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मुल्कराज आनंद

सूची मुल्कराज आनंद

मुल्कराज आनंद भारत में अंग्रेज़ी साहित्य के क्षेत्र के प्रख्यात लेखक थे। मुल्कराज आनंद का जन्म १२ दिसम्बर १९०५ को पेशावर में हुआ था जो अब पाकिस्तान में है। उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ़ लंदन तथा केंब्रिज विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर पीएचडी की उपाधि हासिल की.

10 संबंधों: मार्निंग फ़ेस, साहित्य अकादमी पुरस्कार अंग्रेज़ी, साहित्य अकादमी फ़ैलोशिप, सोहन कादरी, हिन्दी पुस्तकों की सूची/च, हिन्दी पुस्तकों की सूची/अ, ज्ञानपीठ पुरस्कार, आर के नारायण, अनटचेबल, १९६७ में पद्म भूषण धारक

मार्निंग फ़ेस

मार्निंग फ़ेस अंग्रेज़ी भाषा के विख्यात साहित्यकार मुल्कराज आनंद द्वारा रचित एक उपन्यास है जिसके लिये उन्हें सन् 1971 में अंग्रेज़ी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

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साहित्य अकादमी पुरस्कार अंग्रेज़ी

साहित्य अकादमी पुरस्कार एक साहित्यिक सम्मान है जो कुल २४ भाषाओं में प्रदान किया जाता हैं और अंग्रेज़ी भाषा इन में से एक भाषा हैं। .

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साहित्य अकादमी फ़ैलोशिप

साहित्य अकादमी फ़ैलोशिप भारत की साहित्य अकादमी द्वारा प्रदान किया जानेवाला सर्वोच्च सम्मान है। .

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सोहन कादरी

सोहन कादरी (2 नवम्बर 1932 - 1 मार्च 2011) भारत के एक योगी, कवि चित्रकार हैं, जो अपनी जिंदगी के आखरी 30 साल कोपेनहेगन में रहे। उनकी चित्रकारी गहरे ध्यान की विभिन्न अवस्थाओं के परिणाम हैं, जिनमें भारत के रंगों: चमकदार, रंगों से सराबोर कार्यों को सावधानी से बनाये गये दांतेदार कागज पर उकेरा गया है। अपने लंबे करियर के दौरान, कादरी ने सुरियिलस्ट (कला और साहित्य के क्षेत्र में चला 22 वीं सदी का एक आंदोलन) चित्रकार रेने मैग्रीटी, नोबेल पुरस्कार विजेता हेनरिक बॉल और वास्तुकार ले कुरबिजियर सहित व्यापक दायरे की सांस्कृतिक हस्तियों वैचारिक आदान-प्रदान किया। बॉल ने एक समय कहा था, "अपने चित्र के साथ सोहन कादरी ध्यान शब्द को उसकी फैशनेबल रुचि से मुक्त करते हैं और इसे इसके उचित मूल तक वापस लाते हैं।" संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोप, एशिया और अफ्रीका में उनकी 70 से भी अधिक प्रदर्शनियां लगीं.

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हिन्दी पुस्तकों की सूची/च

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हिन्दी पुस्तकों की सूची/अ

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ज्ञानपीठ पुरस्कार

पुरस्कार-प्रतीकः वाग्देवी की कांस्य प्रतिमा ज्ञानपीठ पुरस्कार भारतीय ज्ञानपीठ न्यास द्वारा भारतीय साहित्य के लिए दिया जाने वाला सर्वोच्च पुरस्कार है। भारत का कोई भी नागरिक जो आठवीं अनुसूची में बताई गई २२ भाषाओं में से किसी भाषा में लिखता हो इस पुरस्कार के योग्य है। पुरस्कार में ग्यारह लाख रुपये की धनराशि, प्रशस्तिपत्र और वाग्देवी की कांस्य प्रतिमा दी जाती है। १९६५ में १ लाख रुपये की पुरस्कार राशि से प्रारंभ हुए इस पुरस्कार को २००५ में ७ लाख रुपए कर दिया गया जो वर्तमान में ग्यारह लाख रुपये हो चुका है। २००५ के लिए चुने गये हिन्दी साहित्यकार कुंवर नारायण पहले व्यक्ति थे जिन्हें ७ लाख रुपए का ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त हुआ। प्रथम ज्ञानपीठ पुरस्कार १९६५ में मलयालम लेखक जी शंकर कुरुप को प्रदान किया गया था। उस समय पुरस्कार की धनराशि १ लाख रुपए थी। १९८२ तक यह पुरस्कार लेखक की एकल कृति के लिये दिया जाता था। लेकिन इसके बाद से यह लेखक के भारतीय साहित्य में संपूर्ण योगदान के लिये दिया जाने लगा। अब तक हिन्दी तथा कन्नड़ भाषा के लेखक सबसे अधिक सात बार यह पुरस्कार पा चुके हैं। यह पुरस्कार बांग्ला को ५ बार, मलयालम को ४ बार, उड़िया, उर्दू और गुजराती को तीन-तीन बार, असमिया, मराठी, तेलुगू, पंजाबी और तमिल को दो-दो बार मिल चुका है। .

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आर के नारायण

आर के नारायण (अक्टूबर 10, 1906- मई 13, 2001) का पूरा नाम रासीपुरम कृष्णस्वामी अय्यर नारायणस्वामी था। नारायण अंग्रेजी साहित्य के भारतीय लेखकों में तीन सबसे महान् उपन्यासकारों में गिने जाते हैं। मुल्कराज आनंद तथा राजा राव के साथ उनका नाम भारतीय अंग्रेजी लेखन के आरंभिक समय में 'बृहत्त्रयी' के रूप में प्रसिद्ध है। मुख्यतः उपन्यास तथा कहानी विधा को अपनाते हुए उन्होंने विभिन्न स्तरों तथा रूपों में मानवीय उत्थान-पतन की गाथा को अभिव्यक्त करते हुए अपने गंभीर यथार्थवाद के माध्यम से रचनात्मक कीर्तिमान स्थापित किया है। .

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अनटचेबल

अनटचेबल (अछूत) 1935 में प्रकाशित मुल्क राज आनंद का उपन्यास है। इस उपन्यास ने आनंद को भारत के प्रमुख अंग्रेजी लेखकों में से एक के रूप में स्थापित किया। इस पुस्तक की प्रेरना था उसकी चाची का अनुभव था जब वह एक मुस्लिम महिला के साथ भोजन कर चुकी थी और उसके परिवार द्वारा उसे निर्वासित माना जाता था। आनंद की इस पहली किताब की कहानी, जाति व्यवस्था को खत्म करने के तर्क के गिर्द घूमती है।  यह एक युवा "स्वीपर" बाखा के जीवन में एक दिन को दर्शाता है, जो शौचालयों की सफाई के अपने काम के कारण "अछूत" है।  .

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१९६७ में पद्म भूषण धारक

पद्म भूषण पदक श्रेणी:पद्म भूषण.

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