लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
मुक्त
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

पालनपुर

सूची पालनपुर

पालनपुर भारत के गुजरात प्रान्त का एक शहर है। पालनपुर नगर पश्चिमी पश्चिम-मध्य भारत के गुजरात राज्य में स्थित है। पालनपुर अरावली श्रृंखला और काठियावाड़ प्रायद्वीप के बीच की निम्नभूमि पर स्थित है। भूतपूर्व पालनपुर रियासत की राजधानी रहा यह नगर अब कृषि उत्पादों के व्यापार व प्रसंस्करण का केंद्र तथा सड़क व रेल जंक्शन हैं। पालनपुर अपने हस्तशिल्प के लिए भी विख्यात है। श्रेणी:गुजरात श्रेणी:गुजरात के शहर.

6 संबंधों: बनासकांठा जिला, भारत के शहरों की सूची, भीनमाल, गुजरात, आचार्य हिर्सुरीश्वरजी, अम्बाजी मंदिर, गुजरात

बनासकांठा जिला

बनासकांठा भारतीय राज्य गुजरात का एक जिला है। जिले का मुख्यालय पालनपुर है। क्षेत्रफल - वर्ग कि॰मी॰ जनसंख्या - (2001 जनगणना) साक्षरता - एस॰टी॰डी॰ कोड - 02737 जिलाधिकारी - (सितम्बर 2006 में) समुद्र तल से उचाई - अक्षांश - उत्तर देशांतर - पूर्व औसत वर्षा - मि॰मी॰ .

नई!!: पालनपुर और बनासकांठा जिला · और देखें »

भारत के शहरों की सूची

कोई विवरण नहीं।

नई!!: पालनपुर और भारत के शहरों की सूची · और देखें »

भीनमाल

भीनमाल (English:Bhinmal) राजस्थान राज्य के जालौर जिलान्तर्गत भारत का एक ऐतिहसिक शहर है। यहाँ से आशापुरी माताजी तीर्थ स्थल मोदरान स्टेशन भीनमाल के पास स्थित है जिसकी यहां से दूरी 28 किलोमीटर है। शहर प्राचीनकाल में 'श्रीमाल' नगर के नाम से जाना जाता था। "श्रीमाल पुराण" व हिंदू मान्यताओ के अनुसार विष्णु भार्या महालक्ष्मी द्वारा इस नगर को बसाया गया था। इस प्रचलित जनश्रुति के कारण इसे 'श्री' का नगर अर्थात 'श्रीमाल' नगर कहा गया। प्राचीनकाल में गुजरात राज्य की राजधानी रहा भीनमाल संस्कृत साहित्य के प्रकाण्ड विद्वान महाकवि माघ एवँ खगोलविज्ञानी व गणीतज्ञ ब्रह्मगुप्त की जन्मभूमि है। यह शहर जैन धर्म का विख्यात तीर्थ है। .

नई!!: पालनपुर और भीनमाल · और देखें »

गुजरात

गुजरात (गुजराती:ગુજરાત)() पश्चिमी भारत में स्थित एक राज्य है। इसकी उत्तरी-पश्चिमी सीमा जो अन्तर्राष्ट्रीय सीमा भी है, पाकिस्तान से लगी है। राजस्थान और मध्य प्रदेश इसके क्रमशः उत्तर एवं उत्तर-पूर्व में स्थित राज्य हैं। महाराष्ट्र इसके दक्षिण में है। अरब सागर इसकी पश्चिमी-दक्षिणी सीमा बनाता है। इसकी दक्षिणी सीमा पर दादर एवं नगर-हवेली हैं। इस राज्य की राजधानी गांधीनगर है। गांधीनगर, राज्य के प्रमुख व्यवसायिक केन्द्र अहमदाबाद के समीप स्थित है। गुजरात का क्षेत्रफल १,९६,०७७ किलोमीटर है। गुजरात, भारत का अत्यंत महत्वपूर्ण राज्य है। कच्छ, सौराष्ट्र, काठियावाड, हालार, पांचाल, गोहिलवाड, झालावाड और गुजरात उसके प्रादेशिक सांस्कृतिक अंग हैं। इनकी लोक संस्कृति और साहित्य का अनुबन्ध राजस्थान, सिंध और पंजाब, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के साथ है। विशाल सागर तट वाले इस राज्य में इतिहास युग के आरम्भ होने से पूर्व ही अनेक विदेशी जातियाँ थल और समुद्र मार्ग से आकर स्थायी रूप से बसी हुई हैं। इसके उपरांत गुजरात में अट्ठाइस आदिवासी जातियां हैं। जन-समाज के ऐसे वैविध्य के कारण इस प्रदेश को भाँति-भाँति की लोक संस्कृतियों का लाभ मिला है। .

नई!!: पालनपुर और गुजरात · और देखें »

आचार्य हिर्सुरीश्वरजी

आचार्य हिर्सुरीश्वरजी मुगल बादशाह अकबर के समकालीन जैन आचार्य थे। उनका जन्म 1527 में पालनपुर के ओस्वाल परिवार में हुआ। वे 1554 आचार्य बने थे। अकबर से सम्पर्क के पश्चात 60 वर्ष की आयु में उन्होंने अपने विहार की ओर प्रस्थान किया। उनके हस्तक्षेप के कारण अकबर ने शृद्धालु कर शत्रुनजय महातीर्थ से हटा दिया तथा पर्यूषण पर्व के दिनों में जानवरों के वध पर रोक लगा दी। 1596 में सौराष्ट्र के ऊना गाँव में उनका देहान्त हो गया। .

नई!!: पालनपुर और आचार्य हिर्सुरीश्वरजी · और देखें »

अम्बाजी मंदिर, गुजरात

अम्बाजी माता मन्दिर (गुजराती:અમ્બાજી માતા મન્દિર) भारत में माँ शक्ति के ५१ शक्तिपीठों में से एक प्रधान पीठ है। यह पालनपुर से लगभग ६५ कि॰मी॰, आबू पर्वत से ४५ कि॰मी॰, आबू रोड से २० किमी, श्री अमीरगढ़ से ४२ कि॰मी॰, कडियाद्रा से ५० कि॰मी॰ दूरी पर गुजरात-राजस्थान सीमा पर अरासुर पर्वत पर स्थित है। अरासुरी अम्बाजी मन्दिर में कोई प्रतिमा स्थापित नहीं है, केवल पवित्र श्रीयंत्र की पूजा मुख्य आराध्य रूप में की जाती है। इस यंत्र को कोई भी सीधे आंखों से देख नहीं सकता एवं इसकी फ़ोटोग्राफ़ी का भी निषेध है। मां अम्बाजी की मूल पीठस्थल कस्बे में गब्बर पर्वत के शिखर पर है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां तीर्थयात्रा करने वर्ष पर्यन्त आते रहते हैं, विशेषकर पूर्णिमा के दिन। भदर्वी पूर्णिमा के दिन यहाँ बड़ा मेला लगता है। देश भर से भक्तगण यहां मां की पूजा अर्चना हेतु आते हैं, विशेषकर जुलाई माह में। इस समय पूरे अम्बाजी कस्बे को दीपावली की तरह प्रकाश से सजाया जाता है। माना जाता है कि ये मन्दिर लगभग बारह सौ वर्ष से अधिक प्राचीन है। इस मंदिर का शिखर १०३ फ़ीट ऊंचा है और इस पर ३५८ स्वर्ण कलश स्थापित हैं। इस मेले में एक अनुमान के अनुसार २००८ में २५ लाख यात्री पहुंचने की संभावना थी। .

नई!!: पालनपुर और अम्बाजी मंदिर, गुजरात · और देखें »

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »