लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
इंस्टॉल करें
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

जावा (द्वीप)

सूची जावा (द्वीप)

मेरबाबु पर्वत ज्वालामुखी जावा द्वीप इंडोनेशिया का सबसे अधिक जनसंख्या वाला द्वीप है। प्राचीन काल में इसका नाम यव द्वीप था और इसका वर्णन भारत के ग्रन्थों में बहुत आता है। यहां लगभग २००० वर्ष तक हिन्दू सभ्यता का प्रभुत्व रहा। अब भी यहां हिन्दुओं की बस्तियां कई स्थानों पर पाई जाती हैं। विशेषकर पूर्व जावा में मजापहित साम्राज्य के वंशज टेंगर लोग रहते हैं जो अब भी हिन्दू हैं। सुमेरू पर्वत और ब्रोमो पर्वत पूर्व जावा में यहां की और पूरे इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता (संस्कृत: जयकर्त) है। बोरोबुदुर और प्रमबनन मन्दिर यहां स्थित हैं। .

58 संबंधों: एनी बेसेन्ट, ऐतरेय उपनिषद, द्वितीय विश्व युद्घ, दीपोनेगोरो, धड़ निरावरण, धीमा लोरिस, पत्रंग, पशुधन, पश्चिम जावा, प्रमबनन, प्रोबोलिंगो, पूर्व जावा, फ़ाहियान, बानदुंग, बांतेन, ब्रोमो पर्वत, बृहत्तर सुन्दा द्वीपसमूह, बोर्नियो, बोरोबुदुर, मद्रास प्रैज़िडन्सी, मध्य जावा, मलय द्वीपसमूह, महाभारत, मादूरा द्वीप, मादूराई लोग, मेरबाबु पर्वत, यूरेशियाई वृक्ष गौरैया, योग्यकार्ता, योग्यकार्ता विशेष क्षेत्र, रातू, राष्ट्रीय एकता और एकजुटता दल, लिएम स्वी किंग, लूज़ोन, शैलेन्द्र राजवंश, सञ्जय राजवंश, सुन्दा चाप, सुन्दा ताक, सुन्दा लोग, सुन्दा जलसन्धि, सुन्दा विवितान, सुंदा द्वीप समूह, हायलोबेटीस, जावा, जावा भाषा, जावा भूकंप २००९, जावा मानव, जावा सागर, विश्वमारी, वृहद भारत, वेसक, ..., खारे पानी के मगरमच्छ, गिबन, इंडोनेशिया में समय, इंडोनेशिया के प्रांत, कठ उपनिषद्, कवि भाषा, कौषीतकि ब्राह्मणोपनिषद, उत्तर सुमात्रा सूचकांक विस्तार (8 अधिक) »

एनी बेसेन्ट

डॉ एनी बेसेन्ट (१ अक्टूबर १८४७ - २० सितम्बर १९३३) अग्रणी आध्यात्मिक, थियोसोफिस्ट, महिला अधिकारों की समर्थक, लेखक, वक्ता एवं भारत-प्रेमी महिला थीं। सन १९१७ में वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्षा भी बनीं। .

नई!!: जावा (द्वीप) और एनी बेसेन्ट · और देखें »

ऐतरेय उपनिषद

ऐतरेय उपनिषद एक शुक्ल ऋग्वेदीय उपनिषद है। ऋग्वेदीय ऐतरेय आरण्यक के अन्तर्गत द्वितीय आरण्यक के अध्याय 4, 5 और 6.

नई!!: जावा (द्वीप) और ऐतरेय उपनिषद · और देखें »

द्वितीय विश्व युद्घ

विश्व युद्ध II, अथवा द्वितीय विश्व युद्ध, (इसको संक्षेप में WWII या WW2 लिखते हैं), ये एक वैश्विक सैन्य संघर्ष था जिसमें, सभी महान शक्तियों समेत दुनिया के अधिकांश देश शामिल थे, जो दो परस्पर विरोधी सैन्य गठबन्धनों में संगठित थे: मित्र राष्ट्र एवं धुरी राष्ट्र.इस युद्ध में 10 करोड़ से ज्यादा सैन्य कर्मी शामिल थे, इस वजह से ये इतिहास का सबसे व्यापक युद्ध माना जाता है।"पूर्ण युद्ध" की अवस्था में, प्रमुख सहभागियों ने नागरिक और सैन्य संसाधनों के बीच के अंतर को मिटा कर युद्ध प्रयास की सेवा में अपनी पूरी औद्योगिक, आर्थिक और वैज्ञानिक क्षमताओं को झोक दिया। इसमें सात करोड़ से अधिक लोग मारे गए थे, जिनमें से अधिकांश साधारण नागरिक थे, इसलिए इसको मानव इतिहास का सबसे खूनी संघर्ष माना जाता है। युद्ध की शुरुआत को आम तौर पर 1 सितम्बर 1939 माना जाता है, जर्मनी के पोलैंड के ऊपर आक्रमण करने और परिणामस्वरूप ब्रिटिश साम्राज्य और राष्ट्रमंडल के अधिकांश देशों और फ्रांस द्वारा जर्मनी पर युद्ध की घोषणा के साथ.

नई!!: जावा (द्वीप) और द्वितीय विश्व युद्घ · और देखें »

दीपोनेगोरो

दीपोनेगोरो (मस्ताहार, अंतावीर्य, 11 नवंबर 1785 - 8 जनवरी 1855), जिसे दीपानेगारा भी कहा जाता है, एक जावाई राजकुमार थे, जिन्होंने डच औपनिवेशिक शासन का विरोध किया था। उन्होंने जावा युद्ध (1825-1830) में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। 1830 में, डचों ने उन्हें मकस्सर को निर्वासित कर दिया था। .

नई!!: जावा (द्वीप) और दीपोनेगोरो · और देखें »

धड़ निरावरण

धड़ निरावरण (टॉपलेस) उस अवस्था को कहते हैं जिसमें महिलाएँ कमर से ऊपर कोई वस्त्र धारण नहीं करती हैं। इस अवस्था में वे अपने स्तन उजागर करती हैं।  .

नई!!: जावा (द्वीप) और धड़ निरावरण · और देखें »

धीमा लोरिस

धीमा लोरिस (Slow loris) पूर्वोत्तर भारत, चीन के युन्नान प्रान्त, बर्मा, जावा द्वीप, फ़िलिपीन्स और दक्षिणपूर्वी एशिया के कई अन्य देशों में मिलने वाला लोरिस का एक वंश है। यह वंश निकटिसेबस (Nycticebus) कहलाता है। धीमे लोरिसों के हाथ-पाँव में विशेष नसें होती हैं जिनसे घंटो लटकने के बाद भी वह अंग सुन्न नहीं होते। .

नई!!: जावा (द्वीप) और धीमा लोरिस · और देखें »

पत्रंग

पत्रंग या पत्रांग सेसलपिनिया वंश में एक सपुष्पक वनस्पति की जीववैज्ञानिक जाति है। इसका वैज्ञानिक नाम "सेसलपिनिया सपन" (Caesalpinia sappan) है। .

नई!!: जावा (द्वीप) और पत्रंग · और देखें »

पशुधन

घरेलू भेड़ और एक गाय (बछिया) दक्षिण अफ्रीका में एक साथ चराई करते हुए एक या अधिक पशुओं के समूह को, जिन्हें कृषि सम्बन्धी परिवेश में भोजन, रेशे तथा श्रम आदि सामग्रियां प्राप्त करने के लिए पालतू बनाया जाता है, पशुधन के नाम से जाना जाता है। शब्द पशुधन, जैसा कि इस लेख में प्रयोग किया गया है, में मुर्गी पालन तथा मछली पालन सम्मिलित नहीं है; हालांकि इन्हें, विशेष रूप से मुर्गीपालन को, साधारण रूप से पशुधन में सम्मिलित किया जाता हैं। पशुधन आम तौर पर जीविका अथवा लाभ के लिए पाले जाते हैं। पशुओं को पालना (पशु-पालन) आधुनिक कृषि का एक महत्वपूर्ण भाग है। पशुपालन कई सभ्यताओं में किया जाता रहा है, यह शिकारी-संग्राहक से कृषि की ओर जीवनशैली के अवस्थांतर को दर्शाता है। .

नई!!: जावा (द्वीप) और पशुधन · और देखें »

पश्चिम जावा

पश्चिम जावा दक्षिणपूर्व एशिया के इण्डोनेशिया देश के जावा द्वीप के पश्चिमी भाग में स्थित एक प्रान्त है। .

नई!!: जावा (द्वीप) और पश्चिम जावा · और देखें »

प्रमबनन

प्रमबनन (परब्रह्मन् का विकृत रूप) जावा में एक विशाल हिन्दु मन्दिर है। इसका निर्माण ८५० में हुआ। इसकी तीन प्रमूख स्थापनाएं शिव, विष्णु और ब्रह्मा की हैं। शिव मन्दिर में तीन और मूर्तियां हैं- दुर्गा, गणेश और अगस्त्य की। शिव, ब्रह्मा, विष्णु के वाहन नन्दी, हंस और गरुड के भी मन्दिर हैं। दुर्गा की मूर्ति को लोरो जोंगरंग (पतली कुमारी) भी कहते हैं। यह मन्दिर दुर्गा के इस नाम लोरो जोंगरंग से भी विख्यात है। बहुत काल तक यह मन्दिर खण्डहर था। पुनरोत्थान के पश्चात यहां के कई जावा द्वीप के परिवार वापस हिन्दु धर्म को लौट आये हैं। प्रमबनन:en:UNESCO World Heritage Site है और लोकप्रिय पर्यटन और तीर्थस्थान भी है। .

नई!!: जावा (द्वीप) और प्रमबनन · और देखें »

प्रोबोलिंगो

प्रोबोलिंगो, इंडोनेशिया के जावा द्वीप के पूर्वोत्तर तट पर बसा एक नगर है जो जावा द्वीप के सुराबया और जकार्ता को बाली से जोड़ने वाले रास्ते पर स्थित है। ब्रोमो ज्वालामुखी पर्वत तक पहुँचने के रास्तों में यह भी आता है। .

नई!!: जावा (द्वीप) और प्रोबोलिंगो · और देखें »

पूर्व जावा

पूर्व जावा दक्षिणपूर्व एशिया के इण्डोनेशिया देश के जावा द्वीप पर स्थित एक प्रान्त है। मादूरा द्वीप भी इस प्रान्त का हिस्सा है। पश्चिम में इस प्रान्त की मध्य जावा के साथ भूमीय सरहद है और पूर्व में बाली जलसन्धि के पार बाली द्वीप है। .

नई!!: जावा (द्वीप) और पूर्व जावा · और देखें »

फ़ाहियान

फ़ाहियान के यात्रा-वृत्तान्त का पहला पन्ना फ़ाहियान या फ़ाशियान (चीनी: 法顯 या 法显, अंग्रेज़ी: Faxian या Fa Hien; जन्म: ३३७ ई; मृत्यु: ४२२ ई अनुमानित) एक चीनी बौद्ध भिक्षु, यात्री, लेखक एवं अनुवादक थे जो ३९९ ईसवी से लेकर ४१२ ईसवी तक भारत, श्रीलंका और आधुनिक नेपाल में स्थित गौतम बुद्ध के जन्मस्थल कपिलवस्तु धर्मयात्रा पर आए। उनका ध्येय यहाँ से बौद्ध ग्रन्थ एकत्रित करके उन्हें वापस चीन ले जाना था। उन्होंने अपनी यात्रा का वर्णन अपने वृत्तांत में लिखा जिसका नाम बौद्ध राज्यों का एक अभिलेख: चीनी भिक्षु फ़ा-शियान की बौद्ध अभ्यास-पुस्तकों की खोज में भारत और सीलोन की यात्रा था। उनकी यात्रा के समय भारत में गुप्त राजवंश के चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य का काल था और चीन में जिन राजवंश काल चल रहा था। फा सिएन पिंगगयांग का निवासी था जो वर्तमान शांसी प्रदेश में है। उसने छोटी उम्र में ही सन्यास ले लिया था। उसने बौद्ध धर्म के सद्विचारों के अनुपालन और संवर्धन में अपना जीवन बिताया। उसे प्रतीत हुआ कि विनयपिटक का प्राप्य अंश अपूर्ण है, इसलिए उसने भारत जाकर अन्य धार्मिक ग्रंथों की खोज करने का निश्चय किया। लगभग ६५ वर्ष की उम्र में कुछ अन्य बंधुओं के साथ, फाहिएन ने सन् ३९९ ई. में चीन से प्रस्थान किया। मध्य एशिया होते हुए सन् ४०२ में वह उत्तर भारत में पहुँचा। यात्रा के समय उसने उद्दियान, गांधार, तक्षशिला, उच्छ, मथुरा, वाराणसी, गया आदि का परिदर्शन किया। पाटलिपुत्र में तीन वर्ष तक अध्ययन करने के बाद दो वर्ष उसने ताम्रलिप्ति में भी बिताए। यहाँ वह धर्मसिद्धांतों की तथा चित्रों की प्रतिलिपि तैयार करता रहा। यहाँ से उसने सिंहल की यात्रा की और दो वर्ष वहाँ भी बिताए। फिर वह यवद्वीप (जावा) होते हुए ४१२ में शांतुंग प्रायद्वीप के चिंगचाऊ स्थान में उतरा। अत्यंत वृत्र हो जाने पर भी वह अपने पवित्र लक्ष्य की ओर अग्रसर होता रहा। चिएन कांग (नैनकिंग) पहुँचकर वह बौद्ध धर्मग्रंथों के अनुवाद के कार्य में संलग्न हो गा। अन्य विद्वानों के साथ मिलकर उसने कई ग्रंथों का अनुवाद किया, जिनमें से मुख्य हैं-परिनिर्वाणसूत्र और महासंगिका विनय के चीनी अनुवाद। 'फौ-कुओ थी' अर्थात् 'बौद्ध देशों का वृत्तांत' शीर्षक जो आत्मचरित् उसने लिखा है वह एशियाई देशों के इतिहास की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। विश्व की अनेक भाषाओं में इसका अनुवाद किया जा चुका है। .

नई!!: जावा (द्वीप) और फ़ाहियान · और देखें »

बानदुंग

बानदुंग (Bandung) इण्डोनेशिया के पश्चिम जावा प्रान्त का सबसे बड़ा शहर और राजधानी है। इसके महानगर क्षेत्र में सन् 2015 में 84,95,928 निवासी थे, जिसके आधार पर यह इण्डोनेशिया का दूसरा सबसे बड़ा महानगर क्षेत्र था। केन्द्रीय शहर की आबादी 25 लाख है जिसके अनुसार यह देश का तीसरा सबसे बड़ा शहर है। बानदुंग जावा द्वीप पर राष्ट्रीय राजधानी जकार्ता से 140 किलोमीटर (87 मील) दक्षिणपूर्व में समुद्रतल से 768 मीटर (2,520 फ़ुट) की ऊँचाई पर बसा हुआ है। अपनी ऊँचाई के कारण यहाँ का तापमान सालभर अन्य इण्डोनेशियाई शहरों से ठंडा रहता है। यह एक नदी द्रोणी में ज्वालामुखीय पहाड़ियों से घिरा हुआ है। सन् 2018 के एशियाई खेलों के मेज़बान नगरों में बानदुंग भी एक है। .

नई!!: जावा (द्वीप) और बानदुंग · और देखें »

बांतेन

बांतेन दक्षिणपूर्व एशिया के इण्डोनेशिया देश के जावा द्वीप पर स्थित एक प्रान्त है। यह जावा के पश्चिमतम भाग में स्थित है और यहाँ से पश्चिम में जलसन्धि के पार सुमात्रा द्वीप स्थित है। ऐतिहासिक रूप से बांतेन को "सुमात्रा का द्वार" माना जाता था। यहाँ की संस्कृति की अपनी एक विशेष पहचान है। .

नई!!: जावा (द्वीप) और बांतेन · और देखें »

ब्रोमो पर्वत

ब्रोमो पर्वत जावा द्वीप का पर्वत पूर्व में टेंगर प्रदेश के पास है। 2,32 9 मीटर (7,641 फीट) में यह द्रव्यमान का सबसे ऊंचा शिखर नहीं है, लेकिन सबसे प्रसिद्ध है। मास्टीफ क्षेत्र पूर्वी जावा, इंडोनेशिया में सबसे ज्यादा दौरा करने वाले पर्यटकों में से एक है। ज्वालामुखी ब्रोमो टेंगर सेमेरु राष्ट्रीय उद्यान से संबंधित है। ब्रामो का नाम ब्रह्मा के जावानीस उच्चारण से लिया गया है, हिंदू निर्माता देवता। माउंट ब्रोमो 1 9 1 9 से एक संरक्षित प्रकृति आरक्षित "सागर ऑफ रेत" नामक सादे के बीच में बैठता है। माउंट ब्रोमो का दौरा करने का विशिष्ट तरीका, सिमोरो लॉआंग के पास के पहाड़ गांव से है। वहां से लगभग 45 मिनट में ज्वालामुखी से चलना संभव है, लेकिन एक संगठित जीप का दौरा भी संभव है, जिसमें पर्वत पर्वानकन पर्वत पर दृष्टिकोण पर रोक शामिल है। पर्वान पर्वानक पर दृष्टिकोण लगभग दो घंटे में पैर पर पहुंचा जा सकता है। ज्वालामुखीय गतिविधि की डिग्री के आधार पर, ज्वाला विज्ञान और आपदा खतरे में पड़ने के लिए इन्डोनेशियाई केंद्र कभी-कभी माउंट ब्रोमो की यात्रा के खिलाफ चेतावनी देता है। View into the Mount Bromo crater श्रेणी:इण्डोनेशिया श्रेणी:पर्वत श्रेणी:दो हज़ारी .

नई!!: जावा (द्वीप) और ब्रोमो पर्वत · और देखें »

बृहत्तर सुन्दा द्वीपसमूह

बड़ा सुन्दा द्वीप समूह, मलय द्वीपसमूह के अंतर्गत आने वाले सुंदा द्वीप समूह का एक भाग है, जिसके अंतर्गत समूह के बड़े द्वीप आते हैं। छोटा सुन्दा द्वीप समूह के साथ मिलकर यह सुंदा द्वीप समूह की रचना करते हैं। .

नई!!: जावा (द्वीप) और बृहत्तर सुन्दा द्वीपसमूह · और देखें »

बोर्नियो

बोर्नियो (इण्डोनेशियाई: कालिमंतान, मलय: बोर्नियो, अंग्रेज़ी: Borneo) विश्व का तीसरा सबसे बड़ा और एशिया का सबसे बड़ा द्वीप है। भौगोलिक रूप से यह जावा से उत्तर में, सुलावेसी से पश्चिम में और सुमात्रा से पूर्व में स्थित है। यह इंडोनेशिया, मलेशिया एवं ब्रुनेई देशों में बंटा हुआ है। बोर्नियो का लगभग ७३% क्षेत्रफल इंडोनेशिया में आता है। द्वीप के उत्तर में पूर्वी मलेशिया के साबाह और सारावाक राज्य पूरे द्वीपीय क्षेत्रफल के २६% हैं जबकि नन्हा ब्रुनेई देश इसका केवल १% ही है। बोर्नियो का एक बड़ा भूभाग जंगलों से ढका हुआ है और यह पृथ्वी से सबसे प्राचीन जंगलों में से हैं। .

नई!!: जावा (द्वीप) और बोर्नियो · और देखें »

बोरोबुदुर

बोरोबुदुर विहार अथवा बरबुदुर इंडोनेशिया के मध्य जावा प्रान्त के मगेलांग नगर में स्थित 750-850 ईसवी के मध्य का महायान बौद्ध विहार है। यह आज भी संसार में सबसे बड़ा बौद्ध विहार है। छः वर्गाकार चबूतरों पर बना हुआ है जिसमें से तीन का उपरी भाग वृत्ताकार है। यह २,६७२ उच्चावचो और ५०४ बुद्ध प्रतिमाओं से सुसज्जित है। इसके केन्द्र में स्थित प्रमुख गुंबद के चारों और स्तूप वाली ७२ बुद्ध प्रतिमायें हैं। यह विश्व का सबसे बड़ा और विश्व के महानतम बौद्ध मन्दिरों में से एक है। इसका निर्माण ९वीं सदी में शैलेन्द्र राजवंश के कार्यकाल में हुआ। विहार की बनावट जावाई बुद्ध स्थापत्यकला के अनुरूप है जो इंडोनेशियाई स्थानीय पंथ की पूर्वज पूजा और बौद्ध अवधारणा निर्वाण का मिश्रित रूप है। विहार में गुप्त कला का प्रभाव भी दिखाई देता है जो इसमें भारत के क्षेत्रिय प्रभाव को दर्शाता है मगर विहार में स्थानीय कला के दृश्य और तत्व पर्याप्त मात्रा में सम्मिलित हैं जो बोरोबुदुर को अद्वितीय रूप से इंडोनेशियाई निगमित करते हैं। स्मारक गौतम बुद्ध का एक पूजास्थल और बौद्ध तीर्थस्थल है। तीर्थस्थल की यात्रा इस स्मारक के नीचे से आरम्भ होती है और स्मारक के चारों ओर बौद्ध ब्रह्माडिकी के तीन प्रतीकात्मक स्तरों कामधातु (इच्छा की दुनिया), रूपध्यान (रूपों की दुनिया) और अरूपध्यान (निराकार दुनिया) से होते हुये शीर्ष पर पहुँचता है। स्मारक में सीढ़ियों की विस्तृत व्यवस्था और गलियारों के साथ १४६० कथा उच्चावचों और स्तम्भवेष्टनों से तीर्थयात्रियों का मार्गदर्शन होता है। बोरोबुदुर विश्व में बौद्ध कला का सबसे विशाल और पूर्ण स्थापत्य कलाओं में से एक है। साक्ष्यों के अनुसार बोरोबुदुर का निर्माण कार्य ९वीं सदी में आरम्भ हुआ और १४वीं सदी में जावा में हिन्दू राजवंश के पतन और जावाई लोगों द्वारा इस्लाम अपनाने के बाद इसका निर्माण कार्य बन्द हुआ। इसके अस्तित्व का विश्वस्तर पर ज्ञान १८१४ में सर थॉमस स्टैमफोर्ड रैफल्स द्वारा लाया गया और इसके इसके बाद जावा के ब्रितानी शासक ने इस कार्य को आगे बढ़ाया। बोरोबुदुर को उसके बाद कई बार मरम्मत करके संरक्षित रखा गया। इसकी सबसे अधिक मरम्मत, यूनेस्को द्वारा इसे विश्व धरोहर स्थल के रूप में सूचीबद्द करने के बाद १९७५ से १९८२ के मध्य इंडोनेशिया सरकार और यूनेस्को द्वारा की गई। बोरोबुदुर अभी भी तिर्थयात्रियों के लिए खुला है और वर्ष में एक बार वैशाख पूर्णिमा के दिन इंडोनेशिया में बौद्ध धर्मावलम्बी स्मारक में उत्सव मनाते हैं। बोरोबुदुर इंडोनेशिया का सबसे अधिक दौरा किया जाने वाला पर्यटन स्थल है। .

नई!!: जावा (द्वीप) और बोरोबुदुर · और देखें »

मद्रास प्रैज़िडन्सी

मद्रास प्रेसीडेंसी (சென்னை மாகாணம், చెన్నపురి సంస్థానము, മദ്രാസ് പ്രസിഡന്‍സി, ಮದ್ರಾಸ್ ಪ್ರೆಸಿಡೆನ್ಸಿ, ମଦ୍ରାସ୍ ପ୍ରେସୋଦେନ୍ଚ୍ଯ), जिसे आधिकारिक तौर पर फोर्ट सेंट जॉर्ज की प्रेसीडेंसी तथा मद्रास प्रोविंस के रूप में भी जाना जाता है, ब्रिटिश भारत का एक प्रशासनिक अनुमंडल था। अपनी सबसे विस्तृत सीमा तक प्रेसीडेंसी में दक्षिण भारत के अधिकांश हिस्सों सहित वर्तमान भारतीय राज्य तमिलनाडु, उत्तरी केरल का मालाबार क्षेत्र, लक्षद्वीप द्वीपसमूह, तटीय आंध्र प्रदेश और आंध्र प्रदेश के रायलसीमा क्षेत्र, गंजाम, मल्कानगिरी, कोरापुट, रायगढ़, नवरंगपुर और दक्षिणी उड़ीसा के गजपति जिले और बेल्लारी, दक्षिण कन्नड़ और कर्नाटक के उडुपी जिले शामिल थे। प्रेसीडेंसी की अपनी शीतकालीन राजधानी मद्रास और ग्रीष्मकालीन राजधानी ऊटाकामंड थी। 1639 में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने मद्रासपट्टनम गांव को खरीदा था और इसके एक साल बाद मद्रास प्रेसीडेंसी की पूर्ववर्ती, सेंट जॉर्ज किले की एजेंसी की स्थापना की थी, हालांकि मछलीपट्टनम और आर्मागोन में कंपनी के कारखाने 17वीं सदी के प्रारंभ से ही मौजूद थे। 1655 में एक बार फिर से इसकी पूर्व की स्थिति में वापस लाने से पहले एजेंसी को 1652 में एक प्रेसीडेंसी के रूप में उन्नत बनाया गया था। 1684 में इसे फिर से एक प्रेसीडेंसी के रूप में उन्नत बनाया गया और एलीहू येल को पहला प्रेसिडेंट नियुक्त किया गया। 1785 में पिट्स इंडिया एक्ट के प्रावधानों के तहत मद्रास ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा स्थापित तीन प्रांतों में से एक बन गया। उसके बाद क्षेत्र के प्रमुख को "प्रेसिडेंट" की बजाय "गवर्नर" का नाम दिया गया और कलकत्ता में गवर्नर-जनरल का अधीनस्थ बनाया गया, यह एक ऐसा पद था जो 1947 तक कायम रहा.

नई!!: जावा (द्वीप) और मद्रास प्रैज़िडन्सी · और देखें »

मध्य जावा

मध्य जावा दक्षिणपूर्व एशिया के इण्डोनेशिया देश के जावा द्वीप पर स्थित एक प्रान्त है। यह जावा का लगभग २५% क्षेत्रफल है। पश्चिम जावा और पूर्व जावा प्रांतों के बाद यह इण्डोनेशिया का तीसरी सबसे बड़ी आबादी वाला प्रान्त है। सांस्कृतिक रूप से योग्यकार्ता भी इसी मध्य जावा क्षेत्र का भाग है लेकिन प्रशासनिक रूप से उसे इस प्रान्त से अलग प्रशासित किया जाता है। .

नई!!: जावा (द्वीप) और मध्य जावा · और देखें »

मलय द्वीपसमूह

मलय द्वीपसमूह (Malay Archipelago) दक्षिणपूर्वी एशिया की मुख्यभूमि और ऑस्ट्रेलिया के बीच में विस्तृत एक द्वीपसमूह है। हिन्द महासागर से लेकर प्रशांत महासागर तक फैले हुए इस द्वीपसमूह में २५,००० द्वीप हैं। क्षेत्रफल के आधार पर यह दुनिया का सबसे बड़ा और द्वीप-संख्या के आधार पर विश्व का चौथा सबसे बड़ा द्वीपसमूह है। ब्रुनेई, पूर्वी मलेशिया, इण्डोनेशिया, पूर्वी तिमोर, सिंगापुर और फ़िलिपीन्स इसमें आते हैं। पापुआ न्यू गिनी इसमें सम्मिलित नहीं किया जाता हालांकि कुछ परिभाषाओं में नया गिनी द्वीप का पश्चिमी भाग (जो इण्डोनेशिया का हिस्सा है) मलय द्वीपसमूह में गिना जाता है। .

नई!!: जावा (द्वीप) और मलय द्वीपसमूह · और देखें »

महाभारत

महाभारत हिन्दुओं का एक प्रमुख काव्य ग्रंथ है, जो स्मृति वर्ग में आता है। कभी कभी केवल "भारत" कहा जाने वाला यह काव्यग्रंथ भारत का अनुपम धार्मिक, पौराणिक, ऐतिहासिक और दार्शनिक ग्रंथ हैं। विश्व का सबसे लंबा यह साहित्यिक ग्रंथ और महाकाव्य, हिन्दू धर्म के मुख्यतम ग्रंथों में से एक है। इस ग्रन्थ को हिन्दू धर्म में पंचम वेद माना जाता है। यद्यपि इसे साहित्य की सबसे अनुपम कृतियों में से एक माना जाता है, किन्तु आज भी यह ग्रंथ प्रत्येक भारतीय के लिये एक अनुकरणीय स्रोत है। यह कृति प्राचीन भारत के इतिहास की एक गाथा है। इसी में हिन्दू धर्म का पवित्रतम ग्रंथ भगवद्गीता सन्निहित है। पूरे महाभारत में लगभग १,१०,००० श्लोक हैं, जो यूनानी काव्यों इलियड और ओडिसी से परिमाण में दस गुणा अधिक हैं। हिन्दू मान्यताओं, पौराणिक संदर्भो एवं स्वयं महाभारत के अनुसार इस काव्य का रचनाकार वेदव्यास जी को माना जाता है। इस काव्य के रचयिता वेदव्यास जी ने अपने इस अनुपम काव्य में वेदों, वेदांगों और उपनिषदों के गुह्यतम रहस्यों का निरुपण किया हैं। इसके अतिरिक्त इस काव्य में न्याय, शिक्षा, चिकित्सा, ज्योतिष, युद्धनीति, योगशास्त्र, अर्थशास्त्र, वास्तुशास्त्र, शिल्पशास्त्र, कामशास्त्र, खगोलविद्या तथा धर्मशास्त्र का भी विस्तार से वर्णन किया गया हैं। .

नई!!: जावा (द्वीप) और महाभारत · और देखें »

मादूरा द्वीप

मादूरा इण्डोनेशिया का एक द्वीप है। यह जावा द्वीप से पूर्वोत्तर में स्थित है और बृहत्तर सुन्दा द्वीपसमूह का हिस्सा है। प्रशासनिक रूप से यह पूर्व जावा प्रान्त का भाग है। .

नई!!: जावा (द्वीप) और मादूरा द्वीप · और देखें »

मादूराई लोग

मादूराई (Madurese) दक्षिणपूर्वी एशिया के इण्डोनेशिया देश के मादूरा द्वीप के मूल निवासियों का एक जातीय समूह है। यह समुदाय अब इण्डोनेशिया के कई प्रान्तों पर फैला हुआ है। जनसंख्या के हिसाब से यह इण्डोनेशिया का तीसरा सबसे बड़ा जातीय समुदाय है। मादूरा द्वीप पर कृषि-योग्य धरती सीमित है और सैंकड़ों वर्षों से यहाँ के लोग पड़ोस के जावा द्वीप जाते रहे हैं। अधिकतर मादूराई लोग अब मादूरा द्वीप से बाहर रहते हैं और पूर्व जावा प्रान्त की आधी से अधिक आबादी मादूराई है। .

नई!!: जावा (द्वीप) और मादूराई लोग · और देखें »

मेरबाबु पर्वत

जावा द्वीप का पर्वत जावा भाषा में गुनुंग मेरबाबु। पास ही मेरापी पर्वत है।.

नई!!: जावा (द्वीप) और मेरबाबु पर्वत · और देखें »

यूरेशियाई वृक्ष गौरैया

यूरेशियाई वृक्ष गौरैया, पास्सेर गौरैया परिवार का एक पासेराइन पक्षी है जिसके सिर का ऊपरी हिस्सा और गर्दन का पिछला हिस्सा लाल-भूरे रंग का होता है और प्रत्येक पूर्णतः सफेद गाल पर एक काला धब्बा होता है। इस प्रजाति के दोनों ही लिंगों मे एक समान पंख होते हैं और युवा पक्षी वयस्क पक्षियों के ही एक छोटे रूप जैसे दिखते हैं। गौरैया पक्षी अधिकांश समशीतोष्ण यूरेशिया और दक्षिणपूर्व एशिया में प्रजनन करती हैं जहां यह वृक्ष गौरैया के नाम से जानी जाती हैं और इन्हें संयुक्त राज्य अमेरिका सहित अन्य क्षेत्रों में भी भेजा गया है, जहां इन्हें यहां की मूलनिवासी और इनसे असम्बद्ध अमेरिकी वृक्ष गौरैया से विभेदित करने के लिए यूरेशियाई वृक्ष गौरैया या जर्मन गौरैया के नाम से जाना जाता है। हालांकि इनकी अनेकों उप-प्रजातियों की पहचान हो चुकी है, लेकिन अपनी व्यापक उप-प्रजातियों के बीच भी इस पक्षी का रूप-रंग बहुत अधिक नहीं बदलता है। यूरेशियाई वृक्ष गौरैया का गन्दा घोंसला किसी भी प्राकृतिक कोटर में बना होता है, जो कि किसी ईमारत में बना छेद या मैग्पाई (मुटरी) अथवा सारस पक्षी का बड़ा घोंसला हो सकता है। आदर्शतः ये एक समुच्चय (clutch) में 5 से 6 अंडे देती हैं जो दो सप्ताह में परिपक्व हो जाते हैं। यह गौरैया अपने भोजन के लिए मुख्यतः बीजों पर निर्भर करती है लेकिन ये अकशेरुकी प्राणियों को भी अपना भोजन बनाती हैं, मुख्यतः प्रजनन काल के दौरान.

नई!!: जावा (द्वीप) और यूरेशियाई वृक्ष गौरैया · और देखें »

योग्यकार्ता

योग्यकार्ता (जोग्जाकार्रता) जावा द्वीप का नगर जिसके पास बोरोबुदुर और प्रमबनन हैं। इसको कला और शिक्षा का केंद्र माना जाता है। The kraton's main pavilion Water palace श्रेणी:इण्डोनेशिया के आबाद स्थान श्रेणी:योग्यकार्ता विशेष क्षेत्र श्रेणी:इण्डोनेशिया की प्रान्तीय राजधानियाँ.

नई!!: जावा (द्वीप) और योग्यकार्ता · और देखें »

योग्यकार्ता विशेष क्षेत्र

योग्यकार्ता विशेष क्षेत्र दक्षिणपूर्व एशिया के इण्डोनेशिया देश के जावा द्वीप के दक्षिण-मध्य भाग में स्थित एक प्रशासनिक क्षेत्र है। इसकी राजधानी योग्यकार्ता शहर है। यह इण्डोनेशिया के लिये एक ऐतिहासिक और महान सांस्कृतिक महत्व वाला क्षेत्र है। इसका नाम भारत के धर्म व इतिहास की दृष्टि से महत्वपूर्ण अयोध्या नगर पर पड़ा है। .

नई!!: जावा (द्वीप) और योग्यकार्ता विशेष क्षेत्र · और देखें »

रातू

रातू (Ratu) दक्षिणी प्रशांत महासागर के फ़िजी द्वीप समूह के मूल निवासियों में मुखिया का दर्जा रखने वाले पुरुषों की उपाधि है। इसी सामाजिक स्तर की महिलाओं को आँजी (लिखने में Adi, हालांकि उच्चारण आँजी) कहा जाता है। इन्डोनीशिया के जावा द्वीप पर भी मलय भाषा में भी पारम्परिक रूप से राजाओं व राजकुँवरों को 'रातू' कहा जाता है। .

नई!!: जावा (द्वीप) और रातू · और देखें »

राष्ट्रीय एकता और एकजुटता दल

राष्ट्रीय एकता और एकजुटता दल (Kerukanan Tulodo Pranatan Ingit) सूरीनाम का एक जावानी राजनैतिक दल है। पिछ्ले विधायी चुनावों (२५ मई २००५), में यह दल प्रगतिशील जन गठबंधन का एक घटक दल था जिसे १४.५% मत मिले थे और राष्ट्रीय विधानसभा की कुल ५३ सीटों में से ५ पर विजय प्राप्त हुई। .

नई!!: जावा (द्वीप) और राष्ट्रीय एकता और एकजुटता दल · और देखें »

लिएम स्वी किंग

लिएम स्वी किंग (जन्म 28 फरवरी 1956 कुदुस में) एक भूतपूर्व इंडोनेशियाई बैडमिंटन खिलाड़ी हैं जो १९७० से मध्य-1980 के दशक तक सक्रिय रहे। उन्होंने ऑल इंग्लैंड ओपेन बैडमिंटन प्रतियोगिता 1978, 1979 और 1981 में तीन बार जीती। मॉर्टेन फ्रोस्ट (डेनमार्क), हान जिआन और लुआन जिआन (चीन) और प्रकाश पादुकोण (भारत), के समतुल्य वह अपने समय के शीर्षतम पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ियों में एक गिने जाते थे। पुरुष एकल व युगल दोनों में ही वो अपने समय के शीर्ष पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी माने जाते थे। उन्हें उनके अति तीव्र गति वाले कूदकर मारे गये स्मैश शॉट के लिए भी जाना जाता था। .

