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मानी धर्म

सूची मानी धर्म

तारिम द्रोणी में मिली इस पांडुलिपि में मानी धर्म के पुजारी अपने मेज़ों पर बैठे लिख रहे हैं मानी धर्म (फ़ारसी:, आईन-ए-मानी; अंग्रेजी: Manichaeism) एक प्राचीन धर्म था जो ईरान के सासानी साम्राज्य के अधीन बेबीलोनिया क्षेत्र में शुरू होकर मध्य एशिया और उसके इर्द-गिर्द के इलाक़ों में बहुत विस्तृत हो गया। इसकी स्थापना मानी (२१६-२७६ ईसवी अनुमानित) नामक एक मसीहा ने की थी और इसमें बौद्ध धर्म, ज़रथुष्टी धर्म और ईसाई धर्म के बहुत से तत्वों का मिश्रण था। मानी की लिखाईयाँ पूर्ण रूप से तो नहीं बची लेकिन उनके बहुत से अंश और भाषांतरित प्रतियाँ अभी भी उपलब्ध हैं। यह धर्म तीसरी से सातवी शताब्दी ईसवी तक चला और अपने चरम पर विश्व के सबसे मुख्य धर्मों में से एक था। उस समय यह चीन से लेकर रोम तक विस्तृत था।, Michel Tardieu, University of Illinois Press, 2009, ISBN 978-0-252-03278-3,...

4 संबंधों: मर्व, मानी, सोग़दाई भाषा, उईग़ुर ख़ागानत

मर्व

मर्व के प्राचीन खँडहर सुलतान संजर का मक़बरा मर्व (अंग्रेज़ी: Merv, फ़ारसी:, रूसी: Мерв) मध्य एशिया में ऐतिहासिक रेशम मार्ग पर स्थित एक महत्वपूर्ण नख़लिस्तान (ओएसिस) में स्थित शहर था। यह तुर्कमेनिस्तान के आधुनिक मरी नगर के पास था। भौगोलिक दृष्टि से यह काराकुम रेगिस्तान में मुरग़ाब नदी के किनारे स्थित है। कुछ स्रोतों के अनुसार १२वीं शताब्दी में थोड़े से समय के लिए मर्व दुनिया का सबसे बड़ा शहर था। प्राचीन मर्व के स्थल को यूनेस्को ने एक विश्व धरोहर घोषित कर दिया है। .

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मानी

मानी मानी (सीरियाई: ܡܐܢܝ ܚܝܐ, मानी हय्या, अर्थ: जीवित मानी; अंग्रेज़ी: Mani; यूनानी: Μάνης, मानेश; जन्म: २१६ ईसवी अनुमानित; मृत्यु: २७६ ईसवी) एक ईरानी मूल का धर्म-संस्थापक था जिसने मानी धर्म की स्थापना करी। यह धर्म किसी ज़माने में मध्य एशिया, ईरान और अन्य क्षेत्रों में बहुत फैला हुआ था लेकिन समय के साथ-साथ पूरी तरह ख़त्म हो गया। मानी का जन्म पार्थिया के अधीन असुरिस्तान (असीरिया) क्षेत्र में हुआ था और मृत्यु सासानी साम्राज्य के गुंद-ए-शापूर (Gundeshapur) शहर में हुई। उसने सीरियाई भाषा में छह प्रमुख धार्मिक रचनाएँ लिखी और एक शापूरगान नामक कृति ईरान के शाह, शापूर प्रथम, को समर्पित करते हुए मध्य फ़ारसी में लिखी।, Gale Research, 1998, ISBN 978-0-7876-2550-4,...

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सोग़दाई भाषा

मानी धर्म से सम्बंधित एक सोग़दाई में लिखा पृष्ठ सोग़दाई या सोग़दी (फ़ारसी:, अंग्रेज़ी: Sogdian) एक पूर्वी ईरानी भाषा थी जो प्राचीनकाल में मध्य एशिया के सोग़दा क्षेत्र में बोली जाती थी। यह क्षेत्र आधुनिक उज़्बेकिस्तान और ताजिकिस्तान में स्थित है। ९वीं सदी तक यह भाषा लुप्त हो चुकी थी, हालांकि आधुनिक काल में यग़नोबी नामक एक पूर्वी ईरानी भाषा जीवित है जो सोग़दाई भाषा की वंशज है। तुरफ़ान और दूनहुआंग में मिली लिखाईयों में सोग़दाई लिखाईयाँ भी मिली हैं, जिनमें कई बौद्ध धर्म, मानी धर्म और ईसाई धर्म से सम्बंधित हैं।, Anton Baumstark, Liturgical Press, 2011, ISBN 978-0-8146-6096-6,...

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उईग़ुर ख़ागानत

उइग़ुर ख़ागानत ८२० ईसवी में दुनिया के नक़्शे पर उइग़ुर ख़ागानत (ऊपर-दाई तरफ़ ख़ाकी रंग में) उइग़ुर ख़ागानत (उइग़ुर:, उरख़ुन उइग़ुर ख़ानलिक़ी; मंगोल: Уйгурын хаант улс, उइग़ुरिन ख़ान्त उल्स; चीनी: 回鶻, हुइहु; अंग्रेज़ी: Uyghur Khaganate), जिसे तोक़ुज़ ओग़ुज़ देश (Toquz Oghuz Country) भी कहा जाता था, एक तुर्की ख़ागानत (साम्राज्य) था जो ७४४ ईसवी से ८४८ ईसवी (यानि लगभग एक शताब्दी) तक चला। यह ओरख़ोन उइग़ुर क़बीले के सरदारों के अधीन एक क़बीलों का परिसंघ था। .

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