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दुरन्त एक्सप्रेस

सूची दुरन्त एक्सप्रेस

दुरन्त एक्सप्रेस (बांग्ला: দুরন্ত "तुरंत"), भारतीय रेल की लंबी दूरी की गाड़ियों का एक वर्ग है। इन गाड़ियों की विशेषता यह है कि, तकनीकी विरामों को छोड़कर यह स्रोत से गंतव्य तक का सफर बिना रुके (अविराम) तय करती हैं। सभी दुरन्त एक्सप्रेस गाड़ियों को आसानी से उनके विशेष पीले हरे रंग के यात्री डिब्बों (परिच्छद) द्वारा पहचाना जा सकता है। कई दुरन्त एक्सप्रेस सेवायें भारत के महानगरों और प्रमुख राज्यों की राजधानियों के बीच संचालित होती। अधिकतर समय, किन्हीं दो शहरो के बीच दुरन्त एक्सप्रेस गाड़ियां सबसे तेज परिवहन उपलब्ध कराती हैं, हालांकि यह जरूरी नहीं कि यह तथ्य सभी सेवाओं के लिए सच हो। .

2 संबंधों: आमेर दुर्ग, कोरोमंडल एक्स्प्रेस २८४१

आमेर दुर्ग

आमेर दुर्ग (जिसे आमेर का किला या आंबेर का किला नाम से भी जाना जाता है) भारत के राजस्थान राज्य की राजधानी जयपुर के आमेर क्षेत्र में एक ऊंची पहाड़ी पर स्थित एक पर्वतीय दुर्ग है। यह जयपुर नगर का प्रधान पर्यटक आकर्षण है। आमेर का कस्बा मूल रूप से स्थानीय मीणाओं द्वारा बसाया गया था, जिस पर कालांतर में कछवाहा राजपूत मान सिंह प्रथम ने राज किया व इस दुर्ग का निर्माण करवाया। यह दुर्ग व महल अपने कलात्मक विशुद्ध हिन्दू वास्तु शैली के घटकों के लिये भी जाना जाता है। दुर्ग की विशाल प्राचीरों, द्वारों की शृंखलाओं एवं पत्थर के बने रास्तों से भरा ये दुर्ग पहाड़ी के ठीक नीचे बने मावठा सरोवर को देखता हुआ प्रतीत होता है। लाल बलुआ पत्थर एवं संगमर्मर से निर्मित यह आकर्षक एवं भव्य दुर्ग पहाड़ी के चार स्तरों पर बना हुआ है, जिसमें से प्रत्येक में विशाल प्रांगण हैं। इसमें दीवान-ए-आम अर्थात जन साधारण का प्रांगण, दीवान-ए-खास अर्थात विशिष्ट प्रांगण, शीश महल या जय मन्दिर एवं सुख निवास आदि भाग हैं। सुख निवास भाग में जल धाराओं से कृत्रिम रूप से बना शीतल वातावरण यहां की भीषण ग्रीष्म-ऋतु में अत्यानन्ददायक होता था। यह महल कछवाहा राजपूत महाराजाओं एवं उनके परिवारों का निवास स्थान हुआ करता था। दुर्ग के भीतर महल के मुख्य प्रवेश द्वार के निकट ही इनकी आराध्या चैतन्य पंथ की देवी शिला को समर्पित एक मन्दिर बना है। आमेर एवं जयगढ़ दुर्ग अरावली पर्वतमाला के एक पर्वत के ऊपर ही बने हुए हैं व एक गुप्त पहाड़ी सुरंग के मार्ग से जुड़े हुए हैं। फ्नोम पेन्ह, कम्बोडिया में वर्ष २०१३ में आयोजित हुए विश्व धरोहर समिति के ३७वें सत्र में राजस्थान के पांच अन्य दर्गों सहित आमेर दुर्ग को राजस्थान के पर्वतीय दुर्गों के भाग के रूप में युनेस्को विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया है। .

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कोरोमंडल एक्स्प्रेस २८४१

कोरोमंडल एक्स्प्रेस 2841 भारतीय रेल द्वारा संचालित एक मेल एक्स्प्रेस ट्रेन है। यह ट्रेन हावड़ा जंक्शन रेलवे स्टेशन (स्टेशन कोड:HWH) से 02:50PM बजे छूटती है और चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन (स्टेशन कोड:MAS) पर 05:15PM बजे पहुंचती है। इसकी यात्रा अवधि है 26 घंटे 25 मिनट। कोरोमंडल एक्सप्रेस भारतीय रेल की प्रमुख वाहको में से एक है। यह एक सुपरफास्ट ट्रेन है जो दैनिक भारत के पूर्वी तट के हावडा (कोलकाता) में हावडा स्टेशन (एचडबल्युएच) और चेन्नाई में चेन्नाई सेंट्रल (मास) के बीच चलती है। यह आईआर के इतिहास में पहली सुपरफास्ट ट्रेन में से एक है। बंगाल की खाडी के साथ भारत के पूर्वी तट को कोरोमंडल तट कहा जाता है इसलियए इस ट्रेन को यह नाम दिया गया है क्योंकि यह कोरोमंडल तट की पूरी लंबाई की सफर करती हैІ यह ट्रेन दक्षिण पूर्व रेलवे क्षेत्र के अंतर्गत आता है। .

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