नई!!: जावा (द्वीप) और लिएम स्वी किंग · और देखें »

लूज़ोन

लूज़ोन या लूसोन (दोनों उच्चारण सही हैं) दक्षिणपूर्वी एशिया के फ़िलिपीन्ज़ देश का सर्वाधिक आबादी वाला द्वीप है। यह विश्व का १५वाँ सबसे बड़ा द्वीप है और फ़िलिपीन द्वीपसमूह के उत्तर में स्थित है। राष्ट्रीय राजधानी मनिला और राष्ट्र की सबसे अधिक जनसंख्या वाला नगर, केज़ोन सिटी, इसी द्वीप पर स्थित हैं। फ़िलिपीन्ज़ की ५३% आबादी के साथ, लूज़ोन देश का आर्थिक और राजनैतिक केन्द्र है। (जावा, होन्शु और ब्रिटेन के बाद) दुनिया का चौथा सबसे अधिक जनसंख्या वाला द्वीप है और यहाँ ५.३ करोड़ लोग रहते हैं। प्रशासनिक दृष्टि से फ़िलिपीन्ज़ को तीन प्रमुख द्वीप दलों में बाँटा गया है और "लूज़ोन" का नाम इनमें से एक के लिए भी किया जाता है। लूज़ोन द्वीप गुट में, लूज़ोन द्वीप के अलावा, उत्तर में बातानेस व बाबुयान द्वीपसमूह, पूर्व में पोलिलो द्वीपसमूह और दक्षिण के दूर-दराज़ क्षेत्रों में कातानदूनास, मारिनदूके, मासबात, रोमब्लोन, मिन्दोरो, पलावन और अन्य द्वीप सम्मिलित हैं। .

नई!!: जावा (द्वीप) और लूज़ोन · और देखें »

शैलेन्द्र राजवंश

शैलेन्द्र राजवंश इंडोनेशिया का एक प्राचीन राजवंश था। इसका उदय जावा में ८वीं सदी में हुआ। शैलेन्द्र लोग बौद्ध धर्म की महायान शाखा के सक्रिय प्रवर्तक थे और विश्व प्रसिद्ध बोरोबुदुर मन्दिर सहित मध्य जावा के केंदु समतल क्षेत्र पर शासन किया।.

नई!!: जावा (द्वीप) और शैलेन्द्र राजवंश · और देखें »

सञ्जय राजवंश

संजय राजवंश संजय राजवंश जावा द्वीप का वंश था। कुछ विद्वान समझते हैं कि यह शैलेन्द्र राजवंश का विभाग था। यह माताराम राजवंश से पहले आता है।.

नई!!: जावा (द्वीप) और सञ्जय राजवंश · और देखें »

सुन्दा चाप

सुन्दा चाप (Sunda Arc) दक्षिणपूर्व एशिया में स्थित एक ज्वालामुखीय चाप (volcanic arc) है जिसने सुमात्रा, जावा, सुन्दा जलसन्धि और लघुतर सुन्दा द्वीपसमूह के द्वीपों का निर्माण किया। इस पूरे चाप में ज्वालामुखियों की एक शृंखला रीढ़ की भांति खड़ी है। .

नई!!: जावा (द्वीप) और सुन्दा चाप · और देखें »

सुन्दा ताक

सुन्दा ताक (Sunda Shelf) दक्षिणपूर्वी एशिया की महाद्वीपीय ताक (कॉन्टीनेन्टल शेल्फ़) का दक्षिणपूर्वी विस्तार है। सुन्दा ताक पर मलय प्रायद्वीप, सुमात्रा, जावा, बोर्नियो, मादूरा, बाली और हज़ारों छोटे द्वीप स्थित हैं। १८.५ करोड़ वर्ग किमी क्षेत्रफल वाले इस समुद्री इलाक़े की गहराई लगभग सभी जगह ५० मीटर से कम है और कुछ जगहों पर केवल २० मीटर ही है। फ़िलीपीन्स, सुलावेसी और लघुतर सुन्दा द्वीपसमूह इस ताक से कुछ गहरी समुद्री खाईयों द्वारा विभाजित हैं। .

नई!!: जावा (द्वीप) और सुन्दा ताक · और देखें »

सुन्दा लोग

सुन्दा (सुन्दा: Urang Sunda, उरंग सुन्डा) के जावा द्वीप के पश्चिमी भाग में बसने वाला एक समुदाय है। यह संख्या में ४ करोड़ के पास हैं और इण्डोनेशिया के सबसे बड़े समुदायों में से एक हैं। इनकी अपनी अलग सुन्दा भाषा है। यह अधिकतर इस्लाम के अनुयायी हैं हालांकि इनमें अपने पूर्वजों के हिन्दू-बौद्ध धर्म के बहुत से तत्व भी मिलते हैं। .

नई!!: जावा (द्वीप) और सुन्दा लोग · और देखें »

सुन्दा जलसन्धि

सुन्दा जलसन्धि इण्डोनेशिया के सुमात्रा द्वीप और जावा द्वीप के बीच की जलसन्धि है। यह जावा सागर को हिन्द महासागर से जोड़ती है। इसका नाम पश्चिम जावा द्वीप के सुन्दा समुदाय पर पड़ा है। यह अपने न्यूनतम चौड़ाई पर केवल २४ किमी है और इसमें कई छोटे टापू व द्वीप स्थित हैं। यह अपने पश्चिमी छोर पर बहुत गहरी है लेकिन इसके पूर्वी अंत पर गहराई केवल २० मीटर तक आ जाती है। इस कम गहराई और समुद्र सतह से नीचे कई रेतीले टीलों की उपस्थिति से यह बड़ी नौकाओं के लिए बहुत ख़तरनाक माना जाता है। इस कारण से समुद्री जहाज़ इस जलसन्धि की बजाय मलक्का जलसन्धि का मार्ग अपनाते हैं। .

नई!!: जावा (द्वीप) और सुन्दा जलसन्धि · और देखें »

सुन्दा विवितान

सुन्दा विवितान (सुन्दा: ᮞᮥᮔ᮪ᮓ ᮝᮤᮝᮤᮒᮔ᮪, Sunda Wiwitan) इण्डोनेशिया के जावा द्वीप के सुन्दा लोगों का प्राचीन व पारम्परिक धर्म है। इसमें पूर्वजों के लिये आस्था और सर्वात्मवाद के गहरे तत्व हैं और बहुत सी हिन्दू धर्म व बौद्ध धर्म की अवधारणाएँ भी हैं। सुन्दा विवितान के धार्मिक ग्रन्थ का नाम "संघयांग सिक्साकांडा इंग कारेसिआन" (Sanghyang siksakanda ng karesian) है जो व्यक्ति को अच्छा मानव (ऋषि, सुन्दा भाषा में रेसी) बनने की शिक्षा (सुन्दा में सिक्सा) देता है। .

नई!!: जावा (द्वीप) और सुन्दा विवितान · और देखें »

सुंदा द्वीप समूह

हिन्द महासागर में स्थित सुन्दा द्वीप समूह, मलय द्वीपसमूह का एक हिस्सा है। इन द्वीपों का पुन:विभाजन बड़ा सुन्दा द्वीप समूह और छोटा सुन्दा द्वीप समूह में रूप में किया जाता हैं। .

नई!!: जावा (द्वीप) और सुंदा द्वीप समूह · और देखें »

हायलोबेटीस

हायलोबेटीस (Hylobates) गिबन के चार जीववैज्ञानिक वंशों में से एक है। यह नाम यूनानी भाषा से लिया गया है, जिसमें "हुले" (ὕλη) का अर्थ "वन" और "बेतिस" (βάτης) का अर्थ "चलनेवाला" होता है, यानि नाम का अर्थ "वन में चलने वाला" होता है। यह गिबनों का सबसे विस्तृत वंश है और दक्षिणी चीन के युन्नान प्रान्त से लेकर पश्चिम और मध्य जावा में फैला हुआ है। हायलोबेटीस गिबनों के मुखों पर अक्सर श्वेत रंग के बालों का एक चक्र होता है और आनुवांशिक दृष्टि से इनमें ४४ गुणसूत्र (क्रोमोसोम) होत हैं। .

