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पदानुक्रम

सूची पदानुक्रम

पदानुक्रम, अधिक्रम या पदसोपान (hierarchy) वस्तुओं का ऐसा विन्यास है जिसमें वस्तुएँ एक दूसरे के सापेक्ष 'ऊपर', 'नीचे', या 'समान स्तर पर' रखी जातीं हैं। ये वस्तुएं नाम, मान (वैल्यू), श्रेणी आदि हो सकती हैं। किसी भी संगठन की कार्यकुशलता एवं लक्ष्य प्राप्ति के लिए आवश्यक है कि संगठन की रचना करते समय कुछ आधारभूत सिद्धान्त अपनाए जाएं। संगठन के सिद्धान्त से तात्पर्य, प्रशासनिक संगठनों की उन प्रक्रियाओं तथा नियमो से है, जिसके अनुसार प्रशासनिक संगठनों का संचालन होता है। इन सिद्धान्तों में पदसोपान, आदेश की एकता, नियंत्रण का क्षेत्र, नेतृत्व, पर्यवेक्षण, प्रत्यायोजन, समन्वय, सत्ता तथा उत्तरदायित्व इत्यादि सम्मिलित हैं। .

10 संबंधों: नियंत्रण विस्तृति, परम्परावादी रूढ़िवाद, बहु-स्तरीय विपणन, राज्यतन्त्र, संगठनात्मक विकास, सोपानिक संगठन, वंशानुक्रम (कंप्यूटर विज्ञान), खत्री, कर्मीदल, अराजकतावाद

नियंत्रण विस्तृति

Military parade in Iran's Army day (17April 2016) 01नियंत्रण विस्तृति । किसी भी संगठन में कार्यकुशलता का स्तर बनाए रखने तथा कार्यरत व्यक्तियों के कार्यकरण एवं व्यवहार को संतुलित बनाये रखने के लिए नियंत्रण की आवश्यकता होती है। नियंत्रण का कार्य, उच्चाधिकारियों का मुख्य दायित्व है। नियंत्रण–व्यवस्था का उद्देश्य यह देखना होता है कि संगठन की प्रत्येक इकाई में कार्यरत कार्मिक दिये गये आदेशों, निर्देशों तथा नियमों के अनुरूप कार्य कर रहे हैं अथवा नहीं। नियंत्रण का क्षेत्र (Span of Control), उस क्षमता या परिधि को प्रदर्शित करता है, जो किसी नियंत्रणकर्ता अधिकारी में होती है अर्थात एक अधिकारी एक समय में कितने अधीनस्थों को सफलतापूर्वक नियंत्रित कर सकता है। इसे प्राय: 'नियंत्रण विस्तृति', 'प्रबन्ध का क्षेत्र', 'पर्यवेक्षण का क्षेत्र' या 'सत्ता का क्षेत्र' भी कहा जाता है। .

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परम्परावादी रूढ़िवाद

परम्परावादी रूढ़िवाद, जिसे पारम्परिक रूढ़िवाद, परम्परावाद, क्लासिकी रूढ़िवाद और (संयुक्त राज्य तथा कनाडा में) टोरीवाद भी कहते हैं, एक राजनीतिक दर्शन है जिसका ध्यान, प्राकृतिक विधि व पारमित नैतिक व्यवस्था के सिद्धान्तों की आवश्यकता पर, परम्परा, पदानुक्रम व आंगिक एकता, कृषिवाद, क्लासिकवाद व उच्च संस्कृति, और निष्ठा के प्रतिच्छेदित क्षेत्रों पर, केन्द्रित रहता हैं। कुछ परम्परावादियों ने "प्रतिक्रियावादी" और "क्रान्ति प्रतिरोधी" के लेबलों को अपनाया हैं, जिससे ज्ञानोदय युग से इन शब्दों से लिप्त लाँछन की अवहेलना हुई हैं। परम्परावाद का विकास पूरे 18वीं सदी के यूरोप में हुआ (विशेषकर, अंग्रेज़ी गृहयुद्ध के अव्यवस्था की और फ़्रान्सीसी क्रान्ति के आमूलवाद की अनुक्रिया में)। 20वीं सदी के मध्य में उसका एक बौद्धिक और राजनीतिक बल के रूप में आग्रहपूर्वक संगठित होना प्रारम्भ हुआ। परम्परावादी रूढ़िवाद की यह अधिक आधुनिक अभिव्यक्ति की शुरुआत यू०एस० विश्वविद्यालय प्राचार्यों के एक समूह के बीच हुई (जो लोकप्रिय प्रेस द्वारा "नये रूढ़िवादियों" के रूप में लक्षित कियें गएँ), जिन्होंने व्यक्तिवाद, उदारवाद, समतावाद, आधुनिकता, और सामाजिक प्रगति की धारणाओं को अस्वीकार किया, सांस्कृतिक और शैक्षणिक पुनर्जीवन को बढ़ावा दिया, और चर्च, परिवार, राज्य, स्थानीय समुदाय, इत्यादि में रूचि पुनर्जीवित की। .

