5 संबंधों: पद्म विभूषण धारकों की सूची, भारत में विज्ञान और प्रौद्योगिकी, भारतीय सांख्यिकी संस्थान, भारतीय गणितज्ञों की सूची, २९ जून।
पद्म विभूषण धारकों की सूची
यह भारत सरकार द्वारा पद्म विभूषण से अलंकृत किए गए लोगों की सूची है: .
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भारत में विज्ञान और प्रौद्योगिकी
भारत के प्रथम रिएक्टर '''अप्सरा''' तथा प्लुटोनियम संस्करण सुविधा का अमेरिकी उपग्रह से लिया गया चित्र (१९ फरवरी १९६६) भारतीय विज्ञान की परंपरा विश्व की प्राचीनतम वैज्ञानिक परंपराओं में एक है। भारत में विज्ञान का उद्भव ईसा से 3000 वर्ष पूर्व हुआ है। हड़प्पा तथा मोहनजोदड़ो की खुदाई से प्राप्त सिंध घाटी के प्रमाणों से वहाँ के लोगों की वैज्ञानिक दृष्टि तथा वैज्ञानिक उपकरणों के प्रयोगों का पता चलता है। प्राचीन काल में चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में चरक और सुश्रुत, खगोल विज्ञान व गणित के क्षेत्र में आर्यभट्ट, ब्रह्मगुप्त और आर्यभट्ट द्वितीय और रसायन विज्ञान में नागार्जुन की खोजों का बहुत महत्त्वपूर्ण योगदान है। इनकी खोजों का प्रयोग आज भी किसी-न-किसी रूप में हो रहा है। आज विज्ञान का स्वरूप काफी विकसित हो चुका है। पूरी दुनिया में तेजी से वैज्ञानिक खोजें हो रही हैं। इन आधुनिक वैज्ञानिक खोजों की दौड़ में भारत के जगदीश चन्द्र बसु, प्रफुल्ल चन्द्र राय, सी वी रमण, सत्येन्द्रनाथ बोस, मेघनाद साहा, प्रशान्त चन्द्र महलनोबिस, श्रीनिवास रामानुजन्, हरगोविन्द खुराना आदि का वनस्पति, भौतिकी, गणित, रसायन, यांत्रिकी, चिकित्सा विज्ञान, खगोल विज्ञान आदि क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान है। .
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भारतीय सांख्यिकी संस्थान
भारतीय सांख्यिकी संस्थान (आई. एस. आई) कोलकाता के उत्तर उपनगरी बरानगर में स्थित एक शोध संस्थान और विश्वविद्यालय है। इसकी स्थापना सन् १९३१ में प्राध्यापक प्रशान्त चन्द्र महलनोबिस ने की थी। इसका कार्य सांख्यिकी का शिक्षण, सांख्यिकी में अनुसंधान तथा अन्य वैज्ञानिक व सामाजिक विधाओं में सांख्यिकी का अनुप्रयोग करना है। इसको सन् १९५९ में भारतीय संसद के एक विधेयक द्वारा 'राष्ट्रीय महत्व की संस्था' का गौरव प्राप्त है। इसका मुख्यालय कोलकोता में है। इसके अतिरिक्त इसके दो उपकेन्द्र दिल्ली और बंगलुरू में स्थित हैं। शिक्षण का कार्य कोलकोता, दिल्ली और बंगलुरू में होता है जबकि भारत के अन्य सात शहरों में स्थित इसकी शाखायें 'स्टैटिस्टिकल क्वालिटी कन्ट्रोल' तथा 'आपरेशन्स् रिसर्च' के क्षेत्र में सलाह प्रदान करतीं हैं। वर्तमान निदेशक प्रोफेसर बिमल रॉय कुमार और अध्ययन के डीन प्रोफेसर भबानी प्रसाद सिन्हा है (2010 से)। .
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भारतीय गणितज्ञों की सूची
सिन्धु सरस्वती सभ्यता से आधुनिक काल तक भारतीय गणित के विकास का कालक्रम नीचे दिया गया है। सरस्वती-सिन्धु परम्परा के उद्गम का अनुमान अभी तक ७००० ई पू का माना जाता है। पुरातत्व से हमें नगर व्यवस्था, वास्तु शास्त्र आदि के प्रमाण मिलते हैं, इससे गणित का अनुमान किया जा सकता है। यजुर्वेद में बड़ी-बड़ी संख्याओं का वर्णन है। .
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२९ जून
२९ जून ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १८०वाँ (लीप वर्ष में १८१ वाँ) दिन है। साल में अभी और १८५ दिन बाकी हैं। .
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यहां पुनर्निर्देश करता है:
प्रशान्त चन्द्र महलनोबिस, प्रशान्त चन्द्र महालनोबिस, पी. सी. महालनोबिस।