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पर्सिफ़ोर्मेज़

सूची पर्सिफ़ोर्मेज़

पर्सिफ़ोर्मेज़ (Perciformes) कशेरुकी जन्तुओं (रीढ़ की हड्डी वाले) का सबसे बड़ा जीववैज्ञानिक गण है जिसमें लगभग ४०% हड्डीदार मछलियाँ आती हैं। लातिनी भाषा में 'पर्सिफ़ोर्मेज़' का मतलब 'पर्च-जैसी' होता है। यह मछलियाँ किरण-फ़िन मछलियों के जीववैज्ञानिक वर्ग का भाग हैं और इसमें लगभग सभी जलीय वातावरणों में मिलने वाली लगभग १०,००० मछलियों की जातियाँ आती हैं। पर्सिफ़ोर्मेज़ मछलियों के आकार में भी किसी भी अन्य कशेरुकी गण से अधिक विवधता है: कुछ जातियाँ केवल ७ मिलीमीटर और कुछ १६ फ़ुट (५ मीटर​) तक लम्बी होती हैं।, Thomas Scott, pp.

20 संबंधों: एपोगोनिडाए, तितलीमीन, परकोइडेई, पर्च, पर्सिडाए, पर्कोइडेआ, पंकलंघी, पोमाकैन्थीडाए, माही-माही, लूटजैनिडाए, सिक्लिड, स्पारिडाए, स्क्वमाटा, सेन्ट्रार्चिडाए, सेरानिडाए, ग्रूपर मछली, करैंजिडाए, कोरिफ़ेना, कोरिफ़ेनिडाए, अम्बैसिडाए

एपोगोनिडाए

एपोगोनिडाए (Apogonidae), जिसे कार्डिनल मछली (Cardinalfish) भी कहा जाता है, हड्डीदार किरण-फ़िन मछलियों के पर्सिफ़ोर्मेज़ गण का एक कुल है। इसमें लगभग ३७० जातियाँ सम्मिलित हैं जो हिन्द, अटलांटिक और प्रशांत महासागरों में रहती हैं। यह अधिकतर समुद्री मछलियाँ हैं लेकिन इसकी कुछ जातियाँ अर्ध-खारे और कुछ मीठे पानी में भी रहती हैं। .

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तितलीमीन

तितलीमीन (Butterflyfish) या केटोडोंटीडाए (Chaetodontidae) उष्णकटिबंधीय समुद्री मछलियों का एक कुल है। इस कुल में १२ वंशों में १२९ जातियाँ सम्मिलित हैं, जो अधिकतर हिन्द, प्रशांत और अटलांटिक महासागरों में रीफ़ो के ऊपर पाई जाती हैं। आकृति से अधिकतर तितलीमीन छोटी एंजलमीन (पोमाकैन्थीडाए) जैसी लगती हैं लेकिन तितलीमीनों के क्लोम पर्दों पर कांटे नहीं होते। .

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परकोइडेई

परकोइडेई (Percoidei) हड्डीदार मछलियों के पर्सिफ़ोर्मेज़ गण के १८ उपगणों में से एक है। विश्वभर के मत्स्योद्योगों में पकड़ी जाने वाली मछलियों में इस उपगण की कई जातियाँ आती हैं, मसलन स्नैपर, जैक, ग्रूपर, पर्च और पोर्गी। .

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पर्च

पर्च (perch) मीठे पानी में रहने वाली एक हड्डीदार मछली है जो विश्व के बहुत स्थानों में मिलती है। इसकी तीन जातियाँ हैं। किरण-फ़िन वाली हड्डीदार मछलियों के एक कुल को इन्ही मछलियों के नाम पर 'पर्सिडाए' (Percidae) कहा जाता है। बहुत सी ऐसी भी मछलियाँ हैं जो दिखने में पर्च जैसी लगती हैं इसलिए कभी-कभी उन्हें भी 'पर्च' कह दिया जाता हैं हालांकि उनका जीववैज्ञानिक कुल अलग होता है। ऐसी मछलियों को 'पर्सिफ़ोर्म' (Perciform) कहा जाता है। इनमें भारतीय उपमहाद्वीप में मिलने वाली 'कवई' मछली भी शामिल है जो पर्सिफ़ोर्म तो है लेकिन जीववैज्ञानिक दृष्टि से पर्च नहीं है।, Kamil Bulcke, pp.

