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नूरपुर

सूची नूरपुर

नूरपुर हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले का एक नगर है। भारत की स्वतन्त्रता के पूर्व यह नूरपुर राज्य का भाग था जिसका शासन ११वीं शती के बाद से पठानिया राजपूत करते थे। इस राज्य की राजधानी पठानकोट थी जो अब पंजाब में है। श्रेणी: हिमाचल प्रदेश के नगर.

7 संबंधों: चौधरी चरण सिंह, बशोली, बिजनौर, राम सिंह पठानिया, हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव, २००७, काशीपुर का भूगोल, उत्तर प्रदेश के राज्य राजमार्गों की सूची

चौधरी चरण सिंह

चौधरी चरण सिंह (२३ दिसम्बर १९०२ - २९ मई १९८७) भारत के पांचवें प्रधानमन्त्री थे। उन्होंने यह पद २८ जुलाई १९७९ से १४ जनवरी १९८० तक सम्भाला। चौधरी चरण सिंह ने अपना सम्पूर्ण जीवन भारतीयता और ग्रामीण परिवेश की मर्यादा में जिया। .

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बशोली

बशोली या बसोहली भारतीय राज्य जम्मू और कश्मीर के जिले कठुआ में स्थित एक नगर या कस्बा है। यह स्थान अपनी एक विशेष प्रकार की चित्रकला जिसे बशोली चित्रकला कहते हैं, के लिए प्रसिद्ध है। .

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बिजनौर

बिजनौर भारत के उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख शहर एवं लोकसभा क्षेत्र है। हिमालय की उपत्यका में स्थित बिजनौर को जहाँ एक ओर महाराजा दुष्यन्त, परमप्रतापी सम्राट भरत, परमसंत ऋषि कण्व और महात्मा विदुर की कर्मभूमि होने का गौरव प्राप्त है, वहीं आर्य जगत के प्रकाश स्तम्भ स्वामी श्रद्धानन्द, अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त वैज्ञानिक डॉ॰ आत्माराम, भारत के प्रथम इंजीनियर राजा ज्वालाप्रसाद आदि की जन्मभूमि होने का सौभाग्य भी प्राप्त है। साहित्य के क्षेत्र में जनपद ने कई महत्त्वपूर्ण मानदंड स्थापित किए हैं। कालिदास का जन्म भले ही कहीं और हुआ हो, किंतु उन्होंने इस जनपद में बहने वाली मालिनी नदी को अपने प्रसिद्ध नाटक 'अभिज्ञान शाकुन्तलम्' का आधार बनाया। अकबर के नवरत्नों में अबुल फ़जल और फैज़ी का पालन-पोषण बास्टा के पास हुआ। उर्दू साहित्य में भी जनपद बिजनौर का गौरवशाली स्थान रहा है। क़ायम चाँदपुरी को मिर्ज़ा ग़ालिब ने भी उस्ताद शायरों में शामिल किया है। नूर बिजनौरी जैसे विश्वप्रसिद्ध शायर इसी मिट्टी से पैदा हुए। महारनी विक्टोरिया के उस्ताद नवाब शाहमत अली भी मंडावर,बिजनौर के निवासी थे, जिन्होंने महारानी को फ़ारसी की पढ़ाया। संपादकाचार्य पं. रुद्रदत्त शर्मा, बिहारी सतसई की तुलनात्मक समीक्षा लिखने वाले पं. पद्मसिंह शर्मा और हिंदी-ग़ज़लों के शहंशाह दुष्यंत कुमार,विख्यात क्रांतिकारी चौधरी शिवचरण सिंह त्यागी, पैजनियां - भी बिजनौर की धरती की देन हैं। वर्तमान में महेन्‍द्र अश्‍क देश विदेश में उर्दू शायरी के लिए विख्‍यात हैं। धामपुर तहसील के अन्‍तर्गत ग्राम किवाड में पैदा हुए महेन्‍द्र अश्‍क आजकल नजीबाबाद में निवास कर रहे हैं। .

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राम सिंह पठानिया

राम सिंह पठानिया (१८२४ - १८४९) अंग्रेजों के विरुद्ध संघर्ष करने वाले एक भारतीय सेनानी थे। उन्होंने मुट्ठी भर साथियों के साथ अंग्रेजी साम्राज्य की नींव हिलाकर रख दी थी। उस समय पठानिया की उम्र केवल 24 वर्ष थी। राम सिंह पठानिया का जन्म नूरपुर रियासत के मन्त्री श्याम सिंह के घर 10 अप्रैल 1824 को हुआ था। उनके पिता नूरपुर रियासत में राजा वीर सिंह के मंत्री थे। 1846 में अंग्रेज-सिख संधि के कारण हिमाचल प्रदेश की अधिकांश रियासतें अंग्रेज साम्राज्य के आधीन हो गई थीं। उसी समय राजा वीर सिंह की मृत्यु हो गई। उस समय उनके बेटे जवसंत सिंह राजगद्दी के उत्तराधिकारी थे। अंग्रेजों ने जसवंत सिंह के सारे अधिकार पांच हजार रुपए में ले लिए और रियासत में अपने शासन से मिलाने की घोषणा कर दी, जो वीर सिंह पठानिया को मंजूर नहीं था। उन्होंने कटोच राजपूतों के साथ मिलकर सेना बनाई और अंग्रेजों पर धावा बोल दिय। इस आक्रामण से अंग्रेज भाग खड़े हुए और राम सिंह ने अपना ध्वज लहरा दिया। इससे खुश होकर जसवंत सिंह ने खुद को राजा नियुक्त करते हुए राम सिंह को अपना मन्त्री बना लिया। इसके पश्चात उन्होंने हिमाचल से सारे अंग्रेजों को उखाड़ फेकने की योजना बनायी और विजय प्राप्त की। अंग्रेजों को भी पता था कि वे राम सिंह को आसानी से नहीं गिरफ्तार या मार सकते हैं। ऐसे में उन्होंने षडयन्त्र बनाया और जब राम सिंह पूजा पाठ कर रहे थे तब उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और आजीवन कारावास की सजा सुनाकर कालापानी भेज दिया। उसके बाद उन्हें रंगून भेजा गया और उन पर काफी अत्याचार किए गये। 11 नवंबर 1849 को मात्र 24 साल की उम्र में वीरगति को प्राप्त हो गए। श्रेणी:भारत के स्वतंत्रता सेनानी.

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हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव, २००७

हिमाचल प्रदेश दिसंबर 2007 विधानसभा चुनाव दिसंबर 2007 मे हिमाचल प्रदेश की हिमाचल प्रदेश विधान सभा के लिए हुआ चुनाव था। राज्य के 65 विधानसभा चुनाव क्षेत्रों में 19 दिसम्बर 2007 को तथा किन्नौर, लाहौल स्पीती और भरमौर जनजातीय क्षेत्रों में 14 नवम्बर 2007 को दो चरणों में मतदान हुआ था। राज्‍य में सत्ता विरोधी लहर का फायदा उठाते हुए भाजपा ने 41 सीट जीतकर कांग्रेस का कड़ी शिकस्‍त दी। राज्य विधानसभा चुनावों के घोषित नतीजों के मुताबिक 68 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस को 23 सीटों से ही संतोष करना पडा, जबकि बहुजन समाज पार्टी को एक और अन्य को तीन सीटें मिली। लोक जनशक्ति पार्टी राज्य में खाता भी नहीं खोल पाई। हिमाचल प्रदेश में 1990 के बाद भाजपा अब पहली बार अपने बूते पर सरकार बनाई। वर्ष 1990 में भाजपा ने जनता पार्टी के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन कर 51 सीटों पर चुनाव लडा था और उसे 46 सीटे मिली थी। जनता पार्टी को 11 सीटें मिली। इसी के साथ भाजपा- जनता पार्टी की गठबंधन सरकार गठित हुई। उस दौरान कांग्रेस को मात्र 8 सीटें मिली थी। चुनावों में तीन निर्दलीय भी जीते थे। बाद में वर्ष 1998 में भाजपा ने हिमाचल विकास कांग्रेस के साथ गठबंधन सरकार गठित की। उस दौरान भाजपा को 31 सीटें हासिल हुई थी जबकि हिमाचल विकास कांग्रेस को 5 सीटों पर जीत मिली थी। .

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काशीपुर का भूगोल

काशीपुर, भारत के उत्तराखण्ड राज्य के उधम सिंह नगर जनपद का एक महत्वपूर्ण पौराणिक एवं औद्योगिक शहर है। .

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उत्तर प्रदेश के राज्य राजमार्गों की सूची

उत्तर प्रदेश राज्य में कुल ३५ राष्ट्रीय राजमार्ग हैं, जिनकी कुल लंबाई ४०६३५ किमी है; और ८३ राज्य राजमार्ग हैं, जिनकी कुल लंबाई ८४३२ किमी है। .

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नूरपुर रियासत

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