नई!!: जावा (द्वीप) और हायलोबेटीस · और देखें »

जावा

कोई विवरण नहीं।

नई!!: जावा (द्वीप) और जावा · और देखें »

जावा भाषा

कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग में प्रयुक्त 'जावा' नामक भाषा के लिए देखें - जावा (प्रोग्रामिंग भाषा) ---- जावा भाषा (जावा भाषा में: ꦧꦱꦗꦮ बासा जावा; इण्डॉनेशियाई भाषा: बहासा जावा) इण्डोनेशिया के जावा द्वीप के पूर्वी एवं केन्द्रीय भाग के लोगों की भाषा है। पश्चिमी जावा के उत्तरी भाग में भी कुछ स्थानों पर यह भाषा बोली जाती है। जावा भाषा लगभग 7.55 करोड़ लोगों की मातृभाषा है जो इण्डोनेशिया के कुल जनसंख्या के लगभग ३०% हैं। मलेशिया, सिंगापुर तथा सूरीनाम में भी कुछ लोगों द्वारा यह भाषा बोली जाती है। जावा भाषा अपने पड़ोसी भाषाओं मलय, सुन्दनी (Sundanese), मदुरी (Madurese), बाली आदि से मिलती जुलती है। इसे वर्गीकृत करना कठिन है। इसे आस्ट्रेलियाई-एशियाई परिवार में रखा गया है। संस्कृत का इस पर अमिट प्रभाव है। पुरानी जावा-अंग्रेजी शब्दकोश में २५५००० प्रविष्टियाँ हैं जिनमें से १२६०० सम्स्कृत मूल के हैं। पुरानी जावा भाषा के साहित्यिक रचनाओं में २५% से अधिक शब्द संस्कृत के हैं। जावा के लोगों के नाम में भी संस्कृत की छाप देखी जा सकती है। संस्कृत शब्दों का आज भी खूब प्रयोग होता है। जावा भाषा पर डच और मलय भाषाओं का भी प्रभाव पड़ा है किन्तु संस्कृत जितना बिलकुल नहीं। जावाभाषा की लिपि जावा लिपि है जो ब्राह्मी से व्युत्पन्न है। जावाभाषी क्षेत्र .

नई!!: जावा (द्वीप) और जावा भाषा · और देखें »

जावा भूकंप २००९

जावा भूकंप २००९ २ सितंबर २००९ को इंडोनेशिया के जावा द्वीप में स्थानीय समय १४:५५ को आया भूकंप है। इसकी तीव्रता ७.३ मापी गई और इसमे ४२ लोगो के मारे जाने की खबर हैं। भूंकप का केंद्र जावा के दक्षिणी तट पर तासिकमलय शहर के पास था। यह जकार्ता से दो सौ किलोमीटर दूर है। .

नई!!: जावा (द्वीप) और जावा भूकंप २००९ · और देखें »

जावा मानव

जावा मानव की खोपड़ी का चित्रण जावा मानव या पिथिकांथ्रोपस एरेक्टस वानर मानव था। जावाद्वीप में एक नदी की रेत में इसकी खोपड़ी का उपरी भाग दॉत और जाँघ की हड्डी मिली है। अध्ययन के बाद यह पता चला कि ये हड्डियाँ एक ऐसे होमिनिड्स की हैं जो सीधा होकर चल सकता था। इसलिए, इसे पिथिकांथ्रोपस एरेक्टस मानव कहा गया। श्रेणी:मानव विज्ञान.

नई!!: जावा (द्वीप) और जावा मानव · और देखें »

जावा सागर

जावा सागर पूर्वी एशिया के जावा द्वीप के ठीक उत्तर में स्थित एक सागर है। इसका क्षेत्रफल ३.२ लाख वर्ग किलोमीटर है और इसकी औसत गहराई कम है। इसमें मत्स्य आखेट एक प्रमुख आर्थिक साधन है। इसके लगभग सभी ओर इंडोनेशिया के द्वीप हैं। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान यहाँ महत्वपूर्ण लड़ाई लड़ी गई थी। Category:प्रशान्त महासागर के सीमांत सागर.

नई!!: जावा (द्वीप) और जावा सागर · और देखें »

विश्वमारी

विश्वमारी (यूनानी (ग्रीक) शब्द πᾶν पैन "सब" + δῆμος डेमोस "लोग" से), संक्रामक रोगों की एक महामारी है जो मानव आबादी के माध्यम से एक विशाल क्षेत्र, उदाहरण के लिए, एक महाद्वीप, या यहां तक कि दुनिया भर में भी फ़ैल रहा है। एक व्यापक स्थानिक रोग जो इस दृष्टि से स्थिर होता है कि इससे कितने लोग बीमार हो रहे हैं, एक विश्वमारी नहीं है। इसके अलावा, फ्लू विश्वमारियों में मौसमी फ्लू को तब तक शामिल नहीं किया जाता है जब तक मौसम का फ्लू एक विश्वमारी न हो। सम्पूर्ण इतिहास में चेचक और तपेदिक जैसी असंख्य विश्वमारियों का विवरण मिलता है। अधिक हाल की विश्वमारियों में एचआईवी (HIV) विश्वमारी और 2009 की फ्लू विश्वमारी शामिल है। .

नई!!: जावा (द्वीप) और विश्वमारी · और देखें »

वृहद भारत

'''वृहद भारत''': केसरिया - भारतीय उपमहाद्वीप; हल्का केसरिया: वे क्षेत्र जहाँ हिन्दू धर्म फैला; पीला - वे क्षेत्र जिनमें बौद्ध धर्म का प्रसार हुआ वृहद भारत (Greater India) से अभिप्राय भारत सहित उन अन्य देशों से है जिनमें ऐतिहासिक रूप से भारतीय संस्कृति का प्रभाव है। इसमें दक्षिणपूर्व एशिया के भारतीकृत राज्य मुख्य रूप से शामिल है जिनमें ५वीं से १५वीं सदी तक हिन्दू धर्म का प्रसार हुआ था। वृहद भारत में मध्य एशिया एवं चीन के वे वे भूभाग भी सम्मिलित किये जा सकते हैं जिनमे भारत में उद्भूत बौद्ध धर्म का प्रसार हुआ था। इस प्रकार पश्चिम में वृहद भारत कीघा सीमा वृहद फारस की सीमा में हिन्दुकुश एवं पामीर पर्वतों तक जायेगी। भारत का सांस्कृतिक प्रभाव क्षेत्र .

नई!!: जावा (द्वीप) और वृहद भारत · और देखें »

वेसक

वेसक (पालि: वेसाख, वैशाख) एक उत्सव है जो विश्व भर के बौद्धों एवं अधिकांश हिन्दुओं द्वारा मनाया जाता है। यह उत्सव बुद्धपूर्णिमा को मनाया जाता है जिस दिन गौतम बुद्ध का जन्म और निर्वाण हुआ था तथा इसी दिन उन्हें बोधि की प्राप्ति हुई थी। विभिन्न देशों के पंचांग के अनुसार बुद्धपूर्णिमा अलग-अलग दिन पड़ता है। भारत में वर्ष २०१८ में ३० अप्रैल को बुद्ध पूर्णिमा मनाई गई। विभिन्न देशों में इस पर्व के अलग-अलग नाम हैं। उदाहरण के लिए, हांग कांग में इसे बुद्ध जन्मदिवस कहा जाता है, इण्डोनेशिया में 'वैसक' दिन कहते हैं, सिंगापुर में 'वेसक दिवस' और थाइलैण्ड में 'वैशाख बुच्छ दिन' कहते हैं। .

नई!!: जावा (द्वीप) और वेसक · और देखें »

खारे पानी के मगरमच्छ

कायर्न्स, क्वींसलैंड के बाहर खारे पानी के मगरमच्छ खारे पानी का मगरमच्छ या एस्टूएराइन क्रोकोडाइल (estuarine crocodile) (क्रोकोडिलस पोरोसस) सबसे बड़े आकार का जीवित सरीसृप है। यह उत्तरी ऑस्ट्रेलिया, भारत के पूर्वी तट और दक्षिण-पूर्वी एशिया के उपयुक्त आवास स्थानों में पाया जाता है। .

नई!!: जावा (द्वीप) और खारे पानी के मगरमच्छ · और देखें »

गिबन

गिबन (Gibbon) लंबी बाहोंवाला, पेड़ों पर दौड़नेवाला एक कपि का जीववैज्ञानिक कुल है जो उत्तरपूर्वी भारत, पूर्वी बंग्लादेश और दक्षिणपूर्वी चीन से लेकर इण्डोनेशिया के कई द्वीपों (सुमात्रा, जावा और बोर्नियो समेत) में पाया जाता है। गिबन कुल के चार जीववैज्ञानिक वंश और १७ जीववैज्ञानिक जातियाँ अस्तित्व में हैं। इनका रंग काला, भूरा और श्वेत का मिश्रण होता है। पूरे श्वेत रंग के गिबन बहुत् कम ही दिखते हैं। गिबन जातियों में सियामंग, श्वेत-हस्त या लार गिबन और हूलोक गिबन शामिल हैं। यह मानव, चिम्पैन्ज़ी, ओरंग उतान, गोरिला और बोनोबो जैसे महाकपियों की तुलना में आकार में छोटे होते हैं और उनसे अधिक बंदर-जैसे दिखते हैं लेकिन सभी कपियों की भाँति इनकी भी पूँछ नहीं होती और यह अक्सर अपने पिछले पाँवों पर चलते हैं। इन्हें अक्सर हीनकपि (smaller apes) कहा जाता है। ये पृथ्वी पर खड़े होकर तो चल सकते ही हैं, पेड़ों पर भी हाथ के सहारे से खड़े होकर चलते हैं। यह वृक्षों में डाल-से-डाल लटककर बहुत तेज़ी से एक स्थान से दूसरे स्थान जाने में सक्षम होते हैं। इन्हें एक डाल से ५० फ़ुट (१५ मीटर) दूर की डाल तक कूदते हुए और ५५ किमी प्रति घंटे (३४ मील प्रति घंटे) की गति से पेड़ों में घूमते हुए मापा गया है। उड़ सकने वाले स्तनधारियों को छोड़कर, यह विश्व के सबसे गतिशील वृक्ष विचरणी स्तनधारी हैं। गिबन आजीवन एक ही जीवनसाथी चुनकर उसके साथ रहने के लिये जाने जाते हैं हालांकि कुछ जीववैज्ञानिक इसपर विवाद करते हैं और उनके अनुसार गिबनों में कभी-कभी तलाक जैसी प्रक्रिया भी देखी जा सकती है। .

नई!!: जावा (द्वीप) और गिबन · और देखें »

इंडोनेशिया में समय

इंडोनेशियाई द्वीपसमूह चार समय मंडलों ऐकेह में यूटीसी+०६:०० से पश्चिमी पापुआ में यूटीसी+०९:०० तक फैला हुआ है। हालांकि यहाम्ं की सरकार आधिकारिक रूप से सिर्फ़ तीन समय मंडलों को मानती है: पश्चिमी इंडोनेशियाई समय—जो कि ग्रीनविच मानक समय से सात घंटे आगे (यूटीसी+०७:००) पड़ता है। मध्य इंडोनेशियाई समय— जो कि जीएमटी से आठ घंटे आगे (यूटीसी+०८:००) पर पड़ता है और पूर्वी इंडोनेशियाई समय—जो कि जीएमटी से नौ घंटे आगे (यूटीसी+०९:००) पर पड़ता है। पश्चिमी और मध्य समय मंडल के बीच की रेखा जावा और बाली के उत्तर से होते हुए कालीमन्तन के मध्य से होकर गुजरती है। मध्य और पूर्वी समय मंडलों को बाँटने वाली रेखा तिमोर के पूर्वी छोर से लेकर सुलावेसी के पूर्वी छोर तक जाती है। .

नई!!: जावा (द्वीप) और इंडोनेशिया में समय · और देखें »

इंडोनेशिया के प्रांत

इंडोनेशिया देश ३४ प्रांतों में विभक्त है, जिन्हें इण्डोनेशियाई भाषा में प्रोविन्सी (provinsi) कहा जाता है। इनको सात विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों में रखा जाता है - सुमात्रा, बाली और जावा द्वीप इनमें प्रमुख हैं। राष्ट्रीय राजधानी जकार्ता जावा में स्थित है। .

नई!!: जावा (द्वीप) और इंडोनेशिया के प्रांत · और देखें »

कठ उपनिषद्

कठ उपनिषद् या कठोपनिषद, एक कृष्ण यजुर्वेदीय उपनिषद है। कठोपनिषद कृष्ण यजुर्वेदीय शाखा के अन्तर्गत एक उपनिषद है। यह उपनिषद संस्कृत भाषा में लिखित है। इसके रचियता वैदिक काल के ऋषियों को माना जाता है परन्तु मुख्यत वेदव्यास जी को कई उपनिषदों का लेखक माना जाता है। .

नई!!: जावा (द्वीप) और कठ उपनिषद् · और देखें »

कवि भाषा

काकविन सुतसोम का एक ताड़पत्र कावी इंडोनेशिया के जावा द्वीप की एक प्राचीन साहित्यिक भाषा है। इसकी अपनी लिपि थी। जावा के काव्य इसी भाषा में लिखे गये। इसमें संस्कृत के बहुत से शब्द हैं। .

नई!!: जावा (द्वीप) और कवि भाषा · और देखें »

कौषीतकि ब्राह्मणोपनिषद

कौषीतकि ब्राह्मणोपनिषद कौषीतकि उपनिषद का पूरा नाम है। यह एक ऋग्वेदीय उपनिषद है।कौषीतकि उपनिषद ॠग्वेद के कौषीतकि ब्राह्मण का अंश है। इसमें कुल चार अध्याय हैं। इस उपनिषद में जीवात्मा और ब्रह्मलोक, प्राणोपासना, अग्निहोत्र, विविध उपासनाएं, प्राणतत्व की महिमा तथा सूर्य, चन्द्र, विद्युत मेघ, आकाश, वायु, अग्नि, जल, दर्पण और प्रतिध्वनि में विद्यमान चैतन्य तत्व की उपासना पर प्रकाश डाला गया है। अन्त में 'आत्मतत्त्व' के स्वरूप और उसकी उपासना से प्राप्त फल पर विचार किया गया है। .

नई!!: जावा (द्वीप) और कौषीतकि ब्राह्मणोपनिषद · और देखें »

उत्तर सुमात्रा

उत्तर सुमात्रा दक्षिणपूर्व एशिया के इण्डोनेशिया देश के सुमात्रा द्वीप पर स्थित एक प्रान्त है। यह आचेह प्रान्त से दक्षिणपूर्व में स्थित है और जावा द्वीप से बाहर देश का सर्वाधिक आबादी वाला प्रान्त है। प्रान्त के लगभग ४०% लोग बतक समुदाय से हैं। .

नई!!: जावा (द्वीप) और उत्तर सुमात्रा · और देखें »

यहां पुनर्निर्देश करता है:

जावा द्वीप, जावाद्वीप

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »