लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
मुक्त
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

नेवला

सूची नेवला

नेवला (अंग्रेज़ी: mongoose) एक मांसाहारी स्तनधारी जानवर है जो 'हरपेस्टीडाए' (Herpestidae) जीववैज्ञानिक कुल में आते हैं। इसकी 33 ज्ञात जातियाँ हैं जो सभी दक्षिणी यूरेशिया (भारतीय उपमहाद्वीप समेत) व अफ़्रीका में रहती हैं। माडागास्कर द्वीप पर भी यूप्लेरिडाए (Eupleridae) कुल की चार जातियाँ हैं जिन्हें कभी-कभी नेवला बुलाया जाता है।, Michael A. Mares, Oklahoma Museum of Natural History, pp.

14 संबंधों: चमगादड़ गण, धारीदार नेवला, नेवला, पञ्चतन्त्र, पालामऊ व्याघ्र आरक्षित वन, पीला-पेट रासू, भारत में पर्यटन, युक्रेन, रासू, राजस्थान के वन्य-जीव अभयारण्य, रिक्की-टिक्की-टावी, समुद्री ऊदबिलाव, गंगा नदी, उंच्छवृत्ति

चमगादड़ गण

भारतीय उड़नलोमड़ी (''Pteropus giganteus'') चमगादड़ गण या काइरॉप्टेरा (Chiroptera) स्तनधारी (mammalia) वर्ग का एक गण है, जिसके अंतर्गत सभी प्रकार के चमगादड़ निहित हैं। इस वर्ग के जंतु अन्य स्तनियों से बिल्कुल भिन्न मालूम पड़ते हैं और इसके सभी सदस्यों में उड़ने की शक्ति पाई जाती है। उड्डयन के लिये इनकी अग्रभुजाएँ पंखों में परिवर्तित हो गई हैं। यद्यपि ये जंतु हवा में बहुत ऊपर तक उड़ते हैं, पर चिड़ियों से भिन्न हैं। देखने में इनकी मुखाकृति चूहे जैसी मालूम होती है। इनके कान होते हैं। चिड़ियों की भाँति ये अंडे नहीं वरन् बच्चे देते हैं और बच्चों को दूध पिलाते हैं। .

नई!!: नेवला और चमगादड़ गण · और देखें »

धारीदार नेवला

धारीदार नेवला (अंग्रेज़ी: Banded mongoose) एक प्रकार का नेवला है जो मध्य और पूर्वी अफ़्रीका में पाया जाता है। यह सवाना, खुले जंगल और घास के मैदानों में रहता है और कनखजूरों और भृंगों पर पेट भरता है। हालांकि अधिकतर नेवले अकेला रहना पसंद करते हैं, धारीदार नेवले समुदायों में रहते हैं और अक्सर दीमकों की ख़ाली बाँबियों में अपना घर बनाते हैं।, Lex Hes, pp.

नई!!: नेवला और धारीदार नेवला · और देखें »

नेवला

नेवला (अंग्रेज़ी: mongoose) एक मांसाहारी स्तनधारी जानवर है जो 'हरपेस्टीडाए' (Herpestidae) जीववैज्ञानिक कुल में आते हैं। इसकी 33 ज्ञात जातियाँ हैं जो सभी दक्षिणी यूरेशिया (भारतीय उपमहाद्वीप समेत) व अफ़्रीका में रहती हैं। माडागास्कर द्वीप पर भी यूप्लेरिडाए (Eupleridae) कुल की चार जातियाँ हैं जिन्हें कभी-कभी नेवला बुलाया जाता है।, Michael A. Mares, Oklahoma Museum of Natural History, pp.

नई!!: नेवला और नेवला · और देखें »

पञ्चतन्त्र

'''पंचतन्त्र''' का विश्व में प्रसार संस्कृत नीतिकथाओं में पंचतंत्र का पहला स्थान माना जाता है। यद्यपि यह पुस्तक अपने मूल रूप में नहीं रह गयी है, फिर भी उपलब्ध अनुवादों के आधार पर इसकी रचना तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व के आस- पास निर्धारित की गई है। इस ग्रंथ के रचयिता पं॰ विष्णु शर्मा है। उपलब्ध प्रमाणों के आधार पर कहा जा सकता है कि जब इस ग्रंथ की रचना पूरी हुई, तब उनकी उम्र लगभग ८० वर्ष थी। पंचतंत्र को पाँच तंत्रों (भागों) में बाँटा गया है.

