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फ़ोर्मोसी भाषाएँ
फ़ोर्मोसी भाषाएँ (Formosan languages) ताइवान के आदिवासियों की मूल भाषाएँ हैं, जो कि ऑस्ट्रोनीशियाई भाषा-परिवार की सदस्य हैं। ताइवानी आदिवासी जनसंख्या सन् २०१४ में पाँच लाख से कुछ अधिक गिनी गई थी जो उस द्वीप की कुल आबादी का लगभग २.३% है, लेकिन इस समुदाय के केवल कुछ ही लोग इन भाषाओं को अब बोलते हैं - अन्यों ने चीनी भाषा का प्रयोग आरम्भ कर दिया है। २६ ज्ञात फ़ोर्मोसी भाषाओं में से १० विलुप्त हो चुकी हैं, ४ या ५ विलुप्त होने की कागार पर हैं और बाक़ी में से बहुत-सी संकटग्रस्त हैं। भाषावैज्ञानिक दृष्टि से फ़ोर्मोसी भाषाएँ महत्वपूर्ण हैं क्योंकि कई भाषाविद् मानते हैं कि ऑस्ट्रोनीशियाई भाषाओं की दस मुख्य शाखाओं में से ९ ताइवान की इन फ़ोर्मोसी भाषाओं में मिलती हैं और केवल एक शाखा (मलय-पोलेनीशियाई भाषाएँ, जिसकी १२०० सदस्य भाषाएँ हैं) ही ताइवान से बाहर मिलती है। इस से यह संकेत मिलता है कि ऑस्ट्रोनीशियाई भाषाएँ जो अब अफ़्रीका के तट के पास स्थित माडागास्कर देश से लेकर न्यू ज़ीलैण्ड की माओरी भाषा और संयुक्त राज्य अमेरिका के हवाई द्वीपों तक विस्तृत है, उनकी सांझी पूर्वज भाषा का मूल जन्मस्थान ताइवान ही है। .