6 संबंधों: पराप्राकृतिक, पारसी धर्म, मानव बलि, शैतान, हिन्दी पुस्तकों की सूची/त, क्रिसमस।
पराप्राकृतिक
पराप्राकृतिक शब्द उन व्यक्तियों, वस्तुओं या घटनाओं के लिए प्रयुक्त होता है जिसे कुछ लोग वास्तविक मानते हैं, लेकिन जो प्रकृति का भाग नहीं होते या सामान्य प्रकृति से परे होते है। "अलौकिक" या "पारलौकिक" शब्द भी इसके लिए प्रयुक्त होता है। चूंकि इनके अस्तित्व को सिद्ध कर पाना संभव नहीं होता, इसलिए आमतौर पर लोग इनके बारे में असहमत रहते हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि हमें पराप्राकृतिक के स्थान पर विषय (व्यक्ति, वस्तु, या घटना) पर बोलना चाहिए, क्योंकि हम यह सिद्ध नहीं कर सकते की पराप्राकृतिक विषय वास्तविक हैं। कुछ अन्य लोगों का मानना है कि यद्यपि पराप्राकृतिक विषयों का वैज्ञानिक प्रमाण नहीं होता, लेकिन ये वास्तविक हैं। बहुत से विषय जैसे धर्म, जादू, चमत्कार, आत्मा, भूत, देवदूत, शैतान, देव और ईश्वर पराप्राकृतिक या पारलौकिक हैं। .
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पारसी धर्म
पारसी धर्म ईरान का प्राचीन काल से प्रचलित धर्म है। ये ज़न्द अवेस्ता नाम के धर्मग्रंथ पर आधारित है। इसके प्रस्थापक महात्मा ज़रथुष्ट्र हैं, इसलिये इस धर्म को ज़रथुष्ट्री धर्म (Zoroastrianism) भी कहते हैं। .
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मानव बलि
एचिलिस के कब्र पर नीओप्टोलेमस के हाथ से पॉलीजिना मर गया" (एक प्राचीन कैमिया के बाद 1900 सदी का चित्र) किसी धार्मिक अनुष्ठान के भाग (अनुष्ठान हत्या) के रूप में किसी मानव की हत्या करने को मानव बलि कहते हैं। इसके अनेक प्रकार पशुओं को धार्मिक रीतियों में काटा जाना (पशु बलि) तथा आम धार्मिक बलियों जैसे ही थे। इतिहास में विभिन्न संस्कृतियों में मानव बलि की प्रथा रही है। इसके शिकार व्यक्ति को रीति-रिवाजों के अनुसार ऐसे मारा जाता था जिससे कि देवता प्रसन्न अथवा संतुष्ट हों, उदाहरण के तौर पर मृत व्यक्ति की आत्मा को देवता को संतुष्ट करने के लिए भेंट किया जाता था अथवा राजा के अनुचरों की बलि दी जाती थी ताकि वे अगले जन्म में भी अपने स्वामी की सेवा करते रह सकें.
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शैतान
शैतान शैतान (अंग्रेज़ी:Satan सेटन या Devil डेविल), इब्रानी:שָׂטָן शातान, अरबी:شيطان शैतान। शाब्दिक अर्थ: दुश्मन, विरोधी या अभियोगी) इब्राहिमी सम्प्रदायों में सबसे दुष्ट अस्तित्वी का नाम है, जो दुनिया की सारी बुराई का प्रतीक है। इन सम्प्रदायों में ईश्वर को सारी अच्छाई प्रदान की जाती है और बुराई शैतान को। हिन्दू धर्म में शैतान जैसी चीज़ का कोई अस्तित्व नहीं है, क्योंकि दुनिया में पाप और दुख मनुष्य स्वयं अपने कर्मो और अपने अज्ञान द्वारा उत्पन्न करता है। ईसाई, इस्लाम और यहूदी मतों के अनुसार शैतान पहले ईश्वर का एक फ़रिश्ता था, जिसने ईश्वर से विद्रोह किया और इसके बदले ईश्वर ने उसे स्वर्ग से निकाल दिया। शैतान पृथ्वी पर मानवों को पाप के लिये उकसाता है। कई उसे नरक का राजा भी मानते हैं। शैतान शब्द अन्य दुष्ट भूत-प्रेतों और दुष्ट देवों के लिये भी प्रयुक्त होता है। शैतानी धर्म में शैतान की पूजा की जाती है। .
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हिन्दी पुस्तकों की सूची/त
* तकीषी की कहानियां - बी.डी. कृष्णन.
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क्रिसमस
क्रिसमस या बड़ा दिन ईसा मसीह या यीशु के जन्म की खुशी में मनाया जाने वाला पर्व है। यह 25 दिसम्बर को पड़ता है और इस दिन लगभग संपूर्ण विश्व मे अवकाश रहता है। क्रिसमस से 12 दिन के उत्सव क्रिसमसटाइड की भी शुरुआत होती है। एन्नो डोमिनी काल प्रणाली के आधार पर यीशु का जन्म, 7 से 2 ई.पू.
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