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राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार

सूची राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार

राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार फ़िल्मों के क्षेत्र में दिये जाने वाले भारत के काफी पुराने पुरस्कार हैं जो सन १९५४ से दिये जा रहे हैं। यह पुरस्कार तीन खंडो मे प्रदान किये जाते है; फीचर फिल्म,गैर फीचर फिल्म और सिनेमा पर श्रेष्ठ लेखन| .

98 संबंधों: चिट्टागोंग, चिड़ियाखाना (१९६७ फ़िल्म), चितचोर (1976 फ़िल्म), एम.जी. श्रीकुमार, डिम्पल कपाड़िया, तपन सिन्हा, तबु, तीसरी कसम (1966 फ़िल्म), दम लगा के हईशा, दिल चाहता है, दिल से, देऊल, दो बीघा ज़मीन (1953 फ़िल्म), दीदी तेरा देवर दीवाना, धारावी (फ़िल्म), नन्दमूरि तारक रामाराव, नरगिस (अभिनेत्री), नरेश अय्यर, निशांत (1975 फ़िल्म), परिणीति चोपड़ा, परिन्दा, पंकज कपूर, पुकार (2000 फ़िल्म), प्रकाश राज, प्रीति ज़िंटा, फरहान अख्तर, फ़िल्म समारोह निदेशालय, फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार, बन्दिनी (1963 फ़िल्म), बिरजू महाराज, भारत सारावली, भूपेंद्र कैन्थोला, मदर इण्डिया, मधुर भंडारकर, मामूट्टी, मिथुन चक्रवर्ती, मिर्च मसाला (1985 फ़िल्म), मुकेश, यशपाल शर्मा, राष्ट्रीय चलचित्र पुरस्कार २०१०, राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार - सर्वश्रेष्ठ नृत्य संयोजन, राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार २००७, राजकुमार हिरानी, राख (1989 फ़िल्म), राखी गुलज़ार, रितुपर्णा सेनगुप्ता, रितुपर्णो घोष, रिया सेन, रुदाली (1993 फ़िल्म), रेखा भारद्वाज, ..., लम्हे, शाकिब खान, शंकर महादेवन, शुभ मुहूर्त (2003 फ़िल्म), श्याम बेनेगल, शोनाली बोस, सत्यजित राय को मिले सम्मान, सात हिन्दुस्तानी, संदीप नाथ, सुरेश ओबेरॉय, सुजाता (1959 फ़िल्म), स्मिता पाटिल, स्वानन्द किरकिरे, हम दिल दे चुके सनम, हम हैं राही प्यार के, हमराज़ (1967 फ़िल्म), ज़ायरा वसीम, ज़ुबैदा (2001 फ़िल्म), जिस देश में गंगा बहती है, घायल (फ़िल्म), वरुण ग्रोवर (लेखक), विशाल भारद्वाज, वैभवी मर्चेंट, वैरामुत्तु, गाइड (1965 फ़िल्म), ओ माय गॉड (फिल्म), ओम पुरी, ओमकारा, आनन्द (फ़िल्म), आमिर ख़ान, कमल हासन, कल हो ना हो, क़यामत से क़यामत तक, क्रान्तिवीर, कोरा कागज़ (1974 फ़िल्म), कोंकणा सेन शर्मा, अनिल कपूर, अनुभव (1971 फ़िल्म), अमित त्रिवेदी, अमिताभ बच्चन, अलका याज्ञिक, अजय देवगन, अजॉय चक्रबर्ती, अंजलि मेनन, अंजली पाटिल, उपकार (1967 फ़िल्म), २००९, 65वें राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार सूचकांक विस्तार (48 अधिक) »

चिट्टागोंग

चिट्टागोंग एक भारतीय ऐतिहासिक युद्ध वाली फिल्म है, जिसका निर्माण बेबब्रता पैन ने किया है। इसमें मुख्य किरदार में मनोज बाजपई हैं। यह कहानी ब्रिटिश भारत के एक गाँव की है, जो अब बांग्लादेश में है। इसका प्रदर्शन सिनेमाघरों में 12 अक्टूबर 2012 में हुआ था। इसने कुल 31 लाख रुपये की कमाई की थी। इस फिल्म को पहले फिल्म के सर्वश्रेष्ठ निर्देशक हेतु राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी मिला है। .

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चिड़ियाखाना (१९६७ फ़िल्म)

चिड़ियाखाना 1967 में बनी बंगाली भाषा की फिल्म है। .

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चितचोर (1976 फ़िल्म)

चितचोर 1976 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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एम.जी. श्रीकुमार

ऍम जी श्रीकुमार एक मलयाली पार्श्वगायक, गीतकार और संगीतकार हैं। वे मलयाली सिनेमा के प्रसिद्धतम संगीत निर्देशकों में से एक हैं। मलयाली गानों के अलावा, उन्होंने तमिल, तेलुगु, कन्नड और हिन्दी भाषाओं में भी गाने गाए हैं। ३० वर्ष से भी अधिक के अपने व्यावसायिक जीवन मे उन्होंने इन विभिन्न भारतीय भाषाओं में ३००० से अधिक गानों में काम किया है। श्रीकुमार को अपने गानों के लिए दो बार सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायक की श्रेणी में राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। श्रीकुमार, संगीत-निर्देशक एम जी राधाकृष्णन और के ओमानकुट्टी के सबसे छोटे भाई हैं। वे केरल में केएमजी म्यूज़िक्स के नाम से एक संगीत कम्पनी के मालिक भी हैं, तथा तिरुवनंतपुरम के सारेगामा संगीतशाला के भी मालिक हैं। .

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डिम्पल कपाड़िया

डिम्पल कपाड़िया (जन्म: 8 जून, 1957) हिन्दी फ़िल्मों की एक अभिनेत्री है जिनके पति राजेश खन्ना थे। इनकी बेटी भी एक अभिनेत्री है। जिनका नाम ट्विंकल खन्ना है और दामाद अक्षय कुमार है। .

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तपन सिन्हा

तपन सिन्हा (তপন সিন্‌হা)(२ अक्टूबर १९२४ – १५ जनवरी २००९) बांग्ला चलचित्र एवं हिन्दी चलचित्र के प्रसिद्ध निर्देशक थे। इन्हें २००६ का दादा साहेब फाल्के पुरस्कार भी मिला था। तपन सिन्हा की फिल्में भारत के अलावा बर्लिन, वेनिस, लंदन, मास्को जैसे अंतरराष्ट्रीय ‍फिल्म समारोहों में भी सराही गई थीं। इन्होंने भौतिकी विषय में स्नातकोत्तर किया था। ये सबसे अधिक गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर के कार्यो से प्रभावित थे। तपन सिन्हा ने बांग्ला फ़िल्म अभिनेत्री अरुंधती देवी से विवाह किया था। इनके पुत्र अनिन्द्य सिन्हा भारतीय वैज्ञानिक हैं। तपन जी अपने जीवन की संध्या में हृदय रोग से पीड़ित हो गये थे और अन्ततः १५ जनवरी, २००९ को परलोक सिधार गये। इनकी पत्नी की मृत्यु १९९० में ही हो चुकी थी। सगीना महतो और सफेद हाथी जैसी उल्लेखनीय फिल्में बनाने वाले सिन्हा विभिन्न श्रेणियों में अभी तक १९ राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किए जा चुके हैं। स्वतंत्रता की ६०वीं जयंती पर भारत सरकार ने उन्हें फिल्म जगत में अद्वितीय योगदान के लिए अवार्ड फॉर लाइफ टाइम अचीवमेंट से सम्मानित किय़ा था। तपन जी की पहली फिल्म उपहार थी जो १९५५ में रिलीज़ हुई थी। १९५६ मे रिलीज़ हुई फिल्म काबुलीवाला दूसरी फिल्म थी। इसके अलावा एक डॉक्टर की मौत, सगीना और आदमी और औरत इनकी बेहतरीन फिल्मों में गिनी जाती हैँ। इन्होंने बावर्ची जैसी कई फिल्मों की कहानी भी लिखी है। .

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तबु

तब्बू (तब्बू) (तबस्सुम हाशमी (తబస్సుం హష్మి) का जन्म 4 नवम्बर 1970 को हुआ) एक भारतीय फिल्म अभिनेत्री है। हालांकि उन्होंने कई तमिल, तेलुगू, मलयालम, बंगला भाषा एवं साथ ही एक अमरीकी फिल्म में भी काम किया है, लेकिन मुख्यतः उन्होंने हिंदी फिल्मों में ही अभिनय किया है। उन्हें दो बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय फिल्म अवॉर्ड मिल चुका है एवं उन्हें सबसे अधिक बार सर्वश्रेष्ठ महिला कलाकार की श्रेणी में फिल्मफेयर का समीक्षक अवॉर्ड, चार बार, जीतने का रिकॉर्ड भी हासिल हैं। कुछ अपवादों के बावजूद, तब्बू मुख्यतः कलात्मक एवं कम बजट फिल्मों में अपने अभिनय के लिए जानी जाती हैं, जो बॉक्स ऑफिस पर आंकड़े (रुपये) जुटाने की बजाय कहीं अधिक आलोचनात्मक सराहना जुटाती हैं। व्यावसायिक तौर पर सफल फिल्मों में उनकी उपस्थिति कम ही रही है और ऐसी फिल्मों में उनकी भूमिका भी बहुत छोटी रही हैं, मसलन-बॉर्डर (1997), साजन चले ससुराल (1996), बीवी नंबर वन Hum Saath-Saath Hain: We Stand United (1999) आदि फ़िल्में.

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तीसरी कसम (1966 फ़िल्म)

तीसरी कसम (अंग्रेजी: third oath)1966 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। इसको तत्काल बॉक्स ऑफ़िस पर सफलता नहीं मिली थी पर यह हिन्दी के श्रेष्ठतम फ़िल्मों में गिनी जाती है। फ़िल्म का निर्माण प्रसिद्ध गीतकार शैलेन्द्र ने किया था जिसे हिन्दी लेखक फणीश्वर नाथ 'रेणु' की प्रसिद्ध कहानी मारे गए ग़ुलफ़ाम की पटकथा मिली। इस फ़िल्म की असफलता के बाद शैलेन्द्र काफी निराश हो गए थे और उनका अगले ही साल निधन हो गया था। यह हिन्दी के महान कथाकार फणीश्वर नाथ रेणु की कहानी 'मारे गये गुलफाम' पर आधारित है। इस फिल्म के मुख्य कलाकारों में राज कपूर और वहीदा रहमान शामिल हैं। बासु भट्टाचार्य द्वारा निर्देशित तीसरी कसम एक फिल्म गैर-परंपरागत है जो भारत की देहाती दुनिया और वहां के लोगों की सादगी को दिखाती है। यह पूरी फिल्म बिहार के अररिया जिले में फिल्मांकित की गई। इस फिल्म का फिल्मांकन सुब्रत मित्र ने किया है। पटकथा नबेन्दु घोष की है, जबकि संवाद लिखे हैं स्वयं फणीन्द्र नाथ रेणु ने.

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दम लगा के हईशा

दम लगा के हईशा एक भारतीय बॉलीवुड फिल्म है। इसका निर्देशन शरत कटारिया ने किया है। इसमें मुख्य भूमिका में आयुष्मान खुराना और भूमि पेडनेकर हैं। यह फ़िल्म 27 फरवरी 2015 को सिनेमाघरों में प्रदर्शित हो चुकी है। .

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दिल चाहता है

दिल चाहता है 2001 में फ़रहान अख्तर द्वारा निर्देशित की गई हिन्दी नाटकीय हास्य फिल्म है। आमिर खान, सैफ अली खान, अक्षय खन्ना, प्रीति जिंटा, सोनाली कुलकर्णी और डिंपल कपाड़िया अभिनीत ये फिल्म फरहाँ अख्तर द्वारा लिखित और निर्देशित पहली फिल्म है। 2001 में, फिल्म ने हिन्दी में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता था। .

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दिल से

दिल से १९९८ में बनी रोमांटिक-थ्रिलर हिन्दी फ़िल्म है, जो आतंकवाद और उत्तर-पूर्वी राज्यों के तनावों पर आधारित है । फ़िल्म का निर्देशन मणिरत्नम ने किया है, वहीं निर्माता में रामगोपाल वर्मा तथा शेखर कपूर ने योगदान दिया है । इसे तमिल में उइरे तथा तेलगू में प्रेमा तू नाम से भी रिलीज़ किया गया था। इसके मुख्य कलाकार शाहरुख खान, मनीषा कोइराला तथा नवोदित अभिनेत्री प्रीति जिंटा थे। फ़िल्म की पटकथा मणिरत्नम ने तिगमांशु धुलिया के साथ लिखी तथा इस फिल्म का संगीत ए आर रहमान ने दिया है तथा गीत को गुलज़ार ने कलमबद्ध किया है । यह रोचक संयोग है कि मणिरत्नम की पिछली आतंकवाद विषय पर बनी रोजा और बाॅम्बे के बाद यह उनकी तीसरी प्रस्तुति है । फ़िल्म को दो राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार तथा छह फिल्मफ़ेयर पुरस्कार से मीटर नवाजा गया । संगीतकार ए आर रहमान को इसके लिए उस साल का फिल्मफ़ेयर पुरस्कार भी प्राप्त हुआ था । .

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देऊल

देऊल (देऊळ) २०११ में बनी भारतीय मराठी फ़िल्म है जिसका निर्देशन उमेश विनायक कुलकर्णी व निर्माण अभिजीत घोलप ने किया है। फ़िल्म में नाना पाटेकर, दिलीप प्रभावलकर, गिरीश कुलकर्णी, सोनाली कुलकर्णी व किशोर कदम प्रमुख भूमिकाओं में है। देऊल को सर्वश्रेष्ठ फीचर फ़िल्म, सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (गिरीश कुलकर्णी) व सर्वश्रेष्ठ डायलोग (गिरीश कुलकर्णी) का ५९व राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार प्राप्त हुआ है। यह फ़िल्म नसीरुद्दीन शाह का मराठी फ़िल्म जगत में पदार्पण है। .

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दो बीघा ज़मीन (1953 फ़िल्म)

दो बीघा ज़मीन 1953 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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दीदी तेरा देवर दीवाना

"दीदी तेरा देवर दीवाना" १९९४ की हिन्दी फ़िल्म हम आपके हैं कौन में लता मंगेशकर और एस॰ पी॰ बालासुब्रमण्यम का गाया हुआ गीत हैं। इस गीत को रामलक्ष्मण द्वारा संगीत दिया गया हैं और गीत देव कोहली ने लिखा है। हम आपके हैं कौन सूरज बड़जात्या द्वारा लिखित और निर्देशित फ़िल्म थी जो राजश्री प्रोडक्शन्स के बैनर के तहत बनी थी। गीत में मुख्यतः फ़िल्म के कलाकार माधुरी दीक्षित और सलमान खान गोद भराई के समारोह में नृत्य करते दिखते हैं। गीत के प्रदर्शन के बाद उसे खूब लोकप्रियता हासिल हुई और मंगेशकर को फ़िल्मफ़ेयर विशेष पुरस्कार प्रदान किया गया। एना सिंह द्वारा तैयार की गई और दीक्षित द्वारा पहनी गई चमकीले बैंगनी रंग की साटन साड़ी और बैकलेस (खिड़की) ब्लाउज बाज़ार में फ़ैशन का रुझान बनी और खूब बिकी। दीक्षित के नृत्य और पूरे गीत में दिखने वाले उनके रूप को अच्छी समीक्षा मिली। चित्रकार मकबूल फ़िदा हुसैन ने ये गीत देखकर दीक्षित को अपनी प्रेरणा स्रोत मानकर दीक्षित से प्रेरित चित्रों की एक श्रृंखला को पर काम किया। .

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धारावी (फ़िल्म)

धारावी सुधीर मिश्रा द्वारा लिखित और निर्देशित 1993 की हिन्दी फिल्म है। यह फिल्म राष्ट्रीय चलचित्र विकास निगम और दूरदर्शन का संयुक्त उत्पादन है। मुख्य भूमिकाओं में शबाना आज़मी और ओम पुरी है और फिल्म की कहानी धारावी झुग्गी बस्ती पर केन्द्रित है। .

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नन्दमूरि तारक रामाराव

हैदराबाद-श्रीसैलम मार्ग पर स्थित एन टी रामाराव की मूर्ति नन्दमूरि तारक रामाराव (तेलुगू: నందమూరి తారక రామా రావు) या एन.टी.

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नरगिस (अभिनेत्री)

नरगिस दत्त (१ जून १९२८ – ३ मई १९८१), जन्म नाम फ़ातिमा रशिद लेकिन बाद में नाम परिवर्तित कर दिया गया था। इनका जन्म कोलकाता,पश्चिम बंगाल में हुआ था। List of Nominated members, Rajya Sabha Official website.ये एक भारतीय सिनेमा की प्रसिद्ध अभिनेत्री थीं जिन्होंने हिन्दी फ़िल्म अभिनेता सुनील दत्त से शादी की थी। इन्होंने अपने फ़िल्मी सफर की शुरुआत बचपन तलाश-ए-हक़ (१९३५) में ही कर दी थी लेकिन इन्होंने एक्टिंग करनी १९४२ में तमन्ना फ़िल्म से शुरू की थी। १९५७ की मदर इंडिया फ़िल्म के लिए इनको एकेडमी अवॉर्ड के लिए नामांकित किया गया था साथ ही इस फ़िल्म के लिए इन्हें सबसे अच्छी फ़िल्म अभिनेत्री का फिल्मफेयर पुरस्कार भी दिया गया था। इसके बाद इन्हें १९६७ में बनी रात और दिन फ़िल्म के लिए राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार से सम्मानित की गई थीं। .

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नरेश अय्यर

नरेश अय्यर (जन्म 3 जनवरी 1981) भारत के मुंबई शहर से एक पार्श्वगायक हैं। नरेश अय्यर ने कई भारतीय भाषाओं में फ़िल्मी गाने गाए हैं और कई चार्ट हिट गानों का श्रेय उन्हें जाता है। ए.आर.रहमान द्वारा संगीतबद्ध फ़िल्म रंग दे बसंती में उनके द्वारा गाया रूबरू गीत 2006 में कई सप्ताह म्यूज़िक चार्टों की चोटी पर बना रहा और उन्होंने इस गीत के लिए सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायक का राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार जीता.

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निशांत (1975 फ़िल्म)

निशांत 1975 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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परिणीति चोपड़ा

परिणीति चोपड़ा (जन्म 22 अक्टूबर 1988, अम्बाला, हरियाणा) एक भारतीय अभिनेत्री है जो हिन्दी फिल्मों में काम करती है। चोपड़ा बैंक निवेशकर्ता बनना चाहती थी लेकिन मैनचेस्टर बिजनेस स्कूल से त्रिक सनद सम्मान (व्यापार, वित्त और अर्थशास्त्र में) प्राप्त करने के बाद वह 2009 की आर्थिक मंदी के दौरान वापस भारत लौट आई और जनसंपर्क सलाहकार के रूप में यश राज फ़िल्म्स से जुड़ गई। बाद में अभिनेत्री के तौर पर तीन फिल्मों में कार्य करन का समझोता किया। .

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परिन्दा

परिन्दा 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। इसको निर्मित और निर्देशित विधु विनोद चोपड़ा ने किया है। फिल्म में मुख्य भूमिकाओं में नाना पाटेकर, जैकी श्रॉफ, अनिल कपूर और माधुरी दीक्षित हैं, जबकि सहायक भूमिकाओं में सुरेश ओबेरॉय और टॉम आल्टर है। रिलीज होने पर परिन्दा को आलोचकों की प्रशंसा प्राप्त हुई। इस फिल्म को कई लोगों द्वारा हिंदी सिनेमा में यथार्थवाद की शुरुआत में एक महत्वपूर्ण मोड़ माना जाता है। परिन्दा ने दो राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और पांच फिल्मफेयर पुरस्कार भी जीते तथा 1990 में अकादमी पुरस्कार में विदेशी भाषा की सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिए उसे भारत की तरफ से आधिकरिक तौर पर भेजा गया था। .

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पंकज कपूर

पंकज कपूर भारत के जानेमाने नाटककार तथा टीवी व फ़िल्म अभिनेता हैं। वे अनेकों टीवी धारावाहिकों तथा फ़िल्मों में अभिनय कर चुके हैं। .

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पुकार (2000 फ़िल्म)

पुकार 2000 की राजकुमार संतोषी द्वारा निर्देशित और सह-लिखित एक्शन नाटकीय हिन्दी भाषा की भारतीय फिल्म है। इसमें अनिल कपूर, माधुरी दीक्षित, नम्रता शिरोडकर, डैनी डेन्जोंगपा, शिवाजी साटम और ओम पुरी मुख्य भूमिकाओं में हैं। इसने दो राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीते, जिनमें राष्ट्रीय एकता पर सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिए नर्गिस दत्त पुरस्कार और मेजर जयदेव राजवंश के रूप में अनिल कपूर के प्रदर्शन के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार शामिल था। पार्श्व संगीत और गीतों के लिये संगीत ए आर रहमान द्वारा रचित थे। .

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प्रकाश राज

प्रकाश राज तमिल फ़िल्मों के जाने-माने अभिनेता है। लेकिन अब वो हिंदी और तेलुगु फ़िल्मो में भी काम करते हैं। जिन्हें फ़िल्म कांचीवरम में उत्कृष्ठ अभिनय के लिए वर्ष 2009 के सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के लिए चुना गया है। कन्नड़ टेलीविज़न उद्योग और कन्नड़ सिनेमा में कुछ वर्षों के लिए काम करने के बाद, उन्होंने के.एल.