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पर्सिडाए

पर्सिडाए (Percidae) पृथ्वी के उत्तरी गोलार्ध में (विशेषकर उत्तरी अमेरिका में) मीठे और हलके खारे पानी में मिलने वाली पर्सिफ़ोर्म मछलियों का एक कुल है। इसमें पर्च (जिसकी तीन जातियाँ हैं) और बहुत सी अन्य मछलियाँ शामिल हैं और इस कुल का नाम पर्च पर ही पड़ा है। पर्सिडाए मछलियों के चेहरे पर हलकी या भारी कवच-जैसी त्वचा होती है। इनका शरीर छूने में कठोर होता है और अक्सर लाल, नारंगी और पीले जैसे आकर्षक रंग रखता है। इनके मूहों में अक्सर दांत होते हैं और इनकी बहुत सी जातियाँ अन्य मछलियों को खाती हैं।, Eskandar Firouz, pp.

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पर्कोइडेआ

पर्कोइडेआ (Percoidea) मछलियों के पर्सिफ़ोर्मेज़ गण का एक अधिकुल है। इसमें लगभग ३,४०० जीववैज्ञानिक जातियाँ गिनी गई हैं। .

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पंकलंघी

पंकलंघी (अंग्रेज़ी: mudskipper, मडस्किपर; बंगाली: চিড়িং মাছ, चिड़िम माछ) एक प्रकार की उभयचर मछली होती है, यानि ऐसी मछली जो लम्बे समय के लिये पानी से बाहर गीली रेत में रह सके और कुछ हद तक चलने में भी सक्षम हो। पंकलंघी अपने फ़िनों का प्रयोग कर के धरती पर चल पाती हैं और ऐसे क्षेत्रों में रहती हैं जो ज्वार-भाटा से कभी तो समुद्री पानी से ढके होते हैं और कभी पानी से बाहर हो जाते हैं। इन क्षेत्रों में अन्य मछलियाँ भी रहती हैं लेकिन, जहाँ वे पानी वापस जाने पर बचने वाले पानी के छोटे पोखरों में आश्रय लेती हैं, वहाँ पंकलंघी खुली रेत पर ही भ्रमण करने लगते हैं। .

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पोमाकैन्थीडाए

पोमाकैन्थीडाए (Pomacanthidae), जिसे समुद्री एंजलमीन (Marine angelfish) भी कहा जाता है, हड्डीदार किरण-फ़िन मछलियों के पर्सिफ़ोर्मेज़ गण का एक कुल है। इसमें लगभग ७ वंशों में ८६ जातियाँ सम्मिलित हैं जो हिन्द, अटलांटिक और पश्चिमी प्रशांत महासागरों में रहती हैं। यह अधिकतर कम गहराई वाली रीफ़ों में रहती हैं। .

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माही-माही

माही-माही (Mahi-mahi), जिसे साधारण डोल्फ़िनफ़िश (common dolphinfish) या दोरादो (Dorado) और जीववैज्ञानिक भाषा में कोरिफ़ेना हिप्युरस (Coryphaena hippurus) भी कहा जाता है, समुद्र-सतह के पास तैरने वाली एक किरण-फ़िन मछली है जो विश्वभर में पाई जाती है। यह कोरिफ़ेना जीववैज्ञानिक गण की दो सदस्य जातियों में से एक है। माही-माही समुद्र में सबसे तेज़ी से बढ़ने वाली मछिलियों में से एक है और इसका आकार ६ फ़ुट लम्बा और वज़न ४० किलो तक पहुँच सकता है। इसलिए अन्य मछलियाँ इसका बहुत शिकार करती हैं और मछुआरे भी इन्हें बहुत पकड़ते हैं।, Maurice Burton, Robert Burton, pp.

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लूटजैनिडाए

स्नैपर (Snapper), जो जीववैज्ञानिक रूप से लूटजैनिडाए (Lutjanidae) कहलाता है, हड्डीदार मछलियों के पर्सिफ़ोर्मेज़ गण का एक कुल है। इस कुल की जातियाँ अधिकतर सागर में रहती हैं लेकिन कुछ आहार पाने के लिए ज्वारनदीमुखों (एस्चुएरियों) में भी जाती हैं। लूटजैनिडाए कुल में ११३ ज्ञात जातियाँ हैं, जिनमें से लाल स्नैपर सबसे अधिक जानी जाती है और मत्स्योद्योग में एक महत्वपूर्ण मछली है। .

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सिक्लिड

सिक्लिड (Cichlid) पर्सिफ़ोर्मेज़ गण के सिक्लिडाए कुल की हड्डीदार मछलियाँ होती हैं। वे लैब्रोइडेइ (Labroidei) नामक उपगण की सदस्य होती हैं जिसमें कुछ अन्य मछली कुल भी शामिल हैं। सिक्लिडों का कुल विस्तृत और विविध है। वर्तमान में इस कुल में १,६५० से अधिक जातियाँ मिल चुकी हैं और हर वर्ष यह गिनती बढ़ती जाती है। सम्भव है कि इस कुल में २०००-३००० जातियाँ हों। मछली पालन के शौकीन अक्सर सिक्लिडों को अपने घरों में पालते हैं।, pp.

