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महाविद्यालय (कॉलेज)

सूची महाविद्यालय (कॉलेज)

सेंट एन्सेल्म कॉलेज, एक अमेरिकी कॉलेज. वर्तमान में कॉलेज (लैटिन: कॉलीजियम (collegium)) शब्द का संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रयोग डिग्री प्रदान करने वाले तृतीयक शैक्षणिक संस्थान के लिये किया जाता है एवं अन्य अंग्रेजी भाषी देशों में निजी शैक्षणिक प्रणाली में द्वितीयक या माध्यमिक स्कूल के लिये किया जाता है। अधिक विस्तृत रूप में, यह किसी भी कॉलेज समूह का नाम हो सकता है, उदाहरण के लिए एक निर्वाचन कॉलेज, हथियारों का कॉलेज, कार्डिनलों का कॉलेज.

68 संबंधों: चमेली देवी प्रौद्योगिकी एवं प्रबन्धन संस्थान, चौधरी चरण सिंह पी॰जी॰ कालेज, एबरडीन में शिक्षा, एम डी मदन, तिलकधारी स्नातकोत्तर महाविद्यालय, जौनपुर, देवरिया, नवद्वीप, नवलगढ, पटना महाविद्यालय, पत्तदकल स्मारक परिसर, प्रेसिडेंसी कालिज, चेन्नई, प्रोफ़ेसर, बरेली कॉलेज, बिल गोल्‍डबर्ग, बुधिराम दुबे महिला महाविद्यालय, भगवानदीन आर्य कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय, भुज, मद्रपुरी संस्कृत महाविद्यालय, महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय, अजमेर, महाराज सिंह कॉलेज, सहारनपुर, महाराजा अग्रसेन कॉलेज, जगाधरी, मिरांडा हाउस, रसायन शिक्षा, राधे मोहन राधे श्याम पी जी कालेज, राम कृष्ण महाविद्यालय, मधुबनी, राष्ट्रीय शिक्षा संघ (संयुक्त राज्य अमेरिका), राजकीय संस्कृत महाविद्यालय, वाराणसी, लल्लन जी ब्रह्मचारी महाविद्यालय, लखनऊ विश्वविद्यालय, लेडी श्रीराम महिला महाविद्यालय, लेडी इरविन कॉलेज, श्यामपट, श्री राम जानकी संस्कृत महाविद्यालय, श्री रामेश्वर गहिरा गुरु संस्कृत महाविद्यालय, श्री अग्रसेन महाविद्यालय, दालखोला, सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, सर्विसिज़ इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसिज़, स्पाइवेयर, हर्बट होप रिस्ली, हंसराज कॉलेज, होलकर विज्ञान महाविद्यालय, इन्दौर, जनता कालेज, बकेवर (इटावा), जमशेदपुर को-आपरेटिव कालेज, विल्नुस विश्वविद्यालय का पुस्तकालय, विश्‍वविद्यालय अनुदान आयोग (भारत), खाली घोंसले का संलक्षण, गुरुकुल महाविद्यालय, ज्वालापुर, गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय, गुवाहाटी विश्वविद्यालय, गौरी शिंदे, ..., आत्मा राम सनातन धर्म कॉलेज, आयुर्विज्ञान महाविद्यालय, आरा, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, इंजीनियरी महाविद्यालय, कडलूर, कमला नेहरू महिला महाविद्यालय, जोधपुर, कर्म क्षेत्र पी॰जी॰ कालेज, कलकत्ता मेडिकल कॉलेज, कांथी सुरेश, किलपौक मेडिकल कालिज, कुलाधिपति (शिक्षा), अंतरराष्ट्रीय गणितीय ओलंपियाड, अकादमिक वर्ष, उत्तर प्रदेश, उत्तर प्रदेश का इतिहास, उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय, SAT (सैट) सूचकांक विस्तार (18 अधिक) »

चमेली देवी प्रौद्योगिकी एवं प्रबन्धन संस्थान

चमेली देवी प्रौद्योगिकी एवं प्रबन्धन संस्थान (Chameli Devi Institute of Technology and Management (CITM)), इन्दौर के अग्रवाल समूह का एक व्यावसायिक महाविद्यालय है। यह इन्दौर-खण्डवा मार्ग पर इन्दौर से लगभग सात किमी दूरी पर स्थित है। इसमें प्रौद्योगिकी की कई शाखाओं की शिक्षा उपलब्ध है। इस समय इसके प्रधानाचार्य हैं। .

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चौधरी चरण सिंह पी॰जी॰ कालेज

चौधरी चरण सिंह पी॰जी॰ कालेज, हेंवरा(सैफई), इटावा या चौधरी चरण सिंह डिग्री कॉलेज में विज्ञान, कला, वाणिज्य, कंप्यूटर, प्रबंधन, शिक्षा और शारीरिक शिक्षा संकायों में स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों की पढ़ाई होती है। यह कॉलेज सैफई विकास खंड के हेंवरा गाँव में स्थित है जो सैफई गाँव का पड़ोसी गाँव है। यह कॉलेज छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (पूर्व में कानपुर विश्वविद्यालय) से संबद्ध है। .

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एबरडीन में शिक्षा

एबरडीन विश्वविद्यालय, एल्फिसटन हॉल एबरडीन, किसी भी अन्य बड़े नगर के समान, शिक्षा के मामले में महत्वपूर्ण स्थानीय केंद्र है। यहाँ दो विश्वविद्यालय, दो कला व वास्तुकला विद्यालय एवं अन्य कई महाविद्यालय एवं अनेक अन्य प्राथमिक व माध्यमिक विद्यालय हैं। .

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एम डी मदन

एमडी मदन भारत के सामाजिक कार्यकर्ता, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं शिक्षाविद थे। जमशेदपुर उनकी कर्मभूमि रही। भारत में सहकारिता के आधार पर स्थापित एकमात्र महाविद्यालय जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज है। पचास के दशक में स्व.

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तिलकधारी स्नातकोत्तर महाविद्यालय, जौनपुर

तिलकधारी स्नातकोत्तर महाविद्यालय उत्तर प्रदेश के जौनपुर में स्थित एक प्रसिद्ध महाविद्यालय है। .

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देवरिया

देवरिया (Deoria) भारत के उत्तर प्रदेश प्रान्त का एक शहर और इसी नाम के जिले का मुख्यालय है। देवरिया गोरखपुर से क़रीब 50 किमी दक्षिण-पूर्व में स्थित है। देवरिया के पास ही कुशीनगर स्थित है जो महात्मा बुद्ध के निर्वाणस्थल के रूप में एक प्रसिद्ध बौद्ध तीर्थस्थल है। .

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नवद्वीप

नवद्वीप (নবদ্বীপ) भारत के पश्चिमी बंगाल प्रदेश में नदिया जिले में भागीरथी और जलांगी नदियों के संगम पर कृष्णनगर से आठ मील पश्चिम में स्थित प्रसिद्ध नगर है। यह हिंदुओं का एक तीर्थस्थान है। १४८५ ई. में चैतन्य महाप्रभु का जन्म यहीं हुआ था। १२वीं शताब्दी में सेनवंश के राज्य की राजधानी थी। इस नगर को पहले 'नदिया' कहा जाता था। यहाँ वर्ष भर तीर्थयात्री आया करते हैं। .

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नवलगढ

नवलगढ (राजस्थानी: नौलगढ) राजस्थान में झुन्झुनू जिले की तहसील है। यह मुकुंदगढ़ के दक्षिण में और डुण्डलोद से दूर पड़ता है। नवलगढ के सीमावर्ती गाँव उत्तर में मोहब्बतसर,चेलासी,चेलासी ढ़हर,नवलड़ी,पूर्व में सैनीनगर,बिरोल दक्षिण में झाझड़,बेरीऔर पश्चिम में बिडो़दी बड़ी हैं तथा कस्बा उत्तर में डुण्डलोद, है। नवलगढ़ यह एक रेलवे-स्टेशन भी है। .

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पटना महाविद्यालय

पटना कॉलेज का प्रशासनिक भवन पटना महाविद्यालय (पटना कॉलेज) बिहार राज्य के पटना में स्थित एक पुराना एवं प्रतिष्ठित महाविद्यालय है। इसकी स्थापना सन् १८६३ में हुई थी। यह पटना विश्वविद्यालय से सम्बद्ध है। .

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पत्तदकल स्मारक परिसर

पत्तदकल स्मारक परिसर भारत के कर्नाटक राज्य में एक पत्तदकल नामक कस्बे में स्थित है। यह अपने पुरातात्विक महत्व के कारण प्रसिद्ध है। चालुक्य वंश के राजाओं ने सातवीं और आठवीं शताब्दी में यहाँ कई मंदिर बनवाए। एहोल को स्थापत्यकला का विद्यालय माना जाता है, बादामी को महाविद्यालय तो पत्तदकल को विश्वविद्यालय कहा जाता है। यहाँ कुल दस मंदिर हैं, जिनमें एक जैन धर्मशाला भी शामिल है। इन्हें घेरे हुए ढेरों चैत्य, पूजा स्थल एवं कई अपूर्ण आधारशिलाएं हैं। यहाँ चार मंदिर द्रविड़ शैली के हैं, चार नागर शैली के हैं एवं पापनाथ मंदिर मिश्रित शैली का है। पत्तदकल को १९८७ में युनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था। विरुपाक्ष मंदिर यहाँ का सर्वश्रेष्ठ मंदिर है। इसे महाराज विक्रमादित्य द्वितीय की पत्नी लोकमहादेवी ने ७४५ ई. में अपने पति की कांची के पल्लव वंश पर विजय के स्मारक रूप में बनवाया था। यह मंदिर कांची के कैलाशनाथ मंदिर से बहुत मिलता जुलता है। वही मंदिर इस मंदिर की प्रेरणा है। यही विरुपाक्ष मंदिर एल्लोरा में राष्ट्रकूट वंश द्वारा बनवाये गये कैलाशनाथ मंदिर की प्रेरणा बना। इस मंदिर की शिल्पाकृतियों में कुछ प्रमुख हैं लिंगोद्भव, नटराज, रावाणानुग्रह, उग्रनृसिंह, आदि। इसके अलावा संगमेश्वर मंदिर भी काफी आकर्षक है। यह मंदिर अधूरा है। इसे महाराज विजयादित्य सत्याश्रय ने बनवाया था। यहाँ के काशी विश्वनाथ मंदिर को राष्ट्रकूट वंश ने आठवीं शताब्दी में बनवाया था। निकटस्थ ही मल्लिकार्जुन मंदिर है। इसे विक्रमादित्य की द्वितीय रानी त्रिलोकमहादेवी द्वारा ७४५ ई. में बनवाया गया था। यह विरुपाक्ष मंदिर का एक छोटा प्रतिरूप है। गल्गनाथ मंदिर में भगवान शिव को अंधकासुर का मर्दन करते हुए दिखाया गया है। कदासिद्धेश्वर मंदिर में शिव की त्रिशूल धारी मूर्ति है। जम्बुलिंग मंदिर में शिवलिंग स्थापित है। ये सभी नागर शैली में निर्मित हैं। यहां के जैन मंदिर पत्तदकल-बादामी मार्ग पर स्थित है। ये मयनाखेत के राष्ट्रकूटों द्वारा द्रविड़ शैली में निर्मित हैं। यहां नौवीं शताब्दी के कुछ बहुत ही सुंदर शिल्प के नमूने हैं। इन्हे अमोघवर्षा प्रथम या उसके पुत्र कृष्ण द्वितीय ने बनवाया था। यहां का पापनाथ मंदिर वेसारा शैली में निर्मित है। ६८० ई. में निर्मित यह मंदिर पहले नागर शैली में आरम्भ हुआ था, पर बाद में द्रविड़ शैली में बदला गया। यहां के शिल्प रामायण एवं महाभारत की घटनाओं के बारे में बताते हैं। इस मंदिर में आलमपुर, आंध्र प्रदेश के नवब्रह्म मंदिर की झलक दिखाई देती है। यह मंदिर भी इसी वंश ने बनवाया था। यहाँ के बहुत से शिल्प अवशेष यहाँ बने प्लेन्स के संग्रहालय तथा शिल्प दीर्घा में सुरक्षित रखे हैं। इन संग्रहालयों का अनुरक्षण भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग करता है। ये भूतनाथ मंदिर मार्ग पर स्थित हैं। इनके अलावा अन्य महत्त्वपूर्ण स्मारकों में, अखण्ड एकाश्म स्तंभ, नागनाथ मंदिर, चंद्रशेखर मंदिर एवं महाकुटेश्वर मंदिर भी हैं, जिनमें अनेक शिलालेख हैं। File:Kasivisvanatha_temple_at_Pattadakal.jpg|काशीविश्वनाथ मंदिर File:Temple_Pattadakal.JPG|पापनाथ मंदिर चित्र:Mallikarjuna_and_Kasivisvanatha_temples_at_Pattadakal.jpg|मल्लिकार्जुन एवं काशीविश्वनाथ मंदिर File:Jain_Narayana_temple_at_Pattadakal.JPG|जैन नारायण मंदिर .

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प्रेसिडेंसी कालिज, चेन्नई

प्रेसिडेंसी कालिज, चेन्नई चेन्नई का एक महाविद्यालय है। श्रेणी:तमिल नाडु के महाविद्यालय.

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प्रोफ़ेसर

अधिक विकल्पों के लिए यहां जाएं - प्रोफ़ेसर (बहुविकल्पी) कॉलेज (महाविद्यालय) के वरिष्ट अध्यापक को सामान्य रूप से प्रोफ़ेसर कहते हैं। पर किसी महाविद्यालय के सभी आचार्य पदभार के रूप से प्रोफ़ेसर नही होते। इनमें से कुछ रीडर, कुछ लेक्चरर, कुछ एसोसिएट प्रोफ़ेसर तथा कुछ एसिस्टेंट प्रोफेसर होते है। भारत की शिक्षा प्रणाली के तहत उपरोक्त सभी पद वरीयता की दृष्टि से प्रोफ़ेसर से नीचे होते हैं। .

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बरेली कॉलेज

बरेली कालेज, बरेली (सन 1837 में स्थापित) बरेली कालेज, बरेली (अंग्रेजी: Bareilly College, Bareilly) रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय का एक प्राचीन एवं प्रमुख महाविद्यालय है। इसकी स्थापना ब्रिटिश काल में सन १८३७ में हुई थी। मात्र ५७ छात्रों से प्रारम्भ इस विद्यालय के पहले हेड मास्टर मि० रोजर्स थे। सन १८५० में इसे राजकीय विद्यालय का दर्जा दिया गया। .

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बिल गोल्‍डबर्ग

विलियम स्‍कॉट "बिल" गोल्‍डबर्ग (जन्‍म 27 दिसम्बर 1966) एक सेवानिवृत्त अमेरिकी पेशेवर पहलवान हैं जिन्‍हें विश्व चैम्पियनशिप रेसलिंग (डबल्यू सी डबल्यू (WCW)) और विश्व रेसलिंग एंटरटेनमेंट (डबल्यू डबल्यू ई (WWE)) में अपने प्रदर्शन के लिए खास तौर पर जाना जाता है। वर्तमान में वह डीआईवाय (DIY) नेटवर्क के टेलीविज़न शो गैरेज महल के मेज़बान हैं। गोल्‍डबर्ग डबल्यू सी डबल्यू (WCW) में अपनी अपराजेय जीत के लिए मशहूर हैं, जहां उन्‍होंने लगातार अपने प्रतिद्वंद्वी पहलवानों को कुचला और अपने "हू'ज़ नेक्स्ट?" तकिया कलाम को लोकप्रिय बनाया.

