देवकीनंदन शुक्ल हिन्दी साहित्यकार थे। देवकीनन्दन शुक्ल का जन्म कन्नौज नगर से लगभग एक मील दूर मकरंदनगर नामक गाँव में हुआ था। इनका रचनाकाल संवत् १८४० से १८६० तक माना जाता है। ऐसा प्रतीत होता है कि संवत् १८४१ में 'शृंगारचरित' की रचना करने तक इन्होंने किसी का आश्रय नहीं ग्रहण किया और स्वतंत्र रूप से काव्यरचना किया करते थे। तत्पश्चात् ये कुंवर सरफराज गिरि नामक संपन्न महंत के आश्रय में रहने लगे जहाँ संवत् १८४३ वि.
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