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स्पारिडाए

स्पारिडाए (Sparidae), जिन्हें समुद्री ब्रीम (sea bream) और पोर्गी (porgy) भी कहते हैं, हड्डीदार मछलियों के पर्सिफ़ोर्मेज़ गण का एक कुल है। इनके चौड़े, पिचके शरीर होते हैं, जिसमें एक छोटा मुँह और उस से कुछ दूर पर आँख स्थित होती है। पीठ पर एक पृष्ठीय फ़िन और बदन पर बड़े आकार के शल्क होते हैं। इस कुल की मछलियाँ कम गहराई वाले उपोष्णकटिबन्धीय और समशीतोष्णीय सागरों व महासागरों में सागरतह के पास मिलती हैं। यह अन्य मछलियाँ और क्रस्टेशियाई खाते हैं और इनकी अधिकतर जातियों के मुँह में खाना पीसने के लिए दाढ़-जैसे दाँत होते हैं। Eating the head is known to cause hallucinations, lasting many days.

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स्क्वमाटा

स्क्वमाटा (Squamata) प्राणियों का वह गण है जिसके सदस्य सारे शल्क-वाले सरीसृप (रेप्टाइल) हैं। सारे साँप व छिपकलियाँ इसी गण में शामिल हैं। स्क्वमाटा में लगभग ९००० भिन्न जीववैज्ञानिक जातियाँ शामिल हैं और, पर्सिफ़ोर्म मछलियों के बाद, यह कशेरुकी जन्तुओं (रीढ़ की हड्डी वाले) का दूसरा सबसे बड़ा गण है। .

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सेन्ट्रार्चिडाए

सेन्ट्रार्चिडाए (Centrarchidae), जिन्हें सूरजमीन (sunfish) भी कहते हैं, हड्डीदार मछलियों के पर्सिफ़ोर्मेज़ गण का एक विस्तृत कुल है जो उत्तर अमेरिका में मीठे पानी (नदियों व झीलों) में रहती हैं। इस गण में ३७ ज्ञात जातियाँ हैं। इनकी औसत लम्बाई २० - ३० सेंटीमीटर होती है, हालांकि कालीधारी सूरजमीन (black-banded sunfish) केवल ८ सेमी और बड़ीमुख बैस (largemouth bass) १ मीटर तक पाई गई है। प्रजनन में मादा के अण्डे देने के बाद नर अपनी दुम से रेत में गड्ढा बनाकर उसमें अण्डे डालता है और फिर उनकी रखवाली करता है। .

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सेरानिडाए

सेरानिडाए (Serranidae) हड्डीदार मछलियों के पर्सिफ़ोर्मेज़ गण का एक विस्तृत कुल है। इस कुल में ६५ वंशों के अंतर्गत लगभग ४५० मछली जातियाँ श्रेणीकृत हैं। इसमें समुद्री बैस और ग्रूपर मछलियाँ भी शामिल हैं। सेरानिडाए कुल की अधिकांश मछलियाँ छोटे आकार की हैं (कुछ तो १० सेंटीमीटर से भी कम), लेकिन महान ग्रूपर (Epinephelus lanceolatus) विश्व की सबसे बड़ी हड्डीदार मछलियों में से एक है: यह २.७ मीटर (८ फ़ुट १० इंच) तक लम्बी और ४०० किलोग्राम तक भारी हो जाती है। सेरानिडाए कुल की मछलियाँ विश्वभर के ऊष्णकटिबन्धीय और उपोष्णकटिबन्धीय सागरों में पाई जाती हैं। .

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ग्रूपर मछली

ग्रूपर (Grouper) हड्डीदार मछलियों के पर्सिफ़ोर्मेज़ गण के सेरानिडाए कुल के एपिनेफ़ेलिनाए (Epinephelinae) उपकुल के सदस्य होते हैं। .

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करैंजिडाए

करैंजिडाए (Carangidae) हड्डीदार मछलियों के पर्सिफ़ोर्मेज़ गण का एक कुल है जिसमें जैक मछलियाँ (Jacks) शामिल हैं। इस कुल में पोम्पानो, जैक मैकरल और स्कैड मछलियाँ भी सम्मिलित हैं। यह समुद्री मछलियाँ हैं जो अटलांटिक, प्रशांत और हिन्द महासागरों में पाई जाती हैं। करैंजिडाए कुल की मछलियाँ तेज़ तैरने वाली परभक्षी जातियाँ होती हैं जो रीफ़ों के ऊपर और खुले सागर में शिकार करती हैं और कुछ सागरतह में रेत में छुपे अकशेरुकों को खोदकर निकालती और खाती हैं। .

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कोरिफ़ेना

कोरिफ़ेना (Coryphaena), जो डोल्फ़िनफ़िश (dolphinfish) भी कहलाती है, किरण-फ़िन मछलियों का एक जीववैज्ञानिक वंश है। यह वंश कोरिफ़ेनिडाए (Coryphaenidae) गण के अंतर्गत आता है और उसका एकलौता सदस्य वंश है। इसमें आने वाली मछली जातियाँ चपटे सिर और पीठ पर एक लम्बा फ़िन रखती हैं। वास्तव में इनका डोल्फ़िनों के साथ कोई जीववैज्ञानिक सम्बन्ध नहीं है। डॉलफ़िनफ़िश समुद्र में सबसे तेज़ी से बढ़ने वाली मछिलियों में से एक है और इसका आकार ६ फ़ुट लम्बा और वज़न ४० किलो तक पहुँच सकता है। इसलिए अन्य मछलियाँ इसका बहुत शिकार करती हैं और मछुआरे भी इन्हें बहुत पकड़ते हैं। क्योंकि डॉलफ़िन एक बुद्धिमान स्तनधारी माना जाता है इसलिए बहुत से लोग उसे खाना नापसंद करते हैं इसलिए डॉलफ़िनफ़िश को अक्सर 'माही-माही' के नाम से बेचा जाता है ताकि लोग इसे ग़लती से डॉलफ़िन न समझ बैठें।, Maurice Burton, Robert Burton, pp.

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कोरिफ़ेनिडाए

कोरिफ़ेनिडाए (Coryphaenidae) समुद्र में मिलने वाली पर्सिफ़ोर्मेज़​ गण की किरण-फ़िन मछलियाँ हैं। इस गण में केवल एक ही 'कोरिफ़ेना' (Coryphaena) नामक वंश आता है जिसमें दो जीववैज्ञानिक जातियाँ हैं। इन मछिलयों की सबसे बड़ी पहचान एक बड़ा, चकोर लेकिन चपटा सिर, दो गहरे काँटों वाली दुम और पीठ पर शरीर के आगे से लेकर अंत तक चलने वाला एक फ़िन होतीं हैं। इसे आम भाषा में 'डॉलफ़िनफ़िश' (Dolphinfish) कहा जाता है हालांकि इस मछली का डॉलफ़िन (सूंस) से कोई सम्बन्ध नहीं है - डॉलफ़िन वायु से सांस लेने वाली एक स्तनधारी होती है जबकि डॉलफ़िनफ़िश पानी में सांस लेने वाली एक मछली है। डॉलफ़िनफ़िश समुद्र में सबसे तेज़ी से बढ़ने वाली मछिलियों में से एक है और इसका आकार ६ फ़ुट लम्बा और वज़न ४० किलो तक पहुँच सकता है। इसलिए अन्य मछलियाँ इसका बहुत शिकार करती हैं और मछुआरे भी इन्हें बहुत पकड़ते हैं। क्योंकि डॉलफ़िन एक बुद्धिमान स्तनधारी माना जाता है इसलिए बहुत से लोग उसे खाना नापसंद करते हैं इसलिए डॉलफ़िनफ़िश को अक्सर 'माही-माही' के नाम से बेचा जाता है ताकि लोग इसे ग़लती से डॉलफ़िन न समझ बैठें।, Maurice Burton, Robert Burton, pp.

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अम्बैसिडाए

एशियाई शीशमीन (Asiatic glassfishes) या अम्बैसिडाए (Ambassidae) हड्डीदार मछलियों के पर्सिफ़ोर्मेज़ गण का एक कुल है जो समुद्र व मीठे पानी दोनों में मिलती हैं। इसके ८ वंशों में ४९ जातियाँ हैं। एशियाई शीशमीन एशिया, ओशिआनिया, हिन्द महासागर और पश्चिमी प्रशांत महासागर में मिलती है। इनमें से कुछ की लम्बाई २६ सेंटीमीटर तक होती है। इन मछलियों की कई जातियों के शरीर शीशे जैसे पारदर्शी या अर्ध-पारदर्शी होते हैं, जिसके कारण इन्हें मीनशालाओं में पालतु रूप से रखा जाता है। पहले इन्हें रंगों के टीके लगाकर मछली रखने वालों को बेचा जाता था लेकिन इस से मछली को भयंकर पीढ़ा होती है और जल्दी मृत्यु भी हो जाती है, और इस क्रूरता की वजह से लोगों ने इन्हें ख़रीदना कम कर लिया है। .

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यहां पुनर्निर्देश करता है:

पर्सिफ़ोर्म, पर्सिफ़ोर्मेज़​

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