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राही मासूम रज़ा

सूची राही मासूम रज़ा

राही मासूम रज़ा (१ सितंबर, १९२५-१५ मार्च १९९२) का जन्म गाजीपुर जिले के गंगौली गांव में हुआ था और प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा गंगा किनारे गाजीपुर शहर के एक मुहल्ले में हुई थी। बचपन में पैर में पोलियो हो जाने के कारण उनकी पढ़ाई कुछ सालों के लिए छूट गयी, लेकिन इंटरमीडियट करने के बाद वह अलीगढ़ आ गये और यहीं से एमए करने के बाद उर्दू में `तिलिस्म-ए-होशरुबा' पर पीएच.डी.

40 संबंधों: टोपी शुक्ला, एक बार कहो (1980 फ़िल्म), डिस्को डांसर, तिलिस्म-ए-होशरुबा, दिल एक सादा कागज, नीम का पेड़, पापी देवता, प्यार का साया, प्रेम क़ैदी, फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संवाद लेखन पुरस्कार, मुहब्बत के सिवा, मैं एक फेरीवाला, राजकमल प्रकाशन पुस्तक सूची, रक्स ए मैं, लम्हे, लगता है बेकार गए हम, समस्त रचनाकार, साहित्य अकादमी पुरस्कार अंग्रेज़ी, सीन ७५, हम पाँच (१९८० फ़िल्म), हिन्दी पुस्तकों की सूची/ट, हिन्दी पुस्तकों की सूची/त, हिन्दी में सिनेमा और संस्कृति, हिन्दी गद्यकार, हिन्दी के दस सर्वश्रेष्ठ, हिम्मत जौनपुरी, जुदाई (1980 फ़िल्म), जुर्माना (1979 फ़िल्म), जौनपुरी (बहुविकल्पी), ख़ुदा हाफ़िज़ कहने का मोड़, गरीबे शहर, ओस की बूंद, आधा गाँव, आलाप (1977 फ़िल्म), कटरा बी आर्ज़ू, कर्ज़ (१९८० फ़िल्म), कुँवरपाल सिंह, क्रांति कथा, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, छोटे आदमी की बड़ी कहानी

टोपी शुक्ला

टोपी शुक्ला राही मासूम रज़ा द्वारा लिखित एक उपन्यास है।.

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एक बार कहो (1980 फ़िल्म)

एक बार कहो (अंग्रेजी: Say once) 1980 में राजश्री प्रोडक्षंस के लिए ताराचंद बडजात्या निर्मित, लेख टंडन निर्देशित हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। रूमानी एवं पारिवारिक कथा आधारित इस फ़िल्म के नवीन निश्चल व शबाना आज़मी प्रमुख कलाकार तथा सहायक कलाकार किरण वैराले, मदन पुरी, राजेंद्रनाथ, जगदीप, अनिल कपूर, दिलीप धवन, सुरेश ओबेरॉय है| .

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डिस्को डांसर

डिस्को डांसर 1982 की एक भारतीय बॉलीवुड संगीत नाटक फिल्म है, जिसे राही मासुम रजा द्वारा लिखा एवं बब्बर सुभाष द्वारा निर्देशित किया गया। इसमें मिथुन चक्रवर्ती ने प्रमुख भूमिका अदा की है, इसके अलावा सहायक भूमिका में किम यशपाल और राजेश खन्ना हैं। यह फिल्म एक युवा नुक्कड़ कलाकार के "रंक से राजा" बनने की कहानी बताती है। यह फिल्म विशेष रूप से बप्पी लाहिड़ी द्वारा रचित फिल्मी डिस्को बॉलीवुड गाने और उस पर अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती के नृत्य के लिए प्रसिद्ध है। "आई एम ए डिस्को डांसर", "जिमी जिमी जिमी आजा" (पार्वती खान द्वारा गाया गया), "याद आ रहा है" (विजय बेनेडिक्ट और बप्पी लाहिड़ी द्वारा गाया गया) और "गोरो की ना कालो की" (सुरेश वाडेकर व उशा मंगेशकर द्वारा गाया गया) सहित गाने बहुत लोकप्रिय हो गए। इस फिल्म को विश्वव्यापी सफलता मिली, इसकी लोकप्रियता दक्षिणी/मध्य/पूर्वी एशिया, सोवियत संघ, पूर्वी यूरोप, चीन, मध्य पूर्व, तुर्की और पूर्वी/पश्चिमी अफ्रीका में फैली हुई थी। यह सोवियत संघ में हिन्दी की सबसे सफल फिल्मों में से एक थी, जहाँ इसने 60.9 मिलियन दर्शकों को आकर्षित किया। यह भारत की सबसे पहली 100 करोड़ रूपए वाली फिल्म थी, जिसें बाद में "हम आपके हैं कौन" (1994) ने पीछे छोड़ दिया। इस फिल्म ने मिथुन को दक्षिणी एशिया और सोवियत संघ में काफी लोकप्रिय बना दिया। चीन में, इसका संगीत काफी लोकप्रिय रहा और उसे गोल्ड अवार्ड भी दिया गया। .

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तिलिस्म-ए-होशरुबा

तिलिस्म-ए-होशरुबा एक हिन्दुस्तानी लोक कथा संग्रह है। इसकी कहानियाँ पुराने दौर में महिलाएँ (दादी-नानी) छोटे बच्चें को रात में बतौर कहानी सुनाया करती थीं। हिन्दी के प्रसिद्ध लेखक राही मासूम रज़ा ने इस संग्रह पर पीएच.

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दिल एक सादा कागज

दिल एक सादा कागज राही मासूम रज़ा द्वारा लिखित एक उपन्यास है।.

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नीम का पेड़

नीम का पेड़ दूरदर्शन के राष्ट्रीय चैनल पर प्रसारित होने वाला एक टीवी धारावाहिक था जिसका प्रसारण वर्ष 1991 में शुरू हुआ। यह धारावाहिक हिंदी लेखक राही मासूम रज़ा के लिखे इसी नाम के उपन्यास पर आधारित था जिसके निर्देशक गुरबीर सिंह ग्रेवाल थे और निर्माता नोमान मलिक थे। धारावाहिक में मुख्य चरित्र "बुधई राम" का अभिनय पंकज कपूर ने किया था और इस धारावाहिक का परिचय गीत "मुँह की बात सुने हर कोई" निदा फाजली द्वारा लिखा और जगजीत सिंह द्वारा गाया गया था। .

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पापी देवता

पापी देवता हर्मेश मल्होत्रा द्वारा निर्देशित 1995 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। इसका कहानी लेखन राही मासूम रज़ा ने किया है जबकि धर्मेंद्र, जीतेन्द्र, जयाप्रदा और माधुरी दीक्षित मुख्य भूमिकाओं में है। .

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प्यार का साया

प्यार का साया 1991 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। फिल्म में मुख्य भूमिकओं में राहुल रॉय, शीबा और अमृता सिंह हैं। .

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प्रेम क़ैदी

प्रेम क़ैदी डी रामानायडू द्वारा निर्मित 1991 की हिन्दी भाषा की प्रेमकहानी फ़िल्म है। फिल्म में करिश्मा कपूर, हरीश कुमार, परेश रावल, दलीप ताहिल, असरानी, शफ़ी ईनामदार और भारत भूषण हैं। फिल्म 1990 की तेलुगु फिल्म प्रेम कैदी की रीमेक थी। यह अभिनेत्री करिश्मा कपूर की पहली फीचर फिल्म थी। ऐसे वो कपूर परिवार की पहली महिला बनी जिन्होंने फिल्म उद्योग में प्रवेश किया। .

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फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संवाद लेखन पुरस्कार

Kajol with karan johar.jpg फिल्मफेयर पुरस्कार के लिए सर्वश्रेष्ठ संवाद लेखन विजेता, करण जौहर फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संवाद लेखन पुरस्कारों की वर्षवार सूची श्रेणी:फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार.

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मुहब्बत के सिवा

मुहब्बत के सिवा राही मासूम रज़ा का प्रथम उपन्यास था। यह १९५० में उर्दू में प्रकाशित हुआ।.

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मैं एक फेरीवाला

मैं एक फेरीवाला राही मासूम रज़ा द्वारा रचित एक कविता संग्रह है।.

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राजकमल प्रकाशन पुस्तक सूची

राजकमल प्रकाशन हिन्दी पुस्तकों को प्रकाशित करने वाला प्रकाशन संस्थान है। इसका मुख्यालय दिल्ली, भारत, में स्थित है। 1949 में स्थापित यह प्रकाशन प्रति वर्ष लगभग चार सौ से अधिक पुस्तकों का प्रकाशन करता है। .

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रक्स ए मैं

रक्स ए मैं राही मासूम रज़ा द्वारा रचित एक कविता संग्रह है।.

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लम्हे

लम्हे 1991 में बनी हिन्दी भाषा की नाटकीय प्रेमकहानी फ़िल्म है। फिल्म की प्रमुख भूमिकाओं में अनिल कपूर और श्रीदेवी है जबकि वहीदा रहमान, अनुपम खेर और मनोहर सिंह सहायक भूमिका निभाते हैं। हालांकि फिल्म वित्तीय सफलता नहीं थी लेकिन इसे आलोचनात्मक प्रशंसा प्राप्त हुई थी। इसे एक राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार सहित पाँच फिल्मफेयर पुरस्कार प्राप्त हुए थे। .

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लगता है बेकार गए हम

लगता है बेकार गए हम राही मासूम रज़ा द्वारा लिखित एक निबंध संग्रह है।.

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समस्त रचनाकार

अकारादि क्रम से रचनाकारों की सूची अ.

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साहित्य अकादमी पुरस्कार अंग्रेज़ी

साहित्य अकादमी पुरस्कार एक साहित्यिक सम्मान है जो कुल २४ भाषाओं में प्रदान किया जाता हैं और अंग्रेज़ी भाषा इन में से एक भाषा हैं। .

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सीन ७५

सीन ७५ राही मासूम रज़ा द्वारा लिखित एक उपन्यास है।.

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हम पाँच (१९८० फ़िल्म)

हम पाँच 1980 में बनी हिन्दी फ़िल्म है। .

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हिन्दी पुस्तकों की सूची/ट

* टक्कर मुझसे है - वसन्त कानेतकर.

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हिन्दी पुस्तकों की सूची/त

* तकीषी की कहानियां - बी.डी. कृष्णन.

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हिन्दी में सिनेमा और संस्कृति

हिन्दी में सिनेमा और संस्कृति राही मासूम रज़ा द्वारा लिखित एक निबंध संग्रह है।.

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हिन्दी गद्यकार

कोई विवरण नहीं।

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हिन्दी के दस सर्वश्रेष्ठ

हिन्दी के दस सर्वश्रेष्ठ बीसवीं शताब्दी तक के हिन्दी साहित्यकारों एवं हिन्दी साहित्य की विभिन्न विधाओं की रचनाओं के सन्दर्भ में श्रेष्ठ आलोचकों द्वारा किये गये उल्लेखों-विवेचनों पर आधारित मुख्यतः दस-दस उत्कृष्ट साहित्यकारों या फिर साहित्यिक कृतियों का चयन है, जिन्हें सापेक्ष रूप से श्रेष्ठतर माना गया है। .

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हिम्मत जौनपुरी

हिम्मत जौनपुरी राही मासूम रजा का दूसरा उपन्यास था जो मार्च १९६९ में प्रकाशित हुआ। आधा गांव की तुलना में यह जीवन चरितात्मक उपन्यास बहुत ही छोटा है। हिम्मत जौनपुरी लेखक का बचपन का साथी था और लेखक का विचार है कि दोनों का जन्म एक ही दिन पहली अगस्त सन सत्तईस को हुआ था। हिम्मत जौनपुरी एक ऐसे निहत्थे की कहानी है जो जीवन भर जीने का हक माँगता रहा, सपने बुनता रहा परन्तु आत्मा की तलाश और सपनों के संघर्ष में उलझ कर रह गया। यह बंबई के उस फिल्मी माहौल की कहानी भी है जिसकी भूल-भुलैया और चमक-दमक आदमी को भटका देती है और वह कहीं का नहीं रह जाता। राही मासूम रज़ा की चिर-परिचित शैली का ही कमाल है कि इसमें केवल सपने या भूल-भूलैया का तिलिस्मी यथार्थ नहीं बल्कि उस समाज की भी कहानी है, जिसमें जमुना जैसी पात्र चाहकर भी अपनी असली जिंदगी बसर नहीं कर सकती। एक तरफ इसमें व्यंगात्मक शैली में सामाजिक खोखलेपन को उजागर करता यथार्थ है तो दूसरी तरफ भावनाओं की उत्ताल लहरें। राही मासूम रज़ा साहब ने हिम्मत जौनपुरी को माध्यम बनाकर सामान्य व्यक्ति के अरमान के टूटने और बिखरने को जिस नये अंदाज और तेवर के साथ लिखा है वह उनके अन्य उपन्यासों से बिल्कुल अलग है।.

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जुदाई (1980 फ़िल्म)

जुदाई 1980 में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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जुर्माना (1979 फ़िल्म)

जुर्माना 1979 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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जौनपुरी (बहुविकल्पी)

जौनपुरी का अर्थ जौनपुर से जुड़े विषय या वहाँ का कोई निवासी होता है। इसके अतिरिक्त अन्य प्रयोग इस प्रकार हैं.

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ख़ुदा हाफ़िज़ कहने का मोड़

ख़ुदा हाफ़िज़ कहने का मोड़ राही मासूम रज़ा द्वारा लिखित एक निबंध संग्रह है।.

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गरीबे शहर

गरीबे शहर राही मासूम रज़ा द्वारा रचित एक कविता संग्रह है।.

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ओस की बूंद

ओस की बूंद राही मासूम रज़ा का तीसरा उपन्यास है। यह उपन्यास हिन्दू-मुस्लिम समस्याओं को लेकर शुरू होता है लेकिन आखिर तक आते-आते पाठकों को पता चलता है कि हिन्दू-मुस्लिम समस्या वास्तव में कुछ नहीं है, यह सिर्फ राजनीति का एक मोहरा है और जो असली चीज है वह है इंसान के पहलू में धड़कने वाला दिल और उस दिल में रहने वाले ज़ज्बात और इन दोनों का मजहब और जात से कोई ताल्लुक नहीं। इसलिए साम्प्रदायिक दंगों के बीच सच्ची इंसानियत की तलाश करने वाला यह उपन्यास एक शहर और एक मजहब का होते हुए भी हर शहर और हर मजहब का है ! एक छोटी-सी जिन्दगी की दर्द भरी दास्तान जो ओस की बूँद की तरह चमकीली और कम उम्र है। .

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आधा गाँव

राही मासूम रज़ा का बहुचर्चित उपन्यास “आधा गांव” १९६६ में प्रकाशित हुआ जिससे राही का नाम उच्चकोटि के उपन्यासकारों में लिया जाने लगा। यह उपन्यास उत्तर प्रदेश के एक नगर गाजीपुर से लगभग ग्यारह मील दूर बसे गांव गंगोली के शिक्षा समाज की कहानी कहता है। राही नें स्वयं अपने इस उपन्यास का उद्देश्य स्पष्ट करते हुए कहा है कि “वह उपन्यास वास्तव में मेरा एक सफर था। मैं गाजीपुर की तलाश में निकला हूं लेकिन पहले मैं अपनी गंगोली में ठहरूंगा। अगर गंगोली की हकीकत पकड़ में आ गयी तो मैं गाजीपुर का एपिक लिखने का साहस करूंगा”।.

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आलाप (1977 फ़िल्म)

आलाप 1977 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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कटरा बी आर्ज़ू

कटरा बी आर्ज़ू राही मासूम रज़ा द्वारा लिखित एक उपन्यास है।.

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कर्ज़ (१९८० फ़िल्म)

कर्ज़ 1980 में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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कुँवरपाल सिंह

प्रो॰ कुँवरपाल सिंह (१९३८ - ८ नवंबर २००९) हिन्दी के जाने माने विद्वान, संपादक, लेखक और साहित्यकार हैं। उनका जन्म हाथरस जिले के कैलोरा ग्राम के एक किसान परिवार में हुआ। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से १९५९ में बी.ए., १९६१ में एम.ए. (हिंदी) तथा १९६९ में पी-एच.डी.

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क्रांति कथा

क्रांति कथा राही मासूम रज़ा द्वारा रचित एक महाकाव्य है।.

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अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय

विश्वविद्यालय का विक्टोरिया गेट अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (The Aligarh Muslim University) भारत के प्रमुख केन्द्रीय विश्वविद्यालयों में से एक है जो उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में स्थित है। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय एक आवासीय शैक्षणिक संस्थान है। इसकी स्थापना 1875 में सर सैयद अहमद खान द्वारा की गई थी और 1920 में भारतीय संसद के एक अधिनियम के माध्यम से केन्द्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिया गया। कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय की तर्ज पर ब्रिटिश राज के समय बनाया गया पहला उच्च शिक्षण संस्थान था। मूलतः यह मुस्लिम एंग्लो ओरिएंटल कालेज था, जिसे महान मुस्लिम समाज सुधारक सर सैयद अहमद खान द्वारा स्थापित किया गया था। कई प्रमुख मुस्लिम नेताओं, उर्दू लेखकों और उपमहाद्वीप के विद्वानों ने विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त की है। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में शिक्षा के पारंपरिक और आधुनिक शाखा में 250 से अधिक पाठ्यक्रम पढ़ाए जाते हैं। अपने समय के महान समाज सुधारक सर सैयद अहमद खानने आधुनिक शिक्षा की आवश्यकता को महसूस किया और 1875 में एक स्कूल शुरू किया, जो बाद में मुस्लिम एंग्लो ओरिएंटल कालेज और अंततः 1920 में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय बना। कई विभागों और स्थापित संस्थानों के साथ यह प्रमुख केन्द्रीय विश्वविद्यालय दुनिया के सभी कोनों से, विशेष रूप से अफ्रीका, पश्चिमी एशिया और दक्षिणी पूर्व एशिया के छात्रों को आकर्षित करता है। कुछ पाठ्यक्रमों में सार्क और राष्ट्रमंडल देशों के छात्रों के लिए सीटें आरक्षित हैं। विश्वविद्यालय सभी जाति, पंथ, धर्म या लिंग के छात्रों के लिए खुला है। अलीगढ़ दिल्ली के दक्षिण पूर्वी में 130 किमी दूरी पर दिल्ली-कोलकाता रेलवे और ग्रांड ट्रंक रूट की स्थित है। .

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छोटे आदमी की बड़ी कहानी

छोटे आदमी की बड़ी कहानी राही मासूम रज़ा द्वारा लिखित एक निबंध संग्रह है।.

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