8 संबंधों: यशवंत सिंह परमार, शांता कुमार, हिमाचल प्रदेश का इतिहास, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमन्त्रियों की सूची, जुब्बल उपत्यका, जुब्बल-कोटखाई विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र, हिमाचल प्रदेश, वीरभद्र सिंह, आन्ध्र प्रदेश के राज्यपालों की सूची।
यशवंत सिंह परमार
डॉ॰ यशवंत सिंह परमार (०४ अगस्त १९०६ - ०२ मई १९८१) भारत के राजनेता एवं स्वतंत्रता-संग्राम सेनानी थे। वह हिमाचल प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री थे। उनका हिमाचल प्रदेश को अस्तित्व में लाने और विकास की आधारशिला रखने में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। लगभग 3 दशकों तक कुशल प्रशासक के रूप में जन-जन की भावनाओं संवेदनाओं को समझते हुए उन्होने प्रगति पथ पर अग्रसर होते हुए हिमाचल प्रदेश के विकास के लिए नई दिशाएं प्रस्तुत की। उनका सारा जीवन प्रदेश की जनता के लिए समर्पित रहा वे उम्र भर गरीबों और जरुरतमंदों की सहायता करते रहे। .
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शांता कुमार
शांता कुमार (जन्म १२ सितम्बर १९३४) हिमाचल प्रदेश के भूतपूर्व मुख्यमंत्री और भारत सरकार के भूतपूर्व मंत्री है। वह भारतीय जनता पार्टी के एक नेता है। १९७७ में वह पहली बार हिमाचल प्रदेश के गैर - कांग्रेसी मुख्यमंत्री बने। 1982 में वह पुनः विधानसभा में लौटे और प्रतिपक्षी सदस्य रहे। 1985 में राज्य असेंबली चुनाव हार गए। 1986 से 1990 तक ये राज्य भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष बने। फरवरी 1990 में इनको पालमपुर और सुलह निर्वाचन क्षेत्रों से जीत मिली तथा भारतीय जनता पार्टी का नेता चुने गए। यह पुनः मुख्यमंत्री बने। 1993 में इन्होंने सुलह विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा, किंतु पराजित हुए। यह केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में बनी एनडीए सरकार में मंत्री भी रहे। वर्तमान में आप भाजपा के एक सक्रिय नेता हैं। शांता कुमार दो बार हिमाचल प्रदेश राज्य के मुख्यमंत्री रहे चुके है। .
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हिमाचल प्रदेश का इतिहास
हिमाचल प्रदेश का इतिहास उतना ही प्राचीन है, जितना कि मानव अस्तित्व का अपना इतिहास है। हिमाचल प्रदेश का इतिहास उस समय में ले जाता है जब सिन्धु घाटी सभ्यता विकसित हुई। इस बात की सत्यता के प्रमाण हिमाचल प्रदेश के विभिन्न भागों में हुई खुदाई में प्राप्त सामग्रियों से मिलते हैं। प्राचीनकाल में इस प्रदेश के आदि निवासी दास, दस्यु और निषाद के नाम से जाने जाते थे। उन्नीसवीं शताब्दी में रणजीत सिंह ने इस क्षेत्र के अनेक भागों को अपने राज्य में मिला लिया। जब अंग्रेज यहां आए, तो उन्होंने गोरखा लोगों को पराजित करके कुछ राजाओं की रियासतों को अपने साम्राज्य में मिला लिया।.
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हिमाचल प्रदेश के मुख्यमन्त्रियों की सूची
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्रियों की सूची .
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जुब्बल उपत्यका
जुब्बल उपत्यका भारत में हिमाचल प्रदेश के शिमला जनपद का शांत, एकांत एवं मनमोहक हिमालयी भूदृश्य है। यह देउरा घाटी, जुब्बल घाटी या बिशकल्टी घाटी के नाम से भी जानी जाती है। सेब उत्पादन में लगे स्थानीय निवासियों के मन में बसे देवी-देवताओं के अत्यंत रोचक मिथक, सहज रूप से समाज के ताने-बाने को प्रभावित करते हैं। हिमाचल प्रदेश की अन्य घाटियों की तरह जुब्बल उपत्यका में भी है देवी-देवताओं का राज तो कायम रहा पर रियासतें बदलती रही। जुब्बल शिमला पहाड़ी की रियासतों में से एक थी। इसका क्षेत्रफल लगभग ३०० वर्ग किमी था। इसमें ८४ गाँव थे। देवढ़ा इस रियासत की राजधानी थी। राठौर राजपूतों का यहाँ राज्य था। अनाज, तंबाकू और अफीम यहाँ के प्रमुख उत्पादन थे। खड़ापत्थर में लुभावने वन, पर्वत शिखर और गिरीगंगा; पुराना जुब्बल में ग्रामीण परिवेश और स्थानीय काठकूणी शैली के मकान; जुब्बल (देउरा) का पाश्चात्य शैली से निर्मित और स्थानीय काष्ठकला से सुसज्जित राजमहल; तथा हाटकोटी में पब्बर तट पर ८वीं से ११वीं शताब्दी के बीच वास्तुपुरूषमंडल नियोजन से परिचय कराते मंदिर, जुब्बल उपत्यका के महत्वपूर्ण स्थल हैं। जुब्बल उपत्यका हिमालय में मिश्रित वनों के संरक्षण के साथ सेब और आलू की सघन खेती से उत्पन्न टकराव, में प्राकृतिक संसाधनों की सीमित उपलब्धता तथा मानव मन की असीमित इच्छाओं का द्वंद्व है। .
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जुब्बल-कोटखाई विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र, हिमाचल प्रदेश
जुब्बल-कोटखाई विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र हिमाचल प्रदेश विधानसभा के 68 निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है। शिमला जिले में स्थित यह निर्वाचन क्षेत्र अनारक्षित है। 2012 में इस क्षेत्र में कुल 64,121 मतदाता थे। .
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वीरभद्र सिंह
वीरभद्र सिंह (जन्म २३ जून १९३४) भारत गणराज्य के राज्य हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हैं। वीरभद्र सिंह छ: बार हिमाचल प्रदेश राज्य के मुख्यमंत्री रहे चुके है। मनमोहन सिंह के नेतृत्व में २८ मई २००९ को इस्पात मंत्री बनाए गये थे। वह १९६२, १९६७, १९७२, १९८० और २००९ में लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए। .
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आन्ध्र प्रदेश के राज्यपालों की सूची
आन्ध्र प्रदेश के राज्यपाल नामक इस सूची में वर्ष १९५३ से आन्ध्र प्रदेश के राज्यपालों के नाम हैं। आन्ध्र प्रदेश के राज्यपाल का आधिकारिक निवास राजभवन है जो राज्य की राजधानी हैदराबाद में स्थित है। .
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