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बहु-स्तरीय विपणन

बहु-स्तरीय विपणन (MLM), (जिसे नेटवर्क मार्केटिंग, डायरेक्ट सेलिंग, रेफ़रल मार्केटिंग और पिरामिड सेलिंग भी कहा जाता है) एक ऐसा शब्द है जो कुछ कंपनियों द्वारा उनकी समग्र विपणन रणनीति के अंश के रूप में प्रयुक्त विपणन संरचना को वर्णित करता है। यह संरचना विपणन और बिक्री बल तैयार करने के लिए कंपनी उत्पादों के प्रवर्तकों की क्षतिपूर्ति द्वारा परिकल्पित है, जो न केवल उनके द्वारा व्यक्तिगत रूप से जनित बिक्री के लिए, अपितु अन्य प्रवर्तकों की बिक्री के लिए भी, जिनका उन्होंने कंपनी को परिचय करवाया है, जिसके द्वारा वितरकों की एक निचली पंक्ति और एक पिरामिडनुमा बहु-स्तरीय क्षतिपूर्ति का एक पदानुक्रम निर्मित हुआ है। उत्पाद और कंपनियों का विपणन आम तौर पर सीधे उपभोक्ताओं और संभावित व्यावसायिक भागीदारों को संबंधों के हवाले और मौखिक प्रचार विपणन के माध्यम से किया जाता है। MLM कंपनियां अक्सर विवाद का विषय और साथ ही, कानूनी मुकदमों का भी शिकार रही हैं। अवैध पिरामिड योजनाओं के साथ उनकी समानता, उत्पादों का मूल्य निर्धारण, उच्च प्रारंभिक गठन लागत, वास्तविक बिक्री की तुलना में निम्न-वर्गीय विक्रेताओं की भर्ती को अधिक प्रोत्साहन देना, यदि अपेक्षित नहीं तो विक्रेताओं को संपनी के उत्पादों की खरीदी और उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करना, निजी संबंधों का संभाव्य शोषण, जिसका नई बिक्री और भर्ती लक्ष्य के रूप में उपयोग किया जाता है, जटिल और कभी-कभी अतिरंजित क्षतिपूर्ति योजनाएं और पंथ समान तकनीक, जो कुछ समूह अपने सदस्यों के उत्साह और समर्पण को बढ़ाने के लिए उपयोग करते हैं, जैसे विषयों पर आलोचनाओं ने ध्यान केंद्रित किया है। सभी MLM कंपनियां एक ही तरह से काम नहीं करती हैं और MLM समूहों ने लगातार इस बात का विरोध किया है कि उनकी तकनीकें अवैध व्यापारिक व्यवहार हैं। .

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राज्यतन्त्र

राज्यतन्त्र (polity) किसी भी प्रकार की राजनैतिक इकाई को कहते हैं, यानि यह किन्ही भी लोगों का ऐसा समूह होता है जो सामूहिक पहचान रखें, संसाधनों को काबू करके उनका प्रयोग करने में सक्षम हों और आपस में किसी पदानुक्रम के आधार पर आदेश देने वालों और उन आदेशों का पालन करने वालों में संगठित हों। .

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संगठनात्मक विकास

संगठनात्मक विकास (OD) किसी संगठन की प्रभावकारिता और व्यावहारिकता को बढ़ाने के लिये एक नियोजित, संगठन-स्तरीय प्रयास होता है। वॉरेन बेनिस (Warren Bennis) ने OD का उल्लेख परिवर्तन के प्रति एक प्रतिक्रिया, एक जटिल शिक्षात्मक रणनीति के रूप में किया है, जिसका उद्देश्य संगठन के विश्वासों, दृष्टिकोणों, मूल्यों और संरचना को बदलना होता है, ताकि उन्हें नई प्रौद्योगिकियों, विपणन और चुनौतियों, तथा स्वतः परिवर्तन की आश्चर्यचकित कर देने वाली दर के साथ बेहतर ढंग से अनुकूलित किया जा सके.

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सोपानिक संगठन

सोपानिक संगठन (hierarchical organization) उस संगठन को कहते हैं जिसकी संरचना इस प्रकार हो कि केवल एक ब्यक्ति को छोड़कर शेष सभी किसी न किसी के अधीन हों। 'सोपान' का अर्थ 'सीढ़ी' है। अधिकांश बड़े संगठन (जैसे अधिकांश कम्पनियाँ, सरकारें, संगठित मजहब आदि) सोपानिक ही होते हैं। .

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वंशानुक्रम (कंप्यूटर विज्ञान)

ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग (OOP) में वंशानुक्रम, पहले से परिभाषित वर्गों के प्रयोग द्वारा नए क्लास तैयार करने का एक तरीक़ा है (जिसके उदाहरण ऑब्जेक्ट कहलाते हैं).

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खत्री

खत्री (Khatri) भारतीय उपमहाद्वीप के पश्चिमोत्तरी भाग में बसने वाली एक जाति है। मूल रूप से खत्री पंजाब (विशेषकर वो हिस्सा जो अब पाकिस्तानी पंजाब है) से हुआ करते थे लेकिन वह अब राजस्थान, जम्मू व कश्मीर, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, हरयाणा, बलोचिस्तान, सिंध और ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा के इलाक़ों में भी पाए जाते हैं। दिल्ली के पंजाबी लोगों में इनकी आबादी पर्याप्त हैं। इनका मुख्य पेशा व्यापार है और ऐतिहासिक तौर पर अफगानिस्तान और मध्य एशिया के रास्ते भारतीय उपमहाद्वीप पर होने वाला व्यापार इनके हाथ था। कई खत्री क्षत्रिय होने का दावा करते हैं। खत्री अन्य जाति अरोड़ा के साथ पंजाब की दो मुख्य जाति है जो हिन्दू हैं। कई ने सिख और इस्लाम को अपना लिया है। मुसलमान हो गए खत्री खोजा नाम से प्रसिद्ध है। ऐतिहासिक रूप से सभी सिख धर्म के गुरु खत्री थे।, Robert Vane Russell, Forgotten Books, ISBN 978-1-4400-4893-7,...

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कर्मीदल

कर्मीदल (crew) संस्था या व्यक्तियों का समूह है जो किसी सामान्य गतिविधि में संरचित या पदानुक्रमित संगठन से काम करते हैं। नाविक दल जलयान के संचालन में शामिल कार्य को करने वालों को कहते हैं। पारंपरिक नाविक उपयोग में दल को अधिकारियों से अलग रखा जाता है। .

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अराजकतावाद

अराजकतावाद (Anarchism) एक राजनीतिक दर्शन है, जो स्वैच्छिक संस्थानों पर आधारित स्वाभिशासित समाजों की वक़ालत करता है। इनका वर्णन अक्सर राज्यहीन समाजों के रूप में होता है, यद्यपि कई लेखकों ने इन्हें अधिक विशिष्टतापूर्वक अपदानुक्रमिक मुक्त संघों पर आधारित संस्थानों के रूप में परिभाषित किया हैं। अराजकतावाद के मतानुसार राज्य अवांछनीय, अनावश्यक और हानिकारक है निम्न स्रोत अराजकतावाद को एक राजनीतिक दर्शन के रूप में सन्दर्भित करते हैं: Slevin, Carl.

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