2 संबंधों: तिएले लोग, मोदू चानयू।
तिएले लोग
तिएले (鐵勒, Tiele), चिले (敕勒, Chile) या गाओचे (高車, Gaoche) उत्तरी चीन और मध्य एशिया में चौथी से आठवीं शताब्दी ईसवी के काल में नौ तुर्की जातियों का परिसंघ था। ऐतिहासिक चीनी स्रोतों के अनुसार तिएले लोग प्राचीन दिंगलींग लोगों के वंशज थे और वे इस क्षेत्र में शियोंगनु साम्राज्य के पतन के बाद उभरे। समय के साथ गोएकतुर्क ख़ागानत ने इन्हें अपने अधीन कर लिया। जब गोएकतुर्कों का पतन हुआ तो तिएले का एक हिस्सा, जिन्हें उईग़ुर कहा जाता था, ७४४ ईसवी में अपनी अलग उईग़ुर ख़ागानत स्थापित करने में सफल हो गया। उसके बाद से इतिहास में 'तिएले' का नाम लिया जाना बंद हो गया और उन सबको 'उईग़ुर' नाम से ही बुलाया जाने लगा। .
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मोदू चानयू
मोदू के शासनकाल के आरम्भ में शियोंगनु साम्राज्य का विस्तार मोदू चानयू (चीनी: 冒頓單于, मंगोल: Модун шаньюй, अंग्रेज़ी: Modu Chanyu) मध्य एशिया, मंगोलिया और उत्तरी चीन के कई इलाक़ों पर प्राचीनकाल में अधिकार रखने वाले शियोंगनु लोगों का एक चानयू (सम्राट) था। मोदू को शियोंगनु साम्राज्य का निर्माता भी कहा जाता है और उसका शासनकाल २०९ ईसापूर्व से १७४ ईसापूर्व तक चला। मोदू ने अपने अधीन मंगोलिया के स्तेपी क्षेत्र के ख़ानाबदोश क़बीलों को संगठित किया और चीन के चिन राजवंश के लिए ख़तरा बन गया। उसका शियोंगनु साम्राज्य पूर्व में लियाओ नदी से लेकर पश्चिम में पामीर पर्वतों तक और उत्तर में साइबेरिया की बायकल झील तक विस्तृत था। .
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