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बुधिराम दुबे महिला महाविद्यालय

बुधिराम दुबे महिला महाविद्यालय एक महिला डिग्री कॉलेज है जो इटहरा गाँव में स्थित हैं। इसकी स्थापना २०११ में हुई थी। कलकल निनादिनी, पतितपावनी तृरावेष्टितमां गंगा के पावन भूभाग पर अवस्थित इस महाविद्यालय को कोनिया क्षेत्र का प्रथम महाविद्यालय होने का गौरव प्राप्त हुआ। महाविद्यालय में एक अच्छा पुस्तकालय है जिसमें पर्याप्त मात्रा सम्बन्धित विषयों की पाठ्य पुस्तक उपलब्ध है। महाविद्यालय में शिक्षाशास्त्र के लिए एक प्रयोगशाला भी है जिसमें छात्रायें सम्बन्धित विषय की अच्छी जानकारी प्राप्त कर सकती है। यह महाविद्यालय महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ से संबद्ध है। .

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भगवानदीन आर्य कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय

भगवानदीन आर्यकन्या पी0 जी0 कालेज उत्तर प्रदेश के लखीमपुर-खीरी में स्थित एक कन्या महाविद्यालय है। संस्था का नामकरण आर्य विचारों के मर्मज्ञ विद्वान् पंडित भगवानदीन के नाम पर है। स्वामी दयानन्द सरस्वती के स्वप्नों को साकार रूप देने में अग्रगण्य यह कन्या महाविद्यालय जनपद में स्त्री शिक्षा का महत्वपूर्ण स्तम्भ है। .

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भुज

भुज भारत के गुजरात प्रांत का एक प्रमुख शहर है। भुज शहर की स्थापना 1548 में राव खेंगारजी ने की थी। राव लखपतिजी के शासनकाल में निर्मित आइना महल स्थापत्य कला का एक सुंदर नमूना है, जिसे अब संग्रहालय में बदल दिया गया है। २००१ में ईस ईलाके में भयनकार भूकंप आया था। .

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मद्रपुरी संस्कृत महाविद्यालय

मद्रपुरी संस्कृत महाविद्यालय (Madras Sanskrit College) चेन्नै स्थित एक संस्कृत महाविद्यालय है जिसकी स्थापना १९०६ में हुई थी। इसके संस्थापक न्यायमूर्ति वी कृष्णस्वामी ऐयर थे। वर्तमान समय में यह महाविद्यालय मद्रास विश्वविद्यालय से सम्बद्ध है। .

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महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय, अजमेर

महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय, अजमेर भारत का एक प्रमुख विश्वविद्यालय है। इसकी स्थापना १९८७ में हुई थी। 'नेशनल असेसमेण्ट ऐण्ड एक्रेडिशन काउन्सिल बंगलुरु' ने २००४ में इसे बी++ ग्रेड दिया था। लगभग २०० से अधिक महाविद्यालय इससे सम्बद्ध हैं। .

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महाराज सिंह कॉलेज, सहारनपुर

महाराज सिंह कॉलेज, सहारनपुर, सहारनपुर उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख स्नातकोत्तर महाविद्यालय है जिसका यह नाम इसके संस्थापक बाबू महाराज सिंह, एडवोकेट के नाम पर दिया गया है जिन्होंने वर्ष १९५७ में सहारनपुर में इस कॉलेज की स्थापना की। विज्ञान विषय की विभिन्न शाखाओं - यथा - भौतिकी, रसायनशास्त्र, जन्तु विज्ञान, जीव विज्ञान, पादप विज्ञान आदि की स्नातकोत्तर कक्षाओं के अतिरिक्त यहां पर हिन्दी, अंग्रेज़ी, राजनीति शास्त्र आदि विषय की भी कक्षायें चलती हैं। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ के आधीन चल रहे महाराज सिंह कॉलेज, सहारनपुर में लगभग ४००० छात्र एवं छात्रायें अध्ययनरत हैं। .

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महाराजा अग्रसेन कॉलेज, जगाधरी

महाराजा अग्रसेन कॉलेज कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से संलग्न कला और वाणिज्य का महाविद्यालय हैं, जो जगाधरी, हरियाणा में स्थित हैं। कॉलेज की स्थापना सन 1971 में 'महाराजा अग्रसेन सभा, जगाधरी' द्वारा किया गया था। .

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मिरांडा हाउस

मिराण्डा हाउस (महाविद्यालय और उसके सामने का मैदान) मिरांडा हाउस दिल्ली विश्वविद्यालय का एक प्रतिष्ठित महिला महाविद्यालय है। इसकी स्थापना सन् 1948 में की गई थी। इस महाविद्यालय से निकलीं अनेकों महिलाएं देश-विदेश में महत्वपूर्ण पदों पर काम कर रही हैं। यह महाविद्यालय 2500 से अधिक छात्राओं को कला (आर्ट्स) और विज्ञान के क्षेत्र में शिक्षा प्रदान करता है। इसकी शिक्षक भी भी अपनी प्रतिभा और समर्पण के लिए प्रसिद्ध हैं। इंडिया टुडे-नीलसन भारत के बेस्‍ट कॉलेज सर्वे 2016 में मिरांडा हाउस को टॉप आर्ट्स कॉलेज की सूची में पांचवां स्‍थान दिया गया था। सुविधाएँ: मिरांडा हाउस में मिलने वाली सुविधाएं इस प्रकार है:- पुस्तकालय, छात्रावास, कैफेटेरिया, खेलकूद, प्लेसमेंट सेल। .

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रसायन शिक्षा

रसायन शिक्षा विद्यालय, महाविद्यालय या विश्वविद्यालय में पढ़ाया जाने वाला एक विषय है। इसके विषय इस तरह से बनाए जाते हैं की कोई भी विद्यार्थी इसे आसानी से समझ ले कि किस प्रकार से कोई अभिक्रिया होती है और रसायन का हमारे जीवन में क्या महत्व है और हम इस शिक्षा का उपयोग किस प्रकार से कर सकते हैं। .

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राधे मोहन राधे श्याम पी जी कालेज

राधे मोहन राधे श्याम महाविद्यालय, राजेसुल्तानपुर में स्थित एक महाविद्यालय है। इसकी स्थापना 2013 मे हुई थी। यह उस समय राजेसुल्तानपुर में स्थापित सबसे बृहद महाविद्यालय है। श्रेणी:उत्तर प्रदेश के कॉलेज.

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राम कृष्ण महाविद्यालय, मधुबनी

राम कृष्ण महाविद्यालय (आर के कोलेज), बिहार के मिथिलांचल की हृदयस्थली मधुबनी में स्थित एक महाविद्यालय है। १९४० को स्थापित यह महाविद्यालय मिथिला में ही नहीं अपितु बिहार से दूर पूरे भारत सही नेपाल में भी अपनी शिक्षा और प्रसाशन के लिए एक पहचान रखता है। चाहे विज्ञान कि पढाई हो या कॉमर्स की; चाहे स्नातकोत्तर की; ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में यह अपनी वर्चस्वता और श्रेष्ठता रखने वाला महाविद्यालय है। श्रेणी:बिहार के महाविद्यालय en:Ram Krishna College.

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राष्ट्रीय शिक्षा संघ (संयुक्त राज्य अमेरिका)

राष्ट्रीय शिक्षा संघ संयुक्त राज्य अमेरिका की सबसे बड़ी मजदूर संघ है, जिसके सदस्य महाविद्यालय और विश्वविद्यालय के शिक्षक और कर्मचारी हैं।.

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राजकीय संस्कृत महाविद्यालय, वाराणसी

राजकीय संस्कृत महाविद्यालय (Government Sanskrit College) वाराणसी का प्रथम महाविद्यालय था। इसकी स्थापना १७९१ में हुई थी। इस महाविद्यालय से अनेकों ख्यातलब्ध अध्यापक निकले। सन १९५८ में यह सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय में मिला लिया गया। .

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लल्लन जी ब्रह्मचारी महाविद्यालय

लल्लन जी ब्रह्मचारी महाविद्यालय, राजेसुल्तानपुर में स्थित एक समानित महाविद्यालय है। इसकी स्थापना 1970 में हुई थी। यह उस समय राजेसुल्तानपुर में स्थापित प्रथम महाविद्यालय था। .

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लखनऊ विश्वविद्यालय

लखनऊ विश्वविद्यालय लखनऊ विश्वविद्यालय भारत के प्रमुख शैक्षिक-संस्थानों में से एक है। यह लखनऊ के समृद्ध इतिहास को तो प्रकट करता ही है नगर के प्रमुख दर्शनीय स्थलों में से भी एक है। इसका प्राचीन भवन मध्यकालीन भारतीय स्थापत्य का सुंदर उदाहरण है। इसमें पढ़ने और पढाने वाले अनेक शिक्षक और विद्यार्थी देश और विदेश में प्रसिद्धि प्राप्त कर चुके हैं। .

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लेडी श्रीराम महिला महाविद्यालय

लेडी श्रीराम कॉलेज  (अंग्रेजी:LSR) दिल्ली विश्वविद्यालय में महिलाओं का महाविद्यालय है। यह भारत में उदार (लिबरल) कला-शिक्षा के लिए प्रमुख संस्थानों में से एक माना जाता है। .

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लेडी इरविन कॉलेज

लेडी इरविन कालेज दिल्ली विश्वविद्यालय से सम्बद्ध एक महिला महाविद्यालय है। यह नई दिल्ली में स्थित है। इसकी स्थापना १९३२ में हुई थी। यहाँ खाद्य प्रौद्योगिकी में स्नातक पाठ्यक्रम तथा गृह विज्ञान में स्नातक तथा परास्नातक पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं। .

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श्यामपट

श्यामपटश्यामपट, जिसे चाकपट भी कहते हैं, का प्रयोग लिखने के लिए एक सतह के रूप में किया जाता है। इस पर चाक (कैल्शियम सल्फेट) या खड़िया की सहायता से लिखा जाता है। यह लिखने के लिए बार बार प्रयोग में आने वाला माध्यम है क्योंकि इस पर लिखी सामग्री मिटायी जा सकती है। श्यामपट का उपयोग विद्यालयों (स्कूल) और महाविद्यालयों में शिक्षणकार्य में मदद करने के लिए किया जाता है। श्यामपट का उपयोग धीरे धीरे कम होता जा रहा है क्योंकि लोग श्यामपट के स्थान पर श्वेतपट प्रयोग मे लाने लगे हैं। कुछ लोगों को लिखने मे प्रयुक्त चाक की धूल से एलर्जी होती है और इस धूल को गिरने पर साफ करना भी कठिन होता है। चाकपटों पर लिखने मे प्रयोग आने वाली चाक मे वास्तव में चाक (पत्थर) बिल्कुल भी नहीं होता है और इसका निर्माण कारखानों में किया जाता है। स्कूल के शिक्षक शिक्षण कार्य मे इन चाकपटों का उपयोग करते हैं। चाकपट का रंग काला या हरा हो सकता है काले रंग के चाकपट को श्यामपट और हरे रंग के चाकपट को हरितपट कहा जाता है। श्रेणी:शिक्षा.

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श्री राम जानकी संस्कृत महाविद्यालय

कोई विवरण नहीं।

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श्री रामेश्वर गहिरा गुरु संस्कृत महाविद्यालय

श्री रामेश्वर गहिरा गुरु संस्कृत महाविद्यालय, छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के सामरबार में स्थित एक संस्कृत महाविद्यालय है। इसकी स्थापना ०१ जुलाई १९५६ को रामेश्वर गहिरा द्वारा की गयी थी। यह महाविद्यालय 'सनातन सन्त समाज गहिरा' द्वारा संचालित है। यह महाविद्यालय बगीचा तहसील म्ं बगीचा से बतौली-अम्बिकापुर मार्ग पर बिमड़ा से 4 कि.मी.

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श्री अग्रसेन महाविद्यालय, दालखोला

श्री अग्रसेन महाविद्यालय या श्री अग्रसेन कॉलेज उत्तर दिनाजपुर जिला, पश्चिम बंगाल में एक महाविद्यालय हैं, इसकी स्थापना 1995 में हुआ था। .

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सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय

सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश के वाराणसी नगर में स्थित एक संस्कृत विश्वविद्यालय है। यह पूर्वात्य शिक्षा एवं संस्कृत से सम्बन्धित विषयों पर उच्च शिक्षा का केन्द्र है। यह विश्वविद्यालय मूलतः 'शासकीय संस्कृत महाविद्यालय' था जिसकी स्थापना सन् १७९१ में की गई थी। वर्ष 1894 में सरस्वती भवन ग्रंथालय नामक प्रसिद्ध भवन का निर्माण हुआ जिसमें हजारों पाण्डुलिपियाँ संगृहीत हैं। 22 मार्च 1958 को उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ सम्पूर्णानन्द के विशेष प्रयत्न से इसे विश्वविद्यालय का स्तर प्रदान किया गया। उस समय इसका नाम 'वाराणसेय संस्कृत विश्वविद्यालय' था। सन् १९७४ में इसका नाम बदलकर 'सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय' रख दिया गया। भारत और नेपाल के महाविद्यालय इसके विश्वविद्यालय बनने के पहले से ही इससे सम्बद्ध थे। केवल उत्तर प्रदेश के सम्बद्ध महाविद्यालयों की संख्या 1441 थी। इस प्रकार यह संस्थान न केवल भारत के लिए बल्कि दूसरे देशों के महाविद्यालयों के लिए भी विश्वविद्यालय के समान ही था। .

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सर्विसिज़ इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसिज़

सर्विसिज़ इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसिज़ 2003 में स्थापित, लाहौर, पंजाब, पाकिस्तान में स्थित चिकित्सा का सरकारी महाविद्यालय है। .

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स्पाइवेयर

स्पाइवेयर मालवेयर का एक प्रकार है जो कंप्यूटर पर इंस्टॉल किया जाता है और उपयोगकर्ताओं की गैर-जानकारी में उनके बारे में सूचनाएं एकत्र किया करता है। स्पाइवेयर की उपस्थिति आमतौर पर उपयोगकर्ताओं से छिपी होती है। विशिष्ट रूप से, स्पाइवेयर चुपके से उपयोगकर्ताओं के व्यक्तिगत कंप्यूटर पर इंस्टॉल किया जाता है। हालांकि, कभी कभी, कीलॉगर्स जैसे स्पाइवेयर साझा, कॉर्पोरेट, या सार्वजनिक कंप्यूटर के मालिक द्वारा भी इंस्टॉल किये जाते हैं ताकि गुप्त रूप से अन्य उपयोगकर्ताओं की निगरानी की जा सके.

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हर्बट होप रिस्ली

हर्बट होप रिस्ली .

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हंसराज कॉलेज

राजधानी में दिल्ली विश्वविद्यालय से सम्बद्ध एक सुप्रतिष्ठित बहुसंकाय-स्नातकोत्तर महाविद्यालय है। हंसराज कॉलेज (एचआरसी) (हिंदी: हंस राज कॉलेज) नई दिल्ली, भारत में दिल्ली विश्वविद्यालय का एक घटक कॉलेज है। कॉलेज विज्ञान, लिबरल आर्ट्स और कॉमर्स में पढ़ाई प्रदान करता है। १९४८ में इसकी नींव के बाद से, कॉलेज ने उल्लेखनीय पूर्व छात्रों का निर्माण किया है जो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने क्षेत्रों में प्रमुख नेता हैं। यह दिल्ली विश्वविद्यालय का पहला कॉलेज और पहला केन्द्रीय विश्वविद्यालय कॉलेज है जो अपने परिसर में एक विशाल राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है, जिसे भारतीय ध्वज फाउंडेशन (एनजीओ) द्वारा शुरू किया गया था। २५ जनवरी २०१७ को हंसराज एलुन्नस और भारत के ध्वज फाउंडेशन के संस्थापक द्वारा ध्वज फहराया गया था, श्री नवीन जिंदल। हंस राज कॉलेज की स्थापना डी.ए.वी। १९४८ में कॉलेज प्रबंधन समिति ने २६ जुलाई को प्रमुख भारतीय शिक्षक और राष्ट्रवादी महात्मा हंसराज की याद में शुरुआत में पुरुषों के लिए एक संस्थान के रूप में शुरू किया गया था, कॉलेज में १९७८ सह-शैक्षिक बन गया। विज्ञान में एसईआरएफ के बाद स्टीफंस में और वाणिज्य के लिए हंसराज दिल्ली विश्वविद्यालय का दूसरा सबसे अच्छा कॉलेज है। यह डीएवी ग्रुप के सबसे बड़े संस्थानों में से एक है, जो भारत में ७०० से अधिक संस्थानों को संचालित और प्रबंधित करता है। ५००० से अधिक छात्रों के साथ, यह दिल्ली विश्वविद्यालय के सबसे बड़े कॉलेजों में से एक है .

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होलकर विज्ञान महाविद्यालय, इन्दौर

इन्दौर का होलकर विज्ञान महाविद्यालय होलकर विज्ञान महाविद्यालय इन्दौर का एक महाविद्यालय है जिसमें विज्ञान विषयों की शिक्षा की अच्छी व्यवस्था है। यह महाविद्यालय इन्दौर में आगरा-बम्बई मार्ग पर भवंरकुँआ चौराहे के पास है। 10 जून 1891 में होलकर वंश के महाराजा शिवाजीराव होलकर ने इसकी आधारशिला रखी।यह 36 एकड के भू भाग में फैला हुआ है एवं वर्तमान में गणित एवं जीवविज्ञान संकाय के 10 से अधिक विभाग संचालित है।यशवंत हाल, रेड बिल्डिंग,एकेडमिक हाल यहां के प्रमुख शिक्षण और साहित्यिक केंद्र है।वर्तमान में यहां पर स्नातक और स्ातकोत्तर के 30 से अधिक पाठयक्रम संचालित हो रहे हैं। 1985 में इस महाविद्यालय को आदर्श(माॅडल) का जबकि 1988 में यह स्वशासी(आटोनामस) का दर्जा दिया गया। वर्ष 2015-2016 में इसे नेक NACC द्वारा 'ए' ग्रेड प्रदान किया गया है। वर्तमान में लगभग 4000 विद्यार्थी यहाँ अध्ययनरत है। श्रेणी:शिक्षण संस्थान.

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जनता कालेज, बकेवर (इटावा)

जनता कालेज, बकेवर (इटावा), छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (पूर्व में कानपुर विश्वविद्यालय) से संबद्ध है तथा बकेवर (इटावा) (उत्तर प्रदेश) में स्थित है। श्रेणी:उत्तर प्रदेश के विद्यालय.

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जमशेदपुर को-आपरेटिव कालेज

जमशेदपुर को-आपरेटिव कालेज झारखंड प्रांत के जमशेदपुर में स्थित एक प्रमुख महाविद्यालय है जो साक्ची में स्थित है। महाविद्यालय राँची विश्वविद्यालय से संबद्ध संस्थान है। यह भारत का पहला सहकारी महाविद्यालय है। यह सन् १९७० में आरम्भ हुआ था। .

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विल्नुस विश्वविद्यालय का पुस्तकालय

श्रेणी:पुस्तकालय विल्नुस विश्वविद्यालय का पुस्तकालय (VUB) - सब से पुराना पुस्तकालय लिथुआनिया में है। वह जेशूइट के द्वारा स्थापित किया गया था। पुस्तकालय विल्नुस विश्वविद्यालय से पुराना है - पुस्तकालय १५७० में और विश्वविद्यालय १५७९ में स्थापित किया गया था। कहने तो लायक है कि अभी तक पुस्तकालय समान निर्माण में रहा है।पहले पुस्तकालय वर्तमान भाषाशास्त्र (फ़िलोलोजी) के वाचनालय में रहा था। आज पुस्तकालय में लगभग ५४ लाख दस्तावेज रखे हैं। ताक़ों की लम्बाई - १६६ किलोमीटर ।अभी पुस्तकालय के २९ हज़ार प्रयोक्ते हैं। १७५३ में यहाँ लिथुआनिया की प्रथम वेधशाला स्थापित की गयी थी। प्रतिवर्ष विल्नुस विश्वविद्यालय के पुस्तकालय में बहुत पर्यटक आते हैं - न केवल लिथुआनिया से बल्कि भारत, स्पेन, चीन, अमरीका से, वगैरह। विल्नुस विश्वविद्यालय के पुस्तकालय में प्रसिद्ध व्यक्तित्व भी आते हैं। उदाहरण के लिये - राष्ट्रपति, पोप, दलाई लामा, वगैरह। विल्नुस विश्वविद्यालय के पुस्तकालय का सदर मकान उनिवेर्सितेतो ३ में, राष्ट्रपति भवन के पास स्थापित किया गया है। यहाँ १३ वाचनालय और ३ समूहों के कमरे हैं। दूसरे विल्नुस के स्थानों में अन्य पुस्तकालय के भाग मिलते हैं। .

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विश्‍वविद्यालय अनुदान आयोग (भारत)

आयोग की स्थापना के समय मौलाना आजाद एवं डॉ॰सर्वपल्ली राधाकृष्णन भारत का विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (अंग्रेज़ी:University Grants Commission, लघु:UGC) केन्द्रीय सरकार का एक उपक्रम है जो सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों को अनुदान प्रदान करता है। यही आयोग विश्वविद्यालयों को मान्यता भी देता है। इसका मुख्यालय नयी दिल्ली में है और इसके छः क्षेत्रीय कार्यालय पुणे, भोपाल, कोलकाता, हैदराबाद, गुवाहाटी एवं बंगलुरु में हैं।। हिन्दुस्तान लाइव। २२ फ़रवरी २०१० .

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खाली घोंसले का संलक्षण

खाली घोंसले के संलक्षण (Empty nest syndrome) दुःख और अकेलेपन की एक भावना है जो अक्सर माता-पिता महसूस करते हैं जब उनके बच्चे पहली बार घर छोड़ते हैं। बच्चों के घर छोड़ने का कारण स्वयं पर जीने का प्रारंभ करना या कॉलेज या विश्वविद्यालय में भाग लेना हो सकता हैं। यह एक नैदानिक स्थिति नहीं है। .

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गुरुकुल महाविद्यालय, ज्वालापुर

