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डिजिटल कैमरा

सूची डिजिटल कैमरा

एक डिजिटल कैमरा (या संक्षेप में - डिजिकैम) एक ऐसा कैमरा है जो डिजिटल रूप में वीडियो या स्टिल फोटोग्राफ या दोनों लेता है और एक इलेक्ट्रॉनिक इमेज सेंसर के माध्यम से चित्रों को रिकॉर्ड कर लेता है। कैनन पॉवरशॉट A95 Canon PowerShot A95 के सामने और पीछे का हिस्सा. कई कॉम्पैक्ट डिजिटल स्टिल कैमरे, ध्वनि और मूविंग वीडियो के साथ-साथ स्टिल फोटोग्राफ को भी रिकॉर्ड कर सकते हैं। पश्चिमी बाजार में, डिजिटल कैमरों के 35 mm फ़िल्म काउंटरपार्ट की ज्यादा बिक्री होती है। डिजिटल कैमरे, वे सभी काम कर सकते हैं जो फ़िल्म कैमरे नहीं कर पाते हैं: रिकॉर्ड करने के तुरंत बाद स्क्रीन पर इमेजों को प्रदर्शित करना, एक छोटे-से मेमोरी उपकरण में हज़ारों चित्रों का भंडारण करना, ध्वनि के साथ वीडियो की रिकॉर्डिंग करना और संग्रहण स्थान को खाली करने के लिए चित्रों को मिटा देना.

8 संबंधों: एम्बेडेड सिस्टम, एंड्रॉइड (प्रचालन तंत्र), डिजिटल वॉटरमार्किंग, फ्लैश मेमोरी, ब्ल्यूटुथ, यूऍसबी फ्लैश ड्राइव, सोनी ऍरिक्सन, इमेज स्कैनर

एम्बेडेड सिस्टम

ADSL मॉडेम/रूटर के आतंरिक भागों का चित्र.अंतःस्थापित प्रणाली का एक आधुनिक उदाहरण.लेबल वाले हिस्सों में एक माइक्रोप्रोसेसर (4), रैम (6) और फ्लैश मेमोरी (7) शामिल है। एम्बेडेड सिस्टम एक कम्प्यूटर सिस्टम है, जिसे अक्सर रीयल-टाइम कम्प्यूटिंग की बाध्यताओं के साथ एक या कुछ समर्पित कार्यों को करने के लिए बनाया जाता है। यह पूरे उपकरण के एक भाग में एम्बेडेड (अंत:स्थापित) होता है, जिसमें अक्सर हार्डवेयर तथा यांत्रिक भाग शामिल होते हैं। इसके विपरीत, सामान्य उद्देश्य वाले किसी कम्प्यूटर, जैसे पर्सनल कम्प्यूटर, की रचना लचीला होने और अंतिम-प्रयोक्ता की आवश्यकताओं की एक वृहद श्रेणी की पूर्ति करने के लिए की जाती है। एम्बेडेड सिस्टम वर्तमान में प्रयोग किये जाने वाले अनेक उपकरणों को नियंत्रित करते हैं। एम्बेडेड सिस्टम को मुख्य प्रोसेसिंग के एक या अधिक अंतर्भागों, विशिष्टत: एक माइक्रोकंट्रोलर या एक डिजिटल सिग्नल प्रोसेसर (DSP), द्वारा नियंत्रित किया जाता है। हालांकि इसकी मुख्य विशेषता किसी एक विशिष्ट कार्य को संभालने के लिए समर्पित होना है, जिसमें अत्यधिक शक्तिशाली प्रोसेसर्स की आवश्यकता हो सकती है। उदाहरण के लिए, हवाई यातायात नियंत्रण प्रणालियों को एम्बेडेड के रूप में देखना उपयोगी हो सकता है, हालांकि उनमें मेनफ्रेम कम्प्यूटर तथा हवाई-अड्डों और राडार स्थानों के बीच क्षेत्रीय एवं राष्ट्रीय समर्पित नेटवर्क शामिल होते हैं। (संभवत: प्रत्येक राडार में अपने स्वयं के एक या एक से अधिक एम्बेडेड सिस्टम्स शामिल होते हैं।) चूंकि एम्बेडेड सिस्टम विशिष्ट कार्यों के प्रति समर्पित होता है, अतः डिजाइन इंजीनियर्स, उत्पाद के आकार व लागत को घटाकर तथा विश्वसनीयता एवं प्रदर्शन को बढ़ाकर इसे अधिक उपयोगी बना सकते हैं। पैमाने की अर्थव्यवस्थाओं (Economies of scale) से लाभ उठाते हुए कुछ एम्बेडेड सिस्टम्स का उत्पादन बड़े-पैमाने पर किया जाता है। भौतिक रूप से, एम्बेडेड सिस्टम, वहनीय उपकरणों, जैसे डिजिटल घड़ियों तथा MP3 प्लेयर्स, से लेकर बड़ी स्थिर संस्थापनाओं, जैसे यातायात बत्तियों, कारखानों के नियंत्रकों अथवा परमाणु ऊर्जा केन्द्रों, तक की श्रेणी में होते हैं। जटिलता का स्तर एकल माइक्रोकंट्रोलर चिप के लिए निम्न जटिलता से लेकर किसी बड़े ढांचे (Chassis) या घेरे में लगी अनेक इकाइयों, उपकरणों तथा नेटवर्क्स के लिए उच्च जटिलता तक होता है। सामान्यत: "एम्बेडेड सिस्टम" शब्दावली की कोई सटीक परिभाषा नहीं दी जा सकती क्योंकि अधिकांश सिस्टम्स में विस्तारण अथवा प्रोग्रामिंग की क्षमता के कुछ तत्त्व भी शामिल होते हैं। उदहारण के लिए, हैण्ड-हेल्ड कम्प्यूटर्स अपने कुछ तत्वों, जैसे ऑपरेटिंग सिस्टम्स और उन्हें शक्ति देने वाले माइक्रोप्रोसेसर्स, को एम्बेडेड सिस्टम्स के साथ साझा करते हैं, परन्तु वे अन्य अनुप्रयोगों को लोड करने और उपकरणों को जोड़ने की अनुमति भी देते हैं। इसके अलावा, यहां तक कि जो सिस्टम्स प्रोग्रामिंग की क्षमता को अपनी प्राथमिक विशेषता के रूप में प्रदर्शित नहीं करते, उन्हें भी सॉफ्टवेयर अद्यतनों का समर्थन करने की आवश्यकता होती है। "सामान्य उद्देश्य" से "एम्बेडेड" की ओर एक अबाध क्रम में बढ़ने पर, बड़े अनुप्रयोगों में अधिकांश स्थानों पर कुछ उप-घटक होंगे, भले ही सम्पूर्ण सिस्टम को "एक या कुछ समर्पित कार्यों को पूर्ण करने के लिए बनाया गया हो" और इस प्रकार उसे "एम्बेडेड" कहना उपयुक्त हो। .

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एंड्रॉइड (प्रचालन तंत्र)

एन्ड्रॉयड गूगल द्वारा विकसित एक मुक्त स्रोत (ओपन सोर्स) मोबाइल प्रचालन तन्त्र है जो लिनक्स पर आधारित है। एन्ड्रॉयड का विकास मुख्य रूप से स्पर्श पटल (टच स्क्रीन) मोबाइल के लिये किया गया था जिसे प्रायः स्मार्टफोन भी कहा जाता है, किन्तु इसका प्रयोग टेबलेट कंप्यूटर में भी किया जाता है और अब कार, टीवी, कलाई घड़ियों, नोटबुक, गेमिंग कन्सोल, डिजिटल कैमरा, आदि में भी एन्ड्रॉयड (ओएस) का उपयोग हो रहा है। इस प्रचालन तन्त्र में सब कुछ स्पर्श आधारित है जैसे वर्चुअल की–बोर्ड, स्वाइपिंग, टैपिंग, पिंचिंग इत्यादि जो दैनिक प्रयोग की भंगिमाओं से काफ़ी मिलते जुलते हैं। इसमें में मोबाइल गेम, कैमरा आदि अनेक सुविधाएँ उपलब्ध हैं जिनके कारण एन्ड्रॉयड वर्तमान समय में सर्वाधिक उपयोग होने वाला प्रचालन तन्त्र बन गया है। एन्ड्रॉयड तन्त्र के सोर्स कोड को गूगल ने मुक्त स्रोत लाइसेन्स के अन्तर्गत रिलीज़ किया था किन्तु अधिकांश एन्ड्रॉयड आधारित युक्तियाँ(डिवाइसेज़) निःशुल्क, मुक्त एवं स्वामित्व सॉफ़्टवेयर सामग्री के संयोजन में आती हैं। .

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डिजिटल वॉटरमार्किंग

दृश्यमान डिजिटल वॉटरमार्किंग के साथ एक छवि. छवि के बीच में पाठ "2006" देखा जा सकता है। डिजिटल वॉटरमार्किंग सूचना को डिजिटल सिग्नल में एक ऐसे तरीक़े से अंतःस्थापित करने की प्रक्रिया है, जिसे हटाना मुश्किल है। यह सिग्नल, उदाहरण के लिए, ऑडियो, चित्र या वीडियो हो सकता है। यदि सिग्नल की नक़ल उतारी जाती है, तो सूचना भी प्रतिलिपि में उतर जाती है। एक सिग्नल में एक ही समय में कई अलग-अलग वॉटरमार्क हो सकते हैं। दृश्य वॉटरमार्किंग में सूचना, चित्र या वीडियो में दिखाई देती है। आम तौर पर सूचना, पाठ या लोगो होती है, जो मीडिया के मालिक की पहचान कराती है। दाईं ओर छवि पर एक दृश्य वॉटरमार्क है। जब एक टेलीविज़न प्रसारक संप्रेषित वीडियो के कोने में अपने लोगो को जोड़ता है, तो यह भी एक दृश्य वॉटरमार्क है। अदृश्य वॉटरमार्किंग में, सूचना को ऑडियो, चित्र या वीडियो में डिजिटल डेटा के रूप में जोड़ा जाता है, लेकिन उसे प्रत्यक्ष देखा नहीं जा सकता (हालांकि यह पता लगाना संभव हो सकता है कि कुछ सूचना प्रच्छन्न है).

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फ्लैश मेमोरी

यूएसबी (USB) से जुड़ने के योग्य एक फ्लैश ड्राइव; बाँयें तरफ फ्लैश मेमोरी की एक 'चिप' का दृष्य; दाँयें तरफ एक माइक्रोकन्ट्रोलर फ्लैश मेमोरी (Flash memory / चपला स्मृति) कम्प्यूटर एवं अन्य डिजिटल निकायों में प्रयुक्त होने वाली एक प्रकार की कंप्यूटर स्मृति है जो विद्युत शक्ति के न रहने पर भी बनी रहती है (अर्थात, नॉन्-वोलेटाइल मेमोरी)। आजकल यह मेमोरी बहुतायत में प्रयोग की जा रही है; जैसे- कंप्यूटर में प्रयुक्त फ्लैश ड्राइव (या पेन् ड्राइव), डिजिटल कैमरों एवं डिजिटल उत्पादों में प्रयुक्त मेमोरी कार्ड आदि। वस्तुत: यह एक प्रकार का ईईप्रोम (EEPROM) ही है किन्तु इसे बड़े-बड़े भागों (ब्लॉक्स) में मिटाया (इरेज) और प्रोग्राम किया जा सकता है जबकि साधारण ईईप्रोम को एक-एक बाइट करके ही मिटाया और प्रोग्राम किया जाता है। इस कारण इस पर नया आंकड़ा लिखने में अपेक्षाकृत कम समय लगता है। इसके अलावा फ्लैश मेमोरी, ईईप्रोम की अपेक्षा सस्ती भी है। .

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ब्ल्यूटुथ

Bluetooth लोगो. Bluetooth, व्यक्तिगत क्षेत्र नेटवर्क (PANs) बनाते हुए चल व अचल उपकरण से डाटा आदान-प्रदान करने के लिए एक खुला बेतार प्रोटोकॉल है। इसकी कल्पना मूलतः RS232 डेटा केबल के लिए एक वायरलेस विकल्प के रूप में की गई थी। तुल्यकालन की समस्याओं पर काबू पाते हुए यह कई उपकरणों से सम्बन्ध स्थापित कर सकता है। .

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यूऍसबी फ्लैश ड्राइव

SanDisk USB फ्लैश ड्राइव एक USB फ्लैश ड्राइव, फ्लैश मेमोरी डेटा स्टोरेज डिवाइस से बना होता है जिसमें एक USB (यूनिवर्सल सीरियल बस) 1.1, 2.0 या 3.0 अंतराफलक एकीकृत होता है। USB फ्लैश ड्राइव आम तौर पर हटाने योग्य और रीराइटेबल होते हैं, जो एक फ्लॉपी डिस्क से छोटे होते हैं और अधिकांश का वज़न 30 g (1 oz) से कम होता है। आकार और मूल्य की बढ़ोतरी के साथ 2009 में भंडारण क्षमता 256 GB तक हो सकती है। कुछ, 1 मिलियन राईट या इरेज़ साइकिल की अनुमति देते हैं। और उनमें 10 साल का डेटा प्रतिधारण चक्र है। USB फ्लैश ड्राइव का प्रयोग प्रायः उसी उद्देश से किया जाता है जिस उद्देश से फ्लॉपी डिस्क का किया जाता था। हिलते हिस्सों के न होने के कारण वे अपेक्षाकृत छोटे, तेज़, हजारों गुना अधिक क्षमता वाले और वे अद्धिक टिकाऊ और विश्वसनीय हैं। लगभग 2005 तक, अधिकांश डेस्कटॉप और लैपटॉप कम्यूटरों की आपूर्ति एक फ्लॉपी डिस्क ड्राइव के साथ की जाती थी, लेकिन हाल ही में अधिकांश उपकरणों ने USB पोर्ट को अपनाते हुए फ्लॉपी डिस्क ड्राइव को त्याग दिया है। फ्लैश ड्राइव, USB मॉस स्टोरेज मानक का उपयोग करते हैं, जो आधुनिक ऑपरेटिंग सिस्टम द्वारा देशी रूप से समर्थित हैं जैसे माइक्रोसॉफ़्ट विंडोज़, मैक ओएस (Mac OS) X, लिनक्स और Unix-like अन्य सिस्टम.

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सोनी ऍरिक्सन

सोनी एरिक्सन (Sony Ericsson), मोबाइल फोन बनाने के लिए जापानी उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी सोनी कोर्पोरेशन (Sony Corporation) और स्वीडिश दूरसंचार (Swedish telecommunications) कंपनी एरिक्सन (Ericsson) द्वारा एक संयुक्त उद्यम है, जो 1 अक्टूबर 2001 को स्थापित हुआ था। इस उद्यम के लिए दिया गया कारण है, संचार के क्षेत्र में एरिक्सन (Ericsson) के प्रौद्योगिकीय नायकत्व का सोनी (Sony) की उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स निपुणता के साथ संयोजन करना। दोनों कंपनियों ने अपने मोबाइल फोन बनाने बंद कर दिए हैं। कंपनी का वैश्विक प्रबंधन लंदन, यूनाइटेड किंगडम में हैमरस्मिथ में स्थित है और इसकी अनुसंधान एवं विकास टीमें स्वीडन, जापान, चीन, जर्मनी, संयुक्त राज्य अमेरिका, भारत और यूनाइटेड किंगडम में हैं। 2009 तक नोकिया (Nokia), सैमसंग (Samsung) और एलजी (LG) के बाद यह दुनिया की चौथी-सबसे बड़ी मोबाइल फोन निर्माता बन गई। सोनी के लोकप्रिय वॉकमेन और साइबर-शॉट श्रृंखला के अनुकूलन के शुभारंभ के कारण उत्पादों की बिक्री व्यापक रूप से बढ़ गई। .

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इमेज स्कैनर

इमेज स्कैनर. कम्प्यूटर जगत में, एक स्कैनर एक ऐसा उपकरण है, जो चित्रों, मुद्रित पाठ्य-सामग्री, हस्तलेखन या किसी वस्तु को प्रकाशीय रूप से स्कैन करता है और इसे एक डिजिटल चित्र में रूपांतरित करता है। कार्यालयों में पाये जाने वाले आम उदाहरणों में विभिन्न प्रकार के डेस्कटॉप (या फ्लैटबेड) स्कैनर शामिल हैं, जिनमें दस्तावेज को स्कैनिंग के लिये कांच की एक सतह पर रखा जाता है। हैण्ड-हेल्ड स्कैनर्स (Hand-held scanners), जिनमें उपकरण को हाथ से हिलाया जाता है, का विकास पाठ्य-सामाग्री को स्कैन करनेवाली "छड़ियों" से लेकर औद्योगिक डिज़ाइन, रिवर्स इंजीनियरिंग, परीक्षण और मापन, ऑर्थोटिक्स (Orthotics), खेलों और अन्य अनुप्रयोगों के लिये प्रयुक्त 3D स्कैनर्स तक हुआ है। यांत्रिक रूप से संचालित होने वाले स्कैनर्स, जो दस्तावेज को घुमाते हैं, का प्रयोग सामान्यतः बड़े-प्रारूप वाले दस्तावेजों के लिये किया जाता है, जहां फ्लैट-बेड का प्रयोग अव्यावहारिक होगा। आधुनिक स्कैनर्स में चित्र संवेदक के रूप में विशिष्ट तौर पर एक चार्ज-कपल्ड डिवाइस (charge-coupled device) (CCD) या एक कॉन्टैक्ट इमेज सेंसर (Contact Image Sensor) (CIS) का प्रयोग किया जाता है, जबकि पुराने ड्रम स्कैनर चित्र संवेदक के रूप में एक फोटोमल्टीप्लायर ट्यूब (Photomultiplier Tube) का प्रयोग करते हैं। एक रोटरी स्कैनर, जिसका प्रयोग उच्च-गति से दस्तावेज की स्कैनिंग करने के लिये किया जाता है, ड्रम स्कैनर का एक अन्य प्रकार है, जिसमें फोटोमल्टिप्लायर के स्थान पर एक CCD की एक श्रृंखला का प्रयोग होता है। प्लैनेटरी स्कैनर, जो पुस्तकों और दस्तावेजों के चित्र लेते हैं, तथा 3D स्कैनर, जिनका प्रयोग वस्तुओं के त्रि-आयामी मॉडल बनाने के लिये किया जाता है, स्कैनर्स के अन्य प्रकार हैं। स्कैनर की एक अन्य श्रेणी में डिजिटल कैमरा स्कैनर शामिल हैं, जो रेप्रोग्राफिक (Reprographic) कैमरा की संकल्पना पर आधारित होते हैं। लगातार बढ़ते रेज़ॉल्युशन और कम्पन-प्रतिरोध जैसी नई विशेषताओं के कारण, डिजिटल कैमरे सामान्य स्कैनर्स के एक आकर्षक विकल्प बन गये हैं। यद्यपि पारंपरिक स्कैनर्स की तुलना में अभी भी इनमें कुछ कमियां (जैसे विरूपण, परावर्तन, छाया, निम्न कॉन्ट्रास्ट) उपस्थित हैं, तथापि, डिजिटल कैमरे कुछ लाभ भी प्रदान करते हैं, जैसे गति, सुवाह्यता और किसी पुस्तक के जोड़ (Spine) को हानि पहुंचाए बिना मोटे दस्तावेजों का सौम्य अंकीकरण करना। नई प्रौद्योगिकियां 3D स्कैनर्स को डिजिटल कैमरों के साथ संयोजित करके वस्तुओं के पूर्ण-रंगीन, प्रकाश-यथार्थवादी 3D प्रतिमान निर्मित करती हैं। जैव-चिकित्सा अनुसंधान के क्षेत्र में, DNA सूक्ष्म-श्रृंखलाओं की पहचान के लिये प्रयुक्त उपकरणों को भी स्कैनर कहा जाता है। ये स्कैनर सूक्ष्मदर्शियों के समान उच्च-रेज़ॉल्युशन (1 1 µm/पिक्सेल तक) वाले सिस्टम होते हैं। पहचान का कार्य CCD या एक फोटोमल्टिप्लायर ट्यूब (PMT) के माध्यम से किया जाता है। .

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