लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
इंस्टॉल करें
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

मुद्रा (करेंसी)

सूची मुद्रा (करेंसी)

---- विभिन्न देशों की मुद्राएँ मुद्रा (currency, करन्सी) पैसे या धन के उस रूप को कहते हैं जिस से दैनिक जीवन में ख़रीद और बिक्री होती है। इसमें सिक्के और काग़ज़ के नोट दोनों आते हैं। आमतौर से किसी देश में प्रयोग की जाने वाली मुद्रा उस देश की सरकारी व्यवस्था द्वारा बनाई जाती है। मसलन भारत में रुपया व पैसा मुद्रा है जिसके सिक्के व नोट भारतीय सरकार द्वारा जारी किए जाते हैं। भारत एक ऐसा देश है जहाँ रुपया का उन्मूलन हुआ है १९७८ में देश के प्रधान मंत्री मोरारजी देसाई ने सबसे पहले देश में एक हजार का नोट बंद किया जिससे काला धन को साफ़ किया जा सके और २०१६ में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ५०० और १००० के नोट बंद कर देश के धन का उन्मूलन किया। .

7 संबंधों: पाउंड (मुद्रा), बहुमूल्य धातु, मुद्रा (भाव भंगिमा), मेक्सिकन पेसो, रोकड़, वस्तु विनिमय, विनिमय

पाउंड (मुद्रा)

 पाउंड कुछ देशों की मुद्रा की इकाई है। इस शब्द की उत्पत्ति हुई ग्रेट ब्रिटेन में एक पाउंड (वजन) चाँदी से । शब्द पाउंड  (pound) लैटिन शब्द पोंडो (pondo) का अंग्रेज़ी अनुवः है, जिसका मतलब है "तराजू पर तोला गया" और रोमन साम्राज्य के खाते की इकाई थी।.

नई!!: मुद्रा (करेंसी) और पाउंड (मुद्रा) · और देखें »

बहुमूल्य धातु

क़ीमती धातु (Precious metal) ऐसी रासयनिक धातु तत्व होती है जो प्रकृति में दुर्लभ हो और आर्थिक रूप से बहुमूल्य हो। रासायनिक दृष्टि से क़ीमती धातु अन्य तत्वों से कम अभिक्रिया (रियैक्शन) करते हैं। अन्य धातुओं की तुलना में यह अक्सर अधिक चमकीले होते हैं और अधिक मुलायम होने के कारण इन्हें खींचना या मनचाहा आकार देना भी आसान होता है। इन्हें इतिहास में मुद्रा के रूप में बहुत प्रयोग किया गया है लेकिन आधुनिक काल में इन्हें आभूषण, निवेश और औद्योगिक प्रयोगों में ज़्यादा लगाया जाता है। क़ीमती धातुओं में सोना, चाँदी, प्लैटिनम और पैलेडियम अधिक विख्यात हैं, हालांकि कई अन्य धातुएँ भी इस गुट में आती हैं। .

नई!!: मुद्रा (करेंसी) और बहुमूल्य धातु · और देखें »

मुद्रा (भाव भंगिमा)

---- एक मुद्रा (संस्कृत: मुद्रा, (अंग्रेजी में: "seal", "mark," या "gesture")) हिंदू धर्म और बौद्ध धर्म में एक प्रतीकात्मक या आनुष्ठानिक भाव या भाव-भंगिमा है। जबकि कुछ मुद्राओं में पूरा शरीर शामिल रहता है, लेकिन ज्यादातर मुद्राएं हाथों और उंगलियों से की जाती हैं। एक मुद्रा एक आध्यात्मिक भाव-भंगिमा है और भारतीय धर्म तथा धर्म और ताओवाद की परंपराओं के प्रतिमा शास्त्र व आध्यात्मिक कर्म में नियोजित प्रामाणिकता की एक ऊर्जावान छाप है। नियमित तांत्रिक अनुष्ठानों में एक सौ आठ मुद्राओं का प्रयोग होता है। योग में, आम तौर पर जब वज्रासन की मुद्रा में बैठा जाता है, तब सांस के साथ शामिल शरीर के विभिन्न भागों को संतुलित रखने के लिए और शरीर में प्राण के प्रवाह को प्रभावित करने के लिए मुद्राओं का प्रयोग प्राणायाम (सांस लेने के योगिक व्यायाम) के संयोजन के साथ किया जाता है। नवंबर 2009 में राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी में प्रकाशित एक शोध आलेख में दिखाया गया है कि हाथ की मुद्राएं मस्तिष्क के उसी क्षेत्र को उत्तेजित या प्रोत्साहित करती हैं जो भाषा की हैं। .

नई!!: मुद्रा (करेंसी) और मुद्रा (भाव भंगिमा) · और देखें »

मेक्सिकन पेसो

मेक्सिकन पेसो (चिह्न: $; कोड: MXN) मेक्सिको का मुद्रा है। आधुनिक पेसो और डॉलर मुद्राओं का मूल 15 वीं–19 वीं सदी के स्पेनी डॉलर में है, और ज़्यादातर अब भी "$" चिह्न का प्रयोग करते हैं।  मेक्सिकन पेसो 8वाँ सबसे अधिक कारोबारित मुद्रा है, और  महाअमेरिका में तीसरे स्थान पर है (अमेरिकी डॉलर और कनाडाई डॉलर के बाद), लैटिन अमेरिका का सर्वप्रथम।  इसका वर्तमान आईएसओ 4217 कोड है MXN; 1993 के पुनर्मूल्यांकन (नीचे देखें) से पहले कोड था MXP। पेसो को 100 सेंट  विभाजित किया जाता है, जिसका चिह्न "¢" है। 27 मई, 2016 में पेसो की विनिमय दर था $20.55 प्रति यूरो और $18.49 प्रति अमेरिकी डॉलर। .

नई!!: मुद्रा (करेंसी) और मेक्सिकन पेसो · और देखें »

रोकड़

अर्थशास्त्र में रोकड़ या नकदी मुद्रा के भौतिक रूप में धन को कहते है, जैसे बैंक के नोट और सिक्के। बही-खाता और वित्त में रोकड़ चालू परिसंपत्‍ति है जिसमें मुद्रा या मुद्रा समकक्ष शामिल होते हैं जिन्हें तुरंत उपयोग किया जा सकता हैं। नकदीविहीन समाज अवधारणा है जहाँ नकदी का प्रयोग शून्य या न्यूनतम हो। .

नई!!: मुद्रा (करेंसी) और रोकड़ · और देखें »

वस्तु विनिमय

जब किसी एक वस्तु या सेवा के बदले दूसरी वस्तु या सेवा का लेन-देन होता है तो इसे वस्तु विनिमय (Bartering) कहते हैं। जैसे एक गाय लेकर १० बकरियाँ देना। इस पद्धति में विनिमय की सार्वजनिक (सर्वमान्य) इकाई अर्थात मुद्रा (रूपये-पैसे) का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। मुद्रा के प्रादुर्भाव के पहले सारा लेन-देन (विनिमय) वस्तु-विनिमय के रूप में ही होता था। आजकल भी मौद्रिक संकट की स्थितियों में (जब मुद्रा का मान बहुत परिवर्तनशील हो; महंगाई के कारण मुद्रा का बहुत ही अवमूल्यन हो गया हो) वस्तु-विनिमय का सहारा लिया जाता है। कुछ अन्तरजालीय स्थलों जैसे क्रैग्स्लिस्ट (Craigslist) आदि पर भी वस्तु-विनिमय ही चलता है। श्रेणी:अर्थशास्त्र श्रेणी:व्यापार.

नई!!: मुद्रा (करेंसी) और वस्तु विनिमय · और देखें »

विनिमय

विनिमय का अर्थ है किसी वस्तु के बदले किसी दूसरी वस्तु का आदान-प्रदान करना। जब हम किसी वस्तु के बदले दूसरी वास्तु देते या प्राप्त करते हैं तो वह विनिमय कार्य कहलाता हैं। विनिमय को दो वर्गों में विभाजित किया गया हैं। विनिमय अर्थशास्त्र विषय की विषय सामग्री है। .

नई!!: मुद्रा (करेंसी) और विनिमय · और देखें »

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »