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पीर पंजाल पर्वतमाला

सूची पीर पंजाल पर्वतमाला

पीर पंजाल पर्वतमाला (Pir Panjal Range) हिमालय की एक पर्वतमाला है जो भारत के हिमाचल प्रदेश व जम्मू और कश्मीर राज्यों और पाक-अधिकृत कश्मीर में चलती है। हिमालय में धौलाधार और पीर पंजाल शृंख्लाओं की ओर ऊँचाई बढ़ने लगती है और पीर पंजाल निचले हिमालय की सर्वोच्च शृंख्ला है। सतलुज नदी के किनारे यह हिमालय के मुख्य भाग से अलग होकर अपने एक तरफ़ ब्यास और रावी नदियाँ और दूसरी तरफ़ चेनाब नदी रखकर चलने लगती है। पश्चिम में आगे जाकर उत्तरी पाकिस्तानी पंजाब और ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा की पहाड़ी गलियाँ इसी पीर पंजाल शृंख्ला का अंतिम कम-ऊँचाई वाला भाग है। इसी में उत्तरी पंजाब का मरी हिल-स्टेशन स्थित है। पाक-अधिकृत कश्मीर के बाग़ ज़िले में गंगा चोटी पीर पंजाल शृंख्ला का एक प्रसिद्ध ३,०४४ मीटर (९,९८७ फ़ुट) ऊँचा पर्वत व पर्यटन-स्थल है। .

12 संबंधों: पीर पंजाल रेल सुरंग, बनिहाल दर्रा, बनिहाल क़ाज़ीगुंड रोड सुरंग, रामबन ज़िला, शुपियाँ, हिमालय, हिमालयी भूगर्भशास्त्र, जम्मू, गंगा चोटी, कश्मीर हिमालय, काज़ीगुंड, कौसरनाग

पीर पंजाल रेल सुरंग

पीर पंजाल रेल सुरंग (Pir Panjal Railway Tunnel) या बनिहाल रेल सुरंग (Banihal railway tunnel) एक 11.215 किमी (7 मील) लम्बी रेल सुरंग है जो भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य के बनिहाल क़स्बे से उत्तर में हिमालय की पीर पंजाल पर्वतमाला से निकलती है। इसका निर्माण 26 जून 2013 को पूरा हुआ और इसपर रेल सेवाएँ 27 जून 2013 को शुरु हो गई। .

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बनिहाल दर्रा

बनिहाल दर्रा हिमालय का एक प्रमुख दर्रा हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग 1अ एनएच1ए इस दर्रे से होकर निकलता है। यही दर्रा कश्मीर घाटी को जवाहर सुरंग के माध्यम से जम्मू के रास्ते शेष भारत से जोड़ता है। बनिहाल दर्रा हिमालय की पीर पंजाल पर्वत श्रृंखला पर है, जिसे चीरते हुए भारत की सबसे बड़ी सुरंग के रास्ते, जून २०१३ में क़ाज़ीगुंड से बनिहाल तक, रेल सेवा शुरु कर दी गयी है। .

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बनिहाल क़ाज़ीगुंड रोड सुरंग

बनीहल काजीगुंड रोड सुरंग एक 8.45 किमी (5.25 मील) लंबी सड़क सुरंग है जो भारतीय राज्य जम्मू और कश्मीर में पीर पंजाल सीमा में बनिहाल और काज़ीगुंड को जोड़ती है। .

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रामबन ज़िला

रामबन (अंग्रेज़ी: Ramban, उर्दु: رام بن) भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य में एक नगर और ज़िला है। यह महान पीर पंजाल पर्वतमाला में स्थित है और राज्य के जम्मू विभाग का हिस्सा है। बनिहाल इसी ज़िले में आता है और कश्मीर घाटी में प्रवेश करने से पहले अंतिम पड़ाव है। यहाँ से रेल और जवाहर सड़क सुरंग बनने से पहले भी पास के बनिहाल दर्रे से यातायात कश्मीर जाया करता था। .

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शुपियाँ

शुपियाँ (अंग्रेज़ी: Shupiyan, उर्दु: شوپیاں), जिसे कभी-कभी शोपियाँ (Shopian) भी लिखा जाता है, भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य में एक नगर और ज़िला है। यह क्षेत्र अपने सेब की पैदावार के लिये प्रसिद्ध है। इसे सन् २००७ में ज़िले का दर्जा मिला था। यह पीर पंजाल पर्वतमाला की पहाड़ियों से घिरा हुआ है। .

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हिमालय

हिमालय पर्वत की अवस्थिति का एक सरलीकृत निरूपण हिमालय एक पर्वत तन्त्र है जो भारतीय उपमहाद्वीप को मध्य एशिया और तिब्बत से अलग करता है। यह पर्वत तन्त्र मुख्य रूप से तीन समानांतर श्रेणियों- महान हिमालय, मध्य हिमालय और शिवालिक से मिलकर बना है जो पश्चिम से पूर्व की ओर एक चाप की आकृति में लगभग 2400 कि॰मी॰ की लम्बाई में फैली हैं। इस चाप का उभार दक्षिण की ओर अर्थात उत्तरी भारत के मैदान की ओर है और केन्द्र तिब्बत के पठार की ओर। इन तीन मुख्य श्रेणियों के आलावा चौथी और सबसे उत्तरी श्रेणी को परा हिमालय या ट्रांस हिमालय कहा जाता है जिसमें कराकोरम तथा कैलाश श्रेणियाँ शामिल है। हिमालय पर्वत पाँच देशों की सीमाओं में फैला हैं। ये देश हैं- पाकिस्तान, भारत, नेपाल, भूटान और चीन। अन्तरिक्ष से लिया गया हिमालय का चित्र संसार की अधिकांश ऊँची पर्वत चोटियाँ हिमालय में ही स्थित हैं। विश्व के 100 सर्वोच्च शिखरों में हिमालय की अनेक चोटियाँ हैं। विश्व का सर्वोच्च शिखर माउंट एवरेस्ट हिमालय का ही एक शिखर है। हिमालय में 100 से ज्यादा पर्वत शिखर हैं जो 7200 मीटर से ऊँचे हैं। हिमालय के कुछ प्रमुख शिखरों में सबसे महत्वपूर्ण सागरमाथा हिमाल, अन्नपूर्णा, गणेय, लांगतंग, मानसलू, रॊलवालिंग, जुगल, गौरीशंकर, कुंभू, धौलागिरी और कंचनजंघा है। हिमालय श्रेणी में 15 हजार से ज्यादा हिमनद हैं जो 12 हजार वर्ग किलॊमीटर में फैले हुए हैं। 72 किलोमीटर लंबा सियाचिन हिमनद विश्व का दूसरा सबसे लंबा हिमनद है। हिमालय की कुछ प्रमुख नदियों में शामिल हैं - सिंधु, गंगा, ब्रह्मपुत्र और यांगतेज। भूनिर्माण के सिद्धांतों के अनुसार यह भारत-आस्ट्र प्लेटों के एशियाई प्लेट में टकराने से बना है। हिमालय के निर्माण में प्रथम उत्थान 650 लाख वर्ष पूर्व हुआ था और मध्य हिमालय का उत्थान 450 लाख वर्ष पूर्व हिमालय में कुछ महत्त्वपूर्ण धार्मिक स्थल भी है। इनमें हरिद्वार, बद्रीनाथ, केदारनाथ, गोमुख, देव प्रयाग, ऋषिकेश, कैलाश, मानसरोवर तथा अमरनाथ प्रमुख हैं। भारतीय ग्रंथ गीता में भी इसका उल्लेख मिलता है (गीता:10.25)। .

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हिमालयी भूगर्भशास्त्र

हिमालयी भूगर्भशास्त्र (अंग्रेज़ी: Geology of the Himalaya) हिमालय पर्वत तंत्र की भूगर्भशास्त्रीय व्याख्या करता है। इसके अन्तर्गत हिमालय पर्वत के उद्भव और विकास की, तथा इसकी भूगर्भिक संरचना और यहाँ पायी जाने वाली शैल समूहों और क्रमों की व्याख्या की जाती है। .

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जम्मू

जम्मू (جموں, पंजाबी: ਜੰਮੂ), भारत के उत्तरतम राज्य जम्मू एवं कश्मीर में तीन में से एक प्रशासनिक खण्ड है। यह क्षेत्र अपने आप में एक राज्य नहीं वरन जम्मू एवं कश्मीर राज्य का एक भाग है। क्षेत्र के प्रमुख जिलों में डोडा, कठुआ, उधमपुर, राजौरी, रामबन, रियासी, सांबा, किश्तवार एवं पुंछ आते हैं। क्षेत्र की अधिकांश भूमि पहाड़ी या पथरीली है। इसमें ही पीर पंजाल रेंज भी आता है जो कश्मीर घाटी को वृहत हिमालय से पूर्वी जिलों डोडा और किश्तवार में पृथक करता है। यहाम की प्रधान नदी चेनाब (चंद्रभागा) है। जम्मू शहर, जिसे आधिकारिक रूप से जम्मू-तवी भी कहते हैं, इस प्रभाग का सबसे बड़ा नगर है और जम्मू एवं कश्मीर राज्य की शीतकालीन राजधानी भी है। नगर के बीच से तवी नदी निकलती है, जिसके कारण इस नगर को यह आधिकारिक नाम मिला है। जम्मू नगर को "मन्दिरों का शहर" भी कहा जाता है, क्योंकि यहां ढेरों मन्दिर एवं तीर्थ हैं जिनके चमकते शिखर एवं दमकते कलश नगर की क्षितिजरेखा पर सुवर्ण बिन्दुओं जैसे दिखाई देते हैं और एक पवित्र एवं शांतिपूर्ण हिन्दू नगर का वातावरण प्रस्तुत करते हैं। यहां कुछ प्रसिद्ध हिन्दू तीर्थ भी हैं, जैसे वैष्णो देवी, आदि जिनके कारण जम्मू हिन्दू तीर्थ नगरों में गिना जाता है। यहाम की अधिकांश जनसंख्या हिन्दू ही है। हालांकि दूसरे स्थान पर यहां सिख धर्म ही आता है। वृहत अवसंरचना के कारण जम्मू इस राज्य का प्रमुख आर्थिक केन्द्र बनकर उभरा है। .

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गंगा चोटी

गंगा चोटी (अंग्रेज़ी: Ganga Choti, उर्दु: گنگا چوٹی) आज़ाद कश्मीर के बाग़ ज़िले में सुधन गली गाँव के पास स्थित एक रमणीय पर्वत है। यह पीर पंजाल पर्वतमाला का सदस्य है और पीर मस्तान राष्ट्रीय उद्यान के एक छोर पर खड़ा है। गंगा चोटी पाक-अधिकृत कश्मीर आने वाले पर्यटकों के लिए एक मुख्य आकर्षण है। .

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कश्मीर हिमालय

कश्मीर हिमालय, जिन्हें पंजाब हिमालय या पश्चिमी हिमालय भी कहा जाता है, हिमालय पर्वत श्रंखला के चार क्षैतिज विभाजनों में से एक है। सिंधु नदी से सतलुज नदी के बीच फैली लगभग ५६० किलोमीटर लम्बी हिमालय श्रंखला को ही कश्मीर हिमालय कहा जाता है। कश्मीर, जम्मू तथा हिमाचल में स्थित इस पर्वत श्रंखला के पूर्व में कुमाऊँ हिमालय स्थित हैं। ज़ंस्कार और पीर पंजाल कश्मीर हिमालय की प्रमुख पर्वतमालाएं हैं। नंगा परबत यहाँ की सबसे ऊँची चोटी है। सिंधु नदी की पाँचों प्रमुख सहयोगी नदियों (झेलम, चेनाब, रावी, व्यास, तथा सतलुज) का उद्गम कश्मीर हिमालय में ही होता है। हिमचाल प्रदेश में स्थित डलहौजी यहाँ का एक प्रसिद्ध हिल स्टेशन है। .

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काज़ीगुंड

काज़ीगुंड (अंग्रेज़ी: Qazigund, उर्दु: قاضی گُنڈ), भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य के अनंतनाग ज़िले में एक नगर है। जम्मू से श्रीनगर के मुख्य मार्ग (राष्ट्रीय राजमार्ग १ए) में पीर पंजाल पर्वतमाला को बनिहाल दर्रा द्वारा पार करा जाता है, जिसमें बनिहाल जम्मू विभाग का अंतिम और काज़ीगुंड कश्मीर विभाग का पहला पड़ाव है। इसलिए इसे कश्मीर घाटी का प्रवेशद्वार भी कहा जाता है। .

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कौसरनाग

कौसरनाग या विष्णुपाद जम्मू और कश्मीर के कुलगाम जिले के पीर पंजाल पर्वतश्रेणी में ऊंचाई पर स्थित एक झील है। यह झील लगभग ३ किमी लम्बी है। इसकी अधिकतम चौड़ाई लगभग १ किमी है।.

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पीर पंजाल

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