4 संबंधों: बोधिसत्व (नाटक), मौर्य राजवंश, मीरा कोसाम्बी, कौशाम्बी (बहुविकल्पी)।
बोधिसत्व (नाटक)
बोधिसत्त्व (नाटक) प्रसिद्ध इतिहासकार डी डी कौशाम्बी द्वारा रचित एक मराठी नाटक है। यह ग्रन्थ प्रथमतया 1945 में प्रकाशित हुआ था। इसकी प्रस्तावना दत्तात्रेय बालकृष्ण कालेलकर ने लिखी थी। इस नाटक में चार अंक हैं। .
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मौर्य राजवंश
मौर्य राजवंश (३२२-१८५ ईसापूर्व) प्राचीन भारत का एक शक्तिशाली एवं महान राजवंश था। इसने १३७ वर्ष भारत में राज्य किया। इसकी स्थापना का श्रेय चन्द्रगुप्त मौर्य और उसके मन्त्री कौटिल्य को दिया जाता है, जिन्होंने नन्द वंश के सम्राट घनानन्द को पराजित किया। मौर्य साम्राज्य के विस्तार एवं उसे शक्तिशाली बनाने का श्रेय सम्राट अशोक को जाता है। यह साम्राज्य पूर्व में मगध राज्य में गंगा नदी के मैदानों (आज का बिहार एवं बंगाल) से शुरु हुआ। इसकी राजधानी पाटलिपुत्र (आज के पटना शहर के पास) थी। चन्द्रगुप्त मौर्य ने ३२२ ईसा पूर्व में इस साम्राज्य की स्थापना की और तेजी से पश्चिम की तरफ़ अपना साम्राज्य का विकास किया। उसने कई छोटे छोटे क्षेत्रीय राज्यों के आपसी मतभेदों का फायदा उठाया जो सिकन्दर के आक्रमण के बाद पैदा हो गये थे। ३१६ ईसा पूर्व तक मौर्य वंश ने पूरे उत्तरी पश्चिमी भारत पर अधिकार कर लिया था। चक्रवर्ती सम्राट अशोक के राज्य में मौर्य वंश का बेहद विस्तार हुआ। सम्राट अशोक के कारण ही मौर्य साम्राज्य सबसे महान एवं शक्तिशाली बनकर विश्वभर में प्रसिद्ध हुआ। .
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मीरा कोसाम्बी
मीरा कोसाम्बी (24 अप्रैल 1939 – 26 फरवरी, 2015) एक प्रमुख भारतीय समाजशास्त्री थी। वह प्रमुख इतिहासकार और गणितज्ञ, डी. डी. कोसाम्बी, की सबसे छोटी बेटी और एक बौद्ध विद्वान और एक पाली भाषा विशेषज्ञ आचार्य धर्मनंदा दामोदर कोसाम्बी की पोती थी। उस ने स्टॉकहोम विश्वविद्यालय समाजशास्त्र में पीएच.
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कौशाम्बी (बहुविकल्पी)
यह शब्द निम्नलिखित अर्थों में प्रयुक्त होता है-.
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