4 संबंधों: बोड़ो-गारो भाषाएँ, होजगिरि नृत्य, गारो भाषा, कोच भाषाएँ।
बोड़ो-गारो भाषाएँ
बोड़ो-गारो भाषाएँ (Bodo–Garo languages) पूर्वी भारत में बोली जाने वाली कुछ भाषाओं का एक परिवार है। .
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होजगिरि नृत्य
होजगिरि पूर्वोत्तर भारत के त्रिपुरा राज्य का एक लोक-नृत्य है। यह रियांग समुदाय में छोटी लड़कियों द्वारा किया जाता है और इसमें वे घड़ों पर खड़े होकर अपने सिर पर बोतल या अन्य वस्तु लिये संतुलन बनाए हुए नृत्य करती हैं।, B. Datta-Ray, B. D. Ray, 2003,...
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गारो भाषा
गारो भाषा (Garo language) या आचिक भाषा (আ·চিক ভাষা) पूर्वोत्तर भारत के मेघालय राज्य के गारो पहाड़ियाँ ज़िले तथा असम व त्रिपुरा के कुछ भागों में बोली जाने वाली एक भाषा है। इसे बांग्लादेश के कुछ पड़ोसी क्षेत्रों में भी बोला जाता है। गारो भाषा का कोच एवं बोडो भाषाओ से, जो कि तिब्बती-बर्मी भाषा-परिवार की सदस्य हैं, इनसे निकट सामीप्य है। गारो भाषा अधिकांश जनसंख्या द्वारा बोली जाती है और इसकी कई बोलियां प्रचलित हैं, जैसे अबेंग या अम्बेंग, अटोंग, अकावे (या अवे), मात्ची दुआल, चोबोक, चिसक मेगम या लिंगंगम, रुगा, गारा-गञ्चिंग एवं माटाबेंग। .
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कोच भाषाएँ
कोच भाषाएँ (Koch languages) पूर्वी भारत में बोली जाने वाली कुछ भाषाओं का एक परिवार है। यह बोड़ो-कोच भाषाओं की एक शाखा है। .
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