तर देने और आगे के नुकसान को सीमित करने (जैसे आपातकालीन निकासी, संगरोध, जन परिशोधन आदि) और यथासंभव खतरे की घटना से यथापू्र्व स्थिति में लौटने से संबंधित हैं। क्षेत्र सार्वजनिक और निजी दोनों में होता है, प्रक्रिया एक सी सांझी होती है लेकिन ध्यान केंद्र विभिन्न होते हैं। आपातकालीन प्रबंधन प्रक्रिया एक नीतिगत प्रक्रिया न होकर एक रणनीतिक प्रक्रिया है अतः यह आमतौर पर संगठन में कार्यकारी स्तर तक ही सीमित रहती है। सामान्य रूप से इसकी कोई प्रत्यक्ष शक्ति नहीं है लेकिन यह सुनिश्चित करने के लिए कि एक संगठन के सभी भाग एक सांझे लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करें, यह सलाहकार के रूप में या कार्यों के समन्वय के लिए कार्य करता है। प्रभावी आपात प्रबंधन संगठन के सभी स्तरों पर आपातकालीन योजनाओं के संपूर्ण एकीकरण और इस समझ पर निर्भर करता है कि संगठन के निम्नतम स्तर आपात स्थिति के प्रबंधन और ऊपरी स्तर से अतिरिक्त संसाधन और सहायता प्राप्त करने के लिए जिम्मेदार हैं। कार्यक्रम का संचालन करने वाले संगठन के सबसे वरिष्ठ व्यक्ति को सामान्य रूप से एक आपातकालीन प्रबंधक या क्षेत्र में प्रयुक्त शब्द से व्युत्पन्न पर आधारित (अर्थात् व्यापार निरंतरता प्रबंधक) कहा जाता है। इस परिभाषा के अंतर्गत शामिल क्षेत्र हैं.

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आमूर

आमूर नदी रूस में प्रवाहित होती है तथा टार्टर स्ट्रेट (प्रशांत महासागर) में गिरती है श्रेणी:विश्व की नदियाँ श्रेणी:रूस की नदियाँ श्रेणी:रूस.

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आयन रैंड

आयन रैंड (Ayn Rand; मूल नाम: Alisa Zinov'yevna Rosenbaum) (०२ जनवरी १९०५ - ०६ मार्च १९८२) रूसी-अमेरिकी उपन्यासकार, दार्शनिक, नाटककार थी। .

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आरएलवी टेक्नोलॉजी डेमोंस्ट्रेशन प्रोग्राम

पुन: प्रयोज्य प्रक्षेपण यान-प्रौद्योगिकी प्रदर्शन कार्यक्रम, रीयूज़ेबल लांच व्हीकल टेक्नोलॉजी डेमोंसट्रेटर प्रोग्राम, या RLV-TD, भारत का प्रौद्योगिकी प्रदर्शन मिशन है जो टू स्टेज टू ऑर्बिट (TSTO) को समझने व पुन: प्रयोज्य प्रक्षेपण वाहन की दिशा में पहले कदम के रूप में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा नियोजित प्रौद्योगिकी प्रदर्शन (टेक्नोलॉजी डीमॉन्सट्रेशन) की एक श्रृंखला है। इस प्रयोजन के लिए, एक पंख युक्त पुन: प्रयोज्य प्रक्षेपण यान प्रौद्योगिकी प्रदर्शक (RLV-TD) बनाया गया। RLV-TD संचालित क्रूज उड़ान, हाइपरसॉनिक उड़ान, और स्वायत्त (ऑटोनॉमस) लैंडिंग, वायु श्वसन प्रणोदन (एयर ब्रीदिंग प्रपलशन) जैसे विभिन्न प्रौद्योगिकियों का मूल्यांकन करने के रूप में कार्य करेगा। इन प्रौद्योगिकियों के प्रयोग से लांच लागत में काफी कमी आएगी। वर्तमान में ऐसे स्पेस शटल बनाने वाले देशों में सिर्फ़ अमेरिका, रूस, फ्रांस और जापान हैं। चीन ने इस प्रकार का कोई प्रयास नहीं किया है। .

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आरख़ान्गेल्स्क ओब्लास्त

आरख़ान्गेल्स्क, रूस का एक ओब्लास्त (области या प्रांत) है। सन २०१० की जनगणना के अनुसार इसकी आबादी १३,३६,५३९ थी। यह ५,८७,४०० वर्ग किलोमीटर के इलाके में फैला हुआ है। यह रूस के पश्चिमोत्तर संघीय ज़िले व पश्चिम आर्थिक जिले में आता है। .

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आरआईए नोवोस्ती

यह रूसी अंतर्राष्ट्रीय समाचार एजेंसी है जिसकी स्थापना 1941 ई. में की गई थी। रूस सरकार के स्वामित्व वाली इस समाचार संस्था का मुख्यालय मास्को में स्थित है। .

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आर्थिक स्वतंत्रता सूचकांक

आर्थिक स्वतंत्रता सूचकांक (Index of Economic Freedom) हेरिटेज फॉउण्डेशन तथा वाल स्ट्रीट जर्नल द्वारा सृजित १० आर्थिक मापांकों में से एक है। इस मापांक का कथित उद्देश्य विश्व के विभिन्न राष्ट्रों में मौजूद आर्थिक स्वतंत्रता की दशा का मापन करना है। सन २०१० में आर्थिक आजादी सूचकांक का मानचित्र .

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आर्य वंश

आर्य वंश ऐतिहासिक रूप से 19वीं शताब्दी के अंत और 20वीं शताब्दी के आरम्भ में पश्चिमी सभ्यता में आर्यवंशी काफी प्रभावशाली लोग हुआ करते थे। माना जाता है कि इस विचार से यह व्यूत्पन्न है कि हिंद युरोपीय भाषा के बोलने वाले मूल लोगों और उनके वंशजों ने विशिष्ट जाति या वृहद श्वेत नस्ल की स्थापना की। ऐसा माना जाता है कि कभी-कभी आर्यन जाति से ही आर्यवाद अस्तित्व में आया। आरम्भ में इसे मात्र भाषाई आधार पर जाना जाता था लेकिन नाज़ी और नव-नाज़ी में जातिवाद की उत्पत्ति के बाद सैधांतिक रूप से इसका प्रयोग जादू-टोना और श्वेत प्रतिष्ठा को स्थापित करने के लिए किया जाने लगा। .

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आर्कटिक

right कृत्रिम रूप से रंगा हुआ आर्कटिक का स्थलाकृतिक मानचित्र आर्कटिक, पृथ्वी के उत्तरी ध्रुव के आसपास के क्षेत्र को ठीक उसी प्रकार कहते हैं, जिस तरह दक्षिणी ध्रुव के आसपास का क्षेत्र अंटार्कटिक कहलाता है। आर्कटिक क्षेत्र में आर्कटिक महासागर (जो उत्तरी ध्रुव पर फैला है), कनाडा के कुछ भाग, ग्रीनलैंड (डेनमार्क का एक क्षेत्र), रूस का कुछ हिस्सा, संयुक्त राज्य अमेरिका (अलास्का), आइसलैंड, नार्वे, स्वीडन और फिनलैंड शामिल हैं। आर्कटिक शब्द यूनानी शब्द αρκτικός (आर्टिकोस) से आता है जो या तो नक्षत्र-मंड़ल सप्तऋषि या फिर ध्रुव तारे को इंगित करता है। आर्कटिक क्षेत्र को आर्कटिक वृत (66°33'N) के उत्तरी क्षेत्र के रूप में परिभाषित किया जा सकता है, जो अर्धरात्रि सूर्य और ध्रुवीय रात की अनुमानित सीमा है। इसको एक दूसरी तरह से परिभाषित करने के लिए कहा जा सकता है कि, यह वह क्षेत्र है जहां सबसे गर्म माह (जुलाई) का औसत तापमान 10 डिग्री सेल्सियस (50 °F) से कम होता है और सबसे उत्तरी वृक्ष रेखा इस क्षेत्र की सीमा की समताप रेखा से लगभग मिलती है। सामाजिक और राजनीतिक रूप से आर्कटिक क्षेत्र में आठ आर्कटिक देशों के उत्तरी क्षेत्र शामिल है, हालांकि प्राकृतिक विज्ञान की परिभाषाओं के अनुसार इन देशों के इन उत्तरी क्षेत्रों को उप-आर्कटिक क्षेत्र माना जाता है। आर्कटिक क्षेत्र में एक विशाल बर्फ से ढका महासागर है (जिसे कभी कभी अटलांटिक महासागर का उत्तरी भाग भी माना जाता है) जिसके चारों ओर वनस्पतिविहीन पर्माफ्रोस्ट (स्थायीतुषार) उपस्थित है। हाल के वर्षों में समुद्र में बर्फ की मात्रा में कमी आई है। आर्कटिक के जीवनचक्र में बर्फ में रहने वाले जीव, प्राणीप्लवक, पादपप्लवक, मछलियां, समुद्री स्तनपायी, पक्षी, स्थलचर जीव, पादप और मानव शामिल हैं। आर्कटिक क्षेत्र पृथ्वी की पारिस्थितिकी प्रणालियों के बीच एक अद्वितीय क्षेत्र है। आर्कटिक के मूल निवासी और उनकी संस्कृति इस क्षेत्र की विषम शीत और चरम परिस्थितियों के लिए अभ्यस्त हो गये हैं। भूमंडलीय ऊष्मीकरण के परिणामस्वरूप ध्रुवों की ओर खिसकती समताप रेखाओं (पिछले 30 वर्षों के दौरान लगभग 35 मील प्रति दशक) के कारण आर्कटिक क्षेत्र जिसे वृक्ष रेखा और तापमान के द्वारा परिभाषित किया जाता है, वर्तमान में सिकुड़ रहा है, जिसका शायद सबसे बड़ा परिणाम समुद्री बर्फ की मात्रा में आई कमी है। भिन्न भिन्न परीक्षण अनुमानों के अनुसार आर्कटिक सागर की ज्यादातर बर्फ या तो पूरी तरह से या फिर इसकी ज्यादातर सितंबर 2040 से लेकर सन 2100 के बाद के कुछ समय तक, नष्ट हो जायेगी। .

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आलू

तरह-तरह के आलू आलू का पौधा आलू एक सब्जी है। वनस्पति विज्ञान की दृष्टि से यह एक तना है। इसकी उद्गम स्थान दक्षिण अमेरिका का पेरू (संदर्भ) है। यह गेहूं, धान तथा मक्का के बाद सबसे ज्यादा उगाई जाने वाली फसल है। भारत में यह विशेष रूप से उत्तर प्रदेश में उगाया जाता है। यह जमीन के नीचे पैदा होता है। आलू के उत्पादन में चीन और रूस के बाद भारत तीसरे स्थान पर है। .

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आलू के चिप्स

आलू के चिप्स यहां पुनर्निर्देशित है। एकवचन उपयोग के लिए, आलू के चिप देखें आलू के चिप्स (जिन्हें अमेरिकन, ऑस्ट्रेलियन, कनाडियन, सिंगापुर, दक्षिणी अफ्रीका, हवाई इंग्लिश, भारतीय इंग्लिश तथा जमैका की इंग्लिश के साथ साथ अधिकांश यूरोपीय भाषाओं में चिप्स के नाम से; ब्रिटिश तथा आयरिश इंग्लिश में क्रिस्प्स, तथा न्यू ज़ीलैंड में चिपीस के नाम से जाना जाता है) दरसल आलू की पतली फांक हैं जिन्हें तला जाता है। आलू के चिप्स को सामान्यरूप से एक क्षुधावर्धक, अतिरिक्त व्यंजन, या नाश्ते के रूप में परोसा जाता है। बुनियादी चिप्स पके हुए तथा नमक मिलाये गए होते हैं; अतिरिक्त विविधताओं को बनाने के लिए अनेक स्वादों तथा सामग्रियों का प्रयोग किया जाता है जिनमें सीजनिंग, जड़ी-बूटियां, मसाले, चीज़ तथा कृत्रिम योज्य शामिल होते हैं। क्रिस्प्स, तथापि, ब्रिटेन तथा आयरलैंड में नाश्ते के लिए बनाये गए अनेक उत्पादों को कहा जाता है, इनमें से कुछ आलू से बनते हैं, परन्तु ये मक्का, मैदा तथा कसावा से भी बनाये जाते हैं। इस प्रकार के क्रिस्प्स का एक उदाहरण मॉन्स्टर मंच है। क्रिस्प्स का प्रयोग उत्तरी अमेरिका में भी होता है जहां इन्हें आलू से बने नाश्ते के रूप में जाना जाता है जिनका सुखाये हुए आलू के फ्लेक व अन्य पूरक वस्तुओं से पुनर्निर्माण किया जाता है, उदाहरण के लिए "बेकद ले'स" व प्रिंगल्स, हालांकि तकनीकी रूप से प्रिंगल तेल में "क्विक फ्राई" किये जाते हैं। आलू के चिप्स अंग्रेजी भाषी देशों में तथा कई अन्य पश्चिमी देशों के स्नैक खाद्य बाजार का एक प्रमुख भाग हैं। 2005 में वैश्विक आलू चिप बाजार का कुल राजस्व 16.4 बिलियन डॉलर था। यह उस वर्ष के नमकीन नाश्तों के कुल बाज़ार का 35.5% था (46.1 बिलियन डॉलर).

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आस्त्राख़ान

आस्त्राख़ान के मध्यकालीन भारतीय व्यापारियों के केंद्र का रूसी भाषा में स्मारक (Индийское торговое подворье, इन्दिस्कोए तोरगोवोए पोदवोरए) आस्त्राख़ान (रूसी: Астрахань, अंग्रेज़ी: Astrakhan) रूस के यूरोपीय हिस्से के दक्षिणी भाग में वोल्गा नदी के किनारे स्थित एक शहर है जो रूस के आस्त्राख़ान ओब्लास्त (प्रांत) का प्रशासनिक केंद्र भी है। यह वोल्गा नदी के कैस्पियन सागर में विलय हो जाने वाले स्थान के काफ़ी पास है। .

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आस्त्राख़ान ख़ानत

आस्त्राख़ान ख़ानत का नक़्शा आस्त्राख़ान ख़ानत (तातार: Хаҗитархан Ханлыгы, ख़ाचीतरख़ान ख़ानलीगी; अंग्रेज़ी: Astrakhan Khanate) वोल्गा नदी के कैस्पियन सागर के साथ बने नदीमुख (डेल्टा) इलाक़े में स्थित १५वीं और १६वीं सदी ईसवी में एक तातार लोगों की ख़ानत (राज्य) थी। यह वही क्षेत्र है जहाँ आधुनिक युग में रूस का आस्त्राख़ान शहर स्थित है। यह ख़ानत सुनहरे उर्दू ख़ानत के पतन के बाद उभरी और इसके ख़ान (शासक) तोक़ा तैमूर (Toqa Temur) के वंशज थे। तोक़ा तैमूर स्वयं प्रसिद्ध मंगोल नेता जोची ख़ान का तेरहवाँ पुत्र और चंगेज़ ख़ान का पोता था। .

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आस्त्राख़ान ओब्लास्त

अस्त्राखान ओब्लास्ट की रूस में स्थिति आस्त्राख़ान ओब्लास्त, रूस का एक ओब्लास्ट (области या प्रांत) है। सन २०१० की जनगणना के अनुसार इसकी आबादी १०,१०,०७३ है। यह ४४,१०० वर्ग किलोमीटर के इलाके में फैला हुआ है। यह रूस के दक्षिणी संघीय जिले व वोल्गा आर्थिक जिले में आता है। .

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आहार-कक्ष

आहार-कक्ष भोजन परोसने का एक तरीका है जिसमें भोजन को एक सार्वजनिक क्षेत्र में रखा जाता है जहां आम तौर पर भोजन करने वाले व्यक्ति अपने लिए स्वयं भोजन परोसते हैं। यह कम से कम कर्मचारियों के साथ लोगों की बड़ी संख्या को भोजन कराने का एक लोकप्रिय तरीका है। आहार-कक्ष होटलों और कई सामाजिक कार्यक्रमों सहित विभिन्न स्थानों पर पेश किया जाता है। साईडबोर्ड को आहार-कक्ष भी कहा जाता है क्योंकि वे अतिथियों को आहार-कक्ष के भोजन के व्यंजनों की पेशकश हेतु उपयोग में आ सकते है। .

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आज़ोव सागर

आज़ोव सागर इस नक़्शे के उत्तरी भाग में देखा जा सकता है आज़ोव सागर के किनारे बसे हुए शहर आज़ोव सागर (रूसी: Азо́вское мо́ре, आज़ोवस्कोये मोरे; अंग्रेजी: Sea of Azov, सी ऑफ़ आज़ोव) पूर्वी यूरोप में स्थित एक छोटा सा सागर है जो लगभग पूरी तरह ज़मीन से घिरा हुआ है लेकिन जिसे "कर्च जलडमरू" नाम का एक ४ किलोमीटर चौड़ा समुद्री रास्ता कृष्ण सागर से जोड़ता है। आज़ोव सागर के उत्तर में युक्रेन, पूर्व में रूस और पश्चिम में युक्रेन का क्राइमिया प्रायद्वीप स्थित है। आज़ोव सागर दुनिया का सब से कम गहराई वाला समुद्र है और इसकी गहराई अलग-अलग स्थानों पर ०.९ मीटर (२ फ़ुट ११ इंच) और १४ मीटर (४६ फ़ुट) के बीच है। दोन और कुबान नामक दो नदियाँ इसमें पानी लाती है और इसका पानी लगातार कृष्ण सागर में बहता रहता है। .

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आई एन एस विक्रमादित्य

आई एन एस (INS) विक्रमादित्य (Sanskrit: विक्रमादित्य, Vikramāditya, "सूर्य की तरह प्रतापी") पूर्व सोवियत विमान वाहक एडमिरल गोर्शकोव का नया नाम है, जो भारत द्वारा हासिल किया गया है। पहले अनुमान था कि 2012 में इसे भारत को सौंप दिया जाएगा, किंतु काफी विलंब के पश्चात् 16 नवम्बर 2013 को इसे भारतीय नौसेना में सेवा के लिए शामिल कर लिया गया। दिसंबर अंत या जनवरी आरंभ में यह भारतीय नौसैनिक अड्डा कारवाड़ तक पहुंच जाएगा। विक्रमादित्य यूक्रेन के माइकोलैव ब्लैक ‍सी शिपयार्ड में 1978-1982 में निर्मित कीव श्रेणी के विमान वाहक पोत का एक रूपांतरण है। रूस के अर्खान्गेल्स्क ओब्लास्ट के सेवेरॉद्विनस्क के सेवमाश शिपयार्ड में इस जहाज की बड़े स्तर पर मरम्मत की गई। यह पोत भारत के एकमात्र सेवारत विमान वाहक पोत आई एन एस ''विराट'' का स्थान लेगा। इस पोत को नया रूप देने में भारत को 2.3 अरब डॉलर खर्च करने पड़े हैं। .

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आईएनएस सिंधुरक्षक

आईएनएस सिंधुरक्षक (एस६३) भारतीय नौसेना की सिंधुघोष वर्ग की दस डीजल-विद्युत पनडुब्बियों में से एक थी। 4 जून 2010 को भारतीय रक्षा मंत्रालय और ज़्वेजदोच्का शिपयार्ड के मध्य पनडुब्बी के उन्नयन और जीर्णोद्धार के लिए अमेरिकी $8 करोड़ ($80 मिलियन) का समझौता हुआ था। पनडुब्बी ने दो आग की घटनाओं का सामना किया था, प्रथम लघु घटना 2010 में और द्वितीय 14 अगस्त 2013 को मुम्बई के नौसेनिक डॉकयार्ड में हुई जिसमें यह डुब गयी। .

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आईएफबीडीओ

रक्त दाता संगठन अंतर्राष्ट्रीय महासंघ (अंग्रेजी में संक्षिप्त आईएफबीडीओ फ्रेंच और स्पेनिश में फियोडस) एक अंतरराष्ट्रीय संगठन जिसका मुख्य उद्देश्य स्वैच्छिक गैर रक्तदाताओं से रक्त कार्यवाही में सदस्य राज्यों की अच्छी तरह से रक्त दान और निरीक्षण प्रक्रियाओं के लिए सुरक्षा मानकों के रूप में आत्मनिर्भर है। .

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आईएसओ ४२१७

Exchange rates display at a Bureau de change listing currency names in English and their ISO 4217 codes. This list displays the United Kingdom as 'England', one of its constituent countries, in addition to displaying the Republic of China as 'Taiwan' and South Korea as 'Korea'. € आईएसओ ४२१७ (अंग्रेज़ी:ISO 4217) एक अंतर्राष्ट्रीय मानक है, जो तीन-अक्षरीय मुद्रा कूट बताता है। इसको अंतर्राष्ट्रीय मानक संगठन द्वारा मानकीकृत किया गया है। .

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आईसीआईसीआई बैंक

आईसीआईसीआई बैंक भारत की प्रमुख बैंकिंग एवं वित्तीय सेवा संस्थान है। पहले इसका नाम 'इंडस्ट्रियल क्रेडिट ऐण्ड इन्वेस्टमेन्ट कार्पोरेशन ऑफ इण्डिया' (भारतीय औद्योगिक ऋण और निवेश निगम) था। यह भारत का तीसरा सबसे बड़ा बैंक है। बाजार कैपिटलाइजेशन की दृष्टि से भारत के निजी क्षेत्र का यह सबसे बड़ा बैंक है। इस बैंक की भारत में 2883 शाखाएँ हैं एवं 10021 एटीएम हैं। यह 19 अन्य देशों में भी मौजूद है। आईसीआईसीआई बैंक 31 मार्च 2010 को 3,634.00 अरब रुपये (81 अरब अमेरिकन डॉलर) की कुल आस्तियों तथा 40.25 अरब रुपये (8,960 लाख अमेरिकन डॉलर) के कर-पश्चात् लाभ वाला भारत का दूसरा सबसे बड़ा बैंक है। बैंक के पास भारत में 2883 शाखाओं तथा लगभग 10021 ए.टी.एम.

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आवर्त नियम

आवर्त नियम (Periodic law) रसायन शास्त्र का एक महत्वपूर्ण नियम है। 1869 ई. में रूस के प्रसिद्ध रसायनज्ञ मैंडलीफ ने इसका प्रतिपादन किया। इस नियम के अनुसार तत्वों के भौतिक एवं रासायनिक गुण उनके परमाणु भारों के आवर्ती फलन होते हैं। अर्थात् तत्वों को यदि उनके परमाणुभार के क्रम में रखा जाए तो उनके गुणधर्म की पुनरावृत्ति एक नियत क्रम में होती रहती है और समान रासायनिक गुणधर्मवाले तत्व एक निश्चित क्रम में मिलते हैं। अधिक परिशुद्धतापूर्वक विचार करने पर यह पता चला कि परमाणुभार के क्रम में तत्वों को रखने पर भी कुछ विषमताएं रह जाती हैं। आधुनिक अनुसंधानों से अब यह स्पष्ट हो गया है कि परमाणु का मूलभूत गुण परमाणु संख्या है, परमाणुभार नहीं। अत: मोजले ने कहा कि तत्वों के वर्गीकरण का आधार भी परमाणुभार के स्थान पर परमाणु संख्या होनी चाहिए। उसके द्वारा प्रस्तुत आधुनिक आवर्त नियम निम्नलिखित है: .

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आवर्त सारणी

आवर्त सारणी (अथवा, तत्वों की आवर्त सारणी) रासायनिक तत्वों को उनकी संगत विशेषताओं के साथ एक सारणी के रूप में दर्शाने की एक व्यवस्था है। आवर्त सारणी में रासायनिक तत्त्व परमाणु क्रमांक के बढ़ते क्रम में सजाये गये हैं तथा आवर्त (पिरियड), प्राथमिक समूह, द्वितीयक समूह में वर्गीकृत किया गया है। वर्तमान आवर्त सारणी मैं ११८ ज्ञात तत्व सम्मिलित हैं। सबसे पहले रूसी रसायन-शास्त्री मेंडलीफ (सही उच्चारण- मेन्देलेयेव) ने सन १८६९ में आवर्त नियम प्रस्तुत किया और तत्वों को एक सारणी के रूप में प्रस्तुत किया। इसके कुछ महीनों बाद जर्मन वैज्ञानिक लोथर मेयर (1830-1895) ने भी स्वतन्त्र रूप से आवर्त सारणी का निर्माण किया। मेन्देलेयेव की सारणी से अल्फ्रेड वर्नर (Alfred Werner) ने आवर्त सारणी का वर्तमान स्वरूप निर्मित किया। सन १९५२ में कोस्टा रिका के वैज्ञानिक गिल चावेरी (scientist Gil Chaverri) ने आवर्त सारणी का एक नया रूप प्रस्तुत किया जो तत्वों के इलेक्ट्रानिक संरचना पर आधारित था। रसायन शास्त्रियों के लिये आवर्त सारणी अत्यन्त महत्वपूर्ण एवं उपयोगी है। इसके कारण कम तत्वों के गुणधर्मों को ही याद रखने से काम चल जाता है क्योंकि आवर्त सारणी में किसी समूह (उर्ध्वाधर पंक्ति) या किसी आवर्त (क्षैतिज पंक्ति) में गुणधर्म एक निश्चित क्रम से एवं तर्कसम्मत तरीके से बदलते हैं। नीचे आवर्त सारणी का आधुनिक रूप दिखाया गया है जिसमें १८ वर्ग तथा ७ आवर्त हैं- .

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आइएसओ ३१६६ - १

देशों की सूची - ISO 3166-1.

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आइनू लोग

अपने परम्परागत परिधान में कुछ आइनू लोग एक आइनू पुरुष (सन् 1880 में खींची गई तस्वीर) आइनू (जापानी: アイヌ) जापान के उत्तरी भाग और रूस के सुदूर पूर्वी भाग में बसने वाली एक जनजाति है। यह होक्काइडो द्वीप, कुरिल द्वीपसमूह और साख़ालिन द्वीप पर रहते हैं। समय के साथ-साथ इन्होने जापानी लोगों से शादियाँ कर लीं हैं और उनमें मिश्रित हो चुके हैं। इस वजह से इनकी संख्या का सही अनुमान लगा पाना कठिन है। अंदाज़ा लगाया जाता है कि विश्व में 25,000 से 2,00,000 के बीच आइनू रहते हैं।Poisson, B. 2002, The Ainu of Japan, Lerner Publications, Minneapolis, p.5.

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आइस रेसिंग (बर्फ दौड़)

बर्फ पर एक वोक्सवैगन बीटल रेसिंग आइस रेसिंग (बर्फ दौड़) एक प्रकार की रेसिंग है जिसमें कारों, मोटरसाइकिलों, स्नोमोबाइलों और अन्य मोटर चालित वाहनों को उपयोग में लाया जाता है। बर्फ रेसिंग पूरी तरह से जमी हुई झील या नदियों पर अथवा सावधानी पूर्वक तैयार की गई जमी हुई भूखंड पर होती हैं। प्राकृतिक बर्फ के लिए ठंड के मौसम की आवश्यकता होती है, जो आमतौर पर कनाडा, उत्तरी अमेरिका और उत्तरी यूरोप के उच्च अक्षांशों पर पाया जाता है, हालांकि कुछ सीमित इनडोर प्रतियोगिताएं गर्मियों में भी आयोजित की जाती हैं, विशेषकर बर्फ हॉकी रिंक (केवल मोटरसाइकिल और एटीवी)। उत्तरी अमेरिका में ट्रैक व्यापक रूप से 1/4 मील (~400 मी) अण्डाकार लंबी से लेकर कई मील लंबी सड़क दौड़ के लिए डिजाइन की हुई हैं। .

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इनुइत

दो इनुइत स्त्रियाँ और बच्चा उत्तरी अमेरिका और ग्रीनलैंड में विभिन्न इनुइत भाषाओँ का फैलाव अलास्का के बैरो शहर में 'नालुकाताक़'​ नामक त्यौहार पर नाचते इनुइत इनुइत (इनुकतितुत: ᐃᓄᐃᑦ, अंग्रेज़ी: Inuit) ग्रीनलैंड, कनाडा, संयुक्त राज्य अमेरिका और रूस के सुदूर उत्तर में स्थित बर्फ़ीले आर्कटिक इलाक़ों में बसने वाली कुछ मानव जातियों का सामूहिक नाम है। इनुइतों में बहुत सी भिन्न उपजातियाँ हैं लेकिन इन सभी में आपसी समानताएँ और सम्बन्ध हैं। 'इनुइत' एक बहुवचन शब्द है और एक व्यक्ति को 'इनुक' (Inuk) कहा जाता है। पुराने ज़माने में इनुइत लोगों को 'एस्किमो' (Eskimo) बुलाया जाता था लेकिन बहुत से इनुइत लोग इसे अपमानजनक शब्द मानते हैं इसलिए अब इस जाती को आमतौर पर 'इनुइत' ही कहा जाता है। 'इनुइत' शब्द का अर्थ 'लोग' है।, Inuitcircumpolar.com, Accessed 2011-01-24, bambusspiele.de, Accessed 2008-01-07 .

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इब्रानी भाषा

हिब्रूभाषी क्षेत्र हिब्रू (עִבְרִית, Ivrit) सामी-हामी भाषा-परिवार की सामी शाखा में आने वाली एक भाषा है। ये इस्राइल की मुख्य- और राष्ट्रभाषा है। इसका पुरातन रूप बिब्लिकल हिब्रू यहूदी धर्म की धर्मभाषा है और बाइबिल का पुराना नियम इसी में लिखा गया था। ये हिब्रू लिपि में लिखी जाती है ये दायें से बायें पढ़ी और लिखी जाती है। पश्चिम के विश्वविद्यालयों में आजकल इब्रानी का अध्ययन अपेक्षाकृत लोकप्रिय है। प्रथम महायुद्ध के बाद फिलिस्तीन (यहूदियों का इज़रायल नामक नया राज्य) की राजभाषा आधुनिक इब्रानी है। सन् १९२५ई.

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इमानुएल काण्ट

इमानुएल कांट (1724-1804) जर्मन वैज्ञानिक, नीतिशास्त्री एवं दार्शनिक थे। उसका वैज्ञानिक मत "कांट-लाप्लास परिकल्पना" (हाइपॉथेसिस) के नाम से विख्यात है। उक्त परिकल्पना के अनुसार संतप्त वाष्पराशि नेबुला से सौरमंडल उत्पन्न हुआ। कांट का नैतिक मत "नैतिक शुद्धता" (मॉरल प्योरिज्म) का सिद्धांत, "कर्तव्य के लिए कर्तव्य" का सिद्धांत अथवा "कठोरतावाद" (रिगॉरिज्म) कहा जाता है। उसका दार्शनिक मत "आलोचनात्मक दर्शन" (क्रिटिकल फ़िलॉसफ़ी) के नाम से प्रसिद्ध है। इमानुएल कांट अपने इस प्रचार से प्रसिद्ध हुये कि मनुष्य को ऐसे कर्म और कथन करने चाहियें जो अगर सभी करें तो वे मनुष्यता के लिये अच्छे हों। .

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इरतिश नदी

इरतिश नदी का जलसम्भर क्षेत्र ओम्स्क शहर के पास इरतिश नदी इरतिश नदी (रूसी: Иртыш, अंग्रेज़ी: Irtysh) उत्तरी एशिया के साइबेरिया क्षेत्र की एक नदी है और ओब नदी की प्रमुख उपनदी है। इसके नाम का अर्थ 'सफ़ेद नदी' है। ओब-इरतिश का मिलाजुला क्षेत्र एशिया का एक विशाल जलसम्भर है जिसमें पश्चिमी साइबेरिया और अल्ताई पर्वत आते हैं। इसकी कुल लम्बाई ४,२४८ किलोमीटर (२,६४० मील) है। इरतिश नदी का मार्ग चीन, कज़ाख़स्तान, मंगोलिया और रूस के देशों से होकर निकलता है।, Britannica Educational Publishing, The Rosen Publishing Group, 2011, ISBN 978-1-61530-411-0,...

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इराक पर आक्रमण 2003

इराक पर 2003 का आक्रमण 20 मार्च से 1 मई 2003 तक चला और इराक युद्ध की शुरूआत को संकेत था, जो संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा संचालित ऑपरेशन इराकी स्वतंत्रता (19 मार्च से पहले, इराक में मिशन को "ऑपरेशन एंडरिंग फ्रीडम" कहा जाता था।. आक्रमण में 21 दिनों के प्रमुख मुकाबले और संचालन शामिल थे, जिसमें संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, ऑस्ट्रेलिया और पोलैंड के सैनिकों की एक संयुक्त सेना ने इराक पर हमला किया और सद्दाम हुसैन की बाथिस्ट सरकार को हटा दिया। आक्रमण चरण में मुख्य रूप से पारंपरिक रूप से लड़ा युद्ध के शामिल था, जिसमें ऑस्ट्रेलिया और पोलैंड के साथ यूनाइटेड किंगडम की निहित सहायता के साथ अमेरिकी सेनाओं द्वारा बगदाद की इराकी राजधानी पर कब्जा शामिल था। आक्रमण पहले 20 मार्च 2003 को बगदाद में राष्ट्रपति महल पर हवाई हमले से पहले किया गया था। अगले दिन, गठबंधन बलों ने इराक़-कुवैती सीमा के करीब अपने बिंदु से बसरा प्रांत में घुसपैठ शुरू की। विशेष बल ने एक उभयचर हमला किया बसरा और आसपास के पेट्रोलियम क्षेत्रों को सुरक्षित करने के लिए फारस की खाड़ी, मुख्य आक्रमण सेना दक्षिणी इराक में चली गई थी। इराकी सेना जल्द ही हार गई और गठबंधन ने 9 अप्रैल को राजधानी बगदाद पर कब्जा कर लिया था। लेकिन 17 मार्च 2003 को, अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने सद्दाम हुसैन को अपने बेटों उदय और कुसु के साथ देश छोड़ने के लिए 48 घंटे दिए थे।. .

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इरकुत्स्क

रूस के नक़्शे में इरकुत्स्क ओब्लास्त (लाल रंग में) इरकुत्स्क (रूसी भाषा: Ирку́тск, अंग्रेज़ी: Irkutsk) रूस के साइबेरिया क्षेत्र के दक्षिणपूर्वी भाग में स्थित इरकुत्स्क ओब्लास्त नामक प्रान्त की राजधानी है। अंगारा नदी के किनारे बसा हुआ यह शहर साइबेरिया के सबसे बड़े शहरों में से एक है और २०१० की जनगणना में इसकी आबादी ५,८७,२२५ गिनी गई थी। इसके पास अन्गार्स्क (Angarsk) और शेलेख़ोव (Shelekhov) शहर स्थित हैं जो इरकुत्स्क महानगर क्षेत्र का हिस्सा गिने जाते हैं और अगर इन्हें भी गिना जाए तो इरकुत्स्क महानगर की आबादी १० लाख के आसपास है। इरकुत्स्क में जुलाई में तापमान ३७.२ सेंटीग्रेड तक जा चुका है और सर्दियों में जनवरी में −४९.७ सेंटीग्रेड तक गिर भी चुका है। इतनी भयंकर सर्दी में शीतकालीन मौसम में किसी ज़माने में यहाँ दूध जमी हुई ईंटों में बिका करता था।, Henry Lansdell, Houghton, Mifflin, 1882,...

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इरकुत्स्क ओब्लास्त

रूस के नक़्शे में इरकुत्स्क ओब्लास्त (लाल रंग में) इरकुत्स्क ओब्लास्त (रूसी भाषा: Ирку́тская о́бласть, इरकुत्स्काया ओब्लास्त; अंग्रेज़ी: Irkutsk Oblast) रूस के साइबेरिया क्षेत्र के दक्षिणपूर्वी भाग में स्थित रूस का एक संघीय खंड है जो उस देश की शासन प्रणाली में ओब्लास्त का दर्जा रखता है। यह अंगारा, लेना और निझ़नाया तुंगुस्का नदियों का जलसम्भर क्षेत्र है। इसकी राजधानी इरकुत्स्क शहर है और इस प्रान्त की आबादी २०१० की जनगणना में २४,२८,७५० अनुमानित की गई थी। इरकुत्स्क ओब्लास्त का क्षेत्रफल ७,६७,९०० वर्ग किमी है यानि लगभग पाकिस्तान के क्षेत्रफल के बराबर। इरकुत्स्क ओब्लास्त की स्थापना सोवियत संघ के ज़माने में २६ सितम्बर १९३७ को हुई थी।, Europa Publications, Psychology Press, 2002, ISBN 978-1-85743-142-1,...

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इल्या इलिच मेखनिकोव

इल्या इलिच मेखनिकोव (Илья Ильич Мечников) (१६ मई १८४५ – १५ जुलाई १९१६) एक रूसी सूक्ष्मजैविक थे। इन्होंने प्रतिरक्षा प्रणाली पर अध्ययन किये। १९०८ में इन्हें फैगोसाइटोसिस पर कार्य के लिए नोबेल पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था। .

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इल्यूशिन आईएल-214

इल्यूशिन आईएल-214 (Ilyushin Il-214) मल्टी रोल ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट (एमटीए) एक मध्यम सैन्य परिवहन विमान है जो शुरू में रूस की यूनाइटेड एयरक्राफ्ट कॉरपोरेशन (यूएसी) द्वारा और भारत के हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा योजनाबद्ध था। दोनों कंपनियों ने 2009 में संयुक्त उद्यम शुरू किया था, जब यह उम्मीद थी कि प्रत्येक परियोजना में $30 करोड़ का निवेश करेगा। एमटीए को भारतीय वायु सेना के पुराने ऐंटोनोव एन-32 परिवहन विमान को बदलने के लिए शुरू किया गया था। यह नियमित परिवहन के काम को पूरा करने के लिए और पैराट्रूपर्स को तैनात करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। विमान की पहली उड़ान 2017 में होनी है और 2018 तक इसे सेवा में शामिल करने की उम्मीद है। जनवरी 2016 में, यह घोषणा की गई थी कि भारत का हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड परियोजना में अब शामिल नहीं होगा और रूस अकेले इस परियोजना के साथ आगे बढ़ेगा। .

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इलेक्ट्रिक मल्टिपल इकाई

इलेक्ट्रिक मल्टिपल इकाई या EMU एक बहु-इकाई रेल-गाड़ी होती है, जिसमें एक या अधिक यात्री डिब्बे लगे होते हैं, व सभी डिब्बे यात्रियों को ढोते हैं एवं शक्ति हेतु विद्युत का प्रयोग करते हैं। USA. Trains of the Singapore MRT. EMUs are often used for rapid transit lines. .

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इस्लाम के राष्ट्र

इस्लाम धर्म के राष्ट्र निम्न हैँ-.

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इस्लाम की आलोचना

इस्लाम की आलोचना उसके उद्भव के शुरुआती चरणों से ही अस्तित्व में है। सबसे पहले सन् 1000 ई में भी पहले ईसाइयों के द्वारा इसकी आलोचना शुरू हुई। वो इस्लाम को इसाईयत का एक परिवर्तित रूप या नया सम्प्रदाय के रूप में मानते थे। बाद में इस्लामी दुनिया से भी आलोचना के स्वर निकलने लगे और साथ ही साथ यहूदी लेखक और चर्च से जुड़े इसाई इसकी आलोचना करते पाये गये।De Haeresibus by John of Damascus.

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इवान अलेक्सँद्रोविच गोंचारोब

इवान गोंचारोब इवान अलेक्सँद्रोविच गोंचारोब (रूसी: Ива́н Алекса́ндрович Гончаро́в, Ivan Aleksandrovich Goncharov; 18 जून 1812 – 27 सितम्बर 1891) प्रसिद्ध रूसी उपन्यासकार एवं लेखक थे। उनके 'अ कॉमन स्टोरी' (A Common Story (1847)) और ओब्लोमोव (1859) बहुत प्रसिद्ध हैं। इवान गोंचारोब का जन्म सिंबिर्स्क में तथा मृत्यु पेतेर्बुर्ग में हुई। उन्होने मॉस्को विश्वविद्यालय के सहित्य विभाग में शिक्षा प्राप्त की। साहित्यिक कार्य का आरंभ १८३५ में हुआ। समुद्री जहाज से भ्रमण करने पर गोंचारोव ने 'जहाज पल्लादा' नामक यात्रा साहित्य की प्रसिद्ध कृति लिखी। गोंचारोव ने तीन विख्यात उपन्यास लिखे - 'मामूली कहानी' (१८४७), "ओब्लोमोव" (१८५९) और 'खड़ी चट्टान' (१८६९)। इन कृतियों में तत्कालीन रूस के वर्णन हैं: समाज के दो पहलुओं के प्रतिनिधियों आलसी राजदरबारी जमींदारों और सक्रिय पूँजीवादियों के प्रतिबिंब हैं। उपन्यासों के नारी पात्रों में तत्कालीन रूसी समाज के प्रगतिशील विचारों का सजीव चित्रण मिलता है। गोंचारोव ने अनेक आलोचनात्मक कृतियाँ भी लिखीं जो ग्रिबोएदोव, बेलिंस्की आदि रूसी लेखकों से संबंधित हैं। श्रेणी:रूसी साहित्यकार.

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इवानोवो ओब्लास्ट

इवानोवो ओब्लास्ट की रूस में स्थिति इवानोवो, रूस का एक ओब्लास्ट (области या प्रांत) है। सन २०१० की जनगणना के अनुसार इसकी आबादी ११,४८,३२९ है। यह २१,८०० वर्ग किलोमीटर के इलाके में फैला हुआ है। यह रूस के केंद्रीय संघीय व आर्थिक जिले में आता है। .

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इगोर आन्द्रीव

श्रेणी:टेनिस खिलाड़ी श्रेणी:पुरुष टेनिस खिलाड़ी.

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इंटरनेट उच्चस्तरीय डोमेन की सूची

The following is a list of currently existing Internet Top-level domains (TLDs).

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इंदिरा गांधी शांति पुरस्कार

इंदिरा गाँधी शांति पुरस्कार भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की याद में दिया जाता है। १९८४ में उनकी हत्या कर दी गई थी। उनकी स्मृति में स्थापित 'इंदिरा गांधी मेमोरिल ट्रस्ट' द्वारा वर्ष १९८६ से 'इंदिरा गांधी शांति, निरस्त्रीकरण और विकास पुरस्कार' प्रति वर्ष विश्व के किसी ऐसे व्यक्ति को प्रदान किया जाता है जिसने समाज सेवा, निरस्त्रीकरण या विकास के कार्य में महत्वपूर्ण योगदान किया हो। इस पुरस्कार के अंतर्गत २५ लाख रुपए नकद, एक ट्रॉफी और प्रशस्तिपत्र प्रदान किया जाता है। .

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इंग्लिश चैनल

इंग्लिश चैनल का सैटेलाइट दृश्य इंग्लिश चैनल (la Manche, "स्लीव") अटलांटिक महासागर की एक शाखा है जो ग्रेट ब्रिटेन को उत्तरी फ्रांस से अलग करती है और उत्तरी सागर को अटलांटिक से जोड़ती है। यह तकरीबन लंबी है और चौड़ाई में से इसकी व्यापकता से लेकर डोवर जलसंयोगी में केवल तक के आधार पर भिन्नता है।"इंग्लिश चैनल".

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इकसिंगा

इकसिंगा या यूनिकॉर्न (जो लैटिन शब्दों - unus (यूनस) अर्थात् 'एक' एवं cornu (कॉर्नू) अर्थात् 'सींग' से बना है) एक पौराणिक प्राणी है। हालांकि इकसिंगे का आधुनिक लोकप्रिय छवि कभी-कभी एक घोड़े की छवि की तरह प्रतीत होता है जिसमें केवल एक ही अंतर है कि इकसिंगे के माथे पर एक सींग होता है, लेकिन पारंपरिक इकसिंगे में एक बकरे की तरह दाढ़ी, एक सिंह की तरह पूंछ और फटे खुर भी होते हैं जो इसे एक घोड़े से अलग साबित करते हैं। मरियाना मेयर (द यूनिकॉर्न एण्ड द लेक) के अनुसार, "इकसिंगा एकमात्र ऐसा मनगढ़ंत पशु है जो शायद मानवीय भय की वजह से प्रकाश में नहीं आया है। यहां तक कि आरंभिक संदर्भों में भी इसे उग्र होने पर भी अच्छा, निस्वार्थ होने पर भी एकांतप्रिय, साथ ही रहस्यमयी रूप से सुंदर बताया गया है। उसे केवल अनुचित तरीके से ही पकड़ा जा सकता था और कहा जाता था कि उसके एकमात्र सींग में ज़हर को भी बेअसर करने की ताकत थी।", Geocities.com .

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कतुन नदी

तुन्गुर गाँव के पास कतुन नदी अल्ताई गणतंत्र में कतुन नदी का एक दृश्य कतुन नदी (रूसी: Катунь, अंग्रेज़ी: Katun) रूस के साइबेरिया क्षेत्र में अल्ताई गणतंत्र और अल्ताई क्राय विभागों में स्थित एक ६८८ किमी लम्बी नदी है। यह अल्ताई पर्वत शृंखला के सबसे ऊँचे पहाड़, बेलुख़ा पर्वत (Белуха, Belukha) पर स्थित हिमानी (ग्लेशियर) से शुरू होती है और आगे चलकर बियस्क शहर से २६ किमी दक्षिण-पश्चिम में इसका बिया नदी के साथ विलय हो जाता है, जिसके बाद मिली हुई धारा साइबेरिया की महान ओब नदी कहलाती है।, Egon T. Degens, Stephan Kempe, International Council of Scientific Unions.

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कमचातका प्रायद्वीप

अंतरिक्ष से (आधे बर्फ़ से ढके हुए) कमचातका का दृश्य कमचातका प्रायद्वीप (रूसी: полуо́стров Камча́тка, पोलूओस्त्रोव कमचातका) रूस के साइबेरिया क्षेत्र के सुदूर पूर्व में एक 1,250 किमी लम्बा प्रायद्वीप है। इसका क्षेत्रफल 472,300 वर्ग किमी है (यानि भारत के उत्तर प्रदेश राज्य से लगभग दुगना)। यह उत्तर में साइबेरिया से जुड़ा हुआ है। इसके पूर्व में प्रशांत महासागर है और पश्चिम में ओख़ोत्स्क सागर है। प्रशासनिक रूप से यह रूस के कमचातका क्राय विभाग का हिस्सा है। कमचातका का काफ़ी क्षेत्र पहाड़ी है और इसपर लगभग 160 ज्वालामुखी स्थित हैं, जिनमें से 29 अभी भी सक्रीय माने जाते हैं। इनमें से एक ज्वालामुखी, क्लुचेव्स्काया सोप्का, 15,584 फ़ुट ऊँचा है और पृथ्वी के उत्तरी गोलार्ध (हेमिस्फ़ेयर) का सबसे बड़ा ज्वालामुखी माना जाता है। कमचातका पर तरह-तरह के पशु-पक्षी पाए जाते हैं, जिनमें से भूरा भालू सबसे प्रसिद्ध है और बहुत बड़े आकार का होता है। .

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कमचातका क्राय

रूस के नक़्शे में कमचातका क्राय की स्थिति (पूर्वोत्तर में, लाल रंग में) कमचातका क्राय रूस के साइबेरिया क्षेत्र के सुदूर पूर्व में स्थित एक 'क्राय' का दर्जा रखने वाला संघीय खंड है। पहले यह दो प्रशासनिक खण्डों में बंटा हुआ था - कामचातका ओब्लास्त और कोर्याक स्वशासित ओक्रुग। इन दोनों में रायशुमारी करने के बाद जनता के फ़ैसले से १ जुलाई २००७ को इनका विलय करके कमचातका क्राय बनाया गया। इसकी राजधानी पेत्रोपाव्लोव्स्क-कमचातस्कीय नाम का शहर है। सन् २००७ में की गई एक जनगणना के अनुसार इसकी आबादी ३,२१,७६४ थी। इस क्राय का क्षेत्रफल ४,७२,३०० वर्ग किलोमीटर है, यानी लगभग उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड को मिलाकर क्षेत्र के बराबर। भौगोलिक रूप से कमचातका क्राय का बड़ा हिस्सा कमचातका प्रायद्वीप में आता है। .

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कमोव केए-27

कामोव केए-27 (Kamov Ka-27) (नाटो रिपोर्टिंग नाम 'हेलिक्स') सोवियत नौसेना के लिए विकसित एक सैन्य हेलीकॉप्टर है और वर्तमान में नौसैनिक एयरबोर्न प्रारंभिक चेतावनी और नियंत्रण भूमिका में रूस, यूक्रेन, वियतनाम, चीन, दक्षिण कोरिया और भारत में सेवा कर रहा हैं। इन वेरिएंट में कमोव केए-29 हमला परिवहन, कमोव केए-28 डाउनग्रेडेड निर्यात संस्करण और नागरिक उपयोग के लिए कमोव केए-32 शामिल हैं। .

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करनैल सिंह

सूबेदार करनैल सिंह, 18 सितम्बर 2016 को जम्मू और कश्मीर के उडी सेक्टर में एलओसी के पास स्थित भारतीय सेना के स्थानीय मुख्यालय पर हुए एक आतंकी हमले में शहीद जवान है इस हमले में 18 जवान शहीद हो गए। सैन्य बलों की कार्रवाई में सभी चार आतंकी मारे गए। यह भारतीय सेना पर किया गया, लगभग 20 सालों में सबसे बड़ा हमला है। उरी हमले में सीमा पार बैठे आतंकियों का हाथ बताया गया है। इनकी योजना के तहत ही सेना के कैंप पर फिदायीन हमला किया गया। हमलावरों के द्वारा निहत्थे और सोते हुए जवानों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की गयी ताकि ज्यादा से ज्यादा जवानों को मारा जा सके। अमेरिका ने उड़ी हमले को "आतंकवादी" हमला करार दिया। .

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कला स्नातक

बैचलर ऑफ आर्ट, बी.ए. (baccalaureus artium, B.A.,BA,A.B., या AB) कला में एक शैक्षणिक उपाधि है।बैचलर ऑफ आर्ट एक स्नातक का विषय जो तीन या चार सालों में पूर्ण किया जाता है। इसमें कई विषय होते हैं - अंग्रेजी,विज्ञान,सामाजिक तथा इतिहास इत्यादि। इन देशों में 3 सालों का पाठ्यक्रम उपलब्ध है - यूरोपियन यूनियन, ऑस्ट्रेलिया, अल्बानिया, हर्जगोविनीया, बोसिना,भारत, न्यूज़ीलैण्ड, ईजराइल,आईलैण्ड,नार्वे,सिंगापुर,दक्षिण अफ्रिका, वेस्ट इंडिज़, स्विटर्जलैण्ड तथा कनाडा। इन देशों में 4 सालों का कोर्स उपलब्ध है - अफ़ग़ानिस्तान, लेबनान, अरमेनिया, यूनान, बांग्लादेश, अज़रबैजान, इजिप्ट, ईरान, जापान, नाईजीरिया, सर्बिया, पाकिस्तान, फ़िलीपिंस, थाईलैण्ड, रूस,आयरलैण्ड, ईराक,दक्षिण कोरिया, तुनुसिया, कुवैत तथा तुर्की। .

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कादिरी संप्रदाय

कादरी संप्रदाय (अरबी: القادريه, फ़ारसी:قادریه, कादरी) सूफ़ियों का एक संप्रदाय है। इसका नाम अब्दुल क़ादिर जीलानी (1077–1166) के नाम पर रखा गया है जो गिलान के रहने वाले थे। यह संप्रदाय इस्लाम के मूलतत्व पर आधारित है। यह संप्रदाय अरबी बोलने वाले देशों के साथ-साथ तुर्की, इंडोनेशिया, अफ़ग़ानिस्तान, भारत, बांग्लादेश, पाकिस्तान, बाल्कन, रूस, फ़लस्तीन, इज़राइल, चीनी जनवादी गणराज्य,Gladney, Dru.

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कानपुर

कानपुर भारतवर्ष के उत्तरी राज्य उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख औद्योगिक नगर है। यह नगर गंगा नदी के दक्षिण तट पर बसा हुआ है। प्रदेश की राजधानी लखनऊ से ८० किलोमीटर पश्चिम स्थित यहाँ नगर प्रदेश की औद्योगिक राजधानी के नाम से भी जाना जाता है। ऐतिहासिक और पौराणिक मान्यताओं के लिए चर्चित ब्रह्मावर्त (बिठूर) के उत्तर मध्य में स्थित ध्रुवटीला त्याग और तपस्या का संदेश दे रहा है। यहाँ की आबादी लगभग २७ लाख है। .

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कामा नदी

कामा नदी कामा (अंग्रेज़ी: Kama; रूसी भाषा: река́ Ка́ма) रूस में बहने वाली एक प्रमुख नदी है। यह वोल्गा नदी की बाएँ तरफ की सबसे लम्बी सहायक नदी है। वास्तव में मिलन बिन्दु तक यह वोल्गा से भी बड़ी है। यह यूराल पर्वत के पश्चिमी प्रदेश में मोलोटोव नगर के पश्चिम से निकलती है। क्रमानुसार उत्तर, पूर्व तथा दक्षिण की ओर मुड़कर मोलोटोव पहुँचती है। फिर, १,२०० मील दक्षिण-पश्चिम बहकर काज़ान शहर के निकट वोल्गा में गिरती है। यही संगम प्राचीन तातार राज्य का केंद्र था। नहर द्वारा कामा का संबंध उत्तरी ड्वीना से हो जाने के कारण यूराल प्रदेश से बाल्टिक सागर तक यातायात का एक महत्वपूर्ण मार्ग खुल गया है। गर्मियों में मोलोटोव तक बड़े जलयान आ सकते हैं। मोलोटोव के निकट कामा के जल से विद्युत्‌ उत्पादन भी होता है। .

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कामोव

कामोव रोटरक्राफ्ट उत्पादित करने वाली एक रुसी एयरोस्पेस कंपनी है। इसकी स्थापना निकोलाई कामोव द्वारा की गयी थी। .

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कामोव केए-50

कामोव केए-50 "ब्लैक शार्क" (Kamov Ka-50 "Black Shark") एकल सीट वाला रूसी अटैक हेलीकॉप्टर है जो कि कामोव डिजाइन ब्यूरो की विशिष्ट समाक्षीय रोटर प्रणाली के साथ है। यह 1980 के दशक में डिजाइन किया गया था और 1995 में रूसी सेना में सेवा के लिए अपनाया गया था। यह Arsenyev में प्रगति कंपनी द्वारा निर्मित है। यह एक भारी सशस्त्र स्काउट हेलिकॉप्टर के रूप में प्रयोग किया जाता है। यह एक बचाव इंजेक्शन सिस्टम के साथ दुनिया का पहला परिचालन हेलीकॉप्टर है। 1990 के दशक के आखिर में, कामोव और इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज ने तुर्की के अटैक हेलीकॉप्टर प्रतियोगिता में प्रतिस्पर्धा करने के लिए एक अग्रानुक्रम-सीट कॉकपिट संस्करण, कामोव केए-50-2 "एरडोगन" विकसित किया। कामोव ने एक और दो सीट वाले संस्करण केए-50 "मगरमच्छ" को भी डिजाइन किया है। .

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कामोव KA- 226T

कामोव KA -226T रूस की रोस्टेक कंपनी द्वारा निर्मित एक लाइट वेट बहुउद्देशीय हेलीकॉप्टर है। यह आधुनिक नेविगेशन उपकरणों से लैस है। इसका इस्तेमाल शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में आसानी से किया जा सकता है। इसके पिछले हिस्से का आकार छोटा होने से इसे छोटे हवाई अड्डों पर भी लैंड या टेक ऑफ किया जा सकता है।इससे बहुत ही कम ध्वानि प्रदूषण होता है। साथ ही यह नवीनतम आधुनिक पर्यावरण आवश्यकताओं को पूरा करता है। इस हेलीकॉप्टर में रीप्लेनकेबल ट्रांसपोर्ट मॉड्यूल लगा हुआ है, जिससे कम समय में यह अपनी कार्यक्षमता बदलने में सक्षम है। ये हेलीकाप्टर भारत के पुराने चीता (हेलीकॉप्टर) और चेतक (हेलीकॉप्टर) हेलीकाप्टरों का स्थान लेंगे। .

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कारपैथी पर्वत

अंतरिक्ष से ली गई कारपैथी पर्वत क्षेत्र की तस्वीर कारपैथी पर्वत (Carpathian Mountains) पूर्वी और मध्य यूरोप में स्थित लगभग १,५०० किमी लम्बी एक पर्वतमाला है। १,७०० किमी चलने वाली स्कैंडीनेवियाई पर्वतमाला के बाद यह यूरोप की दूसरी सब से लम्बी पर्वत शृंखला है। इसमें यूरोप के वन्य जीवन एक बड़ा हिस्सा रहता है, जिसमें भूरे भालू, भेड़िये, शाम्वा और लिंक्स शामिल हैं। यूरोप में मिलने वाली पौधों-वृक्षों की जातियों में से एक-तिहाई इन्ही पहाड़ों में मिलती है। रूस के अलावा, यूरोप के वनों का बड़ा अंश कारपैथी क्षेत्र में ही स्थित है। यह पहाड़ चेक गणतंत्र, स्लोवाकिया, पोलैंड, हंगरी, युक्रेन और रूमानिया में विस्तृत हैं, लेकिन इनका सबसे बड़ा फैलाव रूमानिया में है। पारंपरिक रूप से कारपैथी पर्वतों को तीन भागों में देखा जाता है: पश्चिमी कारपैथी (चेक गणतंत्र, पोलैंड व स्लोवाकिया), मध्य कारपैथी (दक्षिणपूर्वी पोलैंड, पूर्वी स्लोवाकिया, युक्रेन व रूमानिया और दक्षिणी कारपैथी (रूमानिया व सर्बिया)। करपैथियों की सबसे ऊँची उपश्रेणी का नाम तात्रा पर्वत शृंखला (Tatra Range) है, जिन्हें अनौपचारिक रूप से 'ऊँचे तात्रा' (High Tatras) भी कहा जाता है। कारपैथी पर्वतों का सबसे ऊँचा पहाड़ - स्लोवाकिया में स्थित २,६५५ मीटर (८,७११ फ़ुट) लम्बा गेरलाचोव्सकी श्तित (Gerlachovský štít) - इसी तात्रा श्रेणी का हिस्सा है।, Lucinda Mallows, Bradt Travel Guides, 2007, ISBN 978-1-84162-188-3,... The highest peak in the entire Carpathians is Gerlachovsky stit (2,655m) in the High Tatras... .

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कारा जलडमरूमध्य

कारा जलडमरूमध्य को दर्शाता मानचित्र कारा जलडमरूमध्य, (रूसी: Пролив Карские Ворота; प्रोलिव कार्स्किये वोरोटा) नोवाया ज़ेमल्या के दक्षिणी छोर और वाइगाच द्वीप के उत्तरी सिरे के बीच एक 56 किमी (35 मील) चौड़ा जलांतराल है। यह जलडमरूमध्य रूस के उत्तर में कारा सागर को बेरिंट सागर से जोड़ता है। उत्तरी सागर मार्ग के प्रारंभिक अन्वेषण के दौरान कारा जलडमरूमध्य एक महत्वपूर्ण जलमार्ग था। .

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कार्तवेली भाषाएँ

कॉकस क्षेत्र में कार्तवेली भाषाओँ का फैलाव कार्तवेली भाषाएँ (जोर्जियाई: ქართველური ენები, अंग्रेज़ी: Kartvelian languages) या दक्षिण कॉकसी भाषाएँ (South Caucasian) कॉकस क्षेत्र में मुख्य रूप से जोर्जिया में बोली जानी वाली भाषाओँ का एक समूह है। जोर्जिया के आलावा इन्हें रूस, संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोप, इस्राइल और पूर्वोत्तरी तुर्की में भी जहाँ-तहाँ बोला जाता है। दुनिया भर में इन्हें बोलने वालों की संख्या क़रीब ५२ लाख अनुमानित की गई है। इन भाषाओँ का विश्व की अन्य भाषाओँ से कोई सम्बन्ध ज्ञात नहीं है। जोर्जियाई भाषा सबसे अधिक बोले जानी वाली कार्तवेली भाषा है और इसे जोर्जिया की राष्ट्रभाषा होने का गौरव प्राप्त है। विश्व की सबसे पुरानी कार्तवेली लिखाई सन् ४४० ईसवी में बेथलहम शहर के जोर्जियाई ईसाई मठ में लगे एक शिलालेख पर मिलती है।Lang (1966), p. 154 .

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कार्दाशेव मापनी

कार्दाशेव मापनी (Kardashev scale) किसी सभ्यता के प्रौद्योगिकीय विकास के स्तर को मापने की एक विधि है। इसमें सभ्यता द्वारा संचार के लिये उपयोग में ली जाने वाली ऊर्जा को आधार के रूप में लिया जाता है। इस आधार पर सभ्यताओं की तीन श्रेणीया बतायी गयी हैं- श्रेणी-१, श्रेणी-२ तथा श्रेणी-३। 1964 मे कार्दाशेव ने किसी परग्रही सभ्यता के तकनीकी विकास की क्षमता को मापने के लिये इस मापनी को प्रस्तावित किया। रूसी खगोल विज्ञानी निकोलाइ कार्दाशेव के अनुसार सभ्यता के विकास के विभिन्न चरणो को ऊर्जा की खपत के अनुसार श्रेणीबद्ध लिया जा सकता है। इन चरणो के आधार पर परग्रही सभ्यताओं का वर्गीकरण किया जा सकता है। .

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कार्निवल

कोलोन, जर्मनी में रोसेनमोंटाग परेड में कार्निवल झांकियां. कार्निवल एक उत्सव का मौसम है जो लेंट से ठीक पहले पड़ता है; मुख्य कार्यक्रम आमतौर फरवरी के दौरान होते हैं। कार्निवल में आमतौर पर एक सार्वजनिक समारोह या परेड शामिल होता है जिसमें सर्कस के तत्त्व, मुखौटे और सार्वजनिक खुली पार्टियां की जाती हैं। समारोह के दौरान लोग अक्सर सजते संवरते हैं या बहुरुपिया बनते हैं, जो दैनिक जीवन के पलटाव को दर्शाता है। कार्निवल एक त्योहार है जिसे पारंपरिक रूप से रोमन कैथोलिक में आयोजित किया जाता है और एक हद तक पूर्वी रूढ़िवादी समाजों में भी.

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कार्बोनरी

कार्बोनरी (Carbonari; अर्थ- काष्ठकोयला बनाने वाले) इटली में १८०० से १८३१ के बीच सक्रिय गुप्त क्रान्तिकारी समूहों के अनौपचारिक नेटवर्क था। इन्होने फ्रांस, स्पेन, पुर्तगाल, रूस, ब्राजील और उरुग्वे के क्रान्तिकारियों को भी प्रभावित किया। श्रेणी:इटली का इतिहास.

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कारेलिया गणतंत्र

कारेलिया गणतन्त्र (रूसी: Респу́блика Каре́лия, अंग्रेज़ी: Republic of Karelia, कारेलियाई: Karjalan Tazavalda) रूसी गणतन्त्र का एक संघीय खंड है जो उस देश की शासन प्रणाली में गणतंत्र का दर्जा रखता है। यह यूरोप के उत्तर में और रूस के पश्चिमोत्तर में स्थित है। इसकी राजधानी पेत्रोज़ावोद्स्क नगर है और जनसंख्या ६,४३,५४८ (२०१० की जनगणना) है। रूस का यह विभाग ऐतिहासिक 'कारेलिया' नामक क्षेत्र पर विस्तृत है जो वर्तमान में रूस और फ़िनलैन्ड के बीच बंटा हुआ है। .

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कालमिकिया

कालमिकिया (रूसी: Республика Калмыкия, रेसपूब्लिका कालमिकिया; कालमिक: Хальмг Таңһч; अंग्रेज़ी: Republic of Kalmykia) रूस का एक संघीय खंड है जो उस देश की शासन प्रणाली में गणतंत्र का दर्जा रखता है। (2010 All-Russian Population Census, vol. 1).

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काला सागर

नासा के वर्ल्ड विंड ग्लोब सॉफ्टवेयर द्वारा कृष्ण सागर का दृश्य कृष्ण सागर या काला सागर एक महाद्वीपीय समुद्र है जो दक्षिण-पूर्वी यूरोप, कॉकेशस और अनातोलिया के प्रायद्वीप (तुर्की) से घिरा है। अंध महासागर में यह भूमध्य और एजियन सागरों और विभिन्न जलडमरूमध्यों के माध्यम से जुड़ा हुआ है। इसमें बोस्पोरस की जलसंयोगी मारमरा सागर का नाम उल्लेखनीय है। कृष्ण सागर, 436,400 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल का जलाशय है, जिसकी अधिकतम गहराई 2212 मीटर है। इसमें समाहित जल का आयतन लगभग 5,47,000 घन किमी है। कृष्ण सागर पश्चिम में बुल्गारिया, रोमानिया, उत्तर-पूर्व में रूस और यूक्रेन, दक्षिण में तुर्की के बीच स्थित है। इसके पूर्व में जॉर्जिया तथा कॉकेशस की पर्वतमालाएँ हैं जो इसे कैस्पियन सागर से अलग करती हैं। पूर्व से पश्चिम की सबसे अधिक लंबाई लगभग 1175 किमी है। '''कृष्ण सागर''' का क्रीमिया गणराज्य के एक गांव से दृश्य इस तट के साथ लगे महत्वपूर्ण शहरों में शामिल हैं: कॉस्टैंटा (306000 550000 के एक मेट्रो के साथ), इस्तांबुल (11372613), ओडेसा (1001000), मंगालिया (41153), बुर्गास (229250), वार्ना (357752 416000 के एक मेट्रो के साथ), खेरसॉन (358000), सेवास्टॉपॉल (379200), याल्टा (80552), कर्च (158165), नोवोरोसीस्क (281400), सोची (328809), सूखुमी (43700), नैवोदारी (34669), पोती (47149), बातुमी (121806), ट्रैबज़ॉन (275137), सैमसन (439000) ओर्दू (190143) और जोंगूल्दाक (104276).

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काला सागर आर्थिक सहयोग

काला सागर आर्थिक सहयोग संगठन; Black Sea Economic Cooperation: (BSEC), इस संगठन का उद्देश्य है काला सागर क्षेत्र के देशों के मध्य आर्थिक और तकनीक सहयोग में वृद्धि लाना तथा इसका मुख्यालय इस्तांबुल तुर्की में स्थित है। .

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कालिनिनग्राद ओब्लास्ट

रूस का एक ओब्लास्ट (области, ओब्लास्टि, प्रांत)। श्रेणी:रूस के प्रांत en:Oblasts of Russia.

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कालुगा ओब्लास्ट

रूस का एक ओब्लास्ट (области, ओब्लास्टि, प्रांत)। श्रेणी:रूस के प्रांत en:Oblasts of Russia.

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काज़ान

काज़ान (रूसी: Казань, तातार: Казан, अंग्रेज़ी: Kazan) रूस के तातारस्तान गणतंत्र खंड की राजधानी और सबसे बड़ा शहर है। यह रूस का आठवाँ सबसे अधिक आबादी वाला नगर है। काज़ान रूस के यूरोपीय भाग में वोल्गा नदी और काज़ानका नदी के संगम पर स्थित है। इस शहर में रूसी ईसाई और तातार मुस्लिम लोग दोनों बसते हैं। सन् २००५ में काज़ान शहर की स्थापना की १०००वीं सालगिरह मनाई गई। शहर के बीच का काज़ान क्रेमलिन (क़िला) काज़ान का सबसे जाना-माना स्थल है और इसके बीच में स्थित टूटी हुई क़ुल​ शरीफ़ मस्जिद का नवनिर्माण करवाकर इसका भी २००५ में उदघाटन हुआ। यह अब यूरोप की सबसे बड़ी मस्जिद है।, Jessica Jacobson, pp.

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काकेशस पर्वत शृंखला

अंतरिक्ष से कॉकस पर्वतों का दृश्य - बर्फ़-ढके महाकॉकस की शृंखला उत्तर-पश्चिम में कृष्ण सागर से चलकर दक्षिण-पूर्व में कैस्पियन सागर तक पहुँचती साफ़ नज़र आ रही है काकेशस पर्वत शृंखला यूरोप और एशिया की सीमा पर स्थित, कृष्ण सागर और कैस्पियन सागर के दरमियान के कॉकस क्षेत्र की एक पर्वत शृंखला है, जिसमें यूरोप का सब से ऊंचा पहाड़, एल्ब्रुस पर्वत, भी शामिल है। कॉकस पर्वतों के दो मुख्य भाग हैं - महाकॉकस पर्वत शृंखला और हीनकॉकस पर्वत शृंखला। महाकॉकस पर्वत कृष्ण सागर के उत्तरपूर्वी छोर पर बसे रूस के सोची शहर से शुरू होकर पूर्व के ओर कैस्पियन सागर पर बसी अज़रबैजान की राजधानी बाकू तक पहुँचते हैं। हीनकॉकस इनके दक्षिण में १०० किमी की दूरी पर साथ-साथ चलते हैं। जॉर्जिया की मेसख़ेती पर्वत शृंखला हीनकॉकस का ही एक हिस्सा हैं। .

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किरगिज़ लोग

काराकोल में एक मनासची कथाकार पारम्परिक किरगिज़ वेशभूषा में एक किरगिज़ परिवार किरगिज़ मध्य एशिया में बसने वाली एक तुर्की-भाषी जाति का नाम है। किरगिज़ लोग मुख्य रूप से किर्गिज़स्तान में रहते हैं हालाँकि कुछ किरगिज़ समुदाय इसके पड़ौसी देशों में भी मिलते हैं, जैसे कि उज़्बेकिस्तान, चीन, ताजिकिस्तान, अफ़्ग़ानिस्तान और रूस। .

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किर्गिज़ भाषा

किर्गिज़ एक तुर्की भाषा है और रूसी भाषा के अतिरिक्त यह किर्गिज़स्तान की आधिकारिक भाषा है। कुल के हिसाब से यह अल्तेय से बहुत निकट से और कज़ाख से दूर से जुड़ती है। हालाँकि वर्तमान समय में भाषीय सम्मिलन की वजह से किर्गिज़ और कज़ाख के बीच ज्यादा निकटता नजर आती है। किर्गिज़ भाषा किर्गिज़स्तान, चीन, अफ़गानिस्तान, कज़ाख़िस्तान, ताजिकिस्तान, तुर्की, उज़्बेकिस्तान, पाकिस्तान और रूस में करीबन 40 लाख लोगों द्वारा बोली जाती है। किर्गिज़ २०वीं शताब्दी तक मूलतः संशोधित अरबी-फ़ारसी लिपि में लिखी जाती थी, जिसके बाद कुछ समय के लिए रोमन लिपि का इस्तेमाल किया जाने लगा। बाद में सोवियत संघ के प्रभाव की वजह से सिरिलिक वर्णमाला मानक बन गई और आज तक चलन में है। हालाँकि कुछ लोग आज भी अरबी लिपि का उपयोग करते हैं। सोवियत संघ के 1991 में विघटन और देश के स्वतंत्र होने के बाद से किर्गिज़ भाषा को पुनः रोमन लिपि में कुछ किर्गिज राजनीतिज्ञ बात कह रहे हैं, लेकिन इस योजना को मूर्त रूप नहीं दिया जा सका। आजकल, यह अभी भी मुख्य भाषा मुख्य शहरों में, इस तरह के रूप में बिश्केक जबकि किरगिज़ जारी है जमीन खोने विशेष रूप से युवा पीढ़ी के बीच। .

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किरोव ओब्लास्ट

रूस का एक ओब्लास्ट (области, ओब्लास्टि, प्रांत)। श्रेणी:रूस के प्रांत.

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किज़िल

किज़िल में 'एशिया का केंद्र' स्तंभ किज़िल शहर का 'संगीत और नाटक केंद्र' किज़िल (तूवी: Кызы́л, अंग्रेज़ी: Kyzyl) रूस के तूवा गणराज्य प्रांत की राजधानी है। तूवा साइबेरिया क्षेत्र में स्थित है और एशिया के महाद्वीप के ठीक बीच में (यानी भौगोलिक केंद्र) में होने के लिए मशहूर है।, Bertie Charles Forbes, Forbes Inc., 2005,...

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किंडरगार्टन (बालवाड़ी)

अफगानिस्तान में एक किंडरगार्टन कक्षा किंडरगार्टन (जर्मन, शाब्दिक अर्थ "बच्चों का बगीचा") छोटे बच्चों के लिए शिक्षा का एक रूप है जो घरेलू शिक्षा से बदल कर अधिक औपचारिक स्कूली शिक्षा में संक्रमित हो गया है। एक और परिभाषा, जो प्रारंभिक बचपन की शिक्षा और प्रीस्कूल को बताती है, के अनुसार यह 6 और 7 साल से कम उम्र के बच्चों का पूर्व (प्री)- और आकस्मिक शिक्षण है। बच्चों को रचनात्मक खेल और सामाजिक बातचीत के माध्यम से ज्ञान दिया जाता है और उनमें बुनियादी कुशलताओं का विकास किया जाता है, साथ ही कभी कभी थोड़ी बहुत औपचारिक शिक्षा भी दी जाती है। अधिकांश देशों में बालवाड़ी (Kindergarten) प्रारंभिक बचपन की शिक्षा की प्रीस्कूल प्रणाली का हिस्सा है बच्चे आमतौर पर दो साल से सात साल की उम्र के बीच किसी भी समय में बालवाड़ी जाते हैं। यह स्थानीय प्रणाली पर निर्भर करता है। संयुक्त राज्य अमेरिका और एन्ग्लोफोन कनाडा और ऑस्ट्रेलिया के हिस्सों (न्यू साउथ वेल्स, तस्मानिया और ऑस्ट्रेलियन केपिटल टेरिटरी) में शिक्षा के पहले साल, या प्राथमिक स्कूल, (कनाडा में, पहले दो साल) के वर्णन के लिए किंडरगार्टन शब्द का उपयोग प्रतिबंधित है। इनमें से कुछ देशों में यह आवश्यक है, की अभिभावक अपने बच्चों को निर्धारित उम्र में ही (आमतौर पर, 5 साल की उम्र में) किंडरगार्टन भेजें.

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कज़ाख़ भाषा

कज़ाख़स्तान में कज़ाख़ भाषा को बढ़ावा देने का सिरिलिक लिपि में एक विज्ञापन: '(एक) कज़ाख़ को (दूसरे) कज़ाख़ से कज़ाख़ (भाषा) में बात करने दो कज़ाख़ (Қазақ тілі,, क़ाज़ाक़ तिलि) भाषा मध्य एशिया में कज़ाख़ लोगों द्वारा बोली जाने वाली एक तुर्की भाषा है। यह तुर्की भाषा-परिवार की पश्चिमी या किपचक शाखा की भाषा है और क़ाराक़ालपाक़ और नोगाई भाषाओँ से मिलती-जुलती है। २००९ की जनगणना के अनुसार इसे कज़ाख़स्तान में लगभग १ करोड़ लोग बोलते हैं और २००० में इसे कज़ाख़स्तान से बाहर बोलने वालों की संख्या ३० लाख अनुमानित की गई थी। कज़ाख़ को कज़ाख़स्तन में राष्ट्रभाषा होने का दर्जा हासिल है। कज़ाख़स्तान के अलावा इसे चीन, मंगोलिया, अफ़्ग़ानिस्तान, ताजिकिस्तान, तुर्की, तुर्कमेनिस्तान, युक्रेन, रूस और ईरान के कुछ समुदाय भी बोलते हैं। भौगोलिक दृष्टि से कज़ाख़ तियन शान पर्वतों से लेकर कैस्पियन सागर तक के विशाल क्षेत्र में बोली जाती है। .

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कज़ाख़ लोग

चीन के शिनजियांग प्रांत में एक कज़ाख़ परिवार कज़ाख़ मध्य एशिया के उत्तरी भाग में बसने वाली एक तुर्की-भाषी जाति का नाम है। कज़ाख़स्तान की अधिकाँश आबादी इसी नस्ल की है, हालाँकि कज़ाख़ समुदाय बहुत से अन्य देशों में भी मिलते हैं, जैसे कि उज़बेकिस्तान, मंगोलिया, रूस और चीन के शिनजियांग प्रान्त में। विश्व भर में १.३ से लेकर १.५ करोड़ कज़ाख़ लोग हैं और इनमें से अधिकतर की मातृभाषा कज़ाख़ भाषा है। कज़ाख़ लोग बहुत से प्राचीन तुर्की जातियों के वंशज हैं, जैसे कि अरग़िन, ख़ज़र, कारलुक, किपचक और कुमन। माना जाता है कि इनमें कुछ हद तक मध्य एशिया की कुछ ईरानी भाषाएँ बोलने वाली जातियाँ (जैसे कि शक, स्किथाई और सरमती) भी शामिल हो गई। कज़ाख़ लोग साइबेरिया से लेकर कृष्ण सागर तक फैले हुए थे और जब इस क्षेत्र में तुर्की-मंगोल लोगों का राज चला तब भी वे मध्य एशिया में ही बसे रहे। .

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कज़ाख़िस्तान

क़ज़ाख़स्तान (क़ज़ाख़: Қазақстан / Qazaqstan, रूसी:Казахстан / Kazakhstán) यूरेशिया में स्थित एक देश है। क्षेत्रफल के आधार से ये दुनिया का नवाँ सबसे बड़ा देश है। एशिया में एक बड़े भूभाग में फैला हुआ यह देश पहले सोवियत संघ का हिस्सा हुआ करता था। 1991 में सोवियत संघ के विघटन के उपरांत इसने सबसे अंत में अपने आपको स्वतंत्र घोषित किया। सोवियत प्रशासन के दौरान यहाँ कई महत्वपूर्ण परियोजनाएँ संपन्न हुईं, जिसमें कई रॉकेटों का प्रक्षेपण से लेकर क्रुश्चेव का वर्ज़िन भूमि परियोजना शामिल हैं। देश की अधिकाँश भूमि स्तेपी घास मैदान, जंगल तथा पहाड़ी क्षेत्रों से ढकी है। यहाँ के मुख्य निवासी क़ज़ाख़ लोग हैं जो तुर्क मूल के हैं। अपने इतिहास के अधिकांश हिस्से में कज़ाख़स्तान की भूमि यायावर जातियों के साम्राज्य का हिस्सा रही है। इसकी राजधानी सन १९९८ में अस्ताना को बनाई गई जो सोवियत कालीन राजधानी अल्माती से बदलकर बनाई गई थी। यहां की क़ाज़ाक़ भाषा और रूसी भाषा मुख्य- और राजभाषाएँ हैं। .

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कज़ाख़िस्तान और रूस के संबंध

कजाकिस्तान और रूस के संबंध, कजाकिस्तान और रूस के बीच द्विपक्षीय विदेशी संबंधों को संदर्भित करता है। मास्को में कजाखस्तान का दूतावास है, सेंट पीटर्सबर्ग, आस्ट्राखान और ओम्स्क में वाणिज्य दूतावास जनरल स्थित है। रूस का दूतावास एस्टाना में है, अलमाटी और उराल्स्क में रूस का वाणिज्य दूतावास है। जनवरी 2005 को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और कजाख राष्ट्रपति नूरसुल्तान नजरबायेव ने सीमा के आधिकारिक नक्शे के समझौते के अनुमोदन पर हस्ताक्षर किए। 23 मई 2009 को दोनों देशों ने कजाखस्तान के अत्य्राऊ और रूस के आस्ट्राखान प्रांतों के बीच अपना पहला सीमा 7,591 किमी (4,717 मील) मार्कर रखा। यह सीमा दुनिया में सबसे लम्बी स्थल सीमा है। सीमांकन पूरा होने में 10 से 15 साल तक का समय लगने की उम्मीद है। .

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कुत्तों की नस्लों की सूची

चिहुआहुआ मिक्स (सबसे छोटा कुत्ता) के साथ ग्रेट डेन (सबसे बड़ा कुत्ता) हज़ारों सालों से कुत्तों का चयनात्मक तौर पर प्रजनन किया जाता रहा है। कभी एक ही वंश के कुत्तों के अन्तःप्रजनन द्वारा तो कभी बहुत अलग नस्ल के कुत्तों के मिश्रण द्वारा। यह प्रक्रिया आज भी जारी है। इस प्रक्रिया के परिणामस्वरूप संकर बीज की तरह विविध प्रकार के कुत्ते पैदा हो रहे हैं मसलन चिहुअहुआ से लेकर ग्रेट डेन तक। देखा जाये तो पृथ्वी पर कुत्ता ही एक ऐसा जानवर है, जिसके रूप-रंग में व्यापक भिन्नता पायी जाती है। यह सब कुत्तों के डीएनए में मनुष्य जाति की अपेक्षा लगभग दुगुने क्रोमोज़ोम होने की वजह से हुआ है। यह कुत्तों का डीएनए ही है जो उनके शारीरिक गठन और रूप-रंग की अत्यधिक विस्तृत भिन्नता को अनुमत करता है। .

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कुर्स्क ओब्लास्ट

रूस का एक ओब्लास्ट (области, ओब्लास्टि, प्रांत)। श्रेणी:रूस के प्रांत en:Oblasts of Russia.

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कुर्गान ओब्लास्ट

रूस का एक ओब्लास्ट (области, ओब्लास्टि, प्रांत)। श्रेणी:रूस के प्रांत en:Oblasts of Russia.

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कुरील द्वीपसमूह

समय के साथ कुरील द्वीपसमूह के भिन्न द्वीपों पर रूस और जापान का नियंत्रण मातुआ द्वीप का एक दृश्य कुरील द्वीपसमूह (रूसी: Кури́льские острова́, कुरीलस्कीये ओस्त्रोवा; जापानी: 千島列島, चिशिमा रेत्तो) रूस के साखालिन ओब्लास्त (प्रान्त) में स्थित एक ज्वालामुखीय द्वीपसमूह है। यह जापान के होक्काइदो द्वीप से रूस के कमचातका प्रायद्वीप के दक्षिणी छोर तक लगभग 1300 किमी (810 मील) तक फैला है। कुरील द्वीपों की पूर्वी तरफ़ उत्तरी प्रशांत महासागर और पश्चिमी तरफ़ ओख़ोत्स्क सागर है। इस समूह में 56 द्वीप और कई अन्य छोटी समुद्र की सतह से ऊपर उठने वाली पत्थर की चट्टानें हैं। .

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क्योटो प्रोटोकॉल

क्योटो ग्रीनहाउस गैसों के वैश्विक उत्सर्जन में कटौती करने का इरादा है। उद्देश्य है,"स्थिरीकरण और ग्रीनहाउस गैस की सांद्रता के पुनर्निर्माण से जलवायु प्रणाली पर मानवजीवन के हानिकारक प्रभाव को रोकना." क्योटो जलवायु-परिवर्तन सम्मेलन का उद्देश्य था कानूनी तौर पर एक बाध्यकारी अंतरराष्ट्रीय समझौता स्थापन करना, जिससे सभी भाग लेने वाले राष्ट्रों ग्लोबल वार्मिंग के मुद्दे से निपटने और ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने के लिए खुद प्रतिबद्ध हुए.इस लक्ष्य के शिखर सम्मेलन में वर्ष 2012 में 1990 के स्तर से 5.2% की औसत कम करने पर सहमत हुए.

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क्रस्नोयार्स्क क्राय

रूस के नक़्शे में क्रस्नोयार्स्क क्राय की स्थिति (लाल रंग में) क्रस्नोयार्स्क क्राय (रूसी: Забайкальский край) रूस के साइबेरिया क्षेत्र में स्थित एक 'क्राय' का दर्जा रखने वाला संघीय खंड है। सन् २०१० में की गई एक जनगणना के अनुसार इसकी आबादी २८,२८,१८७ थी। इस क्राय का क्षेत्रफल २३,३९,७०० वर्ग किलोमीटर है, जो कि पूरे रूस का १३% है। उत्तर में यह क्राय आर्कटिक महासागर से तटवर्ती है। इसकी राजधानी क्रस्नोयार्स्क शहर है। .

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क्रास्नोदार क्राय

रूस के नक़्शे में क्रास्नोदार क्राय की स्थिति (दक्षिण-पश्चिम में, लाल रंग में) कुबान नदी से मिलने वाली एक छोटी नदी के किनारे गोर्याचिय क्ल्युच का क्षेत्र (रूसी: Краснода́рский край, क्रास्नोदार्सकी क्राय) कॉकस के पहाड़ी क्षेत्र में स्थित रूस का एक संघीय खंड है, जो रूसी प्रशासन प्रणाली में 'क्राय' का दर्जा रखता है। इसकी राजधानी और प्रशासनिक केंद्र क्रास्नोदार नाम का शहर है। इसका क्षेत्रफल ७६,००० वर्ग किमी है और सन् २०१० में इसकी जनसँख्या ५२,२५,८२६ थी। .

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क्राइमियाई ख़ानत

सन् १६०० ईसवी में क्राइमियाई ख़ानत (नारंगी रंग में) क्राइमियाई ख़ानत (क्राइमियाई तातारी:, क़िरीम ख़ानलिग़ी; अंग्रेज़ी: Crimean Khanate) एक ख़ानत थी जिसपर सन् १४४१ से १७८३ ईसवी तक क्राइमियाई तातार लोगों का राज रहा था। इसके ख़ान शासक तोक़ा तैमूर के वंशज थे जो स्वयं जोची ख़ान का तेहरावाँ पुत्र और मंगोल साम्राज्य के संस्थापक चंगेज़ ख़ान का पोता था। सुनहरा उर्दू नामक ख़ानत के अंत होने पर जितनी भी तातार ख़ानतें उभरीं उनमें से क्राइमियाई ख़ानत ही सबसे दीर्घायु थी।, Charles J. Halperin, Indiana University Press, 1985, ISBN 9780253204455,...

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क्रिल

क्रिल (Krill) छोटे आकार के क्रस्टेशिया प्राणी हैं जो विश्व-भर के सागरों-महासागरों में पाये जाते हैं। समुद्रों में क्रिल खाद्य शृंखला की सबसे निचली श्रेणियों में होते हैं - क्रिल सूक्ष्मजीवी प्लवक (प्लैन्कटन) खाते हैं और फिर कई बड़े आकार के प्राणी क्रिलों को खाते हैं। .

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क्रेमलिन

कोलोम्ना का क्रेमलिन सामंतवादी युग में रूस के विभिन्न नगरों में जो दुर्ग बनाए गए थे वे क्रेमलिन कहलाते हैं। इनमें प्रमुख दुर्ग मास्को, नोव्गोरॉड, काज़ान और प्सकोव, अस्त्राखान और रोस्टोव में हैं। ये दुर्ग लकड़ी अथवा पत्थर की दीवारों से बने थे और रक्षा के निमित्त ऊपर बुर्जियां बनी थीं। ये दुर्ग मध्यकाल में रूसी नागरिकों के धार्मिक और प्रशासनिक केंद्र थे, फलत: इन दुर्गों के भीतर ही राजप्रासाद, गिरजा, सरकारी भवन और बाजार बने थे। आजकल इस नाम का प्रयोग प्रमुख रूप से मास्को स्थित दुर्ग के लिये होता है। यह डेढ़ मील की परिधि में त्रिभुजाकार दीवारों से घिरा है जो 1492 ई. के आसपास गुलाबी रंग की ईटों से बना था। इसके भीतर विभिन्न कालों के बने अनेक भवन हैं जिनमें कैथिड्रेल ऑव अज़ंप्शन नामक गिरजाघर की स्तूपिका सब भवनों में ऊँची है। इसका बनना 1393 ई. में आरंभ हुआ था। इसके भीतर के अन्य प्रख्यात भवन हैं-विंटर चर्च (यह भी 1393 में बनना आरंभ हुआ था) और कंवेट ऑव अज़म्पशन (जो 1300 के आसपास का बना है)। इस मठ का द्वार गोथिक शैली का है जो 1700 ई. के आसपास रोमांतिक काल में बना था। अधिकांश राजप्रासाद रिनेंसाँ काल के हैं और अधिकांशत: उन्हें इतालवी शिल्पकारों ने बनाया था। इनमें उन लोगों ने रिनेंसाँकालीन वास्तुरूपों को रूसी रुचि के अनुरूप ढालने का प्रयास किया है। ग्रैंड पैलेस नामक राजप्रासाद रास्ट्रेली नामक इतालवी बोरोक वास्तुकार की कृति थी। 1812 में जब नेपौलियन ने मास्को पर आक्रमण किया उस समय यह प्रासाद अग्नि में जलकर नष्ट हो गया। उसके स्थान पर अब 19 वीं शती के पूर्वार्धं में बना एक सादा भवन है। क्रेमलिन का दृश्य बाहर से अद्भुत जान पड़ता है। दुर्ग की भीमकाय दीवारों के पीछे भवनों की चमकती हुई अनंत स्तूपिकाएँ ओर द्वार तोरणों के पिरामिडाकृत मीनार की भव्यता बाहर से देखते ही बनती है। भीतर वास्तु शैली की विविधता, उनके असीम अलंकरण और भवनों की बेतरतीब पातें भी उतनी ही सशक्त भव्यता का प्रदर्शन करती हैं। तेरहवीं शती के बैजंटाइन कला, 14वीं 15वीं शती की रिनेंसा कला और 16 वीं शती की अपनी रूसी कला और परवर्ती रोमांतिक क्लासिज्म वाली कला, सबका मिश्रण देखने में आता है। फिर भी उनमें रूसी निजस्व की अनुभूति बनी हुई है। 1917 से पूर्व यह सोवियत विरोधी शक्तियों का गढ़ था। साम्यवादी शासन के समय यह सोवियत समाजवादी गणतंत्र का केंद्र था। जिन भवनों में किसी समय राजदरबारी रहते थे उनमें आज सोवियत सरकार के अधिकारी निवास करते थे। पास में ही रेड स्क्वायर है जहाँ राष्ट्रीय अवसरों पर रूसी सैनिक प्रदर्शन होते हैं। इसी स्क्वायर में लेनिन की समाधि है। .

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क्रीमिया

युक्रेन में क्रीमिया प्रायद्वीप की स्थिति (लाल रंग में) right ख़ान का महल क्रीमिया या क्राईमिया (अंग्रेज़ी: Crimea, क्राईमिया; रूसी: Крым, क्र्यिम; यूक्रेनी: Крим, क्रिम) पूर्वी यूरोप में युक्रेन देश का एक स्वशासित अंग है जो उस राष्ट्र की प्रशासन प्रणाली में एक 'स्वशासित गणराज्य' का दर्जा रखता है। यह कृष्ण सागर के उत्तरी तट पर स्थित एक प्रायद्वीप (पेनिनसुला) है। इस क्षेत्र के इतिहास में क्रीमिया का महत्व रहा है और बहुत से देशों और जातियों में इस पर क़ब्ज़े को लेकर झड़पें हुई हैं। 18 मार्च 2014 को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन क्रीमिया को रूसी संघ में मिलाने के प्रस्ताव पर हस्ताक्षर कर दिए। इसके साथ ही क्रीमिया रूसी संघ का हिस्सा बन गया है। .

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क्रीमिया का युद्ध

क्रीमिया युद्ध का रूसी भाषा में बना नक्शा। उत्तर-पूर्व में रूस और दक्षिण में तुर्की हैं। क्रीमिया का युद्ध (जुलाई, 1853 - सितंबर, 1855) तक काला सागर के आसपास चला युद्ध था, जिसमें फ्रांस, ब्रिटेन, सारडीनिया, तुर्की ने एक तरफ़ तथा रूस ने दूसरी तरफ़ से लड़ा था। 'क्रीमिया की लड़ाई' को इतिहास के सर्वाधिक मूर्खतापूर्ण तथा अनिर्णायक युद्धों में से एक माना जाता है। युद्ध का कारण स्लाववादी राष्ट्रीयता की भावना थी। इसके अतिरिक्त दूसरे तरफ़ तुर्की के धार्मिक अत्याचार भी कारण बने, किंतु बेहद खून खराबे के बाद भी नतीजा कुछ भी नहीं निकला। यह युद्ध कदाचित् अकारण लड़ा गया था फिर भी यूरोपीय इतिहास में इसका विशेष महत्व आँका जाता है। उन दिनों यूरोपीय देशों में लोगों की यह धारणा हो गई थी कि रूस के पास इतने अधिक शस्त्रास्त्र हैं कि वह अजेय है। उससे लोग आतंकित थे। कुस्तंतुनिया की ओर राज्यविस्तार करने की रूस की नीति पीटर महान् के समय से ही चली आ रही थी। अपनी इस राज्यविस्तार की आकांक्षापूर्ति के लिये वह कोई न कोई बहाना ढूँढ़ता रहता था। इस युद्ध को पहला ऐसा युद्ध माना जाता है जिसमें जनता को प्रतिदिन की लड़ाई की ख़बर मिली। द टाइम्स अख़बार के विलियम रसेल और रोजर फ़ेंटन ने पत्र में इस लड़ाई का विवरण दिया था। .

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क्वान्त (रूसी पत्रिका)

क्वान्त (रूसी: Квант, अंग्रेज़ी: Kvant) रूस की एक लोकप्रिय वैज्ञानिक पत्रिका है जो भौतिकी और गणित सम्बन्धी लेख प्रकाशित करती है। इसे पढ़ने वाले अधिकतर विद्यार्थी और शिक्षक होते हैं। इसका प्रकाशन सोवियत संघ के ज़माने में सन् १९७० में हुआ था और उस देश के खंडीकरण के बाद रूस में जारी रहा। १९९०-२००१ के काल में क्वान्त के कुछ चुने हुए लेख अंग्रेज़ी द्विमासिक पत्रिका 'क्वान्टम मैगज़ीन' में भी प्रकाशित हुए थे। १९९३-२००१ काल में कुछ का अनुवाद यूनानी भाषा में भी किया गया था। .

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कैथरीन प्रथम (रूस की साम्राज्ञी)

कैथरीन प्रथम कैथरीन प्रथम (रूसी: Екатерина I Алексеевна; Yekaterina I Alekseyevna, जन्मजात पोलिश: Marta Helena Skowrońska, Latvian: Marta Elena Skavronska, बाद में: Marfa Samuilovna Skavronskaya) (१६८४-१७२७ ई.) रूस की जारीना (साम्राज्ञी) थी जिसने रूस पर १७२५ से लेकर अपनी मृत्युपर्यन्त शासन किया। वह रूस के पीतर प्रथम की द्वितीय पत्नी थी। .

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कैलाश वाजपेयी

कैलाश वाजपेयी (11 नवंबर 1936 - 01 अप्रैल, 2015) हिन्दी साहित्यकार थे। उनका जन्म हमीरपुर उत्तर-प्रदेश में हुआ। उनके कविता संग्रह ‘हवा में हस्ताक्षर’ के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार प्रदान किया गया था। .

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कैसर विल्हेम द्वितीय (जर्मनी)

विल्हेम द्वितीय या विलियम द्वितीय (जर्मन: Friedrich Wilhelm Viktor Albrecht von Preußen; अंगरेजी: Frederick William Victor Albert of Prussia; 27 जनवरी 1859 – 4 जून 1941) जर्मनी का अन्तिम सम्राट (कैसर) तथा प्रशा का राजा था जिसने जर्मन साम्राज्य एवं प्रशा पर १५ जून १८८८ से ९ नवम्बर १९१८ तक शासन किया। विलियम प्रथम की मृत्यु के उपरान्त उसका पुत्र फैड्रिक तृतीय जर्मनी के राजसिंहासन पर 9 मार्च 1888 ई. को आसीन हुआ। किन्तु केवल 100 दिन राज्य करने के बाद उसकी मृत्यु हो गई। उसकी मृत्यु होने पर उसका पुत्र विलियम द्वितीय राज्य सिंहासन पर आसीन हुआ। वह एक नवयुवक था। उसमें अनेक गुणों और दुर्गुणों का सम्मिश्रण था। वह कुशाग्र बुद्धि, महत्वकांक्षी आत्मविश्वासी तथा असाधारण नवयुवक था। वह स्वार्थी और घमण्डी था तथा उसका विश्वास राजा के दैवी सिद्धांत में था। किसी अन्य व्यक्ति के नियंत्रण में रहना उसको असह्य था जिसके कारण कुछ ही दिनों के उपरांत उसकी अपने चांसलर बिस्मार्क से अनबन हो गई। परिस्थितियों से बाध्य होकर बिस्मार्क को त्याग-पत्र देना पड़ा। बिस्मार्क के पतन के उपरांत विलियम ने समस्त सत्ता को अपने हाथों में लिया और उसके मंत्री आज्ञाकारी सेवक बन गये और वह स्वयं का शासन का कर्णधार बना। .

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कैस्पियन सागर

कैस्पियन सागर (फ़ारसी:, दरया-ए-माज़ंदरान), एशिया की एक झील है जिसे अपने वृहत आकार के कारण सागर कहा जाता है। मध्य एशिया में स्थित यह झील क्षेत्रफल के हिसाब से विश्व की सबसे बड़ी झील है। इसका क्षेत्रफल ४,३०,००० वर्ग किलोमीटर तथा आयतन ७८,२०० घन किलोमीटर है। इसका कोई बाह्यगमन नहीं है और पानी सिर्फ़ वाष्पीकरण के द्वारा बाहर जाता है। ऐतिहासिक रूप से यह काला सागर के द्वारा बोस्फ़ोरस, ईजियन सागर और इस तरह भूमध्य सागर से जुड़ा हुआ माना जाता है जिसके कारण इसे ज्यरचना के आधार पर इसे झील कहना उचित नहीं है। इसका खारापन १.२ प्रतिशत है जो विश्व के सभी समुद्रों के कुल खारेपन का एक-तिहाई है। .

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केन्द्रीय विद्यालय, मॉस्को

केन्द्रीय विद्यालय, मॉस्को अथवा एम्बेसी ऑफ़ इंडिया स्कूल मास्को (ईओआई स्कूल) चतुर्थ एवं पंचम मंजिल, 10/2 उलित्सा बोलशाया डोरोगोमिलोवस्काया भवन, डोरोगोमिलोवो जिला, मॉस्को, रूस में स्थित भारतीय शिक्षा विद्यालय है। यह कियेव्स्की मैट्रो स्टेशन के निकट स्थित है। विद्यालय मॉस्को में भारतीय दूतावास से सम्बद्ध है। इसकी स्थापना १९८७ में हुई। वर्ष २०१२ तक विद्यालय में प्रथम कक्षा से आठवीं तक ३५० विद्यार्थी थे। रूस में भारत का राजदूत विद्यालय का संरक्ष होता है। विद्यालय में केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से सम्बद्धता के साथ राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद पाठ्यक्रम पढ़ाया जाता है। विद्यालय में इसके छात्र-छात्राओं के लिए विज्ञान एवं मानविकी के विकल्प उपलब्ध करवाये जाते हैं। .

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केन्द्रीय व्यवसायिक क्षेत्रों की सूची

केन्द्रीय व्यवसायिक क्षेत्रों की सूची में विभिन्न देशों के विभिन्न नगरों के केन्द्रीय व्यवसायिक क्षेत्र दिए गए हैं। .

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केमेरोवो ओब्लास्त

केमेरोवो ओब्लास्ट की रूस में स्थिति केमेरोवो, रूस का एक ओब्लास्ट (области या प्रांत) है। सन २०१० की जनगणना के अनुसार इसकी आबादी २८,९९,१४२ है। यह ९५,५०० वर्ग किलोमीटर के इलाके में फैला हुआ है। यह रूस के साइबेरियाई संघीय जिले व पश्चिम साइबेरियाई आर्थिक जिले में आता है। .

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केलाग-ब्रियाँ समझौता

केलाग-ब्रियाँ समझौता (Kellogg–Briand Pact) पारस्परिक विवादों को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाने के लिये किया गया एक अंतरराष्ट्रीय समझौता था जिसपर पेरिस में 27 अगस्त 1928 को 15 देशों के प्रतिनिधियों ने हस्ताक्षर किए थे। इस समझौते के पूर्व, अंतरराष्ट्रीय विधि में, युद्ध विधानत: ग्राह्य साधन था, जिसके द्वारा राष्ट्र अपने वास्तविक या काल्पनिक अधिकारों की रक्षा करते थे। इस अधिकार को सीमित करने का प्रयास 1899 तथा 1907 की हेग कानफरेंसों तथा सन् 1914 की ब्रायन संधियों द्वारा किया गया था। 1924 में स्वीकृत जिनीवा प्रोटोकल के दूसरे अनुच्छेद में यह किया गया कि उन अवस्थाओं को छोड़कर जो उसमें परिगणित थीं, किसी भी अवस्था में युद्ध का आश्रय न लिया जाए। सितंबर 1927 में लीग ऑव नेशंस की सभा ने अपनी आठवीं बैठक में पोलैंड का यह प्रस्ताव स्वीकार किया कि: (1) सभी अभिधावनात्मक युद्धों (आल वार ऑव ऐग्रेशन) का निषेध होना चाहिए। (2) हर प्रकार के विवाद, जो देशों के बीच उत्पन्न हों, शांतिपूर्ण उपायों से हल किए जाएँ। फरवरी, सन् 1928 में छठी पैन-अमरीकन कानफरेंस ने एक प्रस्ताव करते हुए घोषित किया कि प्रथमाक्रमण मनुष्य मात्र के प्रति एक अपराध है, प्रत्येक प्रथमाक्रमण प्रतिषिद्ध और इस कारण निषिद्ध है। इन्हीं विचारों तथा प्रयत्नों को केलाग-ब्रियाँ समझौते का रूप प्रदान किया गया। प्रोफेसर शाटवेल के सुझाव पर फ्रांस के विदेश- सचिव ब्रियाँ ने अमरीका के सचिव केलाग के बीच इस संबंध में पत्राचार आरंभ किया और इस पत्राचार के फलस्वरूप यह संधिपत्र स्वीकार किया गया। इस कारण इसे केलाग-ब्रियाँ अथवा पेरिस समझौता (पैक्ट) कहते हैं। इस समझौते में एक प्राक्कथन तथा दो मुख्य अनुच्छेद हैं। इसमें यह घोषणा की गई है- (1) उच्च संविदित पक्ष (हाई कांट्रैक्टिंग पार्टीज), अपने अपने देशवासियों की ओर से गंभीरतापूर्वक घोषित करते हैं कि वे अंतरराष्ट्रीय विवादों को सुलझाने में, युद्ध का आश्रय लेना तिरस्कृत समझते हैं और एक दूसरे से संबंधित विषयों में राष्ट्रीय नीति के साधन के रूप में उसका परित्याग करते हैं। (2) उच्च संविदित पक्ष इस बात पर सहमत हैं कि सारे झगड़े अथवा विवादों का समाधान, चाहे वे किसी भी प्रकार के हों या किसी भी कारण से उत्पन्न हुए हों, जो उनके बीच उठें, केवल शांतिपूर्ण रीतियों से ही सुलझाए जाएँ। इस प्रकार कहा जाता है कि यह समझौता युद्ध का त्याग करने की एक सार्वजनिक संधि है। कालांतर में यह संधि केवल मौखिक घोषणा मात्र बन कर रह गई। इसपर हस्ताक्षर करनेवाले देशों ने शीघ्र इसका उल्लंघन किया। 1929 ई. में रूस ने चीन के विरुद्ध, 1931-32 में जापान ने मंचूरिया के विरुद्ध और 1931 में पेरू ने कोलंबिया के विरुद्ध बड़े पैमाने पर बल-प्रयोग किया, यद्यपि उन्होंने युद्ध की विधिवत घोषणा नहीं की। सन् 1935 में इटली ने अबीसीनिया के विरुद्ध, 1937 में जापान ने चीन के विरुद्ध और 1939 में रूस ने फिनलैंड के विरुद्ध स्पष्ट रूप से युद्ध की घोषणा की। इस प्रकार, यद्यपि इस समझौते का व्यतिक्रमण शीघ्र ही होना आरंभ हो गया फिर भी इससे यह नहीं कहा जा सकता कि उसका विधिक महत्व घट गया। एक स्थायी समझौता होने के नाते तथा अंतरराष्ट्रीय समाज के विधिक ढाँचे में एक मूलभूत परिवर्तन उत्पन्न करने के कारण अंतरराष्ट्रीय विधि व्यवस्था में वह अपना महत्वपूर्ण स्थान तो रखता ही है। .

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कॉसमॉस 2510

रूस ने ईकेएस (टुंड्रा) प्रणाली के पहले उपग्रह कॉसमॉस 2510 का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया है। .

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कोड गीअस

, अक्सर बस कोड गीअस के रूप में ही संदर्भित किया जाने वाला, सनराइज़ निर्मित, गोरो तानिगुची द्वारा निर्देशित तथा इकिरो ओकोउंची लिखित, क्लैम्प द्वारा डिज़ाइन किए गए, चरित्रों (पात्रों) सहित, एक जापानी एनिमेशन सिरीज़ है। कोड गीअस पहली बार जापान में एमबीएस (MBS) पर 5 अक्टूबर 2006 से 28 जुलाई 2007 तक प्रदर्शित किया गया। इस सीरिज की अगली कड़ी एमबीएस (MBS) और टीबीएस (TBS) पर 6 अप्रैल 2008 से 28 सितम्बर 2008 तक प्रदर्शित की गई। दोनों ही सत्रों में इसने टोक्यो इंटरनैशनल एनिमे फेयर (Tokyo International Anime Fair), एनिमेज एनिमे ग्रैंडस प्रिक्स (Animage Anime Grand Prix) तथा एनिमेशन कोब कार्यक्रमों में कई पुरस्कार जीते। .

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कोरिया का इतिहास

बुलगुक्सा मंदिर यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत घोषित किया गया है। कोरिया, पूर्वी एशिया में मुख्य स्थल से संलग्न एक छोटा सा प्रायद्वीप जो पूर्व में जापान सागर तथा दक्षिण-पश्चिम में पीतसागर से घिरा है (स्थिति: ३४० ४३ उ. अ. से १२४० १३१ पू. दे.)। उसके उत्तरपश्चिम में मंचूरिया तथा उत्तर में रूस की सीमाएँ हैं। यह प्रायद्वीप दो खंडों में बँटा हुआ है। उत्तरी कोरिया का क्षेत्रफल १,२१,००० वर्ग किलोमीटर है। इसकी राजधनी पियांगयांग है। दक्षिणी कोरिया का क्षेत्रफल ९८,००० वर्ग किलोमीटर है। यहाँ पर ई. पू.

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कोलसाट अंतरीप

कोलसाट अंतरीप या कोलज़ाट अंतरीप (रूसी: Мыс Кользат), रूस की फ्रांज जोसेफ भूमि के ग्राहम बेल द्वीप, के पूर्वी किनारे पर स्थित एक अंतरीप है। यह फ्रांज जोसेफ द्वीपसमूह की सबसे पूर्वी सीमा भी है। यह 81°14′N, 65°10′E, के निर्देशांकों पर स्थित है। यह स्थान इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह कारा सागर के पश्चिमोत्तरतम किनारे का निर्धारण करता है। आर्कटिक महासागर के स्थायी ध्रुवीय बर्फ क्षेत्र के करीब होने के कारण, कोलसाट अंतरीप वर्ष भर बर्फ से जमा रहता है। .

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कोला प्रायद्वीप

कोला प्रायद्वीप आर्कटिक लोमड़ी उम्बोज़ेरो झील कोला प्रायद्वीप (उत्तरी सामी: Guoládat, गुओलादत; रूसी: Ко́льский полуо́стров, कोल्सकी पोलुओस्त्रोव; अंग्रेज़ी: Kola Peninsula) रूस के सुदूर पश्चिमोत्तरी भाग में स्थित एक प्रायद्वीप है। रूस के मूरमान्स्क ओब्लास्त नामक संघीय खंड का अधिकतर भूभाग इसी प्रायद्वीप पर स्थित है।2007 Atlas of Murmansk Oblast, p. 2The area of the peninsula is; vs.

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कोलंबिया, दक्षिण कैरोलीना

कोलंबिया दक्षिण कैरोलिना के अमेरिकी राज्य में राज्य की राजधानी एवं सबसे बड़ा शहर है। 2000 की जनगणना के अनुसार यहां की जनसंख्या 116,278 थी, जबकि 2009 की जनगणना में शहर की आबादी के 129,333 होने का अनुमान लगाया गया। कोलंबिया रिचलैंड काउंटी की काउंटी सीट है, लेकिन शहर के एक हिस्से ने पड़ोसी लेक्जिंगटन काउंटी में विस्तार कर लिया है। शहर एक महानगरीय सांख्यिकीय क्षेत्र 744,730 का केंद्र है, यह राज्य में सबसे बड़ा और संयुक्त राज्य अमेरिका में 65वां-सबसे बड़ा महानगरीय क्षेत्र है।http://www.metrojacksoneda.com/demographics/JGA/index.htm शहर का नाम अमेरिका के लिए एक काव्यात्मक पर्याय से आया है, जो क्रिस्टोफर कोलंबस के नाम से व्युत्पन्न है। दक्षिण केरोलिना के भौगोलिक केंद्र के पास उत्तर पश्चिम में स्थित कोलंबिया दक्षिण केरोलिना के मध्य क्षेत्र (मिडलैंड्स) का प्राथमिक शहर है जिसमें राज्य के केंद्रीय भाग में कई प्रांत शामिल हैं। कोलंबिया दो नदियों सालुडा और ब्रॉड के संगम पर बसा है। सीएनएनमनी डॉट कॉम (CNNMoney.com) ने अमेरिका के में से एक के रूप में कोलंबिया का उल्लेख किया है औऱ यूएस न्यूज़ और वर्ल्ड रिपोर्ट ने 2009 की रिपोर्ट में शहर को की सूची में 6 ठवां स्थान दिया है। .

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कोलंबो

कोलंबो, श्रीलंका का सबसे बड़ा नगर तथा राजधानी है। यह शहर नए तथा औपनिवेशिक इमारतों का सुन्दर सम्मिश्रण है। कोलंबो का इतिहास दो हजार साल से भी पुराना है। कोलंबो नाम के पीछे कई कहानियां प्रचलित है। एक कहानी के अनुसार कोलंबो नाम का उच्‍चारण सर्वप्रथम पुर्तगालियों ने 1505 ई. में किया था। दूसरी कहानी के अनुसार यह नाम सिंहली शब्‍द 'कोला-अम्‍बा-थोता' से आया। सिंहली भाषा में इस शब्‍द का अर्थ 'आम के वृक्षों वाला बंदरगाह' है। एक अन्‍य कहानी के अनुसार यह शब्‍द कोलोन-थोता से आया, जिसका शाब्दिक अर्थ होता है 'केलानी नदी पर स्थित बंदरगाह'। यहां घूमने लायक कई जगह है। गाले फेस ग्रीन, विहारमहादेवी पार्क और राष्‍ट्रीय संग्रहालय आदि यहां के प्रमुख दर्शनीय स्‍थल हैं। .

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कोस्तानय प्रांत

कोस्तानय​ शहर का एक दृश्य कोस्तानय​ प्रांत (कज़ाख़: Қостанай облысы, अंग्रेज़ी: Kostanay Province या Qostanay Province) मध्य एशिया के क़ाज़ाख़स्तान देश का एक प्रांत है। इसकी राजधानी भी कोस्तानय​ नाम का शहर ही है। इसके अलावा रुदनीय (Рудный, Rudniy) भी इस राज्य का एक अन्य प्रमुख शहर है। .

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कोस्त्रोमा ओब्लास्ट

रूस का एक ओब्लास्ट (области, ओब्लास्टि, प्रांत)। श्रेणी:रूस के प्रांत en:Oblasts of Russia.

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कोज़ाक

कोज़ाक या कज़ाकी लोग स्लाव मूल के पूर्वी यूरोपीय जाति के लोग हैं जो मुख्यतः यूक्रेन और दक्षिणी रूस में बसते हैं। ये क़ज़ाख़स्तान के क़ज़ाख़ लोगों से अलग हैं। श्रेणी:स्लाव.

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कीवयाई रूस

11वीं सदी में कीवयाई रूस राज्य कीवयाई रूस (रूसी: Киевская Русь, अंग्रेज़ी: Kievan Rus') मध्यकालीन यूरोप का एक राज्य था। यह 9वीं से 13वीं शताब्दी ईसवी तक अस्तित्व में रहा और 1237-1240 के मंगोल आक्रमण से ध्वस्त हो गया। अपने शुरूआती काल में इसे 'रूस ख़ागानत​' के नाम से जाना जाता था। सन् 882 में 'रूस' नाम की एक वाइकिंग उपजाति ने इसे ख़ज़रों की अधीनता से आज़ाद करवाया और इसकी राजधानी नोवगोरोद से हटाकर कीव कर दी।, pp.

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अचार बनाना

अचार बनाने के लिए एकत्रित किए गए खीरे (विशेष रूप से, घेर्किन). सीरिया के मध्य पूर्व शैली अचार. अचार बनाना, जिसे ब्राइनिंग या डिब्बाबंदी के नाम से भी जाना जाता है, लैक्टिक एसिड बनाने के लिए, या खाद्य पदार्थ को किसी अम्लीय घोल, सामान्यतः सिरका (एसेटिक एसिड) में मसाले लगाकर संग्रहीत करने के लिए लवण (नमक और पानी का घोल) में वातनिरपेक्ष किण्वन द्वारा खाद्य पदार्थ संरक्षित करने की एक प्रक्रिया है। इस प्रक्रिया के बाद तैयार होने वाले खद्य पदार्थ को अचार कहा जाता है। इस प्रक्रिया से खाद्य पदार्थ का स्वाद नमकीन या खट्टा हो जाता है। दक्षिण एशिया में, खाद्य तेलों का उपयोग सिरका के साथ अचार बनाने के माध्यम के रूप में किया जाता है। एक और ख़ास विशेषता यह है कि इसका pH, 4.6 से कम होता है, जो अधिकांश बैक्टीरिया को मारने के लिए पर्याप्त है। अचार बनाकर विकारी खाद्य पदार्थों को भी महीनों तक संरक्षित किया जा सकता है। सुक्ष्मजीवीरोधी जड़ी बूटियों और मसालें, जैसे सरसों के बीज, लहसुन दालचीनी या लौंग अक्सर लिलाए जाते हैं। अगर खाद्य पदार्थ में पर्याप्त नमी हो, तो अचार बनाने का लवण केवल सूखा नमक मिलाकर बनाया जा सकता है। उदाहरण के लिए, गोभी और कोरियाई किमची अतिरिक्त पानी से सब्जियों को बाहर निकालकर उनमें नमक लगाकर बनाया जाता है। लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया से, कमरे के तापमान पर प्राकृतिक किण्वन आवश्यक अम्लता का निर्माण करता है। अन्य अचार सिरका में सब्जियों को रखकर बनाए जाते हैं। डिब्बाबंदी प्रक्रिया के विपरीत, अचार बनाने (जिसमें किण्वन शामिल है) के लिए सील किए जाने से पहले खाद्य पदार्थ को को पूरी तरह से रोगाणुहीन करने की आवश्यकता नहीं होती है। घोल की अम्लता या लवणता, किण्वन का तापमान और ऑक्सीजन का बहिष्करण जिस पर सूक्ष्मजीव हावी होते हैं, उत्पाद के स्वाद को निर्धारित करती है।मैकगी, हेरोल्ड (2004).

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अतिर​ऊ प्रांत

अतिरऊ प्रांत (कज़ाख़: Атырау облысы, अंग्रेज़ी: Atyrau Province) मध्य एशिया के क़ाज़ाख़स्तान देश का एक प्रांत है। इसकी राजधानी भी अतिरऊ नाम का शहर ही है। अतिरऊ प्रांत देश के पश्चिमी हिस्से में कैस्पियन सागर के पूर्वोत्तरी किनारे पर स्थित है। .

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अत्यधिक निम्न आवृत्ति (ELF)

अत्यधिक निम्न आवृत्ति (ELF) वह आवृत्तियों की पट्टी होती है, जिसमें 3 से 30 हर्ट्ज़ की आवृत्तियाँ आती हैं। यह संयुक्त राज्य अमेरिका एवं रूस द्वारा पनडुब्बियों से संचार हेतु प्रयोग होता था। आवृत्ति, अत्यधिक निम्न आवृत्ति, अत्यधिक निम्न आवृत्ति, अत्यधिक निम्न आवृत्ति, अत्यधिक निम्न श्रेणी:चित्र जोड़ें.

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अनादिर नदी

अनादिर (Anadyr River) रूस के सुदूर पूर्वी प्रदेश की एक नदी है। यह पहाड़, बंदरअंरीप से दक्षिण के नावारिन अंतरीप तक विस्तृत है। यह लगभग ३७० किमी चौड़ी है और बेरिंग सागर का एक भाग है। अनादिर नदी कोलाइमा, अनादिर तथा कमचटका पर्वतश्रेणियों के मध्य से लगभग ६७° उ.अ. तथा १७३° पू.दे.

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अन्तरमहाद्वीपीय प्राक्षेपिक प्रक्षेपास्त्र

अन्तरमहाद्वीपीय प्राक्षेपिक प्रक्षेपास्त्र या आई॰सी॰बी॰एम एक सतह-से सतह पर मार करने वाले प्रक्षेपास्त्र को कहते हैं। इन्हें यह नाम इसलिए दिया गया है क्योंकि ये लम्बी दूरी तक मार कर सकते हैं अर्थात एक महाद्वीप से दूसरे महाद्वीप तक भी इनकी मारक-दूरी होती है। इन प्रक्षेपास्त्रों का उपयोग मुख्यतः नाभिकीय युद्ध की स्थिति में किया जाता है क्योंकि एक देश से दूसरे देश तक कम से कम समय में नाभिकीय अस्त्र ले जाने में इन प्रक्षेपास्त्रों को सबसे कम समय लगता है। इसलिए किसी भी नाभिकीय युद्ध की स्थिति में ये प्रक्षेपास्त्र सर्वाधिक क्षति कर सकते हैं। इस समय पाँचों नाभिकीय शक्ति सम्पन्न देशों (चीन, फ़्रान्स, ब्रिटेन, रूस और अमेरिका) के पास ये प्रक्षेपास्त्र हैं। भारत भी इस प्रकार के प्रक्षेपास्त्रों के विकास में लगा हुआ है। इसके अतिरिक्त यह माना जाता है कि इस्राइल, ईरान, पाकिस्तान और उत्तर कोरिया ने भी ये प्रक्षेपास्त्र तैयार कर लिए हैं या इन्हें तैयार करने की क्षमता प्राप्त कर चुके हैं या तैयार करने पर विचार कर रहे हैं।। अन्तरमहाद्वीपीय प्रक्षेपास्त्र पृथ्वी के निचले वातावरण से आरम्भ होकर अपने मार्ग का अधिकान्श भाग ऊपरी वायुमण्डल में तय करता है जहाँ पर वायु घर्षण सबसे कम होता है। कम ईन्धन होने के कारण ये प्रक्षेपास्त्र मध्यम-दूरी के प्रक्षेपास्त्रों से अधिक दूरी तय करते है। मध्यम-दूरी के प्रक्षेपास्त्र निचले वायुमण्डल में ही मार्ग तय करते हुए जाते हैं। अन्तरमहाद्वीपीय प्रक्षेपास्त्र कहलाने के लिए कम से कम ५,५०० किमी की मारक-दूरी होनी चाहिए। .

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अन्तर्राष्ट्रीय नागर विमानन संगठन विमानक्षेत्र कोड

ICAO का ध्वज अन्तर्राष्ट्रीय नागर विमानन संगठन या ICAO विमानक्षेत्र कोड या स्थिति परिचायक एक चार अक्षर का एल्फान्यूमेरिक कोड होता है। यह हरेक विमानक्षेत्र के लिए अभिन्न होता है। यह कोड अन्तर्राष्ट्रीय नागर विमानन संगठन द्वारा अभिकल्पित और परिभाषित होता है। इसे ICAO प्रलेख 7910: लोकेशन इंडिकेटर्स अर्थात स्थान परिचायक, के नाम से प्रशित किया जाता है। .

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अन्तर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा अभिकरण

अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा अभिकरण (अंग्रेज़ी:इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी, लघुनाम:आईएईए) एक स्वायत्त विश्व संस्था है, जिसका उद्देश्य विश्व में परमाणु ऊर्जा का शांतिपूर्ण उपयोग सुनिश्चित करना है। यह परमाणु ऊर्जा के सैन्य उपयोग को किसी भी प्रकार रोकने में प्रयासरत रहती है। इस संस्था का गठन २९ जुलाई, १९५७ को हुआ था। इसका मुख्यालय वियना, आस्ट्रिया में है। संस्था ने १९८६ में रूस के चेरनोबल में हुई नाभिकीय दुर्घटना के बाद अपने नाभिकीय सुरक्षा कार्यक्रम को विस्तार दिया है। वर्तमान में इसके महासचिव मिस्र मूल के मोहम्मद अलबारदेई हैं। अलबारदेई को संयुक्त रूप से २००५ का शांति नोबेल पुरस्कार दिया गया। इसके सबसे पहले महासचिव डब्ल्यू स्टर्लिंग कोल (१९५७-१९६१) थे। आईएईए बोर्ड के ३५ सदस्य देशों में से २६ नाभिकीय आपूर्तिकर्ता समूह सदस्य देश हैं। आईएईए सीधे सीधे संयुक्त राष्ट्र संघ के अधीन नहीं है, लेकिन यह संयुक्त राष्ट्र महासभा और सुरक्षा परिषद को अपनी रिपोर्ट देती है। इस संस्था के मुख्यत: तीन अंग हैं-.

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अन्तर्राष्ट्रीय मानकीकरण संगठन के सदस्य राष्ट्र

अन्तर्राष्ट्रीय मानकीकरण संगठन में राष्ट्र अन्तर्राष्ट्रीय मानकीकरण संगठन के सदस्यओं की सूची है। अन्तर्राष्ट्रीय मानकीकरण संगठन का चिन्ह .

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अन्तर्राष्ट्रीय विद्युततकनीकी आयोग

अन्तर्राष्ट्रीय विद्युततकनीकी आयोग या (IEC) एक लाभ निरपेक्ष, गैर-सरकारी अन्तर्राष्ट्रीय मानक संगठन है। यह विद्युतीय, इलैक्ट्रानिकीय और संबंधित प्रौद्योगिकीयों – सामूहिक रूप से जिन्हें "विद्युतप्रौद्योगिकी" या "electrotechnology" कहते हैं, उनके लिये अन्तर्राष्ट्रीय मानक निर्मित एवं प्रकाशित करता है। IEC मानक प्रौद्योगिकियों की एक वृहत संख्या कवर करता है, जैसे कि ऊर्जा उत्पादन, प्रसारण और घरेलु उपकरणों, कार्यालयों, अर्ध-चालकों, फ़ाइबर-आप्टिक्स, बैटरियों, सौर-उर्जा, नैनोतकनीक और्मैरीन ऊर्जा, इत्यादि कई और भी.

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अन्तर्राष्ट्रीय अन्तरिक्ष स्टेशन

अन्तर्राष्ट्रीय अन्तरिक्ष स्टेशन या केन्द्र (संक्षेप में आईएसएस, अंग्रेज़ी: International Space Station इंटर्नॅशनल् स्पेस् स्टेशन्, ISS) बाहरी अन्तरिक्ष में अनुसंधान सुविधा या शोध स्थल है जिसे पृथ्वी की निकटवर्ती कक्षा में स्थापित किया है। इस परियोजना का आरंभ १९९८ में हुआ था और यह २०११ तक बन कर तैयार होगा। वर्तमान समय तक आईएसएस अब तक बनाया गया सबसे बड़ा मानव निर्मित उपग्रह होगा। आईएसएस कार्यक्रम विश्व की कई स्पेस एजेंसियों का संयुक्त उपक्रम है। इसे बनाने में संयुक्त राज्य की नासा के साथ रूस की रशियन फेडरल स्पेस एजेंसी (आरकेए), जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (जेएएक्सए), कनाडा की कनेडियन स्पेस एजेंसी (सीएसए) और यूरोपीय देशों की संयुक्त यूरोपीयन स्पेस एजेंसी (ईएसए) काम कर रही हैं। इनके अतिरिक्त ब्राजीलियन स्पेस एजेंसी (एईबी) भी कुछ अनुबंधों के साथ नासा के साथ कार्यरत है। इसी तरह इटालियन स्पेस एजेंसी (एएसआई) भी कुछ अलग अनुबंधों के साथ कार्यरत है। पृथ्वी की निचली कक्षा में स्थापित होने के बाद आईएसएस को नंगी आंखों से देखा जा सकेगा। यह पृथ्वी से करीब ३५० किलोमीटर ऊपर औसतन २७,७२४ किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से परिक्रमा करेगा और प्रतिदिन १५.७ चक्कर पूरे करेगा। पिछले आईएसएस में, जिसे नवंबर २००० में कक्षा में स्थापित किया गया था, के बाद से उसमें लगातार मानवीय उपस्थिति बनी हुई है। वर्तमान समय में इसमें तीन व्यक्तियों का स्थान है। भविष्य में इसमें छह व्यक्तियों के रहने लायक जगह बनेगी। अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन अंतरिक्ष में स्थित एक वेधशाला के तौर पर कार्य करता है। अन्य अंतरिक्ष यानों के मुकाबले इसके कई फायदे हैं जिसमें इसमें रहने वाले एस्ट्रोनॉट्स को अधिक समय तक अंतरिक्ष में रहकर काम करने का मौका मिलता है। चित्र:ISS after STS-116 in December 2006.jpg|अन्तरराष्ट्रीय अन्तरिक्ष स्टेशन खींचने अन्तरिक्ष यान डिस्कवरी से, 19 दिसम्बर, 2006 पर File:ISS_on_20_August_2001.jpg|२००१ में आई। एस.एस File:MLM_-_ISS_module.jpg|बहु-उद्देशीय मॉड्यूल File:Good Morning From the International Space Station.jpg|अन्तर्राष्ट्रीय अन्तरिक्ष स्टेशन से अमरीका पर चन्द्रोदय का दृश्य। .

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अफ़ीम युद्ध

उन्नासवीं सदी के मध्य में चीन और मुख्यतः ब्रिटेन के बीच लड़े गये दो युद्धों को अफ़ीम युद्ध कहते हैं। उन्नीसवीं शताब्दी में लम्बे समय से चीन (चिंग राजवंश) और ब्रिटेन के बीच चल रहे व्यापार विवादों की चरमावस्था में पहुचने के कारण हुए। प्रथम युद्ध १८३९ से १८४२ तक चला और दूसरा १८५६ से १८६० तक। दूसरी बार फ़्रांस भी ब्रिटेन के साथ-साथ लड़ा। दोनो ही युद्धों में चीन की पराजय हुई और चीनी शासन को अफीम का अवैध व्यापार सहना पड़ा। चीन को नान्जिन्ग की सन्धि तथा तियान्जिन की सन्धि करनी पड़ी। इस द्वंद्व की शुरुआत ब्रिटेन की चीन के साथ व्यापार में आई कमी और ब्रिटेन द्वारा भारत से चीन मे अफ़ीम की तस्करी को ले कर हुई। चीन के कानून के अनुसार अफ़ीम का आयात करना प्रतिबंधित था। पर ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कम्पनी द्वारा पटना में निर्मित तथा कलकत्ता में नीलाम किये गए अफ़ीम की तस्करी से चीन नाराज था। लेकिन ब्रिटिश साम्राज्य के बढ़ते खर्च तथा चीन से रेशम और चाय के भुगतान के लिए अफ़ीम एक ऐसा द्रव्य था जिसकी चीनी जनता में बहुत मांग थी। पर इसके नशीले प्रभाव के कारण चिंग शासक इसके विरुद्ध थे। युद्धों के परिणामस्वरूप चीन को अपने पाँच बंदरगाह (पत्तन) विदेशी व्यापार के लिए खोलने पड़े। हांगकाँग द्वीप पर ब्रिटेन का नियंत्रण हो गया और अफ़ीम का व्यापार भी होता रहा। युद्ध की वजह से चिंग राजवंश के खिलाफ़ चीनी जनता ने विद्रोह किये - इन विद्रोहों में चिंग वंश (यानि मंचू लोग) का पारंपरिक हान बहुमत से अलग संस्कृति और मूल का होना भी शामिल था। मंचूरिया पिछले राजवंशों के समय चीन का हिस्सा नहीं रहा था। .

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अफानासी निकितिन

अफ़नासिय निकीतिन का स्मारक अफानासी निकितिन (रूसी: Афанасий Никитин) - एक रुसी व्यापारी था जिसने १५वीं शताब्दी में भारत की यात्रा की। वह लेखक के रूप में भी प्रसिद्ध है - उसकी पुस्तक "तीन समुद्र पार का सफरनामा" यह भारत के इतिहास का अहम सूत्र है। वास्को डि गामा से २५ वर्ष पूर्व भारत की धरती पर कदम रखने वाला पहला यूरोपीय अफ़नासी निकीतीन मूल रूप से रूस का रहने वाला था। वह सन् 1466 से 1475 के बीच लगभग तीन वर्ष तक भारत में रहा। निकीतीन रूस से चल कर जार्जिया, अरमेनिया, ईरान के रास्ते मुंबई पहुंचा था। सन् 1475 में वह अफ्रीका होता हुआ वापिस लौटा, लेकिन अपने घर त्वेर पहुंचने से पहले ही उसका निधन हो गया। निकीतीन द्वारा भारत-यात्रा पर लिखे संस्मरणों को १९वीं सदी में रूस के जाने-माने इतिहासविद् एन.एम.

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अबख़ाज़िया

अबखाजिया (Abhazia) आंशिक रूप से अन्तर्राष्ट्रीय पहचान प्राप्त विवादित क्षेत्र है जिसकी एक स्वतंत्र सरकार है। यह क्षेत्र काला सागर के पूर्वी तट और कॉकस के दक्षिण पश्चिम में स्थित है। यह जॉर्जिया का एक हिस्सा था जो कि इसे आज भी स्वतंत्र देश का दर्जा नहीं देता। अबख़ाज़िया अपने आप को अबख़ाज़िया गणराज्य अथवा अप्सनी के रूप में एक सम्प्रभु राज्य का दर्जा देता है। इसे रूस, निकारागुआ, वेनेज़ुएला और नौरु ने पूर्ण सम्प्रभु तथा दक्षिण ओसेतिया ने आंशिक सम्प्रभु राष्ट्र का एवं ट्रान्सनिस्ट्रिया और नागोर्नो-काराबाख़ ने अज्ञात राज्य के रूप में रखा है। .

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अब्द

अब्द का अर्थ वर्ष है। यह वर्ष, संवत्‌ एवं सन्‌ के अर्थ में आजकल प्रचलित है क्योंकि हिंदी में इस शब्द का प्रयोग सापेक्षिक दृष्टि से कम हो गया है। शताब्दी, सहस्राब्दी, ख्रिष्टाब्द आदि शब्द इसी से बने हैं। अनेक वीरों, महापुरुषों, संप्रदायों एवं घटनाओं के जीवन और इतिहास के आरंभ की स्मृति में अनेक अब्द या संवत्‌ या सन्‌ संसार में चलाए गए हैं, यथा, १. सप्तर्षि संवत् - सप्तर्षि (सात तारों) की कल्पित गति के साथ इसका संबंध माना गया है। इसे लौकिक, शास्त्र, पहाड़ी या कच्चा संवत्‌ भी कहते हैं। इसमें २४ वर्ष जोड़ने से सप्तर्षि-संवत्‌-चक्र का वर्तमान वर्ष आता है। २. कलियुग संवत् - इसे 'महाभारत सम्वत' या 'युधिष्ठिर संवत्‌' कहते हैं। ज्योतिष ग्रंथों में इसका उपयोग होता है। शिलालेखों में भी इसका उपयोग हुआ है। ई.॰ईपू॰ ३१०२ से इसका आरंभ होता है। वि॰सं॰ में ३०४४ एवं श.सं.

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अब्दुर रहमान ख़ान

'अब्दुर रहमान ख़ान १८८० से १९०१ तक अफ़ग़ानिस्तान के अमीर थे अब्दुर रहमान ख़ान (पश्तो: عبد رحمان خان) सन १८८० से लेकर सन १९०१ तक अफ़ग़ानिस्तान के अमीर थे। इनका जन्म १८४० से १८४४ के बीच और मृत्यु १ अक्टूबर १९०१ में हुई। १८७८-१८८० के द्वितीय आंग्ल-अफ़ग़ान युद्ध की हार के बाद अफ़ग़ानिस्तान की जो केन्द्रीय सरकारी व्यवस्था चौपट हो गई थी उसे अब्दुर रहमान ख़ान ने फिर से बहाल किया। .

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अमूर नदी

अमूर नदी का नक़्शा रूस के ख़ाबारोव्स्क क्राय क्षेत्र में अमूर नदी का एक नज़ारा अमूर नदी (रूसी: река Аму́р, रेका अमूर) दुनिया की दसवीं सब से लम्बी नदी है। यह नदी रूस के सूदूर पूर्वी क्षेत्रों और पूर्वोत्तरी चीन के दरमियान अंतर्राष्ट्रीय सीमा भी है। रूस और चीन के बीच ज़मीन के लिए जो झड़पें १७वीं शताब्दी में आरम्भ हुई और २०वीं शताब्दी तक चलीं, उनमें अमूर नदी की अहम भूमिका थी। .

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अमूर ओब्लास्त

अमूर ओब्लास्त की रूस में स्थिति अमूर, रूस का एक ओब्लास्ट (области या प्रांत) है। सन २०१० की जनगणना के अनुसार इसकी आबादी ९,०२,८४४ थी। यह ३,६३,७०० वर्ग किलोमीटर के इलाके में फैला हुआ है। यह रूस के सुदूर पूर्वी संघीय ज़िले व आर्थिक ज़िले में आता है। .

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अमेथिस्ट

अमेथिस्ट बैंगनी क़िस्म का स्फटिक है जिसका अक्सर गहनों में इस्तेमाल किया जाता है। इसका नाम प्राचीन यूनानी ἀ a- ("नहीं") और μέθυστος methustos ("मादकता") से आया है, इस विश्वास के संदर्भ में कि रत्न नशे से अपने मालिक की रक्षा करता है; प्राचीन यूनानी और रोमवासी अमेथिस्ट पहना करते थे और इस विश्वास के साथ उनसे मद्य पात्र बनाते थे कि वह मदहोशी को रोकेगा.

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अमोनिया

अमोनिया एक तीक्ष्म गंध वाली रंगहीन गैस है। यह हवा से हल्की होती है तथा इसका वाष्प घनत्व ८.५ है। यह जल में अति विलेय है। अमोनिया के जलीय घोल को लिकर अमोनिया कहा जाता है यह क्षारीय प्रकृति का होता है। जोसेफ प्रिस्टले ने सर्वप्रथम अमोनियम क्लोराइड को चूने के साथ गर्म करके अमोनिया गैस को तैयार किया। बर्थेलाट ने इसके रासायनिक गठन का अध्ययन किया तथा इसको बनाने वाले तत्वों को पता लगाया। प्रयोगशाला में अमोनियम क्लोराइड तथा बुझे हुए सूखे चूने के मिश्रण को गर्म करके अमोनिया गैस तैयार की जाती है। .

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अरिहंत श्रेणी की पनडुब्बियाँ

अरिहंत श्रेणी (Arihant-class submarine) भारतीय नौसेना के लिए बनाई जाने वाली परमाणु शक्ति वाले बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बियों की एक श्रेणी है। इन्हे $2.9 बिलियन वाले उन्नत टेक्नोलॉजी वेसल (एटीवी) प्रोजेक्ट के तहत विकसित किया गया था ताकि परमाणु-शक्ति वाली पनडुब्बियों को डिजाइन और निर्मित किया जा सके। इस श्रेणी के प्रमुख पोत, आईएनएस अरिहंत को 2009 में लॉन्च किया गया था और व्यापक समुद्री परीक्षणों के बाद, अगस्त 2016 में शुरू होने की पुष्टि हुई थी। अरिहंत पनडुब्बी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्यों के अलावा किसी अन्य देश द्वारा बनाई जाने वाली पहली बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बी है। .

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अर्थशास्त्र

---- विश्व के विभिन्न देशों की वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर (सन २०१४) अर्थशास्त्र सामाजिक विज्ञान की वह शाखा है, जिसके अन्तर्गत वस्तुओं और सेवाओं के उत्पादन, वितरण, विनिमय और उपभोग का अध्ययन किया जाता है। 'अर्थशास्त्र' शब्द संस्कृत शब्दों अर्थ (धन) और शास्त्र की संधि से बना है, जिसका शाब्दिक अर्थ है - 'धन का अध्ययन'। किसी विषय के संबंध में मनुष्यों के कार्यो के क्रमबद्ध ज्ञान को उस विषय का शास्त्र कहते हैं, इसलिए अर्थशास्त्र में मनुष्यों के अर्थसंबंधी कायों का क्रमबद्ध ज्ञान होना आवश्यक है। अर्थशास्त्र का प्रयोग यह समझने के लिये भी किया जाता है कि अर्थव्यवस्था किस तरह से कार्य करती है और समाज में विभिन्न वर्गों का आर्थिक सम्बन्ध कैसा है। अर्थशास्त्रीय विवेचना का प्रयोग समाज से सम्बन्धित विभिन्न क्षेत्रों में किया जाता है, जैसे:- अपराध, शिक्षा, परिवार, स्वास्थ्य, कानून, राजनीति, धर्म, सामाजिक संस्थान और युद्ध इत्यदि। प्रो.

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अर्गुन नदी

शिल्का नदी और अर्गुन नदी के मिलाप से ही अमूर नदी जन्म लेती है अर्गुन नदी (रूसी: Аргунь) या ऍर्गुन नदी (मंगोल: Эргүнэ) पूर्वी रूस और पूर्वोत्तरी चीन की अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर स्थित १,६२० किलोमीटर लम्बी एक नदी है। इसका जन्म चीन द्वारा नियंत्रित भीतरी मंगोलिया क्षेत्र में स्थित महान ख़िन्गन पर्वत शृंखला के पश्चिमी भाग में होता है। अर्गुन नदी आगे चलकर शिल्का नदी से मिलती है और इन दोनों के मिलाप के बाद इसे अमूर नदी के नाम से जाना जाता है। .

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अल-क़ायदा

विभिन्न अल-क़ायदा गुटबंदियों द्वारा इस्तेमाल किया गया परचम अल-क़ायदा (अरबी: القاعدة‎, अर्थ: 'बुनियाद', 'आधार') एक बहुराष्ट्रीय उग्रवादी सुन्नी इस्लामवादी संगठन है जिसका स्थापना ओसामा बिन लादेन, अब्दुल्लाह आज़म और 1980 के दशक में अफ़ग़ानिस्तान पर सोवियतों के आक्रमण के विरोध करने वाले कुछ अन्य अरब स्वयंसेवकों द्वारा 1988 में किया गया था। यह इस्लामी कट्टरपंथी सलाफ़ी जिहादवादियों का जालतंत्र है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद, उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो), यूरोपीय संघ, संयुक्त राज्य अमरीका, संयुक्त बादशाही,भारत, रूस और कई अन्य देशों द्वारा यह संगठन एक आतंकवादी समूह क़रार दिया गया है। .

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अलसी

अलसी या तीसी समशीतोष्ण प्रदेशों का पौधा है। रेशेदार फसलों में इसका महत्वपूर्ण स्थान है। इसके रेशे से मोटे कपड़े, डोरी, रस्सी और टाट बनाए जाते हैं। इसके बीज से तेल निकाला जाता है और तेल का प्रयोग वार्निश, रंग, साबुन, रोगन, पेन्ट तैयार करने में किया जाता है। चीन सन का सबसे बड़ा उत्पादक देश है। रेशे के लिए सन को उपजाने वाले देशों में रूस, पोलैण्ड, नीदरलैण्ड, फ्रांस, चीन तथा बेल्जियम प्रमुख हैं और बीज निकालने वाले देशों में भारत, संयुक्त राज्य अमरीका तथा अर्जेण्टाइना के नाम उल्लेखनीय हैं। सन के प्रमुख निर्यातक रूस, बेल्जियम तथा अर्जेण्टाइना हैं। तीसी भारतवर्ष में भी पैदा होती है। लाल, श्वेत तथा धूसर रंग के भेद से इसकी तीन उपजातियाँ हैं इसके पौधे दो या ढाई फुट ऊँचे, डालियां बंधती हैं, जिनमें बीज रहता है। इन बीजों से तेल निकलता है, जिसमें यह गुण होता है कि वायु के संपर्क में रहने के कुछ समय में यह ठोस अवस्था में परिवर्तित हो जाता है। विशेषकर जब इसे विशेष रासायनिक पदार्थो के साथ उबला दिया जाता है। तब यह क्रिया बहुत शीघ्र पूरी होती है। इसी कारण अलसी का तेल रंग, वारनिश और छापने की स्याही बनाने के काम आता है। इस पौधे के एँठलों से एक प्रकार का रेशा प्राप्त होता है जिसको निरंगकर लिनेन (एक प्रकार का कपड़ा) बनाया जाता है। तेल निकालने के बाद बची हुई सीठी को खली कहते हैं जो गाय तथा भैंस को बड़ी प्रिय होती है। इससे बहुधा पुल्टिस बनाई जाती है। आयुर्वेद में अलसी को मंदगंधयुक्त, मधुर, बलकारक, किंचित कफवात-कारक, पित्तनाशक, स्निग्ध, पचने में भारी, गरम, पौष्टिक, कामोद्दीपक, पीठ के दर्द ओर सूजन को मिटानेवाली कहा गया है। गरम पानी में डालकर केवल बीजों का या इसके साथ एक तिहाई भाग मुलेठी का चूर्ण मिलाकर, क्वाथ (काढ़ा) बनाया जाता है, जो रक्तातिसार और मूत्र संबंधी रोगों में उपयोगी कहा गया है। .

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अलास्का

अलास्का (अंग्रेज़ी: Alaska) उत्तर अमेरिकी महाद्वीप के उत्तर-पश्चिमी छोर में स्थित अमेरिकी का राज्य है। इसके पूर्व में कनाडा, उत्तर में आर्कटिक महासागर, दक्षिण-पश्चिम में प्रशांत महासागर और पश्चिम में रूस स्थित हैं। क्षेत्रफल के अनुसार अलास्का संयुक्त राज्य अमेरिका के 50 राज्यों में सबसे बड़ा राज्य है। अलास्का की लगभग आधी जनसंख्या 6,83,478 इसके अन्कोरेज महानगर में रहती है। सन 2009 तक अलास्का संयुक्त राज्य में सबसे कम जनसंख्या वाला राज्य है। 30 मार्च 1867 को संयुक्त राज्य सीनेट ने अलास्का को रूसी साम्राज्य से खरीदने का फैसला किया, इसके लिए रूस को 72 लाख डॉलर (45 करोड़ 81 लाख रूपए) चुकाए गए, यानि की हर एकड़ के लिए 4.74 डालर (315 रूपए) दिया गया था। इसके बाद यह भूमि कई आधिकारिक बदलावों से गुज़री, तब जाकर इसको 11 मई 1912 को संगठित क्षेत्र माना गया और 49 वें राज्य के तौर पे 3 जनवरी 1953 को शामिल किया गया। इस राज्य का नाम अलास्का रूसी साम्राज्य के समय से ही इस्तेमाल होता रहा था जिसका की मतलब मुख्य ज़मीन या मात्रभूमि था और जो की "अलयूत" के शब्द "अलाक्स्स्क्साक" से लिया गया था। .

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अल्ताई पर्वत शृंखला

अल्ताई पर्वत शृंखला का नक़्शा अल्ताई पर्वत शृंखला मध्य एशिया की एक बड़ी पर्वत शृंखला है जो उस क्षेत्र से गुज़रती है जहाँ रूस, चीन, कज़ाख़िस्तान और मंगोलिया मिलते हैं। मध्य एशिया की दो महत्वपूर्ण नदियाँ- इरतिश और ओब - इन्ही पहाड़ों से शुरू होती हैं। अल्ताई पर्वत क्षेत्र को ही तुर्की भाषा परिवार और भाषावैज्ञानिकों द्वारा प्रस्तावित अल्ताई भाषा परिवार की जन्मभूमि बताया जाता है। अल्ताई पर्वत पश्चिमोत्तर में साइबेरिया की सायन पर्वत शृंखला से आरम्भ होते हैं और दक्षिण-पूर्व में धीरे-धीरे छोटे होकर गोबी के ऊंचे रेगिस्तानी पठार में जा मिलते हैं। तुर्की भाषाओँ में "अल्ताई" शब्द का अर्थ "सोने के पहाड़" है और यह दो शब्दों को जोड़कर बनता है - "अल" (जिसका मतलब "सोना" है) और ताऊ (यानि "पहाड़").

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अल्ताई भाषा

२०वीं सदी की शुरुआत में कुछ अल्ताई लोग अल्ताई भाषा (रूसी: Горно-алтайские языки, अंग्रेज़ी: Altay language) रूस के साइबेरिया क्षेत्र के अल्ताई गणतंत्र और अल्ताई क्राय विभागों में बसने वाले अल्ताई लोगों की मातृभाषा हैं जो तुर्की भाषा-परिवार की सदस्य है। सन् १९९२ में इसे मातृभाषा के रूप में बोलने वालों की संख्या २०,००० अनुमानित की गई थी जबकि सन् २००२ में इसे मातृभाषा या अन्य रूप में जानने वालों की संख्या ७०,००० गिनी गई। इसकी दो मुख्य उपभाषाएँ हैं - उत्तरी अल्ताई और दक्षिणी अल्ताई। इस भाषा को मुख्यतः सिरिलिक लिपि के प्रयोग से लिखा जाता है। रूस के अलावा यह मंगोलिया और चीन के कुछ पड़ोसी इलाक़ों में भी बोली जाती है।, Barbara A. West, pp.

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अल्ताई लोग

२०वीं सदी की शुरुआत में कुछ अल्ताई लोग अल्ताई (रूसी: Алтайцы, अंग्रेज़ी: Altay people) रूस के साइबेरिया क्षेत्र के अल्ताई गणतंत्र और अल्ताई क्राय विभागों में बसने वाले तुर्क लोग हैं। सन् २०१० में इनकी कुल आबादी ३,६७,००० अनुमानित की गई थी। इस समुदाय की अल्ताई भाषा नामक अपनी अलग तुर्की भाषा है। .

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अल्ताई गणराज्य

अल्ताई गणराज्य का नक़्शा अल्ताई गणराज्य या अल्ताई गणतंत्र (रूसी: Респу́блика Алта́й, अंग्रेज़ी: Altai Republic) रूस का एक संघीय खंड है जो उस देश की शासन प्रणाली में गणतंत्र का दर्जा रखता है। यह साइबेरिया क्षेत्र में स्थित है और इसकी राजधानी गोरनो-अल्तायिस्क शहर है। .

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अल्ताई क्राय

रूस के नक़्शे में अल्ताई क्राय की स्थिति बरनाऊल शहर के पास गुज़रती ओब नदी अल्ताई क्राय (रूसी: Алта́йский край, अल्ताईस्कीय क्राय) रूस के साइबेरिया क्षेत्र में स्थित एक 'क्राय' का दर्जा रखने वाला संघीय खंड है। सन् २०१० में की गई एक जनगणना के अनुसार इसकी आबादी २४,१९,७५५ थी। इस क्राय का क्षेत्रफल १,६९,१०० वर्ग किलोमीटर है, जो तुलना के लिए भारत के उड़ीसा और कर्नाटक राज्यों के क्षेत्रफलों के बीच है। दक्षिण से घड़ी की दिशा में घुमते हुए इस क्राय की सरहदें कज़ाख़स्तान, नोवोसिबिर्स्क ओब्लास्त, केमेरोवो ओब्लास्त और अल्ताई गणराज्य से लगती हैं। इस क्षेत्र की अर्थव्यवस्था कृषि-प्रधान है। अल्ताई क्राय की राजधानी ओब नदी के किनारे बसा बरनाऊल (Барнау́л, Barnaul) शहर है।, A. J. Haywood, pp.

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अल्फ़्रेद नोबेल

अल्फ्रेड नोबेल ऐल्फ्रेड बर्नार्ड नोबेल (Nobel, Alfred Bernhard, 1833-1896), स्वीडन निवासी रसायनज्ञ तथा इंजीनियर थे। विश्व प्रसिद्ध नोबेल पुरस्कार इनके ही द्वारा स्थापित न्यास द्वारा दिया जाता है। इन्होने डाइनेमाइट नामक प्रसिद्ध बिस्फोटक का आविष्कार किया था। .

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अल्यूत द्वीपसमूह

अल्यूत द्वीपगण (Aleeutian Islands, एल्यूशिअन) उत्तरी प्रशांत महासागर में स्थित द्वीपों का समूह हैं जो अमेरिकी शासन में हैं। यहाँ पहुँचने वाला पहला यूरोपी वितुस बेरिंग था जो १७४१ में यहाँ पहुँचा था, १७९३ में रूसी यहाँ स्थापित हो गए।। सन् १८६७ तक यह पूर्णतया रूस के कब्ज़े में था जिसे कैथेरीन द्वीपसमूह कहा जाता था। ये रूस के पूर्वी तट (कमचट्का) और अमेरिकी अलास्का के पश्चिमी तट को जोड़ने वाले अयल्यूती वक्र का हिस्सा हैं जिनमें कई द्वीप हैं। यहाँ मुख्य निवासी अल्यूत हैं, जिनके नाम पर अलास्का का नाम पड़ा है। ये ज्वालामुखी से बने द्वीप हैं। श्रेणी:प्रशांत महासागर के द्वीप श्रेणी:अलास्का * श्रेणी:अलास्का के द्वीपसमूह.

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अलेक्सान्द्र सोल्शेनीत्सिन

अलेक्सान्द्र सोल्शेनीत्सिन अलेक्सान्द्र इसयेविच सोल्शेनीत्सिन का जन्म ११ दिसम्बर १९१८ को हुआ था। सोल्शेनीत्सिन रुसी भाषा के २० वी सदी के महत्वपूर्ण लेखक थे। सोल्शेनीत्सिन ने कई उपन्यास, कविताएँ और कहनियों की रचना की। ये १९७० के नोबेल पुरस्कार (साहित्य) के विजेता है। .

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अलेक्सान्द्र अब्रामोविच कबकोव

अलेक्सान्द्र अब्रामोविच कबकोव अलेक्सान्द्र कबकोव (रूसी: Кабаков, Александр Абрамович) - रूसी लेखक और पत्रकार हैं। उनका जन्म द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान १९४३ में नोवोसिबीर्स्क में हुआ, जहाँ सरकार ने उनकी माँ को युद्ध से बचाकर प्रसूति के लिए भेज दिया था। कबाकोव ने उक्राइना के द्नेप्रोपेत्रोव्स्क विश्वविद्यालय की मैकेनिकल-मैथमैटिक्स फ़ैकल्टी से एम.एससी.

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अलेक्सांदर द्वितीय

रूस का ज़ार अलेक्सान्दर द्वितीय अलेक्सांदर द्वितीय (रूसी: Алекса́ндр II Никола́евич; १८१२ - १८८१) रूस का ज़ार (१८५५ से ८१) था। वह निकोलस प्रथम का ज्येष्ठ पुत्र था। .

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अलेक्सांदर प्रथम

अलेक्सांदर प्रथम का रूपचित्र (पोरट्रेट) अलेक्सांदर प्रथम (Alexander I; रूसी: Александр Павлович, अलेक्सांदर पावलोविच; 23 दिसम्बर 1777 – 1 दिसम्बर 1825), रूस का ज़ार था। वह पाल प्रथम का पुत्र था। वह २३ मार्च १८०१ से १ दिसम्बर १८२५ तक रूस का सम्राट था। वह प्रथम रूसी राजा था जिसने पोलैण्ड पर शासन किया। वह फिनलैण्ड और लिथुवानिया का भी पहला रूसी ग्रण्ड ड्यूक था। .

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अलेक्सांदर स्क्र्याबिन

रूसी संगीतकार '''अलेक्सांदर स्क्र्याबिन''' अलेक्सांदर स्क्र्याबिन (Alexander Nikolayevich Scriabin; रूसी: Алекса́ндр Никола́евич Скря́бин, रूसी उच्चारण:; 6 जनवरी 1872 – 27 अप्रैल) रूस के संगीतकार एवं पियानोवादक थे। .

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अलेक्सांदर कुप्रिन

रूसी कहानीकार अलेक्सांदर कुप्रिन अलेक्सांद्र इवानोविच कुप्रिन (रूसी: Алекса́ндр Ива́нович Купри́н; 7 सितम्बर 1870 – 25 अगस्त 1938) प्रसिद्ध रूसी कहानी लेखक, विमान-चालक, अवेषक तथा साहसपूर्ण यात्री थे। .

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अलेक्सांद्र पूश्किन

अलेक्सांद्र सेर्गेयेविच पूश्किन (रूसी: Алекса́ндр Серге́евич Пу́шкин (6 जून 1799 – 10 फरवरी 1837) रूसी भाषा के छायावादी कवियों में से एक थे जिन्हें रूसी का सर्वश्रेष्ठ कवि माना जाता है।, retrieved on 24 नवम्बर 2006., retrieved on 2 सितंबर 2006. उन्हें आधुनिक रूसी कविता का संस्थापक भी माना जाता है।, retrieved 1 सितंबर 2006 पूश्किन के 38 वर्ष के छोटे जीवनकाल को हम 5 खंडों में बाँटकर समझ सकते हैं। 26 मई 1799 को उनके जन्म से 1820 तक का समय बाल्यकाल और प्रारंभिक साहित्य रचना को समेटता है। 1820 से 1824 का समय निर्वासन काल है। 1824 से 1826 के बीच वे मिखायेलोव्स्कोये में रहे। 1826-1831 में वे ज़ार के करीब आकर प्रसिद्धि के शिखर पर पहुँचे। 1831 से उनकी मृत्यु (29 जनवरी 1837) तक का काल उनके लिए बड़ा दुःखदायी रहा। .

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अलेक्सेय वराबियोव

अलेक्सेय वराबियोव रूसी गायक और अभिनेता हैं जो रुसी और अंग्रेज़ी दोनों में प्रदर्शन करते हैं। अन्तराष्ट्रीय परियोजनो के लिए वराबियोव एलेक्स स्पैरो नाम का भी प्रयोग करते हैं, जो कि उनके रुसी नाम का अनुवाद है। इन्हें 2005 में 17 वर्ष की उम्र में द एक्स फैक्टर के रुसी अवतरण में भाग लेने से ख्याति प्राप्त हुई। 2006 में इन्होंने यूनिवर्सल म्यूज़िक रशिया के साथ करार किया। 2011 में वराबियोव ने अपने देश का जर्मनी के डुसेलडोर्फ़ शहर में आयोजित हुई यूरोविज़न संगीत प्रतियोगिता में प्रतिनिधित्व किया था। .

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अशासकीय संस्था

गैर सरकारी संगठन (NGO) एक ऐसा शब्द है जो बिना किसी सरकारी भागीदारी या प्रतिनिधित्व के साथ प्राकृतिक या कानूनी व्यक्तियों के द्वारा बनाए गए विधिवत संगठित गैर सरकारी संगठनों को संदर्भित करने के लिए व्यापक रूप से स्वीकार किया गया है। उन मामले में जिनमें गैर सरकारी संगठन पूरी तरह से या आंशिक रूप से सरकारों द्वारा निधिबद्ध होते हैं, NGO अपना गैर-सरकारी ओहदा बनाए रखता है और सरकारी प्रतिनिधिओं को संगठन में सदस्यता से बाहर रखता है। शब्द इंटरगवर्नमेंटल ओर्गेनाइज़ेशन के विपरीत, "गैर सरकारी संगठन" एक आम उपयोग का शब्द है, लेकिन एक कानूनी परिभाषा नहीं है। कई न्यायालयों में इस प्रकार के संगठनों को "नागरिक समाज संगठन" के रूप में परिभाषित किया जाता है या अन्य नामों से निर्दिष्ट किया जाता है। अनुमान है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय गैर सरकारी संगठनों की संख्या 40,000 है। राष्ट्रीय संख्या और भी अधिक है: रूस में 277,000 गैर सरकारी संगठन हैं। भारत में 1 मिलियन और 2 मिलियन के बीच गैर सरकारी संगठन होने का अनुमान है। .

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अस्ताना

बेयतेरेक मीनार, जो अस्ताना शहर की निशानी है अंतरिक्ष से अस्ताना का दृश्य अस्ताना(कज़ाख़: Астана, अंग्रेज़ी: Astana) मध्य एशिया के कज़ाख़स्तान देश की राजधानी और उस देश का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। इसे सोवियत संघ के ज़माने में सन् १९६१ तक अकमोलिंस्क (Акмолинск, Akmolinsk) और उसके बाद सन् १९९२ तक त्सेलिनोग्राद​ (Целиноград, Tselinograd) बुलाया जाता था। कज़ाख़स्तान की आज़ादी के बाद इसे सन् १९९८ तक अकमोला (Ақмола, Akmola) बुलाया गया। यह शहर पूरी तरह अकमोला प्रांत से घिरा हुआ है लेकिन प्रशासनिक रूप से इसे एक अलग संघीय शहर का दर्जा मिला हुआ है। .

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अस्मिता

अस्मिता दिल्ली स्थित रंगमंच कर्मियों की एक नाट्य संस्था (थियेटर ग्रुप) है। अस्मिता नाट्य संस्था ने नुक्कड़ नाटकॉ के साथ- साथ दो दशकों में 60 से अधिक मंच नाटक किये है। संस्था सामाजिक-राजनीतिक दृष्टि से प्रासंगिक व समकालीन मुद्दों पर नाटक करने के लिए प्रतिबद्ध है। इन दिनो अरविन्द गौड़ अस्मिता थियेटर ग्रुप के निदेशक के रूप मे कार्यरत है। .

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अहमद तृतीय

अहमद तृतीय (उस्मानी तुर्कीयाई: احمد ثالث, अहमद-इ सालिस, 30/31 दिसंबर 16731 जुलाई 1736) उस्मानी साम्राज्य के सुल्तान रहे थे। वे महमद चतुर्थ (शासनकाल. 1648–87) के बेटे थे। उनकी माँ अमतुल्लाह राबिया गुलनुश सुल्तान थीं, जिनका मूल नाम एवमानिया वोरिया था, उनकी नस्ल यूनानी थी। उनका जन्म हाजीओलु पाज़ारजक, दोब्रुजा में हुआ था। वे 1703 में तख़्तनशीन हो गए, जब उनके भाई मुस्तफ़ा द्वितीय (1695–1703) ने तख़्त को त्याग दिया था। वज़ीर-ए-आज़म नौशहरी दामाद इब्राहीम पाशा और सुल्तान की बेटी फ़ातिमा सुल्तान (जो नौशहरी की बीवी भी थी) ने 1718 से 1730 तक असल हकूमत संभाली, यह दौर ट्यूलिप युग कहा जाता है। .

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अज़रबाइजान

आज़रबाइजान(अन्य वर्तनी:अज़रबैजान या अज़रबाइजान) (Respublikası), कॉकेशस के पूर्वी भाग में एक गणराज्य है, पूर्वी यूरोप और एशिया के मध्य में बसा हुआ। भौगोलिक रूप से यह एशिया का ही भाग है। इसके सीमांत देश हैं: अर्मेनिया, जॉर्जिया, रूस, ईरान, तुर्की और इसका तटीय भाग कैस्पियन सागर से लगता हुआ है। यह १९९१ तक भूतपूर्व सोवियत संघ का भाग था। अज़रबैजान एक धर्मनिरपेक्ष देश है और वर्ष २००१ से काउंसिल का सदस्य है। अधिकांश जनसंख्या इस्लाम धर्म की अनुयायी है और यह देश इस्लामी सम्मेलन संघ का सदस्य राष्ट्र भी है। यह देश धीरे-धीरे औपचारिक लेकिन सत्तावादी लोकतंत्र की ओर बढ़ रहा है। .

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अगस्त २०१०

कोई विवरण नहीं।

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अंटार्कटिका

अंटार्कटिका अंतरिक्ष से अंटार्कटिका का दृश्य। 230px लाम्बर्ट अजिमुथाल प्रोजेक्शन पर आधारित मानचित्र।दक्षिणी ध्रुव मध्य में है। अंटार्कटिका (या अन्टार्टिका) पृथ्वी का दक्षिणतम महाद्वीप है, जिसमें दक्षिणी ध्रुव अंतर्निहित है। यह दक्षिणी गोलार्द्ध के अंटार्कटिक क्षेत्र और लगभग पूरी तरह से अंटार्कटिक वृत के दक्षिण में स्थित है। यह चारों ओर से दक्षिणी महासागर से घिरा हुआ है। अपने 140 लाख वर्ग किलोमीटर (54 लाख वर्ग मील) क्षेत्रफल के साथ यह, एशिया, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका और दक्षिणी अमेरिका के बाद, पृथ्वी का पांचवां सबसे बड़ा महाद्वीप है, अंटार्कटिका का 98% भाग औसतन 1.6 किलोमीटर मोटी बर्फ से आच्छादित है। औसत रूप से अंटार्कटिका, विश्व का सबसे ठंडा, शुष्क और तेज हवाओं वाला महाद्वीप है और सभी महाद्वीपों की तुलना में इसका औसत उन्नयन सर्वाधिक है। अंटार्कटिका को एक रेगिस्तान माना जाता है, क्योंकि यहाँ का वार्षिक वर्षण केवल 200 मिमी (8 इंच) है और उसमे भी ज्यादातर तटीय क्षेत्रों में ही होता है। यहाँ का कोई स्थायी निवासी नहीं है लेकिन साल भर लगभग 1,000 से 5,000 लोग विभिन्न अनुसंधान केन्द्रों जो कि पूरे महाद्वीप पर फैले हैं, पर उपस्थित रहते हैं। यहाँ सिर्फ शीतानुकूलित पौधे और जीव ही जीवित, रह सकते हैं, जिनमें पेंगुइन, सील, निमेटोड, टार्डीग्रेड, पिस्सू, विभिन्न प्रकार के शैवाल और सूक्ष्मजीव के अलावा टुंड्रा वनस्पति भी शामिल hai हालांकि पूरे यूरोप में टेरा ऑस्ट्रेलिस (दक्षिणी भूमि) के बारे में विभिन्न मिथक और अटकलें सदियों से प्रचलित थे पर इस भूमि से पूरे विश्व का 1820 में परिचय कराने का श्रेय रूसी अभियान कर्ता मिखाइल पेट्रोविच लाज़ारेव और फैबियन गॉटलिएब वॉन बेलिंगशौसेन को जाता है। यह महाद्वीप अपनी विषम जलवायु परिस्थितियों, संसाधनों की कमी और मुख्य भूमियों से अलगाव के चलते 19 वीं शताब्दी में कमोबेश उपेक्षित रहा। महाद्वीप के लिए अंटार्कटिका नाम का पहले पहल औपचारिक प्रयोग 1890 में स्कॉटिश नक्शानवीस जॉन जॉर्ज बार्थोलोम्यू ने किया था। अंटार्कटिका नाम यूनानी यौगिक शब्द ανταρκτική एंटार्कटिके से आता है जो ανταρκτικός एंटार्कटिकोस का स्त्रीलिंग रूप है और जिसका अर्थ "उत्तर का विपरीत" है।" 1959 में बारह देशों ने अंटार्कटिक संधि पर हस्ताक्षर किए, आज तक छियालीस देशों ने इस संधि पर हस्ताक्षर किए हैं। संधि महाद्वीप पर सैन्य और खनिज खनन गतिविधियों को प्रतिबन्धित करने के साथ वैज्ञानिक अनुसंधान का समर्थन करती है और इस महाद्वीप के पारिस्थितिक क्षेत्र को बचाने के लिए प्रतिबद्ध है। विभिन्न अनुसंधान उद्देश्यों के साथ वर्तमान में कई देशों के लगभग 4,000 से अधिक वैज्ञानिक विभिन्न प्रयोग कर रहे हैं। .

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अंतरराष्ट्रीय तापनाभिकीय प्रायोगिक संयंत्र

आई। टी.ई.आर निर्वात वैसल के प्रतिरूप का चित्र; जिसमें डाईवर्टर कैसेट्स की अंदरूनी सतहों पर ४४० ब्लैंकेट्स जुड़े दिख रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय तापनाभिकीय प्रायोगिक संयंत्र (अंग्रेज़ी:इंटरनेशनल थर्मोन्यूक्लियर एक्सपेरिमेंटल रिएक्टर (आईटीईआर)) ऊर्जा की कमी की समस्या से निबटने के लिए भारत सहित विश्व के कई राष्ट्रों द्वारा अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के सहयोग से मिलकर बनाया जा रहा संलयन नाभिकीय प्रक्रिया पर आधारित ऐसा विशाल रिएक्टर है, जो कम ईंधन की सहायता से ही अपार ऊर्जा उत्पन्न करेगा। सस्ती, प्रदूषणविहीन और असीमित ऊर्जा पैदा करने की दिशा में हाइड्रोजन बम के सिद्धांत पर इस नाभिकीय महापरियोजना को प्रयोग के तौर पर शुरू किया गया है। इसमें संलयन से उसी प्रकार से ऊर्जा मिलेगी जैसे पृथ्वी को सूर्य या अन्य तारों से मिलती है। .

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अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय

अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय (फ्रेंच: Cour Pénale Internationale; प्रायः आईसीसी (ICC) या आईसीसीटी (ICCt) के रूप में संदर्भित) एक स्थायी न्यायाधिकरण है जिसमें जन-संहार, मानवता के खिलाफ अपराध, युद्ध अपराधों और आक्रमण का अपराध (हालांकि वर्तमान में यह आक्रमण के अपराध पर अपने न्यायाधिकार क्षेत्र का प्रयोग नहीं कर सकता है) के लिए अपराधियों के खिलाफ मुकदमा चलाया जाता है। आईसीसी का निर्माण, 1945 के बाद से अंतरराष्ट्रीय कानून का शायद सबसे महत्त्वपूर्ण सुधार रहा है। यह अंतरराष्ट्रीय कानून के दो निकायों को जो व्यक्तियों के साथ होने वाले व्यवहारों पर नज़र रखते हैं ताकत देता है: मानव अधिकार और मानवीय कानून.

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अंतरिक्ष उड़ान

अंतरिक्ष उड़ान (space flight) अंतरिक्ष में गुज़रने वाली प्रक्षेपिक उड़ान होती है। अंतरिक्ष उड़ान में अंतरिक्ष यानों का प्रयोग होता है, जो मानव-सहित या मानव-रहित हो सकते हैं। मानवीय अंतरिक्ष उड़ान में अमेरिकी द्वारा करी गई अपोलो चंद्र यात्रा कार्यक्रम और सोवियत संघ (और उसके अंत के बाद रूस) द्वारा संचालित सोयूज़ कार्यक्रम शामिल हैं। मानव-रहित अंतरिक्ष उड़ान में पृथ्वी की कक्षा में परिक्रमा करते सैंकड़ो उपग्रह तथा पृथ्वी की कक्षा छोड़कर अन्य ग्रहों, क्षुद्रग्रहों व उपग्रहों की ओर जाने वाले भारत के मंगलयान जैसे अंतरिक्ष शोध यान शामिल हैं। .

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अंतरजाल

अंतरजाल का आंशिक मैप, १५ जनवरी २००५। प्रत्येक पंक्ति को दो नोड्स के बीच खींचा जाता है, आईपी पते जोड़ने से। रेखा की लंबाई नोड्स के बीच समय की देरी (पिंग) को दर्शाती है मानचित्र २००५ में डेटा संग्रह के लिए उपलब्ध कक्षा सी नेटवर्क के ३०% से कम का प्रतिनिधित्व करता है। रेखा रंग आरएफसी १९१८ के अनुसार उसके स्थान से मेल खाती है। अंतरजाल (इंटरनेट) (Internet आई पी ए: ɪntəˌnɛt) विष्व में डिवाइसों को लिंक करने के लिए इंटरनेट प्रोटोकॉल सूट (टीसीपी / आईपी) का उपयोग करने वाले इंटरकनेक्टेड कंप्यूटर नेटवर्क की वैश्विक प्रणाली है। यह नेटवर्क का एक नेटवर्क है जिसमें निजी, सार्वजनिक, शैक्षिक, व्यवसाय और वैश्विक नेटवर्क के सरकारी नेटवर्क शामिल हैं, जो कि इलेक्ट्रॉनिक, वायरलेस, और ऑप्टिकल नेटवर्किंग प्रौद्योगिकियों की व्यापक श्रेणी से जुड़ा हुआ है। इंटरनेट में सूचना संसाधनों और सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला है, जैसे इंटर लिंक किए गए हाइपरटेक्स्ट दस्तावेज़ और वर्ल्ड वाइड वेब (डबल्युडबल्युडबल्यु), इलेक्ट्रॉनिक मेल, टेलीफ़ोनी और फ़ाइल साझाकरण के अनुप्रयोग। १९६० के दशक में इंटरनेट नेटवर्क की उत्पत्ति संयुक्त राज्य संघीय सरकार द्वारा कंप्यूटर नेटवर्क के माध्यम से मज़बूत, गलती-सहिष्णु संचार के निर्माण के लिए शुरू की गई थी। १९९० के शुरुआती दिनों में वाणिज्यिक नेटवर्क और उद्यमों को जोड़ने से आधुनिक इंटरनेट पर संक्रमण की शुरुआत हुई, और तेजी से वृद्धि के कारण संस्थागत, व्यक्तिगत और मोबाइल कंप्यूटर नेटवर्क से जुड़े थे। २००० के दशक के अंत तक, इसकी सेवाओं और प्रौद्योगिकियों को रोजमर्रा की जिंदगी के लगभग हर पहलू में शामिल किया गया था। टेलीफ़ोनी, रेडियो, टेलीविज़न, पेपर मेल और अखबारों सहित अधिकांश पारंपरिक संचार मीडिया, ईमेल द्वारा पुनर्निर्मित, पुनर्निर्धारित, या इंटरनेट से दूर किए जाने वाले ईमेल सेवाओं, इंटरनेट टेलीफ़ोनी, इंटरनेट टेलीविजन, ऑनलाइन संगीत, डिजिटल समाचार पत्र, और वीडियो स्ट्रीमिंग वेबसाइटें अखबार, पुस्तक, और अन्य प्रिंट प्रकाशन वेबसाइट प्रौद्योगिकी के अनुकूल हैं, या ब्लॉगिंग, वेब फ़ीड्स और ऑनलाइन समाचार एग्रीगेटर्स में पुन: स्थापित किए जा रहे हैं। इंटरनेट ने त्वरित मैसेजिंग, इंटरनेट फ़ौरम और सोशल नेटवर्किंग के माध्यम से व्यक्तिगत इंटरैक्शन के नए रूपों को सक्षम और त्वरित किया है। ऑनलाइन खुदरा विक्रेताओं और छोटे व्यवसायों और उद्यमियों के लिए ऑनलाइन खरीदारी तेजी से बढ़ी है, क्योंकि यह कंपनियों को एक बड़े बाजार की सेवा या पूरी तरह से ऑनलाइन वस्तुओं और सेवाओं को बेचने के लिए अपनी "ईंट और मोर्टार" उपस्थिति बढ़ाने में सक्षम बनाता है। इंटरनेट पर व्यापार से व्यापार और वित्तीय सेवाओं को पूरे उद्योगों में आपूर्ति श्रृंखला पर असर पड़ता है। इंटरनेट का उपयोग या उपयोग के लिए तकनीकी कार्यान्वयन या नीतियों में कोई केंद्रीकृत शासन नहीं है; प्रत्येक घटक नेटवर्क अपनी नीतियाँ निर्धारित करता है। इंटरनेट, इंटरनेट प्रोटोकॉल एड्रेस (आए पी एड्रेस), स्पेस और डोमेन नेम सिस्टम (डी एन एस) में दो प्रमुख नाम रिक्त स्थान की केवल अति परिभाषा परिभाषाएँ एक रखरखाव संगठन, इंटरनेट कॉरपोरेशन फॉर असाइन्ड नाम और नंबर (आए सी ए एन एन)। मुख्य प्रोटोकॉल के तकनीकी आधारभूत और मानकीकरण, इंटरनेट इंजीनियरिंग टास्क फ़ोर्स (आए ई टी एफ़) की एक गतिविधि है, जो कि किसी भी गैर-लाभप्रद संगठन के साथ संबद्ध अंतरराष्ट्रीय सहभागी हैं, जो किसी को भी तकनीकी विशेषज्ञता में योगदान दे सकते हैं। .

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अंतर्राष्ट्रीय मज़दूर दिवस

अंतर्राष्ट्रीय मज़दूर दिवस या मई दिन मनाने की शुरूआत 1 मई 1886 से मानी जाती है जब अमेरिका की मज़दूर यूनियनों नें काम का समय 8 घंटे से ज़्यादा न रखे जाने के लिए हड़ताल की थी। इस हड़ताल के दौरान शिकागो की हेमार्केट में बम धमाका हुआ था। यह बम किस ने फेंका किसी का कोई पता नहीं। इसके निष्कर्ष के तौर पर पुलिस ने मज़दूरों पर गोली चला दी और सात मज़दूर मार दिए। "भरोसेमंद गवाहों ने तस्दीक की कि पिस्तौलों की सभी फलैशें गली के केंद्र की तरफ से आईं जहाँ पुलिस खड़ी थी और भीड़ की तरफ़ से एक भी फ्लैश नहीं आई। इस से भी आगे वाली बात, प्राथमिक अखबारी रिपोर्टों में भीड़ की तरफ से गोलीबारी का कोई ज़िक्र नहीं। मौके पर एक टेलीग्राफ खंबा गोलियों के साथ हुई छेद से पुर हुआ था, जो सभी की सभी पुलिस वाले तरफ़ से आईं थीं।" चाहे इन घटनाओं का अमेरिका पर एकदम कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ा था लेकिन कुछ समय के बाद अमेरिका में 8 घंटे काम करने का समय निश्चित कर दिया गया था। मौजूदा समय भारत और अन्य मुल्कों में मज़दूरों के 8 घंटे काम करने से संबंधित क़ानून लागू है। अंतरराष्ट्रीय मज़दूर आंदोलन, अराजकतावादियों, समाजवादियों, तथा साम्यवादियों द्वारा समर्थित यह दिवस ऐतिहासिक तौर पर केल्त बसंत महोत्सव से भी संबंधित है। इस दिवस का चुनाव हेमार्केट घटनाक्रम की स्मृति में, जो कि 4 मई 1886 को घटित हुआ था, द्वितीय अंतरराष्ट्रीय के दौरान किया गया। .

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अंतर्राष्ट्रीय स्लाव चैनल

अंतर्राष्ट्रीय स्लाव चैनल (Международный Славянский Канал रूसी में, Міжнародний Слов'янський Канал यूक्रेनी में, Slavonic Channel International अंग्रेज़ी में) टेलिविजन चन्नेल है। अंतर्राष्ट्रीय स्लाव चन्नेल उद्देश्य कि सब स्लाव लोग और जगत् स्लाव रहने का तरीक़ा, अद्वितीय स्लाव इतिहास और स्लाव सांस्कृतिक महती देन को मिलना। अंतर्राष्ट्रीय स्लाव चन्नेल प्रथम प्रदर्शन १२ सितम्बर २००८ यूक्रेन से उपग्रह द्वारा (Sirius-4 Satellite 5° East Frequency 12075 MHz (H) Symbol Rate: 27,5 Msymb/s FEC 3/4 & Astra-2 Satellite 31,5° East Frequency 12090 MHz (H) Vertical Symbol Rate: 27,5 Msymb/s FEC 9/10) था। अंतर्राष्ट्रीय स्लाव चन्नेल बहुकरोड़ा आबादी के लिए चौबीसों घंटे यूक्रेनी, रूसी, अंग्रेज़ी और स्थानीय भाषा में प्रदर्शन करता। भविष्य में इकबारगी प्रदर्शन स्लाव, फ़्रांसीसी, जर्मन, स्पेन, पुर्तगाल, अरबी और चीनी भाषाऐं होगा। अंतर्राष्ट्रीय स्लाव चन्नेल सांस्कृतिक विषयक्षेत्र देता। .

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अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय प्रतिवेदन मानक

अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय प्रतिवेदन मानक (IFRS), अंतर्राष्ट्रीय लेखांकन मानक बोर्ड (IASB) द्वारा अपनाए गए मानक, प्रतिपादन और रूपरेखा है। IFRS के गठन के कई मानक अंतर्राष्ट्रीय लेखांकन मानक (IAS) के पुराने नाम से जाने जाते हैं। अंतर्राष्ट्रीय लेखांकन मानक समिति (IASC) के द्वारा अंतर्राष्ट्रीय लेखांकन मानक सन् 1973 और 2001 के बीच जारी किए गए। 1 अप्रैल 2001 को नई IASB ने IASC से अंतर्राष्ट्रीय लेखांकन मानक स्थापित करने का उत्तरदायित्व ग्रहण किया। नये बोर्ड ने अपनी पहली बैठक के दौरान मौजूदा IAS और SICs को अपनाया.

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अंतिम घंटी

१९६८ में स्वेर्दलोव्स्क शहर के एक विद्यालय में अंतिम घंटी समारोह अंतिम घंटी (Last Bell), जिसे रूसी भाषा में पोसलेदन्यी ज़्वोनोक​ (Последний звонок) कहते हैं, रूस और भूतपूर्व सोवियत संघ से उत्पन्न होने वाले अन्य देशों के विद्यालयों में एक ख़ुशी मानाने का समारोह होता है जो आध्यात्मिक वर्ष के अंत में पढ़ाई ख़त्म होने पर लेकिन इम्तिहानों के शुरू होने से पहले आयोजित किया जाता है। आमतौर पर यह हर साल २५ मई को मनाया जाता है। जो विद्यार्थी विद्यालय से उत्तीर्ण होकर उसे छोड़ने वाले होते हैं वे अपनी स्कूल की वर्दियों में या फिर औपचारिक अच्छे वस्त्रों में बनठन कर समारोह में हिस्सा लेते हैं। १९९० के दशक से लड़कियों के लिए सोवियत-शैली की स्कूली वर्दियाँ पहनकर आना प्रथा बन गयी है और वे अक्सर सफ़ेद तहबन्द (एप्रन) पहने और बालों में सफ़ेद फ़ीते (रिबन) बांधे आती हैं। इस समारोह में इन विद्यार्थियों के लिए पहली कक्षा के किसी बच्चे द्वारा यादगार के लिए एक अंतिम बार स्कूल की घंटी बजाई जाती है। अक्सर यह विद्यालय की सबसे छोटी बच्ची होती है जिसे विद्यालय से उत्तीर्ण होने वाला सबसे बड़ा लड़का अपनी गोद में उठाकर घंटी तक ले जाता है।, Catriona Kelly, pp.

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अंगारा (रॉकेट परिवार)

अंगारा रॉकेट परिवार (Angara rocket family) एक प्रक्षेपण यान परिवार है। जिसे रूस की रूसी संघीय अंतरिक्ष अभिकरण के द्वारा विकसित किया गया है। .

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अंगारा नदी

येनिसेय नदी का नक़्शा जिसमें अंगारा नदी का मार्ग भी देखा जा सकता है अंगारा नदी (रूसी: Ангара́; अंग्रेज़ी: Angara) रूस के साइबेरिया क्षेत्र के दक्षिण-पूर्वी भाग में इरकुत्स्क ओब्लास्त और क्रस्नोयार्स्क क्राय राज्यों में बहने वाली १,७७९ किमी लम्बी एक नदी है। यह बयकाल झील से बाहर बहने वाली अकेली नदी है और साइबेरिया की महत्त्वपूर्ण येनिसेय नदी की एक उपनदी है। इरकुत्स्क ओब्लास्त के बहुत से प्रमुख शहर, जैसे कि इरकुत्स्क, अंगार्स्क, ब्रात्स्क और उसत-इलिम्स्क इसी के किनारे बसे हुए हैं। इलिम नदी इस नदी की एक उपनदी है और अंगारा नदी को इस से विलय करने से पहले 'ऊपरी तुंगुस्का नदी' (Верхняя Тунгуска, वेर्ख़न्याया तुंगुस्का, Upper Tunguska River) के नाम से भी जाना जाता है। ध्यान दे कि 'निचली तुंगुस्का नदी' (Нижняя Тунгуска, निझ़न्याया तुंगुस्का, Lower Tunguska River) येनिसेय नदी की एक अलग उपनदी है जो अंगारा नदी से भिन्न है।, Encyclopedia Britannica Online, Accessed 2006-10-26 .

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अंग्रेजी साहित्य

अंग्रेजी साहित्य के प्राचीन एवं अर्वाचीन काल कई आयामों में विभक्त किए जा सकते हैं। यह विभाजन केवल अध्ययन की सुविधा के लिए किया जाता है; इससे अंग्रेजी साहित्य प्रवाह को अक्षुण्णता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ना चाहिए। प्राचीन युग के अंग्रेजी साहित्य के तीन स्पष्ट आयाम है: ऐंग्लो-सैक्सन; नार्मन विजय से चॉसर तक; चॉसर से अंग्रेजी पुनर्जागरण काल तक। .

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अकमोला प्रांत

अंगूठाकार अकमोला प्रांत (कज़ाख़: Ақмола облысы, अंग्रेज़ी: Akmola Province) मध्य एशिया के क़ाज़ाख़स्तान देश का एक प्रांत है। इसकी राजधानी कोकशेताऊ शहर है। क़ाज़ाख़स्तान की राष्ट्रीय राजधानी, अस्ताना, पूरी तरह अकमोला के अन्दर आती है लेकिन प्रशासनिक रूप से वह इस राज्य का भाग नहीं है। इस प्रान्त में सोना और कोयला ज़मीन से निकालने का काम चलता है। सन् २००९ की जनगणना में इस प्रांत के ४३.५% लोग कज़ाख़ समुदाय के थे जबकि ३६.५% लोग रूसी समुदाय के थे। .

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अक्तूबर समाजवादी क्रांति

शीत-महल पर चढा़ई रूस की महान अक्टूबर समाजवादी क्रांति (रूसी: Великая Октябрьская социалистическая революция, वेलीकया ओक्त्याब्र्स्कया सोत्सिअलिस्तीचेस्कया रेवोल्यूत्सिया) - सन् 1917 में रूस में हुई क्रांति, जिस के फल्स्वरूप रूसी रोमानोव वंश की तीन सौ साल की राजशाही का अंत हुआ और संसार के इतिहास में मज़दूरों और किसानों का पहला राज्य - सोवियत संघ (रूसी में СССР) की स्थापना हुई। सन् 1991 में साम्यवादी सोवियत संघ विखंडित हो गया। आज इस के क्षेत्र में 15 अलग पूँजीवादी राज्य हैं। .

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उत्तर ओसेतिया-आलानिया

उत्तर ओसेतिया-आलानिया का नक़्शा और झंडा उत्तर ओसेतिया-आलानिया कॉकस क्षेत्र में स्थित रूस का एक संघीय खंड है जो गणतंत्र का दर्जा मिला रखता है। इसका दक्षिणी भाग काफ़ी पहाड़ी है और कॉकस पर्वत शृंखला के इलाक़े में पड़ता है जबकि इसका उत्तरी हिस्सा स्ताव्रोपोल के मैदान क्षेत्र में आता है। इसका कुल क्षेत्रफल 8,000 वर्ग किमी है (यानि भारत के सिक्किम राज्य से ज़रा बड़ा) और यहाँ सन् 2002 में हुई जनगणना के अनुसार इसकी आबादी 7,12,900 थी। इसमें से लगभग 62% ओसेतियाई लोग थे और 23% रूसी थे। अल्प संख्याओं में इंगुश, अर्मेनियाई और यूक्रेनी लोग भी यहाँ रहते हैं। ओसेतियाई लोग ओसेती भाषा बोलते हैं और अधिकतर इसाई मत के अनुयायी हैं। उत्तर ओसेतिया-आलानिया की राजधानी व्लादिकावकाज़ नाम का शहर है। .

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उत्तर क़ज़ाख़स्तान प्रांत

उत्तर क़ज़ाख़स्तान प्रांत (कज़ाख़: Солтүстік Қазақстан облысы, अंग्रेज़ी: North Kazakhstan Province) मध्य एशिया के क़ाज़ाख़स्तान देश का एक प्रांत है। इसकी राजधानी पेत्रोपाव्ल (Petropavl) नाम का शहर है। इस प्रांत की उत्तरी सीमाएँ रूस से लगती हैं। इशिम नदी (उर्फ़ एसिल नदी), जो इरतिश नदी की एक महत्वपूर्ण उपनदी है, दक्षिण में काराग़ान्दी प्रांत से उत्पन्न होने के बाद इस प्रांत से होती हुई रूस में चली जाती है। कुछ समीक्षकों के अनुसार क़ज़ाख़स्तान का यह भाग रहन-सहन और संस्कृति में साइबेरिया जैसा अधिक और मध्य एशिया जैसा कम लगता है।, Paul Brummell, Bradt Travel Guides, 2012, ISBN 978-1-84162-369-6,...

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उत्तर कोरिया

उत्तर कोरिया, आधिकारिक रूप से कोरिया जनवादी लोकतांत्रिक गणराज्य (हंगुल: 조선 민주주의 인민 공화국, हांजा:朝鲜民主主义人民共和国) पूर्वी एशिया में कोरिया प्रायद्वीप के उत्तर में बसा हुआ देश है। देश की राजधानी और सबसे बड़ा शहर प्योंगयांग है। कोरिया प्रायद्वीप के 38वें समानांतर पर बनाया गया कोरियाई सैन्यविहीन क्षेत्र उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच विभाजन रेखा के रूप में कार्य करता है। अमनोक नदी और तुमेन नदी उत्तर कोरिया और चीन के बीच सीमा का निर्धारण करती है, वहीं धुर उत्तर-पूर्वी छोर पर तुमेन नदी की एक शाखा रूस के साथ सीमा बनाती है। 1910 में, कोरिया साम्राज्य पर जापान के द्वारा कब्जा कर लिया गया था। 1945 में द्वितीय विश्व युद्ध के अंत में जापानी आत्मसमर्पण के बाद, कोरिया को संयुक्त राज्य और सोवियत संघ द्वारा दो क्षेत्रों में विभाजित किया कर दिया गया, जहाँ इसके उत्तरी क्षेत्र पर सोवियत संघ तथा दक्षिण क्षेत्र पर अमेरिका द्वारा कब्ज़ा कर लिया गया। इसके एकीकरण पर बातचीत विफल रही, और 1948 में, दोनों क्षेत्रो पर अलग-अलग देश और सरकारें: उत्तर में सोशलिस्ट डेमोक्रेटिक पीपुल रिपब्लिक ऑफ कोरिया, और दक्षिण में पूंजीवादी गणराज्य कोरिया बन गईं। दोनों देश के बीच एक यूद्ध (1950-1953) भी लड़ा जा चुका हैं। कोरियाई युद्धविधि समझौते से युद्धविराम तो हुआ, लेकिन दोनों देश के बीच शांति समझौते हस्ताक्षर नहीं किए गए। उत्तर कोरिया आधिकारिक तौर पर खुद को आत्मनिर्भर समाजवादी राज्य के रूप में बताता है। और औपचारिक रूप से चुनाव भी किया जाता है। हालांकि आलोचक इसे अधिनायकवादी तानाशाही का रूप मानते है, क्योंकि यहाँ की सत्ता पर किम इल-सुंग और उसके परिवार के लोगो का अधिपत्य हैं। कई अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के अनुसार उत्तर कोरिया में मानवाधिकार उल्लंघन का समकालीन दुनिया में कोई समानांतर नहीं है। सत्तारूढ़ परिवार के सदस्य की अगुवाई में कोरिया की श्रमिक पार्टी (डब्ल्यूपीके), देश की सत्ता चलती है और दोनों देशो के पुनर्मिलन के लिए डेमोक्रेटिक फ्रंट का नेतृत्व करता है जिसमें सभी राजनीतिक अधिकारियों के सदस्य होने की आवश्यकता होती है। राष्ट्रीय आत्मनिर्भरता की विचारधारा "जुचे", 1972 में "मार्क्सवादी-लेनीनवादी के रचनात्मक प्रयोग" के रूप में संविधान में पेश की गई। राज्य के उद्यमों और सामूहिक कृषि के माध्यम से कृषि उत्पादन पर राज्य का स्वामित्व होता हैं। स्वास्थ्य सेवाओं, शिक्षा, आवास और खाद्य उत्पादन जैसी अधिकांश सेवाएं सब्सिडी वाली या राज्य-वित्त पोषित हैं। 1994 से 1998 तक, उत्तर कोरिया में अकाल पड़ा था, जिसके परिणामस्वरूप 0.24 से 0.42मिलियन लोगों की मौत हुई और देश अब भी खाद्य उत्पादन में संघर्ष कर रहा है। उत्तर कोरिया सोंगुन या "सैन्य-पहले" नीति का पालन करता है। 1.21 मिलियन की इसकी सक्रिय सेना, चीन, अमेरिका और भारत के बाद दुनिया में चौथी सबसे बड़ी है। नार्थ कोरिया एक परमाणु हथियार संपन्न देश हैं।. उत्तर कोरिया अपने आप को एक नास्तिक देश मानता है यहाँ पर कोई आधिकारिक धर्म भी नहीं है साथ ही सार्वजनिक रूप से धर्म को एक हासिए पे ही रखा जाता हैं। .

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उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारा

अंतर्राष्ट्रीय उत्तर दक्षिण परिवहन गलियारा (International North South Transport Corridor) भारत, ईरान, अफगानिस्तान, आर्मेनिया, अज़रबैजान, रूस, मध्य एशिया और यूरोप के बीच माल ढुलाई के लिए जहाज, रेल और सड़क मार्ग का 7,200 किलोमीटर लंबी बहु-मोड नेटवर्क है। मार्ग मुख्य रूप से जहाज, रेल और सड़क के माध्यम से भारत, ईरान, अज़रबैजान और रूस से माल ढुलाई बढ़ाना शामिल है। गलियारा का उद्देश्य प्रमुख शहरों जैसे कि मुंबई, मॉस्को, तेहरान, बाकू, बंदर-ए-अब्बास, आस्त्राख़ान, बंदर-ए-अंज़ली आदि के बीच व्यापार संपर्क को बढ़ाने का है। 2014 में दो मार्गों का संचालन किया गया था, पहला मुंबई से बाकू तक बंदर-ए-अब्बास से होते हुए था और दूसरा मुंबई से आस्ट्रांखन तक बंदर-ए-अब्बास, तेहरान और बंदर-ए-अंज़ली से होते हुए था। इस अध्ययन का उद्देश्य मुख्य बाधाओं की पहचान करना और पता करना था। इस अध्ययन के परिणाम दिखाते हैं कि "1500 टन कार्गो के लिए $2500" परिवहन लागत में कमी आई है। अन्य मार्गों में कजाकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान के बीच शामिल मार्ग विचाराधीन हैं। यह मध्य एशिया और फारस की खाड़ी के बीच माल के परिवहन को सुविधाजनक बनाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय परिवहन और पारगमन गलियार बनाने के लिए भारत, पाकिस्तान, ओमान, ईरान, तुर्कमेनिस्तान, उजबेकिस्तान और कजाखस्तान द्वारा बहुआयामी परिवहन अश्गाबात समझौते पर किए हस्ताक्षर के साथ भी सिंक्रनाइज़ करेगा। .

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उत्तरी ध्रुव

उत्तरी ध्रुवीय क्षेत्र। उत्तरी ध्रुव हमारे ग्रह पृथ्वी का सबसे सुदूर उत्तरी बिन्दु है। यह वह बिन्दु है जहाँ पर पृथ्वी की धुरी घूमती है। यह आर्कटिक महासागर में पड़ता है और यहाँ अत्यधिक ठंड पड़ती है क्योंकि लगभग छः महीने यहाँ सूरज नहीं चमकता है। ध्रुव के आसपास का महासागर बहुत ठंडा है और सदैव बर्फ़ की मोटी चादर से ढका रहता है। इस भौगोलिक उत्तरी ध्रुव के निकट ही चुम्बकीय उत्तरी ध्रुव है, इसी चुम्बकीय उत्तरी ध्रुव की ओर ही कम्पास की सुई संकेत करती है। उत्तरी तारा या ध्रुव तारा उत्तरी ध्रुव के आकाश पर सदैव निकलता है। सदियों से नाविक इसी तारे को देखकर ये अनुमान लगाते रहे है की वे उत्तर में कितनी दूर हैं। यह क्षेत्र आर्कटिक घेरा भी कहलाता है क्योंकि वहां अर्धरात्रि के सूर्य (मिडनाइट सन) और ध्रुवीय रात (पोलर नाइट) का दृश्य भी देखने को मिलता है। उत्तरी ध्रुव क्षेत्र को आर्कटिक क्षेत्र भी कहा जाता है। यहां बर्फ से ढंके विशाल क्षेत्र के अतिरिक्त आर्कटिक सागर भी है। यह सागर अन्य कई देशों जैसे कनाडा, ग्रीनलैंड, रूस, अमेरिका, आइसलैंड, नॉर्वे, स्वीडन और फिनलैंड की जमीनों से लगा हुआ है। इसे अंध महासागर का उत्तरी छोर भी कहा जा सकता है।। ७ फ़रवरी २०१०। हिन्दुस्तान लाइव .

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उत्तरी मित्रपक्ष

अफ़ग़ान उत्तरी मित्रपक्ष (Afghan Northern Allaince), जिसे औपचारिक रूप से अफ़ग़ानिस्तान की मुक्ति के लिए संयुक्त इस्लामी मोर्चा (United Islamic Front for the Salvation of Afghanistan,, जबहा-ए-मुत्तहिद-ए-इस्लामी-ए-मिल्ली बरा-ए-निजात-ए-अफ़ग़ानिस्तान), अफ़ग़ानिस्तान में एक सैनिक मोर्चा था जो १९९६ में काबुल पर तालिबान कट्टरपंथी गुट का क़ब्ज़ा हो जाने के बाद उस का बलपूर्वक विरोध करने के लिए बना था। इसे तालिबान-विरोधी विस्थापित अफ़ग़ान राष्ट्रीय सरकार के राष्ट्रपति बुरहानुद्दीन रब्बानी और भूतपूर्व रक्षामंत्री अहमद शाह मसूद ने स्थापित किया था। शुरू में इसमें अधिकतर ताजिक समुदाय के लोग थे लेकिन सन् २००० तक अन्य जातीय गुट भी इससे जुड़ चुके थे। इसके नेताओं में उज़बेक समुदाय के अब्दुल रशीद दोस्तुम, पश्तून समुदाय के अब्दुल क़ादिर और हज़ारा समुदाय के मुहम्मद मोहक़िक़ और सय्यद हुसैन अनवरी शामिल थे। उत्तरी मित्रपक्ष को तालिबान के ख़िलाफ़ लड़ने में ईरान, रूस, भारत व ताजिकिस्तान से मदद मिली, जबकि तालिबान को पाकिस्तान और अल-क़ायदा सहायता दी।, Joel Ostrow, pp.

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उत्तरी सागर मार्ग

उत्तरी सागर मार्ग (नीला) और दूसरा वैकल्पिक मार्ग जो स्वेज नहर से होकर जाता है (लाल) उत्तरी सागर मार्ग (अंग्रेजी: Northern Sea Route, रूसी: Северный морской путь, सेवेर्नी मोर्स्कोय पूट) एक जहाजरानी मार्ग है जो अन्ध महासागर से शुरु होकर रूस के सुदूर पूर्वी क्षेत्र तक जाता है। इस मार्ग में प्रशांत महासागर, रूस का आर्कटिक समुद्री तट जिसमें बेरिंट सागर शामिल है से साइबेरिया से गुजरकर यह रूस के सुदूर पूर्व में समाप्त होता है। मार्ग का आर्कटिक महासागर वाला भाग वर्ष में केवल दो महीने के लिए ही बर्फ से मुक्त होता है। 20 वीं शताब्दी की शुरुआत में इसे उत्तर पूर्व जलमार्ग के नाम से जाना जाता था और आज भी कभी कभी इसे इसी नाम से संबोधित किया जाता है। .

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उदमूर्तिया

उदमूर्त गणराज्य का नक़्शा उदमूर्तिया (रूसी: Удму́ртия, अंग्रेज़ी: Udmurtia) या उदमूर्त गणतंत्र रूस का एक संघीय खंड है जो उस देश की शासन प्रणाली में गणतंत्र का दर्जा रखता है। इसकी राजधानी इझ़ेव्स्क​ शहर (Иже́вск, Izhevsk) है। .

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उर्वरक

खाद डालते हुए; खाद एक जैविक उर्वरक है। उर्वरक (Fertilizers) कृषि में उपज बढ़ाने के लिए प्रयुक्त रसायन हैं जो पेड-पौधों की वृद्धि में सहायता के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। पानी में शीघ्र घुलने वाले ये रसायन मिट्टी में या पत्तियों पर छिड़काव करके प्रयुक्त किये जाते हैं। पौधे मिट्टी से जड़ों द्वारा एवं ऊपरी छिड़काव करने पर पत्तियों द्वारा उर्वरकों को अवशोषित कर लेते हैं। उर्वरक, पौधों के लिये आवश्यक तत्वों की तत्काल पूर्ति के साधन हैं लेकिन इनके प्रयोग के कुछ दुष्परिणाम भी हैं। ये लंबे समय तक मिट्टी में बने नहीं रहते हैं। सिंचाई के बाद जल के साथ ये रसायन जमीन के नीचे भौम जलस्तर तक पहुँचकर उसे दूषित करते हैं। मिट्टी में उपस्थित जीवाणुओं और सुक्ष्मजीवों के लिए भी ये घातक साबित होते हैं। इसलिए उर्वरक के विकल्प के रूप में जैविक खाद का प्रयोग तेजी से लोकप्रीय हो रहा है। भारत में रासायनिक खाद का सर्वाधिक प्रयोग पंजाब में होता है। .

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उलान-उदे

उलान-उदे रूस के बुर्यातिया प्रदेश की राजधानी है, जो बायकाल झील के दक्षिण-पूर्व में 100 किलोमीटर दूर स्थित है। जनसंख्या की दृष्टि से यह शहर पूर्वी साइबेरिया का तीसरा सबसे बड़ा शहर है। 17वीं सदी के मध्य तक उलान-उदे में बुर्यात राजाओं का शासन था। बुर्यात मंगोल जाति से जुड़ी एक बौद्ध खानाबदोश जनजाति है। बुर्यात लोग मूल रूप से खानाबदोश चरवाहे हैं, जिनकी संस्कृति और भाषा मंगोलियाई और तिब्बती बौद्धों से मिलती-जुलती है। .

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उलानगोम

उलानगोम (मंगोल: Улаангом) मंगोलिया का एक शहर है। यह उव्स प्रांत की राजधानी है। यह उव्स झील के दक्षिण-पश्चिमी छोर से २६ किमी दूर और ख़रख़िरा पर्वत के पास स्थित है। यह रूस की सीमा के बहुत समीप है। उलानगोम की पूरी विद्युत रूस से आती है और उस देश के तूवा गणतंत्र का यहाँ एक दूतावास है, जबकि उव्स प्रांत का भी तूवा की राजधानी किज़िल में एक दफ़्तर स्थित है। .

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उल्यानोव्स्क ओब्लास्ट

उल्यानोव्स्क ओब्लास्ट की रूस में स्थिति उल्यानोव्स्क, रूस का एक ओब्लास्ट (области या प्रांत) है। सन २०१० की जनगणना के अनुसार इसकी आबादी १३,८२,८११ है। यह ३७,३०० वर्ग किलोमीटर के इलाके में फैला हुआ है। यह रूस के वोल्गा संघीय व आर्थिक जिले में आता है। .

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उज़बेक लोग

दो उज़बेक बच्चे उज़बेक मध्य एशिया में बसने वाली एक तुर्की-भाषी जाति का नाम है। उज़बेकिस्तान की अधिकाँश आबादी इसी नसल की है, हालाँकि उज़बेक समुदाय बहुत से अन्य देशों में भी मिलते हैं, जैसे कि अफ़्ग़ानिस्तान, ताजिकिस्तान, किर्गिज़स्तान, तुर्कमेनिस्तान, काज़ाख़स्तान, रूस, पाकिस्तान, मंगोलिया और चीन के शिनजियांग प्रान्त में। विश्व भर में लगभग २.३ करोड़ उज़बेक लोग हैं और यह पूरे विश्व की मनुष्य आबादी का लगभग ०.३% हैं। भारत में मुग़ल सलतनत की स्थापना करने वाला बाबर भी नसल से उज़बेक जाति का ही था।, Suryakant Nijanand Bal, Lancer Publishers, 2004, ISBN 978-81-7062-273-4,...

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उव्स प्रांत

उव्स (मंगोल: Увс; अंग्रेज़ी: Uvs) मंगोलिया के पश्चिमोत्तर में स्थित उस देश का एक अइमग (यानि प्रांत) है। इस प्रांत की राजधानी उलानगोम (Улаангом, Ulaangom) शहर है। उव्स प्रांत का नाम मंगोलिया की सबसे बड़ी झील, उव्स झील, पर रखा गया है जो इस राज्य में आती है। इस प्रांत की उत्तरी सीमा रूस से लगती है और इसका क्षेत्र स्तेपी घासभूमि, गोबी रेगिस्तान और पर्वतीय क्षेत्र का मिश्रण है।, Michael Kohn, Lonely Planet, 2008, ISBN 978-1-74104-578-9 .

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ऋतिक रोशन

हृथिक रोशन (हिन्दी: ऋतिक रोशन, उच्चारण: /10 जनवरी 1974 जन्म) एक भारतीय अभिनेता है जो बॉलीवुड में काम कर रहे हैं।इनका जन्म एक कायस्थ परिवार में हुआ था। सन 1980 में हृतिक रोशन ने एक बालकलाकार के रूप में फिल्मोमें पदर्पण होनेके बाद फिल्म कहो ना प्यार है (2000) में प्रमुख भूमिका निभाई.

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छत्रसेना

पैराशूट की सहायता से उतरता हुआ एक छत्रसैनिक छत्रसेना (Paratroopers) ऐसे सैनिकों से बनी होती है, जिन्हें वायुयानों द्वारा दूरस्थ शत्रुसेना की पंक्तियों के पीछे, अथवा अन्य इष्ट स्थान पर, पैराशूट की सहायता से पृथ्वी पर लड़ने के लिए, अथवा अपनी अधिकारस्थापना के लिए, उतारा जाता है। वायुयानों पर सवार होते समय पैराशूटों के गट्ठर इन सैनिकों के शरीर पर तसमों द्वारा, बँधे होते हैं। निश्चित स्थान पर पहुँचकर, वायुयान से कूदने पर सैनिक द्वारा या अन्य प्रकार से, एक डोरी के खींचे जाने के कारण ये गट्ठर खुल जाते हैं और पैराशूट की छतरी फैलकर गिरते हुए सैनिक की गति को धीमा कर देती है। .

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१ जनवरी

१ जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का पहला दिन है। वर्ष में अभी और ३६४ दिन बाकी है (लीप वर्ष में ३६५)। .

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१ अगस्त

1 अगस्त ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 213वॉ (लीप वर्ष मे 214 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 152 दिन बाकी है। .

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१ई+८ मी॰²

Jersey, an island in the English Channel, is about 100 km2. To help compare different orders of magnitude and geographical regions, we list here areas between 100 km2 and 1000 km2। See also areas of other orders of magnitude.

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१ई+९ मी॰²

The Flevopolder in the Netherlands is about 1000 km². To help compare orders of magnitude of different geographical regions, we list here areas between 1,000 km2 and 10,000 km2.

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१० जुलाई

१० जुलाई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १९१वॉ (लीप वर्ष मे १९२ वॉ) दिन है। साल मे अभी और १७४ दिन बाकी है। .

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११ फ़रवरी

11 फरवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 42वॉ दिन है। साल में अभी और 323 दिन बाकी है (लीप वर्ष में 324)। .

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१२ जून

12 जून ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 163वाँ (लीप वर्ष में 164 वाँ) दिन है। साल में अभी और 202 दिन बाकी हैं। .

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१३ जुलाई

१३ जुलाई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १९४वॉ (लीप वर्ष में १९५ वॉ) दिन है। साल में अभी और १७१ दिन बाकी है। .

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१३ अगस्त

13 अगस्त ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 225वॉ (लीप वर्ष में 226 वॉ) दिन है। साल में अभी और 140 दिन बाकी है। .

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१४ जनवरी

१४ जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १४वाँ दिन है। वर्ष में अभी और ३५१ दिन बाकी है (लीप वर्ष में ३५२)। .

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१५ दिसम्बर

१५ दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३४९वॉ (लीप वर्ष मे ३५० वॉ) दिन है। साल में अभी और १६ दिन बाकी है। .

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१६ जनवरी

16 जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 16वाँ दिन है। साल में अभी और 349 दिन बाकी हैं (लीप वर्ष में 350)।.

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१६ अप्रैल

16 अप्रैल ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 106वॉ (लीप वर्ष मे 107 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 259 दिन बाकी है। .

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१६४५

1645 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१७ जुलाई

१७ जुलाई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १९८वॉ (लीप वर्ष में १९९वॉ) दिन है। वर्ष में अभी और १६७ दिन बाकी है। .

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१७ अगस्त

१७ अगस्त ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २२९वाँ (लीप वर्ष मे २३०वाँ) दिन है। वर्ष मे अभी और १३६ दिन बाकी है। .

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१८१४

1814 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९वें कुशक बकुला रिनपोछे

१९वें कुशक बकुला रिनपोछे (19th Kushok Bakula Rinpoche; 21 मई, 1917 - 4 नवम्बर, 2003) कुशक बकुला रिनपोछे के अवतार माने जाते हैं। वे लद्दाख के सर्वाधिक प्रसिद्ध लामाओं में से एक थे। वे भारत के अन्तरराष्ट्रीय राजनयिक भी थे। उन्होने मंगोलिया एवं रूस में बौद्ध धर्म के पुनरुत्थान के लिये उल्लेखनीय योगदान दिया तथा भारत में निवास कर रहे तिब्बती शरणार्थियों से उनका सम्बन्ध स्थापित किया। १९८८ में उन्हें पद्मभूषण से सम्मानित किया गया। २००५ में लेह विमानपत्तन का नाम उनके नाम पर बकुला रिनपोछे विमानपत्तन रखा गया। .

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१९२१

1921 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९२२

1922 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९४४

1944 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९५३

1953 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९६१ में पद्म भूषण धारक

श्रेणी:पद्म भूषण.

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१९७४

1974 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९८०

अभिनेत्री नेहा धुपिया १९८० ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९९१ यूईएफए कप फाइनल

१९९१ यूईएफए कप फाइनल एक फुटबॉल मैच था, जो दो इतालवी टीमें इंटरनेजियोनल और रोमा के बीच दो चरण मे खेला गया था। इंटरनेजियोनल फाइनल समग्र पर 2-1 से जीता। .

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१९९६

१९९६ निम्न रूप से नामित किया गया था.

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२ अक्तूबर

2 अक्टूबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 275वॉ (लीप वर्ष में 276 वॉ) दिन है। साल में अभी और 90 दिन बाकी है। .

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२० नवंबर

२० नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३२४वॉ (लीप वर्ष मे ३२५ वॉ) दिन है। साल मे अभी और ४१ दिन बाकी है। .

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२००२

2002 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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२००२ में पद्म भूषण धारक

श्रेणी:पद्म भूषण श्रेणी:चित्र जोड़ें.

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२००३ में पद्म भूषण धारक

श्रेणी:पद्म भूषण श्रेणी:चित्र जोड़ें.

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२००४

2004 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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२००५ यूईएफए कप फाइनल

२००५ यूईएफए कप फाइनल, 18 मई 2005 पर लिस्बन, पुर्तगाल में एस्टैडियो जोस अलवालाडे में हुए एक फुटबॉल मैच था। यह रूस के सीएसकेए मास्को और पुर्तगाल के स्पोर्टिंग सीपी के बीच खेला गया था। सीएसकेए मास्को ने यह फाइनल 3-1 से जीता। एस्टैडियो जोस अलवालाडे, स्पोर्टिंग सीपी का गृह स्टेडियम है, जो फाइनल में खेल रहे थे। सीएसकेए मास्को, यूईएफए कप जीतने वाले पहले रूसी पक्ष बन गया। .

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२००६

२००६ ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। वर्ष २००६ रविवार से प्रारम्भ होने वाला वर्ष है। .

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२००६ में पद्म भूषण धारक

श्रेणी:पद्म भूषण.

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२००८ में पद्म भूषण धारक

श्रेणी:पद्म भूषण.

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२००८ यूईएफए चैंपियंस लीग फाइनल

२००८ के यूईएफए चैंपियंस लीग फाइनल 21 मई 2008 बुधवार, को हुई थी कि एक फुटबॉल मैच था। मैच 2007-08 यूईएफए चैंपियंस लीग के विजेता का निर्धारण करने के लिए मास्को, रूस, में, लूजनिक्की स्टेडियम में खेला गया था। फाइनल यह प्रतियोगिता के इतिहास में पहली बार फाइनल में एक सब अंग्रेजी क्लब बनाने, मैनचेस्टर यूनाइटेड और चेल्सिया खेला था। खेल पेनल्टीज़ पर मैनचेस्टर यूनाइटेड 6-5 से जीता था, यह उनका तीसरा खिताब था। .

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२००८ यूईएफए कप फाइनल

२००८ यूईएफए कप फाइनल, 14 मई 2008 पर मैनचेस्टर, इंग्लैंड में सिटी ऑफ मैनचेस्टर स्टेडियम में हुए एक फुटबॉल मैच था। यह रूस के जेनिट सेंट पीटर्सबर्ग और स्कॉटलैंड के रेंजर्स के बीच खेला गया था। जेनिट सेंट पीटर्सबर्ग ने यह फाइनल 2-0 से जीता। इस प्रकार सीएसकेए मास्को के बाद इस टूर्नामेंट को जीतने के लिए केवल दूसरा रूसी पक्ष बनने। .

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२००८ ऑस्ट्रेलियाई ओपन टेनिस प्रतियोगिता

श्रेणी:2008 की ग्रैंड स्लैम टेनिस प्रतियोगिता श्रेणी:2008 की टेनिस प्रतियोगिता श्रेणी:2008 ऑस्ट्रेलियाई ओपन टेनिस प्रतियोगिता श्रेणी:ऑस्ट्रेलियाई ओपन ग्रैंड स्लैम टेनिस प्रतियोगिता.

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२०१०

वर्ष २०१० वर्तमान वर्ष है। यह शुक्रवार को प्रारम्भ हुआ है। संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष २०१० को अंतराष्ट्रीय जैव विविधता वर्ष के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। इन्हें भी देखें 2010 भारत 2010 विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी 2010 साहित्य संगीत कला 2010 खेल जगत 2010 .

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२०११

वर्ष २०११ शनिवार से प्रारम्भ होने वाला वर्ष है। .

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२०१४ की युक्रेन क्राँति एवं क्रीमिया संकट

२०१४ के आरंभ में यूक्रेन की राजधानी कीव में सरकार विरोधी प्रदर्शन हुए,http://hindi.economictimes.indiatimes.com/world/asian-countries/firebombs-hurled-as-ukrainian-protests-take-violent-turn/articleshow/29415573.cms हिंसा और प्रदर्शन की जद में यूक्रेन जिसमें सैकड़ों लोग हताहत हुए।http://hindi.economictimes.indiatimes.com/world/europe/ukraine-60-killed-in-bloody-clashes-500-injured/articleshow/30759382.cms यूक्रेन: खूनी संघर्ष में 60 से ज्यादा की मौत, 500 घायल फलस्वरूप तत्कालीन राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच को अपदस्थ कर ओलेक्जेंडर तुर्चिनोव को कार्यकारी राष्ट्रपति बनाया गया। किन्तु धूल छँटने से पहले, घटनाक्रम ने एक अलग ही मोड़ ले लिया जब रूस ने युक्रेन के क्रीमिया प्रायद्वीप में अपनी सेनाएँ भेज दी।http://hindi.economictimes.indiatimes.com/world/other-countries/Ukraine-mobilizes-troops-after-Russias-declaration-of-war/articleshow/31350211.cms रूस-यूक्रेन में जंग की आहट .

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२०१८ फीफा विश्व कप

२०१८ फीफा विश्व कप (फीफा विश्व कप का 21वां संस्करण) 14 जून 2018 से 15 जुलाई 2018 के बीच रूस में एक अंतर्राष्ट्रीय पुरूष फुटबॉल टूर्नामेंट है। रूस इस प्रतियोगिता की मेज़बानी प्रथम बार कर रहा है। बत्तीस देशों की टीमें फाइनल टूर्नामेंट में भाग लिया। सभी मैच ब्राजील के 12 विभिन्न स्टेडियमों में मैच खेले गए। अर्जेंटीना में आयोजित हुए 2006 विश्व कप के बाद से यूरोप में आयोजित होने वाला यह पहला विश्व कप है। इससे पहले 2014 का टूर्नामेंट जर्मनी ने जीता था। १५ जुलाई २०१८ को २०१८ फीफा विश्व कप का फाइनल है। .

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२१ फ़रवरी

२१ फरवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ५२वाँ दिन है। वर्ष मे अभी और ३१३ दिन बाकी है (लीप वर्ष मे ३१४)। .

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२१ अगस्त

२१ अगस्त। 21 अगस्त ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 233वॉ (लीप वर्ष मे 234 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 132 दिन बाकी है। .

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२२ जनवरी

22 जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 22वाँ दिन है। साल में अभी और 343 दिन बाकी हैं (लीप वर्ष में 344)। .

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२२ अगस्त

22 अगस्त ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 234वॉ (लीप वर्ष मे 235 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 131 दिन बाकी है। .

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२३ नवम्बर

२३ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३२७वॉ (लीप वर्ष में ३२८ वॉ) दिन है। साल में अभी और 38 दिन बाकी है। .

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२५ नवंबर

२५ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३२९वॉ (लीप वर्ष में ३३० वॉ) दिन है। साल में अभी और ३६ दिन बाकी है। .

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२५ फ़रवरी

25 फरवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 56वॉ दिन है। साल में अभी और 309 दिन बाकी है (लीप वर्ष में 310)। .

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२५ जून

25 जून ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 176वाँ (लीप वर्ष में 177 वाँ) दिन है। साल में अभी और 189 दिन बाकी हैं। .

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२९ जनवरी

29 जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 29वाँ दिन है। साल में अभी और 336 दिन बाकी हैं (लीप वर्ष में 337)। इस दिन जिब्राल्टर में सांविधान दिवस मनाया जाता है। .

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३ दिसम्बर

3 दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 337वॉ (लीप वर्ष में 338 वॉ) दिन है। साल में अभी और 28 दिन बाकी है। १२३४५६७८९ .

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३ जुलाई

३ जुलाई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १८४वॉ (लीप वर्ष में १८५वॉ) दिन है। वर्ष में अभी और १८१ दिन बाकी है। .

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३ अगस्त

3 अगस्त ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 215वॉ (लीप वर्ष में 216 वॉ) दिन है। साल में अभी और 150 दिन बाकी है। .

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३ अक्तूबर

3 अक्टूबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 276वॉ (लीप वर्ष मे 277 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 89 दिन बाकी है। .

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३० दिसम्बर

30 दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 364वॉ (लीप वर्ष मे 365 वॉ) दिन है। साल में अभी और 1 दिन बाकी है। .

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३१ जुलाई

३१ जुलाई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २१२वॉ (लीप वर्ष में २१३ वॉ) दिन है। साल में अभी और १५३ दिन बाकी है। .

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४ जुलाई

४ जुलाई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १८५वॉ (लीप वर्ष में १८६ वॉ) दिन है। साल में अभी और १८० दिन बाकी है। .

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६ नवम्बर

६ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३१०वाँ (लीप वर्ष मे 311 वॉ) दिन है। साल मे अभी और ५५ दिन बाकी है। .

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६ सितम्बर

6 सितंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 249वॉ (लीप वर्ष मे 250 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 116 दिन बाकी है। .

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८ दिसम्बर

८ दिसम्बर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३४२वॉ (लीप वर्ष मे ३४३वॉ) दिन है। साल में अभी और २३ दिन बाकी है। .

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८०वें अकादमी पुरस्कार

कोई विवरण नहीं।

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९ दिसम्बर

9 दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 343वॉ (लीप वर्ष मे 344 वॉ) दिन है। साल में अभी और 22 दिन बाकी है। .

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MAKS एयरशो

MAKS (रूसी: МАКС, Russian: Международный авиационно-космический салон, पढ़ा जायेगा:- Mezhdunarodnyj aviatsionno-kosmicheskij salon, "अंतर्राष्ट्रीय विमानन और अंतरिक्ष प्रदर्शनी") एक अंतर्राष्ट्रीय एयर शो है जो मॉस्को, रूस में ज़ुकोवस्की LII हवाई अड्डे पर होता है। इसका पहला शो, मोसैरोशो-92, 1992 में हुआ था। बाद में इसका नाम बदल कर अब वाला कर दिया गया। इसका आयोजन विभिन्न वर्षों में किया जाता है। (MAKS-1993, MAKS-1995, MAKS-1997, MAKS-1999, MAKS-2001, MAKS-2003, MAKS-2005, MAKS-2007, MAKS-2009, MAKS-2011, MAKS-2013) .

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1 E12 वर्ग मीटर

मिस्र लगभग १०,००,००० वर्ग कि.मी.2. विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों के परिमाण के क्रम समझने हेतु यहां १०,००,००० वर्ग कि॰मी॰ से १,००,००,००० वर्ग कि॰मी॰ के क्षेत्र दिये गए हैं।.

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1896 ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक

1896 ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक, जो आधिकारिक तौर पर पहले ओलम्पियाड खेल के रूप में जानी जाती है, एक बहु-खेल प्रतियोगिता थी जो यूनान की राजधानी एथेंस में 6 अप्रैल से 15 अप्रैल 1896 के बीच आयोजित हुई थी। यह आधुनिक युग में आयोजित होने वाली पहली अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक खेल प्रतियोगिता थी। चूँकि प्राचीन यूनान ओलम्पिक खेलों का जन्मस्थान था, अतएव एथेंस आधुनिक खेलों के उद्घाटन के लिए उपयुक्त विकल्प माना गया था। यह सर्वसम्मति से जून 23, 1894, को पियरे डे कोबेर्टिन, फ्रांसीसी शिक्षाशास्त्री और इतिहासकार, द्वारा पेरिस में आयोजित एक सम्मेलन (कांग्रेस) के दौरान मेज़बान शहर के रूप में चुना गया था। अन्तर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (आईओसी) भी इस सम्मेलन के दौरान स्थापित की गई थी। अनेक बाधाओं और असफलताओं के बावजूद, 1896 ओलम्पिक का आयोजन एक बड़ी सफलता मानी गई थी। यह उस समय तक के किसी भी खेल आयोजन की सबसे बड़ी अंतर्राष्ट्रीय भागीदारी थी। 19वीं सदी में प्रयोग किया एकमात्र ओलम्पिक स्टेडियम, पानाथिनाइको स्टेडियम, किसी भी खेल प्रतिस्पर्धा को देखने के लिए आई सबसे बड़ी भीड़ से उमड़ गया था। यूनानियों के लिए सबसे मुख्य उनके देशवासी स्पिरिडिन लुई की मैराथन विजय थी। सबसे सफल प्रतियोगी जर्मन पहलवान और जिमनास्ट कार्ल शुमेन थे, जिन्होंने चार स्पर्धाओं में जीत अर्जित की थी। खेलों के पश्चात्, ग्रीस के राजा जॉर्ज और एथेंस में उपस्थित कुछ अमेरिकी प्रतिस्पर्धियों सहित कई प्रमुख व्यक्तित्वों द्वारा रिज़ कोबेर्टिन और आईओसी के समक्ष याचिका दायर की गई थी कि उत्तरगामी सभी खेल एथेंस में ही आयोजित किये जाएँ। परंतु, 1900 ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक पेरिस के लिए पहले से ही योजनाबद्ध थे और 1906 इन्टरकेलेटिड खेलों को छोड़कर, ओलम्पिक 2004 के ग्रीष्मकालीन खेलों तक ग्रीस में वापस नहीं लौटे, कुछ 108 साल बाद। इन खेलों की प्रतिस्पर्धाओं और शख्सियतों के प्रतिवेश की कहानियों को 1984 एनबीसी लघु शृंखला (मिनीसीरीज़), द फ़र्स्ट ओलम्पिक: एथेंस, 1896, में इतिवृत्त किया गया था। इस लघु शृंखला में अभिनीत थे विलियम मिलीगन स्लोन के रूप में डेविड ऑग्डेन स्टायर्स और पियरे डे कोबेर्टिन के रूप में लुई जोर्डान। .

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1980 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक

1980 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक, आधिकारिक तौर पर XXII ओलंपियाड के खेलों के रूप में जाना जाता है वर्तमान रूस में, मास्को, सोवियत संघ में आयोजित एक अंतर्राष्ट्रीय बहु-खेल आयोजन था। 1980 खेल पूर्वी यूरोप में आयोजित होने वाले पहले ओलंपिक खेलों थे, और वहां आयोजित होने वाले एकमात्र ग्रीष्मकालीन ओलंपिक के साथ-साथ स्लाव भाषा बोलने वाले देश में होने वाले पहले ओलंपिक खेलों में भी शामिल थे। वे एक समाजवादी देश में होने वाले पहले ओलंपिक खेलों भी थे, और 2008 में बीजिंग, चीन में ऐसे एकमात्र ग्रीष्मकालीन खेलों को आयोजित किया जाना था। ये ओलंपिक खेलों के अंतिम ओलंपिक थे आईओसी प्रेसिडेंसी माइकल मॉरिस के तहत, तीसरा बैरन किलिनिन मास्को खेलों में अस्सी राष्ट्रों का प्रतिनिधित्व किया गया - 1956 से सबसे छोटी संख्या। अमेरिकी राष्ट्रपति जिमी कार्टर के आग्रह पर संयुक्त राज्य अमेरिका के नेतृत्व में, 65 देशों ने अफगानिस्तान में सोवियत युद्ध के कारण खेल का बहिष्कार किया, हालांकि कुछ बहिष्कार देशों के कुछ एथलीटों ने ओलंपिक ध्वज के तहत खेल में भाग लिया। इसने 1984 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक के सोवियत नेतृत्व का बहिष्कार को प्रेरित किया। .

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2000 के दशक के उत्तरार्द्ध की आर्थिक मंदी

2009 में वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर को दिखाते हुए दुनिया का नक्शा. 2000 के दशक के उत्तरार्द्ध की आर्थिक मंदी (या ग्रेट रिसेशन (भयंकर मंदी)) एक गंभीर आर्थिक मंदी थी जो संयुक्त राज्य अमेरिका में दिसंबर 2007 में शुरू हुई और जून 2009 में समाप्त हुई (यू.एस. नेशनल ब्यूरो ऑफ इकोनोमिक रिसर्च के अनुसार)। यह औद्योगिक दुनिया के ज्यादातर हिस्सों में फैला जिसकी वजह से आर्थिक गतिविधियों स्पष्ट रूप से कमी आई। यह वैश्विक आर्थिक मंदी एक ऐसे आर्थिक माहौल में अपने पाँव पसारती रही है जिसकी पहचान विभिन्न प्रकार के असंतुलनों से होती है और 2007-2010 के वित्तीय संकट के प्रकोप से एकदम भड़क उठी.

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2007 के अरबपतियों की सूची

यह फोर्ब्स पत्रिका द्वारा विश्व के सबसे दौलतमंद लोगों की सूची है। पत्रिका द्वारा प्रकाशित आँकड़ों के अनुसार इस साल लगभग 946 अरबपति हैं जिसमें 178 नये नाम शामिल हैं। इन लोगों की सकल आय का आकलन अमरीकी डालर में 9 फ़रवरी 2007 को स्टाक मूल्य बंद होने के समय मौज़ूद मूल्यों पर आधारित है। .

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2012 ब्रिक्स शिखर सम्मेलन

2012 ब्रिक्स शिखर सम्मेलन, ब्रिक्स (पहले ब्रिक) देशों का चौथा वार्षिक शिखर सम्मेलन है, जिसमें इसके पाँच सदस्य राष्ट्रों ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्र या सरकार प्रमुखों ने भाग लिया। शिखर सम्मेलन का आयोजन भारत की राजधानी नई दिल्ली स्थित पाँच सितारा होटल ताज महल में 29 मार्च 2012 को किया गया था। यह पहली अवसर है जब भारत ने किसी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की मेजबानी की है। शिखर सम्मेलन का विषय था "वैश्विक सुरक्षा, स्थिरता और समृद्धि के लिए ब्रिक्स भागीदारी"। शिखर सम्मेलन में चर्चा का मुख्य विषय विकासशील देशों के लिए विश्व बैंक के समान एक ब्रिक्स बैंक का गठन करना था। शिखर सम्मेलन कड़ी सुरक्षा के बीच आयोजित किया गया था, लेकिन् इसके बावजूद इसे कई विवादों का सामना करना पड़ा, जिनमें सबसे प्रमुख तिब्बतियों द्वारा चीन का विरोध किया जाना था। .

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2014 ब्रिक्स शिखर सम्मेलन

2014 ब्रिक्स शिखर सम्मेलन (छठा ब्रिक्स शिखर सम्मेलन) 15-16 जुलाई 2014 को ब्राज़ील के फोर्टालेज़ा और ब्रासीलिया में आयोजित किया गया। इस शिखर सम्मेलन का मुख्य विषय रहा- ”समावेशी वृद्धि, सतत विकास”। .

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2014 शीतकालीन ओलम्पिक

2014 का शीतकालीन ओलम्पिक, आधिकारिक रूप से XXII शीतकालीन ओलम्पिक खेल, या 22वां शीतकालीन ओलम्पिक सोची, रूस में आयोजित एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय बहु-खेल प्रतियोगिता है। सात खेलों की 15 स्पर्धाओं में कुल 98 प्रतियोगिताएं आयोजित की गयी हैं। 7 से 23 फ़रवरी के बीच चलने वाले इन खेलों में कुल 12 नई प्रतियोगिताएं जोड़ी गयी हैं। खेल का प्राथमिक बजट 12 अरब अमेरिकी डॉलर का था, पर विभिन्न कारणों से यह बढ़कर 51 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया। 44 अरब अमेरिकी डॉलर की लागत पर बीजिंग में आयोजित हुए 2008 ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक से इसका बजट अधिक होने के कारण इसे यह इतिहास के सबसे महंगे ओलंपिक के रूप में देखा जाता है। .

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2014 शीतकालीन ओलंपिक पदक तालिका

2014 शीतकालीन ओलंपिक, जिसे आधिकारिक रूप से XXII ओलिंपिक शीतकालीन खेलों के रूप में जाना जाता है, 7 फरवरी से 23 फरवरी तक सोची, रूस में आयोजित एक शीतकालीन बहु-खेल आयोजन थे। कुल 15 विभिन्न विषयों में 7 राष्ट्रों में 98 कार्यक्रमों में कुल 2,873 एथलीट भाग लिया। सभी एथलीटों में से, उनमें से 187 ने 26 विभिन्न देशों का प्रतिनिधित्व करते हुए पदक जीते। नीदरलैंड ने स्पीड स्केटिंग में चार पदक हासिल किए, पुरुषों के 500 मीटर की दूरी पर पुरुषों के 5000 मीटर, पुरुषों की 10,000 मीटर और महिलाओं की 1,500 मीटर की दूरी पर हावी हो गया, जो पिछले दो विकेटों के स्कोर से बेहतर था। मेजबान राष्ट्र रूस ने सोवियत संघ की तेरह स्वर्ण पदक की 1976 की उपलब्धि से मिलान किया और पदक तालिका में अग्रणी स्थान हासिल किया, 2014 शीतकालीन खेलों को चौथा बनाकर जहां मेजबान राष्ट्र ने स्वर्ण पदक की गिनती में सबसे ऊपर रखा। स्लोवेनिया ने अल्पाइन स्कीइंग में अपना पहला स्वर्ण पदक जीता, पहले शीतकालीन ओलंपिक स्वर्ण पदक टाई में। इटली के लुगर आर्मिन ज़ॉग्गलर छह सोलिटर ओलंपिक पदक प्राप्त करने वाले पहले एथलीट बन गए, जो लगातार छह मैचों में से अधिक थे, सभी पुरुष एकल कार्यक्रम में प्राप्त हुए। नीदरलैंड से स्पीड स्केटर इरीन वुस्ट ने पांच पदक पाये (दो स्वर्ण और तीन रजत), किसी भी अन्य एथलीट की तुलना में अधिक। रूसी शॉर्ट ट्रैक स्पीड स्केटर विक्टर अहं, नॉर्वेजियन क्रॉस-कंट्री स्कीयर मैरीट ब्योर्नजेन, और बेलारूस की बैथिस्टिस्ट दरिया डोमरेचेवा ने तीन स्वर्ण पदकों के लिए सबसे स्वर्ण पदक जीता। .

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2014 शीतकालीन ओलंपिक में चीन

चीन 7-23 फरवरी 2014 सोचि, रूस में 2014 शीतकालीन ओलंपिक में भाग लिया। .

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2014 शीतकालीन ओलंपिक में डेनमार्क

डेनमार्क 7 से 23 फरवरी 2014 तक सोचि, रूस में 2014 शीतकालीन ओलंपिक में भाग लिया। 3 स्पोर्ट्स के 12 एथलीटों की एक टीम के लिए प्रतिस्पर्धा कर रही है। उनकी सबसे अच्छी नियुक्ति पुरुषों और महिलाओं के कर्लिंग में अब तक छठी है। .

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2014 शीतकालीन ओलंपिक में नॉर्डिक संयुक्त

2014 शीतकालीन ओलंपिक में नॉर्डिक संयुक्त रूसी गोरकी जम्पिंग केंद्र में आयोजित किया गया था। तीन घटनाएं 12-20 फरवरी 2014 के बीच हुईं। .

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2014 शीतकालीन ओलंपिक में फ्रीस्टाइल स्कीइंग

2014 शीतकालीन ओलंपिक में फ्रीस्टाइल स्कीइंग, रूस के क्रस्नाया पॉलानाना के पास रोजा खूतोर चरम पार्क में आयोजित की गई थी। दस घटनाएं 6-21 फरवरी 2014 के बीच हुईं। अप्रैल 2011 में अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए अर्ध-पाइप घटना की स्वीकृति दी थी। जुलाई 2011 में, स्लोपस्टाइल को कार्यक्रम में भी जोड़ा गया था, इसलिए चार नए कार्यक्रम फ्रीस्टाइल स्कीइंग कार्यक्रम में जोड़े गए थे। .

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2014 शीतकालीन ओलंपिक में बरमूडा

बरमूडा ने 2014 शीतकालीन ओलंपिक में सोची, रूस में 7 से 23 फरवरी 2014 तक हिस्सा लिया। टकर मर्फी ने लगातार दूसरे खेलों के लिए राष्ट्र की भूमिका निभाई थी, जैसे ही एकमात्र एथलीट। प्रतिनिधिमंडल ने अपने पारंपरिक बरमूडा शॉर्ट्स के साथ उद्घाटन समारोह में मार्च किया। .

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2014 शीतकालीन ओलंपिक में ब्रिटिश वर्जिन द्वीपसमूह

ब्रिटिश वर्जिन द्वीपसमूह ने सोची, रूस में 2014 शीतकालीन ओलंपिक में 7 से 23 फरवरी 2014 तक हिस्सा लिया। टीम में एक एथलीट था, जो शीतकालीन ओलंपिक में राष्ट्र के लिए प्रतिस्पर्धा करने वाला दूसरा था। .

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2014 शीतकालीन ओलंपिक में बैथलॉन

2014 शीतकालीन ओलंपिक में बैथलॉन रूस के क्रस्नाया पोलानाना के पास लौरा बायथलॉन और स्की कॉम्प्लेक्स में आयोजित किया गया था। ग्यारह घटनाओं 8-22 फरवरी 2014 के बीच हुईं। पहली बार, 2011 में ओलंपिक कार्यक्रम में मतदान के बाद एक मिश्रित रिले समारोह का आयोजन किया गया था। .

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2014 शीतकालीन ओलंपिक में बेलारूस

7 से 23 फरवरी 2014 तक बेलारूस में सोची, रूस में 2014 शीतकालीन ओलंपिक में भाग लिया। बेलारूस की टीम में 26 एथलीट शामिल थे, पांच खेल में प्रतिस्पर्धा। पांच स्वर्ण पदकों के साथ यह बेलारूस का सबसे सफल शीतकालीन ओलंपिक था। आजादी के बाद से किसी भी ओलंपिक में देश द्वारा पांच स्वर्ण पदक जीते थे। .

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2014 शीतकालीन ओलंपिक में बॉबस्लेय

2014 शीतकालीन ओलंपिक में बॉबस्लेय रूस के क्रस्नाया पोलीना के पास स्लाइडिंग सेंटर सांकी में आयोजित किया गया था। 16-23 फरवरी 2014 के बीच तीन घटनाएं हुईं। .

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2014 शीतकालीन ओलंपिक में बॉस्निया और हर्ज़ेगोविना

बॉस्निया और हर्ज़ेगोविना ने 2014 शीतकालीन ओलंपिक में सोची, रूस में 7 से 23 फरवरी 2014 तक भाग लिया। टीम में तीन खेल में पांच एथलीट शामिल हैं। साराजेवो में आयोजित 1984 के शीतकालीन ओलंपिक की 30 वीं वर्षगांठ के लिए श्रद्धांजलि दी गई कपड़ों के साथ टीम ने उद्घाटन समारोह में मार्च किया। अल्पाइन स्ज़ीर ज़ाना नोवाकोविच का चयन फ्लैबबीयर के रूप में हुआ क्योंकि एक और स्कीयर, इगोर लाइकर्ट, का बेहतर परिणाम था। सुझाव दिए गए थे कि देश में जातीय विभाजन के कारण इसकी वजह से लिकार्ट मुस्लिम-क्रोएट समुदाय से आ रहा था। .

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2014 शीतकालीन ओलंपिक में रशिया

रूस ने सोची में 2014 शीतकालीन ओलंपिक में 7 से 23 फरवरी 2014 तक मेजबान देश के रूप में हिस्सा लिया। मेजबान के रूप में, रूस ने सभी 15 खेलों में हिस्सा लिया, जिसमें 232 एथलीटों वाली टीम थी। यह तिथि करने के लिए रूस की सबसे बड़ी शीतकालीन ओलंपिक टीम है। खेलों की रूसी ओलंपिक समिति की तैयारी में एक कोरियाई जनित शॉर्ट ट्रैक स्पीड स्काटर अहिन ह्यून-सू और एक अमेरिकन जन्मे स्नोबोर्डर विक वैनियल को प्राकृतिक बनाया गया था। उन्होंने सोची में कुल 5 स्वर्ण पदक और 1 कांस्य जीता। 2014 में रूस के पदक की संख्या, 33, शीतकालीन ओलंपिक में सबसे ज्यादा थी, 1994 के खेलों में सुधार, जब रूसी टीम ने कुल 23 पदक अर्जित किये, साथ ही शीतकालीन ओलंपिक में सोवियत संघ की सर्वश्रेष्ठ पदक की भी पिटाई। बोबस्लेडर अलेक्जेंडर ज़ुबकोव, रूसी टीम के झंडेदार थे जिन्होंने राष्ट्र के परेड में उद्घाटन समारोह के दौरान भाग लिया था। वर्तमान में, डोपिंग के लिए इन खेलों के 24 रूसी एथलीटों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही चल रही है। यह उनके 33 पदक के 15 पदों के अतिरिक्त है, जो डॉ.

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2014 शीतकालीन ओलंपिक में लघु ट्रैक स्पीड स्केटिंग

2014 शीतकालीन ओलंपिक में लघु ट्रैक स्पीड स्केटिंग, सोची, रूस में हिमबर्ग स्केटिंग पैलेस में आयोजित की गई थी। आठ घटनाएं 10-21 फरवरी 2014 के बीच हुईं। .

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2014 शीतकालीन ओलंपिक में लुग

2014 शीतकालीन ओलंपिक में लुग, रूस के क्रस्नाया पोलाना के पास स्लाइडिंग सेंटर सांकी में आयोजित किया गया था। चार घटनाएं 8-13 फरवरी 2014 के लिए निर्धारित थीं। अप्रैल 2011 में अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने मिश्रित टीम रिले कार्यक्रम (प्रत्येक तीन अन्य घटनाओं में से प्रत्येक देश में प्रतिस्पर्धा करने वाली एक स्लेज की मंजूरी) को मंजूरी दी, अर्थात् ल्यूज को पहली बार इस कार्यक्रम पर चार कार्यक्रम होंगे। .

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2014 शीतकालीन ओलंपिक में संयुक्त राज्य अमेरिका

संयुक्त राज्य अमेरिका ने 7 से 23 फरवरी, 2014 तक, सोची, रूस में 2014 शीतकालीन ओलंपिक में भाग लिया। टीम संयुक्त राज्य अमेरिका के सभी 15 खेलों में प्रतिस्पर्धा में 230 एथलीट शामिल थे। वैंकूवर में 2010 के शीतकालीन ओलंपिक में ओलंपिक रिकॉर्ड 37 पदक जीतने के बाद, इन खेलों के दौरान संयुक्त राज्य अमेरिका में कुछ निराशाजनक प्रदर्शन हुए थे। यद्यपि प्रतिनिधिमंडल 28 पदों के साथ कुल पदक में दूसरे स्थान पर रहा था, हालांकि 1998 में नागानो के बाद पहली बार स्वर्ण पदक (कुल 9 में से) में शीर्ष तीन में से स्थान मिला था, जब यह कुल मिलाकर 6 वें और स्वर्ण पदक में 5 वें स्थान पर था। लंबे ट्रैक की रफ्तार में, यू.एस.

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2014 शीतकालीन ओलंपिक में स्नोबोर्डिंग

सोची में 2014 शीतकालीन ओलंपिक में स्नोबोर्डिंग रोसा खूतर चरम पार्क में आयोजित किया गया था। घटनाओं को 6 और 22 फरवरी 2014 के बीच आयोजित किया गया था। सोची 2014 में कुल दस स्नोबोर्डिंग कार्यक्रम आयोजित किए गए जिनमें समांतर विशाल स्लैलम, स्नोबोर्ड क्रॉस, आधा पाइप, और समानांतर स्लैलम और स्लोप्लेस्टाइल की नई घटनाएं शामिल थीं। नॉर्वेजियन स्लोपस्टाइल स्नोबोर्डर टॉर्स्टीन हॉर्गमो से अभ्यास में एक क्रैश, जिन्होंने अपनी कॉलरबोन को तोड़ दिया और अन्य एथलीटों से शिकायत की कि कुछ छलांग बहुत अधिक खड़ी थीं, इसलिए आयोजकों ने गेम्स से पहले हफ्ते में स्लोपस्टाइल कोर्स को संशोधित करने को प्रेरित किया। .

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2014 शीतकालीन ओलंपिक में स्पीड स्केटिंग

2014 शीतकालीन ओलंपिक की स्पीड स्केटिंग प्रतियोगिता, एडलर एरिना, सोची, रूस में 8 से 22 फरवरी 2014 के बीच आयोजित की गई थी। .

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2014 शीतकालीन ओलंपिक में स्की जंपिंग

2014 शीतकालीन ओलंपिक में स्की जंपिंग रशियन गोरकी स्की जंपिंग सेंटर, क्रासनया पोलयना, रूस में आयोजित की गई थी। घटनाओं को 8 और 17 फरवरी 2014 के बीच आयोजित किया गया था महिलाएं शीतकालीन ओलंपिक खेलों के इतिहास में पहली बार स्की जंपिंग में भाग लेती हैं। चार स्की जंपिंग आयोजन आयोजित किए गए थे। .

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2014 शीतकालीन ओलंपिक में जमैका

Jamaica competed at the 2014 Winter Olympics in Sochi, Russia from 7 to 23 February 2014.

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2014 शीतकालीन ओलंपिक में ग्रेट ब्रिटेन

ब्रिटिश ओलंपिक संघ (बीओए) द्वारा प्रतिनिधित्व किया गया ग्रेट ब्रिटेन 7 से 23 फरवरी 2014 तक सोचि, रूस में 2014 शीतकालीन ओलंपिक में भाग लिया। ब्रिटिश टीम उत्तरी आयरलैंड सहित पूरे यूनाइटेड किंगडम के एथलीटों से बना थी, जिनके एथलीटों ने आयरलैंड की नागरिकता रखने के लिए चुना हो सकता था, जिससे उन्हें ग्रेट ब्रिटेन या आयरलैंड का प्रतिनिधित्व करने की इजाजत मिल सके। इसके अतिरिक्त, कुछ ब्रिटिश विदेशी प्रदेश ब्रिटेन से ओलंपिक प्रतियोगिता में अलग-अलग प्रतिस्पर्धा करते थे। कुल 56 एथलीटों ने 11 खेलों में भाग लिया, यह सबसे बड़ा दल है जो ग्रेट ब्रिटेन ने 26 साल के लिए शीतकालीन ओलंपिक खेलों में भेजा था। 9 फरवरी 2014 को, जेनी जोन्स ने महिलाओं की स्लोप्लेस्टाइल में तीसरा स्थान हासिल करने के बाद अपने शीतकालीन ओलंपिक इतिहास में बर्फ पर ग्रेट ब्रिटेन का पहला पदक जीता। 14 फरवरी 2014 को, लिजी योनाल्ड ने कंकाल में स्वर्ण पदक जीता। वह इस प्रतियोगिता में स्वर्ण जीतने वाली दूसरी ब्रिटान बन गई, जिसने पिछले ग्रेट ब्रिटेन चैंपियन एमी विलियम्स से खिताब जीता, वह समापन समारोह के लिए ध्वजवाहक बनने के लिए चुने गए। 20 फरवरी 2014 को, महिलाओं की कर्लिंग टीम ने स्विट्जरलैंड के खिलाफ 6-5 से कांस्य पदक जीता। ऐसा करने से, उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि ग्रेट ब्रिटेन ने खेलों से तीन पदक के अपने ब्रिटेन के खेल पदक लक्ष्य से मुलाकात की। पर 19 फरवरी 2014, पुरुषों की कर्लिंग टीम स्वीडन को 6-5 के खिलाफ और 21 फरवरी 2014 को अपनी सेमीफाइनल जीता है, वे स्वर्ण पदक मैच 9-3 में कनाडा से हार जाने के बाद रजत पदक जीता, लेकिन परिणाम अभी भी ग्रेट ब्रिटेन के सबसे पुष्टि की 1924 के शीतकालीन ओलंपिक की पदक संख्या के बराबर नब्बे साल के लिए सफल ओलंपिक। .

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2014 शीतकालीन ओलंपिक में ऑस्ट्रिया

ऑस्ट्रिया 7 से 23 फरवरी 2014 तक सोचि, रूस में 2014 शीतकालीन ओलंपिक में भाग लिया। टीम 14 खेलों में 132 एथलीटों से बना थी जिसमें 90 पुरुष और 42 महिलाएं थीं। 132 एथलीट देश की पिछली सबसे बड़ी शीतकालीन ओलंपिक टीम 27 से अधिक हैं। मूल रूप से बेंजामिन रायच उद्घाटन समारोह में ध्वज चलाने के लिए निर्धारित था, हालांकि उन्होंने संयुक्त प्रतियोगिता को छोड़ने का फैसला करने के बाद वापस ले लिया, इस प्रकार से सोची में आगमन में देर हो गई नॉर्डिक संयुक्त खिलाड़ी मारियो स्टीकर को उनके प्रतिस्थापन का नाम दिया गया था। ऑस्ट्रियाई ओलंपिक समिति ने एक रूसी पत्र प्राप्त किया जिसमें सोची खेलों के दौरान अल्पाइन स्पीयर बर्नाडेट शील और कंकाल पायलट जेनिन फ्लॉक के खिलाफ अपहरण करने का खतरा था। 23 फरवरी को, स्कीयर जोहान्स डेर को शीतकालीन ओलंपिक से निलंबित कर दिया गया था। .

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2014 शीतकालीन ओलंपिक में ऑस्ट्रेलिया

ऑस्ट्रेलिया 7 से 23 फरवरी 2014 तक, सोची, रूस में 2014 शीतकालीन ओलंपिक में भाग लिया। ऑस्ट्रेलिया की टीम में 11 खेलों में भाग लेने वाले 60 एथलीट शामिल थे, जो कि देश ने कभी भी सबसे बड़ी शीतकालीन ओलंपिक टीम का प्रतिनिधित्व किया था। .

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2014 शीतकालीन ओलंपिक में आर्मीनिया

आर्मेनिया ने सोचि में 2014 शीतकालीन ओलंपिक में रूस से 7 से 23 फरवरी 2014 तक हिस्सा लिया। टीम में दो एथलीट्स दो खेल में प्रतिस्पर्धा के होते हैं। दोनों पुरुष क्रॉस-देश स्कीयर अपनी घटनाओं के लिए योग्य हैं, जबकि अन्य दो एथलीटों को वाइल्डकार्ड प्राप्त हुआ। .

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2014 शीतकालीन ओलंपिक में कर्लिंग

2014 शीतकालीन ओलंपिक का कर्लिंग प्रतियोगिता "आइस क्यूब" नामक आइस क्यूब कर्लिंग सेंटर में आयोजित की गई थी। यह छठी बार है कि कर्लिंग ओलंपिक कार्यक्रम पर था। दोनों पुरुषों और महिलाओं की प्रतियोगिताओं में, दस देशों ने प्रतिस्पर्धा की। ये दो घटनाएं 10 से 21 फरवरी 2014 तक हुईं। कनाडाई महिलाओं की टीम पूरी प्रतियोगिता के बिना अपराजित हो गई, पहली बार यह एक ओलंपिक महिला कर्लिंग प्रतियोगिता में हुई है। .

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2014 शीतकालीन ओलंपिक में कंकाल

2014 शीतकालीन ओलंपिक में कंकाल रूस के क्रस्नाया पोलाना के पास स्लाइडिंग सेंटर सांकी में आयोजित किया गया था। घटनाओं को 13 से 15 फरवरी 2014 के बीच आयोजित किया गया था। दो कंकाल की घटनाओं का आयोजन किया गया। .

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2014 शीतकालीन ओलंपिक में क्रॉस-कंट्री स्कीइंग

2014 शीतकालीन ओलंपिक में क्रॉस-कंट्री स्कीइंग रूस के क्रस्नाया पोलिना के निकट लौरा बायथलॉन एंड स्की कॉम्प्लेक्स में आयोजित की गई थी। दस घटनाएं 8-23 फरवरी 2014 के बीच हुईं। .

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2014 शीतकालीन ओलंपिक में अर्जेंटीना

अर्जेंटीना 7 से 23 फरवरी 2014 तक, सोची, रूस में 2014 शीतकालीन ओलंपिक में भाग लिया। दो खेलों में सात एथलीटों की एक टीम देश के लिए प्रतिस्पर्धा की। क्रिस्टियन जेवियर सिमरी बर्कनेर, एक अल्पाइन स्कीयर, लगातार दूसरे खेलों के लिए ध्वजवाहक थे। यह तीसरे लगातार गेम के निशान भी है, सिमारी बर्कनर परिवार के एक सदस्य ने अर्जेंटीना के लिए ध्वज ले लिया है। .

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2014 शीतकालीन ओलंपिक में अल्पाइन स्कीइंग

2014 शीतकालीन ओलंपिक में अल्पाइन स्कीइंग रूस में 9-22 फरवरी में सोसाई के पूर्व, क्रासनया पोलयना के पास रोजा खूतोर अल्पाइन रिज़ॉर्ट में आयोजित किया गया था। .

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2014 शीतकालीन ओलंपिक में अल्पाइन स्कीइंग – पुरुषों का डाउनहिल

2014 के शीतकालीन ओलंपिक के पुरुषों की डाउनहिल प्रतियोगिता 9 फ़रवरी को 11:15 एमएसके पर रूस के क्रस्नाया पोलीना के पास रोसा खूतोर अल्पाइन रिजॉर्ट में हुई थी। रेस कोर्स औसत से अधिक 3.495 कि.मी.

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2014 शीतकालीन ओलंपिक में अल्पाइन स्कीइंग – पुरुषों की संयुक्त

सोची में 2014 शीतकालीन ओलंपिक के पुरुषों की संयुक्त प्रतियोगिता शुक्रवार, 14 फरवरी को रूसो के क्रस्नाया पोलीना के पास रोसा खूतोर अल्पाइन रिज़ॉर्ट में हुई थी। डाउनहिल कोर्स की ऊंचाई पर शुरू हुआ 1,947 मी (6,390 फुट); यह 3.219 कि.मी था (2.000 मील) लंबाई के साथ एक ऊर्ध्वाधर बूंद 977 मी (3,210 फुट)। स्लैलम शुरू हुआ 1,160 मी (3806 फुट) एक ऊर्ध्वाधर बूंद के साथ 200 मी (656 फुट) और 62 द्वार। डाउनहिल 10:00 बजे शुरू हुआ और स्लेलॉम 15:30 बजे शुरू हुआ। गर्म तापमान के कारण, डाउनहिल को 11:00 बजे तक बढ़ गया था, लेकिन शुरूआती गेट में तापमान अभी भी ऊपर था। दोपहर में, स्लोलोम के शुरुआती गेट का तापमान डिग्री सेल्सियस था। स्वर्ण पदक विजेता, स्विट्जरलैंड के सैंड्रो विलेट्ता थे, जो कि केवल एक विश्व कप के फ़ुटबॉल खत्म थे, सुपर जी में जीत। क्रोएशिया के आईविका कॉस्टीलीक ने रजत पदक जीता, जो पहले से ही अपने करियर में चौथे स्थान पर था (तीनों को संयुक्त में मिला)। 2014 की डाउनहिल रजत पदक विजेता इटली के क्रिस्टफ इनरहोफर ने कांस्य पदक जीता। .

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2014 शीतकालीन ओलंपिक में अल्पाइन स्कीइंग – महिला विशाल स्लैलम

सोची 2014 ओलंपिक का महिला विशाल स्लैलम प्रतियोगिता मंगलवार, 18 फरवरी को रूस के क्रासनया पोलयना, के पास रोसा खूतर अल्पाइन रिज़ॉर्ट में आयोजित की गई थी। दौड़ स्लोवेनिया के टीना माज़े ने जीती थी, जिन्होंने 2010 में वैंकूवर में रजत जीता था। यह सोची में उसका दूसरा ओलंपिक स्वर्ण था, जो डाउनहिल में स्वर्ण के बाद, और चौथा कैरियर ओलंपिक पदक था। ऑस्ट्रिया के अन्ना फेनिंगर ने रजत जीता और जर्मनी विक्टोरिया रिबेनसबर्ग ओलिंपिक चैंपियन तीसरे स्थान पर थी। एलिजैथ गॉर्ग, जिन्होंने वैंकूवर में कांस्य जीता, 11 वें स्थान पर रहे। अन्य प्रतिद्वंद्वियों के बीच, कुछ मीडिया का ध्यान थाईलैंड के वैनेसा-माई में निर्देशित था, आखिरी फाइनलिस्ट लंदन में उठाए गए पॉप वायोलिनिस्ट माज़े के पचास सेकेंड से ज्यादा थे। बिगड़ने वाले मौसम के पूर्वानुमान से पहले दोनों रन 90 मिनट पहले स्थानांतरित हुए थे। 1,365 मी में प्रारंभिक गेट (4,480 फुट) में एक अलग बर्फ़ / बारिश मिश्रण था, तापमान के साथ ठीक से ठंड-0 डिग्री सेल्सियस (32 डिग्री फ़ॉरेस्ट) - समाप्त होने पर बारिश और एक ऊर्ध्वाधर बूंद के साथ 400 मी (1,312 फुट)। माज़े पहले द्वार से बाहर था और शुभ मार्ग पर सबसे अच्छा सुबह तैनात था। मिड-कोर्स कोहरे ने दोपहर सत्र की शुरूआत में थोड़ी देर में विलंब किया जैसा कि शुरुआत में बर्फ के मिश्रण को बदल दिया गया। पाठ्यक्रम पर अंतिम, माज़े ने फ़िनिंगर के आगे सिर्फ 0.07 सेकंड आगे सोने के लिए दूसरे दौर में 11 वां सर्वश्रेष्ठ समय पोस्ट किया। .

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2014 शीतकालीन ओलंपिक में अल्पाइन स्कीइंग – महिलाओं के डाउनहिल

सोची 2014 ओलंपिक का महिला डाउनहिल प्रतियोगिता बुधवार, 12 फरवरी को रूस के क्रस्नाया पोलानाना के पास रोजा खूतोर अल्पाइन रिजॉर्ट में आयोजित की गई थी। स्विस स्लोवेनिया के टिना माज़े और स्विट्जरलैंड के डोमिनिक जीसिन ने दौड़ जीती, जिन्होंने एक ही समय पोस्ट किया। स्विट्जरलैंड के लारा गुट, दूसरी पीठ के दसवें स्थान पर थे और कांस्य पदक जीते थे। दौड़ पाठ्यक्रम 2.713 किमी था (1.69 मील) लंबाई में, एक खड़ी ड्रॉप के साथ 790 मी (2,592 फुट)। स्वर्ण पदक विजेताओं की औसत गति 96.158 किमी / घं (59.75 मील प्रति घंटा) थी और 7.778 मी / एस (25.52 फीट / एस) की एक औसत ऊर्ध्वाधर मूल दर थी। प्रारंभिक गेट पर तापमान ठंड से ऊपर था और आकाश स्पष्ट थे। फैबेनी साटर द्वार से पहले बाहर था और जब तक कि गिसिन ने उसे 0.37 सेकंड तक पार कर लिया था। जीसिन के तुरंत बाद, डेनिएला मेरिगेट्टी ने एक अनंतिम दूसरा स्थान ले लिया, और गूट के स्कीइंग तक 18 वें स्थान पर रहे, उसे गिसिन के 0.10 सेकंड के पीछे रखा। माज़े फाटक के बाहर 21 रेसर्स था और सभी अंतराल के नेतृत्व में, लेकिन गिसिन के साथ ठीक उसी समय समाप्त हो गया। माज़े के बाद सबसे अच्छा रन नॉट्टे के लोटट स्माइसैथ सेजर्स्टेड ने छठे स्थान पर रहे। ऑलिंपिक चैंपियन लिंडसे वॉन ने भाग नहीं लिया, और 2010 के रजत और कांस्य पदक विजेताओं, जूलिया मांकुसो और एलिसाबेथ गॉर्गल, मंच के बाहर समाप्त हो गए। यह पहली बार था जब किसी भी ओलंपिक अल्पाइन का आयोजन स्वर्ण के लिए टाई में समाप्त हो गया था। माज़े स्लोवेनिया के लिए शीतकालीन ओलंपिक का पहला स्वर्ण पदक भी जीता। दोनों गिसिन और गट ने अपना पहला ओलंपिक पदक जीता। .

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2016 ब्रिक्स शिखर सम्मेलन

2016 ब्रिक्स शिखर सम्मेलन ब्रिक्स देशों का आठवाँ वार्षिक शिखर सम्मेलन है। इसका आयोजन भारत के शहर गोवा में 15 से 16 अक्टूबर 2016 को किया गया। इसमें पाँचों सदस्य देशों - ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन व दक्षिण अफ्रीका- के राष्ट्र प्रमुखों ने भाग लिया। ब्रिक्स की अध्यक्षता फरवरी 2016 से दिसम्बर 2016 तक भारत के पास है। .

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2016 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में रूस

रूस के लिए निर्धारित है पर प्रतिस्पर्धा 2016 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में रियो डी जनेरियो, ब्राज़िल, 5 से 21 अगस्त, 2016.

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2016 उड़ी हमला

उरी हमला 18 सितम्बर 2016 को जम्मू और कश्मीर के उरी सेक्टर में एलओसी के पास स्थित भारतीय सेना के स्थानीय मुख्यालय पर हुआ, एक आतंकी हमला है जिसमें 18 जवान शहीद हो गए। सैन्य बलों की कार्रवाई में सभी चार आतंकी मारे गए। यह भारतीय सेना पर किया गया, लगभग 20 सालों में सबसे बड़ा हमला है। उरी हमले में सीमा पार बैठे आतंकियों का हाथ बताया गया है। इनकी योजना के तहत ही सेना के कैंप पर फिदायीन हमला किया गया। हमलावरों के द्वारा निहत्थे और सोते हुए जवानों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की गयी ताकि ज्यादा से ज्यादा जवानों को मारा जा सके। - एनडीटीवी - 19 सितम्बर 2016 अमेरिका ने उड़ी हमले को "आतंकवादी" हमला करार दिया। .

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2017 ब्रिक्स शिखर सम्मेलन

2017 ब्रिक्स शिखर सम्मेलन वर्तमान में ब्रिक्स का नौवां वार्षिक शिखर सम्मेलन है, जिसमें पांच सदस्यीय देशों ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका की सरकारों के प्रमुख हिस्सा लेते है। इस शिखर सम्मेलन का आयोजन चीन के शियामेन शहर में हुआ, इसके अलावा चीन ने 2011 में भी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर चुका है। .

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2017 शयरात एयर बेस अमेरीकी मिसाइल हमला

7 अप्रैल 2017 की सुबह, सीरियाई गृहयुद्ध के दौरान, संयुक्त राज्य अमेरिका ने शायरात एयर बेस के उद्देश्य से सीरिया में भूमध्य सागर से जलपोत द्वारा 59 टॉमहॉक मिसाइले सीरिया के सैन्य सरकारी अड्डे शायरात एयर वेस पर दागी थी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 4 अप्रैल 2017 को ख़ान शेखहुन रासायनिक हमले की सीधी प्रतिक्रिया के रूप में हड़ताल का आदेश दिया था। युद्ध के दौरान बाथिस्ट सीरियाई सरकार की सेनाओं को जानबूझकर लक्षित करने के लिए संयुक्त राज्य की सेना का पहला एकतरफा हमला था जिसमें 6 सीरियाई सैनिक सहित 11 नागरिक मारे गये थे। राष्ट्रपति ट्रम्प ने यह कहते हुए हड़ताल को उचित ठहराया कि यह दुनिया में घातक रासायनिक हथियारों के प्रसार और उपयोग को रोकने के लिए संयुक्त राज्य के राष्ट्रीय सुरक्षा हित में है। .

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90वें अकादमी पुरस्कार

90वें अकादमी पुरस्कार (ऑस्कर 2018) समारोह, मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज (AMPAS) द्वारा 2017 की सर्वश्रेष्ठ फिल्मों का सम्मान करने के लिए, 4 मार्च 2018 को लॉस एंजिल्स, कैलिफोर्निया के डॉल्बी थिएटर में आयोजित किया गया। 2018 शीतकालीन ओलम्पिक की वजह से यह समारोह हमेशा की तरह फरवरी के अन्तिम सप्ताह की जगह मार्च में किया जा रहा है। समारोह के दौरान, 24 श्रेणियों में अकादमी पुरस्कार (ऑस्कर) प्रदान किया गया। निर्माता माइकल डी लुका और जेनिफर टोड, तथा ग्लेन वेइस द्वारा निर्देशित इस समारोह का टीवी प्रसारण एबीसी द्वारा किया गया। इस समारोह का संचालन लगातार दूसरे वर्ष हास्य अभिनेता जिमी किमेल द्वारा किया गया। .

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