यह बिहार की राजधानी पटना के पटना रेलवे जंक्शन के पास 22 एकड़ ज़मीन पर 125 करोड़ रुपए की लागत से बना उद्यान है। इसके मध्य में 200 फ़ीट ऊँचा एक स्तूप बनाया गया है। इसमें छह देशों से लाए गए ' बुद्ध अस्थि अवशेष' की मंजुषाएं रखी गई हैं। 27 मई 2010 को बुद्ध पूर्णिमा के दिन तिब्बतियों के धर्मगुरु दलाई लामा ने इसे जनता को समर्पित किया। उन्होंने इस स्तूप को पाटलिपुत्र करुणा स्तूप का नाम दिया। यह दुनिया भर के बौद्ध पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है। .
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