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महेन्द्र कपूर

सूची महेन्द्र कपूर

महेन्द्र कपूर (९ जनवरी १९३४-२७ सितंबर २००८) हिन्दी फ़िल्मों के एक प्रसिद्ध पार्श्वगायक थे। उन्होंने बी आर चोपड़ा की फिल्मों हमराज़, ग़ुमराह, धूल का फूल, वक़्त, धुंध में विशेष रूप से यादगार गाने गाए। संगीतकार रवि ने इनमें से अधिकाश फ़िल्मों में संगीत दिया। .

42 संबंधों: चरस (फ़िल्म), चोर के घर चोर (१९७८ फ़िल्म), देव आनन्द, निकाह (1982 फ़िल्म), नवरंग (1959 फ़िल्म), पति पत्नी और वो (1978 फ़िल्म), पद्म श्री पुरस्कार (१९७०-७९), पुराना मन्दिर (1984 फ़िल्म), प्रेम धवन, प्रेम बंधन (1979 फ़िल्म), फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक पुरस्कार, बदलते रिश्ते (1978 फ़िल्म), बहारें फिर भी आएंगी, बजरंगबली (1976 फ़िल्म), बेशरम (1978 फ़िल्म), मन्ना डे, महेन्द्र (बहुविकल्पी), मैदान-ए-जंग, लता मंगेशकर पुरस्कार, शहीद (1965 फ़िल्म), शिव कुमार बटालवी, शिकार (1968 फ़िल्म), शक्ति (1982 फ़िल्म), सात हिन्दुस्तानी, हम पाँच (१९८० फ़िल्म), हमराज़ (1967 फ़िल्म), जिस देश में गंगा बहती है, ईमान धर्म (१९७७ फ़िल्म), विविध भारती, वक़्त (1965 फ़िल्म), आदमी और इंसान, आये दिन बहार के (1966 फ़िल्म), कपूर (उपनाम), कर्मा (1986 फ़िल्म), काला पत्थर (१९७९ फ़िल्म), अनोखा (1975 फ़िल्म), अमर अकबर एन्थोनी (1977 फ़िल्म), उपकार (1967 फ़िल्म), उजाले उनकी यादों के, १९३४, २७ सितम्बर, ९ जनवरी

चरस (फ़िल्म)

चरस 1976 की बॉलीवुड फ़िल्म है जिसका रामानंद सागर ने निर्माण और निर्देशन किया। फ़िल्म में मुख्य भूमिका में धर्मेन्द्र और हेमा मालिनी सहित अजीत, अरुणा ईरानी, अमजद ख़ान, असरानी, सुजीत कुमार, केष्टो मुखर्जी और टॉम ऑल्टर हैं। इस फिल्म में संगीत लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल ने दिया। .

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चोर के घर चोर (१९७८ फ़िल्म)

चोर के घर चोर १९७८ की एक हिन्दी एक्शन कॉमेडी फिल्म है। विजय सदानाह द्वारा निर्देशित इस फिल्म की कहानी ज्वालामुखी ने लिखी है, तथा डायलाग एहसान रिजवी ने लिखे हैं। अशोक कुमार, प्राण, जीनत अमान तथा रणधीर कपूर फिल्म में मुख्य भूमिकाओं में हैं। फिल्म की कहानी एक देवी की प्रतिमा के इर्द गिर्द घूमती है, जिसे हर कोई प्राप्त करना चाहता है। .

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देव आनन्द

देव आनन्द उर्फ़ धरमदेव पिशोरीमल आनंद (जन्म २६ सितंबर १९२३- मृत्यु ३ दिसम्बर २०११) हिन्दी फ़िल्मों के एक प्रसिद्ध अभिनेता थे। .

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निकाह (1982 फ़िल्म)

निकाह 1982 में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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नवरंग (1959 फ़िल्म)

नवरंग 1959 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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पति पत्नी और वो (1978 फ़िल्म)

पति पत्नी और वो 1978 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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पद्म श्री पुरस्कार (१९७०-७९)

पद्म श्री पुरस्कार, भारत का चौथा सबसे बड़ा नागरीक सम्मान है। जिसके ई॰ सन् १९७४ से १९७९ के प्राप्त कर्ता निम्न हैं: .

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पुराना मन्दिर (1984 फ़िल्म)

पुराना मंदिर (अंग्रेजी उच्चारण; Purana Mandir) वर्ष 1984 की हिंदी भाषा में बनी एक हाॅर्रर फ़िल्म है, जिसका निर्माण एवं निर्देशन रामसे बंधुओं द्वारा किया गया है। इस हाॅर्रर फ़िल्म की कहानी में सामरी, नामक शैतान राक्षस को वर्णित किया गया है। फ़िल्म का संगीत अजीत सिंह ने सजाया है। .

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प्रेम धवन

हिन्दी फिल्मों के मशहूर गीतकार प्रेम धवन का जन्म 13 जून 1923 को अम्बाला में हुआ और लाहौर में स्नातक की शिक्षा पूरी की। आपने हिन्दी फिल्मों के लिये कई मशहूर गीत लिखे। प्रेम धवन ना केवल गीतकार थे, वरन आपने हिन्दी फिल्मों के लिये कुछ फिल्मों में संगीत दिया, नृत्य निर्देशन किया और अभिनय तक किया। प्रेम धवन ने पंरवि शंकर से संगीत एवं पं.

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प्रेम बंधन (1979 फ़िल्म)

प्रेम बंधन (अंग्रेजी: bond of love) 1979 में रामानन्द सागर द्वारा निर्देशित हिन्दी फिल्म है। इसके प्रमुख कलाकार है राजेश खन्ना, रेखा व मौसमी चटर्जी और सहायक कलाकार हेलन, भगवान, कैस्टो मुखर्जी, ए के हंगल व ललिता पवार है। यह कथा राजेश खन्ना द्वारा अभिनीत पात्र का है जो अपनी स्मरणशक्ति खोये एक मछुअरी से विवाह करता है और शहर में प्रेमिका उसकी प्रतीक्षा करती है। .

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फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक पुरस्कार

फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक पुरस्कार हिंदी फिल्मों के लिए वार्षिक फिल्मफेयर पुरस्कार के हिस्से के रूप में फिल्मफेयर द्वारा दिया जाने वाला पुरस्कार है। यह किसी पुरुष पार्श्व गायक को दिया जाता है जिसने फिल्म गीत में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। यद्यपि पुरस्कार समारोह की स्थापना 1954 में हुई थी लेकिन 1959 में सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक की श्रेणी शुरू की गई थी। यह पुरस्कार 1967 तक पुरुष और माहिला गायक दोनों के लिए शुरू में एक ही था। इस श्रेणी को अगले वर्ष विभाजित किया गया था और जब से पुरुष और महिला गायक को अलग पुरस्कार से प्रस्तुत किया जाता है। .

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बदलते रिश्ते (1978 फ़िल्म)

बदलते रिश्ते (अंग्रेजी: Changing Relations) 1978 में रघुनाथ झालानी द्वारा निर्देशित, पारिवारिक कथा आधारित हिंदी फिल्म जिसके मुख्या कलाकार जितेन्द्र, ऋषि कपूर व रीना रॉय है। असरानी व ए के हंगल सहायक पात्र में अभिनित इस फिल्म के संगीतकार लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल है। .

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बहारें फिर भी आएंगी

बहारें फिर भी आएंगी १९६६ में बनी एक हिन्दी भाषा की फ़िल्म है जो गुरु दत्त द्वारा निर्मित और शहीद लतीफ द्वारा निर्देशित है। इस फ़िल्म के कलाकार माला सिन्हा, धर्मेंद्र, तनुजा और रहमान हैं। फ़िल्म अभी भी ओ पी नैय्यर के संगीत, अज़ीज़ कश्मीरी, कैफ़ी आज़मी, अंजान और एस.

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बजरंगबली (1976 फ़िल्म)

जय बजरंग बली 1976 में बनी हिन्दी फिल्म है। .

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बेशरम (1978 फ़िल्म)

बेशरम (अंग्रेजी: Shameless) 1978 में देवेन वर्मा द्वारा निर्मित व निर्देशित हिन्दी फिल्म जिसमे अमिताभ बच्चन, शर्मिला टैगोर व अमज़द खान ने मुख्य भूमिका निभाई है| फरार के बाद अमिताभ के साथ रोमानी भूमिका में शर्मिला की यह अगली फिल्म है| .

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मन्ना डे

मन्ना डे (1 मई 1919 - 24 अक्टूबर 2013), जिन्हें प्यार से मन्ना दा के नाम से भी जाना जाता है, फिल्म जगत के एक सुप्रसिद्ध भारतीय पार्श्व गायक थे। उनका वास्तविक नाम प्रबोध चन्द्र डे था। मन्ना दा ने सन् 1942 में फ़िल्म तमन्ना से अपने फ़िल्मी कैरियर की शुरुआत की और 1942 से 2013 तक लगभग 3000 से अधिक गानों को अपनी आवाज दी। मुख्यतः हिन्दी एवं बंगाली फिल्मी गानों के अलावा उन्होंने अन्य भारतीय भाषाओं में भी अपने कुछ गीत रिकॉर्ड करवाये। भारत सरकार ने उन्हें 1971 में पद्म श्री, 2005 में पद्म भूषण एवं 2007 में दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया। .

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महेन्द्र (बहुविकल्पी)

कोई विवरण नहीं।

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मैदान-ए-जंग

मैदान-ए-जंग 1995 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। इसे के सी बोकाड़िया.

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लता मंगेशकर पुरस्कार

लता मंगेशकर पुरस्कार एक राष्ट्रीय स्तर का पुरस्कार है जो संगीत के क्षेत्र में काम करने के लिए दिया जाता है। भारत की कई राज्य सरकारें इस नाम के साथ पुरस्कार प्रदान करती हैं। मध्यप्रदेश की राज्य सरकार ने 1 9 84 http://mpinfo.org/MPinfoStatic/hindi/award/latamangeshkar.asp में यह पुरस्कार शुरू किया। इस पुरस्कार में योग्यता का प्रमाण पत्र और नकद पुरस्कार शामिल है। 1992 से शुरू होने वाले महाराष्ट्र सरकार द्वारा जारी एक लता मंगेशकर पुरस्कार भी है। यह आधिकारिक रूप से "जीवनकाल में उपलब्धि के लिए लता मंगेशकर पुरस्कार" के रूप में भी जाना जाता है। आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा एक और पुरस्कार दिया जाता है।। .

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शहीद (1965 फ़िल्म)

शहीद (1965 फ़िल्म) भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम पर हिन्दी भाषा की फिल्म है। भगत सिंह के जीवन पर 1965 में बनी यह देशभक्ति की सर्वश्रेष्ठ फिल्म है। जिसकी कहानी स्वयं भगत सिंह के साथी बटुकेश्वर दत्त ने लिखी थी। इस फ़िल्म में अमर शहीद राम प्रसाद 'बिस्मिल' के गीत थे। मनोज कुमार ने इस फिल्म में शहीद भगत सिंह का जीवन्त अभिनय किया था। भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम पर आधारित यह अब तक की सर्वश्रेष्ठ प्रामाणिक फ़िल्म है। 13वें राष्ट्रीय फ़िल्म अवार्ड की सूची में इस फ़िल्म ने हिन्दी की सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म के पुरस्कार के साथ-साथ राष्ट्रीय एकता पर बनी सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म के लिये नर्गिस दत्त पुरस्कार भी अपने नाम किया। बटुकेश्वर दत्त की कहानी पर आधारित सर्वश्रेष्ठ पटकथा लेखन के लिये दीनदयाल शर्मा को पुरस्कृत किया गया था। यह भी महज़ एक संयोग ही है कि जिस साल यह फ़िल्म रिलीज़ हुई थी उसी साल बटुकेश्वर दत्त का निधन भी हुआ। .

