लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
मुक्त
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

तलाश (२०१२ फ़िल्म)

सूची तलाश (२०१२ फ़िल्म)

तलाश एक 2012 में प्रदर्शित एक भारतीय थ्रिलर फ़िल्म है जिसे रीमा कागती द्वारा लिखा व निर्देशित किया गया है। फ़िल्म को एक्सेल इंटरटेनमेंट और आमिर खान प्रोडक्शंस मिल कर निर्मित किया और इसमें आमिर खान, रानी मुखर्जी और करीना कपूर मुख्य भूमिकाओं में है। फ़िल्म का संगीत राम संपथ द्वारा किया गया है और जावेद अख्तर ने गानों को लिखा है। .

13 संबंधों: फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ गीतकार पुरस्कार, फुकरे, रानी मुखर्जी की फ़िल्में, राजकुमार राव, राजेन्द्र कुमार (अभिनेता), सीआईडी (धारावाहिक), सीआईडी के पात्रों की सूची, हिन्दी पुस्तकों की सूची/त, ज़ोया अख़्तर, विवान भटेना, आमिर ख़ान, कमलेश्वर, 2012 की बॉलीवुड फिल्में

फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ गीतकार पुरस्कार

फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ गीतकार पुरस्कार फ़िल्मफ़ेयर पत्रिका द्वारा प्रति वर्ष दिया जाने वाला पुरस्कार है। .

नई!!: तलाश (२०१२ फ़िल्म) और फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ गीतकार पुरस्कार · और देखें »

फुकरे

फुकरे मृगदीप सिंह लंबा द्वारा निर्देशित एवं पुलकित सम्राट, अली फज़ल, मनजोत सिंह, प्रिया आनन्द, ऋचा चड्ढा एवं विशाखा सिंह द्वारा अभिनीत 2013 की हास्य फ़िल्म है। इसकी कहानी एवं संवाद विपुल विग ने लिखे हैं, स्क्रीनप्ले विग एवं लाम्बा द्वारा तैयार किया गया है। फ़िल्म का निर्माण एक्सेल एंटरटेनमेंट के बैनर तले हुआ जो 14 जून 2013 को जारी की गयी। धीमी शुरुआत के बावजूद फ़िल्म ने अच्छी सफलता प्राप्त की। .

नई!!: तलाश (२०१२ फ़िल्म) और फुकरे · और देखें »

रानी मुखर्जी की फ़िल्में

''दिल बोले हड़ीप्पा'' के प्रचार के दौरान २००९ में रानी मुखर्जी। रानी मुखर्जी एक भारतीय अभिनेत्री हैं जिन्हें बॉलीवुड फ़िल्मों में उनके अभिनय के लिए जाना जाता है। उन्होंने बांग्ला फ़िल्म बियर फूल (१९९२) से फ़िल्मी दुनिया में पदार्पण किया था। इस फ़िल्म का निर्देशन उनके पिता राम मुखर्जी ने किया था तथा रानी ने इस फ़िल्म में सहायक अभिनेत्री का अभिनय किया था। उनकी प्रमुख अभिनय भूमिका के रूप में १९९७ की नाटक फ़िल्म राजा की आयेगी बारात पहली फ़िल्म थी जिसमें उन्होंने बलात्कार की शिकार युवती का अभिनय किया। फ़िल्म आर्थिक रूप से (टिकट खिड़की) पर असफल रही लेकिन उन्होंने स्टार स्क्रीन पुरस्कार समारोह में विशेष जूरी ट्राॅफी पुरस्कार जीता। सन् १९९८ में आमिर खान के साथ एक्शन फ़िल्म ग़ुलाम में अभिनय किया जिसने उन्हें एक नई पहचान दी। उसी वर्ष बाद में रानी मुखर्जी ने रूमानी नाटक फ़िल्म कुछ कुछ होता है में शाहरुख खान के रूमानी आकर्षण का अभिनय किया। इस फ़िल्म ने उन्हें सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार दिलाया। उनकी इस पहली सफलता के बाद उन्होंने हास्य फ़िल्म हैलो ब्रदर (१९९९), एक्शन थ्रिलर फ़िल्म बिच्छू (२०००) और नाटक फ़िल्म नायक (२००१) सहित विभिन्न फ़िल्मों में मुख्य अभिनेत्री का अभिनय किया लेकिन इनमें से कोई भी उनके फ़िल्मी जीवन को आगे बढ़ाने में सहायक नहीं रही। कमल हासन की द्विभाषी फ़िल्म हे राम में उन्होंने सहायक अभिनेत्री की भूमिका निभाई थी जिससे उन्हें और अधिक ख्याति प्राप्त हुई। यह फ़िल्म उस वर्ष ऑस्कर के लिए भारत की आधिकारिक प्रविष्टियों में शामिल हुई थी। मुखर्जी के फ़िल्मी जीवन को तब एक नया मोड़ मिला जब उन्होंने २००२ में यश राज फ़िल्म्स के बैनर तले बनी फ़िल्म साथिया में अग्रणी भूमिका में अभिनय किया। रूमानी नाटक फ़िल्म में उन्होंने एक मेडिकल छात्रा का अभिनय किया है जिससे उन्हें फ़िल्मफेयर क्रिटिक्स अवार्ड फॉर बेस्ट एक्ट्रेस मिला। उसी वर्ष उन्होंने अदनान सामी के संगीत विडियो के गीत "तेरा चेहरा" में विशेष अभिनय किया। वर्ष २००४ में रूमानी हास्य फ़िल्म हम तुम और युवा में अपने अभिनय के लिए, मुखर्जी एक ही वर्ष में क्रमशः फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार और सहायक अभिनेत्री का पुरस्कार जीतने वाली एकमात्र अभिनेत्री बनीं। उसी वर्ष उन्होंने वर्ष की सर्वाधिक कमाई करने वाली बॉलीवुड फिल्मवीर-ज़ारा में भी अभिनय किया। वर्ष २००५ में उन्होंने ब्लैक में अंधी, बहरी और गूंगी महिला का अभिनय करके प्रशंसा प्राप्त की और समालोचकों द्वारा प्रशंसित फंतासी फ़िल्म पहेली में अभिनय किया। उन्होंने उसी वर्ष की सफलतम फ़िल्मों में से एक बंटी और बबली में एक महिला चोर का अभिनय भी किया। ब्लैक में अपने अभिनय के लिए उन्होंने उस वर्ष फिल्मफेयर पुरस्कार समारोह में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री और सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री– क्रिटिक ट्रोफिज़ पुरस्कार जीता। अगले वर्ष, बॉलीवुड की विदेशों में सबसे अधिक कमाई वाली नाटक फ़िल्मकभी अलविदा ना कहना में विश्वासघाती पत्नी का अभिनय किया। आर्थिक रूप से सफल परिवार नाटक फ़िल्म ता रा रम पम (२००७) में अग्रणी भूमिका में अभिनय के बाद अगले दो वर्ष तक मुखर्जी ने यश राज फ़िल्म्स द्वारा निर्मित फ़िल्मों को वरियता देना आरम्भ कर दिया। इनमें से किसी भी फ़िल्म ने टिकट खिड़की पर अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। उसके बाद उन्होंने सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन के रियलिटी शो डांस प्रीमियर लीग (२००९) में प्रतिभा न्यायाधीश के लिए चुनी गईं। २०११ में जीवनी आधारित थ्रिलर फ़िल्म नो वन किल्ड जेसिका में हठी टेलीविजन रिपोर्टर मीरा गैटी के अभिनय से उन्हें पुनः फ़िल्मफेयर में सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का पुरस्कार दिलाया और पिछले चार वर्षों में उनकी पहली सफल फ़िल्म बनी। उन्हें टेलीविज़न धारावाहिक सी॰आई॰डी॰ में पुनः गैटी का अभिनय मिला। वर्ष २०१२ में अलौकिक रोमांचक फ़िल्म ''तलाश'' में एक दुःखी माँ का अभिनय किया जिसे व्यावसायिक सफलता मिली, और वर्ष २०१३ में उन्होंने संकलन फ़िल्म ''बॉम्बे टॉकीज़'' की चार लघु कथाओं में से एक में अभिनय किया। .

नई!!: तलाश (२०१२ फ़िल्म) और रानी मुखर्जी की फ़िल्में · और देखें »

राजकुमार राव

राजकुमार राव एक भारतीय फ़िल्म अभिनेता हैं। इन्होंने 2010 में फ़िल्म लव सेक्स और धोखा से अपने अभिनय की शुरुआत की थी। इसके पश्चात यह 2013 में काय पो छे! के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक कलाकार के लिए फ़िल्मफेर पुरस्कार मिला। इसी के साथ उन्हे सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार अपने फ़िल्म शाहिद के लिए मिला। फिल्‍म शादी में ज़रूर आना में राजकुमार राव एक्‍ट्रेस कृति खरबंदा के साथ नजर आ चुके हैं। ओमेर्टा आतंकवादी अहमद उमर सईद शेख की कहानी पर आधारित है, जिसका रोल राजकुमार राव ने निभाया है। .

नई!!: तलाश (२०१२ फ़िल्म) और राजकुमार राव · और देखें »

राजेन्द्र कुमार (अभिनेता)

राजेन्द्र कुमार (२० जुलाई १९२९ – १२ जुलाई १९९९) ६० तथा ७० के दशकों में बॉलीवुड के सफलतम अभिनेताओं में से एक थे। ८० के दशक में वह कई फ़िल्मों के निर्माता थे जिनमें उनके पुत्र कुमार गौरव ने अभिनय किया है। उनका जन्म ब्रिटिश भारत के पंजाब प्रान्त के सियालकोट शहर में हुआ था, जो अब पाकिस्तान में है। .

नई!!: तलाश (२०१२ फ़िल्म) और राजेन्द्र कुमार (अभिनेता) · और देखें »

सीआईडी (धारावाहिक)

सीआईडी सोनी चैनल पर प्रसारित होने वाला हिन्दी भाषा का एक धारावाहिक है, जिसे भारत का सबसे लंबा चलने वाला धारावाहिक होने का श्रेय प्राप्त है। अपराध व जासूसी शैली पर आधारित इस धारावाहिक में शिवाजी साटम, दयानन्द शेट्टी और आदित्य श्रीवास्तव मुख्य किरदार निभा रहे हैं। इसके सर्जक, निर्देशक और लेखक बृजेन्द्र पाल सिंह हैं। इसका निर्माण फायरवर्क्स नामक कंपनी ने किया है जिसके संस्थापक बृजेन्द्र पाल सिंह और प्रदीप उपूर हैं। २१ जनवरी १९९८ से शुरु होकर यह धारावाहिक अब तक लगातार चल रहा है। इसका प्रसारण प्रत्येक शनिवार और रविवार को रात १० बजे होता है। इसका पुनः प्रसारण सोनी पल चैनल पर रात ९ बजे होता है जिसमें इसके पुराने प्रकरण दिखाये जाते हैं। इस धारावाहिक ने २१ जनवरी २०१८ को अपने प्रसारण के २० वर्ष पूर्ण किये और २१वें वर्ष में प्रवेश किया। इससे पहले, २७ सितम्बर २०१३ को इस धारावाहिक ने अपनी १०००वीं कड़ी पूरी की। इस धारावाहिक को कई अन्य भाषाओं में भी भाषांतरित किया गया है। .

नई!!: तलाश (२०१२ फ़िल्म) और सीआईडी (धारावाहिक) · और देखें »

सीआईडी के पात्रों की सूची

सीआईडी के पात्रों की सूची में १९९८ से अब तक के सभी सीआईडी (धारावाहिक) के पात्रो की सूची। (बाएँ से दायें) दया शेट्टी, अंशा सयद, जानवी छेड़ा, शिवाजी सतम, आदित्य श्रीवास्तव (बाएँ से दायें) श्रद्धा मूसले, अंशा सयद, ऋषिकेश पांडे, शिवाजी सतम, नरेंद्र गुप्ता, जानवी छेड़ा, अजय नागरथ .

नई!!: तलाश (२०१२ फ़िल्म) और सीआईडी के पात्रों की सूची · और देखें »

हिन्दी पुस्तकों की सूची/त

* तकीषी की कहानियां - बी.डी. कृष्णन.

नई!!: तलाश (२०१२ फ़िल्म) और हिन्दी पुस्तकों की सूची/त · और देखें »

ज़ोया अख़्तर

जोया अख्तर एक समकालीन भारतीय फिल्म निर्देशक हैं। उन्होंने सर्वप्रथम उन्होंने लक बाइ चांस (2009) नामक फ़िल्म से अपना निर्देशन का कार्य आरम्भ किया। 2011 में, उन्होंने समीक्षात्मक और वाणिज्यिक रूप से सफल फ़िल्म ज़िन्दगी न मिलेगी दोबारा का निर्देशन किया और फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ निर्देशक पुरस्कार जीता। .

नई!!: तलाश (२०१२ फ़िल्म) और ज़ोया अख़्तर · और देखें »

विवान भटेना

विवान भटेना (Vivan Bhatena) (जन्म;२८ अक्टूबर १९७८, मुम्बई, महाराष्ट्र, भारत) एक भारतीय बॉलीवुड अभिनेता और मॉडल है जिन्होंने मुख्य रूप से चक दे! इंडिया में भारतीय क्रिकेट टीम के उपकप्तान का अभिनय किया था।इसके अलावा इन्होंने आमिर खान की फिल्म तलाश (२०१२ फ़िल्म) में भी कार्य किया था। २९ सितम्बर को सिनेमाघरों में प्रदर्शित होने वाली डेविड धवन की निर्देशित फिल्म जुड़वा 2 में ये एक विलेन का किरदार निभाते हुए दिखाई देंगे। .

नई!!: तलाश (२०१२ फ़िल्म) और विवान भटेना · और देखें »

आमिर ख़ान

आमिर खान (नस्तालीक़: عامر خان) (जन्म आमिर हुसैन खान; मार्च 14, 1965) एक भारतीय फ़िल्म अभिनेता, निर्माता, निर्देशक, पटकथा लिखनेवाले, कभी कभी गायक और आमिर खान प्रोडक्सनस के संस्थापक-मालिक है। अपने चाचा नासिर हुसैन की फ़िल्म यादों की बारात (1973) में आमिर खान एक बाल कलाकार की भूमिका में नज़र आए थे और ग्यारह साल बाद खान का करियर फ़िल्म होली (1984) से आरम्भ हुआ उन्हें अपने चचेरे भाई मंसूर खान के साथ फ़िल्म क़यामत से क़यामत तक (1988) के लिए अपनी पहली व्यवसायिक सफलता मिली और उन्होंने फ़िल्म में एक्टिंग के लिए फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ मेल नवोदित पुरस्कार (सर्वश्रेष्ठ नवोदित पुरूष कलाकार के लिए फ़िल्मफेयर पुरस्कार) जीता। पिछले आठ नामांकन के बाद 1980 और 1990 के दौरान, खान को राजा हिन्दुस्तानी (1996), के लिए पहला फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार मिला जो अब तक की उनकी एक बड़ी व्यवसायिक सफलता थी। उन्हें बाद में फिल्मफेयर कार्यक्रम में दूसरा सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार और लगान में उनके अभिनय के लिए 2001 में कई अन्य पुरस्कार मिले और अकादमी पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया। अभिनय से चार साल का सन्यास लेने के बाद, केतन मेहता की फ़िल्म द रायजिंग (2005) से खान ने वापसी की। २००७ में, वे निर्देशक के रूप में फ़िल्म तारे ज़मीन पर का निर्देशन किया, जिसके लिए उन्हें फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ निर्देशक पुरस्कार दिया गया। कई कॉमर्शियल सफल फ़िल्मों का अंग होने के कारण और बहुत ही अच्छा अभिनय करने के कारण, वे हिन्दी सिनेमा के एक प्रमुख अभिनेता बन गए हैं। .

नई!!: तलाश (२०१२ फ़िल्म) और आमिर ख़ान · और देखें »

कमलेश्वर

कमलेश्वर (६ जनवरी१९३२-२७ जनवरी २००७) हिन्दी लेखक कमलेश्वर बीसवीं शती के सबसे सशक्त लेखकों में से एक समझे जाते हैं। कहानी, उपन्यास, पत्रकारिता, स्तंभ लेखन, फिल्म पटकथा जैसी अनेक विधाओं में उन्होंने अपनी लेखन प्रतिभा का परिचय दिया। कमलेश्वर का लेखन केवल गंभीर साहित्य से ही जुड़ा नहीं रहा बल्कि उनके लेखन के कई तरह के रंग देखने को मिलते हैं। उनका उपन्यास 'कितने पाकिस्तान' हो या फिर भारतीय राजनीति का एक चेहरा दिखाती फ़िल्म 'आंधी' हो, कमलेश्वर का काम एक मानक के तौर पर देखा जाता रहा है। उन्होंने मुंबई में जो टीवी पत्रकारिता की, वो बेहद मायने रखती है। 'कामगार विश्व’ नाम के कार्यक्रम में उन्होंने ग़रीबों, मज़दूरों की पीड़ा-उनकी दुनिया को अपनी आवाज़ दी। कमलेश्वर का जन्म ६ जनवरी १९३२ को उत्तरप्रदेश के मैनपुरी जिले में हुआ। उन्होंने १९५४ में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से हिन्दी साहित्य में एम.ए. किया। उन्होंने फिल्मों के लिए पटकथाएँ तो लिखी ही, उनके उपन्यासों पर फिल्में भी बनी। `आंधी', 'मौसम (फिल्म)', 'सारा आकाश', 'रजनीगंधा', 'छोटी सी बात', 'मिस्टर नटवरलाल', 'सौतन', 'लैला', 'रामबलराम' की पटकथाएँ उनकी कलम से ही लिखी गईं थीं। लोकप्रिय टीवी सीरियल 'चन्द्रकांता' के अलावा 'दर्पण' और 'एक कहानी' जैसे धारावाहिकों की पटकथा लिखने वाले भी कमलेश्वर ही थे। उन्होंने कई वृतचित्रों और कार्यक्रमों का निर्देशन भी किया। १९९५ में कमलेश्वर को 'पद्मभूषण' से नवाज़ा गया और २००३ में उन्हें 'कितने पाकिस्तान'(उपन्यास) के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वे 'सारिका' 'धर्मयुग', 'जागरण' और 'दैनिक भास्कर' जैसे प्रसिद्ध पत्र-पत्रिकाओं के संपादक भी रहे। उन्होंने दूरदर्शन के अतिरिक्त महानिदेशक जैसा महत्वपूर्ण दायित्व भी निभाया। कमलेश्वर ने अपने ७५ साल के जीवन में १२ उपन्यास, १७ कहानी संग्रह और क़रीब १०० फ़िल्मों की पटकथाएँ लिखीं। कमलेश्वर की अंतिम अधूरी रचना अंतिम सफर उपन्यास है, जिसे कमलेश्वर की पत्नी गायत्री कमलेश्वर के अनुरोध पर तेजपाल सिंह धामा ने पूरा किया और हिन्द पाकेट बुक्स ने उसे प्रकाशित किया और बेस्ट सेलर रहा। २७ जनवरी २००७ को उनका निधन हो गया। .

नई!!: तलाश (२०१२ फ़िल्म) और कमलेश्वर · और देखें »

2012 की बॉलीवुड फिल्में

2012 में बॉलीवुड में बहुत सफल फ़िल्में ऐसी रही जो सीक्वेल फिल्में रही। .

नई!!: तलाश (२०१२ फ़िल्म) और 2012 की बॉलीवुड फिल्में · और देखें »

यहां पुनर्निर्देश करता है:

तलाश

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »