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रिक्की-टिक्की-टावी

सूची रिक्की-टिक्की-टावी

रिक्की-टिक्की-टावी का आवरण पृष्ठ "रिक्की-टिक्की-टावी" (अंग्रेजी: Rikki-Tikki-Tavi), रुडयार्ड किपलिंग की पुस्तक द जंगल बुक (1894) में संकलित एक लघुकथा है जिसमें एक बहादुर छोटे नेवले के कारनामों का वर्णन किया गया है। कहानी का भयावह और गंभीर लहजा इसे उल्लेखनीय बनाता है। इस कहानी को कई बार जंगल बुक से अलग एक लघु पुस्तक के रूप में भी प्रकाशित किया गया है। 1975 में अमेरिकन एनिमेटर चक जोन्स द्वारा इस कहानी पर आधारित एक विशेष एनिमेटेड टीवी कार्यक्रम बनाया गया था, इसके अलावा उसी वर्ष इस कहानी पर एक रूसी एनिमेटेड लघु फिल्म का निर्माण भी किया गया था। 1979 में भारत की बाल चित्र समिति ने भारत और रूस के सहयोग से इसी नाम से हिंदी में एक बाल फिल्म का निर्माण किया था जिसका निर्देशन ये झागुर्डी और सुरेंदर सूरी ने किया था। .

2 संबंधों: द जंगल बुक, रुडयार्ड किपलिंग

द जंगल बुक

द जंगल बुक (अंग्रेजी:The Jungle Book; जंगल की किताब) (1894) नोबेल पुरस्कार विजेता अंग्रेजी लेखक रुडयार्ड किपलिंग की कहानियों का एक संग्रह है। इन कहानियों को पहली बार 1893-94 में पत्रिकाओं में प्रकाशित किया गया था। मूल कहानियों के साथ छपे कुछ चित्रों को रुडयार्ड के पिता जॉन लॉकवुड किपलिंग ने बनाया था। रुडयार्ड किपलिंग का जन्म भारत में हुआ था और उन्होने अपनी शैशव अवस्था के प्रथम छह वर्ष भारत में बिताये। इसके उपरान्त लगभग दस वर्ष इंग्लैण्ड में रहने के बाद वे फिर भारत लौटे और लगभग अगले साढ़े छह साल तक यहीं रह कर काम किया। इन कहानियों को रुडयार्ड ने तब लिखा था जब वो वर्मोंट में रहते थे। जंगल बुक के कथानक में मोगली नामक एक बालक है जो जंगल मे खो जाता है और उसका पालन पोषण भेड़ियों का एक झुंड करता है, अंत मे वह गाँव में लौट जाता है। .

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रुडयार्ड किपलिंग

रुडयार्ड किपलिंग (30 दिसम्बर 1865 - 18 जनवरी 1936) एक ब्रिटिश लेखक और कवि थे। ब्रिटिश भारत में बंबई में जन्मे, किपलिंग को मुख्य रूप से उनकी पुस्तक द जंगल बुक(1894) (कहानियों का संग्रह जिसमें रिक्की-टिक्की-टावी भी शामिल है), किम 1901 (साहस की कहानी), द मैन हु वुड बी किंग (1888) और उनकी कविताएं जिसमें मंडालय (1890), गंगा दीन (1890) और इफ- (1910) शामिल हैं, के लिए जाने जाते हैं। उन्हें "लघु कहानी की कला में एक प्रमुख अन्वेषक" माना जाता हैरूदरफोर्ड, एंड्रयू (1987).

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