नई!!: नेवला और पञ्चतन्त्र · और देखें »

पालामऊ व्याघ्र आरक्षित वन

पलामू व्याघ्र आरक्षित वन झारखंड के छोटा नागपुर पठार के लातेहर जिले में स्थित है। यह १९७४ में बाघ परियोजना के अंतर्गत गठित प्रथम ९ बाघ आरक्षों में से एक है। पलामू व्याघ्र आरक्ष १,०२६ वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है, जिसमें पलामू वन्यजीव अभयारण्य का क्षेत्रफल 980 वर्ग किलोमीटर है। अभयारण्य के कोर क्षेत्र 226 वर्ग किलोमीटर को बेतला राष्ट्रीय उद्यान के रूप में अधिसूचित किया गया है। पलामू आरक्ष के मुख्य आकर्षणों में शामिल हैं बाघ, हाथी, तेंदुआ, गौर, सांभर और चीतल। पलामू ऐतिहासिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। सन १८५७ की क्रांति में पलामू ने अहम भूमिका निभाई थी। चेरो राजाओं द्वारा निर्मित दो किलों के खंडहर पलामू व्याघ्र आरक्ष में विद्यमान हैं। पलामू में कई प्रकार के वन पाए जाते हैं, जैसे शुष्क मिश्रित वन, साल के वन और बांस के झुरमुट, जिनमें सैकड़ों वन्य जीव रहते हैं। पलामू के वन तीन नदियों के जलग्रहण क्षेत्र को सुरक्षा प्रदान करते हैं। ये नदियां हैं उत्तर कोयल औरंगा और बूढ़ा। २०० से अधिक गांव पलामू व्याघ्र आरक्ष पर आर्थिक दृष्टि से निर्भर हैं। इन गांवों की मुख्य आबादी जनजातीय है। इन गांवों में लगभग १,००,००० लोग रहते हैं। पलामू के खूबसूरत वन, घाटियां और पहाड़ियां तथा वहां के शानदार जीव-जंतु बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। .

नई!!: नेवला और पालामऊ व्याघ्र आरक्षित वन · और देखें »

पीला-पेट रासू

पीले-पेट वाला रासू या कथिया न्याल (अंग्रेज़ी: Yellow-bellied weasel) एक प्रकार का रासू है जो भूटान, भारत, नेपाल, चीन, म्यानमार, थाईलैंड, लाओस और वियतनाम के पहाड़ों में चीड़ के वनों में रहता है। रासू एक नेवले जैसे दिखने वाले जानवरों का समूह है। पीले-पेट रासूओं का नाम उनके पेट के पीले रंग से पड़ा है। इनके बदन का ऊपरी हिस्सा और इनकी दुम भूरी या ख़ाकी होती हैं। इनके शरीर लगभग 25-27 सेमी लम्बे और दुमें 12-15 सेमी लम्बी होती हैं। इनका वज़न 1.5 किलो के आसपास होता है। .

नई!!: नेवला और पीला-पेट रासू · और देखें »

भारत में पर्यटन

हर साल, 3 मिलियन से अधिक पर्यटक आगरा में ताज महल देखने आते हैं। भारत में पर्यटन सबसे बड़ा सेवा उद्योग है, जहां इसका राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में 6.23% और भारत के कुल रोज़गार में 8.78% योगदान है। भारत में वार्षिक तौर पर 5 मिलियन विदेशी पर्यटकों का आगमन और 562 मिलियन घरेलू पर्यटकों द्वारा भ्रमण परिलक्षित होता है। 2008 में भारत के पर्यटन उद्योग ने लगभग US$100 बिलियन जनित किया और 2018 तक 9.4% की वार्षिक वृद्धि दर के साथ, इसके US$275.5 बिलियन तक बढ़ने की उम्मीद है। भारत में पर्यटन के विकास और उसे बढ़ावा देने के लिए पर्यटन मंत्रालय नोडल एजेंसी है और "अतुल्य भारत" अभियान की देख-रेख करता है। विश्व यात्रा और पर्यटन परिषद के अनुसार, भारत, सर्वाधिक 10 वर्षीय विकास क्षमता के साथ, 2009-2018 से पर्यटन का आकर्षण केंद्र बन जाएगा.

नई!!: नेवला और भारत में पर्यटन · और देखें »

युक्रेन

युक्रेन पूर्वी यूरोप में स्थित एक देश है। इसकी सीमा पूर्व में रूस, उत्तर में बेलारूस, पोलैंड, स्लोवाकिया, पश्चिम में हंगरी, दक्षिणपश्चिम में रोमानिया और माल्दोवा और दक्षिण में काला सागर और अजोव सागर से मिलती है। देश की राजधानी होने के साथ-साथ सबसे बड़ा शहर भी कीव है। युक्रेन का आधुनिक इतिहास 9वीं शताब्दी से शुरू होता है, जब कीवियन रुस के नाम से एक बड़ा और शक्तिशाली राज्य बनकर यह खड़ा हुआ, लेकिन 12 वीं शताब्दी में यह महान उत्तरी लड़ाई के बाद क्षेत्रीय शक्तियों में विभाजित हो गया। 19वीं शताब्दी में इसका बड़ा हिस्सा रूसी साम्राज्य का और बाकी का हिस्सा आस्ट्रो-हंगेरियन नियंत्रण में आ गया। बीच के कुछ सालों के उथल-पुथल के बाद 1922 में सोवियत संघ के संस्थापक सदस्यों में से एक बना। 1945 में यूक्रेनियाई एसएसआर संयुक्त राष्ट्रसंघ का सह-संस्थापक सदस्य बना। सोवियत संघ के विघटन के बाद युक्रेन फिर से स्वतंत्र देश बना। .

नई!!: नेवला और युक्रेन · और देखें »

रासू

रासू या वीज़ल (अंग्रेज़ी: weasel) एक छोटा मांसाहारी स्तनधारी जानवर है जो दिखने में नेवले जैसा लगता है हालांकि इसकी नसल काफ़ी भिन्न है। यह पतले और लम्बे आकार का होता है और इसकी छोटी टाँगे होती हैं। यह तेज़ी से हिल सकता है और बहुत निपुण शिकारी होता है जो छोटे जानवरों को अपना ग्रास बनाता है। अंटार्कटिका, ऑस्ट्रेलिया और उनके इर्द-गिर्द के द्वीपों को छोड़कर यह दुनियाभर में मिलता है। .

नई!!: नेवला और रासू · और देखें »

राजस्थान के वन्य-जीव अभयारण्य

देश का सबसे अधिक दुर्लभ पक्षी गोडावण है जो राजस्थान के बीकानेर, बाड़मेर और जैसलमेर जिले में अधिक संख्या में मिलता है राजस्थान में तीन राष्ट्रीय उद्यान, २५ वन्य जीव अभ्यारण्य एवं ३३ आखेट निषेद क्षेत्र घोषित किए जा चुके हैं। भारतीय वन्यजीव कानून १९७२ देश के सभी राज्यों में लागू है। राज्य में वन्य प्राणियों के प्राकृतिक आवास को जानने के लिए भू-संरचना के अनुसार प्रदेश को चार मुख्य भागों में बांटा जा सकता है- १ मरुस्थलीय क्षेत्र, २ पर्वतीय क्षेत्र, ३ पूर्वी तथा मैदानी क्षेत्र और ४ दक्षिणी क्षेत्र। केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान जो कि भरतपुर में स्थित है यह एक राष्ट्रीय उद्यान है अर्थात एक अंतर्राष्ट्रीय पार्क जिसे पक्षियों का स्वर्ग भी कहा जाता है। धार्मिक स्थलों के साथ जुड़े ओरण सदैव ही पशुओं के शरणस्थल रहे हैं केंद्र सरकार द्वारा स्थापित पशु-पक्षियों का स्थल राष्ट्रीय उद्यान व राज्य सरकार द्वारा स्थापित स्थल अभ्यारण्य कहलाता है। .

नई!!: नेवला और राजस्थान के वन्य-जीव अभयारण्य · और देखें »

रिक्की-टिक्की-टावी

रिक्की-टिक्की-टावी का आवरण पृष्ठ "रिक्की-टिक्की-टावी" (अंग्रेजी: Rikki-Tikki-Tavi), रुडयार्ड किपलिंग की पुस्तक द जंगल बुक (1894) में संकलित एक लघुकथा है जिसमें एक बहादुर छोटे नेवले के कारनामों का वर्णन किया गया है। कहानी का भयावह और गंभीर लहजा इसे उल्लेखनीय बनाता है। इस कहानी को कई बार जंगल बुक से अलग एक लघु पुस्तक के रूप में भी प्रकाशित किया गया है। 1975 में अमेरिकन एनिमेटर चक जोन्स द्वारा इस कहानी पर आधारित एक विशेष एनिमेटेड टीवी कार्यक्रम बनाया गया था, इसके अलावा उसी वर्ष इस कहानी पर एक रूसी एनिमेटेड लघु फिल्म का निर्माण भी किया गया था। 1979 में भारत की बाल चित्र समिति ने भारत और रूस के सहयोग से इसी नाम से हिंदी में एक बाल फिल्म का निर्माण किया था जिसका निर्देशन ये झागुर्डी और सुरेंदर सूरी ने किया था। .

नई!!: नेवला और रिक्की-टिक्की-टावी · और देखें »

समुद्री ऊदबिलाव

समुद्री ऊदबिलाव (अंग्रेज़ी: Sea otter, वैज्ञानिक नाम: Enhydra lutris) समुद्र में रहने वाला एक ऊदबिलाव है जो प्रशांत महासागर के उत्तरी और पूर्वी छोरों के तटों पर पाया जाता है। इस समुद्री स्तनधारी का वज़न 14 से 45 किलोग्राम के बीच होता है जो अन्य ऊदबिलाव जातियों और रासू (वीज़ल) परिवार (जिसमें ऊदबिलावों के साथ-साथ नेवले और रासू भी आते हैं) के अन्य सदस्यों से ज़्यादा है, हालांकि यह अन्य समुद्री स्तनधारियों की तुलना में कम है। ठन्डे समुद्रों में इनकी मोटी और चर्बीयुक्त खालें और घने बाल इन्हें गर्म रखते हैं। हालांकि यह ज़मीन पर चल सकते हैं फिर भी यह अपना अधिकाँश जीवन समुद्र में बिताते हैं। सागर में यह नीचे फ़र्श तक डुबकी लगाकर जलसाही, सीप, क्रस्टेशिया और मछलियों की कुछ जातियों को पकड़कर अपना आहार बनाते हैं। शंख या सीप के अन्दर छुपने वाले जानवरों को यह अक्सर पत्थरों से तोड़कर खाते हैं, जिस वजह से यह मानवों के अतिरिक्त उन गिनती के जानवरों में हैं जो औज़ार इस्तेमाल करते हैं। किसी ज़माने में इनकी संख्या 1.5 से 3 लाख होती थी लेकिन सन् 1741-1911 काल में इनकी ख़ालों के लिए इनका खुलकर शिकार किया गया जिस से इनकी विश्वभर की आबादी केवल 1,000-2,000 रह गई। उसके बाद इनके शिकार पर अंतर्राष्ट्रीय पाबंदी लगने से इनकी संख्या फिर से कुछ बढ़ी है। .

नई!!: नेवला और समुद्री ऊदबिलाव · और देखें »

गंगा नदी

गंगा (गङ्गा; গঙ্গা) भारत की सबसे महत्त्वपूर्ण नदी है। यह भारत और बांग्लादेश में कुल मिलाकर २,५१० किलोमीटर (कि॰मी॰) की दूरी तय करती हुई उत्तराखण्ड में हिमालय से लेकर बंगाल की खाड़ी के सुन्दरवन तक विशाल भू-भाग को सींचती है। देश की प्राकृतिक सम्पदा ही नहीं, जन-जन की भावनात्मक आस्था का आधार भी है। २,०७१ कि॰मी॰ तक भारत तथा उसके बाद बांग्लादेश में अपनी लंबी यात्रा करते हुए यह सहायक नदियों के साथ दस लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल के अति विशाल उपजाऊ मैदान की रचना करती है। सामाजिक, साहित्यिक, सांस्कृतिक और आर्थिक दृष्टि से अत्यन्त महत्त्वपूर्ण गंगा का यह मैदान अपनी घनी जनसंख्या के कारण भी जाना जाता है। १०० फीट (३१ मी॰) की अधिकतम गहराई वाली यह नदी भारत में पवित्र मानी जाती है तथा इसकी उपासना माँ तथा देवी के रूप में की जाती है। भारतीय पुराण और साहित्य में अपने सौन्दर्य और महत्त्व के कारण बार-बार आदर के साथ वंदित गंगा नदी के प्रति विदेशी साहित्य में भी प्रशंसा और भावुकतापूर्ण वर्णन किये गये हैं। इस नदी में मछलियों तथा सर्पों की अनेक प्रजातियाँ तो पायी ही जाती हैं, मीठे पानी वाले दुर्लभ डॉलफिन भी पाये जाते हैं। यह कृषि, पर्यटन, साहसिक खेलों तथा उद्योगों के विकास में महत्त्वपूर्ण योगदान देती है तथा अपने तट पर बसे शहरों की जलापूर्ति भी करती है। इसके तट पर विकसित धार्मिक स्थल और तीर्थ भारतीय सामाजिक व्यवस्था के विशेष अंग हैं। इसके ऊपर बने पुल, बांध और नदी परियोजनाएँ भारत की बिजली, पानी और कृषि से सम्बन्धित ज़रूरतों को पूरा करती हैं। वैज्ञानिक मानते हैं कि इस नदी के जल में बैक्टीरियोफेज नामक विषाणु होते हैं, जो जीवाणुओं व अन्य हानिकारक सूक्ष्मजीवों को जीवित नहीं रहने देते हैं। गंगा की इस अनुपम शुद्धीकरण क्षमता तथा सामाजिक श्रद्धा के बावजूद इसको प्रदूषित होने से रोका नहीं जा सका है। फिर भी इसके प्रयत्न जारी हैं और सफ़ाई की अनेक परियोजनाओं के क्रम में नवम्बर,२००८ में भारत सरकार द्वारा इसे भारत की राष्ट्रीय नदी तथा इलाहाबाद और हल्दिया के बीच (१६०० किलोमीटर) गंगा नदी जलमार्ग को राष्ट्रीय जलमार्ग घोषित किया है। .

नई!!: नेवला और गंगा नदी · और देखें »

उंच्छवृत्ति

उंच्छवृत्ति एक निर्धन ब्राह्मण था जिसका वर्णन जैमिनि अश्वमेध तथा महाभारत में प्राप्य है। उंच्छवृत्ति बहुत गरीब था। एकबार कई दिनों के बाद एक दिन इसे भिक्षा मे सेर भर सत्तू मिला। अग्नि तथा ब्राह्मण का भाग निकालने के पश्चात् इसने शेष सत्तू अपने पूत्रों तथा पत्नी में बराबर बराबर बाँट दिया। यह स्वयं खाना शुरू करे, इतने में धर्मराज ब्राह्मण रूप में आए और खाने के लिए मॉगने लगे। इसने अपना हिस्सा उन्हें दे दिया। भूख न मिटने पर इसने क्रमश: अपनी पत्नी तथा पुत्रों के हिस्से भी धर्मराज को दे दिए। इससे प्रसन्न धर्म सकुटुंब और संदेह इस ब्राह्मण को स्वर्ग ले गए। सत्तू के जो कण भूमि पर गिर गए थे उनपर एक नेवला आकर लोट गया। इससे उसका आधा शरीर सुवर्णमय हो गया। आगे चलकर वही नेवला धर्मराज युधिष्ठिर के यज्ञ में अपने शरीर का शेष भाग भी स्वर्णमय बनाने की इच्छा से गया, परंतु उसकी इच्छा पूरी न हो सकी। वैसे 'उंच्छवृत्ति' का अर्थ है अनायास मिल जानेवाले अन्नकणों को चुन चुनकर जीवनयापन करना। श्रेणी:पौराणिक पात्र.

नई!!: नेवला और उंच्छवृत्ति · और देखें »

यहां पुनर्निर्देश करता है:

नेवले, हरपेस्टीडाए

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »