5 संबंधों: चक्रधरपुर, झारखण्ड, झारखण्ड के जिले, झींकपानी, लको बोदरा।
चक्रधरपुर
चक्रधरपुर भारत के झारखंड प्रांत के पश्चिमी सिंहभूम जिले का एक प्रमुख नगर है। यह संजय नदी के किनारे पर पठार को तलहटी में बसा हुआ है। यह जमशेदपुर के ६२ किमी पश्चिम में स्थित है। यहाँ पर लाख और कागज बनाने के कुटीर उद्योग हैं। यहाँ के अधिकांश निवासी 'हो' नामक आदिवासी हैं। यहाँ प्रसिद्ध रेवले जंकशन है जो दक्षिण-पूर्वी रेलवे लाइन पर स्थित है। श्रेणी:झारखंड श्रेणी:झारखंड के शहर.
नई!!: पश्चिमी सिंहभूम जिला और चक्रधरपुर · और देखें »
झारखण्ड
झारखण्ड यानी 'झार' या 'झाड़' जो स्थानीय रूप में वन का पर्याय है और 'खण्ड' यानी टुकड़े से मिलकर बना है। अपने नाम के अनुरुप यह मूलतः एक वन प्रदेश है जो झारखंड आंदोलन के फलस्वरूप सृजित हुआ। प्रचुर मात्रा में खनिज की उपलबध्ता के कारण इसे भारत का 'रूर' भी कहा जाता है जो जर्मनी में खनिज-प्रदेश के नाम से विख्यात है। 1930 के आसपास गठित आदिवासी महासभा ने जयपाल सिंह मुंडा की अगुआई में अलग ‘झारखंड’ का सपना देखा.
नई!!: पश्चिमी सिंहभूम जिला और झारखण्ड · और देखें »
झारखण्ड के जिले
कोई विवरण नहीं।
नई!!: पश्चिमी सिंहभूम जिला और झारखण्ड के जिले · और देखें »
झींकपानी
झींकपानी भारत के झारखंड प्रांत पश्चिमी सिंहभूम जिले के अंतर्गत कोलहान उपमंडल का प्रसिद्ध नगर है। यहाँ सीमेंट का कारखाना है। यहाँ विद्यालय असपताल और थाना भी है। श्रेणी:झारखंड श्रेणी:झारखंड के शहर.
नई!!: पश्चिमी सिंहभूम जिला और झींकपानी · और देखें »
लको बोदरा
पंडित गुरु कोल लको बोदरा हो भाषा के साहित्यकार थे। उनका स्थान हो भाषा-साहित्य में कोल गुरु लको बोदरा का वही स्थान है जो संताली भाषा में रघुनाथ मुर्मू का है। उन्होंने १९४० के दशक में हो भाषा के लिए वारंग क्षिति नामक लिपि की खोज करी व उसे प्रचलित करा। .
नई!!: पश्चिमी सिंहभूम जिला और लको बोदरा · और देखें »