लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
मुक्त
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

मलयपुरम सिंगरावेलु चेट्टियार

सूची मलयपुरम सिंगरावेलु चेट्टियार

मलयपुरम सिंगरावेलु चेट्टियार (18 फरवरी 1860 – 11 फरवरी 1946) Chennai: Poornimaa Publication, जिन्हें एम॰ सिंगरावेलु या सिंगरावेलुर के नाम से भी जाना जाता है, एक प्रसिद्ध भारतीय व्यक्तित्व थे जो एकाधिक क्षेत्रों में अग्रणी नेतृत्वकर्ता रहे। सिंगरावेलु भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन के सक्रिय भागीदार थे जिन्होंने पहले गांधी के नेतृत्व में योगदान किया और बाद में कम्युनिस्ट लोगों के साथ मिलकर। उन्होंने जीवन के आरंभिक काल में ही बौद्ध मत स्वीकार कर लिया था और उन्होंने मद्रास में अस्पृश्यता के खिलाफ आन्दोलन में भाग लिया। विचारों से वे नास्तिक और भौतिकवादी थे। उन्होंने 1918 में भारत में पहले ट्रेड यूनियन की स्थापना की। भारत में मई दिवस की शुरूआत करने वाले वे प्रथम नेता थे, जब उन्होंने 1 मई 1923 में मद्रास में इसे आयोजित किया। 1924 में कानपुर षड्यंत्र में शामिल थे और इसके बाद 1925 में कानपुर में ही भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के गठन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही और उन्होंने इसके स्थापना सम्मलेन की अध्यक्षता की थी। .

1 संबंध: अंतर्राष्ट्रीय मज़दूर दिवस

अंतर्राष्ट्रीय मज़दूर दिवस

अंतर्राष्ट्रीय मज़दूर दिवस या मई दिन मनाने की शुरूआत 1 मई 1886 से मानी जाती है जब अमेरिका की मज़दूर यूनियनों नें काम का समय 8 घंटे से ज़्यादा न रखे जाने के लिए हड़ताल की थी। इस हड़ताल के दौरान शिकागो की हेमार्केट में बम धमाका हुआ था। यह बम किस ने फेंका किसी का कोई पता नहीं। इसके निष्कर्ष के तौर पर पुलिस ने मज़दूरों पर गोली चला दी और सात मज़दूर मार दिए। "भरोसेमंद गवाहों ने तस्दीक की कि पिस्तौलों की सभी फलैशें गली के केंद्र की तरफ से आईं जहाँ पुलिस खड़ी थी और भीड़ की तरफ़ से एक भी फ्लैश नहीं आई। इस से भी आगे वाली बात, प्राथमिक अखबारी रिपोर्टों में भीड़ की तरफ से गोलीबारी का कोई ज़िक्र नहीं। मौके पर एक टेलीग्राफ खंबा गोलियों के साथ हुई छेद से पुर हुआ था, जो सभी की सभी पुलिस वाले तरफ़ से आईं थीं।" चाहे इन घटनाओं का अमेरिका पर एकदम कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ा था लेकिन कुछ समय के बाद अमेरिका में 8 घंटे काम करने का समय निश्चित कर दिया गया था। मौजूदा समय भारत और अन्य मुल्कों में मज़दूरों के 8 घंटे काम करने से संबंधित क़ानून लागू है। अंतरराष्ट्रीय मज़दूर आंदोलन, अराजकतावादियों, समाजवादियों, तथा साम्यवादियों द्वारा समर्थित यह दिवस ऐतिहासिक तौर पर केल्त बसंत महोत्सव से भी संबंधित है। इस दिवस का चुनाव हेमार्केट घटनाक्रम की स्मृति में, जो कि 4 मई 1886 को घटित हुआ था, द्वितीय अंतरराष्ट्रीय के दौरान किया गया। .

नई!!: मलयपुरम सिंगरावेलु चेट्टियार और अंतर्राष्ट्रीय मज़दूर दिवस · और देखें »

यहां पुनर्निर्देश करता है:

सिंगरावेलू चेट्यार

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »