लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
मुक्त
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

नेपाली साहित्य

सूची नेपाली साहित्य

नेपाली साहित्य नेपाली भाषा का साहित्य है। यह साहित्य नेपाल, सिक्किम, दार्जिलिंग, भूटान, उत्तराखण्ड,असम आदि स्थानौं में प्रमुखतः लिखे जाते हैं। इस साहित्य में ज्यादातार पहाडी खस ब्राह्मण अर्थात बाहुन जाति के हैं। आदिकवि भानुभक्त आचार्य, महाकवि लक्ष्मी प्रसाद देवकोटा, कविशिरोमणि लेखनाथ पौड्याल, राष्ट्रकवि माधव प्रसाद घिमिरे, मोतीराम भट्ट, हास्यकार भैरव अर्याल, आदि श्रेष्ठतम नेपाली साहित्यकार बाहुन (पहाडी ब्राह्मण) समुदाय के थे। भारत का पड़ोसी देश होने के नाते नेपाल में भी भारत से चली खुलेपन की ताज़ी हवा बराबर पहुँचती रही है और उसके साहित्य पर भी समय-समय पर विभिन्न वादों और साहित्यिक आंदोलनों का पराभूत प्रभाव रहा है। हिन्दी कविता की तरह नेपाली कविता में भी छायावाद,रहस्यवाद, प्रगतिवाद और प्रयोगवाद की तमाम विशेषताएँ मिलती है। प्रकृति, सौन्दर्य, शृंगार और नारी-मन की सुकोमल अभिव्यक्ति के साथ ही जीवन-संघर्ष की आधुनिकतम समस्याओं को वाणी देने में भी नेपाली कवि किसी से पीछे नहीं रहे हैं। आज नेपाली कविता में समय-सापेक्षता, सामाजर्थिक दबाब तथा जीवन का व्यर्थता बोध आदि प्रबरीतियों को जो प्रमुखता मिली हुयी है, वह उसकी इसी शानदार विरासत का प्रतिफल है। .

14 संबंधों: एम एम गुरुङ, नेपाल का साहित्य, नेपाली भाषाएँ एवं साहित्य, पारसमणि दङ्गाल, पारिजात (लेखिका), बाहुन, भारत सारावली, भविलाल लामिछाने, राप्ती अंचल, लक्ष्मीप्रसाद देवकोटा, लेखनाथ पौड्याल, शिव कुमार राई, इन्द्रबहादुर राई, किताब सिंह राई

एम एम गुरुङ

नेपाली साहित्य के मूर्धन्य भारतीय कथाकार और निबंधकर। 'बिर्सिए को संस्कृति' के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार। कहानी संग्रह 'तीस्ता ब्ग्छ संघे जस्तो' से चर्चित। फिलहाल साहित्य अकादमी की कार्यकारिणी समिति के सदस्य और नेपाली सलहकर परिषद के सायोंजक। .

नई!!: नेपाली साहित्य और एम एम गुरुङ · और देखें »

नेपाल का साहित्य

नेपाल का साहित्य नेपाल का विभिन्न भाषाऔं में लिखा हुआ साहित्य है। इन साहित्यौं में संस्कृत, पाळि, नेपालभाषा, मैथिली, नेपाली, भोजपुरी, तिब्बती आदि भाषायें प्रमुख है। नेपालभाषा ही एक ऐसी भाषा है जिसका प्रयोजन् नेपाल के साहित्य के सभी युगों में हुआ है। .

नई!!: नेपाली साहित्य और नेपाल का साहित्य · और देखें »

नेपाली भाषाएँ एवं साहित्य

नेपाल में अनेक भाषाएँ बोली जाती हैं, जैसे किराँती, गुरुंग, तामंग, मगर, नेवारी, गोरखाली आदि। काठमांडो उपत्यका में सदा से बसी हुई नेवार जाति, जो प्रागैतिहासिक गंधर्वों और प्राचीन युग के लिच्छवियों की आधुनिक प्रतिनिधि मानी जा सकती है, अपनी भाषा को नेपाल भाषा कहती रही है जिसे बोलनेबालों की संख्या उपत्यका में लगभग 65 प्रतिशत है। नेपाली, तथा अंग्रेजी भाषाओं में प्रकाशित समाचार पत्रों के ही समान नेवारी भाषा के दैनिक पत्र का भी प्रकाशन होता है, तथापि आज नेपाल की सर्वमान्य राष्ट्रभाषा नेपाली ही है जिसे पहले परवतिया "गोरखाली" या खस-कुरा (खस (संस्कृत: कश्यप; कुराउ, संस्कृत: काकली) भी कहते थे। .

नई!!: नेपाली साहित्य और नेपाली भाषाएँ एवं साहित्य · और देखें »

पारसमणि दङ्गाल

पारसमणि दंगाल सिक्किम के युवा पत्रकार और साहित्यकार है। इनका जन्म पूर्वी सिक्किम के पाण्डाम गाँव में 5 जुलाई 1982 में हुआ। पारसमणि दंगालले कलेज जीवन में ही पत्रकारिता शुरु की थी। वे सिक्किम लोकप्रिय नेपाली दैनिक समय दैनिक का सम्पादक रह चुके हैं। नेपाली साहित्य में उपन्यासकार, कहानीकार एवं समालोचक के रूप में प्रसिद्ध दंगाल के कृतियों में आर्तव (2003) खण्डकाव्य, लक्ष्यतिर (2006) उपन्यास, भाषा साहित्य (2008) साहित्य सिद्धान्त आदि पुस्तकें प्रकाशित हैं। अनेक सामाजिक, साहित्यिक संगठनों से जुड़े हुए दंगाल के सम्पादन किए हुए पत्रिकाएँ और पुस्तकें भी है। श्रेणी:नेपाली साहित्यकार.

नई!!: नेपाली साहित्य और पारसमणि दङ्गाल · और देखें »

पारिजात (लेखिका)

पारिजात एक नेपाली लेखिका थीं। उनका असली नाम विष्णु कुमारी वाइबा (वाइबा तमांग की एक उपसमूह है) था। सृजन के दौरान वे अपने नाम के साथ उपनाम के रूप में पारिजात (पारिजात एक प्रकार के सुगंधित चमेली के फूल का नाम है) का प्रयोग किया करते थे। धीरे-धीरे उनका यह नाम नेपाली साहित्य में मील का पत्थर बनता चला गया। उनकी रचना सिरीस को फूल (ब्लू छुई मुई) सर्वाधिक चर्चित रचनाओं में से एक है, जो भारत, नेपाल सहित कुछ अंग्रेजी भाषी देशों में कुछ कॉलेजों के साहित्य के पाठ्यक्रम में रूपांतरित किया गया है। .

नई!!: नेपाली साहित्य और पारिजात (लेखिका) · और देखें »

बाहुन

बाहुन नेपाल के पहाडी खस समुदायके ब्राह्मण एवम् पुजारी जाति है। ये नेपालके दुस्रे सर्वाधिक जनसंख्या वाले समुदाय है। नेपाली साहित्यमे इस जातिके जोडदार योगदान है। नेपाली राजनीतिमे इस जातिके योगदान है। नेपाली खोजकर्ता एवम् इतिहासकार डोरबहादुर विष्ट और सूर्यमणि अधिकारीके अनुसार ये जाति अन्य खस जाति जैसे नेपालके पश्चिमी कर्णाली इलाकाके विभिन्न गाउँसे उत्पत्ति हुए है। ये हिन्द-आर्य भाषा परिवार के नेपाली भाषा बोल्ते है। .

नई!!: नेपाली साहित्य और बाहुन · और देखें »

भारत सारावली

भुवन में भारत भारतीय गणतंत्र दक्षिण एशिया में स्थित स्वतंत्र राष्ट्र है। यह विश्व का सातवाँ सबसे बड़ देश है। भारत की संस्कृति एवं सभ्यता विश्व की सबसे पुरानी संस्कृति एवं सभ्यताओं में से है।भारत, चार विश्व धर्मों-हिंदू धर्म, सिख धर्म, बौद्ध धर्म, जैन धर्म के जन्मस्थान है और प्राचीन सिंधु घाटी सभ्यता का घर है। मध्य २० शताब्दी तक भारत अंग्रेजों के प्रशासन के अधीन एक औपनिवेशिक राज्य था। अहिंसा के माध्यम से महात्मा गांधी जैसे नेताओं ने भारत देश को १९४७ में स्वतंत्र राष्ट्र बनाया। भारत, १२० करोड़ लोगों के साथ दुनिया का दूसरे सबसे अधिक आबादी वाला देश और दुनिया में सबसे अधिक आबादी वाला लोकतंत्र है। .

नई!!: नेपाली साहित्य और भारत सारावली · और देखें »

भविलाल लामिछाने

भविलाल लामिछाने (जन्म: १९५०, डिगबोई, आसाम) नेपाली साहित्य के अग्रणी आधुनिक युवा कवि हैं। उनका एक कविता संग्रह अनागत नाम से प्रकाशित हुआ है। .

नई!!: नेपाली साहित्य और भविलाल लामिछाने · और देखें »

राप्ती अंचल

राप्ती अंचल मध्यपस्चिमान्चल नेपाल में पड़ता है, इस अन्चल में दांग, रोल्पा रूकुम, प्युठान व सल्यान जिले पडते है, भित्री मधेस कहेजाने वाला दांग उपत्यका इसी अंचलमे पड़ता है, इस अंचलकी पुर्वमे लुंबिनी अंचल, उत्तर, पुर्वमे धवलागिरी अंचल व उत्तरमे कर्णाली अंचल पश्चिम में भेरी अंचल व दक्षिण में भारतीय राज्य उत्तरप्रदेश पडताहै। .

नई!!: नेपाली साहित्य और राप्ती अंचल · और देखें »

लक्ष्मीप्रसाद देवकोटा

लक्ष्मीप्रसाद देवकोटा (जन्म १२ नवम्बर १९०९, मृत्यु १४ सितम्बर १९५९) नेपाली साहित्य के महाकवि हैं। देवकोटा नेपाली साहित्य के बिभिन्न विधाओं में कलम चलाने वाले बहुमुखी प्रतिभाशाली थे। उनके द्वारा लिखित कविता और निबन्ध उच्च कोटि के माने जाते हैं। उन्होंने मुनामदन, सुलोचना, शाकुन्तल जैसे अमर काव्य लिखे जिसके कारण नेपाली साहित्यको समृद्धि मिली। नेपाली साहित्य में मुनामदन सर्वोत्कृष्ट काव्य माना जाता है। .

नई!!: नेपाली साहित्य और लक्ष्मीप्रसाद देवकोटा · और देखें »

लेखनाथ पौड्याल

लेखनाथ पौड्याल (सन् 1885 – 1966) नेपाली साहित्य के छन्दोबद्ध कवि एवम् परिष्कारवादी धारा के स्थापक थे। उनको आधुनिक युग के जन्मदाता, आध्यात्मिक पुनर्जागरण लानेवाले आध्यात्मिक मानवता वादी कवि के रुपमें नेपाली साहित्यमें माना जाता हैं। १९५१ सालमें पौड्यालको कविशिरोमणि के उपाधि दिया गया। उनके जन्म पोखरा के पासमें अर्घौ अर्चले में खस ब्राह्मण (बाहुन) परिवार में हुआ था। .

नई!!: नेपाली साहित्य और लेखनाथ पौड्याल · और देखें »

शिव कुमार राई

शिव कुमार राई नेपाली साहित्य के मूर्धन्य भारतीय कथाकार-उपन्यासकर हैं। ये 1978 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित हैं। .

नई!!: नेपाली साहित्य और शिव कुमार राई · और देखें »

इन्द्रबहादुर राई

इन्द्रबहादुर राई (3 फ़रवरी 1927 - 6 मार्च 2018) नेपाली मूल के दार्जिलिंग निवासी भारतीय साहित्यकार थे। उनका नेपाली साहित्य और भाषा में योगदान अविस्मरणीय है। इन्हें नेपाली भाषा और साहित्य में उत्कृष्ट योगदान हेतु साहित्य अकादमी पुरस्कार के साथ-साथ अन्य अनेकों सम्मनों से विभूषित किया गया है। राई नेपाली भाषा के अत्यंत प्रतिभावान लेखकों में से एक हैं। उनके सृजन में पारंपरिक और आधुनिक दोनों तकनीक शामिल है जो साहित्यिक शैलियों की एक विस्तृत श्रृंखला का उपयोग करती है। .

नई!!: नेपाली साहित्य और इन्द्रबहादुर राई · और देखें »

किताब सिंह राई

नेपाली साहित्य के भारतीय कवि-कथाकार और व्यंग्यकार। एक कविता संग्रह 'जीवन फूल' एवं कथा संग्रह 'पहली गुलाब को फूल' प्रकाशित। .

नई!!: नेपाली साहित्य और किताब सिंह राई · और देखें »

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »