2 संबंधों: भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन, राधाबाई सुबरायण।
भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन
* भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय आह्वानों, उत्तेजनाओं एवं प्रयत्नों से प्रेरित, भारतीय राजनैतिक संगठनों द्वारा संचालित अहिंसावादी और सैन्यवादी आन्दोलन था, जिनका एक समान उद्देश्य, अंग्रेजी शासन को भारतीय उपमहाद्वीप से जड़ से उखाड़ फेंकना था। इस आन्दोलन की शुरुआत १८५७ में हुए सिपाही विद्रोह को माना जाता है। स्वाधीनता के लिए हजारों लोगों ने अपने प्राणों की बलि दी। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने १९३० कांग्रेस अधिवेशन में अंग्रेजो से पूर्ण स्वराज की मांग की थी। .
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राधाबाई सुबरायण
राधाबाई सुबरायण एक भारतीय राजनीतिज्ञ, महिला अधिकार कार्यकर्ता और समाज सुधारक थीं। उन्होंने अखिल भारतीय महिला सम्मेलन के एक सदस्य के रूप में भी काम किया। १९३० में राधाबाई सुबरायण ने भारतीय महिलाओं का प्रतिनिधित्व लंदन में प्रथम गोलमेज सम्मेलन में बेगम शाह नवाज के साथ किया। उन्होंने सेकंड रौंद टैबल कोन्फेरेंस में भी भाग लिया था। इसी के साथ साथ उन्होंने महिलाओं के लिए पांच प्रतिशत आरक्षण की मांग भी की। .