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प्रीति ज़िंटा

प्रीटी ज़िंटा (जन्म ३१ जनवरी १९७५) एक भारतीय फ़िल्म अभिनेत्री है। वे हिन्दी, तेलगू, पंजाबी व अंग्रेज़ी फ़िल्मों में कार्य कर चुकी है। मनोविज्ञान में उपाधी ग्रहण करने के बाद ज़िंटा ने अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत दिल से.. में १९९८ से की और उसी वर्ष फ़िल्म सोल्जर में पुनः दिखी। इन फ़िल्मों में अभिनय के लिए उन्हें फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ नई अदाकारा का पुरस्कार प्रदान किया गया और आगे चलकर उन्हें फ़िल्म क्या कहना में कुँवारी माँ के किरदार के लिए काफ़ी सराहा गया। उन्होंने आगे चलकर भिन्न-भिन्न प्रकार के किरदार अदा किए व उनके अभिनय व किरदारों ने हिन्दी फ़िल्म अभिनेत्रियों की एक नई कल्पना को जन्म दिया। जिंटा को २००३ में फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार कल हो ना हो फ़िल्म में उनके अभिनय के लिए प्रदान किया गया। उन्होंने सर्वाधिक कमाई वाली दो भारतीय फ़िल्मों में अभिनय किया जिनमे काल्पनिक विज्ञान पर आधारित फ़िल्म कोई... मिल गया (२००३) और रोमांस फ़िल्म वीर-ज़ारा (२००४) शमिल है जिसके लिए उन्हें समीक्षकों द्वारा बेहद सराहा गया। उन्होंने आधुनिक भारतीय नारी का किरदार फ़िल्म सलाम नमस्ते और कभी अलविदा ना कहना में निभाया जो अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में उच्च-कमाई वाली फ़िल्में रही। इन उपलब्धियों ने उन्हें हिन्दी सिनेमा के मुख्य अभिनेत्रियों में से एक बना दिया। उनका पहला अंतर्राष्ट्रीय किरदार कनेडियाई फ़िल्म हेवन ऑन अर्थ में था जिसके लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का सिल्वर ह्यूगो पुरस्कार २००८ के शिकागो अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म समारोह में प्रदान किया गया। फ़िल्मों में अभिनय के आलावा जिंटा ने बीबीसी न्यूज़ ऑनलाइन में कई लेख लिखे है, साथ ही वे एक सामाजिक कार्यकर्त्ता, टेलिविज़न मेज़बान और नियमित मंच प्रदर्शनकर्ता है। वे पीज़ेडएनज़ेड इण्डिया प्रोडक्शन कंपनी की संस्थापक भी है जिसकी स्थापना उन्होंने अपने पूर्व-साथी नेस वाडिया के साथ की है और दोनों साथ-ही-साथ इंडियन प्रीमियर लीग की क्रिकेट टीम किंग्स XI पंजाब के मालिक भी है। .

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फरहान अख्तर

फरहान अख्तर (فرحان اختر, जन्म - 9 जनवरी 1974), एक भारतीय फ़िल्म निर्माता, पटकथा लेखक, अभिनेता, पार्श्वगायक, गीतकार, फ़िल्म निर्माता और टीवी होस्ट है। निर्देशक के रूप में उनकी पहली फ़िल्म (दिल चाहता है, 2001) की काफी प्रशंसा की गई थी और तभी से एक खास दर्शक वर्ग में उनकी अलग पहचान है। आनंद सुरापुर की फ़िल्म, द फकीर ऑफ वेनिस (2007) और रॉक ऑन!! (2008) से उन्होंने अपने अभिनय करियर की शुरुआत की। 2008 .

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फ़िल्म समारोह निदेशालय

फ़िल्म समारोह निदेशालय एक भारतीय संगठन है जो भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म महोत्सव, राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार और भारतीय पैनोरमा प्रस्तुत करता है। यह १९७३ में भारत सरकार द्वारा स्थापित किया गया था और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के एक भाग के रूप में काम करता हैं। यह निदेशालय नई दिल्ली में स्थित हैं। .

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फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार

फिल्मफेयर पुरस्कार समारोह भारतीय सिनेमा के इतिहास की सबसे पुरानी और प्रमुख घटनाओं में से एक रही है। इसकी शुरुआत सबसे पहले 1954 में हुई जब राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार की भी स्थापना हुई थी। पुरस्कार जनता के मत एवं ज्यूरी के सदस्यों के मत दोनों के आधार पर दी हर साल दी जाती है। .

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बन्दिनी (1963 फ़िल्म)

बन्दिनी १९६३ में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है जिसके निर्माता और निर्देशक बिमल रॉय थे जिन्होंने दो बीघा ज़मीन और मधुमती जैसी प्रतिष्ठित फ़िल्में बनायीं थीं। इस फ़िल्म के मुख्य कलाकार थे अशोक कुमार, धर्मेन्द्र और नूतन। बॉक्स ऑफ़िस में इस फ़िल्म ने ठीक ठाक ही प्रदर्शन किया था। फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कारों में इसे उस वर्ष छ: पुरस्कारों से नवाज़ा गया था जिसमें फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म पुरस्कार भी शामिल था। यह फ़िल्म एक नारी प्रधान फ़िल्म है, जो कि हिन्दी फ़िल्मों में कम ही देखने को मिलता है। सुजाता के बाद बिमल रॉय की यह दूसरी नारी प्रधान फ़िल्म थी। बंदिनी की कहानी कल्यानी (नूतन) के इर्द-गिर्द घूमती है। यह शायद अकेली ऐसी फ़िल्म है जिसमें भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में गांव की साधारण महिलाओं का योगदान दर्शाया गया हो। .

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बिरजू महाराज

पंडित बृजमोहन मिश्र (जिन्हें बिरजू महाराज भी कहा जाता है)(जन्म: ४ फ़रवरी १९३८) प्रसिद्ध भारतीय कथक नर्तक एवं शास्त्रीय गायक हैं। ये शास्त्रीय कथक नृत्य के लखनऊ कालिका-बिन्दादिन घराने के अग्रणी नर्तक हैं। पंडित जी कथक नर्तकों के महाराज परिवार के वंशज हैं जिसमें अन्य प्रमुख विभूतियों में इनके दो चाचा व ताऊ, शंभु महाराज एवं लच्छू महाराज; तथा इनके स्वयं के पिता एवं गुरु अच्छन महाराज भी आते हैं। हालांकि इनका प्रथम जुड़ाव नृत्य से ही है, फिर भी इनकी हिन्दुस्तानी शास्त्रीय गायन पर भी अच्छी पकड़ है, तथा ये एक अच्छे शास्त्रीय गायक भी हैं। इन्होंने कत्थक नृत्य में नये आयाम नृत्य-नाटिकाओं को जोड़कर उसे नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।।बीबीसी हिंदी। प्रीति मान, फ़ोटो पत्रकार।21 नवंबर 2015 इन्होंने कत्थक हेतु '''कलाश्रम''' की स्थापना भी की है। इसके अलावा इन्होंने विश्व पर्यन्त भ्रमण कर सहस्रों नृत्य कार्यक्रम करने के साथ-साथ कत्थक शिक्षार्थियों हेतु सैंकड़ों कार्यशालाएं भी आयोजित की हैं। अपने चाचा, शम्भू महाराज के साथ नई दिल्ली स्थित भारतीय कला केन्द्र, जिसे बाद में कत्थक केन्द्र कहा जाने लगा; उसमें काम करने के बाद इस केन्द्र के अध्यक्ष पर भी कई वर्षों तक आसीन रहे। तत्पश्चात १९९८ में वहां से सेवानिवृत्त होने पर अपना नृत्य विद्यालय कलाश्रम भी दिल्ली में ही खोला। .

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भारत सारावली

भुवन में भारत भारतीय गणतंत्र दक्षिण एशिया में स्थित स्वतंत्र राष्ट्र है। यह विश्व का सातवाँ सबसे बड़ देश है। भारत की संस्कृति एवं सभ्यता विश्व की सबसे पुरानी संस्कृति एवं सभ्यताओं में से है।भारत, चार विश्व धर्मों-हिंदू धर्म, सिख धर्म, बौद्ध धर्म, जैन धर्म के जन्मस्थान है और प्राचीन सिंधु घाटी सभ्यता का घर है। मध्य २० शताब्दी तक भारत अंग्रेजों के प्रशासन के अधीन एक औपनिवेशिक राज्य था। अहिंसा के माध्यम से महात्मा गांधी जैसे नेताओं ने भारत देश को १९४७ में स्वतंत्र राष्ट्र बनाया। भारत, १२० करोड़ लोगों के साथ दुनिया का दूसरे सबसे अधिक आबादी वाला देश और दुनिया में सबसे अधिक आबादी वाला लोकतंत्र है। .

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भूपेंद्र कैन्थोला

भूपेंद्र कैन्थोला भारतीय फिल्म और टेलिविज़न संस्थान के निदेशक हैं। वे भारतीय सूचना सेवा के वर्ष 1989 बैच के अधिकारी हैं। उन्होने मुंबई विश्वविद्यालय से अंतरराष्ट्रीय संबंध में स्नातकोत्तर किया है। इसके पूर्व वे जनवरी 2015 के बाद से निदेशक (समाचार कक्ष) डीडी न्यूज में सेवारत थे और 'न्यूज संचालन और उत्पादन के प्रबंधन' के लिए जिम्मेदार थे। इससे पहले उन्होने पीआईबी, ऑडियो दृश्य प्रचार निदेशालय (डीएवीपी), फिल्म समारोह निदेशालय और लोक सभा टीवी (निदेशक, राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और भारतीय पैनोरमा के रूप में) काम किया है। .

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मदर इण्डिया

मदर इण्डिया (Mother India, مدر انڈیا) १९५७ में बनी भारतीय फ़िल्म है जिसे महबूब ख़ान द्वारा लिखा और निर्देशित किया गया है। फ़िल्म में नर्गिस, सुनील दत्त, राजेंद्र कुमार और राज कुमार मुख्य भूमिका में हैं। फ़िल्म महबूब ख़ान द्वारा निर्मित औरत (१९४०) का रीमेक है। यह गरीबी से पीड़ित गाँव में रहने वाली औरत राधा की कहानी है जो कई मुश्किलों का सामना करते हुए अपने बच्चों का पालन पोषण करने और बुरे जागीरदार से बचने की मेहनत करती है। उसकी मेहनत और लगन के बावजूद वह एक देवी-स्वरूप उदाहरण पेश करती है व भारतीय नारी की परिभाषा स्थापित करती है और फिर भी अंत में भले के लिए अपने गुण्डे बेटे को स्वयं मार देती है। वह आज़ादी के बाद के भारत को सबके सामने रखती है। यह फ़िल्म अबतक बनी सबसे बड़ी बॉक्स ऑफिस हिट भारतीय फ़िल्मों में गिनी जाती है और अब तक की भारत की सबसे बढ़िया फ़िल्म गिनी जाती है। इसे १९५८ में तीसरी सर्वश्रेष्ठ फीचर फ़िल्म के लिए राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार से नवाज़ा गया था। मदर इण्डिया क़िस्मत (१९४३), मुग़ल-ए-आज़म (१९६०) और शोले (१९७५) के साथ उन चुनिन्दा फ़िल्मों में आती है जिन्हें आज भी लोग देखना पसंद करते हैं और यह हिन्दी सांस्कृतिक फ़िल्मों की श्रेणी में विराजमान है। यह फ़िल्म भारत की ओर से पहली बार अकादमी पुरस्कारों के लिए भेजी गई फ़िल्म थी। .

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मधुर भंडारकर

मधुर भंडारकर (मराठी: मधुर भांडारकर) (जन्म - 26 अगस्त 1968) एक राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता भारतीय फिल्म निर्देशक, पटकथा लेखक और निर्माता हैं। उन्हें विशेष कर चांदनी बार (2001), पेज 3 (2005), ट्रैफिक सिग्नल (2007) और फैशन (2008) जैसी सर्वश्रेष्ठ फिल्मों के लिए जाना जाता है। उन्होंने ट्रैफिक सिग्नल के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का राष्ट्रीय पुरस्कार जीता। .

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मामूट्टी

मामूट्टी (मलयालम: മമ്മൂട്ടി) (जन्म नाम मोहम्मद कुट्टी, जन्म - 7 सितंबर,1948) एक पुरस्कृत भारतीय अभिनेता हैं जो मुख्य रूप से मलयालम सिनेमा में अभिनय करते हैं। अपने पच्चीस वर्षों से भी अधिक के कैरियर के दौरान, उन्होंने शीर्ष अभिनेता के रूप में 300 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया है और ^ MusicIndiaOnLine.com. 11 अप्रैल 2007.

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मिथुन चक्रवर्ती

मिथुन चक्रवर्ती (মিঠুন চক্রবর্তী) (बचपन का नाम गौरांग चक्रवर्ती) का जन्म जून 16, 1952 को हुआ। ये भारत के राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्राप्त कर चुके एक किवदंती फिल्म अभिनेता, सामाजिक कार्यकर्ता, उद्यमी और राज्यसभा के सांसद हैं। मिथुन ने अपने अभिनय की शुरुआत कला फिल्म मृगया (1976) से की, जिसके लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए पहला राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार प्राप्त हुआ। 1980 के दशक के अपने सुनहरे दौर में एक डांसिंग स्टार के रूप में उनके बहुत सारे प्रसंशक बने और खुद को उन्होंने भारत के सबसे लोकप्रिय प्रमुख अभिनेता के रूप में स्थापित किया, विशेष रूप से 1982 में बहुत बड़ी हिट फिल्म डिस्को डांसर में स्ट्रीट डांसर जिमी की भूमिका ने उन्हें लोकप्रिय बनाया। कुल मिलाकर बॉलीवुड की 350 से अधिक फिल्मों में अभिनय के अलावा उन्होंने बांग्ला, उड़िया और भोजपुरी में भी बहुत सारी फिल्में की। मिथुन मोनार्क ग्रुप के मालिक भी हैं जो होस्पिटालिटी सेक्टर में कार्यरत है। .

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मिर्च मसाला (1985 फ़िल्म)

मिर्च मसाला 1985 में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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मुकेश

मुकेश चंद माथुर (जुलाई २२, १९२३, दिल्ली, भारत - अगस्त २७, १९७६), लोकप्रिय तौर पर सिर्फ़ मुकेश के नाम से जाने वाले, हिन्दी सिनेमा के एक प्रमुख पार्श्व गायक थे। मुकेश की आवाज़ बहुत खूबसूरत थी पर उनके एक दूर के रिश्तेदार मोतीलाल ने उन्हें तब पहचाना जब उन्होंने उसे अपनी बहन की शादी में गाते हुए सुना। मोतीलाल उन्हें बम्बई ले गये और अपने घर में रहने दिया। यही नहीं उन्होंने मुकेश के लिए रियाज़ का पूरा इन्तजाम किया। इस दौरान मुकेश को एक हिन्दी फ़िल्म निर्दोष (१९४१) में मुख्य कलाकार का काम मिला। पार्श्व गायक के तौर पर उन्हें अपना पहला काम १९४५ में फ़िल्म पहली नज़र में मिला। मुकेश ने हिन्दी फ़िल्म में जो पहला गाना गाया, वह था दिल जलता है तो जलने दे जिसमें अदाकारी मोतीलाल ने की। इस गीत में मुकेश के आदर्श गायक के एल सहगल के प्रभाव का असर साफ़-साफ़ नज़र आता है। 1959 में अनाड़ी फ़िल्म के ‘सब कुछ सीखा हमने न सीखी होशियारी’ गाने के लिए बेस्ट प्लेबैक सिंगर का फिल्म फेयर अवॉर्ड मिला था। १९७४ में मुकेश को रजनीगन्धा फ़िल्म में कई बार यूँ भी देखा है गाना गाने के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिला। १९७६ में जब वे अमेरीका के डेट्रॉयट शहर में दौरे पर थे, तब उन्हें दिल का दौरा पड़ा और उनकी मृत्यु हो गयी। .

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यशपाल शर्मा

यशपाल शर्मा एक भारतीय हिन्दी फिल्म अभिनेता हैं। इन्हें सुधीर मिश्रा की 2003 में बनी फिल्म "हजारों ख्वाइशें ऐसी" के अपने रणधीर सिंह के किरदार के लिए जाना जाता है। इसके अलावा इन्होंने लगान (2001), गंगाजल (2003), अब तक छप्पन (2004), अपहरण (2005), सिंह इज़ किंग (2008), आरक्षण (2011) और रावड़ी राठौड़ (2012) में भी अपने अच्छे अभिनय के लिए जाने जाते हैं। ये फिल्मों के अलावा टीवी के धारावाहिकों में भी काम किए हैं, जिसमें ज़ी टीवी का "मेरा नाम करेगी रोशन" में कुंवर सिंह की भूमिका के लिए जाने जाते हैं। इसके अलावा ये थिएटर में भी कई सारे नाटकों में काम कर चुके हैं। इन्हें हरियाणवी फिल्म "पगड़ी द ऑनर" के लिए 62वाँ राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी मिल चुका है। .

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राष्ट्रीय चलचित्र पुरस्कार २०१०

वर्ष २०१० के लिए भारत के चलचित्र क्षेत्र के सर्वाधिक प्रतिष्ठित सम्मान राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार ९ सितंबर २०११ को प्रदान किए गए। भारत की तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने विज्ञान भवन में आयोजित एक समारोह में राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के इस ५८वें संस्करण के पुरस्कारों को प्रदान किया।.

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राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार - सर्वश्रेष्ठ नृत्य संयोजन

राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार - सर्वश्रेष्ठ नृत्य संयोजन ये राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार कि एक श्रेणी हैं। इस श्रेणी के विजेता को फ़िल्म में नृत्यरचना के कार्य के लिये रजत कमल प्रदान किया जाता हैं। यह पुरस्कार १९९१ में ३९वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों पर स्थापित किया गया था लेकिन ४०वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों पर पहली बार प्रदान किया गया था। .

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राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार २००७

7 सितम्बर, 2009 को वर्ष 2007 के लिए 55वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार की घोषणा की गई। ये पुरस्कार 21 अक्टूबर को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल द्वारा प्रदान किया जाएगा। .

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राजकुमार हिरानी

राजकुमार हिरानी (जन्म 22 नवम्बर 1962) राष्ट्रीय पुरस्कार और फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार विजेता हिन्दी फ़िल्मों के भारतीय निर्देशक, निर्माता,पटकथा लेखक और फ़िल्म सम्पादक हैं जिन्हें प्रमुख रूप से मुन्ना भाई एम बी बी एस (2003), लगे रहो मुन्ना भाई (2006) और थ्री इडीयट्स (2009) जैसी फ़िल्मों के लिए जाना जाता है।.

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राख (1989 फ़िल्म)

राख 1989 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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राखी गुलज़ार

रक्षाबंधन त्योहार के लिये यहाँ क्लिक करें राखी गुलज़ार (जन्म: 15 अगस्त, 1947) हिन्दी फ़िल्मों की एक अभिनेत्री हैं। .

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रितुपर्णा सेनगुप्ता

रितुपर्णा सेन सेनगुप्ता (ঋতুপর্ণা সেনগুপ্তা जन्म- 7 नवम्बर 1971) भारत में पिछले दशक से बंग्ला सिनेमा की प्रमुख अभिनेत्री हैं और वर्तमान में समीक्षकों द्वारा सराही गई हिन्दी फिल्मों में भूमिका निभा रही हैं। .

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रितुपर्णो घोष

रितुपर्णो घोष (अंग्रेजी: Rituparno Ghosh, जन्म: 31 अगस्त 1963 - मृत्यु: 30 मई 2013) एक बंगाली फिल्म निर्देशक थे। अर्थशास्त्र में डिग्री प्राप्त करने उपरान्त उन्होंने विज्ञापन एजेंसी में एक रचनात्मक कलाकार के रूप में अपना कैरियर शुरू किया। वर्ष 1994 में उनकी पहली फिल्म हीरेर अंगति रिलीज हुई। उसी वर्ष पर्दे पर आयी उनकी अगली फिल्म उनिशे अप्रैल को सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिये राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया। लगभग दो दशकों के अपने फिल्मी कैरियर में उन्होंने कुल 12 राष्ट्रीय और कुछ अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त किये। 30 मई 2013 को दिल का दौरा पड़ने से कोलकाता में उनकी मृत्यु हो गयी। .

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रिया सेन

रिया सेन (রিয়া সেন, pron.) (जन्म: रिया देव वर्मा, २४ जनवरी १९८१) एक भारतीय अभिनेत्री और मॉडल हैं। उनकी नानी सुचित्रा सेन, माँ मुनमुन सेन और बहन राइमा सेन भी अभिनेत्रियाँ रही हैं, इस तरह रिया मूलतः अभिनेताओं के परिवार में से है। उन्होंने अपना अभिनय करियर सन् १९९१ में फ़िल्म विषकन्या में एक बाल कलाकार के रूप में शुरू किया। उनको अपने फिल्म कैरियर की पहली व्यवसायिक सफलता सन् २००१ में एन. चंद्रा द्वारा दिग्दर्शित कम बजट वाली सेक्स कॉमेडी हिन्दी फ़िल्म स्टाइल में मिली। उनकी कुछ अन्य फ़िल्मों में निर्माता प्रीतिश नंदी की संगीतमय हिंगलिश (Hinglish) फ़िल्म झंकार बीट्स (2001), शादी नं. 1 (2005) और मलयालम में हॉरर फ़िल्म अनंथाभाद्रम (2005) शामिल है। सोलह साल की उम्र में जब रियाने फाल्गुनी पाठक के संगीत विडियो याद पिया की आने लगी में काम किया, तब पहली बार उनको एक मॉडल के रूप में पहचाना गया। तब से वह संगीत वीडियो, टेलिविजन विज्ञापनों, फैशन शो में और पत्रिका के आवरण पर दिखाई देने लगी। रिया ने एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में भी काम किया है और ऐड्स (AIDS) के प्रति जागरुकता फैलाने वाले एक संगीत विडियो में आयी, जिसका लक्ष्य लोगों के बीच इस बीमारी के बारे में बडे पैमाने में फैली गलतफ़हमियां को दूर करने का था। उन्होंने बाल नेत्र-चिकित्सा के लिया धन जुटाने में भी मदद की। अब तक रिया को अभिनेता अश्मित पटेल के साथ एम्एम्एस (MMS) क्लिप, फोटोग्राफर दब्बू रत्नानी के वार्षिक कैलेंडर में उनके अर्धनग्न चित्र और रूढ़िवादी भारतीय फ़िल्म उद्योग में बड़े परदे पर चुम्बन देनें को ले कर विवादों का सामना करना पड़ा हैं। .

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रुदाली (1993 फ़िल्म)

रुदाली 1993 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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रेखा भारद्वाज

रेखा भारद्वाज एक विख्यात भारतीय पार्श्वगायिका हैं। वे बॉलीवुड में अपने अनूठे लहज़े, गायन शैली एवं गीतों के चुनाव के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने एक पाकिस्तानी धारावाहिक हमनशीं के लिए एक गाना "कभी आशना कभी अजनबी" रिकॉर्ड किया था जिसके लिए उन्हें "हम अवार्ड फॉर बेस्ट ओरिजिनल साउंडट्रैक" के लिए मनोनीत किया गया था। भारद्वाज ने फ़िल्मी उद्योग में खुद को एक सफ़ल गायिका के तौर पर स्थापित किया है। उन्हें अब तक दो फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार और एक राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार मिल चुके हैं। .

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लम्हे

लम्हे 1991 में बनी हिन्दी भाषा की नाटकीय प्रेमकहानी फ़िल्म है। फिल्म की प्रमुख भूमिकाओं में अनिल कपूर और श्रीदेवी है जबकि वहीदा रहमान, अनुपम खेर और मनोहर सिंह सहायक भूमिका निभाते हैं। हालांकि फिल्म वित्तीय सफलता नहीं थी लेकिन इसे आलोचनात्मक प्रशंसा प्राप्त हुई थी। इसे एक राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार सहित पाँच फिल्मफेयर पुरस्कार प्राप्त हुए थे। .

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शाकिब खान

शाकिब खान (শাকিব খান., जन्म 28 मार्च 1979.http://sujonhera.com/shakib-khan-the-king-of-dhallywood-biography-and-wallpapers/) बांग्लादेशी अभिनेता हैं। उनका मूल नाम मसूद राणा है। खान ने सोहनुर रहमान सोहन की अन्नथ भालोबाशा (१९९९) से फ़िल्मों में पदार्पण किया लेकिन इससे उन्हें पर्याप्त ख्याति नहीं मिली। कुछ वर्षों बाद खान ने अपने आप को बांग्लादेश फिल्म इतिहास के सबसे सफल और सबसे अधिक भुगतान प्राप्त करने वाले अभिनेताओं में से एक के रूप में स्थापित किया। उन्होंने बांग्लादेशी सिनेमा में अपने अभिनय से अनेक उपलब्धियाँ प्राप की। उन्हें फ़िल्म भालोबसलेई घर बढ़ा जाय ना (२०१०)(२०१०) और खोदार परे मा मेरिल प्रथम पुरस्कार के सात नामांकन मिले जिसमें से पाँच जीते तथा दो राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार जीते। .

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शंकर महादेवन

शंकर महादेवन (சங்கர் மகாதேவன்) एक भारतीय गायक है और शंकर-एहसान-लॉय तिहरी का हिस्सा है। शंकर महादेवन को चार बार राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार, जिसमें तीन बार सर्वश्रेष्ठ पुरुष पार्श्वगायक के लिए और एक बार सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशक के लिए दिया जा चुका है। महादेवन ने शंकर महादेवन अकादमी की स्थापना की, जो दुनिया भर के संगीत के छात्रों को ऑनलाइन भारतीय संगीत सीखाता है। 2015 में, उन्होंने मराठी फ़िल्म कटयार कलजात घुसली में एक अभिनेता के रूप में पहली बार अभिनय करते नजर आये थे, जो कि 1960 के दशक के प्रशिध्द नाटक का रूपांतर था। उन्होंने तमिल, मराठी, हिंदी, कन्नड़ और अंग्रेजी भाषा में गीत गाये है। उनका पहला एलबम "ब्रीथलेस" था, जिसमें उन्होंने एक सांस मेँ गाने गाये थे। .

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शुभ मुहूर्त (2003 फ़िल्म)

शुभ मुहूर्त 2003 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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श्याम बेनेगल

श्याम बेनेगल (जन्म 14 दिसंबर, 1934) हिन्दी फिल्मों के एक प्रसिद्ध निर्देशक हैं। अंकुर, निशांत, मंथन और भूमिका जैसी फिल्मों के लिये चर्चित बेनेगल समानांतर सिनेमा के अग्रणी निर्देशकों में शुमार किये जाते हैं। श्याम को 1976 में पद्मश्री और 1961 में पद्मभूषण सम्मान दिये गये। 2007 में वे अपने योगदान के लिये भारतीय सिनेमा के सर्वोच्च पुरस्कार दादा साहब फाल्के पुरस्कार से नवाज़े गये। सर्वश्रेष्ठ हिन्दी फीचर फिल्म के लिये राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार पाँच बार जीतने वाले वे एकमात्र फिल्म निर्देशक हैं। श्याम बेनेगल को भारत सरकार द्वारा सन १९९१ में कला के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया था। ये महाराष्ट्र से हैं। .

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शोनाली बोस

शोनाली बोस (जन्म 3 जून 1965) एक भारतीय फिल्म निर्देशक, पटकथा लेखक और निर्माता है। उसे जीवनीपरक सामाजिक नाटक एमयू (2005) के लिए जाना जाता है, जो उसके इसी नाम के स्वयं के उपन्यास पर आधारित था। एमयू, जो  दिल्ली में 1984 में सिखों पर नरसंहार हमलों  के दफन इतिहास की पड़ताल करती है, रिलीज होने पर इसे समीक्षकों द्वारा बहुत पसंद किया गया और इस ने उस के लिए अंग्रेज़ी श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारअर्जित किया।  उनकी अगली फिल्म ड्रामा 2015 में मार्गरिटा विद अ स्ट्रॉ, भी एक प्रमुख महत्वपूर्ण और व्यावसायिक सफलता थी। .

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सत्यजित राय को मिले सम्मान

निम्नांकित सूची विख्यात भारतीय फ़िल्म निर्देशक सत्यजित राय को मिले सम्मानों को प्रदर्शित करती है। इससे उनके विश्वव्यापी ख्याति, उनकी दृष्टि एव्ं उनके कार्यों का परिचय मिलता है़। .

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सात हिन्दुस्तानी

सात हिन्दुस्तानी (अंग्रेजी: Seven Indians) 1969 में ख़्वाजा अहमद अब्बास द्वारा लिखित, निर्मित व निर्देशित हिन्दी भाषा की फिल्म है। गोवा को पुर्तुगाली शासन से मुक्त कराने की सात हिन्दुस्तानियों की इस कहानी में उत्पल दत्त, मधु, ए के हंगल और अमिताभ बच्चन ने मुख्य भूमिका निभायी| .

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संदीप नाथ

संदीप नाथ बॉलीवुड फ़िल्मों में कार्यरत एक भारतीय गीतकार और लेखक व कवि हैं। .

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सुरेश ओबेरॉय

सुरेश ओबेरॉय हिन्दी फ़िल्मों के एक अभिनेता हैं। इनका जन्म 17 दिसम्बर 1946 को ब्रिटिश भारत के क्वेटा (वर्तमान पाकिस्तान में) में 'विशाल कुमर ओबेरॉय' नामसे एक हिन्दू खत्री परिवार में हुआ| भारत के विभाजन के बाद पिता आनंद सरूप ओबेरॉय व माता करतार देवी के साथ अमृतसर से होते हैदराबाद पहुंचे| हिंदी फिल्म जगत में इन्होने चरित्र अभिनेता के रूप में अपनी पहचान बनाई है| इसका उदहारण फिल्म मिर्च मसाला में दिया, जिसपर इन्हें सन 1987 का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार अंतर्गत सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता पुरस्कार दिया गया| ये रूमानी एवं दार्शनिक कविता (शायरी, उर्दू में) का पठन व लेखन में भी रुचि रखते है| यदि आप इनसे किसी पंक्ति कहने में चूके तो उसे सुधार, उसके लेखक का नाम भी बता देते है| फिल्म यादों का मौसम का गीत "दिल में फिर तेरी यादों का मौसम" में गायिका अनुराधा पौडवाल के साथ कुछ पंक्तियाँ सुनाकर इसका परिचय दिया है| इसके अतिरिक्त मधुर व स्पष्ट स्वर के कारण ये कुछ एक कार्यक्रम व फिल्मों में सूत्रधार का भूमिका निभाये है| फ़िल्म अशोका (2001) के ये सूत्रधार थे| ज़ी टीवी कार्यक्रम 'जीना इसी का नाम है' के संचालक भी थे| .

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सुजाता (1959 फ़िल्म)

सुजाता १९५९ में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। इसके निर्माता व निर्देशक प्रसिद्ध बिमल रॉय थे तथा इस फ़िल्म में मुख्य भूमिका सुनील दत्त तथा नूतन ने निभाई थी। यह फ़िल्म भारत में प्रचलित छुआछूत की कुप्रथा को उजागर करती है। इस फ़िल्म की कहानी एक ब्राह्मण पुरुष और एक अछूत कन्या के प्रेम की कहानी है। इस फ़िल्म को १९५९ में फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। .

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स्मिता पाटिल

स्मिता पाटिल (जन्म: 17 अक्टूबर, 1955; निधन: 13 दिसम्बर, 1986) हिन्दी फ़िल्मों की एक अभिनेत्री हैं। भारतीय संदर्भ में स्मिता पाटिल एक सक्रिय नारीवादी होने के अतिरिक्त मुंबई के महिला केंद्र की सदस्य भी थीं। वे महिलाओं के मुद्दों पर पूरी तरह से वचनबद्ध थीं और इसके साथ ही उन्होने उन फिल्मो मे काम करने को प्राथमिकता दी जो परंपरागत भारतीय समाज मे शहरी मध्यवर्ग की महिलाओं की प्रगति उनकी कामुकता तथा सामाजिक परिवर्तन का सामना कर रही महिलाओं के सपनों की अभिवयक्ति कर सकें.

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स्वानन्द किरकिरे

स्वानन्द किरकिरे (जन्म १९७०) एक भारतीय गीतकार, पार्श्वगायक एवं लेखक होने के साथ-साथ हिन्दी सिनेमा एवं दूरदर्शन सीरियल कहानीकार, सहायक निर्देशक एवं डयलॉग लेखक हैं। किरकिरे को दो बार.

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हम दिल दे चुके सनम

हम दिल दे चुके सनम 1999 में बनी हिन्दी भाषा की नाटकीय प्रेमकहानी फ़िल्म है। इसका निर्देशन संजय लीला भंसाली ने किया है और मुख्य भूमिकाओं में सलमान खान, अजय देवगन और ऐश्वर्या राय हैं। इस फिल्म की कहानी वो सात दिन (1983) से मिलती है। इसका फिल्मांकन गुजरात और बुडापेस्ट, हंगरी में हुआ। जारी होने पर फिल्म सफल रही थी और इसने कई राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार और फिल्मफेयर पुरस्कार जीते थे। .

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हम हैं राही प्यार के

हम हैं राही प्यार के 1993 की महेश भट्ट द्वारा निर्देशित और ताहिर हुसैन द्वारा निर्मित हिन्दी भाषा की हास्य प्रेमकहानी फिल्म है। इसमें प्रमुख भूमिकाओं में आमिर खान और जूही चावला है। रिलीज होने पर, फिल्म ने जूही चावला के लिये फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार प्राप्त किया और फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म पुरस्कार भी पाया। .

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हमराज़ (1967 फ़िल्म)

हमराज़ 1967 में प्रदर्शित व बी आर चोपड़ा द्वारा निर्देशित रहस्यमयी रोमांचक हिन्दी फ़िल्म है। जिसमे सुनील दत्त, राज कुमार, विम्मी, मुमताज़ और बलराज साहनी जैसे सरीखे कलाकार मुख्य भूमिका मे है। .

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ज़ायरा वसीम

ज़ायरा वसीम भारतीय अभिनेत्री हैं। आमिर खान की फिल्म दंगल में उन्होने अभिनय किया है। .

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ज़ुबैदा (2001 फ़िल्म)

ज़ुबैदा 2001 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। इसे श्याम बेनेगल द्वारा निर्देशित किया गया है और खालिद मोहम्मद द्वारा इसकी कहानी लिखी गई है। इसमें करिश्मा कपूर, रेखा, मनोज वाजपेयी, सुरेखा सीकरी, रजत कपूर, लिलेट दुबे, अमरीश पुरी, फरीदा ज़लाल और शक्ति कपूर हैं। प्रसिद्ध संगीतकार ए आर रहमान ने फिल्म के लिए पृष्ठभूमि संगीत और साउंडट्रैक बनाया है। ज़ुबैदा त्रयी में समापन अध्याय है जो मम्मो (1994) से शुरू हुआ और सरदारी बेगम (1996) के साथ जारी रहा। यह फिल्म नाकामयाब अभिनेत्री जुबेदा बेगम के जीवन पर आधारित है, जिन्होंने जोधपुर रियासत के हनवंत सिंह से विवाह किया और फिल्म के लेखक की मां थीं। इस फिल्म ने हिंदी में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता और सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री (आलोचकों) के लिए करिश्मा कपूर को फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला। .

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जिस देश में गंगा बहती है

जिस देश में गंगा बहती है हिन्दी भाषा की एक फ़िल्म है जो १९६० में प्रदर्शित हुई थी। इस फ़िल्म के निर्देशक थे राधू कर्माकर और निर्माता राज कपूर थे। इस फ़िल्म को १९६० के फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म के अलावा तीन अन्य श्रेणियों में पुरस्कृत किया गया था। .

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घायल (फ़िल्म)

घायल वर्ष 1990 की निर्देशक राजकुमार संतोषी एवं निर्माता धर्मेन्द्र की एक्शन-ड्रामा आधारित फिल्म है। फिल्म में सनी देओल, मीनाक्षी शेषाद्री, अमरीश पुरी तथा राज बब्बर ने मुख्य भूमिकाएं निभाई है। फिल्म घायल को सात फिल्मफेयर पुरस्कार से नवाजा गया जिनमें यह सर्वश्रेष्ठ फिल्म से विजयी रही। फिल्म घायल के समकक्ष में आमिर खान की फिल्म दिल भी प्रतिस्पर्धा में रही, लेकिन बाॅक्स-ऑफिस में अपने श्रेष्ठ प्रदर्शन से 'सुपरहिट' दर्ज साबित हुई तथा वर्ष 1990 के बाॅलिवुड सिनेमा की सबसे ज्यादा वित्तीय लाभ देने में द्वितीय स्थान पर रही। फिल्म घायल को दक्षिण-भारतीय भाषा में भी पुनर्निर्माण किया गया जिनमें क्रमशः 1992 को भानुप्रिया के साथ भरथन नाम से तमिल संस्करण, फिर 1998 में श्रीकांथ अभिनीत 'गमयम' नाम से तेलुगु संस्करण और शिवराजकुमार एवं सुचित्रा कृष्णमूर्ति अभिनीत 'विश्वा' नाम से कन्नड़ संस्करण सम्मिलित रही। अभिनेता सनी देओल को विशेष ज्युरी अवार्ड के तौर पर राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार की ओर से सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का खिताब नवाजा गया। .

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वरुण ग्रोवर (लेखक)

वरुण ग्रोवर (जन्म 26 जनवरी, 1980) एक भारतीय हास्य अभिनेता, पटकथा लेखक और गीतकारहै.|उन्होंने  63 वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार (भारत) 2015-16  में सर्व-श्रेष्ठ गीतकार का पुरस्कार जीता।  .

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विशाल भारद्वाज

विशाल भारद्वाज भारतीय हिन्दी फिल्म उद्योग बॉलीवुड के एक प्रसिद्ध संगीतकार, गीतकार, पटकथा लेखक व निर्देशक हैं। उन्हे गॉडमदर और इश्किया के लिये सर्वश्रेष्ठ संगीत के राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। विशाल के शब्दों मे "गुलजार" उनके प्रेरणास्त्रोत रहे हैं। .

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वैभवी मर्चेंट

वैभवी मर्चेंट बॉलीवुड फिल्मों में एक भारतीय कोरियोग्राफर हैं। उन्हें काफी बॉलीवुड़ फिल्मों में अपने नाटकीय काम के लिए जाना जाता है। वह कोरियोग्राफर बी हीरालाल की पोती एवम श्रुति मर्चेंट की बड़ी बहन हैं। उन्होंने अपने कैरियर की शुरुआत अपने अंकल चिन्नी प्रकाश के सहायक के रूप में की। उसने अपने अभिनय की शुरुआत मलयालम फिल्म स्नेहपूर्वं अन्ना से की। उनका पहला एकल काम फिल्म हम दिल दे चुके सनम के गीत  "ढोल बाजे के लिए" कोरियोग्राफी करना था। अपने इस काम के लिए उन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला। उन्होंने अपने काम से एक छोटा विराम लिया और फिर २००१ में आई लगान फिल्म के गीत "'ओ री छोरी'" के साथ वापसी की। उन्होंने फिर बंटी और बबली फिल्म के कजरा रे गाने का नृत्य निर्देशन किया जिसने उन्हे कई पुरस्कार दिलवाये। उन्होंने सीमित संख्या में फिल्मों के गीतों का नृत्य निर्देशन जारी रखा, जैसे कि देवदास (२००२ की हिंदी फिल्म),बागबान, फ़िदा (२००४ फ़िल्म), धूम (२००४ फ़िल्म) (और इसके दो अगली कड़ियों के लिए), वीर ज़ारा,आजा नचले और रब ने बना दी जोड़ी। उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई संगीत "द मर्चेंट्स ऑफ़ बॉलीवुड", का भी नृत्य निर्देशन किया जो कि टोबी गफ द्वारा अपने परिवार के बारे में लिखा गया एक संगीत है। वह टेलीविजन डांस शो नच बलिए ३, झलक दिखला जा (सीजन ३), जरा नच के दिखा २, और जस्ट डांस की जज रह चुकी  हैं। .

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वैरामुत्तु

वैरामुत्तु (வைரமுத்து) (जन्म: 13 1953 जुलाई) एक पुरस्कार विजेता तमिल कवि और गीतकार हैं। निड़लगल (1980) फिल्म से शुरूआत करते हुए तथा 'पोनमलई पोड़ुडु' के लिए बोल लिखते हुए, यथा जनवरी 2009 अब उनके नाम 5800 गीतों का श्रेय है।.

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गाइड (1965 फ़िल्म)

गाइड 1965 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। यह भारत के प्रसिद्ध अंग्रेज़ी लेखक आर के नारायण के द गाइड नाम के उपन्यास पर आधारित है। .

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ओ माय गॉड (फिल्म)

ओएमजी ओ माय गॉड! 2012 की भारतीय कॉमेडी-ड्रामा फिल्म है। ये गुजराती मंच-नाटक कांजी विरुद्ध कांजी पर आधारित है। इसकी कहानी एक ऑस्ट्रेलियाई फिल्म द मैन हू स्युड गॉड (वो व्यक्ति जिसने भगवान पर मुकदमा किया) के समान है। यह उमेश शुक्ला द्वारा निर्देशित है। फिल्म में निर्णायक भूमिका में मिथुन चक्रवर्ती के साथ साथ मुख्य भूमिका में अक्षय कुमार और परेश रावल भी हैं। 20 करोड़ (यूएस $ 4.12 मिलियन) के बजट पर इसे बनाया गया है। 28 सितंबर 2012 को रिलीज़ होने के बाद फिल्म को आलोचकों से काफी प्रशंसा मिली और इसे एक ब्लॉकबस्टर फिल्म घोषित किया गया। तेलुगु में बने फिल्म के रीमेक में मुख्य भूमिका में गोपाल गोपाल, वैंकटेश और पवन कल्याण आदि हैं। .

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ओम पुरी

ओम पुरी हिन्दी फिल्मों के एक प्रसिद्ध अभिनेता थे। इनका जन्म 18 अक्टूबर 1950 में अम्बाला, पंजाब (अब हरियाणा) में हुआ। इन्होने ब्रिटिश तथा अमेरिकी सिनेमा में भी योगदान किया है। ये पद्मश्री पुरस्कार विजेता भी हैं, जोकि भारत के नागरिक पुरस्कारों के पदानुक्रम में चौथा पुरस्कार है। दिल का दौरा पड़ने के कारण 6 जनवरी 2017 को 66 साल की उम्र में इनका निधन हो गया। - नवभारत टाइम्स - 6 जनवरी 2016 .

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ओमकारा

ओमकारा (उर्दू: امکارا) वर्ष 2006 की अपराध-ड्रामा पर आधारित हिंदी भाषा की भारतीय फिल्म है, जिसे विशाल भारद्वाज ने निर्देशन एवं सह-लेखन किया है। फिल्म शेक्सपियर की कृति 'ओथेलो' का आधुनिक सिनेरूपांतरण है। मुख्य भूमिकाओं में अजय देवगन, सैफ अली खान, विवेक ओबराॅय एवं करीना कपूर के साथ सह-भूमिकाओं में नसीरुद्दीन शाह, कोंकणा सेन शर्मा और बिपाशा बसु सम्मिलित हैं। निर्देशक विशाल भारद्वाज ने संगीत निर्देशन के साथ फिल्म की पार्श्वसंगीत भी तैयार किया है, और गीत दिए है गुलजार ने। फिल्म की शुटआउट राज्य उत्तरप्रदेश के पश्चिमी प्रांत, मेरठ में की गई है। फिल्म को मारशे-ड्यु फिल्म सेक्शन के सहयोग से कांस फिल्म उत्सव में ट्रेलर प्रदर्शन के साथ फिल्म ओमकारा के निर्माण पर किताब का विमोचन भी हुआ। कायरो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म उत्सव में पर्दापर्ण के साथ ही भारद्वाज को बतौर सिनेमा निर्देशक का उत्कृष्ट कलात्मक सेवादान से शोभित किया गया। कारा फिल्म उत्सव में फिल्म को तीन पुरस्कार मिले फिर एशियन फेस्टिवल के प्रथम फिल्म के साथ तीन राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार एवं सात फिल्मफेयर पुरस्कार से भी विजयी हुई। भारद्वाज के लोकप्रिय शेक्सपियर के नाट्य-कृतियों के देशी रूपांतरण में यह उनका दूसरा संस्करण है। इससे पूर्व विशाल ने वर्ष 2003 में 'मकबूल' और 2014 में 'हैदर' का भी बतौर निर्माण-निर्देशन किया जो क्रमशः 'मेकबैथ' एवं 'हेमलेट' पर आधारित था। भारद्वाज ने अन्य कृतियों जैसे लेखक रस्किन बाॅण्ड की दो किताब पर आधारित क्रमशः 'द ब्लू अंब्रेला' और 'सात खून माफ' का भी निर्माण किया। .

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आनन्द (फ़िल्म)

आनन्द १९७१ में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। इस फ़िल्म के निर्माता, निर्देशक, लेखक एवं संपादक ऋषिकेश मुखर्जी हैं। इस फ़िल्म के मुख्य कलाकार राजेश खन्ना एवं अमिताभ बच्चन हैं। इस फ़िल्म को राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार में सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म के अलावा फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कारों में छः श्रेणियों में पुरस्कृत किया गया था। .

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आमिर ख़ान

आमिर खान (नस्तालीक़: عامر خان) (जन्म आमिर हुसैन खान; मार्च 14, 1965) एक भारतीय फ़िल्म अभिनेता, निर्माता, निर्देशक, पटकथा लिखनेवाले, कभी कभी गायक और आमिर खान प्रोडक्सनस के संस्थापक-मालिक है। अपने चाचा नासिर हुसैन की फ़िल्म यादों की बारात (1973) में आमिर खान एक बाल कलाकार की भूमिका में नज़र आए थे और ग्यारह साल बाद खान का करियर फ़िल्म होली (1984) से आरम्भ हुआ उन्हें अपने चचेरे भाई मंसूर खान के साथ फ़िल्म क़यामत से क़यामत तक (1988) के लिए अपनी पहली व्यवसायिक सफलता मिली और उन्होंने फ़िल्म में एक्टिंग के लिए फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ मेल नवोदित पुरस्कार (सर्वश्रेष्ठ नवोदित पुरूष कलाकार के लिए फ़िल्मफेयर पुरस्कार) जीता। पिछले आठ नामांकन के बाद 1980 और 1990 के दौरान, खान को राजा हिन्दुस्तानी (1996), के लिए पहला फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार मिला जो अब तक की उनकी एक बड़ी व्यवसायिक सफलता थी। उन्हें बाद में फिल्मफेयर कार्यक्रम में दूसरा सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार और लगान में उनके अभिनय के लिए 2001 में कई अन्य पुरस्कार मिले और अकादमी पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया। अभिनय से चार साल का सन्यास लेने के बाद, केतन मेहता की फ़िल्म द रायजिंग (2005) से खान ने वापसी की। २००७ में, वे निर्देशक के रूप में फ़िल्म तारे ज़मीन पर का निर्देशन किया, जिसके लिए उन्हें फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ निर्देशक पुरस्कार दिया गया। कई कॉमर्शियल सफल फ़िल्मों का अंग होने के कारण और बहुत ही अच्छा अभिनय करने के कारण, वे हिन्दी सिनेमा के एक प्रमुख अभिनेता बन गए हैं। .

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कमल हासन

कमल हासन (जन्म 7 नवम्बर 1954 को परमकुडी, मद्रास राज्य, भारत में) एक भारतीय फ़िल्म अभिनेता, पटकथा लेखक और फ़िल्म निर्माता, भारतीय सिनेमा के प्रमुख, किरदार को जीने वाले अभिनेताओं में से एक माने जाते हैं। कमल हासन, राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार और फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार सहित कई भारतीय फ़िल्म पुरस्कारों के विजेता के तौर पर जाने जाते हैं और उन्हें सर्वश्रेष्ठ विदेशी भाषा फ़िल्म के लिए अकादमी पुरस्कार प्रतियोगिता में भारत द्वारा प्रस्तुत सर्वाधिक फिल्मों वाले अभिनेता होने का गौरव प्राप्त है। अभिनय और निर्देशन के अलावा, वे एक पटकथा लेखक, गीतकार, पार्श्वगायक और कोरियोग्राफर हैं। उनकी फ़िल्म निर्माण कंपनी, राजकमल इंटरनेशनल ने उनकी कई फ़िल्मों का निर्माण किया। कमल हासन ने अपने 63वें जन्मदिन पर एक ऐप लॉन्च किया, जिसका नाम है 'मय्यम व्हिसल'.

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कल हो ना हो

कल हो ना हो 2003 में बनी हिन्दी भाषा की नाटकीय प्रेमकहानी फ़िल्म है। इस फ़िल्म के द्वारा निखिल आडवाणी ने निर्देशक के रूप में बॉलीवुड में पदार्पण किया। इस फिल्म में जया बच्चन, शाहरुख खान, सैफ अली खान और प्रीति जिंटा प्रमुख भूमिका में हैं, जिसमें सुषमा सेठ, रीमा लागू, लिलेट दुबे और डेलनाज़ पॉल भूमिकाओं का समर्थन करते हैं। धर्मा प्रोडक्शन्स के बैनर तले बनी इस फ़िल्म को यश जौहर एवं करण जौहर ने निर्माण किया। सगीत शंकर एहसान लॉय ने दिया और गीत जावेद अख्तर ने लिखे। फिल्म को सकारात्मक आलोचनात्मक प्रतिक्रिया मिली और यह व्यावसायिक रूप से साल की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली भारतीय फिल्म बनी थी। इसने 2004 में दो राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, आठ फिल्मफेयर पुरस्कार, तेरह अंतर्राष्ट्रीय भारतीय फ़िल्म अकादमी पुरस्कार, तीन स्टार स्क्रीन पुरस्कार और दो ज़ी सिने पुरस्कार जीते। .

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क़यामत से क़यामत तक

कयामत से कयामत तक सन् 1988 की हिन्दी भाषा की प्रेमकहानी फ़िल्म है। इसका निर्देशन मंसूर खान ने किया है और निर्माण उनके पिता नासिर हुसैन ने किया है। इसमें नासिर के भतीजे और मंसूर के चचेरे भाई आमिर खान और जूही चावला मुख्य भूमिकाओं में हैं। फिल्म आलोचनात्मक प्रशंसा के साथ जारी हुई थी और यह एक बड़ी व्यावसायिक सफलता भी थी। इसने आमिर और जूही को बेहद लोकप्रिय सितारों में बदल दिया था। इसकी कहानी आधुनिक रूप में रची गई दुखद रूमानी कहानियों लैला और मजनू, हीर राँझा और रोमियो और जूलियट पर आधारित है। क़यामत से क़यामत तक हिंदी सिनेमा के इतिहास में एक मील का पत्थर थी। 1990 के दशक में हिंदी सिनेमा को परिभाषित करने वाली संगीतमय रोमांस फिल्मों की रूपरेखा इसी को माना जाता है। आनंद-मिलिंद द्वारा रचित, फिल्म का साउंडट्रैक समान रूप से सफल और लोकप्रिय था। इसने सर्वश्रेष्ठ मनोरंजन प्रदान करने वाली सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और सर्वश्रेष्ठ फिल्म और सर्वश्रेष्ठ निदेशक सहित ग्यारह नामांकनों से आठ फिल्मफेयर पुरस्कार जीते। .

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क्रान्तिवीर

क्रान्तिवीर 1994 में बनी हिन्दी भाषा की अपराधिक पृष्ठभूमि की एक्शन फिल्म है। इसका निर्देशन मेहुल कुमार ने किया और फिल्म में नाना पाटेकर, डिंपल कपाड़िया, अतुल अग्निहोत्री, ममता कुलकर्णी, डैनी डेन्जोंगपा और परेश रावल प्रमुख भूमिका निभाते हैं। यह वर्ष की तीसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बन गई, इसके अलावा इसने तीन स्टार स्क्रीन पुरस्कार, चार फिल्मफेयर पुरस्कार और एक राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता। .

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कोरा कागज़ (1974 फ़िल्म)

लता मंगेशकर- कोरा कागज़ की पार्श्व गायिका कोरा कागज़ (अंग्रेजी: Blank paper) 1974 में बनी हिन्दी फिल्म है। यह प्रमुख अभिनेत्री सुचित्रा सेन द्वारा अभिनीत बांगला फिल्म सात पाके बंधा (1963) का हिन्दी रूपांतरण है। .

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कोंकणा सेन शर्मा

कोंकणा सेन शर्मा (কঙ্কনা সেন শর্মা(2कोंग्कोना शेन शोर्मा, हिंदी:कोंकणा सेन शर्मा), का जन्म 3 दिसम्बर 1979 को हुआ था, वह एक भारतीय अभिनेत्री हैं। वह फिल्म निर्माता और अभिनेत्री अपर्णा सेन की बेटी हैं। शर्मा मुख्यतया भारतीय कलागृहों और स्वतंत्र फिल्मों में दिखती हैं और अपने क्षेत्र में उनकी उपलब्धियों ने उन्हें समकालीन समानांतर सिनेमा में एक उत्कृष्ट अभिनेत्री के रूप में स्थापित कर दिया है। इन्होने फिल्म इंदिरा (1983) से एक बाल कलाकार के रूप में शुरुआत की थी, कोंकणा ने एक वयस्क अभिनेत्री के रूप में शुरुआत बंगाली फिल्म एक जे आछे कन्या (2000) से की। पहली बार अंग्रेजी फिल्म मिस्टर एंड मिसेज़ अय्यर (2002) द्वारा लोगों का ध्यान उनकी ओर गया, इस फिल्म का निर्देशन उनकी माँ ने किया था और इस फिल्म में अपने अभिनय के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी मिला। इन्हें नाटकीय फिल्म पेज 3 (2005) के द्वारा दर्शकों के बीच व्यापक पहचान मिली और तब से वह कई फिल्मों में अभिनय कर चुकी हैं, जिनमे से अधिकांश के लिए उन्हें व्यवसायिक सफलता से अधिक आलोचनात्मक प्रसंशा मिली। उन्हें फिल्म ओमकारा (2006) और लाइफ इन ए मेट्रो (2007) के लिए लगातार दो बार सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का फिल्मफेयर पुरस्कार मिला। ओमकारा में अपने अभिनय के लिए उन्हें दूसरी बार सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री की श्रेणी में राष्ट्रीय पुरस्कार मिला. .

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अनिल कपूर

अनिल कपूर (जन्म: 24 दिसंबर, 1959) हिन्दी फ़िल्मों के एक प्रसिद्ध अभिनेता हैं। .

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अनुभव (1971 फ़िल्म)

अनुभव 1971 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। प्रसिद्द निर्देशक बासू भट्टाचार्य द्वारा निर्मित फिल्म जिसमे संजीव कुमार, तनुजा और दिनेश ठाकुर मुख्य भूमिका निभाये| यह निर्देशक की, शहरी जीवनशैली के कारण गृहस्थ जीवन में तनाव को दर्शाता, विश्लेषकत्रय में से है जिसके अन्य फ़िल्में है आविष्कार (1973) और गृहप्रवेश (1979)| आगे चलकर फिल्म जगत में यह एक प्रमुख विषय रहा| .

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अमित त्रिवेदी

अमित त्रिवेदी बॉलीवुड फ़िल्मों में कार्यरत एक भारतीय वादक, रिकार्ड निर्माता, गायक, संगीतकार, गीतकार। थिएटर, विज्ञापनों, एवं गैर-फ़िल्मी एल्बमों में संगीतकार के रूप में कार्य करने के बाद हिंदी फिल्मों में संगीतकार के रूप में उनकी शुरुआत २००८ में फिल्म 'आमिर' से हुई। वर्ष २००९ में 'देव डी' में संगीत देने के लिए उन्हें अपार ख्याति के साथ ही उन्हें २०१० के 'सर्वश्रेष्ठ संगीतकार' का राष्ट्रीय पुरस्कार भी प्राप्त हुआ। .

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अमिताभ बच्चन

अमिताभ बच्चन (जन्म-११ अक्टूबर, १९४२) बॉलीवुड के सबसे लोकप्रिय अभिनेता हैं। १९७० के दशक के दौरान उन्होंने बड़ी लोकप्रियता प्राप्त की और तब से भारतीय सिनेमा के इतिहास में सबसे प्रमुख व्यक्तित्व बन गए हैं। बच्चन ने अपने करियर में कई पुरस्कार जीते हैं, जिनमें तीन राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार और बारह फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार शामिल हैं। उनके नाम सर्वाधिक सर्वश्रेष्ठ अभिनेता फ़िल्मफेयर अवार्ड का रिकार्ड है। अभिनय के अलावा बच्चन ने पार्श्वगायक, फ़िल्म निर्माता और टीवी प्रस्तोता और भारतीय संसद के एक निर्वाचित सदस्य के रूप में १९८४ से १९८७ तक भूमिका की हैं। इन्होंने प्रसिद्द टी.वी.

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अलका याज्ञिक

अलका याज्ञिक भारतीय सिनेमा की एक प्रसिद्ध पार्श्वगायिका हैं। वे हिंदी सिनेमा में तीन दशकों तक अपनी गायकी के लिए विख्यात हैं। हिंदी सिनेमा में वे सबसे ज्यादा गाने रिकॉर्ड करने वाली पांचवी पार्श्वगायिका हैं। उन्हें फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका पुरस्कार के ३६ नामांकनों में से ७ बार पुरस्कार मिल चुका है जो कि खुद में एक रिकॉर्ड है। उन्हें दो राष्ट्रीय पुरस्कार भी प्राप्त है। साथ ही उनके २० गाने बीबीसी के "बॉलीवुड के श्रेष्ठ ४० सदाबहार साउंडट्रैक" में शामिल हैं। उनके कुछ हिट गानों में से हैं — "कुछ कुछ होता है", "टिप टिप बरसा पानी", "परदेसी परदेसी", "छम्मा छम्मा", "पूछो ज़रा पूछो", "एक दो तीन", "चाँद छुपा बादल में", "लाल दुपट्टा", "मुझको राणाजी" और "बाज़ीगर ओ बाज़ीगर"। .

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अजय देवगन

अजय देवगन (जन्म: 2 अप्रैल, 1969) भारतीय हिन्दी फ़िल्म उद्योग बॉलीवुड के एक जाने माने अभिनेता, फिल्म निर्माता और निर्देशक हैं। उन्होने अपना फ़िल्मी सफर वर्ष १९९१ की फ़िल्म फूल और काँटे से शुरु किया। १९९९ में उन्हे महेश भट्ट निर्देशित फ़िल्म जख्म और २००२ में राजकुमार संतोषी निर्देशित फ़िल्म द लेजेंड ऑफ भगत सिंह के लिये सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार प्राप्त हो चुका है। .

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अजॉय चक्रबर्ती

पण्डित अजॉय चक्रबर्ती (जन्म: २५ दिसम्बर १९५२) एक प्रतिष्ठित भारतीय हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीतकार, गीतकार, गायक और गुरु हैं। उन्हें हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीतकारी के विशिष्ठ व्यक्तित्वों में गिना जाता है। पटियाला कसूर घराना उनकी विशेष दक्षता है, तथा वे मूलतः उस्ताद बड़े ग़ुलाम अली साहब और उस्ताद बरकत अली खान की गायकी का प्रतिनिधित्व करता हैं। तथा हिन्दुस्तानी शास्त्रीय परम्परा के अन्य घराने, जैसे इंदौर, दिल्ली, जयपुर, ग्वालियर, आगरा, किराना, रामपुर तथा दक्षिण भारतीय कर्नाटिक संगीत की शैलियों का भी इनकी गायिकी पर प्रभाव पड़ता है। .

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अंजलि मेनन

अंजलि मेनन एक भारतीय फिल्म निर्देशक और पटकथा लेखक है जिन्होंने फिचर फिल्म मंजदिकुरु (मलयालम: മഞ്ചാടിക്കുരു, अंग्रेजी: Lucky Red Seeds) से अपने लेखन की शुरुआत की थी इसके लिए उन्हें सर्वश्रेष्ट मलयालम फिल्म और सर्वश्रेष्ठ भारतीय पर्दापण के लिए एफ०आई०पी०आर०ई०एस०सी०आई० (FIPRESCI) पुरस्कार मिला था। उनकी दूसरी फीचर फिल्म बैंगलोर डेज हैं और उन्होंने गंभीर और व्यावसायिक रूप से प्रशंसित उस्ताद होटल को भी लिखा है। वह दुबई में बड़ी हुई तथा पुणे विश्वविद्यालय से उन्होंने संचार अध्ययन में स्नातक किया। अंजलि २००३ में लंदन फिल्म स्कूल से फिल्म के संपादन, निर्देशन और निर्देशन में भेद सम्मान के साथ स्नातक की उपाधि प्राप्त की। उनकी स्नातक फिल्म ब्लैक नॉर व्हाइट, जिसमें रेज केम्टन और आर्की पंजाबी ने अभिनय किया तथा जिसमें आसीफ कापडिया कार्यकारी निर्माता थे को पाम स्प्रिंग्स इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में प्रीमियर किया गया था। मेनन ने भारत, मध्य पूर्व और ब्रिटेन में लघु कथा और दस्तावेजी परियोजनाओं के साथ अपना करियर को शुरू किया। २००६ में उन्होने विनोद मेनन के साथ लिटिल फिल्म्स इंडिया की शुरुआत की। मेनन अपने पटकथाओं के साथ-साथ मॉनसून फिस्ट (लघु कहानीयों का एक संग्रह) के भी प्रकाशित लेखिका हैं। वह मुंबई में अपने पति और पुत्रों के साथ रहती है। .

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अंजली पाटिल

अंजलि पाटिल (जन्म: 26 सितम्बर 1987) एक भारतीय फिल्म अभिनेत्री हैं। यह हिन्दी फिल्मों के साथ साथ मराठी, तेलुगू, मलयालम, कन्नड, सिंहली और अंग्रेज़ी फिल्में भी कर चुकी हैं। इन्होंने अपने अभिनय सफर की शुरुआत 2011 में एक हिन्दी फिल्म दिल्ली इन ए डे से की थी। जिसमें यह रोहिणी नामक लड़की का किरदार निभा रही थीं। इन्हें पहला पुरस्कार 2013 में एक तेलुगू फिल्म ना बंगारु तल्ली के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला था। .

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उपकार (1967 फ़िल्म)

उपकार 1967 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है जिसका निर्देशन मनोज कुमार ने किया है। इसी फ़िल्म से मनोज कुमार की भारत कुमार की छवि बनी थी। इस फ़िल्म को छ: फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था। .

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२००९

२००९ ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। वर्ष २००९ बृहस्पतिवार से प्रारम्भ होने वाला वर्ष है। संयुक्त राष्ट्र संघ, यूनेस्को एवं आइएयू ने १६०९ में गैलीलियो गैलिली द्वारा खगोलीय प्रेक्षण आरंभ करने की घटना की ४००वीं जयंती के उपलक्ष्य में इसे अंतर्राष्ट्रीय खगोलिकी वर्ष घोषित किया है। .

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65वें राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार

65वें राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार समारोह एक आगामी घटना है, जिसमें फ़िल्म समारोह निदेशालय द्वारा भारतीय सिनेमा में 2017 की सर्वश्रेष्ठ फिल्मों का सम्मान करने के लिए वार्षिक राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्रस्तुत किये जायेंगे। 13 अप्रैल 2018 को इन पुरस्कारों की घोषणा हुई, और पुरस्कार समारोह 3 मई 2018 को आयोजित किया जाएगा। .

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