गुरुकुल महाविद्यालय, उत्तराखण्ड के हरिद्वार जनपद के ज्वालापुर में स्थित एक महाविद्यालय है। इसकी स्थापना १९०७ में हुई थी। गुरुकुल महाविद्यलय ज्वालापुर, उत्तराचंल प्रदेश में अवस्थित जनपद हरिद्वार के ज्वालापुर नामक उपनगर से आधा किमी दूरी पर भागीरथी की नहर के दक्षिणी तट पर रेलवे लाइन से बिल्कुल सटा हुआ, लोहे के पुल के दक्षिण की ओर सुविस्तृत एवं परम रमणीक भूमि में स्थित है। इसकी स्थापना वैशाख शुक्ला 3 (अक्षय तृतीया) सम्वत 1964 वि0 (तदनुसार 30 जून सन् 1907 ई0) को दानवीर स्वर्गीय बाबू सीताराम जी, इंसपेक्टर ऑफ पुलिस ज्वालापुर, के सुरम्य उद्यान में संस्कृत-शिक्षा के प्रचार एवं विलुप्त 'ब्रह्मचर्याश्रम’ प्रणाली के पुनरुद्धार के विशेष उद्देश्य को लेकर शास्त्रार्थ-महारथी, उद्भट विद्वान् प्रसिद्धवाग्मी स्वनामधन्य तार्किकशिरोमणि वीतराग श्री 108 स्वामी दर्शनानन्द जी सरस्वती के करकमलों द्वारा केवल तीन बीघा भूमि में बारह आने के स्थिर कोष से हुई थी। इस महाविद्यालय की विशेषता है कि यह प्राचीन ब्रह्मचर्याश्रम प्रणाली के आधार पर आर्यसमाज के संस्थापक महर्षि दयानन्द सरस्वती द्वारा निर्दिष्ट पद्धति के अनुसार निर्धन एवं धनवान् छात्रो को सर्वथा समान भाव से वैदिक वाङ्मय की उच्चतम निःशुल्क शिक्षा देता है। शिक्षा का माध्यम आर्य-भाषा हिन्दी है। इस संस्था में वेद, वेदांग, उपनिषद्, दर्शनशास्त्र, संस्कृत साहित्य, धर्मशास्त्र आदि प्राच्य विषयों के अतिरिक्त हिन्दी, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान (भूगोल, इतिहास, नागरिक शास्त्र), कम्प्यूटर और अंग्रेजी भाषा की भी यथोचित शिक्षा दी जाती है। यहाँ से शिक्षा प्राप्त करके सहस्राधिक छात्र स्नातक बनकर देश के धार्मिक, सामाजिक, राजनैतिक, साहित्यिक आदि विभिन्न क्षेत्रों में बड़ी तत्परता और कुशलता के साथ कार्य कर रहे हैं। यह संस्था संस्कृत साहित्य के ज्ञान और उसके ठोस पाण्डित्य में अपना विशेष स्थान और प्रभाव रखती है। यहाँ का जीवन सरल और रहन-सहन सादा है। स्नातकों तथा छात्रों मे शास्त्रीय विषयों के प्रौढ़ पाण्डित्य के साथ-साथ ग्रन्थ-लेखन, पत्रकारिता, कवित्व-शक्ति, कुशल अध्यापकत्व, व्याख्यान-कला आदि में विशेष प्रगतिशीलता है। इसके पास 300 बीघा भूमि है, जिससे कृषि और वाटिका आदि के द्वारा पर्याप्त सहायता प्राप्त होती है। संस्था में बड़े-बड़े विशाल भवन हैं, जो यहाँ के सौन्दर्य में अपना विशेष स्थान रखते हैं। यहाँ के कार्यकर्ता एवं आचार्य सदा से त्यागी, तपस्वी, सरस्वती के सच्चे उपासक एवं अनन्य भक्त रहे हैं, जो सांसारिक प्रलोभनों से भी उदासीन हैं। इसी का यह सपरिणाम है कि आज की विषम परिस्थितियों में भी सह संस्था किसी न किसी रूप में दुःख-सुख भोगकर दपना अस्तित्व सुरक्षित रखो हुए है। इसे पूर्णरूपेण न राज्याश्रय प्राप्त है और न ही अपेक्षित रूप से जनता का आश्रय ही प्राप्त हुआ है। केवल भगवान् के भरोसे पर उसी दीनबन्धु के विश्वास और आदर्श-संन्यासी श्री स्वामी दर्शानानन्द जी सरस्वती के एकमात्र भोगवाद के दृढ़ सिद्धान्त पर इसका संचालन निर्बाध रूप से हो रहा है। .

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गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय

गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय भारत के उत्तराखण्ड राज्य के हरिद्वार शहर में स्थित है। इसकी स्थापना सन् १९०२ में स्वामी श्रद्धानन्द ने की थी। भारत में लार्ड मैकाले द्वारा प्रतिपादित अंग्रेजी माध्यम की पाश्चात्य शिक्षा नीति के स्थान पर राष्ट्रीय विकल्प के रूप में राष्ट्रभाषा हिन्दी के माध्यम से भारतीय साहित्य, भारतीय दर्शन, भारतीय संस्कृति एवं साहित्य के साथ-साथ आधुनिक विषयों की उच्च शिक्षा के अध्ययन-अध्यापन तथा अनुसंधान के लिए यह विश्वविद्यालय स्थापित किया गया था। इस विश्वविद्यालय का प्रमुख उद्देश्य जाति और छुआ-छूत के भेदभाव के बिना गुरु-शिष्य परम्परा के अन्तर्गत् अध्यापकों एवं विद्यार्थियों के मध्य निरन्तर घनिष्ट सम्बन्ध स्थापित कर छात्र-छात्राओं को प्राचीन एवं आधुनिक विषयों की शिक्षा देकर उनका मानसिक और शारीरिक विकास कर चरित्रवान आदर्श नागरिक बनाना है। विश्वविद्यालय हरिद्वार रेलवे स्टेशन से लगभग 5 किलोमीटर दक्षिण में स्थित है। जून 1962 में भारत सरकार ने इस शिक्षण संस्था के राष्ट्रीय स्वरूप तथा शिक्षा के क्षेत्र में इसके अप्रतिम् योगदान को दृष्टि में रखते हुए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के एक्ट 1956 की धारा 3 के अन्तर्गत् समविश्वविद्यालय (डीम्ड यूनिवर्सिटी) की मान्यता प्रदान की और वैदिक साहित्य, संस्कृत साहित्य, दर्शन, हिन्दी साहित्य, अंग्रेजी, मनोविज्ञान, गणित तथा प्राचीन भारतीय इतिहास संस्कृति एवं पुरातत्त्व विषयों में स्नातकोत्तर अध्ययन की व्यवस्था की गई। उपरोक्त विषयों के अतिरिक्त वर्तमान में विश्वविद्यालय में भौतिकी, रसायन विज्ञान, कम्प्यूटर विज्ञान, अभियांत्रिकी, आयुर्विज्ञान व प्रबन्धन के अध्ययन-अध्यापन की व्यवस्था है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा स्थापित स्वायत्तशासी संस्थान ‘राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद्’ (NACC) द्वारा मई 2002 में विश्वविद्यालय को चार सितारों (****) से अलंकृत किया गया था। परिषद् के सदस्यों ने विश्वविद्यालय की संस्तुति यहां के परिवेश, शैक्षिक वातावरण, शुद्ध पर्यावरण, बृहत् पुस्तकालय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर के संग्रहालय आदि से प्रभावित होकर की थी। विश्वविद्यालय की सभी उपाधियां भारत सरकार/विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा मान्य हैं। यह विश्वविद्यालय भारतीय विश्वविद्यालय संघ (A.I.U.) तथा कामनवैल्थ विश्वविद्यालय संघ का सदस्य है। .

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गुवाहाटी विश्वविद्यालय

गुवाहाटी विश्वविद्यालय असम के गुवाहाटी नगर में स्थित भारत का एक विश्वविद्यालय है। यह पूर्वोत्तर भारत का प्रथम विश्वविद्यालय है। इसकी स्थापना २६ जनवरी १९४८ को हुई थी। यह विश्वविद्यालय गुवाहाटी के पश्चिमी भाग में स्थित है। २३९ महाविद्यालय इससे सम्बद्ध हैं। .

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गौरी शिंदे

गौरी शिंदे एक भारतीय विज्ञापन-फिल्म और फीचर फिल्म निर्देशिका हैं। शिंदे ने अपने दिशात्मक कैरियर की शुरुआत अत्यधिक प्रशंसित इंग्लिश विनग्लिश (२०१२) से की, जिससे अभिनेत्री श्रीदेवी ने अपनी वापसी की। शिंदे फाइनेंशियल टाइम्स  की २०१२ की सूची '२५ इंडियन टू वाच" में शामिल हुई।  रेडीफ की सूची  'बॉलीवुड के २०१२ के  ५ सबसे अच्छे निर्देशकों' में भी वो शामिल हुई है। .

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आत्मा राम सनातन धर्म कॉलेज

आत्मा राम सनातन धर्म कॉलेज दिल्ली विश्वविद्यालय से सम्बद्ध एक सहशिक्षा महाविद्यालय है। पूर्व में इसका नाम 'सनातन धर्म कालेज' था। इसकी स्थापना ३ अगस्त १९५९ को दिल्ली की सनातन धर्म सभा ने किया था। सुप्रसिद्ध परोपकारी श्री आत्मा राम चड्ढा १९६७ में इसकी शासी समिति के अध्यक्ष बने। प्राध्यापक रेणु देसवाल इसकी वर्तमान अध्यक्षा हैं। इस कॉलेज को एनआईआरएफ 2017 रैंकिंग में ५वां स्थान मिला है और एनएएसी से ए ग्रेड मिला है। यहां बीए, बीकॉम, बीएससी, एमए और एमकॉम कोर्स कराए जाते हैं। यहां 193 फैकल्टी हैं, जिनमें से 93 महिला और 100 पीएचडी हैं। यहां हर वर्ष ११७९ छात्रों का नामांकन होता है। छात्राओं के लिए न्यूनतांक में १ प्रतिशत की छूट भी है। .

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आयुर्विज्ञान महाविद्यालय

आयुर्विज्ञान महाविद्यालय (मेडिकल कॉलेज) वे महाविद्यालय हैं जिनमें आयुर्विज्ञान की उच्च शिक्षा प्रदान की जाती है। .

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आरा

आरा भारत प्रांत के बिहार राज्य का एक प्रमुख शहर है। यह भोजपुर जिले का मुख्यालय है। राजधानी पटना से इसकी दूरी महज 55 किलोमीटर है। देश के दूसरे भागों से ये सड़क और रेलमार्ग से जुड़ा हुआ है। यह नगर वाराणसी से 136 मील पूर्व-उत्तर-पूर्व, पटना से 37 मील पश्चिम, गंगा नदी से 14 मील दक्षिण और सोन नदी से आठ मील पश्चिम में स्थित है। यह पूर्वी रेलवे की प्रधान शाखा तथा आरा-सासाराम रेलवे लाइन का जंकशन है। डिहरी से निकलने वाली सोन की पूर्वी नहर की प्रमुख 'आरा नहर' शाखा भी यहाँ से होकर जाती है। आरा को 1865 में नगरपालिका बनाया गया था। गंगा और सोन की उपजाऊ घाटी में स्थित होने के कारण यह अनाज का प्रमुख व्यापारिक क्षेत्र तथा वितरणकेंद्र है। रेल मार्ग और पक्की सड़क द्वारा यह पटना, वाराणसी, सासाराम आदि से सीधा जुड़ा हुआ है। बहुधा सोन नदी की बाढ़ों से अधिकांश नगर क्षतिग्रस्त हो जाता है। .

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इलाहाबाद विश्वविद्यालय

इलाहाबाद विश्वविद्यालय भारत का एक प्रमुख विश्वविद्यालय है। यह एक केन्द्रीय विश्वविद्यालय है। यह आधुनिक भारत के सबसे पहले विश्वविद्यालयों में से एक है। इसे 'पूर्व के आक्सफोर्ड' नाम से जाना जाता है। इसकी स्थापना सन् 1887 ई को एल्फ्रेड लायर की प्रेरणा से हुयी थी। इस विश्वविद्यालय का नक्शा प्रसिद्ध अंग्रेज वास्तुविद इमरसन ने बनाया था। १८६६ में इलाहाबाद में म्योर कॉलेज की स्थापना हुई जो आगे चलकर इलाहाबाद विश्वविद्यालय के रूप में विकसित हुआ। आज भी यह इलाहाबाद विश्वविद्यालय का महत्त्वपूर्ण हिस्सा है। म्योर कॉलेज का नाम तत्कालीन संयुक्त प्रांत के गवर्नर विलियम म्योर के नाम पर पड़ा। उन्होंने २४ मई १८६७ को इलाहाबाद में एक स्वतंत्र महाविद्यालय तथा एक विश्वविद्यालय के निर्माण की इच्छा प्रकट की थी। १८६९ में योजना बनी। उसके बाद इस काम के लिए एक शुरुआती कमेटी बना दी गई जिसके अवैतनिक सचिव प्यारे मोहन बनर्जी बने। ९ दिसम्बर १८७३ को म्योर कॉलेज की आधारशिला टामस जार्ज बैरिंग बैरन नार्थब्रेक ऑफ स्टेटस सीएमएसआई द्वारा रखी गई। ये वायसराय तथा भारत के गवर्नर जनरल थे। म्योर सेंट्रल कॉलेज का आकल्पन डब्ल्यू एमर्सन द्वारा किया गया था और ऐसी आशा थी कि कॉलेज की इमारतें मार्च १८७५ तक बनकर तैयार हो जाएँगी। लेकिन इसे पूरा होने में पूरे बारह वर्ष लग गए। १८८८ अप्रैल तक कॉलेज के सेंट्रल ब्लॉक के बनाने में ८,८९,६२७ रुपए खर्च हो चुके थे। इसका औपचारिक उद्घाटन ८ अप्रैल १८८६ को वायसराय लार्ड डफरिन ने किया। २३ सितंबर १८८७ को एक्ट XVII पास हुआ और कलकत्ता, बंबई तथा मद्रास विश्वविद्यालयों के बाद इलाहाबाद विश्वविद्यालय उपाधि प्रदान करने वाला भारत का चौथा विश्वविद्यालय बन गया। इसकी प्रथम प्रवेश परीक्षा मार्च १८८९ में हुई। .

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इंजीनियरी महाविद्यालय

इंजीनियरी महाविद्यालय (Engineering colleges) से आशय उन महाविद्यलयों से है जिनमें स्नातक स्तर पर इंजीनियरी की पढ़ाई होती है। इन पाठ्यक्रमों की अवधि चार से पाँच वर्ष की होती है। .

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कडलूर

कडलोर भारत का एक नगर है जो तमिलनाडु राज्य के कडलूर जिले का मुख्यालय है। यह नगर मद्रास नगर से १९० कि॰मी॰ तथा पांडिचेरी से १९ कि॰मी॰ की दूरी पर मद्रास-त्रिचनापल्ली सड़क पर स्थित है। यहाँ की जलवायु अच्छी है। यह आसपास के जिलों का स्वास्थ्यवर्धक केंद्र है। पोनेयर तथा गदिलम नदियाँ इस नगर से बहती हुई समुद्र में गिरती हैं। इसका नाम संभवत: 'कुदल-उर' का विकृत रूप है, जिसका अर्थ दो नदियों का संगम है। १८८४ ई. में बाढ़ का पानी नगर के बीच से बहने लगा था। यहाँ से गन्ना और तेलहन बाहर भेजा जाता हे। यह नगर संत डेविड के किले के लिए प्रख्यात हे जो खंडहर के रूप में गदिलम नदी के किनारे स्थित है। इस किले का निर्माण एक हिंदू व्यापारी ने कराया था। सन् १६७७ ई. में यह शिवाजी के हाथ में चला आया। तब से इसका नाम 'संत डेविड का किला' हो गया। सन् १७५६ ई. में रॉबर्ट क्लाइव यहाँ का गर्वनर नियुक्त किया गया। १७५८ ई. में फ्रांसीसियों ने इसको अपने अधिकार में कर लिया। १७८५ ई. में यह पुन: अंग्रेजों के हाथ में चला आया। बाफ्ता की बुनाई यहाँ का मुख्य उद्योग है। जेल के कैदी दरी, गमछे तथा अन्य सूती कपड़े बुनते हैं। यहाँ दो महाविद्यालय हैं। श्रेणी:तमिलनाडु श्रेणी:तमिल नाडु के शहर.

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कमला नेहरू महिला महाविद्यालय, जोधपुर

कमला नेहरू महिला महाविद्यालय राजस्थान के जोधपुर ज़िले में स्थित एक महिला महाविद्यालय है। यह कॉलेज जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय से संबद्ध है। इसे 1962 में स्थापित किया गया था। .

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कर्म क्षेत्र पी॰जी॰ कालेज

कर्म क्षेत्र पी॰जी॰ कालेज, इटावा या के॰के॰पी॰जी॰ कॉलेज में विज्ञान, कला, वाणिज्य संकायों में स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों की पढ़ाई होती है। यह कॉलेज इटावा, उत्तर प्रदेश में स्थित है। यह कॉलेज छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (पूर्व में कानपुर विश्वविद्यालय) से संबद्ध है। .

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कलकत्ता मेडिकल कॉलेज

कोलकाता मेडिकल कॉलेज (कलकत्ता मेडिकल कॉलेज) की स्थापना १८३५ में मेडिकल कॉलेज, बंगाल के रूप में कोलकाता में हुई थी। यह एशिया में यूरोपियाई चिकित्सा का दूसरा महाविद्यालय था। .

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कांथी सुरेश

कांथी डी सुरेश (जन्म 25 अप्रैल) एक भारतीय खेल पत्रकार है और उन्होंने भारत के लिए राष्ट्रीय मेजबान प्रसारक पर ओलंपिक, एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों का होस्ट किया है! .

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किलपौक मेडिकल कालिज

किलपौक मेडिकल कालिज चेन्नई का एक चिकित्सा महाविद्यालय है। श्रेणी:चेन्नई में शिक्षा.

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कुलाधिपति (शिक्षा)

कुलाधिपति किसी महाविद्यालय या विश्वविद्यालय का प्रमुख होता है, जो विश्वविद्यालय का आमतौर पर या तो कार्यकारिणी या आनुष्ठानिक प्रमुख होता है। अधिकांश राष्ट्रमण्डल देशों में कुलाधिपति विश्वविद्यालय का नाम का प्रमुख होता है। ऐसी स्थितियों में विश्वविद्यालय का मुख्य कार्यकारी अधिकारी उप कुलाधिपति होता है। .

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अंतरराष्ट्रीय गणितीय ओलंपियाड

अंतरराष्ट्रीय गणितीय ओलंपियाड का लोगो। अंतरराष्ट्रीय गणितीय ओलंपियाड (International Mathematical Olympiad) (IMO – आइएमओ) एक पूर्व-कॉलेजिएट छात्रों के लिए वार्षिक छह-प्रशन, 42-बिंदु गणितीय ओलंपियाड हैं, जो की अन्तर्राष्ट्रीय विज्ञान ओलम्पियाड में सबसे पुराना हैं। प्रथम आइएमओ 1959 में रोमानिया में आयोजित किया गया था। इसके पश्चात से इसे, 1980 में छोड़कर, सालाना आयोजित किया गया। आइएमओ में लगभग 100 देशों की टीम भाग लेती हैं, प्रत्येक टीम में अधिकाधिक छह छात्र, एक टीम नेता, उप नेता व प्रेक्षक होता है। .

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अकादमिक वर्ष

एक अकादमिक वर्ष समय की एक अवधि हैं जिसका उपयोग अध्ययन की मात्रा को मापने के लिए विद्यालयों, महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों द्वारा किया जाता हैं। श्रेणी:विद्यार्जन पारिभाषिकी श्रेणी:चित्र जोड़ें.

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उत्तर प्रदेश

आगरा और अवध संयुक्त प्रांत 1903 उत्तर प्रदेश सरकार का राजचिन्ह उत्तर प्रदेश भारत का सबसे बड़ा (जनसंख्या के आधार पर) राज्य है। लखनऊ प्रदेश की प्रशासनिक व विधायिक राजधानी है और इलाहाबाद न्यायिक राजधानी है। आगरा, अयोध्या, कानपुर, झाँसी, बरेली, मेरठ, वाराणसी, गोरखपुर, मथुरा, मुरादाबाद तथा आज़मगढ़ प्रदेश के अन्य महत्त्वपूर्ण शहर हैं। राज्य के उत्तर में उत्तराखण्ड तथा हिमाचल प्रदेश, पश्चिम में हरियाणा, दिल्ली तथा राजस्थान, दक्षिण में मध्य प्रदेश तथा छत्तीसगढ़ और पूर्व में बिहार तथा झारखंड राज्य स्थित हैं। इनके अतिरिक्त राज्य की की पूर्वोत्तर दिशा में नेपाल देश है। सन २००० में भारतीय संसद ने उत्तर प्रदेश के उत्तर पश्चिमी (मुख्यतः पहाड़ी) भाग से उत्तरांचल (वर्तमान में उत्तराखंड) राज्य का निर्माण किया। उत्तर प्रदेश का अधिकतर हिस्सा सघन आबादी वाले गंगा और यमुना। विश्व में केवल पाँच राष्ट्र चीन, स्वयं भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका, इंडोनिशिया और ब्राज़ील की जनसंख्या उत्तर प्रदेश की जनसंख्या से अधिक है। उत्तर प्रदेश भारत के उत्तर में स्थित है। यह राज्य उत्तर में नेपाल व उत्तराखण्ड, दक्षिण में मध्य प्रदेश, पश्चिम में हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान तथा पूर्व में बिहार तथा दक्षिण-पूर्व में झारखण्ड व छत्तीसगढ़ से घिरा हुआ है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ है। यह राज्य २,३८,५६६ वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला हुआ है। यहाँ का मुख्य न्यायालय इलाहाबाद में है। कानपुर, झाँसी, बाँदा, हमीरपुर, चित्रकूट, जालौन, महोबा, ललितपुर, लखीमपुर खीरी, वाराणसी, इलाहाबाद, मेरठ, गोरखपुर, नोएडा, मथुरा, मुरादाबाद, गाजियाबाद, अलीगढ़, सुल्तानपुर, फैजाबाद, बरेली, आज़मगढ़, मुज़फ्फरनगर, सहारनपुर यहाँ के मुख्य शहर हैं। .

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उत्तर प्रदेश का इतिहास

उत्तर प्रदेश का भारतीय एवं हिन्दू धर्म के इतिहास मे अहम योगदान रहा है। उत्तर प्रदेश आधुनिक भारत के इतिहास और राजनीति का केन्द्र बिन्दु रहा है और यहाँ के निवासियों ने भारत के स्वतन्त्रता संग्राम में प्रमुख भूमिका निभायी। उत्तर प्रदेश के इतिहास को निम्नलिखित पाँच भागों में बाटकर अध्ययन किया जा सकता है- (1) प्रागैतिहासिक एवं पूर्ववैदिक काल (६०० ईसा पूर्व तक), (2) हिन्दू-बौद्ध काल (६०० ईसा पूर्व से १२०० ई तक), (3) मध्य काल (सन् १२०० से १८५७ तक), (4) ब्रिटिश काल (१८५७ से १९४७ तक) और (5) स्वातंत्रोत्तर काल (1947 से अब तक)। .

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उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय

अधिसूचना संख्या 486/विधायी एवं संसदीय कार्य/2005 द्वारा उत्तराखण्ड शासन ने हरिद्वार में उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय की स्थापना की। उत्तराखंड के वे समस्त महाविद्यालय जो पूर्व में सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय से सम्बद्ध थे, उाराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय से सम्बद्ध हो गए। आज इनकी संख्या बावन (52) है। ज्ञातव्य है कि उत्तराखण्ड राज्य में देवभाषा संस्कृत को द्वितीय राजभाषा का स्थान प्रदान किया गया है। .

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SAT (सैट)

SAT रिजनिंग टेस्ट (सैट तर्क परीक्षा) संयुक्त राज्य अमेरिका में कॉलेज में प्रवेश के लिए एक मानकीकृत परीक्षा है। संयुक्त राज्य अमेरिका में SAT एक गैर-लाभकारी संगठन है, जो कॉलेज बोर्ड के स्वामित्व में है और उसके द्वारा प्रकाशित और विकसित किया गया है। और, यह पहले एडुकेशनल टेस्टिंग सर्विस (ETS) द्वारा विकसित, प्रकाशित किया जाता था और उसीके द्वारा अंक दिए जाते थे। ETS अब परीक्षा का प्रबंध करता है। कॉलेज बोर्ड का दावा है कि परीक्षा निर्धारित कर सकती हैं कि कोई व्यक्ति कॉलेज के लिए तैयार है या नहीं है। वर्तमान SAT रिजनिंग टेस्ट में तीन घंटे पैंतालीस मिनट लगते हैं और इसमें विलंब फीस के अलावा 45 डॉलर (71 डॉलर अंतर्राष्ट्रीय) का खर्च आता है। 1901 में SAT की शुरूआत से, इसके नाम और अंक दिए जाने के तरीके कई बार बदल चुके हैं। 2005 में, 800 नंबर के तीन विभाग (गणित, विवेचनात्मक पठन और लेखन) को मिलाकर परीक्षा परिणाम में 600 से 2400 तक संभाव्य अंक प्राप्त करने के साथ दूसरे उप-विभागों में भी अलग से प्राप्त किए गए अंक मिलाकर इस परीक्षा का फिर से नामकरण "SAT रिजनिंग टेस्ट" किया गया। .

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