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शिव कुमार बटालवी

शिव कुमार 'बटालवी' (ਸ਼ਿਵ ਕੁਮਾਰ ਬਟਾਲਵੀ) (1936 -1973) पंजाबी भाषा के एक विख्यात कवि थे, जो उन रोमांटिक कविताओं के लिए सबसे ज्यादा जाने जाते हैं, जिनमें भावनाओं का उभार, करुणा, जुदाई और प्रेमी के दर्द का बखूबी चित्रण है। वे 1967 में वे साहित्य अकादमी पुरस्कार पाने वाले सबसे कम उम्र के साहित्यकार बन गये। साहित्य अकादमी (भारत की साहित्य अकादमी) ने यह सम्मान पूरण भगत की प्राचीन कथा पर आधारित उनके महाकाव्य नाटिका लूणा (1965) के लिए दिया, जिसे आधुनिक पंजाबी साहित्य की एक महान कृति माना जाता है और जिसने आधुनिक पंजाबी किस्सागोई की एक नई शैली की स्थापना की। आज उनकी कविता आधुनिक पंजाबी कविता के अमृता प्रीतम और मोहन सिंह जैसे दिग्गजों के बीच बराबरी के स्तर पर खड़ी है,जिनमें से सभी भारत- पाकिस्तान सीमा के दोनों पक्षों में लोकप्रिय हैं।.

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शिकार (1968 फ़िल्म)

शिकार सन् 1968 में प्रदर्शित हिन्दी भाषा की रहस्यमयी रोमांचक फिल्म है। जिसमें धर्मेन्द्र, आशा पारेख, संजीव कुमार तथा जॉनी वॉकर मुख्य भूमिका में है। .

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शक्ति (1982 फ़िल्म)

शक्ति वर्ष 1982 में रिलीज़ हुई एक प्रसिद्ध हिंदी फिल्म है, जिसका निर्देशन प्रख्यात फ़िल्मकार रमेश सिप्पी ने किया है। .

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सात हिन्दुस्तानी

सात हिन्दुस्तानी (अंग्रेजी: Seven Indians) 1969 में ख़्वाजा अहमद अब्बास द्वारा लिखित, निर्मित व निर्देशित हिन्दी भाषा की फिल्म है। गोवा को पुर्तुगाली शासन से मुक्त कराने की सात हिन्दुस्तानियों की इस कहानी में उत्पल दत्त, मधु, ए के हंगल और अमिताभ बच्चन ने मुख्य भूमिका निभायी| .

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हम पाँच (१९८० फ़िल्म)

हम पाँच 1980 में बनी हिन्दी फ़िल्म है। .

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हमराज़ (1967 फ़िल्म)

हमराज़ 1967 में प्रदर्शित व बी आर चोपड़ा द्वारा निर्देशित रहस्यमयी रोमांचक हिन्दी फ़िल्म है। जिसमे सुनील दत्त, राज कुमार, विम्मी, मुमताज़ और बलराज साहनी जैसे सरीखे कलाकार मुख्य भूमिका मे है। .

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जिस देश में गंगा बहती है

जिस देश में गंगा बहती है हिन्दी भाषा की एक फ़िल्म है जो १९६० में प्रदर्शित हुई थी। इस फ़िल्म के निर्देशक थे राधू कर्माकर और निर्माता राज कपूर थे। इस फ़िल्म को १९६० के फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म के अलावा तीन अन्य श्रेणियों में पुरस्कृत किया गया था। .

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ईमान धर्म (१९७७ फ़िल्म)

ईमान धर्म 1977 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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विविध भारती

आकाशवाणी मुख्यालय, नई दिल्ली विविध भारती भारत मे सार्वजनिक क्षेत्र के रेडियो चैनल आकाशवाणी की एक प्रमुख प्रसारण सेवा है। भारत में रेडियो के श्रोताओं के बीच ये सर्वाधिक सुनी जाने वाली और बहुत लोकप्रिय सेवा है। इस पर मुख्यत: हिन्दी फ़िल्मी गीत सुनवाये जाते हैं। इसकी शुरुआत 3 अक्टूबर 1957 को हुई थी। वर्ष 2006-2007, विविध भारती के स्वर्ण जयंती वर्ष के रूप मे भी मनाया। प्रारम्भ मे इसका प्रसारण केवल दो केन्द्रों, बम्बई तथा मद्रास से होता था। बाद मे धीरे धीरे लोकप्रियता के चलते आकाशवाणी के और भी केन्द्र इसका प्रसारण करने लगे। वर्तमान मे अनेकानेक केन्द्र आकाशवाणी की विज्ञापन प्रसारण सेवा के रूप मे अपने श्रोताओं को विविध भारती के कार्यक्रम सुनवाते हैं। यह भारत के असंख्य हिन्दी भाषियों का चहेता रेडियो चैनल वर्षों तक रहा। तब भी जब कि ना तो दूरदर्शन भारत आया था, या आने के बाद भी इतना चहेता नहीं बना था, जितना कि यह चैनल रहा है। अब भी यह चैनल अखिल भारत में प्रसारित होता है। .

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वक़्त (1965 फ़िल्म)

वक्त सन् 1965 में प्रदर्शित तथा चोपड़ा बंधुओ द्वारा निर्मित व निर्देशित हिन्दी फ़िल्म है। जिसमें उस दौर के प्रमुख अभिनेता सुनील दत्त, राज कुमार, साधना, बलराज साहनी, शशि कपूर, शर्मिला टैगोर व रहमान इत्यादि शामिल है। .

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आदमी और इंसान

आदमी और इंसान सन् 1969 में प्रदर्शित व यश चोपड़ा द्वारा निर्देशित हिन्दी फ़िल्म है जिसमें धर्मेन्द्र, सायरा बानो, फ़िरोज़ ख़ान, मुमताज़ तथा मदन पुरी आदि मुख्य भूमिका में है। ये इकलौती फ़िल्म है जिसमें धर्मेन्द्र व यश चोपड़ा ने साथ काम किया है। .

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आये दिन बहार के (1966 फ़िल्म)

आये दिन बहार के सन् 1966 में प्रदर्शित व निर्माता जे ओम प्रकाश द्वारा निर्मित हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। जिसमें धर्मेन्द्र, आशा पारेख, बलराज साहनी और राजेन्द्रनाथ मुख्य भूमिका में है। .

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कपूर (उपनाम)

कपूर पंजाबी खत्री उपजाति या गोत्र है। इसका प्रयोग उपनाम के रूप में होता है। इस उपनाम वाले उल्लेखनीय लोगों की सूची जिनका इस जाति से सम्बद्ध हो भी सकता और नहीं भी, निम्नलिखित है:- .

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कर्मा (1986 फ़िल्म)

कर्मा 1986 में बनी हिन्दी भाषा की एक्शन फिल्म है। सुभाष घई द्वारा निर्देशित इस फिल्म में दिलीप कुमार, नूतन, नसीरुद्दीन शाह, जैकी श्रॉफ, अनिल कपूर, पूनम ढिल्लों, श्रीदेवी और अनुपम खेर समेत कलाकार शामिल हैं। विधाता (1982) में उनकी पिछली फिल्म की सफलता के बाद यह फिल्म सुभाष घई और दिलीप कुमार की दोबारा जोड़ी बनाती है। किसी फिल्म में पहली बार दिलीप कुमार को अनुभवी अभिनेत्री नूतन के साथ देखा गया था। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर एक बड़ी सफलता थी। .

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काला पत्थर (१९७९ फ़िल्म)

काला पत्थर 1979 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। इस फिल्म की कहानी धनबाद में 1975 के चासनाला के खान दुर्घटना से प्रेरित थी। इस दुर्घटना मे सरकारी आँकडो़ के अनुसार 375 लोग मारे गये थे। .

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अनोखा (1975 फ़िल्म)

चित्र के अभिनेथा अनोखा 1975 में बनी हिन्दी फिल्म है। .

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अमर अकबर एन्थोनी (1977 फ़िल्म)

अमर अकबर एन्थोनी 1977 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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उपकार (1967 फ़िल्म)

उपकार 1967 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है जिसका निर्देशन मनोज कुमार ने किया है। इसी फ़िल्म से मनोज कुमार की भारत कुमार की छवि बनी थी। इस फ़िल्म को छ: फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था। .

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उजाले उनकी यादों के

उजाले उनकी यादों के - यह कार्यक्रम आजकल हर रविवार को रात में साढे नौ से दस बजे तक प्रसारित होता है जबकि पहले मंगलवार गुरूवार को इसी समय प्रसारित होता था। इस कार्यक्रम में जैसे कि नाम से ही पता चलता है बीते समय की फ़िल्मी हस्तियों से बातचीत की जाती है। इस कार्यक्रम की परिकल्पना (काँन्सेप्ट) बहुत अच्छा है। आमतौर पर ऐसे कार्यक्रमों में जिनसे बातचीत की जाती है उन्हीं के बारे में जानकारी मिलती है पर यहाँ ऐसा नहीं है। यहाँ उस कलाकार के पूरे कैरियर के दौरान जिन-जिन लोगों के साथ उनका साथ रहा उन सभी के बारे में बात होती है। इतना ही नहीं फ़िल्मी जीवन से हट कर दूसरे क्षेत्र में भी अगर उस कलाकार का योगदान है तो उस पर भी विस्तार से बातचीत होती है। यह कार्यक्रम शायद कमलेश (पाठक) जी प्रस्तुत करतीं है। इस कार्यक्रम के स्वरूप के लिए विविध भारती को बधाई। मेहमान कलाकार से बातचीत करते है कमल (शर्मा) जी। इस कार्यक्रम की लोकप्रियता में कमल (शर्मा) जी का बहुत बड़ा योगदान है। वह ख़ुद बहुत ही कम बोलते है पर मेहमान से सब कुछ उगलवा लेते है। ऐसी बातें भी जो आमतौर पर लोकप्रिय कलाकार शायद ही कहना पसन्द करें जैसे - आजकल चल रही श्रृंखला में लोकप्रिय कलाकार शशिकला ने बताया कि जब मदर टेरेसा के आश्रम में कलकत्ता में वो समाज सेवा कर रहीं थी तब उन्हें मदर से मिलने की बहुत इच्छा थी और जब मदर आईं तो कैसे छोटे बच्चों की तरह वो दरवाज़े के बाहर से मदर को देखने लगी थीं। जब मैनें इस स्तर पर बातचीत सुनी तो मुझे लगा यह तो कमल जी का ही कमाल है और क्या तरीका रहा होगा प्रस्तुतकर्ता (शायद कमलेश पाठक) का और क्या छवि है विविध भारती की कि एक कलाकार अपना दिल खोल कर रख देता है। सिर्फ़ एक ही श्रृंखला जो अभी पूरी भी नहीं हुई जिसको सुन कर व्ही शान्ताराम के बारे में बहुत जानकारी मिली जिसे शशिकला ने अन्ना साहेब कहा। मुझे याद आ गई फ़िल्म तीन बत्ती चार रास्ता जिसमें छह बहुओं वाले लालाजी की मराठी बहू बनी थी शशिकला। हृषि दा यानि हृषिकेश मुखर्जी के बारे में भी बातें हुई। बताया गया उनका काम करने का अंदाज़ और मुझे याद आ गई अनुपमा की शोख़ और चंचल पर सकारात्मक भूमिका वाली शशिकला जो अपनी सहेली शर्मिला टैगोर से फोन पर देर तक बात करती है और जवाब नहीं मिलने पर कहती है - ज़रूर सिर हिला रही होगी। लता मंगेशकर और मीनाकुमारी के बारे में बातें हुई तो मुझे याद आ गई फ़िल्म फूल और पत्थर जिसमें वैम्प बनी शशिकला गाती है - शीशे से पी या पैमाने से पी या मेरी आँखों के मयख़ाने से पी और सबसे ज्यादा याद आ आया वो अंतिम सीन जहाँ वो अपने ख़ास वैम्पनुमा कपड़े पहन कर धर्मेन्द्र से मिलने बस्ती में जाती है और सारी बस्ती उसे देखने जमा हो जाती है। .

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१९३४

1934 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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२७ सितम्बर

27 सितंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 270वॉ (लीप वर्ष मे 271 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 95 दिन बाकी है। .

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९ जनवरी

९ जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ९वाँ दिन है। वर्ष में अभी और ३५६ दिन बाकी हैं (लीप वर्ष में ३५७)।.

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यहां पुनर्निर्देश करता है:

महेंद्र कपूर

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